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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
62 वर्षों से आयोजित हो रहा है पोरा महोत्सव
मंत्री श्री शर्मा ने मड़ियापार में मिनी स्टेडियम निर्माण हेतु 50 लाख रुपये की घोषणा की
रायपुर : प्रदेश के गृह एवं जेल, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री तथा दुर्ग जिले के प्रभारी मंत्री श्री विजय शर्मा 23 अगस्त की देर रात्रि धमधा विकासखंड के ग्राम मड़ियापार पहुंचे। वे यहां आयोजित तीन दिवसीय पोरा महोत्सव एवं किसान उत्सव के समापन कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।
गृह मंत्री श्री शर्मा ने इस अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लिया एवं ग्रामवासियों को छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति से जुड़े पारंपरिक त्यौहार पोरा की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने ग्रामवासियों की मांग पर ग्राम मड़ियापार में मिनी स्टेडियम निर्माण हेतु 50 लाख रुपये की घोषणा की। साथ ही छत्तीसगढ़ के लोकपर्व को महोत्सव के रूप में मनाने हेतु आयोजकों को साधुवाद भी दिया।
गौरतलब है कि ग्राम मड़ियापार में पोरा महोत्सव का आयोजन विगत 62 वर्षों से परंपरागत रूप से किया जा रहा है। महोत्सव में बैल सजावट, बैल दौड़, गेड़ी दौड़, कबड्डी, रस्साकशी, फुगड़ी, सुवा नृत्य, कुर्सी दौड़ एवं धीमी साइकिल रेस जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। इस अवसर पर राज्य तेलघानी बोर्ड के अध्यक्ष श्री जितेंद्र साहू, जिला पंचायत दुर्ग की अध्यक्ष श्रीमती सरस्वती बंजारे, ग्राम पंचायत की सरपंच श्रीमती जनिता निषाद, महोत्सव के संयोजक डॉ. सुनील साहू सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
166 महतारी सदन हेतु 49 करोड़ 80 लाख रुपये जारी
अब तक 368 महतारी सदन की स्वीकृति, 50 से अधिक महतारी सदन पूर्ण
महतारी सदन में कमरा, बरामदा, हाल, किचन, स्टोररूम, पेयजल हेतु ट्यूबवेल और सामुदायिक शौचालय जैसी होंगी सुविधायें
रायपुर : प्रदेश के प्रत्येक ग्राम पंचायतों में ग्रामीण महिलाओं को स्वावलंबी एवं आत्मनिर्भर बनाने तथा आपसी समरसता स्थापित करने सामायिक कार्यक्रमों में सामूहिक भागीदारी तथा महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के निर्देशानुसार महतारी सदन का निर्माण कार्य किया जाना है। उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के प्रयास से 166 महतारी सदन की स्वीकृति आदेश जारी किया गया है, इसके लिए 49 करोड़ 80 लाख रुपये की स्वीकृति जारी की गई है।
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने कहा कि न्यू इंडिया के ग्रोथ साइकल में महिलाओं की भागीदारी लगातार बढ़ रही है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की आत्मनिर्भर भारत अभियान महिलाओं की क्षमता को देश के विकास के साथ जोड़ रहा है। प्रदेश के ग्राम पंचायतों में बनने जा रहा महतारी सदन भी इसी दिशा में एक प्रयास है। उन्होंने कहा कि लगातार ग्राम भ्रमण के दौरान महिलाओं द्वारा बैठने की स्थान न होने की शिकायत की और बैठने हेतु स्थान दिलाने की मांग की जाती रही इसलिए महतारी सदन बनाने का विचार आया।
ततपश्चात महिलाओं को रोजगार दिलाने और उनको काम काज के लिए स्थान उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश सरकार गांवों में महतारी सदन बनाने जा रही है। अब तक 368 महतारी सदन की स्वीकृति इसी उद्देश्य को पूर्ति के लिये जारी किया गया है। कार्यों में एकरूपता के दृष्टिकोण से पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा कार्य का एक मानक डिजाईन एवं प्राक्कलन तैयार किया गया है। प्रति महतारी सदन की लागत राशि रुपये 30 लाख होगी।
5 वर्षो में सभी ग्राम पंचायतों में महतारी सदन बनाने की योजना
प्रदेश के सभी ग्राम पंचायतों में महतारी सदन बनाया जाएगा। महतारी सदन बनाने की शुरुआत हो गयी है। पहले चरण में प्रदेश के प्रत्येक विकासखंड में महतारी सदन बनना प्रारंभ किया जा रहा है व 5 साल में सभी ग्राम पंचायत में महतारी सदन बनेंगे। प्रदेश में बनने वाले महतारी सदन का निर्माण लगभग 25 सौ वर्गफुट में कराया जाएगा। सदन में कमरा, शौचालय, बरामदा, हाल, किचन और स्टोररूम जैसी सुविधाएं रहेगी। पानी के लिए ट्यूबवेल के साथ वाटर हार्वेस्टिंग भी किया जाएगा। महिलाओं की सुरक्षा के लिए इसमे बॉउंड्रीवाल भी बनाये जाएंगे। महतारी सदन में सामुदायिक शौचालय का भी निर्माण किया जाएगा। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा' से साभार
रायपुर : स्वच्छ भारत अभियान के तहत शुक्रवार की सुबह राजभवन परिसर में साफ-सफाई की गई। राजभवन के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने सुबह 7 से 8 बजे तक राजभवन परिसर के अलग-अलग स्थानों पर झाडू लगाकर कचडे़ को एकत्र कर उसका निपटान किया।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : गाँवों के समग्र विकास और आत्मनिर्भरता की अवधारणा को साकार करने की दिशा में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा आज नया रायपुर स्थित ग्रामीण संपर्क एवं प्रशिक्षण संस्थान, झांझ में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला की अध्यक्षता उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने की। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य ग्राम सभा को और अधिक मजबूत बनाना तथा ग्राम पंचायतों को आत्मनिर्भर, उत्तरदायी और निर्णायक बनाने की दिशा में ठोस पहल करना था।
उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि लोकतंत्र की असली शक्ति गाँव की चौपाल और ग्राम सभा में निहित है। ग्राम सभा के निर्णय ही गाँव के विकास का आधार बन सकते हैं और इसीलिए आवश्यक है कि पंचायतें न केवल योजनाओं को लागू करें बल्कि जनता की आकांक्षाओं को दिशा देने वाली संस्था के रूप में कार्य करें।
कार्यशाला में उपस्थित प्रतिभागियों को पाँच अलग-अलग समूहों में विभाजित किया गया। जहाँ ग्राम सभा के सशक्तीकरण, वित्तीय विकेन्द्रीकरण, पंचायतों पर नियंत्रण, सामाजिक सहभागिता तथा अधिकार एवं कर्तव्यों के विभाजन जैसे विषयों पर गहन चर्चा की गई। समूह चर्चा के दौरान पंचायतों की वर्तमान व्यवस्था का मूल्यांकन करते हुए अनेक महत्वपूर्ण सुझाव सामने आए, जिनसे भविष्य में ग्राम पंचायतों को और अधिक सशक्त तथा उत्तरदायी बनाने का मार्ग प्रशस्त होगा।
इस अवसर पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के त्रिस्तरीय पंचायत राज संस्थाओं के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के साथ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी सक्रिय रूप से भाग लिया। कार्यशाला में श्री सुनील कुमार सिंह, सेवानिवृत्त सचिव भारत सरकार, प्रमुख सचिव श्रीमती निहारिका बारिक सिंह, सचिव श्री भीम सिंह, नरेगा आयुक्त श्री तारन प्रकाश सिन्हा, पंचायत संचालक श्रीमती प्रियंका ऋषि महोबिया, स्वच्छ भारत मिशन के मिशन संचालक श्री अश्वनी देवांगन सहित जिला एवं जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, ग्राम पंचायत सचिव और रोजगार सहायक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में टीआरआई फाउंडेशन, यूनिसेफ, पिरामल फाउंडेशन और समर्थन जैसी प्रतिष्ठित स्वयंसेवी संस्थाओं ने भी अपनी सहभागिता दर्ज करायी। सभी विशेषज्ञों और प्रतिनिधियों ने ग्रामीण विकास की नयी राह सुझाते हुए ग्राम स्वावलम्बन को साकार करने के लिए साझा प्रयास की आवश्यकता पर बल दिया। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने अंत में कहा कि पूर्ण ग्राम सुराज केवल शासन का कार्यक्रम नहीं, बल्कि यह हर ग्रामवासी का स्वप्न है। जब ग्राम पंचायतें आत्मनिर्भर होंगी और ग्राम सभा निर्णायक बनेगी, तभी वास्तविक अर्थों में सुराज की स्थापना होगी। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
उप मुख्यमंत्री ने 5.3 करोड़ के कार्यों का किया लोकार्पण-भूमिपूजन
1.23 करोड़ के व्यावसायिक परिसर, 71 लाख से निर्मित तहसील कार्यालय और 30 लाख से विकसित अटल परिसर का किया लोकार्पण
28 लाख रुपए की लागत से बनने वाले आकांक्षी शौचालय का हुआ भूमिपूजन
उप मुख्यमंत्री श्री साव ने गोबरा नवापारा में विकास कार्यों के लिए दो करोड़ देने की घोषणा की
रायपुर : उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री अरुण साव ने आज रायपुर जिले के गोबरा नवापारा नगर पालिका में पांच करोड़ 30 लाख रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। इनमें चार करोड़ 80 लाख रुपए लागत के 11 कार्यों का लोकार्पण और 50 लाख 20 हजार रुपए के तीन कार्यों का भूमिपूजन शामिल हैं। उप मुख्यमंत्री श्री साव ने शहर में विकास कार्यों के लिए दो करोड़ रुपए देने की घोषणा की। उन्होंने गोबरा नवापारा के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से कहा कि आप लोग तुरंत प्रस्ताव बनाकर भेजिए। नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा तत्काल इन प्रस्तावों को मंजूर कर राशि जारी की जाएगी। राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा और अभनपुर के विधायक श्री इंद्र कुमार साहू भी लोकार्पण-भूमिपूजन कार्यक्रम में शामिल हुए।

उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने गोबरा नवापारा में 71 लाख 12 हजार रुपए की लागत से निर्मित तहसील कार्यालय और 30 लाख रुपए की लागत से विकसित अटल परिसर का लोकार्पण किया। उन्होंने क्रमशः 25 लाख रुपए और 30 लाख रुपए से निर्मित धीवर और कसेर समाज के सामुदायिक भवनों, कुल 48 लाख 42 हजार रुपए की लागत के दो स्कूलों में तीन -तीन अतिरिक्त कक्षों, 98 लाख 78 हजार रुपए लागत के स्ट्रीट पोल विस्तारीकरण कार्यों, बस स्टैंड में एक करोड़ 23 लाख रुपए से बनाए गए व्यावसायिक परिसर तथा 53 लाख 17 हजार रुपए लागत के सांस्कृतिक भवन का भी लोकार्पण किया।
उप मुख्यमंत्री श्री साव ने गोबरा नवापारा के सामुदायिक भवन में आयोजित कार्यक्रम में 15 लाख रुपए लागत के तीन वार्डों में सीसी रोड निर्माण, सात लाख रुपए लागत के कहार भोई समाज के सामुदायिक भवन और 28 लाख 20 हजार रुपए लागत के आकांक्षी शौचालय के निर्माण के लिए भूमिपूजन किया। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत हितग्राहियों को उनके स्वीकृत आवासों के निर्माण के लिए अनुज्ञा पत्र प्रदान किए। कार्यक्रम में शहर की स्वच्छता दीदियों को सम्मानित किया गया। उप मुख्यमंत्री श्री साव ने नवनिर्मित तहसील कार्यालय परिसर में 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के तहत रुद्राक्ष का और राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने कपूर का पौधा लगाया।
उप मुख्यमंत्री श्री साव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले डेढ़ वर्षों में गोबरा नवापारा को विभिन्न विकास कार्यों के लिए 23 करोड़ रुपए दिए गए हैं। इससे शहर का तेजी से विकास हो रहा है। उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी बाजपेयी के योगदान को रेखांकित करते हुए कहा कि अलग राज्य बनने के बाद पिछले 25 बरसों में यहां की दशा और दिशा बदली है। उन्होंने कहा कि सभी शहरों के सुनियोजित और सुव्यवस्थित विकास के लिए हम सिटी डेवलपमेंट प्लान बनाकर काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में हम मोदी की एक-एक गारंटी को पूरा कर रहे हैं। आज हर गांव और शहर में प्रधानमंत्री आवास बनते दिख रहे हैं।
राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य सरकार छत्तीसगढ़ का तेजी से विकास कर समृद्धि के रास्ते पर लेकर जा रही है। पिछले 20 महीनों में राजस्व विभाग सहित कई विभागों में सुधार के बड़े काम हुए हैं जिसका लाभ प्रदेशवासियों को मिल रहा है। लोगों के काम तेजी से हो रहे हैं, फर्जीवाड़ा रुक रहा है। राजस्व विभाग के सभी कार्यों को लोक सेवा गारंटी में शामल किया गया है। उन्होंने कहा कि विष्णु देव साय की सुशासन सरकार मोदी की सभी गारंटियों को धरातल पर उतार रही है।
लोकार्पण-भूमिपूजन कार्यक्रम को विधायक श्री इंद्र कुमार साहू और गोबरा नवापारा नगर पालिका की अध्यक्ष श्रीमती ओमकुमारी साहू ने भी संबोधित किया। पूर्व मंत्री श्री चंद्रशेखर साहू, जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष श्री अशोक बजाज, नगर पालिका के उपाध्यक्ष श्री भूपेन्द्र सोनी, सीएमओ श्री लवकेश कुमार, श्री श्याम नारंग और श्री नागेन्द्र वर्मा सहित पार्षदगण, क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में कार्यक्रम में मौजूद थे। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज शपथ ग्रहण करने वाले कैबिनेट के नए सदस्य श्री गजेंद्र यादव, श्री गुरु खुशवंत साहेब तथा श्री राजेश अग्रवाल को बधाई एवं शुभकामनाएँ प्रेषित कीं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने विश्वास व्यक्त किया कि नवनियुक्त मंत्रीगण अपनी समर्पित निष्ठा और कार्यकुशलता के साथ जनसेवा के लिए पूर्ण तत्परता से कार्य करेंगे तथा छत्तीसगढ़ राज्य को विकास और सुशासन की दिशा में नए आयाम प्रदान करेंगे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने सभी मंत्रियों के उज्ज्वल कार्यकाल की मंगलकामना करते हुए कहा कि राज्य सरकार सामूहिक सहयोग और प्रतिबद्धता के बल पर जनता की आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए निरंतर प्रयासरत रहेगी। -
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मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने दी स्वीकृति
लो वोल्टेज की समस्या से मिलेगी ग्रामीणों को राहत
रायपुर : लुण्ड्रा विकासखंड के ग्रामीणों को लंबे समय से झेल रही लो वोल्टेज और बिजली आपूर्ति की समस्याओं से अब बड़ी राहत मिलने जा रही है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने विधायक श्री प्रबोध मिंज की मांग पर क्षेत्र में विद्युत विस्तार कार्य के लिए 10 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की है। इस स्वीकृति के बाद लुण्ड्रा क्षेत्र में बिजली आपूर्ति और अधिक सुदृढ़ होगी तथा उपभोक्ताओं को स्थायी समाधान मिलेगा।
स्वीकृति के अनुसार ककनी में 10 किलोमीटर 33 केवी लाइन और 9 किलोमीटर 11 केवी लाइन का विस्तार किया जाएगा। इसी तरह तुरियाबीरा में 10 किलोमीटर 33 केवी और 7 किलोमीटर 11 केवी लाइन बिछाई जाएगी। कुंवरपुर पंचायत में भी 1 किलोमीटर 33 केवी तथा 21 किलोमीटर 11 केवी लाइन का विस्तार होगा।
विधायक श्री प्रबोध मिंज ने मुख्यमंत्री श्री साय के प्रति आभार जताते हुए कहा कि लुण्ड्रा विधानसभा क्षेत्र के लोग वर्षों से मूलभूत सुविधाओं की कमी झेल रहे थे। जनता की समस्याओं को दूर करना उनकी पहली प्राथमिकता है और मुख्यमंत्री की इस स्वीकृति से ग्रामीणों को बड़ी राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की जनभावनाओं के अनुरूप विकास कार्य निरंतर जारी रहेंगे। ग्रामीणों ने भी इस निर्णय का स्वागत करते हुए विधायक श्री मिंज का आभार व्यक्त किया और कहा कि अब उनके गांवों में गुणवत्तापूर्ण और निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित होगी।
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सिएटल, टोरंटो और कैलिफोर्निया बे एरिया में छत्तीसगढ़ी संस्कृति और गौरव का प्रदर्शन
रायपुर : भारत के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उत्तर अमेरिका में आयोजित भारत दिवस परेड 2025 में छत्तीसगढ़ ने अपनी विशिष्ट सांस्कृतिक, औद्योगिक और जनजातीय धरोहर का भव्य प्रदर्शन किया। नाचा (North America Chhattisgarh Association) के नेतृत्व में सिएटल (वॉशिंगटन), टोरंटो (कनाडा) और कैलिफोर्निया बे एरिया (अमेरिका) में प्रवासी छत्तीसगढ़ी परिवारों ने परंपराओं को जीवंत करते हुए भारत के राष्ट्रीय गौरव को साझा किया।
सिएटल में नमिता खंडेलवाल (अध्यक्ष, नाचा वॉशिंगटन चैप्टर) के नेतृत्व में परेड का आयोजन हुआ। यहाँ छत्तीसगढ़ की औद्योगिक पहचान भिलाई इस्पात संयंत्र और कृषि शक्ति धान का कटोरा झांकी का मुख्य आकर्षण रहे। करमा नृत्य, ढोकरा शिल्प, कोसा सिल्क, तथा पारंपरिक व्यंजन जैसे चावल पापड़ और एरसा ने सभी का मन मोह लिया। नमिता खंडेलवाल ने कहा कि भिलाई इस्पात संयंत्र से लेकर करमा नृत्य और कोसा सिल्क तक, छत्तीसगढ़ के हर पहलू को प्रस्तुत करना गर्व का क्षण था।
टोरंटो में आयोजित परेड का संचालन पंकज अग्रवाल (अध्यक्ष, नाचा कनाडा चैप्टर) ने किया। यहाँ जनजातीय परंपरा मुख्य थीम रही। पुरुषों ने धोती, कुर्ता, गमछा और गौर मुकुट पहनकर बस्तर की परंपराओं को जीवंत किया, वहीं महिलाओं ने लुगड़ा और पारंपरिक आभूषणों से छत्तीसगढ़ी संस्कृति की झलक प्रस्तुत की। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ की 30 से अधिक जनजातीय आबादी और एक भारत श्रेष्ठ भारत” की भावना का वैश्विक मंच पर शानदार प्रदर्शन किया गया।
कैलिफोर्निया बे एरिया में पूजा महतो (अध्यक्ष, नाचा बे एरिया) के नेतृत्व में आयोजित कार्यक्रम में प्रवासी परिवारों ने गीत, नृत्य और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से छत्तीसगढ़ी परंपराओं को सजीव किया। महिलाओं ने लुगड़ा और आभूषण पहनकर पारंपरिक झलक प्रस्तुत की। पूजा महतो ने कहा कि कैलिफोर्निया में परिवारों के साथ मिलकर छत्तीसगढ़ की परंपराओं को प्रस्तुत करना गर्व का क्षण था। यह दिखाता है कि हजारों मील दूर रहकर भी हमारी जड़ें कितनी गहरी हैं।
भारत दिवस परेड 2025 ने नाचा की उस वैश्विक प्रतिबद्धता को दर्शाया, जिसमें वह छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक, औद्योगिक और पारिवारिक धरोहर को विश्व स्तर पर जीवित रखता है।
नाचा एक गैर-लाभकारी संगठन है जो अमेरिका और कनाडा में प्रवासी छत्तीसगढ़ियों को एकजुट करता है। यह सांस्कृतिक कार्यक्रमों, सामुदायिक सेवा और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधित्व के माध्यम से छत्तीसगढ़ की परंपराओं को बढ़ावा देता है और भारतीय प्रवासी समुदाय से गहरे संबंध स्थापित करता है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
लंबित राजस्व मामलों पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सख्त, राजस्व प्रकरणों का समयबद्ध निराकरण अनिवार्य
मुख्यमंत्री श्री साय ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ली सभी जिलों के कलेक्टर्स की समीक्षा बैठक
रजत महोत्सव की तैयारियों और विकास योजनाओं की प्रगति की गहराई से समीक्षा
राजस्व मामलों में लापरवाही नहीं चलेगी, राजस्व अधिकारियों कर्मचारियों पर होगी नजर
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने नया रायपुर स्थित महानदी भवन मंत्रालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के कलेक्टर्स की बैठक लेकर शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने राज्य के सभी जिलों में विकास योजनाओं की जमीनी हकीकत की गहन समीक्षा की और अधिकारियों को कई जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
राज्य में बढ़ते लंबित राजस्व प्रकरणों पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने सख्त रुख अपनाते हुए आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के कलेक्टर्स को स्पष्ट निर्देश दिए कि अब "पेशी पर पेशी" का दौर खत्म हो— सभी राजस्व प्रकरणों का निराकरण शासन द्वारा निर्धारित समय सीमा के भीतर ही किया जाए।
मुख्यमंत्री श्री साय ने जिलेवार समीक्षा करते हुए नामांतरण, अविवादित व विवादित बंटवारे, अभिलेख दुरूस्ती, त्रुटि सुधार, भू-अर्जन, सीमांकन, और डायवर्सन से संबंधित प्रकरणों की स्थिति की विस्तृत जानकारी ली।
हितग्राहियों को नहीं हो अनावश्यक परेशानी
मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा कि बार-बार पेशी पर बुलाने से जनता को न केवल आर्थिक नुकसान होता है, बल्कि उनका समय और श्रम भी व्यर्थ जाता है। इससे सरकारी सिस्टम के प्रति लोगों का भरोसा भी कम होता है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि पेशियों में कमी लाएं और प्रकरणों का समयबद्ध समाधान सुनिश्चित करें।
ई-कोर्ट में दर्ज हों सभी मामले
मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह ने निर्देश दिए कि सभी राजस्व प्रकरणों को ई-कोर्ट में दर्ज किया जाए, जिससे उनकी मॉनिटरिंग और ट्रैकिंग आसान हो सके। साथ ही रिकॉर्ड दुरुस्तीकरण और त्रुटि सुधार के मामलों पर भी विशेष ध्यान देने को कहा गया। तहसील स्तर पर पटवारियों के माध्यम से एक विशेष अभियान चलाकर रिकॉर्ड को दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं।
राष्ट्रीय राजमार्गों और अधोसंरचना परियोजनाओं में भू-अर्जन प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय राजमार्गों की परियोजनाओं पर खास जोर देते हुए कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों और भारतमाला परियोजना की तीव्र और निर्बाध गति के लिए भू-अर्जन की प्रक्रिया जरूरी है।उन्होंने कलेक्टरों को निर्देशित किया कि भू-अर्जन और मुआवजा वितरण के लंबित मामलों का शीघ्र निपटारा करें।
बस्तर संभाग को सुरक्षा के साथ विकास कार्यों को तेज करने के निर्देश
बस्तर संभाग के नारायणपुर, दंतेवाड़ा, सुकमा और बीजापुर में सड़क, रेल और मोबाइल टॉवर जैसी परियोजनाओं के लिए भू-अर्जन और मुआवजा वितरण कार्यों को प्राथमिकता से पूरा करने के निर्देश दिए गए।
सख्ती के साथ सुधार की पहल
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य सरकार अब राजस्व प्रशासन में पारदर्शिता और जवाबदेही को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। एक जिम्मेदार शासन प्रणाली का निर्माण तभी संभव है जब जनता के साथ न्याय समय पर हो। इसलिए प्रत्येक अधिकारी सुनिश्चित करें कि प्रकरणों का निपटारा देरी के बिना, न्यायसंगत ढंग से हो।
किसान पंजीयन व डिजिटल फसल सर्वे पर विशेष फोकस
मुख्यमंत्री ने किसान पंजीयन की प्रक्रिया में भी तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि शीघ्र ही सभी पात्र किसानों का पंजीयन पूरा किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को डिजिटल फसल सर्वे को गंभीरता से लेने और समय पर पूर्ण करने को कहा।
रजत महोत्सव की जोरदार तैयारियां, 25 वर्षों की विकास यात्रा होगी प्रदर्शित
छत्तीसगढ़ के निर्माण की 25वीं वर्षगांठ को यादगार बनाने के लिए 15 अगस्त से रजत महोत्सव की शुरुआत हुई है, जो 25 सप्ताह तक चलेगी। मुख्यमंत्री श्री साय ने सभी जिलों के कलेक्टरों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने क्षेत्र में आयोजन कर रजत महोत्सव को जनभागीदारी का उत्सव बनाएं। कार्यक्रमों का विवरण पोर्टल पर अपलोड किया जाए और प्रचार-प्रसार को गति दी जाए।
सेवा पखवाड़ा से जुड़ेगा रजत महोत्सव
मुख्यमंत्री श्री साय ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि 17 सितंबर से लेकर 2 अक्टूबर तक राज्य में ‘सेवा पखवाड़ा’ मनाया जाएगा जो छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव का हिस्सा होगा। इस दौरान रक्तदान शिविर, स्वास्थ्य कैंप, राजस्व कैम्प जैसे जनसेवा के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि इस अवसर को राज्य के हर नागरिक से जोड़कर जनसंपर्क को और मजबूत किया जाए।
समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के सचिव श्री राहुल भगत, श्री पी दयानंद, वित्त सचिव श्री मुकेश बंसल, पीसीसीएफ श्री सुनील मिश्रा, लोक निर्माण विभाग के सचिव श्री कमलप्रीत सिंह, राजस्व विभाग की सचिव श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले, , संस्कृति विभाग के प्रबंध संचालक श्री विवेक आचार्य के साथ अन्य विभागों के सचिव, आयुक्त एवं संचालक उपस्थित थे। -
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मुख्यमंत्री ने दी बधाई एवं शुभकामनाएँ, उज्ज्वल भविष्य की कामना की
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से राष्ट्रपति रोवर रेंजर अवार्ड से सम्मानित रोवर देवाशीष मखीजा और रेंजर मनतृप्त कौर संधू ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री श्री साय ने दोनों प्रतिभाओं को प्रतीक चिन्ह भेंट कर उनकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की ।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने 22 जुलाई को राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली में आयोजित विशिष्ट समारोह में छत्तीसगढ़ के रोवर देवाशीष माखीजा, रेंजर मनतृप्त कौर संधू और गाईड कुसुम सिन्हा को अलग-अलग श्रेणियों में सम्मानित किया। श्री देवाशीष ने बताया कि यह गौरवपूर्ण पुरस्कार चार वर्षों के अंतराल में देश भर से चयनित 16 प्रतिभागियों को प्रदान किया गया । गर्व की बात है कि इस बार छत्तीसगढ़ से तीन प्रतिभागियों ने यह उपलब्धि हासिल की। उन्होंने बताया कि इसी क्रम में उन्हें तत्कालीन राज्यपाल श्रीमती अनुसुइया उइके द्वारा राज्यपाल पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष श्री अमरजीत सिंह छाबड़ा के साथ रेंजर मनतृप्त कौर के पिता श्री गुरजीत सिंह संधू भी उपस्थित थे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : राज्यपाल एवं विश्वविद्यालयोें के कुलाधिपति श्री रमेन डेका ने पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर कोे नैक द्वारा ए प्लस ग्रेड प्राप्त होने पर शुभकामनाएं दी है।
राजभवन मे आज रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर के कुलपति प्रोफेसर सच्चिदांनद शुक्ला ने राज्यपाल से भेंट कर विश्वविद्यालय को नैक द्वारा ए प्लस ग्रेड प्राप्त होने का पत्र सौंपा। राज्यपाल ने इसे पूरे प्रदेश के लिए हर्ष का विषय बताते हुए कहा कि राज्य के अन्य शासकीय विश्वविद्यालयों को भी इससे प्रेरणा मिलेगी और वे गुणवत्ता में सुधार लाकर अति उत्तम ग्रेडिंग प्राप्त करेंगे।
उल्लेखनीय है कि रविशंकर विश्वविद्यालय राज्य का पहला शासकीय विश्वविद्यालय है जिसे सामान्य विश्वविद्यालय की श्रेणी में ए प्लस ग्रेड प्रदान किया गया है। राज्यपाल श्री डेका ने विगत एक वर्ष में नियमित रूप से शासकीय विश्वविद्यालयों की समीक्षा बैठक लेकर उन्हें गुणवत्ता में सुधार लाने और नैक ग्रेडिंग प्रक्रिया में भाग लेने के लिए प्रेरित किया है। उनके मार्गदर्शन एवं सहयोग से रविशंकर विश्वविद्यालयों को यह उपलब्धि हासिल हुई है जिसके लिए विश्वविद्यालय के कुलपति ने राज्यपाल का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आईक्यूएसी) के संचालक प्रोफेसर आर. पी. परगनिहा और कुलसचिव प्रोफेसर अंबर व्यास उपस्थित थे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बस्तर अब भय और हिंसा से निकलकर विकास व विश्वास की ओर - मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय
रायपुर : आज़ादी के 78 साल बाद बस्तर के उन गांवों में तिरंगा शान से लहराया, जहाँ अब तक नक्सलियों का लाल झंडा ही ताक़त और खौफ का प्रतीक माना जाता था। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बीजापुर, नारायणपुर और सुकमा जिलों के 29 गांवों में पहली बार राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। दशकों से बंदूकों की नली और डर के साए में जी रहे इन गांवों में तिरंगे का फहराया जाना केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि बदलते बस्तर की ऐतिहासिक तस्वीर है। यह तस्वीर दर्शाती है कि सुरक्षा बलों के त्याग, सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति और ग्रामीणों की उम्मीद ने मिलकर नक्सलवाद के गढ़ माने जाने वाले इलाकों में शांति और विकास का मार्ग प्रशस्त किया है।
इन गांवों में तिरंगा फहराना उस ऐतिहासिक बदलाव का प्रमाण है, जो सुरक्षा बलों के साहस, राज्य और केंद्र सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति तथा सबसे बढ़कर ग्रामीणों के धैर्य और विश्वास से संभव हुआ है। बीजापुर जिले के कोंडापल्ली, जीड़पल्ली, वाटेवागु, कर्रेगुट्टा, पिड़िया, पुजारीकांकेर और भीमारम जैसे गांव; नारायणपुर जिले के गारपा, कच्चापाल, बेड़माकोट्टी, कांदूलनार, रायनार सहित कई गांव; तथा सुकमा जिले के गोमगुड़ा, गोल्लाकुंडा, नुलकातोंग और उसकावाया जैसे नक्सल प्रभावित इलाकों में आज़ादी के बाद पहली बार तिरंगे का फहरना एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि यह उपलब्धि हमारी सुशासन की सरकार के उस संकल्प का परिणाम है, जिसमें नक्सल प्रभावित इलाकों में शांति और विकास की नई धारा प्रवाहित करने का लक्ष्य रखा गया है। “बस्तर अब भय और हिंसा से बाहर निकलकर प्रगति, समृद्धि और विश्वास की ओर बढ़ रहा है। सरकार का वचन है कि हर गांव तक विकास की रोशनी पहुँचेगी और कोई भी नागरिक विकास की रोशनी से अछूता नहीं रहेगा,” उन्होंने कहा।
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने इसे सुरक्षा बलों की मेहनत और स्थानीय समुदायों के धैर्य का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि “आज जिन गांवों में तिरंगा फहराया गया, वहाँ दशकों तक लाल झंडे का खौफ छाया रहा। यह बस्तर में नई सुबह का प्रतीक है। केंद्र और राज्य सरकार मिलकर बस्तर के विकास के लिए निरंतर कार्य कर रही है।
पिछले कुछ वर्षों में सुरक्षा बलों की नई रणनीति, शिविरों की स्थापना और लगातार दबाव के चलते नक्सली कैडर कमजोर हुआ है। आत्मसमर्पण नीतियों ने बड़ी संख्या में उग्रवादियों को मुख्यधारा में लौटाया है। वहीं सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि केवल सुरक्षा उपाय ही नहीं, बल्कि विकास ही स्थायी समाधान है। इसी कारण नियद नेल्ला नार योजना सहित सड़क, बिजली, स्वास्थ्य और शिक्षा की सुविधाओं का तेजी से विस्तार हो रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना, मनरेगा और अन्य योजनाओं से ग्रामीणों को प्रत्यक्ष लाभ मिलने लगा है। ग्रामीणों का भरोसा जीतना इस ऐतिहासिक बदलाव का सबसे बड़ा आधार रहा है। स्वास्थ्य शिविर, शिक्षा और रोजगार के नए अवसर तथा प्रशासन का संवेदनशील रवैया ग्रामीणों को यह संदेश दे रहा है कि सरकार उनके साथ खड़ी है।
बस्तर की यह नई तस्वीर पूरे देश को यह संदेश देती है कि जब इच्छाशक्ति, रणनीति और जनभागीदारी एक साथ आते हैं, तो कोई भी चुनौती असंभव नहीं रहती। कर्रेगुट्टा सहित बस्तर के इन 29 गांवों में फहराता तिरंगा उस नई सुबह का प्रतीक है, जो हिंसा की अंधेरी रात को पीछे छोड़ते हुए शांति, विकास और आत्मविश्वास से भरे भविष्य की ओर अग्रसर है। -
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छत्तीसगढ़ के स्वतंत्रता सेनानियों की गाथा, आज़ादी की लड़ाई में प्रदेश की भागीदारी और शासन की उपलब्धियों का प्रभावशाली चित्रण
15 से 21 अगस्त तक प्रातः 10:30 से रात 8:00 बजे तक कर सकेंगे अवलोकन
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी रायपुर के कचहरी चौक स्थित ऐतिहासिक टाउन हॉल में छत्तीसगढ़ के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के जीवन पर आधारित छायाचित्र प्रदर्शनी का शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रदर्शनी के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के महापुरुषों के जीवन पर आधारित यह प्रर्दशनी हमारे युवाओं और विशेषकर स्कूली छात्र-छात्राओं के लिए अत्यंत उपयोगी है। इससे उन्हें छत्तीसगढ़ की स्वतंत्रता संग्राम में निभाई गई भूमिका, हमारे जननायकों के जीवन संघर्ष और उनके अमूल्य योगदान के बारे में विस्तार से जानने का अवसर मिलेगा। आने वाली पीढ़ी को यह समझना जरूरी है कि आज़ादी की लड़ाई में छत्तीसगढ़ की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण रही है। प्रदर्शनी में इन सभी तथ्यों को अत्यंत सुंदर, सुसंगठित और प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि टाउन हॉल के ऐतिहासिक भवन में जनसंपर्क विभाग द्वारा इस प्रदर्शनी के माध्यम से प्रदेशवासियों को छत्तीसगढ़ के गौरवशाली इतिहास से अवगत कराने का जो प्रयास किया जा रहा है, वह अत्यंत सराहनीय और प्रशंसनीय है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने लिया क्विज प्रतियोगिता में हिस्सा, छत्तीसगढ़ से जुड़े रोचक सवालों के दिए जवाब
मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रदर्शनी के दौरान छत्तीसगढ़ की जानकारी पर आधारित क्विज प्रतियोगिता में भी भाग लिया और पूछे गए सवालों के उत्तर दिए। उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ के इतिहास, संस्कृति और उपलब्धियों से जुड़े अत्यंत रोचक प्रश्न शामिल हैं। यह देखकर प्रसन्नता होती है कि इतनी व्यापक, सुंदर और व्यवस्थित जानकारी एक ही स्थान पर संकलित की गई है। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता में भाग लेकर उन्हें भी कई नई और दिलचस्प जानकारियां प्राप्त हुईं। यह निश्चित रूप से बच्चों, युवाओं और इतिहास में रुचि रखने वालों के लिए अत्यंत उपयोगी है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने सभी से आग्रह किया कि वे न केवल प्रदर्शनी का अवलोकन करें, बल्कि यहां आयोजित प्रतियोगिताओं में भी उत्साहपूर्वक भाग लें।
दुर्लभ दस्तावेज, ऐतिहासिक क्षण और आधुनिक तकनीक का संगम
उल्लेखनीय है कि प्रदर्शनी में प्रदेश के वीर स्वतंत्रता सेनानियों की जीवनगाथा, उनके संघर्ष, दुर्लभ दस्तावेज और ऐतिहासिक क्षणों को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया गया है। आज़ादी की लड़ाई के दौरान हुए विभिन्न आंदोलनों, जैसे भारत छोड़ो आंदोलन सहित कई महत्वपूर्ण संघर्षों में छत्तीसगढ़ की सक्रिय भागीदारी को भी इसमें विस्तार से दर्शाया गया है। इसके साथ ही, राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी और जनकल्याणकारी योजनाओं की उपलब्धियों तथा प्रदेश में आए सकारात्मक बदलावों की जानकारी भी प्रदर्शनी का हिस्सा है।
इस वर्ष प्रदर्शनी में वर्चुअल रियलिटी तकनीक के माध्यम से छत्तीसगढ़ के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक तथ्यों को आकर्षक अंदाज़ में प्रस्तुत किया जा रहा है, जो विशेषकर बच्चों और युवाओं के बीच अत्यधिक लोकप्रिय है। प्रसिद्ध क्विज शो “कौन बनेगा करोड़पति” की तर्ज पर आयोजित “कोन बनही गुनिया” प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता भी प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण है, जिसमें सभी लोग भाग लेकर पुरस्कार जीत सकते हैं।
जनसंपर्क विभाग द्वारा 15 से 21 अगस्त तक प्रतिदिन सुबह 10:30 बजे से रात 8:00 बजे तक आम जनता के लिए निःशुल्क खुली रहेगी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानंद, मुख्यमंत्री के सचिव डॉ. बसवराजु एस., संयुक्त सचिव डॉ. रवि मित्तल, रायपुर कलेक्टर श्री गौरव सिंह सहित जनसंपर्क विभाग के अधिकारी-कर्मचारी और बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। -
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उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली
-स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों और शहीदों के परिजनों को किया सम्मानित
रायपुर : दुर्ग जिले की गौरवशाली परम्परा के अनुरूप 79वें स्वतंत्रता दिवस हर्षाेल्लास वातावरण में पूरी गरिमा के साथ समारोहपूर्वक मनाया गया। मुख्य समारोह का आयोजन प्रथम बटालियन ग्राउंड भिलाई में किया गया, जहां प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। श्री शर्मा ने ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली और मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का प्रदेश की जनता के नाम दिये संदेश का वाचन किया।
मुख्य अतिथि ने समारोह में उपस्थित स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों एवं शहीद जवानों के परिजनों को शॉल व श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया। समारोह के दौरान जिले के विभिन्न स्कूलों के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की अत्यंत मनमोहक और आकर्षक प्रस्तुति दी गई। मुख्य अतिथि ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यालय के प्रतिभागी बच्चों को पुरस्कार वितरण किया। उन्होंने जिले के विभिन्न विभागों के उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए।
समारोह के प्रारंभ में मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने समारोह स्थल प्रथम बटालियन दुर्ग पहुंचकर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। राष्ट्रगान के उपरान्त उन्होंने कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह और पुलिस अधीक्षक श्री विजय अग्रवाल केे साथ परेड का निरीक्षण किया तथा समारोह में सम्मिलित सभी लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। समारोह में परेड द्वारा हर्ष फायर किया गया और राष्ट्रपति की जय-जयकार की गई। उत्साह व उमंग के प्रतीक रंग-बिरंगे गुब्बारे आकाश में उड़ाये गयेे।
मुख्य अतिथि ने परेड की सलामी ली तथा परेड में शामिल प्लाटून कमाण्डरों से परिचय प्राप्त किया। परेड में छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल, जिला पुलिस बल (पुरूष व महिला), जिला पुलिस बल की 03 प्लाटून, नगर सेना, एन.सी.सी. सीनियर एवं जुनियर (बालक व बालिका), रेडक्रॉस शामिल थे।
शारदा विद्यालय रिसाली, सेजेस रिसाली, शासकीय आदर्श कन्या उ.मा. विद्यालय दुर्ग, सेजेस जंजगिरी, विज्ञान विकास केन्द्र दुर्ग और शासकीय कन्या उ.मा.विद्यालय वैशालीनगर भिलाई के छात्र-छात्राओं ने देशभक्ति गीत और पारंपरिक गीतों पर सामूहिक सांस्कृतिक नृत्य की प्रस्तुतियों से सभी दर्शकों का मन मोह लिया।
मुख्य अतिथि द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुति में प्रथम पुरस्कार विज्ञान विकास केन्द्र दुर्ग, द्वितीय पुरस्कार शासकीय कन्या उ.मा. विद्यालय वैशालीनगर व सेजेस रिसाली, तृतीय पुरस्कार सेजेस जंजगिरी को दिया गया। शासकीय आदर्श कन्या दुर्ग व शारदा विद्यालय भिलाई को सांत्वना पुरस्कार मिला। मास पी.टी. प्रदर्शन में डीएवी हुडको को सम्मानित किया गया।
इसी प्रकार मार्चपास्ट में एनसीसी जूनियर महिला को प्रथम, एनसीसी सीनियर पुरुष को द्वितीय और एनसीसी सीनियर महिला को तृतीय स्थान मिला। परेड प्रदर्शन में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल ने प्रथम, छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल ने द्वितीय, और जिला पुलिस बल (महिला) ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। मंच संचालन छ.ग.पर्यावरण संरक्षण बोर्ड क्षेत्रीय अधिकारी डॉ.अनीता सावंत, विज्ञान विकास केन्द्र श्रीमती उर्मिला ओझा एवं एनसीसी अधिकारी श्रीमती ममता धु्रव द्वारा किया गया। -
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उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारी-कर्मचारी को प्रमाण पत्र देकर किया सम्मानित
रायपुर : स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने दुर्ग जिले के 79 अधिकारी व कर्मचारियों को उल्लेखनीय एवं विशेष कार्य के लिए प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। जिसमें जिला प्रशासन के 64 और पुलिस प्रशासन के 15 अधिकारी/कर्मचारी शामिल है। सम्मानित अधिकारियों में राजस्व विभाग से अनुविभागीय अधिकारी श्री हरवंश सिंह मिरी, डिप्टी कलेक्टर श्री उत्तम ध्रुव, अतिरिक्त तहसीलदार दुर्ग श्रीमती क्षमा यदु, नायब तहसीलदार श्री वासुमित्र दीवान।
जिला कार्यालय दुर्ग से स्टेनोग्राफर वर्ग-3 निज सहायक कलेक्टर दुर्ग श्री दीपक कुमार यादव, सहायक ग्रेड-02 (वरिष्ठ लिपिक शाखा) श्री राकेश कुमार साहू, सहायक ग्रेड 03 (सहायक वित्त लिपिक प्रथम) श्री तेजेन्द्र साहू, नाजरात शाखा भृत्य श्री प्रदीप कुमार क्षत्रिय। कलेक्टर भू अभिलेख शाखा दुर्ग से सहायक अधीक्षक श्री अजय कुमार मेरावी एवं श्री आलोक शुक्ला, सहायक ग्र्रेड-03 श्री खिलेन्द्र साहू एवं भृत्य श्री ईश्वरी साहू। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व विभाग से सहायक ग्रेड-02 श्री एनडी पाहित, डाटा एन्ट्री ऑपरेटर श्रीमती शिप्रा सिंह, सहायक ग्रेड-2 श्री वेद प्रकाश साहू। जिला योजना सांख्यिकी कार्यालय से सहा. ग्रेड-02 श्रीमती नमिता पन्ना। आयुष विभाग से विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ. जया साहू शामिल है।
महिला एवं बाल विकास विभाग से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती ममता नागरिया। नगर पंचायत धमधा से कम्प्यूटर ऑपरेटर श्री मनोज कुमार सोनी। विद्युत विभाग विद्युत वितरण केन्द्र बघेरा से श्री उत्तम कुमार सोनी। स्वास्थ्य विभाग से चिकित्सा अधिकारी डॉ. यामिनी सिंह, सुपरवाईजर महिला श्रीमती सुनिता चेलक, स्टाफ नर्स जिला चिकित्सालय दुर्ग श्रीमती सविता सोधिया, आर.एच.ओ. श्री तुलसी राम यादव, नवदृष्टि फाउण्डेशन नया बस स्टैण्ड दुर्ग,
श्री राज आढ़तिया वार्ड 29 अस्पताल वार्ड पचरी पारा दुर्ग, श्री गोपाल गुप्ता शिव पारा दुर्ग, श्री धर्मेन्द्र शाह पचरी पारा दुर्ग, दुर्गा प्रसाद सोनी शिव पारा दुर्ग, सुश्री शुमाली सिंह। जिला सेनानी एवं नगर सेना दुर्ग से एसडीआरएफ श्री भूपेन्द्र सिंह राजपूत, श्री गोपी पाटिल, श्री चन्द्रप्रकाश, अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाएं श्री मनोज सोनवानी, श्री भीषम कुमार साहू, श्री दीपक यादव। नगर पालिक निगम रिसाली से राजस्व निरीक्षक श्री रवि श्रीवास्तव। पशु चिकित्सालय दुर्ग से सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी श्री सुरेश कुमार साहू।
समाज कल्याण विभाग से डाटा एन्ट्री ऑपरेटर श्री गौतम कुमार साहू। नगर पालिक निगम भिलाई चरोदा से सहायक ग्रेड-02 श्रीमती अभिलाषा श्रीवास्तव। वनमंडल दुर्ग बीएफओ श्री वेद प्रकाश यादव। मछली पालन दुर्ग से मछुआ चौकीदार श्री चोलेश्वर प्रसाद साहू। नगर पालिका परिषद् कुम्हारी से उप अभियंता श्रीमती साधना अहिरवार। जिला पंचायत दुर्ग से सरपंच श्री ईश्वर प्रसाद साहू, सचिव श्री नीमेश भोयिर, सरपंच श्रीमती लुकेश्वरी साहू, सचिव श्री बिसाहू, सरपंच श्री हुकुमचंद, सचिव श्री चंद्रशेखर, ब्लॉक कार्डिनेटर धमधा श्री राहुल देवांगन। जल संसाधन दुर्ग से उपअभियंता कु. भावना सिन्हा। नगर पालिक निगम भिलाई प्रभारी स्वास्थ्य श्री जावेद अली। नगर पंचायत उतई से स्वच्छता दीदी श्रीमती मनीषा यादव।
जिला परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा से बीआरपी धमधा श्रीमती सरोज खोबरागड़े। कार्यालय कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी दुर्ग से सहा. ग्रेड-02 श्री उत्तम कुमार साहू। जनपद पंचायत पाटन से पीआईयू श्री योगेश भोई। कार्यालय अभियंता प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना से सहायक अभियंता श्री सन्नी तिवारी। लोक निर्माण विभाग से उप अभियंता श्री राकेश कुमार वर्मा, उप अभियंता श्रीमती आशाकिरण देवांगन। शिक्षा विभाग से सहायक संचालक श्रीमती सीमा नायक। आदिवासी विकास दुर्ग से अधीक्षिका श्रीमती आशा जुल्मे भारती, भृत्य श्री विकास कुमार देशमुख। नगर पालिक निगम दुर्ग से सहा. ग्रेड -03 श्री राजू लाल यादव। कृषि विभाग से प्रभारी वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी श्री विजय प्रसाद लहरे।
इसी प्रकार पुलिस विभाग दुर्ग से निरीक्षक थाना प्रभारी पाटन श्री अनिल साहू, आरक्षक साईबर सेल श्री सनत भारती एवं श्री राजीव रंजन सिंह, सहायक उप निरीक्षक श्रीमती संगीता मिश्रा, प्रधान आरक्षक थाना मोहन नगर लक्ष्मीनारायण पात्रे, आरक्षक सीसीटीएनएस श्री काशी बरेठ, श्री खिलेन्द्र दिल्लीवार, लाईफ केयर दुर्ग श्री मनीष पारख, आरक्षक डीसीबी दुर्ग श्री खेमराज चंद्राकर, आरक्षक जिला विशेष शाखा भिलाई श्री रंजीत सिंह, सहायक उप निरीक्षक श्री राजेन्द्र कुमार चंद्राकर, प्रधान आरक्षक श्री बालकिशन यादव, श्री शैलेन्द्र यादव, श्री महेन्द्र चंद्रवंशी और मूर्तिकार श्री अशोक कुमार देवांगन को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। -
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रायपुर : प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ के बस्तर का विशेष रूप से उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि एक समय था जब बस्तर का नाम सुनते ही नक्सलवाद और हिंसा की याद आती थी, लेकिन आज यह तस्वीर पूरी तरह बदल चुकी है।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने गर्व के साथ कहा कि आज बस्तर के नौजवान बंदूक़ पकड़ने की जगह खेलों के मैदान में उतर रहे हैं। बस्तर ओलंपिक जैसे आयोजन युवाओं की ऊर्जा, प्रतिभा और उत्साह का जीवंत प्रतीक बन चुके हैं। उन्होंने इस ऐतिहासिक बदलाव को सुरक्षा, विकास और जनसहभागिता के संयुक्त प्रयासों का परिणाम बताया।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कभी देश के अनेक हिस्सों को नक्सलवाद की गंभीर समस्या का सामना करना पड़ता था। हिंसा और भय के माहौल ने दशकों तक विकास की गति को जकड़ रखा था, जिससे प्रगति के रास्ते थम से गए थे। उन्होंने कहा कि अब यह स्थिति पूरी तरह बदल चुकी है — नक्सलवाद आज देश में केवल कुछ ही जिलों तक सीमित रह गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में नक्सलवाद 125 से अधिक जिलों से घटकर मात्र 20 जिलों तक सीमित हो गया है। उन्होंने कहा कि आज बस्तर में खेलकूद, शिक्षा, पर्यटन और रोजगार के नए अवसर लगातार बढ़ रहे हैं।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने विश्वास व्यक्त किया कि बस्तर की यह नई पहचान आने वाली पीढ़ियों के लिए गर्व और प्रेरणा का स्रोत बनेगी, और यह क्षेत्र अब शांति, प्रगति और गौरव की राह पर निरंतर आगे बढ़ता रहेगा। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा' से साभार
18 साल बाद भारत की रेटिंग में सुधार, मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने बताया देश की आर्थिक मजबूती का प्रमाण
रायपुर : वैश्विक क्रेडिट रेटिंग एजेंसी S&P Global Ratings द्वारा भारत की दीर्घकालिक सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग को ‘BBB-’ से बढ़ाकर ‘BBB’ तथा अल्पकालिक रेटिंग को ‘A-3’ से ‘A-2’ कर स्थिर दृष्टिकोण (Stable Outlook) के साथ अपग्रेड किया गया है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि यह अपग्रेड प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत की आर्थिक नीतियों की मजबूती, राजनीतिक स्थिरता और वैश्विक निवेशकों के अटूट विश्वास का प्रतीक है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस उपलब्धि के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और समस्त देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यह अपग्रेड 18 वर्षों बाद हुआ है, S&P ने आखिरी बार जनवरी 2007 में भारत की रेटिंग बढ़ाई थी।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि इस वर्ष हुआ यह रेटिंग अपग्रेड यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में, भारत की मजबूत आर्थिक नीतियों, राजनीतिक स्थिरता और वैश्विक निवेशकों के विश्वास का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि देश के आर्थिक सामर्थ्य और हर भारतीय के बेहतर जीवन के प्रति मोदी सरकार की अटूट प्रतिबद्धता का वैश्विक प्रमाण है।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
छत्तीसगढ़ के 25 जांबाज होंगे सम्मानित
वीरगति को प्राप्त तीन जवानों को मरणोपरांत वीरता पदक
राष्ट्रपति करेंगी सम्मानित, छत्तीसगढ़ पुलिस के साहस को मिला राष्ट्रीय गौरव
रायपुर : स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति द्वारा देश के उन पुलिस अफसरों और जवानों को वीरता पदक से सम्मानित किया जाता है, जिन्होंने अपने कर्तव्य पथ पर अदम्य साहस और बहादुरी का परिचय दिया हो। इस बार छत्तीसगढ़ के लिए यह गर्व का अवसर है, जब 25 पुलिस अफसरों और जवानों का नाम वीरता पुरुस्कार, प्रेसिडेंट पुलिस पुरुस्कार और सरहानीय सेवा पदक के लिए चयनित हुआ है। इनमें तीन ऐसे वीर सपूत भी हैं, जिन्होंने साहसिक कार्रवाई में अपने प्राणों की आहुति दी है और उन्हें मरणोपरांत यह सम्मान प्रदान किया जाएगा।
सम्मानित होने वालों में श्री हिमांशु गुप्ता (डीजी जेल), श्री ध्रुव गुप्ता (आईजी), श्री प्रशांत कुमार ठाकुर (आईपीएस), श्रीमती श्वेता राजमणि (कमांडेंट), श्री रवि कुमार कुर्रे (एसपी), श्रीमती कौशल्या भट्ट (इंस्पेक्टर), श्री रोहित कुमार झा (इंस्पेक्टर), श्री कमलेश कुमार मिश्रा (इंस्पेक्टर), श्री डालसिंह नामदेव (प्लाटून कमांडर), श्री दिलीप कुमार सिन्हा (कंपनी कमांडर) और श्री सुशील कुमार बरुवा (एएसआई) शामिल हैं।
इसके अलावा श्री सुनील शर्मा (आईपीएस), श्री संजीव कुमार मदिले (सब-इंस्पेक्टर), श्री मड़कम, श्री मड़कम, श्री मड़कम, श्री बरसे हूंगा, श्री रोशन गुप्ता (सिपाही), श्री रामू राम नाग (एएसआई), श्री कुंजाम जोग (सिपाही) और श्री वनजाम भीमा (सिपाही), श्री सूरज कुमार मरकाम (सिपाही), श्री मांडवी सन्नू (सिपाही), श्री करौद सिंह (कंपनी कमांडर), और श्री पुरुषोत्तम देवांगन (सिपाही) को भी वीरता पुरस्कार से नवाजा जाएगा।
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने सभी चयनित अफसरों और जवानों को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह छत्तीसगढ़ के लिए गर्व की बात है कि हमारे जांबाज देश के सर्वोच्च स्तर पर सम्मान पा रहे हैं। वीरगति को प्राप्त जवानों की शहादत अमर है, उनकी बहादुरी नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा बनेगी।

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