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दुर्ग 16 अप्रैल 2020/कोविड आपदा के इस दौर में ग्रामीण क्षेत्र भी शहरों से पीछे नहीं है। वे आपदा की इस घड़ी में शासन के साथ हैं और शासन द्वारा चलाये जा रहे व्यापक राहत कार्यों में अपना भी योगदान कर रहे हैं। इस कड़ी में नगपुरा गांव के ग्रामीण भी सामने आए। गांव के कुछ ग्रामीणों ने आपसी सहयोग से बीस हजार रुपए एकत्र किए और इसे सीएम रिलीफ फंड में देने का निश्चय किया। इसके लिए उन्होंने 20 हजार रुपए की राशि एसडीएम श्री खेमलाल वर्मा को सौंपी। इस मौके पर ग्रामीणों ने कहा कि देश पर आया संकट हम सबके लिए परीक्षा की घड़ी है और देशभक्ति का मौका भी है। हम सब लोगों ने विचार किया कि किस तरह आपदा की इस घड़ी में सबसे ज्यादा जरूरतमंद लोगों की मदद कर सकते हैं। फिर हमारे मन में विचार आया कि इसका सबसे अच्छा माध्यम सीएम रिलीफ फंड होगा। फिर हम सब ऐसे लोगों से मिले जो इसी तरह का मन बना रहे थे सबने खुशी से सहयोग राशि दी और बीस हजार रुपए इकट्ठा हो गये। ग्रामीणों ने कहा कि इसी प्रकार लोग थोड़ी थोड़ी सहयोग राशि जमाकर दें तो लाखों गरीबों पर आया यह आसन्न संकट दूर हो जाएगा और सरकार को भी परिस्थिति से निपटने में आसानी होगी।
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दर्ग 16 अप्रैल 2020/एसडीएम श्री खेमलाल वर्मा ने अपनी टीम के साथ आज ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक निरीक्षण किया। यहां उन्होंने ग्राम कुथरेल में एमआरपी से अधिक कीमत पर सामग्री बेचने और बिना लायसेंस दुकान चलाने को लेकर एक दुकान सील कराई और शुल्क भी लगाया गया। एसडीएम ने बताया कि एमआरपी से अधिक दाम पर सामान बेचने की शिकायत जहां से भी आ रही हैं वहां दबिश देकर सतत कार्रवाई चल रही है।
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- कहा स्वसहायता समूहों को मास्क बनाने के लिए करें प्रेरित, सैनिटाइजेशन की पूरी व्यवस्था हो
- नरूवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी योजना पर हो रही प्रगति की लगातार करें मानिटरिंग, नोडल अधिकारियों से ले फीडबैक और बनाएं मुकम्मल व्यवस्थादुर्ग 16 अप्रैल 2020/जिला पंचायत में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हुई महत्वपूर्ण बैठक में ग्रामीण विकास की योजनाओं पर हुई प्रगति पर समीक्षा जिला पंचायत सीईओ श्री कुंदन कुमार ने की। बैठक में सीईओ ने कहा कि आने वाले दिनों में मनरेगा के प्रभावी क्रियान्वयन पर पूरा फोकस हो। हर गांव में काम प्रारंभ कर कम से कम पचास मजदूर लगाए जाएं। धमधा ब्लाक में मजदूरों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है। इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जाए। सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजेशन की व्यवस्था मुकम्मल हो, यह मानिटर कर रहे अधिकारी सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि मनरेगा अंतर्गत उपयोगी कार्यों का चिन्हांकन करें। साथ ही स्वीकृत कार्यों को अविलंब आरंभ करें। उन्होंने कहा कि सैनेटाइजर और मास्क यह कोरोना संक्रमण को थामने के सबसे महत्वपूर्ण चीजें हैं। मास्क के लिए स्वसहायता समूहों को अधिकाधिक संख्या में प्रेरित करें। साथ ही सैनिटाइजर की सुविधा भी मिले, यह एनआरएलएम के अधिकारी सुनिश्चित करें। सीईओ ने ग्राम पंचायतों में नरूवा अंतर्गत चयनित नालों में स्वीकृत कार्यों को आरंभ करने के निर्देश दिए।सीईओ ने गौठानों में चल रही गतिविधियों की भी समीक्षा की। उन्होंने उपसंचालक कृषि, पशुधन विकास एवं उद्यानिकी को कहा कि वे गौठान के नोडल अधिकारियों के सतत संपर्क में रहे, दौरे करें और यह देखें कि गौठान में पर्याप्त व्यवस्था बनी रहे। जिन गौठान समितियों का खाता घुल गया है और समिति के सदस्यों का केवायसी हो गया है उनकी भी जानकारी प्रदान करें। उन्होंने सभी जनपद सीईओ को गौठान समिति को प्रदाय मानदेय हेतु मांग जिला कार्यालय को प्रेषित करने के निर्देश भी दिए। सीईओ ने ग्राम सांकरा में आजीविका केंद्र के लिए स्वसहायता समूहों द्वारा किये जा रहे काम की प्रगति की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि अधिकाधिक स्वहसायता समूहों द्वारा विविध तरीके के निर्माण कार्य सुनिश्चित किया जाए।सीईओ ने ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए निरंतर जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग के संबंध में लोगों को लगातार जागरूक रखना आवश्यक है। साथ ही आपदा पीड़ित जरूरतमंद लोगों की मदद भी आवश्यक है इसके लिए स्थानीय अमला निरंतर सक्रिय रहे और जनपद सीईओ इसकी मानिटरिंग करते रहें। सीईओ ने ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की उपलब्धता एवं इस तरह के अन्य विषयों पर भी अधिकारियों को निर्देश दिए। -
बेमेतरा 16 अप्रैल 2020:- नोवेल कोरोना वायरस संक्रमंण के वर्तमान परिस्थिति में पूरे देश में 03 मई तक लाॅकडाउन है। श्रमिकों एवं मजदूरों के इन परिस्थितियों के विशेष राहत तत्काल प्रदाय किए जाने के उदेश्य से श्री शिव अनंत तायल, कलेक्टर के निर्देश पर विशेष कार्य योजना तैयार की गई है। जिला प्रशासन के माध्यम से कोरोना वायरस (कोविड.19) संक्रमंण के कारण अन्य राज्यों में जैसे पुणे (महाराष्ट्र), कानपुर, लखनउ (उत्तर प्रदेश), हैदराबाद (तेलंगाना) एवं अन्य प्रदेशों में फसे हुए श्रमिकों को सहायता हेतु राज्य हेल्प लाइन, जिला हेल्प लाइन एवं जिला प्रशासन के माध्यम से जानकारी जिला प्रशासन को प्राप्त हुआ है। लाॅक डाउन होने के कारण अपने गृहगांव आने में असमर्थ एवं बंद की स्थिति में खाने पीने की व्यवस्था नही होने के कारण स्थानीय प्रदेश स्तर एवं श्रम विभाग द्वारा जारी हेल्प लाइन के माध्यम से लगातार मदद किया जा रहा है। यथा संभव भोजन व राशन की व्यवस्था कर वर्तमान संकट स्थिति में सहयोग किया जा रहा है। उसी क्रम में आज दिनांक 15 अप्रैल 2020 को 174 श्रमिकों हेतु 73,500 रूपये का अंतरण किया गया। एवं अब तक कुल 5041 श्रमिकों के खातों में एन.ई.एफ.टी.के माध्यम से 15 मार्च 2020 तक सहायता राशि 16 लाख 18 हजार 600 रूपये जिला प्रशासन की ओर से प्रदाय किया गया है। विभिन्न दान-दाताओं के माध्यम से एकत्रित किये गये राशि सहयोग हेतु से जिला कलेक्टर के माध्यम से प्रदाय किया जा रहा है। तद संबंध में विभिन्न श्रमिकों द्वारा जिला प्रशासन एवं दान दाताओं का आभार व्यक्त किया जा रहा है। साथ ही श्रमिकों को उनके दैनिक जीवन यापन हेतु इन परिस्थितियों में जिला प्रशासन द्वारा जारी की गई राशि से विशेष सहयोग मिला।
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बेमेतरा 16 अप्रैल 2020:- कोरोना वायरस कोविड-19 के महामारी के संक्रमण से निपटने के लिए जिले के विभिन्न समिति, आम जनता अपने अपने स्तर पर आर्थिक सहायता राशि का सहयोग कर रहे हैं। इसी क्रम में आज गुरुवार को कलेक्टोरेट मे श्री सिद्ध शक्तिपीठ मां महामाया मंदिर समिति बुचीपुर तह. नवागढ़ की ओर से मुख्यमंत्री सहायता कोष मे 51 हजार रुपये का चेक कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल को सौंपा। इस अवसर पर मंदिर के सर्वराकार दत्तजेनपुरी गोस्वामी मंदिर सेवा समिति अध्यक्ष श्री सुरेश वर्मा, सचिव तोसुराम साहू उपस्थित थे।
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ऑनलाइन शिक्षा पोर्टल से घर बैठे छात्र ले रहे लाभ
सूरजपुर16 अप्रैल 2020/कोरोना वायरस कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के लिए किए गए लॉकडाउन के कारण लंबे समय से शालाएँ बंद है। इसे दृष्टिगत रखते हुए बच्चों को पढ़ने लिखने और सीखने के उद्देश्य से प्राथमिक स्तर से हायरसेकेंडरी स्तर तक के बच्चों के लिए बहुत योग्य ऑनलाइन पोर्टल पढ़ई तुंहर दुआर का शिक्षा पोर्टल का विमोचन मुख्यमंत्री श्री भूपेशबघेल जी छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 7 अप्रैल 2020 से किया गया है जिससे छात्र-छात्राओं को घर बैठे शैक्षणिक मटेरियल, योग्य प्रशिक्षित शिक्षकों के द्वारा प्राप्त हो सके व उनका सर्वांगीण विकास घर पर रहकर भी हो सके।छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा एनआईसी की सहायता से ऑन लाईन शिक्षा पोर्टल पढ़ई तुहर दुआरघरो में रहते हुए भी बच्चों को पढ़ने लिखने एवं सीखने का अवसर प्रदान किये जाने हेतु सूरजपुर जिले के शिक्षा विभाग द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी श्री विनोद कुमार राय एवं जिला मिशन समन्वयक श्री शशीकान्त सिंह के निर्देशन में विभाग द्वारा बहैबीववसण्पद पोर्टल में कक्षा 1 से 10 वी कक्षा तक की पढ़ाई के संसाधन उपलब्ध कराना एवं शीघ्र ही इसका विस्तार कक्षा 11वीं एवं 12वीं तक भी किया जाना है। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा इस पोर्टल में पाठ्य सामग्री के रूप में पीडीएफ फार्मेट में पाठ्य पुस्तकें, आडियो तथा विडियो लेखन संबंधी संसाधन उपलब्ध कराने के लिए प्रत्येक 10 विषय के शिक्षको के ग्रुप बनाये गये है। जिसमें भाषा शिक्षक आपसी सामंजस्य से पाठ्यक्रम को अधिक सरल एवं रोचक बना सके। इस पोर्टल में शिक्षक एवं छात्र-छात्राओं का पंजीयन आवश्यक है एवं पोर्टल में जुमएप्प के माध्यम से ऑनलाईन इंटर एक्टिव कक्षायें आयोजित की जायेंगी। जिनसे शिक्षक एवं बच्चे अपने अपने घरों में ही पढ़ई तुहर दुआर योजना विडियों कांफ्रेंस के माध्यम से जुड़ सकेंगें। इन आॅनलाईन कक्षाओं में षिक्षक बच्चों को पढ़ायेंगें और बच्चे प्रष्न भी पुछसकेंगें तथा बेहतर समझ भी बना सकेंगें और बच्चों को आॅनलाईन होमवर्क भी दिया जा सकेगा। जिले में पढई तुंहर दुआर योजना के सफल संचालन के लिए कलेक्टर श्री दीपक सोनी के द्वारा जिला स्तर एवं विकासखंड स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त किये गये हैं एवं सुक्ष्म व सतत् मूल्यांकन हेतु वरिष्ठ षिक्षकविषयवार प्रभारी बनायेंगयें हैं ताकि कोई भी बच्चा इस योजना से लाभ लेने से वंचित न हों।अधिकाधिक छात्र छात्राओं को इसका लाभ प्राप्त हो सके इस दिशा में जिला प्रशासन के निर्देशन में तथा स्कूल शिक्षा विभाग के प्रयास से आज दिनांक तक 6491 शिक्षक एवं 5577 छात्र-छात्राओं का पंजीयन किया जा चुका है तथा बच्चों का पंजीयन कार्य भी प्रारंभ है वर्तमान में कक्षा 01 से 10 तक के 52376 छात्र-छात्राओं का पंजीयन करके लाभ दिया जा रहा हैं। जिला स्तर पर श्रीमती लता बैक सहायक संचालक योजना को नोडल अधिकारी का दायित्व सौंपा गया है तथा अल्प समय में अधिकतम बच्चों को जोड़ने हेतु निर्देशित किया गया है।इस तरह बच्चे कर सकेंगें पढ़ाई-इस पोर्टल में बच्चे अपनी क्लास सिलेक्टर करेंगे। इसके बाद विषय का ऑप्शन मिलेगा। इसमें स्टूडेंट किताबों को पीडीएफ फॉर्मेट में पढ़ पाएंगे, किताबें डाउनलोड भी की जा सकेंगी। इसमें ऑडियो और वीडियो लेसन भी मौजूद हैं। शिक्षक और बच्चे अपने-अपने घरों से ही वीडियो कॉफ्रेंस के जरिए जुड़ेंगे और बात करते हुए पढ़ाई कर सकेंगे। इसमें ऑनलाईन होम वर्क भी दिया जाएगा। बच्चे अपनी कॉपी में होमवर्क पूरा करेंगे, फिर मोबाइल से फोटो लेकर उसे अपलोड करेंगे, टीचर पोर्टल में ही उसे जांचेंगे। -
- 16 अप्रैल को शाम 6 बजे से 19 अप्रैल रविवार की मध्य रात्रि तक रहेगा प्रभावी
- कलेक्टर श्री अंकित आनंद ने जारी किए आदेशदुर्ग 15 अप्रैल 2020/एपिडेमिक एक्ट के अंतर्गत दी गई शक्तियों का प्रयोग करते हुए कलेक्टर श्री अंकित आनंद ने दुर्ग जिले में 16 अप्रैल गुरुवार अर्थात आज शाम से कर्फ्यू लगाने का आदेश जारी किया है। कर्फ्यू रविवार 19 अप्रैल की मध्य रात्रि तक प्रभावी रहेगा। इस दौरान जिला प्रशासन एवं निगम की केवल अत्यावश्यक सेवाओं का ही संचालन हो सकेगा एवं केंद्र एवं राज्य सरकार के कार्यालय ही खुल सकेंगे। इस दौरान अत्यावश्यक सेवाओं से जुड़े मेडिकल स्थापना, मेडिकल दुकान, एम्बुलेंस, पेट्रोल पंप, गैस एजेंसी, मीडिया संस्थान, सीवरेज ट्रीटमेंट, पेयजल सुविधा, फायर ब्रिगेड, टेलीफोन-इंटरनेट, मिल्क पार्लर, डेरी, राष्ट्रीय राजमार्ग में गुड्स एंड कररिर्स सेवाओं की दुकानें ही खुल सकेंगी। आदेश का उल्लंघन करने वालों पर नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मीडियाकर्मियों को इस दौरान कवरेज की अनुमति रहेगी। -
कोरिया 15 अप्रैल 2020/ कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए युद्ध स्तर पर जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने जिले में कोरोना परीक्षण एवं निगरानी की अद्यतन स्थिति के साथ ही जिले में कोविड हॉस्पिटल की स्थापना की जानकारी दी। जिले में आज की स्थिति में कुल 1676 लोग होम आइसोलेशन पर रखे गये हैं। इसके साथ ही संस्थागत क्वारंटाइन पर रखे गये लोगों का संख्या बढ़कर 28 हो गई है। जिला अस्पताल में 02 लोगों को आइसोलेशन पर रख गया है। जिले से कोरोना के कुल 40 मामले सामने आये, जिन्हें परीक्षण हेतु भेजा गया था। परीक्षण में सभी निगेटिव पाये गये हैं। बीते दिनों में विदेशों से आये लोगों पर विशेष स्वास्थ्यगत निगरानी रखी जा रही है।
कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि क्वारंटाइन सेंटर में ऐसे लोगों को रखा जाता है जो प्रथम दृष्टया कोरोना संक्रमण के संदिग्ध की श्रेणी में आते हैं तथा जिनको निगरानी की आवश्यकता होती है। आइसोलेशन में उन लोगों को रखा जाता है जिसमें अत्यधिक संभावना रहती है कि वह संक्रमित हो सकते हैं। ऐसा कुछ लक्षण भी नजर आते हैं। टेस्ट किया जा चुका होता है किंतु रिपोर्ट नहीं आयी होती है। कोविड हॉस्पिटल में उन लोगों को रखा जाता है जिनकी कोरोना वायरस की रिपोर्ट पॉजिटिव पायी जाती है। उन्होंने बताया कि जिले में कोविड हॉस्पिटल की स्थापना की गई। चरचा में रीजनल हॉस्पिटल एवं बैकुंठपुर स्थित नर्सिंग प्रशिक्षण केंद्र को कोविड हॉस्पिटल बनाया गया है।कलेक्टर ने बताया कि बैकुण्ठपुर में स्थित जिला अस्पताल एवं सेंट्रल हॉस्पिटल में आइसोलेशन वार्ड बनाये गये हैं जिसके तहत जिला अस्पताल में 15 बेड तथा मनेन्द्रगढ़ स्थित सेंट्रल हॉस्पिटल में 15 बेड उपलब्ध हैं। एसईसीएल क्षेत्र के अंतर्गत बैकुण्ठपुर के पंचवटी गेस्ट हाउस में 10 एवं कटकोना हॉस्टल में 06 क्वारंटाइन बेड तैयार किये गये हैं। चिरमिरी में जे.एम.एस हॉस्टल कुरासिया में 16 बेड एवं नर्सिंग कॉलेज चिरमिरी में 10 बेड तथा हसदेव स्थित गेस्ट हाउस में 10 बेड एवं सामुदायिक भवन में 10 बेड उपलब्ध हैं। इसके साथ ही बैकुण्ठपुर स्थित ट्रांजिट हॉस्टल, प्रेमाबाग में भी क्वारंटाइन हेतु 10 बेड तैयार किये गये हैं। जिला प्रशासन द्वारा लगातार लोगों से घर पर ही रहने की अपील की जा रही है। जिससे संक्रमण का खतरा कम से कम रहे। इसके साथ ही लोगों को कोरोना वायरस से बचाव के सुरक्षात्मक उपायों से अवगत भी कराया जा रहा है।- -
कोरिया 15 अप्रैल 2020/ कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने जिले में कोरोना वायरस के चलते यदि किसी क्षेत्र को सील करना पड़े तो उसके पहले ही पूर्वाभ्यास कर लेने के निर्देश दिए हैं ताकि किसी भी प्रकार की समस्या का सामना लोगों को ना करना पड़े। इस निर्देश के परिपालन हेतु कल 16 अप्रैल को जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर में मॉक ड्रिल किया जायेगा। इस मॉक ड्रिल के तहत जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर के वार्ड नंबर 10 और वार्ड नंबर 14 डबरी पारा मोहल्ला को पूरी तरीके से लॉक डाउन किया जाएगा। इस संबंध में कल प्रातः 10 बजे से रात्रि 10 बजे तक मॉक ड्रिल किया जाएगा। इन क्षेत्रों में मॉक ड्रिल हेतु व्यापक प्रचार प्रसार किया गया है। प्रत्येक घरों में पंपलेट भी बांटे गये हैं। यदि लोगों को आवश्यक सामग्री जैसे राशन दवाई सब्जी दूध आदि की आवश्यकता हो तो एसडीएम कार्यालय के कंट्रोल रूम में संपर्क कर सकते हैं। कंट्रोल रूम के प्रभारी अधिकारी का दायित्व जनपद पंचायत बैकुंठपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री चंद्रशेखर शर्मा को सौंपा गया हैं, जिनका मोबाइल नंबर 9399969869 है।
अपर कलेक्टर श्री सुखनाथ अहिरवार ने पुलिस टीम के साथ बैरिकेड, स्टॉपर सहित अन्य सभी स्थलों का एवं पूरे वार्ड का अवलोकन कर लिया है। ग्राम सलका सलका की ओर से आने वाली गाड़ियों को महल पारा रोड में डाइवर्ट करते हुए घड़ी चैक से मेन रोड तक भेजी जाएगी। गाड़ियां केवल आवश्यक वस्तुओं के परिवहन से संबंधित होनी चाहिए। मॉक ड्रिल के दौरान डोर-टू-डोर सर्वे किया जाएगा। आवश्यक वस्तुओं का सामान घर तक पहुंचाया जाएगा। दोनों वार्डों को सेनीटाइज किया जाएगा। दोनों ही वार्डों के लिए कार्यपालक दंडाधिकारी को दायित्व भी सौंपा गया है। वार्ड नंबर 10 के लिए कार्यपालक दंडाधिकारी बैकुंठपुर के तहसीलदार तथा वार्ड क्रमांक 14 के लिए कार्यपालक दंडाधिकारी नायब तहसीलदार होंगे। -
राशन, दवाई की खरीदी के नाम से अनावश्यक घूमने वालों पर होगी एफआईआर
कोरबा 15 अप्रैल 2020 कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा लाॅकडाउन की घोश्णा की गई है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने कहा है कि आम नागरिकों द्वारा राशन सामग्री, सब्जी, दवाई इत्यादि की खरीदी के नाम से लाॅकडाउन का उल्लंघन किया जा रहा है तथा सड़कों पर आवाजाही बढ़ गई है। उक्त के मद्देनजर सम्पूर्ण नगर पालिक निगम कोरबा क्षेत्र को विभिन्न छह सेक्टरों में विभाजित किया गया है, ताकि अति आवश्यक होने पर भी सेक्टर के अंदर ही नियंत्रित आवाजाही हो तथा लाॅकडाउन का उल्लंघन न हो। साथ ही नोवल कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे से निपटा जा सके। प्रत्येक सेक्टरों में नोडल एवं सहायक नोडल अधिकारियों की उडनदस्तों की टीम रहेगी जो अपने अपने सेक्टरों में निगरानी रखेंगें।प्रत्येक सेक्टरों में लाॅकडाउन का पूर्णतः पालन कराने हेतु सेक्टर एक, कोरबा जोन के कोरबा नगर हेतु पेट्रोलिंग दल में कार्यपालन अभियंता जल संसाधन सी.एल.धाकड़ मो.नं. 8770060899, निरीक्षक थाना कोतवाली श्री दुर्गेश शर्मा मो.नं. 9479193308, सेक्टर दो, परिवहन नगर जोन में सहायक अभियंता छ.ग.पर्या.संरक्षण मंडल 8770867382, सहायक उप निरीक्षक श्री जितेन्द्र यादव 8349060963, सेक्टर-3, कोसाबाड़ी एवं पंडित रविशंकर शुक्ल जोन में अनुविभागीय अधिकारी आरईएस श्री एस.एस.साहू, उप निरीक्षक श्री राजेश चंद्रवंशी 9685856879, सेक्टर-चार, बालको जोन में कार्यपालन अभियंता आरईएस श्री अशोक देवांगन 9993775300, निरीक्षक श्री लखनलाल पटेल 9479193309, सेक्टर- पंाच, दर्री जोन में सहायक अभियंता जल संसाधन श्री पीयूष एक्का, निरीक्षक श्री रामेन्द्र सिंह 9479193313 और सेक्टर-छह, सर्वमंगला नगर एवं बाकीमोंगरा जोन में उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं श्री एस.पी.सिंह 9340178412 एवं निरीक्षक श्री पौरूष पुर्रे 9479193312 की ड्यूटी लगाई गई है।लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमितों के मद्देनजर अब जिला प्रशासन ने अनावश्यक घूमने फिरने वालों से निपटने के लिए और अधिक कड़ाई करने की मंशा जाहिर कर दी है। बेकाम सड़कों पर घूमने निकले किसी भी महिला पुरूष या युवक-युवती के अब लॅाक डाउन का उल्लंघन करने पर सीधे पुलिस थाने में एफआईआर होगी। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने शहर में कोरोना के नियंत्रण के लिए लोगों को लॅाक डाउन का शत प्रतिशत पालन करने की अपील की है। साथ ही अधिकारियों को लॅाक डाउन का उल्लंघन करने वाले लोगों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए हैं।कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर आवश्यक एहतियाती कदम उठाते हुए कोरबा शहर को छह सेक्टरों में बांटकर प्रत्येक सेक्टर को एक दूसरे से पृथक रखने के लिए वेरीकेटिंग्स किये जाने के निर्देश दिये हैं। इंटर सेक्टर आवागमन को रोकने के लिए हर जरूरी इंतजाम किये जायें। मेडिकल स्टोर्स, राशन, सब्जी बाजार आदि अति आवश्यक सेवाओं के लिए सेक्टर में ही व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी। सेक्टरों को इस तरह से बांटा जायेगा कि उनमें अति आवश्यक सेवाओं की दुकानें पर्याप्त संख्या में रहें ताकि प्रशासन द्वारा निर्धारित समय में भी एक सेक्टर के लोग इन चीजों के लिए दूसरे सेक्टर में न जायें। कलेक्टर ने किसी भी स्थिति में सेक्टर से बाहर जाने वाले लोगों पर कार्यवाही करने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं। -
कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल की अभिनव पहल पर लोग ले रहे बढ़ चढ़ कर हिस्सा
कोरबा 15 अप्रैल 2020/कलेक्टर श्रीमती कौशल की पहल पर कोरबा जिले में हेल्प आन द व्हील्स सुविधा शुरू हो गई है। जिसके तहत कोरोना प्रभावित सभी जरूरतमंदों की सहायता करने के इच्छुक लोगों के घरों तक एक फोन करने पर हेल्प आन द व्हील्स गाड़ी तत्काल पहुंच रही है। दान दाता अपनी सहायता सामाग्री इस गाड़ी के प्रभारी को सौंप रहें है। हेल्प आन द व्हील्स के माध्यम से मिली सहायता सामाग्री, राशन आदि को कोरोना प्रभावित जरूरतमंद लोगों तक प्रशासन द्वारा पहुंचाया जा रहा है। अभी तक इस अभियान के तहत कुल 463 राशन पैकेट प्राप्त हुए है जिसकी मात्रा 63 क्विंटल 66 किलोग्राम है। प्राप्त राशन को एक हजार 914 पैकेट बनाकर एक हजार 914 लोगों में वितरित किया गया है। जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए लागू लॉक डाउन के दौरान दैनिक रोजी-मजदूरी कर जीवन यापन करने वाले परिवारों, निःशक्तजनों, आश्रयहीन लोगों के समक्ष भोजन और राशन की दिक्कत न हो, इसके लिए कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल की पहल पर कोरबा में ‘हेल्प ऑन द व्हील्स अभियान‘ की शुरूआत की गई है। हेल्प आन द व्हील्स हेतु कलेक्टर श्रीमती कौशल ने इच्छुक लोगों से सहायता सामाग्री के रूप में राशन किट जिसमें पांच किलो चावल, आधा किलो दाल, हल्दी, मिर्ची एवं धनिया के छोटे मसाला पैकेट, एक किलो आलू इस राशन किट में रखने की अपील की है।इस अभियान में जरूरतमंदों के घर तक राशन पहंुचाया जा रहा है। इस कार्य में अनेक समाज सेवी संस्थाएं और सामाजिक संगठन भी आगे बढ़कर हाथ बटा रहीं हंै। जिला प्रशासन द्वारा घर-घर लोगों से सूखा राशन एकत्र किया जा रहा है। कोई भी नागरिक इस पुण्यकार्य में अपनी सहभागिता सुनिश्चित कर सकता है। जिला प्रशासन कोरबा द्वारा जरूरतमंदों की सहायता के इच्छुक दान दाताओं से राशन सामग्री के पैकेट एकत्र कर उन्हें जरूरमंद लोगों तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई है। दान दाताओं से राशन सामग्री के पैकेट एकत्र करने के लिए वाहन लगाए गए हैं। इन्हें शहर के मोहल्लों और काॅलोनियों में राशन सामग्री एकत्र करने भेजा जा रहा है। सामाजिक संस्थाओं, आम नागरिकों और दानदाताओं से अपील की गई है कि वे राशन सामग्री के पैकेट तैयार कर अपने घर में रखें और जिला प्रशासन को सूचित करें। जिला प्रशासन द्वारा वाहन भेजकर इसे एकत्र कर जरूरतमंदों को वितरित करने का काम किया जाएगा।हेल्प आन द व्हील्स को अपने घर बुलाने के लिए अपर कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल से दूरभाष क्रमांक 9425257057, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एस जयवर्धन के मोबाईल नंबर 8297948681, नगर निगम आयुक्त श्री राहूल देव से दूरभाष क्रमांक 9560932435, अपर आयुक्त श्री अशोक शर्मा से मोबाईल नंबर 9425224112 और प्रभारी अधिकारी श्री पी.आर.मिश्रा से दूरभाष क्रमांक 9827875999 पर संपर्क किया जा सकता है। लोग कोरोना से संबंधित जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष में भी दूरभाष क्रमांक 07759-228548 पर फोन कर हेल्प आन द व्हील्स के लिए सूचना दे सकते हैं। -
कलेक्टर श्रीमती कौशल एवं एसपी श्री मीणा के नेतृत्व में प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारी भी शामिल
कोरबा 15 अपे्रल 2020/ कोरोना वायरस के संक्रमण से बने मौजूदा हालातों में कोरबा शहर में लॅाक डाउन की स्थिति है। आज शाम कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल एवं एसपी श्री अभिषेक मीणा के नेतृत्व में कोरबा शहर में कोरोना के संक्रमण की रोकथाम के प्रति आमजनों को जागरूक करने के लिए विशेष फ्लैग मार्च निकाला गया। घर में रहें, सुरक्षित रहें के संदेश के साथ यह फ्लैग मार्च कलेक्टोरेट परिसर से शुरू हुआ। कोसाबाड़ी चैक से होते हुए सुभाष चैक, बीएसएनएल कार्यालय, रविशंकर शुक्ल नगर, मानिकपुर चैकी, टीपी नगर से सुनालिया होते हुए दर्री रोड पुराना बस स्टैंड, सीतामणी से रेलवे स्टेशन तक फ्लैग मार्च किया गया। इस दौरान घरों की छतों और बालकनियों से लोग फ्लैग मार्च के फोटो तथा वीडियो अपने मोबाइल फोनों में बनाते दिखे।फ्लैग मार्च में शामिल वाहनों से माईकिंग सिस्टम द्वारा लोगों से अपने-अपने घरों में रहने की अपील की जाती रही। रेलवे स्टेशन से वापस पुरानी बस्ती ईतवारी बाजार, के.एन. कालेज से रेलवे फाटक होते हुए कोतवाली होकर सुनालिया और फिर सीएसईबी चैक होकर बुधवारी रोड से कलेक्टोरेट परिसर में फ्लैग मार्च खतम हुआ।कटघोरा में भी डेढ़ सौ से अधिक अफसरों-जवानों ने किया फ्लैग मार्च- कोरोना संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित कटघोरा शहर को पहले ही पूरी तरह से ताला बंद कर दिया गया है। कोरोना वायरस से लड़ाई में स्वास्थ्य कर्मियों सहित शासन-प्रशासन और पुलिस के जवान पूरी मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। कटघोरा में आज लॅाक डाउन की सख्ती के बीच प्रशासन-पुलिस, जनता के बीच, जनता के साथ का संदेश लेकर डेढ़ सौ से अधिक अधिकारियों तथा पुलिस जवानों ने फ्लैग मार्च निकाला। पैदल, बाईक, चार पहिया वाहनों के साथ कटघोरा शहर के हर एक चैक-चैराहे और मुख्य मार्ग से होते हुए संकरी पतली गलियों और मोहल्लों तक में पैदल और सायरन बाईकों के साथ फ्लैग मार्च किया गया। इस फ्लैग मार्च में शामिल और पहले से ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों और पुलिस जवानों को मिलाकर कटघोरा में लगभग साढ़े तीन सौ सुरक्षा कर्मी पूरी मुस्तैदी से अपना काम कर रहे हैं।उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए पूरे जिले में धारा 144 लागू कर पूरी तालाबंदी की गई है। संक्रमण के बढ़ने की आशंका को लेकर जिला प्रशासन एवं पुलिस द्वारा लगातार लोगों से अपने-अपने घरों में रहने, घरों से बाहर नहीं निकलने की अपील की जा रही है। लॅाक डाउन का उल्लंघन करने पर पुलिस द्वारा संबंधित लोगों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही भी की जा रही है। कटघोरा में लॅाक डाउन का सख्ती से पालन कराने के लिए संक्रमण प्रभावित कोर एरिया में निगरानी के लिए चालीस से अधिक सीसी टीवी कैमरे लगाये गये हैं। इसके साथ ही सात ड्रोन कैमरों के माध्यम से आकाश से लगातार चप्पे-चप्पे की निगरानी की जा रही है। शहर की ओर प्रवेश करने वाले सभी मार्गों पर मजबूत बेरिकेटिंग कर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। -
कोरबा की सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पूरी तरह सुरक्षित और काम पर मुस्तैद
कोरबा/ कोरबा जिले में कार्यरत सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता क़ोरोना संक्रमण से पूरी तरह सुरक्षित है। जिले की कोई भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता क़ोरोना संक्रमित नही है। आज सोशल मीडिया में प्रसारित खबर पर संज्ञान लेते हुए कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने खबर को भ्रामक और अपुष्ट जानकारी वाली बताया है। क़ोरोना संक्रमित कटघोरा निवासी महिला से नाम मे समानता के कारण आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के क़ोरोना पाजिटिव होने का भ्रम हुआ है।उल्लेखनीय है कि कटघोरा की एक 50 वर्षीय महिला क़ोरोना जाँच में संक्रमित पाई गई है और उनका इलाज रायपुर के AIIMS मे किया जा रहा है, जहाँ उनके स्वस्थ में लगातार सुधार हो रहा है। जिले के महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि 35 वर्ष की अन्य हमनाम महिला आंगनबाड़ी कार्यकर्ता इंदिरा नगर वार्ड १४ में कार्यरत है। इंदिरा नगर-१ आंगनवाड़ी में कार्यरत इस महिला का भरा पूरा परिवार है तथा इनकी एक बेटी है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के परिवार के सभी सदस्य पूरी तरह स्वस्थ और आज तक उनमें से किसी में भी क़ोरोना संक्रमण के कोई लक्षण नहीं है।जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया की यह आंगनवाड़ी कार्यकर्ता भी कटघोरा के क़ोरोना संक्रमित इलाक़े वार्ड ११ की ही रहवासी है और क़ोरोना पोज़िटिव महिला भी इसी वार्ड की रहने वाली है। एक जैसा नाम होने के कारण आंगनवाड़ीकार्यकर्ता के कोरोना संक्रमित होने की खबर कई सोशल मीडिया माध्यमों में वायरल हुई है। परंतु आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पूरी तरह से स्वस्थ है और अभी तक क़ोरोना संक्रमित नही है। -
महासमुंद 15 अप्रैल 2020/ कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री सुनील कुमार जैन ने कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण से बचाव एवं संक्रमण से आमजनांे को सुरक्षित रखने की दृष्टि से आबकारी एक्ट के तहत् महासमुंद जिले की सभी देशी एवं विदेशी मदिरा दुकानें एवं महासमुंद जिले के भण्डागारों तथा रेस्टोरेंट एवं होटल बार को 21 अप्रैल 2020 तक बंद रखने के निर्देश दिए है।
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महासमुंद 15 अप्रेल 2020/कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के लिए पूर्व में जारी कार्यालयीन आदेश द्वारा दंड प्रक्रिया संहिता 1973 के अंतर्गत धारा 144(1) के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए प्रतिबंधात्मक आदेश पारित कर संपूर्ण जिले में दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 के अंतर्गत धारा 144 लागू की गई थी। जिसे वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए 3 मई 2020 या आगामी आदेश तक बढाई गयी है। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री सुनील कुमार जैन द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि यहां यह भी तथ्य ध्यान में रखने योग्य है कि इस आपात स्थिति में व्यावहारिक तौर पर संभव नहीं है कि महासमुंद जिले में निवासरत सभी नागरिकों को नोटिस तामिली करवाई जा सके। अतः एकपक्षीय कार्यवाही करते हुए दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 के अंतर्गत महासमुंद जिले में पूर्व से लागू धारा 144 की समय-सीमा में वृद्धि करना उचित है।
कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री जैन द्वारा कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम हेतु कार्यालयीन आदेश द्वारा संपूर्ण महासमुंद जिले में दण्ड प्रक्रिया सहिता 1973 के अंतर्गत लागू की गई धारा 144 कीसमय-सीमा में वृद्धि करते हुए 03 मई 2020 तक समय सीमा में वृद्धि की गई है। महामारी रोग अधिनियम 1897 तथा इसके संदर्भ में अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए पूर्व में जारी कार्यालयीन आदेशों द्वारा कार्यालय, प्रतिष्ठान, सेवाओं इत्यादि को दी गई छूट इस आदेश में भी यथावत् रहेगी। यह आदेश जिले की संपूर्ण सीमाक्षेत्र के लिए 03 मई 2020 या आगामी आदेश जो भी पहले आये, तक प्रभावशील होगा। आदेश का उल्लंघन किये जाने पर विधि के अंतर्गत सख्त कार्यवाही की जायेगी। -
महासमुंद 15 अप्रैल 2020/ कोरोना वायरस (कोविड-19) की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए भारत सरकार द्वारा आगामी 03 मई 2020 तक सम्पूर्ण देश में लॉक डाउन करने का आदेश जारी किया गया है। कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री सुनील कुमार जैन ने जिले में कोरोना वायरस (कोविड-19) से संभावित पॉजिटिव प्रकरण पाए जाने पर आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित की है। इसके लिए ग्रामीण क्षेत्र में प्रभावित परिवार के तीन किलोमीटर त्रिज्या तथा नगरीय क्षेत्र में पाॅच किलोमीटर त्रिज्या को सील करने के आदेश जारी किए गए हैं। इन सभी कार्यों के लिए अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी श्री शरीफ मोहम्मद खान को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया हैं। इसके अलावा उन्होंने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को अलग-अलग कार्य सौंपा है। इनमें पुलिस अधीक्षक श्री प्रफुल्ल कुमार ठाकुर को लॉकडाउन कराना, सील किये गए क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाये रखने तथा प्रभावित क्षेत्र के लोग बाहर नहीं जा सके एवं अन्य क्षेत्र के लोग संक्रमित क्षेत्र में प्रवेश नहीं कर सके, संक्रमित क्षेत्र में लॉकडाउन अवधि में पर्याप्त पुलिस बल की ड्यूटी लगाना एवं कानून व्यवस्था मैंटेन रखना, प्रतिबंधित मार्ग में स्टॉपर की व्यवस्था करना, होम क्वारेंटाईन, इंस्टिट्यूशनल क्वारेंटाईन में रखे गए व्यक्तियों के निगरानी के लिए आवश्यक पुलिस व्यवस्था कराना एवं ट्रैकिंग हिस्ट्री के लिए सी.डी. आर. निकलवाना सहित अन्य कार्य का जिम्मा दिया गया है।
इसी तरह वनमंडलाधिकारी श्री मयंक पाण्डेय को आवश्यक बांस बल्ली, बेरिकेट्स की व्यवस्था के लिए, वाहन चालक और डीजल, पेट्रोल सहित वाहन की व्यवस्था, लोड-अनलोड करने वाले हेमाल की व्यवस्था की जिम्मेदारी सौंपी गई हैं, वहीं लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता एवं अनुविभागीय अधिकारी श्री एस.आर. सिन्हा को बेरिकेट्स करने के लिए आवश्यक मजदूर की व्यवस्था सुनिश्चित करना तथा बेरिकेट्स का कार्य पूर्ण करना एवं उस क्षेत्र से संबंधित समस्त सड़कों, मार्गों को सील करने के लिए कहा गया है। इसी तरह अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) श्री सुनील कुमार चंद्रवंशी, श्री भागवत प्रसाद जायसवाल, श्री बी.एस. मरकाम, एवं श्री कुणाल दुदावत, सिविल सर्जन डाॅ. आर.के. परदल, जिला शिक्षा अधिकारी श्री रॉबर्ट मिंज एवं महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्री सुधाकर बोदले को सम्मिलित रुप से संक्रमित क्षेत्र में संक्रमित व्यक्ति एवं उसके संपर्क में आये समस्त व्यक्तियों की जांच के लिए 50-50 घरों के अनुसार एक-एक जांच दल, जिसमें उस क्षेत्र के स्वास्थ्यकर्मी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं शिक्षा विभाग के कर्मचारी को शामिल करते हुए दल का गठन करना तथा प्रत्येक चार दल के उपर सुपरवाइजर की नियुक्ति करना, गठित दल एवं सुपरवाइजर के कार्यों के माॅनिटरिंग हेतु ब्लॉक स्तर के अधिकारी की नियुक्ति करना एवं कोरोना से संक्रमित व्यक्ति की पहचान होने पर उसके परिवार के सम्पर्क में आये व्यक्ति तथा संपर्क में आने वाले व्यक्ति का अन्य व्यक्तियों से संपर्क के संबंध में जानकारी एकत्र करने के लिए अलग-अलग टीम का गठन करने जैसे कार्यों का जिम्मा सौंपा गया हैं।इसी तरह सिविल सर्जन डाॅ. आर.के. परदल को गठित प्रत्येक दल का प्रशिक्षण एवं दल को आवश्यक चिकित्सा उपकरण, किट उपलब्ध कराना, कोरोना से संक्रमित व्यक्ति की पहचान होने पर उसके परिवार के सम्पर्क में आये व्यक्ति तथा संपर्क में आने वाले व्यक्ति का अन्य व्यक्तियों से संपर्क के संबंध में जानकारी एकत्र करना, जानकारी एकत्र करने के लिए प्रशिक्षण, आवश्यक प्रपत्र, रिपोर्ट तैयार करने की व्यवस्था, होम आइसोलेशन में रहने वाले व्यक्तियों की ट्रैकिंग एवं आवश्यक व्यवस्था, कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति को कोरोना उपचार के लिए स्थापित चिकित्सालय तक ले जाने के लिए वाहन चालक सहित डेडिकेटेड 108 वाहन की व्यवस्था, कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति को कोरोना उपचार की व्यवस्था करना, आइसोलेशन वार्ड तैयार करना, डेडिकेटेड 108 में संक्रमित व्यक्ति को लाने की व्यवस्था करना, आवश्यक दवाई, वेंटिलेटर, डॉक्टर एवं मेडिकल स्टॉफ की व्यवस्था एवं अन्य कार्य करने के निर्देश हैं।पुलिस अधीक्षक एवं सभी अनुविभागीय अधिकारी(पुलिस), मुख्य नगर पालिका अधिकारी, नगर पालिका, जिला पंचायत एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग को पॉजिटिव पाये जाने पर कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने वाले व्यक्तियों की ट्रेकिंग का कार्य सौंपा गया हैं। इसी तरह अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मेघा टेंभुलकर एवं सर्व अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस), स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को होम आइसोलेशन में रहने वाले व्यक्तियों की ट्रैकिंग एवं आवश्यक व्यवस्था के लिए, स्वास्थ्य विभाग एवं पुलिस विभाग के दल द्वारा संक्रमित क्षेत्र के प्रत्येक घर में स्टीकर आदि तैयार कर लगाने की जिम्मेदारी दी गई हैं।जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल एवं सभी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को संक्रमित क्षेत्र में सुरक्षा एवं बचाव के संबंध में आवश्यक प्रचार-प्रसार एवं माइकिंग , संक्रमित क्षेत्र को सम्पूर्ण सेनेटाइज कराना एवं साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करना, संक्रमित क्षेत्र में स्थित किसी उपयुक्त शासकीय भवन में कंट्रोल स्थापित करना एवं समय-समय पर सौंपे गए अन्य कार्यों की जिम्मेदारी दी गई हैं। इसके अलावा खाद्य अधिकारी श्री अजय यादव सहित नगरपालिका अधिकारी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी संक्रमित क्षेत्र में लॉकडाउन अवधि में आवश्यक खाद्य सामग्री की आपूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। -
महासमुंद 15 अप्रैल 2020/जिले में महिला जन-धन खातें से जुड़े हितग्राहियों के खातों में शासन द्वारा राशि का अंतरण किया गया है इस राशि को हितग्राही कभी भी अपनी सुविधानुसार निकाल सकते है। इसके लिए हितग्राहियों को घबराने अथवा हड़बड़ी करने की आवश्कता नहीं है। इस संबंध में कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन ने बताया कि कोविड-19 महामारी के संक्रमण से बचाव के लिए लाॅकडाउन घोषित है। इस दौरान निर्धारित समयानुसार सभी बैंक नियमित रूप से खुल रहें हैं। इसलिए किसी भी हितग्राही को अपने खातें से राशि निकालने के लिए हड़बड़ी करने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि हितग्राही अपनी सुविधा के अनुसार आवश्यकतानुरूप जनधन खातें में जमा की गई राशि तीन माह के भीतर कभी भी खातें से राशि निकाल सकते हैंै।
इस संबंध में कलेक्टर श्री जैन ने खाताधारकों से अपील की है कि वे जनधन खातें में अंतरित राशि हितग्राही बैंक में अपनी सुविधा के अनुसार आकर कभी भी निकाल सकते है। बैंक समय पर नियमित रूप से खुल रहे है। कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टेंशिंग) का पालन हर हालत में किया जाना जरूरी है। इस कारण बैंकों में राशि आहरित करने के लिए अनावश्यक भीड़ नहीं लगाएं बल्कि अपनी सुविधानुसार बैंक आकर राशि निकालें। इसके अलावा जब भी राशि अंतरित होगी तो हितग्राही उसे निकाल सकते है। इसके साथ ही बैंक एटीएम और बैंक मित्रों के माध्यम से भी राशि प्राप्त की जा सकती हैं। उन्होंने बताया कि बैंकों के माध्यम से जनधन खातें से राशि आहरित करने के लिए पंचायतवार तिथियाॅ भी निर्धारित की गई है इस तिथि पर आकर खाताधारक राशि आहरित कर सकते हैंै। -
महासमुंद 15 अप्रैल 2020/ बढती गर्मी को देखते हुए कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन ने आज जिला कार्यालय के परिसर में बेजुबान पक्षियों के लिए अभियान दाना-पानी की शुरूआत की। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री पुष्पेन्द्र कुमार ठाकुर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रवि मित्तल, अपर कलेक्टर श्री शरीफ मोहम्मद खान, श्री आलोक पाण्डेय सहित अन्य अधिकारीगण विशेष रूप से उपस्थित थें। अभियान दाना-पानी के माध्यम से बेजुबान पक्षियों के लिए जिला प्रशासन द्वारा जिला कार्यालय के कैम्पस में कई स्थानों पर सकोरा में पक्षियों के चांवल एवं पानी की व्यवस्था की गई हैं। कलेक्टर श्री जैन ने सभी विभागों के अधिकारियों से कहा कि वे अपने कार्यालय एवं अधीनस्थ कार्यालयों में पक्षियों के लिए आवश्यकतानुसार दाना-पानी की व्यवस्था कराएं। ताकि बेजुबान पक्षियों को दाना-पानी मिल सकें। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर श्रीजैन के मार्गदर्शन पर विगत वर्ष भी पक्षियों के लिए इस तरह का अभियान चलाया गया था।
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झारखंड से राजस्थान की ओर दबे पांव निकले किन्तु सरायपाली की सीमा पर ही क्वारंटीन कर लिए गए नवासी प्रवासी पदयात्री। इनकी प्रतिदिन सिर से पांव तक स्वास्थ्य जांच करने के साथ-साथ विनम्रतापूर्वक क्वारंटीन की अवधि पूरी होने तक यथावत बने रहने की हिदायत भी दे रहा है चिरायु दल
महासमुंद 15 अप्रैल 2020/इस समय देश में कई राज्यों की सीमाएं सील हैं। प्रदेश में भी लॉक डाउन का पालन कड़ाई से कराया जा रहा है। मगर, इस बीच हर दिन कहीं न कहीं से ऐसे समाचार मिल ही जाते हैं, जो इन अतिआवश्यक नियमों को ताक में रख कर अपने साथ दूसरों की जान जोखिम में डालने से भी बाज नहीं आते। इसी तरह झारखंड से राजस्थान तक के सफर पर निकले नवासी पदयात्रियों को हाल ही में विकासखंड सरायपाली के अनुसूचित जाति एवं जनजातियों के बालिका छात्रावासों में क्वारंटीन पर रखा गया है। प्रतिदिन दिन इनके शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य जांच सहित व्यावहारिक रहन-सहन की भी पल-पल की खबर ली जा रही है। बता दें कि उक्त प्रकरण विकासखंड सरायपाली के अनुविभागीय अधिकारी श्री कुणाल दुदावत एवं पुलिस महकमे के आला अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद की गई त्वरित कार्रवाई के रूप में सामने आया था। जिसमें खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ अमृत रोहेलेडर के निर्देशानुसार चिरायु दल को निगरानी और स्वास्थ्य जांच का उत्तरदायित्व सौंपा गया। प्रतिदिन तापमान से लेकर कोरोना वायरस से संबंधित लक्षणों की पड़ताल करने वाली आयुष चिकित्सा अधिकारी डॉ अनुपा दाश के मुताबिक क्वारंटीन किए गए सभी यात्री वर्तमान में स्वस्थ हैं, साथ ही अब तक उनमें कोविड 19 की बीमारी संबंधित कोई भी लक्षण नहीं मिले हैं। इधर, विगत पंद्रह दिनों से जारी इन निगरानी दौरां में आयुष चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश सिंह के नेतृत्व वाले दल के सदस्य श्री उमेश डडसेना एवं श्री भीष्म प्रताप सहित श्री परमेश्वर सेन और सुश्री सुनीता साव भी क्वारंटीन पदयात्रियों को रोजाना यही याद दिलाते हैं कि पहले क्वारंटीन की अवधि पूरी कर लीजिए फिर समय के अनुकूल होने पर आप अपने-अपने घरों को जा सकेंगे। -
कोरोना विरुद्ध लड़ाई में आमने-सामने से दो-दो हाथ करने वाले योद्धाओं की श्रेणी में चिकित्सकों के साथ राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कुछ अधिकारी और कर्मचारियों के नाम भी शुमार हैं। जो पूरे दिन कोरोना कंट्रोल रूम में ड्यूटी बजाने के साथ-साथ रात-रात भर ओवर टाइम कर बैस्ट सपोर्टिंग ऑफिसर का किरदार भी बखूबी निभा रहे हैं
महासमुंद 15 अप्रैल 2020/कोरोना वायरस संक्रमण नियंत्रण एवं रोकथाम को लेकर जिले में स्वास्थ्य विभाग का अमला युद्ध स्तर पर डटा हुआ है। एक ओर जहां, चिकित्सकों का अमला संदिग्ध प्रकरणों की निगरानी में जुटा है, वहीं दूसरी ओर प्रबंधकीय दल भी इनके कंधे-कंधा मिला कर चल रहा है। ऐसे ही कुछ कोरोना वॉरियरर्स हैं श्री संदीप चंद्राकर डॉ मुकुंद घोडेसवार और आईडीएसपी शाखा में पदस्थ उनके सहयोगीगण, जो न केवल कोरोना कंट्रोल रूम में सौंपे गए दायित्वों का कार्यभार सम्हाले हुए हैं बल्कि स्व-स्फूर्त हो कर अपनी अतिरिक्त योग्यताओं के हुनर का भी बखूबी इस्तेमाल कर रहे हैं। बता दें कि जब प्रदेश में कोरोना वायरस की एंट्री की सूचना मिली थी, तभी से एकाएक सैनिटाइजर और मास्क बाजार से हो गायब हो गए। ऐसे में एक्टिव सर्विलेंस का काम करते हुए कोरोना की सैम्पलिंग करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों सहित हॉस्पिटल स्टाफ के लिए डॉ आर के परदल सिविल सर्जन के निर्देश एवं मार्गदर्शन में श्री संदीप चंद्राकर ने ही फार्मासिस्ट श्री पंकज साहू एवं श्री खगेश्वर ठाकुर के सहयोग से जीवनदीप समिति द्वारा निर्मित सबसे पहला हैंड रब सैनिटाइजर बना कर उपलब्ध कराया और व्यक्तिगत तौर पर छह सौ मास्क निशुल्क वितरित कर तात्कालिक रूप से समस्या का हल निकाला था। दोबारा उठी सैनिटाइजर की मांग को देखते हुए श्री चंद्राकर ने व्यस्तता के बावजूद देर रात तक लैब में काम किया और ढ़ाई सौ लीटर सैनिटइजर बना कर वितरण करने का लक्ष्य पूरा कर लिया। उनके मुताबिक इसे बनाते समय डब्लूएचओ के पैमाने को ध्यान में रखा गया साथ ही रिएक्शन न हो इसलिए एफडीए यानी खाद्य एवं औषधि प्रशासन द्वारा प्रमाणित सौंदर्य प्रसाधनों का ही प्रयोग किया गया। लगातार सात दिनों तक अलग-अलग रंगों और गंधों सहित सप्लाई किए जाने वाली प्लास्टिक बॉटल्स में रख कर परखने के बाद सफलता मिलने पर आंशिक रूप से कुछ बदलाव करते हुए इसे रंगीन और सुगंधित रूप में लॉच किया गया है।
दूसरी ओर, विगत पांच वर्षों से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन सेवारत आरएमएनसीएचए सलाहकार श्री चंद्राकर ने माननीय मुख्यमंत्री महोदय के आह्वान पर सामाजिक दायित्व निर्वहन में भी सहयोग किया है। उन्होंने अपने वेतन से बीस हजार रुपए यानी आधी रकम सीएम रिलीफ फंड में जमा करते हुए आमजन से अपील की है कि वे जिस किसी रूप में भी चाहें, जरूरतमंदों के लिए स्वेच्छा से कुछ न कुछ सहयोग जरूर करें। इधर, स्वास्थ्य संबंधी प्रबंधकीय कार्य की कमान सम्हाल रहे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार ने भी आईडीएसपी अंतर्गत घंटों कम्प्यूटर स्क्रीन पर आंखे गडाकर तकनीकी सहयोग प्रदान कर रहे ऐसे ही कर्मवीरों में जिला सलाहकार (शिशु रोग) डॉ मुकंद राव, डाटा मैनेजर श्री विजय भान सिंह, जिला डाटा सहायक श्री मोहन प्रधान सहित सीनियर सैकेट्रियल असिस्टेंट श्री डिगेश्वर प्रसाद साहू की पीठ थप-थपाते हुए न केवल उनकी हौसला अफ्जाई की बल्कि अन्य अधिकारी व कर्मचारियों के लिए इनकी सेवाओं को अनुकरणीय बताया है।
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दुर्ग 15 अप्रैल 2020/कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम हेतु कार्यालयीन आदेश क्रमांक 7892/प्र.जि.म./2020 दुर्ग, दिनांक 22.03.2020 एवं आदेश क्र. 343ए/प्र.जि.म./2020 दुर्ग, दिनांक 03.04.2020 के द्वारा प्रक्रिया संहिता 1973 के अंतर्गत धारा 144 (1) के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए प्रतिबंधात्मक आदेश पारित कर संपूर्ण जिे में दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 के अंतर्गत धारा 144 लागू की गई थी।
स्वास्थ्य की दृष्टि से यह तथ्य परिलक्षित है कि कोरोना वायरस (कोविड-19) के संपर्क से पीड़ित, संदेही से दूर रहने की सख्त हिदायत है। छ.ग. शासन के द्वारा भी यह निर्देशत किया गया हैकि इससे बचने के सभी संभावित उपाय अमल में लाया जाए। यही कारण है कि कोविड-19 के संभाव्य प्रसार को देखते हुए इसके प्रसार को रोकने के लिए ना सिर्फ राज्य में बल्कि पूरे देश में कड़े सामाजिक अलगाव के उपयोग को अपनाया जा रहा है।अद्यतन स्थिति में भी कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रामक बिमारी पर पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सका है। अभी भी संक्रमण की स्थिति कई स्थानों पर संभावित है। अतः संक्रमण से बचाव हेतु जिला दुर्ग में स्वास्थ्यगत आपातकालीन स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए यह उचित प्रतीत होता है कि दुर्ग जिले में कार्यालयीन आदेश क्रमांक 7892/प्र.जि.म./2020 दुर्ग दिनांक 22.03.2020 एवं आदेश क्र. 343ए/प्र.जि.म./2020 दुर्ग, दिनांक 03.04.2020 द्वारा दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 के अंतर्गत लागू की गई धारा 144 की समय-सीमा में वृद्धि की जाए।यहां यह भी तथ्य ध्यान में रखने योग्य है कि इस आपातस्थिति में व्यवहारिक तौर पर संभव नही है कि दुर्ग जिले में निवासरत सभी नागरिकों को नोटिस तामिली करवाई जा सकें। अतः एकपक्षीय कार्यवाही करते हुए दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 के अंतर्गत दुर्ग जिले में पूर्व से लागू धारा 144 की समय-सीमा में वृद्धि करना उचित है।अतः मैं अंकित आनंद, कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी, दुर्ग कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम हेतु कार्यालयीन आदेश क्रमांक 7892/प्र.जि.म./2020 दुर्ग, दिनांक 22.03.2020 एवं आदेश क्र. 343ए/प्र.जि.म./2020 दुर्ग, दिनांक 03.04.2020 द्वारा संपूर्ण दुर्ग जिले में दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 के अंतर्गत लागू की गई धारा 144 की समय-सीमा मे ंवृद्धि करते हुए दिनांक 03 मई 2020 तक लागू किये जाने का आदेश पारित करता हूूॅ। आदेश की शेष शर्ते यथावत् रहेगी।महामारी रोग अधिनियम 1897 तथा इसके संदर्भ में शासन द्वारा जारी पत्र क्रमांक एफ 1-26/2020/17-1, दिनांक 13.03.2020 के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए पूर्व में जारी कार्यालयीन आदेशों, आदेश क्रमांक 308/सां.लि./2020 दुर्ग, दिनांक 25 मार्च, 2020, क्रमांक 316/सां.लि./2020 दुर्ग, दिनांक 25 मार्च, 2020 एवं आदेश क्रमांक 333/सा.लि./2020 दुर्ग, दिनांक 29 मार्च, 2020 एवं आदेश क्रमांक 354/प्र.जि.म./2020 दुर्ग, दिनांक 09.04.2020 को इस आदेश के साथ पढ़ा जाए। अतः उक्त आदेशों द्वारा कार्यालय/प्रतिष्ठान/सेवाओं इत्यादि को दी गई छूट इस आदेश में भी यथावत रहेगी।यह आदेश दुर्ग जिले की संपूर्ण सीमाक्षेत्र के लिए दिनांक 03 मई 2020 या आगामी आदेश, जो पहले आए तक प्रभावशील होगा। आदेश का उल्लंघन किए जाने पर विधि के अंतर्गत सख्त कार्यवाही की जाएगी।आज दिनांक 14.04.2020 को मेरे हस्ताक्षर एवं कार्यालयीन पदमुद्रा के साथ जारी किया गया। -
दुर्ग 15 अप्रैल 2020/शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने शहर के विभिन्न स्थानों पर मास्क बनाकर बाटते हुये लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक कर उनसे घर में रहने का अनुरोध किया। सर्व प्रथम एन.एस.एस. कार्यक्रम अधिकारी प्रो. जनेन्द्र कुमार दीवान एवं स्वयंसेवकों ने रेल्वे स्टेशन दुर्ग के आस-पास ठेला लगाने वाले फल सब्जी विक्रेताओं को मास्क प्रदान कर एवं सोसल डिस्टेसिंग बनाये रखने कोरोना के प्रति जागरूक किया। उसके पश्चात् महाविद्यालय के सम्मुख आने-जाने वाले लोगों में से जिनके पास मास्क नहीं थे उन्हंे मास्क प्रदान कर उनका उपयोग करने हेतु जागरूक किया। छात्रा इकाई की कार्यक्रम अधिकारी डाॅ. मीना मान ने बताया कि एन.एस.एस के स्वयं सेवक विभिन्न क्षेत्रों में जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से कोरोना के प्रति लोगों को सावधानी बरतने हेतु प्रेरित कर रहे है। जिसमें दीवारो में नारा लेखन, पोस्टर लेखन, हाथों की सफाई सहित ध्वनि प्रसारण के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. आर. एन. सिंह ने जानकारी देते हुये बताया कि मास्क वितरण हेतु स्वयं सेवकों के द्वारा और मास्क स्वयं बनाये जा रहे हंै, जिन्हें विभिन्न क्षेत्रों में जरूरत मंदों को प्रदान किया जायेगा। जिन स्वयंसेवकों ने इन कार्यक्रमों में उत्साह पूर्वक सहयोग किया उनमें प्रमुख रूप से पारसमनी वर्मा, शुभम साहू, कु. विशु आडिल, कमलेश वर्मा,, प्रकाश सोनी, अमित टण्डन, कु. तरूण साहू, कु. कुलेश्वरी एवं कु. प्रीति आदि के नाम उल्लेखनीय है ।
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दुर्ग 15 अप्रैल 2020/दिनांक 14.02.2020 को राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली के आॅन लाईन विधिक सहायता नंबर 15100 मे ंनेहरू नगर भिलाई के वृद्ध दम्पत्ति के द्वारा खाने पीने की व्यवस्था नहीं होना बताते हुए जीविकोपार्जन के लिए खाने की सुविधा उपलब्ध कराये जाने बाबत शिकायत दर्ज कराई गई। नालसा में दर्ज कराई गई शिकायत की जानकारी छ.ग. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर को दूरभाष के माध्य से प्राप्त हुई तद्पश्चात् छ.ग. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव श्री सिद्धार्थ अग्रवाल के द्वारा टेलीफोन के माध्यम से दी गई जानकारी के आधार पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दुर्ग के अध्यक्ष/जिला न्यायाधीश श्री गोविंद कुमार मिश्रा के द्वारा तत्काल वृद्ध दम्पत्तियों को विधिक सहायता उपलब्ध कराने के संबंध में सचिव को आदेशित किए जाने पर श्री राहूल शर्मा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दुर्ग के द्वारा वृद्धजन दम्पत्तियों से दूरभाष पर चर्चा कर चाही गई विधिक सहायता के संबंध में पूछताछ किए जाने पर उनके द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण के फलस्वरूप लाॅकडाउन एवं शाररिक परिस्थितियों का वर्णन करते हुए खाने की व्यवस्था प्रदान किए जाने का निवेदन किया गया। जिस पर से दम्पत्तियों को तत्काल भोजन की व्यवस्था उपलब्ध कराई गई।
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-आश्रय स्थलों में रह रहे लोगों की बुनियादी सुविधाओं का रखा जा रहा ध्यान
- अभी दुर्ग जिले में चल रहे 10 आश्रय स्थलकोविडदुर्ग 15 अप्रैल 2020/आपदा की इस घड़ी में लाकडाऊन में फंसे लोगों की बुनियादी सुविधाओं को पूरा किया जा सके, इस दिशा में जिला प्रशासन ने विशेष पहल की है। जिले भर में अलग-अलग स्थानों में 10 आश्रयस्थल हैं जहां साढ़े चार सौ लोग ठहरे हैं। इन आश्रय स्थलों में सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। लोगों के लिए बेड वगैरह की सुविधाएँ उपलब्ध की गई हैं। समय-समय पर नाश्ता-खाना तथा अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। उदाहरण के लिए भिलाई के प्रियदर्शिनी परिसर में यूपी और बिहार के स्टूडेंट ठहरे हैं। इन्होंने बताया कि लाकडाउन की वजह से वे वापस नहीं जा पाये। निगम के अधिकारियों ने हमें यहां ठहराया। हमारी चिंता दूर हुई और घर वालों की भी चिंता दूर हुई है। राज्यपाल भी हमसे मिलने आई थी। कलेक्टर और निगम कमिश्नर ने भी मिलकर हमसे सुविधाओं की जानकारी ली। इस तरह से हमारा ख्याल रखा गया। छत्तीसगढ़ में लाकडाउन के दौरान बाहर से फंसे लोगों के लिए अच्छी सुविधा दी गई है। हमें घर जैसा महसूस हो रहा है। इन केंद्रों की मानिटरिंग कर रहे भिलाई निगम के अधिकारी श्री अजय शुक्ला ने बताया कि लाक डाउन के पश्चात सर्वे कर ऐसे लोगों का चिन्हांकन किया गया जो फंस गए थे और जिनके पास किसी तरह का आसरा नहीं था। इन लोगों को आश्रयस्थल लाया गया। इनके भोजन और नाश्ते का प्रबंध किया गया है। श्री शुक्ला ने बताया कि कई श्रमिक लाकडाउन के दौरान फंस गए थे। कुछ स्टूडेंट भी फंसे हुए हैं इन्हें भी आश्रय स्थल में ठहराया गया है। उल्लेखनीय है कि कुछ आश्रयस्थलों में टेलीविजन की सुविधा भी उपलब्ध है ताकि लाकडाउन पीरिएड के दौरान फंसे हुए लोगों का मनोरंजन होता रहे। गर्मी के सीजन को देखते हुए आमोद भवन आश्रयस्थल में कूलर की सुविधा भी उपलब्ध करा दी गई है। सभी आश्रय स्थलों में मेडिकल टीम भी समय-समय पर लोगों के स्वास्थ्य की निगरानी करती है। आश्रयस्थल में लोग मलेरिया जैसी गंभीर बीमारियों से बचे रहें। इसके लिए मच्छरदानी की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। इसके साथ ही वरिष्ठ अधिकारी भी निरंतर इन आश्रयस्थलों का दौरा करते रहते हैं। बीते दिनों राज्यपाल सुश्री अनुसूइया उइके भी भिलाई स्थित प्रियदर्शिनी परिसर में आई। उन्होंने यहां के इंतजाम को देखते हुए खुशी जताई थी। प्रियदर्शिनी परिसर में रूके श्रमिकों ने चर्चा में बताया कि यहां किसी तरह की दिक्कत नहीं है। लाकडाउन में हम लोगों ने सोचा था कि काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा लेकिन यहां पर आकर हम संतुष्ट है और लाकडाउन की यह अवधि आसानी से बिना किसी दिक्कत के बीता देंगे। -
दुर्ग 15 अप्रैल 2020/पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत दैनिक आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति हेतु घर पहुंच सेवा प्रदान करने के लिए इच्छुक सदस्य/व्यक्ति को वार्ड वार वालंटियर नियुक्त किया गया था। कार्य में नियुक्त सक्रिय वॉलिंटियर को कार्य के दौरान संक्रमण का खतरा बना रहता है एवं विभिन्न परिस्थितियों को देखते हुए वॉलिंटियर की सेवाएं लॉक डाउन के दौरान समाप्त करते हुए उनको जारी किए गए आईडी को निरस्त कर दिया गया है तथा इसका आदेश भी उपायुक्त तरुण पाल लहरें ने जारी कर दिया है। अब वॉलिंटियर को जारी किए गए सभी आईडी अमान्य होंगे तथा वॉलिंटियर अपनी आईडी कार्ड संबंधित जोन के नोडल अधिकारी के पास जमा करेंगे। जोन क्रमांक 1 नेहरू नगर क्षेत्र के अंतर्गत नियुक्त वॉलिंटियर अपना आईडी कार्ड उप अभियंता रमन शर्मा, जोन क्रमांक 2 वैशाली नगर क्षेत्र अंतर्गत नियुक्त वॉलिंटियर अपना आईडी कार्ड उप अभियंता पुरुषोत्तम सिन्हा, जोन क्रमांक 3 मदर टैरेसा नगर क्षेत्र अंतर्गत नियुक्त वालंटियर अपना आईडी कार्ड श्वेता वर्मा, जोन क्रमांक 4 खुर्सीपार क्षेत्र अंतर्गत नियुक्त वालंटियर अपना आईडी कार्ड उप अभियंता शंकर सुमन मरकाम एवं जोन क्रमांक 5 सेक्टर क्षेत्र अंतर्गत नियुक्त वॉलिंटियर अपना आईडी कार्ड उप अभियंता श्वेता महेश्वर के पास जमा करेंगे। गौरतलब है कि लॉक डाउन के दौरान होम डिलीवरी की सेवा प्रदान करने के लिए भिलाई निगम क्षेत्र में इच्छुक व्यक्तियोंध्स्वयंसेवी को वॉलिंटियर नियुक्त किया गया था जिनको जारी की गई वॉलिंटियर पहचान पत्र अब अमान्य कर दी गई है।