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कलेक्टर की जिले के सभी नागरिकों से अपील लॉकडाउन के कारण अपने घर नहीं पहुंच पाये लोगों की दें जानकारी, राहत शिविर में की जायेगी व्यवस्था
कोरिया 17 अप्रैल 2020/ कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने जिले के सभी नागरिकों से अपील की है कि यदि आपके आसपास कोई भी ऐसा जरूरतमंद आपको नजर आता है जो लॉकडाउन के कारण अपने घर नहीं पहुंच पाये हो तो शीघ्र ही जिला प्रशासन से संपर्क करें। उनके लिए राहत शिविर में समुचित व्यवस्था की जायेगी। शासन द्वारा जरूरतमंदों को ठहराने के निर्देश जारी किये गये थे जिसके परिपालन में कोरिया जिले में विभिन्न स्थानों पर राहत केंद्र बनाए गए हैं जहां ऐसे सभी जरूरतमंदों को भोजन और बिस्तर उपलब्ध कराते हुए ठहरने की व्यवस्था की गई है। जिले के विकासखंड बैकुण्ठपुर, मनेन्द्रगढ़, खड़गवां एवं भरतपुर में राहत शिविर बनाये गये हैं। जहां सभी लोगों को घर जैसी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए पूरा जिला प्रशासन जी-जान से जुटा हुआ है। भोजन एवं रहने की व्यवस्था के साथ ही समय-समय पर मेडिकल टीम के द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जा रहा है। राहत शिविरों में नियमित रूप से साफ-सफाई, सैनीटाईजेशन, मास्क पहनने एवं सोशल डिस्टेंसिंग का भी कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जा रहा है। साथ ही मनोरंजन की सुविधाएं भी उपलब्ध करायी जा रही हैं।विकासखंड बैकुण्ठपुर स्थित मानस भवन में राजस्व शिविर तैयार किया गया है। साथ ही उप तहसील पटना स्थित सामुदायिक भवन को भी राहत शिविर बनाया गया है। इसके साथ ही एसईसीएल द्वारा पंडोपारा स्थित सामुदायिक भवन एवं बुढ़ार स्थित हाई स्कूल भवन को राहत शिविर में तब्दील किया है। विकासखंड मनेन्द्रगढ़ सामुदायिक भवन खोंगापानी, सामुदायिक भवन लाई, माध्यमिक शाला कठौतिया एवं उप तहसील केल्हारी में राहत शिविर बनाया गया है। विकासखंड खड़गवां के अंतर्गत दुबछोला स्थित ग्राम पंचायत भवन एवं खड़गवां के सामुदायिक भवन तथा विकासखंड भरतपुर के देवगढ़ स्थित सामुदायिक भवन को राहत शिविर के रूप में तैयार किया गया। -
दुर्ग 16 अप्रैल 2020/खादय विभाग, नापतोल, फूड सेफ्टी ऑफिसर, ड्रग इंस्पेक्टर के साथ संयुक्त जांच दल द्वारा रानीतराई के किराना दुकान मेडिकल दुकान पान गुटखा बेचने वालों दुकान पर दबिश दी गई इस दौरान रानीतराई स्थित हरीश किराना दुकान राजेश किराना दुकान एवं शांति मेडिकल आशा मेडिकल और लक्ष्मी किराना स्टोर्स, बंसी किराना स्टोर्स कोही, हरिओम किराना स्टोर्स केसरा, कमलेश किराना गोड़पेन्द्री की जांच की गई। साहू पान ठेला रानीतराई से अधिक मूल्य में पान मसाला विक्रय करते पाए जाने के कारण 2000 रु का अर्थदंड किया गया सभी दुकानदारों को मूल्य सूची चस्पा करने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने एवं मेडिकल दुकानों में मास्क सैनिटाइजर की रेट प्रदर्शित करने एवं शासन द्वारा समय-समय पर जारी निर्देशों का पालन करने के लिए हिदायत दी गई, बंछोर मेडिकल रानीतराई द्वारा निर्धारित मूल्य से अधिक दर पर मास्क बेचे जाने के कारण दुकानदार को नोटिस देकर जवाब मंगाया गया है। उक्त कार्यवाही में खाद्य सुरक्षा अधिकारी खीरसागर पटेल, नारद कोमरे ,अजय सिंग, ड्रग इंस्पेक्टर इस्वरी सिंग, सहायक फूड अधिकारी नायक, फूड इंस्पेक्टर ठाकुर, नापतौल से सहायक नियंत्रक कुंजाम के साथ टीम शामील रही।
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दुर्ग 16 अप्रैल 2020/आपदा पीड़ितों की सहायता के लिए पावर ग्रिड कारपोरेशन ने भी बड़ी सहायता की है। पावर ग्रिड कारपोरेशन कुम्हारी ने कुम्हारी अस्पताल को पीपीई किट भी प्रदान किया है। साथ ही 2310 किलोग्राम तुवर दाल, 379 किलो अचार भी प्रदान की है। इसके अलावा पावर ग्रिड कारपोरेशन मेदेसरा ने 2000 किलोग्राम चावल, 200 किलोग्राम दाल, 1000 किलोग्राम आटा, 200 किलोग्राम शक्कर, 50 किलोग्राम चाय पत्ती एवं 16 पेटी तेल राहत शिविरों के लिए एवं जरूरतमंदों के लिए प्रदान किए हैं।
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दुर्ग 16 अप्रैल 2020/महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित सखी वन स्टाॅप सेन्टर जिला दुर्ग में पीड़ित एवं शोषित महिलाओं को संरक्षण देने का कार्य किया जा रहा है, जहाॅ पूरे भारत में कोरोना वायरस का बढ़ते संक्रमण को मद्दे नजर रखते हुए सखी वन स्टाॅप सेन्टर द्वारा पुलिस, स्वास्थ्य एवं विधि विभाग के साथ जिले में सखी केन्द्र द्वारा 22 मार्च से अब तक कुल 07 महिलाओं को आश्रय देते हुए अन्य संस्थाओं व उनके निवास स्थान पहुंचाने एवं घरेलु हिंसा से पीडित महिलाओं का व्यक्तिगत परामर्श देते हुए स्थिति सामान्य होने तक उचित स्थान में रहने की सलाह दी गई सहायता की गई है।
उक्त आश्रित पीड़ितों की जानकारी निम्नानुसार है:-केस 01:- थाना जामुल के द्वारा एक विदेशी महिला को दिनांक 04 मार्च को चिकित्सा पश्चात् अस्थायी आश्रय हेतु सखी सेन्टर दुर्ग में लाया गया। जिनके निर्वासन की कार्यवाही प्रदेश में चल रहे लाॅक डाउन की स्थिति मे ंनही हो पायी हैं। पीड़िता का प्राथमिक उपचार के बाद दिनांक 16 मार्च को स्थिति सामान्य होने तक स्थायी आश्रय हेतु उज्जवला होम बिलासपुर भेजा गया है।केस 02ः- दिनांक 14 मार्च को राज्य मानसिक चिकित्सालय सेन्दरी, जिला बिलासपुर के द्वारा विक्षिप्त महिला की मानसिक स्थिति सामान्य होने के पश्चात् सखी टीम द्वारा सखी वन स्टाॅप सेन्टर जिला दुर्ग में लाया गया, उक्त पीड़िता विदेशी होने के कारण निर्वासन कार्यवाही पूर्ण नहीं हुई है जिनका प्राथमिक उपचार के उपरान्त दिनांक 16 मार्च को नारी निकेतन जिला रायपुर को सुपुर्द किया गया।केस 03ः- दिनांक 22 मार्च को सिटी कोतवाली दुर्ग द्वारा महिला व उनके लगभग 06 माह के बच्चे के साथ स्वास्थ्य परीक्षण कर सखी सेन्टर दुर्ग अस्थायी आश्रय हेतु लाया गया। पीड़िता के कथानुसार उनके निवास स्थान ले जाया गया जहाॅ उनके परिजनों व गांव वालों के द्वारा रखने से इंकार कर दिया गया व पीड़िता स्वयं भी अपने परिजनों के साथ नहीं रहना चाहती थी, अतः पीड़िता को पुनः सखी सेन्टर आश्रय हेतु लाया गया, उक्त पीड़िता का प्राथमिक उपचार के उपरान्त सखी टीम के द्वारा दिनांक 16 अप्रैल को नारी निकेतन जिला रायपुर के सुपुर्द किया गया।केस 04ः-दिनांक 08 अप्रैल को महिला आरक्षक थाना उतई, जिला दुर्ग द्वारा पीड़ित महिला जिसे उनका प्रेमी शादी का प्रलोभन देकर करीब 08 माह से शोषण करता रहा, पीड़िता 02 अप्रैल को कथित प्रेमी के निवास स्थान पर जाकर 05 दिन तक इंतजार करती रही परन्तु कथित प्रेमी के ना आने पर पीड़िता थाना उतई आई जहां से प्राथमिक उपचार कर सखी सेन्टर दुर्ग अस्थायी आश्रय हेतु लाया गया। उक्त पीड़िता को आगे की कार्यवाही हेतु 13 अप्रैल को थाना उतई के सुपुर्द किया गया।केस 05ः- दिनांक 14 अप्रैल को रात्रि 09 बजे दूरभाष से सूचना मिलने पर सखी टीम दुर्ग द्वारा के.पी.एस. स्कूल स्मृति नगर के पास बैठी विक्षिप्ति महिला का रेस्क्यू किया गया। एवं 108 के माध्यम से जिला चिकित्सालय दुर्ग में स्वास्थ्य परीक्षण कर सखी सेन्टर दुर्ग अस्थायी आश्रय हेतु लाया गया , दिनांक 15 अप्रैल को पीड़िता की मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने कारण मानसिक चिकित्सा कराते हुए मुख्य न्यायायिक मजिस्टेªट से रिसेप्शन आर्डर के पश्चात् दिनांक 16 अप्रैल को सखी टीम द्वारा सेन्दरी बिलासपुर रिफर किया गया।केस 06ः- दिनांक 14 अप्रैल को रात्रि लगभग 10 बजे थाना सिटी कोतवाली दुर्ग के द्वारा 112 के माध्यम से बस स्टैण्ड दुर्ग में भटकती हुई महिला को सखी सेन्टर दुर्ग में अस्थायी आश्रय हेतु लाया गया। पीड़िता के कथनानुसार वह भिलाई में घरेलु कार्य करती है जिन्हें दिनांक 14 अप्रैल शाम उनके मालिक के द्वारा दुर्ग बस स्टैण्ड में घर जाने के लिए छोड़ दिया गया, पीड़िता रात 10 बजे तक बस स्टैण्ड पर ही बैठी हुई थी, वह अपने निवास स्थान जाना चाहती थी, अतः दिनांक 15 अप्रैल को सखी टीम के द्वारा सखी सेन्टर जिला बेमेतरा सुपुर्द किया गया, जहां से पीडिता को उनके गृहग्राम पहुंचाया गया है।केस 07ः- दिनांक 15 अप्रैल को पीड़िता को थाना मोहन नगर के द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य परीक्षण कराकर सखी सेन्टर दुर्ग में अस्थायी आश्रय हेतु लाया गया, आगे की कार्यवाही हेतु दिनांक 16 अप्रैल को दोपहर में थाना मोहन नगर के सुपुर्द किया गया। -
दुर्ग 16 अप्रैल 2020/नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत अमृत मिशन फेस टू के तहत हाउसिंग बोर्ड पानी टंकी का निर्माण किया गया है घरों तक पानी पहुंचाने के लिए इस टंकी से वितरण पाइपलाइन बिछाई गई है, जिसकी सफाई की जा रही है ताकि शुद्ध पेयजल क्षेत्रवासियों को मिल सके। महापौर एवं भिलाई नगर विधायक श्री देवेंद्र यादव तथा आयुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी ने पेयजल व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए है जिसके तारतम्य में अधिकारियों द्वारा शुद्ध पेयजल प्रदाय करने कार्य किया जा रहा है। कार्यपालन अभियंता संजय शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि हाउसिंग बोर्ड के समीप के क्षेत्रों को जल प्रदाय करने के लिए ओवरहेड टैंक का निर्माण किया गया है तथा वितरण पाइपलाइन लगभग 35 किलोमीटर तक बिछाई गई है जिसको प्रारंभ करने के लिए निगम ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है इसी के तहत वितरण पाइपलाइन बिछाने के पश्चात पाइप के गंदगी को बाहर निकालने तथा नलों में किसी भी प्रकार की गंदगी, कचरा नहीं फंसने देने के लिए इसकी सफाई की जा रही है। हाउसिंग बोर्ड पानी टंकी से आम्रपाली, फौजी नगर, तीन मंजिल एवं 32 एकड़, घासीदास नगर, पीली पानी टंकी के कुछ स्थानों पर, गुरुद्वारा के समीप आदि क्षेत्र को पानी दिया जाएगा। नए पाइपलाइन बिछाने के दौरान ईट, पत्थर इत्यादि गंदगी पाइप में होने की संभावना रहती है इसको साफ करने के लिए उच्च स्तरीय जलागार से वितरण पाइपलाइन में पानी छोड़कर तथा इंडकैप को खोलकर गंदे पानी को बाहर निकाला जाता है, इस दौरान पाइपलाइन लीकेज का भी निरीक्षण किया जा रहा है कहीं पर भी लीकेज की समस्या होने पर या पाइपलाइन पूर्णतः न जुड़ा होने पर पाइप लाइन जोड़ने तथा लीकेज को सुधारने का कार्य भी किया जा रहा है ताकि पर्याप्त मात्रा में जल प्रवाह की तीव्रता बनी रहे और घरों तक शुद्ध पेयजल पहुंचे। पाइपलाइन लीकेज सुधारने एवं कनेक्टिविटी करने के लिए गड्ढा खोदकर मरम्मत का कार्य किया जा रहा है। लॉक डाउन के विकट परिस्थिति में भी पेयजल को दुरुस्त करने निगम के अधिकारी/कर्मचारी लगे हुए हैं बाहरी श्रमिक/कर्मचारी न मिलने पर स्थानीय स्तर से कार्य कराया जा रहा है। विगत 3 दिनों से वितरण पाइप लाइन में चल रहे सफाई कार्य का निरीक्षण अधिकारी स्वयं कर रहे है। वही पीलिया से बचाव के लिए निगम द्वारा विभिन्न स्रोतों से प्राप्त पानी की टेस्टिंग की जा रही है प्रत्येक जोन से कम से कम प्रतिदिन 10 से 12 सैंपल लिए जा रहा है और इसके रिपोर्ट के अनुसार व्यवस्था में सुधार लाने की कोशिश की जा रही है इसी के साथ ही जल शोधन संयंत्र में दिन में तीन बार पानी की टेस्टिंग की जाती है ताकि शुद्ध पेयजल शहर को मिलता रहे। मदरटैरेसा नगर, खुर्सीपार एवं फरीदनगर की तीनों ओवरहेड टंकियों को सुबह एवं शाम को जल प्रदाय किया जा रहा है, गौतम नगर एवं छावनी की पानी टंकियों में भी एक टाइम की पानी सप्लाई प्रारंभ कर दी गई है। शुद्ध पेयजल शहर को प्रदाय करने के लिए निगम द्वारा सतत प्रयास किया जा रहा है आम नागरिकों से भी अपील है कि पानी को उबाल कर पिए एवं शुद्ध पेयजल ही इस्तेमाल करें।
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दुर्ग 16 अप्रैल 2020/निगम के स्वास्थ्य विभाग का अमला टैंकर, फायर ब्रिगेड एवं हैंडस्प्रे द्वारा सोडियम हाइपोक्लोराइट से सैनेटाइज का कार्य कर रहे है। भिलाई निगम क्षेत्र में कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम हेतु निगम प्रशासन आमजन से अपील कर रही है कि लोग अपने घर में ही रहे ताकि कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सके। इसके साथ ही निगम प्रशासन द्वारा जन जागरूकता हेतु घरों एवं प्रमुख स्थानों पर पाम्प्लेट चस्पा किए जा रहे है। भिलाई निगम के स्वास्थ्य विभाग की टीम निगम क्षेत्र के सभी वार्ड क्षेत्रों को सेनेटाइज कर संक्रमण मुक्त करने कर कार्य कर रही है। सोडियम हाइपोक्लोराइड से आवश्यक सेवा वाले दुकान एवं आसपास, बाजार,व्यसायिक क्षेत्र व घर के आस पास टैंकर व हैन्ड स्प्रे के माध्यम से निगम क्षेत्र के 2290 स्थानों पर स्वच्छता कर्मचारियों ने सेनेटाइज करने का कार्य किया। निगम क्षेत्रांतर्गत आज प्रगतिनगर रमेश कोरी लाईन, संजय विश्वकर्मा लाईन, राजेश क्लीनिक लाइन, पितांबर साइकिल स्टोर, मिनीमाता भवन रोड, बिहारी मोहल्ला, टाटा लाईन, गायत्री मंदिर, संत रविदास नगर, किशन चैक से शीतला काम्पलेक्स पुलिया तक, बाबा कालोनी, मोची मोहल्ला, प्रकाश बेकरी, हनुमान मंदिर लाईन, इंदिरा मार्केट, सायकल-रिक्शा स्टैण्ड के आस पास, सुलभ के आस पास, गांधी चैक आंगनबाड़ी के पास, संतोषी पारा मिलन चैक, गंगा इमली लाइन, नेपाली मोहल्ला, गौतम किराना स्टोर से शंभू गली, साहू आटा चक्की लाइन, माझी लाइन, राजीव नगर, मोची मोहल्ला, गणेश चैक, क्रांति मार्केट बस्ती, सुभाष मार्केट, सड़क 38, रविन्द्रर सिंह लाइन, सड़क - 09, 10, 20, 21, 22, 23, मंगल भवन, आई एम,आई हास्पिटल के पीछे गली, रामनगर, कुरूद बस्ती, वैशालीनगर, शांतिनगर, वन्दानगर, प्रेमनगर, शास्त्रीनगर, हाउसिंग बोर्ड, घासीदास नगर, संतोषी पारा, शारदा पारा सहित विभिन्न वार्डों के घर, दुकान, बाजार क्षेत्र एवं सार्वजनिक स्थानों में सोडियम हाईपोक्लाराइड के घोल का छिड़काव कर सेनेटाइज किया गया।
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दुर्ग 16 अप्रैल 2020/ नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न दुकानों का निरीक्षण निगम की उड़नदस्ता की टीम द्वारा किया जा रहा है, एवं जोन के राजस्व अधिकारियों द्वारा भी टीम बनाकर दुकानों,बाजारों एवं व्यवसायिक क्षेत्रों का निरीक्षण किया जा रहा है। लॉक डाउन का कड़ाई से पालन कराने निगम की टीम मुस्तैद है और ऐसे दुकान संचालक जो आदेशों के उल्लंघन का प्रयास कर रहे हैं उन पर कार्यवाही की जा रही है। वार्ड क्रमांक 22 लिंक रोड में राठी बुक्स एवं स्टेशनरी द्वारा दुकान खुला पाए जाने पर 2000 रुपए अर्थदंड लगाकर बंद कराया गया। वार्ड क्रमांक 27 फौजी नगर में निर्मल किराना स्टोर द्वारा समय के पश्चात भी दुकान खुला रखने पर 1000 रुपए जुर्माना वसूल किया गया, वार्ड क्रमांक 8 जय बाबा नमकीन द्वारा शिक्षक नगर कोहका में भीड़ बढ़ाकर मिक्सचर नमकीन का निर्माण किया जा रहा था जिससे 20000 रुपए जुर्माना वसूल किया गया! नवदुर्गा एवं जनरल स्टोर शिक्षक नगर द्वारा दुकान में एस्पायरी सामग्री जैसे डालडा, सोन पापड़ी, मिक्सचर, सोया सास एवं डिस्पोजल गिलास विक्रय करने पर 6000 रुपए का अर्थदंड लगाया गया, चुन्नू किराना स्टोर द्वारा अधिक कीमत पर खाद्य सामग्री बेचने पर 3000 रुपए वसूल किया गया। सलूजा थ्रेड हाउस सर्कुलर मार्केट कैंप 2 से 500 रुपए, मद्रास किराना स्टोर से 500 रुपए, धीरज सब्जी दुकान से सोशल डिस्टेंस का पालन न करने पर 500 रुपए, गोयल हार्डवेयर द्वारा दुकान खोलकर सामग्री विक्रय किए जाने पर 4000 रुपए जुर्माना, वर्मा ब्रदर्स प्रोविजंस पावर हाउस द्वारा गुमास्ता लाइसेंस नहीं होने तथा तंबाकू, सिगरेट आदि बेचने पर 2000 रुपए जुर्माना, रविंद्र किराना स्टोर वार्ड क्रमांक 23 द्वारा तंबाकू, गुटका, बीड़ी, सिगरेट बेचने पर सामग्री जप्त करते हुए विक्रय नहीं करने की समझाइश दी गई, सनशाइन किराना दुकान कैलाश नगर द्वारा समय के बाद भी दुकान खुला रखकर विक्रय किए जाने पर 2000 रुपए जुर्माना, इसी प्रकार अजय किराना स्टोर एवं रंजीत किराना स्टोर्स द्वारा तय समय के बाद भी दुकान खुला रखने पर दोनों दुकान से 2000-2000 रुपए जुर्माना वसूल किया गया।
लॉक डाउन के दौरान नियमों का पालन नहीं करने वाले एवं आदेशों का उल्लंघन करने वालों पर कार्यवाही की जा रही है। निगम की टीम ऐसे लोगों पर निगरानी रख रही है जो तय कीमत से अधिक दर पर सामग्री विक्रय कर रहे हैं इसके साथ ही निर्धारित समय के पश्चात भी खुला रखने वाले दुकानों पर भी कार्रवाई की जा रही है।
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दुर्ग 16 अप्रैल 2020/जल जनित बीमारी पीलिया से बचाव के लिए निगम द्वारा क्लोरीन टेबलेट वितरण कर इसके उपयोग की जानकारी नागरिकों को दी जा रही है। निगम क्षेत्र में डेंगू से बचाव हेतु मलेरिया आॅयल व मैलाथियान का छिड़काव किया जा रहा है तथा निगम की टीम एवं मितानीनें घरों में जाकर सर्दी, खांसी व बुखार से पीड़ित मरीजों को तत्काल चिकित्सकीय परामर्श लेने की सलाह दे रही है। निगम प्रशासन आमजन से अपील करती है कि अपने घर व आस-पास साफ सफाई बनाकर रखे तथा पीलिया से बचाव हेतु उबला एवं स्वच्छ पेयजल का ही इस्तेमाल पीने के लिए करें। भिलाई निगम के सभी जोन कार्यालयों के स्वच्छता कर्मचारियों द्वारा पीलिया जैसी जलजनित बीमारियों से बचाव के लिए जोन क. 01 के 809 घरों में 8070 क्लोरीन टैबलेट, जोन कं.02 में 500 घरों में 3000 नग क्लोरीन टैबलेट, जोन कं. 03 के 340 घरों में 1880 नग क्लोरीन टैबलेट तथा जोन कं. 04 के 580 घरों में 4400 नग क्लोरीन टैबलेट वार्डों में आज घर-घर जाकर पानी की शुद्धता के लिए वितरण किया गया साथ ही बताया गया कि उबला हुआ तथा साफ छना हुआ पानी ही पीये ताकि किसी प्रकार से जलजनित बीमारी न हो। पानी जमाव वाले स्थान पर लार्वा उत्पन्न न हो इसे रोकने नालियों में जला आइल, एवं कूलर आदि पात्रों में टेमीफास का छिड़काव किया जा रहा है तथा मच्छर के काटने से होने वाली बीमारी से बचने के लिए भिलाई निगम प्रशासन की ओर से प्रतिदिन शाम को स्पेयर व व्हीकल माउंटेड के माध्यम फाॅगिंग किया जा रहा है। निगम क्षेत्रांतर्गत वार्ड -17 वृन्दानगर अन्तर्गत आन्ध्रा स्कूल, शिव हनुमान मंदिर, आंगनबाड़ी केंद्र, मितानिन निवास के आसपास, स्पेयर द्वारा मच्छर उन्मूलन हेतु फाॅगिंग कराया गया।
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कोरबा 16 अपे्रल 2020/कोरोना से लड़ेंगे नहीं तो जीतेंगे कैसे, डर के आगे जीत है, मेरा हाथ टूटा है हौसला नहीं, हर कीमत पर कोरोना से जीतना है..... राधा रानी विश्वास के इस जज्बे का कोई सानी नहीं है। कटघोरा में जब संक्रमितों की संख्या बढ़ी तो रायगढ़ के चपले से कटघोरा आने वाली मेडिकल लैब टेक्निशियन ने किसी भी स्थिति में कोरोना को हराने का हौसला दिखाया है। राधा रानी का यह साहस अन्य स्वास्थ्य कर्मियों और कोरोना की जंग में लगे अधिकारी-कर्मचारियों के लिए भी बड़ी पे्ररणा बन रहा है।
दरअसल जब कटघोरा में संक्रमितों की संख्या बढ़ी तो कम समय में अधिक लोगों के कोरोना की जांच के लिए सेम्पल लेने का काम स्वास्थ्य विभाग ने तेज किया। आसपास के जिलों से प्रशिक्षित लैब टेक्निशियनों को भी यहां बुलाया गया। ऐसे में रायगढ़ जिले के चपले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ लैब टेक्निशियन राधा रानी विश्वास भी कटघोरा पहुंची। राधा रानी का दो महिने पहले ही दुर्घटना के कारण हाथ की हड्डी में राड डालने का आपरेशन हुआ है और वे अभी पूरी तरह से ठीक भी नही हुई है। छत से गिरने के कारण उनकी सीधे हाथ की कोहनी के उपर की हड्डी बुरी तरह से टूट गई थी। एक बार आपरेशन कर उसे जोड़ने का असफल प्रयास डाक्टरों ने किया था। उसके बाद दूसरे आपरेशन में दो महिने पहले राधा रानी के हाथ में लोहे की राड डालकर हड्डी को जोड़ने का उपचार किया जा रहा है। आज भी राधा रानी अपने बांयें हाथ से सहारा देकर दाहिने हाथ से कोरोना संदिग्धों का गले और नाक का सेम्पल ले रही है।कोरोना से डर नहीं लगता..? पूछने पर राधा रानी का जोशीला जवाब निश्चित ही आसपास के लोगों में नई उर्जा और हौसला भर देता है। डरेंगे तो लड़ेंगे कैसे और लड़ेंगे नहीं तो जीतेंगे कैसे, डर के आगे जीत है के फार्मूले पर काम करने वाली इस महिला लैब टेक्निशियन ने कटघोरा में अब तक डेढ़ सौ से दो सौ लोगों के सेम्पल लिये हैं। इन्हे कोरोना टेस्टिंग की सेम्पलींग के लिए रायगढ़ के मेडिकल कालेज में ट्रेनिंग दी गई थी। दस अपे्रल को अपने बुजुर्ग माता-पिता को घर में छोड़कर अपने टूटे हाथ के आधे उपचार के साथ राधा रानी कटघोरा में कोरोना से लड़ाई के मैदान में डटीं हैं। पीपीई किट पहनकर रोज संक्रमित क्षेत्र के कोर एरिया में जाती हैं। लोगों को समझाती है, सामान्य रूप से सेम्पलींग के लिए तैयार करती है और जांच के लिए उनके सेम्पल लेती हैं। लोगो के सेम्पल नहीं देने के लिए अड़ जाने पर कभी-कभी सख्त भी हो जाती हैं, पर सेम्पल लेकर ही मानतीं हैं। राधा रानी बतातीं हैं कि वे चाहतीं तो मेडिकल ग्राउंड पर छुट्टी लेकर घर में रह सकती थी परंतु दूसरे साथी, पुलिस कर्मी, सफाई कर्मी सभी की इस कोरोना से लड़ाई में भागीदारी को देखते हुए वे सहर्ष कटघोरा आ गई है।जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. बी.बी. बोडे भी अपनी इस सहयोगी के विशेष कायल हैं। वे कहतें हैं कि बाहर से आकर कटघोरा में विपरीत परिस्थितियों में अपनी जान की परवाह किये बिना काम करने वाले ऐसे गे्रट कोरोना वारियर्स से ही हम निश्चित रूप से कोरोना को हरा पायेंगे। -
कटघोरा के पुरानी बस्ती मस्जिद पारा की 100 मीटर परिधि से भी नहीं निकल पाया कोरोना
कटघोरा के चैदह मरीज हुए स्वस्थ्य, घर लौटकर रहेंगे होम क्वारेंटाईनकोरबा 16 अपे्रल 2020/कोरबा में कोरोना का हाट स्पाट अब तेजी से ठंडा होने लगा है। छह सौ से अधिक कोरोना वारियर्स ने कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल की रणनीति और एसपी श्री अभिशेक मीणा के कार्य निर्देशन में लगातार काम करके कोरोना के फैलाव की रफ्तार पुरानी मस्जिद पारा तक ही सीमित कर दी है। पिछले 36 घंटों में कटघोरा ही नहीं बल्कि पूरे कोरबा जिले में एक भी नया मरीज कोरोना संक्रमित नहीं मिला है। कोरोना वारियर्स की कठोर और अपनी जान की परवाह किये बिना की गई मेहनत का यह नतीजा है कि कोविड-19 वायरस का फैलाव मस्जिद से एक सौ मीटर की परिधि से बाहर नहीं हो पाया है। कटघोरा में कोरोना के लगभग सभी संक्रमित मस्जिद के 100 मीटर के दायरे वाले घरों से ही मिले हैं। इसके आगे भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा संदिग्धों की सैंपलिंग की गई थी परंतु ऐसे सभी सेंपलों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। कटघोरा के 24 संक्रमित मरीजों में से 14 लोग रायपुर एम्स में ईलाज के बाद पूरी तरह ठीक होकर अपने घर लौट आये हैं और इन्हे होम क्वारेंटाईन में रखा गया है। कोरोना से इस जंग में 100 से अधिक स्वास्थ्य कर्मी, लगभग तीन सौ पुलिस कर्मी, नगर पालिका परिषद के लगभग 100 कर्मियों के साथ राजस्व अमला और अन्य विभागों के एक सौ से अधिक अधिकारी-कर्मचारी जुटे हैं। लगभग 60 वालिंटियर भी लोगों तक रोजमर्रा की अति आवश्यक चीजें घर-घर पहुंचाने में अपनी बड़ी भूमिका निभा रहे हैं।कटघोरा में कोरोना से जंग लड़ने के लिए पहले संक्रमित व्यक्ति की पहचान होने के बाद से ही कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल और एसपी श्री मीणा ने फुलपु्रफ रणनीति तय कर ली थी। संक्रमित क्षेत्र को पूरी तरह से लॅाक डाउन करके तत्काल तीस टीमें बनाकर घर-घर सर्वे शुरू किया गया था। कटघोरा में चार हजार 148 घरों का सघन सर्वे किया गया है। संक्रमित लोगों के संपर्क सूत्रों को ट्रेस करने के लिए अलग से दस लोगों को काम पर लगाया गया था। संक्रमित लोगों की पहचान के लिए स्वास्थ्य विभाग ने चार सेंपलिंग टीमें बनाई और एक हजार तीन सौ से अधिक लोगों के सेंपल लिए। पूरे कटघोरा शहर को चार जोन- 15 सेक्टरों में बांटकर मजबूत बेरिकेटिंग कर पूर्ण तालाबंदी कर दी गई। पुलिस और बांगो बटालियन के तीन सौ जवानों तथा अधिकारियों की मौके पर तैनाती की गई। किसी भी परिस्थिति में लोगों को घरों से बाहर निकलने की मनाही कर दी गई।पूरे क्षेत्र में सेनेटाइजेशन गतिविधियां तेज कर दी गई है। सोडियम हाइपोक्लोराइड के घोल का छिड़काव नगर पालिका परिषद के कर्मचारियों के साथ-साथ फायर ब्रिगेड और छिडकाव के लिए बनी विशेष बडी गाडियों से पूरे शहर में प्रतिदिन किया जा रहा है। नगर पालिका परिषद के सफाई कर्मी भी लगातार सामान्य दिनों की तरह ही अपने काम में लगे हैं। संक्रमित क्षेत्र के प्रवेश द्वार पर तत्काल सेनेटाइजिंग टनल लगाई गई ताकि संक्रमित क्षेत्र में आने जानेे वाले अधिकारी-कर्मचारियों को विसंक्रमीकृत किया जा सके।अति आवश्यक वस्तुओं की घर पहुंच सेवा शुरू की गई। लोगो तक जरूरत के सामान राशन दवाई आदि पहुंचाने के लिए दुकानदारों के वाट्सअप ग्रुप बनाकर आर्डर लिया जा रहा है। इसके बाद सभी मिले आॅर्डर यथाशीघ्र 60 वालंटियरों की एक बडी टीम के माध्यम से होम डिलवरी दी जा रही है। राशन कार्ड धारकों को खाद्य विभाग के अधिकारियों ने घर पहुंचाकर दो महिने का राशन दिया है। पुलिस द्वारा सात-सात ड्रोन कैमरो के साथ सड़कों पर पेट्रोलिंग भी बढा दी गई। 25 बाइक पेट्रोलिंग टीम लगातार कटघोरा की गलियों में घूमकर निगरानी कर रही है। समय-समय पर पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर शहर में फ्लैग मार्च भी कर रही है। कटघोरा से लगे छुरीकला नगर पंचायत क्षेत्र को भी संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सावधानीवश पूरी तरह से लाॅकडाउन करा दिया गया है। नगर पालिक दीपका और नगर पंचायत पाली में बाजारों तथा अति आवश्यक सेवाओं की दुकानों के खुलने बंद होने का समय सुबह दस से दोपहर एक कर दिया गया है। छुरीकला में आवश्यक वस्तुओं की पूर्ति के लिए घर पहुंच सेवा शुरू कर दी गई है। -
सरल, सुलभ सेवा के लिए राज्य सरकार और कलेक्टर का जताया आभार
कोरबा 16 अपे्रल 2020/ कटघोरा में कोरोना संक्रमण के कारण चल रहे सख्त लॅाक डाउन के बावजूद भी लोगों को अपनी जरूरत की सभी चीजें घर पहुंच सेवा से आसानी से उपलब्ध हो जा रही है। ग्राम पंचायत हुंकरा के धंवईपुर मोड़ के पास कटघोरा मेनरोड निवासी सिद्धार्थ महंत की आठ वर्षीय बेटी वर्षा पिछले छह सालों से सिकलिंग बीमारी से पीड़ित है। वर्षा को रोज फॅालिक एसिड के साथ एक अन्य दवा भी लेनी होती है। कटघोरा क्षेत्र में लॅाक डाउन के कारण लोगों को घरों से बाहर निकलने की सख्त मनाही है। ऐसे में बेटी वर्षा की दवाईयों का स्टाक खतम होने के कारण सिद्धार्थ महंत ने बेटी की तबियत के प्रति चिंता जताते हुए कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल को सुबह फोन कर बाहर निकलने की अनुमति चाही। कलेक्टर ने पूरे मामले को ध्यान से सुना और श्री महंत की बेटी के लिए जरूरी दवाईयां उपलब्ध कराने उन्हें घर पहुंच सेवा के वाट्सएप्प नंबर पर डाक्टर का पर्चा भेजने को कहा। श्री महंत के पर्चा भेजते ही लगभग एक घंटे के भीतर कटघोरा के सिद्धी मेडिकल से दवाईयां लेकर एक वालिंटियर धंवईपुर मोड़ पर स्थित उनके घर पहुंच गया। श्री महंत ने इन दवाईयों के लिए उसे 105 रूपये का भुगतान किया। यह दवाईयां वर्षा के लिए आने वाले 20 दिनों के लिए पर्याप्त होगी। जब फोन पर दवाईयां मिलने की जानकारी श्री महंत से ली गई तो उन्होंने बताया कि कोरोना बीमारी के इस भयावह दौर में भी लॅाक डाउन के दौरान लोगों को जरूरी चीजों की आपूर्ति करने के लिए प्रशासन द्वारा बनाया गया सिस्टम सराहनीय है। श्री महंत ने कहा कि ऐसी सरकार जिसके कलेक्टर सरल और सुलभ तथा फोन पर भी हमेशा उपलब्ध रहते हों से ही लोगों में यह विश्वास बना रहता है कि सभी सुरक्षित हैं और जल्द ही कोरोना पर काबू पा लेंगे। श्री महंत ने ऐसे हालातों में भी लोगों का ध्यान रखने, उन्हें जरूरत के समय राशन दवा आदि समय पर किफायती दामों पर घर पहुंचाकर उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार और कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल का आभार भी व्यक्त किया।
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: कटघोरा के वार्ड न 11 में मिले तीन नए क़ोरोना पाजीटिव....
दो महिला एक पुरुष शामिल....कटघोरा में क़ोरोना पीड़ितों की संख्या 27 हुईं...कोरबा जिले में 28 पाजीटिव हुए, 13 एक्टिव केस , 15 क़ोरोना पीड़ित AIIMS में इलाज के बाद हुए स्वस्थ.....दो पोसिटिव पहले से संक्रमित परिवार से ... एक पास के घर का0 देर रात आई जांच रिपोर्ट, पीड़ितों को एम्स भेजने हो रही तैयारीअभी अभी देर रात कटघोरा के वार्ड नंबर 11 में तीन नए क़ोरोना पाजीटिव मामले फिर सामने आए हैं। इनमें दो महिला एक पुरुष शामिल हैं। इस तरह कटघोरा में अब क़ोरोना पीड़ितों की संख्या 27 हो गई है। कोरबा जिले में अब तक कुल 28 पाजीटिव केस हुए जिसमें 13 एक्टिव केस हैं। 15 क़ोरोना पीड़ित एम्स रायपुर में इलाज के बाद हुए स्वस्थ हो कर घर लौट आये हैं। आज देर रात आई जांच रिपोर्ट में जो तीन पॉजिटिव केस आये हैं उनमें दो लोग पहले से संक्रमित परिवार से वास्ता रखते हैं जबकि तीसरा संक्रमित पास के घर का है जो संपर्क में आया था। अब इन्हें एम्स भेजने की तैयारी हो रही है।यहाँ यह भी गौरतलब है कि कोरोना के रामसागरपारा वाले एक मामले को छोड़कर सभी मामले कटघोरा के पुरानी बस्ती जामा मस्जिद इलाके व लगे वार्ड 10 व 11 में ही मिले हैं। राहत की बात यह भी है कि संक्रमण इस दायरे से फिलवक्त तक बाहर नहीं निकला है। हालांकि पूरा प्रशासन कोरोना के फैलाव को नियंत्रित करने में लगा है जिससे कि संक्रमितों और संदिग्धों के संम्पर्क में दूसरे स्वस्थ लोगों को आने से बचाने के लिए लाकडाउन का कठोरता से पालन कराया जा रहा। शहर व जिला खासकर कटघोरा वासियों को संयम से काम लेकर निर्देशों का पालन करना होगा। -
महासमुंद 16 अप्रैल 2020/ छत्तीसगढ़ राज्य में कोरोना (कोविड-19) के संक्रमण को रोकने के लिए मास्क का प्रयोग अनिवार्य किया गया है। कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन के मार्गदर्शन पर महिला स्व-सहायता समूह के सदस्यों को अधिक से अधिक रोजगार मिल सकें इसके लिए जिले में विभिन्न प्रकार के कार्य उपलब्ध कराएं गए हैं। इसी कड़ी में बागबाहरा तहसील के 52 ग्रामीण महिला स्व सहायता समूहों के द्वारा मास्क की आपूर्ति करने के लिए संकल्पित है। इस कार्य के लिए विकास आशा सेवा संस्थान बागबाहरा से भी सहयोग लिया जा रहा है। बागबाहरा के अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) श्री भागवत प्रसाद जायसवाल ने बताया कि बागबाहरा में महिला स्व समूह के सदस्यों द्वारा 50 हजार मास्क बनाने का लक्ष्य रखा गया है। जिसे वृद्ध, अति कुपोषित गर्भवती माताओं, गंभीर रोग से पीड़ित व्यक्तियों, कमजोर स्वास्थ्य वाले व्यक्तियों, मनरेगा में कार्यरत मजदूरों, संग्राहको कामगार व्यक्तियों को यह मास्क निःशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए 52 महिला समूहों से इस कार्य के लिए सहयोग लिया जा रहा है। समूहों द्वारा डबल कोटेड, मल्टीपल उपयोग, सूती कपड़े से मास्क तैयार किया जा रहा हैं। मास्क के डिजाइन और उसके लेयर को स्थानीय चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों के सलाह पर तैयार किया गया है तथा प्रयास किया गया है कि यह प्रयोगकर्ता के लिए सुविधा जनक हो और संक्रमण को रोकने में सक्षम हो, इस कार्य के लिए महिला स्व सहायता समूह को कच्चा माल कपड़ा, धागा अनुविभागीय कार्यालय राजस्व बागबाहरा की पहल पर प्रशासन व जन सहयोग से उपलब्ध कराया जा रहा है।
महिला समूहों एवं जनहित कार्यकर्ताओं के द्वारा सिलकर तैयार मास्क को लक्षित समूह तक पंचायत व समितियों के माध्यम से निःशुल्क उपलब्ध कराई जा रही हैं। इस कार्य को तहसील, जनपद के एन.आर.एल.एम. शाखा, पंचायत, वन विभाग, स्थानीय कपड़ा व्यवसायी, टेलर्स व जनभागीदारी के सहयोग से संपादित किया जा रहा है। तहसील बागबाहरा में सभी लोगों को मास्क की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए महिला स्व सहायता समूह की कर्मठता काफी सराहनीय हैं। स्व सहायता समूह के सदस्य अपने-अपने घर में रहकर सोशियल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सिलाई कर मास्क का निर्माण कर रही है। मुंह पर मास्क लगाने से कोरोना वायरस के संक्रमण को रोका जा सकता है। कोरोना संक्रमण सर्दी, खाँसी, जुकाम एवं अन्य माध्यमों से जनमानस तक फैल सकता है । इस कड़ी को रोकने के लिए मास्क लगाना सभी नागरिकों को जरूरी है। कोरोना संक्रमण रोकने के लिए तथा भविष्य में संभावित संक्रमण से बचाव के लिए लोगो के मास्क लगाने के व्यवहार में परिवर्तन लाने के लिए तथा उनमें कोरोना बीमारी के सम्बंध में जागरूकता बढ़ाने के लिए मास्क वितरण कार्यक्रम तहसील बागबाहरा में प्रारम्भ किया गया है।
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महासमुंद 16 अप्रैल 2020/ कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन की पहल पर जिले में लाॅकडाउन अवधि के दौरान प्रभावित प्रवासी श्रमिकों एवं जरूरतमंदों को भोजन, आवास, चिकित्सा सुविधा एवं अन्य व्यवस्था सुनिश्चित कर उन्हें अपनेपन का अहसास दिलाने के लिए जिले के विभिन्न स्थलों पर राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण के बचाव के लिए जारी लाॅकडाउन लागू होने की स्थिति के कारण महासमुन्द जिले में आंध्रप्रदेश से राजस्थान एवं महाराष्ट्र से झारखंड जा रहे 146 लोगों केे सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सरायपाली अनुविभाग में पाॅच राहत शिविर बनाकर उन्हें रखा गया हैं। इन सभी लोगों के लिए दैनिक आवश्यकता की वस्तुएॅ पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराई जा रही हैं वहीं इनके बच्चों के लिए दूध, बिस्किट, खिलौना इत्यादि की व्यवस्था भी की गई हैं। इन लोगों में राजस्थान के श्रमिक भी हैं जिनकों राहत कैम्पों में रखा गया हैं।
इस संबंध में सरायपाली के अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) श्री कुणाल दुदावत ने बताया कि सरायपाली में पोस्ट मैट्रिक आदिवासी छात्रावास सिंघोड़ा, अनुसूचित जाति पोस्ट मैट्रिक कन्या छात्रावास केजुवाॅ, अनुसूचित जनजाति पोस्ट मैट्रिक कन्या छात्रावास केजुवाॅ एवं प्री मैट्रिक कन्या छात्रावास छुईपाली में स्थापित राहत शिविरों में इन लोगों को रखा गया हैं और आवश्यक व्यवस्थाएॅ की गई हैं। उन्होंने बताया कि सरायपाली में स्थापित इन कैम्पों में राजस्थान के लोग निवास करते हैं जहाॅ उनके लिए दोनों समय भोजन, नाश्ता, चाय आदि की व्यवस्था हैं। इसके अलावा साफ-सफाई की व्यवस्था के साथ-साथ सेनेटाईजर, साबुन, मास्क आदि की भी पर्याप्त व्यवस्था की गई हैं और इन्हें राजस्थानी भोजन उपलब्ध कराया जा रहा हैं।
इसी तरह बागबाहरा अनुविभाग में पाॅच राहत शिविर बनाएं गए हैं। बागबाहरा के अनुविभागीय अधिकारी श्री भागवत प्रसाद जायसवाल ने बताया कि इनमें गाॅजर, टेमरी, साल्हेभाठा, भीमखोज एवं पतेरापाली राहत शिविरों में 141 व्यक्तियों को रखें गए हैं। इसके अलावा महासमुन्द विभाग में तीन राहत शिविर बनाएं गए हैं। महासमुन्द के अनुविभागीय अधिकारी श्री सुनील कुमार चन्द्रवंशी ने बताया कि इनमें महासमुन्द, खैरा एवं सिंघनपुर में 107 व्यक्तियों को रखा गया हैं। जहाॅ उनके लिए प्रशासन द्वारा सभी प्रकार की व्यवस्थाएं की गई हैं।
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महासमुंद 16 अप्रैल 2020/ कलेक्टर श्री सुनील कुुमार जैन की अपील पर जिले के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा मुख्यमंत्री राहत कोष में एक करोड़ 15 लाख 33 हजार 938 रुपए स्वेच्छा से योगदान किये हैं। इस संबंध में वरिष्ठ कोषालय अधिकारी श्री ड़ी पी वर्मा ने बताया कि जिले के अंतर्गत कार्यरत समस्त कर्मचारियों एवं अधिकारियों ने मुख्यमंत्री राहत कोष में स्वेच्छा से योगदान के लिए मार्च 2020 के वेतन देयक में से एक दिन का वेतन कटौती करवाई है। इस वेतन कटौती की कुल राशि एक करोड़ 15 लाख 33 हजार 938 रुपए हैं। कटौती की कुल राशि 10 अप्रैल 2020 को शासन द्वारा प्रदाय निर्धारित लेखा शीर्ष 8443-00-800-001 में जमा की गई हैं।
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बेमेतरा 16 अप्रेल 2020:- कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल ने जिले के नागरिकों से बिना मास्क पहने घर से बाहर नही निकले की अपील की है। उन्होंने कहा है कि घर मंे तैयार किए गए कपड़े के मास्क का उपयोग बेहतर है। इसके लिए महिला समूहों द्वारा तैयार किये गए कपड़े का मास्क भी उपयोग किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जिस तरह अभी तक जिले के नागरिक लॉकडाउन का अनुशासन के साथ पालन किया है, उसी तरह आगामी 3 मई तक भी पालन करें। कलेक्टर ने कहा कि चिकित्सकीय विशेषज्ञों द्वारा कोविड-19 के रोकथाम व बचाव हेतु प्रत्येक व्यक्ति को मास्क/फेस कवर पहनना आवश्यक बताया गया है। शासन के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि इसके लिए बाजार में मिलने वाले ट्रिपल लेयर मास्क का प्रयोग किया जा सकता है अथवा होम मेड तीन परतों वाला फेस कवर बनाया जा सकता है। इस होम मेड मास्क/फेस कवर को साबुन से सफाई से धोकर पुनः प्रयोग में लाया जा सकता है। मास्क/फेस कवर उपलब्ध न होने की स्थिति में गमछा, रूमाल, दुपट्टा इत्यादि का भी फेस कवर के रूप में प्रयोग किया जा सकता है। बशर्ते मुंह एवं नाक पूरी तरह से ढका हो। कभी भी उपयोग में लाया हुआ फेस कवर मुंह, नाक ढकने में प्रयुक्त होने वाला गमछा आदि का पुनः प्रयोग साबुन से अच्छी तरह से साफ किये बिना न किया जाए। कलेक्टर श्री तायल ने बेमेतरा जिले में इस आदेश का पालन करने नागरिकों से आग्रह किया है।
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बेमेतरा 16 अप्रेल 2020:- वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण के कारण देश मे लोकडाउन है, कमजोर लोगो को आर्थिक परेशानी को ध्यान में रखकर ऐसे समय मे लोगो के द्वारा भी उनकी सहायता के लिए दान किया जा रहा है और कोविड-19 से निपटने और लड़ने के लिए जिले मे नागरिकों और अन्य राज्यों मे फसे लोगो का हौसला अफजाई किया जा रहा है।
इसी कड़ी मे आज गुरुवार को पेट्रोल पम्प डीलर एसोसिएशन जिला बेमेतरा द्वारा मुख्यमंत्री सहायता कोष मे एक लाख एक हजार एक सौ (101100) रुपय का चेक कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल को भेंट किया। इसके लिए कलेक्टर ने मिले सहयोग के लिए आभार जताया । कलेक्टर ने बताया कि कोरोना से बचाव के लिए जो भी नागरिकगण दान करना चाहते हैं, वे जिला प्रशासन बेमेतरा के राहत कोष कोविड-19 बचत खाता मे दान कर सकते हैं। कोटक महेन्द्रा बैंक बेमेतरा के बैंक एकाउण्ट नंम्बर-1815093225, (आइएफएससी) IFSC कोड (केकेबीके) KKBK0006426 है।
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बेमेतरा 16 अप्रैल 2020:-कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री शिव अनंत तायल ने आज एक आदेश जारी कर जिले के समस्त गैस एजेंसी को निर्देश दिया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से रोकथाम के लिए प्रदेश में ‘लाॅकडाउन’ किया गया है, इस दौरान समस्त गैस एंजेसी संचालक को कोरोना वायरस के रोकथाम हेतु हितग्राहियों को घरेलु गैस सिलेण्डर की घर पहुँच आपूर्ति संलग्न सूची के अनुसार करना होगा, उज्जवला के हितग्राहियों को भी संलग्न सूची अनुसार दिन वार, क्षेत्रवार वितरण एवं समय-समय पर कोरोना वायरस रोकथाम हेतु जारी समस्त निर्देर्शों का पालन करना होगा।
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बलरामपुर 16 अपै्रल 2020/ कोरोना वायरस (कोविड-19) के प्रसार को रोकने शासन ने महत्वपूर्ण और कड़े फैसले लिए है। इन फैसलों से जनजीवन प्रभावित तो हुआ लेकिन मानव स्वास्थ्य की रक्षा हेतु यह आवश्यक है। लॉकडाउन के दौरान राज्य के अन्य जिलों तथा राज्य से बाहर के श्रमिकों का पलायन प्रारम्भ हो गया था। जिले में बड़ी संख्या में मजदूर फंस गए थे जिसमें से कुछ अन्य राज्यो से तथा कुछ राज्य के अन्य जिलों से थे। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने कोरोना से बचाव तथा प्रसार को रोकने तत्काल सभी श्रमिकों के रहने की व्यवस्था की और उन्हें जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करवाई। उन्होंने श्रमिकों को जिले का मेहमान बताते हुए उनकी सभी जरूरतें पूरी करने के निर्देश दिये। जिले में श्रमिकों के लिए 15 आश्रय स्थल बनाए गए हैं जिसमें 313 श्रमिक रुके हुए है। इन आश्रयो स्थलों में उनके लिए सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई है। खाने-पीने से लेकर उनकी सभी जरूरतों का भी ख्याल रखा जा रहा है। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा समय-समय पर आश्रय स्थलों में जाकर मजदूरों से उनको मिल रही सुविधाओं के बारे में पूछ रहे हैं तथा उनसे बात कर उन्हें पूरा भरोसा दिलाया है कि प्रशासन उनके साथ है। उन्हें समय पर नाश्ता एवं गर्म पौष्टिक भोजन दिया जा रहा है। उनको जरूरत के अनुसार दैनिक उपयोग की वस्तुएं, साबुन, मास्क आदि उपलब्ध करायी जा रही है। आश्रय स्थलों में साफ-सफाई एवं सोशल डिस्टेंस का विशेष ध्यान रखा जा रहा है तथा स्वच्छता के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है। श्रमिकों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें जरूरी परामर्श के साथ कोरोना से बचाव की जानकारी भी दी जा रही है। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने अधिकारियों को आश्रय स्थलों/राहत शिविरों का सतत् निरीक्षण कर श्रमिको की सभी जरूरते पूर्ण करने का निर्देश दिए है।
सांप पकड़कर उसे लोगों को दिखाना और उससे हुई आमदनी से वे अपना और अपने पूरे परिवार का पेट पालते हैं। बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में ऐसे ही सपेरे परिवार के 84 सदस्य लाॅकडाउन में फंसे हुये हैं। ये सभी लोग कोटा, बिलासपुर के रहने वाले हैं और पूरे परिवार के साथ सांप दिखाने के लिये विकासखण्ड राजपुर के बरियों में पहुंचे हुये थे। लाॅकडाउन होते ही ये यहां फंस गये और बरियों तथा ककना गांव के बीच खाली स्थान में झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं। लाॅकडाउन के कारण इनका सांप दिखाने का खेल भी बंद हो गया था लेकिन प्रशासन को जैसे ही इनके बारे में पता चला, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व राजपुर एवं तहसीलदार राजपुर की टीम ने इनसे मुलाकात की और लाॅकडाउन में इनके रहने-खाने का इंतजाम कर दिया है। प्रशासन एवं स्थानीय लोगों की मदद से इन्हें चावल मुहैया कराया गया है जिससे अब इनका कोई भी परिवार भूखा नहीं है। इस 84 लोगों के परिवार के मुखिया सोबिन राम ने बताया कि लगभग 05 महिना पहले वे लोग जिले में आए थे और घूम-घूमकर सांप दिखाने का काम कर रहे थे, लेकिन जब ये घर लौट रहे थे तभी अचानक लाॅकडाउन हो गया और फंस गए। ऐसे में प्रशासन की तरफ से इन्हें सारी चीजें मुहैया कराई जा रही हैं, जिससे ये काफी खुश हैं।कोरोना महामारी को रोकने के लिए भारत सरकार ने 21 दिनों के लाॅकडाउन का घोषणा किया और इस लाॅकडाउन में हजारों लोग पैदल ही अपने घरों के लिए निकल पडे़। इस दौरान अगर सबसे ज्यादा परेशानी हुई तो मजदूर वर्ग के लोगों को हुई जो भूख से व्याकुल होकर पैदल अपने घर जा रहे थे लेकिन बलरामपुर जिले में ऐसे मजदूरों को प्रशासन ने सबसे अच्छा ख्याल रखा और आज वो प्रशासन का धन्यवाद दे रहे हैं। दरअसल कोरबा के एक कंपनी में झारखण्ड और बिहार के 37 लोग वाहन चालक का काम करते थे और सभी वहां सालों से रह रहेे थे। लाॅकडाउन होते ही कंपनी ने उन्हें निकाल दिया और फिर वाहनों के बंद होने से सभी लोग पैदल ही अपने घर झारखण्ड और बिहार के लिए निकल पड़े। बलरामपुर-रामानुजगंज जिले की सीमा में आते ही जिला प्रशासन ने जब एक साथ इतने लोगों को देखते हुए लाॅकडाउन होने के कारण उन्हें आसरा दिया। प्रशासन ने सभी वाहन चालकों को विकासखण्ड राजपुर के छात्रावास ग्राम पंचायत बघिमा और चारपारा में रखा है। यहाँ इन वाहन चालकों को भरपेट भोजन और दैनिक जीवन की हर वो सामग्री दी जा रही है जो जरुरी होती है। इन्हें न सिर्फ भरपेट भोजन दिया जा रहा है बल्कि समय-समय पर इनका चिकित्सकीय जांच भी कराया जा रहा है। वाहन चालकों ने बताया की वो इस मुसीबत की घडी में भले ही अपने घर से दूर हैं लेकिन यहां उन्हें जो सुविधा मिल रही है वो घर जैसा ही है। उन्होंने कहा की यहां उन्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं हो रही हैं। -
बलरामपुर 16 अप्रैल 2020/ राज्य शासन के आदेशानुसार कोरोना वायरस के सम्पर्क से पीड़ित, संदेही से दूर रहने की सख्त हिदायत तथा अन्तर्राज्यीय से वापसी उपरांत स्वास्थ्य अमले को सूचना एवं क्वारेंटीन में रहने हेतु निर्देश जारी किये गये हैं। साथ ही यह भी निर्देशित किया गया है कि कोरोना वायरस से बचने के लिए सभी संभावित बचाव अमल में लाया जाए। परन्तु उद्यान विभाग के सहायक ग्रेड-02 श्री रविशंकर सोनवानी के द्वारा 14 अप्रैल 2020 को बिना सूचना के औरंगाबाद (बिहार) प्रवास पर एवं 15 अप्रैल 2020 को जिला बलरामपुर-रामानुजगंज वापसी कर कार्यालय में कार्यालयीन कार्य का सम्पादन भी किया गया। यह कृत्य छत्तीसगढ़ ऐपिडेमिक डिसीज कोविड-19 रेगुलेशन 2020 की धारा 14 के अन्तर्गत कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु जारी आदेश का स्पष्ट उल्लंघन है। जो कि भारतीय दण्ड संहिता 1860 की धारा 188 के अन्तर्गत दण्डनीय अपराध की श्रेणी में आता है। श्री रविशंकर सोनवानी का उक्त कृत्य छत्तीसगढ़ सेवा आचरण नियम 1965 के नियम-3(एक)(दो)(तीन) के विपरित होने के फलस्वरूप कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। कलेक्टर द्वारा श्री सोनवानी को क्वाॅरेंटीन पश्चात् उनका मुख्यालय उप जिला निर्वाचन कार्यालय बलरामपुर निर्धारित किया गया है।
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ग्रामवासियों को एक मुश्त दो माह का राशन मिलने पर खुशी जाहिर की
पंखुरी बाई एवं जगेश्वर ने कहा कि विपदा की घड़ी में शासन ने हमारी बहुत मदद की है इसके लिए धन्यवादजशपुरनगर 16 अप्रैल 2020/जशपुर जिले के दूरस्थ अंचल आदिवासी बाहुल क्षेत्र के जरुरतमंद ग्रामवासी आदिवासी भाई-बंधुओं तक छत्तीसगढ़ शासन की खाद्य वितरण प्रणाली घर तक पहुॅच रही हैै। दो माह का एकमुश्त राशन मिलने पर खुशी जाहिर करते हुए जशपुर जिले की वार्ड नंबर 35 की अंत्योदय कार्डधारी पंखुरी बाई ने बताया कि उन्हें दो माह का 70 किलो निःशुल्क चावल मिला हैै। दो किलो शक्कर और दो किलो चना भी शासन द्वारा उन्हें दिया गया है। तिलक वार्ड नंबर 4 निवासी जगेश्वर राम ने बताया कि वे प्राथमिकता कार्ड धारी है। उन्हें भी 70 किलो चावल, 2 किलो शक्कर और दो किलो चना दिया गया है। अंबेडकर वार्ड नंबर 7 निवासी एपीएल कार्डधारी शिवानंद सोनी ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि उन्हें भी आज दस रुपये किलो की दर से 35 किलो चावल मिला है। इसी कड़ी में मनोरा विकासखंड के ग्राम डडगांव के मेरीगेरस, बाबूलाल, महेश राम भगत, कमलेश राम ने भी अपना दो माह का एकमुश्त राशन उठाया है।जगेश्वर राम और पंखुरी बाई ने प्रदेश के मुखिया श्री भूपेश बघेल एवं छत्तीसगढ़ शासन को धन्यवाद देते हुए कहा कि लाॅकडाउन के दौरान शासन ने हमारी जरुरतों को समझा हैै। विपदा की घड़ी में हमें खाद्यान देकर हमें बहुत राहत दी गई है। जशपुर जिले के दूरस्थ अंचलों में निवासरत विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा टंगना राम और तिजनी बाई को भी शासन के तरफ से निःशुल्क राशन घर तक पहुॅंचाकर दिया गया है। जिले के खाद्य अधिकारी श्री घनश्याम कंवर ने बताया कि जशपुर जिले के सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत जिले के 430 ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के 14 उचित मूल्य के दुकानो के माध्यम से पात्र हितग्राहियों को खाद्यान वितरण वितरण किया गया है। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए दुकानों में संभावित भीड़ को रोकने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में पीडीएस एट होम के तहत हितग्राहियों को राशन घर तक पहुॅंचकर दिया जा रहा है। साथ ही दुकान के बाहर हाथ धोने के लिए साबुन, की व्यवस्था की गई है। हितग्राहियों को मास्क लगाने के लिए कहा जा रहा है। जिले में कुल 2 लाख 14 हजार 941 राशन कार्डधारी हितग्राहियों को खाद्यान का वितरण किया जा चुका है। इनमें अंत्योदय कार्ड, प्राथमिकता कार्ड, अन्नपूर्णा कार्ड, निःशक्त कार्ड, एकल निःशुल्क एवं एपीएल कार्डधारि हितग्राहियों को शामिल है। बिना राशन कार्ड एवं अन्य जरुरतमंद लोगो के लिए ग्रामपंचायत में 2 क्ंिवटल चावल स्टाक में रखा गया है। -
जशपुरनगर 16 अप्रैल 2020/ कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर को कार्यालय जनपद पंचायत बगीचा में कार्यरत समस्त कर्मचारियों द्वारा नोवल कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण के रोकथाम में अपना योगदान देते हुए आर्थिक सहायता के रुप में मुख्यमंत्री सहायता कोष में अपना एक दिन का वेतन देते हुए कुल 25761 रुपये का सहायता राशि जमा किया है। कलेक्टर श्री क्षीरसागर ने जनपद कार्यालय बगीचा के समस्त कर्मचारियों के इस प्रशंसनीय कार्य के लिए उनका धन्यवाद देते हुए अपना आभार प्रकट किया।
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जशपुरनगर 16 अप्रैल 2020/ अनुविभागीय अधिकारी पत्थलगांव श्री दशरथ सिंह राजपूत को पत्थलगांव के सेंट जेवियर इंग्लिश मिडियम स्कुल के समस्त स्टाॅफ के द्वारा नोवल कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण से बचाव एवं नियंत्रण में अपना योगदान करते हुए अपने एक दिन का वेतन जिले के कोरोना रिलीफ फंड में देते हुए 32 हजार का सहायता राशि का चेक सौंपा। एसडीएम श्री राजपूत ने स्कूल के समस्त स्टाॅफ को उनके इस सराहनीय कार्य के लिए धन्यवाद दिया। इस अवसर पर स्कूल के प्रबंधक फादर एक्का, श्री सुनिल खल्खो, शिलाश टोप्पो एवं स्कूल के अन्य स्टाॅफ उपस्थित थे।
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- कलेक्ट्रेट से आरंभ हुआ वाहन, तीनों ब्लाक में निरंतर करेगा भ्रमण
दुर्ग 16 अप्रैल 2020/डोनेशन आफ व्हील्स आज कलेक्ट्रेट से रवाना हुई। तीनों ब्लाकों के लिए वाहन रवाना किए गए। यह वाहन घूम-घूमकर दानदाताओं से धनराशि और सामग्री एकत्र करेंगे। इसका उपयोग आपदा पीड़ितों के लिए किया जाएगा। इस संबंध में कलेक्टर श्री अंकित आनंद ने लोगों से अपील की है कि डोनेशन आफ व्हील्स का प्रयोग इसलिए किया गया है ताकि आप अपने घर से ही दान कर सके। हमसे बहुत से सेवाभावी लोगों ने संपर्क किया। उनकी दिक्कत यह थी कि वे लाकडाउन की वजह से घर से बाहर नहीं निकल सकते थे लेकिन दान के इच्छुक थे। ऐसे लोगों को सुविधा मिल सके। वे आपदाग्रस्त लोगों की सहायता कर सकें, इसके लिए यह डोनेशन आफ व्हील्स आरंभ किया गया है। उल्लेखनीय है कि बहुत से लोग अलग-अलग तरह से आपदा पीड़ितों की मदद करना चाहते हैं कोई सीधे धन राशि से उनकी मदद करना चाहता है तो कोई सामान के माध्यम से। उदाहरण के लिए कोई परिवार ऐसे हैं जो अनाज के माध्यम से मदद करना चाहते हैं। कोई सब्जी उत्पादक है और सब्जी के माध्यम से मदद करना चाहता है। इस प्रकार डोनेशन आफ व्हील्स के माध्यम से आपदाग्रस्त लोगों को बड़ी मदद मिलेगी। इससे दानदाताओं को प्रशासन से संपर्क भी नहीं करना पड़ेगा। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भी आपदा पीड़ितों के लिए मदद की अपील आम नागरिकों से की है। इसके लिए मुख्यमंत्री कोविड रिलीफ फंड में राशि जमा की जा सकती है। इसी प्रकार जिला प्रशासन के कोविड रिलीफ फंड में भी राशि जमा की जा सकती है। डोनेशन आफ व्हील्स में कोरोना संक्रमण से संबंधित जागरूकता के लिए भी अनेक जिंगल्स हैं जिनके माध्यम से लोगों को कोराना संक्रमण से बचने की जानकारी मिलेगी। जिला पंचायत सीईओ श्री कुंदन कुमार ने बताया कि डोनेशन आफ व्हील्स पूरी आबादी को कवर करेगा ताकि जो भी सेवाभावी नागरिक हैं उन्हें घर पर रहकर ही सहयोग करने का अवसर मिल सके।
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दुर्ग 16 अप्रैल 2020/कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु किये गये देशव्यापी लाकडाउन में दुर्ग जिले में प्रवास किये हुये अन्य जिलो/राज्यों के श्रमिकों की रहने की व्यवस्था भिलाई नगर निगम के जोन 4 खुर्सीपार स्थित मंगलभवन में की गयी है। कलेक्टर श्री अंकित आनंद के निर्देशानुसार श्रमिक राहत शिविर में श्रमिकों को निगम उपायुक्त श्री लहरे, जोन 4 आयुक्त श्रीमती प्रीति सिंह, जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र, दुर्ग के सहायक प्रबंधक श्री तुषार त्रिपाठी एवं श्री शैलेन्द्र सिंह की उपस्थिति में जे. के.लक्ष्मी सीमेंट, अहिवारा के सौजन्य से श्रमिकों को 300 चादरें वितरित की गई। इस अवसर पर जे. के.लक्ष्मी सीमेंट के अधिकारी श्री संजय अरोरा, श्री मनीष तिवारी उपस्थित हुये।