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- जशपुर : कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने अपातकालीन सेवाओं जैसे मेडिकल, एमरजेंसी, वेटनरी एवं आवश्यक सामग्री क्रय हेतु निजी वाहनों की अनुमति होगी। चैपहिया वाहनों में वाहन चालक के अलावा केवल पीछे की सीट में एक सवारी बैठाने की अनुमति होगी। छूट प्राप्त श्रेणियों एवं अनुमति प्राप्त क्षेत्र के व्यक्तियों को जिला प्रशासन द्वारा निर्देशानुसार कार्यस्थल से निवास तक परिवहन की अनुमति होगी।
- जशपुर : कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने ग्रामीण क्षेत्र में अर्थात नगरीय निकायों की सीमा के बाहर सड़क निर्माण, सिंचाई परियोजना, भवन निर्माण, जल प्रदाय एवं स्वच्छता, विद्युत ट्रांमिशन लाईनों का निर्माण, दूरसंचार हेतु आॅप्टिकल फाईबर एवं केबल डालने का कार्य एवं सभी प्रकार के उद्योग (एम.एस.एम.ई.सहित) निर्माण परियोजनाओं के लिए अनुमति होगी तथा सभी प्रकार के औद्योगिक क्षेत्र निर्माण की परियोजनाओं में अनुमति होगी। नवीकरणीय उर्जा संबंधी परियोजनाओं के निर्माण की अनुमति होगी। नगरीय निकायों की सीमा के भीतर ऐसी निर्माण परियोजनाएं जहां पर श्रमिक साईट पर उपलब्ध हो तथा बाहर से लाने की आवश्यकता न हो को शामिल किया गया है।
- जशपुर : कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने ग्रामीण क्षेत्र में स्थित अर्थात नगरीय निकायों की सीमा के बाहर संचालित उद्योगों को संचालन की अनुमति दी है। जिसमें ऐसे औद्योगिक इकाईयां जो निर्धारित औद्योगिक क्षेत्रों जैसे इंडस्टीयल इस्टेट में स्थित हों तथा जिनमें व्यक्तियों के आने-जाने पर नियंत्रण रखा जा सके। ऐसे उद्योगो में कार्यरत श्रमिकों को यथासंभव उनके उद्योग के परिसर के भीतर अथवा लगे हुए स्थानों/भवनों में ही रखने की व्यवस्था इन निर्देशों के पैरा - 21 (पप) में निर्धारित एसओपी अनुसार करनी अनिवार्य होगी। इन श्रमिकों के आने-जाने की व्यवस्था संबंधित उद्योगों द्वारा सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए की जाएगी। ऐसी औद्योगिक इकाईयां जो आवश्यक सामग्रियों, दवाईयाँ, मेडिकल उपकरण, दवाओं के कच्चे माल इत्यादि का उत्पादन करती हो, को अनुमति होगी। खाद्य प्रसंसकरण इकाईयां जो ग्रामीण क्षेत्र में स्थित अर्थात नगरीय निकायों की सीमा के बाहर हो। उत्पादन ईकाइयाँं जिनमें उत्पादन प्रक्रिया निरंतर प्रकार की हो एवं उनका सप्लाई चेन। आईटी हार्डवेयर उत्पादन इकाई। कोयला उत्पादन, खनन, खनिज परिवहन एवं खनिज उत्पादन से जुड़ी विस्फोटक एवं अन्य सहायक गतिविधियाँ। पैकेजिंग मटेरियल बनाने वाली उत्पादन इकाईयां। जूट आधारित उत्पादन इकाईयां, सोशल डिस्टेंस के पालन तथा पृथक-पृथक पाली में उत्पादन की शर्त पर। तेल एवं गैस रिफाईनरी/एक्सप्लोरेशन। ईट भट्ठे जो ग्रामीण क्षेत्र में स्थित अर्थात नगरीय निकायों की सीमा के बाहर हो यह सभी शामिल है।
- जशपुर : कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने लाॅकडाउन के दौरान आदेश जारी करते हुए प्रिंट एवं इलेक्टानिक मीडिया, प्रसार, डीटीएच एवं केबल टीवी सेवाओं को शुरू करने की अनुमति दी है। इनमें आई. टी. एवं आई.टी. आधारित सेवाएं अधिकतम 50 प्रतिशत उपस्थिति पर। शासकीय गतिविधियों हेतु डाटा एवं काॅल सेन्टर। शासन द्वारा अनुमोदित ग्राम पंचायत स्तर पर सीएससी केन्द्र। कुरियर सेवायें। कोल्ड स्टोर एवं भंडार गृह सेवाएं बंदरगाह, एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, कंटेनर डिपो, उत्पादन इकाईयां अथवा लाॅजिस्टिक्स चेन में अन्य स्थानों पर। निजी सुरक्षा सेवाएं एवं कार्यालय एवं रहवासी काॅलोनियों के संधारण सुरक्षा हेतु फेसिलिटी मेनेजमेंट सेवायें। होटल, होमस्टे, लाॅज, मोटल जो कि फंसे हुए व्यक्तियों/पर्यटकों मेडिकल तथा आवश्यक सेवाओं वाले स्टाॅफ हेतु संचालित हो। स्वतः कार्य करने वाले व्यक्तियों जैसे कि इलेक्ट्रिशियन, मोटर मेकेनिक, आईटी रिपेयर, ए.सी. रिपेयरिंग, बढ़ई, प्लंबर (नल मैकेनिक) इत्यादि की सेवायें शामिल है।
- जशपुर: कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने लाॅकडाउन के दौरान आदेश जारी करते हुए आवश्यक सामग्रियों के सप्लाई चेन से संबंधित सभी इकाईयों, विनिर्माण, खुदरा एवं थोक में वितरण/बिक्री से संबंधित सभी दुकानों, गोदामों, डिपार्टमेंटल स्टोर के संचालन हेतु, सोशल डिस्टेंस मेनटेन करने की शर्त पर, समय-सीमा के बंधन के बिना संचालन की अनुमति दी है।उन्होंने दुकानें (किराना दुकान एवं आवश्यक सामग्रियों का विकय कर रही एकल दुकानें सहित), ठेले, एवं राशन दुकानें (पीडीएस सहित) जो खाद्य, एवं रोजमर्रा उपयोग की वस्तुएं (साबुन, हाथ धोने की सामग्री, बॉडीवाश, सैनिटाईजर, वाशिंग पाउडर, टूथपेस्ट, बैटरी सेल, शैम्पू, टिशुपेपर, सैनिटरी नैपकिन एवं पैड इत्यादि) फल एवं सब्जी, दूध एवं डेयरी उत्पाद विक्रय बूथ, पोल्ट्री, मीट, अण्डे, मछली, पशुचारा इत्यादि विकय कर रही हो उनको सोशल डिस्टेंस मेनटेन करने की शर्त पर समय-सीमा के बंधन के बिना संचालन की अनुमति होगी। जिला प्रशासन द्वारा लोगों को घर से बाहर न निकलने को प्रोत्साहित करने के लिए आवश्यक वस्तुओं/खाद्यान्न की होम डिलीवरी की व्यवस्था की गई है जिसका उपयोग करने का भी आग्रह किया है।
- जशपुर : कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने लाॅकडाउन के दौरान आदेश जारी करते हुए समस्त माल परिवहन की अनुमति दी है। सभी माल वाहक ट्रक एवं अन्य वाहनों को अधिकतम 2 वाहन चालक तथा 1 सहायक के साथ संचालन की अनुमति होगी। बशर्ते वाहन चालक के पास वैध ड्राईविंग लाईसेंस हो। माल डिलीवरी उपरांत खाली ट्रक को लौटने की तथा माल भरने हेतु जाने की अनुमति होगी। ट्रकों के रिपेयर की दुकानें तथा राज मार्गों पर ढाबे सोशल डिस्टेंस सहित संचालित हो सकेंगी।
- जशपुर : कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने लाॅकडाउन के दौरान आदेश जारी करते हुए आॅयल एवं गैस क्षेत्र के कार्य जैसे कि रिफाईनिंग, परिवहन, वितरण, भंडारण एवं खुदरा बिकी उदाहरण स्वरूप पेट्रोल, डीजल, मिट्टी तेल, सीएनजी, एलपीजी, पीएनजी इत्यादि। केन्द्रीय एवं राज्य स्तर पर विद्युत का उत्पादन, पारेषण तथा वितरण । डाक सेवाएं, डाक घर सहित। जल प्रदाय, साफ-सफाई एवं ठोस अपशिष्ट प्रबंधन क्षेत्र की सेवाएं स्थानीय निकाय, नगर निगम, नगर पालिका इत्यादि के माध्यम से। टेलीकाम एवं इंटरनेट सेवाओं को प्रदाय करने वाले सेवा प्रदाताओं का संचालन।
- जशपुर : कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने लाॅकडाउन के दौरान आदेश जारी करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग तथा चेहरे पर मास्क के अनिवार्य पालन के साथ मनरेगा कार्यों की अनुमति होगी। मनरेगा के अंतर्गत सिंचाई तथा जल संरक्षण के कार्यों को प्राथमिकता दी जाए। अन्य केन्द्रीय तथा राज्य क्षेत्र की योजनाओं का क्रियान्वयन जारी रह सकता है तथा मनरेगाके साथ अभिसरण उपयुक्त रूप से किया जा सकता है।
- जशपुर : कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने लाॅकडाउन के दौरान आदेश जारी करते हुए भारतीय रिजर्व बैंक, तथा रिजर्व बैंक द्वारा नियंत्रित वित्तीय मार्केट एवं संस्थाएं जैसेः-छच्ब्प्ए ब्ब्प्स्, पेमेंट सिस्टम ऑपरेटर तथा एकल प्रायमरी डीलर। बैंक शाखाएं तथा एटीएम, बैकिंग सेवाओं हेतु आई.टी. वेन्डर, बैंक मित्र तथा ए.टी.एम.संचालन व कैश मैनेजमेंट एजेसियां- बैंक शाखाओं को सामान्य कार्य दिवस में निर्धारित घंटो तक कार्य करने की अनुमति जब तक डीबीटी की राशि का आहरण पूर्ण हो। स्थानीय प्रशासन बैंक शाखाओं तथा बैंक मित्रों को सोशल डिस्टेंशिन कानून व्यवस्थातथा व्यवस्थित रूप से नगदी आहरण हेतु सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराये। सेबी द्वारा अधिसूचित सेवाएं। बीमा सेवाएं/बीमा कंपनियां। गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थान (एन.बी.एफ.सी.) जैसेः-गृह निर्माण फाईनेंस कम्पनी तथा माइक्रो फाईनेंस संस्थान, न्युनतम स्टाॅफ सहित। सहकारी ऋण सोसायटियां।सामाजिक क्षेत्र अंतर्गत संचालित रहेगाः-समाज कल्याण आवासीय संस्थाएं जो बच्चों/निःशक्तजन/मानसिक रूप से निः शक्त/बेघर/वरिष्ठ नागरिक/महिलाओं/विधवाओं की देख-रेख हेतु संचालित हों। आब्जरवेशन होम, आफटर केयर होम तथा किशोर गृह। सामाजिक सुरक्षा पेंशन व्यवस्था न्युनतम स्टाॅफ सहित, म्च्थ्व् द्वारा पेंशन एवं प्राॅविडेन्ट फंड की सेवाएं। आंगनबाड़ियों का संचालन - खाद्य पदार्थ एवं पोषण सामग्री का हितग्राहियों जैसे कि बच्चों, गर्भवती एवं शिशुवति महिलाओं को द्वार प्रदाय के माध्यम से 45 दिन में एक बार वितरण, परंतु हितग्राही आंगनबाड़ी में उपस्थित नहीं होंगे।
- जशपुर : कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने लाॅकडाउन के दौरान आदेश जारी करते हुए मछली पालन संबंधी समस्त गतिविधियां/एक्वाकल्चर उद्योग (जल कृषि), पूरक आहार प्रदाय एवं मरम्मत, मत्स्य उत्पादन, प्रसंस्करण, कोल्डचेन, विक्रय एवं मार्केटिंग। हैचरी, पूरक आहार उत्पादन युनिट, व्यवसायिक उत्पादन। मछली/झींगा के भंडारण एवं परिवहन, मछली बीज/पूरक आहार एवं इन सभी गतिविधियों से जुड़े हुए श्रमिक।पशुपालन संबंधी निम्न गतिविधियां संचालित रहेंगीः-दुध एवं दुध उत्पादों के दूध के संग्रहण, प्रसंस्करण, पैकेजिंग से लेकर वितरण बिक्री तक सप्लाई चेन। पशु फार्म, कुक्कुट पालन एवं हैचरी तथा पशुपालन गतिविधियां। जानवरों के चारे के निर्माण संबंधित युनिट कच्चे माल की आपूर्ति जैसे-मक्का एवं सोया। पशु गृह जैसे - गौशालाओं का संचालन।
- जशपुर : कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने लाॅकडाउन के दौरान आदेश जारी करते हुए सभी कृषि एवं उद्यानिकी गतिविधियां संपूर्णतः संचालित रहेंगी इनमें किसानों द्वारा कृषि गतिविधियां तथा कृषि मजदूरों द्वारा खेत में कृषि कार्य, न्युनतम उपार्जन मूल्य पर उपार्जन में सम्मलित एजेंन्सियों सहित कृषि उत्पादों के उपार्जन में शामिल एजेन्सियां, मंडी बोर्ड द्वारा संचालित अथवा राज्य द्वारा अधिसूचित मंडियों एवं उप मंडियां किसानों या किसानो ंके समूह (एफओ ) से निजी क्षेत्र द्वारा सीधे कृषि उत्पाद ,क्रय प्रक्रिया, ग्राम स्तर से विकेन्द्रीत क्रय,-विक्रय, कृषि मशीनरी, विक्रय इससे संबधी स्पेयर पार्ट एवं मरम्मत की दुकानें खुली हरेंगी। कृषि मशीनरी से संबंधित कस्टम हायरिंग सेंटर, खाद, उर्वरक, कीटनाशक एवं बीज विनिर्माण, वितरण एवं विक्रय, फसल बोआई एवं कटाई के संबंध में कम्बाईन्ड हार्वेस्टर तथा अन्य कृषि हाॅर्टिकल्चर मशीनरी उपकराणों का राज्य के भीतर एवं अंतर्राज्यीय परिवहन। वन क्षेत्रों में अनुसूचित जनजाति एंव अन्य वनवासियों द्वारा लघुवनोपज, गैर-काष्ठ वन उत्पाद का संग्रहण, हार्वेस्टिंग तथा प्रसंस्करण।
- जशपुर: कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने छत्तीसगढ़ शासन के दिशा निर्देशानुसार जिले में निम्न गतिविधियों की अनुमति दी है। उन्होंने सभी स्वास्थ्य सेवांएं शासकीय निजी आयुष चालु रहेंगे। इनमें अस्पताल, नर्सिंग होम, क्लीनिक, टेलिमेडिसिन सुविधाएं, डिस्पेंसरी, दवा दुकान, केमिस्ट, फार्मेशी, जनऔषधि केन्द्र, मेडिकल इक्यूपमेंट दुकान, मेडिकल लैब, दवा एवं चिकित्सकीय रिसर्च लैब, कोरोराया वायरस रिसर्च कर रहे संस्थान, वेटनरी अस्पताल, डिस्पेंसरी, क्लिनिक, पैथोलाॅजी लैब, दवा एवं टीकों की बिक्री एवं सप्लाई, अधिकृत निजी संस्थान जो कि कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम में आवश्यक सेवाएं प्रदान कर रहे हों। जैसे-होमकेयर, पैथोलाॅजी, डायग्नोस्टि सेवाएं, सप्लाई चेन जो अस्पतालों में सहयोगी सेवाएं दे रहे हो, दवा, मेडिकल डिवाईस, मेडिकल आॅक्सीजन निर्माण यूनिट तथा इनकी पैकेजिंग, कच्चा माल एवं अंतरिम उत्पाद बनाने वाली ईकाइयों, स्वास्थ्य/मेडिकल अधोसंरचना का निर्माण, एम्बुलेंस निर्माण, अंतर्राज्यीय एवं राज्य के भीतर सभी चिकित्सीय एवं वेटनरी मानव संसाधन, वैज्ञानिक, डाॅक्टर नर्स, पैरामेडिकल, स्टाॅफ, लैब टेक्नीशियन एवं अन्य अस्पताल सेवाओं के व्यक्तियों का आवागमन एवं एम्बुलेंस आवागमन।
- बेमेतरा : -नोवेल कोरोना वायरस 19 के वैश्विक संक्रमंण से निपटने के लिए जहाॅ पूरा देश कृत संकल्पित है। वही जिला प्रशासन बेमेतरा राज्य के बाहर गये श्रमिकों के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। राज्य से बाहर गये श्रमिकों को लाभ पहुंचाने के उद्ेश्य से सीधे मजदूरों के खातों में राशि स्थानांतरण कर रहे है। इस मामले में बेमेतरा जिला पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान पर है। कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल की दूरदर्शी सोच के बदौलत यह संभव हो सका है। जिसमें विधायकों, जनप्रतिनिधियों एवं जनता ने बढ़-चढ़ कर अपना सहयोग दिया। इसी के बदौलत 20 अप्रैल 2020 को 411 श्रमिकों के खाते में 2,35,000 (दो लाख पैतीस हजार रूपये) का अंतरण किया गया।श्रमिकों के मदद करने बाबत् राज्य हेल्पलाइन एवं जिला हेल्पलाइन स्थापित किया गया है। जिसके द्वारा अब तक छः हजार से ज्यादा श्रमिकों को सीधे उनके खातें में अब तक 20,56,600 (बीस लाख छप्पन हजार छः सौ रूपये) का स्थानांतरण किया जा चुका है। प्रशासन की इस मदद से बाहर फसे हुए श्रमिक वर्तमान परिस्थिति में रोजमर्रा के अवश्यकता यथा राशन, दवाईयों की अवश्यकताओं की पूर्ति कर पा रहे है।जिला बेमेतरा में अन्य जिले एवं अन्य राज्यों के श्रमिकों को भी सहायता की जा रही है। उन्हे शासकीय अमलों एवं स्व सहायता समूह संयोजन से दैनिक उपभोग की समाग्री का वितरण किया गया है। हेल्पलाइन के द्वारा यह मदद केवल मजदूरों के खातें में राशि अंतरण तक सीमित नही है। बल्कि उन मजदूरों से प्रतिदिन आत्मीय बातचीत कर उनके सुख-दुख के साथ उनके भोजन, राशन, दवाई आदि की उपलब्धता के संबंध में जानकारी प्राप्त कर रहे है एवं लाॅकडाउन तक जहां है वही रहने की समझाइश भी दे रहे है।
- बेमेतरा -यह कहानी ग्राम कुंरा निवासी युवराज की है युवराज के पिता विरेन्द्र कोशले, माता बबिता कोशले एवं भाई, दादा-दादी, चाचा-चाची संयुक्त परिवार में रहते है पूरा परिवार अपनी खुशहाल जिदंगी व्यतीत कर रहे थे। युवराज प्रतिदिन आंगनबाड़ी में आने वाला मासूम प्यारा बच्चा है।बचपन की खुशिया परिवार का प्यार दुलार युवराज व उसके भाई को मिलता था। पर अचानक एक दिन ऐसी अनहोनी हो गई जिससे पुरा परिवार गम में डुब गया। माह दिसंबर में युवराज की माॅं बबिता दुनिया से चल बसी। उनके जाने से घर-परिवार मे एक उदासी का माहोल छा गया। पुरा परिवार इस हादसे से परेशान व चिंतित हो गया। चुंकि युवराज छोटा था उसे तो यह भी नहीं पता लगा उसकी माॅं अब इस दुनिया में नही रही उसके सिर से ममता की छांव अब हट चुकी थी। वह बार-बार माॅं को पुछता पर किसी के पास संतोषप्रद जवाब नहीं मिलता था। युवराज म नही मन अपनी माॅं को ढूढता रहता था। उनकी कमी को दिन रात महसूस करने लगा। जिसके कारण वह उदास रहने लगा। खाने खेलने व बात करने से उनकी रूचि हटने लगी। मैंने कई बार युवराज से बात की उसकी मन की बातों को जानने की पर बार-बार अपनी माॅं को पुछता जिसका जवाब हममे से किसी के पास नहीं था। इस दुखद घटना से हम सभी बहुत दुखी व हताश थे।स्थानीय परिवेक्षक श्रीमती रानू मिश्रा का कहना है कि मेरे सामने युवराज बचपना व उसके चेहरे की मुस्कान कैसे लाये यह बहुत बड़ा प्रश्न था। हमने युवराज के प्रति ज्यादा ध्यानाकर्षण किया वह मानसिक स्तर से दुखी तो था ही अब उसका शारीरिक स्तर भी कम होने लगा युवराज की उम्र 3 वर्ष 6 माह है। माह नवम्बर में युवराज का वजन 11 किलो 800 ग्राम था जो मध्यम कुपोषित को दर्शा रहा था। इसी तरह दिसंबर व जनवरी में वजन में कोई वृद्धि नहीं हो रही थी। जो कि एक चिंताजनक स्थिति थी मैंने व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कुमारी बाई ने लगातार निगरानी रखी इसी बीच मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के अंतर्गत जन सहयोग से पौष्टिक सामग्रियों का वितरण आंगनबाड़ी केन्द्र पर श्री दिनेश शुक्ला सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा किया जा रहा था। इसका लाभ युवराज को भी दिलाया गया।इसके साथी-साथ आंगनबाड़ी केन्द्र में भोजन व नाश्ता भी दिया जा रहा था। मैं जब भी आंगनबाड़ी जाती सभी बच्चों के साथ खेलती व बात चीत करती थी। धीरे-धीरे युवराज से भी ज्यादा बातें करती थी अब वह खुलकर बात करने लगा था और बच्चों के साथ घुल मिलकर खेलने लगा। उसका बचपना धीरे-धीरे वापस आने लगा। युवराज का वजन भी बढ़ गया अब उसका वजन 12 किलो 300 ग्राम हो गया जो कि एक सामान्य स्थिति को दर्शाता है। युवराज की देखभाल में उनकी चाची का विशेष सहयोग रहा अब स्वस्थ्य हो गया। इस तरह हमने युवराज को ममता की छांव से सुपोषण की ओर अग्रेषित किया।
- लाॅकडाउन के उबाऊ और नीरसपन को भी खत्म करनें में कारगर साबित हो रहा पढ़ई तुहंर दुआरसूरजपुर: कोरोना वायरस संक्रमण व प्रभाव से सुरक्षा को लेकर सबसे पहले तमाम शैक्षणिक संस्थानों में छात्रों की छुट्टी अगले आदेश तक शासन ने जारी किया था, वहीं दूसरी तरफ लागू लाकडाउन सें घरों पर परिजनों के साथ स्कूली छात्रों में निराशा के भंवर से बाहर निकल घर को ही विद्यालय के रूप में शासन तब्दील करनें के साथ शैक्षणिक परिवेश का निर्माण करनें सें शिक्षा के स्तर में एक बड़ी बदलाव की इबारत आधुनिक तकनीक के सहारे शुरू किया गया पढ़ई तुहंर दुआर पोर्टल दर्ज कर है। यह अपनी शुरुआत के चंद दिनों में ही छात्रों में पढाई लिखाई का जोश दोगुना करने के साथ कर दिया है। इस पोर्टल ने स्कूली बच्चों को नए सिरे से न सिर्फ पढ़ने-लिखने का जुनून पैदा किया है बल्कि लाॅकडाउन के उबाऊ और नीरसपन को भी खत्म कर दिया है। स्कूली बच्चे अब बड़े मनोयोग से इस पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन पढ़ाई में जुट गए है। अभी शुरूआती दिनों में ही इस पोर्टल को बेहतर प्रतिसाद मिलने लगा है। बच्चे इसके माध्यम से अपनी स्कूली पढ़ाई को आगे बढ़ाने में तल्लीन हो गए है। इस नए पोर्टल के माध्यम से कक्षा पहलीं से दसवीं तक की पढ़ाई करायी जा रही है। आनलाइन पढ़ाई के लिए प्रशिक्षित शिक्षक न केवल पढ़ाई करा रहे हैं बल्कि बच्चों को होमवर्क भी दे रहे हैं।टेलीग्राम ग्रुप के माध्यम से शिक्षकों को ऑनलाइन प्रशिक्षण देने का कार्य भी किया जा रहा है। समग्र शिक्षा मिषन के जिला मिशन समन्वयक शशिकांत सिंह ने बताया कि वर्तमान स्थिति में इस पोर्टल में सूरजपुर जिले के 95 प्रतिशत शिक्षकों और 66 प्रतिशत बच्चों का पंजीयन हो चुका हैं। इस ऑनलाइन शिक्षा पोर्टल का उद्देश्य केवल पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराना नहीं हैं बल्कि इसका उद्देश्य सभी बच्चों को पढाई की वे सुविधाएं उपलब्ध कराना हैं, जो बच्चों को विद्यालय की कक्षाओं में उपलब्ध होती है। इस पोर्टल में शिक्षक ऑनलाइन पढायेंगे और बच्चे कक्षा की तरह घर बैठे पढाई करेगें और कोई समस्या आने पर प्रश्न भी पूछकर तत्काल शिक्षकों से समाधान भी जान सकेंगे। इस शिक्षा पोर्टल में ऑनलाईन एवं ऑफलाईन स्टडी मटेरियल दोनों प्रकार की अध्ययन की सुविधा दी गई है। विद्यार्थी अगर ऑफलाइन स्टडी करना चाहे तो वह सीधे स्टडी मटेरियल को सलेक्ट कर अपने विषय का अध्ययन कर सकता है, किंतु अगर विद्यार्थी ऑनलाइन स्टडी करना चाहे तो उसे पोर्टल में अध्ययन करने हेतु जूम ऐप डाउनलोड करना होगा। जूम ऐप के माध्यम से वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग से ऑनलाइन स्टडी कर सकते है। जिसके लिए अध्ययन हेतु निर्धारित तिथि को शिक्षकों के द्वारा अध्यापन कराया जाएगा, जिसमें विद्यार्थी स्वयं जूम ऐप के माध्यम से ऑनलाइन रहकर क्लास में अपने अध्यापन करने वाले शिक्षक से प्रश्न का उत्तर प्राप्त कर सकते हैं। जिसमें बच्चों को होमवक्र्स भी दिया जाएगा जिसका घर बैठे छात्र करेंगे एवं उसे मोबाइल के माध्यम से अपलोड भी करेंगे।जिला मिशन समन्वयक ने आगे बताया कि प्रमुख सचिव ने सभी स्कूलों को वर्चुअल क्लास रूम बनाकर उसका नियमित उपयोग कराने हेतु निर्देशित किया हैं। जिसके परिपालन में जिले के सभी स्कूलों को इस आशय की सूचना दे दी गयी हैं। साथ ही प्रारंभिक भाषा शिक्षण के ऑनलाइन कोर्स हेतु सूरजपुर जिले का दूसरे चरण में 11 मई से 14 जून 2020 को होना प्रस्तावित हैं, जिसमें जिले के पंजीकृत सभी प्रतिभागी भाग ले सकेंगे।
- सूरजपुर : नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम तथा जरूरतमंदों की मदद के लिए जिले के कंवर समाज कल्याण समिति सूरजपुर द्वारा मुख्यमंत्री सहायता कोष में 10500 रूपये दान किया गया है।दान की गई राशि का चेक कंवर समाज के पदाधिकारियों द्वारा कलेक्टर श्री दीपक सोनी को आज सौंपा गया। कलेक्टर ने कंवर समाज को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए मिठाई खिला कर अभिवादन किया। ज्ञात हो कि कंवर समाज कल्याण समिति द्वारा गांव, हाॅस्पिटल, थाना एवं कार्यलय के विभिन्न विभागों एवं मनरेगा मजदूरो को भी लगभग 1000 मास्क एवं सेनेटाईजर का वितरण किया गया है इसके अलावा लाॅकडाउन के पूर्व मे कंवर समाज की ओर से 31 युनिट रक्तदान किया गया था तथा कोरोना वायरस संक्रमण से रोकथाम एवं बचाव के लिए समाज के द्वारा सोषल डिस्टेंसिंग की जानकारी देकर जागरूक किया जा रहा हैं और कंवर समाज शासन-प्रषासन के साथ हमेषा सहयोग की भावना के साथ तत्पर रहेगा। इस अवसर पर अध्यक्ष श्री एच. आर. कवर, कोषाध्यक्ष श्री महेश राम पैकरा, संरक्षक डाॅ. राजेश पैकरा, सहसचिव रामकुमार सिंह प्रवक्ता मोतीलाल पैकरा, सचिव रावेद्रं पैकरा, इद्रभान और सदस्य पंकज कुमार पैकरा समाज के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
- बेमेतरा :- राज्य शासन के निर्देशानुसार एवं कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल के मार्गदर्शन में जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत वर्तमान में ग्रामीणों की मांग पर जिले कि 429 ग्राम पंचायतों मे से 287 ग्राम पंचायतों में 1046 कार्य प्रारंभ हो चुका है। जिसमें 33 हजार 470 मजदूर कार्य कर लाभान्वित हो रहे है। कार्यस्थल पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है। कलेक्टर ने जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकार्यों को सोशल डिस्टेंसिग का पालन करने के निर्देश दिए है।जिला पंचायत बेमेतरा से प्राप्त जानकारी के अनुसार महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत वर्तमान में विकासखण्ड बेमेतरा के 75 ग्राम पंचायतों में 250 कार्य चल रहे है, जिसमें 8426 मजदूर कार्यरत है। इसी प्रकार विकासखण्ड बेरला के 81 ग्राम पंचायतों में 240 कार्य चल रहे है, जिसमें 10,521 मजदूर कार्यरत है। विकासखण्ड नवागढ़ के 72 ग्राम पंचायतों में 407 कार्य चल रहे है, जिसमें 9297 मजदूर कार्यरत है। विकासखण्ड साजा के 59 ग्राम पंचायतों में 149 कार्य चल रहे है, जिसमें 5,226 मजदूर कार्यरत है।कार्यरत श्रमिकों को ग्राम पंचायत के द्वारा मास्क उपलब्ध कराया गया है। साथ ही साबुन से हाथ धोने की व्यवस्था है। कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल के निर्देशानुसार जनपद पंचायत बेमेतरा के ग्राम पंचायत कंतेली, निनवा, हथमुड़ी, अमोरा, बीजाभाठ में चल रहे तालाब निर्माण, निजी डबरी, तालाब गहरीकरण कार्य, गौठान निर्माण, टारनाली निर्माण कार्यो का निरीक्षण श्रीमती रीता यादव मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत द्वारा किया गया। सभी जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा मनरेगा के कायों का सतत निरीक्षण किया जा रहा है।
- बेमेतरा : - छ.ग. शासन ने कोविड-19 कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव को देखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा सीजीहाट आनलाइ्र्रन पोर्टल का लोकार्पण 16 अप्रैल 2020 को किया गया। सीजीहाट के माध्यम से हरी सब्जी एवं फल जैसे जरुरी समान की घर पहुँच सेवा प्रारंभ की गई है।सीजीहाट योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य मे लाकडाउन के दौरान प्रदेश की जनता को उनके घर पर ही फलों एवं सब्जियों की होम डिलीवरी देना है। सीजीहाट पोर्टल के माध्यम से खरीदी करने के लिए विक्रेता एवं उपभेक्ता दोनो को निशुल्क पंजीयन का विकल्प दिया गया है। सीजीहाट छ.ग. शासन की एजेंसी चिप्स के द्वारा पोर्टल का विकास किया गया। जिसके लिए ग्राहक या विक्रेता दिए गये वेब पोर्टल http://cghaat.in मे जाकर निशुल्क पंजीयन कर सकते हैं। इस पोर्टल मे विक्रेता पंजीयन करते समय विशेष ध्यान दें कि अपलोड की जाने वाली दुकान की फोटो स्पष्ट हो तथा उनके पास होम डिलीवरी हेतु उपयुक्त साधन एवं डिलीवरी बाॅय हो।प्रत्येक नगरीय निकाय मे इसके लिए शहर के मु.न.पा. अधिकारियों को शहर एडमिन बनाया गया है। ई-जिला प्रबंधक श्री महेन्द्र वर्मा ने बताया कि पोर्टल मे विक्रेता को प्रतिदिन प्रातः सब्जियों, फलों का मूल्य एंव मात्रा की जानकारी अपडेट करनी होगी। सीजीहाट पोर्टल मे विभिन्न सब्जियों एवं फलों का मुल्य जो विक्रेता द्वारा निर्धारित किया गया है, वह पोर्टल मे उपभोक्ता को दिखाई देगा। इसके द्वारा विक्रेता एवं उपभेक्ता दोनो पंजीयन कर के इसका लाभ ले सकते है। ई-जिला प्रबंधक ने बताया कि 150 रु. से अधिक की खरीदी पर डिलीवरी शुल्क नही लगेगा। दिए गयें वेब पोर्टल मे विक्रेता एवं उपभोक्ता चाही गयी आवश्यक जानकारी भरकर अपना पंजीयन स्वयं कर सकते है।
- बेमेतरा :- कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री शिव अनंत तायल ने शासन के निर्देशानुसार नोवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण की रोकथाम के लिए घोषित लॉकडाउन में चिन्हित जिले और हाटस्पाट के भीतर कंटेन्मेंट जोन को छोड़कर शेष क्षेत्रों में 20 अप्रैल से अतिरिक्त गतिविधियों की अनुमति के लिए विस्तृत दिशा निर्देश जारी किए हैं। जिसमे पूर्व निर्धारित छूट प्राप्त गतिविधियों के अलावा निम्न प्रकार की गतिविधियां भी संचालित हो सकेगी। जिसमे डेयरी एवं डेयरी मे निर्मित सामग्री की दुकाने, सी.एस.सी./च्वाइस सेंटर(केवल ग्रामीण क्षेत्रों मे) बेकरी की दुकाने, स्वयं कार्य करे वाले व्यक्तियों की सेवाएं जैसे- इलेक्ट्रीशियन, मोटर मेकेनिक, प्लम्बर, एस.सी. मेकेनिक, बढई, हैंड पम्प रिपेयर की गतिविधियां, कुरियर सेवायें, ट्रक रिपेयर केन्द्र, अनुमति प्राप्त निर्माण कार्याें के लिए निर्माण सामग्री जैसे-सीमेंट, सरिया इत्यादि का परिवहन इनके अलावा सभी छूट प्राप्त सेवाओं के लिए घर पहुँच सेवा की भी अनुमति भी रहेगी। पृथक से अनुमति की आवश्यकता नही रहेगी।जिसमें सार्वजनिक सतहों की बार-बार सफाई तथा हाथों की अनिवार्य धुलाई तथा मास्क का उपयोग किया जाना आवश्यक होगा।
- कोरिया : कोविड-19 के संक्रमण से उत्पन्न आपदा की इस घड़ी में कलेक्टर श्री डोमन सिंह के निर्देश अनुसार जिले के समस्त नगरीय निकायों एवं ग्राम पंचायतों में अनाज बैंक की स्थापना की गई है। इस अनाज बैंक के माध्यम से जरूरतमंदों को अनाज एवं तेल व साबुन जैसी अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। अनाज बैंक में सहयोग करने हेतु अपने अनुभाग के एसडीएम, नगरीय निकाय अधिकारी अथवा पंचायत सचिव से संपर्क कर सकते हैं।जिले में जनपद पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायतों एवं नगरीय निकायों को मिलाकर कुल 329 अनाज बैंक स्थापित किये गये हैं। जनपद पंचायत क्षेत्रों में कुल 323 अनाज बैंक हैं जिसमें बैकुण्ठपुर में 48, मनेन्द्रगढ़ में 72, खड़गवां में 77, सोनहत में 42 एवं भरतपुर 84 अनाज बैंक हैं। इसी तरह प्रत्येक नगरीय निकाय में भी 01-01 अनाज बैंक को मिलाकर कुल 06 अनाज बैंक स्थापित किये गये हैं। अनाज बैंक के माध्यम से जनपद पंचायत क्षेत्र एवं नगरीय निकायों में अब तक कुल 227.63 क्विंटल चावल, 19.11 क्विंटल दाल, 24.25 क्विंटल आलू एवं 4.24 क्विंटल प्याज एकत्र किया गया है। अन्य आवश्यक सामग्री में तेल 734.50 लीटर, 59.05 कि.ग्रा. आटा तथा 217 नग साबुन के अतिरिक्त 20 कि.ग्रा. हरी सब्जी, 10 कि.ग्रा. मसाला, 350 से अधिक नमक पैकेट, सहित 15 नग हैंडवॉश एकत्र हुए हैं।कलेक्टर श्री सिंह ने कहा है कि कोरोना के खिलाफ चल रही जंग में हम सभी परस्पर सहयोग के साथ ही इसे हरा सकते हैं। अनाज बैंक के माध्यम से एकत्रित सामग्री के राहत पैकेट तैयार किए जाएंगे जिसमें चावल, दाल, आटा तथा अन्य आवश्यक सामग्रियां शामिल हैं। इन राहत पैकेटों को जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया जाएगा। कलेक्टर ने सभी नागरिकों से सादर आग्रह किया है कि उदारतापूर्वक यथासंभव सहयोग जरूर करें।
- कोरोना प्रभावित कटघोरा में लोगों को सहायता पहुंचाने की हर गतिविधि पर प्रशासन की नजर, नहीं होने दी जायेगी प्रभावितों को कोई परेशानीकोरबा : कोरोना प्रभावित कटघोरा में चल रही पूरी तालाबंदी के बीच भी लोगों की तकलीफों और परेशानियों के निराकरण में प्रशासन पूरी तरह से सजग है।जिले के कलेक्टर एवं एसपी कटघोरा में चल रही हर गतिविधि पर गंभीरता से नजर रखे हुए हैं। लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए पहले ही सभी इंतजाम पूरे कर लिये गये हैं। आज सुबह कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल और एसपी श्री अभिषेक मीणा ने कटघोरा के कोरोना प्रभावित इलाके के लोगों से अचानक वाट्सएप्प पर वीडियो कॅाल कर वहंा की स्थिति का जायजा लिया। मंजूर अली और उसके बाद शेरा अली के मोबाईल फोनों पर कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने अपने कोरबा कार्यालय से सीधे वाट्सएप्प काॅल किया। इस दौरान एसपी श्री अभिषेक मीणा और एडीएम श्री संजय अग्रवाल भी मौजूद रहे।कलेक्टर ने अपने वाट्सएप्प काॅल पर कटघोरा के सभी मुस्लिम धर्मावलंबियों को पवित्र रमजान महिने की अग्रिम बधाई दी और मंजूर अली तथा शेरा अली से लॅाक डाउन के दौरान होने वाली तकलीफों तथा समस्याओ ंके बारे में पूछा। शेरा अली ने बताया कि रोजमर्रा की सभी चीजें वाट्सएप्प पर बने गु्रप में आर्डर करने से आसानी से मिल जा रही है। राशन, दूध, दवाईयों की बेहतरीन घर पहुंच सेवा के लिए शेरा अली ने प्रशासन का धन्यवाद ज्ञापित किया और सब्जियों की आपूर्ति में कमी की जानकारी कलेक्टर को दी। श्रीमती कौशल ने तत्काल एसडीएम सूर्यकिरण को फोन करके कोरोना प्रभावित इलाकों में सब्जियों की आपूर्ति बढ़ाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने मंजूर अली और शेरा अली को वाट्सएप्प काॅल पर ही रमजान के पवित्र माह में भी कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने के लिए लोगों को अपने घरों में रहकर ही नमाज अदा करने, रोजा, सेहरी और इफ्तारी के दौरान अलग-अलग भोजन करने, दस्तकखान का उपयोग नहीं करने, सामूहिक भोजन नहीं करने की समझाईस देने के लिए कहा।इसी तरह मंजूर अली से भी प्रशासन के तीनों वरिष्ठ अधिकारियों ने वाट्सएप्प काॅल पर बात की। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने कोरोना प्रभावित वार्ड नंबर 10 एवं 11 में घर-घर सेनेटाईजेशन की जानकारी मंजूर अली से जानी। मंजूर अली ने बताया कि कटघोरा नगर पालिका परिषद के कर्मचारियों द्वारा रोज घर-घर पहुंचकर डिस इन्फेंटेंट दवाई का छिड़काव किया जा रहा है। गलियों और घरों के दरवाजे, खिड़कियों में भी सेनेटाईजेशन हो रहा है। मंजूर अली ने लाॅक डाउन की इस स्थिति में लोगों को राहत और सहायता उपलब्ध कराने के लिए भी जिला प्रशासन का आभार माना।श्री अभिषेक मीणा ने इस दौरान हिदायत दी कि रमजान के आने वाले महिने में सभी लोग अपने-अपने घरों में रहकर ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए नमाज अदा करें। सामूहिक भोजन की बजाय अलग-अलग भोजन करें और बार-बार अपने हाथों को धोते रहें। एसपी ने यह भी नसीहत दी कि मस्जिदों में सामूहिक नमाज अदा न की जाये। भीड़ न लगाई जाये और कोविड नियंत्रण के लिए शासन के द्वारा निर्धारित प्रोटोकाल का पालन करते हुए ही रमजान महिने में सभी धार्मिक गतिविधियां पूरी की जाये।
- कोरबा: इस महिने की 24 तारीख से शुरू होने वाले पवित्र रमजान महिने में मुस्लिम समुदाय द्वारा नमाज, प्रार्थना और अन्य परंपराओं को लॅाक डाउन तथा कोरोना नियंत्रण के शासकीय दिशा निर्देशों के अनुसार मनाये जाने की अपील कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल एवं एसपी श्री अभिषेक मीणा ने मुस्लिम धर्मावलंबियों से की है।जिले के दोनों वरिष्ठ अधिकारियों ने आज मुस्लिम समुदाय के प्रमुखों और मस्जिद कमेटियों के प्रतिनिधियों के साथ रमजान मनाये जाने को लेकर महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में अपर कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल भी शामिल हुए। बैठक में श्रीमती किरण कौशल ने जिले के सभी मुस्लिम संप्रदाय के लोगों को पवित्र रमजान माह की शुभ कामनाएं दी। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के आज के हालातों में हम सभी को पूरी सावधानी से सुरक्षित रहकर रमजान माह में ईश्वर की ईबादत करनी है। कोरोना नियंत्रण के लिए जारी शासकीय दिशा निर्देशों का पूरी तरह से पालन करते हुए ही रमजान में नमाज आदि धार्मिक परंपराएं अदा करनी है।कलेक्टर ने बैठक में उपस्थित समुदाय के सभी प्रमुख लोगों से कहा कि धर्म, जाति, संप्रदाय से उपर उठकर हम सबको मानव जाति को सुरक्षित रखने के लिए सरकार द्वारा जारी किये गये दिशा निर्देशों का पालन करना होगा। उन्होंने रमजान के पवित्र माह में भी कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने के लिए लोगों से अपने घरों में रहकर ही नमाज अदा करने, रोजा, सेहरी और इफ्तारी के दौरान अलग-अलग भोजन करने, दस्तकखान का उपयोग नहीं करने, सामूहिक भोजन नहीं करने की समझाईस लोगों को दी। कलेक्टर ने बैठक में कहा कि शासन द्वारा कोरोना से बचाव के लिए जारी निर्देश हम सभी की सुरक्षा के लिए हैं। एक-एक मीटर की सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखने, मस्जिदों में सामूहिक नमाज अदा नहीं करने और मस्जिदों में अधिक संख्या में लोगों के इकट्ठा नहीं होने की भी हिदायत कलेक्टर ने बैठक में दी।एसपी श्री अभिषेक मीणा ने बैठक में कहा कि शांति एवं सौहार्द्रपूर्ण ढंग से लॅाक डाउन का पूरी तरह पालन करते हुए कोविड नियंत्रण के प्रोटोकाल के हिसाब से रमजान महिने में धार्मिक गतिविधियां करने से ही हम कोरोना से सुरक्षित रहेंगे। उन्होंने इस पवित्र महिने में खुद के साथ-साथ दूसरे लोगांे को भी कोरोना से बचाये रखने के लिए सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने और मस्जिदों सहित किसी भी जगह पर भीड़ इकट्ठा नहीं करने के निर्देश समाज के सभी प्रमुख लोगों को दिए। श्री मीणा ने कहा कि शासन के निर्देशों और वक्फ बोर्ड की एडवाजिरी के मुताबिक माईक से अजान की आवाज कम रखें। मस्जिद कमेटियों द्वारा निर्धारित समय के अनुसार ही सेहरी, रोजा अफ्तार और नमाजें अपने घरों में ही अदा करें। पुलिस अधीक्षक ने यह भी चेताया कि रमजान महिने के दौरान भी लॅाक डाउन पूरी तरह से जारी रहेगा और लॅाक डाउन तथा कोविड नियंत्रण के लिए शासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों का उल्लंघन करने पर संबंधितों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही भी की जायेगी।
- कोरिया : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कोरिया जिले में मालगाड़ी के चपेट में आने से दो श्रमिकों की मृत्यु पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। जिला प्रशासन के अधिकारियों को श्रमिकों के परिवारजनों को त्वरित आवश्यक सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। दिवंगत श्रमिक सूरजपुर जिले के रहने वाले थे।
मिली जानकारी के अनुसार सूरजपुर जिले के रहने वाले चार श्रमिक श्री कमलेश्वर राजवाडे़, गुलाब राजवडे़, मोहनलाल और उमेश देवांगन पेण्ड्रा कृषि केन्द्र में कम्पोस्ट खाद बनाने का प्रशिक्षण ले रहे थे। ये चारों श्रमिक रेल्वे लाइन के ऊपर पैदल चलते हुए सूरजपुर लौट रहे थे। आज सुबह साढे़ आठ बजे उदलकछार और दर्रीटोला के बीच रेल लाइन पर दो व्यक्ति पानी लेने के लिए उतरे एवं दो व्यक्ति रेल लाइन पर नाश्ता कर रहे थे। रेल लाइन कव्र्ड होने के कारण इन श्रमिकों को मालगाड़ी आने का आभास नहीं हुआ जिसके कारण 21 वर्षीय श्री कमलेश्वर राजवाडे़ (पिता स्वर्गीय माहन लाल राजवाड़े निवासी ग्राम उच्चडीह, चैकी बसदेही, जिला सूरजपुर) और 20 वर्षीय श्री गुलाब राजवाड़े (पिता श्री दौलत राम राजवाड़े निवासी ग्राम नेवरा, थाना सूरजपुर जिला सूरजपुर) की माल गाड़ी के चपेट में आने से मृत्यु हो गई। यह घटना थाना मनेन्द्रगढ़ जिला कोरिया के अंतर्गत हुई है। दोनों श्रमिकों का शव पोस्टमार्टम के बाद गृह ग्राम के लिए रवाना किया गया। - जिले में 15574 एनीमिक महिलाओं एवं 4982 कुपोषित बच्चों को सूखा राशन का किया वितरणघर-घर जाकर नौनिहालों को दे रहीं जरूरी तालीम
कोरिया : कोरोना वायरस के संक्रमण से उत्पन्न इस संकट से नहीं डरती हैं, सुरक्षा के सारे उपायों को अपनाती हैं। वे धूप-छांव नहीं देखती हैं। बस अपनी जिम्मेदारियां निभाती जाती हैं। हम बात कर रहे हैं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की। कलेक्टर श्री डोमन सिंह के मार्गदर्शन में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा को साकार करने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा एनीमिक महिलाओं एवं कुपोषित बच्चों को घर-घर जाकर सूखा राशन के रूप में सम्पूर्ण आहार उपलब्ध कराया जा रहा है। और यहीं नहीं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर बच्चों को पढ़ा रही हैं और हितग्राहियों एवं उनके परिवार के सदस्यों को कोरोना से बचाव के उपायों से भी अवगत करा रही हैं।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा एनीमिक महिलाओं को सूखा राशन वितरणमाननीय मुख्यमंत्री जी की मंशानुरूप प्रदेश को एनीमिया मुक्त बनाये जाने हेतु प्रदेश भर में 02 अक्टूबर 2020 से मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का संचालन किया जा रहा है। जिसका उद्देश्य प्रदेश को एनीमिया मुक्त बनाना है। 25 मार्च से 14 अप्रैल 2020 के मध्य लॉकडॉउन अवधि में जिले के 3004 शिशुवती एवं 15 से 49 वर्ष की 12 हजार 570 एनीमिक महिलाओं को मिलाकर कुल 15574 महिलाओं को डोर-टू-डोर सूखा राशन का वितरण किया गया है। इस विकट परिस्थिति में जिले में यह लक्ष्य पूरा कर पाना आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की कर्मठता से ही संभव हुआ है। लॉकडाउन अवधि बढ़ने पर सभी हितग्राहियों के घर आगामी 03 मई 2020 तक के लिए निरंतर डोर-टू-डोर राशन वितरण का कार्य किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत 15 से 49 वर्ष के चिन्हांकित महिलाओं को महतारी जतन योजना अंतर्गत पौष्टिक आहार के रूप में चावल, दाल, रसेदार सब्जी, हरी सब्जी, तेल अचार पापड़ सलाद, का वितरण किया जाता है, जिससे उनके दैनिक पोषण आहार की पूर्ति हो सके।
06 माह से 3 वर्ष के कुपोषित बच्चों के घर-घर जाकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कर रही सूखा राशन वितरणकोरोना महामारी (कोविड-19) के कारण पूरे देश-प्रदेश में लॉकडाउन है। सड़कें, गली, चैक चैराहे सुनसान हैं, पर बच्चों को पोषण आहार प्रभावित न हो, इसलिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा निरंतर घर घर जाकर उन्हें पौष्टिक आहार सूखा राशन हेतु उपलब्ध कराया जा रहा है। उनके द्वारा अभिभावकों से पोषण आहार के निर्माण एवं उपयोग की विधि साझा की जा रही है। 25 मार्च से 14 अप्रैल 2020 के मध्य लॉकडॉउन अवधि में जिले के 06 माह से 3 वर्ष की आयु के 4982 कुपोषित बच्चों को डोर-टू डोर सूखा राशन का वितरण किया जा रहा है।बता दें कि जिले के 06 माह से 18 माह के बच्चों को चावल, दाल, तेल, सोयाबड़ी एवं मुनगा भाजी की पौष्टिक खिचड़ी एवं 18 माह से 03 वर्ष के बच्चों को रोटी, मुनगा भाजी, एवं चावल, दाल, तेल, सोयाबड़ी की पौष्टिक खिचड़ी का वितरण किया जाता रहा है। वर्तमान में लॉकडाउन होने के चलते सभी हितग्राहियों के घर आगामी 03 मई 2020 तक के लिए निरंतर डोर-टू-डोर राशन वितरण का कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही घर घर जाकर हितग्राहियों एवं बच्चों के माता पिता को कोरोना से बचाव के संबंध में जानकारी प्रदान कीजा रही है।
नौनिहालों को दे रहीं जरूरी तालीमआंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा एनीमिक महिलाओं एवं कुपोषित बच्चों को घर-घर जाकर सूखा राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। अपने इस दायित्व को पूरा करने के साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता छोटे बच्चों को कविता-कहानी के माध्यम से जरूरी शिक्षा को साथ घर पर शैक्षणिक परिवेश बने इसके लिए अभिभावकों को भी निरंतर प्रेरित कर रही हैं। इसके साथ ही कोरोना से बचाव के सुरक्षा उपायों के प्रति भी जागरूक कर रही हैं। - दुर्ग : किसी अन्य राज्य अथवा अन्य जिला के व्यक्ति दुर्ग जिला के किसी ग्राम में आने पर संबंधित के स्वास्थ्य परीक्षण तथा आगमन की सूचना जिला कार्यालय में स्थापित कंट्रोल रूम के नं. 07882210180 पर दी जा सकती है।