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नई दिल्ली : अमेरिकी डॉलर के मुकाबले गुरुवार को भारतीय रुपया 85 के नीचे पहुंच गया। अमेरिकी फेडरन रिजर्व (फेड) फेड के अगले साल ब्याज दरों में कटौती की रफ्तार धीमी रखने के संकेतों से रुपये पर विपरीत प्रभाव पड़ा है। इससे नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 18 पैसे गिरकर 85.12 के सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच गया। अमेरिकी फेड के फैसले के बाद डॉलर में जोरदार तेजी आई और डॉलर इंडेक्स 108 के स्तर को पार कर गया। भारतीय मुद्रा के अलावा अन्य विदेशी मुद्राओं में भी इसका असर देखने को मिला है।डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 85.06 रुपये पर खुला। घरेलू शेयर बाजारों के नरम रुख, आयातकों की ओर से डॉलर की मांग और विदेशी पूंजी निकासी से भी निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई। वहीं गत कारोबारी दिन भारतीय रुपया अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 84.94 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ था। बाजार जानकारों ने कहा, डॉलर इंडेक्स का 108 से ऊपर जाना और 10 साल के बॉन्ड यील्ड का 4.52 प्रतिशत पर पहुंचना एफआईआई कोष प्रवाह के दृष्टिकोण से नकारात्मक है। लेकिन यह केवल अस्थायी होने की संभावना है। (एजेंसी)
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नई दिल्ली : भारत में वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने अपनी 5जी सेवाएं शुरू कर दी हैं। शुरुआती चरण में कंपनी ने17 सर्किलों में 5जी नेटवर्क लॉन्च किया है। इनमें बेंगलुरु, चेन्नई, कोलकाता, मुंबई और नई दिल्ली जैसे बड़े शहर शामिल हैं। वीआई कंपनी ने कहा है कि जल्द ही अन्य शहरों में भी 5जी सेवाएं शुरू की जाएंगी। रिपोर्ट्स के अनुसार, वीआई ने 3.3जीएचझेड और 26जीएचझेड स्पेक्ट्रम का उपयोग करके 5जी नेटवर्क स्थापित किया है। 5जी सेवाओं का फायदा प्रीपेड और पोस्टपेड दोनों यूजर्स उठा सकते हैं। हालांकि, इसके लिए यूजर्स को अपने स्मार्टफोन में 5जी नेटवर्क को एनेबल करना होगा। कीमत की बात करें तो प्रीपेड ग्राहकों को 5जी कनेक्टिविटी के लिए 475 रुपये के रिचार्ज पैक की जरूरत होगी। वहीं, पोस्टपेड यूजर्स के लिए रेडएक्स 1101 प्लान पेश किया गया है, जिसमें 5जी सेवाएं उपलब्ध होंगी।
वोडाफोन आइडिया का यह कदम भारत के बढ़ते 5जी बाजार में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने की दिशा में अहम माना जा रहा है। जल्द ही अन्य शहरों में भी नेटवर्क विस्तार की उम्मीद है। बता दें कि वीआई के सीईओ ने जनवरी 2024 में घोषणा की थी कि 5जी रोलआउट छह से सात महीनों के भीतर शुरू किया जाएगा। हालांकि एयरटेल और रिलायंस जियो की तुलना में वोडाफोन आइडिया के ग्राहकों को 5जी सेवाओं के लिए थोड़ा अधिक इंतजार करना पड़ा है। वोडाफोन आइडिया फिलहाल 17 लाइसेंस प्राप्त सेवा क्षेत्रों (एलएसए) में 5जी कनेक्टिविटी प्रदान कर रहा है। कंपनी का यह लॉन्च अभी छोटे पैमाने पर माना जा रहा है, क्योंकि नेटवर्क इन शहरों के कुछ खास स्थानों पर ही उपलब्ध है। (एजेंसी) -
नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने आउटपरफॉर्म रेटिंग देते हुए कहा था कि अडानी पोर्ट्स के शेयर में जोरदार तेजी आ सकती है और स्टॉक अपने प्राइस लेवल से 65 फीसदी के उछाल के साथ 1960 रुपये तक जा सकता है.देश के बड़े बिजनेसमैन और अडानी समूह के मालिक गौतम अडानी की कंपनी अडानी पोर्ट्स से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है. दरअसल, पोर्ट, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय (Ministry of Ports, Shipping, and Waterways) ने सोमवार को आंध्र प्रदेश में स्थित अडानी कृष्णापट्टनम पोर्ट के पेट्रोलियम आयात की अनुमति को बढ़ा दिया है. यानी अब अडानी कृष्णापट्टनम पोर्ट समुद्री मार्ग से पेट्रोलियम आयात जारी रख सकेगा. आपको बता दें, इस साल अगस्त में, अडानी कृष्णापट्टनम पोर्ट ने एक हाइटेक कार्गो हैंडलिंग सिस्टम लॉन्च किया था, जिससे उसकी मौजूदा क्षमता और उत्पादकता बढ़ाने की योजना है.
अडानी पोर्ट के शेयरों पर दिखा असर
अडानी पोर्ट से जुड़ी खबर आने के बाद इसके शेयरों में भी इसका असर देखने को मिला. सुबह जब बाजार खुला तो अडानी पोर्ट के एक शेयर की कीमत 1258 रुपये थी. 10:15 तक ये गिरकर 1249.75 रुपये हो गई थी. हालांकि, जैसे ही ये खबर बाहर आई शेयरों की कीमत 1272.40 रुपये पर पहुंच गई. यहां बताई गई एक शेयर की कीमत खबर लिखने तक की है.
बढ़ सकती है शेयरों की कीमत
आपको बता दें, हाल ही में नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने आउटपरफॉर्म रेटिंग देते हुए कहा था कि अडानी पोर्ट्स के शेयर में जोरदार तेजी आ सकती है और स्टॉक अपने प्राइस लेवल से 65 फीसदी के उछाल के साथ 1960 रुपये तक जा सकता है.
ये बातें भी कहीं
नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज (Nuvama Institutional Equities) ने अपने रिपोर्ट में कहा था कि साल 2030 तक अडानी पोर्ट्स की हैंडलिंग वॉल्यूम कैपेसिटी सालाना 12 फीसदी के ग्रोथ के साथ बढ़कर 1 बिलियन टन हो जाएगी. लॉजिस्टिक्स (कंटेनर और नॉन-कंटेनर) कंपनी के रेवेन्यू में बड़ा योगदान देगा. इसके अलावा, पोर्ट्स और लॉजिटिक्स ऑपरेशंस में टेक्नोलॉजी एडवांसमेंट में बड़ा इजाफा आएगा, जिसमें केरल में स्थित विज्हिंजम (Vizhinjam) पोर्ट साउथ ईस्ट एशिया (South East Asia) का पहला ऐसा पोर्ट होगा जो सेमी-ऑटोमेटेड होगा. इससे कंपनी की बैलेंसशीट और मजबूत होगी.(एजेंसी) -
महिंद्रा एंड महिंद्रा कंपनी ने अपनी नई इलेक्ट्रिक एसयूवी का नाम BE 6 रख दिया है, जोकि इस महीने की शुरुआत में लॉन्च की गई थी. इंडिगो की पैरेंट कंपनी की आपत्ति के बाद यह नाम बदला गया है.Mahindra Changed New Electric SUV Name : महिंद्रा एंड महिंद्रा ने हाल ही में अपनी नई इलेक्ट्रिक एसयूवी BE 6e को लॉन्च किया था. अब इस एसयूवी का नाम बदलकर सिर्फ BE 6 रखने का फैसला किया गया है. दरअसल, 3 दिसंबर 2024 को इंटरग्लोब एविएशन ने दिल्ली हाईकोर्ट में महिंद्रा के खिलाफ केस दायर करते हुए कहा कि कंपनी की नई एसयूवी के नाम का उपयोग उनके ट्रेडमार्क 6e का उल्लंघन है. इसके साथ ही महिंद्रा का कहना है कि वो इंडिगो एयरलाइंस की पैरेंट कंपनी इंटरग्लोब एविएशन के खिलाफ कानूनी लड़ाई जारी रखेगी. यह मामला 9 दिसंबर को अदालत में सुनवाई के लिए जाएगा.
महिंद्रा का क्या है कहना?एक बयान में महिंद्रा ने कहा है कि उनका ब्रांड BE 6e है जोकि सिर्फ 6e नहीं है. यह इंडिगो के ट्रेडमार्क से बिल्कुल अलग है. एक बयान में महिंद्रा ने कहा है कि उनका ब्रांड BE 6e है जोकि सिर्फ 6e नहीं है. यह इंडिगो के ट्रेडमार्क से बिल्कुल अलग है. कंपनी का कहना है कि हमारा उत्पाद और डिजाइन एयरलाइन सेक्टर से कोई मेल नहीं खाता है. इसके चलते किसी भ्रम की संभावना नहीं है.
इंडिगो ने क्यों जताई आपत्ति?वहीं दूसरी ओर इंडिगो एयरलाइन का दावा है कि 6E पिछले 18 सालों से उनकी पहचान का अभिन्न हिस्सा है, जोकि रजिस्टर्ड ट्रेडमार्क है. इसे व्यापक वैश्विक मान्यता प्राप्त है. किसी भी रूप से 6E का अनधिकृत उपयोग हमारे ब्रांड की प्रतिष्ठा और पहचान का उल्लंघन करना है. हम अपने ब्रांड की प्रतिष्ठा और पहतान सुरक्षित रखने के लिए हर संभव कदम उठाएंगे. इसके साथ ही कंपनी ने इस मामले पर खेद जताते हुए यह भी कहा कि दो बड़ी कंपनियों को ऐसे अनावश्यक विवाद में नहीं उलझना चाहिए. हमने अपने उत्पाद का नाम बदलकर BE 6 रखने का फैसला कर लिया. इसके पीछे यही वजह है कि विवाद को खत्म कर आगे की ओर बढ़ा जा सके. (एजेंसी) -
सीआरआर में कटौती की उम्मीदमुंबई : भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की बुधवार से शुरू होने वाली 3 दिवसीय बैठक के बाद 6 दिसंबर को मौद्रिक नीति का ऐलान होगा। जानकारों का मानना है कि रिजर्व बैंक ब्याज दरों में कोई कटौती नहीं करेगा, क्योंकि महंगाई के आंकड़े सेंट्रल बैंक की तय सीमा से बाहर है। हालांकि, सरकार और अन्य पक्षों का मानना है कि आरबीआई को अब रेट कट का सिलसिला शुरू करना चाहिए।वहीं ज्यादातर विशेषज्ञों का मानना है कि गवर्नर शक्तिकांत दास फरवरी की बैठक में ब्याज दर में कटौती से पहले इस सप्ताह कैश रिजर्व रेशियो (सीआरआर) में कटौती कर सकते हैं। आरबीआई की मॉनेटरी पॉलिसी को लेकर अलग-अलग विशेषज्ञों ने अपनी राय रखी है।एक रिपोर्ट के अनुसार बैंक ऑफ अमेरिका सिक्योरिटीज में भारत और आसियान इकोनॉमिक रिसर्च के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, महंगाई और अर्थव्यवस्था की मौजूदा स्थिति को देखते हुए आरबीआई नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) में मौजूदा स्तर 4.50 फीसदी से कटौती कर सकती है। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक मौजूदा गाइडेंस में भी बदलाव कर सकता है। (एजेंसी)
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भारतीय विमानन कंपनियां दिसंबर में हर सप्ताह 22,645 उड़ानों का संचालन करेंगीनई दिल्ली : इस साल क्रिसमस और नए साल के दौरान यात्रा के लिए हवाई किराये में खास बढ़ोतरी नहीं हुई है। विमान ईंधन की कीमतों में नरमी, विभिन्न उड़ानों की मांग में तेजी की उम्मीद के कारण फिलहाल किराये नियंत्रण में दिख रहे हैं। यात्रा वेबसाइट इग्जिगो के आंकड़ों के अनुसार 24 दिसंबर से 1 जनवरी के बीच यात्रा के लिए दिल्ली-गोवा मार्ग पर औसत हवाई किराया 9,301 रुपये रहा है, जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले महज 2 फीसदी अधिक है। यह किराया 30 दिन पहले बुक किए गए टिकटों के हैं। दिल्ली-कोलकाता मार्ग भारत के सबसे व्यस्त मार्गों में शामिल है जहां हर सप्ताह 160 से अधिक उड़ानों का संचालन होता है।
इग्जिगो के अनुसार 24 दिसंबर से 1 जनवरी के बीच इस मार्ग पर औसत हवाई किराये में एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 29.7 फीसदी की कमी दर्ज की गई है। ये किराये प्रस्थान से 30 दिन पहले बुक किए गए टिकटों के हैं। विमानन कंपनियों के अधिकारियों ने कहा कि हालिया सप्ताहों के दौरान लोड फैक्टर में लगातार मजबूती बनी हुई। उन्होंने कहा कि आगामी सप्ताहों में भी लोड फैक्टर में मजबूती बरकरार रहने के आसार हैं।एक अधिकारी ने कहा कि विमानों के जमीन पर खड़े होने एवं अन्य कारणों से कुछ क्षमता प्रभावित हुई है, लेकिन हवाई किराये में काफी हद तक स्थिरता बनी हुई है। आने वाले दिनों में क्रिसमस सप्ताह के लिए मांग बढ़ने की उम्मीद है। विमानन विश्लेषण फर्म सिरियम के अनुसार, भारतीय विमानन कंपनियां दिसंबर में हर सप्ताह 22,645 उड़ानों का संचालन करने वाली हैं जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले करीब 8 फीसदी अधिक है। (एजेंसी) -
निफ्टी 216 अंक चढ़कर 24,131 पर बंदमुंबई : वैश्विक बाजारों से मिले मजबूत संकेतों, महाराष्ट्र में स्थायी सरकार की उम्मीद और जियोपॉलीटिकल तनाव कम होने से कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट की वजह से शेयर बाजार में साप्ताहिक आधार पर लगातार दूसरे सप्ताह तेजी देखी गई। बीते पांच दिनों पर शेयर बाजार की चाल पर नजर डालें तो महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के परिणामों के बाद सोमवार को शेयर बाजार खुलने पर अच्छी बढ़त दिखी। हफ्ते को पहले कारोबारी दिन सेंसेक्स सेंसेक्स 1,249.86 अंक चढ़कर 80,315.02 पर खुला और 992.74 अंक उछलकर 80,109.85 अंक पर बंद हुआ।निफ्टी 379.71 अंक मजबूत होकर 24,286.95 पर खुला और 314.65 अंक बढ़कर 24,221.90 अंक पर बंद हुआ। ताजा विदेशी फंड प्रवाह और अमेरिकी बाजारों में मजबूत रुझानों के बीच मंगलवार के शुरुआती कारोबार में शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में बढ़त जारी रही। बीएसई का सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 372.51 अंक चढ़कर 80,482.36 अंक पर खुला और 105.79 अंक गिरकर 80,004.06 अंक पर बंद हुआ।
निफ्टी 121.4 अंक चढ़कर 24,343.30 अंक पर खुला और 27.40 अंक गिरकर 24,194.50 अंक पर बंद हुआ। अमेरिका में लगाए गए आरोपों को अदाणी समूह की ओर से नकारे जाने के बाद बुधवार को शेयर बाजार हरे निशान पर खुला। बीएसई सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 166.1 अंक चढ़कर 80,170.16 अंकों पर खुला और 230.02 अंक चढ़कर 80,234.08 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी 74.35 अंक की बढ़त के साथ 24,268.85 अंकों पर खुला और 80.40 अंक बढ़कर 24,274.90 पर बंद हुआ। गुरुवार को सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 95 अंक चढ़कर 80,329.08 अंकों पर खुला और 1,190.34 अंक गिरकर 79,043.74 अंक पर बंद हुआ।निफ्टी 48.15 अंक की बढ़त के साथ 24,323.05 अंकों पर खुला और 360.75 अंक गिरकर 23,914.15 अंक पर बंद हुआ। हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन घरेलू शेयर बाजार मजबूती के साथ कारोबार करता दिखा। शुक्रवार को सेंसेक्स 759.87 अंकों की बढ़त के साथ 79,837.50 पर खुला और 759.05 अंक चढ़कर 79,802.79 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी 223.40 अंक चढ़कर 24,137.55 पर खुला और 216.95 अंक चढ़कर 24,131.10 पर बंद हुआ। (एजेंसी) -
Adani Group Stocks: मार्च 2023 में अडानी समूह को बेलआउट करने वाले जीक्यूजी पार्टनर्स ने साफ किया है कि हालिया विवादों के बावजूद वो अडानी समूह के शेयर्स नहीं बेचेगी.Adani Stock-GQG Partners Update : शॉर्टसेलर हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenberg Research) के जनवरी 2023 में अडानी समूह (Adani Group) के खिलाफ जारी रिपोर्ट के बाद समूह की कंपनियों के शेयर्स खरीदकर ग्रुप पर भरोसा जताने वाले और संकट से उबारने वाले जीक्यूजी पार्टनर्स (GQG Partners) ने फिर से अडानी समूह पर भरोसा जताया है और चट्टान के साथ समूह के साथ खड़ा है. जीक्यूजी पार्टनर्स के मुताबिक अडानी समूह पर अमेरिका के न्याय विभाग और एसईसी (SEC) की कार्रवाई का ग्रुप के कारोबार पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
अडानी समूह की कंपनियां हैं बेहतर स्थिति मेंजीक्यूजी पार्टनर्स जो अडानी समूह में बड़े निवेशकों में से एक है उसने कहा, 21 नवंबर 2024 तक अडानी समूह में उसका कुल निवेश 8.1 बिलियन डॉलर है जो उसके कुल एसेट्स का 5.2 फीसदी है. जीक्यूजी पार्टनर्स ने अडानी समूह की छह कंपनियों में निवेश किया हुआ है. जीक्यूजी पार्टनर्स ने अपने बयान में कहा है कि, बुनियादी तौर पर हमारा मानना है कि अडानी समूह की हर कंपनी भविष्य के लिए बेहतर स्थिति में है.
जांच के नतीजे आने में लगता है समयजीक्यूजी पार्टनर्स के मुताबिक, दुनिया में ऐसी कंपनियों के उदाहरण हैं जिसमें ये कंपनियां और उनके एग्जीक्यूटिव्स ने विदेशी भ्रष्ट आचरण अधिनियम (FCPA) उल्लंघन सहित महत्वपूर्ण सरकारी कार्रवाई का सामना किया है. ऐसी कार्रवाइयों और जांच के नतीजे आने में सालों लग जाते हैं और कम पेनल्टी या जुर्माना लग सकता है. बयान में कहा गया कि, अमेरिका में जब सरकार बदल रही है तब ये आरोप लगे हैं. इसका मतलब ये हुआ कि ये मामला अब ट्रम्प प्रशासन की ओर से नियुक्त एक नए न्याय विभाग के तहत जारी रहेगा.
गौतम अडानी को समर्थन देती रहेगी भारत सरकारअपने बयान में जीक्यूजी पार्टनर्स ने कहा, हमें लगता है कि भारत सरकार गौतम अडानी के लिए अपना समर्थन जारी रखेगी क्योंकि वह देश में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप करने के लिहाज से वे सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं और इन कार्रवाइयों को अडानी समूह के इन बिजनेस पर कोई मटेरियल प्रभाव नहीं पड़ेगा. जीक्यूजी पार्टनर्स के मुताबिक अडानी ग्रीन को छोड़कर, हम समझते हैं कि अडानी समूह की कंपनियों को इस समय और अधिक पूंजी जुटाने की आवश्यक नहीं है.
जीक्यूजी पार्टनर्स ने हैरानी जताते हुए कहा, हमें आश्चर्य हो रहा कि अमेरिकी सरकार ने डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस के चल रहे जांच के बावजूद श्रीलंका में पोर्ट के डेवलपमेंट के जरिए इंटरनेशनल डेवलपमेंट फाइनेंस के जरिए 500 मिलियन डॉलर की फंडिंग और पार्टनर को मंजूरी दी जिसे अडानी समूह डेवलप करने जा रहा है.
मार्च 2023 में जीक्यूजी ने किया अडानी को बेलआउटजनवरी 2024 में हिडंनबर्ग के रिपोर्ट के बाद जब अडानी ग्रुप के शेयर्स भरभरा कर गिर रहे थे तब राजीव जैन के जीक्यूजी पार्टनर्स ने ही अडानी समूह की कंपनियों के शेयर खरीदकर उसे संकट से उबारा था. और जब अमेरिका के जस्टिस विभाग में अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी समेत अडानी ग्रीन के एग्जीक्टूटिव्स पर रिश्वतखोरी के आरोप लगे हैं तब जीक्यूजी पार्टनर्स फिर से अडानी समूह के साथ चट्टान के साथ खड़ा नजर आ रहा है. (एजेंसी) -
Savings Scheme: सरकार की बचत स्कीम में सुकन्या समृद्धि योजना से लेकर सीनियर सिटीजन सेविंग्स ऐसी स्कीमें हैं जिसपर 8 फीसदी से भी ज्यादा ब्याज मिलता है.Small Savings Scheme : देश में सरकार, बैंक और कई वित्तीय संस्थानों की ओर से कई प्रकार की बचत योजनाएं निकाली गई हैं, जिसके जरिए आप थोड़े से लेकर अधिक अमाउंट तक महीने या सालाना के हिसाब से बचत योजना का लाभ ले सकते हैं. लेकिन आपको ये भी पता होना चाहिए कि कौन सी बचत योजना पर आपको कितना ब्याज मिल रहा है. यहां कुछ ऐसी डाकघर स्कीम के बारे में जानकारी दी गई है जिसमें आप डिपॉजिट कर अधिक ब्याज पा सकते हैं.
यहां पर अलग-अलग लोग और वर्ग के लिए अलग-अलग बचत स्कीम के बारे में जानकारी दी गई है. स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स में बच्चियों के लिए सुकन्या समृद्धि योजना, महिला निवेशकों के लिए महिला सम्मान, वरिष्ठ नागरिकों के लिए सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम, लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए पब्लिक प्रोविडेंट फंड, किसान विकास पत्र, नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट और शॉर्ट टर्म निवेशकों के लिए टाइम डिपॉजिट, रिक्योरिंग डिपॉजिट जैसी सेविंग्स स्कीम्स है.
सरकार तिमाही आधार पर छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों की समीक्षा करती है. वित्त मंत्रालय ने इस साल सितंबर महीने में जारी एक प्रेस रिलीज में कहा था, वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही यानी 1 अक्टूबर से 31 दिसंबर 2024 के लिए कई स्माल बचत योजनाओं पर ब्याज दरें वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही (जुलाई से सितंबर महीने के बीच) के दरों के बराबर ही होंगी. मौजूदा तिमाही के लिए सरकार ने लघु बचत योजनाओं की ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया है. अक्टूबर-दिसंबर 2024 के लिए 7.5 फीसदी से 8.2 फीसदी के बीच ब्याज दर देने वाली लघु बचत योजनाओं की लिस्ट यहां दी गई है-
सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) पर ब्याज दर!एससीएसएस एक सरकारी स्कीम है जो वरिष्ठ नागरिकों और रिटायर्ड कर्मियों को एक राशि मुहैया कराती है. कोई भी व्यक्ति 1000 रुपये से SCSS में खाते को शुरू कर सकता है. वहीं 1000 रुपये के कई खाताधारकों के साथ 30 लाख रुपये तक की लिमिट बरकरार रख सकता है. अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के लिए एससीएसएस पर 8.2 फीसदी सालाना ब्याज मिलता है.
5 वर्षीय पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट पर ब्याज!5 वर्षीय पोस्टऑफिस टाइम डिपॉजिट के तहत इंवेस्टमेंट अधिनियम, 1961 की धारा 80सी के तहत कटौती की जाती है. सावधि जमा (टाइम डिपॉजिट) के लिए न्यूनतम निवेश 1,000 रुपये है. आपको 2024 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के लिए 5 साल की टर्म डिपॉजिट पर 7.5 फीसदी ब्याज दर मिलेगा.
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट पर मिलत है इतना ब्याज!नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (एनएससी) भी एक सरकारी योजना है जो आपको एक फिक्स रिटर्न और टैक्स लाभ देता है. इस योजना के तहत डिपॉजिट इनकम टैक्स एक्ट की धारा 80सी के तहत कटौती की जाती है. आपका डिपॉजिट जमा तारीख से पांच साल पूरा होने पर मैच्योर यानी निकालने योग्य हो जाता है.
एनएससी आपको अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के लिए 7.7 फीसदी का ब्याज देता है. इस योजना पर ब्याज दर सालाना चक्रवृद्धि के हिसाब से मिलती है यानी ब्याज पर ब्याज जुड़कर मिलता है लेकिन यह लाभ डिपॉजिट के मैच्योर होने के बाद ही मिल सकेगा.
किसान विकास पत्र पर क्या है ब्याज दर?इस योजना में कम रिस्क होता है. केवीपी एक गारंटेड रिटर्न और फिक्स ब्याज दर देता है. इस योजना में निवेश की गई पूंजी 115 महीनों यानी 9 साल और 7 महीने में दोगुनी हो जाती है. KVP जारी तिमाही के लिए सालाना के हिसाब से 7.5 फीसदी की ब्याज देता है. इसमें भी ब्याज दर सालाना चक्रवृद्धि होती है.
सुकन्या समृद्धि योजना पर कितना मिलेगा ब्याज?सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) बच्चियों के माता-पिता के लिए सरकार की एक बचत योजना है. इस योजना में जमा राशि इनकम टैक्स अधिनियम की धारा 80C के तहत काटी जाती है. आयकर अधिनियम के तहत जो ब्याज मिलता है उस पर कोई कर नहीं लगाया जाता है यानि इस पर ब्याज कर-मुक्त है. सुकन्या समृद्धि खाता को बच्ची के माता-पिता उसके वयस्क होने यानी 18 वर्ष तक ही चला सकते हैं. सुकन्या समृद्धि योजना पर अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के लिए 8.2 फीसदी ब्याज दिया जा रहा है.(एजेंसी) -
रुपया गुरुवार को आठ पैसे की गिरावट के साथ 84.50 पर बंद हुआ थामुंबई : अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया शुक्रवार को शुरुआत में सपाट स्तर के साथ खुला और अपने सर्वकालिक निम्नतम स्तर से तीन पैसे बढ़कर 84.47 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। भू-राजनीतिक दबावों और निरंतर विदेशी पोर्टफोलियो निकासी के कारण सकारात्मक घरेलू शेयर बाजार का समर्थन बेअसर हो गया।अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 84.48 पर खुला और एक सीमित दायरे में घूमते हुए डॉलर के मुकाबले 84.47 पर पहुंच गया, जो पिछले बंद भाव से तीन पैसे की बढ़त है। गुरुवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले आठ पैसे की गिरावट के साथ 84.50 के सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ था। इस बीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.06 प्रतिशत की गिरावट के साथ 107.03 पर आ गया। (एजेंसी)
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सोना एमसीएक्स पर 77000 के पार, चांदी स्थिरनई दिल्ली : सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को सोने-चांदी के वायदा भाव फिर से चढ़े हैं। एमसीएक्स पर सोने कीमत 77,032 रुपए प्रति 10 ग्राम और चांदी 89,970 रुपए प्रति किलोग्राम है। राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोने की कीमत 1,400 रुपए बढ़कर 79,300 रुपए प्रति 10 ग्राम पहुंची। अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने इस बढ़ोतरी की जानकारी दी। पिछले सत्र में 77,900 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी।भू-राजनीतिक तनाव ने सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में सोने की मांग में वृद्धि देखी गई है। रूस-यूक्रेन संघर्ष ने परमाणु जोखिमों की चिंताएं उत्पन्न की हैं, जिससे सोने की कीमतों में उछाल आया है। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक ने बताया कि यूक्रेन ने रूसी क्षेत्र में ब्रिटेन निर्मित मिसाइलों को तैनात किया है। वहीं एशियाई बाजार में चांदी की कीमत भी 0.29 प्रतिशत बढ़कर 31.53 डॉलर प्रति औंस पहुंच गई है। (एजेंसी)
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नई दिल्ली : अमेरिकी डॉलर के मुकाबले मंगलवार को भारतीय रुपया दो पैसे की गिरावट के साथ ही 84.43 पर बंद हुआ। गत दिवस रुपया 84.41 पर बंद हुआ था। वहीं आज सुबह रुपया 84.07 पर खुला। इससे पहले सोमवार को रुपया पांच पैसे की बढ़त पर बंद हआ। गत दिवस सुबह विदेशी पूंजी की निकासी के बाद भी रुपया 84.38 प्रति डॉलर पहुंच गया था। यह निम्नतम स्तर से ऊपर उठकर आठ पैसे की बढ़ोतरी दिखाता है। विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने बताया कि तेल की कीमतों में गिरावट के कारण ही मुद्रा में सुधार आया।वहीं अंतरराष्ट्रीय बाजार में रुपया 84.42 प्रति डॉलर पर खुला और शुरुआती सौदों के बाद 84.38 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। इस बढ़ोतरी के बावजूद रुपया गुरुवार को 84.46 पर बंद हुआ था। वहीं अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दिखाने वाला डॉलर सूचकांक 0.06 फीसदी की बढ़त के साथ 106.68 पर रुका। विदेशी संस्थागत निवेशक एफआईआई ने गुरुवार को 1,849.87 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जो दिखाता है कि वे बाजार में बिकवाल रहे। विदेशी मुद्रा बाजार में निर्धारित संबंधों के बावजूद, रुपया ने एक मजबूत प्रदर्शन किया और अमेरिकी डॉलर को मुकाबले काफी मजबूती दिखाई। (एजेंसी)
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मुंबई : महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की वजह से बुधवार 20 नवंबर को शेयर बाजार में ट्रेडिंग बंद रहेगी। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और बाम्बे स्टाक एक्सचेंज (बीएसई) ने घोषणा की है कि इस दिन इक्विटी, फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस (एफएंडओ) और सिक्योरिटीज लेंडिंग एंड बॉरोइंग सेगमेंट में कोई कारोबार नहीं होगा। चुनाव आयोग ने 15 अक्टूबर 2024 को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया था। 288 सीटों के लिए एक ही चरण में चुनाव हो रहा है, जिसमें 4,136 उम्मीदवार मैदान में हैं। मतगणना शनिवार, 23 नवंबर 2024 को होगी। कमोडिटी बाजार भी बुधवार को सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक बंद रहेगा। हालांकि शाम के सत्र में मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर कारोबार जारी रहेगा।
यह शाम 5 बजे से रात 11:55 बजे तक खुला रहेगा। कुछ कृषि उत्पादों के लिए ट्रेडिंग रात 9 बजे तक होगी। वहीं भारतीय शेयर बाजार में लगातार सात दिनों की गिरावट मंगलवार को थम गई। सेंसेक्स 239.37 अंक बढ़कर 77,578.38 पर और निफ्टी-50 64.70 अंक चढ़कर 23,472.75 पर बंद हुआ। एचडीएफसी बैंक और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में उछाल ने बाजार को मजबूती दी। घरेलू निवेशकों की खरीदारी ने भी इंडेक्स को समर्थन दिया। सेंसेक्स कारोबार के दौरान 1,100 अंक तक चढ़ा, लेकिन अंतिम घंटे में बिकवाली से बढ़त सीमित रह गई निफ्टी की 50 कंपनियों में से 27 के शेयर लाल निशान में रहे| (एजेंसी) -
नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने पंजाब से अब तक कुल 120.67 लाख टन धान खरीदा है, जो अनुमानित लक्ष्य का 65 प्रतिशत है। हाल ही में एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई। केंद्र सरकार ने चालू खरीफ विपणन सत्र 2024-25 के लिए 185 लाख टन धान खरीद का अनुमानित लक्ष्य रखा है, जो 30 नवंबर तक चलेगा। बयान के अनुसार आठ नवंबर 2024 तक पंजाब की मंडियों में कुल 126.67 लाख टन धान की आवक हो चुकी है, जिसमें से 120.67 लाख टन सरकारी एजेंसियों और भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) द्वारा खरीदा जा चुका है। सरकार द्वारा ग्रेड ए धान की खरीद 2,320 रुपये प्रति क्विंटल के निर्दिष्ट न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर की जा रही है।बयान में कहा गया है, मौजूदा केएमएस (खरीफ विपणन सत्र) 2024-25 के दौरान, सरकार द्वारा अब तक कुल 27,995 करोड़ रुपये की धान खरीद की गई है, जिससे पंजाब के लगभग 6.58 लाख किसानों को लाभ हुआ है। इसके अलावा, 4,839 मिलों ने धान मिलिंग के लिए आवेदन किया है, और 4,743 मिलों को पंजाब सरकार द्वारा पहले ही काम आवंटित किया जा चुका है। पंजाब में केएमएस 2024-25 के लिए धान की खरीद 1 अक्टूबर, 2024 से शुरू हुई और किसानों से सुचारू खरीद के लिए पूरे राज्य में कुल 2,927 नामित मंडियां और अस्थायी यार्ड खोले गए हैं। मंडियों से धान की उठान जोरों पर है और उठाई जा रही मात्रा दैनिक आवक से अधिक है। बयान में पुष्टि की गई है, धान की खरीद इस तरह से सुचारू रूप से आगे बढ़ रही है। (एजेंसी)
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रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की सबसे मूल्यवान कंपनी बरकरारमुंबई : पिछले सप्ताह बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) के लिहाज से देश की शीर्ष 10 कंपनियों में छह का बाजार पूंजीकण 1,55,721.12 करोड़ रुपये घट गया। इस दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। रिलायंस इंडस्ट्रीज, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, आईटीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर और भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का बाजार मूल्यांकन घट गया। दूसरी ओर टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), एचडीएफसी बैंक, इंफोसिस और भारतीय स्टेट बैंक को फायदा हुआ। रिलायंस इंडस्ट्रीज का मूल्यांकन 74,563.37 करोड़ रुपये घटकर 17,37,556.68 करोड़ रुपये रह गया।
भारती एयरटेल का मूल्यांकन 26,274.75 करोड़ रुपये घटकर 8,94,024.60 करोड़ रुपये रह गया। इसी तरह आईसीआईसीआई बैंक का बाजार मूल्यांकन 22,254.79 करोड़ रुपये घटकर 8,88,432.06 करोड़ रुपये और आईटीसी का मूल्यांकन 15,449.47 करोड़ रुपये घटकर 5,98,213.49 करोड़ रुपये रह गया। एलआईसी के बाजार पूंजीकरण में 9,930.25 करोड़ रुपये और हिंदुस्तान यूनिलीवर के बाजार पूंजीकरण में 7,248.49 करोड़ रुपये की कमी हुई।दूसरी ओर टीसीएस का मूल्यांकन 57,744.68 करोड़ रुपये बढ़कर 14,99,697.28 करोड़ रुपये हो गया। इंफोसिस का मूल्यांकन 28,838.95 करोड़ रुपये बढ़कर 7,60,281.13 करोड़ रुपये और भारतीय स्टेट बैंक का मूल्यांकन 19,812.65 करोड़ रुपये बढ़कर 7,52,568.58 करोड़ रुपये हो गया। रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की सबसे मूल्यवान कंपनी बनी हुई है। इसके बाद टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, इंफोसिस, भारतीय स्टेट बैंक, आईटीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर और एलआईसी का स्थान है। (एजेंसी) -
भारतीय शेयर बाजारों में आने वाली 20 नवंबर 2024 यानी बुधवार के दिन छुट्टी रहेगी. वीक डे पर इंडियन स्टॉक मार्केट में अवकाश क्यों दिया गया है-ये जान लीजिएStock Market Holiday: भारतीय शेयर बाजारों में आने वाली 20 नवंबर 2024 को बुधवार के दिन छुट्टी रहेगी और स्टॉक मार्केट में बीएसई और एनएसई पर कोई कामकाज नहीं होगा. शेयर बाजार में अवकाश का ऐलान महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के उपलक्ष्य में किया गया है. शेयर बाजार ने इस बात की आधिकारिक जानकारी दे दी है.
करेंसी मार्केट और कमोडिटी एक्सचेंज पर भी कारोबारी अवकाशस्टॉक मार्केट के दोनों एक्सचेंज यानी बीएसई और एनएसई पर शेयर बाजार में अवकाश रहेगा और इस दिन महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के चलते एक्सचेंज पर कामकाज नहीं होगा. करेंसी मार्केट और कमोडिटी एक्सचेंज पर भी कारोबार का अवकाश रहेगा.
20 नवंबर को मुंबई में राजनीतिक हलचल के चलते व्यस्त रहेंगे मुंबईकरइसी दिन झारखंड विधानसभा चुनाव भी होंगे और उत्तर प्रदेश के 9 विधानसभा उपचुनाव का ऐलान हो चुका है. वैसे शेयर बाजार में छुट्टी इसलिए दी गई है कि देश की आर्थिक राजधानी मुंबई जहां से स्टॉक एक्सचेंज संचालित होते हैं, वहां चुनावी दिन है. महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में 20 नवंबर को राजनीतिक हलचल रहेगी और इसी कारण से वित्तीय कामकाज को थोड़ा विराम देने की कोशिश की गई है जिससे सभी मुंबईकर और महाराष्ट्र के वासी अपने मतदान के अधिकार का प्रयोग कर सकें. (एजेंसी) -
धनतेरस के मौके पर अगर आप गोल्ड खरीदने जा रहे हैं तो कुछ जरूरी बातों को समझ लीजिए जिनसे आप सही और पूरी प्योरिटी वाला सोना-चांदी खरीद सकें.
Dhanteras Gold Buying : दिवाली के 5 दिनों के पर्व में आज सबसे पहले आने वाला धनतेरस का त्योहार देश भर में धूमधाम से मनाया जा रहा है. हिंदू परंपरा में धनतेरस में सोना-चांदी, बर्तन और इलेक्ट्रोनिक आइटम्स, गाड़ी जैसे सामान लेने का चलन है और इस दिन देश में हजारों करोड़ रुपये का सामान खरीदा और बेचा जाता है. आज अगर आप भी सोने-चांदी का सामान खरीदने जा रहे हैं तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है जिनके जरिए आप नकली या तय मानक से कम गहने या दूसरी वस्तुएं ना खरीद लें.
BIS हॉलमार्क होना जरूरी सोना खरीदते समय उस पर हॉलमार्क है या नहीं, इसका ख्याल हमेशा रखना चाहिए क्योंकि अप्रैल 2023 से सिर्फ 6 डिजिट वाला हॉलमार्क ही वैध और मान्य है. हॉलमार्क भी भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) वाला हॉलमार्क होना चाहिए.
शुद्धता या प्योरिटी सोने की शुद्धता सबसे ज्यादा महत्व रखने वाले तथ्य में से एक होती है. सोने की शुद्धता को कैरेट में मापी जाती है. सोने की शुद्धता का सबसे ऊंचा मानक 24 कैरेट का है और 99.99 ग्राम का ये सोना होता है. हालांकि इसकी कठोरता के चलते इसकी ज्वैलरी बनाना मुश्किल होता है. 24 कैरेट सोना सबसे शुद्ध होता है और इसमें बाकी मेटल्स की कोई मिलावट नहीं होती है. ज्वैलरी बनाने में 22 कैरेट सोना इस्तेमाल होता है और इसमें कुछ मात्रा में अलॉय शामिल होता है.
मेकिंग चार्ज भी जानें अगर आप सोने का सिक्का, बिस्किट या बार खरीद रहे हैं तो आपको मेकिंग चार्ज नहीं देना होता है. अगर आप सोने की ज्वैलरी खरीद रहे हैं तो इसके लिए आपको मेकिंग चार्ज देना पड़ेगा. ये अलग-अलग ज्वैलर्स के यहां अलग-अलग होता है तो आपको इसकी जानकारी पहले से होनी चाहिए.
सोने की जांच खुद कर सकते हैं सोने की जांच कर सकते हैं और इसके लिए आधिकारिक बीआईएस-केयर BIS-Care ऐप पर हॉलमार्क यूनिट आइडेंटिफिकेशन नंबर (HUID) को डालकर जांच कर सकते हैं. (एजेंसी) -
मुंबई : वैश्विक बाजारों से मिले कमजोर रुख के बीच गुरुवार के कारोबारी दिन घरेलू शेयर बाजार मामूली बढ़त के साथ खुले। तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 122 अंक चढ़कर 82,474 पर खुला जबकि निफ्टी 50 भी तेजी के साथ 51 अंक ऊपर 25,250 पर खुला। इसके अलावा 13 प्रमुख सेक्टर में से ग्यारह हरे निशान में चल रहे थे जबकि घरेलू स्तर पर केंद्रित स्माल और मिड कैप में लगभग 0.5 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। सेंसेक्स की कंपनियों में अल्ट्रा सीमेंट का शेयर सबसे ज्यादा 1.68 प्रतिशत बढ़कर कारोबार कर रहा था। इसके अलावा टाइटन, टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील और टाटा स्टील के शेयर प्रमुख रूप से लाभ में थे।
दूसरी तरफ, एचसीएल टेक के शेयर में सबसे ज्यादा 0.55 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। साथ ही भारी एयरटेल, नेस्ले इंडिया के शेयर भी प्रमुख रूप से गिरावट में थे। वहीं लगातार 14 दिनों की तेजी दर्ज करने के बाद एनएसई का बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी-50 बुधवार को 81.15 अंकों की गिरावट के साथ 25,198.70 के लेवल पर बंद हुआ। बीएसई सेंसेक्स 202.80 अंक गिरकर 82,352.64 पर बंद हुआ। बेंचमार्क निफ्टी 50 ने बुधवार को अपनी सबसे लंबी सकारात्मक रैली का सिलसिला तोड़ दिया। हालांकि, सप्ताह की शुरुआत में इंडेक्स अपने सार्वजनिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था।दूसरी तरफ अमेरिका के कमजोर आर्थिक आंकड़ों ने मंदी की चिंताओं को एक बार फिर जन्म दे दिया है और इसका पिछले सत्र में वैश्विक बाजारों पर असर पड़ा। वहीं कमजोर अमेरिकी श्रम बाजार डेटा और एक प्रमुख फेडरल रिजर्व अधिकारी की टिप्पणियों ने आक्रामक ब्याज दर में कटौती के मामले को बल दिया है। इस बीच बुधवार को लगभग 2 प्रतिशत की गिरावट के बाद एमएससीआई एशिया पूर्व-जापान इंडेक्स में 0.5 फीसदी की बढ़त के साथ एशियाई बाजारों में गुरुवार को तेजी आई। (एजेंसी)