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लंदन: महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने अपने पोते प्रिंस हैरी और उनकी पत्नी मेगन मर्केल को बदलाव के लिए समय देने की सोमवार को हामी भर दी. इस दौरान दोनों पति-पत्नी अपना वक्त ब्रिटेन और कनाडा में गुजारेंगे. इस मुद्दे पर चर्चा के बाद बकिंघम पैलेस की ओर से जारी बयान से यह बात सामने आयी है कि राज परिवार के दोनों सदस्यों की भविष्य में क्या भूमिका होगी इस पर बाद में फैसला होगा.
महारानी ने इस मुद्दे पर अपने पोते से आमने-सामने मुलाकात कर भविष्य में उनके और उनकी पत्नी की भूमिका के बारे में चर्चा की. गौरतलब है कि हैरी और मेगन ने हाल ही में घोषणा की है कि वे दोनों ब्रिटिश शाही परिवार के वरिष्ठ सदस्यों के कर्तव्यों से पीछे हटना चाहते हैं.
शाही दंपति प्रिंस हैरी और उनकी पत्नी मेगन मर्केल ने बुधवार को घोषणा की थी कि वे शाही भूमिका भविष्य में नहीं निभाना चाहते हैं. इसके पीछे का कारण बताते हुए उन्होंने कहा था कि वे अपना समय कनाडा और उत्तर अमेरिका के बीच बीताना चाहते हैं. साथ ही आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होना चाहते हैं. इस मुद्दे को सुलझाने के लिए महारानी ने बैठक बुलाई. दो घंटे चली इस बैठक के बाद उन्होंने अपने पोते और उसकी पत्नी को हां कह दी. बता दें कि इन दिनों मेगन कनाडा में अपने बेटे आर्ची के साथ हैं. -
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को ओमान के सुल्तान काबूस बिन सईद के निधन पर शोक जताते हुए उन्हें क्षेत्रीय शांति का प्रतीक बताया. आधुनिक अरब क्षेत्र में सबसे लंबे समय तक राज करने वाले नेता ओमान के सुल्तान काबूस का 79 साल की उम्र में निधन हो गया. राजशाही ने शनिवार को यह जानकारी दी. प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, "महामहिम सुल्तान काबूस बिन सईद अल सईद के निधन के बारे में जानकर मुझे गहरा दुख हुआ है. वह एक दूरदर्शी नेता थे, जिन्होंने ओमान को एक आधुनिक और समृद्ध राष्ट्र में बदल दिया."
प्रधानमंत्री ने कहा कि सुल्तान काबूस भारत के सच्चे दोस्त थे. उन्होंने भारत और ओमान के बीच साझेदारी को मजबूत बनाने में सशक्त भूमिका निभाई. काबूस ने 1970 में अपने पिता का तख्तापलट किया था, और तब से वह राज कर रहे थे. वह कुछ समय से बीमार थे और माना जाता था कि वह कैंसर से पीड़ित थे. -
ईरान ने यूक्रेन का विमान गिराने के आरोपों को सिरे से खारिज किया है. साथ ही उसने उन देशों से अपनी खुफिया जानकारी साझा करने को कहा है जिसमें कहा जा रहा है कि यूक्रेन का विमान ईरानी मिसाइल से गिरा है. पीटीआई के मुताबिक ईरान की सरकार ने इस सिलसिले में जारी एक बयान में यह बात कही है. इससे पहले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा था कि कई खुफिया जानकारियां इस ओर इशारा कर रही हैं कि ईरान ने विमान को मार गिराया. बुधवार को हुए इस हादसे में 176 लोगों की मौत हो गई थी. इनमें 63 कनाडा के नागरिक थे.
ईरान के विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी विमान निर्माता कंपनी बोइंग से विमान हादसे की जांच में शामिल होने का आग्रह किया है. उसने यह भी कहा है कि वह उन देशों के विशेषज्ञों को जांच में शामिल होने देने के लिए तैयार है जिनके नागरिक इस विमान हादसे में मारे गए हैं. इस विमान में ईरान के 82, कनाडा के 63, यूक्रेन के 11, स्वीडन के 10, अफगानिस्तान के चार, जर्मनी के तीन और ब्रिटेन के तीन नागरिक सवार थे. विमान यूक्रेन की राजधानी कीव जा रहा था लेकिन तेहरान से उड़ान भरते ही यह क्रैश हो गया. इसी दिन ईरान ने इराक स्थित दो सैन्य अड्डों पर मिसाइलें दागी थीं.
कनाडा और ब्रिटेन सहित कई देशों का मनना है कि यह विमान ईरान की मिसाइल की चपेट में आने से गिरा था. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने बृहस्पतिवार को कहा, ‘ऐसी जानकारी मिली है कि ईरान में दुर्घटनाग्रस्त हुआ यूक्रेन का बोइंग 747 विमान ईरान की मिसाइल की चपेट में आया था.’ उनका आगे कहना था, ‘जानकारी है कि सतह से हवा में मार करने वाली ईरान की मिसाइल ने यह विमान गिराया है. हो सकता है कि ऐसा जानबूझ कर नहीं किया गया हो.’
यूक्रेन ने संयुक्त राष्ट्र से मामले की व्यापक जांच कराने की मांग की है. उसके करीब 45 विमान विशेषज्ञ और सुरक्षा अधिकारी जांच के लिए ईरान पहुंच गए हैं. इस बीच अमेरिका के राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (एनटीएसबी) ने कहा है कि वह भी दुर्घटना की जांच में शामिल होगा. -
तेहरान : ईरान के तेहरान में यूक्रेन का एक यात्री विमान बोइंग-737 हादसे का शिकार हो गया। रिपोर्ट के मुताबिक, इस हादसे में सभी 170 लोगों की मौत हो गई है। इनमें 10 क्रू मेंबर थे। ईरानी समाचार एजेंसी ने विमान में सवार सभी लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है। एविएशन डिपार्टमेंट की तरफ से एक जांच टीम घटनास्थल पर भेजी गई है। मीडिया के हवाले से कहा जा रहा है कि यह दुर्घटना तकनीकी खामी के कारण हुआ है।
विमान ने तेहरान के इमाम खुमैनी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से यूक्रेन की राजधानी कीव के बोर्यस्पिल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे लिए उड़ान भरी थी। बताया जा रहा है कि दुर्घटना का कारण तकनीकी खामी हो सकती है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के प्रवक्ता रजा जाफरजादेह ने बताया कि यह विमान तेहरान के दक्षिण पश्चिमी इलाके में दुर्घटना का शिकार हुआ है। जांचदल और बचाव कर्मी दुर्घटनास्थल पर पहुंचें हालांकि उन्हें कोई भी जिंदा नहीं मिला।
ताजा हमले के बाद अमेरिका ने तत्काल प्रभाव से ईरान और इराक के ऊपर से किसी भी अमेरिकी फ्लाइट के गुजरने पर पाबंदी लगा दी है। अमेरिका को आशंका है कि ईरान समर्थित विद्रोही संगठन अमेरिकी हवाई जहाजों को निशाना बना सकते हैं। कुछ दिनों पहले भी अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने चेतावनी जारी करते हुए कहा था कि विद्रोहियों के पास विमान को मार गिराने वाली मिसाइलें हैं। -
तेहरान। अमेरिका के साथ तनाव के बीच अब ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामनेई का भी बयान आ गया है। उन्होंने अमेरिकी सेना के ठिकानों पर हुए ईरान के मिसाइल हमले को अमेरिका के मुंह पर तमाचा बताया है। ये बात एएफपी समाचार एजेंसी ने कही है। बता दें ईरान ने इराक स्थित दो अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर दर्जनों मिसाइल दागी हैं। जिसमें ईरान की मीडिया ने 20 अमेरिकी सैनिकों सहित 80 लोगों की मौत का दावा किया है।
इससे पहले भारत में ईरानी राजदूत अली चेगेनी ने कहा था कि ईरान अमेरिका के साथ तनाव को कम करने के लिए भारत की किसी भी शांति पहल का स्वागत करेगा। उन्होंने कहा कि हम युद्ध नहीं चाहते, बल्कि हम इस क्षेत्र में हर किसी के लिए शांति और समृद्धि की तलाश कर रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के रिवॉल्युशनरी गार्ड्स ने अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हमले को 'शहीद सुलेमानी' ऑपरेशन का नाम दिया और ताबड़तोड़ कई मिसाइलें दागीं। इस घटना के बाद ईरान के परमाणु संयंत्र पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है क्योंकि उस पर अमेरिकी हमले की आशंका है। -
नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने 10 हजार ऊंटों को जान से मारने का आदेश दिया है। जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक हेलीकॉप्टर से कुछ प्रोफेशनल शूटर 10,000 से ज्यादा जंगली ऊंटों को मार गिराएंगे।
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के लोग की शिकायत थी कि जंगल में आग लगने के कारण जंगली जानवर पानी के लिए उनके घरों में घुस रहे हैं। स्थानीय लोगों की शिकायत के बाद आदिवासी नेताओं ने 10 हजार ऊंटों को मारने का फैसला किया है। इसी के साथ नेताओं ने चिंता जताई है कि ये ऊंट एक साल में एक टन कार्बन डाईऑक्साइड के बराबर मीथेन का उत्सर्जन करते हैं, जिसके कारण ग्लोबल वार्मिंग पर असर दिखाई दे रहा है।
DEW के अनुसार ये ऊंट जहां भी पानी का स्रोत देखते हैं वहीं पहुंच जाते हैं। चाहे वह नल हो, पानी की टंकी हो या तालाब हो। APY लैंड्स के मैनेजर रिचर्ड किंग्स ने कहा कि ये ऊंट अचानक से हमारे लोगों के बीच चले आते हैं। इससे भगदड़ मच जाती है। बच्चों और महिलाओं को चोट लगने का खतरा रहता है। ये छोटे-छोटे टुकड़ों में पूरे रेगिस्तान में घूमते रहते हैं।
रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि ऊंट ग्लोबल वार्मिंग को बढ़ा रहे हैं। स्थानीय प्रशासन का दावा है कि जंगली ऊंट की आबादी हर नौ साल में दोगुनी हो जाती है। यहां वर्ष 2009 से 2013 तक भी 1.60 लाख ऊंटों को मारा गया था। बता दें कि ऑस्ट्रेलिया इस समय आग की चपेट में है। पिछले साल सितंबर से लगी इस आग की चपेट में आने से न केवल दर्जनों लोग मारे जा चुके हैं, बल्कि करीब 50 करोड़ जानवरों और पक्षियों की मौत हो चुकी है। -
तेहरान : अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गये ईरान के शीर्ष सैन्य कमांडर के जनाजे के जुलूस में मची भगदड़ में अभी तक 35 लोगों के मरने और 48 लोगों के घायल होने की सूचना है. ईरान की सरकारी टीवी के अनुसार, मंगलवार को कासिम सुलेमानी के गृह नगर करमान में उनके दफन के लिए जमा हुए लोगों में भगदड़ मच गयी. सोमवार को राजधानी तेहरान में हुए जनाजे के जुलूस में 10 लाख से ज्यादा लोग जमा हुए थे.
खबर में ईरान की आपात चिकित्सा सेवा के प्रमुख पीरहुसैन कुलीवंद के हवाले से कहा गया है कि कुछ लोग घायल हुए हैं और कुछ की मौत हुई है. करमान में रेवॉल्यूशनरी गार्ड की विदेशी शाखा के कमांडर के गृह नगर में बहुत बड़ी संख्या में लोग उन्हें अंतिम विदाई देने आये. तेहरान, कोम, मशहद और अहवाज में भी सड़कों पर लाखों लोग मौजूद थे. बड़ी संख्या में लोग आजादी चौक पर जमा हुए, जहां राष्ट्रीय झंडे में लिपटे दो ताबूत रखे हुए थे. एक ताबूत सुलेमानी का और दूसरा ताबूत उनके करीबी सहयोगी ब्रिगेडियर जनरल हुसैन पुरजाफरी का था. शीराज से अपने कमांडर को अंतिम विदा देने के लिए करमान आये लोगों में से एक का कहना था, हम पवित्र सुरक्षा के महान कमांडर को श्रद्धांजलि देने आये हैं. -
न्यू ऑर्लीन्सः न्यू ऑर्लीन्स स्थित वॉलमार्ट स्टोर में सोमवार शाम हुई गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई और एक महिला घायल हुई है. पुलिस ने बताया कि उन्होंने संदिग्ध व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ जारी है. उन्होंने उसकी पहचान उजागर करने या कोई अन्य जानकारी देने से इनकार कर दिया है.न्यू ऑर्लीन्स पुलिस विभाग ने बताया कि एक अधिकारी ने मदद के लिए कुछ अधिकारियों को जेनटीली जिला स्थित वॉलमार्ट में बुलाया. बयान में कहा कि दुकान में सुरक्षा कर्मी के तौर पर काम कर रहे पुलिस अधिकारी ने संदिग्ध को पकड़ रखा था.
रिपोर्ट के अनुसार एक व्यक्ति की मौत गोली लगने से मौके पर ही हो गई. पुलिस ने बताया कि घटना में घायल हुई महिला की हालत अब स्थिर है. गोलीबारी का कारण अभी पता नहीं चल पाया है. -
नई दिल्ली: अफगानिस्तान, भारत की तर्ज पर अपने नागरिकों का आधार कार्ड (Aadhaar Card) बनाने की कोशिश कर रहा है. भारत ने जिस तरह एक दशक पहले आधार कार्ड के जरिए अपने निवासियों का एक बायोमेट्रिक और जनसांख्यिकीय डेटाबेस विकसित किया था, ठीक उसी तर्ज पर अफगानिस्तान भी यह प्रक्रिया अपनाना चाहता है.विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि अफगानिस्तान केंद्रीय नागरिक पंजीकरण प्राधिकरण (एसीसीआरए) के लिए पिछले सप्ताह रजिस्ट्रार जनरल एवं भारत के जनगणना आयुक्त और भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) द्वारा एक विशेष क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित किया गया था.
अफगान अधिकारियों ने भारत की आधार पहल के बारे में विस्तार से अध्ययन करने के लिए चंडीगढ़ स्थित यूआईडीएआई कार्यालय का दौरा भी किया. अफगान अधिकारियों को आधार कार्ड से संबंधित सॉफ्टवेयर से लेकर नागरिकों के जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण की प्रक्रिया, महत्वपूर्ण आंकड़े और जनगणना कार्यप्रणाली की संपूर्ण जानकारी प्रदान की गई. अफगानिस्तान एक युद्ध-ग्रस्त इस्लामी गणराज्य है, जो कि आतंकवाद, गरीबी, कुपोषण और भ्रष्टाचार जैसी गंभीर समस्याओं से घिरा हुआ है. यहां की आबादी 3.2 करोड़ से अधिक है. -
फिलीपींस में भीषण तूफान ‘फनफोन’ के कारण कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई है. पीटीआई के मुताबिक ये सभी मौतें मध्य फिलीपींस में हुई हैं. 195 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आए इस तूफान ने दूरदराज के गांवों और लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में तबाही मचा दी. मकानों की छतें उड़ गईं और बिजली की आपूर्ति ठप हो गई. तूफान के कारण इंटरनेट और मोबाइल सेवाएं अब भी बाधित हैं. ‘फनफोन’ के कारण हुई तबाही का पूरा आकलन अभी बाकी है.
‘फनफोन’ से बोराके, कोरोन और फिलीपींस के दूसरे मशहूर पर्यटन स्थलों पर भारी नुकसान हुआ है. तूफान के कारण लाखों लोगों के क्रिसमस के जश्न पर विराम लग गया. पुलिस ने बताया कि एक के बाद एक कई द्वीप तूफान की चपेट में आते गए. दसियों हजार लोग फंस गए जिन्हें बाद में राहत शिविरों में ले जाया गया. ऐसे करीब 16 हजार लोग हैं. -
मीडिया रिपोर्ट
गाजा की ओर से रॉकेट दागे जाने के सायरन की आवाज आने के बाद इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार शाम को एक रैली बीच में ही छोड़ दी। वह अगले दिन होने वाली पार्टी की प्राइमरी के लिए प्रचार कर रहे थे। हाल के महीनों में ऐसा दूसरी बार हुआ है जब रॉकेट की आवाज सुनने के बाद उन्हें कोई कार्यक्रम बीच में ही छोड़ना पड़ा हो।
इस्राइल की सेना ने एक वक्तव्य में कहा कि गाजा पट्टी से इस्राइल क्षेत्र की ओर प्रक्षेपास्त्र दागा गया जिसे आयरन डोम रक्षा प्रणाली ने रोक लिया। इसमें कहा गया कि प्रक्षेपास्त्र दागने के बाद फलस्तीन एनक्लेव के निकट और दक्षिणी शहर अश्केलॉन में सायरन बजने लगे। अश्केलॉन में ही प्रधानमंत्री रैली कर रहे थे। इस्राइल के सरकारी प्रसारणकर्ता केएएन11 ने तस्वीरें जारी की जिसमें सुरक्षा गार्ड नेतन्याहू को रेड अलर्ट के बारे में बताता नजर आ रहा है। -
मीडिया रिपोर्ट
ओटावा: कनाडा के पोर्टहार्डी में बुधवार को रिक्टर पैमाने पर 6.2 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, 1.0 किलोमीटर की गहराई के साथ इसका केंद्र शुरू में 50.573 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 130.001 डिग्री पश्चिम देशांतर पर निर्धारित किया गया. हालांकि, प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र के अनुसार, वर्तमान में सुनामी की कोई चेतावनी नहीं है.बता दें कि पाकिस्तान के उत्तरी इलाके में भी बीते शुक्रवार को भूकंप का जबरदस्त झटका महसूस किया गया था, जिसकी तीव्रता 6.4 मापी गयी थी . भूकंप के कारण कारण चार साल का एक बच्चा घायल हो गया था और लोग दहशत में घरों से बाहर निकल गए थे. इस्लामाबाद स्थित राष्ट्रीय भूकंप निगरानी केंद्र के मुताबिक 6.4 तीव्रता के भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान का हिंदूकुश था और यह सतह से करीब 210 किलोमीटर नीचे था. -
मीडिया रिपोर्टमुस्लिम देशों के सबसे बड़े मंच इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) ने रविवार को नागरिकता कानून पर प्रतिक्रिया दी है. ओआईसी ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून और अयोध्या मामले में फैसले को लेकर वह चिंतित है. संगठन ने साथ ही कहा कि भारत के मुस्लिमों को प्रभावित करने वाले हालिया घटनाक्रमों पर वह करीब से नजर बनाए हुए है.बता दें कि इस्लामिक सहयोग संगठन में पाकिस्तान समेत 57 मुस्लिम बहुसंख्यक देश शामिल हैं. संगठन कश्मीर समेत तमाम मुद्दों पर हमेशा से ही पाकिस्तान को अपना समर्थन देता रहा है.
ओआईसी ने एक बयान में कहा कि संगठन के महासचिव भारत में मुस्लिम अल्पसंख्यकों को प्रभावित कर रहे घटनाक्रमों के विकास पर नजर रखे हुए हैं. बयान में कहा गया, संगठन नागरिकता अधिकारों को लेकर लाए कानून और बाबरी मस्जिद मामले को लेकर चिंता जाहिर करता है.
नागरिकता संशोधन कानून के मुताबिक, 31 दिसंबर 2014 से पहले भारत आए पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता दी जाएगी. ओआईसी ने भारत सरकार से मुस्लिम अल्पसंख्यकों और उनके धार्मिक स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की. बयान में कहा गया, संगठन संयुक्त राष्ट्र के चार्टर और तमाम अंतरराष्ट्रीय कानूनों में उल्लिखित अल्पसंख्यकों के अधिकारों की सुरक्षा की गारंटी के सिद्धांत में अपना यकीन दोहराता है.
संगठन ने साथ ही चेतावनी जारी की कि अगर इन सिद्धांतों के विपरीत कोई भी कदम उठाया जाता है तो उससे तनाव बढ़ेगा और इससे क्षेत्र की सुरक्षा व शांति पर बुरा असर पड़ने की भी आशंका है.
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नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Ammendment Act) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सीटिजन ( NRC) को लेकर जहां देश के कई शहरों में हिंसक विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं वहीं अमेरिका का बड़ा बयान सामने आया है। अमेरिका के एक शीर्ष अधिकारी ने भारत में नागरिकता कानून को लेकर हो रहे विरोध पर कहा है कि हम सक्रिय राजनीतिक बहस देख रहे हैं, संसद में हो रही चर्चा पर को भी देख रहे हैं, लोगों का विरोध प्रदर्शन पर भी हमारी नजर है, हम जानते हैं कि एनआरसी को लेकर न्यायिक प्रक्रिया चल रही है।
इसके अलावा अमेरिका ने यह भी कहा कि हम भारत की लोकतांत्रिक संस्थाओं और मूल्यों का सम्मान करते हैं। एक बड़े लोकतांत्रिक देश के रूप में भारत को अल्पसंख्यक अधिकारों, धार्मिक स्वतंत्रता, मानवाधिकार के आसपास के मुद्दे के रूप में महत्वपूर्ण स्तंभ हैं।
एक दिन पहले ही एक शीर्ष अमेरिकी राजनयिक ने कहा है कि नागरिकता और धार्मिक स्वतंत्रता जैसे मुद्दों पर देश (भारत) के अंदर एक मजबूत बहस चल रही है। अमेरिका के इस जवाब से भारत का पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान जरूर मायूस हुआ होगा। पाकिस्तान, भारत पर लगातार एक समुदाय के उत्पीड़न का आरोप लगाता रहा है। बता दें भारत और अमेरिका के बीच 2 + 2 मंत्री स्तरीय बातचीत चल रही है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एवं विदेश मंत्री जयशंकर इस समय अमेरिका में है। बता दें नागरिकता कानून के खिलाफ देशभर में गुरुवार को प्रदर्शन देखने को मिला। नागरिकता कानून को लेकर हो रहे विरोध से गुरुवार को दिल्ली ठप हो गई तो देशभर में विरोध और तेज हो गया। इस दौरान दिल्ली, यूपी समेत 10 राज्यों में प्रदर्शन और हिंसक घटनाएं हुईं। दिल्ली, यूपी और कर्नाटक समेत कई जगहों पर हिंसक झड़प में कई लोग घायल हो गए और कई सारे लोगों को हिरासत में लिया गया। -
पाकिस्तान के हिंदू और सिख संगठनों ने भारत के सिटिजन अमेंडमेंट कानून को खारिज कर दिया है. पाकिस्तान के एक हिंदू संगठन के संरक्षक ने कहा है कि उनके देश के हिंदुओं ने इस कानून को खारिज कर दिया है. यह कानून भारत को सांप्रदायिकता के आधार पर बांटना चाहता है. सिख और ईसाइयों ने भी इस कानून का विरोध किया है. पाकिस्तानी अखबार ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की खबर के मुताबिक पाकिस्तान हिंदू काउंसिल के संरक्षक राजा असर मंगलानी ने कहा कि पाकिस्तान के हिंदू समुदाय ने एकमत से भारत के इस कानून को खारिज कर दिया है. पूरे पाकिस्तान के हिंदुओं का पीएम नरेंद्र मोदी को यही मैसेज है. एक सच्चा हिंदू कभी भी इस तरह के कानून का समर्थन नहीं करेगा.
दीन ने कहा कि इस कानून की कोई जरूरत नहीं थी. दरअसल मोदी सरकार अपने देश में अलग-अलग धर्मों के लोगों को आपस में ही भिड़ाना चाहती है. उन्होंने जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाने का हवाला दिया और बाबरी मस्जिद फैसले का भी जिक्र किया.उन्होंने कहा कि भारत में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा बढ़ती जा रही है.
पाकिस्तान के सिख समुदाय ने भी सीएए की आलोचना की है. बाबा गुरुनानक संगठन के नेता गोपाल सिंह ने कहा है कि न सिर्फ पाकिस्तानी सिख बल्कि पूरी दुनिया के सिख सीएए के खिलाफ हैं और इसकी निंदा करते हैं. गोपाल सिंह ने कहा कि सिख समुदाय भारत और पाकिस्तान दोनों जगह अल्पसंख्यक हैं. एक अल्पसंख्यक होने के नाते मैं मुस्लिम अल्पसंख्यकों के दर्द को समझ सकता हूं. यह सीधे-सीधे प्रताड़ना है. गोपाल सिंह ने कहा कि वह अल्पसंख्यकों को ऐसे हालात की ओर न धकेले, जहां से उनकी वापसी मुश्किल हो जाए.
सिंह ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की कथित तौर पर घटती आबादी से जुड़े आंकड़ों पर एतराज जताया है. भारत के गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में कहा था कि 1947 में पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की आबादी 23 फीसदी थी. लेकिन अब यह घट कर 3.7 फीसदी पर आ गई है. उन्होंने कहा कि ये आंकड़े बिल्कुल गलत हैं
पाकिस्तान में 2017 में नई जनगणना हुई है. धर्म के आधार पर लोगों की गिनती का आंकड़ा अभी नहीं आया है. हालांकि पाकिस्तान हिंदू काउंसिल के नेता मंगलानी का कहना है कि पाकिस्तान की 21 करोड़ आबादी में हिंदुओं की आबादी 4 फीसदी है. अस्सी फीसदी हिंदू सिंध में रहते हैं.
साभार : द क्विंटयह खबर मूल रूप से द क्विंट पर प्रकाशित हुआ है -
लंदन: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने आम चुनाव में शुक्रवार को बहुमत हासिल कर लिया। इस जीत के साथ ही ब्रेग्जिट पर अनिश्चितता खत्म हो जाएगी और ब्रिटेन की अगले महीने के अंत तक यूरोपीय संघ से अलग होने की राह आसान हो जाएगी। स्काई न्यूज और बीबीसी के अनुसार, चुनाव नतीजे दिखाते हैं कि बोरिस की अगुवाई वाली कंजर्वेटिव पार्टी ने निचले सदन हाउस ऑफ कॉमन्स में 650 सीटों में से 326 सीटें जीत ली हैं।
जॉनसन (55) ने कहा कि इस जीत से उन्हें ‘ब्रिटेन को यूरोपीय संघ से अलग करने' और अगले महीने तक ब्रेग्जिट करने का जनादेश मिला है। उन्होंने कंजर्वेटिव पार्टी के मतदाताओं, उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं का आभार जताते हुए ट्वीट किया कि हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में रहते हैं। जॉनसन के पिछले मंत्रिमंडल में वरिष्ठ मंत्री रही भारतीय मूल की प्रीति पटेल ने कहा कि हम प्राथमिकताओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और ब्रेग्जिट हमारी प्राथमिकता है। समझौता तैयार है और हम आगे बढ़ना चाहते हैं।
गौरतलब है कि जॉनसन ने कंजर्वेटिव पार्टी को बहुमत दिलाने और ब्रेग्जिट को लेकर हाउस ऑफ कॉमन्स में गतिरोध तोड़ने की कवायद के तहत मध्यावधि चुनाव की घोषणा की थी। -
अमेरिका में गोलीबारी की एक घटना में एक पुलिस अधिकारी सहित छह लोगों की मौत हो गई. पीटीआई के मुताबिक यह घटना न्यूजर्सी के जर्सी शहर में हुई. शहर के पुलिस प्रमुख माइकल केली ने बताया कि मृतकों में दो संदिग्ध भी शामिल हैं. केली ने बताया कि गोलीबारी दो स्थानों पर हुई. पहले एक कब्रिस्तान में हुई गोलीबारी में अधिकारी मारा गया और उसके बाद एक सुपरमार्केट में भी गोलीबारी जारी रही, जहां पांच और लोगों के शव बरामद हुए. पुलिस प्रमुख ने बताया कि काफी देर तक गोलीबारी जारी रही. उन्होंने गोलीबारी के कारणों के बारे में तत्काल कोई जानकारी नहीं दी, लेकिन उनका मानना है कि मारा गया अधिकारी कुछ ‘शरारती तत्वों’ को रोकने का प्रयास कर रहा था.
उधर, शहर के सार्वजनिक सुरक्षा निदेशक जेम्स शीया ने बताया कि गोलीबारी की घटना किसी भी तरह के आतंकवाद से जुड़ी नहीं है. हालांकि उनका यह भी कहना था कि मामले की हर कोण से जांच की जा रही है.
अमेरिकी में गोलीबारी की घटनाएं आम हैं. कुछ समय पहले वहां मैसाचुसेट्स में हुई गोलीबारी में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की मौत हो गई थी. यह वारदात मैसाचुसेट्स में हुई. इससे एक दिन पहले ही दो बंदूकधारियों ने एक बार में घुसकर अंधाधुंध फायरिंग की थी जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी और पांच अन्य घायल हो गए थे. -
मीडिया रिपोर्ट
ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी ने बुधवार को पिछले महीने ईंधन की कीमतों में वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार निर्दोष प्रदर्शनकारियों को रिहा करने की घोषणा की है।
ईरान सरकार ने 15 नवंबर को अप्रत्याशित रूप से इंधन की कीमत में 200 फीसदी वृद्धि की घोषणा की थी जिसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे। ईरान ने अभी यह स्पष्ट नहीं किया है कि प्रदर्शन के दौरान इमारतों में आग लगाने और दुकानों में लूटपाट करने के आरोप में कितने लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
रुहानी ने कहा कि जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें कुछ निर्दोष हैं और उन्हें रिहा किया जाना चाहिए। इसके साथ ही रुहानी ने स्पष्ट किया कि जिन्होंने हथियारों का इस्तेमाल किया या गंभीर अपराध किए हैं उनसे अलग से निपटा जाएगा। ईरान ने आरोप लगाया है कि प्रदर्शन के पीछे अमेरिका, इज़राइल और सऊदी अरब का हाथ है। उसने आरोप लगाया है कि राजशाही समर्थक और निर्वासित समूह पीपुल्स मजाहिदीन ऑफ ईरान इस हिंसा के पीछे हैं।