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- बलरामपुर : कोरोना वायरस एक संक्रामक बीमारी जो विश्व के विभिन्न देशों में महामारी का रूप ले रही है। संक्रमण से बचाव हेतु स्वास्थ्यगत् आपातकालीन स्थिति के कारण पूरे देश में केन्द्र सरकार द्वारा लॉकडाउन किया गया है। बलरामपुर-रामानुजगंज जिला के अन्तर्गत कुसमी अनुविभाग के सामरी क्षेत्र में हिण्डाल्को कंपनी द्वारा बाक्साईड खनिज का उत्खन्न एवं परिवहन किया जा रहा है। अन्तरप्रान्त में भी वर्तमान कोरोना का संक्रमण तीब्रता से बढ़ता जा रहा है। स्थिति परिस्थिति को देखते हुए कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री संजीव कुमार झा के द्वारा संक्रमण से बचाव हेतु जिला से खनिज का अन्तरप्रान्तीय परिवहन आगामी आदेश पर्यन्त तक तत्काल प्रतिबंधित किया गया है।
- बलरामपुर: कोरोना वायरस (कोविड-19) के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए समस्त राज्यों में लॉकडाउन किया गया है। लॉकडाउन की अवधि में अत्यावश्यक सेवाओं के संचालन हेतु भारत सरकार द्वारा निर्देश प्रसारित किये गये हैं। उक्ताशय के संबंध में कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा द्वारा पूर्व में जारी आदेश को संशोधित करते हुए अतिरिक्त प्रतिष्ठिन/संस्थान को खुली रखने हेतु आदेश जारी किया गया है। जारी संशोधित आदेशानुसार सीमेंट, सरिया की दुकानें, मुर्गा, मछली, मीट एवं अण्डा की दुकानें प्रातः 8.00 बजे से दोपहर 12.00 बजे तक खुली रहेंगी। इन प्रतिष्ठानों/संस्थानों के संचालक केन्द्र सरकार द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण एवं बचाव के लिए दिये गये दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित करेंगे।
- बेमतरा : निर्धारित समय से अधिक समय तक दुकान खुला रखने के कारण दो दुकानदारों पर 10-10 रु. का जुर्माना लगाया गया है।अनुविभागीय अधिकारी राजस्व नवागढ़ द्वारा ग्राम झुलना के वर्मा पान सेंटर एवं साहू पान सेंटर मे तम्बाकू एवं गुटका बिक्री तथा निर्धारित समय से दुकान खुला रखने के कारण यह जुर्माना लगाया गया है। ग्राम-गोढ़ीकला के हरीराम पिता भोलाराम को लाॅकडाउन उल्लंधन के कारण 5 हजार रु. का अर्थदण्ड लगाया गया। ग्राम-हरदी के बुधराम पाल को तम्बाकू एवं गुटका बिक्री पर 2 हजार रु. का जुर्माना लगाया गया। ग्राम-रनबोड़ के जीवन राम वल्द घनाराम को किराना दुकान मे नशीला पदार्थ बेचने की आरोप 5 हजार रु. का जुर्माना लगाया गया। संबंधित ग्राम पंचायत के सरपंच/सचिव द्वारा जुर्मान की रसीद काटी गई। कोरोना वायरस संक्रमण से बचने एवं सोशल डिस्टेंस का पालन करने की समझाईश दी जा रही है।
- बेमतरा : -जिले मे प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों के माध्यम से शासन के द्वारा निर्धारित ऋण नितियों के अनुसार कृषक सदस्यों को रासायनिक खाद धान बीज एवं नगद ऋण उपलब्ध कराई जा रही है। नोडल अधिकारी जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित बेमेतरा से प्राप्त जानकारी अनुसार खरीफ वर्ष 2020-21 मे रासायनिक खाद लक्ष्य 41,700 टन के विरुद्ध 10777 टन धान, बीज 6075 क्विंटल का भण्डारण एंव कृषको को 4.97 करोड़ रुपये ऋण वितरण किया जा चुका है।जिला बेमेतरा के कृषको एवं जनता के आर्थिक विकास हेतु शासन की नीतियों का लाभ उन तक पहुँचाने मे सहकारिता विभाग पूर्ण प्रजातांत्रिक स्वरुप के साथ पारदर्शिता पूर्वक अपनी भूमिका का निर्वहन जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित दुर्ग से संबंध पंजीकृत 54 प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियां तथा छ.ग. राज्य सहकारी विपणन संघ मर्यादित (मार्कफेड) के जिला कार्यालय तथा जिले मे अन्य पंजीकृत 334 सहकारी समितियों (मत्स्य, दुग्ध उत्पादक, उपभोक्ता भण्डार, बुनकर) के माध्यम से कर रहे है। जिले मे खाद्य सुरक्षा पोषण एवं उपभोक्ता सेवा सहकारी समिति का पंजीयन एवं प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों का समयबद्ध कार्यक्रम के अनुसार पुनर्गठन संबंधी कार्य संपादित किया जा रहा है।
- जशपुर : जिला परिवहन अधिकारी श्री प्रकाश रावटे ने बताया कि शासन के दिषा निर्देष के तहत जषपुर जिले के समस्त वाहन स्वामियों, खरीददारोें एवं डिलरों को अवगत कराया जाता है कि भारत स्टेज-बीएस 04 वाहनों के पेंडिंग फाईल बिक्रीत एवं विक्रय किए गए पेंडिंग फाईलों 27 अपै्रल 2020 तक जिला परिवहन कार्यालय जशपुर में अनिवार्य रूप से जमा कराएं ताकि भारत स्टेज बीएस-04 वाहनों की पंजीयन अप्रूवल की कार्यवाही आगामी 30 अपै्रल तक किया जा सके। उन्होंने कहा कि निर्धारित समय के बाद किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं होगी।
- छात्रवृत्ति योजना आदिवासी बच्चों के लिए बनी संजीवनीजिले में 245 छात्रावास आश्रमों में 14581 बच्चें हो रहे लाभांवितपोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति अंतर्गत 864 बच्चों को 1 करोड़ 58 लाख का वितरणअंतर्राज्यीय पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति अंतर्गत 1327 बच्चों को 66 लाख 35 हजार का वितरणनवाचार सीख कार्यक्रम के तहत् 109 प्राथमिक शाला के बच्चों को वाट्सअप गु्रप दी जा रही है शिक्षाजशपुर : कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर के मार्गदर्शन में वनांचल क्षेत्र में रहने वाले आदिवासी बच्चों विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरावा वर्ग के बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए शासन सार्थक प्रयास कर रही है। शासकीय स्कूलों में उन्हें निःशुल्क भोजन काॅपी किताब, छात्रवृत्ति, छात्रावास की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है ताकि बच्चों को एक ही जगह सारी सुविधाएं उपलब्ध हो सके। अधिकतर दुरस्त अंचल के आदिवासी बच्चे आर्थिक रूप से कमजोर रहते है। उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में आर्थिक मदद देने के लिए छत्तीसगढ़ शासन छात्रवृत्ति की भी सुविधा उपलब्ध करा रही है ताकि बच्चे अपने पढ़ाई पूरी करने में आसानी हो सके और उन्हें आर्थिक दिक्कत न होने पाए। बच्चों को नवाचार के माध्यम से आधुनिक शिक्षा पद्धति से जोड़ा जा रहा है। उन्हें लैपटाॅप, कम्प्यूटर, मोबाईल, प्रोजेक्टर और आधुनिक तकनिकी का भी उपयोग करना सिखया जा रहा है। जशपुर क्षेत्र के बच्चें अच्छी शिक्षा ग्रहण करके आज बड़े नगरीय क्षेत्रों में बी-टेक, इंजीनियरिंग, मेडिकल, बीएड, नर्सिंग, बीएससी नर्सिंग, फार्मेसी, बीबीए आदि उच्च शिक्षा ग्रहण करके आत्मनिर्भर बन रहे हैं।नवाचार सीख कार्यक्रम के तहत् दुलदुला विकासखंड में जिला प्रशासन एवं यूनिसेफ के संयुक्त सहयोग से बच्चों के लिए चलाया जा रहा है। सीख कार्यक्रम के शुरूआत में शिक्षकों और पालकों के बीच संवाद स्थापित करने का सशक्त माध्यम है। सीख कार्यक्रम के तहत् प्रत्येक सप्ताह शाला स्तरपर बनाए गए वाट्सअप गु्रप के माध्यम से शिक्षकों और पालकों को संदेश भाषा, विज्ञान एवं खेल से संबंधित सीखने की सरल गतिविधियां डाली जाती है। जिला प्रशासन द्वारा बच्चों को जरूरी सामग्री काॅपी पेन, किताब, पेन, पेंसिल आदि उपलब्ध कराया जा रहा है ताकि उनकों पढ़ने में आसानी हो सके। जिले के 109 प्राथमिक विद्यालय में सीख कार्यक्रम प्रारंभ हो गया है।आदिमजाति विभाग के सहायक आयुक्त श्री एस.के. वाहने ने बताया कि जशपुर जिले अंतर्गत निवासरत छात्र,छात्राएं के साथ अन्य राज्य में जशपुर जिले के पढ़ने वाले विद्यार्थियों को भी शासन के ओर से छात्रवृत्ति की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इनमें अन्य राज्य से बाहर विभिन्न विषयों ळछड छनतेपदह 365ए ठेब छनतेपदह 416ए क्ण्डण्स्ण्ज् 09ए ठण्डण्स्ण्ज् 14ए ठण्ज्मबी 08ए ठम्ण्ब्पअपस 04ए च्वसल 02ए ड।ण्01ए ठण्मक 03ए ठेब ंकउपदप 01ए म्ण्म्दहपदप 01ए डम 06ए क्ण्च्ींतउं 03ए ठठ। 01ए आॅपरेशन टेक्नीसियन 01ए कुल 834 छात्र,छात्राएं अध्ययनरत है। जिसमें अनुसूचित जनजाति के 638 छात्र-छात्राओं को एक करोड़ चैबीस लाख तिरपन हजार चार सौ तिरासी रुपए एवं अनुसूचित जाति के 36 छात्र-छात्राओं को आठ लाख उन्नचास हजार अस्सी रुपए तथा अन्य पिछड़ा वर्ग के 164 छात्र-छात्राओं को पचीस लाख उन्नीस हजार छः सौ अडतीस रुपए का का वितरण किया गया है।अंतर्राज्यीय पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति (राज्य से बाहर अध्ययनरत)श्री वाहने ने बताया कि विभाग द्वारा अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति तथा अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्र/छात्राओं को शिक्षा की सुविधा प्रदान किये जाने हेतु पोस्ट मैट्रिक छात्रावास का संचालन किया जा रहा है। जिसके तहत् जशपुर जिलेे अंतर्गत अनुसूचित जनजाति वर्ग के 13 बालक छात्रावास, 13 कन्या छात्रावास तथा अनुसूचित जाति के 01 बालक, 01 कन्या छात्रावास में संचालित है। उन्होंने बताया कि अनुसूचित जनजाति 1227 तथा अनुसूचित जाति 100 छात्र/छात्राओं को भोजन सहाय योजनांतर्गत अनुसूचित जनजाति हेतु इक्कसठ लाख पैतीस हजार रुपए, अनुसूचित जाति हेतु पांच लाख रुपए वितरित की गई है।जिले में कुल 245 शासकीय एवं अशासकीय छात्रावास आश्रम संचालित है। जिसमें 15077 सीट स्वीकृत है। जिसमें 14581 बच्चें लाभांवित हो रहे है। अनुसूचित जाति आश्रम 1, अनुसूचित जाति प्री मैट्रिक छात्रावास 2 अनुसूचित जाति पोस्ट मैट्रिक 2, प्री मैट्रिक आदिवासी छात्रावास 87, पोस्ट मैट्रिक आदिवासी छात्रावास 24, आदिवासी आश्रम 80, क्रीड़ा परिसर 2, आदर्श छात्रावास 1, एकलव्य कन्या छात्रावास सन्ना1, एकलव्य कन्या छात्रावास 1 तथा अशासकीय छात्रावास 40 एवं अशासकीय आश्रम 03 शामिल है।
- सूरजपुर : अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति छत्तीसगढ़ के जिला इकाई सूरजपुर के द्वारा नोवेल कोरोना महामारी की भयानकता को ध्यान में रखते हुए प्रदेश अध्यक्ष गोविंद शर्मा जी के मार्गदर्शन में 11 हजार की सहयोग राशि जिलाध्यक्ष राजेश सोनी के नेतृत्व में कलेक्टर सूरजपुर दीपक सोनी जी से मुलाकात कर मुख्यमंत्री राहत कोष में चेक के माध्यम से
दिया गया,वही कलेक्टर सूरजपुर के द्वारा पत्रकारों के द्वारा दिये गए मुख्यमंत्री सहायता कोष में राशि दिए जाने से प्रसन्नता व्यक्त किया साथ ही कहा कि पत्रकार जगत के द्वारा यह पहला सहयोग राशि दिया गया है जिसको देखकर और भी समाज सेवी सहायता कोष में सहयोग राशि जमा करने के लिए प्रेरित होंगे। इस दौरान अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति छत्तीसगढ़ सूरजपुर के जिलाध्यक्ष राजेश सोनी, संरक्षक राकेश गुप्ता,अजय लाल,उपाध्यक्ष पप्पू जायसवाल रमेश साहू,जगरनाथ सोनी.शैलेन्द्र पटेल,संदीप पाल,प्रकाश दुबे,कौशलेंद्र यादव,सुभाष गुप्ता,फिरोज खान मौजूद रहे। - कलेक्टर श्रीमती कौशल ने कटघोरा के विभिन्न इलाकों का किया दौरा, जरूरी व्यवस्थाओं के निर्देश भी दिएकोरबा : कोरोना संक्रमित कटघोरा शहर में लाॅक डाउन और बढ़ती गर्मी को ध्यान में रखते हुए बिजली, पानी, सफाई सहित अन्य जरूरतों के लिए प्रशासन की तैयारियां शुरू हो गई है। आज कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने अधिकारियों के साथ सुबह से ही कटघोरा पहुंचकर विभिन्न वार्डों और आसपास के इलाकों का दौरा किया तथा इन सभी जगहों पर कोरोना संक्रमण की रोकथाम को ध्यान में रखते हुए पानी, बिजली, सफाई आदि के सभी जरूरी इंतजाम करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने अपने कैंप कार्यालय में अलसुबह जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली और कटघोरा में बिजली, पानी, सफाई, राशन, मेडिकल सुविधाओं के लिए आगे की रणनीति पर विचार-विमर्श किया। कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को आने वाले पांच-छह दिनों में जरूरत के सभी इंतजाम पूरे करने के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने अधिकारियों के साथ पूरे शहर का दौरा किया और व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान एडीएम श्री संजय अग्रवाल के साथ एसडीएम श्रीमती सूर्यकिरण, सीएमएचओ डा. बी.बी. बोडे, पीएचई के ईई श्री गौर और नगर पालिका के सीएमओ श्री जे.बी.सिंह सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।चलेगा सफाई अभियान, जरूरी मशीनें, औजार और मानव संसाधन की व्यवस्था के निर्देश_कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने कोरोना संक्रमण के कोर एरिया के साथ-साथ पूरे शहर में सेनेटाईजेशन और सफाई अभियान शुरू करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने कटघोरा शहर के हर गली-कूचे, सड़क,नाली आदि की सफाई कराने के निर्देश दिये। इस अभियान के लिए समयबद्ध विस्तृत कार्य योजना और जरूरी मशीनों तथा औजारों की भी दो दिनों में व्यवस्था करने के निर्देश कलेक्टर ने दिये। उन्होंने सफाई अभियान के लिए सफाई कर्मियों की भी पर्याप्त संख्या में ड्यूटी लगाने के निर्देश दिये। सभी सड़कों और नालियों से कचरा निकालने के साथ-साथ उसके उचित निपटान की जगह भी पहले से ही तय करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए। श्रीमती कौशल ने नालियों में ब्लीचिंग पावडर और मिट्टी का तेल छिड़काव करने के निर्देश भी नगर पालिका परिषद के अधिकारियों को दिए।*कलेक्टर पहुंची शिकारी मोहल्ला, पानी आपूर्ति के लिए टंकियां लगाने दिये निर्देश*-गर्मी के मौसम और कोरोना संक्रमण से कटघोरा के अन्य क्षेत्रों को बचाये रखने के उद्देश्य से पानी आपूर्ति की व्यवस्था की समीक्षा भी कलेक्टर ने की। उन्होंने शहर के संक्रमण वाले कोर एरिया रहमानियां नगर में छुटे हुए पांच घरों में आगामी दो दिनों में नल कनेक्शन लगवाने के निर्देश दिए। श्रीमती कौशल ने कोर एरिया में किसी भी परिस्थिति में पानी या किसी अन्य जरूरत के लिए लोगों की भीड़ नहीं होने देने के निर्देश अधिकारियों को दिए। इसके बाद कलेक्टर कटघोरा से लगे हुए शिकारी मोहल्ला पहुंची। वहां उन्होंने लोगों को पानी की आपूर्ति के लिए नल वाली टंकियां लगाकर लोगों को पाईप के माध्यम से सोशल डिस्टेंसिंग रखते हुए पानी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। श्रीमती कौशल ने यह भी निर्देशित किया कि पानी की किल्लत वाले इलाकों में चार-चार मीटर स्टेज वाली टंकियां लगाकर उनमें आठ से दस नल टोंटियां लगाकर पाईप के माध्यम से लोगों के घरों तक पानी पहुंचाया जाये ताकि लोग पानी के लिए घरों से बाहर निकलकर भीड़ न लगायें। उन्होंने शहर के नल कनेक्शन विहीन घरों वाले वार्डों में घर-घर ड्रम उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। इन ड्रमों में टेंकरों के माध्यम से पाईप लगाकर लोगों के घरों में ही पानी पहुंचाने की व्यवस्था की जायेगी।जुराली से वार्ड नंबर 10 होकर कटघोरा आने वाली सड़क पर नहीं होगी कोई आवाजाही_कटघोरा के कोरना संक्रमित वार्ड नंबर 10 से होकर जुराली को कटघोरा शहर से जोड़ने वाली सड़क पर सभी प्रकार की आवाजाहियों पर सख्ती से रोक लगाने के निर्देश कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज दिये हैं। कलेक्टर आज सुबह कटघोरा से जुराली पहुंची और वहां से कटघोरा आने वाले सभी रास्तों का निरीक्षण किया उन्होंने कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए इन सभी रास्तों को मजबूत बेरिकेटिंग कर बंद करने के निर्देश दिए साथ ही सीसीटीवी कैमरा भी लगाने को कहा। कलेक्टर को जुराली से सब्जी लेकर बड़ी संख्या में लोगों के संक्रमित एरिया से होकर कटधोरा शहर आने-जाने की सूचना मिली थी जिस पर तत्काल कार्यवाही करते हुए उन्होंने इन रास्तों को पूरी तरह बंद कर गहन निगरानी के निर्देश अधिकारियों को दिए। श्रीमती कौशल ने सब्जियां लेकर आने के लिए जुराली से कसनिया होकर बरभाठा , ढेलवाडीह बाईपास से जेंजरा चैंक से कटघोरा का रास्ता तय किया है ताकि संक्रमित इलाकों से सब्जी उत्पादक किसानों को आना-जाना नहीं करना पड़े और वे कोरोना संक्रमित होने से बचे रहें। श्रीमती कौशल ने जुराली में स्पाट सोर्स योजना के तहत जगह-जगह लगाई गई पानी की टंकियों पर लोगों के नहाने, कपड़ा धोने या बर्तन आदि धोने और इकट्ठा होकर भीड़ लगाने पर भी रोक लगाने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने यहां भी लोगों को घरों में ड्रम उपलब्ध कराकर स्पाॅट सोर्स से पाईप द्वारा पानी की आपूर्ति करने के निर्देश दिए।
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पढ़ाई तुंहर दुआर पोर्टल के माध्यम से जिले के छात्र-छात्राओं को घर बैठे मिल रहा शिक्षा का लाभ
कोरिया : लॉकडाउन के दौरान जब सभी स्कूल बंद हैं, तब बच्चों को शिक्षा से जोड़ कर रखना राज्य सरकार के शिक्षा विभाग के लिए एक चुनौती के समान था। इस चुनौती का समाधान निकालने के लिए राज्य सरकार के द्वारा अभिनव पहल करते हुए पढ़ई तुंहर दुआर ऑनलाइन एजुकेशन पोर्टल की शुरूआत की गई। बच्चे स्कूल नहीं जा सकते तो स्कूली शिक्षा को बच्चों तक पहुंचाया गया है। यह पोर्टल बहेबीववस.पद पर उपलब्ध है। कलेक्टर श्री डोमन सिंह के निर्देश अनुसार जिला शिक्षा विभाग द्वारा पढ़ई तुंहर दुआर पोर्टल पर पंजीयन करने हेतु विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। कोरिया जिले में आज तक की तारीख में पंजीकृत विद्यार्थियों की संख्या 51025 और शिक्षकों की संख्या 4696 है। राज्य सरकार एवं शिक्षा विभाग के श्पढ़ई तुहंर दुआरश् पोर्टल के माध्यम से जिले के छात्र-छात्राओं को घर बैठे शिक्षा का लाभ मिल रहा है।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह के मार्गदर्शन में अधिक से अधिक संख्या में बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए कोरिया जिले में शिक्षा विभाग ने अपनी तैयारियां दुरुस्त रखते हुए टेलीग्राम एप के माध्यम से पढ़ाई का रास्ता निकाला है। जिले के अंतर्गत शिक्षकों को टेलीग्राम एप पर तीन अलग-अलग ग्रुप बनाकर जोड़ा गया जिसमें प्राइमरी, मिडिल, हाईस्कूल एवं हायर सेकेंडरी शामिल है। इन ग्रुप में विषय के एक्सपर्ट द्वारा वीडियो बनाकर अपलोड कर बच्चों को शिक्षा दी जा रही है।
कोरिया जिले में स्कूली बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए समय-समय पर नवीन प्रयास किये जाते रहे हैं। कोरिया सुराजी शिक्षा अभियान के अंतर्गत जिले में स्कूली बच्चों के लिए सुराजी शिक्षा केंद्र की शुरूआत की गई जहां बच्चे विषय विशेषज्ञों से पढ़ाई के संबंध में अपने जो सवाल हैं, उनके जवाब पाते, जो ही शंकाएं हैं, उनके समाधान हासिल कर पाते हैं। कोरिया सुराजी शिक्षा अभियान अंतर्गत जिले में संचालित 13 सुराजी शिक्षा केंद्रों में पढ़ाई के साथ ही परीक्षा की तैयारी के लिए मॉडल प्रश्न पत्र का अभ्यास भी कराया जाता रहा जिससे विद्यार्थियों द्वारा परीक्षा में अधिक से अधिक सवाल शुद्धता के साथ हल किये जा सके।
इसी तरह जिले में कलेक्टर श्री डोमन सिंह की मंशा अनुरूप मध्यान्ह भोजन कक्ष का निर्माण किया गया है और इसे नाम दिया गया है - मंझेनी बेंगरा। विकासखंड मनेंद्रगढ़ के प्राथमिक शाला अमृतधारा के प्रांगण में बांस से निर्मित बच्चों हेतु मध्यान्ह भोजन कक्ष का निर्माण किया गया। कलेक्टर श्री सिंह की अभिनव सोच रही कि स्कूली बच्चों को सुविधापूर्वक बैठ कर भोजन करने की व्यवस्था मिले। इस सोच को मूर्त रूप देते हुए जिले में 32 स्थानों पर बांस से निर्मित टेबल कुर्सी सहित कक्ष बनाये गये हैं। इस कक्ष का नाम मझेनी बेंगरा रखा गया है।
- कलेक्टर ने बैठक लेकर अधिकारियों को दिए निर्देशबेमतरा : - वैश्विक महामारी कोरोना वायरस कोविड-19 के सक्रमण से निपटने के लिए जिले मे एहतियात के तौर पर विशेष कदम उठाए जा रहे है। कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल के अध्यक्षता मे अंतर विभागीय बैठक आयोजित कर विभिन्न विभागों के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। कल शाम कलेक्टोरेट सभा कक्ष मे आयोजित बैठक मे पुलिस अधिक्षक दिव्यांग कुमार पटेल, अपर कलेक्टर श्री संजय कुमार दीवान, जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रीता यादव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। जिले मे संभावित और पुष्टि मरीजों की पहचान कर उन्हे पृथक कर उनका इलाज करना है। जिस हेतु क्वारंटाईन सेंटर, आइसोलेशन संेटर एंव कोविड अस्पताल बनाया गया है। इनमे लाइव्लीहुड काॅलेज (ब्वाॅयज/गल्र्स हाॅस्टल), 15-15 बिस्तर, डीपीआरसी 20 बिस्तर, लाइव्लीहुड काॅलेज 100 बिस्तर, पीजी काॅलेज 100 बिस्तर, एसआरएस हाॅस्पीटल 26 बिस्तर, लाइव्लीहुड काॅलेज स्टाफ क्वाटर मेडिकल स्टाफ हेतु आवास व्यवस्था की गई है। वर्तमान मे बेमेतरा जिले मे कोरोना वायरस से सक्रंमित मरीज नही पाया गया है।बैठक मे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि क्वारंटाईन सेंटर - क्वारंटाईन सेंटर की व्यवस्था एसे संदिग्ध व्यक्तियों हेतु रखा है जो कि लक्षण रहित है परंतु जिनकी अंतर्राष्ट्रीय यात्रा, अंतरराज्यीय यात्रा अथवा कोविड मरीज से सीधे संपर्क की हिस्ट्री हो अतः उनके संक्रमित होने की संभावना है। बेमेतरा क्वारंटईन संेटर मे 02 व्यक्तियों को चिन्हांकित कर रखा गया है। आईसोलेषन सेंटर- कोविड जांच उपरांत पाॅजिटिव आये हुए व्यक्तियों को आईसोलेशन सेंटर मे रखा जाना है। वह व्यक्ति लक्षण रहित अथवा हल्का लक्षण के साथ हो सकता है। कोविड अस्पताल - कोविड अस्पताल मे लेबोरेटरी कनफम्र्ड मरीज जिन्हे उपचार की आवश्यकता है रखा जायेगा। बैठक मे कलेक्टर ने क्वारंटाईन सेंटर, आइसोलेशन संेटर एंव कोविड अस्पताल की सुरक्षा के लिए तहसीलदार बेमेतरा को निर्देशित किया। सीएमओ बेमेतरा को भवन की साफ-सफाई का दायित्व, कार्यपालन अभियंता पीएचई को पानी सप्लाई बोरवेल/पाईप लाईन मरम्मत, जिला शिक्षा अधिकारी एवं बीएमओ को संदिग्ध व्यक्ति की भोजन की व्यवस्था हेतु स्वसहायता समूह से समन्वय करने, कार्यपालन अभियंता (सीएसपीडीसीएल) को विद्युत व्यवस्था करने, कार्यपालन लो.नि.वि. को भवन अधोसंरचना मरम्मत, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को भवन मे मानव संसाधन की उपलब्धता, प्रशिक्षण का दायित्व सौंपा गया है। बैठक मे जिले के चार अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, तहसीलदार मुख्य नगरपालिका अधिकारी उपस्थित थे।
- कोरिया : खेत में लहलहाती फसल हर किसान का सपना होता है और किसान के इस सपने की नींव बेहतर सिंचाई व्यवस्था पर निर्भर करती है। कोरिया जिले में किसानों की कल्पना को साकार करने के लिए राज्य शासन की महत्वाकांक्षी नरवा योजना का कलेक्टर श्री डोमन सिंह के मार्गदर्शन में बेहतर तरीके से संचालन किया जा रहा है। उनके निर्देश अनुसार विकासखण्ड मनेंद्रगढ़ एवं भरतपुर सोनहत विधानसभा के अंतर्गत सिंचाई व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने हेतु व्यपवर्तन योजना पर कार्य किया जा रहा है। जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री वी एस साहू ने बताया कि इस योजना के तहत 300 हेक्टेयर खरीफ फसल एवं 150 हेक्टेयर रबी फसल हेतु सिंचाई की सुविधा दी जाएगी।उन्होंने बताया कि जल संसाधन विभाग कुल 450 हेक्टेयर क्षेत्र पर सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इस योजना की लागत 916.12 लाख रुपये है और इस पर व्यय भू-अर्जन सहित 932.70 लाख रुपये व्यय किये जा चुके हैं। व्यपवर्तन योजना के तहत केनाल रेलवे ट्रेक को पार करना है। इसके लिए रेलवे को 56 लाख रुपये की राशि हस्तांतरित की गई है। उनके द्वारा एजेंसी नियुक्त की जा चुकी है। रेलवे का कार्य पूर्ण होने पर वर्ष 2020-21 के खरीफ फसल के लिए सिंचाई दी जाएगी। किसानों को बेहतर सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में जिले में यह अभिनव पहल की जा रही है, जो जिले के किसानों की आर्थिक समृद्धि और जिले के साथ प्रदेश की प्रगति का आधार है।गौरतलब है कि जिले में वर्तमान में दो मध्यम सिंचाई परियोजनाएं संचालित हैं, जिसकी सिंचाई क्षमता 4521 हेक्टेयर खरीफ एवं 2821 हेक्टेयर रबी फसल है। जिले में कुल 88 जलाशय एवं 06 एनीकट हैं, जिनकी मदद से सिंचाई व्यवस्था दुरूस्त बनी हुई है। इसके साथ ही वर्ष 2019-20 में जिले में उपलब्ध सिंचाई स्त्रोतों से खरीफ एवं रबी को मिलाकर कुल 30573 हेक्टेयर सिंचाई क्षमता दर्ज की गई है।
- कोरिया: ग्रीष्म ऋतु में पेयजल की समस्या को देखते हुए कलेक्टर श्री डोमन सिंह द्वारा जिले के सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देश दिये गये है कि वे अपने क्षेत्र के अंतर्गत बंद नलजल योजनाओं को ग्राम पंचायतों के माध्यम से तत्काल चालू कराएं ताकि आम जनों को पेयजल की समस्या उत्पन्न न हो।लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता ने आज यहां बताया कि जिले में संचालित योजनाओं में रख-रखाव एवं संधारण हेतु शासन के निर्देशानुसार रू. 4,57,700.00 की राशि ग्राम पंचायतों को उपलब्ध करा दी गई है। उल्लेखनीय है कि जिले के विभिन्न विकासखण्डों में 60 नलजल प्रदाय योजनाएं ग्राम पंचायतों के द्वारा संचालित की जा रही है, जिनमें विकासखण्ड बैकुण्ठपुर की 02 योजनाएं (छिंदिया एवं तेन्दुआ), विकासखण्ड खडगवां की 02 योजनाएं (पोड़ी एवं तोलगा) विकासखण्ड मनेन्द्रगढ़ के ग्राम नागपुर तथा विकासखण्ड भरतपुर की 04 योजनाएं (कंजिया, सिंगरौली, बडवाही एवं देवगढ़) बंद है। जिन्हें शुरू कराने हेतु कलेक्टर श्री सिंह द्वारा निर्देश दिये गये हैं।
- कोरिया : विश्व में फैली वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण उत्पन्न स्थिति से निपटने हेतु केन्द्र एवं राज्य शासन के द्वारा सम्पूर्ण देश व प्रदेश में लॉकडाउन किया गया है। कुछ आवश्यक दुकानों एवं प्रतिष्ठानों को छोडकर सब कुछ बंद है। ऐसी स्थिति में कृषकों के सामने इस महामारी के संक्रमण से बचाव के साथ-साथ कृषि कार्य हेतु आवश्यक सामग्री की उपलब्धता भी एक बड़ी समस्या है।कलेक्टर श्री डोमन सिंह के निर्देश अनुसार आपदा की इस घड़ी में जिले के किसानों की समस्या को समझते हुए कृषि विभाग के अधिकारियों ने स्वयं कृषकों के घर जाकर खरीफ फसल 2020 हेतु बीज उपलब्ध कराने का निर्णय लिया। उपसंचालक कृषि विभाग ने बताया कि किसानों की सुविधा हेतु कृषि विभाग के अधिकारियों ने कृषकों से मिलकर उन्हें बीज वितरण किया जिसमें उड़द 10 क्विंटल, मूंग 4 क्विंटल एवं मक्का 10 क्विंटल शामिल है। इस दौरान सोशल डिस्टेसिंग का पालन भी सुनिश्चित किया गया।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के बारे में जानकारी साझा करते हुए कहा कि योजना के अन्तर्गत दावा गणना के लिए अधिसूचित क्षेत्र में रबी फसल कटाई प्रयोग किये जाते हैं। जिले में अधिसूचित बीमा ईकाई के तहत गेंहू की असिंचित 12 ईकाई, गेंहू की सिंचित 208, चना की 6, सरसों की 236 एवं अलसी की 64 ईकाई में फसल कटाई प्रयोग किया गया है। जिले में फसल कटाई की वर्तमान व्यवस्था के संबंध में उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के संबंध में राज्य सरकार द्वारा जारी समस्त निर्देशों का पालन करते हुए फसल कटाई की जा रही है। कृषकों को मास्क एवं सेनेटाइजर उपलब्ध कराते हुये इसके उपयोग की समझाईश दी गई तथा सोशल डिस्टेंसिग का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जा रहा है।
लॉकडाउन के दौरान कृषि कार्यों हेतु प्रतिबंधों से मिली छूट के अंतर्गत जिले में कृषि कार्य हेतु उर्वरक का भी भंडारण कर लिया गया, जिसमें यूरिया 4 हजार 990 मीट्रीक टन, डी.ए.पी. 2200 मीट्रीक टन, एच.पी.के 1100 मीट्रीक टन, एवं अन्य प्रकार के 255 मीट्रीक टन उर्वरक का भंडारण पूर्ण कर लिया गया है। इस प्रकार कुल 8 हजार 545 मीट्रीक टन उर्वरक का भंडारण जिले में किया गया है। इसके साथ ही इस वर्ष 3 हजार 196 मीट्रीक टन उर्वरक का विक्रय किया गया है। सोशल डिस्टेंसिग का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जा रहा है। - महासमुंद : खरीफ विपणन वर्ष 2019-20 में समर्थन मूल्य पर उपार्जित धान का जिले के पंजीकृत राईस मिलरों द्वारा कस्टम मिलिंग कार्य किया जा रहा है। इस वर्ष जिले में कुल 136 अरवा 43 उसना कुल 179 राइस मिल पंजीकृत है। वर्त्तमान में जिले में उपार्जित कुल 726006.70 मेट्रिक टन धान में से पंजीकृत मिलरों द्वारा 353656.85 में टन धान का उठाव किया जाकर कस्टम मिलिंग किया जा रहा है।शासन के निर्देशानुसार समर्थन मूल्य पर उपार्जित धान का निराकरण कस्टम मिलिंग के माध्य्म से प्राथमिकता से किया जाना है किंतु जिले के 6 उसना राइस मिलरों द्वारा उनकी पंजीकृत मिलिंग क्षमता अनुसार कस्टम मिलिंग हेतु जारी अनुमति के विरुद्ध निर्धारित समयावधि में मिलिंग कार्य पूर्ण नहीं किये जाने से छत्तीसगढ़ चावल उपाप्ति (उद्ग्रहण) आदेश 2007 की कंडिका 7 का उल्लंघन किये जाने के कारण उक्त राईस मिलों कोकलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। यदि राईस मिलों द्वारा संतोषप्रद उत्तर प्रस्तुत नहीं किये जाने पर उक्त मिलों को छत्तीसगढ़ चावल उपाप्ति (उद्ग्रहण) आदेश 2007 की कंडिका 10 के तहत ब्लैक लिस्टेड करने की कार्यवाही की जावेगी । ये 6 राईस मीलों में विकासखंड महासमुंद के एन एल राईस इण्डस्ट्रीज महासमुंद विकासखंड बागबाहरा के तथास्तु एग्रोटेक बागबाहरा , संजय ट्रेडर्स बागबाहरा तथा अरिहंत राईस टेक प्राय लिमिटेड बागबाहरा विकासखंड बसना के विराट राईस मिल बसना तथा विकासखंड सरायपाली के हिंदुस्तान एग्रोटेक सरायपाली है। साथ ही इसके अतिरिक्त इस वर्ष पंजीकृत जिन उसना राईस मिलों द्वारा मिलिंग क्षमता अनुसार जारी अनुमति के विरुद्ध यदि समय पर कस्टम मिलिंग कार्य पूर्ण नहीं किया जाता तो उनके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही किये जायेंगे।
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महासमुंद : प्रदेश के वनमंत्री द्वारा वर्ष 2020 में महुआ फूल की खरीदी के न्यूनतम समर्थन मूल्य 17 रूपए प्रति किलोग्राम से बढ़ाकर 30 रूपए प्रति किलाग्राम क्रय करने की घोषणा की गई है, जिससे संग्राहकों को अधिक से अधिक लाभ मिल सकें। इस संबंध में वनमण्डलाधिकारी श्री मयंक पाण्डेय ने बताया कि महासमुंद जिले के समस्त संग्राहकों से महुआ फूल की खरीदी 30 रूपए प्रति किलाग्राम करने हेतु प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों एवं परिक्षेत्र अधिकारी के माध्यम से ग्राम स्तर पर अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है ताकि किसी भी स्थिति में विचौलिए एवं व्यापारियों द्वारा संग्राहकों से महुआ फूल 30 रूपए प्रति किलाग्राम से कम में खरीदी नहीं कर पाएं। यदि किसी व्यापारी द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम दाम में वनोपज का विक्रय करने कहा जाता है तो उसकी जानकारी नजदीकी परिक्षेत्र कार्यालय में करें। ज्ञात हो कि स्थानीय संग्राहकों से प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों के माध्यम से स्व सहायता समूहों के द्वारा महुआ फूल का क्रय किया जाना हैं।
- जिला स्तर अब तक हुई कोरोना पड़ताल में 3,646 अंतरराज्यीय व 72 अंतरराष्ट्रीय यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर होम क्वारंटीन किया जा चुका है। इसी क्रम में 47 व 22 जांच नमूने जोड़ कर कुल भेजे गए 69 प्रकरणों में 44 के ऋणात्मक परिणामों के अलावा 24 की रिपोर्ट आनी अभी बाकी है, वहीं एक सैंपल पहले ही निरस्त किया जा चुका है
महासमुंद : सुबह से रात और रात से सुबह, चैबीसों घंटे जिले में लगतार जारी है कोविड नियंत्रण रोकथाम। जहां, जिला कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन के निर्देशन में प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त दल ने कोरोना पर पैनी निगाह बनाई हुई हैं। वहीं, लोगों में सुरक्षित रहने और रखने के साथ-साथ आपसी सहयोग के उदाहरण भी निकल कर सामने आ रहे हैं।स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक जिले में अब तक करोना से संक्रमित एक भी प्रकरण नहीं पाया गया है। लेकिन, होम क्वारंटीन किए जा रहे प्रकरणों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। प्राप्त अद्यतन जानकारी के मुताबिक दो मुख्य भागों में बांट कर कोरोना संदिग्ध प्रकरणों की पड़ताल की जा रही है। जिसमें पहले वे लोग आते हैं जिन्होंने हाल ही में देश के भीतर ही अलग-अलग राज्यों में यात्रा की है, इनका आंकड़ा तीन हजार छह सौ छियालीस तक आ पहुंचा है। वहीं, विदेश यात्रा कर लौटे लोगों में बहत्तर संक्रमण संदिग्ध प्रकरणों को जोड़ कर जिले में अब तक कुल तीन हजार सात सौ अठ्ठारह लोग शंका के घेरे में रखे जा चुके हैं। गुजरते वक्त के समक्ष हुए आंकलन को स्पष्ट करते हुए सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक डॉ आरके परदल ने बताया कि इनमें से कुल छब्बीस सौ चैरान्नबे लोग ऐसे हैं, जिन्होंने अठ्ठाइईस दिन के होम क्वारंटीन की अवधि को पूरा कर लिया है और किसी में भी कोरोना से संक्रमित होने के लक्षण सामने नहीं आने से वे सुरक्षित समझे जा रहे हैं। वहीं, कुल एक हजार नौ संदिग्ध मरीज ऐसे हैं, जिनके क्वारंटीन के दिन अभी भरे नहीं, ऐसे में वे अब भी संक्रमण के संदेही कटघरे में बने हुए हैं। बहरहाल, जिलेवासियों के लिए राहत की खबर देते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार ने कहा कि कलेक्टर श्री जैन के निर्देशन में शेष बचे होम क्वारंटीन प्रकरणों की नियमित रूप निगरानी जारी है। साथ ही क्वारंटीन केंद्र और अत्याधुनिक उपकरणों से लैस कोविड अस्पताल की सुविधाओं में भी कोरोना से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम कर लिए गए हैं।इधर, मौके पर हुई जांच पड़ताल और संक्रमण रोकथाम को लेकर किए गए प्रयासों को लेकर देखा जाए तो चिरायु दलों ने अब तक कुल उन्हत्तर संदिग्ध प्रकरणों में कोरोना जांच के लिए स्वैब के नमूने एकत्र कर राजधानी भेजे थे, जिनमें से अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय स्तरों पर यात्रा कर जिले में वापस लौटे लोगों के नमूनों के परिणामों में बाईस-बाईस की निगेटिव टाईअप रिपोर्ट के साथ राहत की सूचनाएं बनी हुई हैं। वहीं, विभाग को अब भी शेष बचे चैबीस अंतरराज्यीय नमूनों को लेकर परिणाम मिलने का इंतजार बरकरार है। बता दें कि इनमें से एकमात्र प्रकरण ही ऐसा रहा, जिसे जांच की श्रेणी में लिए जाने की आवश्यकता ही नहीं हुई और विशेषज्ञों ने उसे पहले ही निरस्त कर दिया। इस प्रकार आने वाले दिनों में भी लॉक डाउन के नियमों के पालन सहित होम क्वारंटीन के प्रकरणों में बरती जा रही सावधानी में निरंतरता बने रहने की स्थिति में कोरोना वायरस के संक्रमण फैलाव को लेकर अंकुश लगने अनुमान आरोही क्रम में नजर आ रहे हैं। - महासमुंद : कृषकों की आय दोगुनी करने के लिए दलहन तिलहन एवं मक्का की खेती एक अच्छा विकल्प हैं। जिले के महासमुंद विकासखंड में रवि फसल में दलहन तिलहन एवं मक्का की खेती पूर्व वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष सफलतापूर्वक खेती की गई हैं। जिसमें गेहूं का रकबा 401 हेक्टेयर दलहन का रकबा 179 हेक्टेयर तिलहन का रकबा 242 हेक्टेयर एवं मक्का का रकबा 156 हेक्टेयर में खेती की गई। किसानों को कृषि तकनीकी के बारें में सतत रूप से मार्गदर्शन कृषि विभाग के मैदानी अमलों द्वारा उपलब्ध कराया जाता है। महासमुंद विकासखंड में दलहन तिलहन एवं मक्का की बुवाई सीडी के माध्यम से की गई एवं कम लागत व उत्पादन में वृद्धि के उद्देश्य को पूर्ति करते हुए समय-समय पर कृषक प्रशिक्षण एवं किसान संगोष्ठी का आयोजन कर कृषकांे को कृषि की उन्नत तकनीकी से अवगत कराया जाता हैं।कृषि विभाग के अधिकारी ने बताया खेती योग्य जमीन में वृद्धि कर के कृषकों की अतिरिक्त आय बढ़ती हुई नजर आ रही है। धान की तुलना में फसल परिवर्तन से आय में डेढ़ गुना की वृद्धि हुई है पौध संरक्षण दवाई जैसे कीटनाशक उर्वरक की लागत में कमी से आय में वृद्धि हुई है पशुओं के सारे के रूप में दलहन तिलहन एवं मक्का की फसल उपयुक्त सिद्ध हुई है। भविष्य में फसल की विविधीकरण एवं फसल परिवर्तन चक्र को अपनाकर कृषकांे में अत्यधिक फसलों का समावेश करके उसके जीविकोपार्जन एवं जीवन यापन की शैली सुधार करने की रूपरेखा एवं रणनीति बनाई जा रही है। अधिक से अधिक सीड ड्रिल से बुवाई को बढ़ावा देने हेतु कृषि यांत्रिकीकरण योजनाओं को परिणित करने की कोशिश प्रत्येक वर्ष ग्रीष्मकालीन धान के बदले दलहन तिलहन एवं मक्का फसल को अधिक लगाने के लिए और प्रोत्साहित किया जा रहा हैं।
- जिले में 563 ग्राहकों एवं 71 विक्रेताओं ने कराया पंजीयनमहासमुंद : कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण की रोकथाम के लिए लाॅकडाउन के दौरान ताजे फल एवं सब्जी की घर पहुंच सेवा देने के लिये छत्तीसगढ़ शासन द्वारा वेबपोर्टल ीजजचरूध्ध्बहींज.पद बनाया गया है। वेब पोर्टल में विक्रेता, ग्राहक तथा होम डिलीवरी के लिये इच्छुक व्यक्ति अपने कम्प्यूटर, लैपटाॅप अथवा मोबाईल फोन से ीजजचरूध्ध्बहींज.पद वेब साईट में जाकर अपना पंजीयन कर सकते हैं।इसके लिए विक्रेता के द्वारा स्वयं का पंजीयन, डिलीवरी ब्वाॅय का पंजीयन एवं प्रतिदिन फल एवं सब्जी के दर, भंडार की प्रविष्टि (अनिवार्य) हैं। इसी तरह ग्राहक के द्वारा किया जाने वाला कार्य में स्वयं का पंजीयन, पंजीयन उपरांत फल एवं सब्जी का आर्डर किया जा सकेगा, वर्तमान में प्राप्त आर्डर का भुगतान कैश अथवा विक्रेता के पास उपलब्ध माध्यमों से ही किया जा सकेगा, भुगतान हेतु वेब पोर्टल में कोई भी लिंक प्रदाय नहीं किया गया है, सामग्री डिलीवरी के समय ग्राहक के मोबाईल में ओ.टी.पी. आएगा, जिसे डिलीवरी ब्वाय के साथ साझा करने पर प्रक्रिया पूर्ण होगी इससे किसी भी प्रकार की शिकायत दर्ज करने के लिये ग्राहक के लाॅगिन करने पर विकल्प दिया गया है। उपरोक्त सेवाएं जिले के समस्त नगरीय निकायों (तुमगावं को छोड़कर) के लिए उपलब्ध है, वर्तमान में जिले में कुल 563 ग्राहक, 71 विक्रेताओं के द्वारा पंजीयन पूर्ण कर लिया गया है।नगरपालिका सरायपाली में विक्रेता श्री जोगेन्दर फ्रुट एण्ड कं. के द्वारा पंजीयन कराया गया, जिसके उपरांत चार ग्राहकों को होम डिलीवरी की गई, जिसमें श्री कुणाल दुदावत (अ.वि.अ. सरायपाली), श्री क्षीरसागर नायक (मु.न.पा.अधि.), श्री वेदप्रकाश चैधरी एवं श्री रामेश्वर यादव आदि ग्राहकों द्वारा सामग्री प्राप्त कर भुगतान किया गया। जिला प्रशासन द्वारा नागरिकों से आग्रह किया गया है कि लाॅकडाउन के दौरान अपने घर में सुरक्षित रहकर उपरोक्त सुविधा का अधिक से अधिक उपयोग करें, जिससे से सोशल डिस्टेंसिंग एवं अन्य प्रशासनिक नियमों का पालन हो सके।
- महासमुंद : कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम के लिए भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा निर्देशों ग्राम पंचायत स्तर पर क्रियान्वयन कराए जाने के लिए ग्राम पंचायत बावनकेरा, चिरको, छिंदौली, सिंधौरी एवं पचरी क्षेत्र के लिए जनपद पंचायत महासमुंद के उप अभियंता श्री आर.के. गुप्ता की ड्यूटी नोडल अधिकारी के रूप में लगाई गई थी। शासन द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार सभी प्रकार के सामाजिक, धार्मिक आयोजन प्रतिबंधित किया गया हैं। विगत 17 अप्रैल 2020 को ग्राम पंचायत चिरको के आश्रित ग्राम दर्रीपाली में दशगात्र कार्यक्रम में 22 लोग एकत्रित होकर भोजन किए और फूड पाॅईजनिंग के शिकार हो गए।कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री सुनील कुमार जैन ने उप अभियंता श्री आर. के. गुप्ता द्वारा अपने प्रभार के पंचायत में हो रहे घटना की जानकारी नहीं देने एवं शासन के निर्देशों के अवहेलना एवं घटना की जानकारी उच्च अधिकारी को नहीं देने एवं अपने कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही एवं स्वेच्छाचारिता बरती गई। यह कृत्य सिविल सेवा (आचरण) नियम 3 एवं आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के विपरीत होने से छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) 1966 के नियम 9 (2) (क) में दिए गए प्रावधानों के अनुसार उन्हें निलंबित किया गया हैं। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) सरायपाली निर्धारित किया जाता है। निलंबन अवधि में उन्हें जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी।
- महासमुंद : कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन के निर्देशन पर जिला प्रशासन द्वारा डोनेशन ऑन व्हील्स अभियान की शुरुआत की गई हैं। कोरोना के रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन ने अधिकतर दैनिक रोजी-मजदूरी कर जीवन यापन करने वाले परिवारों, निःशक्तजनों, आश्रयहीन लोगों के समक्ष भोजन और राशन की समस्या खड़ी हो गयी है। ऐसे लोगों को भोजन की दिक्कतें न हो इसके लिए जनप्रतिनिधि, सामाजिक संस्थाएं, नागरिक, संगठन, व्यवसायी, प्रशासन इस मानवता भरें अभियान में स्वफूर्त आगे बढ़कर इस अभियान में जरूरतमंदों के घर तक राशन पहुँचाने के लिए सहयोग कर रहें हैं। आज नगरपालिका परिषद् महासमुन्द के वार्ड क्रमांक 10 के पार्षद श्री देवीचंद राठी के अगुवाई में डोनेशन आॅन व्हील के प्रभारी अधिकारी श्री देव कुमार निर्मलकर एवं श्री खिलावन यादव के साथ एकता चैक से ईमली भाठा तक डोर टू डोर जाकर कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए जरूरतमंदों तक सहयोग पहुॅचाने के उद्देेश्य से उन्हें नागरिकों से 11 हजार 500 रूपए नगदी एवं 06 हजार रूपए की राशन सामग्री लोगों ने उपलब्ध कराई। पार्षद श्री राठी ने बताया कि एक बालिका ने उन्हें गुल्लक से तोड़कर जमा पैसा दान में दी। इसी तरह नागरिकों ने बड़े ही उत्साह के साथ आटा, चांवल, दाल, आलू, प्याज, शक्कर, सब्जियां, साबुन सहित अन्य सामग्रियां दान में उपलब्ध कराई गई। श्री राठी ने सभी दानदाताओं का आभार व्यक्त किया।
- बाड़ी कृषकों को स्वरोजगार के साथ-साथ अतिरिक्त आय का मिला साधन
म्हासमुंद : छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा एवं बाड़ी योजना अंतर्गत डी.एम.एफ. मद से बाड़ी विकास के लिए हासमुन्द जिले के चार हजार बाड़ी कृषकों को उद्यानिकी की योजनाओं से लाभान्वित किए जाने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। उद्याानिकी विभाग के सहायक संचालक ने बताया कि जिले केे प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक हजार बाड़ी के मान से कुल चार हजार बाड़ी कृषकों को लाभान्वित किया जा रहा है। बाड़ी कृषकों को चयन प्रत्यक्ष खनन प्रभावित क्षेत्र के ग्रामों से किया गया है। जिसमें विकासखंड महासमुंद के 63 गाॅव एवं बागबाहरा के 39 गाॅव में एक-एक हजार हितग्राहियों का चयन किया गया हैं। बसना के 37 गाॅव एवं सरायपाली के 20 गाॅव में आठ-आठ सौ हितग्राहियों का चयन किया गया हैं। इसी तरह विकासखंड पिथौरा के 12 गाॅवों में 400 किसानों का चयन किया गया हैं।इसके तहत् बाड़ी कृषकांे को अमारी भाजी, भिण्डी, बरबटी, मिर्च, बैगन एवं टमाटर के बीज प्रदाय किया जा रहा है तथा गोठानों मे महिला स्व सहायता समूहों द्वारा निर्मित किए जा रहे वर्मी कम्पोस्ट खाद क्रय कर बाड़ी कृषकों को वितरण किया जा रहा है, जिससे महिला स्व सहायता समूहों के आय मे वृध्दि हो रही हैं एवं उन लोगो को स्वयं का रोजगार भी प्राप्त हो रही है तथा बाड़ी कृषकों को पौध संरक्षण हेतु कार्बेंडाजाइम फफूंदनाशक दवा का भी वितरण किया गया है, जिससे सब्जी फसल ताजी एवं रोगमुक्त रहे। बाड़ी कृषकों के द्वारा उत्पादित ताजी सब्जी स्वयं के परिवार के लिए उपयोग कर रहे है तथा शेष सब्जियों का स्थानीय बाजार में बिक्री कर रहे है, जिससे बाड़ी कृषकों को स्वरोजगार के साथ-साथ अतिरिक्त आय का साधन मिल रहे है। उद्यानिकी विभाग के मैदानी अमलों के तकनीकी मार्गदर्शन से बाड़ी कार्यक्रम का संचालन बाड़ी कृषकों के द्वारा सफलतापूर्वक किया जा रहा है। इस प्रकार जिले के 4000 बाड़ी कृषक शासन के योजनाओं का लाभ लेकर आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हो रहे हैं। - महासमुंद : राज्य शासन के स्कूल शिक्षा विभाग की महत्वाकांक्षी योजना पढ़ाई तुहर द्वार योजना के तहत् कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन के मार्गदर्शन में महासमुंद जिले में भी यह योजना प्रारंभ हो चुकी है। अभी तक जिले में लगभग 42 हजार विद्यार्थियों तथा सात हजार शिक्षकों का विभाग के वेब पोर्टल बहेबीववसण्पद में पंजीयन करा चुके हैं और लगातार पंजीयन में वृद्धि हो रही है । इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए जिले के 120 संकुलों में संकुल नोडल अधिकारियों का चयन किया जा चुका है तथा प्रत्येक ब्लॉक में विकास प्रभारी अधिकारी एवं विकासखंड नोडल अधिकारी की जिम्मेदारी भी दी जा चुकी हैं।पढा़ई तूहर द्वार योजना के अंतर्गत कक्षा पहली से 12वीं तक के विद्यार्थी अपने घरों में बैठकर एंड्राइड फोन तथा सामान्य फोन के द्वारा विभिन्न विषयों के शैक्षणिक सामाग्रियांे को ऑडियो, वीडियो रूप में देख, सुन सकते हैं साथ ही चार स्तर पर ऑनलाइन कक्षाएं भी प्रारंभ हो चुकी है। पहले स्तर पर राज्य स्तर से उत्कृष्ट शिक्षकों द्वारा ऑनलाइन अध्यापन कराया जा रहा है। दूसरे स्तर पर एससीईआरटी के विषय विशेषज्ञों द्वारा ऑनलाइन कक्षाएं ली जा रही है। इसी प्रकार जिले स्तर पर डाइट के द्वारा चिन्हित उत्कृष्ट शिक्षकों द्वारा ऑनलाइन कक्षाएं व ऑडियो, वीडियो सामग्री तैयार किया जाना है। विकासखंड, संकुल तथा स्कूल स्तर पर भी विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों को जागरूक करके शिक्षकों द्वारा कक्षा लेने कहा गया है और इस पर अमल होना भी प्रारंभ हो चुका है।गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को ध्यान में रखते हुए विषय विशेषज्ञों द्वारा वेबपोर्टल में ऑडियो, वीडियो, नोट्स तथा असाइनमेंट भी अपलोड किया जा रहा है, ताकि लॉक डाउन जैसे इस कठिन परिस्थिति में भी छात्रों की पढ़ाई में नुकसान ना हो इस पोर्टल में शिक्षकों द्वारा घर बैठे गृह कार्य देकर जांचने तक की सुविधा दी गई है। कोविड-19 जैसी गंभीर समस्याओं में भी छात्रों की पढ़ाई में कोई बाधा ना आए इस उद्देश्य से इस वेब पोर्टल में वर्चुअल क्लास का भी निर्माण किया गया है जिसमें स्कूल के शिक्षक व विद्यार्थी वर्चुअल कक्षाओं के द्वारा विषय का पढ़ाई करते हैं। यह योजना न केवल लाकडाउन की स्थिति में ही चलेगी वरन स्कूलों के खुलने के बाद भी एक दूसरे के पूरक बनकर कार्य करेंगे।इस योजना का लाभ महासमुंद जिले के सभी स्कूली विद्यार्थियों के द्वारा लिया जा सकता हैद्य इसके लिए उन्हें सीजी स्कूल डॉट इन वेब पोर्टल बहेबीववसण्पद में जाकर मोबाइल नंबर व कुछ जानकारी के साथ विद्यार्थी के रूप में पंजीयन करना होगा। इसके पश्चात वह अपने मोबाइल नंबर व पासवर्ड की सहायता से लॉगइन करके अपलोडेड शैक्षणिक सामग्री व ऑनलाइन कक्षाओं में भाग ले सकता है। यदि किसी एक परिवार में 3 विद्यार्थी अलग-अलग कक्षा में पढ़ाई कर रहे हैं तो उन्हें एक ही मोबाइल नंबर का पंजीयन करना होगा और अलग-अलग कक्षाओं के विषय सामग्री तीनों विद्यार्थियों के द्वारा देखा जा सकेगा । अतः सभी जागरूक पालकों, अभिभावकों से आग्रह है कि छत्तीसगढ़ शासन के इस महती योजना का लाभ अपने पाल्यों को दिलाने में सहयोग करें।महासमुंद जिले में यह कार्य जिला शिक्षा अधिकारी श्री राबर्ट मिंज के निर्देशन तथा सहायक संचालक श्री सतीश नायर के मार्गदर्शन में एपीसी श्री पुरोहित सर, जिला नोडल श्री विवेक वर्मा, विकासखंड नोडल महासमुंद श्री राजेश्वर प्रसाद चंद्राकर, विकासखंड नोडल पिथौरा श्री अक्षय साहू, विकासखंड नोडल सरायपाली श्री अनिल प्रधान, विकासखंड नोडल बसना श्री अजय भाई तथा विकासखंड नोडल बागबाहरा श्री सुबोध तिवारी द्वारा मैदानी स्तर पर कार्य किया जा रहा है।
- शारीरिक दूरी बनाकर कार्य कर रहें हैं मजदूरजिले के 518 ग्राम पंचायतों में चल रहा है मनरेगा का कार्यमहासमुंद : कोरोना महामारी के चलते एक तरफ जहाँ हजारों मजदूरों पर रोजी-रोटी की संकट बनी हुई है। वहीं दूसरी ओर मनरेगा योजना के तहत जिले के 63 हजार 458 मजदूर अपना जीवन यापन कर रहे। जिले भर में मनरेगा के तहत वर्तमान समय में करीब 518 ग्राम पंचायतों में एक हजार 954 निर्माण कार्य चल रहे है, जिससे नागरिकों को काम मिल रहा है। कोरोना वायरस एक वैश्विक महामारी है, जिससे बचने के तरीके से एहतियात रखना बेहद जरूरी है, इसके लिए हमेशा सोशल डिस्टेसिंग और साबुन से नियमित हाथ धुलाई महत्वपूर्ण है। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल ने गत दिनों बसना विकासखंड में संचालित मनरेगा संबंधित निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया । उन्होंने ग्राम खोगसा के श्री कृपाराम, मोहनसाय के डबरी निर्माण , ग्राम पलसाभाड़ी में आनंद कुमार एवं शिव प्रसाद द्वारा कराए जा रहे भूमि सुधार के कार्यों, ग्राम लोहड़ीपुर में सुमित्रा एवं पुनितराम तथा ग्राम पंचायत उड़ेला, ग्राम मुड़ीडीह में पनखती तालाब गहरीकरण के कार्यों का निरीक्षण किया।डॉ. मित्तल ने कहा कि इस समय अधिक से अधिक हितग्राहियों को सोसियल डिस्टेनसिंग और शासन के गाइड लाइन के आधार पर नियोजित करने तथा जिन्हंे जाॅब कार्ड की आवश्यकता हो उन्हें जाॅब कार्ड नियमानुसार जारी करें। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र में अधिक से अधिक डबरी निर्माण, भूमि सुधार एवं हितग्राही एवं आजीविका मूलक कार्यों को स्वीकृत करा कर सभी सक्रिय श्रमिकों को लाभान्वित करने को कहा। इस अवसर पर जनपद पंचायत के सीईओ श्री पंकज देव, जिला पंचायत मनरेगा के एपीओ श्री प्रथम अग्रवाल, जनपद पंचायत पीओ श्री प्रेमचंद बंजारे एवं संबंधित ग्राम के तकनीकी सहायक उपस्थित थे । अधिकारियों ने बताया कि सोशल डिस्टेसिंग का पालन मनरेगा के तहत चल रहे निर्माण कार्यों के दौरान भी श्रमिकों द्वारा पालन किया जा रहा है। ग्रामीण इलाकों में मजदुरों द्वारा कार्य के दौरान मास्क का उपयोग भी किया जा रहा है, वहीं सेनेटाइजर या साबुन से समय-समय पर हाथ भी धोया जाता है।जल संवर्धन और भूमि सुधार पर फोकसमनरेगा के कामों में जल संवर्धन और भूमि सुधार के कार्यों पर अधिक फोकस किया जा रहा है, जिससे राज्य शासन के ड्रीम प्रोजेक्ट नरवा, गरवा योजना के प्रभावी क्रियान्वयन में भी सहायता मिलेगी। इसके अंतर्गत पशु शेड, मुर्गी शेड, भूमि सुधार, बकरी शेड जैसे कार्य तत्काल आरम्भ करने पर जोर दिया जा रहा है, जिससे लोगो का आर्थिक स्तर मजबूत होगा और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगो में आत्मनिर्भरता बढ़ेगी। जिले में 13 करोड़ से ज्यादा मजदूरी भुगतान का बकाया मनरेगा के तहत काम शुरू कराने के पूर्व भुगतान की भी व्यवस्था कराई गई है। जिले में प्रतिदिन एक से डेढ़ लाख श्रमिकों को रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया है।सभी पंचायतों में शुरू होगा मनरेगा का काम, सभी मजदूर होंगे शामिलमनरेगा के अंतर्गत सभी मजदूर जिन्हें रोजगार की आवश्यकता है, उनके मांग के अनुसार उन्हे कार्य दिलाया जा रहा हैं। इस दौरान सोशल डिस्टेसिंग, मास्क पहनना और नियमित हाथ-धुलाई पर विशेष ध्यान दिया जायेगा।महासमुन्द के 518 ग्राम पंचायतों में 63 हजार 458 मजदूर कार्यरत हैलोहड़ीपुर के मजदूर श्री गौरी सिंग, कार्तिक राम ने बताया कि लाॅकडाउन में सभी कार्य बंद था। इससे हमारे आजीविका में परेशानी हो रही थी, मनरेगा के कार्य शुरू होने से हमंे रोजगार मिल रहा हैं। शासन ने मजदूरी की राशि 176 रूपए से बढ़ाकर 190 रुपए कर दी है, हम सभी श्रमिक शासन के आभारी है, जिससे हमें पंचायत में ही रोजगार प्राप्त होे रहा हैं। खोगसा के सुलोचना साहू, जगतराम और दशोदा, अंजोर साहू ने बताया मैं महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना की आभारी हूॅ, जिन्होंने इस कोरोना महामारी के संकट की घड़ी में डबरी निर्माण कार्य देकर आजीविका का अवसर प्रदान किया।
- दुर्ग : निगमायुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी के निर्देश पर बिना मास्क लगाए या फेस कवर किए बिना ही घर से बाहर निकलने वालों, सड़क पर थूकने वालों, अनावश्यक विचरण करने वालों, वाहन पर अधिक सवारी पर निगम की टीम ने आज सुबह से ही कार्यवाही करना प्रारंभ कर दिया था। टीम प्रातः से ही सुपेला, गदा चैक, पावर हाउस, चंद्रा मौर्य, वैशालीनगर, एकता चैक, नेहरू नगर, सेक्टर 06 चैक सहित विभिन्न क्षेत्रों के चैक चैराहों पर निगम की टीम बिना मास्क लगाए आने जाने वालों को रोककर 200 रूपए की अर्थदंड वसूलने की कार्यवाही किए। कई स्थानों पर अर्थदंड लेने के बाद लोगों को मास्क भी प्रदान किया गया जिसमें एकता नगर चैक सम्मिलित है। भिलाई निगम के सभी जोन में जोन आयुक्त के निर्देशन में निगम कर्मचारियों की टीम बनाकर अपने-अपने क्षेत्र में दुपहिया व चार पहिया वाहनों में अधिक सवारी वाले की माॅनिटरिंग किए अधिक लोग बैठे पाए जाने पर उनसे भी अर्थदंड लिया गया। नगर पालिक निगम, भिलाई क्षेत्र में कोविड - 19 नोवल कोरोना वायरस के रोकथाम एवं बचाव के लिए घर से बाहर निकलते समय मास्क पहनना या अन्य कोई उपाय से फेस कवर करना अनिवार्य कर दिया है। घर से बाहर निकलते समय कपड़े का बना हुआ, दो या तीन प्लाई के मास्क को मुंह, नाक व ठोडी का हिस्सा कवर करते हुए उपयोग किया जा सकता है ताकि कोरोना के किसी व्यक्ति के नजदीक आने छींकने या खांसने से फैलने वाले संक्रमण से बचाव हो सके। घर से बाहर निकलने पर पैदल चलने वाले, साईकिल चालक, दो पहिया या चार पहिया वाहन में हो सभी को मास्क लगाना अनिवार्य है इसके अलावा बाजार व दुकानों में विक्रेता तथा ग्राहक को भी लेन देन के दौरान फेस कवर करने के साथ ही सोशल डिस्टेंस का पालन अतिआवश्यक रूप से किया जाना है। भिलाई निगम क्षेत्र में नियमों की अवहेलना करने वाले लोगों पर कार्यवाही की गई जिसमें जोन क्रं. 01 में नेहरू नगर, स्मृतिनगर, जुनवानी क्षेत्र में 38 लोगों से 7500, जोन क्रं. 02 में एकता चैक, कुरूद चैक व वैशालीनगर गोल मार्केट में 152 लोगों से 31600, जोन क्रं. 03 मदरटेरेसा नगर के चंद्रा मौर्या, पावर हाउस क्षेत्र में 31 लोगों से 16000, जोन क्रं. 04 शिवाजी नगर, अंडा चैक, खुर्सीपार क्षेत्र में 18 लोगों से 4000 जोन क्रं. 05 के सेक्टर एरिया में 13 लोगों से 3000 तथा निगम मुख्यालय के उड़नदस्ता की टीम ने सुपेला चैक, संजय नगर सब्जीमंडी व अन्य सार्वजनिक स्थान मे 33 लोगों से 7100 रूपए वसूल किया गया। भिलाई निगम क्षेत्र में कुल 284 लोगों से 69,200 रूपए अर्थदंड लिए गए। आज की कार्यवाही में जोन 1 के जोन आयुक्त अमिताभ शर्मा, जोन 02 के जोन आयुक्त आयुक्त सुनील अग्रहरि, जोन 03 जोन आयुक्त महेन्द्र पाठक, जोन 04 के जोन आयुक्त प्रीति सिंह व जोन 05 के प्रभारी कार्यपालन अभियंता सुनील जैन कर्मचारियों के साथ अर्थदंड की कार्यवाही किए।
- दुर्ग : डोनेशन ऑन व्हील्स के जरिए दान देने के लिए दानदाता खुलकर सामने आ रहे है। आज सेक्टर 05 देवांगन महिला समिति, एलआईजी जोन कं. 02 की आशा गोंड, सिरसा रोड से आशीष अग्रवाल, शिक्षक नगर कोहका के रवि सोनी, बजरंग पारा कोहका के निशीकांत शर्मा, सिरसा रोड से खुबलाल साहू, आर्य नगर के गोल्डी मिश्रा, आर्य नगर के रूपेश किराना स्टोर्स, सिरसा रोड कोहका के प्रवीर जंघेल, हाउसिंग बोर्ड से नरेन्द्र कौर, भाठापारा कोहका के निर्मल सिंह, कोहका पुरानी बस्ती से मो. रफीक पूर्व पार्षद, कुरूद रोड से शशांक साहू, टाटा लाइन के प्रमोद यादव व बजरंग पारा कोहका के गिरवर बंटी साहू ने चांवल, दाल, तेल, मसाला, आलू, आटा, नमक, पोहा इत्यादि राहत सामग्री प्रदान कर जरूरतमंदों की मदद की है। लॉक डाउन में भूखे, गरीब, असहाय एवं इसी प्रकार के अन्य लोगों तक सहायता प्रदान करने अब आप अपने घर पर ही रह कर डोनेशन ऑन व्हील्स वाहन की मदद से राहत पैकेट इत्यादि प्रदाय करके सहयोग कर सकते हैं। ऐसे लोगों के लिए किसी भी प्रकार की सहायता देने के लिए डोनेशन ऑन व्हील्स वाहन की मदद ले सकते हैं साथ ही निगम के हेल्पलाइन नंबर 6260008819, 9907878744 एवं 9109176812 पर संपर्क करके वाहन को अपने घर तक दान करने के लिए बुलाया जा सकता है। लॉक डाउन के दौरान लोग घर से नहीं निकल पा रहे है परंतु जरूरतमंदों की मदद के इच्छुक है ऐसे लोग डोनेशन ऑन व्हील्स की मदद से राहत पैकेट या अन्य राशन सामग्री जरूरतमंदों के लिए दे सकते हैं। निगम प्राप्त राशन सामग्रियों को जरूरतमंदों तक पहुंचाने का कार्य करेगी। दिए गए हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करने से वाहन का लोकेशन की जानकारी मिल सकेगी जिसे दान देने के लिए घर तक बुलाया जा सकता है। लॉक डाउन की तिथि बढ़ने के बाद दान देने वाले आगे आ रहे हैं और जरूरतमंदों के लिए राहत सामग्री डोनेशन ऑन व्हील्स के जरिए देकर मदद कर रहे हैं।