दुर्ग : डीएमएफ मद से खरीदी गई पांच एंबुलेंस संजीवनी साबित हुई, कोरोना से निपटने में बनी बड़ी मददगार
- रिस्पांस टाइम को बेहतर करने में मिली मदद, स्वास्थ्य अमले को अधिक गतिशील करने में हुई सफल
- रूटीन की एंबुलेंस पर बोझ हुआ कम, लोगों को मिल रहा बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ
दुर्ग 22 मई : पिछले साल डीएमएफ की बैठक में स्वास्थ्य सुविधाओं को अग्रणी रखने के लिए लाये गए प्रस्तावों का लाभ अब नजर आने लगा है। पिछले साल की बैठक में प्रमुख स्वास्थ्य केंद्रों में एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया था और इसके अंतर्गत पांच एबंलेंस का क्रय लगभग 58 लाख रुपए की लागत से किया गया था। इनके क्रय किये जाने से कोरोना संकट की उपयोगिता में इनकी भूमिका साबित हुई है। कोरोना पीड़ितों को एंबुलेंस के माध्यम से रायपुर एम्स पहुंचाने, आइसोलेशन के लिए रखे जाने वाले मरीजों को तुरंत आइसोलेशन केंद्र पहुंचाने में एवं स्वास्थ्य अमले द्वारा मौके पर पहुंच कर व्यापक स्वास्थ्य जांच अभियान करने में इनकी बड़ी भूमिका रही है।

जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाक्टर गंभीर सिंह ने बताया कि डीएमएफ के माध्यम से अधोसंरचना को बेहतर करने में हमें बड़ी मदद मिली है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में रिस्पांस का महत्व काफी होता है। किसी मरीज की जानकारी मिलती है और आप उस तक कितने तेजी से अपनी पहुंच बना पाते हैं और उसको केयर देना आरंभ करते हैं इस कार्य में आपकी सफलता निहित है। इन एंबुलेंस के माध्यम से हमें बड़ी मदद मिली है क्योंकि स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़ी चुनौती रहती है। कोरोना के साथ ही हम लोग डेंगू नियंत्रण के लिए भी काम कर रहे हैं। बड़ा स्वास्थ्य अमला चैबीस घंटे सक्रिय है इसके साथ ही हमें यह भी ध्यान में रखना है कि रूटीन में आने वाले गंभीर मरीजों को भी एंबुलेंस की सुविधा मिल सके। डीएमएफ के माध्यम से यह पहल हुई और इससे जिले में अधोसंरचना काफी उन्नत हुई।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल डीएमएफ में सबसे ज्यादा स्वास्थ्य की बेहतरी पर जोर दिया गया था। स्वास्थ्य पर प्रशासन के पूरे फोकस का असर दिख रहा है। कोरोना संक्रमण को थामने के प्रयासों के साथ ही डेंगू के प्रभाव को भी रोकने की दिशा में इससे बड़ी मदद मिली है।
इस बार भी स्वास्थ्य का पूरा ध्यान- डीएमएफ के सदस्य सचिव श्री अरुण वर्मा ने बताया कि इस बार भी स्वास्थ्य पर पूरा जोर दिया गया है। 12 विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति का प्रस्ताव रखा गया। सिविल अस्पताल सुपेला मं शिशु रोग विशेषज्ञ एवं एमडी मेडिसीन तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उतई एवं अहिवारा में 2 स्त्री रोग विशेषज्ञ, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुम्हारी में एक स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं एक निश्चेतना विशेषज्ञ तथा जिला चिकित्सालय में पैथोलाजिस्ट की संविदा नियुक्ति का प्रस्ताव रखा गया। जहां पर पद स्वीकृत नहीं हैं वहां लैब टेक्नीशियन और स्टाफ नर्स की नियुक्ति के लिए प्रस्ताव रखा गया। सिविल अस्पताल सुपेला एवं 5 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में सोनोग्राफी मशीन का प्रस्ताव रखा गया। साथ ही जिला चिकित्सालय में सर्जिकल वार्ड को जीर्णोद्धार कार्य में अतिरिक्त संशोधित प्रस्ताव इस बार बैठक में रखा गया।
Leave A Comment