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- नारायणपुर : वनमंडलाधिकारी नारायणपुर द्वारा प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी जिले में वन्यप्राणी संरक्षण सप्ताह 2020 का आयोजन किया जा रहा है। कोविड 19 महामारी के कारण वन्यप्राणी संरक्षण सप्ताह अंतर्गत होने वाले समस्त आयोजन ऑनलाइन/ व्हाट्सएप के माध्यम से पूर्ण किये जायेंगे। वन्य प्राणी संरक्षण सप्ताह के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जायेगा, जिसमें निबंध लेखन, भाषण और स्लोगन लेखन शामिल है।
04 अक्टूबर को निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा, जो वन्यप्राणी और ईको पर्यटन विकास, पर्यावरण संतुलन में वन्य प्राणियों का योगदान और छत्तीसगढ़ी संस्कृति से वन एवं वन्यप्राणी संरक्षण विषय पर आधारित होगा। इसी प्रकार 5 अक्टूबर को भाषण कला प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा, जो पर्यावरण संतुलन में ंपक्षियों का योगदान, छत्तीसगढ़ी संस्कृति में वन एवं वन्य प्राणी संरक्षण तथा वन्यप्राणी की सुरक्षा के उपाया (क्या करें एवं कन्या न करें) पर आधारित होगा।
इसी प्रकार 6 अक्टूबर को स्लोगन लेख प्रतियोगिता आयोजित होगी, जो वन एवं वन्यप्राणी विषय पर केन्द्रीत होगी। 8 अक्टूबर को समापन कार्यक्रम एवं पुरस्कार वितरण किया जायेगा। उक्त सभी कार्यक्रम प्रातः 11 बजे से सांयकाल 4 बजे तक ऑनलाईन आयोजित की जायेगी।
कार्यालय वनमंडलाधिकारी से प्राप्त जानकारी अनुसार प्रतियोगिता में शामिल होने हेतु प्रतिभागियों को प्रातः 11 बजे के पूर्व दिए गए व्हाट्सएप नम्बरों पर रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है ,जिसके लिए आपको अपना नाम, कक्षा, विद्यालय का विवरण व्हाट्सएप करना होगा।
निबंध लेखन प्रतियोगिता अधिकतम 200 शब्दों में होगी। भाषण कला में भाग लेने वाले विद्यार्थी पने भाषण का रिकार्डिंग आडियो/विडियों (अधिकतम 5 मिनट) वाट्सअप नंबरों 7646871206, 9424277117 और 9425596247 पर भेजेंगे। - कृषि विज्ञान केंद्र में गरिमामयी ढंग से मनायी गयी गांधी जयंती
नारायणपुर : कृषि विज्ञान केंद्र नारायणपुर में महात्मा गाँधी जी के जन्मदिन को गरिमामयी ढंग से मनाया गया। इस अवसर पर विविध प्रतियोगिताएं आयोजित की गई एवं कृषि विज्ञान केन्द्र प्रांगण की साफ सफाई की गई। कार्यक्रम में डॉ. रत्ना नशीने अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय के मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुई। मुख्य अतिथि डॉ. नशीने ने बापू के छायाचित्र पर पुष्प अर्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित किया।
उन्होंने कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए अपने उद्बोधन में महात्मा गांधी द्वारा उनके जीवन में किये गये सत्य के प्रयोग एवं समूचे विश्व को अहिंसा का मार्ग प्रशस्त कर मानव समाज के लिए किये गए अनुकरणीय कार्यों पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं जैसे रंगोली, ड्राइंग, क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया एवं प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय विजेताओं सहित सभी प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया।संस्था के प्रमुख डॉ. दिब्येंदु दास ने सभी अतिथि, महिला कृषकों एवं प्रतिभागियों को गाँधी जयंती की बधाई देते हुए प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया।
इस कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र के सभी अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में श्री मनीष वर्मा ने सभी का आभार व्यक्त किया। - प्रकृति प्रेमः गोद में बच्चे लेकर किया पौधरोपण और भावी पीढ़ी को बनाया साक्षी
कुपोषण मुक्त छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को साकार करने में जुटी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं
नारायणपुर : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों पर पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान आगनबाड़ी कार्यकर्ताएं एवं ग्रामीण महिलाओं के द्वारा फलदार पौधे लगाए गए। विशेषकर ग्रामीण आदिवासी महिलाओं ने अपने प्रकृति प्रेम को दर्शाते हुए अपनी गोद में बच्चों को लेकर पौधरोपण किया और भावी पीढ़ी को साक्षी बनाया।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने इन महिलाओं को फ़लदार पौधों के गुणों को बताया तथा पौधों की देखरेख करने के लिए प्रेरित किया। महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्री रविकांत ध्रुर्वे ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधरोपण अति आवश्यक है। प्रत्येक व्यक्ति को एक पौधा जरूर लगाना चाहिए।
जहां हरियाली होगी, वहीं खुशहाली होगी। इस उद्देश्य के साथ पौधारोपण का कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में कुपोषण दूर करने में सहायक पौधों को विशेषकर लगााया जा रहा हैं जिससे आंगनबाड़ी केन्द्र में आने वाले बच्चांें एवं गर्भवती व शिशुवती महिलाओं को इन पौधों को लाभ मिल सकें।
श्री धुर्वे ने कहा कि पौधरोपण के साथ पौधों की सुरक्षा करना भी जरूरी है। पौधे लगाने के बाद उसके अच्छी तरह से देखभाल करें तथा नियमित रूप से पानी देते रहें ताकि पौधे सूखे नहीं और भविष्य में एक बड़े पेड़ के रूप में हमें स्वच्छ हवा, फल और छांव जैसे सुविधा प्राप्त हो सके। कुपोषण मुक्त छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को साकार करने के लिए जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं आंगनबाड़ी परिसर में फलदार एवम कुपोषण को दूर करने में सहायक पौधों को लगाने में जुटी हुई है। - 14 अक्टूबर तक प्रस्तुत कर सकते हैं, दावा-आपत्ति
नारायणपुर : जिला नारायण्पुर में शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सिंगोड़ितरई के लिए सहायक ग्रेड 02 एवं सहायक ग्रेड 03 की संविदा भर्ती हेतु 21 जुलाई तक आवेदन पत्र आमंत्रित किये गये थे। संविदा भर्ती हेतु प्राप्त आवेदन पत्रों का परीक्षण के उपरान्त आवेदकों से 14 अक्टूबर 2020 तक स्पीड पोस्ट/ रजिस्टर्ड डाक के माध्यम से या स्वयं उपस्थित होकर दावा आपत्ति आमंत्रित की गयी है।
दावा-आपत्ति कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी, जिला नारायणपुर में जमा कर सकते है। निर्धारित तिथि के पश्चात प्राप्त दावा-आपत्ति पर कोई विचार नहीं किया जायेगा। इस संबंध में विस्तृत जानकारी राज्य की वेबसाईट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्लयूडॉटसीजीस्टेटडॉटजीओव्हीडॉटइन या जिले की वेबसाईट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्लयूडॉटनारायणपुरडॉटजीओव्हीडॉटइन पर देखी जा सकती है। -
बुजुर्गो का सम्मान करना हम सब का दायित्व- श्रीमती श्यामबतमी नेताम
नारायणपुर : जिला प्रशासन एव समाज कल्याण विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आज अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर जिला पंचायत के सभाकक्ष में महिला-पुरूष बुर्जगों का शॉल-श्रीफल से सम्मान किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि अध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती श्यामबती नेताम और अध्यक्षता नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती सुनीता मांझी ने की।मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री राहुल देव ने कहा कि हमारे देश में बुजुर्गों को विशेष सम्मान दिया जाता हैं। सरकार द्वारा भी बजुर्गों का किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो इस लिए उनकी सुविधाओं के लिए अनेक प्रकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है।मुख्य अतिथि श्रीमती श्यामबती नेताम ने कहा कि हमें अपने बुजुर्गो का सम्मान हमेशा करना चाहिए, अगर हम उनका सम्मान नहीं करेंगे तो हमारे बच्चे कल हमारा सम्मान नहीं करेंगे। हमें हमारे बजुर्गों की देखभाल एक छोटे बच्चे की तरह करनी चाहिए। उनके जीवन का अनुभव ही हमारी संपत्ति है, जिसका लाभ हमें समय-समय पर लेते रहना चाहिए।नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती सुनीता मांझी ने कहा कि कि वृद्ध समाज एवं परिवार के धरोहर है, इनको संभालकर रखना हमारी जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा कि घर में इस तरह का वातावरण तैयार किया जायें कि वृद्धजनो को किसी भी प्रकार की समस्या न हो और वे अपने को अकेला महसूस न करें। कार्यक्रम में सहायक संचालक समाज कल्याण नारायणपुर ने अंतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर अध्यक्ष जनपद पंचायत नारायणपुर श्री पंडीराम वड्डे, वरिष्ठ शिक्षक श्री देशमुख के अलावा नगरीय क्षेत्र के गणमान्य वृद्धजन उपस्थित थे। - नारायणपुर : जिला प्रशासन एवं समाज कल्याण विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर कल 1 अक्टूबर को प्रातः 11 बजे जिला पंचायत के सभाकक्ष में वृद्धजनों को सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया है।जिसमें समाज कल्याण विभाग द्वारा जिले के गणमान्य वृद्धजनों का सम्मान किया जायेगा। उक्त कार्यक्रम में जिले के गणमान्य नागरिकों से उपस्थित होने का आग्रह किया गया है।
- 36 प्रकरणों को जिला स्तरीय समिति के पास भेजने पर बनी सहमति
नारायणपुर : अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री दिनेश कुमार नाग की अध्यक्षता में आज सामुदायिक वन संसाधनों का अधिकारों के लिए ग्राम पंचायतों से प्राप्त आवेदन पर चर्चा हेतु बैठक आयोजित की गयी।
बैठक में ग्राम वन समिति के माध्यम से प्राप्त कुल 36 आवेदनांे पर खण्ड स्तरीय समिति के द्वारा अवलोकन उपरांत आवेदनों को वन संसाधन अधिकार की अनुशंसा की गयी तथा समिति द्वारा निर्णय लिया गया कि प्राप्त कुल 36 प्रकरणों को आवश्यक कार्यवाही हेतु जिला स्तरीय समिति की ओर प्रेषित किया जाये। बैठक में खण्ड स्तरीय समिति के सदस्य उपस्थित थे। - नारायणपुर : कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह ने जिले में 02 अक्टूबर 2020 गांधी जयंती के अवसर पर शुष्क दिवस घोषित किया है।
जारी आदेश में उन्होंने उक्त तिथि को जिले में संचालित सभी मदिरा के फुटकर दुकानों को पूर्णतः बंद किये जाने हेतु आदेशित किया है। शुष्क दिवस में शराब का संपूर्ण संव्यवहार प्रतिबंधित रहेगा। - नारायणपुर : कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह के निर्देशानुसार जिले में कोरोना वायरस के मरीज़ों में रोक प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए जिला आयुर्वेद कार्यालय द्वारा कोविड केयर सेंटर में आयुर्वेदिक काढ़े का वितरण किया जा रहा है। जिला आयुर्वेद अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस से बचाव में लगे अधिकारी-कर्मचारियों तथा कोरोना वायरस के मरीजों को आयुर्वेदिक काढ़े का वितरण किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने और इम्युनिटी बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय द्वारा कई तरह के निर्देश जारी किए गए हैं। लोग कोरोना से बचाव को लेकर अलग-अलग तरह के उपाय ढूंढ रहे हैं। खासकर शरीर की इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को लेकर लोग इन दिनों ज्यादा जागरूक दिख रहे हैं।
कोरोना महामारी के इस दौर में घरेलू उपायों और आयुर्वेद की ओर लोगों का झुकाव भी ज्यादा हुआ है। इस बीच आयुष मंत्रालय की ओर से भी कोरोना से बचाव के लिए, इम्यूनिटी बनाए रखने और बढ़ाने के लिए समय-समय पर तमाम तरह के उपाय बताए जा रहे हैं। गर्म पानी, च्यवनप्राश, अदरक, हल्दी, काढ़ा वगैरह को लोगों ने अपने खानपान का अहम हिस्सा बना लिया है। -
जिले में लगेंगे 42 नग सोलर हाईमास्ट
नारायणपुर : जिले की विषम भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए जिले के नगरीय क्षेत्र एवं अंदरूनी गांवों को सौर ऊर्जा से रौशन किया जा रहा है। कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह के मार्गदर्शन में जिले के विभिन्न स्थानों में 42 नग सोलर हाईमास्ट लाइट लगायी जा रही है। जिसकी ऊंचाई 9 मीटर है, जिससे 40 मीटर दूर तक सड़क में रोशनी की फैलाव होगा। जिससे ग्रामों के चौक-चौराहों व अन्य स्थलों की सुंदरता और बढ़ जाएगी।
07 स्थलों में पूर्ण और 35 प्रगतिरत:-अब सोलर हाईमास्ट लगने से रात्रि में दुधिया रोशनी होने सेे ग्रामीण जनता के जीवन स्तर में व्यापक सुधार हो रहा है। कोरोना महामारी के दौरान भी जिले में अब तक कुल 07 स्थलों में सोलर हाईमास्ट संयंत्र का स्थापना कर कार्यशील कर दिया गया है, शेष 35 स्थलों में सोलर हाईमास्ट संयंत्र स्थापना कार्य प्रगति पर है ।ग्रामों, कस्बों, निकायों व शहरों के प्रमुख चौक-चौराहों पर प्रकाश व्यवस्था के लिए सौर चलित आकर्षक हाई मास्ट संयंत्रों की स्थापना की जा रही है। नारायणपुर शहर के पालिका क्षेत्र में भी 06 अन्य स्थानों पर रोशनी के लिए सोलर हाईमास्ट लाइटें लगाई जाएगी। शहर के विभिन्न स्थानों पर सोलर हाईमास्ट लाइट लगने से नगर पालिका का बिजली खपत भी कम होगा। 4 लाख 35 हजार लागत होगी हर एक की:-जिला प्रशासन के सहयोग से क्रेडा के विशेष योजना अंतर्गत प्रत्येक सोलर हाईमास्ट लाइट पर 4.35 लाख रुपए खर्च किया जा रहा है। इसकी क्षमता 900 वॉट की होगी।
संधारण और रखरखाव:-इसके संधारण और रखरखाव का जिम्मा भी क्रेडा विभाग का होगा। क्रेडा द्वारा स्थापित किए गए और किए जा रहे इन संयंत्रों में पांच साल की वारंटी होती है। साथ ही इतने ही वर्षों तक का रख-रखाव क्रेडा द्वारा किया जाता है। संयंत्र स्थापना उपरांत असमाजिक तत्वों से नुकसान न पहुंचे इसलिए सुरक्षा के लिए ग्राम पंचायत का सहारा लिया जायेगा। ऐसे कार्य करेगा सोलर हाईमास्ट - क्रेडा विभाग के अनुसार प्रत्येक सोलर हाईमास्ट की ऊंचाई 09 मीटर रहेगी। इसमें 30-30 वाट क्षमता की 06 एलईडी लाइटें लगाई जाएगी। साथ ही 900 वाट क्षमता के सोलर पैनल प्रत्येक हाईमास्ट पर लगाया जाएगा। जिसमें 06 नग लीथीयम आयन बैटरी भी रहेगीं जो सूर्य के प्रकाश से सौर पेनल और चार्ज कंट्रोलर के माध्यम से चार्ज होंगी।
अपने आप जलेगा और हो जाएगा बंदः-सोलर हाईमास्ट संयंत्र के पेनल सूर्य के प्रकाश से विद्युत उत्पादन कर सुबह से शाम तक बैटरी चार्ज करेगा। जैसे ही शाम को सूर्य अस्त होगा, वैसे ही सोलर हाईमास्ट संयंत्र की एलईडी लाइटें अपने आप जलने लगेंगे और सुबह सूर्य की किरणें सोलर पैनल पर पड़ते ही हाईमास्ट बंद हो जाएगा। इस उपक्रम से बिजली की बचत होगी।
सोलर हाईमास्ट के फायदे:-जिन ग्रामों में सोलर हाईमास्ट संयंत्रों की स्थापना पूरी हो गई, वहां ग्रामीणजन काफी खुश हैं। वे बताते हैं कि जब संयंत्र नहीं लगे थे, तब रात के अंधेरे में एक स्थान से दूसरे स्थान आने-जाने में असहज महसूस करते थे। अब इन हाई मास्ट संयंत्रों की स्थापना से वे आसानी से भयमुक्त होकर आवागमन कर पाते हैं। उनका यह भी कहना है कि सौर संयंत्रों से पर्याप्त रौशनी की वजह से अब चौक-चौराहों में व्यावसायिक गतिविधियां रात तक संचालित रहती हैं। इससे दैनिक उपयोग की आवश्यकताएं पूरी हो जाती हैं और क्षेत्रवासियों के जीवन स्तर में लगातार सुधार हो रहा है। अब तक इस कार्य योजना अंतर्गत लगाए गए 07 नग सोलर हाई मास्ट एवं 35 नग स्थापनाधीन संयंत्रों से पर्यावरण पर भी अनुकूल प्रभाव पड़ेगा। इससे लगभग 37800 किलोग्राम प्रतिवर्ष की दर से कार्बन उत्सर्जन में कमी होगी। इस तरह ये संयंत्र ना केवल प्रकाशीय सुविधाओं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण के लिए भी बहुत फायदेमंद साबित हो होंगे।
लोकार्पण:-इसी कार्ययोजना अंतर्गत पहला स्थापित सोलर हाईमास्ट संयंत्र 29 सितंबर को ग्राम बेनूर में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के पास का लोकार्पण स्थानीय जनप्रतिनिधि के द्वारा किया गया। - नारायणपुर : धान की फसल में बाली निकलने की अवस्था में है एवं कम अवधि वाली धान की किस्मों में बाली निकल चुकी है। चूंकि जिले में विगत दो हफ्तों से आसमान में घने बादल छाये हुए हैं एवं कृषि विज्ञान केन्द्र नारायणपुर स्थित कृषि-मौसम वेधशाला के अनुसार सितम्बर माह में अब तक अच्छी बारिश हो चुकी है और आगामी दिनों में जिले में हलकी से मध्यम वर्षा की संभावना है। अधिकतम तापमान 29 से 31 डिग्री सेल्सियस, न्यूनतम तापमान 23 से 24 डिग्री सेल्सियस एवं आसमान में सामान्यतः बादल छाये रहने की संभावना है. जो की धान की बालियों में गंधी कीट, भूरा माहू एवं फाल्स स्मट (लाई फूटना) रोग के प्रकोप हेतु अनुकूल है।
कीट - बीमारी से बचाव हेतु किसानों को धान की खेतों में नियमित निगरानी की सलाह दे रहा है। इसके साथ ही धान का गंधी बग कीट दानों में दूध भरने की अवस्था में दानों को चूसकर दाने को बदरा या खाली कर देते हैं। अवयस्क और वयस्क दोनों कीड़े दानों से रस चूसते हैं। वर्षा ऋतू के अंत में इनकी संख्या बढ़ जाती है और ये कीट शाम एवं सुबह के समय सक्रीय होते हैं. इस कीट के नियंत्रण हेतु इमिडाक्लोप्रीड 17.8 एसएल दवा की 125 मिली मात्रा प्रति हेक्टेयर की दर से खुले मौसम में छिड़काव करें।
धान में बाली आने के बाद कुछ दाने गोल बड़े आकार के मखमली हरे-पीले रंग के हो जाते हैं जो बाद में काले पड़ जाते हैं यह कूट कलिका रोग (लाइ फूटना) कहलाता है इस से बचाव हेतु बाली निकलने एवं 50 प्रतिशत फूल आने की अवस्था में प्रोपीकोनाजोल 25 प्रतिशत दवा की 1 मिली मात्रा प्रति लीटर पानी या कॉपर ओक्सीक्लोराइड 4 ग्राम मात्रा प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें या बाली निकलने के समय मैन्कोजेब पाउडर 75 प्रतिशत घुलनशील 2 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोलकर बनाकर छिड़काव करें।
धान की फसल को नुकसान पहुंचाने वाले कीटों में भूरा माहू कीट का महत्वपूर्ण स्थान है। ये कीट पौधें का रस चूसने के साथ कई प्रकार की बीमारियाँ फैलाते है। इन कीट का प्रकोप अगस्त से अक्टूबर तक होता है। यह कीट आकार में छोटा होता है तथा पौधे के तने के पास काफी संख्या में पाये जाते हैं। पौधे के तनों से रस चूसने के कारण पौधे सूखने लगते है। इस कीट की शिशु एवं वयस्क अवस्थाएँ दोनों ही फसल को क्षति पहुंचाते हैं। इस कीट के प्रबंधन हेतु नत्रजन एवं अन्य खादों का प्रयोग अनुशंसानुसार ही करना चाहिए।
ज्यादा नत्रजन का प्रयोग इस कीट को बढ़ावा देता है। इस कीट के जनसंख्या के आर्थिक हानि स्तर पर पहुँचने पर कीटनाशक का छिड़काव करना चाहिए। इसके नियंत्रण हेतु़ इमिडाक्लोप्रिड 125 मि.ली./हे. या डायनोटेफ्युरान 250 ग्राम/हे. या एसिटामिप्रिड 20 डब्ल्यूपी 100 ग्रा./हे. का छिड़काव 120 से 150 लीटर पानी मे घोल बनाकर करें। किसान फसल संबंधी अधिक एवं अच्छी जानकारी हेतु कृषि विज्ञान केन्द्र केरलापाल में संपर्क कर प्राप्त कर सकते हैं। - दावा-आपत्ति करने की अंतिम तिथि 5 अक्टूबर
नारायणपुर : नारायणपुर जिले में ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक (पुरूष) के 20 पदों पर भर्ती हेतु बीते दिनों ऑनलाईन आवेदन 30 अगस्त तक आमंत्रित किये गये थे। जिसकी ऑनलाईन पूर्ण आवेदनों की सूची जारी किया गया गया है।
संचालनालय स्वास्थ्य सेवायें द्वारा प्रदाय की गयी सूची को चयन समिति द्वारा परीक्षण उपरांत कार्यालयीन सूचना पटल और जिले की वेबसाईट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यूडॉटनारायणपुरडॉटजीओव्हीडॉटइन एवं विभागीय वेबसाईट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यूडॉटसीजीहेल्थडॉटएनआईसीडॉटइन पर अपलोड किया गया है।
उक्त सूची में यदि किसी अभ्यर्थी को किसी भी अभ्यर्थी को उनके केवल कुल प्राप्त अंकों पर किसी भी प्रकार की आपत्ति हो, तो वे ई-मेल तीवउकंअंदचनत/हउंपसण्बवउ आरएचओएमदावाएनपुरएटजीमेलडॉटकॉम पर 05 अक्टूबर तक कार्यालयीन समय में सप्रमाण दस्तोवज संलग्न करते हुए दावा-आपत्ति अभ्यावेदन केवल ई-मेल के माध्यम से प्रेषित कर सकते हैं। किसी भी स्थिति में आफलाईन अथवा अन्य किसी भी माध्यम से दावा-आपत्ति स्वीकार नहीं किया जायेगा। - नारायणपुर में 1546 और ओरछा विकासखंड में 1264 मिलीमीटर वर्षा
नारायणपुर : कार्यालय कलेक्टर भू-अभिलेख नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार नारायणपुर जिले में चालू मानसून के दौरान विगत एक जून से आज 26 सितम्बर 2020 तक 1405 मिलीमीटर औसत वर्षा रिकार्ड की गयी है।नारायणपुर विकासखंड में पिछले 24 घंटों में 0 मिलीमीटर और ओरछा विकासखंड में 24 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गयी है। अब तक सबसे ज्यादा 1546 मिलीमीटर बारिश नारायणपुर विकासखंड में हुई है, वहीं ओरछा विकासखंड 1263 मिलीमीटर दर्ज की गयी है। - नारायणपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने वीडियों कान्फ्रेसिंग के माध्यम से गोधन न्याय योजना के तहत प्रदेश के 83 हजार 809 गौपालकों एवं गोबर विक्रेताओं को चतुर्थ किश्त के रूप में 8 करोड 02 लाख रूपए की राशि का आनलाइन भुगतान सीधे संबंधितों के खातों में किया। जिसमें नारायणपुर जिले से 211.98 क्ंिवटल गोबर खरीदी के एवज में हितग्राहियों के खाते 42 हजार का भुगतान किया किया गया है। यह चौथे किश्त की राशि है, जिसका भुगतान एक सितंबर से 15 सितंबर तक जिले के 167 गौपालकों एवं गोबर विक्रेताओं को खरीदी के एवज में की गई है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर अपने उद्बोधन में कहा कि प्रदेश सरकार अपने वायदे को पूरा कर रही है। किसानों, गरीबों एवं मजदूरों के हितों का संरक्षण हमारी प्रतिबद्धता है। उन्होंने कहा कि हमने कर्ज माफी से लेकर धान खरीदी, सिंचाई कर की माफी, बिजली बिल को हाफ किए जाने के वायदे को पूरा करने के साथ ही राज्य के किसानों और गरीब तबके के लोगों की बेहतरी के लिए अनेक योजनाएं शुरू की हैं। राजीव गांधी किसान न्याय योजना और गोधन न्याय योजना के जरिए किसानों और ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है।मुख्यमंत्री ने कहा कि गोधन न्याय योजना के तहत हितग्राहियों को 15-15 दिवस में राशि भुगतान के वायदे को सरकार पूरा कर रही है। अब तक पूरे प्रदेश में 20 करोड़ 72 लाख रूपए की राशि बीते चार पखवाड़ों में क्रय किए गए गोबर के एवज में दी जा चुकी है। इससे गरीब ग्रामीणों एवं पशुपालकों को आर्थिक लाभ मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में गौठानों में तीस हजार क्विंटल वर्मी कंपोस्ट खाद का उत्पादन हुआ है, आने वाले समय में इसकी मात्रा और बढ़ोत्तरी होगी। वर्मी खाद के विपणन की व्यवस्था भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी ग्राम पंचायतों में गौठान निर्माण का लक्ष्य तथा सभी गौठानों में गोबर खरीदी हो, इसकी व्यवस्था की जाएगी।
इस मौके पर कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ राज्य किसानों की बेहतरी के काम करने के मामले में देश का मॉडल राज्य है। प्रदेश सरकार किसानों के साथ है। गोधन न्याय योजना को उन्होंने देश की अभिनव योजना बताते हुए कहा कि इसके जरिए हमने समाज के गरीब तबको के साथ-साथ पशुपालकों को आर्थिक रूप से मदद पहुंचाने का काम किया है। गौठानों में क्रय किए जा रहे गोबर से वर्मी खाद का निर्माण किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ राज्य जैविक खेती की दिशा में आगे बढ़ रहा है। - 28 तारीख तक प्रस्तुत कर सकते हैं दावा-आपत्ति .
नारायणपुर : जिले में वर्ष 2020-21 की खरीफ गिरदावरी पूर्ण हो चुकी है। आमजनों की जानकारी के लिए गिरदावरी रिपोर्ट का प्रकाशन किया गया है। जिस किसी खातेदार/कृषक को इस संबंध में कोई दावा-आपत्ति प्रस्तुत करना हो, तो इस महीने की 28 तारीख तक हल्का पटवारी, ग्राम पंचायत कार्यालय, राजस्व निरीक्षक अथवा तहसील कार्यालय में उपस्थित होकर अपनी दावा-आपत्ति लिखित में दर्ज करवा सकते हैं।
निर्धारित अवधि उपरांत प्राप्त दावा-आपत्ति पर कोई विचार नहीं किया जायेगा। - नारायणपुर में 1546 और ओरछा विकासखंड में 1239 मिलीमीटर वर्षा
नारायणपुर : कार्यालय कलेक्टर भू-अभिलेख नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार नारायणपुर जिले में चालू मानसून के दौरान विगत एक जून से आज 24 सितम्बर 2020 तक 1393 मिलीमीटर औसत वर्षा रिकार्ड की गयी है।
नारायणपुर विकासखंड में पिछले 24 घंटों में 0.6 मिलीमीटर और ओरछा विकासखंड में 0 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गयी है। अब तक सबसे ज्यादा 1546 मिलीमीटर बारिश नारायणपुर विकासखंड में हुई है, वहीं ओरछा विकासखंड 1239 मिलीमीटर दर्ज की गयी है। - नारायणपुर : कार्यालय सेनानी 29 वाहिनी भारत तिब्बत सीमा पुलिस द्वारा कल 26 सितम्बर से 30 सितम्बर तक बेडमाकोट मंदिर फायरिंग रेंज में सालाना चांदमारी अभ्यास हेतु अनुमति चाही गयी है। जिस पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री दिनेश कुमार नाग ने कार्यवाही करते हुए शर्तो के अधीन चांदमारी अभ्यास करने की अनुमति दी है।
आदेश में कहा गया है कि कोराना वायरस कोविड-19 के संबंध में शासन द्वारा दिये गये निर्देशों का कड़ाई से पालन करना अनिवार्य होगा। इसके सााथ ही इस दौरान जवानों के मध्य सोशल एवं फिजिकट डिस्टेंस का पालन करना , जवानों को मास्क एवं सेनेटाईजर का उपयोग, चांदमारी स्थल पर हैंडवास एवं पानी रखना अनिवार्य रूप से कहा गया है।
जारी अनुमति आदेश में यह भी कहा गया है कि चांदमारी के दौरान विशेष सुरक्षा व्यवस्था रखने सहित इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था रखने और किसी भी प्रकार की जान-माल की हानि न हो इस बात का ध्यान रखने भी कहा गया हैं - नारायणपुर : महिला बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार, नीति आयोग युनिसेफ और स्वर्ण भारत की ओर से ‘‘ कुपोषण मुक्त भारत एवं विश्व‘‘ 2020 के वेबिनार संगोष्ठी का आयोजन 20 सितम्बर 2020 को किया गया। इस दौरान कुपोषण मुक्त भारत की कल्पना को साकार करने के उद्देश्य से चलाये जा रहे कार्यक्रम पोषण माह मंे कुपोषण निवारण हेतु किये जा रहे कार्यो के लिए देश-विदेश से प्रबुद्ध जनो को डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम राष्ट्रीय पुरस्कार 2020 को सम्मनित किया गया।
बीते रविवार को आयेजित अंतराष्ट्रीय वेबिनार संगोष्ठी मे यूएई, इजिश्ट, नाइजिरिया, तंजानिया, सिंगापुर , यूके, यूएसए, सोमालिया, धाना, दुबई और सिरिया, लेबिनान सहित 50 देशों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम मे 23 देशो के विषेशज्ञों ने हिस्सा लिया इन विषेशज्ञों ने कुपोषण की समस्या बचाव, संतुलित एवं पौष्टिक भोजन की महत्व पर विस्तृत चर्चा की। स्वर्ण भारत अभियान के संस्थापक श्री पीयूश पंडित ने सभी से कुपोषण मुक्त भारत बनाने के लिए जागरूकता फैलाने का आग्रह किया।
कार्यक्रम में डॉ. रत्ना नशीने अधिष्ठाता, कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, नारायणपुर को डॉ. ए.पी. जे अब्दुल कलाम राष्ट्रीय पुरूस्कार 2020 से सम्मानित किया गया। डॉ. रत्ना नशीने द्वारा लगातार कुपोषण दूर करने पर लगातार कार्य किया जा रहा ह।ै उनके द्वारा पोषण वाटिका लगाने के साथ महिलाओं को सुपोषण, संतुलित भोजन, पोषक तत्वों की जानकारी दी। डॉ. नशीने द्वारा विभिन्न ग्रामों में महिलाओं को पौष्टिक रेसिपी की विधियॉ प्रायोगिक रूप से बतायी जा रही है।
वर्तमान में नारायणपुर में विभिन्न प्रकार के पोषण ज्ञान, सांप सीढ़ी के खेल बनाये गये तथा कॉलेज के छात्र व छात्राओं और स्कुल के छात्रों पर इन खेल के माध्यम से पोषण विज्ञान की जानकारी दी। पोषण खेलों बच्चों में पोषण ज्ञान की वृद्धि पर शोध कार्य किया तथा इस कार्य पर शोधपत्र तैयार कर 2019 में राष्ट्रीय संगोष्ठी में प्रस्तुत किया था। जिसमें उनके शोध पत्र को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ था। डॉ. रत्ना नशीने द्वारा पूर्व में बस्तर जगदलपुर रहते हुए मीड डे मील पर कार्य किया था, जिसकी प्रस्तुति तत्कालीन कलेक्टर द्वारा सिविल सर्विस दिवस पर दी गयी थी।
जिसको तत्कालीन प्रधानमंत्री द्वारा सराहया गया था। इस कार्य हेतु डॉ. रत्ना नशीने को अध्यक्ष छत्तीसगढ़ योजना आयोग, सेक्रटरी मंत्रालय महिला बाल विकास छत्तीसगढ़ शासन तथा तत्कालीन मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ द्वारा सराहनीय पत्र प्राप्त हुआ था। - समितियों ने जारी गाइड लाइन का पालन करने की दी सहमति
नारायणपुर : नोवल कोरोना वायरस कोविड-19 के प्रसार को देखते हुए इसके प्रसार को रोकने के लिए सामाजिक अलगाव को अपनाना आवश्यक हो गया है। कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह के निर्देशानुसार एसडीएम श्री दिनेश कुमार नाग ने आज देव समिति के पदाधिकारियों की बैठक ली।
एसडीएम श्री नाग ने बैठक में कहा कि कोरोना वायरस के दिन प्रतिदिन बढ़ते संक्रमण को ध्यान में रखते हुए नवरात्र उत्सव में इस बार 6 फीट से ज्यादा बड़ी प्रतिमाएं नहीं बैठायें। इसके साथ ही पूजा, आरती या अन्य कार्यक्रमों में ज्यादा भीड़ जमा न हो इसलिए पंडाल भी 15 गुणा 15 फीट के रखे जाए, ताकि संक्रमण का खतरा न रहे।
ऐसा कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए किया जा रहा है। मास्क का उपयोग, सोशल डिस्टेंसिंग, सेनेटाइजर या हैण्डवाश की व्यवस्था करना अनिवार्य होगा। बैठक में समिति के प्रतिनिधियों ने सहमति देते हुए आगामी नवरात्र में व्यक्तिगत जोत नही जलाने एवं प्रसाद वितरण नहीं करने तथा जारी गाइड लाइन के पालन करने की सहमति दी। बैठक में एस डीओपी श्री अनुज कुमार के अलावा नवरात्र उत्सव समिति के प्रतिनिधी एव सदस्य उपस्थित थे। - नारायणपुर: जिले में कोरोना वायरस के के बढ़ते प्रभाव को ध्यान में रखते हुए आज दिनाँक 24 सितंबर 2020 को जिला महिला एवं बाल विकास कार्यलय, नारायणपुर में सभी कर्मचारियों का कोविड जाँच किया गया। जिसमें 1 पॉजिटिव केस पाये जाने के कारण 25 सितंबर से 27 सितंबर 2020 तक जिला महिला एवं बाल विकास कार्यलय, नारायणपुर को बंद रखा जायेगा।
- नारायणपुर : कृषि विज्ञान केंद्र नारायणपुर में बायोटेक किसान हब के अंतर्गत धान की उन्नत बीज उत्पादन हेतु एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह परियोजना राज्य के आकांक्षी जिलों में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा संचालित है।इस सम्बंध में कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. दिब्येंदु दास ने जानकारी देते हुए बताया कि बायोटेक किसान हब के अंतर्गत जिले में धान के सूखा, ब्लाइट एवं तनाछेदक सहनशील किस्म इंदिरा बारानी, जिंक की प्रचुर मात्रा वाली किस्म जिन्को राइस एवं छत्तीसगढ़ जिंक राइस किस्मों का जिले के किसानों के प्रक्षेत्र में बीज उत्पादन कार्य किया जा रहा है। इसके अंतर्गत जिले के 20 चयनित किसानों को धान की उन्नत बीज उत्पादन का प्रशिक्षण दिया गया। इस अवसर पर बीज प्रमाणीकरण अधिकारी श्री एस. के. सिंह, कृषि विज्ञान केंद्र के सभी अधिकारी-कर्मचारी सहित बागडोंगरी, देवगांव, बेलगांव, पालकी एवं कोकोड़ी के किसान शामिल हुए ।
- नारायणपुर : नारायणपुर जिले में कोरोना संक्रमण से स्वस्थ होने वाले व्यक्तियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। आज गुरुवार को जिले में 25 कोरोना पॉजिटिव व्यक्तियों को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किया गया है। जिले में अब तक 758 कोरोना संक्रमित मरीज पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं। 23 सितम्बर तक जिले में 418 एक्टिव केस थे।कोरोना संक्रमण से निपटने के चार प्रमुख स्तंभ आईडेंटिफिकेशन, आइसोलेशन, टेस्टिंग एवं ट्रीटमेंट पर जिला प्रशासन द्वारा विशेष फोकस किया गया है। नये कोरोना संक्रमित मरीजों को शीघ्र कांटेक्ट ट्रेसिंग कर उन्हें संस्थागत क्वारेंटाइन किया जा रहा है। सर्दी, खांसी, बुखार व कोरोना संदिग्ध मरीजों की प्राथमिक स्टेज में ही पहचान की जा रही है तथा उन्हें आइसोलेट कर नियमानुसार टेस्टिंग व ट्रीटमेंट का कार्य गंभीरता से किया जा रहा है।कोविड केयर सेंटर में किए गए बेहतर इंतजाम-जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए कोविड केयर सेंटर बनाए गए। जिला प्रशासन द्वारा सभी कोविड केयर सेंटरों में समुचित व्यवस्थाएं चाक-चौबंद की गई हैं। मरीजों को गुणवत्तायुक्त भोजन एवं समय पर दवाइयाँ का प्रतिदिन सुबह-शाम सेवन कराया जा रहा है। फलस्वरूप कोरोना संक्रमित मरीज शीघ्र स्वस्थ हो रहे हैं। कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह द्वारा सभी कोविड केयर सेंटर एवं क्वारेंटाइन केंद्रों पर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की सतत मानिटरिंग की जा रही है।
- नारायणपुर में 1539 और ओरछा विकासखंड में 1239 मिलीमीटर वर्षा
नारायणपुर : कार्यालय कलेक्टर भू-अभिलेख नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार नारायणपुर जिले में चालू मानसून के दौरान विगत एक जून से आज 22 सितम्बर 2020 तक 1389 मिलीमीटर औसत वर्षा रिकार्ड की गयी है।
नारायणपुर विकासखंड में पिछले 24 घंटों में 41 मिलीमीटर और ओरछा विकासखंड में 45 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गयी है। अब तक सबसे ज्यादा 1539 मिलीमीटर बारिश नारायणपुर विकासखंड में हुई है, वहीं ओरछा विकासखंड 1239 मिलीमीटर दर्ज की गयी है। - छात्रा सविता सलाम ने बच्चों को शिक्षित करने का उठाया बीड़ानारायणपुर : आज संपूर्ण भारत कोरोना वायरस से डरा हुआ है, ऐसे समय में बच्चों का घर में रहकर पढ़ाई करना ग्रामीण अंचलों के लिए बहुत ही परेशानियों का सबब बना हुआ है। ख़ासकर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में ऑनलाईन पढ़ाई में दिक्कत आती है क्योंकि नारायणपुर जिले की विषम भौगोलिक परिस्थिति के बीच बसे गाँव में नेटवर्क की समस्या हमेशा बनी रहती है।
इस विश्वव्यापी संकट के दौर में पढ़ने वाले बच्चों की जिन्दगी स्थिर हो गई है। सरकार, अभिभावकों और शिक्षकों को अब उनकी शिक्षा की निरन्तरता की चिन्ता सताने लगी है। राज्य शासन द्वारा इस समस्या को दूर करने हर सम्भव प्रयास कर रही है। बच्चों तक शिक्षा की अलख जगाने एवं बच्चों तक शिक्षा पहुंचाने हेतु पढई तंुहर दुआर जैसे महत्वकांक्षी योजना का क्रियान्वयन पूरे प्रदेश में किया जा रहा है।
नारायणपुर विकासखण्ड अन्तर्गत स्वामी आत्मानंद महाविद्यालय कुम्हारपारा नारायणपुर की छात्रा कुमारी सविता सलाम को पढ़ाई तुंहर दुआर पोर्टल मे हमारे नायक बनाये गये हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते महाविद्यालय बंद होने के कारण छात्रा घर में ही रककर पढ़ाई कर रही थी।
तब उसे राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम के बारे में पता चला। जिसमें वे अपने मोहल्ले के बच्चों को मोहल्ला क्लास के माध्यम से पढ़ाने का बीड़ा उठाया। सविता लगभग 45 दिनों से बच्चांे को शिक्षा प्रदान करने का सराहनीय काम कर रही है। चर्चा करने पर सविता ने बताया कि वह अपने मोहल्ले में पढ़ने वाले प्राथमिक एवं माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों को पढ़ाती है।
इस दौरान वे विद्यार्थियों को सोशल डिसटेसिंग का पालन भी कराती है। उनकी कक्षा में विद्यार्थी बड़े उत्साह से पढ़ाई करते हैं। कक्षा के बाद विद्यार्थियों को होमवर्क भी दिया जाता है। जिसे विद्यार्थी सफलतापूर्वक पूर्ण कर उन्हें अगले दिन कक्षा में दिखाकर जांच कराते हैं।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के पहल से इस विषम परिस्थिति में भी बच्चों तक शिक्षा की अलख जगाने एवं बच्चों तक शिक्षा पहुंचाने हेतु पढई तंुहर दुआर जैसे महत्वकांक्षी योजना का क्रियान्वयन पूरे राज्य के स्कूलों मंे करते हुये बच्चों तक बेहतर शिक्षा पहुंचाने का सराहनीय प्रयास किया जा रहा है।
इस अभियान की सफलता में कई चुनौतियां है। मसलन एन्ड्राइड मोबाइल, मोबाइल डाटा आदि की उपलब्धता घर में ये साधन हो भी तो बच्चों के लिए इनकी उपलब्धता और सबसे बड़ी बात समाज और अभिभावकों की सहभागिता। राज्य शासन द्वारा अब ऑनलाइन पढ़ाई के अतिरिक्त वैकल्पिक व्यवस्था गांव और मोहल्ले में समुदाय की सहायता से बच्चो की सीखने की व्यवस्था, लाउडस्पीकर तथा बुलटू के बोल के माध्यम से पढ़ाई की व्यवस्था करने के निर्देश मिले थे। जिससे बच्चों को ऑनलाइन के बिना भी शिक्षा उपलब्ध हो सके। - नारायणपुर : कलेक्टर के निर्देश पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत श्री राहुल देव ने आज कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में जिला स्तरीय कोरोना टास्क फोर्स समिति की बैठक ली। मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री देव ने कहा कि पोस्ट कोविड केयर के संबंध में कोविड-19 से प्रभावित लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है, ताकि उन्हें पुनः कोविड होने से बचाया जा सके।
इसके लिए उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को पोस्ट कोविड केयर के विभिन्न बिंदुओं के पेम्पलेट तैयार कर वितरित करने कहा। उन्होंने जिले में चल रहे कोविड केयर सेंटर की व्यवस्थाओं की पूरी जानकारी ली।
उन्होंने होम आईसोलेशन में रहने वाले लोगों के लिए बनाये गये कॉल सेंटर की व्यवस्थाओं के बारे में भी पूछा। सीईओ श्री देव ने कहा कि कोरोना वायरस के नियंत्रण हेतु सभी प्रकार के उपाय सुनिश्चित की जाए। उन्होंने टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने, कोरोना जांच करने वालों दलों और होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की जानकारी ली।
श्री देव ने आरटीपीसीआर जांच एवं ट्रू नॉट लैब के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने ट्रू नॉट लैब में अधिक से अधिक जांच करने पर जोऱ दिया। बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री जयंत वैष्णव, एसडीएम श्री दिनेश कुमार नाग, डिप्टी कलेक्टर श्री गौरीशंकर नाग, वैभव क्षेत्रज्ञ के अलावा अन्य विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आनंद राम गोटा ने बताया कि वर्तमान में लैब टेक्नीशियनों द्वारा जिले के स्वास्थ्य केंद्रों एवं विभिन्न जगहों पर जाकर जांच किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आईसोलेशन एवं निःशुल्क कन्सल्टेशन हेतु जिला चिकित्सालय में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। इसका दूरभाष क्रमांक 07781-252245 और मोबाईल नंबर 62646-38959 है। जिले के होम आईसोलेशन में रहने वाले किसी व्यक्ति को किसी भी प्रकार की परेशानी होने अथवा सलाह-मशविरा लेने हेतु किसी भी समय (24 घंटे) नियंत्रण कक्ष से संपर्क कर सकते हैं।
इसके अलावा राज्य कार्यालय के टोल फ्री नंबर 104 पर भी संपर्क कर सूचित कर सकते हैं। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ गोटा ने जिले में कोविड 19 संक्रमण के संक्रमित मरीजों, स्वस्थ मरीजों, आईसोलेशन के लिये गये सेम्पलों की संख्या, होम क्वांरटीन, प्राप्त रिपोर्ट, कंटेनमेंट एरिया एवं कोरोना संक्रमण से बचाव तथा जिला चिकित्सालय में उपलब्ध सुविधाओं एवं व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।