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- दुर्ग : नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र में प्रतिदिन कचरे का उठाव किया जा रहा है। भिलाई निगम क्षेत्र में प्रतिदिन कचरा कलेक्शन के जरिए बड़ी मात्रा में विभिन्न प्रकार का कचरा निकलता है। लाॅकडाउन के समय में भी सफाई कर्मी शहर से निकलने वाले कचरों का बेहतर तरीके से निष्पादन कर रहे हैं। सोशल डिस्टेंस का पालन व सुरक्षा संबंधी नियमों को ध्यान में रखते हुए स्वच्छता कर्मचारी प्रतिदिन कचरों के पृथकीकरण कार्य में जुटे हुए है। शहर में साफ सफाई व्यवस्था को चाक चैबंद रखने निगम प्रशासन के विभागीय अधिकारी निरंतर माॅनिटरिंग कर रह है ताकि शहर में निकले हुए कचरे का बेहतर निष्पादन किया जा सके! एसएलआरएम सेंटर में कचरो का पृथकीकरण एवं बेलिंग मशीन में काम करने वाले सभी कर्मचारियों को सुरक्षा संबंधी कीट प्रदान किए गए है। कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु लाॅकडाउन में सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए कर्मचारी सुरक्षा संबंधी सभी सावधानियों को ध्यान रखते हुए लाॅकडाउन के समय में भी निरंतर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इन्हें एप्राॅन, दस्ताना, जूते एवं मास्क प्रदान किया गया है। झिल्ली, पन्नी इत्यादि कचरे को व्यवस्थित कर निष्पादन करने एसएलआरएम सेंटर में कार्य किया जा रहा है। भिलाई निगम क्षेत्र से प्रतिदिन डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के माध्यम से बहुतायत मात्रा में कागज, झिल्ली, पन्नी, प्लास्टिक इत्यादि का कचरा निकलता है। इन कचरे को निगम के नेहरू नगर, खुर्सीपार, बैकुंठधाम और पीली मिट्टी चैक स्थित एसएलआरएम सेंटर में एकत्रित कर कचरों का पृथकीकरण के बाद सूखे कचरे से प्राप्त पाॅलीथीन को बेलिंग मशीन से बंडल बनाकर निष्पादन हेतु रखा जा रहा है। इसी तरह गीले कचरो का पृथकीकरण के बाद एसएलआरएम सेंटर में सोनहा खाद बनाया जा रहा है! प्रमुख बाजार वाले क्षेत्रों में दिन व रात में सफाई तथा रहवासी क्षेत्र में प्रतिदिन डोर टू डोर कचरा कलेक्शन निर्धारित समय में किया जा रहा है।
- दुर्ग : बिना मास्क लगाए या फेस कवर किए बिना घर से बाहर निकलने वालों पर निगम की टीम ने कार्यवाही की। इस दौरान जोन कं. 02 के क्षेत्र में बिना मास्क लगाए दीपांकर वाहन चालक द्वारा टैंकर चलाते पाए जाने पर एक दिन का वेतन काटने की कार्यवाही जोन आयुक्त सुनील अग्रहरि द्वारा किया गया। जोन कं. 02 क्षेत्रांतर्गत जोन आयुक्त की उपस्थिति में सुबह 9 बजे निगम के कर्मचारी एकता चैक पर बिना मास्क के आने जाने वाले दुपहिया वाहन में तथा अधिक सवारी वालों पर कार्यवाही कर रहे थे उसी दरम्यान जल प्रदाय हेतु जा रहे टैंकर में वाहन चाहक मास्क नहीं लगाया था तथा अपने साथ दो से अधिक कर्मचारी को ले जा रहा था जिसके कारण 1 दिन का वेतन काटने के निर्देश जोन आयुक्त द्वारा दिया गया। निगम आयुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी ने निगम भिलाई के अत्यावश्यक सेवा में लगे हुए अधिकारीध्कर्मचारियों को निर्देशित किया है मास्क या चेहरा ढकने के लिए अन्य कोई उपाय करने के आदेश का अनिवार्य रूप से पालन करें !कार्यालयीन कार्य के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी सख्ती से किया जाना है इसका उल्लंघन करते हुए पाए जाने पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
- घर पहुंच सुविधा सीजी हाट को मिल रहा अच्छा रिस्पांसअब सभी नेटवर्क में हेल्पलाइन नंबर 1077 की सुविधाअब तक जिले में 2249उपभोक्ताओं ने कराया रजिस्ट्रेशन, 146 वेंडर ने कराया रजिस्ट्रेशन
दुर्ग: लाकडाउन ने दुर्ग-भिलाई के नागरिकों को ऐसी सुविधा प्रदान की जिसके बारे में इस समय उनके लिए सोचना काफी कठिन था। सब्जी लाने का मतलब सब्जी बाजार तक पहुंचना अथवा घर तक ठेले के आने का इंतजार करना था। ऐसे लोग जो हाइटेक हैं और अभी कोरोना संक्रमण से बचना भी चाहते हैं उनके लिए सीजीहाट योजना वरदान बनके आई है। इसमें बहुत थोड़े समय में आप सब्जी की जरूरत क्लिक कर देते हैं। वेंडर के पास आपका नंबर चला जाता है। आपके पास वेंडर का नंबर आ जाता है और थोड़े समय में खरीदारी हो जाती है। दुर्ग निवासी श्री अर्पित बंजारे को इसका सुखद एहसास आज सुबह हुआ। उन्हें आज सुबह सब्जी की जरूरत थी। उन्होंने सुबह-सुबह आनलाइन आर्डर किया। वेंडर महिला गौठान की स्वसहायता समूह के लोग थे। तुरंत उन्हें सब्जी मिल गई। इसमें काफी जल्दी सब्जी पहुंच जाती है। अर्पित ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते भीड़ में जाने से बचना चाहता हूँ। दूसरा मैं देश का जिम्मेदार नागरिक भी हूँ और ऐसी हर चीज जो मुझे घर बैठे उपलब्ध हो सकती है उसे लेने के लिए बाहर जाने के जोखिम से बचना चाहता हूँ तो मुझे सीजी हाट योजना बहुत अच्छी लगी। इसमें विक्रेताओं का रिस्पांस भी बहुत अच्छा लगा। सब्जी की च्वाइस भी मिल जाती है। उल्लेखनीय है कि इसके लिए प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर आरंभ किया है और इसके लिए कंट्रोल सेंटर बनाया है जो सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक सक्रिय रहता है। अब तक इसमें 2249 उपभोक्ताओं ने रजिस्ट्रेशन करा लिया है। इसके साथ ही 146 वेंडर भी अपनी सुविधाएं दे रहे हैं। महिला गौठान की वेंडरों ने बताया कि हमारे लिए भी यह बहुत अच्छा है। डिलीवरी बाय भी हैं और हमारे उत्पादों के लिए हमें ग्राहक खोजने किसी खास जगह नहीं जाना पड़ता, भटकना नहीं पड़ता। आर्डर हमारे मोबाइल फोन पर आ जाते हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि ग्राहक रेट जानता है। बारगेनिंग नहीं होती। यह सबके लिए बहुत अच्छा है और सबसे बड़ी बात यह है कि इसमें सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रखा जा रहा है। इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए नोडल अधिकारी जिला पंचायत सीईओ श्री कुंदन कुमार ने बताया कि योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए हर निगम में नोडल अधिकारियों की नियुक्ति कर दी गई है। किसी भी तरह से ग्राहकों की सहायता के लिए यह तैयार रहते हैं। हर दिन नये ग्राहकों और वेंडरों का रजिस्ट्रेशन इसमें हो रहा है। - दुर्ग : हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग, दिनांक 24 अप्रैल 2020 को अपनी स्थापना की पाँचवीं वर्षगांठ मना रहा है। कोरोना संक्रमण के कारण शासन द्वारा जारी लाॅकडाउन के निर्देशों के कारण दुर्ग विश्वविद्यालय में स्थापना दिवस से संबंधित कोई भी औपचारिक समारोह आयोजित नहीं होगा। इसी बात को ध्यान में रखकर विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा दुर्ग विश्वविद्यालय परिक्षेत्र में आने वाले समस्त महाविद्यालयों के नियमित छात्र-छात्राओं के लिए आनलाईन निबंध प्रतियोगिता आयोजित करने जा रहा है। दुर्ग विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता, छात्र कल्याण डाॅ. प्रशांत श्रीवास्तव ने जानकारी दी है कि विश्वविद्यालय के कुलसचिव डाॅ. सी. एल. देवांगन द्वारा जारी पत्र के अनुसार आनलाईन निबंध प्रतियोगिता का विषय श्कोरोना महामारी की चुनौतियों से निपटने में उच्च शिक्षा का समग्र प्रयासश् रखा गया है। डाॅ. श्रीवास्तव केेे अनुसार विद्यार्थी अंग्रेजी अथवा हिन्दी भाषा में इस विषय पर अपना स्वलिखित एवं मौलिक निबंध अधिकतम 1000 शब्दों में A4 साइज़ पेपर में लिखकर ईमेल के माध्यम से [email protected] पर दिनांक 27 अप्रैल 2020 की शाम 05 बजे तक भेज सकते हैं। इसके पश्चात् प्राप्त निबंधों पर विचार नहीं किया जाएगा। विश्वविद्यालय प्रषासन के निर्णय अनुसार श्रेष्ठ पाँच निबंधों को विश्वविद्यालय द्वारा पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र से पृथक समारोह में सम्मानित किया जाएगा।उल्लेखनीय है कि दुर्ग विश्वविद्यालय द्वारा लाॅकडाउन की स्थिति में विद्यार्थियों के हित में अनेक प्रयास किए जा रहे हैं। जहाँ एक ओर विद्यार्थियों को आई. आई. टी., खड़गपुर की डिजीटल लाइब्रेरी से जुड़कर लाभ उठाने का अवसर प्रदान किया गया है, वहीं दूसरी ओर विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर कला, वाणिज्य एवं विज्ञान संकाय की यूजी एवं पीजी कक्षाओं के लिए 240 से अधिक वीडियो लेक्चर अपलोड किए गए हैं।
- दुर्ग: लॉक डाउन की अवधि के दौरान किसी भी दोपहिया अथवा चार पहिया वाहन में ड्राइवर के अतिरिक्त सवारी होने पर पुलिस द्वारा नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी
- दुर्ग : जिले में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत संचालित शा.उ.मू. दुकानों से संलग्न क्रमशः अंत्योदय, प्राथमिकता, निःशक्तजन, एकल निराश्रित, अन्नपूर्णा श्रेणी राशनकार्डधारकों को खाद्यान्न इत्यादि का वितरण शासन के निर्देशों के अनुरूप माह जून 2020 के नियमित चावल आबंटन के साथ 03 माह का अतिरिक्त चावल का वितरण दिनांक 01 मई 2020 से किया जाना है।अंत्योदय, प्राथमिकता, निःशक्तजन, एकल निराश्रित, अन्नपूर्णा श्रेणी के राशनकार्डधारकों को निःशुल्क चावल तथा नमक प्रदाय किया जावेगा। सामान्य राशनकार्डधारकों को पूर्व से प्रचलित पात्रता एवं निर्धारित निर्गम मूल्य के अनुसार वितरण किया जाना है।अंत्योदय, प्राथमिकता श्रेणी के राशनकार्डधारकांे को वितरित किये जाने वाली खाद्यान्न की मात्रा उन्हें छ.ग. खाद्य एवं पोषण सुरक्षा अधिनियम अथवा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (नियमित तथा अतिरिक्त आबंटन) के अंतर्गत प्राप्त होने वाले खाद्यान्न की बेहतर मात्रा के समकक्ष होगी। शा.उ.मू. दुकान के टेबलेट में दर्शित मात्रा (कार्डधारी की पात्रतानुसार गुणक मात्रा) के अनुसार खाद्यान्न वितरित किया जाना है, किसी भी परिस्थिति में टेबलेट में दर्शित मात्रा से कम मात्रा का वितरण उ.म.ू दुकान संचालनकर्ता द्वारा न किया जावे। माह जून 2020 में शा.उ.मू. दुकान से राशनकार्डधारकों को खाद्यान्न का वितरण संलग्न पत्रक अनुसार कराया जाना है।संलग्न पत्रक में दर्शित विवरण शा.उ.मू. दुकान के दीवार में फ्लेक्स, कम्प्यूटराईज्ड बडे स्वरूप में अथवा दीवार लेखन के माध्यम से अनिवार्यतः प्रदर्शित किया जावे। ग्रामीण क्षेत्रों में कोटवारों के माध्यम से मुनादी कराकर नगरीय निकायों में लाउड स्पीकर के माध्यम से व्यापक प्रचार प्रसार किया जावे, इसके अतिरिक्त उ.मू. दुकानों में राशनकार्डवार आबंटन की पात्रता सूची का यथा स्थान प्रदर्शन किया जाकर कार्डधारकों को उनकी पात्रता के संबंध में अनिवार्य रूप से सूचित किया जावे। राशनकार्डवार आबंटन की पात्रता सूची की 01 प्रति ग्राम पंचायत एवं नगरीय निकायों के मुख्य/जोन कार्यालयों में एक-एक प्रति अनिवार्य रूप से रखे जाने के निर्देश दिए गए हैं।
- लाकडाउन 2 में ग्रामीण क्षेत्रों में निर्माण कार्य उफान परमुख्यमंत्री के निर्देश पर नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी योजना अंतर्गत हो रहे निर्माण कार्यों में आ रही प्रगतिअभी 43 हजार मजदूर मनरेगा में काम पर, 1121 निर्माण कार्य चल रहेअच्छा काम करने वाले रोजगार सहायक श्री राधेश्याम साहू इस बार एम्प्लाई आफ द मंथ, बोरेंदा में खुद पहुंचकर सीईओ ने किया सम्मानितदुर्ग : लाकडाउन 2 के फेस में ग्रामीण क्षेत्रों में अब निर्माण कार्य उफान में आ गए हैं। मानसून पूर्व ग्रामीण क्षेत्रों में आधारिक संरचना तैयार करने एवं विविध क्षेत्रों में मनरेगा के अंतर्गत कार्य से बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन हुआ है। अभी 43 हजार 375 श्रमिक मनरेगा के अंतर्गत कार्य कर रहे हैं। फिलहाल 1121 निर्माण कार्य स्वीकृत हैं इनमें नाला पुनरूत्थान, तालाब गहरीकरण, तालाब निर्माण आदि के जलसंग्रह और वाटर रिचार्ज से संबंधित काम प्रमुख हैं। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा के माध्यम से उपयोगी संरचनाएं बनाने एवं रोजगार सृजन के निर्देश दिए थे। मुख्यमंत्री ने कहा था कि अधिकारी नियमित रूप से मनरेगा के कामों की मानिटरिंग करते रहें। नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी योजना के अंतर्गत उपयोगी संरचनाएं ग्रामीण क्षेत्रों में तैयार करनी हैं। ऐसी संरचनाएं बनानी हैं जो ग्रामीणों के लिए स्थायी रूप से उपयोगी हो सकें। जिनके माध्यम से उनकी आय बढ़ाई जा सके। मुख्यमंत्री के निर्देश के पश्चात कलेक्टर श्री अंकित आनंद के मार्गदर्शन में जिला पंचायत द्वारा मनरेगा के कार्य युद्धस्तर पर कराये जा रहे हैं। पाटन क्षेत्र के कुछ प्रमुख कार्यों का निरीक्षण आज जिला पंचायत सीईओ श्री कुंदन कुमार ने भी किया। लाकडाउन के दौरान किया शानदार कार्य, बोरेंदा में रोजगार सहायक को सम्मानित करने पहुंचे सीईओ- लाकडाउन के दौरान अच्छा काम करने वाले ग्राम बोरेंदा के रोजगार सहायक श्री राधेश्याम साहू का सम्मान सीईओ ने किया। उन्होंने शानदार बाड़ी बनाई। सीईओ इससे काफी प्रसन्न हुए। उन्होंने कहा कि इसी तरह का बेहतर काम होने से हर गांव सब्जी के मामले में आत्मनिर्भर हो जाएगा। अपने निरीक्षण में सीईओ सबसे पहले ग्राम बोरेंदा पहुंचे। वहां क्रेडा द्वारा खारून नदी के एनीकट में सोलर पंप स्थापित किया जा रहा है इसमें 100 एचपी क्षमता का सोलर पंप लगाया जा रहा है। इसके माध्यम से 217 किसान लाभान्वित होंगे। इसके माध्यम से 10 हेक्टेयर क्षेत्रफल में निर्मित ताराबंध तालाब को भरा जाएगा।बोरेंदा की बाड़ी खट्ठा, पटवा भाजी से गुलजार- बोरेंदा में ही उन्होंने बाड़ी और चारागाह का निरीक्षण भी किया। सीईओ ने यहां कार्य में लगे लोगों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि अच्छी बाड़ी लगा देने से अतिरिक्त आय का एक बहुत अच्छा जरिया बन जाता है। चारागाह में नैपियर जैसी घास उगाने से पशुधन संवर्धन का अच्छा मौका मिलता है। इस तरह इतनी वैविध्य सब्जी लगाई है यह निश्चय ही पोषण के लिए उपयोगी होगी। जानकी स्वसहायता समूह की अध्यक्ष धानाबाई, सदस्य अनिता, सुनीता ने बताया कि खट्ठा भाजी, पट्टा भाजी आदि भी हो रही है। हमें बहुत संतोष है कि हमारा श्रम आज खेतों में लहलहा रहा है।भनसुली में गोदी निर्माण के लिए सीईओ ने भी उठाई कुदाल- ग्राम भनसुली में सीईओ ने नाला जीर्णोद्धार एवं गहरीकरण कार्य का निरीक्षण किया। इसके लिए उन्होंने वहां खुद भी कुदाल उठाई और गोदी में कार्य किया। वहां उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कोरोना का संक्रमण रोकना है तो सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजेशन बेहद जरूरी है। ग्राम पंचायत भन्सुली में मनरेगा अंतर्गत स्वीकृत कार्य नाला पूर्णोद्धार एवं गहरीकरण कार्य का निरीक्षण किया गया एवं कार्यस्थल का निरीक्षण कर चेक डेम/स्टॉप डेम का प्राक्कलन तैयार करने हेतु उपअभियंता को निर्देशित किया गया। मनरेगा अंतर्गत स्वीकृत कार्य कच्ची नाली निर्माण का निरीक्षण किया गया।केशरा में ईंट भट्ठे में फंसे मजदूरों से मिले, रवेली में राजस्थान के मजूदरों से लिया हाल- ग्राम पंचायत केशरा में मनरेगा स्वीकृत कार्य नाला पूर्णोद्धार कार्य का निरीक्षण किया। ग्राम पंचायत केशरा में ईंट भट्टी में बाहर से फसे हुए मजदूर से चर्चा की। ग्राम पंचायत केशरा में ग्रामीण उद्यानिकी हेतु स्थल निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान कार्य की प्रशंसा करते हुए कार्य की प्रगति पर संतुष्टि प्रकट की। चारागाह स्थल पर नाडेप टैंक निर्माण एवं शेड हेतु निर्देशित किया गया। साथ ही उन्होंने ग्राम पंचायत तेलीगुंडरा में मनरेगा अंतर्गत स्वीकृत नाला पूर्णोद्धार एवं गहरीकरण कार्य का निरीक्षण किया गया एवं उचित तकनीकी मार्गदर्शन हेतु तकनीकी सहायक को निर्देशित किया।बैंक सखी के माध्यम से मनरेगा पेंशन इत्यादि के भुगतान का निरीक्षण किया गया। ग्राम पंचायत रवेली में राजस्थान से आये घुमंतू प्रजाति के मजदूरों से के दौरान उनके जीवन यापन पर चर्चा किया गया ।
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कलेक्टर श्रीमती कौशल ने आगे की रणनीति पर अधिकारियों के साथ किया विचार विमर्श, बनी कार्य योजना, एक सप्ताह में लेगी मूर्त रूप
कोरबा 22 अपे्रल 2020/कोरोना संक्रमित कटघोरा शहर में लाॅक डाउन और बढ़ती गर्मी को ध्यान में रखते हुए बिजली, पानी, सफाई सहित अन्य जरूरतों के लिए आगामी दिनों में भी पूरी व्यवस्था होगी। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने अभी से ही इस संबंध में अधिकारियों को सभी जरूरी इंतजाम करने के निर्देश दे दिये हैं। आज कलेक्टर ने अपने कार्यालय में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली और कटघोरा में बिजली, पानी, सफाई, राशन, मेडिकल सुविधाओं के लिए आगे की रणनीति पर विचार-विमर्श किया। बैठक में कोरोना संक्रमित इस क्षेत्र में लाॅक डाउन के चलते लोगों को सुविधाएं पहुंचाने के लिए विस्तृत कार्य योजना बनी। कलेक्टर इस कार्ययोजना के अनुसार सभी अधिकारियों को आने वाले पांच-छह दिनों में जरूरत के सभी इंतजाम पूरे करने के निर्देश दिए। बैठक में एडीएम श्री संजय अग्रवाल, अपर कलेक्टर श्रीमती प्रियंका महोबिया के साथ अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। कटघोरा से एसडीएम श्रीमती सूर्यकिरण और नगर पालिका के सीएमओ श्री जे.बी.सिंह, वाट्सएप्प कॅाल से जुड़े रहे।
बैठक में कलेक्टर ने कटघोरा में पीने के पानी की व्यवस्था की समीक्षा की और बढ़ती गर्मी को देखते हुए लोगों तक पीने के साफ पानी की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये। लाॅक डाउन और कोरोना संक्रमण से बने हालातों के कारण एक जगह पर अधिक लोगों कोे इकट्ठा नहीं होने देने को ध्यान में रखकर संक्रमित एरिया में घरों के बाहर एक-एक ड्रम रखकर पानी आपूर्ति करने की योजना पर भी बैठक में चर्चा हुई। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पानी के लिए लगने वाली भीड़ को रोकने के लिए संक्रमित क्षेत्र के घरों का समूह बनाकर एक चिन्हाकित घर की छत पर पानी टंकी लगाकर पाईप के माध्यम से घरों में पानी पहुंचाया जा सकता है। कलेक्टर ने सुगम, सरल तरीके से कटघोरा के संक्रमित क्षेत्र में लोगों को पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध कराने के लिए सभी जरूरी उपाय करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
बैठक में श्रीमती कौशल ने शहर की सफाई व्यवस्था की भी रणनीति तय की। नालियों की सफाई के साथ-साथ कचरे के समुचित निपटान के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने बिजली की अबाध आपूर्ति के लिए पर्याप्त मात्रा में विद्युत कर्मियों की ड्यूटी एरियावार लगाकर उनकी तैनाती सुनिश्चित करने को कहा। कलेक्टर ने किसी ट्रांसफार्मर या विद्युत लाईन की क्षतिग्रस्त हो जाने पर उसकी मरम्मत के लिए पर्याप्त संख्या में विद्युत अमले को तैयार रखने तथा ट्रांसफार्मर, तार आदि की उपलब्धता भी सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
श्रीमती कौशल ने आने वाले दिनों में शहरवासियों को पर्याप्त मात्रा में राशन, साग-सब्जियां, दवाईयां, दूध आदि की आपूर्ति भी सुनिश्चित करने के लिए थोक व्यापारियों की बैठक लेकर उनकी समस्याओं तथा मांगों के बारे में जानकारी लेने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसी भी स्थिति में राशन, दूध, साग-सब्जी, दवाईयों की आपूर्ति में किसी भी प्रकार की कमी नहीं होनी चाहिए। इन सामाग्रियों के दाम नियंत्रित रखने के लिए लगातार निगरानी करने और दुकानों पर छापामार कार्यवाही कर लगातार जांच करने के निर्देश भी कलेक्टर ने अधिकारियों को दिए।
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फसल खराब होने पर जिले के पांच हजार से अधिक किसानों को मिली लगभग छह करोड़ रूपये की क्षतिपूर्ति
कोरबा 22 अपे्रल 2020/ कोरोना संक्रमण के कारण चल रहे लाॅक डाउन में भी छत्तीसगढ़ सरकार के प्रयासों से कोरबा जिले के किसानों को फसल खराब होने पर मिली क्षतिपूर्ति संजीवनी की तरह काम आ रही है। लाॅक डाउन के कारण लंबे समय तक खेती-किसानी की गतिविधियों में अल्प विराम सा लग गया था। परंतु लाॅक डाउन के दौरान भी बीज, खाद, दवाईयों की दुकान को खोलने और किसानों को खेती का सामान उनकी जरूरत के हिसाब से उपलब्ध कराने के निर्देश के बाद गांवों में किसानों तक बीज, खाद, दवा पहुंचने लगा है। इस पर राज्य सरकार के प्रयास से किसानों को मिली फसल बीमा की राशि संजीवनी का काम कर रही है। किसान एक ओर इस राशि से खरीफ मौसम में खराब हुई फसलों से हुए अपने नुकसान की भरपाई कर पा रहें हैं, वहीं दूसरी ओर आगामी खरीफ में खेती की तैयारी के लिए उन्हे जरूरी मदद मिल जा रही है। जिले में पिछले खरीफ मौसम में पांच हजार 292 किसानों को फसलों में हुए नुकसान पर पांच करोड़ 88 लाख रूपये की क्षतिपूर्ति मिली है। खरीफ 2019 में 28 हजार 209 किसानों ने अपने खेतों में लगी फसलों का बीमा कराया था। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के माध्यम से चार हजार 736 किसानों को पांच करोड़ 47 लाख रूपये की फसल क्षतिपूर्ति उपलब्ध कराई गई है। अन्य राष्ट्रीयकृत बैंकों से अपनी फसलों का बीमा कराने वाले 556 किसानों को चालीस लाख रूपये से अधिक क्षतिपूर्ति राशि मिल गई है।जिले में आगामी खरीफ मौसम को देखते हुए अभी से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। कोरोना संक्रमण के कारण बने हालातों में भी आबाध रूप से बिना किसी रूकावट के खेती-किसानी के काम करते समय सोशल डिस्टेंसिंग मैन्टेन करने की समझाईस किसानों को दी जा रही है। जिले में आगामी खरीफ मौसम में फसलों की बुआई के लिए पर्याप्त मात्रा में अभी से बीज-खाद का भण्डारण शुरू कर दिया गया है। जिले में अभी तक आगामी खरीफ सत्र के लिए एक हजार 950 क्विंटल धान बीज का भण्डारण कर लिया गया है जिसमें एक हजार 17 क्विंटल स्वर्णा, 119 क्विंटल से अधिक एमटीयू 1001 और 814 क्विंटल एमटीयू-1010 शामिल है। इसी प्रकार प्राथमिक सहकारी समितियों में 950 टन मैट्रिक टन से अधिक उर्वरकों का भी भंडारण किया जा चुका है। चार सौ पैंसठ मैट्रिक टन यूरिया, 122 मैट्रिक टन सुपर फास्फेट, 191 मैट्रिक टन डीएपी, 158 मैट्रिक टन एनपीके और 16 मैट्रिक टन से अधिक पोटाश का भंडारण जिले की 27 प्राथमिक सहकारी समितियों में हो चुका है। कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रख किसानों को खाद-बीज उपलब्ध कराने के इंतजाम सहकारी समितियों में किये जा रहे हैं। समितियों में खाद-बीज लेने आने वाले किसानों के बीच एक-एक मीटर की दूरी बनाये रखने के लिए मार्किंग की जा रही है। किसानों के हाथ धोने की व्यवस्था भी समितियों में हो रही है। गर्मी के मौसम को देखते हुए छंाव के लिए टेंट आदि की व्यवस्था भी कई समितियों में की जा रही है। इसके साथ ही पीने के पानी और अन्य व्यवस्थाएं भी तेजी से सुनिश्चित की जा रही हैं। ताकि आगामी खरीफ मौसम में खेती के लिए किसानों को आसानी से सुरक्षित तरीके से बीज-खाद उपलब्ध हो सके। -
कोरबा 22 अपे्रल 2020/महामारी घोषित हो चुके कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलाव को जिले में रोकने के लिए जिला प्रशासन सजग और गंभीर है। लोगों में सक्रमण को रोकने के लिए कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने एक महत्वपूर्ण निर्देश जारी किये हैं। निर्देशानुसार प्रत्येक व्यक्ति को घर से बाहर सार्वजनिक स्थलों में निकलते समय मास्क, फेस कवर पहनना अनिवार्य किया गया है। इसके लिए बाजार में मिलने वाले ट्रिपल लेयर मास्क का प्रयोग किया जा सकता है अथवा घर में ही तीन परतों वाला फेस कव्हर बनाया जा सकता है। इस होम मेड मास्क, फेस कवर को साबुन से धोकर पुनः प्रयोग में लाया जा सकता है। मास्क, फेस कवर उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में गमछा, रूमाल, दुपट्टा इत्यादि का भी फेस कवर के रूप में उपयोग किया जा सकता है बशर्ते मुंह एवं नाक पूरी तरह से ढका हो। उपयोग में लाया हुआ फेस कवर, मुंह नाक में प्रयुक्त होने वाला गमछा का साबुन से अच्छी तरह धोये बिना उपयोग में न लाया जाये। बिना फेस कवर, मास्क के घर से बाहर सार्वजनिक स्थलों पर जाना सरकार द्वारा जारी निर्देश का उल्लंघन माना जायेगा तथा संबंधित के विरूद्ध विधि अनुसार कार्यवाही की जायेगी।
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पिछले छह दिनों में नहीं मिला कोई संक्रमित, 4 दिनों में एक हजार से अधिक कोरोना रिपोर्ट निगेटिव
कोरबा 22 अपे्रल 2020/ कोरोना को लेकर कोरबा जिले के लिए अच्छी खबर हैं। पिछले छह दिनों में कोरबा जिले से एम्स रायपुर और मेडिकल कालेज रायपुर भेजे गये कोई भी सेम्पल कोरोना की जांच में पाजिटिव नहीं आया है। पिछले 96 घंटों में हुई जांच में कोरबा जिले के एक हजार 111 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव मिली है इसे मिलाकर जिले में अब तक दो हजार 549 लोगों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है। कोरोना संक्रमण की जांच के लिए जिले से दो हजार 880 सेम्पल रायपुर भेजे गये हैं, इनमें से दो हजार 579 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हो गई है। समाचार लिखे जाने तक केवल 28 लोग ही इस जांच में संक्रमित पाये गये हैं। शेष 301 सेम्पलों की जांच रिपोर्ट आना बाकी है। दो सेम्पल तकनीकी कारणों से अमान्य किये गए है। अब तक कोरबा जिले के 18 कोरोना संक्रमित मरीज ईलाज के बाद ठीक होकर वापस लौट आये हैं। ठीक होने वाले मरीजों में एक कोरबा शहर और बाकी 17 कटघोरा के हैं। रायपुर एम्स में वर्तमान में कटघोरा के 10 कोरोना संक्रमितों का ईलाज चल रहा है। उनका स्वास्थ्य तेजी से सुधर रहा है और जल्द ही उनके भी स्वस्थ्य होकर वापस लौटने की उम्मीद है। -
कोरोना संक्रमण के कारण लॅाक डाउन की स्थिति में शुरू की जा रही टेलीफोनिक डाक्टरी सलाह
कोरबा 22 अपे्रल 2020/कोरोना संक्रमण की वजह से लॉकडाउन की स्थिति को देखते हुए मरीजों को घर बैठे चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से टेलिफोनिक सलाह (टेलीमेडिसिन) की सुविधा कोरबा जिले में कल से शुरू हो जायेगी। इसकी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं ।कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के निर्देश पर मेडिकल हेल्प आन कॅाल सेवा के लिए कोरबा शहर के रानी धनराज कुंवर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कंट्रोल रूम स्थापित कर लिया गया है। मरीजों को इसके माध्यम से कोविड-19 से संबंधित परामर्श के साथ ही अन्य बीमारियों के बारे में भी विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा टेलीफोनिक सलाह के साथ ही व्हाट्सएप के माध्यम से दवाओं का प्रिसक्रिप्शन भी उपलब्ध कराएगा।यह कंट्रोल रूम कार्यालयीन दिवसों में सुबह 10 बजे से दोपहर एक बजे तक और शाम चार बजे से 06 बजे तक कार्यशील रहेगा। मरीज इन समयों पर कंट्रोल रूम में उपस्थित डाक्टर लाल सिंह भैरव मोबाइल नंबर 9301356414 और डा. रश्मि ठाकुर फोन नंबर 9301360205 काल करके अपनी बीमारी के बारे में बताकर ईलाज के लिए परामर्श ले सकेंगे। मरीज द्वारा चाहे जाने पर नौ अन्य चिकित्सक भी मेडिकल हेल्प आन काॅल के लिये उपलब्ध रहेंगे। फोन काॅल पर तीन नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. ए.के.नंद, डा. रचना कोन्डापुरकर और डा. चंदा सेठिया भट्ट, दो प्रसूति रोग विशेषज्ञ डा. श्रीमती नंद एवं डा. ज्योति वर्मा, बालरोग विशेषज्ञ डा. आशीष पाल, सर्जरी विशेषज्ञ डा. अरूण श्रीवास्तव के साथ-साथ डा. यू.एस. जायसवाल और डा. पी. आर. कुंभकार भी चिकित्सकीय परामर्श के लिए उपलब्ध रहेंगे। विशेषज्ञ की सलाह चाहे जाने पर डाक्टर भैरव या डा. ठाकुर विशेषज्ञ चिकित्सकों को वीडियो या वाईस काॅल के माध्यम से जोड़कर मरीजों को चिकित्सकीय परामर्श उपलब्ध करायेंगे। कंट्रोल रूम में इस प्रकार प्राप्त सभी काॅल का रिकार्ड भी संधारित किया जायेगा। -
BREKING NEWS - छत्तीसगढ़ के लिए एक और राहत भरी खबर
दो और मरीज डिस्चार्ज किए गए, दोनो पुरुष कटघोरा केदोनों मरीज कोरोना पॉजिटिव होने के चलते एम्स में थे भर्तीअब छत्तीसगढ़ में पॉजिटिव एक्टिव मरीजों की संख्या 8 -
सूरजपुर 22 अपै्रल 2020/कोरोना महामारी कोविड-19 से बचाव के लिए जिला आदिवासी बहुउद्देश्यीय सहकारी समिति चंद्रमेढ़ा सुरजपुर के द्वारा जिला कलेक्टर के माध्यम से 10 हजार रुपये मुख्यमंत्री राहत कोष के प्रदान किया गया। जिससे इस कोरोना महामारी से बचाव के लिए राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन प्रदेश की जनता का सहयोग कर सके। इसके साथ ही आदिवासी बहुउद्देश्यीय सहकारी समिति के द्वारा जिला के जरूरत मंद लोगों को मास्क एवं सेनेटाइजर का वितरण करते हुए कोरोना वायरस से बचाव के लिए जागरूक किया जा रहा है और शासन प्रशासन के दिशा निर्देशों का पालन करने के लिए लोगों से अपील किया जा रहा है। इसी क्रम में आज कलेक्टर श्री दीपक सोनी के माध्यम से आदिवासी बहुउद्देश्यीय सहकारी समिति के प्रबंधक अरुण कुमार पैकरा, सचिव सुभाष पोर्ते, महेश पैकरा, विजय सिंह मरपच्ची के द्वारा 10 हजार रुपये का चेक सहायता राशि के रूप में मुख्यमंत्री राहत कोष के नाम प्रदान किया गया। कलेक्टर ने इस नेक कार्य के लिए समिति के सदस्यों का आभार प्रकट करते हुए उत्साहवर्धन किया है।
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सूरजपुर 22 अप्रैल 2020/कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम एवं बचाव हेतु आज कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने पुलिस अधिक्षक श्री राजेष कुकरेजा एवं जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन की अधिकारी श्री अष्वनी देवांगन की उपस्थिति में कोरोना वायरस की रोकथाम एवं बचाव के लिए नियमों का कड़ाई से पालन के संबंध में जिलाकोरोनाकोर कमेटी की बैठक ली।
कलेक्टर श्री दीपक सोनी के द्वारा कोरोना से बचाव एवं सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस विभाग को निर्देषित करते हुए कहा कि जिले से लगे सभी सीमाओं में बिना किसी लापरवाही बरतते हुए जिस तरह पूर्व में जागरूकता पूर्वक सीमा की बार्डर पर सतर्कता पूर्वक निगरानी की जा रही थी उसी प्रकार निरंतरता को बनाये रखकर कार्य किया जाना है। कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देषित करते हुए कहा कि जिले में जो भी लोग क्वारंटाइन में हैं उनकी सत्त निगरानी रखी जाए उन्हे घर से बाहर न निकलने दिया जाए तथा संबंधित मरीज पर अमिट स्याही लगाने तथा ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्र में डोर टू डोर पंचायतों का सर्वे करने एवं संेपल शत प्रतिषत लेकर आवष्यक जांच के लिए भेजने के निर्देष दिये तथा नये चिकित्सालय भवन निर्माण को जल्द नये ठेकेदारों से संपर्क कर पूर्ण करने कहा। कलेक्टर ने ग्राम पंचायत के सचिव एवं रोजगार सहायक मुख्यालय में रहकर सतत्निगराने रखने कहा तथा अनावष्यक भीड़ न हो, नियमों का पालन करने के लिए निरंतर मुनादी करने कहा। कलेक्टर ने आवष्यक चीजों की खरीद जैसे सब्जीबाजार, फल एवं मटन दुकान आदि सभी दुकानों प्रातः 9 बजे से दोपहर 3 बजे खोलने के नियमों का भलीभांति पालन कराने के निर्देष दिये।बैठक में अपर कलेक्टर श्री एस.एन. मोटवानी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री हरिष राठौर, सीएमएचओ डाॅ0 आर0एस0 सिंह, डाॅ0 शषि तिर्की, एसडीएम सूरजपुर श्री पुष्पेन्द्र शर्मा, आरटीओ श्री अतुल असैया, नगरपालिका सीएमओ श्री दीपक एक्का उपस्थित रहे। -
सूरजपुर 22 अप्रैल 2020/कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने कोरोना वायरस के 14 अप्रैल 2020 के माध्यम से जिला सूरजपुर के संपूर्ण क्षेत्र में प्रतिबंधात्मक आदेष में वृद्धि किया गया है। आदेष शासन के निर्देषानुसार जिले में प्रभावषील लाॅकडाउन के दौरान व्यवसायिक प्रतिष्ठान एवं संस्थान खुलने एवं बंद करने हेतु आदेश जारी किया है।
कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने आदेश जारी होने के पश्चात केवल आवश्यक प्रतिष्ठान ही निश्चित समय तक खुले रहेंगे। जैसे डेली नीड्स एवं किराना दुकानें सुबह 9ः00 बजे से दोपहर 3ः00 बजे तक, मिल्क पार्लर सुबह 9ः00 बजे से 12ः00 बजे तक एवं शाम 5ः00 बजे से 7ः00 बजे तक, मांस, मछली व अंडे की सुबह 9ः00 बजे से दोपहर 3ः00 बजे तक खुले रहेंगे।जारी आदेष में यह भी लेख किया गया है कि किसी व्यक्ति, संस्था, संगठन द्वारा जारी उक्त पत्र अंतर्गत कोरोना वायरस के रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु किसी भी निर्देश का उल्लंघन किया जाता है तो वह भारतीय दंड संहिता 1860 (1860 का 45) की धारा 188 के अंतर्गत दंडनीय अपराध श्रेणी के अंतर्गत आता है। किसी व्यक्ति, संस्था, संगठन द्वारा शासन के निर्देशों का उल्लंघन नहीं किया जाएगा। यह आदेश संपूर्ण जिला सूरजपुर सीमा क्षेत्र के लिए तत्काल प्रभावषील किया गया है, जो दिनांक 03 मई 2020 रात्रि 9ः00 बजे तक प्रभाव में रहेगा या आगामी आदेश तक प्रभाव में रह सकता है। -
सूरजपुर 22 अप्रैल 2020/कोविड-19 के संक्रमण को वैष्विक महामारी घोषित किया गया है कोविड -19 के संक्रमण एवं फैलाव की रोकथाम एवं उपचार हेतु स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा समुचित एवं कारगर उपाय निरंतर किये जा रहे है जिसके तहत कलेक्टर श्री दीपक सोनी के निर्देशन एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ0 आर0एस0 सिंह के मार्गदर्शन में सूरजपुर जिले के शहरी क्षेत्र सूरजपुर, बिश्रामपुर, भटगांव एवं कटघोरा से लगे हुए समस्त क्षेत्रों के साथ प्रेमनगर के समस्त वार्डो में घर-घर जाकर ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक, शिक्षक एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के द्वारा सर्वे का कार्य किया गया। सर्वे हेतु कुल घरो की संख्या 11684 है, जिसमें आज दिनांक तक 9731 घरों का सर्वे का कार्य पूर्ण कर लिया गया है, सर्वे के दौरान सर्दी, खांसी के 46 मरीज, बुखार के 30 मरीज, गले में खरास के 2 मरीज, गर्भवती महिलाएं 141 एवं 60 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्ति 414 पाये गये। सर्दी, खांसी एवं बुखार से पीड़ित मरीजों का सेम्पल लेकर जांच किया गया जिसमें सभी का रिपोर्ट निगेटिव पाया गया, इन सभी पीड़ित व्यक्तियों का ईलाज जिला चिकित्सालय सूरजपुर एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र प्रेमनगर में किया गया।
- बेमेतरा : राजपूत क्षत्रिय महासभा छत्तीसगढ़ रहटादाह (धमधा) के द्वारा कोरोना वायरस कोविड-19 संक्रमण से निपटने उप समिति बेमेतरा के द्वारा 11000 रु. का चेक कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल बेमेतरा को सौंपा गयाइस अवसर पर महासभा के अध्यक्ष होरी सिंह ठाकुर दौड,़ वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजय सिंह, उप समिति बेमेतरा के अध्यक्ष चुरावन सिंह, क्षत्रिय कोषाध्यक्ष पदमराज भुवाल, गोपाल सिंह, प्रफुल्ल चंदेल दत्त बैस, प्रवीण सिंह आदि लोग उपस्थित थे। महासभा अध्यक्ष ने बताया कि राजपूत समाज कोरोना के संकट में शासन-प्रशासन के साथ है।
- बाल विवाह को बढ़ावा देना एक अपराध
बेमेतरा : -बाल विवाह एक सामाजिक अभिशाप है। बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के अंतर्गत 21 वर्ष से कम आयु के लड़के तथा 18 वर्ष से कम आयु की लड़की का विवाह प्रतिबंधित किया गया है। हमारे देश में बाल विवाह की कुप्रथा बड़े पैमाने पर रही है। आज भी देश के कई भागों में अक्षय तृतीया, रामनवमी, शिवरात्रि, बसंत पंचमी और अन्य त्यौहारों में बहुत से बच्चों का विवाह कर दिया जाता है।बाल विवाह के दुष्परिणाम:- बाल विवाह बच्चों के अधिकारों का निर्मम उल्लंघन है। कम उम्र में विवाह से बच्चों का बचपन नष्ट हो जाता है। बाल विवाह के कारण बच्चे खासतौर पर लड़कियां शिक्षा से वंचित रह जाती हैं। बाल विवाह से बच्चे के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। शारीरिक रूप से अपरिपक्व लड़कियों से जन्मे नवजात शिशु में कम वजन खून की कमी व कुपोषण की आशंका बनी रहती है। ऐसे प्रसवों में शिशु मृत्यु दर और प्रसूता मृत्यु दर अधिक पाई जाती है। कानून के नजर में नाबालिकों के साथ यौन संबंध को उनके यौन उत्पीड़न और बलात्कार की श्रेणी में रखा गया है।बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के अनुसार 18 वर्ष से अधिक आयु का पुरुष यदि 18 वर्ष से कम आयु की किसी महिला से विवाह करता है, तो उसे 2 वर्ष तक का कठोर कारावास अथवा जुर्माना जो कि एक लाख रु. तक हो सकता है अथवा दोनों से दण्डित किया जा सकता है। कोई व्यक्ति जो बाल विवाह करवाता है या करता है अथवा उसमें सहायता करता है। उसको 2 वर्ष का कठोर कारावास अथवा जुर्माना जो कि एक लाख रु. तक हो सकता है। अथवा दोनों से दण्डित किया जा सकता है। कोई व्यक्ति जो बाल विवाह को बढ़ावा देता है या उसकी अनुमति देता है या बाल विवाह में सम्मिलित होता है, उनको 2 वर्ष तक के कठोर कारावास अथवा जुर्माना जो कि एक लाख रु. तक हो सकता है अथवा दोनों से दंडित किया जा सकता है। यह कानून बाल विवाह के बंधन में बंधने वाले बालक/बालिका को अपना विवाह शून्य घोषित कराने का अधिकार प्रदान करता है।बालविवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के प्रावधानों के अनुसार महिला एवं बाल विकास के जिला अधिकारी एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी को बाल विवाह प्रतिषेध अधिकारी घोषित किया गया है। बाल विवाह की सूचना अनुविभागीय दण्डाधिकारी पुलिस थाने में महिला बाल विकास विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी/कर्मचारी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सरपंच, कोटवार आदि को दी जा सकती है। इसके अतिरिक्त बाल विवाह के संबंध में सूचना पंचायत स्तरीय बाल संरक्षण समिति अथवा चाइल्ड लाइन के टोल फ्री नंबर -1098 पर दी जा सकती है। बेमेतरा कलेक्टर श्री तायल द्वारा इस अपील के माध्यम से आम जनों को सूचित किया जाता है कि वह बाल विवाह की रोकथाम हेतु अपना योगदान प्रदान करें। - बेमेतरा :-बेमेतरा जिले में खरीफ 2020 की तैयारी प्रारंभ हो चुकी है इस हेतु जिले के सभी सेवा सहकारी समितियों में उर्वरक (खाद) एवं बीज का अग्रिम भण्डारण प्रारंभ हो चुका है। आगामी खरीफ हेतु बीज मांग के रूप में धान बीज 22500 क्विं., मक्का 100 क्विं., अरहर 100 क्विं., उड़द 70 क्विं., मंूग 50 क्विं. सोयाबीन 9100 क्विं., तिल 2 क्विं. एवं अन्य 320 क्विं. की जिले में आवश्यकता है। जिसे ध्यान में रखते हुये सेवा सहकारी समितियों में अबतक 7413 क्विं. बीज का अग्रिम भण्डारण किया जा चुका है साथ ही करीब 300 क्विं. बीज का अग्रिम वितरण हो चुका है।उप संचालक कृषि ने बताया कि जिले में 63000 मि.टन उर्वरक भण्डारण का लक्ष्य प्राप्त हुआ है जिसके विरूद्व अबतक डबल लाॅक में 17693 मि.टन, सेवा सहकारी समितियो में 12822 मि.टन. एवं निजी उर्वरक विक्रय केन्द्रो में 1130 मि.टन., कुल 31645 मि.टन उर्वरकों का अग्रिम भण्डारण हो चुका है जिसमें से अबतक 9866 मि.टन उर्वरक कृषकों को वितरित हो चुके है।वर्तमान में कोरोना (कोविड-19) के संक्रमण को ध्यान में रखते हुये लाकडाउन की स्थिति के आधार पर कृषको को सलाह दी जाती है कि वे सोशल डिस्टेसिंग इत्यादि दिशा निर्देशो का पालन करते हुये अपने मांग अनुसार समितियों से उर्वरक एवं बीज का अग्रिम उठाव करें ताकि भविष्य में खरीफ की तैयारी हेतु उनके पास खाद बीज पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहें।
- बेमेतरा : स्कूलों मे मध्यान्ह भोजन के अंतर्गत सूखा खाद्यान्न वितरण चावल और दाल बाटने मे अनियमितता के कारण शासकीय प्राथमिक शाला खुरुसबोड़(कन्हेरा) के सहायक शिक्षिका (प्रभारी प्रधान पाठिका) श्रीमती केशर ठाकुर को शासन के निर्देशानुसार सूखा खाद्यान वितरण मे अनियमितता तथा लापरवाही के कारण शिक्षिका को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया। जिला शिक्षा अधिकारी द्वार इस आशय का आदेश जारी कर दिया गया है।इससे पहले एक दैनिक समाचार पत्र मे प्रकाशित “सूखा चावल और दाल बाटने मे गड़बड़ी शिकायत के बाद भी कार्यावाही न होने के आधार पर मध्यान्ह भोजन अंतर्गत खाद्यान वितरण मे गड़बड़ी के शिकायत पर विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी साजा से प्राप्त जांच प्रतिवेदन के अनुसार निलंबित किया गया। इस अवधि के दौरान जीवन निर्वाह हेतु भत्ता देय प्रदाय, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय साजा द्वारा निर्धारित किया जाएगा।
- बेमेतरा : बेमेतरा जिले में जल संसाधन विभाग के 35 एनीकेट है, शिवनाथ नदी के 13 एनीकेटो पर गेटो को कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल के आदेशानुसार वेल्डिंग द्वारा बन्द कर दिया गया है। वर्तमान में सभी एनीकट लगभग पूर्ण रूप से भरे हुए है। जिले की 03 समूह जल प्रदाय योजनाऐं क्रमशः साजा समूह पेयजल योजना, बेमेतरा क्षेत्र समूह पेयजल योजना एवं नवागढ़ ग्रामीण क्षेत्र समूह पेयजल योजना हेतु शिवनाथ नदी पर निर्मित खम्हरिया, अमोरा एवं नांदघाट एनीकट से कुल 152 ग्रामों को पेयजल प्रदाय किया जा रहा है,जिसमे साजा में 33 ग्राम, बेमेतरा में 57 ग्राम एवं नवागढ़ 62 ग्रामों को मीठा पेयजल लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा प्रदाय किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त बेमेतरा शहर में भी अमोरा एनीकट से लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा जल प्रदाय किया जा रहा है। बेमेतरा जिले में कोरोना संक्रमण के तहत् लाॅकडाउन से छूट पश्चात जल संरक्षण से संबंधित कार्यों को निर्माण एजेन्सी द्वारा सावधानी रखते हुए सश्नलार्त (सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए, कार्य स्थल पर हेण्ड सेनिटाइजर का उपयोग करते हुए, कार्यरत श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण करवाना, मजदूरों को मास्क उपलब्ध करवाना एवं मजदूरों के चिकित्सकीय अभिलेखों का संधारण किया जाना) कार्य प्रारंभ करने की अनुमति दी गई है, जिसके परिपालन में निर्माण एजेन्सी द्वारा कार्य पुनः प्रारंभ किया जा रहा है,
- बेमेतरा : कोरोना वायरस कोविड-19 के महामारी के संक्रमण से निपटने के लिए बेमेतरा जिले के सेवा सहकारी समितियों द्वारा आज 26 हजार रु. का सहायता राशि प्रदान की गई इनमे सेवा सहकारी समिति हसदा द्वारा 11000 रु., गुधेली 5000 रु., सिलघट 5000 रु. का चेक और सेवा सहकारी समिति भिंभौरी द्वारा 5000 रु. नगद जिला प्रशासन बेमेतरा के कोविड-19 राहत कोष मे जमा करने हेतु कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल को सौंपा।
- बलरामपुर : लॉकडाउन के दौरान लोगों को घर में ही फल और सब्जी मिल जाए इसके लिए छत्तीसगढ़ शासन द्वारा ऑनलाइन पोर्टल सीजीहाट की शुरूआत की गई है। इसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति घर बैठे ही फल और सब्जी प्राप्त कर सकता है। लोगों को घर में ही सुरक्षित रहने एवं कोरोना वायरस से बचाव तथा सोशल डिस्टेंसिंग को प्रोत्साहित करने के लिए यह एक अभिनव प्रयास किया गया है। इस ऑनलाइन पोर्टल का लिंक ीजजचरूध्ध्बहींजण्पद है। पोर्टल के माध्यम से फल एवं सब्जी दुकानदार तथा ग्राहक अपना पंजीयन कर सकते हैं।इच्छुक ग्राहक इस पोर्टल के माध्यम से फल एवं सब्जी ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं। वर्तमान में इस पोर्टल के माध्यम से डिलीवरी की सुविधा बलरामपुर शहर में प्रारम्भ कर दी गयी है। जो वेंडर इस पोर्टल के माध्यम से सेवा देना चाहते हैं, वे इस पर ऑनलाइन पंजीयन करें। पंजीयन के पश्चात् इस पोर्टल के माध्यम से ऑर्डर प्राप्त करना तथा घर पहुंच सेवा देना प्रांरभ कर सकते हैं। फल सब्जी खरीदने के इच्छुक ग्राहक इस पोर्टल पर पंजीयन करके अपने पंसद के वेंडर को ऑनलाईन ऑर्डर दे सकते हैं। फल एवं सब्जी का मूल्य ग्राहकों को ऑनलाईन दिखाई देगा। वेबसाईट में एसएमएस नोटिफिकेशन तथा ऑर्डर ट्रेकिंग की भी व्यवस्था की गई है। इसके अतिरिक्त किसी भी प्रकार की शिकायत होने पर ग्राहक ऑनलाईन शिकायत भी दर्ज करा सकते हैं। कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन को 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है और लॉकडाउन की इस अवधि में यह ऑनलाइन सेवा लोगों के लिए काफी उपयोगी सिद्ध हो सकती है।
- प्रतिष्ठान/संस्थानों को शोसल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए संचालन करने के निर्देशबलरामपुर : कोरोना वायरस (कोविड-19) के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन किया गया है। लॉकडाउन के अवधि में अत्यावश्यक सेवाओं के संचालन हेतु भारत सरकार द्वारा निर्देश प्राप्त हुये हैं। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री संजीव कुमार झा ने जिला में कुछ प्रतिष्ठान/संस्थानों को शोसल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुये खोलने का का आदेश दिया है। प्राप्त निर्देशानुसार मेडिकल स्टोर, सभी प्रकार के हॉस्पीटल, कृषि यंत्रों की दुकानें, खाद-बीज, पेस्टीसाईज की दुकानें, अनाज-सब्जी मंडी, आटा-तेल मिल्स, चावल की फैक्ट्रीयां, ईंट भट्टा, आटा चक्की मिल्स, पेट्रोल पम्प, हाईवे पर टायर पंचर की दुकानें, हरा चारा टाल, सब्जी फल की दुकाने, ऑप्टीशिंयस की दुकाने, सुविधा सेंटर (सी.एस.सी.), गैस एजेंसी, सभी प्रकार की प्रचून की दुकानें, दूध, पनीर की दुकाने, बैंक, एटीएम, वाटर कैंपर की दुकानें, आयुष की दुकानें, पशु आहार की दुकानें, डेयरी, गोदाम, वेयर हाउस, हाईवे पर ढाबे व ऑटो रिपेयरिंग शॉप (पुलिस अधीक्षक द्वारा चिन्हांकित), कोरियर सर्विस, बेकरी की दुकानें (होम डिलीवरी), मिस्त्री मार्केट, कृषि यंत्रों स्पेयर पार्ट्स की दुकानें एवं गैराज, ट्रांसपोर्ट कंपनी, बीजली पंखें की दुकान, मुर्गा-अण्डा की दुकान, विद्यार्थियों के किताब दुकान तथा प्रीपैड मोबाईल रिचार्ज दुकान खुली रहेंगी। उक्त दुकान के संचालकों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए शासन द्वारा दिये गये निर्देशों का पालन करना अनिवार्य होगा। इस आदेश के संबंध में किसी प्रकार की दुविधा अथवा संशय की स्थिति में संबंधित अनुविभागीय अधिकारी राजस्व से सम्पर्क कर सकते हैं।