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 जशपुरनगर : टिड्डी दल से बचाव के लिए किसान भाई बंधु पारम्परिक उपाए अपना सकते हैं

विभिन्न ध्वनि विस्तारक यंत्र और धुएं के माध्यम से टिड्डी दल को भगाने में मिलेगी मदद
पुलिस थान, राजस्व विभाग, कृषि विभाग, ग्राम पंचायत अन्य किसी सरकारी कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं

जशपुरनगर 01 जून : कृषि विभाग के उप संचालक श्री एम.आर. भगत ने जिले में ग्रामीण स्तर पर टिड्डी दल के नियंत्रण, बचाव के लिए परंम्परागत उपाए बताया गया है। इनमें कृषि भाई-बंधुओं को सुझाव दिया गया है कि टिड्डी दल से दिन रात अपने खेतों की निगरानी करते रहे हैं। टिड्डी दल से बचाव के लिए किसान भाई टोली बनाकर विभिन्न तरह के ध्वनि विस्तारक यंत्रों से आवाज कर उनकों अपने खेतों तक आने से रोक सकते हैं। अपने खेत में पटाखे फोड़कर, थाली बजाकर, ढोल नगाड़े बजाकर, डीजें बजाकर, खाली टीन के डब्बे से शोर मचाकर आवाज कर सकते हैं।

 कृषि अधिकारी ने बताया कि टेªक्टर के साईलेंसर निकालकर चालू करके भी तेज ध्वनि कर सकते हैं। शोर से टिड्डी दल आस-पास के खेतों में आक्रमण नहीं कर पाती। टिड्डी दल का समूह जब भी आकाश में दिखाई पड़े तो उनके उतरने से रोकने के लिए तुरंत अपने खेतों के आसपास मौजूद घास-फूस से धुंआ अथवा आग जलाना चाहिए। जिससे टिड्डी दल आपके खेत में न बैठकर आगे निकल जाए। उन्होंने कहा है कि किसान भाई अपने आस पास टिड्डी दल देखें या उनके बारे में कुछ खबर मिले तो, पुलिस थान, राजस्व विभाग, कृषि विभाग, ग्राम पंचायत अन्य किसी सरकारी कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।
 

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