ग्रामीण विकास के कार्यों की मॉनिटरिंग तेज, सुबह सुबह गांवों में पहुंचे सीईओ
- पंचायत भवन में स्थानीय अमले को बताया अगले दो महीनों का प्लान
- कहा मनरेगा और नरवा, गरुवा, घुरूवा बाड़ी योजना के प्रभावी क्रियान्वयन पर रखें पूरी नजर
- गौठान भी देखे, कहा कि गौठान आजीविका केंद्र की तरह करें कार्य, इसके लिए स्थानीय जरूरतों के मुताबिक स्वसहायता समूहों को करें प्रशिक्षित

दुर्ग 17 अप्रैल 2020/मानसून पूर्व के दो महीने ग्रामीण विकास की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए बेहद महत्वपूर्ण होंगे। इसके लिए जिला प्रशासन ने रणनीति बनाई है। स्थानीय अमले तक यह संदेश पूरी तौर पर संप्रेषित हो तथा इनसे भी फीडबैक लेकर आगामी 2 महीने में बड़े काम किये जा सकें। इस उद्देश्य से जिला पंचायत सीईओ श्री कुंदन कुमार ने आज सुबह सुबह विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों का व्यापक दौरा किया। सीईओ दुर्ग जनपद के ग्राम पंचायत अरसनारा, ननकट्टी ,धमधा ब्लॉक के राजपुर, बिरझापुर पहुंचे।
यहां उन्होंने चार प्रकार की बातों पर फोकस किया। सबसे पहले कोविड संकट को देखते हुए जरूरतमंदों की मदद को लेकर तैयारी के बारे में चर्चा की। उन्होंने कहा कि पर्याप्त खाद्यान्न रख लें। मनरेगा के बड़े पैमाने पर काम अब कराए जा रहे हैं जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन हो सकेगा। इसमें फिजिकल डिस्टेंसिंग प्रमुखता से सुनिश्चित की जाएगी। अमले ने दिखाया कि सैनिटाइजर का प्रबंध कर लिया गया है। दूसरी बात मनरेगा को लेकर हुई। उन्होंने कहा कि मनरेगा के माध्यम से जल संवर्धन के तथा अन्य कार्य होंगे, इनसे नरवा, गरवा योजना के प्रभावी क्रियान्वयन में भी सहायता मिलेगी। उन्होंने इसके अंतर्गत पशु शेड, मुर्गी शेड, बकरी शेड, भूमि सुधार जैसे कार्य तत्काल आरम्भ करने कहा। उन्होंने कहा कि अपने गांव की जरूरतों के मुताबिक उपयोगी कार्यों का चिन्हांकन करें और इसकी जानकारी देवें। तीसरा निर्देश उन्होंने नरवा, गरवा, घुरूवा, बाड़ी योजना को लेकर दिए। उन्होंने कहा कि गौठान में पशुओं की उपस्थिति, उनकी देखभाल के साथ ही गौठान को आजीविका केंद्र के रूप में तैयार करना बहुत आवश्यक है। यह मुख्यमंत्री महोदय की मंशा है और इससे आर्थिक स्तर भी ऊंचा उठेगा, साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता भी बढ़ेगी।
इसके अतिरिक्त सीईओ ने निर्माण कार्यों के सुचारु रुप से किये जाने हेतु एवं कार्यों में गति लाने हेतु सचिवों को निर्देशित किया गया। साथ ही उन्हें अनिवार्य रूप से मुख्यालय में रहने हेतु भी निर्देशित किया गया। सभी पंचायत भवनों के सूचना पटल में सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक का नाम, पदनाम एवं मोबाईल नंबर अंकित किये जाने हेतु निर्देशित किया गया ।साथ ही नरवा, गरवा घुरवा, बाड़ी के तहत निर्माण कायों में गति लाने के लिए निर्देशित किया गया ।
सभी ग्राम पंचायतों में पेयजल पानी की उचित व्यवस्था हेतु क्लोरीन की गोलियां डालने एवं सभी निस्तारी तालाबों में पानी भरने हेतु निर्देशित किया गया ।
सभी पेंशनधारियों को समय पर पेंशन व मजदूरी भुगतान समय पर किये जाने को निर्देश दिया गया।
Leave A Comment