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थल सेना रैली आउटडोर स्टेडियम कबीरधाम में 16 अप्रैल से प्रांरभ
जिला रोजगार कार्यालय महासमुन्द में की गयी हेल्प डेस्क की स्थापना
महासमुन्द 07 मार्च : जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार आउटडोर स्टेडियम कबीरधाम में आगामी 16 अप्रैल 2020 से थल-सेना भर्ती रैली का आयोजन किया जा रहा है। जिले के इच्छुक उम्मीदवार थल सेना भर्ती में भाग लेने के लिए ऑनलाइन पंजीयन करा सकते हैं। इस भर्ती रैली के लिए ऑनलाइन आवेदन 16 फरवरी से शुरू हो गया है तथा 31 मार्च तक आवेदन किया जा सकता है। निर्धारित वेबसाइट पर प्रवेश पत्र का तारीख और रैली के विवरण के साथ प्रिंट आउट लेना अनिवार्य होगा, जिसे भर्ती के समय प्रस्तुत करना होगा।
जिला रोजगार कार्यालय के उपसंचालक ने बताया कि भारतीय थल-सेना की भर्ती रैली कवर्धा के लिए जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र महासमुन्द द्वारा हेल्प डेस्क काउण्टर खोला गया है। हेल्प डेस्क काउण्टर में योग्य इच्छुक आवेदकों को सेना भर्ती संबंधित मार्गदर्शन भी दिया जाएगा। सेना भर्ती के लिए वेबसाइट डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट जॉइन इंडियन आर्मी डॉट एनआईसी डॉट इन पर अपना पंजीयन करा सकतें है। पंजीयन के बाद संबंधित ट्रेड के योग्यता अनुसार आवेदन कर सकते हैं। भर्ती के सम्बंध में विस्तृत जानकारी उपरोक्त वेबसाइट पर भी उपलब्ध है। ऑनलाईन आवेदन हेतु 10वी उत्तीर्ण अंकसूची में दर्ज नाम, पिता का नाम, माता का नाम, जन्म तिथि, मैट्रिक प्रमाण-पत्र नंबर जो बोर्ड द्वारा जारी किया गया हो। आवेदक का ई-मेल पता होना आवश्यक है, साथ ही मोबाईल नम्बर अनिवार्य है।
सभी आवेदकों को एक ओटीपी के माध्यम से अन्य सूचनायें अभ्यर्थी के मोबाईल नम्बर पर प्रेषित की जायेगी। इस भर्ती रैली में प्रत्येक योग्य अभ्यर्थी का फिजिकल और मेडिकल टेस्ट होगा, इन सभी में योग्य पाये जाने पर लिखित परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। इच्छुक आवेदक जिनकी उम्र एक अक्टूबर 2020 को 17 से 23 वर्ष के सामान्य ड्यूटी सैनिक, सैनिक तकनीकी, सैनिक नर्सिंग, सैनिक नर्सिंग सहायक, वेटनरी, सैनिक लिपिक, स्टोर कीपर एवं सैनिक ट्रेडमेन के पद पर आवेदन कर सकते हैं। आवेदक स्वयं या जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र महासमुन्द में उपस्थित होकर पंजीयन करा सकते हैं। - महासमुन्द 07 मार्च : कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री सुनील कुमार जैन द्वारा 09 मार्च 2020 को होलिका दहन एवं 10 मार्च 2020 को धुड़ेली पर्व होली के दौरान जिलें के विभिन्न स्थलों पर कानून एवं शांति व्यवस्था बनायें रखने के लिए अधिकारियों, कार्यपालिक दण्डाधिकारियों की ड्यूटी लगायी गयी है। इनमें अनुविभाग महासमुन्द के अन्तर्गत अनुविभागीय दण्डाधिकारी श्री सुनील कुमार चन्द्रवंशी, थाना महासमुन्द के अन्तर्गत तहसीलदार एवं कार्यपालिक दण्डाधिकारी श्री मूलचंद चोपड़ा, थाना तुमगाँव के अन्तर्गत नायब तहसीलदार एवं कार्यपालिक दण्डाधिकारी श्री देवेन्द्र नेताम, थाना पटेवा के अन्तर्गत नायब तहसीलदार एवं कार्यपालिक दण्डाधिकारी श्री सूरज बंछोर, अनुविभाग बागबाहरा के अन्तर्गत अनुविभागीय दण्डाधिकारी श्री भागवत प्रसाद जायसवाल, थाना बागबाहरा व खल्लारी के अन्तर्गत नायब तहसीलदार एवं कार्यपालिक दण्डाधिकारी श्री बलराम तम्बोली, थाना तेन्दुकोना व कोमाखान के अन्तर्गत नायब तहसीलदार एवं कार्यपालिक दण्डाधिकारी श्री रामखिलावन वर्मा की ड्यूटी लगायी गयी है।
इसी प्रकार अनुविभाग पिथौरा के अन्तर्गत अनुविभागीय दण्डाधिकारी श्री बी.एस.मरकाम, थाना पिथौरा एवं सांकरा के अन्तर्गत तहसीलदार एवं कार्यपालिक दण्डाधिकारी श्री टीकाराम देवांगन, अनुविभाग सरायपाली के अन्तर्गत अनुविभागीय दण्डाधिकारी श्री कुणाल दुदावत, थाना सरायपाली के अन्तर्गत तहसीलदार एवं कार्यपालिक दण्डाधिकारी श्री युवराज सिंह कुर्रे, थाना बसना के अन्तर्गत तहसीलदार एवं कार्यपालिक दण्डाधिकारी श्रीमती ललिता भगत, थाना सिंघोड़ा के अन्तर्गत नायब तहसीलदार एवं कार्यपालिक दण्डाधिकारी श्री इन्द्रराम चंद्रवंशी की ड्यूटी लगायी गयी है। अनुविभागीय दण्डाधिकारी महासमुन्द, बागबाहरा, पिथौरा एवं सरायपाली अपने-अपने अनुविभाग में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए सम्पूर्ण प्रभार में रहेंगे। - महासमुन्द : तहसीलदार बागबाहरा के पत्र एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा जारी गंभीर अपराध की विशेष सूचना प्रतिवेदन 17 फरवरी के अनुसार पुष्टि होती है कि सिटी कोतवाली महासमुन्द में तहसील कार्यालय बागबाहरा के सहायक वर्ग-03 श्री प्रशांत चन्द्राकर के खिलाफ भारतीय दण्ड संहित की धारा 376, 294, 323, 506 एवं 342 के तहत् मामला दर्ज किया गया है, जिसे 16 फरवरी 2020 से हिरासत में लिया गया है तथा वे वर्तमान में जेल में परिरूद्ध है।
कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन द्वारा इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग के छत्तीसगढ़ सिविल सेवा(वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के नियम 9 के उपनियम (1) (2) के तहत् 48 घंटे से अधिक कालावधि के लिये अभिरक्षा में निरूद्ध किए जाने के कारण तहसील कार्यालय बागबाहरा में पदस्थ सहायक वर्ग-03श्री प्रशान्त चन्द्राकर को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय तहसील कार्यालय पिथौरा नियत किया गया है। निलंबन अवधि में श्री प्रशांत चन्द्राकर को जीवन निर्वाह-भत्ते की पात्रता होगी। - महासमुन्द : समग्र शिक्षा के वार्षिक कार्य योजना 2019-20 के तहत सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत वर्ष 2014-15 एवं पूर्व के वर्षों में स्वीकृत विकासखंड महासमुंद में 35, बागबाहरा में 30, पिथौरा मे 32, बसना में 30 एवं विकासखंड सरायपाली में 33 इस प्रकार कुल 160 अतिरिक्त कक्षों सहित पुराने कार्यो को पूर्ण कराने के लिए राज्य कार्यालय से दो करोड़ 92 लाख 25 हजार रूपए आबंटित किया गया है। राजीव गांधी शिक्षा मिशन के जिला मिशन समन्वयक ने बताया कि निर्माण एजेंसी द्वारा पूर्ण अतिरिक्त कक्ष का उपयंत्री से मूल्यांकन पत्रक पूर्णता प्रमाण पत्र, फोटोग्राफ्स, एवं अपूर्ण अतिरिक्त कक्ष का मूल्यांकन पत्रक, उपयोगिता प्रमाण पत्र एवं दो फोटोग्राफ्स अपने विकासखंड स्त्रोत केन्द्र कार्यालय में 13 मार्च 2020 तक अनिवार्य रूप से जमा करने को कहा है। ताकि राशि संबंधित निर्माण एजेंसी के खाते ंमें अंतरित किया जा सके।
- महासमुन्द : आदिवासी विकास विभाग द्वारा संचालित आदिम जाति, अनुसूचित जाति विद्यार्थी उत्कर्ष योजना के तहत शैक्षणिक सत्र 2020-21 में कक्षा छठवीं में प्रवेश के लिए आगामी 07 मार्च 2020 को दोपहर 12ः00 बजे से दोपहर 02ः00 बजे तक डाईट में परीक्षा आयोजित की गई है। आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त श्री एन.आर.देवांगन ने बताया कि प्रवेश पत्र 05 एवं 06 मार्च को आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त कार्यालय महासमुन्द से प्राप्त कर सकते है। परीक्षार्थियों को परीक्षा समय से आधा घण्टा पूर्व परीक्षा केन्द्र पर उपस्थित होना अनिवार्य है।
- महासमुन्द :जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती उषा पटेल की अध्यक्षता में जिला पंचायत महासमुन्द के सामान्य सभा की बैठक 04 मार्च को दोपहर 12ः00 बजे से जिला पंचायत के सभा कक्ष आयोजित की गई है। जिला पंचायत से प्राप्त जानकारी के अनुसार बैठक में नव-निर्वाचित जिला पंचायत सदस्यों से परिचयात्मक चर्चा, मुख्यमंत्री सुपोषण आहार योजना जिले में क्रियान्वयन करने के लिए प्रस्ताव, कार्यालयीन सामग्री खरीदी एवं वाहन मरम्मत का अनुमोदन सहित अन्य विषयों पर चर्चा की जाएगी। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ.मित्तल ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को नियत समय पर उपस्थित होने को कहा है।
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महासमुन्द 02 मार्च : समाज कल्याण विभाग एवं लाईवलीहुड कॉलेज तथा आईसीआईसीआई अकादमी फॉर स्किल्स के संयुक्त प्रयास से विगत 27 फरवरी 2020 को ग्राम खरोरा स्थित समर्थ केन्द्र में कौशल विकास प्रशिक्षण के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया था। इस कार्यशाला में 100 दिव्यांगजनों ने भाग लिया, जिसमें से दस दिव्यांगजनों को विभिन्न विधाओं में प्रशिक्षण के लिए चयनित किया गया है। इनमें ग्राम भोरिंग के दशवंतिन साहू, महासमुन्द की सविता निषाद एवं रानु पटेल, बरबसपुर के संजय परमार, गढ़सिवनी के राम्हीन यादव एवं ईश्वरी साहू, परसदा(ब) की दिनेश्वरी ध्रुव, बागबाहरा के कुन्ती, नयापारा के पिताम्बर बंजारे एवं खट्टी के तोषण यादव शामिल है।
- महासमुन्द : राज्य शासन द्वारा प्रदेश के सभी नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना प्रारंभ की गई है। इसके अंतर्गत अन्त्योदय व प्राथमिकता के क्रियाशील राशन कार्डधारी परिवारों को प्रतिवर्ष फैमिली फ्लोटर आधार पर प्रति परिवार पांच लाख रूपए तक एवं शेष अन्य सभी प्रकार के राशन कार्डधारी परिवारों को प्रति परिवार पचास हजार रूपए तक निर्धारित चिकित्सा पैकेजों के माध्यम से निःशुल्क ईलाज प्रदान किया जाएगा। उपचार लाभ लेने के लिए पंजीकृत अस्पताल में कोई भी शासकीय पहचान पत्र के साथ जिसमें राशन कार्ड, आधार कार्ड, पूर्व में निर्मित आयुष्मान ई-कार्ड में से किसी एक कार्ड के माध्यम से योजना में पंजीयन कराएं और उपचार प्राप्त करें। इस योजना के तहत शासकीय अस्पतालों में उपचार के लिए आरक्षित पैकेज की जानकारी पंजीयन काउंटर से प्राप्त की जा सकती है। ईलाज कराने के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर अस्पताल में टी.पी.ए. असिस्टेंट हेल्पडेस्क से मिलें और उनसे सहायता प्राप्त कर सकते है। हितग्राहियों की सुविधा के लिए टोल फ्री नम्बर 104 अथवा 14555 संचालित है, इस नंबर में किसी भी समय संपर्क कर आवश्यक सहयोग प्राप्त किया जा सकता है।
योजनांतर्गत अस्पतालों का पंजीयन प्रारंभ हो गया है। यदि कोई चिकित्सालय योजनांतर्गत पंजीयन कराना चाहता है, तो उन चिकित्सालयों से अपील है की पोर्टल https://dkbssy.cg.nic.in/: में दिए गए निर्देशों का अवलोकन करते हुए शासन के वेबसाइट https://hospitals.abnhpm.gov.in में रजिस्ट्रेशन अवश्य करें। पूर्व से पंजीकृत समस्त चिकित्सालयों को पुनः ऑनलाईन जानकारी अद्यतन करना आवश्यक है। - महासमुन्द : पण्डित दीनदयाल दिव्यांगजन पुनर्वास कार्यक्रम के तहत जिले के अंतर्गत विकासखण्ड सरायपाली के ग्राम सिघोंडा एवं पाटसेन्द्री में दिव्यांगजन प्रमाणीकरण, नवीनीकरण एवं कृत्रिम अंग उपकरण प्रदाय करने के लिए चिन्हांकन शिविर का आयोजन किया गया था, जिसमें 28 फरवरी 2020 को सिंघोडा में 59 नवीन दिव्यांग प्रमाण पत्र प्रदान किया गया, वहीं 25 दिव्यांगजनों के प्रमाण पत्रों का नवीनीकरण किया गया। इसके अलावा 35 दिव्यांगजनों को जांच के लिए रेफर किया गया। इसी तरह 29 फरवरी 2020 को पाटसेन्द्री में में 45 नवीन दिव्यांग प्रमाण पत्र प्रदान किया गया, वहीं 25 दिव्यांगजनों के प्रमाण पत्रों का नवीनीकरण किया गया। इसके अलावा 28 दिव्यांगजनों को जांच के लिए रेफर किया गया। पाटसेन्द्री में आयोजित शिविर स्थल पर ग्राम नूनपानी निवासी श्रीमती नॉनबाई चौहान पति धनसाय चौहान को श्रवण यंत्र के लिए चिन्हांकित किया। समाज कल्याण विभाग के उपसंचालक श्री धर्मेन्द्र साहू द्वारा संज्ञान में लेते हुए शिविर स्थल पर ही सरपंच ग्राम पंचायत पाटसेन्द्री श्रीमति चन्द्रकला पटेल के हाथो संबंधित हितग्राही को उपकरण प्रदाय किया गया।
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श्रवण बधिरता को दूर करने के लिए तीन मार्च को जिला चिकित्सालय में लगेगा शिविर
निःशुल्क जांच, परामर्श एवं दवा वितरण सहित आवश्यकता होने पर सुनने की मशीन भी प्रदाय की जाएगी
शिविर उपरांत सत्रह मार्च तक जारी रहेगा श्रवण जागरूकता पखवाड़ा
महासमुन्द 02 मार्च : सुनने की दक्षता में कमी या बहरेपन की परेशानी से जूझ रहे पीड़ितों के लिए एक अच्छी खबर है। दरअसल, जिले में श्रवण-बधिक मरीजों को राहत देने के लिए प्रदाय की जा रही सुविधाओं में एक और इजाफा किया गया है। एक ओर जहां, ‘राष्ट्रीय बधिरता बचाव व नियंत्रण कार्यक्रम‘ अंतर्गत जिले में तीन से सत्रह मार्च 2020 तक ‘श्रवण जागरूकता पखवाड़ा‘ मनाया जाएगा। वहीं दूसरी ओर पखवाड़े के पहले दिन यानी ‘‘तीन मार्च को जिला चिकित्सालय में एक विशाल स्वास्थ्य शिविर‘‘ आयोजित कर पखवाड़े की शुरूआत की जाएगी। जिसमें विशेषज्ञ चिकित्सकों की देख-रेख में श्रवण-बाधित मरीजों को निःशुल्क जांच, परामर्श एवं दवा वितरण सेवाएं सहित आवश्यकता होने पर सुनने की मशीन भी प्रदाय की जाएगी।
सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डॉ आरके परदल से मिली जानकारी के मुताबिक शिविर में मरीजों को स्वास्थ्य लाभ देने के लिए राष्ट्रीय बधिरता बचाव व नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ के गजभिए एवं नाक-कान व गला रोग विशेषज्ञ डॉ ओंकेश्वरी साहू को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इन विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ ऑडियोलॉजिस्ट सुश्री अर्चना तोमर, ऑडियेमेट्री असिस्टेंट श्री डोमार सिंह निषाद एवं अन्य अनुभवी स्वास्थ्यकर्मी भी अपनी सेवाएं प्रदान करेंगे। डॉ गजभिए ने बताया कि मंगलवार के श्रवण बधिरता निवारण स्वास्थ्य शिविर में सुनने में परेशानी महसूस करने वाले संभावित व पीड़ित मरीजों की ऑडियोमेट्री मशीन से निःशुल्क जांच एवं परामर्श प्रदान कर आवश्यक दवा वितरण किया जाएगा। इसके साथ ही आवश्यकता होने पर समाज कल्याण विभाग द्वारा श्रवण यंत्र भी प्रदाय किए जाएंगे। अस्पताल सलाहकार डॉ निखिल गोस्वामी ने बताया कि शिविर के लिए जिला अस्पताल में व्यवस्थागत तैयारी पूरी कर ली गई है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एसपी वारे ने बच्चे, जवान एवं बुजुर्गो से अधिकाधिक संख्या में उपस्थित होकर निःशुल्क सेवाओं का लाभ लेने की अपील की है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार ने बताया कि राज्य स्तर से मिले निर्देशानुसार जिले के सभी विकासखंडों में मंगलवार तीन मार्च से सत्रह मार्च 2020 तक विशेष रूप से ‘श्रवण जागरूकता पखवाड़ा‘ मनाया जाएगा। जिले में श्रवण बाधा से पीड़ित मरीजों लिए परामर्शदायी सुविधाएं आगामी समय में भी निरंतर जारी रहेंगी।
उल्लेखनीय है कि व्यक्ति को सामान्य सुनने वाले व्यक्ति की तुलना में 25 डेसिबल सुनने की सामान्य सीमा रेखा से अधिक में ही सुन पाने की असमर्थता या दोनों कानों में होने वाली क्षति को बधिकता कहा जाता है। व्यक्ति में सुनने की क्षमता में कमी से कान की बीमारियों और बहरेपन का प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। संवादहीनता की स्थिति अकेलापन, तन्हाई और असंतोष की भावनाएं सहित दैनिक जीवन की गतिविधियों की दक्षता में भी गिरावट आती है। वहीं कई मर्तबा यह बच्चों के कमजोर शैक्षणिक स्तर और वयस्कों में रोजगार अनुपलब्धताओं जैसी संकटापन्न स्थिति उत्पन्न करने का कारण भी बन जाता है। देखा जाता है कि आमतौर पर लोग जागरूकता के अभाव में या लापरवाही के कारण ध्यान नहीं देते और शासन द्वारा प्रदत्त निःशुल्क सुविधाओं से वंचित हो रह जाते है।
वयस्कों में दूसरे व्यक्तियों को स्पष्ट सुनने में परेशानी, लोगों का दोबारा बोलने के लिए आग्रह करना, ऊँची आवाज़ के साथ संगीत सुनना या टीवी देखना, दरवाजे की घंटी या टेलीफोन की आवाज़ सुनने में असमर्थ होना। बच्चों में बच्चा धीरे सीखता है, अस्पष्ट उच्चारण करता है, बच्चा बहुत ज़ोर से बोलता है,बच्चा दोबारा कहने के लिए बोलता है, बच्चा ऊँची आवाज़ के साथ टीवी देखता है। - रचनात्मक और सृजनात्मक प्रवृत्तियों से बनेगा प्रगतिशील समाज
महासमुन्द 28 फरवरी : जिला मुख्यालय महासमुन्द के शासकीय आदर्श बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में आज शिक्षा में शून्य निवेश नवाचार प्रदर्शनी एवं जिला स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन ने जिले के शिक्षकों द्वारा बच्चों के अध्ययन के लिए बनाए गए मॉडल का अवलोकन किया और उनके इन प्रयासों की काफी सराहना की। उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चें शिक्षकों द्वारा नवाचारी उपकरण बनाने और उसके संचालन की तकनीक सीखते है। शिक्षकों के इस नवाचारी गतिविधियों से स्कूली छात्रों में जिज्ञासा, सृजनात्मकता, कल्पना को प्रोत्साहन देने वैज्ञानिक उपकरणों को समझने और उनके साथ कार्य करने तथा विज्ञान, तकनीक, अभियांत्रिकी, गणित में क्या, क्यों और कैसे की अवधारणा को समझने और उनके अनुरूप अध्ययन करने में रूचि जागृत होती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में रचनात्मक और सृजनात्मक प्रवृत्तियों का विकास करने के लिए शिक्षकगण सराहनीय पहल कर रहे है।
जिससे शिक्षा में गुणवत्ता बढ़ाने और बिना किसी लागत के नवाचार से विद्यार्थी भी प्रेरित होंगे। एक सशक्त और प्रगतिशील समाज के निर्माण में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका हैं। हमें उनके प्रयासों को स्वीकार करने के साथ ही उन्हें लगातार समर्थन और बढ़ावा देना चाहिए। ऐसे प्रयासो से न केवल हम अपने समाज को आगे बढ़ाते है, बल्कि भावी पीढ़ी को भी सशक्त और प्रगतिशील बनाने की दिशा में कार्य करते हैं। शिक्षकों को शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए शून्य लागत से आयोजित की जाने वाली रचनात्मक और सृजनात्मक गतिविधियों के साथ ही बच्चों में उच्च प्रभाव डालने वाले विचारों को शामिल करना बड़े ही गौरव की बात है। वर्तमान समय में शिक्षक विद्यार्थियों को अच्छी चीज सिखाना यह बहुत बड़ी चुनौती है। शासकीय स्कूल के शिक्षकगण बेहतर शैक्षणिक कार्य करा रहे है।
इन शिक्षकों के माध्यम से निश्चित रूप से जिले के शासकीय विद्यालयों के विद्यार्थियों को अनवरत रूप से उच्च शिखर तक पहुंचाएगा। उन्होंने इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी शिक्षकों के प्रयासों पर शुभकामनाएं दी। उन्होंने बाल वैज्ञानिकों से अपील की है कि मानव समाज के सामाजिक और आर्थिक उत्थान के लिए अपने अविष्कारों से जीवन को सुगम और सरल बनाने की दिशा में नई पहल प्रारंभ करें। कार्यक्रम में उन्होंने बेहतर नवाचारी कार्य करने वाले शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी श्री बीएल कुर्रे, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री सुनील कुमार चन्द्रवंशी, अरविन्दो सोसाईटी के मेम्बर्स, सभी बीआरसी, सीएसी एवं जिले के विभिन्न विद्यालयों के शिक्षकगण काफी संख्या में उपस्थित थे। - महासमुन्द : कलेक्टर जन-चौपाल तथा अन्य माध्यमां से प्राप्त शिकायत के आधार पर प्रारंभिक जांच में शिकायत की पुष्टि होने पर महासमुन्द विकासखण्ड के ग्राम पंचायत अछरीडीह के सचिव श्रीमती प्रेमलता सूर्यवंशी को 14वें वित्त की राशि में अनियमित्तता करने के आरोप में, बसना विकासखण्ड के ग्राम पंचायत रोहिना के सचिव श्री बैगाराम गंधेल को मनरेगा अन्तर्गत कराए गए कार्य पनखत्ती तालाब गहरीकरण एवं पचरी निर्माण में वित्तीय अनियमितता करने के आरोप में एवं पिथौरा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत बुंदेली के तत्कालिन सचिव श्री डोमन प्रसाद ताण्डे एवं वर्तमान सचिव श्री मुकेश दीवान को वित्तीय अनियमितता करने के आरोप में निलंबित किया गया है। जिला पंचायत द्वारा इन पंचायत सचिवों के विरूद्व विभागीय जांच करने के आदेश भी जारी किया गया है।इसी प्रकार सरायपाली विकासखण्ड के ग्राम पंचायत रिसेकेला के पंचायत सचिव श्री होरीलाल राठिया, ग्राम पंचायत नूनपानी के सचिव श्री दिनेश कुमार बारिक एवं पिथौरा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत पिपरौद के सचिव श्री हरिचरण चौहान को शासकीय कार्य में लापरवाही बरतने पर उक्त तीनों सचिवां का 02-02 वार्षिक वेतन वृद्वि असंचयी प्रभाव से रोका गया है तथा भविष्य में पुनर्रावृत्ति नहीं करने की चेतावनी जारी किया गया है।
- महासमुन्द : प्रधानमंत्री कृषक सम्मान निधि के अंतर्गत सभी पात्र कृषकों को किसान क्रेडिट प्रदान करने के लिए जिले में 02 मार्च से 07 मार्च तक सभी सहकारी समितियों में विशेष शिविर लगाएं जाएंगे। 6 दिनो ंतक चलने वाले इस शिविर के माध्यम से वन भूमि पट्टाधारी कृषकों को भी किसान क्रेडिट कार्ड जारी किया जाएगा। ताकि बैंकों से ऋण सुविधा का लाभ उठाकर वन भूमि के पट्टाधारी कृषक भी अपनी खेती किसानी को बनाने के साथ ही कृषि आधारित आय मूलक गतिविधियों को सहजता से अपना सकें।
कृषि विभाग के उपसंचालक श्री एस.आर.डोंगरे ने बताया कि जिले में संचालित पात्र कृषकों को केसीसी जारी करने के लिए राजस्व, कृषि, उद्यानिकी, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों की टीम बनाई गई है। यह टीम 02 मार्च से 07 मार्च तक संबंधित सहकारी समिति में मौजूद रहकर केसीसी कार्ड से वंचित तथा वन भूमि पट्टा धारी किसानो ंको केसीसी कार्ड उपलब्ध कराने के लिए आवेदन एवं अन्य दस्तावेज प्राप्त करेंगी। शिविर में संबंधित क्षेत्रों के बैंकर्स भी मौजूद रहेंगे। आवेदन प्राप्त करने के पश्चात संबंधित किसानों को केसीसी कार्ड जारी किया जाएगा। उप संचालक श्री डोंगरे ने कहा कि प्रत्येक शिविर के लिए नामजद प्रभारी अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। उन्होंने सभी कृषकों को इस विशेष शिविर का लाभ उठाने तथा अपना केसीसी कार्ड बनवाकर किसानों के हित में संचालित सभी योजनाओं का लाभ उठाने की अपील की है। केसीसी बनवाने के लिए किसान को अपनी कृषि भूमि का नक्शा, खसरा, बी-01, कोई भी मान्य फोटो पहचान पत्र, बैंक पास बुक तथा दो फोटो लेकर आना होगा।
उप संचालक श्री डोंगरे ने बताया कि वन पट्टाधारी कृषकों को केसीसी जारी किए जाने का अभियान शुरू किया गया है, इससे वन पट्टाधारी कृषकों को भी खेती किसानी एवं उससे संबंधित अन्य गतिविधियों के लिए भी बैंको से ऋण मिलने लगेगा। इससे किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। खेती किसानी का रकबा और उत्पादन बढे़गा। उन्हांने बताया कि किसान क्रेडिट कार्ड से कृषि एवं उद्यानिकी कार्य के लिए तीन लाख रूपए तक का ऋण शून्य प्रतिशत ब्याज पर सहकारी बैंक द्वारा दिया जाता है। इसी तरह यदि कोई केसीसी धारी किसान, गाय पालन, मछलीपालनके लिए दो लाख रूपए तक का ऋण लेता है तो वह भी शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण मिलेगा। - महासमुन्द : त्रिस्तरीय पंचायत के निर्वाचन पश्चात पंचायत पदाधिकारियों सरपंच, जनपद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सदस्यों व जिला पंचायत की स्थानीय सदस्यों की कार्यशाला सह-समन्वय बैठक जनपद पंचायत पिथौरा में 01 मार्च 2020 को दोपहर 02ः00 बजे से आहूत किया जाएगा। कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन ने कार्यशाला सह-समन्वय बैठक में प्रशासनिक अधिकारी में खण्ड स्तरीय अधिकारियों, अनुविभाग स्तरीय अधिकारियों, राजस्व अमलों से लेकर सभी हल्का पटवारियों कृषि विभाग के अमलों से लेकर ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों एवं पंचायत व ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद से लेकर समस्त पंचायत सचिव को इस बैठक में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने तथा जनपद क्षेत्र के अंतर्गत सभी विभागों के तृतीय श्रेणी कार्यपालिक अधिकारियों को भी बैठक में उपस्थित रहने के निर्देश दिए है। इसके अलावा वनमण्डलाधिकारी, कृषि विभाग के उपसंचालक, महिला एवं बाल विकास विभाग अधिकारी, उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों को कार्यशाला में विभागीय योजनाओं की जानकारी देने के लिए अनिवार्य रूप से शामिल होने को कहा गया है।
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महासमुन्द : जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती उषा पटेल की अध्यक्षता में जिला पंचायत महासमुन्द के सामान्य सभा की बैठक आगामी 04 मार्च को दोपहर 12ः00 बजे से जिला पंचायत के सभा कक्ष आयोजित की गई है। जिला पंचायत से प्राप्त जानकारी के अनुसार बैठक में नव-निर्वाचित जिला पंचायत सदस्यों से परिचयात्मक चर्चा, मुख्यमंत्री सुपोषण आहार योजना जिले में क्रियान्वयन करने के लिए प्रस्ताव, कार्यालयीन सामग्री खरीदी एवं वाहन मरम्मत का अनुमोदन सहित अन्य विषयों पर चर्चा की जाएगी। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ.मित्तल ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को नियत समय पर उपस्थित होने को कहा है।
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महासमुन्द 27 फरवरी 2020/ : भाग-दौड़ की जिन्दगी के चलते अधिकांश के पास वक्त की कमी,ऊपर से बदलते मौसमी परिवेश में अनियमित खान-पान, ऐसे में देखा जाता है कि नई पीढ़ी में आयरन और फोलिक एसिड की कमी हो जाती है। जागरूकता के अभाव में कमियों किशोर-किशोरियों का शारीरिक और मानसिक विकास प्रभावित हो जाता है। इन्हीं समस्याओं से निपटने अब स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग के साथ मिलकर काम कर रहा है। इसके लिए जिले में ‘न्यूट्रीशियन इन्टरनेशनल संस्था‘ के समन्वय से तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की जा रही है। जिसमें ‘राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम‘ अंतर्गत ‘साप्ताहिक आयरन और फोलिक एसिड कार्यक्रम‘ के संचालन के लिए सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारियों सहित संबंधित संकुल समन्वयक एवं कम्प्यूटर ऑपरेटर्स को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
‘न्यूट्रीशियन इन्टरनेशनल संस्था‘ की संभागीय समन्वयक सुश्री अल्का द्विवेदी से मिली जानकारी के मुताबिक बेलसोंडा क्षेत्र में आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 25 फरवरी से शुरू किया गया। पहले दिन सरायपाली और बसना एवं 26 फरवरी को पिथौरा और महासमुंद विकासखंड के प्रशिक्षणार्थियों को आयरन एवं फोलिक एसिड के संबंध में आवश्यक जानकारी दी गई। इसी तरह 27 फरवरी को आयोजित होने वाले कार्यशाला में बागबाहरा के प्रशिक्षणार्थी शामिल होंगे।जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री संदीप ताम्रकार ने बताया कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एसपी वारे के मार्गदर्शन में जिले में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत संचालित कार्यक्रमों में समय-समय पर अद्यतन जानकारी और प्रशिक्षण दिया जाता है। ”साप्ताहिक आयरन और फोलिक एसिड अनुपूरण कार्यक्रम” स्कूल जाने वाले किशोर लड़कियों-लड़कों और सामान्य किशोरों में एनीमिया की समस्या पर अंकुश लगाने के लिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के द्वारा शुरू किया गया है।
जिसमें विषय संबंधी सहायता, प्रशिक्षण सामग्री, आईईसी सामग्री के बारे में भी जानकारी प्रदान की जा रही है। उपयोगकर्ता मार्गदर्शिका, प्रारूपों और कार्यक्रम परिचालन की रूपरेखा के अनुरूप अपने दायित्व का निर्वहन करेंगे। विशेषकर गरीबी रेखा के नीचे एवं वंचित वर्ग के लोगों में जागरूकता के साथ ध्यानाकर्षण की आवश्यकता महसूस की जा रही है। स्वास्थ्य एवं शिक्षा दोनों विभागों के आपसी समन्वय व प्रशिक्षक संस्था द्वारा दिए गए प्रशिक्षण से इन क्षेत्रों में भी जागरूकता लाई जा सकेगी और यह अभ्यास किशोर-किशोरियों में पाई जाने वाली आयरन और फोलिक एसिड की कमी को दूर करने में कारगर साबित होगा। विशेषज्ञों की राय में इन तत्वों की कमी होने से कार्य संपादन क्षमता घटती है, पढ़ाई में ध्यान की कमी, भूख कम लगना, शारीरिक एवं मानसिक विकास में बाधा, प्रतिरक्षण शक्ति में कमी के साथ किशोरियां जब वयस्क होती हैं तो प्रसव के दौरान कई जटिलताएं भी सामने आती हैं। -
महासमुन्द 27 फरवरी 2020/ : कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन ने सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को पत्र प्रेषित कर लिखा है कि जिले में गत 24 एवं 25 फरवरी 2020 को असामयिक वर्षा, आंधी, तूफान से हुई क्षति का तत्काल सर्वेक्षण एवं आकलन कर प्रभावित किसानों को मुआवजा राशि दिलाने के निर्देश दिए है।पत्र के माध्यम से उन्होंने सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को कहा है कि तत्काल अपने-अपने तहसील क्षेत्र के राजस्व अमलों तथा कृषि विभाग के अमलों का संयुक्त टीम गठित कर वर्षा से हुए क्षति का सर्वेक्षण एवं क्षति का आकलन रिपोर्ट एक सप्ताह के भीतर प्राप्त करें तथा नियमानुसार राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के तहत प्रभावित किसानों, व्यक्तियों को मुआवजा राशि का वितरण करने की कार्रवाई करें। -
महासमुन्द 27 फरवरी 2020/ : शासन की विभिन्न योजनाओं का अधिक से अधिक हितग्राहियों तक लाभ पहुचाने के उददेश्य से जिला प्रशासन की पहल पर राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ’’बिहान’’ के माध्यम से सभी विकासखंडों में क्रेडिट एवं आजीविका मेला का आयोजन 19 फरवरी से 05 मार्च 2020 तक अलग-अलग तिथियों में आयोजित किया जा रहा है। आजीविका मेले के लिए विकासखंड महासमुन्द में 20, बागबाहरा में 10, पिथौरा में 10, बसना 20 एवं सरायपाली में 20 कैम्प का आयोजन किया जा रहा है। आजीविका मेले में स्व-सहायता समूह तथा गांव के बेरोजगार युवाओं को विभिन्न शासकीय योजनाओं से जोडने का प्रयास किया जा रहा है जिससे उन्हें स्व-रोजगार के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। क्रेडिट एवं आजीविका मेला में बैंक लिकेंज के नए प्रकरण तथा लंबित प्रकरणों को स्वीकृत कर वितरित करने, समूह के खाता खोलने से संबंधित कार्य किया जा रहा है।
राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरवा एवं बाड़ी योजना के तहत गौठान ग्राम को प्राथमिकता के साथ कैम्प आयोजन के लिए चिन्हांकित किया गया है। जिससे गांव में ही स्व-सहायता समूह को विभिन्न विभागों जैसे उद्यानिकी विभाग से नर्सरी तथा सब्जी-भाजी का कार्य, कृषि विभाग द्वारा जैविक खेती को आगे बढ़ाने के लिए जैविक खाद एवं कीट नाशक का निर्माण के लिए प्रेरित किया जा रहा है। मतस्य विभाग द्वारा मछली पालन एवं पशु चिकित्सा विभाग द्वारा स्व-सहायता समूहों के आय के साधन में वृद्धि करने के लिए गाय, भैंस, बकरी एवं मुर्गी पालन के लिए योजना बद्व तरीके से प्रोत्साहित किया जा रहा है। देना आर-सेटी एवं निदान के प्रतिनिधियों के माध्यम से स्व-सहायता समूहों को विभिन्न प्रकार के घरेलू उत्पाद वाशिंग पाउडर, साबुन, जुट बैग, बेकरी, लड्डू, आचार, पापड़, बड़ी, हेण्डवास, फिनाइल, एल.ई.डी. बल्ब एवं गोबर के उत्पाद पर निर्माण के लिए प्रशिक्षण देकर नानफार्म गतिविधियों से जोड़कर इनके दैनिक आय में बढ़ोत्तरी किए जाने के लिए विशेष प्रयास किया जा रहा है।
आजीविका मेले में समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों का प्रदर्शनी के माध्यम से विक्रय के लिए स्टॉल बिहान बाजार लगाया जा रहा है। इससे महिलाओं को आजीविका एवं स्वरोजगार के अवसर प्राप्त होने के साथ-साथ आत्मनिर्भर बनाने का सतत् प्रयास किए जा रहे हैं। स्व-सहायता समूह के महिलाएॅं एवं ग्रामीण इलाकां के बेरोजगार युवक-युवतियों को स्वरोजगार स्थापित करने के लिए डी.डी.यू.जी.के.वाय. आरसेटी काउसलिंग उपरांत चयन कर विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार स्थापित करने के लिए प्रेरित किए जाने का प्रयास जिला प्रशासन द्वारा सतत् रूप से किया रहा है। -
महासमुन्द : कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री सुनील कुमार जैन ने परीक्षाओं के सुचारू रूप से संचालन एवं छात्र-छात्राओं की परीक्षाओं की तैयारी में व्यवधान ना हो इसे दृष्टिगत रखते हुए ध्वनि विस्तारक यंत्रों के उपयोग को छत्तीसगढ़ कोलाहल नियंत्रण अधिनियम, 1985 की धारा 18 के तहत 27 फरवरी 2020 से 05 मई 2020 तक ध्वनि विस्तारक यंत्रों के उपयोग पर जिला महासमुन्द क्षेत्रांतर्गत प्रतिबंध लगाया गया है। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल रायपुर द्वारा जारी परीक्षा कार्यक्रम 2020 के तहत हाई स्कूल, हायर सेकेण्डरी स्कूल मुख्य परीक्षा एवं हायर सेकेण्डरी व्यावसायिक पाठ्यक्रम परीक्षा 02 मार्च से 31 मार्च2020 तक एवं विश्वविद्यालयीन परीक्षाएं 03 मार्च से 04 मई 2020 तक आयोजित की जाएगी। अगर इस बीच ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग किए जाएंगे तो विद्यार्थियों को व्यावधान उत्पन्न होगा। उन्होंने विशेष परिस्थियों एवं शासकीय कार्यों के लिए ध्वनि विस्तारक यंत्रों के उपयोग करने की अनुमति संबंधित अनुभाग के अनुभागीय दण्डाधिकारी उपरोक्त अधिनियम में उल्लेखित शर्तों के अधीन दे सकते है। -
महासमुन्द 26 फरवरी 2020/ : भारतीय थल सेना में छत्तीसगढ़ राज्य के युवा आगामी 16 अप्रैल से कबीरधाम (कवर्धा) के आउटडोर स्टेडियम में 8 विभिन्न पदों के लिए प्रारम्भ हो रहे भर्ती रैली में शामिल हो सकेंगे। इस भर्ती रैली के लिए आनलाईन आवेदन भरने का कार्य 16 फरवरी से प्रारम्भ हो गया है। आवेदन भरने की अंतिम तिथि 31 मार्च 2020 है। भारतीय थल सेना के वेबसाईट www.kzoinindianarmy.nic.in के माध्यम से ऑनलाईन आवेदन भरा जा सकता है। जिला रोजगार कार्यालय महासमुन्द में इसके लिए हेल्प डेस्क भी बनाया गया है। युवा यहां अपना आवेदन ऑनलाईन निःशुल्क भर सकते है।
उल्लेखनीय है कि ऑनलाईन आवेदन के बाद युवा 1 अप्रैल 2020 के बाद इसी वेबसाइट पर अपना ई-मेल पर लॉगइन करके प्रवेश पत्र, भरती की तारीख और रैली स्थान के विवरण की जानकारी एवं प्रिंट आउट ले सकते है। इस संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी सेना भर्ती कार्यालय रायपुर दूरभाष क्रमांक- 0771-2575212 या मुख्यालय भर्ती कार्यालय कम्प्यूटर पूछताछ दूरभाष- 0761-2600242 से संपर्क किया जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि भर्ती रैली में सैनिक सामान्य ड्यूटी (जी. डी.) तथा सैनिक सामान्य ड्यूटी (अनुसूचित जनजाति) पद के लिए अभ्यर्थी -10 वी कक्षा 45 प्रतिशत अंको के साथ उत्तीर्ण तथा प्रत्येक विषय में कम से कम 33 प्रतिशत अंक प्राप्त किये हो, ग्रेडिंग सिस्ट्म होने पर 10 वी कक्षा में प्रत्येक विषय मे कम से कम डी ग्रेड (33-40) और सभी विषयो का औसत सी ग्रेड के साथ 33 प्रतिशत के साथ उत्तीर्ण होना अनिवार्य है।
इसी तरह सैनिक तकनीकी पद के लिए 12 वी में अंग्रेजी, भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित विषयो के साथ 50 प्रतिशत अंको से उत्तीर्ण तथा प्रत्येक विषयों में कम से कम 40 प्रतिशत अंक प्राप्त किये हो। सैनिक नर्सिंग सहायक, सैनिक नर्सिंग सहायक (वेटनरी) पद के लिए अभ्यर्थी अंग्रेजी, भौतिकी, रसायन, जीव विज्ञान विषयों में 12वी या समकक्ष कम से कम कुल 50 प्रतिशत अंक और प्रत्येक विषय में कम से कम 40 प्रतिशत अंको के साथ उत्तीर्ण की हो या अंग्रजी, भौतिकी, रसायन, वनस्पति और प्राणि विज्ञान विषयों में 12वी या समकक्ष कम से कम कुल 50 प्रतिशत अंक और प्रत्येक विषय में कम से कम 40 प्रतिशत अंको के साथ उत्तीर्ण की हो।
सैनिक लिपिक (क्लर्क), स्टोर कीपर पद के लिए कला, वाणिज्य या विज्ञान विषयों में 12वी या समकक्ष कम से कम कुल 60 प्रतिशत अंक और प्रत्येक विषय में कम से कम 50 प्रतिशत अंको के साथ उत्तीर्ण की हो या अंग्रेजी तथा गणित, अकाउंट्स, बुक किपिंग में 12 वी में कम से कम 50 प्रतिशत अंको के साथ उत्तीर्ण होंना चाहिए। सैनिक ट्रेड मैन पद के लिए कम से कम 33 प्रतिशत अंको के साथ आठवीं अथवा दसवीं उत्तीर्ण और उच्च शिक्षा प्राप्त होना चाहिए। सैनिक ट्रेड मैन 8वीं एवं 10वीं का रजिस्ट्रेशन 15 मार्च से 31 मार्च 2020 के मध्य होगा। -
महासमुन्द 26 फरवरी 2020/ : भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा संयुक्त रूप से चलाए जा रहे कार्यक्रम श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन में विकासखण्ड बसना के भंवरपुर को क्लस्टर बनाया गया है। इस मिशन के अंतर्गत ग्राम पंचायत भंवरपुर में पशु चिकित्सालय भवन बनवाया गया है। इससे पहले पशु चिकित्सालय भंवरपुर से 02 किमी. दूर पिरदा रोड पर एक छोटे से कमरे में संचालित होता था, जो कि सुनसान और विरान जगह में था और उसके आस-पास कुछ भी नहीं था। जिससे वहां सभी का आना-जाना संभव नहीं था। यदि कोई बहुत ही आवश्यक कार्य होता तो उन्हें स्वयं के वाहन से ही जाना पड़ता था। वहां से मोबाईल कनेक्टिविटी भी बहुत मुश्किल से हो पाता था। इन सभी कारणों से यहां के पशुओं को सही समय पर चिकित्सा सुविधा नहीं मिल पाता था और लोगो को पशुपालन विभाग की योजनाओं का पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा था।
श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन वर्ष 2017-18 में प्रारंभ हुआ, योजना के प्रारंभ में ही ग्राम पंचायत भंवरपुर में पशु चिकित्सालय भवन का निर्माण के लिए ऐसे जगह का चयन किया जाना था, जिससे लोगो को ज्यादा से ज्यादा लाभ हो सके, तथा लोगो को आने जाने में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। इन सभी परेशानियों को देखते हुए श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन के पूरक वित्त पोषण के एग्री सर्विसेस प्रोसेसिंग एण्ड अलाईड एक्टिविटिस् घटक के अंतर्गत 26.00 लाख का प्रपोसल बनवाकर कार्य प्रारंभ किया गया। जो कि पूर्णता पश्चात नवम्बर 2019 में पशुपालन विभाग को सुपुर्द किया गया। इसके उपरांत पशु पालन विभाग द्वारा नए भवन में चिकित्सा कार्य प्रारंभ किया जा रहा है।
नए पशु चिकित्सालय में आज की स्थिति में 30 प्रतिशत से अधिक लोगो के सलाह लेने के लिए आना बढ़ गया है एवं 15 प्रतिशत बाह्य रोगी विभाग के केस बढ़े है। लोगो द्वारा जैसे पंचायत भवन, मण्डी, उप स्वास्थ्य केन्द्र, उचित मूल्य की दुकान और बाजार आने पर पशु चिकित्सालय से विभाग की योजनाओं की जानकारी भी प्राप्त कर लेते है। नए पशु चिकित्सालय बनने से पशु चिकित्सक एवं उनके कर्मचारियों को भी कार्य के लिए अच्छा वातावरण मिला है। यहां लोगो के लिए उचित जगह एवं आराम से बैठने की व्यवस्था है, जिससे लोगो को एक साथ बैठाकर विभाग की पूरी जानकारी दी जा सकती है। ऐसा करने से चिकित्सक एवं कर्मचारियों का समय बचता है और ज्यादा से ज्यादा लोगो को जानकारी भी दे सकते है। आज की स्थिति में भंवरपुर क्लस्टर में गाय और भैंसों की संख्या लगभग पांच हजार 338 तथा भेंड़ व बकररियों की संख्या लगभग तीन हजार 600 और मुर्गी वर्ग की संख्या लगभग तीन हजार है। जिन्हें आसानी से तत्काल सुविधाएं उपलब्ध हो जाती है। -
जिले में गौवंशीय एवं भैंसवंशीय पशुओं का किया जा रहा है टीकाकरण
महासमुन्द 26 फरवरी 2020/ : पशुमाता महामारी रिन्डर पेस्ट उन्मूलन की तर्ज पर राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत पशुधन विकास विभाग द्वारा पशुओं में होने वाले खुरपका-मुंहपका रोग एफ.एम.डी उन्मूलन कार्यक्रम चलाया जा रहा है। पशु चिकित्सा सेवाएं के उपसंचालक डॉ.डी.डी.झारिया ने बताया कि शत-प्रतिशत केन्द्रीय वित्तीय सहायता से संचालित इस कार्यक्रम के तहत वर्ष 2025 तक इस रोग पर नियंत्रण एवं 2030 तक पूर्णतः उन्मूलन कर एफ.एम.डी. मुक्त भारत का लक्ष्य रखा गया है। राष्ट्रीय एफ.एम.डी. उन्मूलन का पहला चरण जिले में विगत 15 फरवरी 2020 से प्रारंभ हो गया है जो 31 मार्च 2020 तक चलेगा। इसके अंतर्गत गौवंशीय एवं भैंसवंशीय पशुओं का शत-प्रतिषत टीकाकरण किया जा रहा है। टीकाकृत पशुओं की पहचान एवं पंजीयन के लिए बारह अंकीय ईयर टैग लगाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि जिले में लगभग साढ़े तीन लाख गौवंशीय एवं भैंसवंशीय पशुधन है। इसी प्रकार भेड़ बकरी वर्ग की संख्या लगभग डेढ़ लाख है जिनमें टीकाकरण का कार्य 15 फरवरी तक पूर्ण कर लिया गया है। कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए डॉ. आर.जी.यादव को जिला नोडल अधिकारी एवं जिले के समस्त पशु चिकित्सालय प्रभारियों को सहायक नोडल अधिकारी बनाया गया है। जिले में 69 टीकाकरण दलों का गठन किया गया है जिसमें सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी, पट्टीबंधक, पशु परिचारक, मैत्री, प्रायवेट कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ता, गौ सेवक, जे.के.ट्रस्ट के गोपाल एवं वेटेरनरी पालीटेक्निक डिप्लोमाधारी छात्रों को शामिल कर इन्हे प्रशिक्षण दिया गया है। इनके द्वारा अब तक 12 हजार 186 पशुओं में टीकाकरण एवं दो हजार 337 टीकाकृत पशुओं में ईयर टैग लगाया गया है।
खुरपका-मुंहपका एफ.एम.डी. जुगाली करने वाले, दो खूरी पालतू एवं वन्य पशुओं में होने वाला विषाणु जनित अतिसंक्रामक एवं छूतदार बीमारी है। स्थानीय भाषा में इसे खुरहा-चपका के नाम से जाना जाता है। इसमें तेज बुखार आना, खाना-पीना एवं जुगाली बंद कर देना, मुंह के अंदर जीभ, थन एवं बाल रहित त्वचा पर छाले, फफोले होना, मुंह से लार गिरना एवं चप-चप की आवाज आना, खुरों के बीच में छाले पड़ना एवं घाव हो जाना इस रोग के प्रमुख लक्षण हैं। इस रोग में नवजात वत्सों की मृत्यु हो जाती है। बड़े पशुओं में मृत्यु दर कम है लेकिन उनकी कार्य एवं उत्पादन क्षमता एकदम कम हो जाती है जिससे पशुपालकों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। उपचार की अपेक्षा इस रोग से बचाव करना ही बेहतर उपाय है। जिसका टीकाकरण ही एकमात्र उपाय है। डॉ.झारिया ने जिले के पशुपालक कृषक बंधुओं से अपील की है कि टीकाकरण दल का सहयोग कर इस अभियान को सफल बनाएं। - जिले के पर्यटन स्थलों सहित महत्वपूर्ण स्थानों के फोटोग्राफी एवं विडियोंग्राफी की दी जानकारीमहासमुंद : जिला प्रशासन ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए स्पोर्ट्स क्लाइबिंग एसोसिएशन छत्तीसगढ़ की टीम द्वारा जिले के पर्यटन स्थलों को फोटो टेकिंग व वीडियोग्राफी के माध्यम से पर्यटकों को जानकारी उपलब्ध कराएगी।इस कड़ी में महासमुन्द जिले के पर्यटन स्थलों को महासमुन्द कलेक्टर सुनील जैन जी के मार्गदर्शन एवं डॉ. रवि मित्तल मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के समन्वय में जिले के विभिन्न पर्यटन स्थल, पुरातात्विक स्थल, सांस्कृतिक महत्व के स्थलों सहित ऐसे स्थलों की विडियोंग्राफी एवं फोटोग्राफी कराई गई है, जिन्हें भविष्य में पर्यटन स्थल के रूप में भी विकसित किया जा सकता है। स्पोर्ट्स क्लाइबिंग एसोसिएशन छत्तीसगढ़ की टीम के सदस्य आज यहां कलेक्टर कक्ष में कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन से मुलाकात की। इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विशेष रूप से उपस्थित थे।भेंट के दौरान बताया गया कि जिले के सुअरमार गढ़ , 400 वर्ष पुराना बाम्हनसरा का वट वृक्ष, कोमाखान जमीदारी का किला राजमहल,कसेकेरा महादेवा, घुचापाली चंडी मन्दिर , नवजीवन केन्द्र , चंडी मंदिर बिरकोनी, का क्लाइबिंग कर फोटोज ट्रैकिंग का कार्य किया गया है। इसके लिए रायपुर के 9 कंटेंट क्रिएटर गजल चौहान,गीतांजलि सिंह चौहान, राहुल हियाल,अभितांशु सोनी,अभिषेक ठाकुर, दीपक कुमार पटेल, सैयद अर्शन हुसैन,सन्दीप राठौर,राजीव सोनी जो अपनी विधाओं के विशेषज्ञ हैं अपनी टीम के साथ ग्राफिक्स की। इसी के साथ खल्लारी, सिरपुर,शिशुपाल पर्वत ,सिघोड़ा मंदिर, गढ़फुलझर सहित आसपास के पुरातत्विक व पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए तथा विहान समूह के कार्यों के प्रचार प्रसार के लिए संस्था काम कर रही है पूरे टीम का नेतृत्व राजेश लोया के नेतृत्व में ऐतिहासिक स्थलों के भृमण पर क्षेत्र के इतिहासकार विजय शर्मा ने पुरातात्विक महत्व व पर्यटन की संभावना के बारे में टीम को अवगत कराया गया। इस दौरान श्री रेखराज शर्मा, श्री संदीप ताम्रकर भी उपस्थित थे।
- महासमुंद : स्व सहायता समूह यह नाम आपने सुना ही होगा, काफी समय से समूह गठन कि अवधारणा पर कार्य किया जा रहा हैद्य जिसमे 10 या इससे अधिक महिलाओ को मिलाकर एक समूह बनता हैद्यसमूह बनने के बाद महिलाये आपस मे बैठकर समूह एवं सदस्यों द्व्रारा किये जा रहे गतिविधि एवं बचत पर चर्चा करती हैद्य जैसे- जैसे समूह पुराना होता जाता है, वैसे ही समूह को शासन कि विभिन्न योजनाओ का लाभ भी मिलने लगता हैद्य वर्त्तमान मे महिला समूहों को गौठान एवं गृह उद्योग से जोड़कर सामाजिक एवं आर्थिक रूप से बेहतर करने का प्रयास किया जा रहा हैद्यमहासमुंद जिले मे छ.ग. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत सरायपाली और महासमुंद विकासखंड से 16-16 थ्स्ब्त्च् को चयनित कर ग्रामीण स्व रोजगार प्रशिक्षण संस्था (आर्सेटी) महासमुंद मे 6 दिवसीय प्रशिक्षण का समापन 24 फरवरी को किया गया, जिसमे स्वसहायता समूह के सदस्यों मे से ही पढ़ी लिखी महिलाओ को महिला समूहों मे ही जाकर समूह के वित्तीय लेख, प्रबंधन, सूक्ष्म ऋण योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना , प्रधान मंत्री जीवन ज्योति बीमा, अटल पेंशन योजना, बैंक से सम्बंधित ऋण लेने हेतु आवेदन करना तथा प्राप्त ऋण का बैंक मे नियमित वापसी करने, बैंक मे समूह एवं ग्राम संगठन के खाते खोलने तथा अन्य वित्तीय साक्षरता प्रदान करने हेतु प्रशिक्षण दिया गयाद्य जिससे ग्रामीण महिलाओ मे वित्तीय जानकारी को उनके ग्राम मे पहुच कर आसानी से उपलब्ध किया जा सके।प्रशिक्षण समापन कार्यक्रम मे जिला महासमुंद कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी डा. रवि मित्तल, प्रशिक्षण मे शामिल सदस्यों से मिलने पहुचेद्य देना आरसेटी संचालक श्री संजीव प्रकाश ने आर्सेटी द्वारा 6 दिवसों मे दिये गए प्रशिक्षण की जानकारी प्रदान करते हुए एफएलसीआरपी द्वारा किये जाने वाले कार्यो के बारे मे संक्षिप्त परिचय दिया। कलेक्टर द्वारा उपस्थित सदस्यों से प्राप्त प्रशिक्षण के बारे मे जानकारी भी लिए तथा अपने विचार भी रखेद्य समूह द्वारा एकता से कार्य करने पर जीवन मे निश्चित ही बदलाव लाया जा सकता है, जिसके लिए शासन समूहों को विभिन्न आजीविका गतिविधियों से जोड़ने का प्रयास भी कर रही है। जिला पंचायत सीईओ द्वारा सभी सदस्यों को अपने कार्यक्षेत्र के ग्रामो मे अच्छे से कार्य करने हेतु शुभकामनाएं भी दिये। जिले के मुखिया को अपने बीच उपस्थित देखकर सदस्यों में अत्यधिक उत्साह देखा गया।कार्यक्रम के अंत मे एफएलसीआरपी सदस्यों को सफलता पूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करने पर प्रशस्ति पत्र कलेक्टर एवं जिला सीईओ द्वारा द्वारा वितरित किया गया तथा प्रशनावली प्रतियोगिता मे प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त सदस्यों को ईनाम भी वितरण किया गया। कार्यक्रम मे लीड बैंक ऑफिसर श्री अरुण मिश्रा, जिला पंचायत से छत्स्ड प्रभारी एवं क्च्ड एवं आर्सेटी के कर्मचारी भी उपस्थित रहे।
- महासमुंद : शासकीय आशीबाई गोलछा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में सायकल वितरण समारोह में आज मुख्य अतिथि के रूप में जिले के प्रभारी मंत्री श्री कवासी लखमा सम्मिलित हुए। विशिष्ट अतिथि के रूप में विधायक विनोद चंद्राकर, द्वारकाधीश यादव, भागीरथी चंद्राकर जनपद पंचायत अध्यक्ष, कलेक्टर सुनील कुमार जैन, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. रवि मित्तल विशेष रूप से उपस्थित थे।इस अवसर पर मंत्री श्री लखमा ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि शासन की योजना है कि छात्राओं को निःशुल्क सायकल दी जाए जिससे उन्हें स्कूल जाने में सुविधा हो । उन्होंने ने कहा कि कलम की ताकत सबसे बड़ी होती है इसलिए सब बच्चों को खुब पड़ना चाहिए । इस अवसर पर विधायक विनोद चंद्राकर ने भी छात्राओं को संबोधित किया कार्यक्रम का संचालन तोषण गिरि गोस्वामी ने तथा आभार प्रदर्शन प्राचार्य जी आर सिन्हा ने किया। इस अवसर अपर कलेक्टर शरीफ मोहम्मद ख़ान , एस डी एम सुनील चंद्रवंशी , जिला शिक्षा अधिकारी बी एल कुर्रे आदि उपस्थित थे।