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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
लगभग 6 हजार पर्यटकों ने जंगल सफारी में उठाया आनंदरायपुर : राजधानी रायपुर स्थित नंदनवन जंगल सफारी नए वर्ष में लोगों के लिए रोमांच भरा पल लेकर आया। नववर्ष के जश्न में नंदनवन जंगल सफारी ने 5 हजार 762 पर्यटकों का स्वागत कर अपनी लोकप्रियता में एक नया अध्याय जोड़ा है। इस अवसर पर सफारी और चिड़ियाघर के रोमांचक अनुभवों के साथ-साथ पर्यटकों के लिए विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए।
जागरूकता और रचनात्मकता का संगम सफारी में पर्यटकों के लिए नुक्कड़ नाटक, प्रकृति आधारित ड्राइंग कार्यशाला, वन्यजीवों पर आधारित माटीकला कार्यशाला और जैव विविधता पर प्रश्नोत्तरी जैसे रोचक कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन गतिविधियों ने पर्यटकों को न केवल मनोरंजन प्रदान किया बल्कि उन्हें वन्यजीव संरक्षण और प्रकृति के महत्व को जानने-समझने का भी मौका दिया।
बिलासपुर से आए पर्यटक श्री मुकेश यादव ने अपना सुखद अनुभव को साझा करते हुए बताया कि हमने जंगल सफारी में हिरण, नीलगाय, भालू, बाघ और शेर सहित अन्य वन्य प्राणियों को स्वच्छंद विचरण करते देखा। चिड़ियाघर में विभिन्न वन्य प्राणियों की प्रजातियों का अनुभव अविस्मरणीय रहा। यहां आकर बच्चों ने माटीकला कार्यशाला में अपनी कल्पनाओं को आकार दिया। यह स्थान सपरिवार नववर्ष में समय बिताने के साथ-साथ हम सबके लिए शानदार और यादगार बन गया है।
संचालक, जंगल सफारी श्री धम्मशील गणवीर ने कहा कि हम पर्यटकों को न केवल आनंददायक अनुभव देना चाहते हैं, बल्कि उन्हें पर्यावरण संरक्षण के प्रति संवेदनशील बनाना भी हमारा उद्देश्य है। हम ‘प्रकृति दर्शन‘ और ‘नेचर ट्रेल‘ जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों में वन्य प्राणियों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए प्रयासरत हैं।
प्राकृतिक सौंदर्य और शिक्षाप्रद अनुभव का संगम नंदनवन जंगल सफारी ने नववर्ष पर आगंतुक पर्यटकों को एक अनोखा अनुभव प्रदान किया, जहां मनोरंजन के साथ ज्ञान और जागरूकता का मिश्रण था। यह प्रयास वन्यजीव संरक्षण एवं पर्यावरण के प्रति लोगों की सोच को बदलने और जागरुकता लाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम साबित हो रहा है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
अब तक 93.44 लाख मीट्रिक टन धान की हो चुकी है खरीदी18.69 लाख किसानों को धान खरीदी के एवज में 21 हजार करोड़ रूपए से अधिक का भुगतानपंजीकृत किसानों के धान विक्रय हेतु 25 जनवरी तक के लिएऑनलाईन एवं ऑफलाईन टोकन उपलब्धकिसान सुविधानुसार तिथि का चयन कर धान विक्रय कर सकते हैधान खरीदी के साथ-साथ तेजी से हो रहा धान का उठावअब तक 62.72 लाख मीट्रिक टन धान के उठाव के लिएडीओ और टीओ जारी36.38 लाख मीट्रिक टन धान का हो चुका है उठावरायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में प्रदेश के किसानों से सुगमता पूर्वक धान की खरीदी की जा रही है। वहीं धान खरीदी व्यवस्था पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है। राज्य में 14 नवम्बर से शुरू हुए धान खरीदी का सिलसिला अनवरत रूप से जारी है। अब तक लगभग 93.44 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है। धान खरीदी के एवज में 18.69 लाख किसानों को बैंक लिकिंग व्यवस्था के तहत 21 हजार 040 करोड़ रूपए का भुगतान किया गया है। धान खरीदी का यह अभियान 31 जनवरी 2025 तक चलेगी। प्रदेश के समस्त पंजीकृत कृषकों को खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में धान विक्रय हेतु टोकन की सुविधा ऑनलाईन एप्प (टोकन तुंहर हांथ) एवं उपार्जन केन्द्रों में 25 जनवरी 2025 तक के लिए उपलब्ध कराया गया है। किसान सुविधा अनुसार तिथी का चयन कर नियमानुसार धान विक्रय कर सकते है।
धान खरीदी के साथ-साथ मिलर्स द्वारा धान का उठाव भी तेजी से हो रहा है। धान उठाव के लिए लगभग 62.72 लाख मीट्रिक टन धान के लिए डीओ और टीओ जारी किया गया है, जिसके विरूद्ध अब तक 36.38 लाख मीट्रिक टन धान का उठाव कर लिया गया है। खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस खरीफ वर्ष के लिए 27.78 लाख किसानों द्वारा पंजीयन कराया गया है। इसमें 1.59 लाख नए किसान शामिल है। इस वर्ष 2739 उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी अनुमानित है। खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आज 02 जनवरी 2025 को 62494 किसानों से 2.90 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी की गई है। इसके लिए 81 हजार 926 टोकन जारी किए गए थे। आगामी दिवस के लिए 83 हजार 303 टोकन जारी किए गए हैं। -
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ठेकेदार को नोटिस जारी कर वैधानिक कार्रवाई की प्रक्रिया जारीमृतक श्रमिक के परिवार को दी जाएगी सहायतामहासमुंद : कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह के निर्देश पर मेसर्स करणी कृपा प्राइवेट लिमिटेड कौवाझर में आज हुई दुर्घटना की जांच हेतु श्रम पदाधिकारी श्री डी.एन. पात्र एवं सहायक संचालक औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा श्री मनीष कुंजाम ने कारखाने का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कारखाने के अधीन कार्यरत मेसर्स फाइव स्टार कंस्ट्रक्शन कंपनी और उसके अधिकारियों की गतिविधियों की जांच की गई।श्रम पदाधिकारी श्री डी.एन. पात्र ने बताया कि कारखाने में ’’साइट बैचिंग प्लांट’’ एवं बेड फिल्टर एरिया में ’’छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार अधिनियम 1996’’, ’’न्यूनतम वेतन अधिनियम 1948’’, ’’संविदा श्रमिक अधिनियम 1970’’, वेतन भुगतान अधिनियम 1936 एवं समान पारिश्रमिक अधिनियम 1976 अंतर्गत निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान पाई गई त्रुटियों के लिए ठेकेदार को नोटिस जारी कर दिया गया है, और उसके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की प्रक्रिया जारी है।
साइट पर सुरक्षा इंतजामों की कमी को देखते हुए छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार अधिनियम 1996 नियम 2008 के नियम 283 के तहत साइट बैचिंग प्लांट के समीप निर्माणाधीन ’’डीजल रूम’’, और ’’बेड फिल्टर निर्माण कार्य’’ को तब तक प्रतिबंधित कर दिया गया है, जब तक सुरक्षा उपाय पूरी तरह से लागू नहीं किए जाते और संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए जाते। सभी औद्योगिक प्रतिष्ठानों को श्रम और सुरक्षा कानूनों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं। उल्लेखनीय है कि करणी कृपा प्राइवेट लिमिटेड कौवाझर तुमगांव महासमुंद में आज कार्य कर रहे श्रमिक श्री अभिषेक बर्मन के साथ हुई दुर्घटना की जांच हेतु उपस्थित हुए दुर्घटना स्थल का निरीक्षण किया गया।
जांच टीम एवं प्रबंधन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार श्री अभिषेक बर्मन 2 जनवरी को बैचिंग प्लांट के पास ढलाई का कार्य कर रहे थे वहां पर डीजल पंप ऑपरेटिंग रूम का निर्माण कार्य किया जा रहा था। इस दौरान श्री अभिषेक बर्मन 8 फीट नीचे गड्ढे में क्रांकीट फैलाने का कार्य कर रहे थे इस बीच एक वाहन के द्वारा क्रांकीट गड्ढे में उड़ेला जा रहा था, ढलान पर गाड़ी खिसकती हुई 8 फीट नीचे गड्ढे में गिरी और गाड़ी के नीचे श्री बर्मन आ गए जिससे उनकी प्रणांत हो गई।जांच में नियमानुसार जो भी उल्लंघन पाए गए है विस्तृत रूप से रिपोर्ट के आधार पर नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है एवं नियमानुसार उनके परिवार को सहायता दी जाएगी।जांच के दौरान कारखाना प्रबंधन की ओर से श्री निखिल कुमार, श्री सुनील पांडे, श्री प्रमोद नायर, श्री मनोज, श्री अभय कुमार एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। -
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श्रीमती राजकुमारी मरावी अध्यक्ष जिला पंचायत के अध्यक्षता में बैठक संपन्नविभिन्न विभागों के अंतर्गत जरूरी विषय पर हुई गंभीर चर्चासूरजपुर : जिला पंचायत सूरजपुर के सामान्य सभा की बैठक में विभिन्न विभाग के साथ जिले के विकास के महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुए। इस अवसर पर सदन में जनहित से जुड़े विषयों एवं जिले के लोगों की समस्याओं को लेकर जिला पंचायत सदस्यों एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों के द्वारा गंभीर चर्चा की गई। जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती राजकुमारी मरावी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के दौरान विभागों की समीक्षा करते हुए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए। इसके अलावा इस सामान्य सभा की बैठक में उठाये गए विषयों का समय सीमा में निराकरण करने के लिए कहा गया । बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्रीमती कमलेश नंदिनी साहू, जिला पंचायत सदस्यों के साथ जिले के सभी विभागों के जिला अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
इस दौरान जिले में कराए जा रहे कार्यों की विस्तृत जानकारी सदन में रखी गई। वन विभाग के द्वारा विभाग अंतर्गत किए गए पौधारोपण, मनरेगा अंतर्गत स्वीकृत कार्य के साथ मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना और किसान मित्र योजना के प्रगति की जानकारी की जानकारी दी गई। सामान्य प्रशासन समिति की बैठक में स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की समीक्षा की गई। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग अंतर्गत ए एन सी रजिस्ट्रेशन, आयुष्मान भारत, मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना सहित स्वास्थ्य विभाग के योजनाओं और आम लोगों को दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं के सम्बन्ध में चर्चा की गई।
इस दौरान कृषि विभाग की योजनाओं, क्रैडा अन्तर्गत सौर सुजला योजना, जल जीवन मिशन में सोलर अधोसंरचना निर्माण, मत्स्य विभाग अंतर्गत मत्स्य सम्पदा योजना पर चर्चा की गई। साथ ही महिला बाल विकास अंतर्गत आंगनबाडियों में दी जा रही सुविधाओं, समस्याओं और बच्चों और महिलाओं के पोषण को लेकर चर्चा की गई। इसके अलावा जिले के बुनियादी सुविधाओं को मजबूत करने हेतु जल जीवन मिशन, पीएम ग्राम सड़क योजना, ग्रामीण आजीविका मिशन, स्वच्छ भारत मिशन ,मनरेगा और स्कूल शिक्षा विभाग के कार्यों एवं प्रगति की समीक्षा की गई। इस दौरान जलजीवन मिशन के कार्यप्रगति की समीक्षा करते हुए लोगों को हर घर जल कनेक्शन प्रदान करने में तीव्रता लाने के निर्देश दिए। -
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सूरजपुर : विकासखण्ड रामानुजनगर के विभिन्न स्कूलों में सावित्रीबाई फुले का 194 वां जन्म दिवस मनाया गया। वही माध्यमिक शाला पतरापाली में सावित्री बाई फुले जी के छाया चित्र पर दीप प्रज्वलन कर, माल्यार्पण कर अगरबत्ती जलाया गया। संस्था के प्रधान पाठक बी.आर. हितकर ने कहा कि सावित्रीबाई फुले ने बाल विवाह व जातिवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ी व विधवा विवाह करने के लिए समाज को जागरूक किया।अगर सावित्रीबाई के विचार आम जन तक ले जाने का काम जब तक नही होगा, तब ही उनका जन्म दिन मनाना सार्थक नही होगा। शिक्षक योगेश साहू द्वारा उनका परिचय दिया गया उन्होंने कहा कि सावित्रीबाई फुले का जन्म 3 जनवरी 1831 को हुआ था। इनके पिता का नाम खन्दोजी नैवेसे और माता का नाम लक्ष्मी था। सावित्रीबाई फुले का विवाह 1840 में ज्योतिबा फुले से हुआ था। भारत की प्रथम महिला शिक्षिका, समाज सुधारिका एवं मराठी कवियत्री थीं।
उन्होंने अपने पति ज्योतिराव गोविंदराव फुले के साथ मिलकर स्त्री अधिकारों एवं शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए। वे प्रथम महिला शिक्षिका थीं। उन्हें आधुनिक मराठी काव्य का अग्रदूत माना जाता है। 1852 में उन्होंने बालिकाओं के लिए एक विद्यालय की स्थापना की। सावित्रीबाई फुले भारत के पहले बालिका विद्यालय की पहली प्रिंसिपल और पहले किसान स्कूल की संस्थापक थीं। महात्मा ज्योतिबा को महाराष्ट्र और भारत में सामाजिक सुधार आंदोलन में एक सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति के रूप में माना जाता है।उनको महिलाओं और दलित जातियों को शिक्षित करने के प्रयासों के लिए जाना जाता है। कार्यक्रम में बच्चों के द्वारा भाषण व अन्य प्रतियोगिता कराया गया तथा पुरस्कार वितरण किया गया। कार्यक्रम में प्रधान पाठक बी. आर. हितकर, संकुल समन्वयक जी डी सिंह, महेंद्र पटेल, कृष्णा यादव, योगेश साहू, रघुराज जायसवाल, सरिता सिंह एवं छात्र छात्राएं उपस्थित थे। -
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सूरजपुर : आज महिल बाल विकास मंत्री एवं सक्ति, जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े द्वारा सक्ति जिला पहुंचकर कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में समस्त विभागीय अधिकारियों के साथ विभागीय बैठक लिया। इस दौरान उन्होंने जिले के विकास के लिए किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए।इस दौरान उन्होंने कलेक्टर परिसर में पूर्व में स्वयं के द्वारा किये गए पौधारोपण का निरीक्षण किया और पौधारोपण करने और उसके सुरक्षा हेतु हरसंभव उपाय करने के लिए कहा। इस अवसर पर सांसद श्रीमती कमलेश जांगड़े, श्री कृष्णकांत चंद्रा एवं जनप्रतिनिधिगण, कलेक्टर अमृत विकास तोपनो, एसपी श्रीमती अंकिता शर्मा व समस्त जिले के अधिकारीगण उपस्थित रहे। -
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उत्कृष्ट परिणाम के लिए कड़ी मेहनत व जिम्मेदारी से करना होगा कार्य-कलेक्टरकोरिया : जिले के सभी विद्यालयों के प्राचार्यों और व्याख्याताओं की बैठक कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी और जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आशुतोष चतुर्वेदी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में आगामी 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त करने के लिए रणनीति तैयार करने पर जोर दिया गया। कलेक्टर श्रीमती त्रिपाठी ने कहा, शिक्षकों की जिम्मेदारी है कि वे विद्यार्थियों की समस्याओं को समझकर उनका समाधान करें। प्रत्येक विषय का गहन अध्ययन कर छात्रों को बेहतर शिक्षण प्रदान करना जरूरी है। शिक्षकों को अतिरिक्त कक्षाओं और ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से छात्रों को अधिक मदद देने पर ध्यान देना चाहिए।उन्होंने शिक्षकों को पिछले साल के परिणामों का विश्लेषण कर इस साल के लिए सुधारात्मक कार्ययोजना बनाने का निर्देश भी दिया। उन्होंने अवकाश दिवस के दिन शनिवार, रविवार को बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों की अतिरिक्त कक्षाएं लगाने या ऑनलाइन पढ़ाई के सुझाव भी दिए ताकि पढ़ाई की स्तर में सुधार आए और परिणाम बेहतर हो सके। उन्होंने सभी विद्यार्थियों खासकर बोर्ड परीक्षा में बैठने वाले विद्यार्थियों से अपील की है कि कड़ी मेहनत के साथ पढ़ाई करें ताकि परिणाम बेहतर आ सके।
जिला पंचायत सीईओ डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने कहा, बच्चे कच्ची मिट्टी की तरह हैं, जिन्हें गढ़ने की जिम्मेदारी आप सब पर है। छात्रों में आत्मविश्वास और जिज्ञासा बढ़ाने के लिए शिक्षकों को प्रेरक और प्रभावी शिक्षण विधियों को अपनाना चाहिए। उन्होंने छात्रों की उत्तर लेखन शैली सुधारने और नवीनतम शिक्षण तकनीकों का उपयोग करने पर जोर दिया। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी श्री जितेंद्र गुप्ता और विकासखंड शिक्षा अधिकारी भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर शिक्षकों ने शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार और छात्रों को परीक्षा के लिए बेहतर माहौल तैयार करने के लिए अपने सुझाव साझा किए।
बैठक में निर्णय लिया गया कि बोर्ड परीक्षा परिणाम सुधारने के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाएगी। सप्ताहांत और अवकाश के दिनों में अतिरिक्त कक्षाएं संचालित करने का प्रस्ताव दिया गया। छात्रों की जिज्ञासा और आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास देने पर फोकस किया गया और शिक्षण पद्धतियों में नवाचार और सुधार पर जोर दिया गया। बैठक में विभिन्न स्कूलों के प्राचार्य व शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित थे। -
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कर पर्यटन स्थल के रूप में कर रहे हैं विकसितरोमांच से भरपूर सरायपाली स्थित शिशुपाल पर्वत नएपर्यटन स्थल के रूप में उभर कर आया सामनेमकर संक्रांति और महाशिवरात्रि परलगता है विशाल मेलाऐतिहासिक लोककथाओं से जुड़ाहै पर्वत का नामसमुद्र तल से 900 फीट की ऊंचाई पर स्थित है यह पर्वत, वर्षा ऋतु केदौरान पानी 1100 फीट नीचे गिरकर बनाता है घोड़ाधार जलप्रपातट्रैकिंग और एडवेंचर के शौकीन युवाओं के लिए है शानदार डेस्टिनेशन• पोषण साहू, सहायक संचालक• ओ.पी. डहरिया, सहायक जनसंपर्क अधिकारीरायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार पर्यटन और ऐतिहासिक, धार्मिक व पौराणिक महत्व के स्थलों को चिन्हांकित कर धार्मिक एवं पर्यटन स्थल के रूप में विकसित कर रहा है। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के अंतर्गत पर्यटन और रोमांच से भरपूर सरायपाली स्थित शिशुपाल पर्वत नए पर्यटन डेस्टिनेशन के रूप में उभर कर सामने आया है। इस पर्वत का ऐतिहासिक, धार्मिक और पौराणिक महत्व भी है। मकर संक्रांति और महाशिवरात्रि के अवसर पर यहां विशाल मेला का आयोजन भी होता है। महासमुंद जिले के सरायपाली स्थित शिशुपाल पर्वत ट्रैकिंग और एडवेंचर के शौकीन युवाओं के लिए एक शानदान डेस्टिनेशन है। यह स्थान अपनी अद्वितीय प्राकृतिक सुंदरता और ऐतिहासिक महत्त्व के लिए जाना जाता है। राजधानी रायपुर से 157 किमी और सरायपाली से लगभग 20 किमी की दूरी पर स्थित यह पर्वत पर्यटकों को प्रकृति के करीब लाने का एक शानदार अवसर प्रदान करता है।
शिशुपाल पर्वत (बूढ़ा डोंगर) समुद्र तल से 900 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यहां तक पहुंचने के लिए रोमांचक ट्रैकिंग मार्ग है, जो रोमांचक ट्रैकिंग का नया अनुभव कराता है। यह पर्यटन स्थल साहसिक गतिविधियों के प्रेमियों को अपनी ओर आकर्षित करता है। ट्रैकिंग मार्ग घने जंगलों, चट्टानों और प्राकृतिक पगडंडियों से होकर गुजरता है। पहाड़ के ऊपर एक विशाल मैदान है, जहां से वर्षा ऋतु के दौरान पानी 1100 फीट नीचे गिरकर घोड़ाधार जलप्रपात का निर्माण करता है। यह झरना और उसके चारों ओर हरियाली एक अद्वितीय दृश्य प्रस्तुत करता है। पर्यटन की बढ़ती संभावनाओं को देखते हुए, दो साल पहले पर्यटन मंडल ने इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की पहल की। यहां पहुंचने वाले सैलानियों के लिए आधारभूत सुविधाओं का निर्माण किया गया, जिससे उनकी यात्रा सुखद और आरामदायक हो सके।
शिशुपाल पर्वत की प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण इसे एक आदर्श पर्यटन स्थल के रूप में अपनी पहचान बना रही हैं। यहां का वातावरण, झरने की आवाज, ठंडी हवा एवं प्राकृतिक सुंदरता व शांति का संगम पर्यटकों को मानसिक शांति और सुकून का अनुभव कराती है। यह स्थान फोटोग्राफी और प्रकृति के अद्भुत दृश्यों के लिए भी प्रसिद्ध है। शिशुपाल पर्वत न केवल रोमांचक ट्रैकिंग स्थल है, बल्कि इतिहास और प्रकृति का अद्भुत संगम भी है। यह स्थान ट्रैकिंग, फोटोग्राफी और प्राकृतिक दृश्यों का आनंद लेने के लिए एक बेहतरीन विकल्प है। यदि आप प्राकृतिक सुंदरता, रोमांच और इतिहास का अनुभव करना चाहते हैं, तो शिशुपाल पर्वत आपकी सूची में होना चाहिए। अपनी ऐतिहासिक महत्व और प्राकृतिक आकर्षण के साथ, शिशुपाल पर्वत आज के दौर में पर्यटन का नया केंद्र बनता जा रहा है।
शिशुपाल पर्वत पर्यटन स्थल में हर वर्ष मकर संक्रांति और महाशिवरात्रि के अवसर पर भारी संख्या में भक्त दर्शन और पूजन के लिए आते हैं। इस दौरान मंदिर के आसपास भव्य मेले का आयोजन किया जाता है, जिसमें लोग धार्मिक अनुष्ठानों के साथ-साथ मेले की चहल-पहल का आनंद लेते हैं। मकर संक्रांति पर लगने वाला यह मेला इतिहास और प्राकृतिक सौंदर्य का संगम है। धार्मिक आस्था, ऐतिहासिकता, साहसिक पर्यटन का अद्भुत अनुभव इसे एक संपूर्ण पर्यटन स्थल बनाता है। यह मेला न केवल स्थानीय लोगों के लिए, बल्कि दूर-दूर से आने वाले पर्यटकों के लिए भी विशेष आकर्षण का केंद्र है। यहां रोजगार के नए अवसर भी सृजित हो रहा है।
शिशुपाल पर्वत का ऐतिहासिक और पौराणिक महत्त्व है। इसे लेकर स्थानीय नागरिकों का कहना है कि शिशुपाल पर्वत (बूढ़ा डोंगर) का नाम स्थानीय लोककथाओं से जुड़ा हुआ है। इस संदर्भ में किंवदंती है कि इस पहाड़ पर कभी राजा शिशुपाल का महल हुआ करता था। यहां का गौरवशाली इतिहास रहा है पर्वत के उपर ही अभेद्य दुर्ग, सुरंग एवं शिवमंदिर का निर्माण किया गया है, जिसका भग्नावशेष आज भी अतीत की गौरवगाथा सुनाती है। जब अंग्रेजों ने राजा को घेर लिया, तो उन्होंने वीरता का प्रदर्शन करते हुए अपने घोड़े की आंखों पर पट्टी बांधकर पहाड़ से छलांग लगा दी। इस घटना के कारण इस पर्वत का नाम शिशुपाल पर्वत और यहां स्थित झरने का नाम घोड़ाधार जलप्रपात पड़ा। यह बारहमासी झरना अत्यधिक ऊँचाई से गिरने के कारण अद्भुत सौंदर्य का अप्रतिम उदाहरण है।
इस क्षेत्र को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित किए जाने की पहल शासन द्वारा विश्ेाष प्रयास किए जा रहे हैं। पिछले दिनों वन विभाग द्वारा पर्यटन और रोजगार की संभावनाओं को देखते हुए स्थल का निरीक्षण किया गया। चूंकि आसपास के क्षेत्र में बंसोड़ जाति बहुतायत संख्या में पाए जाते हैं, जो बांस की कलाकृति बनाते हैं। उन्हें भी रोजगार से जोड़ा जा सके। साथ ही एक पर्यटन परिपथ के रूप में भी विकसित किया जाए। विशेषज्ञों का कहना है कि यहां से चंद्रहासिनी देवी मंदिर, गोमर्डा अभ्यारण, सिंघोड़ा मंदिर, देवदरहा जलप्रपात एवं पर्यटन स्थल नरसिंहनाथ को जोड़ा जा सकता है। -
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सरपंच एवं पंच के लिए 8 जनवरी एवंजनपद अध्यक्ष, सदस्य और जिला पंचायत सदस्यों के लिए आरक्षण की कार्यवाही 9 जनवरी को होगीसभी कार्यवाही महासमुंद के अलग-अलग स्थानों पर किया जाएगामहासमुंद : त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन 2024-25 के आरक्षण कार्यवाही हेतु आम सूचना प्रकाशित कर दिया गया है। कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने सभी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत को नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए है। आम सूचना का प्रकाशन कलेक्ट्रेट, जिला पंचायत, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कार्यालय, तहसील, जनपद पंचायत, ग्राम पंचायत कार्यालय में चस्पा किया गया है। जिले के समस्त विकासखंड महासमुंद, बागबाहरा, पिथौरा, बसना एवं सरायपाली के पंच एवं सरपंच पदों के प्रवर्गवार एवं महिलाओं के प्रवर्गवार स्थानों के आबंटन, आरक्षण कार्यवाही 8 जनवरी 2025 को प्रातः 11 बजे से प्रारम्भ किया जाएगा। जिसमें महासमुंद विकासखंड के पंच एवं सरपंच पदों के लिए जिला पंचायत सभाकक्ष में आरक्षण की कार्यवाही की जाएगी।
इसी तरह बागबाहरा के लिए स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिन्दी शासकीय आदर्श उच्चतर माध्यमिक विद्यालय महासमुंद, पिथौरा के लिए शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय महासमुंद (स्वामी विवेकानंद सभागार), बसना के लिए स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम आदर्श महाविद्यालय महासमुंद (कक्ष क्रमांक 01) एवं सरायपाली के लिए वनरक्षक प्रशिक्षण शाला महासमुंद (व्याख्यान कक्ष) में आरक्षण की कार्यवाही होगी।इसी तरह सभी विकासखण्ड महासमुंद, बागबाहरा, पिथौरा, बसना एवं सरायपाली के जनपद पंचायत के अध्यक्ष एवं सदस्यों के प्रवर्गवार एवं महिलाओं के प्रवर्गवार स्थानों के आबंटन, आरक्षण की कार्यवाही जिला पंचायत महासमुंद के सभाकक्ष में 9 जनवरी 2025 को प्रातः 11 बजे से प्रारम्भ किया जाएगा तथा जिले के जिला पंचायत सदस्य के प्रवर्गवार एवं महिलाओं के प्रवर्गवार स्थानों के आबंटन, आरक्षण की कार्यवाही जिला पंचायत महासमुंद के सभाकक्ष में 9 जनवरी 2025 को दोपहर 3 बजे से किया जाएगा। कार्यवाही के समय सर्व साधारण की जानकारी एवं नियमानुसार आरक्षण की कार्यवाही में साक्ष्य के रूप में उपस्थिति के लिए सूचना प्रकाशित की गई है। -
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दस्तावेज सत्यापन एवं कौशल परीक्षा 07 जनवरी कोमहासमुंद : प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण अंतर्गत संविदा भर्ती हेतु लेखापाल, डाटा एन्ट्री ऑपरेटर जिला/जनपद स्तर एवं सहायक ग्रेड-03 के प्राप्त आवेदनों का सूची तैयार कर दावा-आपत्ति आमंत्रित किया गया था। जिसमें प्राप्त दावा-आपत्ति आवेदनों का निराकरण उपरान्त मेरिट सूची जारी की गई है तथा 07 जनवरी 2025 को प्रातः 10ः00 बजे शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज, बरोण्डा बाजार महासमुंद में दस्तावेज सत्यापन एवं कौशल परीक्षा का आयोजन किया गया है। जिसकी 1ः5 की सूची तैयार की गई है। जिसका अवलोकन एवं विस्तृत जानकारी जिला महासमुंद के अधिकारिक वेब-साईट www.mahasamund.gov.in पर किया जा सकता है। -
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महासमुंद : कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह के निर्देशन में जिले में अवैध धान भंडारण के विरूद्ध सतत कार्रवाई जारी है। इसी क्रम में आज सरायपाली तहसील के ग्राम बैतारी में शुक्रवार को राजस्व और मंडी विभाग की संयुक्त टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 14 चक्का ट्रक से 334 क्विंटल अवैध धान जब्त किया। सूत्रों के अनुसार, टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि ट्रक के माध्यम से अवैध रूप से धान का परिवहन किया जा रहा है। सूचना पर तुरंत कार्रवाई करते हुए टीम ने ट्रक को रोका और उसकी जांच की। जांच के दौरान ट्रक में लदे धान के दस्तावेज सही नहीं पाए गए।तहसीलदार श्री श्रीधर पंडा ने बताया कि ट्रक चालक के पास धान परिवहन के लिए जरूरी वैध परमिट नहीं था। यह कृषि मंडी अधिनियम और राजस्व नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है। अवैध परिवहन के तहत कार्रवाई करते हुए ट्रक और उसमें लदे 334 क्विंटल धान को जप्त कर लिया गया। उन्होंने बताया कि यह मामला कृषि मंडी अधिनियम और राजस्व नियमों के उल्लंघन से संबंधित है। मामले की विस्तृत जांच की जा रही है। इसी प्रकार से अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) पिथौरा के नेतृत्व में प्रशासनिक टीम कार्रवाई करते हुए ग्राम सांकरा में विनोद कुमार गर्ग के गोदाम 70 पैकेट अवैध धान जब्त किए। जांच की गई, जहां नियमों के खिलाफ धान का भंडारण पाया गया। -
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70 वर्ष एवं उससे अधिक उम्र के बुजुर्गों का बनाया जा रहा कार्डबलरामपुर : जिले में प्रधानमंत्री वय वंदन योजना के तहत आयुष्मान कार्ड पंजीयन का कार्य जारी है। राशन कार्ड डाटा अनुसार बलरामपुर जिले में कुल 25326 हितग्राहियों का वय वंदन कार्ड पंजीयन कराया जाना है। कलेक्टर श्री राजेन्द्र कटारा के निर्देशानुसार एवं जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रेना जमील के मार्गदर्शन में व्ही.एल.ई., स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं स्वास्थ्य मितानिन द्वारा मितानिनों के सहयोग से घर-घर जाकर कुल 3276 लोगों का पंजीयन किया गया है एवं शेष छूटे हुए हितग्राहियों का पंजीयन का कार्य जल्द ही पूर्ण कर लिया जायेगा।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बसंत कुमार सिंह ने जिले के सभी पात्र हितग्राहियों से अपील की है कि वे अपने नजदीकी स्वास्थ्य संस्था या व्ही.एल.ई. से संपर्क कर आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, राशनकार्ड एवं मोबाईल नम्बर ले जाकर अपना वय वंदन कार्ड पंजीयन करा लेवें। योजना अंतर्गत ए.पी.एल. एवं बी.पी.एल. राशन कार्ड धारी सभी पात्र हितग्राही का उम्र 70 वर्ष या उससे अधिक होना चाहिए। वय वंदन योजना से हितग्राही अपना पंजीयन कर 05 लाख तक निःशुल्क उपचार करा सकते हैं। -
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बलरामपुर : छत्तीसगढ़ के सुदूर उत्तर में स्थित बलरामपुर जिले की गौरलाटा चोटी राज्य की सबसे ऊंची चोटी होने का गौरव रखती है। समुद्र तल से 1,225 मीटर (4,022 फीट) की ऊंचाई पर स्थित यह चोटी कुसमी विकासखंड के अंतर्गत आती है। यह स्थान प्रकृति प्रेमियों, ट्रैकिंग के शौकीनों और शांत वातावरण की तलाश करने वाले पर्यटकों के लिए एक अद्वितीय स्थल है। गौरलाटा न केवल अपनी ऊंचाई के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि इसकी जैव विविधता और प्राकृतिक सुंदरता इसे और खास बनाते हैं। गौरलाटा पर्यटन क्षेत्र के रूप में तेजी से उभर रहा है और इसे प्रमुख पर्यटक स्थल बनाने के लिए शासन द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। समय-समय पर एडवेंचरर्स टीमों को बुलाकर विभिन्न साहसिक गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। इसके अतिरिक्त, क्षेत्र के सौंदर्यीकरण और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विस्तृत कार्य योजनाएं बनाई गई हैं।
चोटी से दिखता है प्रकृति का अद्भुत नजारागौरलाटा चोटी से पूरे क्षेत्र का विहंगम दृश्य देखा जा सकता है, हर तरफ घने जंगल, बहती नदियां, छोटे-छोटे गांव और दूर-दूर तक फैली पहाड़ियों की सुंदरता देखने को मिलती है। सूर्याेदय और सूर्यास्त के दृश्य जो रंगों की खूबसूरत छटा से आकाश को सजाते हैं। चोटी पर हवा में ताजगी और शांति का अहसास होता है। सर्दियों में यहां का मौसम और भी मनमोहक हो जाता है, जब ठंडी हवाएं पर्यटकों को प्रकृति का अहसास कराते हैं। यह चोटी शांति और प्राकृतिक सौंदर्य का समागम है, जहां कोई भी व्यक्ति अपनी चिंताओं को भुलाकर पूरी तरह से प्रकृति के साथ एकाकार हो सकता है। गौरलाटा चोटी का यह अनमोल दृश्य पर्यटकों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव बन जाता है।
गौरलाटा चोटी का रोमांचक ट्रेकिंग अनुभवगौरलाटा की चोटी तक पहुंचने के लिए आपको लगभग 8 से 10 किलोमीटर तक पैदल ट्रेकिंग करनी होती है। कुसमी विकासखंड के ग्राम इदरीपाट से गौरलाटा के लिए ट्रैकिंग शुरू होती है। चोटी से सेमरसोत अभयारण्य का मनोरम दृश्य नजर आता है, जिसमे वन्य जीव और दुर्लभ पक्षियों की प्रजातियां भी देखी जा सकती हैं। चोटी पर चढाई करते समय रास्ते में घने जंगल, चट्टानों और पथरीली पगडंडियों से गुजरना होता है, जो ट्रेकिंग को रोमांचक और साहसिक बनाता है। जिसमें आपको पहाड़ी झरने और छोटी नदियों के बहने मधुर आवास सुनाई देगी। अक्टूबर से फरवरी के बीच यहां ट्रेकिंग का सबसे अच्छा समय होता है, क्योंकि इस समय मौसम ठंडा और साफ रहता है। ठंडी हवा और स्वच्छ वातावरण के बीच ट्रेकिंग का अनुभव और भी आनंददायक होता है। यह स्थान एडवेंचर प्रेमियों के लिए एक स्वर्ग की तरह है, जहां हर कदम पर नया रोमांच और अनुभव मिलता है।
आदिवासी संस्कृति की मिलती है झलकगौरलाटा क्षेत्र न केवल प्राकृतिक बल्कि सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। इस क्षेत्र में रहने वाले स्थानीय आदिवासी समुदाय अपनी परंपराओं और अनूठी जीवनशैली के लिए जाने जाते हैं। आदिवासी त्यौहार और लोकगीत इस स्थान की सांस्कृतिक समृद्धि को और बढ़ाते हैं। स्थानीय लोग पर्यटकों का दिल खोलकर स्वागत करते हैं, जिससे यह स्थान पर्यटकों के लिए और भी यादगार बन जाता है। इसके अलावा स्थानीय आदिवासी संस्कृति और पारंपरिक व्यंजन भी पर्यटकों के लिए बड़े आकर्षण का केंद्र हैं। यहां आने वाले लोग न केवल प्रकृति का आनंद लेते हैं, बल्कि जिले की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को भी नजदीक से समझ पाते हैं। गौरलाटा पहुंचने के लिए बलरामपुर जिला मुख्यालय से 60-65 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है। -
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महासमुंद : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय सोमवार 6 जनवरी को महासमुंद में प्रस्तावित भूमिपूजन एवं लोकार्पण कार्यक्रम में आएंगे। इस संबंध में आज शाम कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह एवं पुलिस अधीक्षक श्री आशुतोष सिंह ने महासमुंद मुख्यालय स्थित स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिन्दी शासकीय आदर्श उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में जाकर तैयारियों का जायजा लिया।इसके साथ ही हेलीपैड पर की जा रही तैयारियों का भी निरीक्षण किया। कलेक्टर ने मंच व्यवस्था के साथ विशिष्ट व्यक्तियों और गणमान्य नागरिकों प्रवेश द्वार और निकासी द्वार की जगह का भी अवलोकन किया। उन्होंने पार्किंग व्यवस्था के लिए भी दिशा-निर्देश दिए। अन्य आवश्यक तैयारी करने के निर्देश सभी विभागों को दिए गए हैं। -
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महासमुंद : कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री विनय कुमार लंगेह के निर्देशानुसार जिले में स्थित वृहद उद्योगों, खतरनाक उद्योग, निर्माणधीन प्रोजेक्ट में व माइन्स खनिजों में नियमों पालन एवं निगरानी संयुक्त टीम द्वारा किया जा रहा है। इसी क्रम में जिला स्तरीय संयुक्त टीम द्वारा रायपुर साल्वेक्स बागबाहरा रोड में जांच किया गया। इस दौरान संयुक्त टीम के सभी सदस्यों द्वारा आज अपने-अपने विभागों के अंतर्गत अधिनियम अनुसार जांच किया। निरीक्षण के दौरान यहां उद्योग का संचालन किया जाना नहीं पाया गया।जल एवं वायु प्रदूषण की स्थिति अवलोकित नहीं की गयी। संस्थान में उपयोग किये जा रहे धर्मकांटे के सत्यापन सम्बन्धित दस्तावेज मौके पर प्रस्तुत नहीं किये गए। इस पर संस्थान को विधिक माप विज्ञान विभाग द्वारा नोटिस जारी किया जा रहा है। श्रम विभाग से कारखाने में विभिन्न श्रम अधिनियमों में निरीक्षण किया गया। ठेकेदार के माध्यम से श्रमिक नियोजित करना नहीं पाया गया। निरीक्षण में पाई गई त्रुटियों की पूर्ति हेतु प्रबंधन को सात दिवस का समय दिया गया। इस दौरान श्रम पदाधिकारी श्री डी.एन. पात्र, पर्यावरण विभाग से श्री जितेन्द्र सिंह एवं नाप तौल विभाग से श्री सिद्धार्थ दुबे शामिल थे। -
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अधिकारों की मान्यता, वनों का प्रबंधन एवं संरक्षण तथा अभिसरण सेआजीविका संवर्धन सहित विभिन्न विषयों पर परिचर्चारायपुर : आदिम जाति विकास विभाग द्वारा ’धरती आबा - जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत वन अधिकार अधिनियम 2006 के बेहतर क्रियान्वयन विषय पर संबंधित विभागों एवं अशासकीय संस्थानों के मध्य परिचर्चा-परामर्श हेतु एफईएस एवं एटीआरईई संस्था के सहयोग से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है। कार्यशाला न्यू सर्किट हाऊस, सिविल लाईन्स, रायपुर में होगा। आदिम जाति, अनुसूचित जाति तथा पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विकास विभाग के प्रमुख सचिव ने पत्र जारी कर सभी जिलों के सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग जिला परियोजना समन्वयक के साथ कार्यशाला में उपस्थित रहने को कहा है।गौरतलब है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 02 अक्टूबर 2024 को धरती आवा- जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान का शुभारंभ किया गया। अभियान अंतर्गत 17 मंत्रालयों के सहयोग से भारत सरकार की 25 योजनाओं को सुसंगत तरीके से धरातल पर उतारना है जिसमें वन अधिकार अधिनियम के प्रभावी क्रियान्वयन अंतर्गत मुख्य रूप से निश्चित समयावधि में वन अधिकारों की मान्यता की प्रकिया को पूर्ण किया जाना है। विभिन्न मंत्रालयों (जनजातीय कार्य मंत्रालय, पंचायती राज मंत्रालय, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, मतस्य विभाग, पशुपालन विभाग इत्यादि) के योजनाओं के अभिसरण के माध्यम से वननिवासी जनजातीय परिवारों के सतत आजीविका की सुरक्षा, परस्थितिकीय संतुलन हेतु वनों की सुरक्षा, संवर्धन, संरक्षण एवं प्रबंधन इत्यादि जैसे लक्ष्यों की प्राप्ति शामिल है।
वन अधिकार अधिनियम, 2006 के क्रियान्वयन में हमारा राज्य देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है। राज्य में अब तक 4 लाख 79 हजार 502 व्यक्तिगत वन अधिकार पत्र एवं सामुदायिक वन संसाधन के अंतर्गत 4377 वन अधिकार पत्र वितरित किए गए हैं। सामुदायिक वन संसाधन अधिकार मान्य ग्रामसभाओं में सामुदायिक वन संसाधनों के प्रबंधन हेतु सामुदायिक वन संसाधन प्रबंधन समिति के गठन की कार्यवाही की जा रही है। अब तक 2081 सामुदायिक वन संसाधन प्रबंधन समिति का गठन किया जा चुका है। वन अधिकार अधिनियम, 2006 अंतर्गत अधिकारों की मान्यता, वनों का प्रबंधन एवं संरक्षण, अभिसरण से आजीविका संवर्धन आदि संपूर्ण कार्यों के बेहतर कियान्वयन हेतु संबंधित शासकीय विभागों तथा अशासकीय संस्थानों की सतत् भागीदारी बेहद महत्वपूर्ण है। -
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जशपुर : कलेक्टर श्री रोहित व्यास के निर्देशानुसार आज पत्थलगांव विकासखण्ड क्षेत्र में घर-घर भ्रमण 70 प्लस हितग्राहियों का ‘‘आयुष्मान वय वंदना‘‘ कार्ड बनाया जा रहा है। विदित हो कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना अंतर्गत समस्त 70 वर्ष एवं उससे अधिक आयु के सभी वरिष्ठ नागरिकों को लाभ देने ‘‘आयुष्मान वय वंदना‘‘ का शुभारंभ हुआ है। योजना अंतर्गत 5 लाख तक निःशुल्क इलाज किए जाने का प्रावधान है। इसी तारम्य में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के मंशानुरूप जिले के सभी वरिष्ठ नागरिकों को योजना का लाभ दिए जाने हेतु सतत रूप से कार्ड बनाने का कार्य जारी है। -
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मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने अपने जन्मदिवस के दिन की थी न्योता भोजन की शुरुआतजशपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने अपने गृह ग्राम बगिया में आश्रम शाला के बच्चों को अपने जन्मदिवस पर न्योता भोजन कराने की जो शुरुआत की थी इसका एक सकारात्मक संदेश समाज के बीच गया है। इसी परिप्रेक्ष्य में नया साल के पहले दिन 01 जनवरी 2025 को विकासखंड बगीचा के प्राथमिक शाला एवं माध्यमिक शाला जुरगुम के 136 छात्र-छात्राओं को न्योता भोजन परोसकर इस दिन को यादगार बनाया गया।प्राथमिक शाला जुरगुम के 75 एवं माध्यमिक शाला जुरगुम के 61 बच्चों को भजिया, टमाटर की चटनी, पुड़ी, छोला, दाल फ्राई, आलू गोभी मटर की सब्जी तथा अण्डा करी परोसा गया। सभी बच्चों को शाला प्रांगण के आंगन में बारी-बारी से न्योता भोजन कराया गया। बच्चे नए साल के उपलक्ष्य में स्वादिष्ट तथा रुचिपूर्ण भोजन पाकर अत्यंत प्रसन्न थे। इस दौरान विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी बगीचा एम. आर. यादव, सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं और विद्यालय के अन्य कर्मचारी मौजूद थे।प्रधानमंत्री पोषण शक्ति योजना में समुदाय की भागीदारी जोड़ते हुए न्योता भोजन की अनूठी पहल की गई है। सामुदायिक जन भागीदारी पर आधारित इस कार्यक्रम का आयोजन विभिन्न संस्थाओं में जनप्रतिनिधि, पालक, समुदाय के सदस्य एवं शिक्षकों के माध्यम से करवाया जाता है। ’’न्योता भोजन’’ विभिन्न त्योहारों या अवसरों जैसे वर्षगांठ, जन्मदिन, विवाह और राष्ट्रीय पर्व आदि पर भारतीय परम्परा पर आधारित है। न्योता भोजन छात्र-शिक्षक एवं पालक समुदाय के बीच अपनेपन की भावना को विकसित करने का जरिया तो है ही साथ-साथ पोषण युक्त एवं रुचिकर भोजन दिए जाने से बच्चों की शालाओं में उपस्थिति में वृद्धि होती है। ’’न्योता भोजन’’ का एक अन्य उद्देश्य शाला एवं स्थानीय समुदाय के मध्य आपसी तालमेल को विकसित करना भी है। -
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कोरिया : जिले में पुलिस प्रशासन को मजबूती देने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने आज कलेक्टरेट सभाकक्ष में पुलिस अधीक्षक कार्यालय के लिए भूमि आवंटन प्रमाण पत्र डीएसपी श्री श्याम मधुरकर को सौंपा। नया पुलिस अधीक्षक कार्यालय बैकुंठपुर जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत चेर में बनाया जाएगा। इसके लिए सामुदायिक वन अधिकार पट्टा के तहत खसरा नंबर 276/1 में से 0.810 हेक्टेयर भूमि आवंटित की गई है।
लंबे समय से चल रही थी मांगजिले में एक आधुनिक और सुव्यवस्थित पुलिस अधीक्षक कार्यालय की मांग लंबे समय से की जा रही थी। जिला प्रशासन ने इस मांग को प्राथमिकता देते हुए जमीन चिन्हांकन की प्रक्रिया पूरी की और आज इसे अंतिम रूप दिया गया। इस अवसर पर कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने कहा कि नए कार्यालय से पुलिस प्रशासन की कार्यक्षमता बढ़ेगी और आम जनता को बेहतर सेवाएं मिलेंगी। अब जल्द ही कार्यालय निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना है।
प्रशासनिक कार्य होंगे सशक्तग्राम चेर में नए एसपी कार्यालय की स्थापना से जिले में पुलिस प्रशासन और कानून-व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाने में मदद मिलेगी। डीएसपी श्री मधुरकर ने इस कदम के लिए जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया और इसे जिले के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण पहल बताया। इस अवसर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ आशुतोष चतुर्वेदी, अपर कलेक्टर श्री अरुण मरकाम, बैकुंठपुर एसडीएम श्रीमती दीपिका नेताम एवं आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त श्रीमती उषा लकड़ा उपस्थित थे। -
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कोरिया : छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयोग ने नगरीय निकायों के चुनाव के लिए निर्वाचक नामावली पुनरीक्षण कार्यक्रम में आंशिक संशोधन किया है। संशोधित कार्यक्रम के अनुसार, निर्वाचक नामावली का अंतिम प्रकाशन 15 जनवरी 2025 को किया जाएगा। निर्वाचन आयोग द्वारा जारी नए कार्यक्रम के अनुसार, निर्वाचक नामावली का प्रारंभिक प्रकाशन और दावे/आपत्तियां प्राप्त करने की प्रक्रिया 31 दिसंबर 2024 से शुरू हो गई है।दावे और आपत्तियां दर्ज कराने की अंतिम तिथि 06 जनवरी 2025, सोमवार निर्धारित की गई है। दावे/आपत्तियों के निपटारे की प्रक्रिया 09 जनवरी 2025, शुक्रवार तक पूरी की जाएगी। इसके बाद प्रारूप क-1 में दावे दर्ज करने की अंतिम तिथि 10 जनवरी 2025 और इनके निराकरण की अंतिम तिथि 11 जनवरी 2025 निर्धारित की गई है।
निर्वाचक नामावली सुधार की प्रक्रिया के तहत सॉफ्टवेयर में नामों का संशोधन, परिवर्धन और विलोपन 14 जनवरी 2025 तक पूरे किए जाएंगे। चेकलिस्ट की जांच, पीडीएफ निर्माण, अनुपूरक सूची का मुद्रण और उसे मूल सूची के साथ संलग्न करना भी इसी अवधि में पूरा होगा। निर्वाचक नामावली का अंतिम प्रकाशन 15 जनवरी 2025, बुधवार को किया जाएगा। राज्य निर्वाचन आयोग ने नागरिकों से अपील की है कि वे समय पर अपने नामों की जांच करें और आवश्यक संशोधन, परिवर्धन या विलोपन के लिए आवेदन करें। -
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कलेक्टर ने की हौसला-अफजाई और दी प्रशस्ति पत्रकोरिया : आज कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में आयोजित एक सम्मान समारोह में कोरिया जिला कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी और मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत, डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं के उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु कर्मियों एवं स्वास्थ्य केंद्रों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। कलेक्टर श्रीमती त्रिपाठी ने इस अवसर पर सामुदायिक स्वास्थ्य, केंद्र पटना, आयुष्मान आरोग्य मंदिर सरई गहना, शिवपुर, सल्का, खरवत और सागरपुर को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कायाकल्प योजना के अंतर्गत इन स्वास्थ्य केंद्रों ने स्वच्छता, सेवा की गुणवत्ता और मरीजों की देखभाल में उल्लेखनीय कार्य किया है। इस उपलब्धि से जिले में स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति आम जनमानस का विश्वास और अधिक मजबूत हुआ है। कलेक्टर ने इन कर्मियों के हौसला अफजाई करते हुए कहा कि बेहतर कार्यों का हरदम बेहतर परिणाम मिलता है, इसलिए पूरे मनोयोग के साथ कार्य करें।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रशांत सिंह और जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री अशरफ अंसारी ने कायाकल्प योजना के तहत इन स्वास्थ्य केंद्रों द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की। उन्होंने इन फैसिलिटीज को और बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित करते हुए स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक सुदृढ़ बनाने की अपील की। -
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विभिन्न विधाओं में प्रस्तुति हेतु चयन टीम का गठनबलरामपुर : कलेक्टर श्री राजेन्द्र कटारा के निर्देशन में जिला पंचायत सीईओ नोडल अधिकारी (तातापानी महोत्सव) श्रीमती रेना जमील के मार्गदर्शन में मकर संक्रांति पर्व पर आयोजित होने वाले तातापानी महोत्सव 2025 में जिले के युवाओं की प्रतिभा हेतु मंच प्रदान किया जाना है। जिसमें चयनित प्रतिभागी 14 से 16 जनवरी 2025 तक अपने प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। कार्यक्रम में गायन, संगीत वादन, पिक्चर आर्टिटस्ट, एकल नृत्य, स्व लिखित काव्य पाठ, कॉमेडी विधा शामिल है।इसके लिए नोडल अधिकारी भी नियुक्त किया गया है। जिसके लिए समस्त महाविद्यालय स्तर पर प्राचार्य महाविद्यालय बलरामपुर श्री एन.के. देवांगन मो.न. (9977920198) एवं जिले के समस्त विद्यालयों हेतु सहायक जिला परियोजना अधिकारी श्री मनोहर जायसवाल मो.न. (9617608166) को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।साथ ही कलेक्टर श्री कटारा द्वारा तातापानी महोत्सव 2025 में स्कूली बच्चों द्वारा प्रस्तुत किये जाने वाले समस्त कार्यक्रम हेतु अधिकारियों को दायित्व सौंपते हुए चयन टीम का गठन किया गया है। जिसमें डिप्टी कलेक्टर श्रीमती इंदिरा मिश्रा, सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग सुश्री समीक्षा जायसवाल, जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग श्री बसंत मिंज, सहायक संचालक शिक्षा श्रीमती आशा रानी टोप्पो, प्राचार्य शासकीय महाविद्यालय बलरामपुर श्री एन.के. देवांगन को सदस्य नियुक्त किया गया है। -
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74432 मीट्रिक टन का डीओ जारी, 36143.96 मीट्रिक टन धान का हुआ उठावबलरामपुर : कलेक्टर श्री राजेन्द्र कटारा के मार्गदर्शन में किसानों से सुचारू रूप से धान की खरीदी की जा रही है। जिले में अब तक 49 समितियों में कुल 145892.68 मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई है। जिले के सहकारी समिति कपिलदेवपुर में 25000 क्विंटल धान की खरीदी की गई है। इसी प्रकार बादा में 16158.40, कुसमी में 30856, जवाहरनगर में 14996.80, कामेश्वरनगर में 58260.40, कोदवा 10404.80, गोपालपुर में 19590, भेंडरी 14186.80, चांदो में 38036.80, जमड़ी में 69512.80, जिगड़ी में 16075.20, जोकापाट (भरतपुर) में 7948.40, डूमरपान में30726.80, डिण्डो में 40031.20, डीपाडीह में 20490, डोंगरो में 20442, गांजर में 13457.60, त्रिकुण्डा में 41824.80, बगरा में 26239.20, तातापानी में 29967.20, धंधापुर में 38753.60, डौरा में 28666, पस्ता में 16451.20, बड़कागांव में 38764.80, बरतीकला में 39351.20, बरदर में 25270, आरा में 13612.80, बरियों में 35856.80, बलंगी में 24112.80, बलरामपुर में 43378.40, बसंतपुर में 37634.40, भुलसीकला में 12994.40, भंवरमाल में 42674, रामानुजगंज में 30312.40, महाराजगंज में 44766.40, महावीरगंज में 24460.80,विजयनगर में 4009.60, रघुनाथनगर में 29574.40, रनहत में 34569.20, राजपुर में 51071.20, दोलंगी 21883.20, रामचन्द्रपुर में 24903.60, रामनगर में 40977.20, वाड्रफनगर में 27834, स्याही में 86871.60, विरेन्द्रनगर में 41209.60, सरना में 33419.60, सेवारी में 35894.80एवं सामरी में 9814.80 क्विंटल धान किसानों से खरीदी की गयी है।
25946 किसानों को किया गया पैसे का भुगतान छत्तीसगढ़ शासन द्वारा खरीफ वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर जिले के 49 धान उपार्जन केन्द्रों में किसानों से धान की खरीदी की जा रही है। जिले में 50 हजार से अधिक किसान धान विक्रय के लिए पंजीकृत है। जिले में अब तक 145892.68 मीट्रिक टन गुणवत्तायुक्त धान पंजीकृत किसानों से खरीदी की गई है। साथ ही अब तक 74432 मीट्रिक टन का डीओ जारी हो चुका है और 36143.96 मीट्रिक टन धान का उठाव भी हो चुका है।राज्य शासन द्वारा किसानों से 3100 रूपए प्रति क्विंटल एवं प्रति एकड़ 21 क्विंटल की दर से धान खरीदी की जा रही है। और धान विक्रय के 72 घंटे के भीतर किसानों के बैंक खाते में राशि प्राप्त हो रही है। जिसमें अब तक 25946 किसानों को पैसे का भुगतान किया जा चुका है। अवैध धान के परिवहन पर की जा रही निरंतर कार्यवाही छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन प्रक्रिया के दौरान अवैध धान भंडारण और परिवहन पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।कलेक्टर श्री राजेंद्र कटारा के मार्गदर्शन में जिले में सूचना तंत्र को मजबूत बनाते हुए अवैध परिवहन की हर सूचना पर त्वरित कार्रवाई की जा रही है। खाद्य अधिकारी ने जानकारी दी है कि धान के अवैध परिवहन को रोकने के लिए जिले में 21 चेकपोस्ट बनाए गए हैं और कुल 34 प्रकरण बनाए गए जिसमें से 1469.20 क्विंटल धान एवं 33 वाहन जप्त किया गया। -
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महासमुंद : उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन हेतु समीक्षा बैठक का आयोजन 03 जनवरी 2025 को प्रातः 11:00 बजे बीआरसी भवन महासमुंद में किया जाएगा। कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए सभी संबंधित अधिकारियों एवं सदस्यों को अनिवार्य रूप से उपस्थित होने कहा है। बैठक में प्रमुख एजेंडा के रूप में शत-प्रतिशत साक्षर ग्राम का सत्यापन जिसमें वार्ड स्तर पर 100%, ग्राम स्तर पर 2% एवं विकासखंड स्तर पर 2% सत्यापन पर चर्चा, 10वीं एवं 12वीं अध्ययनरत स्वयंसेवी शिक्षकों का विवरण गूगल शीट में सर्वेयर के माध्यम सेसंधारित कराने, प्रत्येक परिवार का सर्वेक्षण कर गूगल शीट में प्रविष्टि सुनिश्चित करने, ग्राम पंचायत प्रभारी एवं वार्ड प्रभारी की पहचान कर उल्लास (NILP Portal) में प्रविष्टि के सम्बन्ध में चर्चा की जाएगी। इसके साथ ही संकुल प्रभारी उल्लास पोर्टल पर स्वयंसेवी शिक्षकों की प्रविष्टि सुनिश्चित करेंगे। प्रत्येक माह के प्रथम सोमवार को ग्राम पंचायत स्तर पर बैठक आयोजित करने, उल्लास केंद्रों में नियमित कक्षाओं के संचालन पर चर्चा तथा कमार' जनजाति के लिए अलग से उल्लास केंद्रों का पृथक से संचालन की जानकारी दी जाएगी। -
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उच्च सुरक्षा पंजीयन चिन्ह 19 मार्च तक लगाना अनिवार्यमहासमुंद : परिवहन विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य में 01 अप्रैल 2019 के पूर्व पंजीकृत प्रत्येक वाहनों पर उच्च सुरक्षा पंजीयन चिन्ह (एचएसआरपी) लगाना अनिवार्य किया गया है। जिला परिवहन अधिकारी श्री आर.के. ध्रुव ने बताया कि परिवहन विभाग द्वारा इसकी प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। संबंधित वाहन स्वामी परिवहन विभाग की अधिकारिक वेबसाईट cgtransport.gov.in के माध्यम से सीधे ऑनलाइन शुल्क भुगतान करते हुए आवेदन कर सकते है। इसके अलावा नजदीकी परिवहन सुविधा केन्द्र या वाहन डीलर शोरूम में जाकर आवेदन कर सकते है।जिला परिवहन अधिकारी ने सभी श्रेणी के मोटर वाहनों के लिए वाहन स्वामी को केन्द्रीय मोटरयान अधिनियम/नियम के दिए गए प्रावधान एवं ई-चालान की कार्यवाही से बचने के लिए 19 मार्च 2025 तक हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण प्लेट लगवाने की अपील की है। इस प्रक्रिया के लिए वाहन दर निर्धारित की गई है, इनमें दोपहिया वाहन के लिए बेसा प्राइस 310 रुपए व जीएसटी 55.80 रुपए कुल 365.80 रुपए, तीन पहिया वाहनों केलिए 362 व जीएसटी 65.16 कुल 427.16 रुपए, एलएमवी 556 रुपए व जीएसटी 100.08 रुपए कुल 656.08 रुपए और हेवी कमर्शियल 598 व जीएसटी 107.64 रुपए कुल 705.64 रुपए निर्धारित किया गया है। प्रत्येक इंस्टॉलेशन के लिए 100 रुपए अतिरिक्त चार्ज के साथ लगाया जाएगा। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए जिला परिवहन कार्यालय महासमुंद में सम्पर्क कर सकते हैं।