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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
आरोपी वीरेन्द्र कुमार जोशी गिरफ्तार, बैंक खाता सीज, की जा रही वसूली की कार्रवाई
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता वेदमती जोशी बर्खास्त
परियोजना अधिकारी सुश्री ज्योति मथरानी एवं आंगनबाड़ी पर्यवेक्षक श्रीमती प्रभा नेताम निलंबित
तत्कालीन जिला कार्यक्रम अधिकारी को स्पष्टीकरण
रायपुर : महतारी वंदन योजना छत्तीसगढ़ प्रदेश की महत्वाकांक्षी योजना है। योजना का क्रियान्वयन प्रदेश में महिलाओं के साथ लिंग विभेद, असमानता को दूर करने, स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर में सतत् सुधार लाने, आर्थिक स्वावलंबन तथा सशक्तिकरण को बढ़ावा देने तथा परिवार में उनकी निर्णय लेने की भूमिका को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से क्रियान्वित किया जा रहा है। प्रदेश में योजना का क्रियान्वयन पारदर्शी तरीके से हो एवं पात्र महिला हितग्राही को ही योजना का लाभ प्राप्त हो, इसके लिए महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा सतर्कता पूर्वक कार्य संपादित किया जा रहा है एवं ऐसे प्रकरण, जिसमें योजना का गलत तरीके से लाभ लेने के लिए फेक आवेदन किए गए है, उनकी जानकारी प्राप्त होने पर तत्काल कठोर कार्यवाही की जा रही है।
सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित सूचना, जिसमें महतारी वंदन योजना की राशि सन्नी लिओनी के खाते में जमा होने की न्यूज प्रसारित हुई है, सही नहीं हैै। वास्तव में सन्नी लिओनी के बैंक खाते में महतारी वंदन की राशि का भुगतान नहीं हुआ है अपितु यह वीरेन्द्र कुमार जोशी नाम के एक व्यक्ति के द्वारा स्थानीय स्तर पर मिलीभगत कर सन्नी लिओनी के नाम से आवेदन कर आधार एवं अन्य जानकारी अपनी डालते हुए शासकीय राशि अवैधानिक रूप से प्राप्त करने के उद्देश्य से की गयी हरकत है।
वस्तुतः बस्तर जिले के बस्तर विकासखंड के आंगनवाड़ी केन्द्र तालूर में वीरेन्द्र कुमार जोशी के द्वारा फर्जीवाड़ा करते हुए आंगनवाड़ी केन्द्र तालूर के कार्यकर्ता के माध्यम से सन्नी लिओनी के नाम से आवेदन किया गया है तथा उस आवेदन में अन्य जानकारी के रूप में अपना आधार नंबर तथा अपने बैंक खाते की जानकारी डाली गयी है। प्रत्येक आवेदन के परीक्षण एवं सत्यापन का दायित्व ग्राम स्तर पर बनायी गयी समिति, जिसमें ग्राम प्रभारी/वार्ड प्रभारी एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा किया जाना था।
इसके उपरांत पोर्टल में अंकित दस्तावेज़ो का परीक्षण प्रथम सत्यापन में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा तथा द्वितीय सत्यापन पर्यवेक्षक के द्वारा किया जाना था तथा परियोजना अधिकारी के द्वारा अनुमोदित किया जाना था। इस प्रकरण में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता वेदमति जोशी, जो की वीरेन्द्र कुमार जोशी की पड़ोसी है, के द्वारा बिना तथ्यों की जॉंच परख किए ऑनलाईन पोर्टल पर वीरेन्द्र कुमार जोशी के द्वारा सन्नी लिओनी के नाम से किए गए आवेदन को सत्यापित कर दिया गया। इसी प्रकार पर्यवेक्षक के द्वारा भी बिना परीक्षण किए हुए इस आवेदन का सत्यापन कर दिया गया, जिसके कारण इस फर्जी नाम वाले हितग्राही को उनके द्वारा दिए गए आधार नबंर से लिंक स्टेट बैंक के खाते में डीबीटी के रूप में राशि का भुगतान हुआ है।
इस प्र्रकरण पर गंभीर लापरवाही के लिए संबंधित आंगनवाड़ी कार्यकर्ता वेदमति जोशी को बर्खास्त करने की कार्यवाही की गयी है। पर्यवेक्षक श्रीमती प्रभा नेताम एवं परियोजना अधिकारी सुश्री ज्योति मथरानी को निलंबित करने की कार्यवाही की गयी है तथा तत्कालीन जिला कार्यक्रम अधिकारी को भी स्पष्टीकरण जारी किया गया है। साथ ही वीरेन्द्र कुमार जोशी के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज़ कर उसे गिरफ्तार किया गया है तथा उनके बैंक खाते को सीज़ कर भुगतान की गयी राशि की वसूली की कार्यवाही की जा रही है।
सरकार की मंशा है कि पात्रता रखने वाली महतारियों को योजना का लाभ मिल सके, अतः सभी आवेदन करने वाले पात्र हितग्राहियों को योजना में शामिल किया गया है। योजना को लागू किए जाने हेतु विस्तृत प्रावधान किए गए है, जिसमें योजना अंतर्गत आवेदन पत्र प्राप्त किये जाने हेतु ऑनलाईन साफ्टवेयर विकसित करते हुए प्रत्येक मैदानी अमलों को पृथक-पृथक आईडी/पासवर्ड प्रदान किया गया था।
इसी क्रम में संबंधित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को भी आईडी/पासवर्ड प्रदान किया गया। योजना अंतर्गत हितग्राहियों से निर्धारित प्रारूप में आवेदन प्राप्त किये जाने के उपरांत आवेदन पत्रों का इन्द्राज आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं ग्राम प्रभारी के द्वारा ऑनलाईन पोर्टल में किया जा कर संलग्न दस्तावेजों का परीक्षण करते हुए दस्तावेज अपलोड किया गया।
साफ्टवेयर में दर्ज आवेदनों का प्रथम स्तर पर ग्राम समिति के माध्यम से सत्यापन तथा उसके उपरांत आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा किए जाने का प्रावधान रखा गया है तथा उसके उपरांत द्वितीय सत्यापन किए जाने का दायित्व संबंधित सेक्टर पर्यवेक्षक का निर्धारित किया गया था ताकि दो स्तर पर सत्यापन हो सके।सत्यापन उपरांत वार्ड/पंचायत स्तर पर गठित समिति के द्वारा अनंतिम सूची का प्रकाशन कर आंगनवाड़ी केन्द्र, ग्राम पंचायत आदि सार्वजानिक जगह पर यह सूची चस्पा की गयी है तथा ग्रामीणों को यह अवसर दिया गया कि वे इस सूची में परीक्षण कर गलत आवेदन करने वाले विरूद्ध दावा आपत्ति कर सके।
प्राप्त दावा आपत्ति के निराकरण हेतु बाल विकास परियोजना स्तर पर गठित समिति के द्वारा निराकरण का प्रावधान रखा गया है एवं दावा आपत्ति प्राप्त किया जाकर लगभग 12000 से अधिक गलत आवेदनो को निरस्त किया गया। दावा आपत्ति का निराकरण उपरांत अंतिम सूची का प्रकाशन किया जाकर प्रकाशित किया गया। उपरोक्त प्रक्रियाओं के निर्धारण के उपरांत भी ऐसे फर्जी आवेदन प्राप्त न हो इस दृष्टि से लगातार इनके सत्यापन की कार्यवाही हेतु मैदानी अमलों को दिशा निर्देश दिये गये एवं लगभग 15 हजार गलत आवेदनों को चिन्हांकन करते हुए निरस्त किया गया।
अंतिम सूची में 70,26,352 आवेदको का भी राज्य स्तर से विभिन्न उपलब्ध डाटा से वेरीफाई किया गया है एवं आधार एंथेटिकेंशन के लिए UIDAI को प्रेषित कर आधार का सत्यापन कराया गया है। अतः 50 प्रतिशत आवेदक फर्जी होने का कथन पूरी तरह गलत है। विभाग द्वारा समय-समय पर मैदानी स्तर पर सत्यापन, सॉफ्टवेयर के माध्यम से भी खोजकर 15000 से अधिक गलत हितग्राहियों का चिन्हांकन कर, उन्हें लाभ सूची से बाहर कर दिया गया है। लाभांवित होने वाले हितग्राहियों की सूची प्रत्येक आंगनवाड़ी केन्द्र के आईडी पर परिलक्षित है।
महतारी वंदन योजना से प्रदेश की महतारियों को बेहद लाभ प्राप्त हुआ है, जैसे महतारियों के द्वारा इस राशि का उपयोग बच्चों के एवं स्वयं के स्वास्थ्य पोषण पर व्यय, बचत करने तथा सुकन्या समृद्धि के खाते खोलकर बेटियो के नाम से जमा करने के, बच्चों की शिक्षा पर, अपनी दिन प्रतिदिन की आवश्यकताओं की पूर्ति पर एवं अपना स्वयं का व्यवसाय प्रारंभ करने जैसे महिला सशक्तिकरण के अनेक उदाहरण है।
महतारी वंदन योजना को लागू करते समय सुरक्षा के पर्याप्त उपाय किए गए है। प्रक्रिया के आवेदन आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं ग्राम/वार्ड प्रभारी के स्तर पर प्राप्त करते हुए सारे दस्तावेज़ के साथ आवेदन ऑनलाईन पोर्टल पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं ग्राम प्रभारी के द्वारा भरा गया है। आवेदको के द्वारा स्वतः ऑनलाईन आवेदन का भी प्रावधान रखा गया था। विभाग द्वारा लगातार प्रत्येक स्तर पर हितग्राहियों के सत्यता की जानकारी ली जा रही है। समय-समय पर निर्देश जारी किए गए है। इसी के परिणाम स्वरूप मृत हितग्राहियों की जानकारी भी लिया जाकर उन्हें लाभ सूची से हटाया जा रहा है, अद्यतन स्थिति में 21 हजार से अधिक हितग्राहियों को मृत्यु हो जाने के कारण लाभ सूची से हटाया गया है। इस प्रकार विभाग द्वारा लगातार योजना को लागू किए जाने हेतु तत्परता से कार्यवाही जा रही है।
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने 24 दिसंबर को राष्ट्रीय उपभोक्ता अधिकार दिवस के अवसर पर कहा है कि छत्तीसगढ़ में उपभोक्ताओं के अधिकारों के संरक्षण के लिए राज्य और जिला स्तर पर आयोग संचालित हैं। बढ़ती हुई ऑनलाईन खरीददारी को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने ई-कॉमर्स संबंधी नियम भी बनाए हैं।उन्होंने कहा कि उपभोक्ता अधिकारों तथा ज़िम्मेदारियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिये प्रत्येक वर्ष 24 दिसंबर को राष्ट्रीय उपभोक्ता अधिकार दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि दोषपूर्ण सामान, सेवा में कमी और अनुचित व्यापारिक कृत्यों के खिलाफ आवाज उठाना उपभोक्ता का अधिकार है। ग्राहकों को अपने अधिकारों के प्रति जागरुक और सजग रहना चाहिए। -
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राज्य शासन के एक वर्ष पूर्ण होने पर जनादेश परब के अवसर पर महतारी वंदन सम्मेलन का हुआ आयोजन
महतारी वंदन योजना से महिलाओं को परिवार और समाज में मिला सम्मान
महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने महतारी शक्ति ऋण योजना की गई शुरू: वित्त मंत्री
राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को प्रतीक चिन्ह और प्रमाण पत्र देकर किया गया सम्मानित
रायपुर : राज्य शासन के एक वर्ष पूर्ण होने पर जनादेश परब के अवसर पर आज महतारी वंदन सम्मेलन राजनांदगांव के पद्मश्री गोंविद राम निर्मलकर ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में वित्त मंत्री श्री ओ. पी. चौधरी शामिल हुए। वित्त मंत्री श्री चौधरी ने महतारी वंदन योजना के लाभार्थियों को शॉल और श्रीफल देकर सम्मान किया। उन्होंने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के तहत खेल, शिक्षा, कला के क्षेत्र में राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को प्रतीक चिन्ह और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ महिला कोष के तहत 4 महिला स्वसहायता समूहों को आर्थिक गतिविधियां संचालित करने के लिए चेक का वितरण किया गया। सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत हितग्राहियों को पास बुक का वितरण किया गया।
वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने कहा कि शासन द्वारा महिलाओं के लिए महतारी वंदन योजना सबसे महत्वपूर्ण योजना शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव के नेतृत्व में सरकार बनने के तीसरे महीने ही महतारी वंदन योजना शुरू की गई और 70 लाख माता-बहनों को महतारी वंदन योजना का लाभ दिया जा रहा है। महतारी वंदन योजना से महिलाओं के जीवन में सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है। महतारी वंदन योजना की राशि महिलाओं के सम्मान के लिए दी जा रही है। महिलाओं को परिवार और समाज में सम्मान सुनिश्चित करने वाली योजना है।
घर में कोई जरूरत बच्चों की शिक्षा के लिए, बच्चों के स्वास्थ्य, अपने स्वास्थ्य जैसे छोटे-छोटे जरूरतों को महिलाएं पूरा कर पाती है। उन्होंने कहा कि गांव-गांव, गली-गली योजना की राशि एकत्र कर सिलाई मशीन, पार्लर खोलकर जैसे अन्य महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही है। यह महतारी वंदन योजना का प्रभाव है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ ग्रामीण विकास बैंक द्वारा महतारी शक्ति ऋण योजना शुरू की जा रही है। उन्होंने कहा कि महतारी वंदन योजना के हितग्राहियों योजना का लाभ मिलेगा। इस योजना में बिना मॉर्गेज के 25 हजार रूपए का ऋण निकालकर स्वयं का व्यवसाय शुरू कर सकते है। वित्त मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि राज्य शासन द्वारा महतारियों के लिए महतारी सदन योजना शुरू की है। योजना के अंतर्गत गांव-गांव में महतारी सदन बन जाएगा। जहां महिलाएं अपनी बैठक, कार्यक्रम एवं प्रशिक्षण कर सकते हैं।
उन्होंने सभी महिलाओं को अपने बच्चों को अच्छे से पढ़ाने कहा। बच्चों को पढ़ाने से उनका सही विकास होता है। उन्होंने कहा कि माता-बहनों को सशक्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने लखपति दीदी, ड्रोन दीदी योजना शुरू की गई है जिससे महिलाएं सशक्त हो सकें। वास्तविक अर्थों में देश को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए महिलाओं को सशक्त बनाना होगा। उन्होंने कहा कि लोकसभा और विधानसभा निर्वाचन में महिलाओं के आरक्षण से महिलाओं का राजनीतिक सशक्तिकरण को बढ़ावा मिल रहा है। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा राशन कार्ड, आवास योजना, महतारी वंदन योजना महिलाओं के नाम कर उन्हें सशक्त किया जा रहा है। इस अवसर पर आईजी श्री दीपक झा, कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक श्री मोहित गर्ग, बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधिगण सहित महिला लाभार्थी उपस्थित थे। -
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27 से 31 दिसम्बर तक रायपुर में रहेगा जनजातीय खिलाड़ियों का रोमांच
रायपुर : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 24वीं राष्ट्रीय वनवासी क्रीड़ा प्रतियोगिता की तैयारियां तेज हो गई है। आज शबरी कल्याण आश्रम परिसर में बने नयें मंदिर में बूढ़ादेव की प्राण प्रतिष्ठा और साइंस कॉलेज मैदान पर भूमि पूजन से प्रतियोगिता के आयोजन की तैयारियों की शुरूआत हुई। अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम से संम्बद्ध संस्था वनवासी विकास समिति छत्तीसगढ़ द्वारा आयोजित की जा रही यह प्रतियोगिता 27 से 31 दिसम्बर तक राजधानी रायपुर में होगी। प्रतियोगिता में लगभग 23 राज्यों के आठ सौ से अधिक जनजातीय बालक-बालिकाएं भाग लेंगे। प्रतियोगिता में फुटबॉल और तीरंदाजी की प्रतिस्पर्धायें होंगी।
फुटबॉल की प्रतिस्पर्धाएं कोटा स्टेडियम और पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय मैदान पर होंगी। इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए सभी तैयारियां तेजी से की जा रही हैं।धरती माता के पूजन और बूढ़ा देव की प्राण प्रतिष्ठा पूजा में श्री अमर बंसल, सचिव स्वागत समिति, डॉ अनुराग जैन सचिव वनवासी विकास समिति, श्री उमेश कच्छप, अध्यक्ष वनवासी विकास समिती छत्तीसगढ़, श्री प्रवीण ढोलके क्षेत्रीय संगठन मंत्री , श्री सुभाष बड़ोले क्षेत्रीय सह संगठन मंत्री, श्री राम नाथ कश्यप प्रान्त संगठन मंत्री,श्री कृष्ण कुमार वैष्णव टी ए सी मेंबर,रवि गोयल,गोपाल बियानी श्रीमती माधवी जोशी, श्री संदीप शर्मा सन एंड सन ग्रुप, कैलाश मुरारका राष्ट्रीय तीरंदाजी संघ उपाध्यक्ष, अजय काले अध्यक्ष महाराष्ट्र मंडल उपस्थित रहे
वनवासी विकास समिति के प्रचार-प्रसार प्रभाग के प्रभारी श्री राजीव शर्मा ने आज यहां बताया कि देशभर में जनजातीय खेल प्रतिभाओं को राष्ट्रीय मंच प्रदान करने और उन्हें पहचान कर भविष्य के राष्ट्रीय खिलाड़ी तैयार करने के उद्देश्य से यह प्रतियोगिता आयोजित की जाती है। इस बार 24वीं प्रतियोगिता राजधानी रायपुर में हो रही है। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता में अण्डमान निकोबार से लेकर दिल्ली, पंजाब तक के लगभग 23 राज्यों से जनजातीय खिलाड़ी शामिल होंगे। तीरंदाजी की प्रतियोगिता जूनियर और सब जूनियर वर्ग में बालक-बालिकाओं के लिए होगी। फुटबॉल प्रतियोगिता में जूनियर सब जूनियर वर्ग में जनजातीय बालक अपने खेल का जौहर दिखाएंगे।
श्री शर्मा ने बताया कि विभिन्न प्रांतों से प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए रायपुर आने वाले जनजातीय खिलाड़ियों के आवास और भोजन की व्यवस्था वनवासी विकास समिति द्वारा की जा रही है। रोहणीपुरम स्थित शबरी कन्या आश्रम परिसर में बालिकाओं को रखा जाएगा। सरस्वती शिशु मंदिर और सरस्वती शिक्षा संस्थान परिसरों में बालकों के आवास की व्यवस्था रहेगी। सभी के लिए शबरी कल्याण आश्रम परिसर में नास्तें और भोजन की व्यवस्था की गई है।
आवास स्थल से खेल मैदान तक आने-जाने के लिए खिलाड़ियों को वाहन व्यवस्था भी उपलब्ध कराई जाएगी। प्रतियोगिता में विजेताओं को मेडल और ट्रॉफी के साथ प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। प्रतियोगिता के आयोजन के लिए छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों से भी कल्याण आश्रम के प्रतिनिधि रायपुर आ चुके हैं। -
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रायपुर : महतारी वंदन योजना छत्तीसगढ़ की महिलाओं की जिदंगी संवार रही है। महिलाएं हर महीने मिलने वाले एक हजार रूपए से अपने घर की जरूरतों को पूरा कर रही हैं। कुछ महिलाएं इस राशि का सदुपयोग कर जीवकोपार्जन की नई राह बनाने की ओर अग्रसर है। मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के मनेन्द्रगढ़ विकासखंड की निवासी पार्वती सोनी ने महतारी वंदन योजना से मिली आर्थिक मदद से एक सिलाई मशीन खरीद ली, जिसके माध्यम से वो अब आर्थिक रूप से मजबूत हो रही है।
श्रीमती पार्वती सोनी ने कहा कि महतारी वंदन योजना के तहत हर माह एक हजार रुपए की राशि उनके खाते में पहुंच रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की गारंटी और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के सुशासन से ही आज मेरे बैंक खाते में प्रतिमाह एक हजार रुपए आ रहे है। मुझ जैसी महिलाओं के लिए यह वरदान है।
परिवार मे महिलाओं की बेहतर भूमिका सुनिश्चित करने, समाज में महिलाओं के प्रति भेदभाव, असमानता एवं जागरूकता की कमी को दूर करने, स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर में सुधार करने तथा आर्थिक स्वावलंबन एवं सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य में महतारी वंदन योजना सफल हो रही है।
उल्लेखनीय है कि महतारी वंदन योजना का शुभारंभ 10 मार्च 2024 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने किया था। राज्य की लगभग 70 लाख हितग्राही महिलाओं को हर माह एक हजार रूपए की आर्थिक सहायता दी जा रही है। मार्च से लेकर दिसम्बर तक हितग्राही महिलाओं को 10 मासिक किश्तों में 6530 करोड़ 41 लाख रूपए की आर्थिक सहायता दी जा चुकी है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : राज्य शासन ने एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक फेरबदल करते हुए श्री सुबोध कुमार सिंह, भा.प्र.से. (1997) को प्रमुख सचिव, माननीय मुख्यमंत्री के पद पर नियुक्त किया है। श्री सिंह को केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस लौटने के बाद इस पद पर पदस्थ किया गया है। -
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पूवर्ती में तैनात जवान ने नक्सल पीड़िता से रचाई शादी
दंतेवाड़ा में परिणय सूत्र में बंधे 220 जोड़े
रायपुर : छत्तीसगढ़ के घोर नक्सल इलाकों से अब सुखद तस्वीरें निकलना शुरु हो गई हैं। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के सुशासन के एक साल में नक्सल उग्रवाद के कदम पीछे हट रहे हैं, साथ ही नक्सल पीड़ित जिंदगी की नई शुरुआत करने की तरफ अपना पहला कदम बढ़ा चुकें हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय सरकार के कार्यकाल में नक्सल प्रभावित गांव अब खुशहाल हो रहे हैं।
दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय के मेंढका डोबरा मंदिर परिसर में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजनान्तर्गत सामूहिक विवाह कार्यक्रम में जिलेभर के 220 वर वधु परिणय सूत्र में बंधे। इन्हीं में एक जोड़ा पूवर्ती गांव का है। पूवर्ती नक्सली हिड़मा और देवा का गांव है, सरकार बदलने के बाद अब पूवर्ती की तस्वीर बदल रही है। कैम्प खुलने के बाद पूवर्ती के लोग भयमुक्त जी रहे हैं और सरकार की योजनाएं उनका जीवन बदल रही है, जिसके कारण अब पूवर्ती में तैनात जवान ने एक नक्सल पीड़िता के साथ शादी रचाकर नई जीवन की शुरुआत की है। इन 220 जोड़ों में नियद नेल्ला नार गांव के दो जोड़ों ने भी सात जन्मों तक साथ रहने की कसम खाई है।
छत्तीसगढ़ में विष्णु देव साय सरकार आने बाद नक्सलियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई से ग्रामीणों का हौसला लगातार बढ़ रहा है। प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार गांव, गरीब और किसानों के हित में अनेक योजनाएं संचालित कर रही है। इन कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित होकर निर्धन परिवारों को विकास की ओर अग्रसर होने का अवसर मिल रहा है। दंतेवाड़ा जिले के दूरस्थ क्षेत्र में यह सामूहिक कन्या विवाह में आज 220 जोड़े दाम्पत्य सूत्र में बंधकर गृहस्थ जीवन में कदम रख रहे हैं। यह सब राज्य सरकार की मुख्यमंत्री कन्यादान योजना से फलीभूत हुआ है, जो सरकार की गरीब परिवारों की सेवा करने की कटिबद्धता को दर्शाता है। इसके अलावा महिला बाल विकास विभाग के मैदानी कर्मचारी भी बधाई के पात्र है जिन्होंने विभिन्न ग्रामों पारा, टोले, मोहल्लों से विवाह योग्य युवक-युवतियों का पंजीयन कर सामूहिक विवाह से लाभान्वित किया।
नियद नेल्ला नार ग्राम धुरली के दो जोड़े भी हुए सामूहिक विवाह से लाभान्वित
कार्यक्रम में वैदिक मंत्रोच्चार एवं सप्तपदी के पावन वचनों को अंगीकार करने वाले जोड़ों में से दो जोड़े नियद नेल्ला नार ग्राम धुरली के निवासी थे। इनमें सुश्री सीमा भास्कर एवं सुदरी तेलाम भी शामिल थी। सीमा 10वीं पास है और नगर पालिका परिषद बड़े बचेली में कार्यरत है । सीमा का विवाह रेमष भास्कर के साथ हुआ जो कृषक है। इसी प्रकार सुंदरी तेलाम कामगार श्रमिक है, धन्नु कुंजाम भी कामगार श्रमिक है। दोनों नव विवाहितों ने शासन की इस योजना की तारीफ करते हुए इसे गरीब और जरूरतमंद के लिए उपयोगी बताया। उन्होंने कहा कि इस योजना से न केवल हमें शादी के भारीभरकम खर्च से मुक्ति मिली है, बल्कि शादी के उपरांत कन्या के खाते में 35 हजार रूपये की राशि आने से शादी के बाद के खर्चों के लिए संबल भी मिलता है। -
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मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने रायपुर-अंबिकापुर-बिलासपुर हवाई सेवा का स्वामी विवेकानंद विमानतल पर किया शुभारंभरायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने रायपुर-अंबिकापुर-बिलासपुर हवाई सेवा का स्वामी विवेकानंद विमानतल पर आज शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने इस अवसर पर कहा कि आज छत्तीसगढ़ के विकास की दिशा में एक और ऐतिहासिक कदम उठाया गया है।रायपुर-अंबिकापुर-बिलासपुर विमान सेवा का शुभारंभ हमारे क्षेत्रीय कनेक्टिविटी के विस्तार का प्रतीक है। इस सेवा का आरंभिक किराया मात्र 999 रुपये है, जो यह सुनिश्चित करता है कि आम जनता भी हवाई यात्रा का लाभ उठा सके।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश में जो परिवर्तन आया है, उसका यह एक बड़ा उदाहरण है। उन्होंने कहा था कि हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई जहाज की सवारी करेगा और आज वह सपना साकार हो रहा है। सरगुजा और बस्तर जैसे दूरस्थ क्षेत्रों की एयर कनेक्टिविटी से न केवल नागरिकों को सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि इन क्षेत्रों में टूरिज्म और आर्थिक गतिविधियों में भी वृद्धि होगी। राज्य सरकार ने 80 करोड़ की लागत से अंबिकापुर के एयरपोर्ट का विकास किया है l माँ महामाया एयरपोर्ट, अंबिकापुर को थ्री सी वीएफआर श्रेणी का लाइसेंस प्राप्त हुआ है । यह एयरपोर्ट 72-सीटर एटीआर-72 विमानों के संचालन के लिए उपयुक्त है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि अंबिकापुर को वाराणसी, प्रयागराज, लखनऊ, दिल्ली और कोलकाता से जोड़ने की योजना पर भी काम जारी है।हमारे छत्तीसगढ़ में प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक धरोहरें, और इको-टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं। गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व, रामगढ़ की पहाड़ियां, और एशिया का नियाग्रा कहे जाने वाले चित्रकोट जलप्रपात जैसे स्थलों तक अब देश-विदेश के पर्यटकों की पहुंच आसान होगी। इसके साथ ही, एयर कनेक्टिविटी के विस्तार से निवेश का माहौल भी बेहतर होगा। हमारी सरकार ने नई उद्योग नीति में होम स्टे और रिसॉर्ट्स जैसे उद्यमों को विशेष प्रोत्साहन दिया है, जिससे स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के बड़े अवसर पैदा हो रहे हैं। हमारी कोशिश है कि अगले चार वर्षों में छत्तीसगढ़ को विमानन के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक ले जाया जाए।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि नया साल आने वाला है, और मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि इस नई विमान सेवा का लाभ उठाएं और सरगुजा की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लें। फ्लाई बिग चार्टर कंपनी 19-सीटर ट्विन औटर विमानों के माध्यम से इन शहरों के लिए सेवाएं देगी। विमान टेकऑफ़ को वाटर सेल्यूट दिया गया। आज प्रारंभ हुई विमान सेवा के पहले यात्री के रूप में सांसद श्री चिंतामणि महाराज सपत्नीक सवार हुए, जिनको मुख्यमंत्री श्री साय ने बोर्डिंग पास देकर कहा कि आज आपने इतिहास बना दिया। आप इस रूट के पहले यात्री है, आपको शुभकामनाएं। इस अवसर विधायक श्री राजेश अग्रवाल, श्री प्रबोध मिंज, श्री रामकुमार टोप्पो, मुख्यमंत्री के सचिव श्री बसवराजु, संचालक विमानन विभाग श्री संजीव झा, फ्लाई बिग कंपनी के सीएमडी श्री संजय मांडविया उपस्थित थे। -
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‘परीक्षा पे चर्चा‘ के तहत प्रतियोगिता का आयोजन
चयनित प्रतिभागियों को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के साथ संवाद करने का मिलेगा अवसर
रायपुर : प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में शिक्षा और परीक्षा संबंधी संवाद को बढ़ावा देने वाला लोकप्रिय कार्यक्रम ‘परीक्षा पे चर्चा‘ का आठवां संस्करण इस वर्ष नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित किया जाएगा। यह कार्यक्रम विद्यार्थियों, शिक्षकों और पालकों को परीक्षा संबंधी तनाव कम करने और शिक्षा को एक सकारात्मक अनुभव बनाने के उद्देश्य से हर साल आयोजित किया जाता है। छत्तीसगढ़ में भी इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए स्कूल शिक्षा सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी ने सभी जिला कलेक्टरों को निर्देश दिए है।
इस वर्ष छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में ‘परीक्षा पे चर्चा‘ में अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार की योजना तैयार की गई है। सभी स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि वे इस कार्यक्रम की जानकारी विद्यार्थियों, शिक्षकों और पालकों तक पहुंचाएं और सभी स्कूल #PPC2025 का उपयोग कर अपने स्वयं के पोस्टर, क्रिएटिव और वीडियो तैयार कर साझा करें। चयनित क्रिएटिव को MyGov प्लेटफॉर्म पर प्रदर्शित किया जाएगा। अधिकारियों के साथ बैठकों के माध्यम से इस कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार और भागीदारी को सुनिश्चित किया जा रहा है।
‘परीक्षा पे चर्चा‘ के तहत प्रतियोगिता का आयोजन शिक्षकों, विद्यार्थियों और पालकों के लिए 14 दिसंबर 2024 से 14 जनवरी 2025 तक किया जा रहा है। प्रतियोगिता में बहुविकल्पीय प्रश्न MyGov प्लेटफॉर्म (http://innovateindia.mygov.in/) पर पूछे जाएंगे। सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा और चयनित प्रतिभागियों को प्रधानमंत्री के साथ संवाद करने का अवसर मिलेगा।
प्रतियोगिता के दौरान प्रतिभागियों द्वारा पूछे गए प्रश्नों में से कुछ का चयन एनसीईआरटी द्वारा किया जाएगा। चयनित प्रतिभागियों को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के साथ सीधा संवाद करने का अवसर मिलेगा। छत्तीसगढ़ में कक्षा 6 से 12 तक के कम से कम 25 प्रतिशत विद्यार्थियों की भागीदारी सुनिश्चित करने का लक्ष्य रखा गया है। अधिकतम प्रश्न भेजने और छात्रों की पंजीकरण संख्या बढ़ाने के लिए सभी जिलों को विशेष निर्देश दिए गए हैं। राज्य सरकार ने सभी जिलों को इस कार्यक्रम में अपने प्रयासों और सहभागिता से संबंधित रिपोर्ट साझा करने के निर्देश दिए हैं। -
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उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव से मुलाकात के बाद संघ के पदाधिकारियों ने निःशर्त खत्म की हड़ताल
छत्तीसगढ़ सरकार कर्मचारियों के हितों के लिए सजग और गंभीर : श्री अरुण साव
रायपुर : उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री अरुण साव से मुलाकात के बाद विभिन्न नगरीय निकायों में कार्यरत कर्मचारी, स्वच्छता दीदियां एवं कमांडोज तथा प्लेसमेंट कर्मचारी अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल नि:शर्त समाप्त कर काम पर लौट आए हैं। श्री साव के रायपुर स्थित शासकीय निवास कार्यालय में 18 दिसम्बर को हुई मुलाकात के बाद दोनों संघों द्वारा तत्काल हड़ताल समाप्ति की घोषणा के उपरांत आज से सभी काम कर लौट आए हैं।
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव से छत्तीसगढ़ अधिकारी-कर्मचारी कल्याण संघ एवं छत्तीसगढ़ स्वच्छता दीदी, महिला/पुरूष महासंघ के प्रतिनिधियों ने मुलाकात कर अपनी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का अनुरोध किया। श्री साव ने प्रतिनिधियों को आश्वस्त किया कि सरकार उनकी मांगों पर संवेदनशील है। विभाग इन पर गंभीरतापूर्वक विचार करेगा। हमारी कोशिश होगी कि मांगों पर उचित कार्यवाही हो।
श्री साव ने संघ के प्रतिनिधियों से कहा कि सरकार कर्मचारियों के हितों के लिए सजग और गंभीर है। समस्याएं मनुष्य के निजी एवं सामाजिक जीवन का महत्वपूर्ण अंग है। किन्तु किसी भी विषय व समस्याओं को रखने के लिए केवल हड़ताल या आंदोलन ही उचित माध्यम नहीं है। समस्याओं को रखने के अन्य विकल्प भी हैं। आपके हड़ताल पर जाने से शहरों की महत्वपूर्ण सेवाएं बाधित होती हैं।
उप मुख्यमंत्री श्री साव से चर्चा के दौरान छत्तीसगढ़ अधिकारी-कर्मचारी कल्याण संघ की ओर से प्रदेश उपाध्यक्ष श्री मुकेश तिवारी, प्रवक्ता श्री विकास मिश्रा, कोषाध्यक्ष श्री संदीप चन्द्राकर और संरक्षक श्री संजय शर्मा मौजूद थे। वहीं छत्तीसगढ़ स्वच्छता दीदी, महिला/पुरूष महासंघ की ओर से प्रदेश अध्यक्ष श्री पवन नायक, उपाध्यक्ष सुश्री निर्मला मैथ्यू और सचिव सुश्री सुनीता देवांगन उपस्थित थीं। -
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मनोरंजन के साथ साथ छत्तीसगढ़ की जनकल्याणकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारी युवाओं को कर रही आकर्षित
महतारी वंदन योजना, कृषक उन्नति योजना, छत्तीसगढ़ के विकास की संभावनाओं पर युवाओं ने साझा किए विचार
छत्तीसगढ़ी में सब्जी-भाजी, फलों और सामानों के नाम, टंग ट्विस्टर गेम्स, ग्रुप गेम्स में युवाओं ने दिखाई रुचि
आज 19 दिसम्बर की शाम साइंस कॉलेज की चौपाटी में होगा चौथा इवेंट
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की सरकार की टैगलाइन , उनका गृह ग्राम और विधानसभा क्षेत्र ,महतारी वंदन योजना की पात्रता और मिलने वाली राशि , छत्तीसगढ़ी में सब्जी - भाजी , फलों के नाम , यहाँ बोले जाने वाली बोली और भाषा , विमान सेवाओं की रीजनल कनेक्टिविटी, यह ऐसे सवाल थे जो युवाओं के बीच खुशहाल एक साल इवेंट आयोजन के दौरान चर्चा का विषय रहे ।छत्तीसगढ़ जनसंपर्क विभाग द्वारा खुशहाल एक साल नामक इवेंट का तीसरा सफल आयोजन कटोरा तालाब के उद्यान में किया गया । यहाँ उद्यान में भ्रमण करने आए युवा और बच्चों ने जब खुशहाल एक साल इवेंट में भाग लिया तो सरकार की उपलब्धियों को तो जाना ही, उससे जुड़े प्रश्नों का उत्तर भी उत्साहपूर्वक दिया ।
इसके एवज में उन्हें उद्यान के ही रेस्टोरेंट्स के गिफ्ट वाउचर और बिहान के आकर्षक सामान उपहार स्वरूप मिले । खुशहाल एक साल इवेंट के ज़रिए छत्तीसगढ़ सरकार की पिछले एक साल की उपलब्धियों और योजनाओं को युवाओं के मध्य पहुंचाया जा रहा है।मनोरंजन ,खेल , क्विज के माध्यम से लोगों को शासन की योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। सही उत्तर देने पर उन्हें आकर्षक गिफ्ट वाउचर्स , उपहार भी दिए जा रहे हैंखुशहाल एक साल इवेंट के सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए जनसंपर्क विभाग द्वारा आज 19 दिसंबर गुरुवार की शाम साढ़े छह बजे से साइंस कॉलेज के सामने स्थित चौपाटी में चौथा आयोजन किया जाएगा । -
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पद्मविभूषण श्रीमती तीजन बाई से मिलने पहुंचे मंत्री श्याम बिहारी जायसवालचिकित्सकों की टीम के साथ श्रीमती तीजन बाई के स्वास्थ्य की ली जानकारीस्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल ने श्रीमती तीजन बाई को 5 लाख रुपये की दी आर्थिक सहायतास्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल विधायकों के साथ श्रीमती तीजन बाई से मिलने पहुंचे गनियारीरायपुर : प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, पंडवानी की लोक गायिका पद्मविभूषण श्रीमती तीजन बाई की हालत जानने आज उनके निवास गांव गनियारी (विकासखंड पाटन, जिला दुर्ग) पहुंचे। उन्होंने पद्मविभूषण श्रीमती तीजन बाई और उनके परिजनों से मुलाकात कर हाल-चाल पूछा और स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। मंत्री श्री जायसवाल ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के तरफ से 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि का चेक पद्मविभूषण श्रीमती तीजन बाई को प्रदान किया। श्री जायसवाल ने परिवार में नौकरी की माँग को लेकर मुख्यमंत्री से चर्चा करने का भी आश्वासन दिया। साथ ही शासन स्तर से बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की बाते कही।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने निर्देश दिया है कि छत्तीसगढ़ की पहचान पद्म विभूषण श्रीमती तीजन बाई के इलाज में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। तीजन बाई के इलाज के लिए चिकित्सकों की एक टीम भी तैनात की गई है जो लगातार उनका मेडिकल बुलेटिन भी जारी करते रहते हैं। मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के तौर पर पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल ने श्रीमती तीजन बाई को शॉल और श्रीफल भेंट कर सम्मान किया। इस अवसर पर विधायक श्री डोमन लाल कोर्सेवाड़ा, श्री ललित चंद्राकर और श्री गजेंद्र यादव,संचालक स्वास्थ्य सेवाये, कलेक्टर, सीएमएचओ और स्वास्थ्य कर्मचारी भी मौजूद थे। -
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2702 बच्चों को कराया गया स्वर्णप्राशन, 350 बच्चों को पांच दवाओं से निर्मित बाल रक्षा किट भी दिए गए432 अभिभावकों का किया गया प्रकृति परीक्षणरायपुर : बच्चों के व्याधिक्षमत्व, पाचन शक्ति, स्मरण शक्ति, शारीरिक शक्तिवर्धन एवं रोगों से बचाव के लिए शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय, रायपुर में आज 2702 बच्चों को स्वर्णप्राशन कराया गया। विभिन्न रोगों से रोकथाम एवं इम्युनिटी बढ़ाने के लिए 350 बच्चों को पांच दवाईयों से बने बाल रक्षा किट भी वितरित किए गए। आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय के कौमारभृत्य विभाग द्वारा हर पुष्य नक्षत्र तिथि में शून्य से 16 वर्ष के बच्चों को स्वर्णप्राशन कराया जाता है।स्वर्णप्राशन के साथ ही डॉ. लवकेश चंद्रवंशी ने बच्चों के स्वास्थ्य का परीक्षण किया। आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय परिसर में आज स्वर्णप्राशन के साथ ही बच्चों को लेकर आए 432 अभिभावकों का भारत सरकार के ‘देश का प्रकृति परीक्षण’ अभियान के तहत प्रकृति परीक्षण भी किया गया।
शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय परिसर में आयुष विभाग की संचालक सुश्री इफ्फत आरा, प्राचार्य प्रो. डॉ. जी.आर. चतुर्वेदी, चिकित्सालय अधीक्षक प्रो. डॉ. प्रवीण कुमार जोशी और कौमारभृत्य विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. नीरज अग्रवाल के निर्देशन में स्वर्णप्राशन कराया गया। महाविद्यालय के कौमारभृत्य विभाग की व्याख्याता डॉ. सत्यवती राठिया तथा स्नातकोत्तर एवं स्नातक छात्र-छात्राएं हर महीने इसमें महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय द्वारा इस वर्ष की अन्य पुष्य नक्षत्र तिथियों 25 जनवरी को 1235, 21 फरवरी को 1420, 18 मार्च को 1720, 16 अप्रैल को 1410, 13 मई को 1256, 10 जून को 1802, 8 जुलाई को 1342, 3 अगस्त को 1370, 30 अगस्त को 1660, 26 सितम्बर को 2046, 24 अक्टूबर को 2216 और 20 नवम्बर को 2211 बच्चों को स्वर्णप्राशन कराया गया था। -
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भारत सरकार से मिला राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाणपत्र सम्मानचिंतागुफा इलाके का ताड़मेटला गांव, जहां देश के सबसे बड़े नक्सल हमले में शहीद हुए थे 76 जवान, भी इसी सेक्टर में
रायपुर : छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र स्वास्थ्य केन्द्र चिंतागुफा ने स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में वह कर दिखाया है, जिसकी कल्पना भी मुश्किल थी। वर्षों तक दहशत और चुनौतियों का पर्याय रहे, इस क्षेत्र ने अब अपनी सेवा भावना, मेहनत और प्रतिबद्धता से राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है। चिंतागुफा स्वास्थ्य केंद्र को 28 नवंबर 2024 को भारत सरकार के राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाणपत्र से सम्मानित किया गया, जिसमें इसे 89.69 प्रतिशत का उत्कृष्ट स्कोर प्राप्त हुआ है। यह उपलब्धि सुकमा जिले में प्रथम स्थान पर आने के साथ ही पूरे राज्य में चर्चा का विषय बन गई है।
गौरतलब है कि चिंतागुफा स्वास्थ्य केन्द्र के अंतर्गत पांच उप-स्वास्थ्य केन्द्र हैं, जिसमें 45 घोर नक्सल प्रभावित गांव आते हैं। भारत के सबसे बड़ी नक्सल घटना, जहां 76 जवान शहीद हुए थे, वह ताड़मेटला गांव भी इसी सेक्टर में आता है। सुकमा कलेक्टर के अपहरण के बाद रिहाई का क्षेत्र हो या बुरकापाल में शहीदों की याद, सब इसी इलाके की घटना है। कोंटा विकासखण्ड अंतर्गत स्थित यह क्षेत्र घोर नक्सल प्रभावित है, जिसके अंदरूनी गांवों में आज भी माओवादियों की दहशत है।
चिंतागुफा का सफर: संघर्ष से सफलता तक
चिंतागुफा स्वास्थ्य केंद्र, वर्ष 2009 में आरएमए मुकेश बख्शी की पदस्थापना से अस्तित्व में आया। उस समय यह क्षेत्र भवन विहीन, नेटवर्क विहीन, रोड विहीन था। स्टॉफ में सिर्फ एक आरएमए और एक वार्ड व्वाय के साथ स्कूल के एक कमरे में इसका संचालन होता था। जिसक कमरे में इलाज होता था, उसी कमरे ही प्रभारी सोते थे। नक्सलियों के खौफ और बुनियादी सुविधाओं की कमी ने हर कदम पर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए चुनौती थी। वर्ष 2011 में 11 अप्रैल को एक घटना के दौरान नक्सलियों ने एंबुलेंस पर हमला किया, जिसमें आरएमए मुकेश बख्शी और कई बच्चे मौजूद थे।श्री बख्शी बच्चों को बेहतर इलाज के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र दोरनापाल एम्बुलेंस में ले जा रहे थे, तभी नक्सलियों ने एम्बुस लगाकर गोलीबारी की। एम्बुलेंस में 8 गोलियां लगी। किस्मत से किसी को गोली नहीं लगी। नक्सलियों ने सबको नीचे उतार कर जमीन में पेट के बल लेटाकर हाथ पीछे कर बंदूक टिका दिया था। आरएमए मुकेश बख्शी के बार-बार निवेदन और सेवाभाव को देखकर नक्सलियों ने सभी को छोड़ दिया। इसके बावजूद, बख्शी ने अपनी सेवा भावना से लोगों का दिल जीतकर इस क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की नींव मजबूत की। वर्ष 2017 में स्वास्थ्य केन्द्र चिंतागुफा के प्रभारी आरएमए मुकेश बख्शी को चिकित्सा सेवाभाव के लिए स्वास्थ्य मंत्री द्वारा धन्वंतरी सम्मान दिया गया। वर्ष 2017 में ही राज्य टीम के साथ मलेरिया अनुसंधान हेतु श्री बख्शी, श्रीलंका जाने हेतु चयनित हुए। वर्ष 2019 में मुख्यमंत्री द्वारा हेल्थ आइकॉन सम्मान से नवाजा गया।
यह क्षेत्र आज भी बुनियादी संसाधनों से दूर है। सड़कें, नेटवर्क और बाजार जैसी सुविधाएं सीमित हैं। लंबे समय तक नक्सल प्रभाव ने विकास कार्यों और भवन निर्माण को रोके रखा था। बारिश के मौसम में क्षेत्र टापू में बदल जाता है, जिससे पहुंचना कठिन हो जाता है। वर्ष 2020 में स्वास्थ्य भवन और आवासीय सुविधाओं का निर्माण हुआ, जिससे सेवाओं का विस्तार हुआ। राज्य और जिला अधिकारियों, डब्ल्यूएचओ कंसल्टेंट्स, और स्थानीय लोगों के सहयोग से राष्ट्रीय स्तर के मानकों को पूरा करने की तैयारी हुई। 15-16 नवंबर 2024 को भारत सरकार की एनक्वॉस टीम ने चिंतागुफा स्वास्थ्य केंद्र का मूल्यांकन किया। ओपीडी,आईपीडी लैब, लेबर रूम और प्रशासनिक कार्य जैसे सभी विभागों की समीक्षा में उच्च रैंक हासिल किया।
आज चिंतागुफा स्वास्थ्य केंद्र प्रतिमाह औसतन 20 संस्थागत प्रसव, 1000 से अधिक ओपीडी, और 100 से अधिक भर्ती मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही है। यह उपलब्धि केवल एक स्वास्थ्य केंद्र की नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र की दृढ़ता, संघर्ष और सेवा भावना की कहानी है। डॉ. अनिल पटेल, महेंद्र काको, सीमा किसपोट्टा, रीना कुमारी, पार्वती कुहरम, अनिता सोढ़ी सहित पूरी टीम ने एकजुट होकर इस सफलता को संभव बनाया।आयुष्मान आरोग्य मंदिर चिंतागुफा अब इस क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं का प्रतीक बन चुका है, और अपने स्वास्थ्य मानकों और गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रहा है। यह सफलता अन्य घोर प्रभावित क्षेत्रों के लिए एक उदाहरण है कि कैसे समर्पण और टीम वर्क से किसी भी बाधा को पार किया जा सकता है। -
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सही जवाब देकर खूब उपहार भी बटोरेकटोरा तालाब के उद्यान में आज होगा तीसरा इवेंटरायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के सफल नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार के एक साल पूरे हो गए हैं । जनसंपर्क विभाग द्वारा खुशहाल एक साल इवेंट के ज़रिए छत्तीसगढ़ सरकार की पिछले एक साल की उपलब्धियों और योजनाओं को राजधानी रायपुर के लोगों के बीच पहुंचाया जा रहा है । मनोरंजन , गेम्स , हंसी मज़ाक के माहौल में लोगों को शासन की योजनाओं की जानकारी भी दी जा रही और इस बीच सरकार की पिछले एक साल की उपलब्धियों और योजनाओं संबंधी प्रश्न भी रोचक ढंग से पूछे जा रहे हैं । सही जवाब देने पर उन्हें आकर्षक गिफ्ट वाउचर्स , उपहार भी दिए जा रहे हैं । योजनाओं की सही जानकारी और उस पर से सही जवाब देने पर मिलने वाले उपहार से लोगों के उत्साह में चार चांद लग रहा है ।
रविवार 15 दिसंबर मैग्नेटो मॉल से शुरू हुए खुशहाल एक साल इवेंट के सिलसिले की कड़ी में मंगलवार 17 दिसंबर को दूसरा कार्यक्रम तेलीबांधा स्थित मरीन ड्राइव में किया गया । शाम की गुलाबी ठंड में मरीन ड्राइव पे वॉक करने , फ़ूड और गेम जोन में आनेवाले सैकड़ों लोगों ने इवेंट शुरू होने पर रुक कर इसका भरपूर आंनद लिया । कोई खड़े खड़े , कोई तालाब किनारे बैठकर , तो कोई कुर्सी में बैठकर इवेंट का लुत्फ उठाता रहा ।बच्चे , बड़े , बुजुर्ग , युवा सबने ख़ुशहाल एक साल इवेंट में भाग लेते हुए छत्तीसगढ़ सरकार की महतारी वंदन योजना , नियद नेल्ला नार योजना , औद्योगिक विकास नीति बस्तर पर्यटन कॉरिडोर , बढ़ती विमान सेवाएं , अधोसंरचनात्मक विकास के कार्यों को दिल से सराहा । आज बुधवार को इसी कड़ी में कटोरा तालाब के उद्यान में शाम 6.30 बजे से खुशहाल एक सवाल इवेंट आयोजित किया जाएगा। -
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रायपुर : छत्तीसगढ़ राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा परिवहन उप निरीक्षक (तकनीकी) के पद पर चयनित अभ्यर्थियों की सूची आज साक्षात्कार के उपरांत जारी कर दी गई। परिवहन विभाग के लिए लोक सेवा आयोग ने लिखित परीक्षा एवं साक्षात्कार में प्राप्त अंकों के आधार पर 15 अभ्यर्थियों के चयन की मुख्य सूची के साथ ही अनुपूरक सूची भी जारी की है।
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग से प्राप्त जानकारी के अनुसार परिवहन विभाग में उप निरीक्षक परिवहन (तकनीकी) के 15 विज्ञाप्ति पदों की भर्ती के लिए लिखित परीक्षा में अर्ह पाए गए 45 अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए चिन्हांकित किया गया। लोक सेवा आयोग द्वारा आज आयोजित साक्षात्कार में 45 अभ्यर्थियों में से एक अभ्यर्थी अनर्ह तथा 2 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे।42 अभ्यर्थियों के साक्षात्कार के बाद लिखित परीक्षा एवं साक्षात्कार में प्राप्त अंकों की मेरिट के आधार पर वर्गवार चयन सूची जारी की गई, जिसमें सर्वश्री राकेश कुमार रात्रे, अंशुल त्रिपाठी, शिवेन्द्र कुमार सिन्हा, अभिषेक कुमार जायसवाल, भूपेन्द्र कुमार, हरीश कुमार वर्मा, वीणा साहू, जयशंकर राजवाड़े, प्रियांशु खटकर, खुशबू सोरी, पंकज कुमार खुंटे, गीतेश कुमार ठाकुर, दिलीप कुमार, वैभव राज सोरी, ओमप्रकाश धुर्वे शामिल हैं। -
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30 बिस्तर तक के चिकित्सा संस्थानों को बड़ी राहत , फायर एनओसी और बायोमेडिकल वेस्ट के अनापत्ति प्रमाणपत्र की बाध्यता से छूटस्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार के लिए ऐतिहासिक कदम: स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवालरायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की पहल पर छत्तीसगढ़ राज्य उपचार्यगृह तथा रोगोपचार संबंधी स्थापनाएं अनुज्ञापन नियम 2013 में संशोधन करते हुए चिकित्सा संस्थानों को बड़ी राहत देते हुए नई अधिसूचना जारी की गई है। स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने इस बदलाव को स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार के लिए ऐतिहासिक कदम बताते हुए मुख्यमंत्री का आभार प्रकट किया है।
इस अधिसूचना के तहत 30 बिस्तर तक के अस्पतालों को छत्तीसगढ़ राज्य उपचार्यगृह तथा रोगोपचार संबंधी स्थापनाएं अनुज्ञापन नियम 2013 के तहत रजिस्ट्रेशन करवाने हेतु नियमों को लचीला बना दिया गया है। अधिसूचना के अनुसार अब प्रदेश में सभी क्लिनिक को आवेदन के साथ निर्धारित मापदंडों का पालन करने हेतु शपथ पत्र देने पर स्वत लाइसेंस दे दिया जाएगा, जिसे वे ऑनलाइन डाउनलोड कर सकते हैं। इनमें से 10 प्रतिशत संस्थाओं का निरीक्षण किया जाएगा और यदि कोई कमी पाई गई तो एक माह के भीतर उक्त कमियों को दूर करना होगा।
1 से 10 बिस्तर तक के अस्पतालों को आवेदन के साथ मापदंडों का पालन करने हेतु शपथपत्र देने पर लाइसेंस प्रदान कर दिया जाएगा तथा 3 महीने के अंदर उन्हें मापदंडों को पूरा करना होगा। 11 से 30 बिस्तर तक के अस्पतालों को नियमों के तहत आवेदन करना होगा तथा चिकित्सा अधिकारी के द्वारा उनका 3 महीने के अंदर उनका निरीक्षण कर लाइसेंस जारी किया जाएगा । यदि 3 महीने के अंदर यह प्रक्रिया पूरी नहीं की जाती है तो ऐसी संस्थाएं स्वत पंजीकृत मानी जाएगी तथा ऑनलाइन लाइसेंस की प्रति डाउनलोड कर सकेंगी।
30 बिस्तर से अधिक अस्पतालों को लाइसेंस प्राप्त करने हेतु सभी नियमों का पूर्ववर्त पालन करना होगा परंतु उन्हें फायर एनओसी और बायोमेडिकल वेस्ट के अनापत्ति प्रमाणपत्र की बाध्यता से छूट दी गई है । इसके लिए उन्हें अलग से नियमों का पालन करना होगा। नियमों की सरलीकरण से क्लीनिक 30 बिस्तर तक के अस्पतालों को अब पंजीयन कराने में काफी आसानी होगी। इससे स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार होगा और राज्य के लोगों को पहले से अधिक स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिलेगा। -
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समाज कल्याण विभाग ने प्रतिभावान दिव्यांगजन सम्मान समारोह का किया आयोजन
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के सुशासन में राज्य में दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण, पुनर्वास एवं उनके हित के संरक्षण के लिए अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं। समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने आज राजधानी रायपुर के शासकीय दृष्टि एवं श्रवण बाधित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मठपुरैना में सरकार गठन के एक वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित प्रतिभावान दिव्यांगजन सम्मान समारोह समारोह को सम्बोधित करते हुए यह बात कहीं।मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने कहा कि प्रदेश सरकार दिव्यांगजनों के कल्याण तथा हित में बेहतर कार्य कर रही है हम आगे भी आपके हितों के लिए निरंतर कार्य करते रहेंगे। हमारी सरकार लगातार आप सभी के लिए विकास कार्यों के माध्यम से सेवा कर रही है। हमारी सरकार को एक वर्ष पूर्ण हुआ है और हमने सभी लंबित कार्यों को स्वीकृति प्रदान कर आगे बढ़ाया है।
दिव्यांग बच्चों द्वारा प्रस्तुत गीत सुनकर उन्होंने कहा कि कहा कि मैं गीत सुनकर अभिभूत हूं। आगे उन्होंने कहा कि दिव्यांग जनों को समाज के लोगों का भरपूर प्यार और प्रोत्साहन मिलना चाहिए। दिव्यांगजन आज देश-प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं।इस अवसर पर दिव्यांग बच्चों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।इस अवसर पर मूकबधिर विद्यार्थियों ने मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े को अपनी ओर से पेंटिंग भेंट की। कार्यक्रम में राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर ख्याति प्राप्त दिव्यांगजन को सम्मानित किया गया। छत्तीसगढ़ दिव्यांगजन वित्त विकास निगम द्वारा देवपुरी निवासी दिव्यांग श्री चंदन गिलहरे एवं ग्राम भैंसा निवासी दिव्यांग बाल दास मानिकपुरी को ई-रिक्शा प्रदान किया गया।
इस अवसर पर उप संचालक सर्वश्री आर.एन बोस, उप संचालक भूपेंद्र पांडेय, उप संचालक (वित्त) किरन खरे, प्राचार्य अमित त्रिवेदी, अधीक्षिका श्रीमती सीता सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी एवं विद्यार्थी मौजूद रहें।