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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जशपुर जिले को कुपोषण मुक्त बनाने के संकल्प के साथ आईआईटी बॉम्बे के सहयोग से 'स्वस्थ माता-तंदुरुस्त बच्चा' अभियान का किया गया शुभारंभरायपुर : माताओं एवं बच्चों का उत्तम स्वास्थ्य प्रदेश की उन्नति और समृद्धि का आधार बनेगा। माताओं एवं बच्चों का उत्तम स्वास्थ्य छत्तीसगढ़ के लोककल्याणकारी राज्य की सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज जशपुर जिले के बगिया स्थित मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में आईआईटी बॉम्बे के सहयोग से आईआईटी बॉम्बे-जशपुर पोषण मिशन अंतर्गत 'स्वस्थ माता- तंदुरुस्त बच्चा' अभियान का शुभारंभ करते हुए यह बात कही। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने गर्भवती माताओं और बच्चों के पोषण स्तर को बेहतर बनाने जशपुर जिले में 'स्वस्थ माता-तंदुरुस्त बच्चा' अभियान का शुभारंभ किया।स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संयुक्त रूप से संचालित इस अभियान के तहत 9500 से अधिक स्वास्थ्य और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आईआईटी बॉम्बे के माध्यम से पोषण संबंधी ऑनलाइन प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत माताओं और बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य का ख्याल रखने के लिए पूरी तरह से तैयार है। अभियान के तहत 300 से अधिक मास्टर ट्रेनर जिले में स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग के मैदानी कार्यकर्ताओं को सतत प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। इस पहल का मुख्य उद्देश्य जशपुर जिले में कुपोषण को पूरी तरह समाप्त करना और माताओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार लाना है।अभियान के तहत् गर्भवती माताओं, शिशुवती माताओं और 6 वर्ष तक के बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने का लक्ष्य है। इसमें विशेष रूप से स्तनपान, पोषण आहार और पूरक आहार पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इस पहल के जरिए गर्भवती माताओं को सही पोषण की जानकारी दी जाएगी, जिससे बच्चे शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ बन सके। मुख्यमंत्री श्री साय ने 'स्वस्थ माता- तंदुरुस्त बच्चा' अभियान की सराहना करते हुए कहा कि यह पहल जिले में स्वास्थ्य और पोषण के प्रति जागरूकता को बढ़ाएगी, साथ ही कुपोषण को खत्म करने और गर्भवती माताओं, शिशुवती माताओं तथा 6 वर्ष तक के बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार लाने में सहायक होगी। -
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गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय बिलासपुर के 11 वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुए उपराष्ट्रपतिछत्तीसगढ़ की युवा शक्ति की देश के नवनिर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव सायप्रावीण्य सूची के विद्यार्थियों और शोधार्थियों को मिली उपाधिरायपुर : उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने आज गुरू घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय बिलासपुर के 11 वें दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि की आसंदी से सम्बोधित करते हुए कहा कि आप सब युवा नये भारत के राजदूत हैं। देश को आपको अपना शत-प्रतिशत देना होगा। कोई भी व्यक्तिगत हित राष्ट्र हित से बढ़कर नहीं है। युवाओं को अपने चारों ओर देखना होगा, सिर्फ सरकारी नौकरियां ही जीवन का लक्ष्य न हो। युवाओं के पास अब नये भारत में धरती से लेकर आकाश तक असीमित अवसर हैं।उप राष्ट्रपति ने कहा कि बाबा गुरु घासीदास एकता और समानता के प्रतीक थे। हमें उनकी शिक्षाओं और संदेशों का अनुसरण करना चाहिए। उन्होंने युवाओं को बदलते तकनीक से तालमेल बैठते हुए कौशल एवं नवाचार के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि जीवन में कभी भी असफलता से घबराएं नहीं बल्कि उससे सीख लेते हुए आगे बढ़ें। उन्होंने समारोह में सत्र 2022-23 के 78 एवं सत्र 2023-24 के प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले 77 विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक, 09 दानदाता पदक, 01 गुरू घासीदास पदक तथा 01 कुलाधिपति पदक सहित 85 पदक प्रदान किये गये। इसके साथ ही सत्र 2022-23 एवं सत्र 2023-24 के कुल 122 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई।उपराष्ट्रपति श्री धनखड़ ने कहा कि छत्तीसगढ़ खनिज बाहुल्य राज्य है। यहां समृद्धि की काफी संभावनाएं हैं, इसलिए विकास की ऐसी रणनीति बनाएं जिससे सामूहिक समृद्धि बढ़े और जन-जन का विकास संभव हो। उन्होंने कहा कि विगत वर्ष में नक्सली उन्मूलन की दिशा में काफी अच्छे प्रयास हुए हैं और इन क्षेत्रों में विकास की रफ्तार भी बढ़ी है। उन्होंने कहा कि अभूतपूर्व विकास वाले राज्य में नक्सलवाद के लिए कोई जगह नहीं है। इस समय जो विकास हो रहा है, वह समाज के हाशिये पर पड़े वर्गों, समाज के कमजोर तबके पर केन्द्रित है। छत्तीसगढ़ सरकार ने अपनी जन हितैषी नीतियों और कार्यक्रमों से राज्य के समग्र विकास को एक नई दिशा दी है।
राज्यपाल श्री रमेन डेका ने कहा कि गुरु घासीदास विश्वविद्यालय, एक ऐसी संस्था है जिसने लगातार छत्तीसगढ़ में शिक्षा और ज्ञान के मार्ग को रोशन किया है। राज्यपाल ने कहा कि स्वर्ण पदक और पीएचडी की उपाधि प्राप्त करने वालों के वर्षों के समर्पण, लगन और कड़ी मेहनत का प्रतिफल है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि विविधता का सम्मान करें और देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संजोए रखें।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने दीक्षांत समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमारा भारत विश्व गुरु के रूप में विख्यात रहा है, इसके पीछे नालंदा और तक्षशिला जैसे ज्ञान-विज्ञान से समृद्ध विश्वविद्यालय रहे हैं। छत्तीसगढ़ की युवा शक्ति की प्रदेश ही नहीं देश के नवनिर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह छात्र-छात्राओं के लिए केवल एक औपचारिकता मात्र नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा अवसर है जो आत्ममंथन, बदलाव और प्रेरणा का प्रतीक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ का इकलौता केन्द्रीय विश्वविद्यालय महान संत बाबा गुरु घासीदास जी के नाम पर स्थापित है, जो ज्ञान, समावेशिता और हमारे सांस्कृतिक गौरव के प्रतीक है। उन्होंने कहा कि अपनी स्थापना के समय के ही इस विश्वविद्यालय ने छत्तीसगढ़ की बौद्धिक प्रगति को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसकी प्रतिष्ठा केवल हमारे राज्य तक ही सीमित नहीं है, बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी फैली है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम जानते हैं शिक्षा समाज में होने वाले सकारात्मक परिवर्तनों का आधार है और इस विश्वविद्यालय ने बार-बार यह साबित किया है कि शिक्षा कैसे परिवर्तन का साधन बन सकती है। गुरू घासीदास विश्वविद्यालय न केवल शैक्षणिक उपलब्धियां हासिल की हैं, बल्कि नवाचारों के जरिए यह सुनिश्चित किया है कि हर छात्र को न केवल शिक्षा मिले बल्कि एक बेहतर जीवन जीने का मौका भी मिले।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए हमने नई औद्योगिक नीति तैयार की है। इसमें छत्तीसगढ़ में निवेश के अवसरों को बढ़ाने के लिए उद्यमियों को अनेक रियायतें प्रदान की हैं, जिससे प्रदेश में अगले 5 साल में ढाई लाख करोड़ रुपये का निवेश होने की उम्मीद है और 5 लाख नए रोजगारों का सृजन होगा। आईटी सेक्टर में अवसरों को देखते हुए हमारी सरकार विशेष प्रयास कर रही है। हम नवा रायपुर को आईटी हब के रूप में स्थापित करने जा रहे हैं, जहाँ बड़ी आईटी कंपनियाँ तेजी से अपने यूनिट आरंभ कर रही हैं। साथ ही बौद्धिक रूप से संपन्न छत्तीसगढ़ के युवाओं को यूपीएससी जैसी प्रतिष्ठित परीक्षाओं में बेहतर अवसर उपलब्ध कराने हमने दिल्ली के द्वारका में संचालित ट्राइबल यूथ हॉस्टल में सीटों की संख्या को 50 से बढ़ाकर 185 कर दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने पीएससी में पारदर्शिता, शुचिता और निष्पक्षता लाने कदम उठाए। हमने युवाओं का भरोसा सिस्टम में लौटाया। वर्ष 2047 में जब देश की आजादी के 100 साल पूरे होंगे। इस अवसर के अनुरूप प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने विकसित भारत का लक्ष्य रखा है। विकसित भारत के अनुरूप विकसित छत्तीसगढ़ का विजन भी हमने तैयार किया है और इसे हासिल करने में आप सभी युवाओं की अहम भागीदारी होगी। उन्होंने कहा कि आप केवल नौकरी खोजने तक सीमित न रहें। नवाचार करें और दूसरों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करें। आप बेहतर भविष्य के निर्माण में योगदान दें।
उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव ने गोल्ड मेडल एवं उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। समारोह में केन्द्रीय आवासन शहरी एवं राज्यमंत्री श्री तोखन साहू, विधायक श्री अमर अग्रवाल, विधायक श्री धरम लाल कौशिक, विधायक श्री धर्मजीत सिंह, श्री सुशांत शुक्ला सहित गुरू घासीदास विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक चक्रवाल, एआईसीटी के प्रोफेसर टी.जी. सीताराम, राष्ट्रीय शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के प्रमुख डॉ. अतुल भाई कोठारी सहित शिक्षाविद, अनुसंधानकर्ता और बड़ी संख्या में विद्यार्थी-अभिभावक, जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। -
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तीन दिवसीय तातापानी महोत्सव का भव्य शुभारंभ300 बेटियों के हाथ हुए पीले, मुख्यमंत्री ने नवदम्पतियों को दिया आशीर्वाद177 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजनबलरामपुर कॉलेज में ऑडिटोरियम निर्माण की घोषणारायपुर : प्रभु श्री राम छत्तीसगढ़ के कण-कण में बसे हुए हैं, जन-जन में बसे हुए हैं। भगवान श्रीराम हमारे भांचा राम हैं। पूरी दुनिया में छत्तीसगढ़ ही एक ऐसा राज्य है, जहां भांजे को भगवान स्वरूप में पूजते हैं, उनका चरण पखारते हैं। उन्हें दंडवत होकर प्रणाम करते हैं। हमारी सरकार की श्रीराम लला दर्शन योजना से राज्य के 20 हजार से अधिक लोग अयोध्या में भगवान श्रीराम का दर्शन कर चुके हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के तीन दिवसीय तातापानी महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर उक्त बाते कही।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हम लोग तातापानी संक्रांति परब में हर साल यहां आते हैं। पिछले साल जब हम लोग यहां आए थे, तब इस पावन स्थल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की घोषणा की थी। परिणाम आप सबके सामने है, आज तस्वीर बहुत कुछ बदली-बदली सी नजर आ रही है। यहां विकास के काम तेजी से हुए हैं और लगातार हो ही रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। खासकर सरगुजा और बस्तर जिले में अनेक ऐसे सुंदर स्थान हैं, जो पूरी दुनिया के आकर्षण का केंद्र बन सकते हैं। ऐसे स्थलों को चिन्हित कर पर्यटन स्थलों का विकास तेजी से कराया जा रहा है।तातापानी भी ऐसी ही जगहों में से एक है। हम इन सभी दर्शनीय स्थलों को पर्यटन स्थलों के रूप में विकसित करेंगे। इससे रोजगार और आय के अवसर बढ़ेंगे। अभी हम लोगों ने 177 करोड़ रुपये के 198 विकास कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन किया है। इनमें करीब 134 करोड़ रुपये की लागत के 140 कार्यों का भूमिपूजन और 43 करोड़ रुपये के 58 कार्यों का लोकार्पण शामिल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नालंदा परिसर के निर्माण के लिए हम लोगों ने आज भूमिपूजन किया है, जिसके निर्माण से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं को विशेष लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बलरामपुर कॉलेज में ऑडिटोरियम निर्माण की घोषणा की।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आज मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना अंतर्गत 300 बेटियों के हाथ पीले हुए हैं। उन्होंने सभी नवदंपतियों को आशीर्वाद देते हुए सभी के सुखमय गृहस्थ जीवन की मंगल कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि तातापानी संक्रांति परब बलरामपुर-रामानुजगंज जिले का गौरव है। तातापानी दुनिया के उन चुनिंदा स्थानों में से एक है, जहां गर्म-पानी के कुंड के रूप में प्रकृति की शक्ति को प्रत्यक्ष देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि तातापानी संक्रांति परब का यह आयोजन समाज में एकता और सौहार्द का संदेश भी देता है। इस महोत्सव में लोक कलाकारों की प्रस्तुतियों के साथ ही पतंगबाजी और आरागाही हवाई पट्टी पर पैरासेलिंग का आनंद भी आप लोग उठा पाएंगे। यहां किसान संगोष्ठी और पंच-सरपंच सम्मेलन भी होगा।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने विकसित भारत के निर्माण का लक्ष्य सामने रखा है। इसी के अनुरूप हम भी विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण के लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ा रहे है। पिछले एक साल में हमारी सरकार ने मोदी की अधिकांश गारंटियों को पूरा किया है। इस साल छत्तीसगढ़ में धान की फसल अच्छी हुई है। 3100 रुपए क्विंटल के दाम से प्रति एकड़ 21 क्विंटल के मान से धान की खरीदी हो रही है। इस साल किसान भाइयों के घरों में रिकॉर्ड पैसा आने वाला है। अभी किसान भाइयों को धान के समर्थन मूल्य का भुगतान हो रहा है, शीघ्र ही उनके खातों में अंतर की राशि भी भेज दी जाएगी। हमारी सरकार राज्य के गरीब परिवारों को पांच साल तक निःशुल्क राशन उपलब्ध कराने का निर्णय भी लिया है। तेंदूपत्ता संग्रहण दर को हमने चार हजार रूपये से बढ़ाकर साढ़े 5 हजार रुपए प्रति मानक बोरा कर दिया है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सभी आवासहीन पात्र परिवारों को प्रधानमंत्री आवास उपलब्ध कराया जा रहा है। हमने सरकार के शपथ ग्रहण के दूसरे दिन प्रदेश के आवासहीनों के लिए 18 लाख प्रधानमंत्री आवासों की स्वीकृति दी। उन्होंने बताया कि केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने छत्तीसगढ़ के लिए 3 लाख से अधिक प्रधानमंत्री आवास योजना की घोषणा की है। उन्होंने अगले वित्तीय वर्ष में छत्तीसगढ़ को 4 लाख नए आवास के लिए सहमति दी है। उन्होंने कहा नये सर्वे में अब हितग्राहियों की मासिक आय सीमा बढ़ाकर 15,000 रुपये कर दी गई है। इसके अलावा जिनके पास ढाई एकड़ सिंचित भूमि या पांच एकड़ असिंचित भूमि है, वे भी अब इस योजना के तहत पात्र होंगे ।हितग्राही अब स्वयं भी अपने आवास हेतु मोबाइल एप के जरिए आवेदन और सर्वेक्षण कर सकते हैं। प्रदेश के कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम ने महोत्सव को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की गारंटी और प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के प्रयासों से प्रदेश के लाखों परिवारों में खुशी और समृद्धि आई है। शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं ने समाज के कमजोर वर्गों के जीवनस्तर में सुखद बदलाव लाने का काम किया है। इस अवसर पर सामरी विधायक श्रीमती उद्धेश्वरी पैकरा, प्रतापपुर विधायक श्रीमती शंकुतला पोर्ते, सरगुजा विधायक श्री राजेश अग्रवाल, लुण्ड्रा विधायक श्री प्रबोध मिंज सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। -
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रायपुर : मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर छत्तीसगढ़ के तातापानी महोत्सव में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की उपस्थिति में 300 बेटियों का सामूहिक विवाह छत्तीसगढ़ सरकार की मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत धार्मिक रीति रिवाजों के साथ विधि विधान से संपन्न हुआ। मुख्यमंत्री श्री साय ने नवदम्पतियों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना अंतर्गत सामूहिक विवाह के आयोजन से गरीब और जरूरतमंद परिवारों को बेटियों के विवाह के लिए आर्थिक सहारा मिल रहा है।कुसमी विकासखंड की दिव्यांग कन्या सुश्री कुंती नगेशिया ने अपने विवाह पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि मेरी आर्थिक स्थिति और दिव्यांगता के कारण विवाह संभव नहीं हो पा रहा था। मुख्यमंत्री के आशीर्वाद और योजना की मदद से आज मेरा सपना साकार हुआ। अन्य नव दम्पत्तियों और उनके परिजनों ने भी इस आयोजन की सराहना की। इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री श्री रामविचार नेताम, अन्य जनप्रतिनिधि और हजारों नागरिक इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के साक्षी बने। मुख्यमंत्री ने नवदम्पतियों को आपसी सम्मान और जिम्मेदारी से वैवाहिक जीवन को सुखमय बनाने की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि तातापानी महोत्सव ने आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बेटियों का दामन नई उम्मीदों और खुशियों से भर दिया है। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज जशपुर जिले के पगुराबहार गांव में आयोजित 9 वें सशस्त्र सेना वयोवृद्ध दिवस पर सेना के वीर जवानों के साहस और बलिदान को नमन किया। इस अवसर पर उन्होंने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में अपनी वीरता का प्रदर्शन कर राष्ट्रपति द्वारा सेना मेडल से सम्मानित भागलपुर निवासी 81 वर्षीय श्री अरुण कुमार का सम्मान किया। मुख्यमंत्री ने उन्हें शाल, श्रीफल और प्रशस्ति पत्र भेंटकर उनके अदम्य साहस की सराहना की। अरुण कुमार ने अपने युद्ध के अनुभव साझा कर देशसेवा के गौरवशाली क्षणों को याद किया।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने जिले के तीन शहीद सेनानियों के परिवारों को सम्मानित किया। इनमें शहीद सिपाही शिमोन केरकेट्टा, शहीद राजेश बारा और शहीद अशोक राम भगत के परिजन शामिल थे। मुख्यमंत्री ने इन परिवारों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुना और हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। शहीद हवलदार शिमोन केरकेट्टा की पत्नी तेरेसा केरकेट्टा को चलने में हो रही कठिनाई को देखते हुए मुख्यमंत्री ने उन्हें व्हीलचेयर प्रदान किया।मुख्यमंत्री ने शहीद सिपाही शिमोन केरकेट्टा के अदम्य साहस को याद करते हुए कहा कि उन्होंने 1966 में मिजोरम में देश के दुश्मनों से लड़ते हुए प्राणों की आहुति दी। वहीं शहीद राजेश बारा ने 2002 में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों से लड़ते हुए अपने प्राण न्योछावर किए। शहीद अशोक राम भगत ने 2020 में सिक्किम के ऑपरेशन स्नो लेपर्ड के दौरान देश की रक्षा करते हुए शहादत दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन वीर सपूतों के बलिदान और योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
मुख्यमंत्री ने भारतीय सशस्त्र सेनाओं के पहले कमांडर इन चीफ फील्ड मार्शल के. एम. करियप्पा के योगदान को याद करते हुए कहा कि सशस्त्र सेना वयोवृद्ध दिवस हमारे जवानों और उनके परिवारों के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने का दिन है। यह दिन शांति और स्वतंत्रता के लिए किए गए संघर्ष और बलिदान को स्मरण करता है। कार्यक्रम में विधायक श्रीमती गोमती साय और जिला भूतपूर्व सैनिक कल्याण समिति के अधिकारी व सदस्यगण उपस्थित थे। -
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सुशासन से समृद्धि की ओर' थीम पर आधारित है छत्तीसगढ़ के रजत जयंती वर्ष का कैलेंडरक्यू आर कोड के नए फीचर्स ने कैलेंडर को बनाया खासमुख्यमंत्री के वीडियो संदेश के साथ ही शासन की उपलब्धियों की भी मिलेगी जानकारीरायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर छत्तीसगढ़ के रजत जयंती वर्ष 2025 के शासकीय कैलेंडर का विमोचन किया। कैलेंडर के कवर पेज में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की फोटो के साथ 'सुशासन से समृद्धि की ओर' के मूलमंत्र को दर्शाया गया है। छत्तीसगढ़ शासन के वार्षिक कैलेंडर में राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं के माध्यम से छत्तीसगढ़ वासियों के जीवन में आए सकारात्मक बदलाव को दिखाया गया है।विमोचन के अवसर पर कृषि मंत्री श्री राम विचार नेताम और लुण्ड्रा विधायक श्री प्रबोध मिंज, मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानंद उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर कहा कि 'सुशासन से समृद्धि' के मूलमंत्र पर आधारित यह कैलेंडर हमारे शासन की प्राथमिकताओं और उपलब्धियों का प्रतीक है। इसमें हमने राज्य की जनकल्याणकारी योजनाओं को समाहित किया है, जो छत्तीसगढ़ को समृद्धि और विकास के नए आयामों तक ले जाएंगी। उन्होंने मकर संक्रांति के पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह साल हमारे प्रदेश की समृद्धि और खुशहाली का स्वर्णिम वर्ष होगा।
क्यूआर कोड के नए फीचर्स ने कैलेंडर को बनाया खासरजत जयंती वर्ष 2025 के कैलेंडर में कुछ नए फीचर्स को समाहित किया गया है जिसने इसे और आकर्षक बना दिया है। कैलेंडर के प्रत्येक माह में एक क्यूआर कोड दिया गया है, जिसमें उस माह के विशेष अवसरों पर आधारित मुख्यमंत्री के वीडियो संदेश को सुना जा सकता है। इसी के साथ ही नए संदेश और शासन की उपलब्धियों की जानकारी निरंतर मिलती रहेगी। कैलेंडर के प्रत्येक माह के लिए उस महीने का क्यू आर कोड ही एक्टिव रहेगा। इसके साथ ही कैलेंडर के प्रत्येक पेज में छत्तीसगढ़ से जुड़े प्रमुख तथ्य के बारे में भी बताया गया है।
कैलेंडर के प्रत्येक माह में दिखेगी शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं की झलकशासकीय कैलेंडर के जनवरी माह में छत्तीसगढ़ सरकार की श्री रामलला दर्शन योजना के माध्यम से अयोध्या और काशी की निःशुल्क यात्रा कर लौटे श्रद्धालुओं की तस्वीर दिखाई गई है। इस योजना से बड़ी संख्या में प्रदेश के लोगों को प्रभु श्री राम के दर्शन का लाभ मिल रहा है। इसी तरह फरवरी माह में राजिम कुंभ कल्प के वैभव की तस्वीर को साझा किया गया है। वहीं मार्च माह में 70 लाख माताओं-बहनों की खुशियों को दर्शाती तस्वीर है, जिनके जीवन में महतारी वंदन योजना से बड़ा बदलाव आया है।कैलेण्डर के अप्रैल माह में वनांचल में रहने वाले लोगों के जीवन में तेंदूपत्ता संग्रहण से आए बदलाव की तस्वीर है। शासन ने तेंदूपत्ता संग्राहकों के लिए पारिश्रमिक दर को 4 हजार रुपए से बढ़ाकर 5 हजार 500 रुपए कर दिया है। मई माह में श्रमिकों के सम्मान में चलाई जा रही वीर नारायण सिंह श्रम अन्न योजना की तस्वीर है। इस योजना के माध्यम से श्रमिकों के लिए 5 रुपए में भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। जून के महीने में स्कूली बच्चों की तस्वीर साझा की गई है। साथ ही छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू किए जाने और 18 स्थानीय भाषाओं में पढ़ाई कराए जाने का भी उल्लेख किया गया है।
इसी तरह जुलाई के महीने में किसानों की समृद्धि के लिए संचालित कृषक उन्नति योजना के बारे में जानकारी देते हुए छत्तीसगढ़ के किसान की खुशहाली की तस्वीर को प्रदर्शित किया गया है। अगस्त माह में देश की सुरक्षा में तैनात महिला सुरक्षाकर्मियों के साथ मुख्यमंत्री की तस्वीर दिखाई गई है। सितंबर माह में प्रधानमंत्री जनमन आवास योजना और प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से पक्के घर का सपना पूरा हो रहे खुशहाल हितग्राहियों की तस्वीर है। इन दोनों ही योजनाओं से विशेष पिछड़ी जनजातियों और गरीब परिवारों को आवास मुहैया हो रहा है।अक्टूबर माह में बस्तर संभाग की खुशहाली और बदलती हुई तस्वीर को साझा किया गया है। बस्तर ओलंपिक की इस तस्वीर में तीरंदाजी में हाथ आजमाते युवा अपने सुरक्षित भविष्य का सपना गढ़ रहे हैं। इसी तरह नवंबर माह में धान खरीदी महापर्व के गौरव को दिखाया गया है। वही दिसंबर माह में शासन की नियद नेल्ला नार योजना के माध्यम से दूरस्थ आदिवासी बहुल ग्रामीण क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाओं के विकास और क्षेत्र में शांति स्थापना के संकल्प को प्रदर्शित किया गया है। -
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मुख्यमंत्री ने किया सुकमा जिले में 205 करोड़ रुपए के 137 विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास
रायपुर : माओवाद एक कैंसर की तरह है। कैंसर को समाप्त करना है तो इसकी जड़ पर प्रहार करना जरूरी होता है। माओवादी बस्तर के कुछ इलाकों में जोंक की तरह चिपक गये थे और यहां के स्थानीय लोगों को डरा-धमका कर शोषण कर रहे थे। ये स्थल उनके सबसे सुरक्षित पनाहगाह थे। हमने माओवादियों की माँद में घुसकर उन पर हमले का निर्णय लिया। हमारे सुरक्षाबलों के जवानों के अदम्य साहस से हमने इन माओवादियों का मुकाबला किया और उनको धूल चटाई। बीते एक साल में विभिन्न मुठभेड़ों में हमारे सुरक्षाबलों ने 230 से अधिक माओवादियों को मार गिराया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने सुकमा जिले के मिनी स्टेडियम में विकास कार्यों के लोकार्पण शिलान्यास के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि जिस पावन भूमि पर भगवान श्रीराम के पुण्य चरणों का स्पर्श हुआ। उस भूमि का मैं सादर अभिनंदन करता हूँ।माओवादी हिंसा ने बस्तर संभाग के साथ ही सुकमा जिले को भी हिंसा की आग में झोंक दिया था। इससे सुकमा जिले का विकास बुरी तरह प्रभावित हुआ था।एक साल में हमारी सरकार ने सुकमा जिले के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये और इस पर तेजी से क्रियान्वयन किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी कड़ी में आज हमने यहां 205 करोड़ रुपए के 137 कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन किया है।इन कार्यों में 39 करोड़ रुपए की राशि के 82 कार्यों का लोकार्पण एवं 166 करोड़ रुपए के 55 कार्यों का भूमिपूजन शामिल है। इन कार्यों में सबसे महत्वपूर्ण कार्य सुकमा नगरपालिका में 83 करोड़ रुपए की लागत से जल प्रदाय योजना का भूमिपूजन है। इसके साथ ही 14 करोड़ रुपए की राशि से केरलापाल से पोंगाभेज्जी मार्ग के निर्माण का भूमिपूजन भी हमने किया। उन्होंने कहा कि सुकमा में खेल अधोसंरचना बेहतर हो, इसके लिए 11 करोड़ रुपए की लागत से हम स्पोर्ट्स कांप्लेक्स बनाने जा रहे हैं। इसका भी हमने आज भूमिपूजन किया है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि सुनियोजित रणनीति के तहत हमने माओवाद प्रभावित इलाकों में कैंपों का विस्तार किया और सुरक्षा का नेटवर्क विस्तृत किया।अब माओवादी बहुत सीमित इलाके में सिमट गये हैं और बौखलाहट में हैं। इसके चलते वे कायराना हरकत कर रहे हैं। माओवादियों द्वारा हमारे जवानों के काफिले पर आईईडी ब्लास्ट की घटना में जो जवान शहीद हुए, वे बस्तर के माटीपुत्र ही थे।मुख्यमंत्री ने कहा कि आज सुकमा की इस धरती पर हम सब पुनः संकल्प लेते हैं कि माओवाद को जड़ से नष्ट करेंगे। हमारे शहीद जवानों की शहादत का बदला लेंगे।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हम कैंपों के माध्यम से लोगों को सुरक्षा दिलाने के साथ ही विकास के लिए भी काम कर रहे हैं। इसके लिए हमने कैंप के पांच किमी की परिधि में आने वाले गांवों के विकास के लिए नियद नेल्ला नार योजना आरंभ की जिसके माध्यम से सभी बुनियादी सुविधाएं इन ग्रामीण क्षेत्रों में उपलब्ध कराई जा रही है। जो माओवादी अपने लिए सबसे अच्छे हथियार, संचार के नये उपकरण का इस्तेमाल करते हैं उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों को इतने दहशत में रखा कि यहां के लोग टेलीविजन से भी दूर रहे।माओवादी कमांडर का गांव पूवर्ती विकास के मामले में कई बरस पिछड़ा हुआ था। लोगों ने बिजली नहीं देखी थी, टेलीविजन नहीं देखा। अब पूवर्ती गांव सोलर लाइट से रौशन है। आजादी के 78 साल बाद पहली बार दूरदर्शन लोगों ने देखा। यह लोगों के लिए चमत्कार की तरह था। ग्राम सालातोंग में 78 साल बाद बिजली आई है। बिजली के आने से यहां विकास का उजाला भी तेजी से फैला है। अब यहां के बच्चे अच्छी तरह से पढ़ाई कर पाएंगे। विकास की मुख्य धारा में शामिल हो पाएंगे। लोगों को आवागमन के लिए राहत हो, इसके लिए यहां पर हक्कुम मेल चलाई जा रही है। इन बसों के चलते लोगों का जीवन आसान हो गया है। स्वास्थ्य केंद्रों तक पहुंचना आसान हो गया है।इस योजना के माध्यम से पहली बार लोगों के आधार कार्ड बने, आयुष्मान कार्ड बने और किसान क्रेडिट कार्ड भी बने।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महतारी वंदन योजना के माध्यम से हम सुकमा जिले की 52 हजार 220 माताओं को हर महीने एक हजार रुपए की राशि अंतरित कर रहे हैं। हमारी सरकार ने 6000 से अधिक हितग्राहियों के लिए प्रधानमंत्री आवास की किश्त जारी कर दी है। हमारी सरकार ने तेंदूपत्ता संग्रहण दर 4 हजार रुपए से बढ़ाकर साढ़े 5 हजार रुपए कर दी है और 63 हजार से अधिक हितग्राहियों को अब तक 77 करोड़ रुपए की राशि का भुगतान कर चुके हैं। बस्तर ओलंपिक में बस्तर संभाग के 1 लाख 65 हजार लोगों ने हिस्सा लिया। इसमें सुकमा जिले से भी बड़ी संख्या में खिलाड़ी शामिल हुए। हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने भी मन की बात कार्यक्रम में इसकी प्रशंसा की।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि भ्रष्टाचार के सभी मामलों में हमारी सरकार कठोरता से कार्रवाई करेगी। किसी भी भ्रष्टाचारी को बख्शा नहीं जाएगा। इस अवसर पर "मावा सुकमा - बदलता सुकमा" कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने सुकमा में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना और नक्सल पुनर्वास योजना के तहत आत्मसमर्पित दो पूर्व नक्सलियों के अपने वैवाहिक जीवन की शुरुआत पर दोनों जोड़ों को सुखद वैवाहिक जीवन हेतु आशीर्वाद दिया और उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
मुख्यमंत्री श्री साय की मौजूदगी में दो एमओयू भी किए गए जिसमें पहला एमओयू जिला प्रशासन ने लाइवलीहुड कालेज में कौशल विकास हेतु आईटीसी प्रथम संस्था के साथ किया, जबकि दूसरा एमओयू जिला पंचायत द्वारा वेस्ट मैनजमेंट के लिए बस्तर जिले के एमआरएफ वेस्ट मैनेजमेंट के साथ किया गया। सुकमा की महिला स्व-सहायता समूहों के उत्पादों की मार्केटिंग हेतु आकांक्षा ब्रांड के नाम से नामकरण किया गया।
सुकमा प्रवास के दौरान समग्र शिक्षा आकार (दिव्यांग) के राहुल पदामी ने मुख्यमंत्री को पेंटिंग भेंट की। मुख्यमंत्री ने दिव्यांग रघुनाथ नाग और सोडी बीड़े को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। नीट कोचिंग से एमएमबीएस के पढ़ाई के लिए चयनित सिल्की नेताम और गुलशन मुड़ियामी तथा बस्तर ओलंपिक में संभागीय प्रतियोगिता में भाला फेंक में पहला स्थान पाने वाली सुकमा की खिलाड़ी पायल कवासी को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम में नक्सल पुनर्वास नीति के अंतर्गत नक्सल पीड़ित परिवार के आश्रित पंडा सुनीता, श्रीमती पोडियाम सन्नी को नियुक्ति पत्र प्रदान किया।
कार्यक्रम को वन मंत्री श्री केदार ने संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुँचाने का प्रयास कर रही है। सुकमा जिला के गठन के बाद से लगातार विकास के कार्य हो रहे हैं। कार्यक्रम को बस्तर सांसद श्री महेश कश्यप ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर राज्य महिला आयोग सदस्य सुश्री दीपिका सोरी, गणमान्य जनप्रतिनिधि श्री धनीराम बारसे, आयुक्त बस्तर श्री डोमन सिंह, पुलिस महानिरीक्षक बस्तर श्री सुंदरराज पी सहित जनप्रतिनिधिगण तथा बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। -
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मुख्यमंत्री की मौजूदगी में आत्मसमर्पित नक्सलियों ने की गृहस्थ जीवन की शुरूआत
मुख्यमंत्री श्री साय ने परिणय सूत्र में आबद्ध महेश-हेमला और मड़कम-रव्वा को दिया आशीर्वाद
रायपुर : छत्तीसगढ़ के बस्तर अंचल के घने जंगलों में माओवादी हिंसा की जगह अब प्रेम और विश्वास की नई इबारत लिखी जा रही है। माओवादी हिंसा का रास्ता छोड़कर विकास की मुख्य धारा से जुड़ने वाले महेश-हेमला और मड़कम-रव्वा ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के समक्ष परिणय सूत्र में आबद्ध होकर वैवाहिक जीवन की नई शुरूआत की है। मुख्यमंत्री ने परिणय सूत्र में आबद्ध दोनों नवदम्पत्तियों को बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं देते हुए उनके सुखमय जीवन की कामना की। यह कहानी सुकमा जिले की बदलती तस्वीर है, जहां कभी बन्दूकें गूंजती थी, अब वहां शहनाईयां गूंज रही है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज 13 जनवरी को 206 करोड़ रूपए से अधिक विकास कार्याें की सौगात देने के लिए सुकमा के मिनी स्टेडियम में पहुंचे थे। लगभग सात माह पहले नक्सल हिंसा का रास्ता छोड़कर आत्मसमर्पण करने वाले मौसम महेश और हेमला, मड़कम पाण्डू और रव्वा भीमे ने जिला प्रशासन सुकमा से आग्रह किया था कि वह मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की मौजूदगी में परिणय सूत्र में आबद्ध होकर नये जीवन की शुरूआत करना चाहते हैं।
जिला प्रशासन ने उन चारों को भरोसा दिलाया था कि मुख्मयंत्री श्री साय का जब भी सुकमा में आगमन होगा, उस दिन मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत उनका विवाह विधिविधान से सम्पन्न कराया जाएगा। आज 13 जनवरी को मुख्यमंत्री के सुकमा प्रवास के दौरान वहां के मिनी स्टेडियम में इन चारों आत्मसमर्पितों का विधि-विधान से विवाह मुख्यमंत्री श्री साय की मौजूदगी में सम्पन्न हुआ, जिसके साक्षी वहां मौजूद हजारों-हजार लोग बने। सभी ने नवदम्पत्तियों को आशीर्वाद दिया और उनके सुखद वैवाहिक जीवन की कामना की।ज्ञात रहे कि गगनपल्ली गांव के रहने वाले मौसम महेश और डुब्बामरका की रहने वाली हेमला मुन्नी तथा कन्हाईपाड़ निवासी मड़कम पाण्डू और सल्लातोंग की रव्वा भीमे ये चारों पहले नक्सली संगठन से जुड़े हुए थे। छत्तीसगढ़ सरकार की नीतियों से प्रभावित होकर इन चारों ने जून 2024 में नक्सल हिंसा का रास्ता छोड़कर आत्मसमर्पण कर दिया था। मौसम महेश लगभग बारह साल तक नक्सल संगठन से जुड़े रहे। मड़कम पाण्डू और हेमला मुन्नी 9 साल तक तथा रव्वा भीमे 6 साल तक नक्सल संगठन और उसकी गतिविधियों से जुड़ी रहीं।
परिणय सूत्र में आबद्ध होने के बाद मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से आशीर्वाद प्राप्त करके हुए महेश-हेमला और मड़कम-रव्वा ने बताया कि उन्हें रास्ता भटकने और हिंसा में संलिप्त रहने का बेहद अफसोस है। छत्तीसगढ़ सरकार की नक्सल पुनर्वास नीति और नियद नेल्ला नार योजना से प्रभावित होकर वे चारों विकास और शांति की मुख्य धारा में शामिल होने का फैसला लिया। उनका कहना था कि सरकार की जनहितैषी नीतियों से प्रभावित होकर विभिन्न नक्सल संगठनों से जुड़े कई युवा साथी आत्मसमर्पण कर चुके हैं और कई साथी आत्मसमर्पण करने का मन बना चुके हैं।
उनका कहना था कि छत्तीसगढ़ सरकार ने नक्सलियों को मुख्यधारा में लौटने और समाज में सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर दिया है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को रोजगार, मकान और पुनर्वास के लिए आर्थिक सहायता मिल रही है। यह कहानी न केवल प्रेम की जीत की है, बल्कि छत्तीसगढ़ सरकार की नक्सल पुनर्वास नीति की सफलता का प्रतीक है। परिणय सूत्र में आबद्ध होकर इन चारों युवक-युवतियों ने यह साबित कर दिया है कि प्यार, विश्वास और सहानुभूति से नफरत और हिंसा को हराया जा सकता है। -
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बलरामपुर-रामानुजगंज जिले को मिलेगी 167 करोड़ रूपए के विकास कार्याें की सौगात
छत्तीसगढ़ी, बॉलीवुड और भोजपुरी कलाकारों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का होगा संगम
ट्राइबल फैशन वॉक में बिखरेगी स्थानीय संस्कृति की छटा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मुख्य आतिथ्य में 14 जनवरी को दोपहर 12 बजे तीन दिवसीय भव्य तातापानी महोत्सव संक्रांति परब का शुभारंभ होगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय बलरामपुर-रामानुजगंज जिले को 167.25 करोड़ रूपए के विकास कार्याें की सौगात देंगे, जिसमें 124.10 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित होने वाले 134 निर्माण कार्याें का भूमिपूजन और 43.14 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित 58 कार्याें का लोकार्पण शामिल हैं। बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के तातापानी में आयोजित इस तीन दिवसीय महोत्सव के दौरान सांस्कृतिक संध्या में छत्तीसगढ़ी, बॉलीवुड और भोजपुरी के कलाकारों द्वारा शानदार कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जाएगी। महोत्सव के प्रथम दिन मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की मौजूदगी में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत 300 जोड़े परिणय सूत्र में आबद्ध होेंगे।
तातापानी महोत्सव संक्रांति परब के शुभारंभ कार्यक्रम की अध्यक्षता आदिम जाति कल्याण एवं कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम करेंगे। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, सांसद श्री चिंतामणि महाराज, विधायक श्रीमती उद्धेश्वरी पैकरा एवं श्रीमती शकुन्तला सिंह पोर्ते, जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री निशा नेताम, उपाध्यक्ष श्रीमती राधा देवी सिंह देव, जनपद अध्यक्ष श्री विनय पैकरा एवं श्रीमती शारदा देवी सिंह विशिष्ठ अतिथि होंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अंतर्गत छत्तीसगढ़ी गायिका गरिमा दिवाकर एवं उनकी टीम द्वारा छत्तीसगढ़ी गीतों की प्रस्तुति एवं छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी जाएगी।
तातापानी महोत्सव के दूसरे दिन कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम के मुख्य आतिथ्य में किसान संगोष्ठी एवं पंच-सरपंच सम्मेलन का आयोजन होगा। सांस्कृतिक संध्या के अंतर्गत 15 जनवरी को बॉलीवुड के कम्पोजर एवं सिंगर मिथुन एवं स्थानीय छात्र-छात्राओं द्वारा ट्राईबल फैशन वॉक की प्रस्तुति दी जाएगी। तातापानी महोत्सव का समापन 16 जनवरी को महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े की मौजूदगी में संध्या 4 बजे होगा। इससे पूर्व सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत भोजपुरी अभिनेत्री एवं गायिका अक्षरा सिंह, स्कूली छात्र-छात्राओं और इंडियन रोलर म्यूजिक बैंड भिलाई द्वारा कार्यक्रमों की प्र्रस्तुति दी जाएगी।
गौरतलब है कि अपने गर्म जल स्त्रोत एवं धार्मिक महत्व के कारण देश भर में विख्यात तातापानी में मकर संक्रांति पर्व के अवसर पर 14 से 16 जनवरी तक भव्य मेले का आयोजन किया जा रहा है। यहां छत्तीसगढ़ के साथ-साथ पड़ोसी राज्यों के लोग बड़ी संख्या में शामिल होते हैं। -
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जशपुर जिले के पमशाला में तीन दिवसीय अखिल भारतीय कंवर समाज के वार्षिक सम्मेलन का होगा आयोजन
जशपुर जिले को 87 करोड़ के विकास कार्याें मिलेगी सौगात
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मुख्य आतिथ्य में 14 जनवरी को जशपुर जिले के पमशाला में अखिल भारतीय कंवर समाज के तीन दिवसीय वार्षिक सम्मेलन का शुभारंभ होगा। शुभारंभ कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. नंद कुमार साय करेंगे। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय इस अवसर पर जशपुर जिले को 87. करोड़ 31 लाख 98 हजार रूपए के विकास कार्याें की सौगात देंगे, जिसमें 85 करोड़ रूपए की लागत वाले 483 कार्याें का भूमिपूजन एवं 2.23 करोड़ की लागत से निर्मित 24 कार्याें का लोकार्पण शामिल हैं।
कार्यक्रम में विधायक श्रीमती गोमती साय, श्री लालजीत सिंह राठिया, श्री फूल सिंह राठिया, पूर्व मंत्री श्री सत्यानंद राठिया, पूर्व विधायक श्री शिवशंकर साय एवं रोहित साय, श्री एम.एस. पैकरा, अखिल भारतीय कंवर समाज के महिला प्रभाग की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती कौशल्या देवी साय विशिष्ठ अतिथि होंगे। -
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विभिन्न विकास कार्याें का करेंगे लोकार्पण एवं भूमिपूजनकोण्डागांव में रोड शो में होंगे शामिलरायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय 13 जनवरी सोमवार को दंतेवाड़ा जिले के बड़ेबचेली, सुकमा एवं कोण्डागांव के दौरे पर रहेंगेे। मुख्यमंत्री इस दौरान तीनों जिलों में वृहद पैमाने पर विकास कार्या का लोकार्पण एवं भूमिपूजन करेंगे। मुख्यमंत्री कोण्डागांव में आयोजित रोड शो में शामिल होंगे।जारी कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय 13 जनवरी को पुलिस परेड ग्राउंड रायपुर से सुबह 10.05 बजे हेलीकॉप्टर से दंतेवाड़ा जिले के बड़ेबचेली जाएंगे और वहां पूर्वान्ह 11.30 बजे से आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न विकास कार्याें का लोकार्पण, शिलान्यास एवं भूमिपूजन करेंगे।मुख्यमंत्री इसके पश्चात हेलीकॉप्टर से दोपहर 12.40 बजे सुकमा जिला मुख्यालय पहुंचेंगे और वहां मिनीस्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में विकास कार्या का लोकार्पण एवं भूमिपूजन करेंगे। मुख्यमंत्री इसके पश्चात अपरान्ह 3 बजे कोण्डागांव पहुंचेंगे और वहां रोड शो में शामिल होने के पश्चात स्टेडियम ग्राउंड विकास नगर में आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न विकास कार्याें का लोकार्पण एवं भूमिपूजन करेंगे। मुख्यमंत्री कोण्डागांव से शाम 5.15 बजे पुलिस परेड ग्राउंड रायपुर लौट आएंगे। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों विशेष रूप से सिक्ख समुदाय को लोहड़ी पर्व की बधाई और शुभकामनाएं दी है। मुख्यमंत्री ने अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि लोहड़ी का पर्व नई फसल की खुशी में मनाया जाता है। इसे किसानों का पर्व भी कहा जाता है। लोहड़ी पर्व सामाजिक एकता और पारिवारिक सामंजस्य का प्रतीक है। लोहड़ी के दिन सामूहिक रूप से अग्निदेव की पूजा की जाती है। इस दिन लोग नृत्य और संगीत के माध्यम से जीवन की खुशियों को साझा करते हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि लोहड़ी का पर्व न केवल कृषि और प्रकृति से जुड़ा है, बल्कि यह हमारी संस्कृति, परंपरा और सामूहिकता का भी प्रतीक है। इस पर्व के माध्यम से हम अपने समाज में प्रेम, भाईचारा और समृद्धि का संदेश फैलाते हैं। उन्होंने कहा कि लोहड़ी का त्योहार हर किसी के जीवन में अच्छी सेहत और सुख व समृद्धि लेकर आए। -
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साईंस कॉलेज मैदान में चल रहे युवा महोत्सव में युवाओं ने दिखाई अपनी रचनात्मक प्रतिभाराजधानी रायपुर में राज्य स्तरीय युवा महोत्सव का आगाजरायपुर : छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद की पुण्यस्थली रही है। स्वामी विवेकानंद जी ने किशोरावस्था के अपने दो बरस यहां डे भवन में व्यतीत किये। जब कोई हवाई मार्ग से रायपुर आता है तो उसे विमानतल का नाम स्वामी विवेकानंद के नाम पर देखकर महसूस हो जाता है कि इस शहर का संबंध स्वामी विवेकानंद से रहा होगा। वहां से शहर के सबसे सुरम्य स्थल विवेकानंद सरोवर तक हर जगह स्वामी विवेकानंद के प्रति इस शहर का आदर नजर आता है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज स्वामी विवेकानंद जी की जयंती ‘‘राष्ट्रीय युवा दिवस‘‘ के अवसर पर साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित तीन दिवसीय राज्य युवा महोत्सव के शुभारंभ समारोह को सम्बोधित करते हुए यह बात कही।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आधुनिक भारत के निर्माण में स्वामी विवेकानंद जी की बड़ी भूमिका है। उन्होंने 1893 में शिकागो के विश्व धर्म सम्मेलन में जो ऐतिहासिक वक्तव्य दिया, उससे पूरी दुनिया भारतीय चिंतन के आगे नतमस्तक हो गई। स्वामी जी ने अपने संबोधन की शुरूआत अमेरिकन भाइयों एवं बहनों से की। यह वसुधैव कुटुम्बकं के भारतीय दर्शन के अनुरूप था। उस समय अमेरिकन अखबारों ने लिखा था कि स्वामी जी को सुनकर हमें भारत की सनातन परंपरा के गहरे मूल्यों के बारे में पता चला जिनके बारे में हम सोच भी नहीं सकते थे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि युवा शक्ति के हाथों ही विकसित भारत और विकसित छत्तीसगढ़ की बुलंद इमारत खड़ी होगी। हमारे युवा हमारे प्रदेश के भविष्य हैं। युवाओं की शक्ति और संकल्प के बूते ही हम प्रदेश के नवनिर्माण की राह पर तेजी से बढ़ रहे हैं। पूर्ववर्ती सरकार के दौरान भर्तियों में जिस तरह से घोटाला हुआ, उसके चलते हमारे युवाओं का मनोबल पूरी तरह से टूट चुका था। हमने वायदा किया था कि पीएससी घोटाले की जांच कराएंगे। हमने इसकी जांच सीबीआई को सौंपी। सीबीआई ने इस मामले में प्रभावी कार्रवाई की है। पीएससी परीक्षा में युवाओं का भरोसा लौट आया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार परीक्षाएं पूरी पारदर्शिता से आयोजित हुईं। जब रिजल्ट आया तो मैंने टापर्स को सम्मानित करने बुलाया। उनके चेहरे में संतोष था। उन्होंने मुझे बताया कि पीएससी के भ्रष्टाचार से वे सब टूट चुके थे, नई सरकार ने जिस तरह से भ्रष्टाचार के विरुद्ध कड़ी कार्रवाइयां की, उससे उनका भरोसा सिस्टम में लौट आया। युवा परीक्षाओं की तैयारी तभी बेहतर तरीके से कर पाते हैं जब उन्हें महसूस होता है कि परीक्षा में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं होगी। हमने पीएससी की पारदर्शिता बढ़ाने के लिए अनेक उपाय किये हैं। पीएससी की परीक्षा को यूपीएससी के पैटर्न पर हम आयोजित करने जा रहे हैं। इससे प्रदेश के युवाओं का चयन केंद्रीय सेवाओं में भी अधिकाधिक संख्या में हो सकेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने दिल्ली के यूथ हास्टल में सीटों की संख्या 50 से बढ़ाकर 185 कर दी है ताकि यहां बेहतर कोचिंग कर युवा यूपीएससी परीक्षा क्लियर कर सकें। हमने व्यापम की परीक्षाओं का वार्षिक कैलेंडर जारी कर दिया है। तय समय पर परीक्षा होगी। इसके साथ ही हम विभागों के रिक्त पदों को भरने की भी कार्रवाई तेजी से कर रहे हैं। हमने राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू किया है। यह शिक्षा नये जमाने के रोजगार के लिए युवाओं को तैयार करेगी।
मुख्यमंत्री ने नई औद्योगिक नीति का जिक्र करते हुए कहा कि हमने नई उद्योग नीति में इस बात का पूरा ध्यान रखा है कि स्थानीय युवाओं को अधिकतम संख्या में रोजगार मिले। इसके लिए हम उन उद्योगों को विशेष अनुदान सहायता प्रदान करेंगे जो 1 हजार अथवा इससे अधिक स्थानीय युवकों को रोजगार देंगे। प्रदेश में अगले पांच सालों में ढाई लाख करोड़ निवेश होने की संभावना है जिससे पांच लाख नये रोजगार के अवसरों का सृजन होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे युवा बहुत प्रतिभावान हैं। उनके भीतर अनूठे विचार हैं। स्टार्टअप की छत्तीसगढ़ में बड़ी संभावना है। हम इसे प्रोत्साहित कर रहे हैं। हम कोवर्किंग स्पेस बना रहे हैं जहां बेहद कम खर्च में स्टार्टअप आरंभ करने की इच्छा रखने वाला युवा अपना सेटअप स्थापित कर सकता है। आईटी सेक्टर को विशेष रूप से हम प्रेरित कर रहे हैं। नवा रायपुर में तेजी से आईटी कंपनियां अपने यूनिट आरंभ कर रही है। शीघ्र ही नवा रायपुर नये आईटी हब के रूप में स्थापित होगा।
मुख्यमंत्री ने बस्तर ओलंपिक का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें बस्तर संभाग के 1 लाख 65 हजार प्रतिभाओं ने हिस्सा लिया। हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भी मन की बात कार्यक्रम में इस आयोजन की भरपूर प्रशंसा की। छत्तीसगढ़ में खेलों के विकास के लिए भी हम प्रतिबद्ध हैं और इसके लिए तेजी से अधोसंरचना खड़ी कर रहे हैं और खिलाड़ियों की ट्रेनिंग की पुख्ता व्यवस्था करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में अभी युवा महोत्सव चल रहा है और वहां भी हमारे अनेक युवा साथियों को आमंत्रित किया गया है। प्रदेश के युवाओं की प्रतिभा की धूम पूरे देश-दुनिया में हैं। आप पूरे उमंग से काम करिये। विकसित भारत-विकसित छत्तीसगढ़ के सपने को पूरा करने हम कड़ी मेहनत कर रहे हैं। आपकी भागीदारी से निश्चित ही हम यह लक्ष्य हासिल करेंगे।
छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद जी ने युवाओं को उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए का प्रेरक संदेश दिया। स्वामी विवेकानंद ने देश और दुनिया में युवाओं को नई पहचान दी। उन्होंने कहा कि युवा शक्ति की बदौलत वर्ष 2047 तक छत्तीसगढ़ देश के विकसित राज्यों में से एक होगा। महोत्सव को उपमुख्यमंत्री द्वय श्री अरूण साव और श्री विजय शर्मा, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने भी सम्बोधित किया। समारोह में खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल, विधायकगण सर्वश्री राजेश मूणत, गुरू खुशवंत साहेब, छत्तीसगढ़ युवा आयोग के अध्यक्ष श्री विश्वविजय सिंह तोमर सहित बड़ी संख्या में प्रदेशभर से आए युवा और आम नागरिक उपस्थित थे। -
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युवा महोत्सव में मुख्यमंत्री ने किया युवाओं से संवादरायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज युवा महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर साइंस कॉलेज स्थित दीनदयाल ऑडिटोरियम में युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि आप सब देश और प्रदेश के भविष्य हैं। एक सपना लेकर कि आप किस रूप में देश और प्रदेश की सेवा करना चाहते है, उसको हासिल करने के लिए पूरी निष्ठा, ईमानदारी और समर्पण भाव से पढ़ाई करें। छत्तीसगढ़ राज्य में तकनीकी, मेडिकल, लॉ, मैनेजमेंट से संबंधित उच्च स्तरीय शैक्षणिक संस्थान हैं। प्रतियोगी परिक्षाओं की तैयारी के लिए रायपुर में नालंदा परिसर युवाओं के चौबीसों घण्टे खुला है। नालंदा परिसर की तर्ज पर राज्य के अन्य जिलों में भी हाईटेक लायब्रेरी की स्थापना हम कर रहे है, जहां ऑनलाईन-ऑफलाईन प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए मटेरियल उपलब्ध होंगे।
मुख्यमंत्री ने बस्तर अंचल के युवाओं को देश और प्रदेश के विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए आयोजित बस्तर ओलंपिक की सफलता का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इस आयोजन की सराहना की है। उन्होंने युवाओं को स्वामी विवेकानंद की जयंती की बधाई देते हुए कहा कि 1893 में अमेरिका के शिकागो में विश्व धर्म संसद में स्वामी विवेकानंद ने सनातन धर्म के आदर्श, अध्यात्म और दर्शन पर अपने व्याख्यान से पूरी दुनिया को भारत का कायल बना दिया।
मुख्यमंत्री ने युवाओं से अपने संवाद की शुरूआत में अंबिकापुर की अपूर्वा दीक्षित के प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि जीवन में कई बार ऐसी परिस्थितियां आती है कि मन विचलित हो जाता है, परंतु हमें अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अडिग रहना होता है। उन्होंने इस सिलसिले में स्वामी विवेकानंद के जीवन से जुड़ी एक छोटी सी कहानी सुनाई और कहा कि स्वामी विवेकानंद बनारस में एक सन्यासी के साथ जा रहे थे, उसी समय बहुत सारे बंदरों ने स्वामी जी को घेर लिया, ऐसी स्थिति में स्वामी जी न तो डरे न ही अपनी जगह से डिगे। इसका परिणाम ये हुआ कि सारे बंदर भाग गए। उन्होंने युवाओं को आह्वान किया कि हमें भी अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए अडिग रहना है। दृढ़संकल्प से सारी समस्याओं का समाधान निकलेगा।
मुख्यमंत्री श्री साय ने रायगढ़ के ओपी जिंदल यूनिवर्सिटी की छात्रा श्रुति के सवालों के जवाब में कहा कि हमें सफलता के लिए अपना एक क्षेत्र चुनकर पूरी दृढ़ता और मनोयोग के साथ प्रयास करने से सफलता मिलती है। बस्तर में शांति और विकास के संबंध में राजकुमार कुरेटी के सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर के नक्सल प्रभावित पांच जिलों में सुरक्षा और विकास को लेकर सरकार पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रही है। इन जिलों में 39 सुरक्षा कैम्प की स्थापना और नियद नेल्ला नार योजना के माध्यम से लोगों को शासकीय योजनाओं और कार्यक्रमों का लाभ सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में डबल इंजन की सरकार है।प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह का देश से 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद को खत्म करने का संकल्प है। जिस प्रतिबद्धता और रणनीति के साथ नक्सलवाद के समूल खात्मे के लिए हमारी सरकार काम कर रही है, उससे हमें लगता है कि हम इस लक्ष्य को निर्धारित समयवधि से पहले ही प्राप्त कर लेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर में शांति और विकास की स्थापना के लिए वहां के लोग भी बढ़-चढ़कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रहे है। बस्तर ओलंपिक के आयोजन में लाखों युवाओं की भागीदारी इस बात को प्रमाणित करती है।
बलौदाबाजार की छात्रा मृणाल वाजपेयी द्वारा मुख्यमंत्री श्री साय से उनके मुख्यमंत्री बनने तक के सफर के सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह जशपुर के एक छोटे से गांव बगिया के रहने वाले है। आज उनके गांव की आबादी लगभग ढाई हजार है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब वह 10 साल के थे, तभी पिताजी का साया उनके सर से उठ गया। परिवार की पूरी जिम्मेदारी माता जी के ऊपर आ गयी। माता जी निडर महिला है बड़े धैर्य और निडरता से जिम्मेदारी सम्हाली। हमारे पालन-पोषण, पढ़ाई के साथ-साथ खेती-बाड़ी और घर का काम उन्होंने सम्हाला। माता जी को हमने अपना रोल मॉडल माना। बड़ा होने के नाते घर की जिम्मेदारी हमने अपने ऊपर ली। जिस समय पिता जी का स्वर्गवास हुआ उस समय मेरा छोटा भाई मात्र दो माह का था। छोटे भाईयों को पढ़ाया, लिखाया। हमने अपने सार्वजनिक जीवन की शुरूआत पंच से की। पांच साल पंच रहे। गांव के लोगों ने हमारे अच्छे काम और ईमानदारी को देखकर हमें निर्विरोध सरपंच चुना। छह माह बाद ही विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट मिली और 1990 में तपकरा विधानसभा क्षेत्र से विधायक बना।
मुख्यमंत्री ने फिर अपने सांसद बनने, पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्री मंडल में राज्य मंत्री और मुख्यमंत्री बनने तक के सफर का उल्लेख किया और कहा कि उन्हें जब भी कोई जिम्मेदारी दी गई, उन्होंने उसे पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ निभाया। उन्होंने कहा कि राजनीतिक जीवन में स्वर्गीय श्री दिलीप सिंह जूदेव एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी उनके रोल मॉडल रहे है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के साथ काम करने के अवसर का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने जिस तरीके से निर्णायक फैसले लिए है, वे मेरे ही नहीं, नई पीढ़ी के भी रोल मॉडल हैं। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव, उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंक राम वर्मा, विधायक श्री राजेश मूणत एवं गुरु खुशवंत साहेब, राज्य युवा आयोग के अध्यक्ष श्री विश्व विजय सिंह तोमर, जनप्रतिनिधिगण, विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धि प्राप्त युवा बड़ी संख्या में उपस्थित थे। -
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स्वच्छता को लेकर जनमानस में आई है व्यापक चेतना: मुख्यमंत्रीस्वच्छता अभियान को मिली नई गति: छत्तीसगढ़ ओडीएफ प्लस राज्य बनने की ओर है अग्रसरमुख्यमंत्री ने 10 डी-स्लज वाहनों को दिखाई हरी झंडी: सरपंच और सचिवों को डी-स्लज वाहनों की सौंपी चाबीरायपुर : हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत जिस उद्देश्य के साथ की थी, वह छत्तीसगढ़ में अब साकार हो रहा है। स्वच्छता को लेकर जनमानस में व्यापक चेतना आई है और करोड़ों परिवारों में शौचालयों का निर्माण हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की दूरदृष्टि और इच्छा शक्ति से यह संभव हो पाया है।हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के स्वच्छ एवं विकसित राष्ट्र का संकल्प छत्तीसगढ़वासियों के लिए भी एक महत्वपूर्ण लक्ष्य है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हमारा प्रदेश हर दिन नये पड़ावों को पार करता हुआ छत्तीसगढ़ को ओडीएफ प्लस मॉडल राज्य बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।यह सिर्फ एक लक्ष्य नहीं है स्वच्छता की जीवन शैली है, जिससे हमारा विकास होगा, देश का विकास होगा। अब तक हमारे प्रदेश के 5 जिले, 58 विकासखंड और 16 हजार से अधिक गांव ओडीएफ प्लस मॉडल हो चुके हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ करने और स्वच्छता को बढ़ाने के उद्देश्य से आज अपने निवास परिसर से 10 डी-स्लज वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते समय यह बात कही।
मुख्यमंत्री श्री साय ने स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत किए गए पहल की सराहना करते हुए कहा कि इससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता के स्तर को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रदेश के 10 विभिन्न जिलों के ग्राम पंचायत के सरपंच और सचिवों को डी-स्लज वाहनों की चाबी और दस्तावेज सौंपे। उल्लेखनीय है कि इन वाहनों का उपयोग गांवों में घरों से मल निकालने और उसे सुरक्षित तरीके से निपटाने के लिए किया जाएगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यह पहल स्वच्छता और स्वास्थ्य सुधार की दिशा में बड़ा कदम साबित होगा। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में गंदगी के कारण फैलने वाली बीमारियों पर अंकुश लगाया जा सकेगा। उन्होंने जनता से भी स्वच्छता बनाए रखने में सहयोग की अपील की। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट भी स्थापित किए जा रहे हैं, जो मल-मूत्र प्रबंधन को सुदृढ़ करेंगे और पर्यावरण संरक्षण में भी सहायक होंगे। उन्होंने कहा कि इस नई पहल के तहत राज्य सरकार स्वच्छता अभियानों को और प्रभावी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
गांव के विकास में सरपंच की भूमिका अहम, मुख्यमंत्री ने बताया अपना अनुभव
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि गांव के विकास में सरपंच की भूमिका सबसे अहम है। मैं पहले पंच रहा, फिर अच्छा काम करने की वजह से मुझे निर्विरोध सरपंच भी चुना गया। उन्होंने कहा कि यह बताने की वजह सिर्फ एक ही है कि ग्राम पंचायत विकास की सबसे प्राथमिक कड़ी है और पंच तथा सरपंच यदि अपने अधिकार और जिम्मेदारियों के प्रति सजग होंगे तो गांव की तस्वीर बदलने में समय नहीं लगेगा। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार स्वच्छता को व्यापक रूप से लागू करने के लिए लगातार प्रयासरत है। डी-स्लज वाहनों के मिलने से ग्रामीण क्षेत्रों में निवासरत लोगों को लाभ मिलेगा। उन्होंने डी स्लज वाहनों की आवश्यकता और उपयोगिता पर भी उन्होंने अपनी बात रखी।
गौरतलब है कि स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) शासन का एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है और छत्तीसगढ़ स्वच्छता कार्यक्रमों में सदैव अग्रणी रहा हैं। मिशन के फेज 1 में प्रदेश ने 32 लाख से भी अधिक शौचालयों का निर्माण कर राष्ट्रीय लक्ष्य को समय पूर्व प्राप्त कर खुले में शौचमुक्त राज्य होने का कीर्तिमान रचा। मिशन के फेज- 02 में ओ.डी.एफ. प्लस मॉडल राज्य के तौर पर स्थापित होने के क्रम में प्रदेश के 05 जिले दुर्ग, कबीरधाम, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी, जांजगीर-चांपा एवं धमतरी जिले के 57 विकासखंड तथा 16 हजार से अधिक गांव ओ.डी.एफ. प्लस मॉडल हो चुके हैं। इसी कड़ी में शौचालयों से निकलने वाले मल के सही निपटान के उद्देश्य के साथ प्रदेश के सभी जिलों में फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण किया जा रहा है। इन फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट में आसपास के गांवों के सेप्टिक टैंक से निकलने वाले मल को उपचारित किया जाएगा। सेप्टिक टैंक भरने पर संबंधित परिवार या संस्थान इन प्लांट से संपर्क कर टैंक खाली करने के लिए डी-स्लज वाहन बुलवाएंगे, जिसके लिए दूरी के आधार पर उचित उपभोक्ता शुल्क का निर्धारण किया जावेगा। वर्तमान में प्रदेश मे 19 फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण हो चुका है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने ग्राम पंचायत बिरकोनी जिला महासमुन्द, ग्राम पंचायत टेमरी जिला रायपुर, ग्राम पंचायत सारंगपुर कला जिला कबीरधाम, ग्राम पंचायत गम्हरिया जिला जशपुर, ग्राम पंचायत कोतरी जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़, ग्राम पंचायत लगरा जिला जांजगीर-चांपा, ग्राम पंचायत परसदा वेद जिला बिलासपुर, ग्राम पंचायत रूदा जिला बालोद, ग्राम पंचायत झझपुरी कला जिला मुंगेली, ग्राम पंचायत पथरिया जिला दुर्ग को डी स्लज वाहन हस्तांतरित किया। इस अवसर पर विधायक गुरु खुशवंत साहेब, प्रमुख सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग श्रीमती निहारिका बारिक सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानंद, मिशन संचालक स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) श्रीमती जयश्री जैन, आईसीआईसीआई बैंक के स्टेट हेड श्री विवेकानंद दुबे, स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे। -
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छत्तीसगढ़ में लाखों गरीबों के चेहरों पर संतोष और खुशी का भाव: मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव सायकेन्द्रीय मंत्री श्री चौहान ने की छत्तीसगढ़ के लिए 3 लाख से अधिक नए आवासों की घोषणादुर्ग के नगपुरा में मोर आवास मोर अधिकार कार्यक्रमरायपुर : केन्द्रीय कृषि पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि केन्द्र में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और राज्य में श्री विष्णु देव साय की डबल इंजन सरकार प्रदेश की तस्वीर और तकदीर बदलने के लिए पूरी निष्ठा से कार्य कर रही है। वे आज दुर्ग जिले के नगपुरा में आयोजित मोर आवास मोर अधिकार कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों के पैर पखार कर उनका अभिनंदन किया। केन्द्रीय मंत्री श्री चौहान ने छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 3 लाख 3 हजार 384 नए आवासों की घोषणा की।केंद्रीय मंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने गरीबों को आवास का वादा किया था, जो आज साकार हो रहा है। उन्होंने बताया कि देशभर में गरीबों को पक्के घर देने के इस ऐतिहासिक प्रयास के अंतर्गत छत्तीसगढ़ में अब तक 8 लाख 47 हजार मकान पहले ही स्वीकृत किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा इस योजना को और अधिक समावेशी बनाने के लिए नई पात्रता मानदंड निर्धारित किया गया है, जिनमें अब अधिकतम आय सीमा बढ़ाकर 15,000 रुपये कर दी गई है। इसके अलावा जिनके पास ढाई एकड़ सिंचित भूमि या पांच एकड़ असिंचित भूमि है, वे भी अब इस योजना के तहत पात्र होंगे। हितग्राही अब स्वयं भी अपने आवास हेतु आवेदन और सर्वेक्षण कर सकते हैं।
केन्द्रीय मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में खेती-किसानी को बढ़ावा देने की दिशा में अद्भूत काम हो रहे हैं। फसलों का उत्पादन बढ़ाने, खेती की लागत कम करने और फसल विविधिकरण पर जोर दिया जा रहा है। धान की नई-नई किस्में भी जारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि लखपति दीदी योजना के तहत महिलाओं को सशक्त बनाया जा रहा है, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था में नई जान आ रही है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने सम्बोधित करते हुए कहा कि हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने करोड़ों आवासहीन परिवारों को आवास उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना आरंभ की थी। छत्तीसगढ़ में सुशासन की सरकार आई। डबल इंजन की सरकार बनी। हमने शपथ लेने के अगले ही दिन कैबिनेट की बैठक की और 18 लाख आवास स्वीकृत कर दिये। आज इस निर्णय से छत्तीसगढ़ के लाखों हितग्राहियों के चेहरे में संतोष नजर आता है। उन्होंने जो मकान का सपना देखा था, वो अब पूरा हो रहा है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमने अपनी सरकार का एक साल पूरा कर लिया है और जनता के समक्ष एक साल का रिपोर्ट कार्ड भी प्रस्तुत किया है। हमारी परीक्षा की घड़ी शपथ ग्रहण के बाद ही शुरू हुई थी और सबसे पहला वायदा कैबिनेट की बैठक में हमने पूरा कर दिया। इससे हम लोग आश्वस्त हो गये और एक साल के भीतर ही मोदी जी की गारंटी के सभी प्रमुख वायदे हमने पूरे कर दिये हैं। शपथ के दो सप्ताह के भीतर हमने श्रद्धेय अटल जी की जयंती सुशासन दिवस के अवसर पर 13 लाख किसान भाइयों को 2 साल के बकाया धान की बोनस राशि अंतरित की। हमने वायदे के अनुरूप 3100 रुपए प्रति क्विंटल और 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान भी खरीदा। हमने पिछली बार 145 लाख मीट्रिक टन रिकार्ड धान की खरीदी की । पिछली बार किसानों के खाते में हमने कुल 49 हजार करोड़ रुपए की राशि अंतरित की। यह छत्तीसगढ़ के कृषि इतिहास में एक रिकार्ड की तरह दर्ज हो गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लगातार इस बात की मानिटरिंग कर रहे हैं कि तेजी से पीएम आवासों पर काम हो सके। गृह पोर्टल के माध्यम से जीआईएस मैपिंग और सटीक योजना तैयार की जा रही है। हमने पीएम आवास के लिए निर्माण सामग्री की आपूर्ति का जिम्मा लखपति दीदी कार्यक्रम के अंतर्गत स्वसहायता समूहों को सौंपा है। इससे महिला सशक्तिकरण में भी बड़ी मदद मिल रही है, इस काम में आवास मित्र प्रभावी रूप से हितग्राहियों की मदद कर रहे हैं जिसके चलते आवास निर्माण समय पर पूरा हो रहा है। हितग्राहियों को कम लागत पर निर्माण सामग्री उपलब्ध कराने हमने छूट कूपन की व्यवस्था की है। शिकायतों के त्वरित निराकरण के लिए टोलफ्री नंबर की व्यवस्था भी की गई है। उन्होंने कहा कि आत्मसमर्पित माओवादियों तथा नक्सल प्रभावित परिवारों के लिए 15 हजार आवास बनाने का निर्णय लिया गया है। विशेष पिछड़ी जनजातियों के विकास के लिए लाई गई पीएम जनमन योजना का क्रियान्वयन भी प्रदेश में तेजी से हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का विशेष रूप से आभार व्यक्त किया, जिन्होंने छत्तीसगढ़ के लिए 8 लाख 47 हजार नए मकानों की मंजूरी देकर प्रदेश के आवासहीन लोगों के प्रति अपनी संवेदनशीलता का परिचय दिया। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की गारंटी को पूरा करते हुए छत्तीसगढ़ में 18 लाख आवास स्वीकृत किए गए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के सामंजस्य से प्रदेश में आवास और सड़क निर्माण में अभूतपूर्व प्रगति हुई है।
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत प्रदेश के सभी पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा रहा है। पीएम जनमन योजना के तहत 32 हजार आवासों की स्वीकृति दी गई है और राज्य के हर गांव को पक्की सड़कों से जोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि 2449 किलोमीटर लंबी सड़क परियोजनाओं के तहत छत्तीसगढ़ में ग्रामीण संपर्क को मजबूत किया जा रहा है।
कार्यक्रम में रूरल मेसन प्रशिक्षणार्थियों को सामग्री का वितरण किया गया। उत्कृष्ट कार्य करने वाले ग्राम पंचायतों, जनपद पंचायतों और स्वयंसेवी संस्थाओं को सम्मानित किया गया। व्यक्तिगत शौचालय निर्माण के हितग्राहियों को प्रोत्साहन राशि और स्वच्छता किट वितरित की गई। ड्रोन दीदियों और लखपति दीदियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर उनके कार्यों की सराहना की गई। स्वामित्व योजना के तहत हितग्राहियों को अधिकार अभिलेख वितरित किए गए।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव, वन मंत्री श्री केदार कश्यप, कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम, खाद्य मंत्री श्री दयाल दास बघेल, विधायक सर्वश्री किरण देव सिंह, ललित चन्द्राकर, गजेन्द्र यादव, डोमनलाल कोर्सेवाड़ा, रिकेश सेन, ईश्वर साहू, दीपेश साहू और सुश्री भावना बोहरा सहित अनेक जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे। -
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प्रदेश की प्रगति में केन्द्र सरकार का मिल रहा है भरपूर सहयोग: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव सायदुर्ग जिले के ग्राम खपरी में तीन दिवसीय किसान सम्मेलन का शुभारंभरायपुर : केन्द्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि छत्तीसगढ़ आने वाले समय में धान के साथ-साथ सब्जी और फलों का भी कटोरा बनेगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार कृषि के साथ-साथ उद्यानिकी और बागवानी फसलों को बढ़ावा दे रही है। केन्द्रीय मंत्री श्री चौहान आज दुर्ग जिले के ग्राम खपरी में आयोजित तीन दिवसीय किसान सम्मेलन के शुभारंभ समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने की।
केन्द्रीय मंत्री श्री चौहान ने इस अवसर पर प्रगतिशील किसान संघ द्वारा निर्मित भवन का लोकार्पण तथा प्रशिक्षण केन्द्र का भूमिपूजन किया गया। साथ ही 13 जनवरी से उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के लिए 200 क्विंटल सब्जी से भरे ट्रक को झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर किसानों ने केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री चौहान को गजमाला पहनाकर तथा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। केन्द्रीय मंत्री श्री चौहान ने कहा कि छत्तीसगढ़ में किसानों को समृद्ध बनाने तथा उद्यानिकी फसलों को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन एवं अनुदान हेतु 203 करोड़ रूपए जारी किए गए हैं। उन्होंने किसानों से अरहर, मूंग, उड़द फसलों के उत्पादन करने और प्रोसेसिंग यूनिट लगाने की अपील की।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने किसान सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के विकास के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्र सरकार का भरपूर सहयोग मिल रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनते ही पहली कैबिनेट बैठक में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी को पूरा करते हुए 18 लाख आवास स्वीकृत किया गया। प्रधानमंत्री मोदी जी के वायदे को पूरा करते हुए प्रदेश के किसानों से 3100 रूपए के मान से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी कर रही है। किसानों को सशक्त और समृद्ध बनाने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। पिछले वर्ष 145 लाख मीटरिक टन धान की खरीदी की गई थी, इस वर्ष 160 लाख मीटरिक टन धान खरीदी का अनुमान है।
किसान सम्मेलन को छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम ने भी सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के किसान काफी मेहनती है और नई-नई कृषि तकनीकों को अपनाकर सशक्त और समृद्ध हो रहे हैं। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किसानों को फसलों की अच्छा कीमत दिलाने तथा उत्पादन बढ़ाने की दिशा में भी प्रयास किए जा रहे हैं। किसान सम्मेलन का आयोजन उद्यानिकी विभाग के सहयोग से छत्तीसगढ़ युवा प्रगतिशील किसान संघ द्वारा किया गया था। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, सांसद श्री विजय बघेल, विधायक श्री डोमनलाल कोर्सेवाड़ा, पूर्व विधायक श्री देवजी भाई पटेल, श्री विमल चोपड़ा, युवा प्रगतिशील किसान संघ के अध्यक्ष श्री विरेन्द्र लोहान सहित संघ के अन्य सदस्यगण तथा बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे। -
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एलपीजी गैस कनेक्शन के विस्तार से पेड़ भी सुरक्षित, वन भी सुरक्षित और पर्यावरण भी सुरक्षितमुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ इंडेन एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन द्वारा आयोजित वार्षिक सम्मेलन में हुए शामिलएलपीजी वितरकों के सम्मान समारोह में हुए शामिलरायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना से गांव-गांव में घर-घर तक एलपीजी गैस कनेक्शन पहुंचा है, जिससे हमारे पेड़ भी सुरक्षित हैं, हमारे वन भी सुरक्षित हैं और हमारा पर्यावरण भी सुरक्षित है। इससे हमारी माता - बहनें भी धुंए से होने वाली परेशानियों से सुरक्षित हैं। मुख्यमंत्री आज राजधानी रायपुर के एक निजी होटल में छत्तीसगढ़ इंडेन एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन द्वारा आयोजित वार्षिक सम्मेलन एवं एलपीजी वितरकों के सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, वन मंत्री श्री केदार कश्यप, विधायक श्री पुरंदर मिश्रा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। मुख्यमंत्री सहित अतिथियों ने 25 वर्षों से गैस कनेक्शन वितरण और रिफिलिंग का कार्य कर रहे एलपीजी वितरकों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि आप लोगों ने शुरआती चुनौती भरे दौर में लोगों को गैस कनेक्शन देने का जो कार्य किया, उसके लिए आप सभी बधाई के पात्र हैं। आज घरेलू गैस की सुविधा जिस तरह से आसान हुई है, उसके पीछे भारत सरकार के पेट्रोलियम मंत्रालय के साथ ही इस कार्य से जुड़े डिस्ट्रीब्यूटर्स की भी अहम भूमिका है। हाल के वर्षों में घरेलू गैस उपभोक्ताओं की संख्या तेजी से बढ़ी है। हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की उज्ज्वला योजना के चलते बड़ी संख्या में उपभोक्ता जुड़े। वर्तमान में इस योजना के 12 करोड़ से अधिक उपभोक्ता हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे इंडेन के डीलर शहरी क्षेत्रों में तो हैं ही, वे आदिवासी क्षेत्रों में भी पूरे लगन से अपनी सेवा दे रहे हैं। उज्ज्वला योजना आज सबसे सफल योजना इसलिए बन पाई क्योंकि इंडेन जैसी एजेंसी के डीलर्स का नेटवर्क सबसे अंदरूनी क्षेत्रों तक फैला है। आज जिन डीलर्स का सम्मान हुआ है, उन्होंने उपभोक्ता सेवा के क्षेत्र में बहुत अच्छा काम किया है। उज्ज्वला योजना ने करोड़ों महिलाओं को धुँए से मुक्ति दिलाई है। इसका श्रेय हमारे प्रधानमंत्री जी को है ही, आपको भी है जिन्होंने हर घर में समय पर इसकी डिलीवरी कराई।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अपने स्कूल के दिनों को याद करते हुए कहा कि उन दिनों वे स्वयं लकड़ी जला कर खाना बनाते थे। बरसात के दिनों में लकड़ी गीली रहती थी, तब मिट्टी तेल डाल कर लकड़ी जलाना पड़ता था, लकड़ी जलने के समय आंखे लाल हो जाती थी। हम लोगों को रिफिलिंग करने 150 किलोमीटर दूर रायगढ़ आना पड़ता था। गैस कनेक्शन के लिए डेढ़ से दो वर्ष इंतजार करना पड़ता था। सांसदों को गैस कनेक्शन दिलाने के लिए साल में 100 कूपन मिलते थे। लोगों में इसके लिए होड़ लगी रहती थी। अटल जी के शासन काल और बाद के समय में इसमें आसानी होती गई, जनता के लिए गैस कनेक्शन लेना आसान हो गया। उन्होंने आदिवासी अंचलों और ग्रामीण क्षेत्रों में रिफिलिंग का परसेंटेज बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
उपमुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री श्री विजय शर्मा ने सम्मानित होने वाले सभी वितरकों को बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में एक वर्ष में शासन - प्रशासन के कार्यों में शुचिता लाने और प्रक्रियागत परिवर्तन लाने का काम बड़े पैमाने पर हुआ है। इससे लोगों को बड़ी आसानी हुई है।
वन मंत्री श्री केदार कश्यप ने कहा कि आप लोगों की सक्रियता से घर - घर में एलपीजी गैस कनेक्शन पहुंचा, जिससे जंगलों का संरक्षण हुआ। उन्होंने कहा कि आज देश में 35 करोड़ से ज्यादा गैस कनेक्शन हैं। स्वागत भाषण एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री विकास ने दिया। इंडेन के डिविजनल एलपीजी सेल्स हेड श्री रूपेश राठौर ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर संगठन के पदाधिकारी और वितरक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।