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राजस्थान में सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबियों पर आयकर विभाग का शिकंजा कसना शुरू हो गया है. आयकर विभाग के 200 से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों ने दिल्ली और राजस्थान के कई जगहों पर छापेमारी की है. यह छापेमारी अशोक गहलोत के करीबी धर्मेंद्र राठौड़ और राजीव अरोड़ा के ठिकानों पर की गई है. सीएम अशोक गहलोत के करीबी और ज्वैलरी फर्म के मालिक राजीव अरोड़ा के ठिकानों पर सोमवार सुबह आयकर विभाग की टीम पहुंची. उनके घर और दफ्तरों पर छापेमारी चल रही है. खास बात है कि इस छापेमारी की सूचना स्थानीय पुलिस को नहीं दी गई थी. आयकर विभाग की टीम केंद्रीय रिजर्व पुलिस के साथ छापेमारी को अंजाम दे रही है.
राजीव अरोड़ा के अलावा धर्मेंद्र राठौड़ के आवास और दफ्तर पर आयकर विभाग की टीम छापेमारी कर रही है. धर्मेंद्र अरोड़ा को भी सीएम अशोक गहलोत का करीबी बताया जाता है. सूत्रों का कहना है कि राजीव अरोड़ा और धर्मेंद्र राठौड़ से देश के बाहर किए गए ट्रांजेक्शन के बारे में पूछताछ की जा रही है.
राजीव अरोड़ा और धर्मेंद्र अरोड़ा के करीब 24 ठिकानों पर चल रही छापेमारी पर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं. कांग्रेस ने बीजेपी पर गहलोत सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया. साथ ही कांग्रेस ने बिना स्थानीय पुलिस को सूचना दिए आयकर विभाग की छापेमारी पर भी सवाल पूछा. -
मीडिया रिपोर्ट
नई दिल्ली : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से दुनियाभर में 1.20 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं। वहीं, इस वायरस के चलते छह लाख लोगों की मौत हुई है। कोरोना की सच्चाई छिपाने को लेकर चीन पर दुनियाभर में आरोप लग रहे हैं। इसी बीच कोरोना की सच्चाई को लेकर बीजिंग एक बार फिर दुनिया के सामने बेनकाब हो गया है।
दरअसल, हांगकांग से जान बचाकर अमेरिका पहुंचीं एक वायरोलॉजिस्ट ने खुलासा किया है कि कोविड-19 के बारे में चीन काफी पहले से जानता था। उसने जब दुनिया को इस बारे में बताया, उससे पहले ही चीन को इस वायरस की जानकारी थी। इस संबंध में सरकार में सर्वोच्च स्तर पर फैसले लिए गए और जानकारी को छिपाया गया।
फॉक्स न्यूज को शुक्रवार को दिए एक साक्षात्कार में 'हांग-कांग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ में वायरोलॉजी और इम्यूनोलॉजी' की विशेषज्ञ लि-मेंग यान ने कुछ बड़े खुलासे किए। उन्होंने कहा कि महामारी की शुरुआत में उनकी शोध को उनके सुपरवाइजर्स (पर्यवेक्षकों) ने भी नजरअंदाज कर दिया, जोकि इस विषय में दुनिया के शीर्ष विशेषज्ञ हैं। उनका मानना है कि उनके शोध से लोगों को जान बचाई जा सकती थी।
यान ने साक्षात्कार में बताया कि वह कोविड-19 पर अध्ययन करने वाली दुनिया के पहले कुछ वैज्ञानिकों में से एक थीं। उन्होंने कहा कि चीन सरकार ने अपने राज को दुनिया के सामने आने से रोकने के लिए विदेशी और यहां तक की हांगकांग के विशेषज्ञों को शोध में शामिल करने से इनकार कर दिया।
उन्होंने बताया कि पूरे चीन के उनके साथियों ने इस वायरस पर चर्चा की, लेकिन जल्द ही उनके बात करने के तरीके में परिवर्तन देखने को मिला। शायद यह उनपर चीन सरकार का दबाव था।
यान ने कहा कि जो शोधकर्ता कल तक खुलकर वायरस पर चर्चा करते थे, अचानक उन्हें चुप कर दिया गया। वुहान के डॉक्टरों और शोधकर्ताओं ने इस विषय पर चुप्पी साध ली और दूसरों को चेतावनी दी गई कि उनसे इस संबंध में जानकारी न मांगी जाए। आगे चलकर वुहान इस वायरस का केंद्र बनकर उभरा।
यान के मुताबिक, डॉक्टरों ने कहा कि हम इसके बारे में बात नहीं कर सकते हैं, लेकिन हमें मास्क लगाने की जरूरत है। उनके सूत्रों के मुताबिक, इसके बाद मानव से मानव संक्रमण तेजी से बढ़ने लगा। इस घटना के बाद यान ने हांगकांग छोड़ने का फैसला किया।
उन्होंने कहा कि मैंने अपना सामान बांधा और कैंपस में लगे कैमरों और सेंसर से बचते हुए 28 अप्रैल को अमेरिका के लिए कैथी पैसिफिक फ्लाइट में सवार हो गई। यान ने बताया कि इस दौरान उनके पास केवल पासपोर्ट और उनका बैग था, बाकी हर प्यारी चीज उन्हें पीछे छोड़नी पड़ी।
यान ने कहा कि अगर मैं पकड़ ली जातीं तो मुझे जेल में डाल दिया जाता या गायब कर दिया जाता। उन्होंने कहा कि चीन की सरकार उनकी प्रतिष्ठा को धूमिल करने की कोशिश कर रही है और कम्युनिस्ट पार्टी उन्हें चुप करने के लिए साइबर हमले कर रही है। -
मीडिया रिपोर्टो से
राजस्थान में कांग्रेस के लगभग दो दर्जन विधायकों ने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) राज्य की अशोक गहलोत सरकार को गिराने की साजिश रच रही है। कांग्रेस के इन विधायकों ने शुक्रवार देर रात जारी एक संयुक्त बयान में यह आरोप लगाया। संयुक्त बयान में कांग्रेस विधायकों ने आरोप लगाया गया है कि भाजपा खरीद फरोख्त एवं अन्य भ्रष्ट हथकंडों के माध्यम से राज्य की जनहितकारी कांग्रेस सरकार को गिराने की साजिश रच रही है। संयुक्त बयान में 24 विधायकों के नाम दिए गए हैं जिनमें लाखन सिंह, जोगेंद्र सिंह अवाना, मुकेश भाकर, इंद्रा मीणा, वेद प्रकाश सोलंकी, संदीप यादव आदि शामिल हैं।इन विधायकों ने इसे भाजपा का कथित अलोकतांत्रिक एवं भ्रष्ट आचरण करार दिया है।
बयान में कहा गया है, ‘हमारे पास स्पष्ट जानकारी है कि भाजपा के शीर्षस्थ लोग इस षडयंत्र में शामिल हैं जो कांग्रेस के विधायकों एवं समर्थित विधायकों और अन्य से संपर्क कर उन्हें तरह तरह के प्रलोभन देकर गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।’ बयान में कांग्रेस विधायकों के हवाले से यह भी कहा गया है, ‘राज्य में कांग्रेस एवं उसे समर्थन देने वाले सभी विधायक इस तरह के प्रयासों को सफल नहीं होने देंगे।’
उल्लेखनीय है कि, यह बयान ऐसे समय में जारी किया गया है जबकि राजस्थान पुलिस के विशेष कार्यबल एसओजी ने राज्य में विधायकों की खरीद फरोख्त और निर्वाचित सरकार को अस्थिर करने के आरोपों में शुक्रवार को एक मामला दर्ज किया है। उल्लेखनीय है कि, जून में राज्य से हुए राज्यसभा की तीन सीटों के चुनाव से पहले सत्तारूढ़ कांग्रेस ने कुछ विधायकों को प्रलोभन दिए जाने का आरोप लगाया था। पार्टी की ओर से इसकी शिकायत विशेष कार्यबल (एसओजी) को की गई। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि राज्य में विधायकों को प्रलोभन दिया जा रहा है और करोड़ों रुपये की नकदी जयपुर स्थानांतरित हो रही है। बता दें कि, राज्य विधानसभा में कुल 200 विधायकों में से कांग्रेस के पास 107 विधायक एवं भाजपा के पास 72 विधायक हैं। राज्य के 13 में से 12 निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी कांग्रेस को है। -
नई दिल्ली : कोविड-19 पिछले 100 वर्षों में सबसे खराब स्वास्थ्य और आर्थिक संकट है। इसकी वजह से उत्पादन, नौकरियों और कल्याण के लिए अभूतपूर्व नकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहा है। इसने दुनिया भर में मौजूदा विश्व व्यवस्था, वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं, श्रम और पूंजी मूवमेंट को गति दी। यह बातें RBI गवर्नर शक्तिकांत दास 7 वें SBI बैंकिंग और अर्थशास्त्र सम्मेलन में शनिवार को कही।
बैंकिंग और अर्थशास्त्र कॉन्क्लेव में उन्होंने कहा कि महामारी शायद अब तक हमारी आर्थिक और वित्तीय प्रणाली की मजबूती और लचीलापन की सबसे बड़ी परीक्षा ले रहा है। उन्होंने कहा कि RBI ने वित्तीय प्रणाली की सुरक्षा, वर्तमान संकट में अर्थव्यवस्था को सपोर्ट करने के लिए कई बड़े उपाय किए हैं। आरबीआई के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता विकास है। इसके साथ ही वित्तीय स्थिरता भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। RBI ने उभरते खतरों की पहचान करने के लिए अपने ऑफसाइट सर्विलांस मैकेनिज्म को मजबूत किया है। उन्होंने कहा कि पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक की समस्या का समाधान करने के लिए आरबीआई सभी हितधारकों के साथ बातचीत कर रहा है।
शक्तिकांत दास ने यह भी कहा कि मध्यम अवधि के लिए आरबीआई नीति लागू करने के लिए सावधानीपूर्वक मूल्यांकन की आवश्यकता होगी, यह इस बात पर निर्भर करेगी कि आने वाले समय में संकट कैसे सामने आता है। आरबीआई गवर्नर का कहना है कि कोरोनावायरस महामारी के परिणामस्वरूप उच्च एनपीए और पूंजी क्षरण होगा। पूंजी जुटाना, बफर तैयार करना ऋण प्रवाह और वित्तीय प्रणाली की मजबूती सुनिश्चित करने के लिये काफी अहम है। भारतीय अर्थव्यवस्था ने प्रतिबंधों में ढील के बाद वापस सामान्य स्थिति में जाने के संकेत देने शुरू कर दिए हैं। संकट के समय में भारतीय कंपनियों और उद्योगों ने बेहतर काम किया।
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नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने कोरोना महामारी को लेकर जारी राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के मद्देनजर देशभर के निजी स्कूलों में तीन महीने की फीस माफ करने के निर्देश देने संबंधी याचिका पर सुनवाई से शुक्रवार को इनकार कर दिया। न्यायालय ने याचिकाकर्ताओं को संबंधित राज्यों के हाईकोर्ट के समक्ष अपनी फरियाद लेकर जाने की सलाह दी।
मुख्य न्यायाधीश शरद अरविंद बोबडे, न्यायमूर्ति आर सुभाष रेड्डी और न्यायमूर्ति ए एस बोपन्ना की खंडपीठ ने सुशील शर्मा एवं अन्य की याचिका सुनने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि स्कूल फीस संबंधी मुद्दे को संबंधित राज्यों के हाईकोर्ट के समक्ष उठाया जाना चाहिए। दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, हरियाणा, गुजरात, पंजाब, ओडिशा, राजस्थान और मध्य प्रदेश के अभिभावक संघों की ओर से यह याचिका दायर की गयी थी, जिसमें अप्रैल, मई और जून की फीस माफी के आदेश देने और पूरे देश में लॉकडाउन की अवधि के दौरान की फीस के ढांचे और संग्रहण को नियंत्रित करने के लिए एक प्रणाली विकसित करने के निर्देश देने का न्यायालय से अनुरोध किया गया था।
सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि प्रत्येक राज्य की स्थिति अलग-अलग है। याचिकाकर्ताओं ने पूरे देश के स्कूलों के लिए यह याचिका दायर की है। न्यायमूर्ति बोबडे ने कहा, “यह हमारे लिए समस्या है कि पूरे देश के स्कूलों के लिए एकमुश्त तौर पर कौन निर्णय लेगा। प्रत्येक राज्य की अलग-अलग समस्याएं हैं। पक्षकार इस अदालत के अधिकार क्षेत्र को बहुप्रयोजन जैसा समझते हैं, लेकिन प्रत्येक राज्य और प्रत्येक जिले की स्थिति अलग-अलग हैं।” याचिकाकर्ताओं के वकील ने कहा कि पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने स्कूलों को बढ़ी हुई फीस वसूलने की अनुमति दे दी है। इस पर न्यायमूर्ति बोबडे ने कहा कि फिर उस आदेश के खिलाफ विशेष अनुमति याचिका दायर की जा सकती है।
उन्होंने कहा, “यदि आप हर किसी की समस्याओं का समाधान कर सकते हैं तो यह आप जैसे प्रतिभावान व्यक्ति की बहुत बड़ी कारीगरी होगी। हम फिलहाल इस याचिका को सुनने के पक्ष में नहीं हैं। याचिकाकर्ता याचिका वापस ले सकते हैं और हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटा सकते हैं। इसके बाद याचिकाकर्ताओं ने याचिका वापस ले ली। याचिकाकर्ताओं ने फीस को लेकर स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाने की गुहार लगाई थी। याचिका में कहा गया था कि लॉकडाउन के दौरान कई निजी स्कूलों द्वारा पूरी फीस वसूली गई और अभिभावकों पर दबाव बनाया गया। याचिका में यह भी कहा गया था कि ऑनलाइन क्लास के नाम पर स्कूल पूरी फीस वसूल रहे हैं, जबकि कई राज्यों की सरकारों ने कहा है कि लॉकडाउन की अवधि में स्कूल केवल ट्यूशन फीस ले सकते हैं। -
उत्तर प्रदेश के कानपुर के चौबेपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे की मारी जाने की खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि यूपी एसटीएफ की गाड़ी पलटने के बाद विकास दुबे ने घायल सिपाही की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की थी। खबरों के मुताबिक, भागते वक्त विकास दुबे ने पुलिस के ऊपर फायरिंग की जिसके जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की। इस दौरान पुलिस की गोली लगने से हिस्ट्री शीटर विकास दुबे घायल हुआ और थोड़ी देर बाद उसकी मौत हो गई।
कानपुर पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक, गाड़ी पलटने के बाद विकास दुबे ने घायल सिपाही की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की। जब पुलिस ने आत्मसमर्पण के लिए कहा तो पुलिस पर फायरिंग की जिसमें कुछ सिपाही घायल हो गए। इसके बाद पुलिस की जवाबी फायरिंग में विकास दुबे को गोली लगी। हादसा कानपुर टोल प्लाजा से 25 किलोमीटर दूर हुआ है।
बता दें कि, विकास को उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वह मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में महाकाल के दर्शन करने पहुंचा था। गार्ड द्वारा पहचाने जाने के बाद मध्य प्रदेश पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। मध्य प्रदेश पुलिस ने कल रात ही उसे उत्तर प्रदेश पुलिस के हवाले किया था। -
उत्तर प्रदेश के कानपुर के कुख्यात अपराधी और आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी विकास दुबे को गुरुवार को मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकाल मंदिर से गिरफ्तार कर लिया गया। विकास दुबे उज्जैन के महाकाल में दर्शन के लिए गया था, तभी वहां के गार्ड ने पहचाना। जिसके बाद वहां की पुलिस एक्शन में आई और उसे वहीं धर लिया। गैंगस्टर विकास दुबे ने पिछले शुक्रवार को कानपुर के चौबेपुर में आठ पुलिसकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद से ही विकास दुबे कानपुर पुलिस के लिए मोस्ट वॉन्टेड की लिस्ट में शुमार है। विकास दुबे इस नरसंहार का एक नामजद आरोपी था। बता दें कि, उसकी तलाश कई राज्यों की पुलिस कर रही थी। विकास दुबे लगातार पुलिस को चकमा दे रहा था।
कानपुर के चौबेपुर में घटना को अंजाम देकर फरार विकास पहले दिल्ली-एनसीआर पहुंचा, लेकिन पुलिस की जबरदस्त दबिश के बाद वह फिर मध्य प्रदेश के उज्जैन जिला पहुंचा, जहां उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले विकास दुबे के दो साथी आज एनकाउंटर में ढेर हो गए। प्रभात मिश्रा पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश कर रहा था, जिसके बाद एनकाउंटर में उसे ढेर कर दिया गया। प्रभात मिश्रा को बुधवार को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया था। इसके अलावा विकास दुबे गैंग का एक और मोस्ट वांटेड क्रिमिनल बबन शुक्ला भी इटावा में ढेर हो गया।
मालूम हो कि कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में दो और तीन जुलाई की रात दबिश देने गई पुलिस की टीम के एक सीओ, तीन दारोगा तथा चार सिपाही की हत्या का मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की पुलिस को तलाश थी। -
विशाखापत्तनम: पुलिस ने विजग के पास हुई स्टाइरीन गैस लीक दुर्घटना के संबंध में एलजी पॉलिमर्स के 12 अधिकारियों और कर्मचारियों को मंगलवार को गिरफ्तार किया. पुलिस आयुक्त आर.के. मीना ने कहा कि गिरफ्तार लोगो में कंपनी के सीईओ और दो निदेशक शामिल हैं. इस साल मई में हुई इस दुर्घटना में 15 लोगों की मौत हो गई थी. यह गिरफ्तारी तब हुई है, जब उच्चाधिकार प्राप्त जांच समिति (एचपीसी) ने अपनी रपट सोमवार को आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस. जगनमोहन रेड्डी को सौंपी. एचपीसी की जांच रपट में एलजी पालिमर्स की तरफ से कई चूंकों का जिक्र किया गया है, जिनके कारण स्टाइरीन गैस लीक हुई, और परिणामस्वरूप रसायन कारखाने के आसपास के इलाके में 12 लोगों की मौत हो गई.
यह दुर्घटना सात मई को उस समय घटी थी, जब राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन में ढील दिए जाने के बाद कारखाने को फिर से चालू किया जा रहा था. बता दें कि हाल ही में तमिलनाडु के फैक्ट्री में बॉयलर फटने से भी कई लोगों की मौत हो गई थी. इस दौरान कई घायलों को इलाज के अस्पताल में भर्ती कराया गया था. हालांकि पूरे मामले की जांच की जा रही है. -
नई दिल्ली। राजीव गांधी फाउंडेशन में फंडिंग को लेकर लगातार उठ रहे सवालों के बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को बड़ा फैसला किया है, गृह मंत्रालय की ओर से एक कमेटी बनाई गई है, जो कि इन फाउंडेशन की फंडिंग, इनके द्वारा किए गए उल्लंघनों की जांच करेगी, इस कमेटी की अगुवाई सिमांचल दास, स्पेशल डायरेक्टर (प्रवर्तन निदेशालय) करेंगे। इस जांच में PMLA एक्ट, इनकम टैक्स एक्ट, FCRA एक्ट के नियमों के उल्लंघन की जांच की जाएगी. कमेटी की अगुवाई ईडी के स्पेशल डायरेक्टर करेंगे।
मालूम हो कि भारत और चीन के बीच जारी तनाव के बीच बीजेपी ने राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन से फंडिंग का मुद्दा उठाया था। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एमपी में वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जोरदार हमला किया था। -
भोपाल : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी मानवता को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है जहां कोरोना मरीज के शव को अस्पताल के बाहर फुटपाथ पर छोड़कर एक एंबुलेंस कर्मी भाग निकले। यह सारी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई।
दरअसल रात के अंधेरे में पीपीई किट पहने हुए दो एंबुलेंस कर्मी स्ट्रेचर पर एक शव लेकर वाहन से बाहर आते हैं और शव को अस्पताल के बाहर ही रखकर भाग निकलते हैं। मृतक के बेटे का कहना है कि वह 23 जून से बीमार चल रहे थे। जब उन्हें चिरायु अस्पताल में भर्ती किया जा रहा था तो वह जीवित थे। एंबुलेंस में क्या हुआ और उनकी जान क्यों चली गई कुछ पता नहीं। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस अब मामलें की जांच में जुटी हुई है। -
मंगलवार सुबह तड़के जम्मू कश्मीर के पुलवामा के गोसू इलाके में एक मुठभेड़ शुरू हुई। कश्मीर जोन पुलिस ने कहा- पुलिस और सुरक्षा बल ऑपरेशन को अंजाम दे रहे हैं। यहां एक आतंकी को ढेर कर दिया गया है। इस बीच मुठभेड़ में तीन सुरक्षा कर्मी घायल हो गए। पुलिस ने इसकी जानकारी दी। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान घर से कूदने की कोशिश करते समय गोली लगने से एक आतंकवादी के मारे जाने की भी संभावना है। हालांकि उसका शव अभी तक बरामद नहीं हुआ है।
अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी की जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने पुलवामा के गूसू गांव में घेराबंदी कर तलाश अभियान शुरू किया था।उन्होंने बताया कि आतंकवादियों के सुरक्षा बल पर गोलीबारी करने से अभियान मुठभेड़ में तब्दील हो गया। अधिकारी ने बताया कि शुरुआती गोलीबारी में तीन सुरक्षाकर्मी घायल हो गए, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
गौरतलब है कि इससे पहले जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में शनिवार (4 जुलाई) को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में हिज्बुल मुजाहिदीन के दो आतंकवादी मारे गए, जबकि सेना का एक जवान घायल हो गया। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बलों ने दक्षिण कश्मीर में कुलगाम जिले के आरा इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने के बाद घेराबंदी और तलाशी अभियान चलाया।
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नई दिल्ली। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोवाल ने रविवार को वीडियो कॉल की मदद से चीन के विदेश मंत्री और स्टेट काउंसिलर वांग वाई से बात की है। सूत्रों की ओर से कहा गया है कि यह वार्ता अच्छे माहौल में हुई है और इसे आगे बढ़ाया जाएगा। वहीं चीन के विदेश मंत्रालय ने भी भारत और चीन के बीच जारी टकराव को खत्म करने के लिए उठाए जा रहे प्रयासों पर बयान जारी किया है।
एनएसए डोवाल और चीनी विदेश मंत्री वांग वाई के बीच वीडियो कॉल पर बात होने की खबर ऐसे समय आई है जब लद्दाख में पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) के जवानों का पीछे हटना शुरू हुआ है। कहा जा रहा है कि दोनों के बीच हुई बातचीत के बाद ही गलवान से सेनाओं का पीछे हटना शुरू हुआ है। -
नई दिल्ली : कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने फिर मोदी सरकार पर तंज कसा है। राहुल गांधी के मुताबिक पीएम मोदी के कई फैसले गलत साबित हुए हैं, जिस वजह से दुनिया का सबसे टॉप विश्वविद्यालय हार्वर्ड उस पर अध्ययन कर सकता है। इससे पहले उन्होंने वेंटिलेटर की क्वालिटी पर सवाल उठाए थे। राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर ट्वीट के जरिए निशाना साधा। उन्होंने लिखा कि भविष्य में हार्वर्ड बिजनेस स्कूल मोदी की असफलताओं पर ये तीन अध्ययन करेगा। जिसमें पहला कोविड-19, दूसरा नोटबंदी और तीसरा जीएसटी लागू करना है। इसके साथ ही राहुल गांधी ने पीएम मोदी के एक बयान का वीडियो भी अटैच किया है। जिसमें पीएम मोदी लोगों से स्वास्थ्य कर्मियों का हौसला बढ़ाने के लिए थाली और घंटी बजाने की अपील कर रहे हैं। इसके साथ ही एक ग्राफ भी चल रहा, जिसमें दिखाया गया कि कैसे 103 दिन में कोरोना के मामले 48 से 6.5 लाख हो गए।
इससे पहले राहुल गांधी ने रविवार को अपने ट्विटर हैंडल पर एक खबर शेयर करते हुए लिखा, सरकार लोगों की जान खतरे में डाल रही है, यह सुनिश्चित किया जाए की पीएम केयर्स फंड का पैसा अच्छे उपकरणों को खरीदने के लिए उपयोग किया जा रहा है। राहुल ने जिस खबर को लेकर केंद्र पर निशाना साधा है उसकी रिपोर्ट में कहा गया है कि वेंटिलेटर के खर्चे को कम करने के लिए कंपनी ने सॉफ्टवेयर में हेरफेर किया। इससे पहले भी पीएम केयर्स फंड को लेकर मांग की थी कि सरकार लोगों के दान का पैसा कहां खर्च कर रही है उसका पूरा विवरण दे। -
एजेंसीयूपी : एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कानपुर एनकाउंटर में पुलिसकर्मियों की शहादत के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की 'ठोक देंगे' पॉलिसी को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि इस घटना की पूरी जिम्मेदारी सीएम योगी आदित्यनाथ की है। उन्होंने 'ठोक देंगे' पॉलिसी के नाम पर लोगों की हत्या शुरू की थी।
उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ को अपनी 'ठोक देंगे' पॉलिसी को बदलनी चाहिए। हम बंदूक के बल पर हम देश या राज्य की सत्ता को नहीं चला सकते हैं। आपको देश को संविधान और कानून के बल पर चलाना होगा।
ओवैसी ने कहा कि एक अपराधी जिस पर 60 मामले दर्ज किए गए हैं और जिसकी जमानत पुलिस और सरकार ने रद्द नहीं की थी, उसने इन सभी पुलिस अधिकारियों की हत्या कर दी। इसके बाद उन्होंने कहा कि सीएम योगी को यह भरोसा दिलाना होगा कि विकास दुबे को गिरफ्तार किया जाना चाहिए, न कि एनकाउंटर के नाम पर उसकी हत्या करनी चाहिए।
AIMIM चीफ ने कहा, 'एक स्पेशल फोर्स का गठन किया जाना चाहिए और योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस अपराधी को इन बहादुर पुलिस अधिकारियों की हत्या के लिए दोषी ठहराया जाएगा और सबसे कड़ी सजा दी जाएगी। तभी यह लोकतंत्र और संविधान की जीत होगी।' उन्होंने आगे कहा कि अगर सरकार विकास दुबे को गिरफ्तार करने की जगह उसका एनकाउंटर करती है तो सरकार और पुलिस अधिकारियों को मारने वालों में कोई अंतर नहीं रह जाएगा।
कानपुर एनकाउंटर के बाद बड़ी कार्रवाई तैयारीकानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की शहादत के बाद पुलिस विभाग बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है। इसके लिए माफिया और चिह्नित अपराधियों की सूची नए सिरे से बनाई जा रही है। मार्च में एसटीएफ द्वारा तैयार चिह्नित माफिया अपराधियों की सूची में कानपुर के विकास दुबे का नाम नहीं था। प्रदेश सरकार के सख्त तेवरों को देखते हुए पुलिस अब बड़े अपराधियों के आर्थिक साम्राज्य पर भी धावा बोलेगी। शनिवार को कानपुर, गाजीपुर व नोएडा से इसकी शुरुआत भी कर दी गई।
विकास दुबे और उसके सहयोगियों द्वारा पुलिस टीम पर किए गए दुस्साहसिक हमले के बाद अब अपराधियों का मनोबल तोड़ने पर फोकस किया जाएगा। डीजीपी मुख्यालय के निर्देश पर सभी जिलों में पुलिस चिह्नित अपराधियों की सूची को अपडेट करने में जुटी है। इसके साथ ही इन अपराधियों के काले कारोबार का भी ब्योरा खंगाला जा रहा है। बड़े शहरों में सक्रिय ज्यादातर माफिया और अपराधी जमीनों के कारोबार से जुड़े हैं। -
उत्तर प्रदेश में कानपुर के चौबेपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के खिलाफ राज्य सरकार ने सख्त कार्रवाई की है। सरकार ने शनिवार को JCB से विकास दुबे के मकान को ढहा दिया। पुलिस सूत्रों ने शनिवार को बताया कि दुस्साहसिक वारदात को अंजाम देने के बाद फरार हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे और उसके साथियों की तलाश के लिये 50 से अधिक पुलिस टीमों को लगाया गया है। मकान की तलाशी के दौरान पुलिस को देर रात एक तलघर मिला है। बंकरनुमा तलघर को लकड़ी के पटरे से ढका हुआ था। बंकर का सिरा तलाशने के लिए अब मकान को ढहाया गया।
मकान को गिराने के लिए प्रवर्तन दस्ते की टीम आज जेसीबी मशीन लेकर कानपुर के बिकरु गांव पहुंची। इस दौरान परिसर के आसपास का इलाका सील कर दिया गया है और यहां पुलिस बलों के अलावा किसी को आने की इजाजत नहीं है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बताया जा रहा है कि अपराधी विकास दुबे का घर गैर-कानूनी तरह से बनाया गया था।
बता दें कि, गुरुवार देर रात विकास दुबे और उसके साथियों ने गांव में दुबे की तलाश में दबिश देने गए पुलिसकर्मियों पर फायरिंग कर दी खी और आठ पुलिस कर्मियों को मौत के घाट उतार दिया था। हमले के बाद अपराधी पुलिस की एके-47, इंसास रायफल, ग्लॉक पिस्टल और 99 एमएम पिस्टल लूटकर फरार हो गए। इस घटना में एक क्षेत्राधिकारी सहित 8 पुलिसकर्मियों ने जान गंवाई। पुलिस ने बताया कि गुरुवार की रात की उक्त घटना के बाद शुक्रवार सुबह पुलिस के साथ दोबारा हुई मुठभेड़ में दो अपराधी मारे गये हैं। इनमें से एक के पास से पुलिस से लूटा गया एक हथियार बरामद कर लिया गया है। विकास दुबे अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है और उसकी तलाश में पुलिस की कई टीमें लगाई गई हैं। -
दिल्ली : फरवरी में उत्तर पूर्वी दिल्ली में भड़के दंगे की चार्जशीट में इरफान की हत्या के आरोप में भाजपा के ब्रह्मपुरी मंडल के महामंत्री ब्रजमोहन शर्मा का भी नाम शामिल है। आरोपी भाजपा नेता बीते मार्च से ही पुलिस हिरासत में हैं। 23 जून को चार्जशीट दिल्ली की कड़कड़डूमा कोर्ट में चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट पुरुषोत्तम पाठक के सामने पेश की गई है। चार्जशीट में कहा गया है कि ब्रजमोहन शर्मा करीब एक दशक से राजनीति से जुड़ा हुआ है और स्थानीय लोगों के बीच ‘नेताजी’ के नाम से जाना जाता है।
ब्रजमोहन (41 वर्ष) को 28 मार्च को अपने पड़ोसी सनी सिंह (32 वर्ष) के साथ इरफान की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। चार्जशीट में बताया गया है कि ब्रजमोहन ने हत्या की बात कबूल कर ली है। ब्रजमोहन के पिता हरीश चंद्र शर्मा भी पूर्व भाजपा नेता हैं और पार्टी के किसान मोर्चा के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं। चार्जशीट के मुताबिक इरफान की मां कुरेशा ने ब्रजमोहन और सनी की पहचान की है। पुलिस का कहना है कि हमले के दो अन्य आरोपियों को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है। कुरेशा ने बताया कि “वह और उसका बेटा इरफान दूध और दवाईयां लेने के लिए घर से बाहर निकले थे। वह मेरे आगे चल रहा था तभी कुछ लोगों ने उसे घेरकर पीटना शुरू कर दिया। आरोपियों ने रॉड और तलवान से उस पर हमला किया।” -
कानपूर : उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक हिस्ट्रीशीटर को पकड़ने गई पुलिस टीम पर बदमाशों ने फायरिंग कर दी। जिसमें डीएसपी देवेंद्र मिश्रा और थाना प्रभारी समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए। वहीं, इस घटना में कई पुलिस वाले घायल भी बताए जा रहे हैं। पुलिस की एक टीम हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को गिरफ्तार करने के लिए पहुंची थी। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि गोलीबारी कानपुर जिले के चौबेपुर पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत बिकरू गांव में हुई। घटना की जानकारी मिलने के बाद एसएसपी और आईजी घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं। फरेंसिक टीम भी यहां छानबीन में जुट गई है।
घटना की जानकारी देते हुए उत्तर प्रदेश के DGP एचसी अवस्थी ने बताया कि, “हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के खिलाफ धारा 307 के तहत मामला दर्ज़ किया गया था, पुलिस उसे पकड़ने गई थी। लेकिन उन्होंने वहां GCB लगा दी थी जिससे हमारे वाहन बाधित हो गए। जब फोर्स नीचे उतरी तो अपराधियों ने गोलियां चलाई, जवाबी फायरिंग हुई लेकिन अपराधी ऊंचाई पर थे, इसलिए हमारे 8 कर्मी शहीद हुए।”
उन्होंने कहा कि, “हमारे लगभग 7 आदमी घायल भी हो गए, ऑपरेशन अभी भी जारी है क्योंकि अपराधी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे। IG, ADG, ADG (लॉ एंड ऑर्डर) को ऑपरेशन की निगरानी के लिए वहां भेजा गया है। कानपुर से फॉरेंसिक टीम मौके पर है और लखनऊ से एक विशेषज्ञ टीम भी भेजी जा रही है। इसमें STF को भी लगाया गया है। IG/STF मौके पर पहुंच रहे हैं। कानपुर STF पहले से ही कार्यरत है। इन पर बहुत बड़े पैमाने पर ऑपरेशन चलाया जा रहा है। यह उसी ऑपरेशन के सिलसिले में जारी है जिसके लिए हमारी टीम पहले वहां गई थी।”
समाचार एजेसी ANI के मुताबिक, कानपुर में अपराधियों द्वारा फायरिंग किए जाने पर 8 पुलिसकर्मी की जो मृत्यु हुई है उनकी पहचान हो गई। उसमें- सीओ देवेंद्र कुमार मिश्रा, एसओ महेश यादव, चौकी इंचार्ज अनूप कुमार, सब-इंस्पेक्टर नेबुलाल, कांस्टेबल सुल्तान सिंह, राहुल, जितेंद्र और बबलू शामिल हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ड्यूटी पर मारे गए आठ पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की और पुलिस महानिदेशक (DGP) को उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा, जो गोलीबारी के लिए जिम्मेदार थे।
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लद्दाख के करगिल में भूकंप का झटका महूसस किया गया है. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.5 मापी गई है. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, दोपहर 1 बजर 11 मिनट पर करगिल में भूकंप का झटका महसूस किया गया है. इसका केंद्र करगिल से 119 किलोमीटर नॉर्थवेस्ट में रहा.
लद्दाख में भूकंप का झटका महसूस किए जाने के थोड़ी देर बाद जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में भी भूकंप का झटका महसूस किया गया है. दोपहर 2 बजकर 2 मिनट पर आए इस भूकंप की तीव्रता 3.6 मापी गई है. फिलहाल, जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है.