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इक़बाल मैदान में भीड़ इकट्ठी करके कोरोना गाइडलाइन उल्लंघन करने पर कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद समेत करीब दो हज़ार लोगों के खिलाफ थाना तलैया में धारा 188 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
भोपाल : फ्रांस राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के ख़िलाफ़ भारत में जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं. ऐसा ही एक प्रदर्शन मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के इक़बाल मैदान में भी कल हुआ. कोरोना वायरस की गाइडलाइन का उल्लंघन करते हुए कांग्रेस विधायक आरिफ़ मसूद की अगुवाई में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ज़ोरदार प्रदर्शन किया. अब इसपर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सख़्ती दिखाई है.
सीएम शिवराज ने कहा है कि मध्य प्रदेश शांति का टापू है. लेकिन अब भोपाल में शांति भंग करने वालों से सख़्ती से निपटा जाएगा. किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वो कोई भी हो.
कांग्रेस विधायक ने केंद्र सरकार से की ये मांग
विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने मांग की कि केंद्र सरकार फ्रांस में भारतीय राजदूत को वहां के शासन के 'मुस्लिम विरोधी' रुख के खिलाफ विरोध दर्ज कराने के लिए कहे. मसूद ने मैक्रों पर पैगंबर मोहम्मद के आक्रामक कार्टूनों का समर्थन करने और जानबूझकर मुस्लिमों की भावनाओं को आहत करने का आरोप लगायाइक़बाल मैदान में भीड़ इकट्ठी करके कोरोना गाइडलाइन उल्लंघन करने पर कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद समेत करीब दो हज़ार लोगों के खिलाफ थाना तलैया में धारा 188 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
क्यों हो रहे हैं विरोध प्रदर्शन?
यह पूरा विवाद पेरिस के उपनगरीय इलाके में एक शिक्षक की हत्या के बाद शुरू हुआ, जिसने पैगंबर मोहम्मद के कार्टून अपने विद्यार्थियों को दिखाए. बाद में उसकी सिर काटकर हत्या कर दी गई थी. शिक्षक की हत्या के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की ओर से की गई विवादित टिप्पणी को लेकर मुस्लिम देशों के बीच फ्रांस के खिलाफ माहौल बनता जा रहा है. -
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2022 से पहले अपनी जड़ मजबूत करने में लगी कांग्रेस को गुरुवार को बड़ा झटका लगा है। उन्नाव से पूर्व सांसद तथा पार्टी की वरिष्ठ नेता अन्नू टंडन ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
उत्तर प्रदेश के साथ उन्नाव में कांग्रेस की जड़ मजबूत करने के अभियान में काफी जोर-शोर से लगीं अन्नू टंडन के इस्तीफा देने से पार्टी को बड़ा झटका लगा है। अपना इस्तीफा ट्वीट करते हुए उन्होंने प्रदेश नेतृत्व से कोई तालमेल न होने और सहयोग न मिलने के आरोप लगाए हैं। अन्नू टंडन ने कहा है कि पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा से बातचीत से भी आगे का कोई रास्ता नहीं निकल सका। उन्होंने कहा कि आज तो मैंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से अपना इस्तीफा दे दिया है। इस संबंध में मैंने अपना बयान भी साझा किया है। अब मुझे मेरे सभी शुभचिंतकों का प्यार और आशीर्वाद चाहिए।
मीडिया मैनेजमेंट और सेल्फ ब्रांडिंग में बिजी हैं पार्टी के नेता
अन्नू टंडन ने कहा कि उन्हेंं इतना दुख 2019 का लोकसभा चुनाव हारने का नहीं हुआ जितना की पार्टी संगठन की तबाही और बिखराव देखकर हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस का नेतृत्व सोशल मीडिया मैनजमेंट और व्यक्तिगत ब्रांडिंग में लीन है। पार्टी और वोटरों के बिखर जाने से उनको कोई मतलब नहीं है। पूर्व सांसद ने कहा कि नेक इरादों के बावजूद मेरे कुछ सहयोगी और बेहद ही अस्तित्वहीन व्यक्ति मेरा झूठा प्रचार कर रहे हैं। तकलीफ तब होती है, जब शिकायत के बाद भी पार्टी का नेतृत्व कोई प्रभावी कदम नहीं उठाता है। मेरी बात पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी से भी हुई कोई भी विकल्प या आगे का रास्ता नहीं निकल पाया। यूपी और अन्य राज्यों के वरिष्ठ नेता भी असहाय नजर आए।
बांगरमऊ उप चुनाव पर पड़ेगा असर
उत्तर प्रदेश में होने वाले उपचुनाव अपने पूरे शबाब पर हैं लेकिन इस सब के बीच अन्नू टंडन के इस्तीफा से कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है। उन्नाव से 2009 में सांसद का चुनाव जीतने वाली कद्दावर नेता अन्नू टंडन के पार्टी से इस्तीफा देने से उन्नाव की बांगरमऊ सीट पर भी काफी प्रभाव पड़ेगा। उपचुनाव से ठीक पहले अन्नू टंडन के कांग्रेस छोडऩे पर कई सवाल खड़े हो गए हैं।
प्रदेश नेतृत्व पर सवाल
अपना इस्तीफा ट्वीट करते हुए उन्होंने प्रदेश नेतृत्व से कोई तालमेल न होने और सहयोग न मिलने के आरोप लगाए हैं। अन्नू टंडन ने कहा है कि पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा से बातचीत से भी आगे का कोई रास्ता नहीं निकल सका। उन्होंने बताया कि पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को को इस्तीफा भेज दिया है। उन्होंने पार्टी की नीतियों पर काफी नाराजगी भी जताई है। अन्नू टंडन का कहना है सोनिया गांधी और राहुल गांधी से सहयोग मिलता रहा। अभी प्रदेश नेतृत्व से सहयोग नहीं मिल रहा था। उनकी कार्यशैली ठीक नहीं थी। इस बारे में प्रियंका वाड्रा से बातचीत का हवाला देते हुए कहा कि उनसे बात के बाद भी कोई रास्ता नहीं निकल सका। उन्होंने प्रदेश नेतृत्व से कोई तालमेल न होने और सहयोग न मिलने के आरोप लगाए हैं। कांग्रेस में रहते हुए पंद्रह सालों मे मिले सहयोग के लिए सोनिया गांधी का आभार भी जताया।
अभी भविष्य का फैसला नहीं
अब समाजवादी पार्टी में जाने की चर्चा पर उन्होंने कहा कि अभी कुछ तय नहीं है। अब आगे का फैसला तो सोच समझ कर लूंगी। 2014 के लोकसभा चुनाव में अन्नू टंडन चौथे और 2019 के चुनाव में तीसरे नम्बर पर रहीं थीं।
अन्नू टंडन के साथ ही कुछ समय पहले ही कांग्रेस प्रदेश महासचिव बनाए गए अंकित परिहार ने भी इस्तीफा दिया है। इसी तरह उन्नाव के करीब 50 कार्यकर्ताओं ने पार्टी छोड़ दी है। -
नई दिल्ली : देश में कोरोना की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है। बीते 24 घंटों में देश में एक बार फिर 50 हजार से कम नए मामले सामने आए हैं। बीते कई दिनों से नए मामलों की संख्या 50 हजार से कम रही है। इसके साथ ही देश में कोरोना की रिकवरी दर भी लगातार बढ़ रही है और सक्रिय मामलों में भी कमी आ रही है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में बीते 24 घंटों में कोरोना के 49,881 मामले सामने आए हैं। इस दौरान भारत में कोरोना से 517 लोगों की मौत हुई है। इससे कोरोना का आंकड़ा 80 लाख के पार चला गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में कोरोना के अब तक 80 लाख 40 हजार 203 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से कोरोना के अब तक 73 लाख 15 हजार 989 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं। देश में सक्रिय मामलों की संख्या में लगातार कमी आ रही है। फिलहाल देश में करीब 6 लाख सक्रिय मामले हैं। यह आंकड़ा 6 लाख 3 हजार 687 है। देश में कोरोना से मौतों का आंकड़ा 1 लाख 20 हजार 527 हो गया है।
सक्रिय मामलों में लगातार कमी
देश में सक्रिय मामलों में लगातार कमी आ रही है। पिछले 24 घंटों में देश में कोरोना के 7,116 सक्रिय मामले कम हुए हैं। जिससे एक्टिव केस की दर घटकर 7.64% हो गई है। इसके साथ ही कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। बीते 24 घंटों में देश में 56,480 लोग कोरोना से ठीक हुए हैं। इससे रिकवरी दर 90.85% हो गई है। भारत की कोरोना मृत्यु दर 1.50% है।
साढ़े 10 करोड़ से ज्यादा टेस्ट
देश में अब तक 10 करोड़ से ज्यादा सैंपलों की कोरोना जांच की जा चुकी है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (Indian Council of Medical Research, ICMR) की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में मंगलवार तक 10,65,63,440 सैंपलों की COVID-19 हो चुकी है, जिनमें से 10,75,760 टेस्ट कल किए गए हैं। -
नई दिल्ली : देश में कोरोना के हालात में तेजी से सुधार हो रहा है। एक तरह जहां कोरोना के दैनिक मामलों में लगातार कमी आ रही है तो दूसरी ओर कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। देश में कोरोना से अब तक करीब 91 फीसद लोग ठीक हो चुके हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटों में देश में कोरोना के 43,893 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान देश में कोरोना से मौत का आंकड़ा 508 रहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में अब तक कोरोना से मामले 79 लाख से ज्यादा हो चुके हैं। भारत में कोरोना के अब तक 79 लाख 90 हजार 322 मामले सामने आ चुके हैं। इसके साथ ही देश में कोरोना से 72 लाख 59 हजार 509 लोग ठीक हो चुके हैं। देश में कोरोना के सक्रिय मामले घटकर 6 लाख 10 हजार 803 हो चुके हैं। देश में कोरोना से अब तक 1 लाख 20 हजार 10 लोगों की मौत हो चुकी है।
रिकवरी दर में लगातार वृद्धि
देश में कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पिछले 24 घंटों में देश में कोरोना से 58,439 मरीज ठीक हो चुके हैं। इससे कोरोना की रिकवरी दर 90.85% हो गई है। देश में सक्रिय मामले भी कम हुए हैं। बीते 24 घंटों में देश में 15,054 सक्रिय मामले कम हुए हैं। इससे एक्टिव केस की दर 7.64% रह गई है। भारत में कोरोना की मृत्यु दर 1.50% है।
साढ़े 10 करोड़ से ज्यादा टेस्ट
देश में अब तक 10 करोड़ से ज्यादा सैंपलों की कोरोना जांच की जा चुकी है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (Indian Council of Medical Research, ICMR) की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में मंगलवार तक 10,54,87,680 सैंपलों की COVID-19 हो चुकी है, जिनमें से 10,66,786 टेस्ट कल किए गए हैं। -
एजेंसी
नई दिल्ली : हाथरस कांड की सीबीआई जांच की निगरानी का जिम्मा सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाई कोर्ट को सौंप दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई से कहा कि वह जांच की स्टेटस रिपोर्ट हाई कोर्ट में जमा करवाए. मुकदमे को दिल्ली ट्रांसफर करने पर फिलहाल कोई आदेश देने से कोर्ट ने मना कर दिया. कहा- जांच पूरी होने के बाद अगर ज़रूरत हुई तो इस सवाल पर विचार किया जा सकता है.
याचिकाओं में रखी गई थी अलग-अलग मांगे
सुप्रीम कोर्ट में हाथरस मामले पर दाखिल कई याचिकाओं में अलग-अलग मांगे रखी गई थी. इनमें- सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट के मौजूदा या पूर्व जज की अध्यक्षता में SIT के गठन, सीबीआई जांच की समय सीमा तय करने, जांच की सुप्रीम कोर्ट की तरफ से निगरानी, पीड़ित परिवार को सीआरपीएफ की सुरक्षा देने और मुकदमे को दिल्ली ट्रांसफर करने जैसे कई पहलू शामिल थे. मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस एस ए बोबडे की अध्यक्षता वाली तीन जजों की बेंच ने की. जजों ने कई बार यह कहा था कि इनमें से ज्यादातर पहलुओं पर आदेश देने में हाई कोर्ट सक्षम है. याचिकाकर्ताओं को अपनी बातें वही रखनी चाहिए.
सुप्रीम कोर्ट ने मामले को इलाहाबाद हाई कोर्ट में भेजा
आज दिए आदेश में सुप्रीम कोर्ट ने मामले को इलाहाबाद हाई कोर्ट में भेज दिया. कोर्ट ने कहा- “हाई कोर्ट भी मामले पर सुनवाई कर रहा है. जो भी बातें सुप्रीम कोर्ट में रखी गई हैं, उन्हें हाई कोर्ट देख सकता है. सीबीआई अपनी जांच की स्टेटस रिपोर्ट हाई कोर्ट में जमा करवाए और हाईकोर्ट के निर्देशों के मुताबिक जांच को आगे बढ़ाए.“
मुकदमे को दिल्ली ट्रांसफर करने की मांग पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा, “अभी इस पर आदेश देने की कोई जरूरत नहीं है. पहले सीबीआई को जांच पूरा पूरी करने दिया जाए. उसके बाद जरूरत के मुताबिक इस मसले को हमारे सामने रखा जा सकता है.“ पीड़ित परिवार को सीआरपीएफ की सुरक्षा देने की मांग पर भी सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर इस पहलू पर कोई आदेश देने की जरूरत है, तो वह हाई कोर्ट कर सकता है.
पीड़ित परिवार की पहचान उजागर न हो- सुप्रीम कोर्ट
मामले की सुनवाई के दौरान यूपी सरकार के लिए पेश हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने हाई कोर्ट के एक आदेश का हवाला दिया था, जिसमें पीड़िता और उसके परिवार की पहचान उजागर हो रही थी. सुप्रीम कोर्ट ने आज हाई कोर्ट से आग्रह किया कि वह अपने आदेश में उचित संशोधन कर ले, जिससे पीड़ित परिवार की पहचान उजागर न हो सके. -
पिछले 24 घंटों में देश में कोविड-19 के 45,148 नए मामले सामने आए हैं. हालांकि, एक सबसे बड़ी बात जो है वो यह कि पिछले 24 घंटों में 480 लोगों की मौत हुई है, जोकि 10 जुलाई के बाद एक दिन में सबसे कम मौत का आंकड़ा है.
नई दिल्ली : भारत में 26 अक्टूबर, 2020 को कोरोनावायरस के कुल मामलों की संख्या 79 लाख के पार हो चुकी है. सोमवार तक दर्ज होने वाले नए मामलों के साथ देश में अब तक दर्ज कोरोना संक्रमण की कुल संख्या 79,09,959 हो चुकी है. पिछले 24 घंटों में देश में कोविड-19 के 45,148 नए मामले सामने आए हैं, जोकि तीन महीने में सबसे कम हैं. 22 जुलाई को एक दिन में 37,724 केस दर्ज किए गए थे.
हालांकि, एक सबसे बड़ी बात जो है वो यह कि पिछले 24 घंटों में 480 लोगों की मौत हुई है, जोकि 10 जुलाई के बाद एक दिन में सबसे कम मौत का आंकड़ा है. 10 जुलाई को 475 मौतें दर्ज हुई थीं.
ठीक होने वालों की संख्या 71 लाख के पार चल रही है. देश का रिकवरी रेट भी 90% के पार हो गया है. रिकवरी रेट-90.23% हो चुका है. पिछले 24 घंटों में 59,105 मरीज़ ठीक हुए हैं. अगर एक्टिव मरीजों की बात करें तो इनकी संख्या 13 अगस्त के बाद सबसे कम है. देश में फिलहाल कुल एक्टिव मरीज़ 8.26% यानी 6,53,717 हैं. इस बीमारी से अब 71,37,228 लोग ठीक हो चुके हैं. देश में अब तक 1,19,014 मरीजों की मौत हो चुकी है. देश का डेथ रेट 1.5% है.
देश में कोरोना का पॉजिटिविटी रेट 4.8% चल रहा है. पिछले 24 घंटों में कुल 9,39,309 कोरोना टेस्ट हुए हैं. अब तक कुल टेस्ट की संख्या 10,34,62,778 हो चुकी है.
COVID-19 के 79 लाख मामले 270 दिन मेंCOVID-19, यानी कोरोनावायरस से फैलने वाली महामारी का प्रकोप पिछले कई महीनों से दुनियाभर में आतंक मचाए हुए है... हिन्दुस्तान में इस रोग की चपेट में आने वालों की तादाद एक लाख, यानी 1,00,000 तक पहुंचने में 110 दिन का समय लगा था, लेकिन उसके बाद गति बढ़ती चली गई, और देश में एक लाख नए केस सिर्फ एक-दो दिन में जुड़ने लगे... भारत को 79 लाख पुष्ट कोविड-19 मामलों का आंकड़ा पार करने में कुल 270 दिन लगे हैं...तिथि कुल मामले समय लगा19 मई 1,01,139 110 दिन3 जून 2,07,615 15 दिन13 जून 3,08,993 10 दिन21 जून 4,10,461 8 दिन27 जून 5,08,953 6 दिन2 जुलाई 6,04,641 5 दिन7 जुलाई 7,19,665 5 दिन11 जुलाई 8,20,916 4 दिन14 जुलाई 9,06,752 3 दिन17 जुलाई 10,03,832 3 दिन20 जुलाई 11,18,043 3 दिन23 जुलाई 12,38,635 3 दिन25 जुलाई 13,36,861 2 दिन27 जुलाई 14,35,453 2 दिन29 जुलाई 15,31,669 2 दिन31 जुलाई 16,38,870 2 दिन2 अगस्त 17,50,723 2 दिन3 अगस्त 18,03,695 1 दिन5 अगस्त 19,08,254 2 दिन7 अगस्त 20,27,074 2 दिन9 अगस्त 21,53,010 2 दिन10 अगस्त 22,15,074 1 दिन12 अगस्त 23,29,638 2 दिन14 अगस्त 24,61,190 2 दिन15 अगस्त 25,26,192 1 दिन17 अगस्त 26,47,663 2 दिन18 अगस्त 27,02,742 1 दिन20 अगस्त 28,36,925 2 दिन21 अगस्त 29,05,823 1 दिन23 अगस्त 30,44,940 2 दिन24 अगस्त 31,06,348 1 दिन26 अगस्त 32,34,474 2 दिन27 अगस्त 33,10,234 1 दिन29 अगस्त 34,63,972 2 दिन30 अगस्त 35,42,733 1 दिन31 अगस्त 36,21,245 1 दिन2 सितंबर 37,69,529 2 दिन3 सितंबर 38,53,406 1 दिन4 सितंबर 39,36,747 1 दिन5 सितंबर 40,23,179 1 दिन6 सितंबर 41,13,811 1 दिन7 सितंबर 42,04,613 1 दिन9 सितंबर 43,70,128 2 दिन10 सितंबर 44,65,863 1 दिन11 सितंबर 45,62,414 1 दिन12 सितंबर 46,59,984 1 दिन13 सितंबर 47,54,356 1 दिन14 सितंबर 48,46,427 1 दिन15 सितंबर 49,30,236 1 दिन16 सितंबर 50,20,359 1 दिन17 सितंबर 51,18,253 1 दिन18 सितंबर 52,14,677 1 दिन19 सितंबर 53,08,014 1 दिन20 सितंबर 54,00,619 1 दिन22 सितंबर 55,62,663 2 दिन23 सितंबर 56,46,010 1 दिन24 सितंबर 57,32,518 1 दिन25 सितंबर 58,18,570 1 दिन27 सितंबर 59,92,532 2 दिन28 सितंबर 60,74,702 1 दिन29 सितंबर 61,45,291 1 दिन30 सितंबर 62,25,763 1 दिन1 अक्टूबर 63,12,584 1 दिन3 अक्टूबर 64,73,544 2 दिन4 अक्टूबर 65,49,373 1 दिन5 अक्टूबर 66,23,815 1 दिन7 अक्टूबर 67,57,131 2 दिन8 अक्टूबर 68,35,655 1 दिन9 अक्टूबर 69,06,151 1 दिन11 अक्टूबर 70,53,806 2 दिन12 अक्टूबर 71,20,538 1 दिन14 अक्टूबर 72,39,389 2 दिन15 अक्टूबर 73,07,097 1 दिन17 अक्टूबर 74,32,680 2 दिन19 अक्टूबर 75,50,273 2 दिन21 अक्टूबर 76,51,107 2 दिन22 अक्टूबर 77,06,946 1 दिन24 अक्टूबर 78,14,682 2 दिन26 अक्टूबर 79,09,959 2 दिन -
लखनऊ : हाथरस कांड मे बनी विशेष जांच दल (एसआइटी) में शामिल डीआइजी चंद्रप्रकाश की पत्नी पुष्पा प्रकाश की राजधानी लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी स्थित घर में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है।
बताया जा रहा है कि उन्होंने फांसी लगाकर कर आत्महत्या कर ली है। आननफानन में उन्हें लोहिया अस्पताल ले जाया गया, जहां मृत घोषित कर दिया गया। चंद्रप्रकाश पीटीसी उन्नाव में डीआइजी पद पर तैनात हैं।
2004 बैच के आइपीएस अधिकारी चंद्र प्रकाश की पत्नी पुष्पा प्रकाश ने शनिवार को करीब 11:00 बजे के आसपास आत्महत्या कर ली है। डीआइजी की 36 वर्षीय पत्नी पुष्पा प्रकाश ने फांसी लगाकर आत्महत्या क्यों की, इसकी वजह अभी तक साफ नहीं हो पाई है। मौके से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है।
बता दें कि हाथरस कांड की जांच के लिए तीन सदस्यीय एसआइटी गठित कर पूरे प्रकरण के हर पहलू की पड़ताल कराने का निर्देश दिए गए थे। सचिव गृह भगवान स्वरूप की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय एसआइटी में डीआइजी चंद्र प्रकाश भी बतौर सदस्य शामिल हैं। चंद्र प्रकाश-द्वितीय की साफ-सुथरी छवि के ईमानदार अफसरों में गिनती होती है।
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नई दिल्ली : देश में कोरोना वैक्सीन के ट्रायल तेजी से चल रहे हैं। माना जा रहा है कि, इस साल के अंत तक देश को एक कोरोना वैक्सीन मिल सकती है। इसी बीच व्यय सचिव टीवी सोमनाथन ने कोविड 10 की वैक्सीन की डिलीवरी को लेकर अहम बयान दिया है। व्यय सचिव ने कहा कि, सरकार के पास सभी को कोविड -19 के टीके की डिलीवरी सुनिश्चित करने पर्याप्त संसाधन हैं। एक बार वैक्सीन आ जाने के बाद यह आसानी से देश के हर नागरिक तक पहुंच जाएंगे।
सभी तक वैक्सीन पहुंचाने का पर्याप्त बजटव्यय सचिव टीवी सोमनाथन ने गुरुवार इकॉनोमिक टाइम्स से कहा कि, हमने इस बारे में एक अनुमान लगाया है और मैं आपको यह बहुत साफ साफ बता सकता हूं कि देशभर में कोरोना वैक्सीन हर जरूरतमंद व्यक्ति तक पहुंचाने में बजट कोई बाधा नहीं है। वित्त मंत्रालय ने सभी उपलब्ध संसाधनों के हिसाब से यह क्षमता विकसित कर ली है। जब कोरोना की वैक्सीन आ जाएगी तो इसे देश के हर व्यक्ति तक आसानी से पहुंचाया जा सकेगा।
मुफ्त कोरोना वैक्सीन पर कही ये बड़ी बातदरअसल हाल में ही कई ऐसी रिपोर्ट्स सामने आई थीं। जिनमें कहा गया था कि कोरोना की वैक्सीन आ जाने के बाद भी देश के 130 करोड़ लोगों तक इसे पहुंचाना वित्तीय और लॉजिस्टिक सुविधा के हिसाब से एक बड़ी चुनौती साबित हो सकती है। टीवी सोमनाथन से जब यह पूछा गया कि, क्या कोरोनावायरस की वैक्सीन देश के लोगों को मुफ्त में दी जाएगी। तो उन्होंने इसका जवाब देते हुए कहा कि, इस मामले में फैसला स्वास्थ्य मंत्रालय को लेना है।
स्वास्थ्य मंत्रालय और नीति अयोग तय करेगा वैक्सीन का वितरणउन्होंने इस बात के भी संकेत दिए कि देश में बहुत से लोग ऐसे हैं जो कोरोना वैक्सीन के लिए कीमत चुका सकते हैं। सार्वजनिक धन का सदैव विवेक के साथ उपयोग किया जाना चाहिए। किसे मुफ्त दिया जाना चाहिए और कैसे-प्राथमिकता तय करने की जिम्मेदारी मैं स्वास्थ्य विशेषज्ञों पर छोड़ दूंगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय और नीति अयोग के सदस्य वीके पॉल की अध्यक्षता वाली समिति वितरण के विवरण को तैयार कर रही है। -
ब्रीजीलिया : कोरोना वैक्सीन पर इस वक्त एक बड़ी खबर ब्राजील से आ रही है। यहां कोरोना वैक्सीन के ट्रायल में शामिल एक वालंटियर की अचानक मौत हो गई है। ब्राजील की स्वास्थ्य एजेंसी एविसा ने बुधवार को इसकी घोषणा की।उन्होंने बताया कि एस्ट्राज़ेनेका और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित की जा रही कोरोना वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल में शामिल एक वालंटियर की मौत हो गई है। इसके साथ ही ब्राजील की स्वास्थ्य एजेंसी एविसा ने कहा कि इसके बावजूद वैक्सीन का ट्रायल जारी रहेगा।
नहीं दी गई थी वैक्सीन !
हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि ट्रायल के दौरान वालंटियर को वैक्सीन या एक प्लेसबो की डोज़ दी गई थी या नहीं। ब्राजील के स्वास्थ्य एजेंसी एविसा एनविसा ने चिकित्सा गोपनीयता के कारणों का हवाला देते हुए किसी भी अधिक जानकारी का खुलासा करने से इनकार कर दिया है।
ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय ने बुधवार को एक ईमेल बयान में एक मीडिया को बताया कि सभी महत्वपूर्ण चिकित्सकीय घटनाएं, चाहे प्रतिभागी नियंत्रण समूह या कोरोना वैक्सीन समूह में हों, इसकी स्वतंत्र रूप से समीक्षा की जाती है। ब्राजील में इस मामले के सावधानीपूर्वक मूल्यांकन के बाद, क्लीनिकल ट्रायल की सुरक्षा और स्वतंत्र समीक्षा में कोई चिंता नहीं है। उन्होंने बताया कि ब्राजील के नियामक ने सिफारिश की है कि वैक्सीन का परीक्षण जारी रहना चाहिए।
मीडिया रिपोर्ट में आगे बताया गया कि वैक्सीन बनाने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका(AstraZeneca) के एक प्रवक्ता ने उन रिपोर्टों पर विशेष रूप से टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, जिनमें कहा गया था कि ब्राजील में एक कोरोना वायरस वैक्सीन के परीक्षण में एक स्वयंसेवक की मृत्यु हो गई थी, लेकिन फिलहाल टीके के ट्रायल को रोके जाने को लेकर कोई कदम नहीं उठाया गया है।
वैक्सीन बनाने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका(AstraZeneca) के प्रवक्ता ने आगे कहा कि हम ऑक्सफोर्ड वैक्सीन के चल रहे ट्रायल में व्यक्तिगत मामलों पर टिप्पणी नहीं कर सकते क्योंकि हम चिकित्सा गोपनीयता और नैदानिक परीक्षण नियमों का कड़ाई से पालन करते हैं, लेकिन हम पुष्टि कर सकते हैं कि सभी आवश्यक समीक्षा प्रक्रियाओं का पालन किया गया है।
पहले भी हुई ऐसी घटना
इससे पहले सितंबर में ब्रिटेन में वैक्सीन के ट्रायल के दौरान एक वॉलंटिअर को अस्पताल ले जाना पड़ा था। इसके बाद दुनियाभर में ट्रायल रोक दिए गए। हालांकि, बाद में ट्रायल फिर से शुरू हो गए। लेकिन अब एक बार फिर सवाल खड़ा हो गया है कि ब्राजील की घटना के बाद क्या फैसला किया जाएगा। -
बिहार : बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान होते ही सभी पार्टियों ने मतदाताओं को लुभाने के लिए अपना घोषणा पत्र जारी करना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में, लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) और कांग्रेस ने बुधवार को पटना में अपना घोषणा पत्र जारी किया। बिहार में पहले चरण के लिए 28 अक्तूबर को चुनाव होने हैं।
घोषणापत्र जारी करते हुए लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा, मौजूदा मुख्यमंत्री को देखकर मुझे आश्चर्य होता है कि आप किस तरह से जातीयता को बढ़ावा देते हैं। जो व्यक्ति खुद सांप्रदायिकता को बढ़ावा देता हो, उसके नेतृत्व में बिहार के विकास की कल्पना करना उचित नहीं है।
उन्होंने कहा, आज बिहार विधानसभा चुनाव के लिए हमारी पार्टी के घोषणा पत्र को जारी करने के साथ मैंने 'बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट' के अपने दृष्टिकोण को सामने रखा, जो विभिन्न समस्याओं का समाधान करेगा जो बिहार के लोग सामना कर रहे हैं।
कांग्रेस ने जारी किया घोषणा पत्रवहीं, बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन में शामिल कांग्रेस ने राजधानी पटना में अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी किया। इस दौरान पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, सांसद शक्ति सिंह गोहिल समेत अन्य प्रमुख नेता मौजूद रहे। कांग्रेस को महागठबंधन में 70 सीटें मिली है। पार्टी लगातार मतदाताओं को लुभाने का प्रयास कर रही है।
कांग्रेस नेता और सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने घोषणा पत्र जारी करते हुए कहा, हमारा 'बदलाव पत्र' किसानों के लिए ऋण माफी, बिजली बिल माफी और सिंचाई की बढ़ती सुविधाओं के बारे में बात करता है। अगर हमारी सरकार बिहार में सत्ता में आती है, तो हम अलग राज्य किसान बिल लाकर एनडीए सरकार के कृषि कानूनों को खारिज कर देंगे जैसा कि हमने पंजाब में किया था।
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चंडीगढ़ : पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को विधानसभा में केंद्र सरकार के कृषि बिलों के खिलाफ विधेयक पेश किए। अमरिंदर ने विधेयकों को पेश करते हुए भावुक भाषण भी दिया। उन्होंने विपक्षी अकाली दल को निशाने पर भी लिया। अमरिंदर ने कहा कि उनकी सरकार अगर गिरती है तो गिर जाए। उन्हें इसका डर नहीं है लेकिन वह किसानों के साथ हैं।
अमरिंदर सिंह ने कहा कि केंद्र का कृषि बिल किसानों और भूमिहीन श्रमिकों के हितों के खिलाफ हैं। उन्होंने इस दौरान तीन विधेयक, किसानों को उत्पादन सुविधा अधिनियम में संशोधन, आवश्यक वस्तु अधिनियम में संशोधन, किसानों के समझौते और कृषि सेवा अधिनियम में संशोधन बिल विधानसभा में पेश किए।
मुख्यमंत्री बोले, पहले भी दिया था इस्तीफाविधेयक पेश करने के दौरान अमरिंदर सिंह ने कहा, 'मुझे अपनी सरकार के गिरने का डर नहीं है। मैं इस्तीफा भी देने के लिए तैयार हूं। पहले भी पंजाब के लिए इस्तीफा दिया था। हम किसानों के साथ पूरी तरह से खड़े हैं। बिल पेश करते हुए अमरिंदर सिंह ने कहा कि कृषी संसोधन बिल और प्रस्तावित इलेक्ट्रिसिटी बिल दोनों ही किसान, मजदूर और वर्कर्स के लिए घातक हैं।राज्य के वित्त मंत्री ने पेश किया एक बिल
राज्य के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने भी विशेष विधानसभा सत्र के दौरान सिविल प्रक्रिया संहिता, 1908 में संशोधन के लिए एक विधेयक पेश किया। इसके बाद, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कृषि अध्यादेशों और बिजली अधिनियम में संशोधन के खिलाफ एक प्रस्ताव रखा।
आपको बता दें कि केंद्र सरकार के कृषि बिलों को लेकर पंजाब में किसान लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी भी राज्य में किसानों का समर्थन करने पहुंचे थे और ट्रैक्टर यात्रा की थी। -
नई दिल्ली : देश में कोरोना वायरस के नए मामलों में लगातार गिरावट आ रही है। बीते 24 घंटों में भारत में कोरोना के नए मामले तेजी से घटे हैं। इसके साथ ही कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है।अब तक साढ़े 66 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में बीते 24 घंटों में कोरोना के 55,722 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान 579 लोगों की कोरोना वायरस से मौत हो चुकी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक, देश में कोरोना के 75 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में अब तक कुल 75 लाख 50 हजार 273 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 66 लाख 63 हजार 608 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं। कोरोना के नए मामलों के साथ देश में कोरोना के सक्रिय मामलों में भी कमी आ रही है।देश में फिलहाल कोरोना के 7 लाख 72 हजार 55 सक्रिय मामले हैं। देश में कोरोना से अब तक कुल 1 लाख 14 हजार 610 लोगों की मौत हो चुकी है।रिकवरी दर बढ़ी
देश की कोरोना रिकवरी दर तेजी से बढ़ रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, बीते 24 घंटों में देश में कोरोना से 66,399 लोग ठीक हुए हैं। इसको मिलाकर भारत की कोरोना रिकवरी दर फिलहाल 88.26% हो गई है।इसके साथ ही देश में कोरोना के सक्रिय मामलों में गिरावट आई है। बीते 24 घंटों में देश में कोरोना के 11,256 सक्रिय मामले कम हुए हैं। इसको मिलाकर कोरोना का एक्टिव रेट 10.23% हो गया है। देश में कोरोना की मृत्यु दर 1.52% है।
अब तक साढ़े 9 करोड़ कोरोना टेस्ट
देश में अब तक साढ़े नौ करोड़ से ज्यादा सैंपलों की कोरोना जांच की जा चुकी है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (Indian Council of Medical Research, ICMR) की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में शनिवार तक 9,50,83,976 सैंपलों की COVID-19 हो चुकी है, जिनमें से 8,59,786 टेस्ट कल किए गए हैं। -
नई दिल्ली : देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) के नए मामलों में पहले के मुकाबले थोड़ी कमी देखने को मिल रही है लेकिन अब भी मामले बड़ी संख्या में ही सामने आ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में बीते 24 घंटों में संक्रमण के 62,212 नए मामले सामने आए हैं और इस दौरान 837 मरीजों की मौत हुई है। अब देश में पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 74,32,681 हो गई है, जिसमें 7,95,087 सक्रिय मामले, 65,24,596 रिकवर मामले और 1,12,998 मौत शामिल हैं।
भारत में कोरोना वायरस के सक्रिय मामले 1.5 महीनों में पहली बार 8 लाख के नीचे आए हैं। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने केरल, कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल में उच्च स्तरीय केंद्रीय टीमें नियुक्त की हैं। इन राज्यों में हाल में कोरोना वायरस के नए मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के अनुसार, 16 अक्टूबर तक कोरोना वायरस के लिए कुल 9,32,54,017 सैंपल टेस्ट किए गए हैं, जिनमें से 9,99,090 सैंपल शुक्रवार को टेस्ट किए गए हैं।
मिजोरम में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 16 नए मामले सामने आए हैं। कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या अब 2,245 है, जिसमें 112 सक्रिय मामले और 2,133 डिस्चार्ज हो चुके मामले शामिल हैं। पश्चिम बंगाल में 3,771 नए मामले, 3,194 डिस्चार्ज और 61 मौतें दर्ज की गई हैं। राज्य में कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 3,13,188 हो गई है, जिसमें 2,74,757 डिस्चार्ज मामले, 32,500 सक्रिय मामले और 5,931 मौतें शामिल हैं।लद्दाख में 48 नए मामले सामने आए हैं और कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 5,441 हो गई है। कुल सक्रिय मामलों की संख्या 915 है। मध्य प्रदेश में 1,352 नए मामले सामने आए हैं और 25 मौतें हुई हैं। राज्य में कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 1,57,936 हो गई है, जिसमें 2,735 मौतें और 1,41,273 रिकवरी शामिल हैं।सक्रिय मामले 13,928 हैं। उत्तराखंड में 549 नए मामले सामने आए हैं और 524 मरीज ठीक हुए हैं। राज्य में कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 57,042 हो गई है, जिसमें 50,155 रिकवरी और 829 मौतें शामिल हैं। पंजाब में 979 डिस्चार्ज और 26 मौतें दर्ज हुई हैं। राज्य में मामलों की कुल संख्या 1,26,737 हो गई है, जिसमें 1,16,165 रिकवरी और 3980 मौतें शामिल हैं। सक्रिय मामलों की संख्या 6592 है।
मिजोरम में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 16 नए मामले सामने आए हैं। कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या अब 2,245 है, जिसमें 112 सक्रिय मामले और 2,133 डिस्चार्ज हो चुके मामले शामिल हैं। पश्चिम बंगाल में 3,771 नए मामले, 3,194 डिस्चार्ज और 61 मौतें दर्ज की गई हैं। राज्य में कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 3,13,188 हो गई है, जिसमें 2,74,757 डिस्चार्ज मामले, 32,500 सक्रिय मामले और 5,931 मौतें शामिल हैं।लद्दाख में 48 नए मामले सामने आए हैं और कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 5,441 हो गई है। कुल सक्रिय मामलों की संख्या 915 है। मध्य प्रदेश में 1,352 नए मामले सामने आए हैं और 25 मौतें हुई हैं। राज्य में कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 1,57,936 हो गई है, जिसमें 2,735 मौतें और 1,41,273 रिकवरी शामिल हैं। सक्रिय मामले 13,928 हैं।उत्तराखंड में 549 नए मामले सामने आए हैं और 524 मरीज ठीक हुए हैं। राज्य में कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 57,042 हो गई है, जिसमें 50,155 रिकवरी और 829 मौतें शामिल हैं। पंजाब में 979 डिस्चार्ज और 26 मौतें दर्ज हुई हैं। राज्य में मामलों की कुल संख्या 1,26,737 हो गई है, जिसमें 1,16,165 रिकवरी और 3980 मौतें शामिल हैं। सक्रिय मामलों की संख्या 6592 है। -
पटना : बिहार के प्रमुख विपक्षी महागठबंधन ने शनिवार को अपना साझा घोषणा पत्र जारी कर वायदों की झड़ी लगा दी। राष्ट्रीय जनता दल कांग्रेस और वामदलों के इस संयुक्त घोषणा पत्र को 'संकल्प बदलाव का' का नाम दिया गया है।इस अवसर पर आरजेडी नेता व महागठबंधन के मुख्यमंत्री चेहरा तेजस्वी यादव ने अपनी सरकार बनने पर कैबिनेट की पहली बैठक में ही 10 लाख नौकरियां देने का संकल्प दुहराया। साथ ही यह भी कहा कि 15 साल से डबल इंजन की सरकार रहने के बावजूद नीतीश कुमार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिला सके हैं। इसके लिए डोनाल्ड ट्रंप तो इसके लिए नहीं आएंगे।
आज का सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी
इस अवसर पर तेजस्वी ने कहा कि आज बेरोजगारी बसे बड़ा मुद्दा है। अपनी सरकार बनने पर वे रोजगार के लिए आवेदन करने वालों की फीस माफ करेंगे तथा परीक्षा केंद्र तक जाने का किराया भी देंगे।
तेजस्वी ने कहा कि आज बिहार से बड़ी संख्या में लोग दिल्ली जाते हैं। हमें पलायन रोकने का संकल्प लेना है। उन्होंने समान काम के लिए समान वेतन देने तथा जीविका दीदी को नियमित वेतन देने व वेतन वृद्धि का भी वादा किया।कृषि ऋण माफ करने की भी बात कही। बोले कि राज्य में चीनी व जूट मिलें ठप हैं। बिहार में बिजली का उत्पादन नहीं हो रहा है। सरकार बिजली खरीद कर बेचती है। सबसे महंगी बिजली बिहार में ही है।
बीजेपी के काल में बढ़ अपराध
कानून-व्यवस्था पर बोलते हुए कहा कि सृजन घोटाले के आरोपी घूम रहे हैं। महागठबंधन की 18 महीने की सरकार से 15 साल की तुलना कर लीजिए। भारतीय जनता पार्टी (BJP) जबसे सरकार मे आई है, अपराध बढ़े हैं।
साथ आ गए हैं दो षड्यंत्रकारी दोस्त
इस अवसर पर रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि बीजेपी ने ही नीतीश कुमार के डीएनए पर सवाल उठाया था। तब निर्मल बाबू या सुशासन बाबू ने डीएनए का नया मतलब बताया था। नीतीश कुमार पर हमलावर होते हुए सुरजेवाला ने कहा कि उनमें दम नहीं है।अब दो षड्यंत्रकारी दोस्त साथ आ गए हैं। बीजेपी ने तीन गठबंधन बनाए हैं। इनमें एक लोक जनशक्ति पार्टी का भी है। ये लोग बिहार को धोखा दे रहे हैं। यह सरकार तो सृजन घोटाले के फेविकॉल से चल रही है। उन्होंने कहा कि जब महागठबंधन की सरकार बनेगी, तब कृषि के तीनों नए कानून निरस्त कर दिए जाएंगे। -
नई दिल्ली : महाराष्ट्र की मुंबई पुलिस द्वारा कुछ दिनों पर किए गए टेलीविजन रेटिंग प्वाइंट (TRP) घोटाले के खुलासे को लेकर आज यानी 15 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस मामले में उच्चतम न्यायालय ने मुंबई पुलिस की जांच को चुनौती देने वाली रिपब्लिक टीवी की याचिका को आज खारिज कर दिया दिया। न्यायालय ने रिपब्लिक टीवी को बॉम्बे हाई कोर्ट जाने के लिए कहा है, अब इस मामले की सुनवाई बॉम्बे हाई कोर्ट में होगी।
दरअसल, बीते दिनों मुंबई पुलिस ने टीआरपी रेटिंग में हेराफेरी करने वाले एक रैकेट को पकड़ा है। जिससे बाद पुलिस ने रिपब्लिक चैनल समेत कुल 3 चैनलों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जांच शुरू कर दी है। मुबंई पुलिस की इसी कार्रवाई पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की थी जिसे आज न्यायालय ने खारिज कर दिया।
गुरुवार को हुई सुनवाई से पहले मुंबई पुलिस की तरफ से कोर्ट में हलफनामा दायर किया गया, जिसमें रिपब्लिक टीवी द्वारा दाखिल याचिका का विरोध किया गया था। मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार मुंबई पुलिस ने अपने हलफनामे में रिपब्लिक टीवी की याचिका को कानूनी प्रक्रिया का दुरुपयोग करार दिया गया है, पुलिस ने न्यायालय से याचिका को जुर्माने के साथ खारिज करने की मांग की थी।
बता दें गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, मुंबई पुलिस आयुक्त ने कहा कि BARC की एक शिकायत के आधार पर कथित TRP घोटाले की जांच शुरू की गई थी। यह पाया गया कि रेटिंग एजेंसी ने हंसा रिसर्च नामक एक एजेंसी के माध्यम से मुंबई भर में 2,000 घरों में अपने टीआरपी बैरोमीटर स्थापित किए हैं। हंसा रिसर्च के पूर्व कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि इनमें से कुछ घरों में रेटिंग बढ़ाने के लिए कुछ चुनिंदा चैनलों को दिन भर रखने के लिए रिश्वत दी गई थी।
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नई दिल्ली : लोकतांत्रिक जनता दल के प्रमुख शरद यादव की बेटी सुभाषिनी राज राव बुधवार को कांग्रेस में शामिल हो गईं। बुधवार को दिल्ली कांग्रेस कार्यालय में सुभाषिनी राज राव ने सदस्यता ली।बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की सदस्यता लेने वाली सुभाषिनी के लिए माना जा रहा है कि पार्टी उन्हें इस चुनाव मैदान में उतार सकती है।सुभाषिनी यादव कभी जदयू (JDU) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और एनडीए (NDA) के संयोजक रहे और अब लोकतांत्रिक जनता दल (Loktantrik Janata Dal) के अध्यक्ष बिहार के दिग्गज नेता शरद यादव (Sharad Yadav) की बेटी सुभाषिनी यादव (Subhashini Raj Rao)की बेटी हैं। माना जा रहा है कि इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमाने वाली हैं।
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नई दिल्ली : कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी के बीच स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ( Dr Harsh Vardhan) ने मंगलवार को कहा कि भारत में अगले साल की शुरुआत तक कोरोनावायरस के खिलाफ वैक्सीन (COVID-19 Vaccine) उपलब्ध होने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि हम उम्मीद कर रहे हैं हमारे पास एक से ज्यादा स्त्रोत से वैक्सीन उपलब्ध होगी. हाल ही में केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि 2021 की पहली तिमाही तक हमारे पास एक कोरोना वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) उपलब्ध होने की संभावना है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने आज मंत्री समूह की बैठक के दौरान कहा, "हम उम्मीद कर रहे हैं कि अगले साल की शुरुआत में एक से अधिक स्रोतों से देश में वैक्सीन उपलब्ध होनी चाहिए. देश में टीकों का वितरण किस प्रकार से किया जाए इसे लेकर हमारे विशेषज्ञ समूह पहले से ही रणनीति तैयार करने में जुटे हुए हैं. हम निश्चित रूप से कोल्ड चेन सुविधाओं को मजबूत कर रहे हैं."
मौजूदा समय में, देश में चार कोरोनावायरस वैक्सीन का प्री-क्लीनिकल ट्रायल (Pre-Clinical Trial) एडवांसड स्टेज में है.
इससे पहले, रविवार को स्वास्थ्य मंत्री ने कहा था कि सरकार ने भारत में कोविड-19 टीके के आपातकालीन प्रयोग की मंजूरी पर फिलहाल कोई निर्णय नहीं किया है. उन्होंने कहा, ‘‘रोगियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की खातिर टीके के आपातकालीन प्रयोग की अनुमति देने के लिए पर्याप्त सुरक्षा और प्रभावी आंकड़ों की जरूरत होगी. आंकड़ों के आधार पर ही आगे की कार्रवाई निर्भर करेगी.''
स्वास्थ्य मंत्री ने रविवार को कहा, "भारत की बड़ी आबादी को देखते हुए एक वैक्सीन या एक वैक्सीन विनिर्माता पूरे देश की वैक्सीन की जरूरतों को पूरा नहीं कर सकता है. इसलिए हम भारतीय आबादी के लिए उनकी उपलब्धता के अनुसार, देश में कई COVID-19 वैक्सीन को पेश करने की व्यवहार्यता का आकलन करने के लिए स्वतंत्र हैं."
बता दें कि अमेरिका के बाद भारत कोरोनावायरस महामारी से दूसरे सबसे ज्यादा प्रभावित देश है. भारत में कोविड-19 के 55,342 नए मामले सामने आने से संक्रमण के कुल मामले 71.75 लाख के पार पहुंच गए हैं जबकि बीमारी से ठीक होने वालों की संख्या 62 लाख को पार कर गई है. -
एजेंसीनई दिल्ली : दुनियाभर में कोविड-19 महामारी के कहर के बीच कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने की कवायद जारी है। इस बीच झटका देने वाली खबर है कि जॉनसन एंड जॉनसन ने अपनी कोरोना वैक्सीन के ट्रायल पर रोक लगा दी है। ट्रायल में हिस्सा ले रहे एक शख्स में किसी तरह की बीमारी होने के बाद जॉनसन एंड जॉनसन ने फिलहाल अपनी कोरोना वैक्सीन का ट्रायल रोक दिया है।
न्यू जर्सी कंपनी न्यू ब्रंसविक के एक प्रवक्ता जेक सरजेंट ने हेल्थ केयर न्यूज मुहैया कराने वाली एजेंसी STAT की रिपोर्ट को सही बताया और कहा कि जॉनसन एंड जॉनसन की कोरोना वायरस की वैक्सीन पर जारी ट्रायल को रोक दिया गया है।
इस महीने की शुरुआत में जॉनसन एंड जॉनसन अमेरिका में वैक्सीन बनाने वालों की शॉर्ट लिस्ट में शामिल हुआ है। जॉनसन एंड जॉनसन की एडी26-सीओवी2-एस वैक्सीन अमेरिका में चौथी ऐसी वैक्सीन है, जो क्लिनिकल ट्रायल के अंतिम चरण में है। पिछली बार की रिपोर्ट में कहा गया था वैक्सीन ने प्रारंभिक अध्ययन में कोरोना वायरस के खिलाफ एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया बनाई है। शोधकर्ताओं ने कहा था कि अब तक के परीक्षण परिणामों के आधार पर कोई गंभीर दुष्प्रभाव नहीं थे।
जॉनसन एंड जॉनसन ने जब इस वैक्सीन के अंतिम चरण के परीक्षण को शुरू किया था, तब कंपनी ने कहा था कि इसके तहत अमेरिका, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, चिली, कोलंबिया, मैक्सिको और पेरू में 60 हजार लोगों पर वैक्सीन का परीक्षण किया जाएगा। जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन के ट्रायल पर रोक लगने की खबर ऐसे वक्त में आई है, जब इससे पहले एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन पर रोक लगा दी गई थी।
वैक्सीन बनाने की रेस में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन सबसे आगे चल रही थी, मगर बीते दिनों कुछ वालंटियर की कोविशील्ड टीका लेने के बाद हालत बिगड़ने पर तीसरे चरण के परीक्षण छह सितंबर को रोकने पड़े थे। हालांकि, ब्रिटेन और भारत में दोबारा शुरू हो चुके हैं। जबकि, अमेरिका या अन्य देशों ने अभी दोबारा मंजूरी नहीं दी।