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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री ने बच्चों का नशे की आदत से बचाव, चुनौतियां व समाधान विषय पर कार्यशाला का किया शुभारंभ
छत्तीसगढ़ बाल अधिकार संरक्षण आयोग का स्थापना दिवस
मुख्यमंत्री ने आयोग की नई वेबसाइट को किया लॉंच
बच्चों में नशे की बढ़ती आदतें न सिर्फ उनसे उनका बचपन छीन रही हैं, बल्कि उनका जीवन भी छीन रही हैं। नयी जीवन शैली में बहुत कुछ ऐसी चीजें शामिल होती जा रही हैं, जो सुविधाएं देने के साथ-साथ नये खतरे भी निर्मित कर रही हैं। इन्हीं में से एक मोबाइल फोन भी है। बड़े-बुजुर्गों की जिम्मेदारी है कि बच्चों को नशे से दूर रखें। बच्चे बड़ो को आदर्श मानते हैं और उनका अनुसरण करते है। बच्चों के सामने ऐसी छवि बनाएं, ताकि बच्चे नशे की तरफ आकर्षित न हों। यह एक महत्वपूर्ण सामाजिक दायित्व है। यह बात मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ बाल संरक्षण आयोग के स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए कही।
मुख्यमंत्री ने राजधानी के न्यू सर्किट हाउस में आयोजित इस कार्यशाला का दीप प्रज्वलन कर शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने आयोग की नई वेबसाइट को लॉंच किया। उन्होंने आम लोगों में नशे के प्रति जागरूकता लाने के लिए ब्रोशर और लईका मन के गोठ पुस्तिका का विमोचन किया। उन्होंने प्रतिभाशाली बच्चों को विभिन्न क्षेत्रों में उनकी विशिष्ट उपलब्धियों के लिए प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किया। इस अवसर पर स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री विनोद वर्मा, छत्तीसगढ़ राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिरीश देवांगन, छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती तेज कुंवर नेताम और सदस्यगण उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे समाज में बच्चों के अधिकारों का हनन इतना आम हो चुका है कि यह अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है। उन्होंने पुराने दिनों के प्रसंग को याद करते हुए बताया कि बचपन में बच्चे किसी न किसी तरह से नशे के करीब जाते हैं। जब बच्चों की उम्र बढ़ती है तो उनका आकर्षण नशे के प्रति बढ़ते जाता है और वे नशे के आदी हो जाते हैं। यह नशा बच्चे के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल की परिस्थितियां ऐसी थी कि बच्चे घर से बाहर नहीं जा पाते थे इसने बच्चों में मोबाइल की लत को बढ़ावा दिया। बच्चे ऑनलाइन गेम के साथ ऐसी चीजे भी देखते हैं जो उनके मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर डालता है। मुख्यमंत्री ने सुझाव देते हुए कहा बच्चों को मोबाइल से दूर रखना है तो बच्चों को व्यस्त रखें, उन्हें ऐसी गतिविधियों से जोडं़े जो उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखे। उन्हें खेलने के लिए प्रेरित करें। बच्चे यदि घर में हों तो हमारे पारम्परिक खेल जैसे भौरा, कंचे जैसे खेल खिलाएं और सबसे बड़ी बात ये है कि बच्चों के माता-पिता बच्चों को समय दे, तथा बच्चों के साथ खेल तथा अन्य गतिविधियों में उनके सहभागी बने। मुख्यमंत्री ने नशे के खिलाफ रायपुर, बिलासपुर और सूरजपुर में चल रहे अभियान को पूरे प्रदेश में लागू करने की भी आवश्यकता बताई।
स्कूल शिक्षा मंत्री श्री टेकाम ने कहा कि बच्चों को नशे से दूर रखने के लिए स्कूलों में औपचारिक शिक्षा दी जा रही है। शासन का प्रयास है कि स्कूलों के पास नशे की दुकान न हों। फिर भी बच्चों में नशे की लत देखने को मिलती है। इसके लिए समाज और स्वैच्छिक संस्थानों की मदद जरूरत है। काउंसलिंग, शिविर और बच्चों को सचेत करने के लिए दृश्य-श्रव्य माध्यमों का प्रयोग कर नशे के नुकसान के बारे में बताया जाना चाहिए।
आयोग की अध्यक्ष श्रीमती नेताम ने आयोग द्वारा बच्चों के संरक्षण के लिए किए जा रहे कामों को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि बच्चों को नशे से दूर रखने के लिए शासकीय प्रयासों के साथ-साथ समाज की भी जिम्मेदारी होनी चाहिए।माता-पिता के साथ परिवार के अन्य सदस्य बच्चों को जागरूक करें और नशे से होने वाली दुष्प्रभावों को बताएं। कार्यशाला में विभिन्न शासकीय विभागों और संस्थानों के अधिकारीगण शामिल हुए।
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एजेंसी
नई दिल्ली : केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना 'अग्निपथ' को लेकर युवाओं जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं। इस योजना का देश में भारी विरोध किया जा रहा है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस योजना को लेकर मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा है।
अग्निपथ - नौजवानों ने नकारा
कृषि कानून - किसानों ने नकारा
नोटबंदी - अर्थशास्त्रियों ने नकारा
GST - व्यापारियों ने नकारा
देश की जनता क्या चाहती है, ये बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नहीं समझते हैं। क्योंकि उन्हें अपने 'मित्रों' की आवाज के अलावा कुछ सुनाई नहीं देता है। हो रहे विरोध के बीच मोदी सरकार ने किया बड़ा बदलाव हालांकि, 'अग्निपथ' को लेकर हो रहे भारी विरोध के बीच मोदी सरकार ने इसमें एक बड़ा बदलाव किया है। दरअसल, सरकार ने इस योजना के तहत सेना में भर्ती की अधिकतम उम्र सीमा को पहले वर्ष 21 साल से बढ़ाकर 23 साल कर दिया है। मोदी सरकार ने दो दिन पहले ही सेना में भर्ती के लिए इस योजना का ऐलान किया था, लेकिन देश के युवा इस योजना के खिलाफ सड़कों पर उतर आए और देश के करीब 8-10 राज्यों में इस योजना के खिलाफ भारी विरोध प्रदर्शन होने लगे। क्या है अग्निपथ योजना सरकार ने दशकों पुरानी रक्षा भर्ती प्रक्रिया में परिवर्तन करते हुए थलसेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती संबंधी अग्निपथ योजना की शुरुआत मंगलवार को की थी। इस योजना के तहत एक तरह से कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर 4 साल के लिए की जाएगी। इस योजना के तहत तीनों सेनाओं में इस साल करीब 46,000 सैनिक भर्ती किए जाएंगे। चयन के लिए पात्रता आयु पहले 17.5 वर्ष से 21 वर्ष के बीच थी, लेकिन अब सरकार ने अधिकतम उम्र सीमा को 21 से बढ़ाकर 23 कर दिया है। इस योजना के तहत भर्ती किए जाने वाले जवानों को 'अग्निवीर' कहा जाएगा।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
नक्सल प्रभावित 4 जिलों में डेढ़ दशक से बंद 260 स्कूल फिर हुए शुरू
प्रदेश में 6 हजार 536 बालवाड़ियों का संचालन
रायपुर : मुख्यमंत्री ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शुरू हो रहे स्कूलों को प्री-फेब्रिकेटेट स्ट्रक्चर से बनाने के दिए निर्देश
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज अपने निवास कार्यालय से आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में प्रदेश के स्कूलों में शाला प्रवेश उत्सव का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में बटन दबाकर नक्सल प्रभावित चार जिलों- सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर और नारायणपुर में डेढ़ दशक से बंद पड़े 260 स्कूलों को फिर से शुरू किया। इन स्कूलों में 11 हजार 13 बच्चों ने प्रवेश लिया है। बीजापुर जिले में सबसे अधिक 158, सुकमा जिले में 97, नारायणपुर जिले में 4 और दंतेवाड़ा जिले में एक बंद स्कूल फिर से खोला जा रहा है। शाला प्रवेश उत्सव के साथ ही प्रदेश के प्राथमिक स्कूल परिसरों में 6 हजार 536 बालवाड़ियों को भी शुरू किया
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने छत्तीसगढ़ महतारी एवं स्वामी आत्मानंद के चित्र पर मार्ल्यापण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने इस अवसर पर नवप्रवेशी बच्चों को तिलक लगाकर, मिठाई खिलाकर मुंह मीठा कराया। बच्चों को स्कूल बस्ता, पुस्तक और गणवेश का वितरण किया। उन्होंने बच्चों से कहा कि खूब मन लगाकर पढ़े और पढ़ने के साथ ही खेल-कूद में भी हिस्सा लें। कार्यक्रम में महात्मा गांधी के आदर्शों पर आधारित स्कूलों में लगाए जाने वाले पोस्टर का विमोचन भी किया गया। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल इस मौके पर पुनः खोले जा रहे स्कूलों के पालकों और बच्चों से ऑनलाइन सीधा संवाद किया। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पुनः शुरू हो रहे स्कूलों के भवन बनाने में समय लगता है, अतः इन्हें वहां प्री-फ्रेब्रिकेटेट स्ट्रक्चर से बनाए।
मुख्यमंत्री ने शाला प्रवेश उत्सव कार्यक्रम में सभी को नए शिक्षा सत्र की बधाई देते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण दो वर्षों के दौरान बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई, लेकिन हमने यह सुनिश्चित किया कि किसी भी स्थिति में बच्चों की पढ़ाई में कोई बाधा न हो, और उनका साल खराब न जाए। उन्होंने कहा कि नए शिक्षा सत्र की शुरूआत हम बहुत सी उम्मीदों के साथ कर रहे हैं कि इस वर्ष नियमित शालाएं संचालित हो। साथ ही पिछले सत्र में पढ़ाई के हुए नुकसान की भरपाई की जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस सत्र से कुछ चयनित शालाओं में बालवाड़ी खोलने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि हमारे शिक्षक यदि इस आयु वर्ग के बच्चों का समुचित ध्यान देंगे, तो बच्चे जल्द ही विषय को आत्मसात कर सकेंगे। मुख्मयंत्री ने कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पिछले डेढ़ दशक के दौरान विभिन्न कारणों से स्कूल बंद हो चुके थे। वहां के स्थानीय नागरिक इन स्कूलों का दोबारा शुरू करने की लगातार मांग कर रहे थे। अब बंद हो चुके 260 स्कूलों का नियमित संचालन करने जा रहें हैं। इससे हजारों बच्चों के शिक्षा की बुनियाद मजबूत होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना लॉकडाउन के दौरान हमने पढ़ाई तुंहर दुआर प्लेटफार्म उपलब्ध कराया था, जिसका अच्छा उपयोग शिक्षकों, पालकों और विद्यार्थियों ने किया। उन्होंने उम्मीद जताई की नवाचार और नई प्रौद्योगिकी को अपनाने का सिलसिला आगे भी जारी रहेगा। शिक्षा को रूचिकर बनाने के प्रयासों का स्वागत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा की अधोसंरचना और गुणवत्ता बढ़ाने के लिए स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी और हिन्दी माध्यम स्कूल संचालित किए जा रहे हैं। इसके अंतर्गत प्रदेश में 171 अंग्रेजी माध्यम और 32 हिन्दी माध्यम स्कूलों का संचालन किया जा रहा है। जिन स्थानों से मांग आ रही है, उन स्थानों पर इस योजना का लाभ देने की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि शासकीय स्कूलों की उत्कृष्टता का स्तर किसी भी निजी स्कूल से कम न हो, सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य भी उज्ज्वल हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं नए शिक्षा सत्र के शुभारंभ और शाला प्रवेश उत्सव को सार्थक बनाते हुए नयी ऊर्जा और संकल्प के साथ शिक्षादान के कार्य में पूरे समर्पण के साथ जुट जाएं। सब मिलकर शिक्षित छत्तीसगढ़ बनाने में अहम भूमिका निभाएं।
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने सभी बच्चों, शिक्षकों एवं पालकों को नए शिक्षा सत्र की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि नए शिक्षा सत्र के प्रारंभ से ही हम मिशन मोड में हैं। हम बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के साथ-साथ मूलभूत सुविधा को दुरूस्त करने कृत संकल्पित हैं। शिक्षा सत्र के प्रारंभ में भी हमने लक्ष्य तय किया है कि सभी बच्चों को भाषाई ज्ञान, अंक ज्ञान के साथ-साथ पढ़ना-लिखना और बोलना आ जाए। समय-समय अपने स्तर पर उनके ज्ञान का आकलन भी करेंगे।
बीजापुर से कार्यक्रम में जुड़े प्रभारी मंत्री श्री कवासी लखमा ने कहा कि 15 वर्षों से बंद स्कूल खुलने से वहां के बच्चों में उत्साह और पालकों के चेहरे पर खुशी है। उन्होंने बंद पड़े स्कूलों को पुनः खोलने के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि सभी जनप्रतिनिधि शिक्षा के इस काम को और भी आगे बढ़ाने का काम करेंगे। कार्यक्रम में दुर्ग जिले के प्रभारी मंत्री श्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि नए शिक्षा सत्र को लेकर पालकों में काफी जागरूकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण बच्चों की पढ़ाई का जो नुकसान हुआ है उसे इस सत्र में पूरा करेंगे। कार्यक्रम को विधायक श्री विक्रम मंडावी, जिला पंचायत अध्यक्ष सुकमा श्री हरीश कवासी लखमा और दंतेवाड़ा सुश्री तुलिका कर्मा ने भी सम्बोधित किया।
मुख्यमंत्री निवास में आयोजित शाला प्रवेश उत्सव कार्यक्रम में गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया, उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल, संसदीय सचिव श्री कुंवर सिंह निषाद, श्रीमती रश्मि सिंह, विधायक श्री रामकुमार यादव और अध्यक्ष मछुआ बोर्ड श्री एम.आर. निषाद, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, स्कूल शिक्षा विभाग के विशेष सचिव श्री राजेश सिंह राणा, संचालक लोक शिक्षण श्री सुनील जैन, प्रबंध संचालक समग्र शिक्षा श्री नरेन्द्र दुग्गा, अपर संचालक एससीईआरटी डॉ. योगेश शिवहरे, जिला शिक्षा अधिकारी श्री ए.एन. बंजारा सहित स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी, संबंधित स्कूल के शिक्षक और नवप्रवेशी बच्चे उपस्थित थे
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बंद स्कूलों को दोबारा खोलने पर बस्तर के बच्चों ने मुख्यमंत्री को कहा ‘धन्यवाद कका’
गोलियों की तड़-तड़ के स्थान पर अब गांवों में अआइई... की आवाज गूंज रही
बड़ी संख्या में बरसों स्कूलों के बंद रहने से एक पूरी पीढ़ी शिक्षा से वंचित हुई, अब नए द्वार खुले
बस्तर : बस्तर संभाग के चार जिलों में सैकड़ों बंद स्कूलों को दोबारा खोले जाने पर वहां के बच्चों ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को धन्यवाद दिया है। मुख्यमंत्री के निवास कार्यालय में आज ऑनलाइन आयोजित राज्य स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव कार्यक्रम के साथ ही मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बीजापुर, सुकमा, नारायणपुर और दंतेवाड़ा जिले में पिछले 15 वर्षों में विभिन्न कारणों से बंद 260 स्कूलों को दोबारा खोलने की शुरूआत की। इनमें बीजापुर जिले के 158, सुकमा के 97, नारायणपुर के चार और दंतेवाड़ा का एक स्कूल शामिल है। इन स्कूलों में 11 हजार से अधिक बच्चे पढ़ेंगे। मुख्यमंत्री ने फिर से खुले इन स्कूलों में प्रवेशित बच्चों और उनके पालकों से आज वीडियो कॉन्फ्रेंस से बात की।
बीजापुर के प्राथमिक शाला नयापारा, पढेडा में कक्षा तीसरी में भर्ती हुए राजेश मड़ियाम ने मुख्यमंत्री को बताया कि वह पढ़ने के लिए पहले चेरपाल जाता था। घर से स्कूल बहुत दूर था। बारिश के दिनों में स्कूल आने-जाने में भारी दिक्कत होती थी। उन्होंने घर के नजदीक ही स्कूल शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री को बहुत ही भोलेपन से ‘धन्यवाद कका’ कहा। उनके पिता श्री रमेश ताती ने बताया कि कुड़ेनार ग्राम पंचायत में पिछले 17 वर्षों से स्कूल बंद था। आसपास स्कूल नहीं होने से बच्चों को पढ़ाई के लिए नदी, नाला और जंगल पार करते हुए दूर के स्कूलों में जाना पड़ता था। अब गांव में ही स्कूल खुल गया है और वहां गांव के ही शिक्षक बच्चों को पढ़ा रहे हैं।
सुकमा जिले के कोंटा के प्राथमिक शाला करीगुंडम में पांचवीं में पढ़ने वाले मड़कम दुला ने भी मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि अब घर के पास स्कूल हो जाने से अच्छा लग रहा है। पढ़ाने के लिए गुरूजी भी आ रहे हैं। उनके पिता श्री मड़कम मासा ने बताया कि दोबारा शुरू हुए स्कूल में 50 बच्चे पढ़ रहे हैं। यह स्कूल वर्ष 2006 से बंद था। मुख्यमंत्री ने नारायणपुर के प्राथमिक शाला बड़कानार में तीसरी में पढ़ने वाले सुखबेर दोदी और पहली कक्षा में प्रवेशित कु. रीता तथा दंतेवाड़ा के प्राथमिक शाला मासापारा, भांसी में कक्षा तीसरी में पढ़ रहे राकेश आयटू और कु. राखी से भी बात की। इन सभी बच्चों ने ‘धन्यवाद कका’ कहते हुए घर के पास के स्कूलों को पुनः खोलने के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने सभी बच्चों को रोज स्कूल जाने और मन लगाकर पढ़ाई करने कहा।
दंतेवाड़ा के प्राथमिक शाला मासापारा में तीसरी में पढ़ रहे राकेश आयटू के पिता श्री मनोज कुंजाम ने मुख्यमंत्री को बताया कि गांव के स्कूल को नक्सलियों ने तोड़ दिया था। बच्चों को नदी-नाला पार कर गांव से बहुत दूर पढ़ने के लिए जाना पड़ता था। उन्होंने बताया कि कुछ साल पहले जहां गांव में गोलियों की आवाज गूंजती थी, वहीं अब स्कूलों से बच्चों की पढ़ाई के समवेत स्वर गूंज रहे हैं। सुकमा जिला पंचायत के अध्यक्ष श्री हरीश लखमा ने बंद पड़े स्कूलों को दोबारा शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इन स्कूलों के बंद हो जाने से क्षेत्र की एक पूरी पीढ़ी शिक्षा से वंचित हो चुकी थी। इन्हें पुनः शुरू कर सरकार ने बच्चों के लिए नए द्वार खोले हैं।
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मुख्यमंत्री ने गोधन न्याय योजना के तहत पशुपालक ग्रामीणों, गौठानों के महिला समूहों और गौठान समितियों को किया 10.90 करोड़ रूपए का भुगतान
मुख्यमंत्री ने किसानों और ग्रामीणों से रोका-छेका अभियान में सहयोग का किया आव्हान
गोबर विक्रेताओं को अब तक 147 करोड़ रुपए का भुगतान
रायपुर : गौठान समितियों और स्व सहायता समूहों को अब तक कुल 136 करोड़ 04 लाख रुपए का भुगतान
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि गौठानों को रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में विकसित करने के लिए वहां और अधिक आर्थिक गतिविधियां संचालित करने की आवश्यकता है। इससे ग्रामीण स्वावलंबन की राह में आगे बढ़ेंगे और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज और स्वावलंबी गांवों को सपना साकार होगा।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज यहां अपने निवास कार्यालय में गोधन न्याय योजना के तहत पशुपालक ग्रामीणों, गौठानों से जुड़ी महिला समूहों और गौठान समितियों को 10 करोड़ 90 लाख रूपए की राशि के ऑनलाइन अंतरण कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री द्वारा जारी की गई राशि में 1 जून से 15 जून तक राज्य के गौठानों में पशुपालक ग्रामीणों, किसानों, भूमिहीनों से क्रय किए गए गोबर के एवज में 2.95 करोड़ रूपए का भुगतान, गौठान समितियों को 4.79 करोड़ और महिला समूहों को 3.16 करोड़ रूपए की लाभांश राशि शामिल है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गौठानों में जैविक खाद के उत्पादन के साथ महिला स्व सहायता समूहों द्वारा मुर्गी पालन, मछली पालन, मशरूम उत्पादन, सब्जी उत्पादन जैसी अनेक आर्थिक गतिविधियां संचालित की जा रही है। इसके साथ ही साथ लघु वनोपजों में वेल्यू एडिशन का काम भी किया जा रहा है। इसका फायदा हमारी बहनों को हो रहा है। इससे बहनों में जो आत्मविश्वास आया है, वो कीमती है, उसकी कीमत का आंकलन नही किया जा सकता। गौठानों में इन गतिविधियों को और बढ़ाना है, जिससे हमारे गांव-गांव में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क बने और ग्रामीण स्वावलंबी बने और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज और स्वावलंबी गांवों का सपना साकार हो। उन्होंने कार्यक्रम में किसानों और ग्रामीणों से आगामी खरीफ फसलों को पशुओं की चराई से बचाने के लिए आयोजित किए जा रहे रोका-छेका अभियान में सहयोग करने का आव्हान किया है। उन्होंने कहा कि इससे खेतों की फसल भी बचेगी और गोधन न्याय योजना से होने वाला लाभ भी बढ़ेगा।
इस अवसर पर गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह, उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल, संसदीय सचिव श्री कुंवर सिंह निषाद, विधायक श्रीमती रश्मि आशीष सिंह, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा, अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, गोधन न्याय योजना के नोडल अधिकारी श्री अयाज फकीर भाई तंबोली, संचालक कृषि श्री यशवंत कुमार, संचालक उद्यानिकी श्री माथेश्वरन, संचालक पशुपालन श्रीमती चंदन संजय त्रिपाठी भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी तक गोधन न्याय योजना के तहत 73 लाख 51 हजार क्विंटल गोबर की खरीदी कर चुके है। इसके एवज में कुल 147 करोड़ 06 लाख रुपए का भुगतान किया जा चुका है। गौठान समितियों और स्व सहायता समूहों को अब तक कुल 136 करोड़ 04 लाख रुपए का भुगतान किया जा चुका है। गोधन न्याय योजना से 2 लाख 11 हजार से अधिक ग्रामीण, पशुपालक किसान लाभान्वित हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेती-किसानी के दिन आ चुका है। नये जोश के साथ किसान तैयारी में जुट गए होंगे। मुझे पूरी उम्मीद है कि इस साल पिछले साल से ज्यादा उत्पादन करेंगे। खेती का रकबा भी इस साल और बढ़ेगा। धान का भरपूर उत्पादन छत्तीसगढ़ में हो रहा है, लेकिन अब आपको दूसरी फसलों के बारे में भी सोचना चाहिए, ताकि आप ज्यादा लाभ अर्जित कर सकें। आज खरीफ की सभी फसलों में राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत आदान सहायता की व्यवस्था कर दी गई है। किसान अपने क्षेत्र की जमीन की गुणवत्ता के अनुरूप फसलों का चयन करेंगे तो आपको ज्यादा लाभ होगा।
श्री बघेल ने कहा कि रासायनिक खाद की जगह जैविक खाद का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करें, इससे जमीन का उपजाऊपन बना रहेगा और लागत में भी कमी आएगी। छत्तीसगढ़ को रासायनिक खाद की आपूर्ति केंद्र सरकार द्वारा की जाती है। हमारे यहां जितनी मात्रा की जरूरत है, उतनी मात्रा में केंद्र से रासायनिक खाद नहीं मिल पा रही है। इसको लेकर हम लगातार प्रयास कर रहे हैं। गोधन न्याय योजना से गांव-गांव में हो रहे जैविक खाद के उत्पादन ने छत्तीसगढ़ की खेती-किसानों को बड़ा संबल दिया है। इस साल हम और बड़े पैमाने पर जैविक खाद के उत्पादन की तैयारी कर रहे हैं। मैंने अधिकारियों को ज्यादा से ज्यादा गोबर खरीदकर स्व सहायता समूहों के माध्यम से जैविक खाद बनाने के निर्देश दिए हैं। गोधन न्याय योजना से जुड़े सभी पशुपालकों, स्व सहायता समूहों और गौठान समितियों को इस बार और बड़ा लक्ष्य लेकर अपने काम को आगे बढ़ाना है। गोधन न्याय योजना की हर किश्त का भुगतान हमने आपको हमेशा समय पर किया है। पिछली किश्त मैंने 05 जून को कांकेर से जारी की थी। आज 46वीं किश्त का भुगतान रायपुर से किया जा रहा है।
कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि गौठानों की संख्या दोगुनी होने के कारण गोबर खरीदी भी दोगुनी हुई है। इसे आगे बढ़ाने की दिशा में विभाग के लोग कार्य कर रहे हैं। जब प्रदेश में दो रुपए किलो की दर से गोबर खरीदी का निर्णय लिया गया था तब किसी को यह भरोसा नहीं था कि यह ना केवल प्रदेश में बल्कि देश में इतना बड़ा अभियान बन जाएगा। अब तक 147 करोड़ रुपए की गोबर की खरीदी की गई है। गौठान समितियों ने स्वयं की राशि से 14 करोड़ रुपए का गोबर खरीदा। इस प्रकार लगभग 160 करोड़ रुपए की राशि से गोबर खरीदी की गई। हमने अपनी गौठान समितियों को लगभग 136 करोड रुपए की राशि प्रदान की। लगभग 153 करोड़ रूपए का वर्मी कंपोस्ट तैयार हुआ है। उन्होंने कहा कि गौठान में अन्य गतिविधियों से स्व सहायता समूहों को लगभग 35 से 40 करोड रुपए की अतिरिक्त आमदनी हुई है। हमारा वर्मी कंपोस्ट और अन्य गतिविधियों से जो लाभ हुआ है, वह गोबर खरीदी की राशि से अधिक है। गोधन न्याय योजना के नोडल अधिकारी श्री अयाज फकीर भाई तंबोली ने गोधन न्याय योजना की प्रगति की जानकारी दी।
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एजेंसी
पिछले 24 घंटों में 7,624 लोग कोरोना से ठीक हुए हैं. जिसके साथ ही देश में अब तक इस वायरस से सही होने वालों की संख्या 4,26,74,712 पहुंच गई है.
नई दिल्ली : कोरोना संक्रमण के मामलों में तेज उछाल आया है और पिछले 24 घंटों में 12,213 नए केस दर्ज किए गए हैं और 11 लोगों की मौत हुई है. पिछले 24 घंटों में 7,624 लोग कोरोना से ठीक हुए हैं. जिसके साथ ही देश में अब तक इस वायरस से सही होने वालों की संख्या 4,26,74,712 पहुंच गई है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार कोरोना के सक्रिया मामलों की संख्या वर्तमान में 58,215 है. रिकवरी दर वर्तमान 98.65% है, दैनिक सकारात्मकता दर 2.35% और साप्ताहिक सकारात्मकता दर 2.38% है.
राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक 195.67 करोड़ टीके की खुराक दी जा चुकी है. अब तक कुल 85.63 करोड़ परीक्षण किए गए हैं. पिछले 24 घंटों में 5,19,419 परीक्षण हुए हैं.
दिल्ली में भी बढ़ रहे हैं मामले दिल्ली में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 1,375 नए मामले सामने आए और संक्रमण दर 7.01 प्रतिशत रही है. हालांकि संक्रमण से मौत का कोई मामला सामने नहीं आया. विभाग ने अपने नए बुलेटिन में कहा है कि बुधवार को नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 19,15,905 हो गई. मृतकों की कुल तादाद 26,223 है. मंगलवार को दिल्ली में संक्रमण के 1,118 मामले सामने आए थे और संक्रमण दर 6.50 प्रतिशत रही थी.
वहीं मुंबई में बुधवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 2,293 नये मामले दर्ज किये गए, जबकि एक संक्रमित की मौत हो गई. मुंबई में 23 जनवरी के बाद से एक दिन में आये ये सर्वाधिक मामले हैं. नगर निकाय ने ये जानकारी दी. बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के बुलेटिन के अनुसार, इन अतिरिक्त मामलों के साथ मुंबई में कोविड-19 अबतक आए मामलों की संख्या बढ़कर 10,85,882 हो गयी. महानगर में अबतक 19,576 मरीजों की महामारी से जान गयी है. मुंबई में लगभग पांच महीने के बाद दैनिक मामलों की संख्या दो हज़ार के पार गयी है.
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बीजापुर, नारायणपुर, दंतेवाड़ा और सुकमा जिले के 11 हजार से अधिक बच्चों तक पहुंचेगा शिक्षा का उजियारा
छत्तीसगढ़ सरकार के विकास, विश्वास और सुरक्षा के मूलमंत्र के चलते बस्तर अंचल के वातावरण में तेजी से सकारात्मक बदलाव दिखाई देने लगा है। नक्सल प्रभावित चार जिलों में समुदाय की आकांक्षा के अनुरूप राज्य शासन द्वारा 260 स्कूलों को पुनः प्रारंभ करने का निर्णय लिया है। जिला बीजापुर में 158, सुकमा में 97, नारायणपुर में 4 और दंतेवाड़ा में एक स्कूल को फिर से खोला जा रहा है। इन स्कूलों से 11 हजार 13 विद्यार्थियों को शिक्षा सुलभ होगी। राज्य स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव के अवसर पर 16 जून को मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा इन स्कूलों को फिर से खोले जाने की घोषणा की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि लगभग 15 वर्ष पूर्व नक्सल इलाकों में 400 से अधिक स्कूलों को विभिन्न कारणों से बंद कर दिया गया था। भीतरी इलाकों में रहने वाले परिवारों को सलवा जुडूम के चलते कैम्प में रहने की सुविधा देकर सुरक्षित स्थानों में रखने का प्रयास किया गया। धीरे-धीरे ये परिवार कैम्पों से वापस अपने गांव लौटने लगे। इनके बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था स्कूलों के नष्ट हो जाने की वजह से नहीं हो पा रही थी। कुछ सुरक्षित इलाकों में शासन द्वारा पोटा केबिन खोलकर ऐसे इलाकों के बच्चों को शांत स्थलों में सड़क किनारे आवासीय सुविधा देकर पढ़ाने में सहयोग दिया गया। धीरे-धीरे स्थिति के सामान्य होने पर स्थानीय स्तर पर समुदाय द्वारा उनके गांवों में स्कूलों को पुनः संचालित करने की मांग सामने आने लगी। ऐसे स्थिति में जिन इलाकों में समुदाय से मांग आने लगी और बहुत से स्कूलों से बाह्य बच्चों की उपलब्धता मिली, वहां समुदाय के सहयोग से स्थानीय स्तर पर कच्चे स्थानीय स्तर पर उपलब्ध सामग्री से स्कूल भवन निर्मित किए गए या उपलब्ध कराए गए। जिला प्रशासन द्वारा स्थानीय खनिज मद से स्थानीय युवाओं को शिक्षादूत के रूप में बच्चों को सीखने में सहयोग देने की जिम्मेदारी दी गई। इस तरह से स्कूलों को ऐसे इलाकों में प्रारंभ करने का प्रयास किए गए।
वर्तमान में शासन द्वारा इस दिशा में संवेदनशीलता दिखाते हुए 16 जून को पूरे प्रदेश में स्कूल खुल रहे हैं और बच्चों को दर्ज करने एवं नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने प्रवेश उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसी कार्यक्रम में नक्सल प्रभावित इन चार जिलों-नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर एवं सुकमा में 260 बंद पड़े स्कूलों को पुनः प्रारंभ करने का फैसला लिया है। जिसे विषम परिस्थितियों में भी इन क्षेत्रों में बच्चों का सीखना जारी रखने में सहयोग कर रहे शिक्षादूतों की सेवाएं आगे जारी रखी जाएंगी।
इन 260 स्कूलों में सफल संचालन के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं जैसे - बच्चों को दर्ज करना, पोटा केबिन या कहीं और पढ़ रहे बच्चों को अपने परिवार के साथ रहकर करने इन स्कूलों में प्रवेश दिलवाना, इन स्कूलों में शिक्षादूतों के साथ-साथ शिक्षकों की व्यवस्था, सीखने-सीखाने के लिए सभी अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं करते हुए बच्चों को गुणवत्ता परक शिक्षा देने के सभी प्रयास किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री आज प्रदेश स्तरीय समारोह में करेंगे शाला प्रवेशत्सव का शुभारंभ-
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 16 जून को दोपहर 1.30 बजे अपने निवास कार्यालय से आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में प्रदेश के स्कूलों में शाला प्रवेश उत्सव का शुभारंभ करेंगे। मुख्यमंत्री निवास में आयोजित इस प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम का प्रदेश के चयनित मुख्य स्कूलों में सीधा प्रसारण किया जाएगा। मुख्यमंत्री कार्यक्रम में बटन दबाकर नक्सल प्रभावित चार जिलों- सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर और नारायणपुर में बंद पड़े 260 स्कूलों को फिर से शुरू करेंगे। इन स्कूलों से 11 हजार 13 बच्चों को शिक्षा का लाभ मिलेगा। बीजापुर जिले में सबसे अधिक 158, सुकमा जिले में 97, नारायणपुर जिले में 4 और दंतेवाड़ा जिले में एक बंद स्कूल फिर से खोला जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री बघेल छत्तीसगढ़ महतारी एवं स्वामी आत्मानंद के चित्र पर मार्ल्यापण कर कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल इस मौके पर पुनः खोले जा रहे स्कूलों के पालकों और बच्चों से ऑनलाइन सीधा संवाद करेंगे। स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम और बीजापुर के प्रभारी मंत्री श्री कवासी लखमा भी कार्यक्रम को सम्बोधित करेंगे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विद्यार्थियों का स्वागत और पुस्तक वितरण करेंगे।
जिला स्तरीय कार्यक्रम अपरान्ह 3 बजे से शुरू होंगे
प्रदेशव्यापी शाला प्रवेश उत्सव के मुख्य कार्यक्रम के बाद जिला स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव के कार्यक्रम 3 बजे से शुरू होंगे। जिला स्तर पर आयोजित कार्यक्रम में नव-प्रवेशित बच्चों का मिठाई, गुलाल, पुस्तक एवं गणवेश वितरण कर प्रतिभाशाली बच्चों का सम्मान एवं स्वागत किया जाएगा। अतिथियों द्वारा विभिन्न हितग्राहियों को योजनाओं का लाभ- महतारी दुलार योजना, सायकल वितरण, विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चों के लिए आवश्यक संसाधन और प्रतीकात्मक छात्रवृत्ति का वितरण किया जाएगा। जिला एवं विकासखण्ड स्तरीय अधिकारी, शाला संकुल के प्राचार्य आगामी सत्र में गुणवत्ता सुधार के लिए तैयार कार्ययोजना से समुदाय विशेषकर पालकों को परिचय कराएंगे। कार्यक्रम में चयनित बच्चों द्वारा अभिव्यक्ति एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी जाएगी। पालकों एवं शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों के बीच चर्चा होगी। कार्यक्रम को मुख्य अतिथि और विशेष अतिथियों द्वारा सम्बोधित किया जाएगा।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री ने राहुल साहू के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की
रायपुर : रास्ते अगर चट्टानी थे, तो इरादे हमारे फौलादी थे: मुख्यमंत्री श्री बघेल : देश का सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन सफल: 104 घंटे के बाद बोरवेल में फंसे राहुल साहू को सकुशल बाहर निकाला गया
मुख्यमंत्री ने राहुल साहू के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की
रायपुर : जांजगीर-चांपा जिले के मालखरौदा विकासखंड के गांव पिहरीद में बोरवेल में फंसे 11 वर्षीय बालक राहुल साहू के सफल रेस्क्यू पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने राहुल के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। स्वास्थ्य परीक्षण के लिए राहुल को ग्रीन कॉरीडोर बनाकर बिलासपुर के अपोलो अस्पताल के लिए रवाना किया गया है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि लगभग 105 घंटे तक बोरवेल में फंसे होने के बावजूद राहुल ने बहुत हिम्मत दिखाई। यह रेस्क्यू ऑपरेशन बहुत चुनौतीपूर्ण था, जिसे बचाव दलों ने बहुत धैर्य, समझदारी और साहस के साथ पूरा कर लिया है। श्री बघेल ने कहा कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, एसईसीएल, छत्तीसगढ़ राज्य पुलिस, भारतीय सेना, चिकित्सा दल और प्रशासनिक अधिकारियों समेत बचाव दल में शामिल हर टीम और हर व्यक्ति ने संयुक्त रूप से कर्त्तव्यनिष्ठा का पालन करते हुए राहुल को बोरवेल से निकालने का दुष्कर कार्य कर दिखाया।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बोरवेल में फंसे श्री राहुल साहू के सकुशल बाहर आने पर खुशी व्यक्त करते हुए ट्वीट में लिखा है कि ‘‘माना कि चुनौती बड़ी थी, पर हमारी टीम भी कहाँ शांत खड़ी थी। रास्ते अगर चट्टानी थे, तो इरादे हमारे फौलादी थे।’’ उन्होंने कहा कि सभी की दुआओं और रेस्क्यू टीम के अथक, समर्पित प्रयासों से राहुल साहू को सकुशल बाहर निकाल लिया गया है। वह जल्द से जल्द पूर्ण रूप से स्वस्थ हो, ऐसी हमारी कामना है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि राहुल और उसके परिजनों पर आए संकट को लेकर मैं व्यक्तिगत रूप से भी बहुत चिंतित था। मैं पल-पल का अपडेट ले रहा था। मैंने राहुल के परिजनों से फोन पर बातचीत करके उन्हें भरोसा दिलाया था कि हम हर संभव प्रयास करेंगे। इस घटना ने खुले छोड़ दिए गये बोरों को लेकर एक बार फिर सभी को सचेत किया है। मैंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे ऐसे खतरनाक बोरों को बंद करना सुनिश्चित करें।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जांजगीर-चांपा : राज्य के जांजगीर-चांपा जिले में बोरवेल के गड्ढे में फंसे राहुल को निकालने रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। NDRF, SDRF व प्रशासन की टीम राहुल को सुरक्षित निकालने में जुटी है।
इस बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने अधिकारिक ट्विटर में ट्विट कर एनडीआरएफ टीम की तारीफ करते हुए कहा कि विपरीत परिस्थितियों के बावजूद जारी है राहुल को बाहर निकालने की जंग। टॉर्च की रोशनी में भीतर चट्टानों को ड्रील मशीन से काटने के लिए झुककर, घुटने के दम पर काम कर रहा एनडीआरएफ।
बता दे कि जांजगीर-चांपा जिले में बोरवेल के गड्ढे में फंसे राहुल को निकालने रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीम 4 दिनों से काम कर रही है। वे राहुल के काफी करीब है, लेकिन बार-बार चट्टान बाधा बन रही है।...
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विश्व रक्त दान दिवस के अवसर पर लोगों से रक्त दान कर लोगों का जीवन बचाने की अपील की है। श्री बघेल ने कहा है हर साल 14 जून को विश्व स्वास्थ्य संगठन सहित पूरी दुनिया द्वारा रक्तदान को बढ़ावा देने और रक्तदान के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से विश्व रक्त दान दिवस मनाया जाता है।
श्री बघेल ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस वर्ष दुनियाभर के लोगों से एकजुटता के साथ रक्त दान करने और जीवन बचाने कहा है। आज भी कई बार आकस्मिक परिस्थितियों में लोगों को सरलता से रक्त उपलब्ध नहीं हो पाता है। आपात स्थितियों, बीमारी, दुर्घटना सहित प्रसव मामलों में जीवन रक्षा के लिए रक्त की जरूरत होती है। श्री बघेल ने कहा कि रक्तदान महादान के महत्व को जन-जन समझें। रक्त देने में किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होता। रक्त देना जीवन रक्षा और पुण्य का काम हैं।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जशपुर/विधानसभा-पत्थलगांव -
- मुख्यमंत्री ने पत्थलगांव में शासन की महत्वाकांक्षी योजना गोधन न्याय योजना राजीव गांधी किसान न्याय योजना और कार्यक्रमों की समीक्षा की।
- मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक में कहा कि उद्यानिकी के क्षेत्र में भी नयी संभावनाएं बनी हैं। जशपुर जिले में लीची का उत्पादन पहले ही होता आया है, अब बस्तर संभाग में भी लीची उत्पादन की संभावना बनी है। जशपुर जिले में चाय की खेती हो रही है, तो बस्तर संभाग में कॉफी का उत्पादन हो रहा है। जशपुर और बस्तर दोनों ही जगहों पर काजू का उत्पादन हो रहा है। इन सभी की वैल्यू एडिशन करने की जरूरत है।
- महुआ इंग्लैंड भेजा जा रहा है, किसानों आदिवासियों को योजनाओं का लाभ मिल रहा है।
- खरसिया से पत्थलगांव 91 किमी 147 करोड़ की लागत से छग विकास निगम के अंतर्गत स्वीकृत कर लिया गया है।
- पत्थलगांव में गाड़ियों के फिटनेस के लिए कैंप खुलेगा ताकि ट्रांसपोर्टरों को बार-बार जशपुर ना जाना पड़े।
- मुख्यमंत्री ने पत्रकारों के साथ सेल्फी ली।
- मुख्यमंत्री ने पत्थलगांव में किया रूद्राक्ष का पौधारोपण।
- मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने पत्थलगांव में 94 करोड़ 35 लाख 73 हजार रुपए के कुल 156 कार्य का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। इनमें 42 करोड़ 62 लाख 11 हजार रूपए के 56 कार्यों का लोकार्पण एवं 51 करोड़ 73 लाख 62 हजार रूपए के 100 कार्यों का शिलान्यास शामिल है।
- मुख्यमंत्री श्री बघेल ने पत्थलगाँव के खाटू श्याम मंदिर में पूजा अर्चना कर क्षेत्र, राज्य और देश के लोगों की समृद्धि की कामना की। उन्होंने मंदिर के परिक्रमण कर मंदिर के निर्माण के सबंध में जानकारी ली। समिति के सदस्यों द्वारा मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह भेंट किया।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज पत्थलगांव में 94 करोड़ 35 लाख रुपए के कुल 156 कार्य का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया.
मुख्यमंत्री ने 42 करोड़ 62 लाख रूपए 56 कार्याें का लोकार्पण एवं 51 करोड़ 73.लाख रूपए के 100 कार्यों का शिलान्यास किया.
जशपुर : इसमें पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के 5 कार्य, लोक निर्माण संभाग पत्थलगांव के 26 कार्य, कृषि विभाग के 3 कार्य, स्वास्थ्य विभाग के 2 कार्य, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के 2, जल संसाधन विभाग के 2, अक्षय ऊर्जा विभाग के 1, जिला योजना एंव सांख्यिकी विभाग 4, आदिम जाति कल्याण विभाग के 1, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग जशपुर के 9, पुलिस विभाग के 1 कार्य का लोकार्पण शामिल है। इसी प्रकार भूमिपूजन के लिए लोक निर्माण संभाग पत्थलगांव 4 कार्य, क्रेडा विभाग के 2, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के 90 कार्य तथा आदिम जाति कल्याण विभाग के 4 कार्य शामिल है।
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पत्थलगांव(जशपुर ) : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने पत्रकारवार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि कल मैंने पत्थलगांव विधानसभा क्षेत्र में बटईकेला, बागबहार और पत्थलगांव में लोगों से भेंट-मुलाकात की और शासन की योजनाओं का फीडबैक लिया...
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने पत्रकारवार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि कल मैंने पत्थलगांव विधानसभा क्षेत्र में बटईकेला, बागबहार और पत्थलगांव में लोगों से भेंट-मुलाकात की और शासन की योजनाओं का फीडबैक लिया।
मैं अब तक 20 विधानसभा में जा चुका हूं। जैसा कि आप लोगों को मालूम है कि साढ़े 03 वर्षों में शासन द्वारा किए गए विकास कार्यों का फीड-बैक लेने के लिए यह भेंट-मुलाकात कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
मैं सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में पहुंचकर लोगों से बातचीत कर रहा हूं और स्वयं भी जमीनी स्तर पर निरीक्षण कर योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी ले रहा हूं।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्यानिकी के क्षेत्र में भी नई संभावनाएं बनी हैं, जशपुर जिले में लीची का उत्पादन पहले ही होता आया है, अब बस्तर संभाग में भी लीची उत्पादन की संभावना बनी है।
- जशपुर जिले में चाय की खेती हो रही है, तो बस्तर संभाग में कॉफी का उत्पादन हो रहा है। जशपुर और बस्तर दोनों ही जगहों पर काजू का उत्पादन हो रहा है। इन सभी की वैल्यू एडिशन करने की जरूरत है।
- यहां का महुआ इंग्लैंड भेजा जा रहा है, किसानों, आदिवासियों को योजनाओं का लाभ मिल रहा है।
- सार्वभौम पीडीएस लागू है, हर व्यक्ति को राशन मिले ये मैने सुनिश्चित किया है।
- जशपुर में सड़कों की दिक्कत है, इसे मैं मानता हूं, ठेकेदार के कारण परेशानी हुई।
- खरसिया से पत्थलगांव 91 कि.मी. 147 करोड़ की लागत से छत्तीसगढ़ विकास निगम के अंतर्गत स्वीकृत कर लिया गया है।
- सिंचाई में हो रही समस्या को दूर करने और सिंचाई व्यवस्था को अधिक सुलभ बनाने के लिए मैने एनीकट निर्माण की घोषणा की है।
- मैने कोयला मंत्री से कहा कि रायल्टी क्यूं नहीं बढ़ा रहे, हमारा तो नुकसान ही नुकसान है।
- हमारे पास डीएवीपी खाद की कमी है, लेकिन हमारी निर्भरता रासायनिक खाद से कम हो रही है, हम खुद खाद बना रहे हैं।
- राज्य सरकार इनपुट सब्सिडी में कोई कमी नहीं करेगी, आगे भी ये जारी रहेगा।
- भारत सरकार जितना एमएसपी बढ़ाएगी उतना ही किसानों को लाभ होगा।
- पत्थलगांव में गाड़ियों के फिटनेस के लिए कैंप खुलेगा ताकि ट्रांसपोर्टरों को बार-बार जशपुर ना जाना पड़े।- मैने कोयला मंत्री से कहा कि रायल्टी क्यूं नहीं बढ़ा रहे, हमारा तो नुकसान ही नुकसान है।
- हमारे पास डीएपी खाद की कमी है, लेकिन हमारी निर्भरता रासायनिक खाद से कम हो रही है, हम खुद खाद बना रहे हैं।
- राज्य सरकार इनपुट सब्सिडी में कोई कमी नहीं करेगी, आगे भी ये जारी रहेगा।
- भारत सरकार जितना एमएसपी बढ़ाएगी उतना ही किसानों को लाभ होगा। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बताए रोजगार के तरीके
जशपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल अपने प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात अभियान की कड़ी में आज जशपुर जिले के पत्थलगांव विधानसभा अंतर्गत बटईकेला पहुंचे। मुख्यमंत्री श्री बघेल यहां जब भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में ग्रामीणों से चर्चा कर रहे थे, तभी ग्रामीण महिला बुधमती बाई चौहान ने मुख्यमंत्री को बताया कि क्षेत्र में स्टील प्लांट लगना प्रस्तावित है, लेकिन उन्हें अपने क्षेत्र में स्टील प्लांट नहीं चाहिए। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि, अगर स्टील प्लांट को लेकर प्रस्ताव ग्राम सभा में पारित नहीं होगा तो प्लांट नहीं लगेगा।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में 14 हजार से अधिक शिक्षकों की भर्ती तीन साल के भीतर हुई है। वहीं अन्य विभागों में भी बड़ी संख्या में लगातार नौकरियां दी जा रही हैं। किसानों की आय को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते साढ़े तीन साल में छत्तीसगढ़ सरकार ने अनेक अभिनव योजनाएं शुरू की हैं, जिससे राज्य में कृषि की ओर रुझान बढ़ा है और इससे कृषि का रकबा बढ़ने के साथ किसानों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ में 65 प्रकार के वनोपज की समर्थन मूल्य पर खरीदी, गोबर खरीदी जैसे अभिनव पहल के बाद गौठानों को रुरल इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में विकसित किया जा रहा है, जहां अनेक तरह के आजीविकामूलक गतिविधियों का संचालन हो रहा है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़वासियों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार लगातार कवायद कर रही है। कोरोना काल में जब पूरे देश में आर्थिक गतिविधियां ठप पड़ गई थीं, लोगों को काम नहीं मिल रहा था, तब छत्तीसगढ़ में मनरेगा के काम अनवरत रूप से जारी रहा, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी संख्या में लोगों को काम मिला। राज्य खनिज संसाधनों से समृद्ध है, ऐसे में छत्तीसगढ़ में रोजगार की अनेक संभावनाएं हैं। यदि उद्योग लगेंगे तो लोगों को रोजगार मिलेगा। आज छत्तीसगढ़ में सबसे कम बेरोजगारी दर है।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जशपुर : भेंट मुलाकात कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री पत्थलगांव के बटईकेला ग्राम पहुंचे. मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने देखा कि एक छोटा बच्चा हैलीकाप्टर देखने के लिए हैलीपैड के पास खड़ा है. मुख्यमंत्री ने बच्चे को पास बुलाया और उससे बात कर उसका नाम पूछा . बच्चे ने अपना नाम अजय यादव बताया. अजय ने बताया कि वो स्वामी आत्मानंद स्कूल में पहली कक्षा में पढ़ता है. मुख्यमंत्री पहली कक्षा के बच्चे के वाक्पटुता से प्रभावित हुए और उससे कहा कि खूब अच्छे से पढ़ना।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
जशपुर : पत्थलगांव विधानसभा के बटईकेला में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा की गई घोषणाएं
प्रेमनगर में घुघरी नदी एवं महादेव मुड़ा में एनीकट निर्माण करने की घोषणा।
डोकड़ा ग्राम में 32 केवी का बिजली उपकेंद्र की स्थापना की घोषणा।
डोकड़ा ग्राम में स्टाफ आवास के निर्माण की घोषणा।
खुटेला ग्राम में ग्रामीणों की मांग पर नवीन स्कूूल भवन के निर्माण की घोषणा।
कांसाबेल ब्लाक में इंडोर स्टेडियम के निर्माण की घोषणा।
बटईकेला में 25 लाख रूपए की लागत से सामुदायिक भवन बनाने की घोषणा।
महादेव डांड में पुलिस चौकी स्थापित करने की घोषणा।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
किसान श्री फणीधर यादव, रघुनाथपुर ने मुख्यमंत्री को बताया कि मैने डेढ़ लाख का लोन लिया था। खेती किसानी का पूरा लोन माफ हो गया। राजीव गांधी किसान न्याय योजना का लाभ मिल रहा है। उसने मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया।
जशपुर : महिला किसान श्रीमती मुक्ति देवी ने बताया कि उसकी ज़मीन तीन एकड़ की है, 80 हज़ार रुपए का ऋण माफ़ हुआ है।
उसने 60 कट्टा धान बेचा है जिसका पूरा पैसा 43 हजार रुपए मिल गया है। राजीव गांधी कृषि न्याय योजना की किश्त भी मिल गई है।
मुख्यमंत्री ने पूछा कि पैसे से क्या किए यो उन्होंने किसान ने बताया की ट्रेक्टर लेने की योजना है।
जागेश्वर ने बताया कि भूमिहीन कृषक न्याय योजना का लाभ मिल रहा है, अभी 2000 मिला है। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस बार से 7000 रुपए मिलेगा।
मिथाइल तिर्की ने बताया कि उसे पौने एक एकड़ का वन अधिकार पट्टा मिला है।
प्रमिला भगत ने बताया कि उनका समूह वनोपज ख़रीदी करते हैं। उन्होंने इमली 13 क्विंटल और अमचूर 55 किलो ख़रीद है।
शकुंतला पैकरा, अम्बिका स्व-सहायता समूह ने बताया कि उन्हें गोधन न्याय योजना का लाभ मिल रहा है।
गोबर खाद बनाकर हमारे समूह ने 3 लाख 83 हज़ार रुपए में बेच दिया है। बचत खाते में दो लाख हैं, बाँकी बाँट लिए हैं।
हम मुर्गी, बकरी, बटेर पालन भी करते हैं। सुर पालन भी कर रहे हैं।
अंजुला बेक, टेढ़वाँ पंचायत ने बताया कि गाँव में गौठान बना है। गोबर ख़रीदी हो रही है, हम मुर्गीपालन भी कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सबसे पहले जब हमारी सरकार बनी तो किसानों का ऋण माफी किया।
स्वामी आत्मानन्द अंग्रेजी माध्यम स्कूल शासन की योजनाओं में से एक अच्छी योजना है। गरीब से गरीब बच्चों को भी वे सभी सुविधाएं मिलनी चाहिए, जो शहरी बच्चों को मिलती है।
अच्छे नागरिक बनने के लिए अच्छे स्कूलों का होना भी जरूरी है
स्वामी आत्मानंद, कांसाबेल में पढ़ रही आठवीं की छात्र फैज आलम ने बताया कि फैसिलिटी से बहुत फायदा हुआ है। अच्छे टीचर हैं। बढ़िया लैब है।
वहीं पूजा यादव 10वीं की छात्र ने बताया कि पढ़ाई बहुत अच्छी है।
साक्षी सिंह कुशवाहा ने बताया की उसने अभी 97.8% अंक लाई है। अच्छे स्कूल खुलने से पढ़ाई अच्छी हुई है, साक्षी बड़े होकर IAS बनना चाहती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने शासकीय नौकरी में 14 हज़ार से अधिक टीचर की भर्ती की है और कई विभागों में नौकरी मिल रही है।
हमने किसानों की आय को बढ़ाने के लिए कई योजनाएं शुरू की, तब रक़बा भी बढ़ा और किसानों की संख्या भी बढ़ी।
वनोपज ख़रीदी, गोबर ख़रीदी, गौठान में आजीविका से सम्बंधित गतिविधियों का संचालन किया।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल पुलिस लाइन हेलीपैड से सरगुजा संभाग के जशपुर जिले के पत्थलगांव विधानसभा क्षेत्र में भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के लिए रवाना
मुख्यमंत्री आज कांसाबेल विकासखंड के ग्राम बटईकेला और पत्थलगांव विकासखंड के ग्राम बागबहार में आम जनता से भेंट मुलाकात करने के बाद पत्थलगांव पहुंचेंगे
मुख्यमंत्री पत्थलगांव में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल का निरीक्षण करेंगे तथा पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी की प्रतिमा का अनावरण करेंगे
मुख्यमंत्री रात्रि विश्राम पत्थलगांव में करेंगे और इस दौरान वे विभिन्न प्रतिनिधि मंडलों से मुलाकात करेंगे
भेंट मुलाकात कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज जशपुर जिले के पत्थलगांव विधानसभा के दौरे पर
शासकीय योजनाओं की करेंगे समीक्षा, स्थानीय लोगों से करेंगे बात
पत्थलगांव विधानसभा में 93 करोड़ रूपए की लागत के 155 विकास कार्यों का मुख्यमंत्री करेंगे भूमिपूजन और शिलान्यास
बटईकेला शिव मंदिर में करेंगे पूजा अर्चना
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का करेंगे निरीक्षण
पत्थलगांव विधानसभा के बटईकेला ग्राम में होगी पहली भेंट मुलाकात