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नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में बदमाशों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। सोमवार सुबह दिल्ली में बीजेपी नेता और आरटीआई कार्यकर्ता जुल्फिकार कुरैशी की गोली मारकर हत्या कर दी गई।इसके साथ ही उनके बेटे पर भी वार हुआ, जिसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। वैसे तो घटना के तुरंत बाद ही पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी थी, लेकिन अभी तक ना तो बदमाशों का कुछ पता चला है और ना ही पुलिस की ओर से कोई अधिकारिक बयान आया है।
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में बदमाशों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। सोमवार सुबह दिल्ली में बीजेपी नेता और आरटीआई कार्यकर्ता जुल्फिकार कुरैशी की गोली मारकर हत्या कर दी गई।इसके साथ ही उनके बेटे पर भी वार हुआ, जिसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। वैसे तो घटना के तुरंत बाद ही पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी थी, लेकिन अभी तक ना तो बदमाशों का कुछ पता चला है और ना ही पुलिस की ओर से कोई अधिकारिक बयान आया है।
यूपी में हुई थी ऐसी वारदात
आपको बता दें कि पिछले महीने ऐसी ही वारदात यूपी के फिरोजाबाद में हुई थी। उस दौरान बीजेपी के मंडल उपाध्यक्ष डीके गुप्ता अपनी दुकान बंद करके घर जा रहे थे, तभी वहां पहुंचे बदमाशों ने उन्हें गोलियों से भून दिया और फरार हो गए।घटना के बाद उन्हें आगरा के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां पर उनकी मौत हो गई। घटना से नाराज लोगों ने फिरोजाबाद में हाईवे जाम कर प्रदर्शन भी किया था। -
हमलावर ने डॉक्टर के बच्चों पर भी हमला किया, लेकिन वे बच गए. डॉक्टर सिंघल के पति अजय सिंघल एक सर्जन है और हत्या के वक्त वह अस्पताल में थे.
आगरा: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के आगरा (Agra) में एक महिला डॉक्टर की घर में घुसकर दिनदहाड़े चाकू मारकर हत्या (Murder) करने का मामला शुक्रवार दोपहर को सामने आया. इस घटना से इलाके में सनसनी और दहशत फैल गई है. आरोप है कि एक शख्स सेट टॉप बॉक्स रिचार्ज करने के बहाने घर में घुसा और वारदात को अंजाम दिया. आरोपी ने पेशे से डेन्टिस्ट डॉक्टर निशा सिंघल पर चाकू से हमला किया और उनका गला रेत दिया. जिस वक्त यह वारदात हुई निशा सिंघल के दोनों बच्चे घर के दूसरे कमरे में थे. उनका एक बच्चा आठ साल और दूसरा 4 साल का है.
हमलावर ने डॉक्टर के बच्चों पर भी हमला किया, लेकिन वे बच गए. डॉक्टर सिंघल के पति अजय सिंघल एक सर्जन हैं और हत्या के वक्त वह अस्पताल में थे. मामले के जानकारी मिलने के बाद वह घर पहुंचे और अपनी पत्नी को लेकर अस्पताल गए, जहां महिला डॉक्टर की मौत हो गई.
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी की पहचान कर ली है. आरोपी का नाम शुभम पाठक बताया जा रहा है. आज सुबह पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने बताया कि केबल टीवी तकनीशियन बनकर सिंघल के घर में दाखिल होने वाला आरोप उनके घर को लूटना चाहता था.
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, आरोपी डॉक्टर सिंघल की हत्या करने और बच्चों पर हमला करने के एक घंटे बाद तक घर में ही रहा.
समाजनवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस घटना पर दुख जताया. उन्होंने ट्वीट में लिखा, "आगरा के एक व्यस्त रिहायशी इलाके में एक महिला डॉक्टर के घर में घुसकर गला रेतकर उसकी हत्या किये जाने की घटना से प्रदेश स्तब्ध है. भाजपा सरकार भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने व विपक्षियों को झूठे मुक़दमों में फँसाने में लगी है. सरकार टीवी पर प्रचार की जगह, उप्र में अपराध पर विचार करे." -
मुंबई : ड्रग रोधी जांच एजेंसी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने मशहूर कॉमेडियन भारती सिंह (Bharti Singh) और उनके पति हर्ष लिंबाचिया के मुंबई स्थित आवास पर शनिवार सुबह छापेमारी की. छापेमारी के बाद एनसीबी पूछताछ के लिए दोनों को दफ्तर ले गई है. छापेमारी के दौरान एनसीबी को भारती सिंह के घर से "बहुत कम मात्रा में Cannabis" बरामद हुआ है. एनसीबी भारती सिंह की पति हर्ष को अपनी गाड़ी में ले गई जबकि भारती सिंह पीछे लाल मर्सिडीज से एनसीबी दफ्तर पहुंचीं. भारती और हर्ष को NCB दफ्तर लाया गया. भारती का कहना है कि उन्हें केवल पूछताछ के लिए बुलाया गया है.
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, एनसीबी मुंबई के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने कहा कि नशीले पदार्थ के बारे में पूछताछ के लिए एनसीबी ने उन्हें और उनके पति दोनों को हिरासत में लिया है.
समाचार एजेंसी पीटीआई ने एनसीबी अधिकारी के हवाले से कहा, "सिंह का नाम एक ड्रग पैडलर से पूछताछ के दौरान सामने आया है और उनके घर की तलाशी लेने पर "कम मात्रा में कैनाबिस" मिला है. अधिकारी ने कहा कि एनसीबी ने मुंबई में दो अन्य जगहों पर भी छापेमारी की.
एनसीबी के सूत्रों के मुताबिक, भारती सिंह और उनके पति पर प्रतिबंधित ड्रग्स लेने का आरोप है. छापेमारी की यह कार्रवाई ऐसे समय की गई है जब एनसीबी फिल्म एवं मंनोरंजन उद्योग में ड्रग्स के कथित इस्तेमाल को लेकर अपनी जांच के दायरे को बढ़ा रहा है. यह जांच एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत से शुरू हुई.
इस महीने की शुरुआत में एनसीबी ने एक्टर अर्जुन रामपाल (Arjun Rampal) के घर में छापा मारा और उनको और उनकी गर्लफ्रेंड गैब्रिएला डेमेट्राइडस को पूछताछ के लिए समन भेजा था. अर्जुन रामपाल (Arjun Rampal) की लिविंग पार्टनर गैब्रिएला से लगातार 2 दिन 6-6 घंटे की पूछताछ की गई जबकि खुद अर्जुन रामपाल से पिछले हफ्ते 6 घंटे पूछताछ हुई. गैब्रिएला के भाई एगिस को एनसीबी पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है.
अर्जुन रामपाल ने एनसीबी की पूछताछ के बाद बताया था कि उनका ड्रग्स से कोई लेना-देना नहीं है, इस मामले में उनके कुछ परिचित लोगों की गिरफ्तारी हुई है इसलिए उनसे भी पूछताछ की जा रही है. उन्होंने कहा, "मेरे घर पर पाई जाने वाली दवा परामर्श की गई थी और उसके पर्चे मिल गए हैं और उन्हें एनसीबी अधिकारियों को सौंप दिया गया है. एनसीबी के अधिकारी अच्छा काम कर रहे हैं, मैं जांच में उनका सहयोग कर रहा हूं."
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दक्षिण 24 परगना : पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के कुलताली इलाके में काली पूजा को लेकर कई दिनों से चल रहे मेले में शुक्रवार रात एक बड़ा घटित हुआ है।
बताया जाता है कि बैलून में हवा भरने के दौरान गैस सिलेंडर में ब्लॉस्ट हो गया जिसके बाद उसमे तीन लोग घायल हो गए। घायलों को फिलहाल इलाज के लिए कोलकाता के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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नई दिल्ली : दीवाली के बाद दिल्ली और महाराष्ट्र समेत देश के कई राज्यों में कोरोना वायरस (COVID-19) के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। ऐसे में यहां एक बार फिर पाबंदियां लागू हो सकती हैं।कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण गुजरात की राजधानी अहमदाबाद में शुक्रवार से सोमवार सुबह तक 57 घंटे के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है। वहीं मध्य प्रदेश के गृह मंत्री ने भी बढ़ते मामलों के कारण लॉकडाउन लागू करने के संकेत दिए हैं। बता देंं कि देश में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना के 45 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं।
दिल्ली में गुरुवार को कोरोना के साढ़े सात हजार से ज्यादा मामले सामने आए और लगभग 90 लोगों की मौत हो गई। एक महीने पहले कि स्थिति की बात करें तो प्रतिदिन लगभग एक हजार मामले सामने आ रहे थे और मरने वालों की संख्या 30 के करीब थी। कोरोना के मामलों में आई इस उछाल को लेकर दिल्ली सरकार से लेकर केंद्र सरकार तक चिंतित है।
केंद्र ने इसे लेकर 10 समितियों का गठन किया है। केजरीवाल सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं। शादी समारोह में केवल 50 लोगों के शामिल होने की अनुमति दी गई है। मास्क न लगाने पर जुर्माना 500 से बढ़ाकर दो हजार कर दिया गया है। दिल्ली सरकार ने बड़े बजारों को बंद करने का भी केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा था। ऐसे में अगर स्थिति नहीं सुधरती है तो लॉकडाउन एक मात्र विकल्प बचता है। हालांकि, दिल्ली सरकार ने साफ कर दिया है कि लॉकडाउन लागू करने का अभी कोई विचार नहीं है।
महाराष्ट्र में बढ़ने लगे मामले, बीएमसी के स्कूल 31 तक बंद
महाराष्ट्र में गुरुवार को कोरोना के 5500 से ज्यादा मामले सामने आए और 154 लोगों की मौत हो गई। मुंबई में इस दौरान पिछले एक हफ्ते में सबसे ज्यादा 924 नए मामले सामने आए। अप्रैल के बाद 16 नवंबर को सबसे कम 409 मामले सामने आए थे। इसके बाद मामले एक बार फिर बढ़ने लगे। 17 नवंबर को 541 मामले सामने आने के बाद अगले दिन 871 मामले सामने आ गए। ऐसे में बीएमसी के सभी स्कूलों को 31 दिसंबर तक बंद रखने का फैसला लिया गया है। ये स्कूल 23 नवंबर को खुलने थे। मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने इसकी जानकारी दी है।
मध्य प्रदेश में लागू हो सकता है लॉकडाउन
मध्य प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना के 1300 से अधिक नए मामले सामने आए। राज्यों की राजधानी भोपाल और इंदौर समेत कई शहरों में दीवाली के बाद मामले बढ़ गए हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बैठक बुलाई है। जानकारी के अनुसार जिन इलाकों में ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं, वहां के लिए नई गाइडलाइन जारी हो सकती है। लॉकडाउन के भी संभावनाओं से इन्कार नहीं किया जा सकता है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा इसके संकेत दे चुके हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामले चिंता का विषय हैं। सबको सावधान रहने की जरूरत है। सरकार ने बढ़ते मामलों के मद्देनजर सभी विकल्प खुले रखे हैं।
अहमदाबाद में कर्फ्यू
गुजरात में अहमदाबाद कोरोना का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बनकर उभरा है।यहां बढ़ते मामलों के कारण कर्फ्यू लागू करने का फैसला लिया गया है। शुक्रवार रात नौ बजे से सोमवार सुबह छह बजे तक कर्फ्यू लागू होगा। राज्य में गुरुवार को 13 सौ से ज्यादा मामले सामने आए।
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21 नवम्बर को विश्व मात्स्यिकी दिवस पर नई दिल्ली में होंगे सम्मानित
मुख्यमंत्री तथा कृषि मंत्री ने छत्तीसगढ़ को गौरवान्वित करने वाले मत्स्य कृषकों एवं संस्थाओं को दी बधाई और शुभकामनाएं
छत्तीसगढ़ राज्य के दो मत्स्य कृषकों को मछली पालन के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय कार्यों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत एवं सम्मानित किया जाएगा। 21 नवंबर को विश्व मात्स्यिकी दिवस के अवसर पर भारत शासन द्वारा ए.पी. सिम्पोजियम हॉल, पूसा कैंपस नई दिल्ली में आयोजित समारोह में यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
इसमें छत्तीसगढ़ राज्य के मेसर्स एम.एम.फिश सीड़ कल्टीवेशन प्राइवेट लिमिटेड, माना, जिला रायपुर को बेस्ट फिशरीज इन्टरप्राइजे़स के तहत् दो लाख रूपए का नगद पुरस्कार तथा प्रशस्ति पत्र एवं मेसर्स एम.आई.के कम्पनी, सिहावा, जिला धमतरी को बेस्ट प्रोप्राईटरी फर्म संवर्ग के तहत् एक लाख रूपए का नगद पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र दिया जायेगा।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल तथा कृषि एवं जल संसाधन मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने मत्स्य पालन के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ को गौरवान्वित करने वाले मत्स्य कृषकों एवं संस्थाओं को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने कहा है कि छत्तीसगढ़ राज्य में मछली पालन के क्षेत्र में प्रदेश के मत्स्य कृषक नवीनतम तकनीक को अपनाते हुए सफलता अर्जित कर रहे हैं। मत्स्य बीज उत्पादन के क्षेत्र में प्रदेश आत्मनिर्भर हैं। विगत दो वर्षो में प्रदेश में 13 प्रतिशत की वृद्धि के साथ मत्स्य बीज उत्पादन 251 करोड़ स्टैण्डर्ड फ्राई से 267 करोड़ स्टैण्डर्ड फ्राई का उत्पादन में किया हैं।देश में राज्य का मत्स्य बीज उत्पादन के क्षेत्र में छठवां स्थान हैं। राज्य के मत्स्य कृषक प्रदेश में आवश्यक मत्स्य बीज प्रदाय करने के अतिरिक्त मध्यप्रदेश, उड़ीसा, महाराष्ट्र, आध्रप्रदेश एवं बिहार प्रदेशों को भी निजी क्षेत्र द्वारा मत्स्य बीज की आपूर्ति कर रहे हैं। यह छत्तीसगढ़ के लिए गौरव की बात है।
संचालक मछली पालन ने बताया कि आधुनिक तकनीक का उपयोग कर राज्य के मत्स्य कृषक 6-7 मेट्रिक टन तक मत्स्य उत्पादन प्राप्त कर रहे हैं। विगत दो वर्षो में प्रदेश में 9 प्रतिशत की वृद्धि के साथ मत्स्य उत्पादन 4.89 लाख मिटरिक टन से 5.31 लाख मिटरिक टन का उत्पादन हुआ हैं। देश में राज्य का मत्स्य उत्पादन के क्षेत्र में भी छठवां स्थान हैं।
राज्य में विगत दो वर्षो में मत्स्य कृषकों द्वारा स्वयं की भूमि पर 1000 तालाबों का निर्माण कर पंगेशियस प्रजाति का उत्पादन किया जा रहा है। प्रदेश के प्रगतिशील मत्स्य कृषक एवं जिला कांकेर के कृषकों द्वारा समूह में तालाबों का निर्माण कर विशेषकर पंगेशियस मत्स्य प्रजाति का नवीनतम तकनीक के साथ-साथ पूरक आहार का उपयोग कर 60-70 मेट्रिक टन प्रति हेक्टेयर तक मत्स्य उत्पादन प्राप्त कर रहे हैं जिससे प्रदेश वासियों को स्वस्थ्य प्रोटीन युक्त ताजा आहार उपलब्ध हो रहा हैं।राज्य में मत्स्य उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि हेतु तीव्र बढ़वार वाली मत्स्य ‘‘तिलापिया‘ का उत्पादन प्रारंभ हो चुका है। निजी क्षेत्र में एक तिलापिया बीज उत्पादन हेतु हैचरी रायपुर में स्थापित की गई हैं प्रदेश में प्रति दिवस लगभग 20 टन तिलाबिया की मांग है। तिलापिया मत्स्य का निर्यात अन्य राज्यों जैसे केरल, उत्तर प्रदेश, मघ्य प्रदेश को किया जा रहा है। प्रदेश में इस वर्ष 3.00 करोड़ तिलापिया मत्स्य बीज निजी क्षेत्र में उत्पादित किया गया है।
राज्य के मध्यम एंव बड़ेे जलाशयों में मत्स्य की शत्-प्रतिशत प्राप्ति सुनिश्चित करती है केज कल्चर तकनीक। इस तकनीक में जलाशयों में 6x4x4 मीटर के केज बनाकर तीव्र बढ़वार वाली मत्स्य जैसे कि ‘पंगेशियस‘ एवं ‘तेलापिया‘ का पालन किया जाता है। प्रति केज 3000-5000 किलो मत्स्य उत्पादित की जाती है। अब तक प्रदेश के 11 जिलों में 1400 केज स्थापित हो चुके है।
प्रदेश के सबसे बड़े जलाशय हसदेव बांगो, कोरबा में 1000 केज की परियोजना स्वीकृत की गई है। इन्हें स्थापित कर प्रति हितग्राही 05-05 केज की इकाई एक-एक हितग्राही को मत्स्य पालन हेतु आबंटित की जावेगी। उक्त केज स्थानीय अनुजनजाति के मत्स्य पालकों को प्रदाय कर शासन की ओर से 40 से 60 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है। इसमें डुबान क्षेत्र में आने वाले व्यक्तियों को प्राथमिकता दी जावेगी।
प्रदेशवासी मछलीपालन के क्षेत्र में क्रियान्वित नवीनतम तकनीक जैसे एकीकृत मत्स्य पालन, सघन मत्स्य पालन, पंगास पालन, रिसर्कलेटरी एक्वाकल्चर सिस्टम (आर.ए.एस.) तकनीक के माध्यम से कम क्षेत्र एवं कम जलक्षेत्र में पानी को निरन्तर परिशुद्धि कर मत्स्य पालन अपनाकर सफलता अर्जित कर रहे हैं, जिससे प्रदेश का मत्स्य उत्पादन निरंतर बढ़ रहा है। प्रदेश की आर.एस.ए. तकनीक का अन्य प्रदेश से मछलीपालन अधिकारी एवं प्रगतिशील मत्स्य कृषक यहाँ प्रयोग की नई तकनिकों का अध्ययन एवं परीक्षण कर प्रेरणा प्राप्त कर रहे हैं।
प्रदेश में नवीनतम तकनीक से कम क्षेत्र में छोटी-छोटी टंकिया स्थापित कर कम जलक्षेत्र में परिपूरक आहार का उपयोग कर मछली पालन कर अधिक उत्पादन लेने हेतु बायोफ्लॉक तकनीक संचालित किये जाने हेतु शासन द्वारा इस वर्ष से मत्स्य कृषकों को प्रोत्साहन करने हेतु योजना स्वीकृत की गई है। जिसके तहत् प्रदेश वासियों को राशि 7.50 लाख रूपए लागत की इकाई स्थापना पर लागत राशि पर 40 प्रतिशत आर्थिक सहायता दिया जाने का प्रावधान रखा गया है। -
उत्तरी दिल्ली के मजनू का टीला इलाके से एक महिला ड्रग विक्रेता को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि सोमवार को पुलिस इलाके में गश्त कर रही थी, तभी रात करीब साढ़े आठ बजे मजनू का टीला के अरुणा नगर में एक संदिग्ध महिला दिखी।पुलिस को देखते ही महिला वहां से भागने की कोशिश करने लगी लेकिन पुलिस ने उसका पीछा कर उसे पकड़ लिया। महिला के पास से103 ग्राम चरस बरामद किया गया। जब्त चरस की बाजार में कीमत 10 लाख रुपये है।
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प्रयागराज : प्रतापगढ़ में गुरुवार देर रात भीषण सड़क हादसा हो गया। लखनऊ प्रयागराज हाइवे पर तेज रफ़्तार अनियंत्रित बोलेरो खड़े ट्रक में जा घुसी। हादसे में 14 बारातियों की दर्दनाक मौत हो गई।हादसे में मरने वालों में पांच किशोर भी हैं।प्रतापगढ़ के एसपी अनुराग आर्य ने हादसे की पुष्टि की है। उन्होंने चालक के झपकी आ जाने से हादसा होने की आशंका जताई है। उधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रतापगढ़ हादसे पर दुख जताया है।सीएम योगी आदित्यनाथ ने वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर पहुंचने और पीड़ितों को हर संभव सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया है।
कुंडा से नवाबगंज थानाक्षेत्र में गई थी बरात
गुरुवार को कुंडा थाना क्षेत्र के चौसा जिरगापुर गांव के संतराम यादव के लड़के की बरात नवाबगंज थाना क्षेत्र के शेखवापुर गई थी। जयमाल के बाद देर रात कुछ बराती बोलेरो से लौट रहे थे। रात करीब एक बजे देशराज इंदारा के पास खड़े ट्रक में बोलेरो पीछे से घुस गई। टक्कर इतनी तेज थी कि आवाज से आसपास के लोग घटनास्थल की ओर भागे और पुलिस को सूचना दी।सूचना पर पहुंची पुलिस टीम ने घायलों को सीएचसी पहुंचाया। हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई, जिनमें सात बच्चे भी शामिल हैं। कुंडा कोतवाल ने बोलेरो सवार 14 लोगों की मौत की पुष्टि की है। हादसे से घटनास्थल पर अफरातफरी मच गई थी।
हादसे के बाद बोलेरो को गैस कटर से काटकर मृतकों को निकाला गया
बोलेरो में कुछ लोग फंसे हुए थे, जिनको गैस कटर की मदद से बाहर निकाला गया। कुंडा कोतवाल डीपी सिंह ने बोलेरो में बैठे सभी 14 लोगों की मौत की पुष्टि की है।मृतकों में दिनेश कुमार, पवन कुमार, दयाराम, अमन कुमार, राम समुझ, अंश, गौरव कुमार, नान भैया, सचिन, हिमांशु, मिथलेश कुमार, अभिमन्यु, पारसनाथ की पहचान हो पाई है। घटनास्थल पर देर रात एसपी अनुराग आर्य भी पहुंचे। उधर हादसे की खबर बरात में पहुंची तो अफरा तफरी मच गई।
चल बसे चार सगे भाई
कुंडा थाना क्षेत्र के चौसा जिरगापुर गांव के दो-दो सगे भाई इस भीषण दुर्घटना के शिकार हो गए। इस गांव के श्रीनाथ के बेटे दिनेश और नान भइया भी बोलेरो से लौट रहे थे। लौटते समय दिनेश ने घरवालों को फोन करके आने की सूचना भी दी थी कि वह कुछ ही देर में घर पहुंच रहा है।कौन जानता था कि यह उसकी स्वजनों से आखिरी बातचीत है। ऐसा ही इसी गांव के रहने वाले दिनेश कुमार के बेटे पवन और अमन के साथ भी हुआ, दोनों इस दुर्घटना में मौत के गाल में समा गए।
शवों को ट्रैक्टर पर लादकर भेजा गया जिला अस्पताल
एसपी अनुराग आर्या घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने मृतकों के स्वजनों से बात की और सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजने को कहा। देर रात सभी 14 मृतकों के शवों को ट्रैक्टर से लादकर जिला अस्पताल भेजा गया।
मृतकों में ये हैं शामिल
1. बबलू पुत्र रामनाथ निवासी जीरगापुर
2. दिनेश कुमार पुत्र श्रीनाथ
3. पवन कुमार पुत्र दिनेश कुमार
4. दयाराम पुत्र छोटेलाल
5. अमन कुमार पुत्र दिनेश कुमार
6. रामसमुझ पुत्र बैजनाथ
7. अंश पुत्र कमलेश
8. गौरव कुमार पुत्र राम मनोहर
9. नान भैया पुत्र श्रीनाथ
10. सचिन पुत्र राम समुझ
11. हिमांशु पुत्र राम भवन
12. मिथिलेश कुमार पुत्र दशरथ लाल
13. अभिमन्यु पुत्र रमेश चंद्र
14. बोलेरो चालक बड़े राम निवासी मानिकपुर हैं। -
रायपुर : पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों के ऐसे नियमित छात्र जो मार्च 2020 माह में कोरोना महामारी की दहशत व भय के कारण वार्षिक परीक्षा देने से वंचित रहे थे, उनकी स्पेशल परीक्षाएं लेने में अब विश्वविद्यालय आनाकानी व टालमटोल कर रहा है। जबकि दीपावली पर्व बीत चुका है। इससे अनेक छात्रों का भविष्य भंवर में है। इनमें से कई परीक्षार्थी ऐसे हैं जो पिछले पूर्व वर्षों में यूनिवर्सिटी टॉपर रहे हैं।
विप्र फिजिकल एजुकेशन महाविद्यालय रायपुर के बी.पी.इ. चतुर्थ वर्ष के छात्र अभिजीत भार्गव व वीपीआई तृतीय वर्ष के छात्र मुदित पिछले लगातार तीन वर्षों में इस संकाय में टॉपर रहे या टॉप 3 में रहे। यह छात्र शैक्षणिक सत्र 2019-20 में 1 मार्च से 20 मार्च के दौरान कोरोना महामारी के भय से उक्त वार्षिक परीक्षा में बैठने से वंचित रह कर परीक्षा से अनुपस्थित रहे।
पर जब छात्र हित में कोरोना महामारी के कारण परीक्षा से वंचित रहे इन छात्रों की विशेष परीक्षाएं लिए जाने की मंशा केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री ने प्रकट की तो यह छात्र पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार श्री गिरीश कांत पांडे से मिले एवं उन्हें अपना आवेदन दिया। इस पर रजिस्ट्रार ने दीपावली के बाद स्पेशल परीक्षा लेने का आश्वासन दिया।
पर अब यह छात्र विश्वविद्यालय के लगातार चक्कर काट रहे हैं पर विश्वविद्यालय ऐसे कई छात्रों की परीक्षाएं लेने से हिचकिचा रहा है। इस बारे में रजिस्टर व कुलपति एवं उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारी कुछ भी स्पष्ट कहने से कतरा रहे हैं। छात्र संघर्ष मोर्चा के संयोजक मुदित भार्गव का कहना है कि इस कारण छात्रों का भविष्य संकट में होने से परीक्षा से वंचित छात्रों में तीव्र आक्रोश व असंतोष व्याप्त है।
(मुदित भार्गव)संयोजकछात्र संघर्ष मोर्चामो. 7987047684 -
राजधानी दिल्ली में पिछले एक हफ्ते में आए कोरोना संक्रमण के मामलों पर गौर करें तो यहां पर 12 नवबंर यानी पिछले गुरूवार से 18 नवंबर तक 43 हजार 109 नए मामले आ चुके हैं, जबकि इसी दौरान 715 लोगों की मौत हो गई.
राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामलों ने चिंता बढ़ाकर रख दी है. यहां पर बुधवार को कोरोना के 7,486 नए मामले सामने आए. इसके बाद राजधानी में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 5 लाख के पार कर गई है. जबकि, इस महामारी से बुधवार को रिकॉर्ड 131 लोगों की मौत हो गई. यहां दिल्ली में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की एक दिन में सबसे ज्यादा संख्या है.
राजधानी दिल्ली में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों के चलते यहां के अधिकतर अस्पतालों के आईसीयू बेड फुल हो चुके हैं. यहां पर कोरोना से स्थिति की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एक दिन पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 663 नए आईसीयू के बेड दिल्ली के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में जोड़ने जा रहे हैं. कोरोना की इस भयावहता के बाद केन्द्र से लेकर दिल्ली सरकार तक कई कदम उठा रही है.
एक हफ्ते में आए 43,109 नए केस 715 की मौत
दिल्ली में पिछले एक हफ्ते में आए कोरोना के मामलों पर गौर करें तो यहां पर 12 नवबंर यानी पिछले गुरूवार से 18 नवंबर तक 43 हजार 109 नए मामले आ चुके हैं जबकि इसी दौरान 715 लोगों की मौत हो गई. आइये तारीख वार देखते हैं इस हफ्ते कब कितने केस आए-
18 (बुधवार) 7,486- 131
17(मंगलवार) 6396- 99
16(सोमवार) 3797-99
15(रविवार) 3235-95
14(शनिवार) 7340-96
13(शुक्रवार) 7802-91
12 (गुरुवार) 7053-104
जाहिर है कोरोना के ये आंकड़ें इस वक्त राजधानीवासियों को डरा रहे हैं. इससे पहले 11 नवंबर को रिकॉर्ड 8 हजार 593 नए मामले सामने आए. हालांकि, कोरोना में इस तरह का इजाफा पहले से ही माना जा रहा था, उसकी वजह है त्याहारी मौसम और प्रदूषण. ऐसे में जिस तरह से कोरोना के नए केस आ रहे हैं और राजधानी दिल्ली के अस्पतालों में आईसीयू बेड फुल होने के चलते दिल्ली सरकार को इसे बढ़ने के लिए तत्काल कदम उठाने को मजबूर होना पड़ा है.मुख्यमंत्री अरविंद ने बुधवार को कहा कि दिल्ली के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में अगले कुछ दिनों में 663 नए आईसीयू बेड जोड़े जाएंगे. स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के साथ पूर्वी दिल्ली में जीटीबी अस्पताल का दौरा करने के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमने जीटीबी अस्पताल के डॉक्टरों के साथ बैठक की और वे अगले दो दिनों में 238 आईसीयू बेड जोड़ने पर राजी हो गए. इसके अलावा अगले कुछ दिनों में दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में 663 आईसीयू बेड जोड़े जाएंगे.’’ -
नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश में 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती मामले पर उच्चतम न्यायालय (सुप्रीम कोर्ट) ने बुधवार (18 नवंबर) को बड़ा फैसला सुनाया है।कोर्ट के इस फैसले पर हजारों शिक्षामित्रों की निगाहें टिकी थी, लेकिन इस फैसले के बाद कोर्ट से उन्हें झटका लगा है। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने यूपी शिक्षा मित्र एसोसिएशन द्वारा दायर अपील को खारिज कर दिया। इतना ही नहीं, कोर्ट ने शिक्षा मित्र को संबंधित परीक्षाओं में भाग लेने के लिए एक अंतिम मौका दिया।
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने यह फैसला इलाहाबाद हाई कोर्ट के उस फैसले को सही ठहराते हुए दिया है, जिसमें राज्य सरकार के मौजूदा कट ऑफ (60/65) को सही ठहराया गया है।सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए फैसले में कहा कि इन शिक्षामित्रों को भर्ती का एक और मौका अगली भर्ती में दिया जाए। बता दें कि 69 हज़ार शिक्षक भर्ती मामले में पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 19 सितंबर को 31661 पदों को एक हफ्ते में भरने का निर्देश दिया था। अब सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बाकी बचे हुए 37,339 पदों पर भर्ती का रास्ते भी साफ हो गया है।कोर्ट में शिक्षामित्रों ने दी थी ये दलील छात्रों के एक गुट का कहना था कि सरकार का परीक्षा के बाद कट ऑफ निर्धारित करना गलत है। छह मार्च को इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने यूपी सरकार के फैसले को सही मानते हुए भर्ती प्रक्रिया को तीन महीने के अंदर पूरी करने का आदेश दिया था। मगर शिक्षामित्रों ने कट ऑफ मार्क्स को लेकर इसका विरोध किया और इलाहाबाद उच्च न्यायालय के फैसले को शीर्ष अदालत में चुनौती दी थी।कितने शिक्षामित्र 40-45 कट ऑफ पर हुए पास शिक्षामित्रों का कहना है कि लिखित परीक्षा में टोटल 45,357 शिक्षामित्रों ने फॉर्म डाला था, जिसमें से 8,018 शिक्षामित्र 60-65 प्रतिशत के साथ पास हुए लेकिन इसका कोई डाटा नहीं है कि कितने शिक्षामित्र 40-45 के कटऑफ पर पास हुए। इसी वजह से 69 हजार पदों में से 37,339 पद रिजर्व करके सहायक शिक्षक भर्ती की जाए या फिर पूरी भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगाई जाए।
पेपर के बीच में बढ़ाया कटऑफ उनकी दलील है कि असिस्टेंट टीचर की भर्ती परीक्षा में सामान्य वर्ग के लिए कटऑफ 45 फीसदी और रिजर्व कैटगरी के लिए 40 फीसदी रखा गया था। लेकिन पेपर के बीच में उसे बढ़ा दिया गया और उसे 65-60 फीसदी कर दिया गया। ये गैर कानूनी कदम है क्योंकि पेपर के बीच में कटऑफ नहीं बढ़ाया जा सकता है। -
भारतमाला योजना: भू-स्वामियों को मुआवजा राशि का शीघ्र भुगतान का आग्रह
राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण, उन्नयन, पुर्ननिर्माण के लिए 11024.39 करोड़ रूपए के प्रस्तावित कार्यो की स्वीकृति का अनुरोध
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज नागपुर प्रवास के दौरान केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर छत्तीसगढ़ राज्य में तीन नये राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री नईदिल्ली के प्रवास के पश्चात नागपुर पहुंचे थे। उन्होंने यहां केन्द्रीय मंत्री श्री गडकरी से मुलाकात कर उन्हें दीपावली पर्व की शुभकामनाएं दी और राज्य में सड़क विकास से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श किया।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने छत्तीसगढ़ राज्य में भोपालपट्नम-तारलागुड़ा मार्ग के डामरीकरण, रायपुर शहर के टाटीबंध में फ्लाईओव्हर और पतरापाली कटघोरा मार्ग के उन्नयन के लिए श्री गडकरी को धन्यवाद दिया।मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय राजमार्ग और सैद्धांतिक राष्ट्रीय राजमार्गों के चौड़ीकरण, उन्नयन, पुर्ननिर्माण हेतु 11024.39 करोड़ रूपए के प्रस्तावित कार्यो को स्वीकृति प्रदान करने का आग्रह किया।श्री बघेल ने भारतमाला योजना के अंतर्गत रायपुर- दुर्ग बायपास के भू-अर्जन के संबंध में केन्द्रीय मंत्री को अवगत कराया कि भारत सरकार द्वारा भू-स्वामियों को भू-अर्जन की राशि का भुगतान नहीं हो रहा है, जिससे भू-स्वामियों में रोष है। इन भू-स्वामियों को शीघ्र मुआवजा राशि का भुगतान कराने का भी उन्होंने आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने बताया कि चांपा - कोरबा-कटघोरा मार्ग अत्यंत खराब स्थिति में है।यह राष्ट्रीय राजमार्ग औद्योगिक नगरी कोरबा को जोड़ता है। जल्द ही सड़क निर्माण एजेंसी नियुक्त कर निर्माण कार्य शुरू कराया जाए। इसके अलावा पिरियोडिकल रिनिवल में वर्ष 2020-21 में आबंटन 50 करोड़ रूपए किए जाने, रायगढ़-सरायपाली राष्ट्रीय राजमार्ग के बंद पड़े कार्य को पुनः प्रारंभ कराने और रायपुर से धमतरी मार्ग के निर्माण की गति को तेज कराने का भी उन्होंने अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने केन्द्रीय परिवहन मंत्री से छत्तीसगढ़ राज्य में तीन नये राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का आग्रह किया। इनमें रायगढ़ - घरघोड़ा- धरमजयगढ़- पत्थलगांव मार्ग, अम्बिकापुर - वाड्रफनगर - बम्हनी - रेनूकूट - बनारस मार्ग और पंडरिया - बजाग - गाड़ासरई मार्ग शामिल हैं।श्री बघेल ने बताया कि ये मार्ग आदिवासी बहुल क्षेत्रों से गुजरते हैं। इसके अलावा ये मार्ग भारतमाला प्रोजेक्ट के अंतर्गत प्रस्तावित मार्गों को भी जोड़ते हंै। इन मार्गों में यातायात घनत्व की सघनता है। इन मार्गों को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने से राज्य के आदिवासी बहुल क्षेत्रों का तेजी से विकास होगा।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने राज्य में वर्ष 2019-20 में चौड़ीकरण एवं उन्नयन हेतु चिन्हित पांच नई सड़कों को वर्ष 2020-21 की वार्षिक कार्ययोजना में शामिल कर स्वीकृति प्रदान करने का भी आग्रह किया।उन्होंने बताया कि ये सड़कें मार्च 2020 के अंत में लाॅकडाउन लगने के कारण स्वीकृत नहीं हो सके थे। उनकी फिर से स्वीकृति आवश्यक है। उन्होंने बताया कि इन सड़कों में मुंगेली से पण्डरिया मार्ग, मददंमुड़ा से देवभोग, अभनपुर से पोण्डमार्ग, झलमला-बालोद-शेरपार मार्ग, जयनगर में आरओबी निर्माण शामिल है।इन सड़कों की कुल लंबाई 148 किलोमीटर और इनकी कुल लागत 1414 करोड़ रूपए है। इन सड़कों के लिए डी.पी.आर. तैयार कर केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग को भेजा गया है। -
नक्सलवाद को खत्म करने बस्तर अंचल में रोजगार के अवसर बढ़ाने का किया आग्रहबस्तर में लगने वाले स्टील प्लांट्स को 30 प्रतिशत डिस्काउंट पर लौह अयस्क देने की मांग कीनक्सल प्रभावित क्षेत्रों में संचार सुविधा बढ़ाने मोबाइल टावरों की होगी स्थापनागृहमंत्री ने नक्सल मोर्चे पर छत्तीसगढ़ को हरसंभव मदद का दिया आश्वासन
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने बस्तर अंचल में नक्सल समस्या को जड़ से समाप्त करने के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने का आग्रह किया है।इस दौरान नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में संचार सुविधा बढ़ाने, बस्तर में सीआरपीएफ की दो और बटालियन की तैनाती सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। जिस पर गृह मंत्री ने जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया है।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि बस्तर अंचल में लौह अयस्क प्रचुरता से उपलब्ध है। यदि बस्तर में स्थापित होने वाले स्टील प्लांट्स को 30 प्रतिशत डिस्काउन्ट पर लौह अयस्क उपलब्ध कराया जाए, तो वहां सैकड़ों करोड़ का निवेश तथा हजारों की संख्या में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर निर्मित होंगे।उन्होंने कहा कि कठिन भौगोलिक क्षेत्रों के कारण बड़े भाग में अभी तक ग्रिड की बिजली नहीं पहुंच पाई है। सौर उर्जा संयंत्रों की बड़ी संख्या में स्थापना से ही आमजन की उर्जा आवश्यकता की पूर्ति तथा उनका आर्थिक विकास संभव है।मुख्यमंत्री ने वनांचलों में लघु वनोपज, वन औषधियां तथा अनेक प्रकार की उद्यानिकी फसलें के प्रसंस्करण एवं विक्रय की व्यवस्था के लिए कोल्ड चेन निर्मित करने अनुदान दिये जाने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने राज्य के बस्तर अंचल के सातों आकांक्षी जिलों में आजीविका के साधनों के विकास हेतु कलेक्टरों को कम से कम 50-50 करोड़ रूपये की राशि प्रतिवर्ष दिए जाने की मांग की।मुख्यमंत्री ने बस्तर के विकास के लिए एनएमडीसी का निजीकरण नहीं करने की बात कही, जिस पर गृह मंत्री ने विचार करने का आश्वासन दिया है।मुख्यमंत्री ने आजीविका विकास, नक्सल क्षेत्रों में बैंकों, सड़कों, आधारभूत संरचनाओं के विकास संबंधी मुद्दों पर गृहमंत्री से चर्चा की। इसके साथ ही विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए भारत सरकार के गृह मंत्रालय के अधिकारियों और छत्तीसगढ़ के अधिकारियों की रायपुर में जल्द ही बैठक भी नियत की गई है।मुलाकात के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह ने सुझावों और आग्रह पर गंभीरता पूर्वक विचार कर मांगों को पूरी करने का आश्वासन दिया है।इस अवसर पर मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी भी उपस्थित थे।
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बिहार : बिहार के वैशाली में छेड़छाड़ का विरोध करने पर कथित रूप से युवती को ज़िंदा जला देने के मामले में आखिरकार पुलिस ने 17 दिनों बाद एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने 17 दिनों के बाद नामजद मुख्य आरोपी चन्दन को गिरफ्तार किया है। वहीं दो अन्य आरोपियों की गिरफ्तरी के लिए पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है।
इधर आरोपियों द्वारा जिंदा जलाई गई युवती का परिवार ने अंतिम संस्कार कर दिया। पुलिस के आश्वासन के बाद परिवार ने धार्मिक रीति के अनुसार उसे दफना दिया। आपको बता दें कि 30 अक्टूबर की सुबह तीन लड़कों ने युवती से छेड़खानी की और विरोध करने पर किरासन छिड़क कर उसे जिंदा जला दिया। पीएमसीएच में रेफर होने के बाद 15 नवम्बर को उसकी मौत हो गई थी।
महिला संगठन सामने आयाइधर जिन्दा जलायी गई 20 वर्षीय युवती के हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर महिला संगठनों से जुड़ी महिलाएं सामने आई हैं। हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं होने पर अखिल भारतीय एसोसिएशन और बिहार महिला समाज ने निंदा करते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की है। ऐपवा की राष्ट्रीय महासचिव मीना तिवारी ने कहा कि पुलिस द्वारा अपराधियों को संरक्षण देना बंद होना चाहिए।
परिजनों से की मुलाकातउन्होंने बताया कि भाकपा माले और अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (ऐपवा) की एक टीम ने वैशाली जिला के देसरी प्रखंड की मृतका के घर जाकर उसके परिवार से मुलाकात की और आसपास के लोगों से भी बातचीत की। इस टीम में भाकपा माले नेता विशेश्वर यादव और जिला सचिव योगेंद्र राय व अन्य साथी शामिल थे। टीम को मृतका की मां ने बताया कि 30 अक्टूबर की सुबह तीन लड़कों ने उसकी बेटी के साथ छेड़खानी की, जिसका उसने विरोध किया तो किरासन छिड़क कर उसे जिंदा जला दिया गया। पीएमसीएच में रेफर होने के बाद 15 नवम्बर को उसकी मौत हो गई।
दो माह बाद होने वाला था बेटी का निकाहमां ने बताया कि 2017में उसके पति की मृत्यु हो गई तब से वह सिलाई का काम करके अपने बच्चों को पाल रही थी। वह सिलाई का काम करने रोज पटना सिटी आती है। उसके चार बच्चों (दो बेटियां और दो बेटे) में 20 वर्षीया बेटी बड़ी थी, जिसका दो महीने बाद निकाह होने वाला था। विधवा मां अपनी मेहनत के बल पर अपने बच्चों को पाल रही थी. उसे न तो कोई पेंशन मिलता है न किसी अन्य योजना का लाभ मिलता है। ऐपवा महासचिव मीना तिवारी से बात करते हुए मृतका की मां ने कहा कि मुझे बस इंसाफ चाहिए और कुछ नहीं।
अपराधियों से मिली है पुलिसइस पूरे मामले में अपराधियों के साथ पुलिस की मिलीभगत साफ दिखती है। मौत से पहले पुलिस को दिए बयान में पीड़िता ने अपराधियों का नाम बताया लेकिन आज तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है। भाकपा माले नेता विशेश्वर यादव ने कहा कि यदि अपराधियों को तत्काल गिरफ्तार नहीं किया गया तो 18 नवंबर को सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा।
माले और ऐपवा ने की मांग1.चांदपुरा ओपी प्रभारी और देसरी थानाध्यक्ष को तत्काल निलंबित किया जाए2.सभी अभियुक्तों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए और स्पीडी ट्रायल कर सजा दी जाए3.मृतका की मां को सरकारी नौकरी और परिवार को मुआवजा दिया जाए -
25, 26 एवं 27 नवंबर को अपरान्ह 3 से 4 बजे के बीच फोन करके करा सकते हैं रिकॉर्डिंग13 दिसंबर को प्रसारित होगी 13 वीं कड़ी
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल लोकवाणी में इस बार छत्तीसगढ़ सरकार दो वर्ष का कार्यकाल विषय पर प्रदेशवासियों से बात करेंगे।इस संबंध में कोई भी व्यक्ति आकाशवाणी रायपुर के दूरभाष नंबर 0771-2430501, 2430502, 2430503 पर 25, 26 एवं 27 नवंबर को अपरान्ह 3 से 4 बजे के बीच फोन करके अपने सवाल रिकॉर्ड करा सकते हैं।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियो वार्ता लोकवाणी की 13 वीं कड़ी का प्रसारण 13 दिसंबर को होगा। लोकवाणी का प्रसारण छत्तीसगढ़ स्थित आकाशवाणी के सभी केंद्रों, एफएम रेडियो और क्षेत्रीय समाचार चैनलों से सुबह 10.30 से 11 बजे तक होगा। -
रायपुर : रायपुर जिले के अभनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम केन्द्री में एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत के मामले को गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने गंभीरता से लेते हुए जांच के निर्देश दिए हैं। श्री साहू ने रायपुर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अजय यादव से दूरभाष पर चर्चा की और कहा कि एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत होना बड़ी बात है।
उन्होंने मौत के कारणों का पता लगाने और इसकी गहराई से जांच कराने के निर्देश दिए है। उन्होंने मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों को शवों को लाने और पोस्टमार्डम पर भी ध्यान देने के निर्देश दिए है।
ज्ञातव्य हो कि राजधानी रायपुर से लगे अभनपुर थाना क्षेत्र के केन्द्री गांव में एक ही परिवार के पांच लोगों का शव मिला है। इनमें दो बच्चें, दो महिलाएं और एक व्यक्ति शामिल है। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची थी फिलहाल घटना की जांच की जा रही है। -
नई दिल्ली : दिल्ली में जिस तरह से एक बार फिर से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, उसको देखते हुए दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार उन इलाकों में फिर से लॉकडाउन लगाने की तैयारी कर रही है जहां पर लोग जरूरी दिशा निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं।मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस बाबत कहा कि दिल्ली मामले लगातार बढ़ रहे हैं, हम एक आम प्रस्ताव केंद्र सरकार के पास भेज रहे हैं कि अगर जरूरत पड़े तो दिल्ली सरकार कुछ दिनों के लिए उन बाजारों को बंद कर सकती है जहां पर नियमों का पालन नहीं हो रहा है और ये कोरोना वायरस के स्थानीय हॉटस्पॉट बन रहे हैं।
अरविंद केजरीवाल इन इसके साथ ही केंद्र सरकार का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि मैं केंद्र सरकार का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने दिल्ली के लोगों की मदद की और तत्काल आईसीयू में 750 बेड को बढ़ाया। सभी सरकारी एजेंसियों ने अपने प्रयास को दोगुना कर दिया है ताकि कोरोना के संक्रमण को रोका जा सके, लेकिन इसे तबतक नहीं रोका जा सकता है जबतक कि लोग खुद से सावधानी नहीं बरतते हैं। मैं सभी लोगों से अपील करता हूं कि वो मास् पहनें, जरूरी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ हफ्तों पहले जब दिल्ली में कोरोना नियंत्रण में था, बड़ी संख्या में लोगों ने शादी में शिरकत की, केंद्र सरकार ने शादी में 200 लोगों के शामिल होने की अनुमति दी थई। लेकिन अब इस अनुमति को वापस ले लिया गया है, अब शादी समारोह में सिर्फ 50 लोग ही शामिल हो सकते हैं। इस फैसले को एलजी के पास भेजा गया है। बता दें कि कल रात के आंकड़े के अनुसार पिछले 24 घंटे में 3797 कोरोना के नए मामले सामने आए हैं जबकि 99 लोगों की कोरोना से जान चली गई है। दिल्ली में कोरोना संक्रमितों की संख्या 4 लाख 89 हजार के पार चली गई है। प्रदेश में अबतक 713 लोगों की मौत हो चुकी है। -
संगरूर : पंजाब के संगरूर में एक भीषण हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई। दिड़बा में विवाह समारोह से वापस लौट रहे इन लोगों की कार की टक्कर एक कैंटर से हो गई। इससे कार में आग लग गई। इससे कार में सवार पांच लोग इसमें फंस गए और जिंदा जल गए। कार भी पूरी तरह जल गई। हादसा सोमवार मध्यरात्रि में हुई। हादसे के बाद कैंटर चालक भाग गया।
दुर्घटना संगरूर-सुनाम मेन रोड पर हुई। बताया जा रहा है। कार गलत दिशा से आ रही थी और यह कैंटर से टकरा गई। इसके कार में आग लग गई। कार में पांच लोग सवार थे। ये लोग कुछ समझ पाते उससे पहले ही आग ने कार पूरी तरह अपनी चपेट में ले लिया और इसमें सवार लोग फंस गए। इसके बाद सभी पांच लोग कार के भीतर ही जलकर राख हो गए। कार भी पूरी तरह जल गई।
हादसे के बाद खड़ा ट्रक ट्राला।
बताया जाता है कि ये सभी लोग मोगा जिले के रहनेवाले थे। पुलिस का कहना है कि ये सभी व्यक्ति रात में किसी विवाह समागम में शामिल होने के बाद वापस मोगा लौट रहे थे। इसी दौरान यह हादसा हो गया। इस हादसे से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। पुलिस ने कैंटर को अपने कब्जे में ले लिया है और हादसे की जांच कर रही है।
पुलिस ने बताया कि हादसे में मारे गए लोगों की पहचान मोगा के टल्लेवाल निवासी डा. बलविंदर सिंह, मोगा के नानक नगर निवासी कुलतार सिंह पुत्र लक्ष्मण सिंह, मोगा की ग्रीन फील्ड कालोनी निवासी कैप्टन सुखविंदर सिंह, मोगा के रामुवालिया निवासी सुरिंदर सिंह और मोगा निवासी चमकौर सिंह के रूप में हुई है। भारी मशक्कत के बाद पुलिस ने शवों को कार से बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए संगरूर में सिविल अस्पताल भेजा गया। ट्रक ट्राला चालक मौके से फरार हो गया है। पुलिस मामले जांच पड़ताल करने में जुटी है।
हादसे में पूरी तरह जली कार
गलत दिशा से आ रही थी कार, कैंटर को टक्कर मारी
हादसा सोमवार मध्यरात्रि हुई। बताया जाता है कि कार पटियाला की तरफ से गलत दिशा में आ रही थी और इसने पुल के नीचे क्रास करते समय कैंटर को साइड से टक्कर मारी। कार की सीधी टक्कर कैंटर के ड्राइवर साइड मौजूद ईंधन टैंक के समीप हुई, जिसे कैंटर का ईंधन टैंक टूट गया व सारा तेल कार पर जा गिरा। इसस ेकार में आग लग गई और पलभर में ही इसने भीषण रूप धारण कर लिया। कुछ ही मिनट में कार में सवार पांच व्यक्ति भीतर ही जल गए। कैंटर चालक मौके से फरार हो गया।
फायरब्रिगेड की मदद से आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक कार सवारों की मौत हो चुकी थी। मौके पर पहुंची एंबुलेंस व पुलिस ने कई घंटे की मशक्कत के बाद शवों को कार से बाहर निकाला। जानकारी अनुसार डा. बलविंदर सिंह, डा. कुलतार सिंह, कैप्टन सुखविंदर सिंह, सुरिंदर सिंह और चमकौर सिंह दिड़बा इलाके के समीप एक विवाह समारोह में शामिल होने के लिए गए थे। पांचों व्यक्ति देररात को दिड़बा से बाया संगरूर होते हुए मोगा की तरफ जा रहे थे।
बठिंडा-चंडीगढ मुख्य मार्ग पर दिड़बा से आते हुए बरनाला की तरफ जाने के लिए वह पुल पर चढ़ने की बजाए रास्ता भटककर पुल के नीचे गलत दिशा से संगरूर की तरफ सर्विस लाइन रोड पर उतर आए। जहां सुनाम से संगरूर की तरफ पुल के नीचे से गुजर रहे कैंटर की ड्राइवर साइड से कार की जोरदार टक्कर हुई। कार की टक्कर से कैंटर का ईंधन टैंक टूट गया व तेल बहकर कार व सड़क पर बिखर गया। इसके बाद तेल ने आग पकड़ ली। आग लगने से कार में सवार व्यक्ति कार से बाहर नहीं निकल पाए और कुछ ही पल में आग भड़क उठी। इससे कार सवार पांचों व्यक्ति कार में ही राख हो गए।
सूचना मिलने पर एंबुलेंस मौके पर पहुंची, मगर कार को लगी आग के कारण एंबुलेंस कर्मी भी कार सवारों को बाहर नहीं निकाल पाए। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर फायरब्रिगेड को सूचना दी। फायरब्रिगेड ने कार को लगी आग को बुझाया व इसके बाद पुलिस की मदद से लाशों को कार से बाहर निकाला गया। चश्मदीद व्यक्ति लखविंदर सिंह ने बताया कि कार लॉक हो गई थी, जिस कारण कार सवारों को समय पर बाहर नहीं निकाला जा सका। आग काफी भड़कने के कारण कोई भी कार के समीप नहीं जा पा रहा था, लेकिन जब तक आग पर काबू पाया गया, तब तक कार सवारों की मौत हो चुकी थी।
थाना संगरूर के एएसआइ पु्ष्पिंदर सिंह ने बताया कि शवों को सिविल अस्पताल पहुंचा दिया गया है। परिजनों के आने के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी। कैंटर चालक मौके से फऱार हो गया है। कैंटर को कब्जे में ले लिया गया है।




























