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वन-धन समूह को वनोपजों का करें विक्रय
बलरामपुर 10 अप्रैल 2020/ शासन के निर्देशनुसार लघु वनोपजों का संग्रहण किया जाना है। वन विभाग ने वन-धन योजना के अंतर्गत लघु वनोपजों के संग्रहण की सभी तैयारियां पूरी कर ली है। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने वनमंडलाधिकारी को इस हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि वनांचलों में लघु वनोपज लोगों की आजीविका का महत्वपूर्ण साधन है इसलिए इसके संग्रहण को लॉक डाउन की अवधि में न रोका जाए। आवश्यक सावधानी का पालन करते हुए वनपजों का संग्रहण हो। उन्होंने कहा कि वनोपजों का संग्रह न होने से वनांचलों के लोगो को नुकसान होगा इसीलिए वन-धन समूह के माध्यम से इसकी खरीदी की जाएगी।वन मण्डलाधिकारी श्री प्रणय मिश्रा ने बताया कि शासन द्वारा प्राप्त निर्देशों के अनुसार लॉकडाउन के दौरान लघु वनोपज संग्रहण, प्रसंस्करण, परिवहन तथा भण्डार में अति-आवश्यक कार्य के लिए न्यूनतम श्रमिकों को कार्य करने की अनुमति दी जाएगी तथा परिवहन सेवा शर्तों के अधीन चालू रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि लोग अपने वनोपजों को एकत्र कर वन-धन योजनान्तर्गत नजदीकी वन-धन समुह को वनोपज का विक्रय कर नगद राशि प्राप्त कर सकते है। वन-धन समूह हर्रा, हर्रा बहेड़ा, बहेड़ा कचरिया, महुआ फूल, नागरमोथा, धवई फूल सहित अन्य वनोपजों की खरीदी करेगी। लोग इनके माध्यम से अधिक से अधिक अपने वनोपजों का विक्रय करे। उन्होंने कहा कि इस दौरान सामाजिक दूरी तथा लॉकडाउन के नियमों का पूर्णतः पालन किया जाएगा । -
कोरिया 10 अप्रैल 2020/ राज्य सरकार के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग, मंत्रालय, महानदी भवन द्वारा भीषण गर्मी एवं लू से बचाव प्रबंधन के संबंध में जारी परिपत्र के परिपालन में कलेक्टर श्री डोमन सिंह के निर्देश अनुसार जिला कार्यालय कोरिया के कक्ष क्रमांक 31 में भीषण गर्मी एवं लू से बचाव प्रबंधन के संबंध में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। जिसके नोडल अधिकारी अपर कलेक्टर श्री सुखनाथ अहिरवार नियुक्त किये गये हैं। कंट्रोल रूम का हेल्पलाइन नंबर 07836-232330 है। हेल्पलाइन नंबर के जरिए जानकारी साझा करने हेतु कलेक्टर श्री सिंह के निर्देश अनुसार कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है जिसके तहत प्रतिदिन प्रात 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक सहा. ग्रेड 03 श्री संदीप जायसवाल, आबकारी विभाग, एवं सहा.ग्रेड 03 श्री रामेश्वर द्विवेदी, भू-अभिलेख शाखा की ड्यूटी लगाई गई है। इसी तरह प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से रात्रि 8 बजे तक सहा. ग्रेड 03 श्री दयाशंकर साहू, सहा. आयुक्त आदिवासी विकास विभाग एवं सहा. ग्रेड 03 श्री संदीप एक्का, खाद्य विभाग, प्रतिदिन रात्रि 8 बजे से रात्रि 2 बजे तक सहा. ग्रेड 03 श्री रामगोपाल यादव, सहा. आयुक्त आदिवासी विकास विभाग एवं श्री संतोष त्रिपाठी, डा.ए.ऑ, श्रम विभाग तथा प्रतिदिन रात्रि 2 बजे से सुबह 8 बजे तक सहा. ग्रेड 03 श्री निलेश कुमार साहू, श्रम विभाग एवं सहा. ग्रेड 03 श्री विनोद कुमार शुक्ला, सांख्यिकीय विभाग की ड्यूटी लगाई गई है। इसके संबंध में समस्त लिपिकीय कार्य करने हेतु श्री टेकचन्द साहू, सहा. ग्रेड 03 जिला कार्यालय कोरिया, डाटा एंट्री ऑपरेटर श्री विनोद कुमार, खाद्य शाखा एवं डाटा एंट्री ऑपरेटर श्री भुनेश्वर सिंह कंवर, भू-अभिलेख शाखा, कोरिया की ड्यूटी लगाई गई है।
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लॉकडाउन के कारण राज्य के किसी अन्य जिले, नगर एवं ग्राम पंचायत के राशनकार्डधारियों को राशन सामग्री वितरण के संबंध में राज्य सरकार ने जारी किये दिशा-निर्देश
कोरिया 10 अप्रैल 2020/ राज्य शासन के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग, मंत्रालय, महानदी भवन, द्वारा समस्त कलेक्टरों को पत्र जारी कर लॉकडाउन के कारण राज्य के किसी अन्य जिले, नगर एवं ग्राम पंचायत के राशनकार्डधारियों को राशन सामग्री वितरण के संबंध में जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए हैं।खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के विशेष सचिव श्री मनोज कुमार सोनी द्वारा जारी पत्र में बताया गया है कि कोरोना वायरस के संकमण से बचाव हेतु लॉकडाउन के दौरान जिले में अन्य जिलों के राशनकार्डधारी या जिले के ही अन्य शहर व ग्रामों के राशनकार्डधारी, जो लॉकडाउन के कारण अपने मूल उचित मूल्य दुकान से राशन सामग्री का उठाव नहीं कर पा रहे हैं, उन्हें उनके वर्तमान निवासरत स्थान की निकटतम उचित मूल्य दुकानों से राशन सामग्री प्रदाय करने हेतु निर्देश दिए गए हैं।इसके तहत कोर पीडीएस उचित मूल्य दुकानों में आधार प्रमाणीकरण के माध्यम से पोर्टेबलिटी का प्रावधान किया गया है। शेष कम्प्यूटरीकृत उचित मूल्य दुकानों से खाद्यान्न वितरण के लिए विभागीय वेबसाईट के कोर पीडीएस खाद्य निरीक्षक मॉड्यूल में ऐसे राशनकार्डधारियों के संबंध में डाटा एन्ट्री का प्रावधान किया गया है। ऐसे राशनकार्डधारियों को, जिस उचित मूल्य दुकान से खाद्यान्न प्रदाय किया जाना है, उनके संबंधित खाद्य निरीक्षक द्वारा निर्धारित माड्यूल में संबंधित हितग्राही का राशनकार्ड नम्बर दर्ज करके खाद्यान्न वितरण किए जाने वाले उचित मूल्य दुकान आईडी का चयन किया जाएगा। खाद्य निरीक्षक द्वारा दुकान आईडी चयन कर इसे सुरक्षित करने के उपरांत उक्त राशनकार्ड संबंधित उचित मूल्य दुकान में प्रदर्शित होगा। इसके पूर्व संबंधित खाद्य निरीक्षक द्वारा यह सुनिश्चित किया जावेगा कि वह संबंधित हितग्राही को यह अवगत करावें कि नवीन उचित मूल्य दुकान से उसके कार्ड को संलग्न किए जाने के फलस्वरूप मूल उचित मूल्य दुकान में उसका राशनकार्ड प्रदर्शित नहीं होगा। इसके पश्चात उचित मूल्य दुकान संचालक द्वारा टेबलेट के माध्यम से संबंधित हितग्राही को खाद्यान्न वितरण किया जा सकेगा।यदि किसी हितग्राही द्वारा मूल उचित मूल्य दुकान एवं नवीन उचित मूल्य दुकान, दोनों से खाद्यान्न सामग्री का उठाव कर लिया जाता है, तो इसका समायोजन आगामी माहों में संबंधित हितग्राही के खाद्यान्न सामग्री से ही किया जावेगा। कोर पीडीएस उचित मूल्य दुकान संचालक विक्रय के आधार पर मांग पत्र राज्य नागरिक आपूर्ति निगम को प्रस्तुत करेंगे। शेष उचित मूल्य दुकान संचालकों द्वारा खाद्यान्न वितरण के बाद खाद्य निरीक्षक अथवा जिला खाद्य अधिकारी के माध्यम से योजनावार अतिरिक्त आबंटन की मांग संचालनालय से की जा सकेगी। संचालनालय से अतिरिक्त आबंटन प्रदाय किए जाने के उपरांत राज्य नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा नियमानुसार राशन सामग्री का भण्डारण संबंधित उचित मूल्य दुकानों में किया जावेगा। यह पूरी व्यवस्था अस्थायी रूप से 02 माह हेतु ही की जायेगी। -
एक दिन में लगभग 150 लोगो के लिए गए सैम्पल, सभी जांच के लिए भेजे गए एम्स
5 ड्रोन कैमरों से हो रही निगरानी, कलेक्टर ने कटघोरा में बनाया वार रूम
कोरबा - मुख्यमंत्री श्री भूपेष बघेल के निर्देष के बाद कटघोरा में कोरोना के संदिग्ध मरीजों और संक्रमितों के संपर्क में आए लोगो की सैम्पिलिंग तेज कर दी गई है। आज एक दिन में ही लगभग 150 लोगो के सैम्पल लिए गए जिन्हें देर शाम जांच के लिए रायपुर के एम्स भेजा गया है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौषल ने पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक मीणा के साथ पैदल ही पूरे इलाके का आज दोपहर एवं देर शाम दो बार दौरा करते स्थिति का जायजा लिया। कलेक्टर ने कटघोरा में सीएम के निर्देष पर स्पेषल नियंत्रण कक्ष (वार रूम) कटघोरा में स्थापित कर लिया है। जिला स्तरीय अधिकारियों को विभिन्न जिम्मेदारियां सौंपी गई है। कलेक्टर श्रीमती कौषल ने स्वंय मोर्चा संभाल लगातार स्थिति और किए जा रहे कार्यो की समीक्षा कर रही है। जिला प्रषासन ने कटघोरा में कोरोना संक्रमित पाए गए 9 लोगो के संपर्क में आए लगभग 200 लोगो की पहचान कर ली है। जिनमें कुछ अंतर जिले के रहवासी भी है जिनकी जानकारी संबंधित जिलाधिकारी को भिजवा दी गई है। कलेक्टर ने जांजगीर-चांपा, पेंड्रा-गौरेला-मरवाही, बिलासपुर, बलौदाबाजार, दुर्ग सहित सूरजपुर जिले के जिलाधिकारियों को कोरोना पाॅजिटिव के संपर्क में आए लगभग 10 लोगो की जानकारी भेजी है। सैम्पलिंग का दायरा बढ़ने से जिले में बिलासपुर, रायगढ़, जांजगीर व कोरिया से सात लैब टेक्निषियनों की टीम बुलाई गई है।
कोरबा जिले से अब तक 192 सैम्पल एम्स जांच के लिए भेजे जा चुके है जिनमें से 144 का सैम्पल निगेटिव, 10 पाॅजीटिव मरीज मिले है 36 सैम्पल की रिपोर्ट आना बाकि है वहीं 2 सैम्पल रिजेक्ट किए गए है। सीएमएचओ डाॅ. बी. बी. बोर्डे के मुताबिक प्राथमिकता के आधार पर कटघोरा नगर पालिका के वार्ड 10 व 11 के सीधे काॅटेक्ट में आये लोगों के सैम्पल लिए जा रहे है। इन दोनो वार्डो के करीब 234 परिवारों को होम कोरेंटाइन पर रखा गया है।
पांच ड्रोन से की जा रही शहर की निगरानी, दो बड़े ड्रोन भी मंगाए गए
कटघोरा में कोरोना संक्रमित 9 लोगो के मिलने के बाद पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है। शुक्रवार को पुलिस ने पांच ड्रोन कैमरों से इलाके की निगरानी शुरू कर दी है। पुलिस की टीमें बनाकर अलग-अलग पैदल मार्च दिन में किया जा रहा है जबकि रात में पैदल के साथ ही बाइक पेट्रोलिंग शुरू की गई है। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक बलौदाबाजार के 02 लोग, पेंड्रा के 1, सुरजपुर के 02, जांजगीर के 02, दुर्ग-भिलाई के 02 सहित बिलासपुर के तखतपुर के 1 लोगो की पहचान की गई है। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग इन लोगो की जांनकारी लेकर संबंधित जिले में सूचना दे दी गई है जिसके बाद उनको वहीं होम कोरेंटाइन कर दिया गया है। शहर की निगरानी के लिए रायपुर से दो बड़े और ड्रोन मंगाए गए है जिसके बाद 7 ड्रोनों से पूरे शहर की निगरानी की जाएगी। वहीं रात्रि में नज़र रखने 25 बाईक पेट्रोलिंग टीम बनाई गई है जो कटघोरा के गलियों में पूरी रात घूमकर निगरानी करेंगे।
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सुभाष गुप्ता
सूरजपुर 10 अपै्रल 2020/ कलेक्टर श्री दीपक सोनी की अध्यक्षता में आज कोरोना महामारी की कोर कमेटी की बैठक संपन्न हुई जिसमें की जिलाप्रषासन द्वारा महत्वपूर्ण निर्णय दिए गए जिसमें की सभी वन क्षेत्र से लगी सीमाओं को भी तत्काल सील बंद करने हेतु वनमण्डलाधिकारी श्री जे.आर.भगत को निर्देषित किया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री हरीष राठौर को निर्देषित किया कि सभी सीमावर्ती क्षेत्र में जो भी नाके लगे हैं उनमें 24 घंटे पुलिस बल मौजूद रहे एवं किसी भी जन सामान्य को एंट्री ना दिया जाए, साथ ही केवल अतिआवष्यक मालवाहक गाड़ियों को ही एंट्री की अनुमति होगी। इसी के परिपेक्ष में गुरूवार को कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा सीमावर्ती लगे तारा नाके का देर रात्रि निरीक्षण किया गया।इसके अलावा कलेक्टर श्री दीपक सोनी के निर्देषन में वर्तमान मे कोरोना वायरस का संक्रमण के रोकथाम हेतु कोरबा जिले से सूरजपुर जिला के सीमा से बाउण्ड्री लाईन में कोरोना वायरस के सुरक्षा के दृष्टि से निगरानी रखने हेतु रात - दिन ( चैबीसघण्टे ) आठ-आठ घण्टे के लिए वन मण्डलाधिकारी श्री जे.आर.भगत के द्वारा वन कर्मचारियो की वन सुरक्षा के अतिरिक्त डयुटी लगाई गई है। जिसमें श्री गणेश कसेरवनपाल, श्री चरण प्रताप सिंह वनरक्षक, श्री सुनिल कुमार सिंह - वनरक्षक को ग्रामजामपानी तारा से रामेश्वरनगर तक सीमा लाईन के 0-3 कि.मी. के परीधि में सतत् भ्रमण करने, श्री मलेश्वर प्रसाद सिंह, श्री ऋषि कुमार पाण्डेय वनरक्षक, श्री अजय कुमार यादव वनरक्षक को ग्रामजामपानी तारा से रामेश्वरनगर तक सीमा लाईन के 3-6 किमी के परिधि मे सतत भ्रमण करने, श्री महेन्द्र प्रसाद दुबे, श्री राज कुमार राजवाडे, श्री प्रमोद कुमार सिंह वनरक्षक को ग्रामजामपानी तारा से रामेश्वरनगर तक सीमा लाईन के 6-9 किमी के परिधि मे सतत भ्रमण करने, वनपाल श्री राजेन्द्र प्रसाद तिवारी, श्री राहुल साहु वनरक्षक, श्री मनरंजन सिंह वनरक्षक को ग्रामजामपानी तारा से रामेश्वरनगर तक सीमा लाईन के 9-12 किमी के परिधि मे सतत भ्रमण करने, श्री सोहन राम वनरक्षक, श्री लोकेन्द्र राजवाड़े वनरक्षक, श्री मनोज टोप्पो वनरक्षक, ग्रामजामपानी तारा से रामेश्वरनगर तक सीमा लाईन के 12-15 किमी के परिधि मे सतत भ्रमण करने, श्री अमर सिंह कंवर, श्री रवि शंकर सिंह, श्री प्रदीप सिंह को ग्रामजामपानी तारा से रामेश्वरनगर तक सीमा लाईन के 15-18 किमी के परिधि मे सतत भ्रमण करने के लिए आदेषित किया गया है। - जशपुर : कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर को जशपुर के दरबारी निवासी 3 वर्षीय मैयहर उर्फ रिद्धि पिता श्री राजेश जैन ने कोरोना वायरस राहत कोष के लिए अपना गुल्लक सौंपा। कलेक्टर श्री क्षीरसागर ने नन्हीं बच्ची को आर्शीवाद देते हुए अपनी शुभकामनाएं दी। जिला प्रशासन द्वारा जरूरत मंद लोंगों के लिए भोजन आवास, अन्य जरूरत की वस्तुएं उपलब्ध कराई जा रही है। साथ ही कोरोना रिलिव फंड के लिए जिले के स्वंय सेवी, समाजसेवी, अधिकारी, कर्मचारी, स्वेच्छा से सहयोग राशि दे रहें है।
- जशपुर : कोरोना वायरस (कोविड-19) के लिए श्री प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने जरूरत मंद लोगों को मदद के लिए जिला कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर को प्रधानमंत्री राहत कोष के लिए 1 लाख रुपए की राहत राशि का चेक उनकी माता श्रीमती माधवी सिंह जूदेव के हाथों से सौंपा। इस अवसर पर उनकी पत्नी हीना सिंह जूदेव उपस्थित थी। श्री जूदेव ने अधिकारी कर्मचारी की सराहना करते हुए कहा कि काफी कुशलता और संवेदनशीलता से कलेक्टर श्री क्षीरसागर के मार्गदर्शन में अपने कार्याें का निर्वहन कर रहे है।
- जशपुर : कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर को लोकनिर्माण विभाग के समस्त अधिकारी-कर्मचारियों ने अपनी स्वेच्छा से मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए 1 लाख 44 हजार 403 रुपए की सहायता राशि का चेक सौंपा है।
- जशपुर जिले के सभी सीमाओं को सील करने के सख्त निर्देश एसडीएम को दिए हैलाॅकडाउन का उल्लंघन करने वाले लोगों पर होगी कड़ी कार्रवाईजशपुर : कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने शासन के निर्देशानुसार कोरोना वायरस कोविड-19 के रोकने के उद्देश्य से जिला जशपुर के समस्त सीमा क्षेत्र को सील बंद करने के सख्त निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने कहा है कि इसका कड़ाई से पालन किया जाए और किसी भी स्थिति में जरूरी सामानों की आवाजाही को छोड़कर केवल गुड्स एण्ड कैरियर के वाहनों को अनुमति होगी। उन्होनंे कहा कि इसका विशेषध्यान रखा जाए कि कोई भी प्रवासी व्यक्ति सीमा के अंदर प्रवेश न करने पाए। इसका कड़ाई से पालन किया जाए।उन्होंने कहा है कि चाईल्ड गु्रप, कृषि उत्पाद से संबंधित दुकान के साथ कृषि मशीनरी विक्रय, इससे संबंधित स्पेयर पार्ट्स, रिपेयरिंग इसकी सप्लाई सहित शर्तों के अधीन तालाबंदी से छूट प्रदान की गई है। राष्ट्रीय राजमार्गों पर ट्रकों के मरम्मत हेतु दुकानें जो यथा संभव, पेट्रोल पंप या उसके पास स्थित हो अस्पताल वेटनरी, एवं उससे जुड़े समस्त स्वास्थ्य स्थापनाएं, जिसमें मेडिकल सप्लाई उसका विनिर्माण एवं वितरण सम्मिलित है। जो निजी एवं शासकीय एवं अर्द्धशासकीय क्षेत्र के डिस्पेंसरी दवा, केमेस्टि, फार्मेंसी, जनऔषधि केन्द्र सहित मेडिकल इक्यूपमेंट, दुकान, लैंब, दवा रिसर्ज, लैब क्लिीनिक, नर्सींग होम, एम्बुलेंस इंडियन रेडक्रास सोसायटी की सेवाएं संचालित रहेंगी।कलेक्टर श्री क्षीरसागर ने कहा है कि चिकित्सक नर्स पैरामेडिकल स्टाॅप सहित समस्त प्रकार के चिकित्सक कार्य में कार्यरत स्टाॅप एवं सहायक सेंवाएं संबंधित व्यक्तियों के परिवहन की अनुमति दी गई है। उन्होंने मेडिकल आॅक्सिजन गैस, लीक्वीड आॅक्सीजन गैस, सिलेण्डर लिक्विड आॅक्सीजन को स्टोर करने के लिए क्रायोजेनिक टेंक, लिक्विड क्रायोजेनिक सिलेण्डर, लिक्विड क्रायोजेनिक ट्रासपोर्ट टेंक, एविंयंट वेपोराईजर एवं क्रायोजेनिक वाल्व तथा इसने सहायता उपकरणों के सभी निर्माण इकाईयां उपरोक्त वस्तु का परिवहन, उपरोेक्त वस्तुओं का अंतर्राज्यीय सीमा पर आवागमन, उपरोक्त वर्णिक इकाई में कार्यरत स्टाॅप, श्रमिकों के आवागमन की अनुमति होगी। कलेक्टर ने कहा है कि उक्त सेवाओं से संबंधित व्यक्तियों को उनके घर से कारखाना तक आने जाने के लिए पास प्रदान किए जाएंगे। साथ ही यह सुनिश्चिित किए जाए कि सभी कारखानें अपनी पूर्ण क्षमता से कार्य करें।कलेक्टर ने आदेशित किया है कि लाॅकडाउन से छूट प्रदान किए गए प्रतिष्ठान, सेवाओं के प्रमुखांे की यह जिम्मेदारी होगी कि लाॅकडाउन उपायों में सामाजिक दूरी स्वच्छता एंव इस संबंध में भारत सरकार, स्वास्थ्य विभाग तथा समय-समय पर अन्य संस्थाओं के द्वारा किए जा रहे निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाना सुनिश्चित करेंगे।
- कोरिया: राज्य सरकार के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग, मंत्रालय महानदी भवन, द्वारा भीषण गर्मी एवं लू से बचाव प्रबंधन के संबंध में नोडल अधिकारी की नियुक्ति के आदेश के परिपालन में कलेक्टर श्री डोमन सिंह के द्वारा जिला कोरिया के अंतर्गत भीषण गर्मी एवं लू से बचाव एवं प्रबंधन के संबंध में जिला, तहसील एवं ब्लाक स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त किये गए हैं। जिला स्तर पर अपर कलेक्टर श्री सुखनाथ अहिरवार को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।तहसील स्तर पर बैकुंठपुर तहसील के लिए तहसीलदार श्रीमति ऋचा सिंह को, तहसील खड़गवां हेतु तहसीलदार श्री अशोक सिंह, तहसील सोनहत हेतु तहसीलदार श्री उत्तम सिंह रजक, तहसील मनेन्द्रगढ़ हेतु तहसीलदार श्री सुधीर खलखो, तथा तहसील भरतपुर हेतु तहसीलदार श्री मनमोहन सिंह को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। इसी तरह ब्लाक स्तर पर समस्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत को उनके संबंधित जनपद पंचायतों के लिए नोडल अधिकारी बनाया गया है।
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कोरिया : कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रामक बीमारी है। इसके संभाव्य प्रसार को देखते हुए इसके प्रसार को रोकने के लिये तथा इस पर नियंत्रण हेतु राज्य सरकार से प्राप्त निर्देशानुसार कलेक्टर श्री डोमन सिंह द्वारा कोरोना नियत्रंण के निर्देशों को जिले में प्रभावी रूप से लागू करने के लिए कार्यपालिक दण्डाधिकारियों को क्षेत्र निर्धारित करते हुए इन्सीडेन्ट कमान्डर बनाया गया है।
इन्सीडेन्ट कमान्डर के सहायक के रूप में कार्य करने हेतु जिले के अधिकारियों को कलेक्टर श्री सिंह द्वारा आदेशित किया गया है। जिसके अंतर्गत तहसील बैकुंठपुर क्षेत्र के इन्सीडेन्ट कमान्डर हेतु नियुक्त नायब तहसीलदार श्री भीष्म पटेल के सहायक के रूप में श्री के.एस. यादव, अभियंता, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा को नियुक्त किया गया है। उप तहसील पटना क्षेत्र में नायब तहसीलदार श्रीमति अंकिता पटेल के सहायक हेतु श्री द्वारिकानाथ, सहायक पंजीयक, सहकारिता, तहसील चिरमिरी में नायब तहसीलदार श्री मनोज पैंकरा के सहायक हेतु श्री व्ही. एस. साहू, कार्यपालन अभियंता, जल संसाधन विभाग, तहसील मनेन्द्रगढ़ में कार्यपालिक दण्डाधिकारी श्री सुधीर खलखो के सहायक हेतु श्री रामायण उपाध्याय, जिला क्रेडा अधिकारी को नियुक्त किया गया है। इसी तरह उप तहसील केल्हारी में नायब तहसीलदार श्री बजरंग साहू के सहायक हेतु श्री मितवा बड़ा, महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग तथा उप तहसील कोटाडोल के लिए इन्सीडेन्ट कमान्डर नियुक्त एवं नायब तहसीलदार श्री विप्लव श्रीवास्तव के सहायक हेतु श्री नवीन मेहता, कार्यपालन अभियंता, प्रा. ग्रा.स.यो. को दायित्व सौंपा गया है।
उल्लेखनीय है कि नियुक्त इन्सीडेन्ट कमान्डर अपने-अपने क्षेत्रों में निर्देशों का पालन कराने हेतु जिम्मेदार होंगे, साथ ही निर्धारित क्षेत्र में सभी विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी इन्सीडेट कमान्डर के निर्देशों के अंतर्गत कार्य करेंगे। इन्सीडेन्ट कमान्डर विशेष रूप से यह सुनिश्चित करेंगे कि अस्पताल अधोसरंचना के विस्तार के लिए आवश्यक संसाधन, वस्तुए एव सामग्री बिना किसी रूकावट के उपलब्ध रहे। - कोविड संक्रमण को रोकने के उपायों के साथ ही जरूरतमंदों की भी मदद रहे सर्वोच्च प्राथमिकतादुर्ग जिले में आश्रय स्थल में पहुंची राज्यपाल सुश्री अनुसूइया उइके ने कहा - कोविड नियंत्रण को लेकर जिले में तथा प्रदेश में हो रहा अच्छा कार्य
दुर्ग : कोरोना के संक्रमण को प्रदेश में फैलने से रोकने के साथ ही लॉकडाउन से प्रभावित जरूरतमंदों की मदद करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस दिशा में प्रदेश में और दुर्ग जिले में भी अच्छा काम हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ शासन ने इस दिशा में अच्छा काम किया है इससे यहां संक्रमण को रोकने में सफलता मिली है। यह बात राज्यपाल सुश्री अनुसूइया उइके ने कही। राज्यपाल आज दुर्ग में प्रियदर्शिनी परिसर में स्थित आश्रयस्थल में उन लोगों से मिलने पहुंची जो लॉक डाउन की वजह से फंस गए और जिनके रहने और खाने पीने की सुविधा का इंतजाम प्रशासन द्वारा किया जा रहा है।इस मौके पर राज्यपाल आश्रय स्थल में ठहरे नागरिकों से मिली। उन्होंने कहा कि यह संयम रखने का समय है। प्रशासन द्वारा हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं ताकि संक्रमण की रोकथाम हो सके। जरूरतमंदों की मदद हो, इसके लिए भी पूरा प्रयास किया जा रहा है। राज्यपाल ने कहा कि आज मेरा जन्मदिन भी है। मैंने ईश्वर से भी प्रार्थना की है कि मानवता को जल्द ही कोरोना की व्याधि से मुक्त करें। राज्यपाल ने कहा कि कोरोना संक्रमण के इस दौर में कोरोना से लोगों को बचाने के लिए जूझ रहे स्वास्थ्य कर्मियों, पुलिस प्रशासनिक अमले, सफाई कर्मियों, सेवाभावी संस्था, मीडिया कर्मियों और सभी वॉलिंटियर्स के जज्बे की मैं प्रशंसा करती हूं। मानवता को बचाने यह सब आगे आए हैं आपके प्रयत्नों को जरुर सफलता मिलेगी। कोरोना संक्रमण को रोकने की इस लड़ाई में हम सब आपके साथ हैं। हम मिलजुल कर सामूहिक प्रयासों से इस व्याधि को देश से दूर करेंगे। राज्यपाल ने कहा कि संकट की इस घड़ी में आप सभी से जितना बन सकता है उतना जरूरतमंदों का सहयोग करें। आपदा कोष में सहयोग राशि जमा करें। कोरोना संक्रमण के इस दौर में सोशल डिस्टेंसिंग सबसे अहम है।प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जो संदेश देश को दिया है उसे अक्षरशः अपनाकर कोरोना संक्रमण की गति को धीमा किया जा सकता है और अंततः इससे उसे थामने में मदद मिलेगी। राज्यपाल ने कहा कि अति आवश्यक सेवाओं में लगे लोगों के अतिरिक्त सभी लोग यदि लॉक डाउन की अवधि में पूरी तरह घर में रहे। घर की लक्ष्मण रेखा को नहीं तोड़े तो वे न केवल स्वयं इस संक्रमण से बचेंगे अपितु उनके परिवार जन भी संक्रमण से सुरक्षित रहेंगे। राज्यपाल ने कहा कि संकट की इस घड़ी में सभी वर्गों के जरूरतों का ध्यान शासन द्वारा दिया जा रहा है। राज्य शासन द्वारा 2 महीने का चावल बीपीएल परिवारों को निःशुल्क प्रदान किया जा रहा है। लॉक डाउन की अवधि में आंगनबाड़ी के बच्चों को रेडी टू ईट फूड तथा मध्यान्ह भोजन का सूखा राशन घर तक पहुंचाया गया है। जरूरतमंद लोगों के लिए हेल्पलाइन बनाई गई है। हम छत्तीसगढ़ के भीतर फंसे दूसरे राज्यों के लोगों की मदद कर रहे हैं और दूसरे राज्यों में फंसे अपने लोगों की भी सुविधा सुनिश्चित करा रहे हैं। इस मौके पर कलेक्टर श्री अंकित आनंद ने कोविड संक्रमण के रोकथाम के लिए किए जा रहे कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर आईजी श्री विवेकानंद सिन्हा भी मौजूद थे। उन्होंने भी दुर्ग डिवीजन में इस संबंध में किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी। निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अजय यादव, नगर निगम कमिश्नर श्री ऋतुराज रघुवंशी भी मौजूद रहे। - कटघोरा शहर में पहले से ही पूर्णतः तालाबंदी लागूकिसी भी परिस्थिति में लोगों को घरों में रहने की हिदायत, बाहर निकलने पर होगी कार्रवाईकोरबा : आज दोपहर एम्स रायपुर से आई रिपोर्ट में कोरबा जिले के कटघोरा शहर की जामा मस्जिद इलाके के सात अन्य लोग कोरोना पाजिटिव पाये गये हैं। इस पूरे इलाके को कटघोरा में पहले संक्रमित युवा के मिलने के बाद से ही पूरी तरह लॅाक डाउन कर दिया गया था। इस इलाके में पहले से ही आने-जाने की सभी सड़कें और गलियां बेरिकेटिंग कर बंद कर दी गई है। आज मिले सात नये संक्रमित लोगों में कोरोना वायरस का संक्रमण पहले संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलना माना जा रहा है। कल देर रात भी इसी इलाके का एक अन्य व्यक्ति भी कोरोना संक्रमित पाया गया था और उसे ईलाज के लिए रायपुर एम्स भेजा गया है। आज दोपहर जिन सात लोगों की कोरोना जांच की रिपोर्ट पाजिटिव आई है उनमें पांच पुरूष एवं दो महिलाएं शामिल हैं। यह सभी 73 वर्ष से लेकर 22 वर्ष के बीच के हैं। क्षेत्र में मिले सबसे पहले कोरोना संक्रमित युवक की कांन्टेक्ट हिस्ट्री में यह सभी लोग शामिल थे और प्रशासन ने इन्हें अपने घरों में ही होम आइसोलेशन में रखा था। सीधे संपर्क में होने के कारण इन सभी के नमूने जांच के लिए एम्स भेजे गये थे।
आज कटघोरा पुरानी बस्ती के जामा मस्जिद इलाके में एक साथ सात नये कोरोना संक्रमित मिल जाने से पूरा प्रशासन हाई अलर्ट पर आ गया है। कल देर रात इलाके में संक्रमित मरीज मिलने के बाद ही कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने अपने निवास कार्यालय में वरिष्ठ अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक ली थी और सुबह से लेकर दोपहर तक उन्होंने कटघोरा में ही डेरा जमा लिया था। इस दौरान कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने इलाके में कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने और अन्य संक्रमित लोगों की पहचान तथा आइसोलेशन के लिए शहर में किये गये इंतजामों की बारिकी से समीक्षा की और अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये थे। दोपहर सात नये संक्रमित लोगों की सूचना मिलते ही कलेक्टर श्रीमती कौशल सहित पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक मीणा, स्वास्थ्य विभाग के डाक्टरर्स तथा अन्य मेडिकल टीम और पुलिस अधिकारी फिर से कटघोरा पहुंच गये हैं। सातों नये संक्रमित लोगों को अलग-अलग एंबुलेंसों में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान रायपुर ईलाज के लिए भेजा जा रहा है। इसके साथ ही इन सभी संक्रमितों के संपर्क में आने वाले लोगों की पहचान भी शुरू कर दी गई है। पूरे इलाके को लगातार संक्रमण नाशी दवाओं का छिड़काव कर विसंक्रमित किया जा रहा है। लोगों को किसी भी परिस्थिति में घर से बाहर नहीं निकलने की हिदायत दी जा रही है। पूरे कटघोरा शहर की पूर्णतः तालाबंदी कर दी गई है। शहर के अंदर जाने वाले और शहर से बाहर आने वाले सभी रास्ते बंद कर दिये गये हैं। शहर में अति आवश्यक सेवाओं की दुकानें भी पूरी तरह से बंद कर दी गई है। लोगों को राशन, दवाओं सहित अति आवश्यक जरूरत पर वस्तुएं घर पहुंचाकर उपलब्ध कराने की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की गई है।कटघोरा शहर में घर से बाहर निकलने वाले लोगों पर होगी कड़ी कार्यवाही
पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक मीणा ने कटघोरा क्षेत्र में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए पूरे शहर में पूर्णतः लाक डाउन की स्थिति रखने के निर्देश पुलिस के अधिकारियों को दिये हैं। उन्होंने शहरवासियों को किसी भी परिस्थिति में अपने घर से नहीं निकलने की हिदायत दी है। श्री मीणा ने लॅाक डाउन का उल्लंघन घरों से बाहर निकलने वाले लोगों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश पुलिस के अधिकारियों को दिये हैं। श्री मीणा ने शहर के सभी चारों जोनों में लगातार गश्त करने और लोगों को अपने घरों में रहने की हिदायत की माईकिंग भी लगातार कराने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं।परिस्थितियां कठिन परंतु प्रशासन तैयार, सयंम रखें लोग
कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने वर्तमान परिस्थितियों में कटघोरा वासियों से संयम बरतने और अपने घरों से बाहर नहीं निकलने की अपील की है। श्रीमती कौशल ने कहा है कि कटघोरा में कुछज्यादा लोगों के कोरोना संक्रमित हो जाने से परिस्थितियां कठिन हो गई है परंतु प्रशासन ने इनसे निपटने की पूरी तैयारी पहले ही कर ली है। लोग घबरायें नहीं, जिला प्रशासन कोरोना के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए पूरी तरह तैयार है। अस्पतालों से लेकर सार्वजनिक स्थलों तक ईलाज,सेनेटाईजेशन आदि के लिए सभी व्यवस्थाएं पहले से ही पूरी कर ली गई है। कलेक्टर ने लोगों से लॅाक डाउन का पूरी तरह पालन करने की अपील की है। -
कोरिया 9 अप्रैल 2020/ लॉकडाउन के दौरान अन्य राज्यों में फंसे जिले के श्रम विभाग के अंतर्गत पंजीकृत 23 श्रमिकों की सहायता हेतु कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने एक-एक हजार रू. की राशि उनके खाते में प्रदाय की है। डिप्टी कलेक्टर एवं श्रम पदाधिकारी श्रीमती नयनतारा तोमर ने आज यहां बताया कि पंजीकृत श्रमिकों को एक-एक हजार रू. की राशि उनके खाते में प्रदाय की गई है। इस प्रकार कुल 23 हजार रू. की सहायता राशि प्रदाय की गई है। ये श्रमिक देश के विभिन्न राज्यों में फंसे हुए हैं जहां रामनाथ बंगाल में, हरिप्रसाद और मंगलदीन उत्तरप्रदेश में, मार्तन सिंह धरमजयगढ़ में, महेन्द्र और बांमवती हैदराबाद में, राजेश, राजनारायण एवं बृजभूषण चेन्नई में, आनन्द, शिवप्रसाद, रामनाथ, बृजेन्द्र और रामपति मेरठ में, विसम्भर, अनिल कुमार और लक्ष्मण महाराष्ट्र में, विजय सिंह और राम बहादुर साहू सूरत में, श्याम सिंह और सुरज दीन मध्यप्रदेश में तथा मनेजर इंदौर में हैं।
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कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर भय के माहौल में तनाव बढ़ने के साथ-साथ डिप्रेशन में आने की समस्या किसी को भी हो सकती है। लेकिन, घबराने की बात नहीं है, उबरने के लिए आप कभी भी, किसी भी समय कोरोना कंट्रोल रूम के दूरभाष नंबर 6267770531 पर सीधा संपर्क साध सकते हैं
महासमुंद 09 अप्रैल 2020/ आज हर कोई दिन में बीसियों बार कोरोना वायरस के संक्रमण से हो रही समस्याओं की दोहराता है। अधिकांश समझदारी दिखाते हैं और उचित प्रबंधन अपना कर किसी भी परेशानी को खुद पर हावी नहीं होने देते। लेकिन कुछ के लिए मानसिक समस्याएं गंभीर हो जाती हैं, मन अशांत या उदास भी महसूस कर सकता है। ऐसे ही कोरोना वायरस से संबंधित विचारों को लेकर आवश्यकता से अधिक डूबे या चिंतित लोगों को इसकी नकारात्मक कश-म-कश और उधेड़-बुन से निकालने के लिए कोरोना कंट्रोल रूम को एक नई जिम्मेदारी सौंप दी गई है।जिले में कोरोना वायरस संक्रमण नियंत्रण एवं रोकथाम को लेकर आईडीएसपी शाखा के जिला नोडल अधिकारी डॉ छत्रपाल चंद्राकर ने बताया कि पहले तो आपको कोरोना वायरस से भ्रमित या भयभीत होने की कोई आवश्यकता नहीं है, सिर्फ सावधानी ही बरतनी है। लेकिन, फिर भी इसे लेकर आपके मन को परेशान करने वाले विचार आते हैं या आपका तनाव नियंत्रण के बाहर अनुभूत होता है तो आप कोरोना वायरस के दूरभाष नंबर 6267770531 पर तुरंत संपर्क कर सकते हैं। यहां सुबह, दोपहर एवं शाम की तीन पालियों में चौबीसां घंटे सातों दिन प्रशिक्षित स्वास्थ्य सलाहकारां की उपलब्धता बनाई गई है। जो आपको आपकी परिस्थिति के अनुरूप उचित सलाह एवं परामर्श प्रदाय कर आवश्यकता होने पर चिकित्सकीय उपचार उपलब्ध कराने में भी त्वरित सहयोग करेंगे।जानकारों की राय में इन दिनों लॉग डाउन के चलते लोगां की दिनचर्या में काफी परिवर्तन हुआ है। साथ ही बहुतों की आर्थिक स्थिति भी असामान्य हो चली है। ऐसे में सामाजिक सारोकार पसंदीदा मिलनसार लोगों के अलावे होम क्वारंटीन में रह रहे लोगों के लिए भी क्रमशः लॉग डाउन और होम क्वारंटीन की अवधि खत्म होने का विचार बार-बार सताता रहता है। इन्हीं समस्याओं और सवालों का जोर न बड़े और मानसिक रोगों को घर करने का अवसर न मिले, इसलिए परामर्शदायी उक्त निशुल्क सेवाओं की व्यवस्था की गई है।क्रमांक/35/35/एस शुक्ल/हेमनाथ -
रूटीन चैकअप के लिए आने वाले मरीजों को कोविड से चेताने सिविल सर्जन ने लगाए नारे, डॉक्टरों के साथ नर्सिंग ट्यूटर्स ने भी संक्रमण के किससे सुना कर बेवजह अस्पताल आने से कर रहे मना
महासमुंद 09 अप्रैल 2020/ जीत ही लेंगे बाजी हम-तुम खेल अधूरा छूटे न, लॉक डाउन का सुरक्षा बंधन हमसे-तुमसे टूटे न... शब्दों से गुथे खुद के लिखे अल्फाजों में नारे गुनगुनाते हुए सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक डॉ आरके परदल ने जिला चिकित्सालय के ओपीडी में गुरूवार की शुरूआत की। सिलसिला देर शाम मरीज और उनके परिजनों की आवा-जाही थमने तक लगातार जारी रहा। दरअसल, कोविड 19 बनाम महासमुंद की लड़ाई में गुरूवार 09 अप्रैल 2020 से जिला चिकित्सालय में एक और पहल शुरू की गई है। जिसमें डॉ परदल के साथ-साथ अस्पताल प्रबंधन भी स्लोगन, नारे और संक्रमण फैलाव के प्रसंगां के जरिए लोगों को मनोरंजनात्मक ढंग से कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के तौर-तरीके समझाता नजर आ रहा है।
कोरोना वायरस कंट्रोल रूम के जिला नोडल अधिकारी डॉ आई नागेश्वर राव ने बताया कि दरअसल, सरकार द्वारा दी जा रही संक्रमण रोकथाम संबंधी सुरक्षा समझाइश के बाद भी कुछ लोग या तो फैलाव के खतरे से अनजान हैं या फिर लापरवाही पूर्वक गंभीर समस्या को नजर-अंदाज करते हुए सामान्य परेशानियों को अनावश्यक भाव देने की गलती कर रहे हैं। बता दें कि लॉक डाउन के दिनों में भी जिला चिकित्सालय में प्रतिदिन औसतन तीस से चालीस ऐसे मरीज उपचार लेने के लिए आ रहे हैं, जिनमें रक्तचाप और मधुमेह जैसे गैर संचारी रोगों की सामान्य समस्याएं देखी जा रही हैं। इनके चलते चिकित्सालय परिसर में भी संक्रमण के खतरे का दायरा और संभावनाएं दोनां बढ़ जाते हैं।
समस्या को गंभीरता से लेते हुए सिविल सर्जन डॉ परदल ने चिकित्सकों संहित संबंधित स्वास्थ्यकर्मियों के लिए एक नई एडवाइजरी जारी की गई है। जिसके तहत रूटीन चैकअप कराने के बाहाने बेवजह अस्पताल आ कर कोरोना वायरस के संक्रमण को न्योता दे रहे लोगों को अब मनोवैज्ञानिक तरीकों से भी समझाया जाएगा। ताकि उनमें कोविड 19 के जानलेवा खतरे के प्रति जागरूकता बढ़े।
बच्चों को बचाने फील्ड में सुना आती है लोरियां
इधर, कोरोना वायरस कंट्रोल रूम में तैनात एएनएम सुश्री सुनीता चंद्राकर भी बच्चों की सुरक्षा को लेकर बेहद सतर्क हैं। वे जब भी किसी ऐसे व्यक्ति को होम आइसोलेट करती हैं जो कोरोना वायरस के संदेहास्पद प्रकरण से संबंध रखता है, तो विशेष तौर पर बेटियों को संक्रमण से बचाने के लिए वे स्व-रचित लोरियां और कविताएं सुना कर हाथ-धुलाई और क्वारंटीन की नियमावली का पाठ पालकों को सहज ही समझा आती हैं।
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दुर्ग 09 अप्रैल 2020/ नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र में आने वाले आकाशगंगा होलसेल सब्जी मार्केट को राधिका नगर पानी टंकी के समीप स्थित मैदान में अस्थाई तौर पर शिफ्ट किया गया था परंतु उस स्थल में भी ज्यादा भीड़ बढ़ने एवं जगह की कमी की वजह से तत्काल उचित निर्णय लेते हुए बैकुंठ धाम मंदिर के समीप स्थित खाली मैदान में अस्थाई तौर पर वैकल्पिक व्यवस्था के तहत होलसेल सब्जी मार्केट को शिफ्ट किया जाएगा, जिसकी तैयारी की जा रही है ताकि कल से ही मार्केट वहां लग सके। बैकुंठ धाम स्थित मंदिर के समीप के खाली मैदान को चुना मार्किंग करने की तैयारी प्रारंभ कर दी गई है। स्थल पहले से स्वच्छ है परंतु फिर भी साफ-सफाई कराई जा रही है। आज कलेक्टर श्री अंकित आनंद, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अजय यादव तथा निगम आयुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी ने राधिका नगर पानी टंकी के समीप स्थित स्थल तथा बैकुंठ धाम मंदिर के समीप स्थित स्थल का निरीक्षण कर आकाशगंगा के सब्जी विक्रेताओं से चर्चा उपरांत स्थल परिवर्तन कराने अधिकारियों को निर्देशित किए। आकाशगंगा मंडी समिति के अध्यक्ष जानसिंह सहित सब्जी विक्रेता इस दौरान मौजूद रहे। आकाशगंगा सब्जी मंडी में लगने वाले फुटकर सब्जी विक्रेता भी अलग-अलग तीन स्थल पर सब्जी बेचेंगे इनके लिए सर्कस मैदान एवं राधिका नगर पानी टंकी के समीप स्थित मैदान तथा सुपेला पुलिस थाना के बाजू स्थित मैदान को चयनित किया गया है, केवल आकाशगंगा के फुटकर सब्जी व्यवसायी यहां पर अपना व्यवसाय कर सकेंगे। मंडी समिति के द्वारा प्रदत सूची की व्यवस्था के तहत इन्हें पहचान पत्र के साथ ही नंबर एलॉट किया जाएगा इसी के अनुरूप विक्रेता सब्जी का व्यवसाय कर सकेंगे। लॉक डाउन के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने और सोशल डिस्टेंस बनाने के लिए बाजारों को सुव्यवस्थित करने का कार्य किया जा रहा है।
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- कोविड संक्रमण से बचाव की जानकारी देगा
दुर्ग 9 अप्रैल 2020/नोवल कोरोना वायरस (ंकोविड-19) के संक्रमण के रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु जिला दुर्ग के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता रथ द्वारा भ्रमण किया जा रहा है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिपंचायत दुर्ग द्वारा रथ को हरी झण्डी दिखाकर भ्रमण हेतु रवाना किया गया। जागरूकता रथ में आॅडियो एवं फ्लैक्स के माध्यम से व्यक्तियों को कोरोना वायरस के संबंध में जागरूक किया जायेगा।मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत दुर्ग द्वारा निर्देशित किया गया है कि जागरूकता के साथ-साथ कोरोना वायरस से बचाव हेतु ग्राम पंचायत में बाहर से आये व्यक्तियों का चिन्हांकन कर नजदीकी पुलिस थाना एवं सामुदायिक/उपस्वास्थ्य केन्द्र में सूचित किया जाये। साथ ही ऐसे व्यक्तियों को होम आईसोलेशन में रखा जाये। यदि कोई व्यक्ति सर्दी, खाँसी, जुखाम एवं बुखार से ग्रसित हो तो उनका चिन्हांकन कर उपस्वास्थ्य केन्द्र में सूचित किया जाये। वर्तमान स्थिति को देखते हुए सरपंच/सचिव ग्राम पंचायत में आम लोगों से कोरोना वायरस के रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु कोटवार के माध्यम से मुनादी कराया जावे। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के सार्वजनिक स्थान जैसे-सब्जी मण्डी इत्यादि में कम से कम 01 मीटर की सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखने हेतु चूना, पेंट इत्यादि से मार्किंग किया जाये। ग्राम पंचायतों की महिला स्व-सहायता समूह के द्वारा मास्क का निर्माण कर ग्राम पंचायत स्तर पर ग्रामीणों को मास्क उपलब्ध कराया जा रहा है साथ ही सेनेटाईजर का भी विक्रय किया जा रहा है। अब तक ग्राम पंचायतों में 12145 मास्क एवं 152 लीटर सेनेटाईजर का विक्रय किया जा चुका है।क्रमांक 397 -
दुर्ग 09 अप्रैल 2020/ गृह मंत्रालय, भारत सरकार के आदेश के परिपालन में कंडिका ‘‘स‘‘ वर्णित सूची में वृद्धि करते हुए बढ़ते क्रम में निम्नानुसार कार्यालय/प्रतिष्ठान/सेवाओं को भी शर्तो के अधीन पूर्णतया तालाबंदी (लाॅकडाउन) से छूट प्रदान की जाती है। निम्न वस्तुओंध्सेवाओं के निर्माण, भण्डारण, पैकेजिंग, परिवहन, वितरण एवं विक्रय से संबंधित गतिविधियां, चाय उद्योग, कृषि मशीनरी तथा कृषि उत्पाद से संबंधित दुकान, ‘‘कृषि मशीनरी विक्रय इससे संबंधित स्पेयर पाट्र्स एवं मरम्मत की दुकानों (इसकी सप्लाई चेन सहित) को खुला रखना‘‘। राज्यमार्गों पर ट्रकों के मरम्मत हेतु दुकानें जो यथा संभव पेट्रोल पंपों या उसके आस-पास स्थित हो।
इसके साथ ही अस्पताल, वेटनरी अस्पताल एवं उससे जुड़े समस्त स्वास्थ्य स्थापनाएं जिसमें मेडिकल सप्लाई उसका विनिर्माण एवं वितरण सम्मिलित है, निजी एवं शासकीय एवं अर्द्धशासकीय क्षेत्र के डिस्पेंसरी, दवा, केमिस्ट, फार्मेसी, (जनऔषधी केन्द्र सहित) मेडिकल इक्यूपमेंट दुकान, लैब, दवा रिसर्च लैब, क्लीनिक नर्सिंग होम, ऐम्बूलेंस, इंडियन रेडक्राॅस सोसायटी की सेवाएं संचालित रहेगें। चिकित्सक, नर्स पैरामेडिकल स्टाॅफ सहित समस्त प्रकार के चिकित्सकीय कार्य में कार्यरत स्टाॅफ एवं सहायक सेवाएं संबंधित व्यक्तियों के परिवहन की अनुमति दी जाए।‘‘गृह मंत्रालय, भारत सरकार के आदेश के परिपालन में देश में चिकित्सा ऑक्सीजन (मेडिकल ऑक्सीजन) के पर्याप्त आपूर्ति बनाएं रखने के लिए उपरोक्तानुसार चिकित्सा क्षेत्र की संचालित सेवाओं में निम्नानुसार सेवाओं को जोड़ते हुए इन सेवाओं को भी शर्तो के अधीन पूर्णतया तालाबंदी (लाॅकडाउन) से छूट प्रदान की जाती है:--मेडिकल ऑक्सीजन गैसध्लिक्विड, मेडिकल ऑक्सीजन सिलेण्डर, लिक्विड आॅक्सीजन को स्टोर करने के लिए क्रायोजेनिक टैंक, लिक्विड क्रायोजेनिक सिलेण्डर, लिक्विड ऑक्सीजन क्रायोजेनिक ट्रांसपोर्ट टैंक, एंवियंट वेपोराईजर एवं क्रायोजेनिक वाल्ब सिलेण्डर वाल्व तथा इनके सहायक उपकरणों की सभी निर्माण ईकाईयां। उपरोक्त वस्तुओं का परिवहन हो सकेगा। उपरोक्त वस्तुओं का अंतर्राज्यीय सीमा पर आवागमन (इंटर स्टेट बाॅडर मूमेन्ट) हो सकेगा। उपरोक्त वर्णित ईकाईयों में कार्यरत स्टाॅफ/श्रमिकों के आवागमन की अनुमति होगी। उक्त सेवाओं से संबंधित व्यक्तियों को उनके घर से कारखाना तक आने जाने के लिये पास प्रदान किये जाएगें। यह सुनिश्चित किया जाए कि ये सभी कारखाने अपनी पूर्ण क्षमता से कार्य करें। उक्त कंडिका ‘‘स‘‘ के अंतर्गत पूर्व के आदेशों एवं इस आदेश के तहत लाॅकडाडन से छूट प्रदान किए गए कार्यालय/प्रतिष्ठान/सेवाओं के प्रमुखों की यह जिम्मेदारी होगी कि लाॅकडाउन उपायों में सामाजिक दूरी (सोसल डिस्टेंसिंग), स्वच्छता एवं इस संबंध में भारत सरकार, राज्य सरकार, राज्य शासन, स्वास्थ्य विभाग तथा समय-समय पर अन्य संस्थानों के द्वारा दिये जा रहें निर्देशों का अनिवार्य रूप से अक्षरशः पालन सुनिश्चित करेंगें।क्रमांक 396 -
दुर्ग 09 अप्रैल 2020/ग्रूप के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री वजीर सिंह एवं अनिल शर्मा ने कलेक्टर श्री अंकित आनंद को सौंपा सहयोग राशि का चेक दुर्ग। कोविड संक्रमण से आपदा के इस दौर में प्रदेशवासियों के मदद के लिए जेएस ग्रूप ने भी अपना हाथ बढ़ाया है। जेएस ग्रूप ने मुख्यमंत्री कोविड आपदा राहत कोष में पांच लाख इक्यावन हजार रुपए की सहयोग राशि दी है। इस बाबत चेक आज जेएस ग्रूप के श्री वजीर सिंह एवं श्री अनिल शर्मा ने कलेक्टर श्री अंकित आनंद को सौंपा। इस मौके पर कंपनी के संचालकों ने कहा कि जेएस ग्रूप हमेशा आम जनता के साथ उनकी मदद के लिए खड़ा रहेगा और कोरोना आपदा की इस घड़ी में लोगों की हर संभव सहायता की जाएगी। इस मौके पर कंपनी के मैनेजर श्री राकेश धनगर भी उपस्थित थे।
क्रमांक 395 -
- संप्रेक्षण गृह में ली व्यवस्था की जानकारी, बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता से हुई संतुष्ट
- वृद्धाश्रम, सखी सेंटर और बाल गृह में भी किया निरीक्षण
दुर्ग 09 अप्रैल 2020/महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेड़िया ने आज दुर्ग जिले में स्थित संप्रेक्षण गृह का निरीक्षण किया। यहां उन्होंने व्यवस्था की जानकारी ली और बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता से संतुष्ट हुई। मंत्री ने बच्चों से भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि अपने समय का रचनात्मक उपयोग करें। समाचार सुनें, अच्छा साहित्य पढ़ें, अच्छी बातों का मनन करें। उन्होंने कहा कि आपके परिवार के लोगों को बहुत अच्छा लगेगा, जब आप एक अच्छा उद्देश्य लेकर कार्य करेंगे। खूब मेहनत करेंगे। रचनात्मक चीजों में रुचि दिखाएंगे। उन्होंने बच्चों से यहां बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता के बारे में जानकारी भी ली। बच्चों ने बताया कि उन्हें किसी तरह की दिक्कत नहीं है। मंत्री ने बच्चों से कोरोना संक्रमण के बारे में भी पूछा। बच्चों ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर सारी दुनिया सोशल डिस्टेंसिंग का सहारा ले रही है ताकि कोरोना से बच सकें। हम लोग भी एक दूसरे से दूरी रखते हैं और मास्क का उपयोग करते हैं। मंत्री ने कहा कि अच्छी बात है जो भी जितना अधिक समाचार माध्यमों के निकट संपर्क में रहेगा, उसकी जागरूकता का स्तर अच्छा रहेगा और उसका लाभ भी उसे उतना ही मिलेगा। जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री विपिन जैन ने उन्हें संप्रेक्षण गृह में उपलब्ध कराई गई सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। संप्रेक्षण गृह के स्टाफ से भी मंत्री मिली। उन्होंने कहा कि आप लोग इसी तरह से मेहनत कीजिए, इसका अच्छा नतीजा आएगा। वृद्धाश्रम में बुजुर्गों ने बताया ऐसा संक्रमण कभी नहीं सुना- श्रीमती भेड़िया वृद्धाश्रम भी पहुंची। उन्होंने कहा कि अभी आपके पास इसलिए आई हूँ ताकि आपकी सेहत जान सकूँ और आपकी व्यवस्थाओं के बारे में जान सकूँ। अभी कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। आप लोग अपना विशेष ध्यान रखें। सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर रखें और हमेशा मास्क पहन कर रखें। बुजुर्गों ने बताया कि हां, हम लोग भी रोज कोरोना संक्रमण के बारे में सुन रहे हैं। 89 साल के एक बुजुर्ग ने कहा कि अपनी इतनी लंबी जिंदगी में मैंने कभी इस तरह के व्यापक संक्रमण के बारे में नहीं सुना और सबको इस बारे में जागरूक भी करता हूँ। मंत्री ने पूछा कि आप लोगों को भोजन समय पर और गुणवत्तापूर्वक मिल रहा है। इस पर बुजुर्गों ने बताया कि हां, हमें यह सारी सुविधाएं अच्छी तरह से मिल रही हैं।
सखी सेंटर और बाल गृह भी पहुंची मंत्री- मंत्री ने सखी सेंटर और बाल गृह का निरीक्षण भी किया। सखी सेंटर में अब तक की गतिविधियों की जानकारी ली। उनके रजिस्टर देखे और यहां पदस्थ अमले से अब तक किए गए कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि आपका काम बेहद महत्वपूर्ण है। आपके द्वारा उठाये गए प्रभावी कदमों से पीड़ित महिलाओं को त्वरित राहत मिल पाएगी।
क्रमांक 394
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- राज्य शासन की योजनाओं को कर रहे सफलतापूर्वक क्रियान्वित, जनभागीदारी और नवाचार के माध्यम से आपदा के वक्त जरूरतमंदों को पहुंचाई जा रही पूरी मदद
दुर्ग 9 अप्रैल 2020/कोरोना वायरस के प्रदेश में पहली आहट आते ही दुर्ग जिला प्रशासन ने असाधारण विपदा के इस दौर को भांपकर युद्धस्तर पर इससे निपटने की तैयारियां की। कलेक्ट्रेट और जिला पंचायत इसके लिए वाररूम की तरह बने और मैदानी स्तर पर उतरकर प्रशासनिक अमले ने लोगों को राहत पहुंचाने में कोई कोरकसर नहीं छोड़ी। यह चैबीस घंटे की भरपूर कोशिश रही ताकि कोई भी जरूरतमंद भूखा न सोये, कोई दवा से वंचित न रहे और लाकडाउन की वजह से फंसा हर नागरिक आश्वस्त हो सके कि वो एक सुरक्षित जगह में है और आने वाले दिन उसके लिए किसी तरह भी दिक्कत से भरे नहीं होंगे। हर जरूरतमंद वर्ग को किस प्रकार मदद मिल सके, इसके लिए योजना बनाई गई और इसके लिए कार्य किया गया। कलेक्टर श्री अंकित आनंद के मार्गदर्शन में आपदा नियंत्रण के नोडल अधिकारी श्री कुंदन कुमार ने हर वर्ग की जरूरतों का फीडबैक लेकर उन तक मदद पहुंचाने की योजना बनाई। इनकी मदद किस तरह हो रही है, यह हम जान सकते हैं।फंसे हुए लोगों के लिये बनाया गया है सर्विलिएंस ग्रूप- इसके लिए दो तरह के कार्य किए गए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय अमले से कहा गया कि दूसरे राज्यों और जिलों के जो श्रमिक हैं उन्हें चिन्हांकित किया जाए तथा लाकडाउन के दौरान उनकी राशन तथा अन्य जरूरतों की पूर्ति की जाए। श्रमिकों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए। शहरी क्षेत्रों में निगम अधिकारियों ने यह कार्य किया। शहरी क्षेत्रों में पार्षदों और जनप्रतिनिधियों और सेवाभावी लोगों की मदद से ऐसे लोगों को चिन्हांकित किया गया। आज की तिथि तक 4343 ऐसे श्रमिकों का चिन्हांकन हुआ है जो दूसरे जिलों अथवा राज्यों से संबंधित हैं। इनके भोजन अथवा राशन की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। दूसरे राज्यों से लगातार इस संबंध में समन्वय बना हुआ है। उदाहरण के लिए दरभंगा कमिश्नर श्री मयंक वरवड़े को यह सूचना मिली कि उनके कुछ मजदूर धमधा ब्लाक के एक गांव में है और उनका राशन समाप्त हो गया है। इसके लिए उन्होंने कलेक्टर श्री अंकित आनंद को मैसेज किया। इसके फौरन बाद घंटे भर के भीतर ही इन मजदूरों तक राशन उपलब्ध हो गया। धमधा ब्लाक के ईंटभट्ठों में फंसे 1000 मजदूरों के लिए अनाज बैंक धमधा डिविजन में बनाया गया। इसके लिए अधिकारियों ने भी सहयोग राशि दी। दूसरे जिलों और राज्यों में फंसे मजदूरों को भी इनके अधिकारियों के साथ समन्वय कर सहायता पहुंचाई जा रही है।बेघर बेसहारा लोगों को भोजन दिया, वालंटियर ग्रूप बनाकर किया जा रहा समन्वय- लाकडाउन की सबसे ज्यादा मुसीबत उस वर्ग पर आती जो बेसहारा था। पहले दिन से ऐसे लोगों को चिन्हांकित करने का काम निगम प्रशासन तथा ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय अमले को सौंपा गया। मदद की इस घड़ी में बहुत से सेवाभावी संगठन भी सामने आये। मदद का कार्य सहज तरीके से हो, जरूरतमंद तक सही समय पर भोजन पहुंचे, वालंटियर भी संक्रमण से बचे और भोजन भी हाइजिनिक हो। इन सब कार्यों में समन्वय नहीं होता तो स्थिति बिगड़ सकती थी और संभवतः कई ऐसे क्षेत्र होते जिनके जरूरतमंद लोग छूट जाते। इसके लिए नोडल अधिकारी जिला पंचायत सीईओ ने वालंटियर ग्रूप तैयार किया। इसमें सेवाभावी संस्थाओं को जोड़ा और वालंटियर भी जोड़े। इसमें लोग सूचना देते कि इस जगह जरूरतमंद लोग हैं। उस क्षेत्र में कार्य कर रही सेवाभावी संस्थाएं वहां लंच पैकेट उपलब्ध करा देती हैं। इसके फोटोग्राफ भी ग्रूप में शेयर कर दिये जाते हैं ताकि मुकम्मल काम होता दिखता भी रहे। हर वार्ड में वालंटियर तैयार किए गए हैं और उन्हें मास्क सैनिटाइजर वगैरह भी दिए गए हैं। सात अप्रैल का उदाहरण लें तो इस दिन जिला प्रशासन द्वारा 15451 लोगों को लंच पैकेट दिए गए। 5078 जरूरतमंदों को राशन दिया गया। स्वयंसेवी संस्थाओं ने भी 16304 जरूरतमंद लोगों को राशन एवं लंच पैकेट उपलब्ध कराये। इस कार्य के लिए सेवाभावी संस्थाएं, व्यापारिक संगठन और सीआईआई जैसी संस्थाएं भी अग्रणी रहीं। सीआईआई द्वारा अक्षयपात्र संस्था द्वारा बनाये गए एक-एक हजार लंच पैकेट रोज भिलाई दुर्ग निगम क्षेत्रों में बांटे जा रहे हैं।होम डिलीवरी की सुविधा- लाकडाउन के दौरान भी जरूरत की चीजें लोगों को मिलती रहें। इसके लिए होम डिलीवरी के लिए दुकानों को चिन्हांकित किया गया है। हर वार्ड में इसके लिए वालंटियर नियुक्त किए गए हैं। वालंटियर्स को निगम प्रशासन ने पैसे भी दिए हैं ताकि वे राशन एवं अन्य चीजें लेकर संबंधित नागरिक तक पहुंचा सके। दवाईयों के भी प्रिस्क्रिप्शन व्हाटसएप से मंगाए जा रहे हैं और वालंटियर इसके माध्यम से दवा दुकानों से दवा ले संबंधित नागरिक के पास छोड़ रहे है। समान पहुंचते ही नागरिक इनका भुगतान कर देते हैं। एक छोटा सा उदाहरण है दिल्ली से विेवेक श्रीवास्तव ने जिला प्रशासन को एक मेल किया। मेल में दुर्ग में रहने वाले अपने पिता के लिए राशन और दवाइयों की डिलीवरी के लिए कहा था, श्री श्रीवास्तव ने लिखा कि वे इसके लिए भुगतान करेंगे। श्री श्रीवास्तव का मेल आते ही प्रशासन ने उनके पिता को घर जाकर राशन और दवाईयां उपलब्ध कराई और घर पहुंचे वालंटियर्स ने आश्वस्त किया कि आगे भी वे उन्हें फोन कर दें, वे हर संभव मदद करेंगे। उल्लेखनीय है कि लाकडाउन के दौरान सब्जी की होम डिलीवरी की भी सुविधा दी गई है ताकि सब्जी बाजार की भीड़ छंट सके। साथ ही कलेक्टर के निर्देश पर अधिकाधिक विक्रेताओं को ठेले के माध्यम से सब्जी पहुंचाने के लिए प्रोत्साहित किया गया।कोविड राहत कोष में दे सकते हैं सहयोग राशि - लाकडाउन के दौरान घर पर रहकर कैसे लोगों की सेवा कर सकें, यह बड़ी चुनौती सेवाभावियों के समक्ष थी। इसके लिए कोविड राहत कोष तैयार किया गया है। जो भी नागरिक सहायता करना चाहें, इसमें सहयोग कर सकते हैं। कोविड राहत कोष में लगातार सहयोग राशि आ रही है। इसका एकाउंट नंबर 919010086484727 है। यह एक्सिस बैंक का एकाउंट नंबर है। इसका आईएफएससी कोड यूटीआईबी 0000590 है।त्वरित रिस्पांस के लिए बनाई गई टीम- आपदा के इस दौर में रिस्पांस टाइम का महत्व बहुत होता है। इस कार्य के समन्वय के लिए जिलास्तरीय अधिकारियों को लगाया गया है। बेसहारा लोगों को भोजन कराने से संबंधित जानकारी मिलने पर इसके समन्वय की जिम्मेदारी जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री विपिन जैन (मोबाइल नंबर- 62624-70000) को सौंपी गई है। वालंटियर के रूप में सहयोग के इच्छुक लोगों से समन्वय के लिए जिम्मेदारी जिला शिक्षा अधिकारी श्री प्रवास सिंह बघेल(मोबाइल नंबर-93403-83843) को सौंपी गई है। राहत कोष से संबंधित किसी तरह के समन्वय के लिए उपसंचालक जनशक्ति नियोजन श्री राजकुमार कुर्रे (91312-35525) को जिम्मेदारी सौंपी गई है। एमआरपी से अधिक कीमत पर सामग्री बेचने पर सहायक खाद्य अधिकारी श्री आनंद मिश्रा( मोबाइल नंबर 93295-09510) पर संपर्क कर सकते हैं। सारे अधिकारी जिला पंचायत सीईओ श्री कुंदन कुमार के मार्गदर्शन में काम कर रहे हैं।..........तथ्यों में देखिये किस तरह हर वर्ग को लाकडाउन में मिला प्रशासन का सहारा1. महिला एवं बाल विकास विभाग ने जिले के एक लाख हितग्राहियों को लाकडाउन की अवधि का रेडी टू ईट पहुंचाया, 7000 कुपोषित बच्चों एवं एनीमिक महिलाओं को सूखा आहार। 2. शिक्षा विभाग द्वारा प्राइमरी एवं मिडिल स्कूल के एक लाख तेरह हजार बच्चों को मिड डे मील के पैकेट घर जाकर उपलब्ध कराए गए। प्राइमरी स्कूल के एक पैकेट में 4 किलोग्राम चावल और 800 ग्राम दाल, मिडिल स्कूल के पैकेट में 6 किलोग्राम चावल और 1200 ग्राम दाल।3. गरीबी रेखा से नीचे के तीन लाख हितग्राहियों को दो महीने का चावल और नमक निःशुल्क, उज्ज्वला के 71 हजार हितग्राहियों के लिए रिफिलिंग की सुविधा।4. 4 लाख 70 हजार 572 जनधन योजना की महिला हितग्राही खाताधारियों को प्रधानमंत्री गरीब योजना का लाभ।5. लाकडाउन की अवधि के दौरान श्रमिकों को नियोक्ताओं को देना होगा पूरा वेतन। -
कोरिया 9 अप्रैल 2020/ कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए किए गए लॉकडाउन के कारण स्कूल लंबे समय से बंद हैं। इस कारण यह आवश्यक है कि घरों में रहते हुए भी बच्चों को पढ़ने-लिखने और सीखने का अवसर प्रदान किया जाए। ताकि वे लॉकडाउन और लंबे अवकाश के दौरान भी सीखना जारी रख सकें और आगे की पढ़ाई के लिए पूरी तरह से तैयार रहें।
इस कड़ी में कोरिया जिले में भी शिक्षा विभाग ने अपनी तैयारियां दुरुस्त कर ली हैं। राजीव गांधी शिक्षा मिशन के सहायक कार्यक्रम समन्वयक राजकुमार चापेकर ने आज यहां बताया कि जिले के अंतर्गत शिक्षकों को टेलीग्राम एप के माध्यम से तीन अलग-अलग ग्रुप बनाकर जोड़ा गया है जिसमें प्राइमरी, मिडिल, हाईस्कूल एवं हायर सेकेंडरी शामिल है। इन ग्रुप में विषय के एक्सपर्ट द्वारा वीडियो बनाकर अपलोड कर बच्चों को शिक्षा दी जा रही है। इसके साथ ही उन्होंने छत्तीसगढ़ शासन के स्कूल शिक्षा विभाग के ऑनलाइन शिक्षा पोर्टल श्पढ़ई तुंहर दुआरश् के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह पोर्टल cgschool.in पर उपलब्ध है। इस पोर्टल में वर्तमान में कक्षा एक से दस तक की पढ़ाई के संसाधन उपलब्ध हैं। शिक्षकों एवं छात्रों को इससे जुड़ने के लिए रजिस्ट्रेशन करना होगा, जिसके बाद आईडी एवं पासवर्ड के जरिए पोर्टल का उपयोग किया जा सकेगा। पोर्टल में विषय से संबंधित सामग्री उपलब्ध रहेगी।उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ शासन के स्कूल शिक्षा विभाग ने एन.आई.सी. की सहायता से ऑनलाइन पढ़ाई के लिये एक पोर्टल तैयार किया है जिसका शुभारंभ छत्तीसगढ़ के माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा 7 अप्रैल को किया गया है. यह पोर्टल सभी के लिये निःशुल्क है तथा cgschool.in पर उपलब्ध है. इस पोर्टल में वर्तमान में कक्षा 1 से 10 तक की पढ़ाई के संसाधन उपलब्ध है. शीघ्र ही इसका विस्तार कक्षा 11 एवं 12 तक भी किया जायेगा।छत्तीसगढ़ शासन के स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. आलोक शुक्ला ने सभी कलेक्टरों को पत्र जारी कर इस पोर्टल की जानकारी दी है। पोर्टल का उद्देश्य केवल पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराना नहीं है बल्कि इसका उद्देश्य है कि सभी बच्चों को पढ़ाई की वे सभी सुविधाएं ऑनलाइन उपलब्ध कराई जा सकें जो कक्षा में पढ़ाई के समय उपलब्ध रहती हैं। इसलिये इस पोर्टल में पाठ्य सामग्री के रूप में पी.डी.एफ. फार्मेट में पाठ्य पुस्तकें, ऑडियो तथा वीडियो पाठ आदि तो उपलब्ध हैं ही, साथ ही अन्य बहुत-सी ऐसी सुविधाएं है जो साधारणतयः केवल कक्षा में ही मिलती हैं।इस पोर्टल पर जूम ऐप के माध्यम से ऑनलाइन इंटरएक्टिव कक्षाएं आयोजित की जायेंगी जिनमें शिक्षक एवं बच्चे अपने-अपने घरों से ही वीडियों कांफग्रेसिंग के माध्यम से जुड़ सकेंगे। इन ऑनलाइन कक्षाओं में शिक्षक बच्चों को पढ़ायेंगे और बच्चेे प्रश्न भी पूछ सकेंगे। इस प्रकार ऑनलाइन क्लास का अनुभव कक्षा में उपस्थित रहने जैसा ही होगा। बच्चे अपनी शंकाओं का समाधान भी ऑनलाइन कर सकेंगे। इससे बच्चों को कठिन अवधारणाएं समझने में सहायता मिलेगी और शिक्षकों से शंका समाधान के द्वारा बच्चों में बेहतर समझ बन सकेगी। बच्चों को ऑनलाइन होम वर्क भी दिया जायेगा, जिसे वे घर पर ही अपनी कॉपी में हल करेंगे और अपने मोबाइल से फोटो खींचकर उसे पोर्टल पर अपलोड कर देंगे। इसके बाद संबंधित शिक्षक उसे ऑनलाइन जांच कर वापस विद्यार्थी को भेज देंगे। इस प्रकार विद्यार्थी घर बैठे ही अपनी कमजोरियों को समझ कर उन्हें दूर कर सकेंगे।लॉकडाउन समाप्त होने के बाद भी इस पोर्टल का उपयोग लगातार होता रहेगा. छत्तीेसगढ़ के दूरस्थ अंचलों एवं विषय शिक्षकों की कमी वाली शालाओं के लिये भी यह कार्यक्रम बहुत उपयोगी होगा। इस पोर्टल से निश्चित ही बड़ी संख्या में विद्यार्थी लाभन्वित होंगे। सचिव डॉ. शुक्ला ने सभी कलेक्टरों को इस पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। साथ ही शासकीय स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों एवं सभी विद्यार्थियों से इस पोर्टल पर पंजीयण करके इसका लाथ उठाने की अपील की है।समाचार क्रमांक 21/ 2020/कोसरिया/संगीता -
बलरामपुर 09 अप्रैल 2020/ कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम के लिए किये गये लाॅकडाउन के कारण स्कूल लम्बे समय तक बन्द है। स्कूल शिक्षा विभाग ने एन.आई.सी. की सहायता से आॅनलाईन शिक्षा पोर्टल “बढ़ई तुंहर दुआर” तैयार किया गया है। जिसका शुभारंभ किया जा चुका है एवं वर्तमान में कक्षा 1 से 10 तक की पढ़ाई के संसाधन उपलब्ध हैं। छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा “पढ़ई तुंहर दुआर” पोर्टल हेतु जारी दिशानिर्देशों को जिला स्तर पर सफल संचालन एवं क्रियान्वयन हेतु कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने डिप्टी कलेक्टर श्री प्रवेश पैकरा को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।
समाचार क्रमांक 253/2020/ -
जरूरतमंदों को खाद्यान्न सामग्री देकर करें सहयोग
बलरामपुर 09 अप्रैल 2020/ कोरोना वायरस से बचाव एवं इसके रोकथाम के लिए किये गये लॉक डाउन से आमजनों का जनजीवन प्रभावित हुआ है। जिले के कामगार, मजदूर और दैनिक वेतनभोगी श्रमिकों को अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इस विषम परिस्थिति में जिला प्रशासन पूरी क्षमता के साथ आमजनों के सहायता में जुटा हुआ है और नागरिक भी इस हेतु प्रशासन का सहयोग कर रहे हैं। कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री संजीव कुमार झा ने नागरिकों से अपील की है कि इस संकटमय परिस्थिति में लोग आगे आकर इनका सहयोग करें। कलेक्टर ने इस हेतु “डोनेशन ऑन व्हील” की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि कोई भी इच्छुक व्यक्ति जो जरूरतमंदों का सहयोग करना चाहते है वे नीचे दिए नम्बरो पर फोन करें। आपको इन नागरिको के सहयोग के लिए घर से बाहर आने की जरूरत नही है, डोनेशन ऑन व्हील के अंतर्गत इन नंबरों 07831-273012 एवं 07831-273177 पर फोन करने पर आपके सहयोग के संग्रहण के लिए गाड़ी आपके दरवाजे पर आएगी। आप अपनी इच्छानुसार जो सहयोग करना चाहते है कर सकते है।कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने बताया कि नागरिकों ने इस पूरी अवधि में सराहनीय कार्य किया है और जरूरतमंदों की पूरी मदद की है। आगे भी लोग इसी प्रकार सहयोग की भावना बनाएं रखें। उन्होंने समाज के सभी वर्गों के साथ ही जनप्रतिनिधियों, मीडिया के साथियों, व्यापारियों, उद्योगपतियों से विशेष अपील की है कि वे इस हेतु अपना सहयोग दें। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने दो गाड़ियों को रवाना किया है जो जिले के सभी विकासखण्डों में डोर-टू-डोर जाकर नागरिकों द्वारा प्रदत्त खाद्यान्न सामग्रियों को एकत्र करेगी और उसे जरूरतमंदो तक पहुँचाएगी। इस दौरान सामाजिक दूरी का पूर्णतः पालन किया जाएगा। नागरिक अपना सहयोग देने के लिए प्रशासन के कंट्रोल रूम के साथ ही जिला पंचायत के डीपीएम श्री सिमेंद्र कुमार से इस नम्बर 7000091181 पर सम्पर्क कर सकते है।समाचार क्रमांक 252/2020/