- Home
- टॉप स्टोरी
- द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर के नारायणा एवं बालाजी अस्पताल में घायल जवानों का हो रहा इलाज
घायल जवानों के बेहतर इलाज के निर्देश
मुख्यमंत्री ने कहा नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई और तेज होगी, नक्सलवाद अब अपनी अंतिम सांसे गिन रहा है
छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद का खात्मा करके रहेंगे
माओवादी आतंकवाद से प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों के बढ़ते प्रभाव से बौखलाए नक्सली
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने सुकमा जिले के जगरगुंडा थाने के टेकलगुड़ेम में नक्सलियों और सुरक्षा बल के जवानों के बीच हुए मुठभेड़ में घायल जवानों से मिलने और उनका हाल जानने के लिए रायपुर के नारायणा और बालाजी अस्पताल पहुंचे। मुख्यमंत्री ने इन दोनों अस्पतालों में इलाजरत जवानों से मुलाकात की। उनका कुशलक्षेम जाना और चिकित्सकों को घायल जवानों का बेहतर से बेहतर इलाज करने के निर्देश दिए। इस दौरान उप मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री श्री विजय शर्मा, वनमंत्री श्री केदार कश्यप, डीजीपी श्री अशोक जुनेजा, मुख्यमंत्री के सचिव द्वय श्री पी. दयानंद एवं श्री बसवराजू उनके साथ थे।
गौरतलब है कि सुकमा जिले के जगरगुंडा थाने के टेकलगुड़ेम में नक्सलियों और सुरक्षा बल के जवानों के बीच हुई मुठभेड में सुरक्षा बल के तीन जवान शहीद हो गए, जब कि 14 जवान घायल हुए हैं। घायल हुए 8 जवानों को बेहतर चिकित्सा के लिए रायपुर लाया गया है और यहां के नारायणा और बालाजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अन्य घायल जवानों का इलाज मेडिकल कॉलेज जगदलपुर में जारी है।
मुख्यमंत्री ने बालाजी अस्पताल में घायल जवानों से मुलाकात के बाद कहा कि राज्य मेें नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई और तेज होगी। छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद अब अपने खात्मे की ओर है। लड़ाई हम जीतेंगे। हम आने वाले समय में नक्सलवाद को खत्म करके रहेंगे। उन्होंने कहा कि आम जनता तक बुनियादी सुविधाएं पहुंचाने के लिए शासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने सुदूर वनांचल में नये कैंप स्थापित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा है कि नक्सली जिन इलाकों को अब तक अपना समझ रहे थे, उन इलाकों में माओवादी आतंकवाद के विरूद्ध सुरक्षाबलों की दखल और बढ़ते प्रभाव से नक्सली बौखला गए हैं और कायराना हरकत कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम हर स्थिति में अपने जवानों के साथ मजबूती से खड़े हैं। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल के जवान सर्चिंग पर निकले थे। नक्सलियों ने उन पर घात लगाकर कायराना हमला किया है। हमारे जवानों ने उनके इस हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया है, जिसके चलते नक्सली भाग खड़े हुए।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में जब से डबल इंजन की सरकार बनी है, नक्सलियों के विरूद्ध लड़ाई तेज हुई है। माओवाद प्रभावित इलाकों में सुरक्षा बलों की प्रभावी कार्यवाही और दखल के चलते नक्सलियों के पांव उखड़ने लगे हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इस घटना में शहीद हुए तीन जवानों की शहादत को नमन किया है। उन्होंने शहीद जवानों के परिवारजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
शहीद दिवस पर अमर सेनानियों को दी श्रद्धांजलि
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने राष्ट्रपिता स्वर्गीय महात्मा गांधी की पुण्यतिथि 30 जनवरी ‘शहीद दिवस‘ के अवसर पर उन्हें नमन किया है। श्री साय ने महात्मा गांधी सहित देश के अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा है कि देश पर प्राण न्यौछावर करने वाले वीर बलिदानियों का ऋण कभी नहीं चुकाया जा सकता। भारत की आजादी के लिए महात्मा गांधी के अतुल्य योगदान को याद करते हुए श्री साय ने कहा कि गांधी जी ने पूरी दुनिया को दिखाया कि सत्य और अहिंसा के मार्ग पर डटे रहकर किस तरह बड़ा लक्ष्य हासिल किया जाता है।मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधी जी के विचार आज भी विश्व के लिए न सिर्फ उपयोगी हैं, बल्कि उनके विचारों और दर्शन में अनेक समस्याओं का समाधान भी छिपा है। उन्हीं की प्रेरणा से नए और आत्मनिर्भर भारत का निर्माण हो रहा है। हम सभी गांधी जी के बताए सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने का प्रण लें और राष्ट्र के विकास में योगदान दें। यही गांधी जी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने की ‘परीक्षा पे चर्चा‘, स्कूली बच्चों को दिए तनावमुक्त परीक्षा दिलाने के टिप्स
देश के प्रधानमंत्री को आपकी चिंता, क्योंकि आप देश का भविष्य: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय
छत्तीसगढ़ में शिक्षा व्यवस्था और नीति में बदलाव की कर रहे तैयारी: मुख्यमंत्री
स्कूली परीक्षाओं में सफलता के बाद जीवन की पाठशाला की परीक्षाएं शुरू हो जाती हैं
रायपुर : प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी स्कूली बच्चों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ परीक्षा को उत्सव की तरह मनाने एवं विद्यार्थियों में तत्संबधी तनाव दूर करने के लिए सीधा संवाद किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री मोदी ने बच्चों से सीधा संवाद कर उन्हें परीक्षा को एक उत्सव की तरह मनाने तनावमुक्त एवं उत्साह के साथ दिलाने के टिप्स दिए। परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने छत्तीसगढ़ के सुकमा की छात्रा उमेश्वरी को अपने पास बिठाया। कांकेर स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्र शेख तैफुर रहमान ने प्रधानमंत्री से सवाल करते हुए पूछा-परीक्षा के दौरान अधिकांश छात्र घबराहट महसूस करते हैं, जैसा कि प्रश्नों को सही ढंग से न पढ़ना आदि। मेरा आपसे प्रश्न है कि इन गलतियों से कैसे बचा जाए कृपया अपना मार्गदर्शन दें ? जिस पर प्रधानमंत्री श्री मोदी ने उत्तर दिया कि धैर्य रखकर अतिउत्साह में न आना और परीक्षा को एक उत्सव की तरह देखना बहुत जरूरी है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, स्कूल शिक्षा मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक श्री पुरन्दर मिश्रा, श्री अनुज शर्मा, गुरु खुशवंत साहेब राजधानी रायपुर स्थित पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित परीक्षा पे चर्चा के सीधे प्रसारण कार्यक्रम में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कार्यक्रम में उपस्थित स्कूली बच्चों एवं अभिभावकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि अभी हम सभी ने देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का प्रेरक उद्बोधन सुना। इस उद्बोधन से निश्चित रूप से आपके भीतर नयी ऊर्जा का संचार हुआ होगा। आपका आत्मविश्वास और अधिक मजबूत हुआ होगा। आप सभी कितने सौभाग्यशाली हैं कि जब आप परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तब आपको न सिर्फ आपके शिक्षकों, माता-पिता और मित्रों का साथ मिल रहा है, बल्कि देश के प्रधानमंत्री भी आपके साथ खड़े हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री जी हर साल परीक्षा से पहले विद्यार्थियों से चर्चा कर उन्हें सफल परीक्षार्थी बनने का गुर बताते हैं। यह भी बताते हैं कि परीक्षा की तैयारी के दौरान आप स्वयं को तनाव से किस तरह दूर रख सकते हैं। हर साल आयोजित होने वाला उनका यह कार्यक्रम, परीक्षा पे चर्चा, बहुत लोकप्रिय कार्यक्रम है। आज का यह कार्यक्रम इस तरह का सातवां कार्यक्रम था। देश के प्रधानमंत्री को आप लोगों की चिंता है, क्योंकि आप देश का भविष्य हैं। प्रधानमंत्री जी का आप लोगों के लिए यही संदेश है कि परीक्षा एक उत्सव है। इसकी तैयारी उत्सव की तरह करें, उत्साह के साथ और पूरी ऊर्जा के साथ करें। सकारात्मकता और मेहनत विद्यार्थियों के लिए सफलता की कुंजी है। आपको हर चुनौतियों पर विजय पाते हुए अपनी सकारात्मकता को बनाए रखना है।
मुख्यमंत्री ने बच्चों से कहा कि पाठ्यक्रम की तैयारी तभी ठीक तरह से हो पाती है, जब आप अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए ठीक तरह से तैयारी करते हैं। अध्ययन और सेहत के बीच जितना अच्छा संतुलन आप बनाए रखेंगे, आपकी सफलता की गारंटी उतनी ही अधिक होगी। प्रधानमंत्री जी ने आपको सफलता के बहुत सारे टिप्स बता दिए हैं। मैं केवल इतना कहूंगा कि परीक्षा के दौरान अपना खानपान ठीक रखें, नियमित व्यायाम करें, नियमित योग और ध्यान करें। जीवन में कदम-कदम पर परीक्षाएं होती हैं। स्कूली परीक्षाओं में सफलता के बाद जीवन की पाठशाला की परीक्षाएं शुरू हो जाती हैं। उन परीक्षाओं में भी सफलता के लिए यही टिप्स काम आते हैं। हमारे प्रधानमंत्री देश में शिक्षा व्यवस्था और नीति में बदलाव के लिए निरंतर काम कर रहे हैं। उन्हीं की नीतियों का अनुसरण करते हुए हम भी छत्तीसगढ़ में शिक्षा व्यवस्था और नीति में बदलाव की तैयारी कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने बच्चों को आगामी परीक्षा में अच्छे प्रदर्शन की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हम अपने प्रदेश में शिक्षा का नया वातावरण तैयार करेंगे। इस नये वातावरण में प्रतिस्पर्धा के बजाए सहयोग और प्रोत्साहन का महत्व होगा। परीक्षा अध्ययन-अध्यापन की एक प्रक्रिया है। सफलता-असफलता से परे, हम इसके सहभागी बनें, आनंद के साथ इसमें शामिल हों, अपना सर्वाेत्तम देने का प्रयास करेंस मैं सभी शिक्षकों और पालकों से भी कहना चाहता हूं कि हमें अपनी इच्छाओं और आकांक्षाओं का बोझ बच्चों पर नहीं डालना चाहिए। उन्हें अपना सर्वाेत्तम देने में सहयोग करना चाहिए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने छात्र-छात्राओं द्वारा आयोजित प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया ।
स्कूल शिक्षा मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। श्री अग्रवाल ने कहा कि हम सभी को लक्ष्य पर केंद्रित रहकर तैयारियां करनी है। हमारा लक्ष्य केंद्रित रहना चाहिए । प्रधानमंत्री जी ने आप सभी को बताया कि कैसे तनाव रहित होकर परीक्षा की तैयारी करना है ।
‘परीक्षा पे चर्चा‘ कार्यक्रम का लाईव प्रसारण सभी न्यूज चौनलों के साथ डीडी न्यूज, डीडी नेशनल, डीडी इंडिया, एफएम रेडियो, फेसबुक लाईव, यूट्यूब चौनल और डलळवअ.पद पोर्टल की वेबसाईट के माध्यम से लाईव देखा गया। छत्तीसगढ़ के विद्यार्थी, शिक्षक एवं अभिभावकों ने इसमें बढ़-चढ़कर सहभागिता की। राज्य से गत वर्ष 2023 में 62 हजार 077 विद्यार्थियों ने विभिन्न मुद्दों पर अपने आलेख भेजे और 12 हजार 355 शिक्षकों ने अपने आलेख भेजकर उपस्थिति दर्ज की एवं 2 हजार 876 पालक सहित 77 हजार 308 लोगों ने सहभागिता की थी। इस वर्ष कक्षा 6वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों, पालकों एवं शिक्षकों को भाग लेने का अवसर दिया गया है। भारत सरकार से प्राप्त जानकारी के अनुसार 12 जनवरी 2024 तक 1 लाख 56 हजार 459 विद्यार्थियों, 21 हजार 607 शिक्षकों और 5 हजार 963 अभिभावकों ने पंजीयन कराया था। राज्य से एक शिक्षक और 2 विद्यार्थियों ने चर्चा में भाग लिया। परीक्षा पे चर्चा का प्रारंभ वर्ष 2018 में सिर्फ 22 हजार लोगों ने सहभागिता की थी, जो छह वर्षों में 102 गुनी बढ़कर इस वर्ष 2 करोड़ 26 लाख से ज्यादा रही।
उल्लेखनीय है कि आज दिल्ली में हुई परीक्षा में चर्चा कार्यक्रम से छत्तीसगढ़ से तोंगपाल के स्वामी आत्मानंद स्कूल की शिक्षिका अनिता पहारे और कोटा आत्मानंद स्कूल के छात्र शिवम बंसल भी शामिल हुए। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कहा- छत्तीसगढ़ की इस अनूठी पहल और इसके अनुभवों का लाभ देश के दूसरे वन क्षेत्रों में रहने वाले लोग भी उठा सकते हैं
विगत 7 वर्षों से आकाशवाणी के ‘हमर हाथी-हमर गोठ’ कार्यक्रम में दी जा रही हाथियों के विचरण की सूचनाएं
रायपुर : प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ राज्य में हाथियों के विचरण की सूचनाओं पर आधारित आकाशवाणी कार्यक्रम 'हमर हाथी-हमर गोठ' की सराहना की। मन की बात कार्यक्रम में श्रोताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि रेडियो की ताकत कितना बदलाव ला सकती है, इसकी एक अनूठी मिसाल छत्तीसगढ़ में देखने को मिल रही है। बीते करीब 7 वर्षों से यहाँ रेडियो पर एक लोकप्रिय कार्यक्रम का प्रसारण हो रहा है, जिसका नाम है ‘हमर हाथी-हमर गोठ’।नाम सुनकर आपको लग सकता है कि रेडियो और हाथी का भला क्या कनेक्शन हो सकता है। लेकिन यही तो रेडियो की खूबी है। छत्तीसगढ़ में आकाशवाणी के चार केन्द्रों अंबिकापुर, रायपुर, बिलासपुर और रायगढ़ से हर शाम इस कार्यक्रम का प्रसारण होता है और आपको जानकर हैरानी होगी कि छत्तीसगढ़ के जंगल और उसके आसपास के इलाके में रहने वाले बड़े ध्यान से इस कार्यक्रम को सुनते हैं।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि ‘हमर हाथी - हमर गोठ’ कार्यक्रम में बताया जाता है कि हाथियों का झुण्ड जंगल के किस इलाके से गुजर रहा है। ये जानकारी यहाँ के लोगों के बहुत काम आती है। लोगों को जैसे ही रेडियो से हाथियों के झुण्ड के आने की जानकारी मिलती है, वो सावधान हो जाते हैं। जिन रास्तों से हाथी गुजरते हैं, उधर जाने का ख़तरा टल जाता है। इससे जहाँ एक ओर हाथियों के झुण्ड से नुकसान की संभावना कम हो रही है, वहीँ हाथियों के बारे में डेटा जुटाने में मदद मिलती है।इस डेटा के उपयोग से भविष्य में हाथियों के संरक्षण में भी मदद मिलेगी। यहाँ हाथियों से जुड़ी जानकारी सोशल मीडिया के जरिए भी लोगों तक पहुंचाई जा रही है। इससे जंगल के आसपास रहने वाले लोगों को हाथियों के साथ तालमेल बिठाना आसान हो गया है। छत्तीसगढ़ की इस अनूठी पहल और इसके अनुभवों का लाभ देश के दूसरे वन क्षेत्रों में रहने वाले लोग भी उठा सकते हैं।
'हमर हाथी-हमर गोठ' कार्यक्रम के प्रस्तुतकर्ता श्री अमलेन्दु मिश्र ने बताया कि कार्यक्रम छत्तीसगढ़ राज्य के चार आकाशवाणी केंद्रों अंबिकापुर, रायपुर, बिलासपुर और रायगढ़ केंद्रो से शाम 5:00 बजे प्रसारित किया जाता है। यह कार्यक्रम एंड्राइड मोबाइल के न्यूज on AIR और एफएम चैनल में भी उपलब्ध है जिसे गाड़ियों में भी आसानी से सुना जा सकता है। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवामैक कार्निवल वार्षिकोत्सव में शामिल हुए मुख्यमंत्री
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज शाम राजधानी रायपुर के समता कॉलोनी स्थित महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल कॉलेज में आयोजित मैक कार्निवल वार्षिकोत्सव 2023-24 थीम "संस्कार" में शामिल हुए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि भारत की प्राचीनकाल से ही शिक्षा के क्षेत्र में विश्वगुरु के रूप में विशिष्ट पहचान रही है। यहां पर तक्षशिला, नालंदा जैसे विश्वविद्यालय मौजूद थे, जहां दुनिया भर से लोग ज्ञान प्राप्त करने आते थे।
उन्होंने कहा कि शिक्षा विकास का मूलमंत्र है। शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है। किसी भी देश और व्यक्ति का विकास शिक्षा के बिना नहीं हो सकता है। कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल एवं पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर के कुलपति प्रो. सच्चिदानंद शुक्ला भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है। आज हम मोदी की गारंटी को तेजी से लागू करने की दिशा में कदम बढ़ाते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारा देश आज योग, आध्यात्म और आयुर्वेद के क्षेत्र में अग्रणी है। मुख्यमंत्री श्री साय ने महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल कॉलेज के ट्रस्टियों से इस तरह के संस्थान बस्तर, जशपुर जैसे आदिवासी क्षेत्रों में भी खोलने का आग्रह किया, ताकि इसका लाभ दूर-दराज अंचल के युवाओं को भी मिल सके।
इस मौके पर उच्च शिक्षा मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि उच्च शिक्षा में बच्चे अपना भविष्य बनाने आते है। शिक्षा के साथ संस्कार भी हो तो वह देश का एक अच्छा नागरिक बन सकता है। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे छात्रों का मन, बुद्धि, शरीर और आत्मा का विकास होना चहिए । वह जिस भी क्षेत्र में जाना चाहता है अगर वहां पूरी तन्मयता के साथ लग जाय तो उसे उसकी मंजिल मिल ही जाती है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कॉलेज की तरफ से प्रतिभावान छात्र-छात्राओं सहित कर्मचारियों एवं शिक्षकों को भी सम्मानित किया । इसके साथ ही उन्होंने कॉलेज के ट्रस्टी महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल कॉलेज के चेयरमैन श्री राजेश अग्रवाल, श्री चत्रुभूज अग्रवाल, श्री जगदीश प्रसाद अग्रवाल, श्री सुरेश गोयल, श्री विरेंद्र अग्रवाल, श्री नवल किशोर अग्रवाल, श्री राजेंद्र अग्रवाल, , श्री रमेश अग्रवाल, श्री आत्मबोध अग्रवाल, श्री अनिल अग्रवाल सहित अन्य ट्रस्टी को सम्मानित किया। कार्यक्रम में कॉलेज के शिक्षक, छात्र-छात्राओं सहित अन्य स्टाफ मौजूद थे। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
प्रिय बहनों, भाइयों और बच्चों,
आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई और कोटि-कोटि शुभकामनाएं !
रायपुर : आज के दिन, भारत के अमृत काल में, 75वें गणतंत्र दिवस के रूप में एक सुनहरी कड़ी जुड़ रही है। यह पावन अवसर हमारे देश के महान संविधान की सफलता का सबसे बड़ा पर्व है। इस अवसर पर मैं महान नेताओं और विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट काम करते हुए देश को इस गौरवशाली मुकाम पर पहुंचाने वाली सभी विभूतियों को नमन करता हूं।
सबसे पहले मैं छत्तीसगढ़ महतारी के महान सपूतों अमर शहीद गैंद सिंह, शहीद वीर नारायण सिंह, वीर गुण्डाधूर को सादर नमन करता हूं, जिन्होंने हमारे प्रदेश को राष्ट्रीय आंदोलन से जोड़ा और पूरे छत्तीसगढ़ में त्याग-बलिदान, न्याय-समानता जैसे आदर्शों की अलख जगाई। उन्होंने राष्ट्रीय चेतना के विकास में आदिवासी अंचलों का अग्रणी योगदान दर्ज कराया था। बाद में इस राह पर चलकर प्रदेश के अनेक वीरों और राष्ट्र भक्तों ने स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई एवं प्रदेश और देश के विकास में योगदान दिया। ऐसी सभी विभूतियों को मैं सादर नमन करता हूं।
हम भारत के लोगों ने अपना संविधान बनाया और स्वयं ही इस संविधान को अधिनियमित और आत्मार्पित किया था। भारत के सुनहरे भविष्य की आधारशिला 26 जनवरी 1950 को, हमारे संविधान को लागू करने के साथ रख दी गई थी। हमारा संविधान, अतीत के अनुभवों, वर्तमान की जरूरतों और भविष्य की चुनौतियों को ध्यान में रखकर बनाया गया दुनिया का सर्वश्रेष्ठ संविधान है। 75 वर्षों का सफर बताता है कि हम एक सफलतम लोकतांत्रिक गणतंत्र के रूप में स्थापित हुए हैं। मैं आज बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर और संविधान सभा के सभी सदस्यों का पावन स्मरण करता हूं, जिन्होंने सामूहिक बुद्धिमत्ता से संविधान रचकर हमारे गणतंत्र को राह दिखाई।
हमारा संविधान समस्त नागरिकों को सामाजिक-आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विचार-अभिव्यक्ति-विश्वास-धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता का अधिकार प्रदान करता है। इस तरह लोकतंत्रात्मक गणराज्य के रूप में भारत की पहचान, सफलता और अभूतपूर्व उपलब्धियों का परचम पूरी दुनिया में फहरा रहा है।
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की नीतियों, योजनाओं, कार्यक्रमों और अभियानों के कारण विगत लगभग एक दशक में देश ने सभी क्षेत्रों में बड़ी-बड़ी सफलताएं अर्जित की हैं, जिसके कारण एक ओर जहां प्रत्येक देशवासी का माथा गर्व से ऊंचा हुआ है, वहीं दूसरी ओर पूरी दुनिया ने भारत का लोहा माना है। अनेक क्षेत्रों में अब भारत, विश्व का नेतृत्व कर रहा है। हमारे गणतंत्र की गौरवगाथा से देश और प्रदेश के विकास को नए पंख मिले हैं। हमारे राष्ट्रीय नेतृत्व और तत्कालीन माननीय प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने छत्तीसगढ़ को अलग राज्य का दर्जा देकर, छत्तीसगढ़वासियों को विकास के पंख प्रदान किए थे। इस प्रकार 1 नवम्बर 2000 से छत्तीसगढ़ में विकास यात्रा शुरू हुई।
गणतंत्र में सर्वाधिक महत्वपूर्ण होता है, आम जनता की इच्छाओं, आकांक्षाओं का सम्मान, प्रत्येक व्यक्ति की गरिमा का ध्यान, प्रत्येक नागरिक की आवश्यकताओं की पहचान और उसके अनुसार सरकार की नीतियों, योजनाओं और कार्यक्रमों का संचालन। मुझे यह कहते हुए बहुत प्रसन्नता और गर्व का अनुभव हो रहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने विगत 9 वर्षों में जिस प्रकार से देश की सेवा की है, उससे न सिर्फ भारत में बल्कि दुनिया में भी उनकी लोकप्रियता, न्यायप्रियता और नेतृत्व क्षमता स्थापित हुई है। उन्होंने जनकल्याण के साथ विश्व कल्याण की अपनी सोच से पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित किया है।
आवासहीनों की पीड़ा को पहली प्राथमिकता देते हुए कहा गया था कि नई सरकार की कैबिनेट की पहली बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना के वंचित हितग्राहियों को आवास उपलब्ध कराने का निर्णय लिया जाएगा। हमने जो कहा था वह करके दिखाया। पहली कैबिनेट में यह निर्णय लिया गया कि प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के लगभग 18 लाख हितग्राहियों को पक्के आवास बनाकर दिए जाएंगे। इस तरह से हम देश में हर बेघर के सिर पर छत देने के लक्ष्य को पूरा करने में भी अपना योगदान देंगे।
प्रधानमंत्री आवास के साथ हमने घर-घर निर्मल जल अभियान के तहत छत्तीसगढ़ के प्रत्येक घर में पीने का पानी उपलब्ध कराने का वादा किया था। निर्धारित लक्ष्य जल्दी से जल्दी पूरा करने के लिए हमने अतिरिक्त धनराशि की व्यवस्था कर दी है। अन्नदाताओं की समृद्धि और खुशहाली को लेकर छत्तीसगढ़ राज्य के जन्मदाता पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्म दिवस-‘सुशासन दिवस’ के अवसर पर 2 साल की धान खरीदी के बकाया बोनस के एकमुश्त भुगतान को लेकर वादा किया गया था। यह वादा हमने नियत तिथि को निभाया और 12 लाख से अधिक किसानों को एकमुश्त 3 हजार 716 करोड़ रुपए की राशि उनके बैंक खातों में हस्तांतरित की।
‘कृषक उन्नति योजना’ के अंतर्गत हमने प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी का आदेश जारी करके यह व्यवस्था लागू कर दी है। व्यवस्था में सुधार हेतु ऑनलाइन धान खरीदी केन्द्रों में बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण से धान खरीदी की जा रही है। 48 घंटे के भीतर भुगतान की व्यवस्था की गई है, जिसमें काफी हद तक सफलता मिली है।
आपको याद होगा कि कृषक जीवन ज्योति योजना, हमारी ही पूर्ववर्ती सरकार की देन थी, जिसने किसानों के जीवन में बहार लाई थी। निःशुल्क बिजली प्रदाय से उनकी सिंचाई सुविधा और उत्पादन क्षमता में बहुत बढ़ोतरी हुई थी। सरकार बनते ही हमने इस योजना की समीक्षा की और पाया कि किसानों को निःशुल्क बिजली देने की यह व्यवस्था बहुत कारगर साबित हुई है, जिसे और अधिक प्रभावी बनाने के लिए 1 हजार 123 करोड़ रुपए अतिरिक्त राशि स्वीकृत की गई है।किसान भाइयों और बहनों, हमें इस बात का पूरा अहसास है कि आपको अपने जीवन में किन बड़ी-बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आपकी मेहनत और त्याग अनमोल है। मैं विश्वास दिलाता हूं कि कृषि तथा इससे संबंधित सभी क्षेत्रों पर हम लगातार ध्यान देंगे और समस्याओं का निराकरण करते जाएंगे।प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केन्द्र योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, जैविक खेती मिशन, राष्ट्रीय बागवानी मिशन एवं राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, नेशनल मिशन ऑन एडिबल ऑयल, राष्ट्रीय गोकुल मिशन, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना आदि योजनाओं का समय पर अधिकाधिक लाभ प्रदेश के किसानों को देने की व्यवस्था की जाएगी।
मातृशक्ति को नमन करते हुए मैं कहना चाहता हूं कि माताओं, बहनों, बेटियों के सम्मान, स्वाभिमान, स्वावलंबन और सुरक्षा के लिए हम हरसंभव कदम उठाएंगे। उनकी सेहत, शिक्षा और पोषण के लिए भी समुचित योजनाएं कारगर ढंग से लागू की जाएंगी। हमने महतारी वंदन योजना के अंतर्गत 12 हजार रुपए वार्षिक आर्थिक सहायता प्रदान करने का वादा निभाने की दिशा में पहल प्रारंभ की है।
हम विद्यार्थियों और युवाओं की चिंता से अवगत हैं। यही वजह है कि छत्तीसगढ़ पीएससी की सभी प्रमुख परीक्षाओं की प्रक्रिया को यूपीएससी की तर्ज पर सुव्यवस्थित करने हेतु प्रयास किया जा रहा है। हमने पीएससी प्रकरण की जांच सीबीआई से कराने का निर्णय लिया है। हमारी सरकार ने सभी प्रमुख परीक्षाओं की पारदर्शिता और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए अनेक स्तरों पर परीक्षण प्रारंभ कर दिया है। हम नौनिहालों और युवाओं के सुरक्षित भविष्य के लिए उनकी शिक्षा, व्यक्तित्व विकास, संस्कार, स्वास्थ्य, रोजगार जैसे सभी विषयों पर समग्रता से पहल करेंगे।
यह हमारा सौभाग्य है कि विकसित भारत संकल्प यात्रा के माध्यम से प्रदेश में एक महाअभियान संचालित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य प्रदेश के हर वंचित और कमजोर व्यक्ति तक पहुंचना और पात्रतानुसार उन्हें विभिन्न योजनाओं का लाभ प्रदान करना है। यह यात्रा प्रदेश की सभी 11 हजार 654 ग्राम पंचायतों तथा 170 नगरीय निकायों में पहुंच रही है। भारत सरकार की जनहितकारी समस्त योजनाओं के पात्र हितग्राहियों तक पहुंचकर उनसे संबंधित योजनाओं के बारे में जागरूक कर रही है। इसके अलावा स्थल पर योजनाओं का लाभ भी प्रदान किया जा रहा है।
इस महाअभियान से कमजोर तबकों के सामाजिक-आर्थिक सशक्तीकरण में मदद मिल रही है। गणतंत्र दिवस के अवसर पर मैं प्रधानमंत्री जी की इस महान जनहितकारी पहल का अभिनंदन करता हूं, जो प्रत्येक नागरिक के सशक्तीकरण का माध्यम बनी है। इतना ही नहीं, समाज के सबसे पिछड़े समुदायों को लक्षित करते हुए प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम-जनमन) का क्रियान्वयन भी किया जा रहा है। राज्य में विशेष रूप से कमजोर जनजाति समूह बैगा, कमार, पहाड़ी कोरवा, बिरहोर एवं अबुझमाड़िया को पीएम-जनमन के माध्यम से 9 केन्द्रीय मंत्रालयों द्वारा 11 लक्ष्यों पर कार्य किया जा रहा है ताकि इन समुदायों के लोगों और उनकी बसाहटों में जो अभाव बच गए हैं, उनका निराकरण किया जा सके।
इसके अलावा भी राज्य सरकार अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक समुदाय के विकास की विभिन्न योजनाओं को कारगर ढंग से संचालित करने के लिए संकल्पबद्ध है। तेन्दूपत्ता तथा अन्य वनोपजों से उनकी आजीविका के साधनों को मजबूत करने तथा इनके रहवासी क्षेत्रों में बेहतर अधोसंरचना उपलब्ध करने के हरसंभव प्रयास किए जाएंगे।
मैं प्रदेशवासियों को साधुवाद देता हूं, जिनके सहयोग से छत्तीसगढ़ को देश के तीसरे सबसे स्वच्छ राज्य का खिताब मिला है। मैं चाहूंगा कि स्वच्छता के सभी मापदण्डों पर आप सबकी लगन और जागरुकता लगातार बढ़े। हमें प्रदेश को स्वच्छता के शिखर पर पहुंचाना है ताकि जीवन स्तर उन्नयन के विभिन्न प्रयासों का अधिक लाभ सबको मिले।
कोविड-19 की विश्वव्यापी आपदा से निपटने के लिए किसी भी जरूरतमंद परिवार को पोषण समस्या न हो, यह ध्यान में रखते हुए केन्द्र शासन ने निःशुल्क अनाज प्रदान करने की योजना शुरू की थी। अब प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत दिसम्बर 2028 तक निःशुल्क चावल प्रदाय की व्यवस्था कर दी है। छत्तीसगढ़ में इस योजना से 67 लाख 94 हजार अंत्योदय, प्राथमिकता, एकल निराश्रित एवं निःशक्तजन राशनकार्डधारियों को मासिक पात्रता का चावल दिया जाएगा। सार्वजनिक वितरण प्रणाली को कारगर, पारदर्शी और सुविधाजनक बनाने के लिए ‘वन नेशन वन राशन कार्ड’ योजना प्रारंभ की गई है, जिसमें हितग्राहियों को अपनी पसंद की किसी भी राशन दुकान से राशन सामग्री प्राप्त करने की सुविधा है।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के अंतर्गत प्रदेश में अब तक 36 लाख से अधिक नवीन गैस कनेक्शन जारी किए गए हैं। छूटे हुए पात्र हितग्राहियों को विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान विशेष अभियान संचालित करते हुए उज्ज्वला गैस कनेक्शन दिए जा रहे हैं। इस योजना से महिलाओं की सेहत, सुविधा और स्वाभिमान की स्थिति में बहुत सुधार आया है। हमारा छत्तीसगढ़ धर्म, अध्यात्म और संस्कृति का प्रदेश है। यहां हर क्षेत्र में कुछ न कुछ विशेषताएं हैं, जिसका सम्मान करते हुए एक साझा संस्कृति का विकास प्रदेश में हुआ है। हमारी सरकार सभी जातियों, धर्मों, समुदायों की आस्था का सम्मान करते हुए समरस विकास के रास्ते पर चलेगी।
अयोध्या धाम में प्रभु राम की प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा के प्रति लोगों की जिज्ञासा और अगाध श्रद्धा भाव का सम्मान करते हुए हमारी सरकार ने ‘रामलला दर्शन योजना‘ प्रारंभ करने का निर्णय लिया है, जिसके तहत प्रति वर्ष हजारों लोगों का अयोध्या धाम तथा काशी विश्वनाथ धाम, प्रयागराज की तीर्थयात्रा कराई जाएगी।छत्तीसगढ़ में सांस्कृतिक विरासत, प्राकृतिक संसाधन, पर्यटन विकास के अवसर, परंपरागत ज्ञान तथा कौशल, परिश्रमी तथा विवेकशील जनता, नवीन संभावनाओं के अनुसार अपने को ढालने की इच्छाशक्ति, नई चुनौतियों का सामना करने का साहस जैसे तमाम आवश्यक तत्व मौजूद हैं। सुशासन के माध्यम से सही दिशा में आगे बढ़ने की आवश्यकता है। नक्सलवाद तथा विभिन्न प्रकार के अपराधों, हिंसा व अन्याय पर तेजी से रोक लगे। संविधान की भावना के अनुसार सभी क्षेत्रों और सभी वर्ग के लोगों को विकास के समुचित अवसर मिलें। सेवा, सुशासन, सुरक्षा और विकास के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएं ताकि सभी छत्तीसगढ़वासियों की आय और जीवन स्तर उन्नयन में वृद्धि का सिलसिला तेजी से आगे बढ़े।
भाइयों और बहनों, हमारी चेतना में एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय का दर्शन समाहित है, जो हमें मानव धर्म के लक्ष्यों के प्रति जागरूक रखता है, वहीं भगवान राम के प्रति अटूट श्रद्धा हमारी पहचान है। हम ‘रघुकुल रीति सदा चली आई, प्राण जाई पर वचन न जाई’ का अनुसरण करते हैं। हमारी सरकार हर वादा पूरा करने के लिए तत्पर है। मुझे पूरा विश्वास है कि आप सबके प्यार, सहयोग और समर्थन से हम छत्तीसगढ़ महतारी का, छत्तीसगढ़ के जन-जन का हर सपना पूरा करेंगे। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बस्तर में गरिमापूर्ण ढ़ंग से मनाया गया गणतंत्र दिवस
प्रदेशवासियों को दी गणतंत्र दिवस की बधाई और शुभकामनाएं
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज गणतंत्र दिवस के अवसर पर जगदलपुर के लालबाग में आयोजित मुख्य समारोह में ध्वजारोहण कर राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी। इस अवसर पर पुलिस, केंदीय अर्धसैनिक बल, नगर सेना, एनसीसी आदि की 14 टुकड़ियों के द्वारा सलामी दी गई। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने हर्ष और उल्लास के प्रतीक रंगीन गुब्बारे आसमान में छोड़े और प्रदेश के निरंतर विकास के लिए राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यो, नीतियों, योजनाओं पर केन्द्रित जनता के नाम संदेश का वाचन किया। बस्तर जिले में गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
कार्यक्रम में स्कूली बच्चों के द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई और विभिन्न विभागों द्वारा योजनाओं से संबंधित झांकियों का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के उत्कृष्ट अधिकारी-कर्मचारियों को पुरस्कृत किया गया। साथ ही सांस्कृतिक प्रस्तुति, उत्कृष्ट परेड और झाँकी के विजेताओं को पुरस्कृत किए। जिसमें झांकी में आदिवासी विकास विभाग को पहला, पुलिस विभाग को दुसरा, जिला पंचायत और नगर निगम को संयुक्त रूप से तीसरा पुरस्कार प्रदान किया गया। मार्च पास्ट के लिए शस्त्र सहित दलों में जिला पुलिस बल पुरूष को प्रथम सीआरपीएफ 80वीं बटालियन को दूसरों तथा सीआरपीएफ 241वीं बटालियन ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। शस्त्र रहित दल में एनसीसी स्वामी आत्मानंद स्कूल धरमपुरा को पहला, एनसीसी जूनियर जगतु माहरा हायर सेकेण्डरी स्कूल को दूसरा तथा एनसीसी जूनियर कन्या शाला क्रमांक-02 को तीसरा स्थान हासिल हुआ।
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर शहीद जवानों के परिजनों से मुलाकात की।कार्यक्रम में चित्रकोट विधायक श्री विनायक गोयल, पूर्व सांसद श्री दिनेश कश्यप, पूर्व विधायक श्री संतोष बाफना, पूर्व विधायक श्री सुभाऊ कश्यप, पूर्व विधायक श्री लच्छुराम कश्यप, पूर्व विधायक श्री राजाराम तोड़ेम सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधी, कमिश्नर श्री श्याम धावड़े, पुलिस महानिरीक्षक श्री पी. सुन्दरराज, सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी, कलेक्टर श्री विजय दयाराम के., वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री शशि मोहन सिंह, जिला एवं सत्र न्यायालय के न्यायाधीशगण, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन जगदलपुर अधिकारी श्री प्रकाश सर्वे सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिकगण और अधिकारी-कर्मचारी, स्कूली छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों को छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध लोक पर्व छेरछेरा की बधाई और शुभकामनाएं दी है। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेशवासियों की खुशहाली की मंगल कामना की है। श्री साय ने छेरछेरा पर्व की पूर्व संध्या पर जारी अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि महादान और फसल उत्सव के रूप में मनाया जाने वाला छेरछेरा त्योहार हमारी सामाजिक समरसता, दानशीलता की और समृद्ध गौरवशाली परम्परा का संवाहक है।यह नई फसल के घर आने की खुशी में पौष मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इसी दिन मां शाकम्भरी जयंती भी मनाई जाती है। पौराणिक मान्यता के अनुसार इस दिन भगवान शंकर ने माता अन्नपूर्णा से भिक्षा मांगी थी, इसलिए लोग धान के साथ साग-भाजी, फल का दान भी करते हैं। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
’गलती मोर सजा तोर’ और ’फाइनल्स’ लघु फिल्म देख मुख्यमंत्री ने कहा - क्रिएटिव माध्यम से जागरूकता फैलाने का विभाग का प्रयास सराहनीय
राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा लघु फिल्म महोत्सव में शामिल हुए मुख्यमंत्री
सड़क सुरक्षा नियमों का पालन कर आदर्श तथा देशभक्त नागरिक होने का उदाहरण प्रस्तुत करें: उपमुख्यमंत्री श्री अरूण साव
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर में आयोजित राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा लघु फिल्म महोत्सव में शामिल हुए। दो दिवसीय राष्ट्रीय लघु फिल्म महोत्सव का आयोजन रायपुर के मेडिकल कॉलेज स्थित अटल बिहारी वाजपेयी ऑडिटोरियम में किया गया है। मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर सड़क सुरक्षा पर बनी लघु फिल्म ’फाइनल्स’ तथा ’गलती मोर सजा तोर’ भी देखी।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा लघु फिल्म महोत्सव में लघु फिल्मों के माध्यम से बताया गया कि छोटी-छोटी लापरवाहियों से एक अनमोल जीवन चला जाता है। इसे बचाया जा सकता है, यदि ट्रैफिक के नियमों का पूरी तरह से पालन किया जाए। मैंने यह फिल्में देखी और यातायात विभाग ने क्रिएटिव माध्यम से इन लापरवाहियों को बताया है, जिसका बहुत अच्छा असर दर्शकों पर पड़ेगा और वे ट्रैफिक से संबंधित सावधानियां बरतेंगे। यातायात के नियमों का पालन नहीं करने के कारण लोग असमय ही काल के ग्रास में चले जाते है। यातायात विभाग और पुलिस विभाग यातायात नियमों के पालन सड़क सुरक्षा के उपायों के प्रति लोगों को जागरूक करने का कार्य तो लगातार करते ही रहते हैं, अभियान भी चलाते हैं। लेकिन हमें स्वयं भी सड़क सुरक्षा के उपाय का कड़ाई के साथ पालन करना चाहिए। सभी का जीवन बहुत कीमती हैं, छोटी-छोटी लापरवाही से सड़क दुर्घटनाएं होती हैं और इसमें कई लोगों की मृत्यु हो जाती है। कई परिवार उजड़ जाते हैं।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव, सांसद श्री सुनील सोनी, विधायक श्री पुरंदर मिश्रा, श्री अनुज शर्मा और विधायक श्री मोतीलाल साहू, परिवहन विभाग के सचिव श्री एस. प्रकाश, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक द्वय श्री प्रदीप गुप्ता और श्री दीपांशु काबरा, जनसंपर्क आयुक्त श्री मयंक श्रीवास्तव भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने सड़क सुरक्षा जागरूकता के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में राष्ट्रीय लघु फिल्म महोत्सव के आयोजन के लिए यातायात विभाग की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह फिल्म महोत्सव लोगों को यातायात के नियमों का पालन करने के लिए जागरूक करने में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि जनजागरूकता के ऐसे ही कार्यक्रम होते रहने चाहिए।
आज कार्यक्रम के दौरान दिखाई गई लघु फिल्मों की क्लिपिंग में बड़े प्रभावित तरीकों से छोटी-छोटी लापरवाहियों के दर्दनाक परिणाम को दिखाया गया है। यह फिल्में लोगों को यातायात और सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करंेगी। मुख्यमंत्री ने ड्राइविंग के दौरान हेलमेट लगाने, मोबाइल का उपयोग न करने और नशा करके गाड़ी न चलाने की आवश्यकता पर जोर दिया है।
उपमुख्यमंत्री श्री अरूण साव ने कहा कि आज गाड़ियों की संख्या में वृद्धि हुई है। सड़क दुर्घटनाएं भी बढ़ी है। सड़क दुर्घटनाओं में वृद्धि आज दुनिया में चिंता का बड़ा विषय है। उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी लापरवाही के परिणाम बहुत गंभीर होते हैं। कई बार दुर्घटना पीड़ित का जीवन बोझ बन जाता है। उन्होंने कहा कि देशभक्ति के लिए सीमा पर जाकर लड़ने की ही आवश्यकता नहीं है, यातायात नियमों का पालन करें और दूसरे लोगों को भी इसके लिए जागरूक करें। हम सब मिलकर सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करें और आदर्श तथा देशभक्त नागरिक होने का परिचय दें।
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर यातायात संदर्शिका और पोस्टर का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय लघु फिल्म महोत्सव में छत्तीसगढ़ी और छत्तीसगढ़ की विभिन्न भाषाओं तथा भारतीय भाषाओं की लघु कैटेगरी की श्रेष्ठ फिल्मों, सर्वश्रेष्ठ कहानी और सर्वश्रेष्ठ कलाकार को पुरस्कार राशि का चेक और स्मृति चिन्ह देकर पुरस्कृत किया। छत्तीसगढ़ी फिल्मों की श्रेणी में लघु फिल्म ’गलती मोर सजा तोर’ को प्रथम, ’द टेल ऑफ नेगलिजेन्स’ को द्वितीय और हेलमेट लघु फिल्म को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। इस श्रेणी में बेस्ट स्टोरी के लिए ’गलती मोर सजा तोर’ फिल्म के लिए लिमेश कुमार साहू, बेस्ट सिनेमेटोग्राफी का पुरस्कार द टेल ऑफ नेगलिजेन्स के रिशिल थवारे और सर्वश्रेष्ठ कलाकार का पुरस्कार हेलमेट के बिन्नी पाल को दिया गया।
इसी तरह भारतीय भाषाओं की लघु फिल्म की श्रेणी में फाइनल्स को प्रथम, रक्षासूत्र को द्वितीय और द ग्रेट गैम्बलर को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया। बेस्ट स्टोरी के लिए फाइनल्स फिल्म के श्री विवेक विजेयन, बेस्ट सिनेमेटोग्राफी का पुरस्कार ट्रैफिक रूल्स के श्री शैलेष अनिखिंडी, सर्वश्रेष्ठ कलाकार का पुरस्कार हड़बड़ी में गड़बड़ी फिल्म के अभिनेता श्री तुलेन्द्र पटेल को प्रदान किया गया। बेस्ट मूवी इन एप्रिसिएशन का पुरस्कार गंगुआ फिल्म डायरेक्टर देवेन्द्र जांगड़े को प्रदान किया गया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जुरी के सदस्यों सर्वश्री मनोज वर्मा, हीरा मानिकपुरी और योग मिश्रा को सम्मानित किया। उन्होंने यातायात विभाग में उत्कृष्ट कार्य करने वाले रायपुर के पुलिस उपनिरीक्षक श्री टी.के. लाल भोई, मुंगेली के श्री मुकेश यादव, जशपुर के श्री बेलचंदन एक्का और दंतेवाड़ा के श्री वीरेन्द्र वर्मा को भी सम्मानित किया गया।
स्वागत भाषण परिवहन विभाग के सचिव श्री एस. प्रकाश ने दिया। उन्होंने कहा कि यातायात नियमों और सड़क सुरक्षा के उपायों के प्रति जनजागरूकता लाने के लिए हर साल रोड सेफ्टी सप्ताह मनाया जाता था। भारत सरकार के निर्देश पर इस वर्ष रोड सेफ्टी माह मनाया जा रहा है। उन्होंने विभाग के कार्यों की जानकारी दी। यातायात विभाग के अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक श्री प्रदीप गुप्ता ने कहा कि वर्ष 2023 तक संयुक्त राष्ट्र संघ ने सड़क दुर्घटनाओं में होने वाले मृत्यु की घटना में 50 प्रतिशत तक कमी लाने का लक्ष्य दिया गया है। उन्होंने कहा कि वाहन चलाते समय हेलमेट पहनने में लापरवाही, कार ड्राइविंग के समय सीट बेल्ट न लगाने, ओवर स्पीड ड्राइविंग और नशे में गाड़ी चलाना दुर्घटना का मुख्य कारण है, इससे बचना चाहिए। उन्होंने बताया कि इस राष्ट्रीय लघु फिल्म महोत्सव में 19 राज्यों से 6 भाषाओं की 650 से ज्यादा फिल्मों की प्रविष्टियां आई, जिनमें से 450 फिल्मों का चयन किया गया है।
इसके पहले मुख्यमंत्री ने अतिथियों के साथ सड़क सुरक्षा पर परिवहन विभाग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने प्रदर्शनी स्टॉल में पावर हाउस और भिलाई लेन में ट्रैफिक दबाव के नियंत्रण के लिए बनाए गए ओव्हरब्रिज मॉडल और परिवहन विभाग द्वारा आम लोगों-युवाओं के लर्निंग लाईसेंस के लिए परिवहन सुविधा केन्द्र का अवलोकन कर प्रक्रिया की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने वाहन चालकों को वाहन चलाने की ट्रेनिंग व्यवस्था का अवलोकन किया। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने अयोध्या में भंडारे के आयोजन के लिए रामलला के ननिहाल से कार्यकर्ताओं की टीम को रवाना किया राजधानी रायपुर के श्रीराम मंदिर से कार्यकर्ताओं की टीम को किया रवाना
अयोध्या में 60 दिनों तक चलेगा भंडारा अयोध्या में श्री रामलला के ननिहाल छत्तीसगढ़ की ओर से किया जाएगा भंडारे का आयोजन छत्तीसगढ़ की 6 समिति करेगी भंडारे का आयोजन विधायक श्री धरमलाल कौशिक को बनाया गया है समिति का समन्वयक - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री श्री साय ने बागेश्वर बाबा के हनुमंत कथा एवं दिव्य दरबार में शामिल होकर लिया भक्ति रस का आनंद
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर के कोटा गुढ़ियारी में आयोजित बागेश्वरधाम के पीठाधीश्वर और कथावाचक पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के श्री हनुमंत कथा एवं दिव्य दरबार में शामिल होकर भक्ति रस का आनंद लिया। उन्होंने बागेश्वर बाबा से छत्तीसगढ़ की सुख-समृद्धि का आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस पावन अवसर पर श्री रामायण की आरती में भी भाग लिया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर कहा कि आज का दिन बहुत मंगलमय है, हम सभी को बाबा बागेश्वर का दिव्य प्रवचन सुनने को मिल रहा है। कल 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई है और यह हम सब छत्तीसगढ़ वासियों के लिए बहुत खुशी की बात है कि श्री रामलला को धान का कटोरा कहे जाने वाले और प्रभु राम के ननिहाल छत्तीसगढ़ से भेजे गए चावल से भोग लगाया गया है। हमारे छत्तीसगढ़ से चावल, सब्जी के साथ ही डॉक्टर और नर्सों की टीम अयोध्या भेजी गई है। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ की ओर से अयोध्या में अभी दो महीने तक भंडारा चलाया जायेगा।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की तरफ से रामलला दर्शन योजना के माध्यम से श्रद्धालुओं को भगवान श्री राम के दर्शन के लिए अयोध्या भेजा जायगा। इसे सुनकर बाबा बागेश्वर ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इस योजना की सराहना की।
बागेश्वर बाबा ने छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा राजिम में कुंभ के स्वरूप में राजिम मेला को आयोजित करने संबंधी प्रयासों के लिए भी प्रसन्नता जाहिर की। श्री हनुमंत कथा एवं दिव्य दरबार में बह रही भक्ति धारा का रसपान करने श्रद्धालुगण की भीड़ बड़ी संख्या में जुटी हुई थी। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवारायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज यहां मंत्रालय महानदी भवन, नवा रायपुर में अपने विभागों की बजट तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में वित्त मंत्री श्री ओ.पी.चौधरी, सचिव वित्त श्री अंकित आनंद, मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानंद सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित हैं।मुख्यमंत्री ने सामान्य प्रशासन, खनिज साधन, ऊर्जा, जनसंपर्क, वाणिज्यिक कर (आबकारी), परिवहन, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी, विमानन, पशु पालन, मत्स्य पालन एवं आयाकट, ग्रामोद्योग विभाग की बजट तैयारियों की समीक्षा की।
- द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवामुख्यमंत्री श्री साय ने शिवरीनारायण में कहा माँ शबरी के धैर्य और भक्ति के आगे हम सभी नतमस्तक,
शिवरीनारायण से मुख्यमंत्री तथा बड़ी संख्या में नागरिकों ने अयोध्या धाम में श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का किया दर्शन,
प्रधानमंत्री ने माँ शबरी के माध्यम से जगाया हर भारतीय में सक्षम भारत का विश्वास
रायपुर : पूरे राष्ट्र और दुनिया के सबसे ऐतिहासिक समारोह श्री रामलला के प्राणप्रतिष्ठा के अवसर का अवलोकन करने के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय छत्तीसगढ़ की पवित्र भूमि में से एक शिवरीनारायण पहुँचे जहां भगवान श्रीराम ने माता शबरी के जूठे बेर खाये थे। इस जगह पर उन्होंने प्राणप्रतिष्ठा कार्यक्रम का अवलोकन किया और अभिभूत हुए। शिवरीनारायण के नागरिकों के लिए अभिभूत करने वाले दो क्षण आये। पहला तो तब जब रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा हुई। दूसरा क्षण तब आया जब माता शबरी का जिक्र प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अपने उद्बोधन में किया।प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि सुदूर कुटिया में जीवन गुजारने वाली मेरी आदिवासी माँ शबरी का ध्यान आते ही अप्रतिम विश्वास जागृत होता है। माँ शबरी तो कब से कहती थी राम आयेंगे। प्रत्येक भारतीय में जन्मा यही विश्वास सक्षम भव्य भारत का आधार बनेगा। यही तो है देव से देश और राम से राष्ट्र की चेतना का विस्तार। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि श्रीराम के आदर्शाें पर चलकर हम छत्तीसगढ़ संवारेंगे। उल्लेखनीय है कि श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का उल्लास पूरे प्रदेश में नजर आया, शिवरीनारायण में भी नागरिक इस पवित्र क्षण में बहुत उत्साहित दिखे।
इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने अपने संबोधन में कहा कि यह हम सबके लिए यह ऐतिहासिक क्षण है कि हम अयोध्या धाम में प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के ऐतिहासिक क्षण के गवाह बने हैं। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर सुंदर संबोधन भी दिया है और माता शबरी के धैर्य के माध्यम से हमें सीख दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी बहुत सौभाग्यशाली हैं कि हमने श्री रामलला की प्राणप्रतिष्ठा कार्यक्रम की संपूर्ण प्रक्रिया को विस्तार से देखा। भगवान श्रीराम की अलौकिक बाल प्रतिमा का दर्शन हुआ। हम सब अभिभूत हुए। यह खुशी का क्षण इसलिए भी है कि हमने यह सब माता शबरी के पवित्र धाम शिवरीनारायण की पावन भूमि में देखा। एक पावन भूमि में हमने एक और पवित्र भूमि में होने वाले अद्भुत प्राण प्रतिष्ठा समारोह को देखा। हमारे लिए यह सौभाग्य इसलिए भी बहुत बड़ा है कि छत्तीसगढ़ भगवान श्रीराम का ननिहाल है। माता कौशल्या की जन्मभूमि है। आज केवल भारत ही नहीं, पूरी दुनिया राममय हो गई है। दुनिया भर में सब अलग-अलग तरह से खुशियों की अभिव्यक्ति कर रहे हैं।
हमारा सौभाग्य है कि हमने अपने धान के कटोरे से भगवान के भोग के लिए सुगंधित चावल भेजा है। छत्तीसगढ़ के राईस मिलर्स ने यह चावल भेजा है। बहुत खुशी की बात है कि ननिहाल के चावल से रामलला का भोग तैयार हुआ है। हमारे सेवाभावी डाक्टरों की टीम अयोध्या गई हुई है जो रामभक्तों के इलाज के सेवाकार्य में लगी हुई है। कल ही एक समूह और रवाना होगा जो अयोध्या धाम में 60 दिनों तक भंडारा चलाएगा। छत्तीसगढ़ में हम लोगों के लिए आज की घड़ी बहुत शुभ घड़ी है। हम श्रीराम के आदर्शों से प्रेरणा लेकर छत्तीसगढ़ को संवारने का काम करेंगे।
इस मौके पर छत्तीसगढ़ प्रभारी श्री ओम माथुर ने भी उपस्थित नागरिकों को संबोधित किया। श्री माथुर ने कहा कि आज जय श्री राम का जयघोष अयोध्या तक जाना चाहिए। शबरी माता की भूमि पर आयोजित इस पावन कार्यक्रम में उपस्थित सभी को अभिनंदन करता हूँ। हम सबका सौभाग्य है कि 500 वर्षों के त्याग, बलिदान का फल आज हमें मिला है। हमारा समाज समतापूर्ण रहा है। प्रभु राम ने कभी किसी के बीच भेद भाव नहीं किया। उन्होंने वनवासियों का आतिथ्य स्वीकार किया। यही हमारी संस्कृति है। आज हमारे लिए गौरव का दिन है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने जनसंपर्क विभाग की ओर से तैयार की गई कॉफी टेबल बुक ‘‘हम सबके राम‘‘ और कैलेंडर ‘‘रामो विग्रहवान धर्मः‘‘ का विमोचन भी किया। यह संग्रह श्रीराम के अयोध्या धाम से छत्तीसगढ़ में वनवास के दौरान की कथाओं पर आधारित है।
इस दौरान महंत राजेश्री रामसुंदर दास, सांसद श्री गुहाराम अजगल्ले, पामगढ़ विधायक श्रीमती शेषराज हरवंश, जनसम्पर्क आयुक्त श्री मयंक श्रीवास्तव, संभागायुक्त बिलासपुर श्रीमती शिखा राजपूत तिवारी, आईजी श्री अजय यादव, कलेक्टर श्री आकाश छिकारा, एसपी श्री विजय अग्रवाल भी मौजूद रहे। रामनामियों ने अपना मोर मुकुट पहनाकर किया अभिनंदन- रामनाम को अपने अंग-अंग में हृदय में तथा चेतना में बसाने वाले रामनामी समुदाय के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को अपना परंपरागत मोर मुकुट पहनाकर अभिनंदन किया। उनके मोर मुकुट में राम नाम लिखा होता है। मुख्यमंत्री के साथ ही उन्होंने श्री ओम माथुर को भी मोर मुकुट पहनाया। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवारायपुर : आज माता शबरी के पवित्र धाम शिवरीनारायण की पावन भूमि पर प्रभु श्रीराम प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के अवसर पर आप सभी को गाड़ा-गाड़ा बधाई और शुभकामनाएं|
आज हम सब प्रत्यक्ष रूप से अयोध्या धाम में प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक क्षण का गवाह बने हैं| हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की उपस्थिति में यह शुभ कार्यक्रम संपन्न हुआ, उनके साथ सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत जी, उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी, वहां की राज्यपाल सुश्री आनंदीबेन पटेल और लाखों संतों की उपस्थिति में यह कार्यक्रम हुआ है।
आज हम सबने प्राण प्रतिष्ठा की सम्पूर्ण प्रक्रिया को देखा और भगवान श्रीराम की अलौकिक बाल प्रतिमा के दर्शन भी किए हैं| हमने प्रधानमंत्री जी को भी विस्तार से सुना है| आज हमारे छत्तीसगढ़ का बड़ा सौभाग्य है, छत्तीसगढ़ भगवान श्रीराम का ननिहाल है, माता कौशल्या की जन्मभूमि है| आज देश के साथ साथ पूरी दुनिया राममय हुई है| अलग-अलग तरह से सभी खुशियां मना रहे हैं|
हमारे छत्तीसगढ़ के लिए यह एक विशेष मौका है| चूंकि हमारे भांचा भगवान राम आज पांच सौ साल के संघर्ष के बाद आज अयोध्या में विराजमान हुए हैं| आज तरह-तरह से पूरा छत्तीसगढ़ खुशियां मना रहा है|
हमारा छत्तीसगढ़ धान का कटोरा कहलाता है, आप सभी को मालूम होगा कि छत्तीसगढ़ में खुशबूदार चावल होता है। हमने छत्तीसगढ़ से अयोध्या 3000 टन चावल 11 ट्रकों में भेजा है, आज ननिहाल के चावल से रामलला का भोग तैयार हुआ है| हमने छत्तीसगढ़ से लाखों टन सब्जियां भी अयोध्या भेजी हैं| यह बहुत शुभ अवसर है आप सभी को इसकी बहुत सी शुभकामनाएं। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
राम नाम की धुन से गुंजित है पूरा स्थल, रामायण मंडलिया कर रही हैं मानस भजन कीर्तन।
रायपुर : माता शबरी धैर्य और भक्ति का प्रतीक हैं। उनके इस पवित्र शिवरीनारायण धाम में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज अयोध्या धाम में होने वाले श्री रामलला प्राणप्रतिष्ठा कार्यक्रम के अवसर पर पहुँचे हैं।
जिस तरह माता शबरी बरसों तक तपस्या कर श्रीराम का रास्ता निहारती रहीं। उसी तरह श्रीराम के ननिहाल के लोग छत्तीसगढ़ के निवासी भी श्रीराम का रास्ता बरसों से ताक रहे हैं। श्रीराम की प्राणप्रतिष्ठा होने के बाद अब प्रदेश के करोड़ों लोगों को गहरे आनंद का अनुभव होगा।
माता शबरी प्रतीक हैं छत्तीसगढ़ के लोगों के अपने भांजे श्रीराम के प्रति गहरे स्नेह की। अपनी भक्ति में उन्होंने जूठे बेर श्रीराम को खिलाए। आज सभी छत्तीसगढ़ के वासी राम भक्ति का स्वाद चख रहे हैं और इस शुभ अवसर पर बहुत पुलकित हैं।
अयोध्या में श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के गौरवशाली क्षण में राममय है माता शबरी की भूमि शिवरीनारायण। त्रेता युग में इसी भूमि में श्रीराम को जूठे बेर माता शबरी ने खिलाये थे। आज शिवरीनारायण की धरती वैसी ही पुलकित है। आज श्रीराम पुनः अयोध्या धाम में पधारे हैं। आज इस शुभ क्षण को देखने शिवरीनारायण के हजारों लोगों की उपस्थिति दूर तक दिख रही है।
शुभ शंखनाद और राम रतन धन पायो के स्वर लहरियों के साथ श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के विलक्षण पल के साक्षी बन रहे हजारों लोग।जय जय श्री राम का हो रहा लगातार हो रहा उद्घोष पायो जी मैंने राम रतन धन पायो की इस धुन में छत्तीसगढ़ का तंबूरा भी शामिल है। भगवान श्रीराम के दर्शन मात्र से सभी लोग धन्य हो गये हैं।
भगवान श्रीराम के इस अद्भुत रूप को देखकर सभी मुग्ध हैं। खुशी का पारावार नहीं है। आज भारत के लोगों के लिए छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए ऐतिहासिक दिन है। शिवरीनारायण के इस पवित्र धाम से यह सुंदर दृश्य निहारना लोगों को चमत्कृत कर रहा है।
इस क्षण की बरसों से प्रतीक्षा थी। जैसे ही भगवान श्रीराम साक्षात रूप में नजर आये। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, छत्तीसगढ़ प्रभारी श्री ओम माथुर, महंत राजेश्री रामसुंदर दास सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं नागरिकगण श्रद्धावनत होकर हाथ जोड़े खड़े हो गये। भगवान श्रीराम की मंजुल मूर्ति देखकर सभी गहरी श्रद्धा में डूब गये। रघुपति राघव राजाराम के गीत के बीच हाथ जोड़े सभी लोग भक्तिभाव में डूबे रहे। - द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
संपर्क, संवाद और परिश्रम ही एक जन सेवक को जन नायक बनाते हैं: केन्द्रीय गृह मंत्री
प्रबोधन कार्यक्रम में मिले संसदीय प्रक्रियाओं और परंपराओं के ज्ञान से विधायकों की बढ़ेगी कार्यकुशलता: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय
रायपुर : केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज छत्तीसगढ़ विधानसभा में राज्य के नवनिर्वाचित विधानसभा सदस्यों के प्रबोधन कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
अपने संबोधन में श्री अमित शाह ने कहा कि सीखने की ना कोई उम्र होती है और ना इसके लिए कभी समय खत्म होता है और जीवन के अंत तक सीखते रहना ही सफलता का मूल मंत्र होता है। उन्होंने कहा कि विधायक के रूप में चुनकर आने वाले लोगों को ध्यान रखना चाहिए कि वे एक परंपरा के वाहक हैं। श्री शाह ने कहा कि आज़ादी के 75 सालों में पूरे देश औऱ सभी दलों ने मिलकर लोकतंत्र की जड़ों को गहरा कर पूरी दुनिया को ये संदेश दिया कि हम एक सफल लोकतंत्र हैं। हमने त्रिस्तरीय लोकतांत्रिक व्यवस्था को ना केवल सफलता के साथ आत्मसात किया है बल्कि इसके सुफल भी जनता तक पहुंचाए हैं।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि हमारे देश में विधायक पर तीन प्रकार के दायित्व होते हैं- क्षेत्र, पार्टी की विचारधारा और पूरे राज्य की प्रगति के प्रति दायित्व। श्री शाह ने कहा कि इन तीनों क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करने के लिए आयोजनपूर्वक समय और शक्तियों का आवंटन करने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि विधायक का ये भी दायित्व है कि पार्टी की नीतियों, कार्यपद्धति और उद्देश्यों की परिपूर्ति के लिए भी काम करे। उन्होंने कहा कि प्रभावी बनने के लिए सब जनप्रतिनिधियों के अंदर जनता और क्षेत्र के प्रति संवेदना औऱ सार्वजनिक दायित्व का निर्वहन करने के लिए तत्परता, कुशलता और उत्सुकता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें सदैव प्रसन्न रहते हुए लोकसंपर्क, लोकसंग्रह, विधायी दायित्वों का निर्वहन और पार्टी की नीतियों और उद्देश्यों को ज़मीन पर उतारना चाहिए।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित भौगोलिक क्षेत्रों और हिंसा दोनों में उल्लेखनीय कमी आई है
वामपंथी उग्रवाद की समस्या अब छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों तक ही सीमित है
अगले तीन वर्षों के भीतर इन क्षेत्रों को माओवादी खतरे से मुक्त करना होगा
गृह मंत्री ने वामपंथी उग्रवाद को बनाए रखने में सहायक पूरे इकोसिस्टम को टारगेट करने के लिए विस्तृत रोडमैप बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया
राज्य पुलिस सुरक्षा कमियां पूरी करे, व्यापक जांच सुनिश्चित करे, अभियोजन की बारीकी से निगरानी करे और फंडिंग के रास्तों को बंद करे
केंद्रीय गृह मंत्री ने वामपंथी उग्रवाद प्रभावित जिलों में केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं की सम्पूर्ण कवरेज की आवश्यकता पर बल दिया
रायपुर : केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने आज रायपुर में छत्तीसगढ़ में वामपंथी उग्रवाद की स्थिति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा , केंद्रीय गृह सचिव, राज्य के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, आसूचना ब्यूरो (IB) के निदेशक और CRPF के महानिदेशक सहित कई अन्य अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि तीन आंतरिक सुरक्षा स्थितियों- जम्मू-कश्मीर, पूर्वोत्तर और वामपंथी उग्रवाद-में महत्वपूर्ण सुधार देखा गया है और इनमें हिंसा में लगभग 75% की कमी आई है। इनके प्रभाव वाले भौगोलिक क्षेत्र में भी लगभग 80 प्रतिशत तक की कमी आई है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम (AFSPA) अब उत्तरपूर्व के लगभग 80% क्षेत्रों से हटा लिया गया है। वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई में हुई प्रगति की सराहना करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित भौगोलिक क्षेत्रों और हिंसा दोनों में उल्लेखनीय कमी आई है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि सुरक्षा बलों और सभी केंद्रीय और राज्य एजेंसियों के संयुक्त प्रयासों के कारण वामपंथी उग्रवाद की समस्या अनिवार्य रूप से अब छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों तक ही सीमित है। इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों को अगले तीन वर्षों के भीतर माओवादी खतरे से मुक्त करने की जरूरत है। गृह मंत्री ने खासकर वामपंथी उग्रवाद को बनाए रखने में सहायक पूरे तंत्र को टारगेट करने को लेकर सभी संबंधित हितधारकों द्वारा एक विस्तृत रोडमैप तैयार करने की आवश्यकता पर जोर दिया। इसके अलावा, केंद्रीय गृह मंत्री ने राज्य पुलिस को शेष सुरक्षा कमियों को दूर करने, व्यापक जांच सुनिश्चित करने, अभियोजन की बारीकी से निगरानी करने, फंडिंग के रास्तों को बंद करने और खुफिया नेतृत्व वाले ऑपरेशन जारी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने मल्टी-एजेंसी सेंटर के माध्यम से साझा किए गए सभी इनपुट की समीक्षा करने और सत्यापित इनपुट को संचालित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
केंद्रीय गृह मंत्री ने वामपंथी उग्रवाद प्रभावित जिलों में केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं की सम्पूर्ण कवरेज की आवश्यकता पर बल दिया और इसके लिए सुरक्षा बलों के कैंपों का उपयोग करने को कहा ताकि नजदीक के गांवों में इन योजनाओं का लाभ पहुंचाया जा सके। उन्होंने उल्लेख किया कि गृह मंत्रालय को छत्तीसगढ़ में वामपंथी उग्रवाद से अत्यधिक प्रभावित जिलों में धन के आवंटन और इसके उपयोग दोनों मामलों में लचीला होना चाहिए। गृह मंत्री ने वास्तविक अधिकारों के बारे में सभी स्थानीय शिकायतों के सक्रिय और संवेदनशील प्रबंधन की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला। इसके बाद, केंद्रीय गृह मंत्री के निर्देश पर केंद्रीय गृह सचिव द्वारा वामपंथी उग्रवाद से अत्यधिक प्रभावित जिलों के कलेक्टरों और एसएसपी के साथ एक विस्तृत बातचीत की गई।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवारायपुर : श्री जगदीप धनखड़ जी का छत्तीसगढ़ में आगमन हुआ है और आज के इस कार्यक्रम में वे हम सबको आशीर्वाद और मार्गदर्शन देंगे। मुख्यमंत्री श्री साय ने इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के शिक्षकों, वैज्ञानिकों, छात्रों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों को स्थापना दिवस की बधाई दी मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि इस विश्वविद्यालय ने कृषि शिक्षा, अनुसंधान एवं प्रसार के क्षेत्र में बहुत अच्छा कार्य किया है।विश्वविद्यालय द्वारा विभिन्न फसलों की 160 से अधिक किस्में विकसित की गई हैं एवं 100 से अधिक उन्नत कृषि तकनीकों का भी विकास किया गया है।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ का राजधानी रायपुर के स्वामी विवेकानंद विमानतल पर राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने पुष्प भेंट कर उनका आत्मीय स्वागत किया।
उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़, राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने विश्वविद्यालय परिसर में मौल श्री का पौधा रोपण किया। उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने कृषि स्टार्ट अप, बायोटेक और कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा लगाए गए विभिन्न स्टालों का निरीक्षण किया।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री श्री साय ने की खनिज विभाग के कामकाज की समीक्षा
देश की खनिज जरूरतों को पूरा करने में प्रदेश अग्रणी, संसाधनों का हो बेहतर उपयोग
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि डीएमएफ की राशि का उपयोग खनन प्रभावितों के लिए होना चाहिए। प्रभावितों के शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल जैसी मूलभूत जरूरतों को पूरा करने में यह राशि प्राथमिकता के साथ खर्च होनी चाहिए। मुख्यमंत्री श्री साय ने आज मंत्रालय महानदी भवन में खनिज विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर विभागीय कामकाज और गतिविधियों की समीक्षा के दौरान यह बातें कही। मुख्यमंत्री श्री साय ने अधिकारियों से प्रदेश में खनिज के भंडारण, उत्खनन, इसके उपयोग तथा आपूर्ति सहित विभागीय कार्यों की विस्तृत जानकारी ली। इस मौके पर मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी.दयानंद और डॉ बसवराजू एस. उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने अधिकारियों से कहा कि छत्तीसगढ़ में खनिज संसाधनों का विपुल भंडार मौजूद है और इससे प्रदेश को बड़े राजस्व की प्राप्ति भी होती है। देश की खनिज जरूरतों को पूरा करने में प्रदेश अग्रणी है। हमें कार्ययोजना तैयार कर संसाधनों के बेहतर उपयोग को बढ़ावा देना होगा। देश के साथ-साथ प्रदेश के विकास में इन संसाधनों का समुचित लाभ मिले, यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने बहुमूल्य खनिज जैसे सोना और हीरे के भंडारण, लिथियम, यूरेनियम, ग्रेफाइट तथा कोल बेड मीथेन आदि के संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने खनिजों की उपलब्धता का आकलन करने और उत्खनन की प्रक्रिया में विभागीय भूमिका पर भी चर्चा की। श्री साय ने कहा कि रेयर अर्थ एलिमेंट के प्रदेश में भंडारण भी उपलब्ध है, इनके उत्खनन की दिशा में प्रभावी कदम उठाएं जाएं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने छत्तीसगढ़ में सर्वाधिक मात्रा में उपलब्ध खनिज कोयले के भंडारण और इसकी आपूर्ति के बारे में भी अधिकारियों से जानकारी ली। साथ ही उन्होंने प्रदेश में उपलब्ध गौण खनिजों के उत्खनन के लिए अपनाई जाने वाली प्रक्रियाओं को लेकर चर्चा की। बैठक में खनिज विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
देश के लिए अहम विषय है बेहतर न्याय व्यवस्थाः गृहमंत्री श्री विजय शर्मा
नवीन कानूनों के प्रस्तुतिकरण कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री
महिला सुरक्षा एवं न्याय की भावना पर आधारित हैं भारत के नवीन कानून
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने भारत के तीन नवीन कानूनों को लेकर कहा है कि भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह की दूरदर्शी सोच की वजह से ही ये संभव हो पाया है। श्री साय ने कहा है कि आजादी के इतने वर्ष बाद भी हम अंग्रेजों के बनाए कानून का ही पालन कर रहे हैं जिसे बदलने का समय आ गया है। श्री साय ने कहा है कि समय के साथ परिवर्तन अनिवार्य है और देश, प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में बेहतर परिवर्तन की ओर अग्रसर है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज रायपुर के पुराना पुलिस मुख्यालय में नवीन कानूनों के प्रावधानों के प्रस्तुतिकरण में शामिल हुए और कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस को आने वाले समय में संसाधनों की कमी नहीं होगी और प्राथमिकता के आधार पर छत्तीसगढ़ पुलिस को और सशक्त करेंगे।
नवीन कानूनों के प्रावधानों के प्रस्तुतिकरण के मौके पर राज्य के गृहमत्री श्री विजय शर्मा ने कहा कि बेहतर कानून व्यवस्था देश का एक अहम विषय है। उन्होंने नवीन कानूनों का जिक्र करते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री एवं केंद्रीय गृहमंत्री के प्रयासों से ये संभव हो पाया है कि हमें अंग्रेजों के कानून से मुक्ति मिलने जा रही है।
छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा ने मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री के समक्ष नवीन कानूनों के प्रावधानों की प्रस्तुति देते हुए भारतीय न्याय संहिता 2023, नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 एवं भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। श्री जुनेजा ने बताया कि नवीन कानून दंड देने की बजाए पीड़ित को न्याय देने की भावना के साथ तैयार किए गए हैं। उन्होंने बताया कि पुराने कानून दंड पर आधारित हैं जबकि नए कानून महिला सुरक्षा एवं न्याय पर आधारित हैं।
नवीन कानूनों के प्रावधानों के प्रस्तुतिकरण के मौके पर मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव श्री मनोज पिंगुआ, प्रमुख सचिव विधि श्री रजनीश श्रीवास्तव, एडीजीपी श्री विवेकानंद, एडीजीपी श्री अमित कुमार, वित्त सचिव श्री अंकित आनंद समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवामुख्यमंत्री श्री साय ग्राम कुसुमघटा में आयोजित किसान सम्मेलन एवं अभिनंदन कार्यक्रम में हुए शामिल
मुख्यमंत्री का तुलसी माला, शस्त्र और शास्त्र भेंट कर अभिनंदन किया गया
रायपुर : प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज कबीरधाम जिले के बोड़ला विकासखंड के ग्राम कुसुमघटा में आयोजित किसान सम्मेलन एवं अभिनंदन कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के पहंुचने पर क्षेत्रवासियों, ग्रामीणों ने उनका स्वागत किया। सर्वप्रथम मुख्यमंत्री सहित सभी अतिथियों ने भगवान राम के तैल चित्र पर पूजा-अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। मुख्यमंत्री श्री साय को तुलसी माला, शस्त्र और शास्त्र भेंट, अभिनंदन किया गया। मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम, वन मंत्री श्री केदार कश्यप, स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, सांसद श्री संतोष पाण्डेय, पंडरिया विधायक श्रीमती भावना बोहरा, डॉ. पूर्णेन्दु सक्सेना, श्री बिसराम यादव, श्री पवन साय, श्री अजय जामवाल, श्री चंद्रशेखर वर्मा भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने अपने संबोधन में कहा कि मुख्यमंत्री पद का दायित्व सम्हालने के बाद पहली बार कवर्धा आगमन हुआ है। इस अवसर पर आप सभी का स्वागत करता हूं। उन्होंने कहा कि मोदी जी गारंटी के अनुरूप आप लोगों ने हम पर जो विश्वास किया है। मैं आप सभी को आश्वस्त करता हूं कि मोदी के गारंटी में जो वायदे किए गए हैं उसे पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल के गठन हुए एक महीना ही हुआ है और इतने कम समय में मोदी जी के गांरटी को पूरा करने की ओर कदम बढ़ा चुके है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रदेश में 18 लाख परिवारों को प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृति दी। हमारी सरकार ने छत्तीसगढ़ के निर्माता पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्मदिन सुशासन दिवस पर 02 वर्ष की धान की बोनस राशि 3 हजार 716 करोड़ रूपए 12 लाख से अधिक किसानों के खाते में अंतरित की। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (पीएससी) भर्ती मामले की सीबीआई जांच कराने का निर्णय लिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के शिक्षित युवाओं के साथ धोखाधड़ी करने वालों पर सख्ती से कार्यवाही की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में समर्थन मूल्य पर किसानों से प्रति एकड़ अधिकतम 21 किं्वटल धान खरीदी 3100 रूपए प्रति किं्वटल के मान से की जा रही है। उन्होंने कहा कि समर्थन मूल्य के अतिरिक्त अंतर की राशि जल्द ही किसानों के खाते में पहंुच जाएगी। किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि महतारी वंदन योजना के लिए बजट में प्रावधान कर लिया गया है। प्रतिवर्ष 12 हजार रूपए की राशि माताओं के खाते में डाली जाएगी। उन्होंने कहा कि तेंदूपत्ता की खरीदी 5500 रूपए में की जाएगी, इसके लिए 4000 रूपए बोनस का भी प्रावधान है। कार्डधारियों को 500 रूपए में सिलेंडर दिया जाएगा। भूमिहीन मजदूरों को प्रतिवर्ष 10 हजार रूपए प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी वायदों को मोदी जी की गारंटी में पूरा किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ भगवान श्री राम का ननिहाल, अयोध्या में भगवान श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पर मनाएं उत्सव: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया कहावत को चरितार्थ करना है। आज 18 जनवरी को भगवान श्री राम मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश किए है। इसके लिए आप सभी को बधाई। आने वाले 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान राम मंदिर में श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। छत्तीसगढ़ माता कौशल्या की धरती है, भगवान श्री राम का ननिहाल वाला प्रदेश है। इसलिए हमको और अधिक खुशी के साथ उत्सव के रूप में मनाना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे देश सहित छत्तीसगढ़ प्रदेश राममय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 22 जनवरी को दीवाली के तर्ज पर सभी अपने घरों में दिया जलाएं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आवहान पर मंदिरों में स्वच्छता अभियान के तहत साफ-सफाई करना है।
सभी समाज प्रमुखों का किया गया स्वागत
किसान सम्मेलन एवं अभिनंदन कार्यक्रम में सभी समाज प्रमुखों का भी आत्मीय स्वागत किया गया। उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने सभी समाज प्रमुखों कों रामचरित मानस और तुलसी के माला से स्वागत किया।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मुख्यमंत्री को सौंपा गया पवित्र ज्योति कलश
श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर घर-घर ज्योति जलाने मुख्यमंत्री ने की अपील
रायपुर : श्री राम जन्मभूमि अयोध्याधाम से पावन ज्योति आज छत्तीसगढ़ पहुंची। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को आज राज्य अतिथि गृह पहुना में श्री राम जन्मभूमि आयोध्याधाम से पावन ज्योति लेकर राजधानी रायपुर पहुंचे रामभक्तों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पवित्र ज्योति कलश सौंपा। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राजधानी रायपुर के श्री राम मंदिर में ज्योति कलश को रखा जाएगा, जहां से प्रदेश भर में पावन ज्योति भेजी जाएगी। मुख्यमंत्री ने श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर प्रदेशवासियों से घर-घर ज्योति जलाने अपील की।
श्री आयोध्याधाम से पावन ज्योति लेकर छत्तीसगढ़ पहुंचे रामभक्तों ने मुख्यमंत्री श्री साय को बताया कि रामभक्तों का सात सदस्यीय दल रामजन्मभूमि से ज्योति कलश लाने गया था। उल्लेखनीय है कि दल में मुस्लिम सम्प्रदाय से भी भिलाई निवासी श्री रज्जन अकील खान और श्री शाहनवाज ने अपनी सहभागिता दी है। दल में श्री प्रग्नेश महेंद्र भाई पटेल, श्री राजू साहू, श्री अरविंद पटेल, श्री आकाश पाल आदि शामिल रहे। मुख्यमंत्री को रामभक्तों द्वारा श्री आयोध्याधाम का प्रसाद भी भेंट किया। इस अवसर श्री रोहित कौशिक, श्री प्रकाश शर्मा, पंडित विकास शास्त्री, श्री टीका राम साहू, श्री राजेश तिवारी, श्री महेश सहित अनेक रामभक्त उपस्थित रहे।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
सौर ऊर्जा संयंत्रों के प्रभावी संचालन, संधारण एवं रख-रखाव की बेहतर प्रणाली के लिए मिला सम्मान
क्रेडा द्वारा प्रदेश में 2.81 लाख से अधिक सौर ऊर्जा संयंत्रों का किया जा रहा है प्रभावी संचालन
रायपुर : छत्तीसगढ़ ने गैरपरंपरागत ऊर्जा के क्षेत्र में एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। गैरपरंपरागत ऊर्जा स्त्रोतों के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ सरकार के ऊर्जा विभाग द्वारा एक नया आयाम स्थापित किया गया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के कुशल नेतृत्व में ऊर्जा विभाग अंतर्गत राज्य की स्टेट नोडल एजेंसी छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) को प्रदेश में स्थापित सौर ऊर्जा संयंत्रों के प्रभावी संचालन, संधारण एवं रख-रखाव प्रणाली हेतु स्कॉच आर्डर ऑफ मेरिट सर्टिफिकेट से आज सम्मानित किया गया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इस उपलब्धि के लिए क्रेडा के अधिकारियों-कर्मचारियों को बधाई और शुभकामनाएं दी।
क्रेडा को यह सम्मान सौर ऊर्जा संयंत्रों के दक्ष एवं मजबूत संचालन, संधारण प्रणाली के कारण दिया गया है। गौरतलब है कि क्रेडा द्वारा प्रदेश में लगभग दो लाख इक्यासी हजार से अधिक सौर ऊर्जा संयंत्रों का प्रभावी संधारण एव रख-रखाव कर वर्ष में औसतन 94 से 95 प्रतिशत तक संयंत्रों की कार्यशीलता सुनिश्चित की जा रही है।
क्रेडा की तरफ से स्कॉच आर्डर ऑफ मेरिट सर्टिफिकेट क्रेडा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री राजेश सिंह राणा द्वारा ऑनलाईन प्राप्त किया गया। इस अवसर पर क्रेडा के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
पमशाला कंवर धाम में आयोजित तीन दिवसीय महासम्मेलन और संक्रांति मेला में पहुंचे मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय
इब नदी पर एनीकट निर्माण, पमशाला में कंवर समाज के सामाजिक भवन निर्माण के लिए 50 लाख रूपए की घोषणा
रायपुर : हमारी सरकार बने हुए एक महीने हुए हैं और हम हर दिन मोदी जी की गारंटी पूरा करने संकल्पित होकर काम कर रहे हैं। हमने 18 लाख से अधिक जरूरतमंदों के लिए आवास की स्वीकृति पहले ही कैबिनेट में दी। अटल जी की जयंती सुशासन दिवस के दिन हमने 12 लाख से अधिक किसानों को 3716 करोड़ रुपए की राशि अंतरित की। यह बात मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने पमशाला कंवर धाम में आयोजित तीन दिवसीय महासम्मेलन और संक्रांति मेला में कही। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने इब नदी पर एनीकट निर्माण की घोषणा की। साथ ही पमशाला में कंवर समाज के सामाजिक भवन के जीर्णोंद्धार के लिए 50 लाख रूपए की राशि की घोषणा की।
मुख्यमंत्री श्री साय ने सामाजिकजनों को संक्रांति की बधाई देते हुए कहा कि कल ही भगवान सूर्य का पर्व मकर संक्रांति मनाया गया। पूरे देश में यह पर्व अलग नाम और विधियों से मनाया जाता है। कंवर धाम में प्रतिवर्ष यह आयोजन होता रहा है। हर वर्ष तीन दिनों तक यहां उपस्थिति देता रहा हूं। इस बार पूरे प्रदेश की जिम्मेदारी मिली है तो समापन पर ही आ सका हूं। लेकिन विश्वास है पिछले तीन दिनों में यहां बहुत से सामाजिक विमर्श हुए हैं। यहां सामूहिक विवाह भी हुआ है। सामाजिक सरोकारों को आगे बढ़ाने में ऐसे आयोजनों की महती भूमिका है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी जी की गारंटी पर आप सभी ने भरोसा किया है। जो विश्वास पूरे प्रदेश के लोगों ने हम पर किया, उस पर खरा उतरने की जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री का पद एक बड़ी जिम्मेदारी होती है। आप लोगों का साथ और सहयोग मिलेगा और इससे यह जिम्मेदारी बखूबी निभाऊँगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं करेंगे। पीएससी 2021 में भ्रष्टाचार की जांच हमने सीबीआई को सौंपी है। किसानों के लिए की गई घोषणा पर अमल करते हुए 31 सौ रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी की जा रही है। विवाहित महिलाओं के लिए महतारी वंदन योजना प्रारंभ की जा रही है उन्हें साल में 12 हजार रुपए की सहयोग राशि प्रदान की जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने बिरसा मुंडा की जयंती 15 नवंबर को जनजाति गौरव दिवस के रूप में घोषित करते हुए पीएम जनमन योजना की शुरुआत की है। इस योजना के माध्यम से प्रदेश की विशेष पिछड़ी जनजाति को शासन की सभी कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने का काम कर रहे हैं। जिससे राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र विशेष पिछड़ी जनजाति के सदस्य विकास की मुख्य धारा से जुड़ सकें।
इस मौके पर विधायक पत्थलगांव श्रीमती गोमती साय, अखिल भारतीय कंवर समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री भरत साय, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय, पूर्व सांसद श्री नंद कुमार साय, सेवानिवृत प्रशासनिक अधिकारी श्री एमएस पैंकरा एवं आरपी साय सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।