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- बलरामपुर : 22 अप्रैल 2020/ जिले के समस्त मदिरा की दुकानें 28 अप्रैल तक के लिए बंद रहेंगी। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत् प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए 22 अप्रैल से 28 अप्रैल 2020 तक जिले के समस्त देशी-विदेशी मंदिरा की दुकानें और जिले मे स्थित देशी मदिरा के मद्य भंडारगारों को बंद करने के निर्देश दिये हैं। उन्होने नोवेल कोरोना संक्रमण से बचाव को ध्यान में रखते हुए दुकानों को बंद रखने के आदेश दिये हैं। कलेक्टर ने जिले की पुलिस एवं आबकारी विभाग के अधिकारियों को जारी आदेश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं।
- लॉकलाउन के दौरान आंगनबाड़ी केन्द्रों के 1 लाख 13 हजार 801 हितग्राही लाभान्वितबलरामपुर : कोरोना वायरस से बचाव और संक्रमण की रोकथाम के लिये शासन ने अतिआवश्यक सेवाओं को छोड़कर अन्य सेवाओं पर रोक लगायी है। इन सेवाओं के बंद होने से आम जनजीवन प्रभावित हुआ है, लेकिन शासन की कुछ महत्वपूर्ण योजनाएं ऐसी है जिनके अवरूद्ध होने से व्यापक स्तर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। शासन ने ऐसी महत्वपूर्ण और अतिआवश्यक योजनाओं को जारी रखने का निर्णय लिया है, इसी क्रम में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के अंतर्गत 06 माह से 6 वर्ष के कुपोषित एवं एनीमिक बच्चे तथा 15 से 49 वर्ष आयु वर्ग एनीमिक महिलाओं को दिए जाने वाले पूरक पोषण आहार का वितरण किया जा रहा है। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने बताया कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का संबंध हमारे नौनिहालों के स्वास्थ्य से है, इसलिए उनके लिए पोषण आहार का वितरण प्रारम्भ किया गया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से इन बच्चों को तय मानक के अनुसार निर्धारित मात्रा में सूखा अनाज उनके घर पहुंचाया जा रहा है।जिला महिला एवं बाल विकास के कार्यक्रम अधिकारी ने जानकारी दी है कि पूरक पोषण आहार वितरण के दौरान कार्यकर्ताओं को सोशल डिस्टेंसिंग तथा कोरोना वायरस से बचाव के सभी मानकों का पालन करने हेतु निर्देशित किया गया है। ज्ञातव्य है कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के माध्यम से बच्चों के लिए आवश्यक पूरक पोषण आहार प्रदान किया जा रहा था, किन्तु कोरोना वायरस से बचाव के लिए आंगनबाड़ियों को बंद किया गया, ताकि इसके सामुदायिक प्रसार को रोका जा सके। आंगनबाड़ियों के बंद होने से हितग्राहियों का शारीरिक विकास एवं एनीमिया से मुक्ति दिलाने उनको जरूरी पोषण मिलता रहे, यह सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग के निर्देशन में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर हितग्राहियों को चावल, गेंहू, दाल, पौष्टिक आहार की सूखा अनाज का पैकेट पहुंचा रही हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा ही अनाज का पैकेट तैयार किया जा रहा है, जिसमें आवश्यक पोषक तत्वों के जरूरत का भी ख्याल रखा जा रहा है।लॉकडाउन के दौरान जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों के 06 से 36 माह के सामान्य एवं गंभीर कुपोषित 52 हजार 604 बच्चों, 03 से 06 वर्ष आयु के सामान्य एवं गंभीर कुपोषित 39 हजार 515 बच्चों एवं महतारी जतन योजनाजतन अन्तर्गत् 10 हजार 516 गर्भवती महिलाओं को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा सूखा खाद्यान्न सामग्री घर-घर जाकर प्रदान किया गया है। इसी प्रकार मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अन्तर्गत 10 हजार 202 शिशुवती माताओं एवं 15 से 49 वर्ष आयु के एनीमिया पीड़ित 854 महिला हितग्राहियों को सूखा खाद्यान्न सामग्री चावल, मिक्स दाल, रस्सेदार सब्जी, आलू, सोयाबीन बड़ी एवं चना का पैकेट बनाकर प्रदान किया गया है। साथ ही सबला पोषण आहार योजनान्तर्गत 110 हितग्राहियों को वितरण किया गया।
- सूरजपुर : कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री दीपक सोनी के द्वारा नोवेल कोरोना वायरस (कोविड़-19) के संक्रमण से आमजन को सुरक्षित व स्वस्थ्य रखने के उद्देष्य से छ0ग0 आबकारी अधिनियम 1915 की धारा 24 की उप धारा (1) के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए जिले में स्थित समस्त देशी व विदेशी मदिरा की दुकानें 22 अप्रैल से 28 अप्रैल 2020 तक पूर्णतः बन्द रहेगी।
- सूरजपुर : 22 अप्रैल 2020/कोरोना वायरस संक्रमण व प्रभाव सें जिलेवासियों को सुरक्षित रखने के लिए शासन के निर्देश पर लाकडाउन व धारा 144 लागू किया गया है। इस अवधि में समाज के आर्थिक रूप से अक्षम, मजदूरी, दिहाड़ी, असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाले, निराश्रित, दिव्यांगों जैसे लोगों को प्रभावित होनें व जागरूकता अभियान सें जोड़ने के लिए जिला प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर निस्वार्थ भाव से सेवा कार्यो व जागरूकता अभियान में सहभागी बने समाजसेवी संस्था सहित अन्य के द्वारा किए गए कार्यो के लिए आज कलेक्टर श्री दीपक सोनी के द्वारा सभी संस्थाओं के प्रमुख व प्रतिनिधियों से एनआईसी के माध्यम से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बात कर अपने कर्तव्य मोर्चे पर अडिग रहकर कठिन समय में भी कार्य में लगे सभी सदस्यों को धन्यवाद ज्ञापित कर आभार प्रकट किया है।इसके साथ एसपी श्री राजेश कुकरेजा ने भी इस नेक कार्य के लिए सभी सहभागी संस्थानो के प्रतिनिधीगण को पुलिस परिवार के तरफ से धन्यवाद ज्ञापित किया है। इस दौरान कलेक्टर श्री सोनी ने कहा कि आप सभी नें इतनी कठिन व चुनौतियों के वक्त में लोगों के लिए राशन दान, मास्क, सैनिटाइजर, डोर टू डोर जरूरत की समाग्रीयों व जागरूकता अभियान में प्रशासनिक अमलें को सहयोग करनें पर कोरोना जैसी महामारी सें सुरक्षा कार्यो में अभी तक जिले में एक भी मामला सामने नहीं आना इस बात को साबीत करता है कि जिला प्रशासन के साथ आपका सहयोग अहम रहा है। इस संदर्भ में कलेक्टर श्री सोनी ने उन्हें डोनेशन ऑन व्हील्स के बारे में भी बताया कि सभी संस्थाएं इस सुविधा का उपयोग करके भी लोगो को सहयोग कर सकती हैं ताकि कही भी एक ही स्थल पर लोगो की भीड़ एकत्रित न हो।इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष श्री के0के0 अग्रवाल से भी चर्चा करते हुए नगर पालिका द्वारा नगर की स्वच्छता और सैनीटीजेशन पर विशेष ध्यान देने के लिए कलेक्टर ने उन्हें बधाई दी और साथ ही स्वच्छता दीदियों के अमूल्य योगदान की सराहना की। वर्तमान में यह लाॅकडाउन आगामी तीन मई तक लागू रहेगा इस दौरान आशा नहीं वरन आप सभी पर भरोसा है की पूर्व की भाॅती सहयोग सहित अन्य कार्यो में अपनी निस्वार्थ भाव से सेवा कार्यो को निरंतर बरकरार रखने के साथ नियमों व सुरक्षा मानकों के पालन हेतु समाज के अंतिम वर्ग तक शासन के लक्ष्य को पूर्ण करने में सार्थक भूमिका निभाएंगे। अभी तक के कार्यों में आपने समाज हित व देश हित को सर्वोपरी रखते हुए, हर वक्त सहयोग करनें के लिए पूरे जिला प्रशासन की टीम के तरफ से हम आप सभी को धन्यवाद ज्ञापित कर रहे हंै। इस दौरान कलेक्टर श्री सोनी, एसपी श्री कुकरेजा एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अष्वनी देवांगन के द्वारा विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पीआरए ग्रुप, श्री राहुल अग्रवाल, मारवाड़ी युवा मंच, श्री सुनील अग्रवाल, सरगुजा ज्ञानोदय एसोसिएषन, अक्षा एजुकेषन एण्ड वेलफेयर सोसायटी, युवा साथी फाउंडेषन, अपूर्वा वेदांत एजुकेषन एण्ड वेलफेयर सोसायटी, अग्रोध्या सेवा समिति, अमर एजुकेषन एण्ड वेलफेयर सोसायटी, सुर्योदय वेलफेयर सोसायटी, श्री षिवकेष्वर सेवा समाज संस्थान के संस्था प्रमुख व प्रतिनिधियों से बात किया गया है।
- 256 से अधिक मांग प्राप्ती पर 336155 रूपये समाग्रियों की उपलब्धता घर पहुॅचसूरजपुर : जिलें में कोरोना वायरस के संक्रमण व प्रभाव से ग्रामीण क्षेत्रों के रहवासियों की सुरक्षा के लिए हाट बाजारों पर पाबंदी के साथ जनता कफर््यू लागू हैं।इस अवधि में घरेलू समाग्रियों की आपूर्ति में कोचियो द्वारा सामाग्रियों के भंडारण व अधिक दर पर बिक्री करने से रोकने के लिए जिला प्रशासन की टीम सक्रिय है, वहीं दूसरी तरफ सही दाम पर घर पहुॅच घरेलु समानों की आपूर्ति के लिए सूरजपुर ट्रायबल मार्ट के माध्यम से सुविधा आमजनों को उपलब्ध कराई जा रही है। कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने सूरजपुर ट्रायबल मार्ट के माध्यम से पूर्ण लाॅकडाउन के उद्देष्य को सार्थक करने के लिए यह सुविधा मुहैया कराने के लिए नोडल अधिकारी को पर्याप्त व्यवस्था रखने के लिए शुरूआती चरण में ही निर्देषित किया गया था, जिसके परिपालन में नोडल अधिकारी सहायक आयुक्त श्री विष्वनाथ रेड्डी ने बताया है कि लाॅकडाउन अवधि के दौरान जिले के अलग-अलग विकासखंड में संचालित की जा रही ट्रायबल मार्ट के नंबरों पर 256 से अधिक काॅल प्राप्त की गई है, जिसपर घर पहुॅच सेवा देते हुए 336155 रूपये की बिक्री की गई है। डिलीवरी के दौरान कलेक्टर के निर्देषानुसार सुरक्षा उपायों का विषेष ध्यान रखा जा रहा है जिसमें डिलीवरी देने जाने वाली महिलाएॅ चेहरे में मास्क के साथ हैंड ग्लब्स का उपयोग कर रही हैं जिसके लिए विभाग द्वारा पर्याप्त व्यवस्था की गई है। दुकानों में भी सेनेटाईजर का व्यवस्था की गई है, साथ ही दुकान में आने वाले ग्राहकों को सोषल डिस्टेंस के साथ ही समान दिया जा रहा है। अबतक ट्रायबल मार्ट से की गई कुल बिक्री की बात करें तो जिले में 1 करोड़ 35 लाख से अधिक का आर्डर प्राप्त करते हुए महिला संचालकों के द्वारा 1 करोड़ 23 लाख से अधिक के समानों की आपूर्ति की जा चुकी है।संपूर्ण लाॅकडाउन अवधि में सुरक्षित व नियमित आपूर्ति का बना माध्यम-संपूर्ण राज्य के साथ जिले में पूर्ण रूप से लाॅकडाउन होने के बाद सबसे बड़ी समस्या रोजमर्रा की आवष्यक समाग्रियों की पूर्ति एवं ग्रामीण क्षेत्रों के आर्थिक रूप से पिछड़ेपन से जुझते परिवारों के लिए आय का जरीया भी ट्रायबल मार्ट से समाधान की ओर अग्रसर है। 24 घंटे के अंदर मिलने वाली घर पहुॅच सुविधा से संपूर्ण लाॅकडाउन को सार्थक करने में महत्वपूर्ण भूमिका के साथ इन परिस्थितियों में रोजमर्रा की जरूरत की सामग्री सही दाम एवं सुरक्षित रूप से उपलब्ध कराने का माध्यम ट्रायबल मार्ट निभा रहा है। इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना वायरस से एहतीयातन सुरक्षा से संबंधित जागरूकता अभियानों के दौरान इसकी जानकारी ग्रामीणों तक व्यापक प्रचार-प्रसार के माध्यम से दी जा रही है। वहीं इसके संचालन से कार्यरत् महिला संगठन की महिलाओं में निर्बाध आय अर्जित करने का माध्यम सूरजपुर ट्रायबल मार्ट बना है, महिलाएॅ आय अर्जन के साथ जागरूकता की मिसाल बनकर भी सामने आई हैं स्वयं कोरोना संक्रमण से बचने के उपायों को अपनाकर ग्रामीणों को भी जागरूक करने का कार्य यह महिलाएॅ कर रही हैं।कलेक्टर श्री दीपक सोनी के नेतृत्व में संपूर्ण जिले में कोरोना के विरूद्ध जंग में जनसहभागीता के तहत् शांतिपूर्ण रूप से आवष्यक जरूरत के सामान से जुडी दुकानें नियमित रूप से सुरक्षा को ध्यान में रखकर सुबह 09ः00 बजे से दोपहर 03ः00 बजे तक संचालित हो रही हैं। इसके बाद भी यदि अतिआवष्यक है तो विकल्प के तौर पर सूरजपुर ट्रायबल मार्ट सही दाम पर सही समान उपलब्ध कराने हेतु सक्रिय है। जिसमें समान आर्डर करने के लिए सूरजपुर विकासखंड में संपर्क नंबर 9754045313, रामानजुनगर विकासखंड के लिए संपर्क नंबर 7440657462, पे्रमनगर विकासखंड के लिए संपर्क नंबर 7067610098, प्रतापपुर विकासखंड के लिए संपर्क नंबर 6267894694, ओड़गी विकासखंड के लिए संपर्क नंबर 6266859698, भैयाथान विकासखंड के लिए संपर्क नंबर 8817568107 पर काॅल अथवा वाट्सएप के माध्यम से समाग्रियों का आर्डर दे सकते हैं।
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हिला ने स्वस्थ्य और सुंदर बच्ची को दिया जन्म, कलेक्टर ने भी दी बधाई
कोरबा : कोरोना संक्रमण के चलते लागू लॅाक डाउन के कारण एचआईवी संक्रमित गर्भवती महिला अपने गृह नगर बिलासपुर नहीं जा सकी तो कोरबा के जिला अस्पताल में डाक्टरों ने उसका सुरक्षित प्रसव कराया। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने भी खबर पाते ही महिला के सुरक्षित प्रसव के लिए जिला अस्पताल के डाक्टरों और मेडिकल स्टाफ को बधाई दी तथा महिला को पहली संतान के रूप में शक्ति स्वरूपा पुत्री प्राप्ति पर शुभकामनाएं दीं। श्रीमती कौशल ने डाक्टरों को जच्चा-बच्चा की अच्छी तरह देखभाल और सभी जरूरी ईलाज करने के निर्देश दिए।लाॅक डाउन के दौरान कोरोना की रोकथाम के लिए एक ओर जहां पूरे स्वास्थ्य अमला ग्राउंड जीरो पर जाकर पूरी मुस्तैदी से काम कर रहा है तो वहीं दूसरी ओर अन्य स्वास्थ्य सुविधाएं भी इससे बिना प्रभावित हुए लगातार चल रही है। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हेतु देश भर में लागू लाॅक डाउन के कारण जो जहां हैं वहीं रहने की सलाह शासन द्वारा दी गई है। लॅाक डाउन की इस मुश्किल दौर में एचआईवी संक्रमित गर्भवती महिला का जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डा. अरूण तिवारी के मार्गदर्शन में सफल और सुरक्षित प्रसव कराया गया तथा महिला ने नार्मल डिलेवरी के द्वारा एक स्वस्थ्य और सुंदर बच्ची को पहली संतान के रूप में जन्म दिया। जन्म के बाद बच्ची को तुरंत ही एंटी एचआईवी दवा नेवीरापीन का डोज भी पिला दिया गया। जिला अस्पताल कोरबा के सिविल सर्जन डा. अरूण तिवारी ने बताया कि 24 साल की एचआईवी संक्रमित गर्भवती महिला लॅाक डाउन के पहले अपने रिश्तेदार के यहां कोरबा आई थी। लाकडाउन लागू होने के कारण यहीं कोरबा में ही रह गई। प्रसव समय नजदीक होने के कारण वह बिलासपुर जाना चाहती थी किंतु लॅाक डाउन होने के कारण वह बिलासपुर नहीं जा पाई। गर्भवती महिला बिलासपुर अस्पताल में नामांकित थी। जिला एड्स नियंत्रण समिति एवं जिला चिकित्सालय प्रबंधन ने विश्वास दिलाया कि यहां सुरक्षित प्रसव कराने की संपूर्ण सुविधा उपलब्ध है। जिससे जच्चा-बच्चा को कोई परेशानी नहीं होगी। डाक्टरों के परामर्श पर महिला प्रसव के लिए तैयार हो गई तथा उसका सफलतापूर्वक प्रसव करा लिया गया। प्रसव के बाद संक्रमित महिला को एआरटी की दवाई भी उपलब्ध कराई गई। उक्त कार्य के सफल होने में जिला चिकित्सालय के मेडिकल स्टाफ का महत्वपूर्ण योगदान रहा। - जशपुर : फरसाबहार एसडीएम श्री एन.एस.भगत ने ग्रामीण विकास केन्द्र कुनकुरी के द्वारा फरसाबहार विकासखंड के जरूरतमंद लोगांे को चावल, दाल निःशुल्क प्रदान किया गया है।
- जशपुर : नोवल कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण से निपटने जरुरतमंद लोगो की सहायता के लिए जिले के विभिन्न वर्गो, संस्थाओं, प्रतिष्ठानों, एवं आम नागरिकों के द्वारा अपने-अपने स्तर पर आर्थिक सहायता राशि का सहयोग किया जा रहा हैं।इसी क्रम में अपना योगदान देते हुए जषपुर जिले के सरस्वती षिषु मंदिर विद्यालय एवं समिति जषपुर द्वारा प्रधानमंत्री केयर फंड में 21 हजार सहायता राशि का चेक अनुविभागीय अधिकारी जषपुर श्री योगेन्द्र श्रीवास को सौंपा। समिति के अध्यक्ष श्री जनार्दन सिन्हा ने श्री श्रीवास को चेक सांैपते हुए कहा कि उनकी समिति के सभी सदस्य हर परिस्थिति में हर संभव सहयोग के लिए तत्पर है। इस अवसर पर स्कूल के प्राचार्य एवं समिति के स्टाॅफ उपस्थित थे। इस सराहनीय कार्य के लिए एसडीएम श्री श्रीवास ने विद्यालय एवं समिति के सदस्य को धन्यवाद देते हुए उनका आभार व्यक्त किया।
- जशपुर : कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर को उनके कलेक्टेªेट कक्ष में जिला रौनियार समाज जशपुर के द्वारा कोविड-19 मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए 1 लाख 21 हजार रुपए का चेक सौंपा राहत कोष के लिए समाजसेवी स्वंयसेवी संस्था अधिकारी कर्मचारी निरंतर अपना सहयोग प्रदान कर रहे है।इस अवसर पर रौनियार समाज के पारसनाथ गुप्ता, विष्णुप्रसाद गुप्ता, जगन्नाथ गुप्ता, पूनम चन्द्रगुप्ता, दीपक गुप्ता, रामचरण गुप्ता, नरेन्द्र गुप्ता मौजूद थे।
- जशपुर : कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर के मार्गदर्शन में डोनेशन आॅन व्हील रथ की शुरूआत की गई है। अनुविभागीय अधिकारी श्री दशरथ सिंह राजपूत के दिशा निर्देश में नगरपंचायत पत्थलगांव में कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण के रोकथाम के लिए लाॅकडाउन के दौरान जरूरतमंद श्रमिकों मजदूरों, असहाय एवं निःशक्तजनों के लिए अनाज, भोजन अन्य जरूरी वस्तुओं का संग्रहण डोनेशन आॅन व्हील रथ के माध्यम से किया जा रहा है। जरूरत मंद लोगों तक रथ के जरिए से घर-घर जाकर भोजन और राशन पहुंचाया जा रहा है। डोनेशन आॅन व्हील रथ में जिले के इच्छुक व्यक्ति संस्था, समाजसेवी, स्वयंसेवी संस्था अपनी रूचि के अनुसार दान दे सकते हैं।कलेक्टर श्री क्षीरगसार ने अपील करते हुए कहा है कि जरूरतमंद को सहयोग देने के लिए जिला प्रशासन की डोनेशन आॅन व्हील रथ की मदद ली जा सकती है। प्रशासन द्वारा हेल्पलाईन नंबर 07763-223281 भी जारी किया गया है दिए गए नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।
- सोसायटियों में 1600 क्विंटल खाद -बीज उपलब्धसभी किसानों से धान बीज का उठाव करने कलेक्टर ने की अपीलसोशल डिस्टेंश का भी कड़ाई से करें पालनकिसानों को रोजगार देने के लिए 81 हेक्टेयर में बांस रोपण का कार्य किया जा रहा हैजशपुर : कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर के निर्देश पर किसान भाई बंधुओं को खेती किसानी के लिए खाद-बीज की उपलब्धता और शासन की योजना से लाभांवित करने के लिए कृषि विभाग द्वारा निरंतर प्रयास किया जा रहा है। सामान्यतः 10 जून तक मानसून की संभावना है। इसी तैयारी को देखते हुए कृषि विभाग ने खाद-बीज का अग्रिम रूप से भण्डारण किया है। कलेक्टर श्री क्षीरसागर ने समस्त किसानों को सोशल डिसटेंश का पालन करते हुए सोसायटियों में भण्डारित खाद-बीज का अग्रिम उठाव करने की अपील की है।कृषि अधिकारी एम.आर.भगत ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में कुल बीज 15180 क्विंटल के विरूद्ध अब तक सभी सहकारी समितियों में किसानो ंके लिए 1600 क्विंटल धान-बीज का भण्डारण कर दिया गया है एवं अन्य अनाज दलहन 525 क्विंटल, तिलहन 195 क्विंटल का भण्डारण का लक्ष्य मई प्रारंभ तक रखा गया है। उन्होंने बताया कि कुल खाद बीज की मात्रा 15000 मीट्रिक टन के एवज में 5508 मीट्रिक टन खाद भण्डारण है।उन्होंने बताया कि लाॅकडाउन को देखते हुए कृषि विभाग ने किसान भाई बंधुओं से खाद बीज का अग्रिम उठाव करके अपने घरों में रखने के लिए कहा है। ताकि सोशल डिस्टेंश को ध्यान में रखते हुए आसानी से खाद-बीज का उठाव किया जा सके। उन्होंने बताया कि जिले में जल संरक्षण के कार्य को प्राथमिकता दिया जा रहा है ताकि कृषकों को रबी के सीजन में अधिक क्षेत्रों में फसलों की पैदावार हो सके। जिले में चिन्हांकित गौठानों की संख्या 210 है। सभी गौठानों क्षेत्रोें में फसल प्रदर्शन आयोजित करके लगभग 3000 हेक्टेयर में कृषकों को लाभांवित किया जा रहा है। पहली बांस मिशन के तहत् 81 हैक्टेयर में बास का रोपण किया जा रहा है। 3 वर्ष का कार्यक्रम होगा तथा इससे कृषकों के लिए रोजगार के साधन भी उपलब्ध होंगे। डीएमएफ मद से पहली बार टिसू क्लचर गन्ना को विकासखंड बगीचा में पायलेट प्रोजेक्ट के तहत् 50 हैक्टेयर में कार्य लिया जा रहा है। किसान एवं ग्रामीणजनों को रोजगार के लिए बढ़ावा देने के लिए बांस मिशन, टिसू क्लचर को बढ़ावा दिया जा रहा है।
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कोरिया : कलेक्टर श्री डोमन सिंह जिले में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित हो सके, इसके लिए बेहद गंभीर हैं। उन्होंने लॉकडाउन अवधि में आपातकालीन चिकित्सा सुविधा हेतु तथा अन्य गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को चिकित्सक द्वारा अन्य शहरों में रिफर किए जाने पर बेहतर चिकित्सा मुहैया कराने हेतु 10 एंबुलेंस की उपलब्धता की जानकारी दी।
श्री सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के 5 एंबुलेंस तथा जिला प्रशासन की पहल से प्रेरित होकर एसईसीएल के अधिकारियों द्वारा 5 एंबुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित कराई गई है। उन्होंने बताया कि डायलिसिस, कीमोथेरेपी, ब्रेन ट्यूमर और अन्य गंभीर मामलों के मरीजों के उपचार के लिए चिकित्सक द्वारा अन्य शहर रिफर किए जाने पर आवश्यकतानुसार अनुमति प्राप्त कर जा सकते हैं।
श्री सिंह ने कहा कि कोरिया जिला प्रशासन जिले की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए तैयार है। जिन जरूरतमंदों को लॉकडाउन की अवधि में एंबुलेंस की आवश्यकता हो, वे जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए जिला प्रशासन की तैयारियों की जानकारी दी और जिले की जनता से सभी सुरक्षा उपायों का पालन करने की अपील की है। -
सूरजपुर में राहत शिविरों में श्रमिकों द्वारा किया जा रहा आमदनी अर्जन
सूरजपुर : 22 अप्रैल 2020/कोविड-19 महामारी से बचने के लिए लॉकडाउन के दौरान सूरजपुर जिले में दीगर राज्य एवं जिलो के कुल 631 श्रमिकों को 31 राहत केंद्रों में अतिथि की तरह ठहराया गया है।
यहां अतिथि के रूप में उनकी देखभाल करने के लिए जिले के नोडल अधिकारी डिप्टी कलेक्टर श्री बजरंग वर्मा और श्रम अधिकारी श्री घनश्याम पाणिग्रही के साथ-साथ प्रत्येक शिविर के लिए विशेष टीम की ड्यूटी लगाई गई है। यहाँ रुके सभी श्रमिकों को मेन्यु के अनुसार भोजन, रहने के लिए पूर्ण व्यवस्था के साथ-साथ खेल सामग्री जैसे लूडो, कैरम, टीवी आदि प्रदान की गई है। सभी के द्वारा नियमित रूप से योग किया जा रहा है और बच्चों की पढ़ाई के लिए व्यवस्था भी सुचारु रुप से चल रही है।
इसी कड़ी में हाल ही में जिले के एक शिविर में एक श्रमिक का पुत्र विकास का जन्मदिन जिला प्रशासन द्वारा मनाया गया जोकि सभी अतिथियों के लिए एक अमीट यादगार पल बन गया। अब इन शिविरों में रुके हुए श्रमिकों को उनकी दैनिक मजदूरी की जो आर्थिक क्षति हो रही है उसकी पूर्ति के लिए जिला प्रशासन ने विशेष पहल करते हुए इन्हें दैनिक आजीविका के कार्य उपलब्ध कराए हैं। इसी कड़ी में कई शिविर में श्रमिक द्वारा बांस के ट्री गार्ड का निर्माण किया जा रहा है। जिसको कि वन विभाग द्वारा त्वरित क्रय किया जा रहा है। इसके लिए श्रमिकों को आवश्यक बांस की उपलब्धता वन विभाग द्वारा कराया जाने के साथ ही कार्य प्रारंभ होने से पूर्व मास्टर ट्रेनर द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसके बाद इनके द्वारा सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए ट्री गार्ड बनाने में शिद्दत के साथ जुट गए हैं इसके परिणाम स्वरूप मात्र दो दिवस में ही इन श्रमिकों को प्रशासन द्वारा कुल रूपये 30000 से अधिक का भुगतान किया गया है।
प्रत्येक श्रमिक द्वारा दिन में लगभग रूपये 350 से रूपये 400 तक की आमदनी अर्जित की जा रही है। इन कार्यो से मुख्यमंत्री राहत शिविर ना केवल राहत शिविर वरन् एक मुख्यमंत्री आजीविका केंद्र के रूप में तब्दील हो गया है। यहां ठहरे अतिथियों में अत्यंत खुशी का माहौल है और अब उन्हें अपनी उर्जा का सदुपयोग करते हुए और बेहतर तरीके से समय बिताने का अवसर प्राप्त हो गया है। इन्ही में शामील मध्य प्रदेश बालाघाट जिले के एक अतिथि श्री भोजलाल डोमार को जब उनकी मेहनत की कमाई हुई रकम हाथ में मिली तो उन्होंने छत्तीसगढ़ शासन, जिला प्रशासन का धन्यवाद करते हुए लड़खड़ाते जुबाॅ से बोले कि लाॅकडाउन में जब हम षिविर में आयें तो यह सोंचा न था, एक सपना जो वास्तविकता में छत्तीसगढ़ शासन व जिलाप्रषासन ने तब्दील करते हुए हमारा व परिवार का न केवल सुरक्षा का ध्यान रखा वरन् हमारे आजीविका के लिए भी ध्यान रखते हुए काम का अवसर उपलब्ध कराया है, जिससे अब हम यहाॅ के खुषनुमा यादों के साथ कमायें हुए पैसों को लेकर अपने घर जायेंगें। उन्होनें इन शब्दों के साथ खुषियों भरे लफ्जों में जिला प्रशासन के अधिकारियों को अपने घर बालाघाट आने का आमंत्रण देते हुए आतिथ्य स्वीकार करने की बातें कहीं हैं। इस दौरान अन्य श्रमिकों ने भी कहा कि जब हम लाॅकडाउन के बाद जिले से अपने जिलों के लिए प्रवास करेंगे तब यह न केवल खुशनुमा यादें बल्कि अपने साथ अपनी कमाई हुई रकम भी साथ लेकर जाएंगे और बेहतर रूप से आर्थिक सुदृढ़ बनकर अपने घर पहुंचेंगे।
- बेमेतरा : - कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने किसानों से अपील की है कि वे अपने खेत में फसल के अवशेष न जलाएं। फसल अवशेष जलाने से मृदा का तापमान बढ़ जाता है और उर्वरा शक्ति कम होती है, जिससे मृदा की संरचना बिगड़ जाती है। जीवाष्म पदार्थ की मात्रा कम हो जाने से मृदा की उत्पादकता कम होने का खतरा होता है। फसल अवशेष जलाने से उस पर आश्रित मित्र कीट मर जाते है। जिससे मित्र कीट और शत्रु कीट का अनुपात बिगड़ जाता है, फलस्वरूप पौधों को कीट प्रकोप से बचाने के लिए मजबूरन महंगे तथा जहरीले कीटनाशकों का इस्तेमाल करना पड़ता है जिसका दुष्प्रभाव मानव स्वास्थ्य पर देखा जा रहा है। .फसल अवशेष को एकत्र कर पशुचारे के रूप में उपयोग हेतु विक्रय भी किया जा सकता है। इसके अलावा फसल अवशेष का उपयोग नाडेप, वर्मीखाद जैसी कार्बनिक खाद बनाने में भी किया जा सकता है। कलेक्टर श्री तायल ने जिले के किसानों को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा जारी निर्देशों का गंभीरता से पालन करने की अपील लोगों से की है। फसल अवशेषो के प्रबधंन के लिये उपयोगी कृषि यंत्रो के बारे में विस्तृत जानकारी के लिए शासकीय कृषि महाविद्यालय बेमेतरा एवं मोहगांव (साजा), कृषि विज्ञान केन्द्र ढोलिया बेमेतरा के वैज्ञानिक डाॅ. जितेन्द्र जोशी (मोबाईल नं. 78050-39366) या कृषि विभाग बेमेतरा से सम्पर्क किया जा सकता है।
- बेमेतरा: - कोरोना वायरस कोविड-19 के महामारी के संक्रमण से निपटने के लिए जिले ग्राम पंचायतों के सरपंच (सचिव) एवं आम नागरिकों के द्वारा अपने-अपने स्तर पर आर्थिक सहायता राशि का सहयोग किया जा रहा हैं। इसी क्रम में जनपद पंचायत साजा के अंतर्गत ग्राम पंचायत कोपेडबरी एवं पतोरा के सरपंच द्वारा क्रमशः 20100 रु. एवं 11000 रु. आर्थिक सहायता राशि जमा की है। अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) साजा आशुतोष चतुर्वेदी ने बताया कि एसडीएम कार्यालय द्वारा पूर्व मे प्राप्त दान राशि 3 लाख 90 हजार 600 रु. कोविड-19 संक्रमण के कारण गैर राज्यों मे फंसे छ.ग. के दिहाडी मजदूरों के सहायता हेतु राशि भेजी गई थी।ज्ञात हो की कोरोना कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए जिले के विभिन्न समिति, संस्था, आम नागरिकों एवं सरकारी कर्मचारियों के द्वारा अपने इच्छानुसार धनराशि दान किया जा रहा है। कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने बताया कि कोरोना से बचाव के लिए जो भी नागरिकगण दान करना चाहते हैं, वे जिला प्रशासन बेमेतरा के राहत कोष कोविड-19 बचत खाता मे दान कर सकते हैं। कोटक महेन्द्रा बैंक बेमेतरा के बैंक एकाउण्ट नंम्बर-1815093225, (आइएफएससी) IFSC कोड (केकेबीके)KKBK0006426 है। जिला बेमेतरा से संबंधित श्रमिक जो कि अन्य राज्यों मे फसे हुए है, उनकी सहायता के लिए इस राशि का उपयोग किया जा रहा है।
- बेमेतरा : आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा लाॅकडाउन की अवधि में आंगनबाड़ी केन्द्र के हितग्राही नन्हें मुन्हें बच्चों की बौद्धिक क्षमता बढ़ाने व खेल-खेल में शिक्षा से जुड़ने के लिए स्मार्ट फोन के माध्यम से इन बच्चों के घर-घर जाकर मोबाईल विडियों के द्वारा गीत, कविता एवं कहानियों को सुनाया जा रहा है। उपरोक्त गतिविधि से बच्चों में सीखने एवं पढ़ने का उत्साह जागृत हुआ है तथा शिक्षा के प्रति आकर्षण भी बढ़ा है।बच्चों के माता पिता के द्वारा उक्त कार्य की प्रशंसा की जा रही है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के द्वारा स्वास्थ्य विभाग से समन्वय कर बच्चों का टिकाकरण का भी कार्य करवाया जा रहा है। इन सारी गतिविधियों की विभागीय अमलों के द्वारा माॅनिंटरींग की जा रही है, निगरानी रखी जा रही है व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का सतत् मार्गदर्शन भी किया जा रहा है।जिले में फरवरी 2019 की स्थिति में मध्यम कुपोषित बच्चों की संख्या 10678, गंभीर कुपोषित बच्चों की संख्या 3002 कुल कुपोषित बच्चें 13680 थे कुपोषण का प्रतिशत 19.06 रहा, जो घटकर मध्यम कुपोषित बच्चें 9393, गंभीर कुपोषित बच्चें 2658 कुल कुपोषित बच्चें 12051 कुपोषण का प्रतिशत 15.70 इस तरह कुल 1629 बच्चें कुपोषण से बाहर हुए है। कुपोषण में कमी 3.36 प्रतिशत रही है।
- बेमेतरा :- महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ मे सुधार लाने की दिशा मे विशेष प्रयास किए जा रहे है।बेमेतरा जिले में संचालित 1079 आंगनबाड़ी केन्द्रों के हितग्राहियों को घर-घर जाकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा रेडी टू ईट का वितरण (टी.एच.आर.) किया जा रहा है। 06 माह से 03 वर्ष तक के 38833 हितग्राही एवं 03 से 06 वर्ष के 32224 हितग्राही, गर्भवती माता:- 7138 शिशुवती माता:- 7890 किशोरी बालिका:- 202 कुल 86287 हितग्राहियों को रेडी टू ईट के द्वारा लाभांवित किया गया है। इसके साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा घर में रेडी टू ईट देने के साथ ही गृह भेंट के माध्यम से कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं फैलाव से बचाव हेतु समझाईश भी दी जा रही है, जैसे घर पर ही रहना, भीड़ वाले स्थान पर ना जाना, माक्स का उपयोग करना, यथा समय साबुन से बार-बार हाथ धोना एवं यदि कोरोना वायरस के लक्षण मिले तो सीधे चिकित्सक से परामर्श लेना साथ ही स्वच्छता व साफ सफाई पर विशेष ध्यान देना। कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल के नेतृत्व एवं जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती रीता यादव के मार्गदर्शन मे मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत् प्रतिकात्मक रूप से 75 आंगनबाड़ी केन्द्रो के लगभग 1255 हितग्राहियों को 06 माह से 03 वर्ष के मध्यम गंभीर कुपोषित बच्चें व एनिमिक शिशुवती माताओं को सुखा पोषण आहार (चावल, दाल, आलू, चना) प्रदाय किया जाकर लाभांवित किया गया।
- कोरबा : जिले के एसपी अभिषेक मीणा ने कोरोना संकट के दौरान कटघोरा शहर के लोगो को राहत पहुंचाने में जुटे वॉलेंटियर्स के काम काज की जमकर तारीफ की है. उनका मानना है कि स्वयंसेवक अपने स्वास्थ्य को दांव में लगाकर जिस तरह घर-घर पहुंचकर राशन और दवाइयां पहुंच रहे है वो दर्शनीय है. उन्होंने सभी वॉलेंटियर्स को सावधानी बरतने की सलाह दी है. एसपी ने उन्हें शाबासी देते हुए शहर के लोगो के धैर्य और संयम की भी प्रशंसा की है.
एसपी अभिषेक मीणा ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए बताया कि कटघोरा शहर में ही 27 कोरोना मरीजो की पुष्टि हुई थी. वही पिछला मामला पांच दिन पहले सामने आया था जिसमे तीन लोगों के कोरोना से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी. सभी मरीज जमातियों के प्राइमरी कनेक्शन में थे. उनका पहले सैंपल लिया गया था तब रिपोर्ट नेगेटिव मिला था जबकि डबल सेंपलिंग में उनके कोरोना से ग्रसित होने की पुष्टि हुई थी.
एसपी ने बताया कि जो कटघोरा वार्ड गई उनमें 11, 10 और वार्ड क्रमांक 3 शामिल है. वे खुद भी अपनी पुलिस टीम के साथ इन वार्ड में पैदल भ्रमण कर लोगो से मिल रहे है और उनका हालचाल जान रहे है. इसके अलावा जो वार्ड इन प्रभावित इलाकों से लगे है उनमें भी हर दिन पुलिस व्यवस्था की समीक्षा उनके अधिकारी कर रहे है. इस दौरान अबतक इन वार्डो में किसी तरह की सामाजिक गतिविधि दिखाइए नही पड़ी है. फिलहाल सभी को इसी तरह की व्यवस्था बनाये रखने के निर्देश दिए गए है.
एसपी अभिषेक मीणा ने बताया कि सोमवार के शाम स्वयं महामहिम राज्यपाल अनुसुइया उइके ने उनसे फोन पर जिले के हालात को लेकर चर्चा की थी. राज्यपाल ने उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. इसके अलावा राज्यपाल ने कहां है कि कटघोरा क्षेत्र में जितने भी पुलिसकर्मी इन दिनों कठिन हालात में अपनी ड्यूटी दे रहे हैं उनके खान-पान और स्वास्थ्य का ख्याल रखा जाए साथ ही वे पुलिसकर्मी जिनकी ड्यूटी अति प्रभावित पुरानी बस्ती क्षेत्र में लगाई गई है उनकी सुरक्षा भी बेहतर तरीके से सुनिश्चित की जाए.
कटघोरा प्रभावित क्षेत्र के दो वॉलिंटियर से भी उन्होंने आज फोन पर चर्चा की थी. अभिषेक मीणा ने बताया कि फोन पर उन्होंने उनसे राशन व्यवस्था और दवाइयों के वितरण पर भी चर्चा की है. उन्होंने स्वयं वॉलिंटियर्स को आश्वस्त किया है कि कोर क्षेत्र में सामानों के वितरण में अगर किसी तरह की कठिनाई आती है तो वे तत्काल पुलिस से संपर्क कर उनकी मदद ले सकते हैं. एसपी ने शहरवासियों को भरोसा दिलाया है कि कोरोना संक्रमण की वजह से पैदा हुआ यह संकट फिलहाल कुछ दिनों का है. शहर के लोगों ने जिस तरह से अबतक लॉकडाउन का बेहतर तरीके से पालन किया है उन्हें पूरी उम्मीद है कि आने वाले वक्त में भी वे इस व्यवस्था को बनाए रखेंगे और शहर के साथ समूचे जिले को कोरोना मुक्त करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे. - दुर्ग : किसी अन्य राज्य अथवा अन्य जिला के व्यक्ति दुर्ग जिला के किसी ग्राम में आने पर संबंधित के स्वास्थ्य परीक्षण तथा आगमन की सूचना जिला कार्यालय में स्थापित कंट्रोल रूम के नं. 07882210180 पर दी जा सकती है।
- दुर्ग : नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत स्व सहायता समूह की महिलाएं अपने घर पर विभिन्न प्रकार की खाद्य एवं अन्य सामग्री जैसे अचार, चिप्स, पापड़, रुई, अगरबत्ती, बड़ी, मुरकू, रुई की बत्ती, लड्डू इत्यादि बनाकर इसे विक्रय कर आय अर्जित कर रही है लॉक डाउन के दौरान महिलाएं अपने घर पर रहते हुए सामग्रियां तैयार कर रही है और आसपास के रहवासियों को बेच कर रही है।राधिका स्व सहायता समूह वार्ड क्रमांक 36, श्रवण स्व सहायता समूह वार्ड क्रमांक 37, सखी स्व सहायता समूह वार्ड क्रमांक 37, कृष्ण कन्हैया स्व सहायता समूह वार्ड क्रमांक 6, जय मां संतोषी स्व सहायता समूह, मनोकामना की अर्चना जावड़ेकर, साधना स्व सहायता समूह की महिलाएं, वार्ड क्रमांक 20 मीरा स्व सहायता समूह की रणजीत कौर, मां राजेश्वरी स्व सहायता समूह वार्ड क्रमांक 20, स्व. शक्ति एवं सुमंगल स्व सहायता समूह वार्ड क्रमांक 13 की महिलाएं, श्री आदर्श महिला स्व सहायता समूह, वार्ड क्रमांक 13 संजीवनी स्व सहायता समूह वार्ड क्रमांक 64 सेक्टर 10, जयंती महिला स्व सहायता समूह, वार्ड क्रमांक 66 सेक्टर 7 प्रगति महिला स्व सहायता समूह, सृष्टि महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा घर पर रहकर ही आय के स्रोत बढ़ाने के लिए खाद्य एवं अन्य सामग्री तैयार की जा रही है,इनमें से अधिकतर ऐसी सामग्री है जिसे स्टोर करके सुरक्षित रखा जा सकता है और बाद में भी विक्रय किया जा सकता है जिसके लिए महिलाएं जुटी हुई है। राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के सहायक परियोजना अधिकारी फणींद्र बोस ने जानकारी देते हुए बताया कि भिलाई शहर में लगभग ढाई हजार स्व सहायता समूह की महिलाएं पंजीकृत है तथा 75 एरिया लेवल फेडरेशन पंजीकृत है, स्व सहायता समूह की महिलाओ को सुदृढ़ बनाने के लिए आवर्ती निधि के रूप में 10000 रुपए प्रदाय किया जाता है जो कि केवल एक बार दिया जाता है इसके अलावा इन महिलाओं को बैंक लिंकेज के माध्यम से लोन प्राप्त होता है और इस लोन को चुकाने पर फिर से अधिक लोन प्राप्त होता है यह प्रक्रिया सतत रूप से होती है। इन पैसों से महिलाओं द्वारा आय अर्जित करने के लिए विभिन्न कार्यों में उपयोग किया जा रहा है। महिलाओं द्वारा परिस्थितियों को देखते हुए अलग-अलग गतिविधियां संचालित की जा रही है, कई महिलाओं ने आय अर्जित करने के लिए मास्क भी तैयार किया है।
- दुर्ग: बैकुंठधाम के थोक सब्जी मंडी में फुटकर सब्जी बेचने वाले विक्रेताओं पर जुर्माना लगाया गया यहां पर केवल थोक व्यापारियों को विक्रय करने की अनुमति दी गई है जिन्हें पहचान पत्र भी जारी किया गया है, फुटकर सब्जी व्यापारियों के यहां पर सब्जी बेचने से भीड़ बढ़ने की संभावना ज्यादा हो जाती है जिसको व्यवस्थित करने के लिए कार्यवाही की जा रही है।नगर निगम की उड़नदस्ता टीम ने सुपेला बाजार, चूड़ी लाईन, आकाशगंगा, स्मृतिनगर, केम्प-1, पाॅवरहाउस क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले व्यवसायिक प्रतिष्ठानों का निरिक्षण किए लाॅकडाउन में उल्लंघन करने वालों पर उड़नदस्ता की टीम ने जुर्माना लगाया। शासन के आदेश की अवहेलना करते हुए कुछ दुकानदार गैर आवश्यक सेवा वाले दुकानदार भी दुकान खोले थे। निगम की टीम ने निरिक्षण के दौरान भीड़ पाए जाने वाले दुकानदार के संचालकों को समझाईश दी।शासन द्वारा लगाए गए लाॅकडाउन का पालन कराने निगम आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी के निर्देश पर उड़नदस्ता टीम शहर के सभी प्रमुख बाजारों का निरिक्षण किए और शासन के आदेश का उल्लंघन करते पाए जाने वाले दुकानों पर कार्यवाही की! उड़नदस्ता की टीम ने व्यवसायिक प्रतिष्ठान, बाजार व अन्य भीड़-भाड़ वाले स्थानों का भ्रमण करते हुए लोगों को एक जगह एकत्र न होने की समझाईश दिए। निगम की उड़नदस्ता टीम ने आकाशगंगा मे लालचंद, राज कुमार एवं मुन्ना द्वारा सब्जी विक्रय करने पर प्रत्येक से 5000 रुपए जुर्माना, बैकुंठ धाम मे फुटकर सब्जी बेचने पर देवनाथ लहसुन चिल्लर विक्रेता से 1000 रूपए, विजय कुमार गुप्ता केम्प-1 वृन्दानगर द्वारा थोक बाजार में चिल्हर बेचे जाने पर 1000 रूपए, मुमताज चूड़ी लाइन में अनावश्यक दुकान खोलने पर 900 रूपए, उमाशंकर चैधरी द्वारा थोक सब्जी मंडी में चिल्हर सब्जी बेचने पर 1000 रूपए, धनंजय कुमार द्वारा बैकुंठधाम में चिल्हर सब्जी बेचने पर 1000 रूपए जुर्माना वसूल किया गया। उड़नदस्ता की टीम ने व्यापारियों को बताया कि लाॅकडाउन में बिना मास्क लगाए ग्राहकों सामान नहीं देना है तथा अधिक दाम पर सामान बेचने की शिकायत पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।
- दुर्ग : कोविड -19 नोवल कोरोनावायरस के बचाव के लिए घर से बाहर निकलते समय मास्क पहनने या अन्य कोई तरीका जिससे चेहरा ढक जाए की अनिवार्यता को देखते हुए निगम द्वारा अब कार्यवाही के लिए टीम का गठन भी कर दिया गया है। सार्वजनिक स्थलों पर या आवश्यक कार्य से घर से बाहर निकलते समय मुंह, नाक व चेहरे का हिस्सा कवर हो सके ऐसा मास्क या अन्य कोई उपाय अपनाएं ताकि किसी व्यक्ति के नजदीक आने,खांसने एवं क्षीकने आदि से फैलने वाले संक्रमण से बचाव हो सके।घर से आवश्यक कार्य से बाहर निकलने पर पैदल चलने वाले, साईकिल, दो पहिया या चार पहिया वाहन में हो सभी को मास्क लगाना अनिवार्य है इसके अलावा बाजार व दुकानों में विक्रेता तथा ग्राहक को भी लेन-देन के दौरान फेस कवर करना अति आवश्यक है। बिना मास्क लगाए हुए कोई व्यक्ति पाया गया तो अर्थदण्ड एवं अन्य आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। निगम की उड़नदस्ता टीम ने दो दिन पूर्व ही बिना मास्क लगाए हुए व्यक्ति के पाए जाने पर 1500 रूपए का अर्थदंड लिया था। भिलाई निगम के जोन आयुक्त सुनील अग्रहरी ने जोन 2 वैशाली नगर क्षेत्र के लिए इस बाबत कार्यवाही के लिए वार्ड वार जिम्मेदारी निगम कर्मचारियों को प्रदान कर दी है! निगम क्षेत्र में लाॅडाउन के तहत शासन के सभी आदेशों के पालन कराने निगम कर्मी जुटे हुए हैं। सोशल डिस्टेंस और बिना मास्क लगाए घर के बाहर निकलने वाले व्यक्तियों की लगातार माॅनिटरिंग की जा रही है।घर से बाहर फेस कवर नहीं करने वालों पर कार्यवाही के लिए आज जोन 02 क्षेत्र में 16 कर्मचारियों को वार्डवार जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसमें वार्ड 10 शांतिनगर में मदन मोहन तिवारी व सतनाम, वार्ड 11 अम्बेडकर नगर में हरि ताम्रकार व सौरभ, वार्ड 13 राजीवनगर में अरूण सिंह व विध्यांचल, वार्ड 14 रामनगर में अश्वनी देशमुख व सन्नी, वार्ड 15 वैशालीनगर में गुप्तानंद तिवारी व रविन्द्र, वार्ड 16 कुरूद में लक्ष्मीनारायण वर्मा व चंद्रभान, वार्ड 17 वृंदानगर में रामरतन टंडन व देवेन्द्र कुमार, वार्ड 18 प्रेमनगर में उत्तम ताम्रकार व प्रकाश को जिम्मेदारी दी गई है! नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति बिना मास्क लगाएध्फेस कवर किए घर से बाहर या सार्वजनिक स्थलों पर पाया गया तो अर्थदंड की कार्यवाही की जाएगी। इसके अतिरिक्त सार्वजनिक स्थलों पर थूकने, सोशल डिस्टेंस का उल्लंघन किए जाने पर एवं छूट प्राप्त दुकानों के विक्रेताओं के द्वारा मास्क आदि का उपयोग नहीं करने पर भी अर्थदंड की कार्यवाही की जावेगी, विक्रेताओं के द्वारा पुनरावृति करने पर छूट समाप्त की जावेगी।
- दुर्ग: मानव संसाधन विकास मंत्रालय, नई दिल्ली एवं आई. आई. टी. खड़गपुर द्वारा संयुक्त रुप से स्थापित नेशनल डिजीटल लाइब्रेरी आॅफ इंडिया से दुर्ग विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएँ भी जुड़कर अनेक आॅनलाइन उपलब्ध सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। यह जानकारी देते हुए दुर्ग विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता, छात्र कल्याण डाॅ. प्रशांत श्रीवास्तव ने बताया कि कोरोना संक्रमण के इस दौर में विद्यार्थियों को बिना घर के बाहर निकले उनके पाठ्यक्रम से संबंधित उच्च स्तरीय पाठ्य सामाग्री उपलब्ध करवाने के प्रयास केंद्र एवं राज्य सरकार के उच्च शिक्षा विभागों द्वारा किए जा रहे हैं।इसी श्रंखला में आई. आई. टी., खड़गपुर में स्थित नेशनल डिजीटल लाइब्रेरी आॅफ इंडिया प्रोजेक्ट के कम्प्यूटर साइंस विभाग के संयुक्त प्रधान अन्वेषक डाॅ. पार्य प्रतिम दास का पत्र कुलपति डाॅ. अरुणा पल्टा को आज प्राप्त हुआ। पत्र में किए गए उल्लेख के अनुसार दुर्ग विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को नेशनल डिजीटल लाइब्रेरी आॅफ इंडिया में उपलब्ध महत्वपूर्ण पाठ्यसामाग्री का उपभोग करने हेतु सर्वप्रथम उसकी वेबसाइट पर पंजीकरण कराना अनिवार्य है। पंजीकरण के पश्चात् विद्यार्थियों को एक लाॅगइन पासवर्ड प्राप्त होगा, जिसकी सहायता से वे अपने कक्षा एवं पाठ्यक्रम के अनुसार वांछित पाठ्यसामाग्री का लाभ ले सकेंगे। पत्र केे अनुसार डिजीटल लाइब्रेरी में 400 विभिन्न भाषाओं में शैक्षणिक समाग्री उपलब्ध है। इनमें कोर्स मटेरियल के साथ-साथ प्रायोगिक कक्षाओं हेतु मोनोग्राफ, पीएचडी थीसिस, डिज़रटेशन आदि उपलब्ध हैं। इनमें विज्ञान एवं प्रौद्योगिक विषयों के साथ सोशल साइंस संकाय के विषय जैसे इतिहास, राजनीति शास्त्र, भाषाएँ, गणित, लाइब्रेरी साइंस, अर्थशास्त्र, भूगोल, समाजशास्त्र, दर्शनशास्त्र, मनोविज्ञान, भूविज्ञान आदि से संबंधित पाठ्यक्रम सामाग्री प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। डाॅ. प्रशांत श्रीवास्तव ने बताया कि खड़गपुर स्थित इस नेशनल डिजीटल लाइब्रेरी आॅफ इंडिया में एक सौ प्रकार के ई-रिसोर्स संसाधन जैसे वीडियो लेक्चर, आडियो लेक्चर पीडएफ फाॅर्मेट में नोट्स, एल्बम, बुक, आर्टिकल, प्रश्नपत्र, वेबकोर्स, डाटासेट आदि उपलब्ध हैं।दुर्ग विश्वविद्यालय की कुलपति डाॅ. अरुणा पल्टा ने लाइब्रेरी की इस सुविधा का लाभ अधिक से अधिक उठाने हेतु विश्वविद्यालय परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले महाविद्यालयों के प्राध्यापकों, सहायक प्राध्यापकांे, शोधविद्यार्थियों तथा स्नातक एवं स्नातकोत्तर विद्यार्थियों से आग्रह किया है। प्राध्यापकों द्वारा तैयार किए गए लगभग 200 से अधिक वीडियो लेक्चर को दुर्ग विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड करने की प्रक्रिया जारी रहने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए डाॅ. अरुणा पल्टा ने बताया कि आगामी शैक्षणिक सत्र में विद्यार्थियों को शैक्षणिक सुविधाएँ प्रदान करने के लिए विश्वविद्यालय और प्रयास करेगा।
- दुर्ग: कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम हेतु सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने हेतु समय-समय पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्देश जारी कि गए हैं। इन नियमों का पालन नहीं करने पर निम्नानुसार अर्थदण्ड स्वास्थ्य विभाग एवं स्थानीय निकायों द्वारा अधिरोपित किया जा सकेगा। सार्वजनिक स्थानों पर मास्क या अन्य तरीकों से चेहरा नहीं ढका पाए जाने पर अर्थदण्ड अधिकतम 200रु, सार्वजनिक स्थानों पर थूकने पर अर्थदण्ड अधिकतम 200रु, सार्वजनिक स्थानों पर अनावश्यक विचरण अथवा सोशल डिस्टेंसिंग के सिद्धांत का उल्लंघन पाए जाने पर अर्थदण्ड अधिकतम 200रु, दो चक्का वाहनों पर दो सवारी के अतिरिक्त सवारी पाये जाने पर अर्थदण्ड अधिकतम 200रु, चार चक्का वाहनों में ड्राईवर के पिछली सीट पर एक अतिरिक्त सवारी हो सकती है, इसके अतिरिक्त सवारी होने पर अथवा सामने की सीट पर सवारी होने पर अर्थदण्ड अधिकतम 200रु, छूट प्राप्त दुकानों के विक्रेताओं के द्वारा मास्क का उपयोग नहीं करने पर प्रथम बार अर्थदण्ड 500रु, दूसरी बार मास्क का उपयोग नहीं करने पर अर्थदण्ड अधिकतम 1,000रु, इसके बाद भी पुनरावृत्ति होने पर दुकान संचालन की छूट समाप्त कर दी जाएगी। उपरोक्त अर्थदण्ड के अतिरिक्त विभिन्न प्रभावी अधिनियम एवं नियमों के अंतर्गत अन्य वैधानिक कार्यवाही भी की जा सकेगी।
- दुर्ग : बैंक आफ बड़ौदा एसोसिएशन के अधिकारियों ने आज कलेक्टर श्री अंकित आनंद को जिला प्रशासन के कोविड रिलीफ फंड के लिए एक लाख रुपए के चेक की सहयोग राशि सौंपी। यह राशि एसोसिएशन के गंगालूर से लेकर कवर्धा तक के अधिकारियों का अंशदान है। इधर महासमुंद से बागरेकसा (राजनांदगांव) तक संघ के सदस्यों ने इसमें अपना अंशदान किया है। संघ के अध्यक्ष रंजीत कुमार सिंह, सचिव श्री केके गोस्वामी, उपाध्यक्ष श्री गजेंद्र मुदलियार आज कलेक्टर श्री अंकित आनंद से मिले और उन्हें यह चेक सौंपा।इस मौके पर संघ के अध्यक्ष श्री सिंह ने कहा कि कोविड की लड़ाई में आफिसर्स एसोसिएशन जिला प्रशासन की पूरी तरह से मदद करेगा और आगे भी हम हर संभव मदद अपने स्तर पर करेंगे। उल्लेखनीय है कि यह एसोसिएशन एआईबीओसी/एफबीओबीए से संबंद्ध है। इस मौके पर लीड बैंक आफिसर श्री अशोक सिंह भी उपस्थित थे।