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नई दिल्ली : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने वीवीआईपी हस्तियों के आने-जाने के लिए विमान खरीदने को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है। शनिवार को उन्होंने ट्रक में यात्रा कर रहे सेना के जवानों का एक वीडियो जारी किया। गांधी ने कहा कि जवानों को नॉन बुलेट प्रूफ ट्रकों में शहीद होने के लिए भेजा जा रहा है।
राहुल ने ट्वीट कर कहा, ‘हमारे जवानों को नॉन-बुलेट प्रूफ ट्रकों में शहीद होने भेजा जा रहा है और प्रधानमंत्री के लिए 8,400 करोड़ के हवाई जहाज। क्या यह न्याय है?’ राहुल ने केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के लिए खरीदे गए वीवीआईपी विमान को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला है।
राहुल ने जो वीडियो जारी किया है उसमें दिख रहा है कि वाहन के अंदर बैठे कई सैनिक कथित तौर पर यह चर्चा कर रहे हैं कि गैर-बुलेटप्रूफ ट्रकों के जरिए उन्हें भेजना कैसे खतरनाक है। वैसे यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस सांसद ने वीवीआईपी विमानों को लेकर केंद्र पर निशाना साधा है।
पिछले हफ्ते राहुल गांधी ने पंजाब में कृषि कानूनों के विरोध में आयोजित की गई रैली में भी इस मुद्दे को उठाया था। उन्होंने कहा था, ‘एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी ने 8,000 करोड़ रुपये के दो विमान खरीदे हैं। दूसरी तरफ चीन हमारी सीमाओं पर है और हमारे सुरक्षा बल हमारी सीमा की रक्षा के लिए कठोर ठंड का सामना कर रहे हैं।’
किसान आंदोलन में राहुल गांधी से जब पूछा गया कि वह जिस ट्रैक्टर पर बैठे थे, उसमें सोफे लगे थे। इसपर राहुल गांधी ने कहा था कि नरेंद्र मोदी ने 8,000 करोड़ के दो विमान खरीदे हैं, उसमें तो पूरा पलंग है। केवल इसलिए क्योंकि उनके दोस्त ट्रंप के पास भी ऐसा ही है। बता दें कि तीन अक्तूबर को भारत को अमेरिका से दो बी-777 विमान मिले हैं।
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एजेंसीयूपी : हाथरस में साजिश पर बड़ा खुलासा हुआ है. पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) को लेकर हो रहे खुलासे पर एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि सरकार अपनी नाकामियों को साजिश की आड़ में छिपा रही है. आजतक से खास बातचीत में असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा.
एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि वेबसाइट तो अजीबोगरीब है. उसकी बुनियाद पर साजिश कर रहे हैं. जहां कहीं भी सरकार से गड़बड़ी हो तो वहां साजिश बना दिया जाए. यह पुरानी कहानी हो चुकी है. इसमें कोई सच्चाई नहीं है. उस बच्ची के साथ रेप हुआ. उस बच्ची का आपने सही इलाज नहीं करवाया.
असदुद्दीन ओवैसी ने पूछा कि आपने (सीएम योगी आदित्यनाथ) ने दलित परिवार को अपनी लड़की के अंतिम संस्कार की इजाजत नहीं दी. रात में अंतिम संस्कार कर दिया गया. क्या ये भी अंतरराष्ट्रीय साजिश है. कब तक अपनी नाकामियों को इस तरह की बातों में छुपाते रहेंगे. बिहार चुनाव में हर मसले की गूंज होगी.
गौरतलब है कि यूपी सरकार ने दावा किया है कि हाथरस की आड़ में दंगे कराने की साजिश रची जा रही थी. इस मामले में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) का नाम सामने आया है. इस मामले में पीएफआई के चार कार्यकर्ताओं को पुलिस ने मथुरा से गिरफ्तार किया था. उनके पास से विवादित साहित्य भी बरामद किया गया था.
यूपी की शांति को भंग करने की साजिश में पीएफआई का नाम सामने आने के बाद पुलिस ने उसके मुखपत्र के संपादक को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार संपादक शाहीन बाग के पीएफआई दफ्तर का सचिव भी था. पुलिस उसे रिमांड पर लेने की कोशिश कर रही है ताकि पूछताछ के बाद जांच को आगे बढ़ाया जा सके. -
नई दिल्ली : देश में अब कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 68 लाख 35 हजार के पार हो गई है. इनमें से एक लाख 5 हजार 526 लोगों की मौत हो चुकी है. एक्टिव केस की संख्या घटकर 9 लाख 2 हजार हो गई और कुल 58 लाख 27 हजार लोग ठीक हो चुके हैं. संक्रमण के एक्टिव केस की संख्या की तुलना में स्वस्थ हुए लोगों की संख्या छह गुना ज्यादा है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, नए संक्रमण से ज्यादा ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है. देश में पिछले 24 घंटों में 78,524 नए कोरोना मामले दर्ज किए गए और 83,011 मरीज ठीक भी हुए हैं. हालांकि 971 मरीजों की जान भी चली गई.
ICMR के मुताबिक, 7 अक्टूबर तक कोरोना वायरस के कुल 8 करोड़ 34 लाख 65 हजार 975 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं, जिनमें से 11 लाख 94 हजार सैंपल की टेस्टिंग कल की गई. पॉजिटिविटी रेट करीब सात फीसदी है.
सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में एक्टिव केसदेश में सबसे ज्यादा एक्टिव केस महाराष्ट्र में हैं. महाराष्ट्र के बाद आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा एक्टिव केस हैं. एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का दूसरा स्थान है. कोरोना संक्रमितों की संख्या के हिसाब से भारत दुनिया का दूसरा सबसे प्रभावित देश है. मौत के मामले में अमेरिका और ब्राजील के बाद भारत का नंबर है.
राहत की बात है कि मृत्यु दर और एक्टिव केस रेट में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. मृत्यु दर गिरकर 1.54% हो गई. इसके अलावा एक्टिव केस जिनका इलाज चल है उनकी दर भी घटकर 13% हो गई है. इसके साथ ही रिकवरी रेट यानी ठीक होने की दर 85% पर है. भारत में रिकवरी रेट लगातार बढ़ रहा है. -
नई दिल्ली : शीर्ष अदालत ने केंद्र सरकार से कहा है कि वह दागी नेताओं के मुकदमे तेजी से निपटाने के लिए अदालतों को सुविधाएं उपलब्ध कराए। ये मुकदमे जनता के सिर पर बोझ हैं। जस्टिस एनवी रमन की पीठ ने केंद्र से कहा कि वह मामलों के तेजी से निपटारे की बात तो करता है, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाता। इसी के साथ केंद्र को इस मुद्दे पर अंतिम कदम उठाने और कोर्ट को सूचित करने को कहा।
कोर्ट ने कहा कि कई हाईकोर्ट ने मांग की है कि लंबित मामलों को तेजी से निपटने के लिए वीडियो कांफ्रेंसिंग की सुविधा दी जाए। कोर्ट ने केंद्र से कहा की वह इस बारे में फैसला ले और बताए की इसके लिए कैसे फंडिंग की जाएगी। रिपोर्ट में यह भी इंगित किया गया है कि पुलिस कानून निर्माताओं के खिलाफ कार्रवाई करने में सकुचाती और डरती है। यह गंभीर मामला है। केंद्र सरकार को इस मामले में भी ध्यान देने की जरूरत है।
सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट से कहा कि अदालत सभी राज्यों के डीजीपी को निर्देश जारी करे जिससे समन समय से तामिल हो सके। अमिकास क्यूरी वकील ने कल कोर्ट में रिपोर्ट दायर की थी। उन्होंने कहा था कि कोर्ट की मॉनिटिरिंग के बावजूद नेताओं के खिलाफ आपराधिक लंबित केस बढ़ रहे हैं और अब इनकी संख्या 4859 हो गई है।
केंद्र सरकार ने जवाब देने के लिए कुछ समय मांगा जिस पर कोर्ट ने मामले को 10 दिन के लिए स्थगित कर दिया। कोर्ट नेताओं के खिलाफ लंबित आपराधिक मुकदमे तेजी से निपटाने की याचिका पर सुनवाई कर रहा है। यह याचिका वकील अश्वनी उपाध्याय ने दायर की है। -
एजेंसी
नई दिल्ली : कोरोना संक्रमण के नए मामलों में लगातार गिरावट आ रही है। बीते 24 घंटों के दौरान 61,267 नए मामले सामने आए हैं। वहीं, महामारी को मात देने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। इस दौरान 75 हजार से अधिक मरीज ठीक हुए हैं और रोगियों के ठीक होने की दर बढ़कर 84.70 फीसद पर पहुंच गई है, जबकि मृत्युदर गिरकर 1.55 प्रतिशत पर आ गई है। नए मरीजों और ठीक हुए मरीजों के बीच 15 हजार का अंतर है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना वायरस के 61,267 नए मामले मिले हैं और संक्रमितों का आंकड़ा 66 लाख 85 हजार 83 हो गया है। इस दौरान 77,787 मरीज ठीक हुए हैं और स्वस्थ हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 56 लाख 62 हजार 490 हो गई है। इस दौरान 884 लोगों की मौत हुई है, जो पिछले कई हफ्तों के बाद एक दिन में मरने वालों की सबसे कम संख्या है। देश में अब तक एक लाख तीन हजार से अधिक मरीजों की जान जा चुकी है।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के मुताबिक सोमवार को 10 लाख 89 हजार 403 नमूनों की जांच की गई। देश में अब तक कुल 8 करोड़ 10 लाख 71 हजार 797 नमूनों का परीक्षण किया जा चुका है। मंत्रालय के मुताबिक देश में प्रति 10 लाख आबादी पर रोजाना 828 नमूनों की जांच हो रही है। यह विश्व स्वास्थ्य संगठन के 140 जांच प्रतिदिन के लक्ष्य से छह गुना ज्यादा है।
कोरोना महामारी से सबसे बुरी तरह प्रभावित महाराष्ट्र में 120,244 नए मामले सामने आए है। पिछले लगभग डेढ़ महीने के दौरान एक दिन में नए मामलों की यह सबसे कम संख्या है। इस दौरान 12,982 मरीज ठीक भी हुए हैं और 263 लोगों की मौत हुई है। राज्य में संक्रमितों का आंकड़ा 14.53 लाख हो गया है। इनमें से अब तक 11.62 लाख मरीज ठीक हो चुके हैं और 38,347 मरीजों की जान भी जा चुकी है।
देश की राजधानी दिल्ली में भी दो हजार से कम 1,947 नए केस मिले हैं। संक्रमितों की कुल संख्या 2.92 लाख हो गई है। 32 मौतों के साथ मरने वालों का आंकड़ा 5,542 पर पहुंच गया है। उत्तर प्रदेश में भी नए मामलों में कमी आई है और 3,064 मामले मिले है। राज्य में अब तक 4.17 लाख संक्रमित पाए जा चुके हैं और 6,092 लोगों की जान भी जा चुकी है, जिसमें 63 मौतें बीते चौबीस घंटों में हुई हैं। -
वाशिंगटन : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के प्रकोप से विश्वभर में करीब 3.42 करोड़ संक्रमित हैं और 10.21 लाख से अधिक लोगों की मौत हो गयी है। अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केन्द्र (सीएसएसई) की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार विश्वभर में तीन करोड़ 42 लाख पांच हजार सात सौ 55 लोग संक्रमित हो चुके है तथा अब तक 10 लाख 21 हजार सात सौ 63 लोगों की मौत हो चुकी है।वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से गंभीर रूप से जूझ रहे अमेरिका में इसके संक्रमण से 2.07 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है तथा यह महामारी विकराल रूप ले चुकी है और अब तक 72.77 लाख से अधिक लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं। भारत में केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक संक्रमितों की कुल संख्या अब 63,94,069 हो गयी है। पिछले 24 घंटों में 78,877 मरीज स्वस्थ हुए हैं, जिसके साथ ही अब तक कोरोना मुक्त होने वालों की संख्या 53,52,078 हो गयी है।
संक्रमितों की तुलना में स्वस्थ होने वालों की संख्या कम होने से सक्रिय मामलों की संख्या 1512 बढ़कर 9,42,217 हो गई है। पिछले 24 घंटे के दौरान 1095 मरीजों की मौत हो गयी जिससे संक्रमण से अब तक जान गंवाने वालों की संख्या 99,773 हो गयी है। ब्राजील में अब तक लगभग 48.47 लाख से अधिक लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं जबकि 1.44 लाख लोगों की मौत हो चुकी है।रूस में कोरोना से संक्रमित होने वालों की संख्या 11.79 लाख हो गई है तथा 20,796 लोगों ने जान गंवाई है। कोलंबिया ने कोरोना से प्रभावित होने के मामले में पेरू के पीछे छोड़ दिया है। यहां पर इस जानलेवा विषाणु से अब तक करीब 8.35 लाख लोग प्रभावित हुए हैं तथा 26,1996 लोगों ने जान गंवाई है। पेरू में कोरोना महामारी का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है और यह कोरोना से संक्रमित होने के मामले में छठे स्थान पर पहुंच गया है। यहां इस वायरस से अब तक 8.14 से अधिक लाख लोग संक्रमित हुए हैं और 32,463 लोगों की मौत हो चुकी है।स्पेन कोरोना संक्रमितों की संख्या में सातवें स्थान पर आ गया है जहां यह संख्या 7.78 लाख हो गयी है। वहीं यहां इस वायरस से मरने वालों की संख्या 31,973 हो गयी हैं। अर्जेंटीना ने कोविड-19 से प्रभावित होने के मामले में मेक्सिको को पीछे छोड़ दिया है। यहां इस जानलेवा विषाणु से अब तक 7.65 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं तथा 20,288 लोगों की मौत हुयी है।
मेक्सिको में कोरोना से अब तक करीब 7.48 लाख लोग संक्रमित हुए हैं तथा 78,078 लोगों की मौत हो चुकी है। दक्षिण अफ्रीका में करीब 6.76 लाख लोग प्रभावित हुए हैं तथा 16,866 लोगों की मृत्यु हुई है। कोविड-19 से प्रभावित होने के मामले में फ्रांस ने चिली को पीछे छोड़ दिया है। यहां इसकी चपेट में अब तक 6.16 लाख से अधिक लोग आए हैं तथा 32,034 लोगों की मृत्यु हुई है। चिली में कोरोना से लगभग 4.64 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं तथा 12,822 लोगों की मौत हुई है।ब्रिटेन में कोरोना से अब तक लगभग 4.62 लाख लोग संक्रमित हुए हैं तथा 42,292 लोगों की मौत हुई है। ईरान में इस महामारी से 4.61 लाख से अधिक लोग संक्रमित है जबकि 26,380 लोगों की मौत हो चुकी है। इराक ने कोरोना संक्रमितों के मामले में सऊदी अरब, पाकिस्तान और बंगलादेश को पीछे छोड़ दिया है। यहां संक्रमितों की संख्या 3.67 लाख है वहीं 9,231 लोगों की मौत हो चुकी है। बंगलादेश में संक्रमितों की संख्या 3.64 लाख हो गई है तथा 5272 लोगों की मौत हो चुकी है। सऊदी अरब में कोरोना के 3.35 लाख मामले सामने आए हैं जबकि 4,794 लोगों की मौत हो चुकी हैं।
तुर्की में इस महामारी से अब तक 3.20 लाख लोग प्रभावित हुए हैं तथा 8,262 लोगों की मौत हो चुकी है। यूरोपीय देश इटली में इस जानलेवा विषाणु से 3.17 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं तथा 35,918 लोगों की मौत हुई है। फिलीपींस में संक्रमितों की संख्या लगभग 3.14 लाख से अधिक हो गई है और 5,562 लोगों की मौत हो चुकी है।पाकिस्तान में कोरोना से अब तक लगभग 3.13 लाख लोग संक्रमित हुए हैं तथा 6,499 लोगों की मौत हो चुकी है। जर्मनी में अब तक 2.95 लाख से अधिक लोग इस वायरस की चपेट में आए हैं तथा 9,509 लोगों की मौत हुई है। इंडोनेशिया में संक्रमितों की संख्या 2.91 लाख से अधिक हो गयी है तथा 10,856 लोगों की मौत हो चुकी है।कोरोना वायरस से इक्वाडोर में 11355, बेल्जियम में 10023, कनाडा में 9368, बोलीविया में 8001, नीदरलैंड में 6,470, स्वीडन में 5893, मिस्र में 5946, चीन में 4739, रोमानिया में 4,862, यूक्रेन में 4,288, ग्वाटेमाला में 3261, पोलैंड में 2543, पनामा में 2,387, होंडुरास में 2,380 और स्विट्जरलैंड में 2074 लोगों की मौत हो चुकी है। -
नई दिल्ली : भारत में गुरुवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 81484 नए मामले सामने आए जिसके बाद देश में वायरस संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 63 लाख से ऊपर पहुंच गई है। वहीं, देश में अब तक 53 लाख से ज्यादा लोग संक्रमणमुक्त हो चुके हैं। वायरस के कारण अब तक एक लाख के करीब मरीजों की मौत हो गई है। वहीं देश में पहला मामला 30 जानवरी को सामने आया था।
केंदीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 81,484 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमण के मामले बढ़कर 63,94,069 हो गए हैं। वहीं 1,095 लोगों की मौत होने से मृतकों संख्या 99,773 हो गई है।
आंकड़ों के अनुसार 53,52,078 मरीज या तो ठीक हो चुके हैं या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई या वे देश छोड़कर चले गए है। देश में वर्तमान में कोविड-19 के 9,42,217 सक्रिय मामले हैं।
दुनिया में अब तक करीब 10 लाख की मौतभारत में पहला कोरोना संक्रमित मरीज 30 जनवरी को सामने आया था। विश्व स्तर पर भारत में कोरोना से मृत्युदर काफी नियंत्रित स्थिति में रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, दुनिया में अब तक करीब 10 लाख से अधिक लोगों की वायरस से मौत हो चुकी है। जिन तीन देशों में सर्वाधिक मौतें हुई हैं उनमें भारत भी शामिल है। पिछले एक महीने की स्थिति पर गौर करें तो भारत में रोजाना जितने लोगों की मौत हो रही है उतनी किसी देश में नहीं हो रही है। अगर स्थिति में सुधार नहीं आया तो दुनिया में कोरोना से सर्वाधिक मौतें भारत में हो सकती है।
कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित महिलाएं, बच्चे और किशोर: हर्षवर्धनकेंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि देश की स्वास्थ्य प्रणाली पर मौजूदा कोविड-19 महामारी के कारण पड़ रहे भारी दबाव के बावजूद प्रयास किए जा रहे हैं कि महिलाओं, बच्चों और किशारों को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराई जाएं। मेटरनल, न्यूबॉर्न ऐंड चाइल्ड हेल्थ (पीएमएनसीएच) के एक कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए संबोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोविड-19 का सर्वाधिक प्रभाव महिलाओं, बच्चों और किशोरों को झेलना पड़ा है और इसके लिए तुरंत कदम उठाने की जरूरत है।
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लखनऊ : हाथरस के बाद बलरामपुर जिले में हुई 22 वर्षीय छात्र के साथ हैवानियत पर बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने गुरुवार को प्रदेश की योगी सरकार पर बड़ा हमला बोला। मायावती ने कहा, 'मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से यूपी नहीं संभल रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि सीएम योगी आदित्यनाथ को हटाकर किसी अन्य को मुख्यमंत्री बनाया जाए। मायावती यहीं नहीं रुकीं उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार तुरंत हस्तक्षेप करे और योगी आदित्यनाथ को वापस मठ में भेजे।'
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने गुरुवार को लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कहा कि हाथरस जिले के बाद बलरामपुर जिले में भी 22 वर्षीय दलित छात्र के साथ हैवानियत की घटना दोहराई गई। छात्रा के साथ गैंगरेप हुआ और फिर उसकी मौत भी हो गई। मायावती ने कहा कि हाथरस की घटना के बाद मुझे ऐसा लग रहा था कि शायद यूपी सरकार कुछ हरकत में आएगी। यूपी के मनचले लोग जो बहन-बेटियों का उत्पीड़न कर रहे हैं, उन पर अंकुश लगाएगी, पर ऐसा नहीं हुआ। आज सुबह मैंने बलरामपुर की एक घटना न्यूज़ में देखी जिसने मुझे झकझोर कर रख दिया। उत्तर प्रदेश में वर्तमान भाजपा सरकार में कानून का नहीं बल्कि गुंडों, बदमाशों, माफियाओं, बलात्कारियों एवं अन्य अराजक तत्वों का राज चल रहा है। यहां की कानून व्यवस्था पूरी तरह से दम तोड़ चुकी है। खासकर इस सरकार में यहां की बहन-बेटियां बिलकुल सुरक्षित नहीं है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि सीएम योगी आदित्यनाथ को हटाकर किसी अन्य को मुख्यमंत्री बनाया जाए। सूबे में नेतृत्व परिवर्तन की मांग मायावती यहीं नहीं रुकीं उन्होंने कहा कि उन्हें खुद इस्तीफा दे देना चाहिए। आरएसएस के दबाव में बीजेपी ने योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री तो बना दिया, लेकिन अब उनसे प्रदेश नहीं संभल रहा है। प्रदेश में गुंडों और बलात्कारियों का राज है। आज बहन बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। केंद्र सरकार तुरंत हस्तक्षेप करे और योगी आदित्यनाथ को वापस मठ में भेजे। अगर उन्हें मंदिर पसंद नहीं है, तो उन्हें राम मंदिर निर्माण का काम सौंपा जाना चाहिए।
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अमेरिका : अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव का पहला प्रेसिडेंशियल डिबेट ओहायो के क्लीवलैंड में 90 मिनट तक चला। इसमें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके खिलाफ मैदान में उतरे डेमोक्रेट पार्टी के प्रत्याशी जो बिडेन के बीच खूब बहस हुई। ट्रंप ने कोरोना वायरस महामारी पर दिए अपने जवाब का बचाव किया है। ट्रंप ने इसे चीन की गलती बताते हुए कहा कि उन्हें "अभूतपूर्व काम" करने के लिए गवर्नरों से प्रशंसा मिली है। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अगर जो बिडेन उनकी जगह राष्ट्रपति होते तो अमरीका में कहीं ज्यादा मौतें होतीं। ट्रंप ने कोरोना वायरस से मौतों को लेकर भारत पर भी आरोप लगाया।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के पहले प्रेसिडेंशिल डिबेट में डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बिडेन ने कोरोना वायरस महामारी के लिए ट्रंप की प्रतिक्रिया की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के पास कोई योजना नहीं है और उन्होंने संकट को कम कर पेश किया। उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी जो बिडेन के सवाल उठाने पर ट्रंप ने कहा कि आप नहीं जानते हैं कि भारत, चीन और रूस में कितने लोग मारे गए हैं। भारत, चीन और रूस ने मृतकों की संख्या छिपा रहे हैं।
ट्रंप ने कहा कि अगर बिडेन उनकी जगह होते तो अमरीका में महामारी से दो करोड़ लोगों की मौत हो गई होती। इस पर बिडेन ने कहा कि सबको पता है कि ट्रंप झूठे हैं।
बिडेन ने कहा कि ट्रंप वही शख्स हैं जो दावा कर रहे थे कि कोरोना वायरस का ईस्टर तक खात्म हो जाएगा। मास्क नहीं पहनने के सवाल पर ट्रंप ने कहा कि जब मुझे जरूरत समझ में आती है तो मैं मास्क पहनता हूं। मैं बिडेन की तरह से मास्क नहीं पहनता हूं। जब भी आप उनको देखते हैं वह मास्क में रहते हैं। वह 200 मीटर दूर से बोलते रहेंगे लेकिन मास्क पहने रहेंगे।
यह पूछे जाने पर कि महामारी के दौरान वह लगातार रैलियां क्यों कर रहे हैं, ट्रंप ने कहा, "लोग सुनना चाहते हैं कि मुझे क्या कहना है।" "हमारे पास जबरदस्त भीड़ है।" अब तक, उन्होंने कहा, "अब तक इसका कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं देखा गया है।"
बिडेन ने कहा कि राष्ट्रपति ने वायरस को फैलने से रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य तरीकों से निपटने के लिए "पूरी तरह से गैर जिम्मेदाराना" रवैया अपनाया है और महामारी के दौरान रैलियां आयोजित करने के उनके फैसले की आलोचना की।
अमेरिका में कोरोना वायरस संक्रमण के 70 लाख से ज्यादा मामले हैं और बीमारी से अब तक लगभग दो लाख लोगों की मौत हो चुकी है।
बिडेन ने सीधे कैमरे की ओर देखते हुए कहा और अमेरिकी लोगों से पूछा कि क्या वे कोरोना वायरस के बारे में राष्ट्रपति ट्रंप पर भरोसा करते हैं। बिडेन ने यह भी कहा कि राष्ट्रपति ने फरवरी में पत्रकार बॉब वुडवर्ड को बताया कि उन्होंने वायरस के असर को कम करके बताया।
ट्रंप ने कहा कि बिडेन नहीं चाहते थे कि महामारी को देखते हुए चीन के लिए अमेरिका को अपने दरवाजे बंद कर देने चाहिए, क्योंकि बिडेन को लगता था कि यह भयानक है। इस पर बिडेन ने कहा कि कोरोना वायरस से बड़ी संख्या में लोग मारे गए और अगर समझदारी और तेजी से कदम नहीं उठाए गए तो अभी और भी लोगों की मौत होगी। जो बिडेन ने ट्रंप से कहा कि आप अब तक के सबसे खराब राष्ट्रपति हुए हैं। -
नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में सहमति जतायी कि राज्यों में सेक्स वर्कर्स (Sex Workers) को छूट पर राशन मुहैया कराया जाए. ट्रांसजेंडर की तर्ज पर 1,500 रुपए प्रतिमाह मुहैया कराने के सुप्रीम कोर्ट के सवाल पर केंद्र के वकील ने कहा कि वह इस पर सरकार से निर्देश लेकर अदालत को सूचित करेंगे. कोर्ट ने कहा कि राज्य सरकारें राशन समेत अन्य सुविधाएं मुहैया कराने पर हलफनामा दाखिल करें. सभी राज्य सरकारें सेक्स वर्कर्स को राशन कार्ड मुहैया कराने समेत अन्य व्यवस्थाओं पर जवाब दाखिल करेंगी.पिछले हफ्ते सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और राज्यों से कोरोना महामारी के चलते सेक्स वर्करों को राहत देने के लिए दाखिल अर्जी पर केंद्र और राज्यों से निर्देश लाने को कहा था. विशेष रूप से राशन कार्ड पर जोर दिए बिना राशन और अन्य बुनियादी जरूरतों को प्रदान करने के संदर्भ में वकीलों को सरकारों से निर्देश लेने को कहा गया.
सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा, "वे गंभीर संकट में हैं, इस मामले को जरूरी माना जाना चाहिए." जस्टिस एल नागेश्वर राव की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा कि अधिकारी सेक्स वर्करों को राहत देने के लिए ऐसे कदम उठाने पर विचार कर सकते हैं, जो ट्रांसजेंडर समुदाय की मदद के लिए उठाए गए हैं.
SC ने कहा कि सभी राज्यों और संघ शासित प्रदेशों को सभी सेक्सकर्मियों को सूखा राशन प्रदान करने का निर्देश दिया जाता है, जैसा कि राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन और जिला कानूनी अधिकारियों द्वारा राशन कार्ड या किसी अन्य पहचान प्रमाण पर जोर दिए बिना दिया जाता है.
महामारी के दौरान कोई काम नहीं होने के कारण यौनकर्मियों के सामने आने वाली कठिनाई को ध्यान में रखते हुए, पीठ ने प्रत्येक राज्य और केंद्रशासित प्रदेश से 4 सप्ताह में हलफनामा दाखिल करने को कहा, जिसमें कहा गया कि चार सप्ताह की अवधि में कितने यौनकर्मियों को सूखा राशन मिला. SC ने केंद्र सरकार से चार सप्ताह में सूचित करने के लिए कहा है कि क्या वह यौनकर्मियों को महामारी के दौरान ट्रांसजेंडरों को दी जाने वाली वित्तीय सहायता का विस्तार कर सकती है. -
नई दिल्ली : विपक्ष के साथ-साथ एनडीए सरकार में सहयोगी रहे अकाली दल के अलावा देश के कई हिस्सों में किसानों के विरोध प्रदर्शन के बीच राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कृषि विधेयकों (Agriculture Bills) पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के साथ ही अब ये विधेयक कानून बन गए हैं. कृषि संबंधी दो विवादास्पद विधेयकों को लेकर देश में विपक्षी दलों के साथ साथ किसानों में भी खासी नाराजगी देखने को मिल रही है. हरियाणा और पंजाब समेत के देश कई हिस्सों में किसान इस बिल के विरोध में सड़क पर हैं. किसानों को लगता है कि इस बिल की वजह से कृषि क्षेत्र में कोर्पोरेट्स की एंट्री हो जाएगी और उन्हें अपनी उपज का सही मूल्य नहीं मिलेगा. हालांकि सरकार की तरफ से हर बार किसानों को आश्वासन दिया जा रहा है कि एमएसपी पर किसी भी तरह का प्रभाव नहीं पड़ेगा. लेकिन किसान इस बिल को वापस लेने की मांग पर अड़े हैं.
इस बिल के विरोध में बीजेपी की सबसे पुरान सहयोगी शिरोमणि अकाली दल ने भी सरकार का साथ छोड़ दिया है. अकाली दल की मंत्री हरसिमरत कौर ने पहले इस मुद्दे पर इस्तीफा दिया औऱ अब शनिवार को पार्टी ने एनडीए से बाहर आने का भी ऐलान कर दिया है.
गौरतलब है कि राज्यसभा में 20 सितंबर को कृषि संबंधी विधेयकों (Farm bills) को पारित कराने के केंद्र सरकार के तरीके पर विपक्ष ने नाराजगी जताई थी.
18 विपक्षी पार्टियों (Opposition Parties) ने बिलों को पास कराने के सरकार के तरीके को 'लोकतंत्र की हत्या' बताते हुए इस मामले में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) को लेटर लिखा था. इस पत्र में 'महामहिम' से अनुरोध किया गया था कि वे दोनों प्रस्तएावित कानूनों पर हस्ताक्षर नहीं करें. इसके साथ ही सरकार ने ‘‘जिस तरीके से अपने एजेंडा को आगे बढ़ाया है'', उसके बारे में भी विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति को पत्र लिखा था.
20 सितंबर को कृषि क्षेत्र से जुड़े दो विधेयक (Farm Bills) राज्यसभा में ध्वनि मत (Voice Vote) से पास हो गए थे. इस दौरान, विपक्षी पार्टी के सांसदों ने 'तानाशाही बंद करो' के नारे भी लगाए थे. टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने उप सभापति के आसन के पास पहुंचकर रूल बुक फाड़ दिया और आरोप लगाया कि सदन की कार्यवाही नियमों के खिलाफ हुई है. -
नई दिल्ली : दुनियाभर में कोरोना वायरस से होने वाली मौत का आंकड़ा 20 लाख तक पहुंच सकता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने यह बात कही है. WHO ने कहा है कि एक सफल वैक्सीन मिलने और व्यापक स्तर पर लोगों को वैक्सीन दिए जाने से पहले कोरोना से होने वाली मौतों का आंकड़ा 20 लाख तक पहुंच सकता है.
WHO ने यह भी कहा है कि अगर महामारी रोकने के लिए संगठित होकर कदम नहीं उठाए गए तो मौतों का आंकड़ा 20 लाख से भी अधिक हो सकता है. बता दें कि अब तक दुनिया में कोरोना संक्रमण के मामले 3 करोड़ 27 लाख से अधिक हो चुके हैं.
माइक रयान ने कहा कि हम अभी त्रासदी से किसी भी तरह बाहर नहीं निकल पाए हैं. उन्होंने यह भी कहा कि नए मामलों को लेकर युवाओं को दोष नहीं देना चाहिए. उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि हम एक दूसरे पर उंगली नहीं उठाएंगे. माइक रयान ने कहा कि घरों में होने वाली पार्टियों से भी महामारी बढ़ रही है जिनमें हर उम्र के लोग शामिल हो रहे हैं.
कोरोना वायरस से अमेरिका में 2 लाख 8 हजार से अधिक, भारत में 93 हजार से अधिक, ब्राजील में एक लाख 40 हजार से अधिक और रूस में 20 हजार से अधिक लोगों की मौतें हुई हैं. सबसे अधिक संक्रमण के मामले में अमेरिका टॉप पर है जहां कुल मामले 72 लाख को पार कर गए हैं. भारत दूसरे नंबर पर है जहां अब तक 59 लाख मामले सामने आ चुके हैं.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, WHO के इमरजेंसी प्रोग्राम के प्रमुख माइक रयान ने कहा कि 20 लाख मौतें सिर्फ आकलन नहीं है, बल्कि ऐसा होने की आशंका काफी अधिक है. कोरोना वायरस सामने आने के बाद अब तक बीते 9 महीने में कुल 9.93 लाख लोगों की मौतें हो चुकी हैं. -
एजेंसीपंजाब : संसद में पास हुए कृषि से जुड़े तीन विधेयकों का विरोध अब सड़कों पर जोर पकड़ने लगा है। कृषि बिलों के खिलाफ किसान संगठनों ने आज यानी शुक्रवार (25 सितंबर) को भारत बंद बुलाया है। किसानों के इस भारत बंद में पंजाब, हरियाणा, यूपी, महाराष्ट्र समेत देश के अन्य राज्यों के किसान शामिल होने जा रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन समेत विभिन्न किसान यूनियनों ने ऐलान किया है कि इस बिल के खिलाफ वे आज चक्का जाम करेंगे। माना जा रहा है कि इस प्रदर्शन को कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों का भी समर्थन हासिल है। बताया जा रहा है कि भारत बंद के लिए 31 किसान संगठनों ने हाथ मिलाया है। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) समेत कई संगठनों ने कहा है कि उन्होंने विधेयकों के खिलाफ कुछ किसान संगठनों द्वारा आहूत राष्ट्रव्यापी हड़ताल का समर्थन किया है।
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता और यूपी के किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि चक्का जाम मेंपंजाब, हरियाणा, यूपी, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, कर्नाटक समेत पूरे देश के किसान संगठन एकजुट होंगे। वहीं, दूसरी ओर पंजाब में कृषि विधेयकों के खिलाफ किसानों का तीन दिवसीय रेल रोको आंदोलन भी जारी है। गुरुवार यानी 24 अक्टूबर से 26 अक्टूबर तक यह रेल रोको आंदोलन चलेगा। इस आंदोलन के मद्देनजर फिरोजपुर रेल संभाग ने विशेष ट्रेनों के परिचालन को रोक दिया है।
इतना ही ही नहीं, रेलवे ने आंदोलन के मद्देनजर 26 ट्रेनों का परिचालय 26 सितंबर तक रद्द कर दिया है। जिन ट्रेनों को निलंबित कर दिया गया है, वे हैं-गोल्डेन टेम्पल मेल (अमृतसर-मुंबई मध्य), जन शताब्दी एक्सप्रेस (हरिद्वार-अमृतसर), नई दिल्ली-जम्मू तवी, कर्मभूमि (अमृतसर-न्यू जलपाइगुड़ी), सचखंड एक्सप्रेस (नांदेड़-अमृतसर) और शहीद एक्सप्रेस (अमृतसर-जयनगर) निलंबित ट्रेनों की सूची में शामिल हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने प्रदर्शन के दौरान किसानों से कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने और कोरोना वायरस से जुड़े सभी नियमों का पालन करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विधेयकों के खिलाफ लड़ाई में पूरी तरह किसानों के साथ है और धारा 144 के उल्लंघन के लिए प्राथमिकी दर्ज नहीं की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हड़ताल के दौरान कानून-व्यवस्था की दिक्कतें पैदा नहीं करनी चाहिए। उन्होंने किसानों से यह सुनिश्चित करने की अपील की है कि नागरिकों को किसी तरह की दिक्कतें न हों और आंदोलन के दौरान जान-माल को किसी भी प्रकार का खतरा नहीं होना चाहिए।
भारतीय किसान यूनियन (एकता उगराहां) महासचिव सुखबीर सिंह ने हड़ताल के समर्थन में वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों, दुकानदारों से अपनी दुकानों बंद रखने की अपील की है। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने भी लोगों से किसानों का समर्थन करने और हड़ताल को सफल बनाने का अनुरोध किया है। मुख्य विपक्षी आम आदमी पार्टी पहले ही अपना समर्थन दे चुकी है जबकि शिरोमणि अकाली दल ने सड़क बंद करने की घोषणा की है।
विधेयकों के खिलाफ किसानों ने पंजाब में कई स्थानों पर गुरुवार को तीन दिवसीय रेल रोको प्रदर्शन शुरू किया और पटरियों पर धरना दिया। किसान संगठनों ने एक अक्टूबर से अनिश्चितकालीन रेल रोको प्रदर्शन भी शुरू करने का फैसला किया है। प्रदर्शनकारियों ने आशंका व्यक्त की है कि केंद्र के कृषि सुधारों से न्यूनतम समर्थन मूल्य की व्यवस्था खत्म हो जाएगी और कृषि क्षेत्र बड़े पूंजीपतियों के हाथों में चला जाएगा। किसानों ने कहा है कि तीनों विधेयक वापस लिए जाने तक वे अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।
हरियाणा भाकियू के प्रमुख गुरनाम सिंह ने कहा कि उनके संगठन के अलावा कुछ अन्य किसान संगठनों ने भी राष्ट्रव्यापी हड़ताल को अपना समर्थन दिया है। सिंह ने कहा, हमने अपील की है कि राज्य के राजमार्गों पर धरना होना चाहिए और अन्य सड़कों पर शांतिपूर्ण तरीके से विरोध होना चाहिए। राष्ट्रीय राजमार्गों पर धरना नहीं देना चाहिए। सिंह ने कहा कि हड़ताल के दौरान सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक किसी भी प्रकार के गैरकानूनी काम में संलिप्त नहीं होना चाहिए। भाकियू नेता ने कहा कि कमीशन एजेंट, दुकानदारों और ट्रांसपोर्टरों से भी हड़ताल का समर्थन करने का अनुरोध किया गया है।
विधेयक में क्या-क्या हैं
1. कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) विधेयक:उपज कहीं भी बेच सकेंगे। बेहतर दाम मिलेंगे। ऑनलाइन बिक्री होगी।2. मूल्य आश्वासन तथा कृषि सेवाओं पर किसान (सशक्तिकरण और संरक्षण) समझौता: किसानों की आय बढ़ेगी। बिचौलिए खत्म होंगे। आपूर्ति चेन तैयार होगा।3. आवश्यक वस्तु (संशोधन) : अनाज, दलहन, खाद्य तेल, आलू-प्याज अनिवार्य वस्तु नहीं रहेगी। इनका भंडारण होगा। कृषि में विदेशी निवेश आकर्षित होगा।
क्यों हो रहा है इस बिल का विरोध
1. मंडियां खत्म हो गईं तो किसानों को एमएसपी यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिलेगा। वन नेशन वन एमएसपी होना चाहिए।2. कीमतें तय करने का कोई मैकेनिज्म नहीं है। डर है कि इससे निजी कंपनियों को किसानों के शोषण का जरिया मिल जाएगा। किसान मजदूर बन जाएगा।3.कारोबारी जमाखोरी करेंगे। इससे कीमतों में अस्थिरता आएगी। खाद्य सुरक्षा खत्म हो जाएगी। इससे आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी बढ़ सकती है। -
एजेंसीनई दिल्ली : राफेल विमान सौदा एक फिर चर्चा में है। नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने कहा कि दसॉल्ट एविएशन ने विमानों की सौदे के वक्त 30 फीसदी ऑफसेट प्रावधान के बदले डीआरडीओ को उच्च तकनीक देने का प्रस्ताव किया था। डीआरडीओ को यह तकनीक अपने हल्के लड़ाकू विमान के इंजन कावेरी के विकास के लिए चाहिए थी। लेकिन दसॉल्ट एविएशन ने आज तक अपना वादा पूरा नहीं किया।
संसद में बुधवार को पेश कैग की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत बड़े पैमाने पर विदेशों से हथियारों की खरीद करता है। रक्षा खरीद नीति के तहत 30 फीसदी ऑफसेट प्रावधान लागू किए गए हैं। लेकिन हथियार बेचने वाली कंपनियां कांट्रेक्ट पाने के लिए तो ऑफसेट का वादा करती हैं लेकिन बाद में उसे पूरा नहीं करती हैं। इसके चलते ऑफसेट नीति बेमानी हो रही है। इसी सिलिसले में राफेल विमानों की खरीद का भी जिक्र किया गया है, जिसमें 2016 में राफेल के ऑफसेट प्रस्ताव का हवाला दिया गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2005-2018 के बीच रक्षा सौदों में कुल 46 ऑफसेट काट्रेक्ट किए गए जिनका कुल मूल्य 66427 करोड़ रुपये था। लेकिन दिसंबर 2018 तक इनमें से 19223 करोड़ के ऑफसेट कांट्रेक्ट ही पूरे हुए। हालांकि रक्षा मंत्रालय ने इसमें भी 11396 करोड़ के क्लेम ही उपयुक्त पाए। बाकी को खारिज कर दिए गए।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 55 हार करोड़ रुपये के ऑफसेट कांट्रेक्ट अभी नहीं हुए हैं। तय नियमों के तहत इन्हें 2024 तक पूरा किया जाना है। ऑफसेट प्रावधानों को कई तरीके से पूरा किया जा सकता है। जैसे देश में रक्षा क्षेत्र में निवेश के जरिये, निशुल्क तकनीक देकर तथा भारतीय कंपनियों से उत्पाद बनाकर। लेकिन सीएजी ने अपनी ऑडिट रिपोर्ट में पाया है कि यह नीति अपने लक्ष्यों को हासिल नहीं कर पा रही है। सीएजी ने अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा कि खरीद नीति में सालाना आधार पर ऑफसेट कांट्रेक्ट को पूरा करने का प्रावधान नहीं किया गया है। पुराने मामलों के विश्लेषण से पता चलता है कि आखिर के दो सालों में ही ज्यादातर कांट्रेक्ट पूरे किए जाते हैं। -
नई दिल्ली : भारत में कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है। मंगलवार को देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 55 लाख को पार कर गई। वहीं, इस दौरान कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 1,01,468 रही। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना रिकवरी रेट बढ़कर 80.86 फीसदी हो गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 75,083 नए मामले रिपोर्ट किए गए हैं। वहीं, इस दौरान कोरोना से 1,053 मरीजों की मौत हुई है। मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में अब तक 55, 62,664 लोग इस वायरस की चपेट में आए हैं।वहीं, 44,97,868 लोगों ने इस खतरनाक वायरस को मात दी है और इलाज के बाद अस्पताल से घर लौटे हैं। कोरोना के चलते अब तक देश में कुल 88,935 लोगों ने जान गंवाई है। देश में कोविड-19 के सक्रिय मामलों की संख्या 9,75,861 है।
देश में कोरोना से होने वाली मौतों का प्रतिशत 1.60 है, जिसमें गिरावट देखी जा रही है। आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना के 9,75,861 सक्रिय मामले हैं, जो कुल मामलों का 17.54 फीसदी है।
भारत में कोरोना वायरस के मामलों ने 7 अगस्त को 20 लाख का आंकड़ा पार किया था, 23 अगस्त को 30 लाख, 5 सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को यह आंकड़ा 50 लाख के पार हो गया। वहीं, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने बताया है कि 21 सितंबर तक 6,53,25,779 नमूनों की जांच की गई है, जिसमें से 9,33,185 नमूनों की जांच सोमवार को हुई है।
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जगदलपुर से रायपुर एवं हैदराबाद नियमित विमान सेवा शुरू
विकास के क्षेत्र में बस्तर अब भरेगा नयी उड़ान
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय से बस्तर जगदलपुर से रायपुर एवं हैदराबाद की हवाई यात्रा के लिए 72 सीटर नियमित विमान सेवा का वर्चुअल शुभारंभ किया। जगदलपुर स्थित मां दंतेश्वरी एयरपोर्ट से अब बस्तरवासियों को हवाई मार्ग से रायपुर एवं हैदराबाद आवागमन की सुविधा का लाभ मिलेगा। विमान सेवा के शुभारंभ अवसर पर छत्तीसगढ़ शासन के मंत्रीगण, सांसद, संसदीय सचिव, विधायकगण सहित बस्तर अंचल के जनप्रतिनिधि एवं वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर अपने उद्बोधन में कहा कि जगदलपुर से विमान सेवा की शुरूआत कर हम बस्तर को बड़ी संभावनाओं से जोड़ रहे हैं, जो पूरे बस्तर संभाग के विकास को नया आयाम देगी। उन्होंने इस मौके पर बस्तर को हवाई सेवा से जोड़ने के प्रयासों का विस्तार से उल्लेख करते हुए कहा कि बस्तरवासियों को उड़ान सेवा का लाभ देने हेतु शासन लगातार प्रयत्नशील रहा है। हमारी सरकार के प्रयासों से 02 मार्च 2020 को डीजीसीए नई दिल्ली से विमान उड़ान हेतु अनुमति प्राप्त करने में सफलता मिली, जिसके परिणाम स्वरूप आज से एयर इंडिया की सहायक कम्पनी एलायंस एयर बस्तर में उड़ान सेवा प्रारंभ कर रही है।मुख्यमंत्री ने कहा कि हवाई सेवा शुरू होने से बस्तरवासियों को विकास के प्रत्येक क्षेत्र में अधिक से अधिक लाभ प्राप्त होगा। बस्तर से रायपुर एवं हैदराबाद की यात्रा का समय केवल एक घंटा लगेगा। हैदराबाद से आगे विश्व में कहीं भी जाया जा सकता है। वर्तमान में सड़क मार्ग से रायपुर की यात्रा 06 घंटे में पूरी होती है तथा हैदराबाद की यात्रा लगभग 12 घंटे में पूरी होती है। यात्रा के दौरान घाटियां एवं दुर्गम रास्ता भी पार करना होता है । बस्तर के लोग विषम परिस्थिति में चिकित्सा हेतु रायपुर, विशाखापटनम या हैदराबाद जैसे महानगर की हवाई यात्रा से जल्द से जल्द पहुंच सकेंगे तथा महानगरों के चिकित्सक, हवाई सेवा का लाभ लेकर बस्तरवासियों को आधुनिक चिकित्सा बस्तर में आसानी से दे सकेेंगे । विमान सेवा के प्रारंभ होने से बस्तर के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे देश - विदेश के लोगों को बस्तर की ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक विरासत की जानकारी प्राप्त होगी। पर्यटक बस्तर की यात्रा आसानी से कर सकेंगे ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हवाई सेवा शुरू होने से बस्तर संभाग में बैंकिंग, टेलीकॉम सेक्टर, एनएमडीसी, बचेली, किरन्दुल, नगरनार तथा केंद्र एवं राज्य शासन के प्रशासनिक अमला को विशेष परिस्थिति में त्वरित यात्रा की सुविधा होगी। बस्तर के युवाओं को आधुनिक शिक्षा, उच्च शिक्षा के लिये जाने हेतु व्यापक सुविधा प्राप्त होगी। बस्तर के व्यापारियों को हर तरह की सेवा हेतु विशेष लाभ मिलेगा। बस्तर में कला, संस्कृति, खेल, रंगमंच एवं अन्य क्षेत्र की हस्तियों के आगमन होने से बड़े आयोजन सफलतापूर्वक अल्प समय में पूरे किये जा सकेंगे ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर जगदलपुर से यात्री विमान सेवा प्रांरभ होने से क्षेत्र के स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अनेक अवसर खुलेंगे। व्यापार, शिक्षा, चिकित्सा, पर्यटन जगत के अतिरिक्त अन्य सभी रोजगारोन्मुखी क्षेत्र में व्यापक विकास एवं विस्तार होगा । इसी कड़ी में एयरपोर्ट टर्मिनल में आमचो बस्तर कैन्टीन की शुरूआत की जा रही है । कैन्टीन का संचालन नक्सल समर्पित परिवार के सदस्यों के द्वारा किया जायेगा । भविष्य में ऐसी अनेक पहल हम करेंगे, जिससे युवा प्रतिभाओं को रोजगार के रोजगार के अच्छे अवसर प्राप्त हो ।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर एयरपोर्ट जगदलपुर में आमचों बस्तर केन्टीन का भी शुभारंभ किया। जिला प्रशासन जगदलपुर के सौजन्य से जगदलपुर से रायपुर पहली बार हवाई यात्रा कर रहे बस्तर अंचल के विभिन्न क्षेत्रों के रहवासियों ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को जगदलपुर से विमान सेवा शुरू करने और उन्हें हवाई यात्रा का सुअवसर प्रदान करने के लिए आभार जताया। हवाई सेवा के शुभारंभ कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रंेसिंग के माध्यम से जुड़े मंत्री सर्वश्री रविन्द्र चौबे, टी.एस. सिंहदेव, ताम्रध्वज साहू, मोहम्मद अकबर, डॉ.प्रेमसाय सिंह टेकाम, कवासी लखमा, जयसिंह अग्रवाल, बस्तर के सांसद श्री दीपक बैज, बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री लखेश्वर बघेल, संसदीय सचिव श्री रेखचंद जैन, विधायक श्री चंदन कश्यप, छत्तीसगढ़ मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष श्री एमआर निषाद, जगदलपुर की महापौर श्रीमती शकुंतला साहू सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने जगदलपुर से विमान सेवा शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का आभार जताते हुए कहा कि आपके प्रयासों से बस्तरवासियों की बहुप्रतीक्षित मांग पूरी हुई है और आपके प्रयास से बस्तर विकास की ओर तेजी से अग्रसर है।
इस मौके पर केन्द्रीय विमानन राज्य मंत्री श्री हरदीप सिंह पूरी ने अपने संदेश में कहा कि हवाई सेवा शुरू होने से जगदलपुर बस्तर में पर्यटन एवं विकास को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि बस्तर की कला-संस्कृति का अपना महत्व है। उन्होंने इस मौके पर उड़ान योजना के माध्यम से जगदलपुर, अम्बिकापुर एयरपोर्ट के विकास के लिए किए जा रहे प्रयास और रायपुर एयरपोर्ट के विस्तार की कार्ययोजना की जानकारी दी। उन्होंने जगदलपुर को विमान सेवा से जोड़े जाने के लिए एयरपोर्ट अथारिटी,एयर इंडिया की सहायक कम्पनी अलायंस एयर, राज्य शासन, छत्तीसगढ़ एवं बस्तरवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी।
1939 में रखी गई थी जगदलपुर एयरपोर्ट की नींवमुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि जगदलपुर एयरपोर्ट की नींव सन् 1939 में द्वितीय विश्व युद्व के पूर्व ब्रिटिश काल में रखी गयी थी, तब इसे जहाज भाटा के नाम से जाना जाता था। 13 मार्च 1953 को भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं0 जवाहर लाल नेहरू ने भी बस्तर के इस जहाज भाटा में अपना कदम रखा था। इसके अतिरिक्त पूर्व राष्ट्रपति डॉ0 राजेंद्र प्रसाद, डॉ ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम, डॉ प्रतिभा पाटिल एवं पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी, श्री मोरारजी देसाई, श्री व्ही0पी0सिंह, श्री अटल बिहारी बाजपेयी जी जैसी महान विभूतियां भी इस पावन धरा में कदम रख चुकी हैं। 20 मार्च 1988 को जगदलपुर से भोपाल के बीच वायुदूत सेवा के नाम से उड़ान की शुरूआत तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री मोतीलाल वोरा ने की थी। श्री वोरा जी, अपने मंत्रीमंडल के सदस्यों के साथ प्रथम यात्रा भोपाल से जगदलपुर के लिये की थी। जगदलपुर एयरपोर्ट का उपयोग सामरिक कार्यों के लिये किया जाता रहा है ।
मां दन्तेश्वरी के नाम से जाना जाएगा जगदलपुर एयरपोर्टछत्तीसगढ़ सरकार द्वारा जगदलपुर एयरपोर्ट का नामकरण अंचल की आराध्य देवी माँ दन्तेश्वरी के नाम से किया गया है। मां दन्तेश्वरी एयरपोर्ट जगदलपुर कुल 57.6 हेक्टेयर के क्षेत्रफल में स्थापित है। एयर स्ट्रिप की लम्बाई 1704 मीटर और चौड़ाई 30 मीटर है। एयरपोर्ट के आधारभूत सुविधाओं का प्रबंधन लोक निर्माण विभाग, छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा किया जा रहा है। एयरपोर्ट में एयर ट्रॅिफक कंट्रोल का प्रबंधन एयरपोर्ट एथॉरिटी आफ इंडिया द्वारा किया जाएगा। एयरपोर्ट में 72 सीटर यात्री क्षमता वाली हवाई जहाज को संचालित किया जा रहा है। यात्री विमान सुबह 9 बजे हैदराबाद से उड़ान भरकर जगदलपुर होते हुए दोपहर 12 बजे तक रायपुर पहुंचेगा। वापस हैदराबाद के लिए यह विमान रायपुर से 12.30 बजे उड़ान भरकर 1.35 बजे जगदलपुर पहंुचेगा और वहां से 2.05 बजे उड़ान भरकर 3.40 बजे हैदराबाद पहंुचेगा।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने बताया कि बस्तर के लोगों की सुविधा हेतु विमानों की उड़ान प्रतिदिन किया जाना सुनिश्चित किया गया है। टिकट की बुकिंग एलायंस एयर के वेबसाईट, ऐप एवं टिकट काउण्टर के माध्यम से किया जा सकता है। यात्री किराया भी न्यूनतम रखा गया है, जिसे आसानी से वहन किया जा सकता है। हैदराबाद से जगदलपुर का 1405 रूपये जगदलपुर से रायपुर का टिकट 1270 रूपये मात्र है। आम नागरिक कम खर्चे में आसानी से हवाई यात्रा का लाभ ले सकते हैं। हमारी सरकार प्रांरभ से ही बस्तर के सर्वांगीण विकास हेतु कृत संकल्पित रही है। हम बस्तर की पहचान अंतराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने के लिए बहुआयामी प्रयास कर रहे हैं।
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महाराष्ट्र : महाराष्ट्र के भिवंडी नगर में सोमवार तड़के तीन मंजिला एक इमारत के गिर जाने से 10 व्यक्तियों की मौत हो गई और करीब 20 अन्य के मलबे में फंसे होने की आशंका है। यह जानकारी पुलिस ने दी है। पुलिस ने बताया कि यह इमारत आज तड़के गिर गई। मलबे से अभी तक एक बच्चे सहित पांच व्यक्तियों को निकाला गया है। तलाश अभियान जारी है।
ठाणे आपदा प्रतिक्रिया बल (टीडीआरएफ) के कर्मी मलबे से एक बच्चे को निकालते और उसे पानी पिलाते देखे गए। भिवंडी, ठाणे से करीब 10 किलोमीटर दूर स्थित एक नगर है। एक निकाय अधिकारी ने बताया कि धमनकर नाका के पास नरपोली में पटेल परिसर स्थित इमारत तड़के तीन बजकर 40 मिनट पर गिर गई। हादसे के समय उसमें रहने वाले लोग सोये हुए थे। उन्होंने बताया कि इमारत में रहने वाले करीब 20 व्यक्तियों के मलबे में फंसे होने की आशंका है।
पीएम मोदी ने कहा, "महाराष्ट्र के भिवंडी में इमारत ढहने से दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना। घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना। बचाव अभियान चल रहा है और प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।'
एनडीआरएफ के महानिदेशक एस. एन. प्रधान ने ट्वीट किया, '' 20-25 लोगों के फंसे होने की आशंका है। खोज अभियान जारी है। एनडीआरएफ की और टीमें रास्ते में हैं। ठाणे नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि इमारत का एक हिस्सा धराशायी हो गया और इमारत में रहने वाले कई लोग मलबे में फंस गए।
अधिकारी ने बताया कि झिलानी इमारत कितनी पुरानी है इसकी जानकारी नहीं है। अभी यह भी पता नहीं चल पाया है कि यह इमारत निगम द्वारा घोषित जीर्ण-शीर्ण इमारतों की सूची में शामिल थी या नहीं।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने एनडीआरएफ के हवाले से बताया है कि स्थानीय लोगों द्वारा 20 लोगों को बचाया गया है। प्रारंभिक सूचना के अनुसार कम से कम 20-25 लोगों के फंसे होने की आशंका है।
एनडीआरएफ के जवानों ने मलबे में फंसे एक बच्चे को जिंदा बाहर निकाल लिया है।
NDRF की टीम घटनास्थल पर राहत और बचाव अभियान चला रही है। मलबे में दबे लोगों को जिंदा बाहर निकालने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। -
एजेंसीरूस : रूस ने हल्के से मध्यम कोविड -19 संक्रमणों के लिए आर-फार्म कंपनी के कोरोनावीर उपचार को मंजूरी दे दी है। कंपनी ने शुक्रवार को कहा कि इस एंटी वायरल दवा को देश की फार्मेसियों में ले जाया जा सकता है।कोरोना की इस कोरोनवीर दवा की मंजूरी से मई में एक अन्य रूसी कोविड -19 दवा एविफवीर के लिए हरी झंडी मानी जा रही है। दोनों फवीपिरवीर पर आधारित हैं, जिसे जापान में विकसित किया गया था और वहां व्यापक रूप से इस वायरल के उपचार के रूप में उपयोग किया जाता है।आर-फार्म की घोषणा इस बात का एक और संकेत है कि रूस वायरस के खिलाफ दवा बनाने की वैश्विक दौड़ में बढ़त लेने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है। यह पहले से ही अपने कोविड -19 परीक्षणों का निर्यात कर रहा है और इसने अपनी स्पुतनिक-वी वैक्सीन की आपूर्ति के लिए कई अंतरराष्ट्रीय सौदों का प्रबंधन किया है।
कंपनी ने कहा कि उसे 168 रोगियों पर चरण- III के क्लिनिकल परीक्षण के बाद इस दवा के लिए मंजूरी मिली है। सरकारी रजिस्टर में दर्ज है कि जुलाई में कोविड -19 के उपचार के लिए अस्पताल में पहली बार इस दवा का इस्तेमाल किया गया था।
टीके के परीक्षण में कोई कोताही न बरती जाए
केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने कोरोना वैक्सीन के मानव परीक्षण या नई दवा की मंजूरी और बिक्री से जुड़े दिशानिर्देश जारी किए हैं। दिशानिर्देश के तहत, आईसीएमआर ने बताया है कि वैक्सीन के विकास में इन चरणों को सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
इसमें वैक्सीन के उचित स्ट्रेन की पहचान और विकास, जो सुरक्षित और प्रतिरोधी क्षमता पैदा करने वाला हो। प्री क्लीनिकल चरण में चूहों, खरगोश, गिनी पिग और हैमस्टर चाहे छोटे जानवरों पर परीक्षण किया जाए। सुरक्षा और खुराक को लेकर पर्याप्त सतर्कता बरती जाए। बड़े जानवरों में भी प्रीक्लीनिकल परीक्षण के दौरान वैक्सीन की सुरक्षा, प्रभावी क्षमता, खुराक और फार्मूलेशन पर ध्यान दिया जाए। मानव परीक्षण के पहले चरण में उत्पाद की सुरक्षा को परखा जाए। इसमें वालंटियर की संख्या 100 से कम रहती है। दूसरे चरण में देखा जाए कि वैक्सीन को लेकर प्रतिरोधी क्षमता पैदा हो रही हैं या नहीं।
इसमें वालंटियर की संख्या एक हजार से कम होती है। तीसरे चरण के मानव परीक्षण में टीके की प्रभावी क्षमता को आंका जाना चाहिए। इसमें हजारों वालंटियर को शामिल किया जाना आवश्यक है। इनके सफल परीक्षणों के बाद नियामक की मंजूरी लेना आवश्यक है। चौथे चरण में टीके के विपणन को लेकर निगरानी करनी होगी। सीडीएससीओ ने हालांकि स्पष्ट किया कि उसे टीकों के विकास के चरणों में किसी भी तरह के उल्लंघन की अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है।