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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बस्तर दशहरा हमारी समृद्ध संस्कृति का प्रतीक-मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय
माडिया सराय में विकास कार्य हेतु 50 लाख रुपए की घोषणा
मांझी-चालकी और मेम्बर-मेंबरीन के मानदेय में बढ़ोतरी हेतु प्रशासन और बस्तर दशहरा समिति से प्रस्ताव प्रस्तुत करने दिए निर्देश
मुरिया दरबार में जनप्रतिनिधियों सहित माटी पुजारी और मांझी-चालकी, मेम्बर-मेम्बरीन एवं गणमान्य नागरिक हुए शामिल
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा पर्व हमारी आस्था और परम्परा का सबसे महत्वपूर्ण पर्व है, जो सर्वाधिक लम्बी अवधि तक मनाया जाता है। बस्तर दशहरा पर्व को बस्तर अंचल के सभी लोग पूरी श्रद्धा-आस्था के साथ मनाते हैं और इसमें सक्रिय सहभागिता निभाते हैं। वहीं ऐतिहासिक बस्तर दशहरा अब देश-दुनिया के लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर वैश्विक स्तर पर प्रसिद्ध हो गया है, जिससे अब पर्यटकों की संख्या में वृद्धि के साथ ही स्थानीय लोगों की आय को संबल मिला है।मां दंतेश्वरी के आशीर्वाद से बस्तरवासियों की अगाध श्रद्धा और सभी लोगों के सहयोग से इस वर्ष भी बस्तर दशहरा का भव्य एवं सफल आयोजन हुआ है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने उक्ताशय के उद्गार आज जगदलपुर के सिरहासार भवन में विश्वप्रसिद्ध बस्तर दशहरा पर्व के अवसर पर आयोजित मुरिया दरबार को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने इस अवसर पर माडिया सराय में विकास कार्य के लिए 50 लाख रुपए दिए जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने मांझी-चालकी और मेम्बर-मेंबरीन के मानदेय में बढ़ोतरी हेतु जिला प्रशासन और बस्तर दशहरा समिति से प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने बस्तर दशहरा पर्व के ऐतिहासिक मुरिया दरबार में सम्मिलित होने पर खुशी व्यक्त की और कहा कि मुरिया दरबार का आयोजन सदियों से होता आया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर दशहरा पर्व हमारी समृद्ध संस्कृति का प्रतीक है जिसे हम सभी एकजुट होकर श्रद्धा और सहकार की भावना के साथ हर्षाेल्लास मनाते हैं। मुख्यमंत्री ने करीब 3 करोड़ रुपए की लागत से विकसित दशराहा पसरा को बस्तर दशहरा पर्व में आए मांझी-चालकी तथा अन्य लोगों को सुविधा मुहैया करवाने की दिशा में सार्थक प्रयास बताया और कहा कि बस्तर दशहरा पर्व के लिए निर्धारित बजट को 50 लाख रुपए कर दिया गया है। उन्होंने मुरिया दरबार में मांझी-चालकी, मेम्बर-मेम्बरीन और बस्तर दशहरा समिति के पदाधिकारियों की मांग एवं समस्याओं को निराकृत किए जाने की बात कही। मुख्यमंत्री ने बस्तर दशहरा पर्व में सक्रिय सहभागिता निभाने के लिए सभी लोगों को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने मुरिया दरबार में बस्तर विकास प्राधिकरण के पुरखती कागजात का अंग्रेजी संस्करण का विमोचन भी किया।
बस्तर दशहरा पर्व के ऐतिहासिक मुरिया दरबार में बस्तर अंचल के मंत्री, सांसद एवं विधायकों सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों और बस्तर राज परिवार के सदस्य एवं माटी पुजारी श्री कमलचन्द्र भंजदेव, बस्तर दशहरा समिति के उपाध्यक्ष,बस्तर संभाग के विभिन्न क्षेत्रों से आये मांझी-चालकी, मेम्बर-मेम्बरीन तथा बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक, ग्रामीणजन सम्मिलित हुए।
इस अवसर पर माटी पुजारी श्री कमलचन्द्र भंजदेव ने बस्तर दशहरा पर्व के ऐतिहासिक महत्व की जानकारी देते हुए इसे सामाजिक समरसता का अनुपम उदाहरण बताया। उन्होंने बस्तर दशहरा पर्व में शामिल होने के लिए आने वाले देवी-देवताओं हेतु देव सराय की व्यवस्था तथा मांझी-चालकी, पुजारी, गायता सहित ग्रामीणों के ठहरने के लिए बेहतर सुविधा को राज्य सरकार के पहल की सराहना की।मुरिया दरबार में वन मंत्री श्री केदार कश्यप सहित सांसद बस्तर एवं अध्यक्ष बस्तर दशहरा समिति श्री महेश कश्यप और विधायक जगदलपुर श्री किरणदेव ने बस्तरवासियों को बस्तर दशहरा पर्व की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस दौरान बस्तर दशहरा समिति के उपाध्यक्ष श्री लक्ष्मण मांझी ने कहा कि विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा पर्व सभी के सहयोग तथा व्यापक सहभागिता से सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ है। आने वाले साल में इसे और अधिक बेहतर और भव्यता के साथ मनाएंगे। इस अवसर पर मांझी-चालकी और मेम्बर-मेम्बरीन को मोबाइल भेट किया गया। -
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रायपुर : प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने अपने बस्तर प्रवास के दौरान वर्ष 1921 में स्थापित आमचो बस्तर क्लब बस्तर दशहरा में संभाग के विभिन्न क्षेत्रों से पहुँचे मांझी-चालकी, मेंबर-मेंबरिन और बस्तर दशहरा पर्व के पारंपरिक सदस्यों के साथ दोपहर का भोजन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने दशहरा समिति के उपाध्यक्ष लक्ष्मण माँझी से चर्चा की।
मुख्यमंत्री ने दोपहर के भोजन में बस्तर के पारंपरिक व्यंजनों के साथ सैगोड़ा, उड़द दाल बड़ा एवं बंगाला चटनी, मिक्स वेज पकोड़ा, चौलाई भाजी, करेला प्याज आलू बैंगन बड़ी, झूड़गा की सब्जी,रायता, पुड़ी, जीरा राइस, दाल तड़का का भी स्वाद लिया। -
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केंद्रीय पर्यटन मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत से छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक श्री विवेक आचार्य ने की मुलाकात
राज्य की लगभग 300 करोड़ की विभिन्न पर्यटन योजनाओं का पर्यटन मंत्रालय दिल्ली में दिया प्रस्तुतिकरणरायपुर : केंद्रीय पर्यटन मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य में संचालित पर्यटन संबंधी योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए पूर्ण सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया है। आज नई दिल्ली में छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक श्री विवेक आचार्य (IFS) से सौजन्य मुलाकात के दौरान केंद्रीय पर्यटन मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने यह बात कही।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के दिशानिर्देश पर छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक श्री विवेक आचार्य ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री से सौजन्य मुलाकात कर छत्तीसगढ़ में संचालित की जा रही निःशुल्क श्री रामलला अयोध्या दर्शन योजना सहित राज्य की विभिन्न पर्यटन गतिविधियों और योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बस्तर के शिल्पकारों द्वारा निर्मित वनवासी राम की बेलमेटल की प्रतिमा भी केंद्रीय पर्यटन मंत्री श्री शेखावत को भेंट की।
इसके बाद श्री आचार्य ने पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार के संयुक्त सचिव श्री एम.आर. सिंदरेम से मुलाकात कर पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार की योजना "स्पेशल असिस्टेंस टू स्टेट्स फ़ॉर कैपिटल इन्वेस्टमेंट - डेवेलपमेंट ऑफ आइकोनिक टूरिस्ट डेस्टिनेशन टू ग्लोबल स्केल" के तहत रायपुर में फ़िल्म सिटी, कन्वेंशन सेंटर, वेलनेस रिसॉर्ट,नेचर सिटी की नवीन योजनाओं के लगभग 300 करोड़ के प्रस्ताव सबमिट करते हुए छत्तीसगढ़ में पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से संचालित,स्वदेश दर्शन योजना एवं प्रसाद योजना की प्रगति की जानकारी भी दी।
इस दौरान श्री आचार्य ने पर्यटन मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव श्री सुमन बिल्ला से भी मुलाकात कर राज्य में पर्यटन संबंधी अपार संभावनाओं के बारे में चर्चा करते हुए भांचा राम की प्रतिमा भेंट की। -
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रायपुर : छत्तीसगढ़ सरकार के वन विभाग द्वारा बारनवापारा अभ्यारण्य में तीसरा ’बारनवापारा बटरफ्लाई मीट’ का आयोजन 21 से 23 अक्टूबर तक किया जाएगा। इसका उद्देश्य बारनवापारा अभ्यारण्य के विभिन्न आवासों में तितलियों की विविधता का पता लगाना है। इससे वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ आगे के अध्ययनों के लिए प्रमुख हॉट स्पॉट स्थापित करने में मदद मिलेगी।
बारनवापारा वन्यजीव अभ्यारण्य छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में स्थित है। यह 244.66 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला राज्य के मनमोहक वन्यजीव अभ्यारण्यों में से एक है। बारनवापारा का अपने बड़े आकार के कारण महत्वपूर्ण पारिस्थितिक महत्व है। बटरफ्लाई मीट के लिए 18 अक्टूबर 2024 तक आवेदन करना होगा। बारनवापारा बटरफ्लाई मीट में सम्मिलित होने के लिए प्रतिभागियों को वन विभाग द्वारा जारी क्यूआर कोड को स्कैन कर मीट की सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।प्रतिभागियों के लिए आयु सीमा 18 से 60 वर्ष निर्धारित की गई है। सभी प्रतिभागियों को प्रतिदिन 10 से 15 किलोमीटर चलने में सक्षम होना अनिवार्य है और प्रतिभागियों को तितली प्रजाति का बुनियादी ज्ञान होना वांछनीय है। प्रतिभागियों का चयन ’बारनवापारा अभ्यारण्य बटरफ्लाई मीट-2024’ टीम द्वारा किया जाएगा, जिनका निर्णय अंतिम एवं मान्य होगा। सभी प्रतिभागियों को वन विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देश का पालन करना आवश्यक है। -
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रायपुर : छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड के बैठक में बोर्ड के सदस्यों द्वारा सर्वसम्मति से डॉ. सलीम राज को राज्य वक्फ बोर्ड का निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया। राज्य वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज ने कहा कि वक्फ बोर्ड अपने उद्देश्यों के अनुरूप काम करें। इसके लिए मुतवल्लियों से चर्चा कर वक्फ बोर्ड की योजनाओं का सफल क्रियान्वयन, भू-माफियाओं एवं अतिक्रमणकारियों से वक्फ सम्पत्तियों को सुरक्षित करने के साथ ही वक्फ की योजनाओं का सीधा लाभ सामाजिक एवं कमजोर वर्ग के शैक्षणिक विकास के लिए किया जाएगा।
डॉ. सलीम राज ने राज्य वक्फ बोर्ड का अध्यक्ष बनने पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय एवं पिछड़ा वर्ग अल्पसंख्यक विकास मंत्री श्री रामविचार नेताम का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर राज्य वक्फ बोर्ड के सदस्यगण, मुतवल्ली एवं मुस्लिम समाज के गणमान्य नागरिकों ने डॉ. सलीम राज को बधाई और शुभकामनाएं दी। -
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वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने 12.90 करोड़ के निर्माण कार्यों का किया भूमिपूजन
9.37 करोड़ से सड़क निर्माण, 3.44 करोड़ की लागत से लोईंग में बनेगा आईटीआई भवन
कोयलंगा नाला पुल का 2.89 करोड़ की लागत से निर्माण शुरू,
पुल बनने से ओडिसा आवागमन की दूरी होगी कम
रायपुर : वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी की पहल से रायगढ़ जिले में विकास कार्यों की लगातार सौगात मिल रही है। इसी क्रम में वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने आज लोईंग महापल्ली क्षेत्र में 12 करोड़ 90 लाख की लागत के विकास कार्यों का भूमिपूजन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि हमारा सिर्फ एक ही ध्येय है कि रायगढ़ का अधिक से अधिक विकास हो। यहां अधोसंरचना विकास और जन सुविधा से जुड़े निर्माण कार्यों को लगातार स्वीकृति दी जा रही है। इस दौरान सड़क निर्माण कार्यों के साथ लोईंग में बनने वाले आईटीआई भवन निर्माण के साथ ही बटमुल आश्रम महाविद्यालय में अतिरिक्त निर्माण कक्ष का भी भूमिपूजन किया गया है।
वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में हमारी सरकार लगातार विकास कार्यों को आगे बढ़ाने का काम कर रही हैं। निर्माण कार्यों को मंजूरी देने के बाद अब बारिश खत्म होते ही सभी कार्यों के टेंडर प्रक्रिया पूरी कर निर्माण कार्य शुरू करवाया जा रहा है। जिससे इन सुविधाओं का लाभ क्षेत्रवासियों को मिल सके। उन्होंने अधिकारियों और ठेकेदारों से कहा कि निर्माण कार्यों में गुणवत्ता और समय-सीमा इन दो बातों का विशेष रूप से ध्यान रखें। काम की क्वालिटी से कहीं भी समझौता नहीं चलेगा, निर्धारित समय-सीमा में काम पूरा कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि महापल्ली में 29 लाख की लागत से महतारी सदन का निर्माण होगा। जिसका संचालन महिलाओं द्वारा ही किया जायेगा। इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत श्री जितेन्द्र यादव, श्री विजय अग्रवाल, श्री सुकलाल चौहान, श्री सूरत पटेल, श्री अनंत राम चौहान, श्री एन. आर. प्रधान, ईई पीडब्ल्यूडी श्री अमित कश्यप, एसडीओ श्री एम.एस.नायक सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी उपस्थित थे।
3.44 करोड़ से लोईंग में आईटीआई भवन का होगा निर्माण
वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने कहा कि आईटीआई भवन निर्माण से यहां पढ़ऩे वाले छात्रों को बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर का लाभ मिलेगा। साथ ही यहां नए ट्रेड भी शुरू किए जा सकेंगे। उन्होंने कहा कि आईटीआई से छात्र स्किल सीखते हैं जो यहां उद्योगों में रोजगार पाने के साथ ही खुद का व्यवसाय शुरू करने में उन्हें मदद करेगा। इस मौके पर उन्होंने मौजूद छात्रों को मन लगाकर पढऩे और हुनरमंद बन अपने जीवन को सही दिशा में आगे बढ़ाने की बात कही।
12 करोड़ 90 लाख की लागत के इन कार्यों का हुआ भूमिपूजन
वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने 12 करोड़ 90 लाख रुपए के निर्माण कार्यों का भूमिपूजन किया। जिसमें 5 करोड़ 46 लाख रूपए से रायगढ़-लोईंग महापल्ली जामगांव मार्ग का निर्माण कार्य लम्बाई-8.60 कि.मी, 2 करोड़ 8 लाख की लागत से कोतरलिया बस्ती पहुंचमार्ग का निर्माण लंबाई 1.55 कि.मी., 1 करोड़ 83 लाख की लागत से बस्ती जामगांव-छुहीपाली-जूनाडीह मार्ग का निर्माण कार्य, लंबाई 2.40 कि.मी., 3 करोड़ 44 लाख की लागत से लोईंग महापल्ली में नवीन आई.टी.आई. भवन का निर्माण कार्य तथा बटमूल आश्रम कॉलेज में विधायक मद अंतर्गत स्वीकृत 7 लाख 67 हजार की लागत से अतिरिक्त कक्षों के निर्माण कार्य शामिल हैं।
ओडिसा से जोड़ने वाले कोयलंगा नाला पुल का निर्माण प्राथमिकता से करें पूरा-वित्तमंत्री श्री चौधरी
अंचल के लोगों के आवागमन की सुविधा को देखते हुए वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने 2 करोड़ 89 लाख की लागत से बनने वाले कोयलंगा पुल के निर्माण कार्य को प्रारंभ करवाते हुए काम को तेजी से पूरा करने के निर्देश ईई पीडब्ल्यूडी को दिए। उन्होंने कहा कि इससे इस क्षेत्र के लोगों की ओडिसा से कनेक्टिविटी बेहतर होगी और उन्हें कम दूरी तय करनी पड़ेगी। पुल निर्माण कार्य प्रारंभ होने पर स्थानीय निवासियों ने हर्ष जताते हुए वर्षों से लंबित मांग को पूरा करने पर वित्त मंत्री श्री चौधरी को धन्यवाद दिया। -
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खाते में किश्त आने से मजबूत नींव के साथ बनने लगा है सपनो का आशियाना
जिले के अंतिम छोर के गांवों में भी नजर आएगा पक्का पीएम आवास
रायपुर : अंतिम छोर के गाँव की अपनी पहचान होती है। शहर से दूर होने के साथ यहाँ की अपनी जीवनशैली होती है। दूर-दूर घर होते हैं। घर पर गाय बकरियां होती है। हरे-भरे पेड़ पौधे होते हैं। छोटी-छोटी बाड़ियाँ होती है, जहाँ पसंद की साग सब्जियां उगाई गई और आसपास मुर्गे-मुर्गियां छोटे चूजे घूमते-फिरते होते हैं। सुबह से शाम तक चहल-पहल होती है। अपनी परम्पराएं, अपनी संस्कृति और मजबूत रिश्ते मगर कच्चे घर होते हैं...इन्हीं पहचान के बीच किसी के टूटे हुए तो किसी के जैसे-तैसे बने मिट्टी और खपरैल वाले घर भी होते हैं।
गाँव में किसी के पक्के मकान का होना उनके रसूखदार होने की पहचान हुआ करती थी...क्योंकि गरीबी की वजह से पक्के मकान का सपना अनगिनत ग्रामीणों के लिए महज सपना ही था, खेती-किसानी या फिर पीढ़ी दर पीढ़ी कच्चे मकानों में ही जिंदगी गुजार देने वाले ग्रामीणों ने कभी सोचा भी नहीं था कि एक दिन उनका भी पक्का मकान बनेगा और अपने जीते-जी वे किसी रसूखदारों के बीच पक्के मकान में रह पाएंगे। कुछ ऐसा ही सपना कोरबा जिले के अन्तिम छोर के गाँव पतुरियाडाँड़ में रहने वाले गरीब परिवारों को खुशी और गर्व है कि किसी मजबूत रिश्तों की तरह उनके घरों की बुनियादें भी मजबूत हो रही है और कई मुश्किलों से गुजरी कच्चे मकानों में बस यादें ही रह जाएंगी।
कोरबा जिले के पोड़ी उपरोड़ा के अंतिम छोर के गाँव पतुरियाडाँड़ में रहने वाले गुलाब सिंह अपने तीन बेटों के साथ घर पर रहते हैं। लगभग 60 बसंत देख चुके गुलाब सिंह बताते हैं कि किसी तरह गाँव में खेती किसानी और मजदूरी से घर का खर्च चल जाता था। अब बेटे भी यहीं करते हैं। उनकी कई पीढ़ी गुजर गई पर पक्का मकान बन पाएगा, ऐसा कभी सोचा भी नहीं था। उन्होंने बताया कि उनके कच्चे मकान में जिंदगी कट गई। कच्चे मकान में बारिश के समय बहुत ही ज्यादा समस्याओं का सामना करना पड़ा। कभी खपरैल के बीच से टपकते बारिश के पानी में रातों की नींदे खराब हुई तो कई बार नीचे फर्श कीचड़मय हुआ। गुलाब सिंह से बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना में नाम आने के बाद उन्हें इस बात की चिंता थी कि वास्तव में पक्का मकान बनाने के लिए पैसे मिलेंगे या नहीं।
कई बार तो लगता था कि खाते में पैसा नहीं आएगा और पक्के मकान का सपना कभी पूरा नहीं हो पायेगा। गुलाब सिंह ने बताया कि जब खाते में राशि आई तो मकान का सपना हकीकत में बदल गया है। खाते से राशि निकालकर अपनी मकान को मूर्त रूप दे रहा है। गुलाब सिंह ने बताया कि उन्हें खुशी है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों के खाते में पैसा डाला है और यह राशि उनके जैसे गरीब परिवारों के सपनों को सच कर रहा है। इसी गाँव की निवासी पिंकी पैकरा को भी अपने पक्के मकान का पूरा होने का इंतजार है। वह कहती है कि कच्चे मकान में रहने से बहुत परेशानी उठानी पड़ती है। पक्का मकान बारिश के दिनों में उन्हें किसी परेशानी में नहीं डालेगा और वह सुकून से रह पाएगी।
ग्रामीण पंचराम और उनकी पत्नी रूपकुंवर के खाते खाते में भी आवास बनाने के लिए राशि आयी तो इन्होंने मकान पूरा करा लिया है। पंचराम ने बताया कि उनके घर का प्लास्टर का काम ही शेष है, जल्द ही यह काम पूरा हो जाएगा और वे पक्के मकान में रहने लगेंगे। गांव के लबदराम भी पीएम आवास के हितग्राही है। इन्होंने खाते में राशि आते ही काम शुरू कर दिया है। अभी तक 65 हजार प्राप्त कर चुके लबदराम ने बताया कि जल्दी ही उनका घर पूरा हो जाएगा और वे अपने परिवार के साथ कच्चे मकान को अलविदा कह देंगे। इन सभी हितग्राहियों ने पीएम आवास के लिए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया और अपने सपने के आशियाने को लेकर गौरवान्वित महसूस करते हुए खुशी व्यक्त की। -
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ठाकुर देव चौक से हाई-टेक बस स्टैण्ड तक सड़क उन्नयन कार्य का भूमिपूजन
सुव्यस्थित यातायात के साथ शहर के आर्थिक विकास को मिलेगी गति
रायपुर : प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने आज कवर्धा शहर की बहुप्रतिक्षित मांग ठाकुर देव चौक से हाई-टेक बस स्टैण्ड जुनवानी चौक तक सड़क चौड़ीकरण और उन्नयन कार्य का विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर भूमि-पूजन किया। इस 4.20 किलोमीटर उन्नयन कार्य के लिए 11 करोड़ 6 लाख 78 हजार रुपए की राशि स्वीकृत की गई है। गौरतलब है कि कवर्धा में हाईटेक बस स्टैण्ड के निर्माण के बाद इस सड़क की उपयोगिता काफी बढ़ गई थी, जिससे इस मार्ग पर यातायात का दबाव भी बढ़ा था। ऐसे में सड़क के चौड़ीकरण और उन्नयन करने की आवश्यकता थी जिससे आवागमन की सुविधा और बेहतर हो सके। उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने इसकी आवश्यकता को ध्यान में रखकर लोगों के बहुप्रतिक्षित मांग को पूरा करते हुए नवरात्र के पावन अवसर पर शहर वासियों को बड़ी सौगात दी है।
उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने भूमिपूजन कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में श्री विष्णु देव के नेतृत्व में कबीरधाम जिले सहित कवर्धा-पंडरिया का चहुमुखी विकास हो रहा है। प्रदेश में साय सरकार बनने के बाद सभी विकास कार्य अब तेजी से किया जा रहा है, मोदी गारंटी के तहत किए गए वादे को भी पूरा कर रही है। उन्होंने कहा कि ठाकुर देव चौक से हाई-टेक बस स्टैण्ड जुनवानी तक बनने वाली यह सड़क मार्ग शहर के विकास और यातायात व्यवस्था के सुधार में मील का पत्थर साबित होगा।उन्होंने कहा कि सड़क चौड़ीकरण से स्थानीय व्यापार और आम जनजीवन में सकारात्मक बदलाव आएंगे। इस सड़क के चौड़ीकरण और उन्नयन से न केवल यातायात की समस्या का समाधान होगा, बल्कि शहर के आर्थिक विकास को भी गति मिलेगी। इससे यातायात सुगम होने से समय की बचत होगी और यात्रियों के लिए आवागमन अधिक सुरक्षित और आसान बनेगा। उन्होंने कहा कि बेहतर कनेक्टिविटी से आसपास के क्षेत्रों से शहर में आवागमन आसान होगा, जिससे व्यापार, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं तक लोगों की पहुंच में सुधार आएगा। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि सभी बुनियादी सुविधाएं हर नागरिक तक पहुंचे और यह परियोजना उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा हाईटेक बस स्टैण्ड से जुड़ी सुविधाओं का पूरा लाभ तभी मिलेगा जब सड़कें अच्छी और सुगम होंगी। इस परियोजना के पूरा होने से बस स्टैण्ड तक पहुंचने में लोगों को और अधिक सुगमता मिलेगी, साथ ही ट्रैफिक जाम जैसी समस्याओं का समाधान होगा। इससे यात्रियों और स्थानीय निवासियों दोनों को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि आज इसके उन्नयन का भूमिपूजन किया गया है और जल्द ही यहां कार्य प्रारंभ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मोदी गारंटी के तहत प्रदेश के हर क्षेत्र में विकास कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है। सरकार का उद्देश्य है कि कोई भी क्षेत्र विकास से अछूता न रहे। उन्होंने कहा कि सड़कें, बिजली, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं को हर नागरिक तक पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है, और सरकार इस दिशा में तेजी से काम कर रही है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में और भी बड़े विकास कार्य किए जाएंगे, जिससे प्रदेश की प्रगति को एक नई दिशा मिलेगी।
इस अवसर पर पूर्व संसदीय सचिव डॉ. सियाराम साहू, श्री मोतीराम चंद्रवंशी, पूर्व विधायक श्री अशोक साहू, जिला पंचायत सदस्य श्री रामकुमार भट्ट, नगर पालिका अध्यक्ष श्री मनहरण कौशिक, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री संतोष पटेल, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष श्री अनिल ठाकुर, सहित अनेक जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में आम नागरिक उपस्थित थे। -
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रायगढ़ निगम क्षेत्र में लगभग 5 करोड़ की लागत से 11 सड़क निर्माण कार्यों का भूमिपूजन
रायपुर : वित्त मंत्री श्री ओ.पी.चौधरी ने आज रायगढ़ निगम क्षेत्र में 4 करोड़ 95 लाख 91 हजार रुपए की लागत ने बनने वाली 10 डामरीकृत सड़क एवं एक सीसी सड़क निर्माण कार्य का आज भूमि पूजन किया। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र में हो रहे निर्माण कार्यों के लिए वार्डवासियों को बधाई देते हुए कहा कि यहां सड़क निर्माण के कार्य किए जा रहे है इससे जनसामान्य को आवागमन में सुविधा मिलेगी। उन्होंने निर्माण कार्य को लेकर निगम अधिकारी एवं संबंधित ठेकेदार को उच्च गुणवत्ता के साथ समय-सीमा में कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
वित्त मंत्री श्री ओ.पी.चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में क्षेत्र के विकास के लिए निरंतर कार्य किए जा रहे हैं। इससे क्षेत्र के विकास, आधारभूत संरचना को मजबूती मिलने के साथ लोगों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। उन्होंने कहा कि रायगढ़ में विकास का नया अध्याय लिखने के लिए सतत रूप से कार्य के साथ यह प्रयास आगे भी जारी रहेगा। वित्त मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि क्षेत्र के छोटी-बड़ी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के साथ सभी के सहयोग से किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शासन सभी के हितों को ध्यान में रखकर कार्य कर रही है, जिसमें धान का समर्थन मूल्य, महतारी वंदन जैसे विभिन्न योजनाओं के संचालन के साथ ही अधोसंरचना विकास के कार्य किए जा रहे है।
वित्त मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल, विद्युत, सड़क, चिकित्सा जैसे मूलभूत विकास के साथ ही नई पीढ़ी को भी ऊंचाई तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। अब तक संभाग मुख्यालय में ही प्रयास विद्यालय का संचालन किया जाता था, लेकिन रायगढ़ पहला जिला है जहां प्रयास विद्यालय का संचालन किया जा रहा है। यहां पढ़ाई के साथ ही आवासीय सुविधाएं उपलब्ध है। जहां इंजीनियरिंग, मेडिकल, लॉ जैसे विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी करवायी जाती है। अपने बच्चों को प्रवेश परीक्षा के माध्यम से प्रयास विद्यालय में प्रवेश दिलाएं ताकि हमारा प्रयास सफल हो और बच्चों का भविष्य उज्जवल हो सके।
वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने कहा कि हार्टीकल्चर कालेज के लिए 24 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिल चुकी है। साथ ही राष्ट्रीय स्तर के लाईब्रेरी की सुविधा उपलब्ध कराने नालंदा परिसर की स्थापना की जाएगी। जहां युवा विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी आसानी से कर पायेंगे। महापौर श्रीमती जानकी काटजू ने रायगढ़ के विकास में सतत् रूप से सहयोग के लिए वित्त मंत्री श्री चौधरी का आभार व्यक्त किया। इस दौरान उन्होंने पूर्व में निगम क्षेत्र के अंतर्गत कराए गए विकास कार्यों की जानकारी दी। इस मौके पर नगरीय संस्थाओं के अनेक जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में आम नागरिक उपस्थित थे।
इन कार्यों का हुआ भूमि पूजन
कार्यक्रम स्थल छातामुड़ा बस्ती में 32 लाख 15 हजार रुपए की लागत से वार्ड क्रमांक 41 छातामुड़ा मेन गेट से बस्ती तक डामरीकृत सड़क निर्माण, 15 लाख रुपए की लागत से वार्ड क्रमांक 41 मेन रोड से सहदेव पाली बस्ती तक सीसी सड़क निर्माण, 50 लाख रुपए लागत से वार्ड क्रमांक 42 अमलीभौना प्राथमिक शाला से बाबा धाम मुख्य मार्ग से बस्ती तक डामरीकृत सड़क निर्माण कार्य का भूमि पूजन किया गया। इसी तरह मिनीमाता चौक में आयोजित कार्यक्रम में वार्ड क्रमांक 29, 30 पंडित दीनदयाल गार्डन से कयाघाट चौक तक डामरीकृत सड़क निर्माण लागत 32 लाख 70 हजार रुपए, वार्ड क्रमांक 28, 29 आयुर्वेद हॉस्पिटल से मिनीमाता चौक तक डामरीकृत सड़क 40 लाख 53 हजार रुपए लागत से, वार्ड क्रमांक 20 शहीद चौक से शनि मंदिर तक 22 लाख 5 हजार रुपए लागत से, 1 करोड़ 21 लाख 55 हजार रुपए की लागत से वार्ड क्रमांक 37 शंकर टिंबर पुलिया से बेनी कुंज तक डामरीकृत सड़क निर्माण होगा।बोईरदादर चौक पर आयोजित कार्यक्रम में बोईरदादर चौक से शालिनी स्कूल तक 48 लाख 50 हजार रुपए की लागत से डामरीकृत सड़क निर्माण, वार्ड क्रमांक 48 महेश शुक्ला घर से खोखरा घर तक 20 लाख रुपए लागत से डामरीकृत सड़क निर्माण, वार्ड क्रमांक 47 क्रेजी फास्ट फूड सेंटर से विजयपुर चौक से इंदिरा विहार चौक तक 80 लाख 20 हजार रुपए की लागत से डामरीकृत सड़क निर्माण, वार्ड क्रमांक 42 सुरभि डेयरी से सुमित घर की ओर मुख्य मार्ग तक डामरीकृत सड़क 29 लाख 83 हजार रुपए की लागत से निर्माण होगा। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों को दशहरा पर्व की बधाई और शुभकामनाएं दी है। श्री साय ने अपने बधाई संदेश में कहा है कि विजया दशमी का पर्व बुराई पर अच्छाई और अन्याय पर न्याय की जीत का प्रतीक है। यह हमें सत्य के मार्ग पर चलने का साहस देता है, हमें विश्वास दिलाता हैकि सत्य के मार्ग में कितनी भी परेशानियां और कठिनाईयां क्यों न हो, विजय सदा सत्य की होती है। मुख्यमंत्री ने कामना की है कि विजयादशमी का पावन पर्व सभी के जीवन में नकारात्मकता और कठिनाइयों का अंत करने के साथ सुख,समृद्धि और खुशहाली लेकर आए। -
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16 से 22 अक्टूबर 2024 तक होगा आयोजन
23 खेल, 300 प्रतियोगिताएं और 3000 खिलाड़ी भाग लेंगे
ओलंपिक 2024 की कांस्य पदक विजेता सुश्री मनु भाकर और वर्ल्ड क्रिकेट टी-20 के भारतीय कप्तान सूर्या कुमार यादव भी होंगे शामिल
रायपुर : भारत सरकार, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के तत्कालीन सचिव के विशेष प्रयासों से देश में राज्यों के वन विभाग के समस्त स्तर के कर्मचारियों एवं अधिकारियों के एक मंच में परस्पर समन्वय तथा उनके बीच खेल गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से ‘‘अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता’’ वर्ष 1992 में प्रारंभ की गयी थी। छत्तीसगढ़ में आयोजित खेल महोत्सव 16 अक्टूबर 2024 को उद्घाटन समारोह में विशेष अतिथि के रूप में केन्द्रीय वनमंत्री श्री भूपेन्द्र यादव, बिहार सरकार के सहकारिता एवं वन मंत्री डॉ. प्रेम कुमार, केन्द्रीय वन विभाग सचिव लीना नंदन, केन्द्रीय वन महानिदेशक श्री जितेन्द्र कुमार एवं वर्ल्ड क्रिकेट टी-20 के भारतीय कप्तान श्री सूर्यकुमार यादव शामिल होकर खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करेंगे।
छत्तीसगढ़ इस आयोजन की मेजबानी तीसरी बार कर रहा है। इस वर्ष प्रतियोगिता में 23 खेलों की 300 विधाओं में लगभग 3000 खिलाड़ियों का भाग लेना एक बड़ी उपलब्धि है, जिसमें लगभग 584 महिला और 2320 पुरुष खिलाड़ी शामिल होंगे। इस प्रतियोगिता में 29 राज्य, 8 केन्द्र शासित प्रदेश, 6 वानिकी संस्थान और पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के अधिकारी और कर्मचारी भाग लेंगे।
अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता के आयोजन का मुख्य उद्देश्य वन विभाग के जमीनी स्तर के कर्मचारियों से लेकर उच्चाधिकारियों तक की खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहन देना है। ताकि सभी राज्यों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के मध्य परस्पर सामंजस्य और सौहाद्र की भावना विकसित हो, साथ ही एकाग्रता, धैर्य और साहस भी बढ़ता है।
राष्ट्रीय स्तर की इस प्रतियोगिता में खेल नियमों एवं मापदंडों का पूर्णतः पालन किया जाता है। प्रतियोगिता के दौरान खेल विशेषज्ञों का मार्गदर्शन लिया जाएगा, ताकि खेल प्रतियोगिताओं के दौरान सभी खेल नियमों एवं मापदंडों का पालन करते हुए निष्पक्ष एवं पारदर्शिता तरीके से विभिन्न खेल प्रतियोगिताएं संपन्न की जा सके।
खेल प्रतियोगिता में विभिन्न खेलों में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले खिलाडियों को क्रमशः गोल्ड मेडल, सिल्वर मेडल एवं ब्रांज मेडल प्रदान किया जाकर उत्कृष्ठता का प्रमाण-पत्र दिया जाता है। इसके साथ ही राज्यों के उत्कृष्ठ प्रदर्शन हेतु विनर एवं रनरअप की ट्राफी दी जाती है। समापन समारोह में 20 अक्टूबर 2024 को ओलंपिक 2024 में शूटिंग में भारत को कांस्य पदक दिलाने वाली गोल्डन गर्ल सुश्री मनु भाकर शामिल होंगी। खेल महोत्सव में इंडोर और आउटडोर सभी तरह की खेल प्रतियोगिताएं होंगी। उक्त खेल महोत्सव में किकेट, हॉकी, फुटबाल, वालीबॉल, बैडमिंटन, चेस और ब्रिज खास हैं। एथलिट के सभी तरह के खेल भी आयोजित होंगे। खेल प्रतियोगिता के आधार पर मैदान का चयन एवं खिलाड़ियों के रूकने की सभी सुविधाओं की तैयारी पूर्ण कर ली गई है। -
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आभार जताने अपने कृत्रिम पैर से चलकर उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के निवास पहुंचे नक्सल पीड़ित
रायपुर : वनोपज संग्रहण या खेती कार्य जैसे अपनी दैनिक जीवनचर्या के बीच जंगलों के रास्ते गुजरते समय नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी बमों में ब्लास्ट की अलग-अलग घटनाओं में अपना पैर गंवाकर अपाहिज की दर्दभरी जिंदगी जी रहे बस्तर के ग्रामीणों को मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के निर्देश व उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा की पहल पर कृत्रिम पैर का संबल मिल रहा है। पहले चरण में नक्सल हिंसा प्रभावित ऐसे 6 लोगों को फिजिकल रेफरल रिहैबिलिटेशन सेंटर समाज कल्याण परिसर माना कैंप रायपुर में कृत्रिम पैर लगाकर चलने की ट्रेनिंग दी गई। आईईडी ब्लास्ट में पैर खोने के बाद से चलने फिरने के लिए दूसरों पर निर्भर हो गए ये लोग अब कृत्रिम पैर पाकर इतने उत्साहित हैं कि खुद अपने पैरों से चलकर आज उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के निवास अपनी खुशी व्यक्त करने पहुंचे।
उल्लेखनीय है कि बस्तर क्षेत्र के लगभग 70 नक्सल पीड़ितों ने बस्तर शांति समिति की पहल पर विगत सितंबर माह में दिल्ली जाकर जंतर मंतर में प्रदर्शन करने के साथ ही केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह तथा राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात कर उन्हें आप बीती बताते हुए बस्तर में शांति की गुहार लगाई थी। वहीं दिल्ली से लौटकर वे आए तो उपमुख्यमंत्री व गृह मंत्री श्री विजय शर्मा ने अपने निवास कार्यालय में एक-एक पीड़ितों से बात कर उनका हालचाल जाना था और उनका हौसला बढ़ाया था और आईईडी ब्लास्ट में पैर गवा चुके पीड़ितों के कृत्रिम पैर लगवाने के निर्देश दिए थे।
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के निर्देशानुसार आईईडी ब्लास्ट में अपने अंग खोने वाले ग्रामीणों का समाज कल्याण विभाग के सहयोग से ऐसे नक्सल हिंसा पीड़ितों को कृत्रिम अंग लगाने की शुरुआत हो गई है। कृत्रिम पैर लगाने के लिए बस्तर से 9 नक्सल पीड़ित का आना तय हुआ था, किंतु व्यक्तिगत कारणों से 3 पीड़ित अभी नहीं पहुंच पाए। इस प्रकार 6 नक्सल पीड़ित गुड्डू लेकाम बीजापुर, अवलम मारा बीजापुर, सुक्की मड़कम सुकमा, सोमली खत्री बीजापुर, खैरकम जोगा बीजापुर, राजाराम बीजापुर को फिजिकल रेफरल रिहैबिलिटेशन सेंटर समाज कल्याण परिसर माना कैंप रायपुर में कृत्रिम पैर लगाए गए।
कृत्रिम पैर लगने के बाद इनकी जिंदगी एक नई करवट ले रही है। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा के निवास पहुंचे इन नक्सल पीड़ितों ने अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि अब वे अच्छा महसूस कर रहे हैं। कदम-कदम पर किसी और के सहारे की जरूरत नहीं पड़ेगी। जिंदगी में अब आगे बढ़ने और कुछ हासिल करने की सोच सकते हैं। हालांकि नक्सलियों ने जो छीना है उसकी भरपाई नहीं हो सकती। लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार की संवेदनशीलता से उन्हें कृत्रिम पैर सुलभ होने के साथ जीवन में नया उत्साह आया है। इसके लिए छत्तीसगढ़ सरकार का आभार व्यक्त किया। -
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रायपुर : राज्यपाल श्री रमेन डेका से आज यहां राजभवन में छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग रायपुर के प्रभारी चेयरमेन श्री ब्रजेश चंद्र मिश्रा ने सौजन्य भेंट की। -
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रायपुर : उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव 11 अक्टूबर को मुंगेली जिला मुख्यालय में आवास मेला में शामिल होंगे। वे 11 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे बिलासपुर से सड़क मार्ग से मुंगेली के लिए रवाना होंगे। वे दोपहर एक बजे मुंगेली के कृषि उपज मंडी प्रांगण में आयोजित प्रधानमंत्री आवास मेला में शामिल होंगे। श्री साव शाम चार बजे मुंगेली से बिलासपुर के लिए प्रस्थान करेंगे। वे शाम पांच बजे वापस बिलासपुर पहुंचेंगे। -
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रायपुर : राज्यपाल श्री रमेन डेका से आज यहां राजभवन में भारतीय जनसंपर्क सोसायटी नई दिल्ली के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजित पाठक ने सौजन्य मुलाकात की। इस अवसर पर भारतीय जनसंपर्क सोसायटी रायपुर के अध्यक्ष श्री शाहिद अली उपस्थित थे। -
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प्रदेश में अपनी तरह का पहला नवाचार, बूटीगढ़ में जल संरक्षण और आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति का समन्वय
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने की सराहना
वनसंपदा को सहेजने और आमजन को आयुर्वेद के प्रति जागरूक करने मुख्यमंत्री ने किया प्रेरित
रायपुर : छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में जल संरक्षण और आयुर्वेद को लेकर व्यापक जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। यहां आयुर्वेदिक चिकित्सा और प्राकृतिक चिकित्सा को बढ़ावा देने के लिए एक विशेष प्रयास किया गया है। यह प्रदेश में अपनी तरह का पहला नवाचार है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आयुष विभाग और धमतरी जिला प्रशासन के इस नवाचार की सराहना की है और ज्यादा से ज्यादा वन संपदा को सहजने और लोगों को आयुर्वेद के बारे में जागरूक करने के लिए कहा है।इस पहल के अंतर्गत जिला प्रशासन ने आयुर्वेद को स्थानीय लोगों के जीवन में सम्मिलित करने के लिए विशेष रूप से जिले के वंनाचल ग्राम सिंगपुर (बूटीगढ़) में आयुष रसशाला (औषधीय पेय केंद्र) की स्थापना की गई है।
बूटीगढ़ क्षेत्र में प्राकृतिक रूप से औषधिगुणयुक्त पौधे पाये जाते हैं, इसलिए यहां हर्बेरियम का निर्माण किया जा रहा है। औषधिगुणयुक्त पौधों के संवर्धन, प्रचार-प्रसार और उपयोगिता के लिए रसशाला निर्मित किया जा रहा है। इस रसशाला के माध्यम से स्थानीय लोगों, छात्रों और पर्यटकों को रसपान का लाभ मिल सकेगा।
आयुर्वेद में पानी का महत्व अनमोल है, क्योंकि यह शरीर के सभी प्रमुख तत्वों को संतुलित रखता है। धमतरी जिले में "जल जगार" कार्यक्रम के माध्यम से जल संरक्षण के साथ-साथ आयुर्वेदिक पेय पदार्थों और औषधियों की उपयोगिता को भी प्रदर्शित किया गया। प्रदर्शनी में उपस्थित आयुर्वेदिक चिकित्सकों ने बूटीगढ़ और रसशाला के महत्व को बताते हुए यह जानकारी दी कि कैसे एक परिवार और समाज शुद्ध पानी और आयुर्वेदिक खानपान को अपनाकर स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
बेहतर मानसिक और शारिरिक स्वास्थ्य के लिए दिया जा रहा काढ़ा
आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ. अवध पचौरी ने बताया कि 160 प्रकार की जड़ी-बूटियों को चिन्हित किया गया है, जिनमें से पहले चरण में बूटीगढ़ में 25,000 पौधे लगाए गए हैं। इनमें से कुछ ऐसी जड़ी-बूटियाँ हैं जिन्हें आयुर्वेदिक उपचार के लिए चूर्ण या टैबलेट बनाकर इस्तेमाल भी किया जा रहा है। समय के साथ जब बूटीगढ़ विकसित होने लगेगा तो रसशाला के जरिए लोगों को आयुर्वेद के प्रति और भी जागरूक किया जा सकता है। इसके साथ ही बूटीगढ़ में विलुप्त होने वाली जड़ी-बूटियों को भी सहजा जा रहा है, ताकि भविष्य में इन पर शोध हो सके। उन्होंने बताया कि वर्तमान में विभिन्न आयुष केंद्रों में योग करने आये लोगों, मरीजों, गर्भवती महिलाओं , किशोर-किशोरियों व बच्चों को विभिन्न जड़ी-बुटियों से बना काढ़ा, औषधी स्वरूप दिया जा रहा है, जिससे लोगों के मानसिक और शारिरिक स्वास्थ्य में सकारात्मक परिर्वतन देखने को मिल रहा है।
हृदय रोगियों के लिए रामबाण है ‘अर्जुन क्षीरपाक’
डॉ. अवध पचौरी के मुताबिक कोविड काल के बाद से ही लगातार ये देखा जा रहा है कि अचानक हार्ट अटैक से किसी भी उम्र वर्ग के व्यक्ति की ऑन-द-स्पॉट मृत्यु हो रही है, जान बचाने के लिए समय भी नहीं मिल पा रहा है, जो एक चिंता का विषय बन चुका है। आयुर्वेद में अर्जुन पेड़ की छाल से बनें ‘अर्जुन क्षीरपाक’ के नियमित सेवन इंस्टेंट हार्ट अटैक के मामलों में कमी लाई जा सकती है। अर्जुन की छाल में विशेष औषधीय गुण होते हैं, जो हृदय की धमनियों को मजबूती प्रदान करते हैं और हृदय की मांसपेशियों को शक्ति देते हैं। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए अत्यधिक लाभकारी है, जिन्हें हृदय संबंधी समस्याएं हैं या जिनमें हार्ट अटैक का खतरा अधिक होता है।
सामान्य जीवन में बेहद लाभकारी है आयुर्वेदिक औषधियाँ
जिला आयुष अधिकारी डॉ. गुरूदयाल साहू ने जानकारी देते हुए बताया कि हाल ही में जिले में हुए जल जगार महोत्सव में आयुष विभाग की प्रदर्शनी में बूटीगढ़ और रसशाला की प्रदर्शनी में मुनगा (सहजन) जैसे पौधों के औषधीय गुणों को भी प्रदर्शित किया गया, जिसमें मुनगा का सूप बनाने की विधि बताई गई। साथ ही, विभिन्न जड़ी-बूटियों का अर्क डिस्टिलेशन प्रक्रिया के माध्यम से निकाला गया, जिससे रोज़मर्रा के जीवन में उपयोगी औषधियाँ तैयार की जा सकती हैं। बूटीगढ़ और रससाला का उद्देश्य ही यही है कि आमजनों को ज्यादा से ज्यादा औषधीय गुणों से भरे पेड़-पौधों को लेकर जागरूक किया जाए। हमारे घरों में ही कितनी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ उपलब्ध होती हैं, जिसके सेवन से मौसमी बीमारियों को ठीक किया जा सकता है। डॉ. गुरूदयाल आगे बताते हैं कि राशि रत्न पौधों को लगाने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है। ज्यादा से ज्यादा औषधीय पौधरोपण से प्रकृति को भी सहजा जा रहा है और जल सरंक्षण में भी यह कदम सराहनीय है। साथ ही औषधीय पेड़-पौधों से जीवन में सकारात्मकता भी बढ़ती है।
आयुर्वेद के प्राचीन ग्रंथ रसशास्त्र से मिली रसशाला की प्रेरणा
आयुर्वेद के प्राचीन ग्रंथों में से एक रसशास्त्र में औषधियों को बनाने की कई विधियों का वर्णन मिलता है। इन प्रक्रियाओं में अलग-अलग यंत्रों का उपयोग किया जाता था, जिनसे औषधियों को शुद्ध और तैयार किया जाता था। महर्षि नागार्जुन को इन विधियों का जनक माना जाता है। इन औषधियों का उपयोग विशेष रूप से बीमारियों के इलाज में किया जाता है। पुराने समय में आयुर्वेदाचार्य कई प्रकार के यंत्रों का इस्तेमाल करते थे। जैसे दोला यंत्र, उलूखल यंत्र, कच्छप यंत्र, और स्वेदनी यंत्र। इन यंत्रों से औषधियाँ बनती थीं, जो आज भी कई बीमारियों में कारगर होती हैं। आयुष रसशाला के जरिए ताजा जड़ी-बूटियों से औषधीय रस, अर्क, क्वाथ और पेय बनाए जाते हैं। ये औषधियाँ शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती हैं और कई बीमारियों में फायदेमंद साबित होती हैं। -
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रायपुर : उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के निर्देशानुसार छत्तीसगढ़ शासन के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने आज 421 अभियंताओं को उनके दीर्घकालीन सेवा योगदान का सम्मान करते हुए समयमान वेतन का लाभ प्रदान करने का आदेश जारी किया है। इस आदेश के अंतर्गत 25 वर्ष की सेवा पूर्ण करने वाले 32 अभियंता, 10 वर्ष की सेवा पूर्ण करने वाले 388 अभियंता, और 08 वर्ष की सेवा पूर्ण करने वाले 01 अभियंता शामिल हैं। इन अभियंताओं में उप अभियंता, सहायक अभियंता, कार्यपालन अभियंता एवं अधीक्षण अभियंता शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि यह प्रकरण पिछले 4-5 वर्षों से लंबित था और उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के निर्देशों के परिणामस्वरूप अब जाकर इन अभियंताओं को समयमान वेतन का लाभ मिल रहा है। ज्ञात हो कि अभियंताओं द्वारा उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा से मिलकर अपनी समस्याओं से अवगत कराया गया था उपमुख्यमंत्री ने अभियंताओं को आस्वाशन दिया था कि उनकी समस्याओं का तत्काल निराकरण किया जाएगा। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा के निर्देशानुसार अभियंताओं को समयमान वेतन का लाभ दिया है जो पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग में वर्षों से सेवा करते आ रहे हैं और प्रदेश के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। -
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'भारत ने "अनमोल रत्न" खो दिया'रायपुर : उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने सुप्रसिद्ध उद्योगपति श्री रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने आज यहां जारी अपने शोक संदेश में कहा है कि भारत ने रतन टाटा जी के रूप में एक महान सपूत खो दिया। उनके निधन का दु:खद समाचार मन को झकझोर देने वाला है। देश ने अपना एक "अनमोल रत्न" खो दिया है।
उप मुख्यमंत्री श्री साव ने श्री रतन टाटा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि भारत की औद्योगिक प्रगति और सामाजिक विकास में उनका महत्वपूर्ण योगदान है। अपने परोपकारी और नवाचारी नजरिए से उन्होंने उद्योग जगत में खास मुकाम हासिल किया था। उन्होंने टाटा ट्रस्ट के माध्यम से स्वास्थ्य, शिक्षा और ग्रामीण विकास के अपने कार्यों से औद्योगिक क्षेत्र से इतर समाज के सभी वर्गों के बीच प्रतिष्ठा अर्जित की थी।