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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री ने नवीन अनुविभाग और तहसीलों का किया शुभारंभ
नवीन तहसीलों और नामांतरण सरलीकरण पोर्टल की शुरुआत
राज्य में अनुविभाग की संख्या बढ़कर 108 और तहसीलों की संख्या 227 हुई
नवीन अनुविभाग, तहसीलों से नागरिकों को लाभ मिलेगा
कर्मचारियों का डीए बढ़ने से सभी की दीपावली अच्छी होगी - मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने राज्य के सभी नागरिकों को दीपावली की अग्रिम बधाई दी
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने हितग्राहियों को किया 1866 करोड़ रूपये का भुगतान
राजीव किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना तथा राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के हितग्राहियों को किया भुगतान
हितग्राहियों के खाते में 1866 करोड़ 39 लाख रूपये का किया ऑनलाइन अंतरण
अरहर, मूंग एवं उड़द की फसलों की बुआई करने वाले किसानों के हित में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का बड़ा निर्णय
धान खरीदी के बाद अब समर्थन मूल्य में अरहर, मूंग एवं उड़द भी खरीदेगी छत्तीसगढ़ सरकार
मुख्यमंत्री ने की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मूंग, उड़द एवं अरहर खरीदी की शुरुआत
अरहर एवं उड़द की फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य 6600 रूपए प्रति क्विंटल और मूंग फसल की फसल 7755 रूपए प्रति क्विंटल की दर से होगी खरीदी
मुख्यमंत्री वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कर रहे किसानों से बात
समर्थन मूल्य में खरीदी से आप सभी की बढ़ेगी आय- मुख्यमंत्री
किसानों ने समर्थन मूल्य पर अरहर, उड़द एवं मूंग की खरीदी का किया स्वागत
मुख्यमंत्री ने नवीन अनुविभाग और तहसीलों का किया शुभारंभ
नवीन तहसीलों और नामांतरण सरलीकरण पोर्टल की शुरुआत
राज्य में अनुविभाग की संख्या बढ़कर 108 और तहसीलों की संख्या 227 हुई
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिलेगी मजबूती: बाजारों की बढ़ेगी रौनक
राजीव गांधी किसान न्याय योजना की तीसरी किश्त के रूप में 24 लाख किसानों को 1745 करोड़ रूपए का भुगतान
राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के 4.66 लाख हितग्राहियों को 115.80 करोड़ रूपए का भुगतान
गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों के खाते में आएंगे 5.59 करोड़ रूपए
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 17 अक्टूबर को अपने निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ सरकार की तीन महत्वाकांक्षी योजनाओं राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत किसानों, गोधन न्याय योजना के अंतर्गत गोबर विक्रेता ग्रामीणों और पशुपालकों तथा राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के तहत हितग्राहियों के खाते में कुल 1866 करोड़ 39 लाख 32 हजार रूपए का ऑनलाईन अंतरण करेंगे। इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और बाजारों की रौनक बढ़ेगी।
मुख्यमंत्री इसके साथ ही साथ प्रदेश में नवगठित 10 राजस्व अनुविभागों और 25 तहसीलों का उद्घाटन करेंगे तथा नामांतरण प्रक्रिया के सरलीकरण के लिए नामांतरण पोर्टल के नये वर्जन का शुभारंभ भी करेंगे।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ’राजीव गांधी किसान न्याय योजना’ की वर्ष 2021-22 की तीसरी किस्त के रूप में प्रदेश के 23 लाख 99 हजार 615 किसानों को कुल 1745 करोड़ रूपए, ’राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना’ के तहत वित्तीय वर्ष 2022-23 की राशि के रूप में 4 लाख 66 हजार 880 हितग्राहियों को 115 करोड़ 80 लाख 32 हजार रूपए और गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को 5 करोड़ 59 लाख रूपए की राशि का ऑनलाईन भुगतान करेंगे। इस तरह मुख्यमंत्री एक ही दिन में तीनों योजनाओं के हितग्राहियों के खाते में कुल 1866 करोड़ 39 लाख 32 हजार रूपए का ऑनलाईन अंतरण करेंगे।
राजीव गांधी किसान न्याय योजना
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ‘राजीव गांधी किसान न्याय योजना‘ के तहत वर्ष 2021-22 की तृतीय किस्त के रूप में 23 लाख 99 हजार 615 किसानों को 1745 करोड़ रूपए की राशि का भुगतान किया जाएगा। इसमें से धान की फसल लेने वाले 23 लाख 02 हजार 737 किसानों को 1679 करोड़ 59 लाख रूपए, अन्य फसल लेने वाले 01 लाख 98 हजार 754 किसानों को 60 करोड़ 97 लाख रूपए, धान के बदले अन्य फसल लेने वाले 17 हजार 523 किसानों को 04 करोड़ 38 लाख रूपए तथा वृक्षारोपण करने वाले 222 किसानों को 06 लाख रूपए की आदान सहायता का भुगतान किया जाएगा।‘राजीव गांधी किसान न्याय योजना‘ के तहत खरीफ वर्ष 2019, खरीफ वर्ष 2020 और खरीफ वर्ष 2021 की दो किश्तों को मिलाकर किसानों को अब तक 14670 करोड़ 10 लाख रूपए की आदान सहायता दी जा चुकी है। 17 अक्टूबर को वितरित की जा रही योजना की तीसरी किश्त को मिलाकर यह राशि बढ़कर 16,415 करोड़ 10 लाख रूपए हो जाएगी। खरीफ वर्ष 2019 में धान उत्पादक 18 लाख 43 हजार 370 किसानों को 10 हजार रूपए प्रति एकड़ के मान से 5627.02 करोड़ रूपए, खरीफ वर्ष 2020 में धान उत्पादक 20 लाख 59 हजार 068 किसानों को 9 हजार रूपए प्रति एकड़ के मान से 5553.08 करोड़ रूपए का भुगतान किया गया। खरीफ वर्ष 2021 में धान सहित योजना में शामिल समस्त फसलों का उत्पादन करने वाले 23 लाख 99 हजार 615 किसानों को दो किश्तों में 3490 करोड़ रूपए की आदान सहायता वितरित की जा चुकी है।
धान उत्पादक किसानों को आदान सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से वर्ष 2019 से राजीव गांधी किसान न्याय योजना लागू की गई। खरीफ वर्ष 2021 से कृषि एवं उद्यानिकी फसल उत्पादक किसानों को प्रति वर्ष 9 हजार रूपए प्रति एकड़ की दर से आदान सहायता राशि का प्रावधान रखा गया था। खरीफ वर्ष 2020-21 में यह प्रावधान किया गया कि किसान द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान विक्रय किए गए रकबे में यदि धान के बदले सुगंधित धान, फोर्टिफाइड, अन्य अनाज, दलहन तिलहन, उद्यानिकी फसल ली जाती है तो सालाना प्रति एकड़ 10 हजार रूपए की आदान सहायता देने का प्रावधान किया गया है। इसी तरह वृक्षारोपण करने पर लगातार तीन वर्ष तक प्रति एकड़ 10 हजार रूपए आदान सहायता देने का प्रावधान किया गया है।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा किसानों के हित में लागू की गई इस योजना का प्रदेश की खेती-किसानी पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। किसानों की संख्या और खेती के रकबे में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। इस योजना से खरीफ वर्ष 2019 में लाभान्वित किसानों की संख्या 18 लाख 43 हजार 370 से बढ़कर खरीफ वर्ष 2021 में 23 लाख 99 हजार 615 हो गई है। छत्तीसगढ़ किसानों को सबसे अधिक आदान सहायता प्रदान करने वाला देश का अव्वल राज्य है। छत्तीसगढ़ की राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत किसानों को फसलों के आधार पर सालाना क्रमशः 9 हजार रूपए प्रति एकड़ तथा 10 हजार रूपए प्रति एकड़ आदान सहायता दी जा रही है।
राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना
मुख्यमंत्री श्री बघेल ’राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना’ के तहत आज जिन हितग्राहियों को अनुदान सहायता राशि का भुगतान करेंगे, उनमें वर्ष 2022-23 की द्वितीय किस्त के रूप में 3 लाख 54 हजार 744 हितग्राहियों को 2 हजार रूपए के मान से कुल 70 करोड़ 94 लाख 88 हजार रूपए का भुगतान, योजना के 86 हजार 162 नए सामान्य हितग्राहियों को वर्ष 2022-23 की प्रथम एवं द्वितीय किस्त के रूप में दो-दो हजार रूपए के मान से 34 करोड़ 46 लाख 48 हजार रूपए की राशि तथा वित्तीय वर्ष 2022-23 में इस योजना के लाभार्थी के रूप में शामिल बैगा, गुनिया, पुजारी, हाट पहरिया, बाजा मोहरिया श्रेणी के 25 हजार 974 हितग्राहियों को वर्ष 2022-23 की प्रथम एवं द्वितीय किस्त के रूप में दो-दो हजार रूपए के मान से कुल 10 करोड़ 38 लाख 96 हजार रूपए की राशि का ऑनलाईन भुगतान करेंगे।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर छत्तीसगढ़ के ग्रामीण क्षेत्र के भूमिहीन कृषि मजदूर के परिवारों को आर्थिक रूप से संबल प्रदान करने के उद्देश्य से वित्तीय वर्ष 2021-22 में ’राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना’ प्रारंभ की गई है। इस योजना के 3 लाख 55 हजार 402 हितग्राहियों को 03 फरवरी 2022 को योजना की प्रथम किस्त तथा 31 मार्च 2022 को द्वितीय किस्त मिलाकर कुल 140 करोड़ रूपए का भुगतान किया गया था। इसी तरह वित्तीय वर्ष 2022-23 की प्रथम किश्त के रूप में 3 लाख 54 हजार 766 हितग्राहियों को 21 मई 2022 को 70 करोड़ 95 लाख 32 हजार रूपए की राशि वितरित की गई थी। इस तरह इस योजना में अब तक हितग्राहियों को 210 करोड़ 95 लाख 32 हजार रूपए का भुगतान किया जा चुका है। 17 अक्टूबर को वितरित की जा रही राशि को मिलाकर इस योजना में हितग्राहियों को वितरित राशि बढ़कर 326 करोड़ 75 लाख 64 हजार रूपए हो जाएगी। इस योजना के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2021-22 में हितग्राहियों को सालाना 6 हजार रूपए की अनुदान सहायता देने का प्रावधान रखा गया था, जिसमें वित्तीय वर्ष 2022-23 में संशोधन कर हितग्राहियों को सालाना तीन किस्तों में 7 हजार रूपए की अनुदान सहायता देने का प्रावधान किया गया है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में इस योजना के लाभार्थियों के रूप में पुजारी, बैगा, गुनिया, मांझी, हाट पहरिया, बाजा मोहरिया, पूर्व में छूटे हुए हितग्राहियों एवं नवीन आवेदकों को शामिल किया गया है।
गोधन न्याय योजनामुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा गोधन न्याय योजना के तहत वितरित की जा रही 5 करोड़ 59 लाख रूपए की राशि में से गोबर विक्रेता पशुपालकों और ग्रामीणों को 4.22 करोड़ रूपए, महिला स्व-सहायता समूहों को लाभांश की राशि के रूप में 52 लाख रूपए तथा गौठान समितियों को 85 लाख रूपए का भुगतान किया जा रहा है। गोधन न्याय योजना के तहत 17 अक्टूबर को वितरित की जाने वाली राशि को मिलाकर गोबर खरीदी के एवज में गोबर बेचने वाले पशुपालकों एवं ग्रामीणों को भुगतान की जाने वाली राशि बढ़कर 174 करोड़ 56 लाख रूपए हो जाएगी। स्व-सहायता समूहों को लाभांश की राशि बढ़कर 64 करोड़ 78 लाख रूपए तथा गौठान समितियों को भुगतान होने वाली राशि बढ़कर 98 करोड़ 79 लाख रूपए हो जाएगी। योजना के तहत अब तक 87.28 लाख क्विंटल गोबर की खरीदी की जा चुकी है। खरीदे गए गोबर से गौठानों में अब तक 18.61 लाख क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट, 5.36 लाख क्विंटल सुपर कम्पोस्ट तथा 18 हजार 924 क्विंटल सुपर कम्पोस्ट प्लस का उत्पादन किया जा चुका है। स्व-सहायता समूहों द्वारा गौठानों में संचालित विभिन्न आजीविकामूलक गतिविधियों से 84.55 करोड़ रूपए की आय प्राप्त की गई है। गोधन न्याय योजना से 2 लाख 93 हजार 496 पशुपालक लाभान्वित हो रहे हैं। योजना से 01 लाख 61 हजार 518 भूमिहीन ग्रामीण तथा 46 प्रतिशत महिलाएं लाभान्वित हो रही है। राज्य में 10624 गौठान स्वीकृत किए गए है, जिनमें से 8408 गौठान निर्मित किए जा चुके हैं। प्रदेश में 3089 गौठान स्वावलंबी हो चुके हैं। स्वावलंबी गौठानों द्वारा 20 करोड़ 64 लाख रूपए की गोबर की खरीदी की गई है। -
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मृतक के परिवारजनों को 04 लाख रुपये की आर्थिक सहायता मंजूर की
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने 14 अक्टूबर को माकड़ी के मांझीबोरण्ड में कबड्डी प्रतियोगिता के दौरान घायल श्रीमती शांति मंडावी की आज रायपुर के निजी अस्पताल में उपचार के दौरान हुई मृत्यु पर गहरा दुःख व्यक्त किया है । उन्होंने श्रीमती शांति मंडावी के परिवारजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए मृतक के परिवारजनों को 04 लाख रुपये की आर्थिक सहायता मंजूर की है। मुख्यमंत्री ने मृतक के परिवारजनों को सहायता राशि उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।
गौरतलब है कि माकड़ी विकासखण्ड के ग्राम मांझीबोरण्ड निवासी श्रीमती शान्ति मंडावी पति श्री उमेश मंडावी कबड्डी प्रतियोगिता के दौरान शुक्रवार को घायल हो गयी थीं। जहां से उन्हें माकड़ी सामुदायिक केंद्र में प्राथमिक उपचार के उपरांत हालात सामान्य ना होने पर उच्चस्तरीय इलाज हेतु रायपुर के निजी अस्पताल में रिफर कर दिया गया था। जहां उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो गयी थी। इस दौरान जिला प्रशासन के अधिकारियों ने मृतक महिला के गृह ग्राम पहुंचकर शोक संतप्त परिजनों को ढांढस बंधाया। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने 15 अक्टूबर को पूर्व राष्ट्रपति, महान वैज्ञानिक भारत रत्न डॉ.ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की जयंती पर उन्हें नमन किया है। श्री बघेल ने डॉ.कलाम को याद करते हुए कहा कि डॉ. कलाम ने भारत को अनेक वैज्ञानिक उपलब्धियां दी। उनका पूरा जीवन राष्ट्र सेवा के लिए समर्पित रहा। मिसाइल-मैन के नाम से जाने जाने वाले डॉ. कलाम के नेतृत्व ने भारत का नाम अंतरिक्ष कार्यक्रम और सैन्य मिसाइल के क्षेत्र में बुलंदियों पर पहुंचा दिया। श्री बघेल ने कहा है कि डॉ. कलाम ने युवाओं को हमेशा सपनों को अपना दृढ़ संकल्प बनाने के लिए प्रेरित किया। डॉ. कलाम का देश प्रेम और विचार मूल्य हमें हमेशा प्रेरित करते रहेंगे। -
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मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर वित्त विभाग ने जारी किया आदेश
प्रदेश में अब सातवें वेतनमान वालों को 33 प्रतिशत और छटवें वेतनमान वालों को 201 प्रतिशत डीए मिलेगा
रायपुर : राज्य सरकार ने दीपावली के पहले प्रदेश के अधिकारियों-कर्मचारियों को 5 प्रतिशत डीए (महंगाई भत्ता) वृद्धि की सौगात दी है। मुख्यमंत्री और वित्त विभाग के भारसाधक मंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर वित्त विभाग ने आज डीए में बढ़ोतरी का आदेश जारी कर दिया है। डीए की बढ़ी हुए दर चालू अक्टूबर माह से ही प्रभावी होगा। बढ़े हुए महंगाई दर की राशि का 1 अक्टूबर 2022 से नगद भुगतान किया जाएगा। डीए में पांच प्रतिशत की वृद्धि के बाद प्रदेश में सातवें वेतनमान से वेतन पाने वालों को 33 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिलेगा। महंगाई भत्ते में वृद्धि का यह आदेश यूजीसी, एआईसीटीई और आकस्मिकता से वेतन पाने वाले कर्मचारियों के लिए भी लागू होगा।
राज्य शासन ने छटवें वेतनमान से वेतन पाने वालों की महंगाई भत्ते में 12 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। अब उन्हें 189 प्रतिशत महंगाई भत्ते की जगह 201 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिलेगा। वित्त विभाग ने राज्य शासन के सभी विभागों, अध्यक्ष, राजस्व मंडल बिलासपुर, सभी विभागाध्यक्षों, संभागायुक्तों और कलेक्टरों को महंगाई भत्ते में वृद्धि के संबंध में परिपत्र जारी कर दिया है। उल्लेखनीय है कि राज्य के अधिकारियों-कर्मचारियों को अगस्त-2022 से 28 प्रतिशत की दर से डीए का भुगतान किया जा रहा था। वहीं छटवें वेतनमान वालों को 189 प्रतिशत की दर से महंगाई भत्ता मिल रहा था। -
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जरवाय गौठान में गोबर से तैयार हो रहा प्राकृतिक पेंटपर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है गोबर से निर्मित यह पेंट
रायपुर : दीपावली का त्यौहार आने वाला है। भारतीय संस्कृति में इस त्योहार की तैयारियों में साफ सफाई और लिपाई-पुताई का विशेष महत्व है। इसलिए इन दिनों टीवी और इंटरनेट पर इसके विज्ञापन भी खूब दिखाए जाते हैं। इनसे प्रभावित होकर कस्बों और गांवों में भी अब लोग अपने घरो में पेंट और डिस्टेंपर लगवाना चाहते हैं। पर बाजार में उपलब्ध रासायनिक पेंट लोगों के जेब के साथ साथ स्वास्थ्य पर भी असर डालती है। रायपुर नगर निगम, जोन 8, जरवाय गौठान में गोवर्धन स्व सहायता समूह की महिलाएं इसी बात को ध्यान में रखकर गोबर से प्राकृतिक पेंट बना रही हैं। यह पेंट गुणवत्ता के मामले में बाजार के पेंट से कम नहीं है और साथ ही स्वास्थ्य के भी लाभदायक है।
यहां के गोबर से बने पेंट का उपयोग सबसे पहले रायपुर नगर निगम के भवन की पुताई के लिए किया गया था। नगर निगम की बिल्डिंग की आकर्षक पुताई के लिए 500 किलो पेंट का उपयोग किया गया। सरकारी भवनों के अलावा आम लोगों के बीच भी इस पेंट की मांग बढ़ रही है। अंबिकापुर में 120 लीटर और कोरबा में 70 लीटर पेंट का उपयोग स्थानीय लोगों ने किया है वहीं राजधानी में भी बहुत से लोग इस पेंट से अपने घरों की पुताई कर चुके है।
जरवाय गौठान की स्व सहायता समूह की अध्यक्ष धनेश्वरी रात्रे बताती है की उनके समूह में 22 महिलाएं काम करती है। कुछ नया करने का सोच कर उन्होंने गोबर से पेंट बनाने का काम शुरू किया। गोबर से पेंट बनाने के लिए महिलाओं ने विधिवत प्रशिक्षण भी प्राप्त किया। पेंट बनाने की शुरुआत अप्रैल 2022 से हुई और अब तक तीन हजार लीटर पेंट बनाकर समूह की महिलाएं बेच चुकी है। गोबर से निर्मित पेंट आधा लीटर, एक, चार, और दस लीटर के डिब्बों में उपलब्ध है।
बाजार में मिलने वाले अधिकतर पेंट में ऐसे पदार्थ और हैवी मेटल्स मिले होते है जो हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाते हैं। वहीं गोबर से निर्मित पेंट प्राकृतिक पदार्थों से मिलकर बनता है इसलिए इसे प्राकृतिक पेंट भी कहते है। केमिकल युक्त पेंट की कीमत 350 रुपए प्रति लीटर से शुरू होती है पर गोबर से निर्मित प्राकृतिक पेंट की कीमत 150 रुपए से शुरू है। गोबर से बने होने के कारण इसे बहुत से फायदे भी है जैसे यह पेंट एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल है साथ ही घर के दीवारों को गर्मी में गर्म होने से भी बचाती है और तापमान नियंत्रित करती है।
ऐसे तैयार होता है गोबर से प्राकृतिक पेंट
गोबर को पहले मशीन में पानी के साथ अच्छे से मिलाया जाता है फिर इस मिले हुए घोल से गोबर के फाइबर और तरल को डी-वाटरिंग मशीन के मदद से अलग किया जाता है। इस तरल को 100 डिग्री में गरम कर के उसका अर्क बनता है जिसे पेंट के बेस की तरह इस्तेमाल किया जाता है। जिसके बाद इसे प्रोसेस कर पेंट तैयार होता है। गोबर से प्राकृतिक पेंट के निर्माण का मुख्य घटक कार्बोक्सी मिथाइल सेल्यूलोज (सीएससी) होता है। सौ किलो गोबर से लगभग 10 किलो सूखा सीएमसी तैयार होता है। कुल निर्मित पेंट में 30 प्रतिशत मात्रा सीएमसी की होती है। गोवर्धन स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित यह पेंट महिलाओं की आय का जरिया तो है ही साथ ही महिलाओं की अलग पहचान बना रहा है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
पिहरीद हाई स्कूल का नामकरण शहीद श्री दीपक भारद्वाज के नाम पर करने की घोषणा
सक्ति : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुए सब इंस्पेक्टर श्री दीपक भारद्वाज के सक्ति जिले स्थित गृह ग्राम पिहरीद पहुंचकर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने इस अवसर पर पिहरीद हाई स्कूल का नामकरण शहीद श्री दीपक भारद्वाज के नाम पर करने की घोषणा की। गौरतलब है कि श्री दीपक भारद्वाज बीजापुर जिला के तर्रेम थाना क्षेत्र के जीवनागुड़ा इलाके में नक्सली मुठभेड़ के दौरान 3 अप्रैल 2021 को शहीद हुए थे। मुख्यमंत्री ने शहीद श्री दीपक भारद्वाज के पिता श्री राधेलाल भारद्वाज एवं माँ श्रीमती परमेश्वरी भारद्वाज तथा उनके परिजनों से मुलाकात कर अपनी संवेदनाएं प्रकट की और उन्हें ढांढस बंधाया।
मुख्यमंत्री श्री बघेल जैजैपुर विधानसभा क्षेत्र में भेंट-मुलाकात के बाद आज हसौद में आयोजित कार्यक्रम के बाद पिहरीद पहंुचे थे। मुख्यमंत्री के साथ पिहरीद पहंुचे बिलाईगढ़ विधायक एवं संसदीय सचिव श्री चंद्रदेव राय, विधायक श्री राम कुमार यादव और श्री केशव चंद्रा सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी शहीद श्री दीपक भारद्वाज को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस मौके पर 2 मिनट का मौन रखकर शहीद को श्रद्धांजलि दी गई। -
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निष्क्रिय गौठान समितियां भंग होंगी, मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश
मुख्यमंत्री ने कहा-एक भी पात्र हितग्राही राजीव गांधी भूमिहीन मजदूर योजना का लाभ पाने से ना हो वंचित, घर-घर करें सर्वे
हर गौठान को सक्रिय कर खरीदें गोबर, दिलाएं लाभ
कोसा बुनकरों को बस्तर से मंगाकर करेंगे कोसाफल की आपूर्ति
पर्यावरण अनुकूल हो फ्लाई एश का निपटारा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि सक्ति नया जिला बना है, लोगों में उत्साह है। जिले की स्थापना और प्रथम अधिकारी बनने का सौभाग्य आप लोगों को मिला है। पूरे जोश के साथ काम करके लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाएं। मुख्यमंत्री ने आज सक्ति जिले के हसौद ( जैजैपुर ब्लॉक) में भेंट मुलाकात अभियान के तहत अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए यह बात कही।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि अधिकारियों के साथ लाभान्वित होने वाली जनता को भी योजनाओं की जानकारी होनी चाहिए। नए जिले में काम की अपार संभावनाएं हैं। आपको संतोष होगा कि जिले को मैंने स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि किसानों व ग्रामीणों की समस्या दूर करने के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर शिविर लगाएं। नामांकन, बटवारा, खतौनी के प्रकरणों का मौके पर निराकरण करें। सभी भूमिहीन ग्रामीण मजदूरों को राजीव गांधी न्याय योजना का लाभ दिलाएं। दौरे में योजनाओं के प्रचार प्रसार की कमी मिली। मुनादी और व्यक्तिगत संपर्क कर उन्हें लाभ दिलाएं। एक भी पात्र व्यक्ति योजना से वंचित नहीं होने चाहिए।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने जाति प्रमाण पत्रों में त्रुटि होने की गुंजाइश को दूर करने के लिए अंग्रेजी भाषा में जाति प्रमाण पत्र जारी करने को कहा। उन्होंने कहा कि इसके लिए आदेश जारी किए जा चुके हैं। इससे मात्रात्मक त्रुटि वाली समस्या दूर होगी। श्री बघेल ने कहा कि सभी गौठानों में गोबर खरीदी हो। कोई भी पंजीकृत किसान और पशुपालक गौठान के लाभ से वंचित न हो। उन्होंने गोठान की वर्तमान प्रगति पर असंतोष जताते हुए इसे सुधारने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा की गौठान योजना के संचालन में जनभागीदारी जरूरी है। जो गौठान समितियां काम नहीं कर रही हैं, उन्हें भंग किया जाए। नई और उत्साही लोगों को समितियां में सदस्य बनाकर मौका मिलेगा। स्थानीय जनप्रतिनिधियों की सहमति से बेहतर तरीके से गौठान संचालित हो सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बारिश थमने के बाद तेजी से सड़कों के मरम्मत काम शुरू हों। सर्वाधिक खराब रोड में पहले सुधार किया जाए। दिसंबर तक सभी मरम्मत कार्य पूरे करने के निर्देश अफसरों को दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तेजी से काम करने की जरूरत है। दो किलोमीटर सड़क बनाने के लिए दो साल तक इंतजार नहीं किया जा सकता।
श्री बघेल ने कहा कि सेमरिया पुल निर्माण के लिए अधिग्रहित 32 किसानों की मुआवजा नहीं मिलने की जानकारी आई है। प्रशासन प्राथमिकता से इनका निराकरण कर राशि दिलाएं। उन्होंने छपोरा विद्युत उपकेंद्र की समस्याएं दूर करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा की सक्ति जिले में कोसा वस्त्र का अच्छा कारोबार फैला है। काफी संख्या में लोगों को रोजगार मिला है। बुनकर समितियों को पर्याप्त कोसे फल की आपूर्ति नहीं होने की जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री ने कहा की बस्तर अथवा राज्य के अन्य हिस्सों से मंगाकर बुनकरों को कोसा उपलब्ध कराया जाएगा। उनका कारोबार बंद होने नहीं दिया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पावर प्लांट से निकले फ्लाई एश का समुचित निपटारा होने चाहिए। कहीं पर भी इसके डंप किए जाने की शिकायत दौरे में किसानों ने की है। इससे किसानों के खेत के साथ साथ पर्यावरण को भी नुकसान होता है। उन्होंने कलेक्टर सक्ति को प्लांट मालिकों की बैठक लेकर पर्यावरण अनुकूल व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्यमंत्री के सचिव श्री एस भारतीदासन, प्रभारी सचिव श्री धनंजय देवांगन, कलेक्टर नुपुर राशि पन्ना, एसपी श्री अहीरे, जिला पंचायत सीईओ डॉ फरिहा आलम सिद्धिकी सहित नवगठित जिले के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
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विधानसभा -जैजैपुर, जिला-सक्ती
ग्राम - कांशीगढ़, विकासखण्ड - जैजैपुर
जैजैपुर : ग्राम काशीगढ़ में मिडिल स्कूल भवन का निर्माण।ग्राम काशीगढ़, ग्राम दतौद, ग्राम मलनी में उप स्वास्थ्य केंद्र भवन निर्माण।सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जैजेपुर में ट्रामा सेंटर निर्माण।जैजेपुर में कृषि गोदाम भवन निर्माण।जैजेपुर में पशु चिकित्सालय भवन और उसका अहाता निर्माण।ग्राम बेलकर्री में आंगनबाड़ी भवन निर्माण।ग्राम अकलसरा से केकराघाट सीसी रोड निर्माण।ग्राम पेंड्री तथा कचंदा में पशु औषधालय का निर्माण।ग्राम भोथिया में मनकादाई मंदिर परिसर में सामुदायिक भवन निर्माणग्राम - छपोरा, विकासखण्ड - मालखरौदा
छपोरा में पुलिस चौकी।ग्राम हसौद में स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम शाला की स्थापना।प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र हसौद का सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में उन्नयन।ग्राम जमड़ी-हरेठी खुर्द-जुनवानी रोड निर्माण।मरघट्टी से रनपोटा पीएमजेएसवाय रोड।मिरौनी से नरियरा रोड।ग्राम पंचायत आमापाली, वि.ख. जैजैपुर में उप स्वास्थ्य केन्द्र निर्माण।ग्राम छिर्राडीह में प्रायमरी स्कूल भवन एवं आहाता निर्माण ग्राम हरदीडीह में प्रायमरी स्कूल भवन एवं आहाता निर्माण। -
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जैजैपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल भेंट-मुलाकात अभियान के लिए सक्ती जिला अंतर्गत जैजैपुर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम काशीगढ़ पहुंचे। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का स्वागत राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल, बिलासपुर संभागायुक्त डॉ संजय अलंग, आईजी श्री रतनलाल डांगी, सक्ती जिला कलेक्टर सुश्री नुपुर राशी पन्ना सहित विभिन्न जनप्रतिनिधियों एवं स्थानीय लोगों ने शाल भेंटकर और फूल माला पहनाकर किया।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने हाथ मिलाकर सबका अभिवादन स्वीकार किया।
- मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल भेंट-मुलाकात स्थल, कांशीगढ़ पहुंचे।
- यहां मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर भेंट मुलाकात कार्यक्रम की शुरुआत की।- मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भेंट-मुलाकात को सम्बोधित करते हुए कहा कि हम जो भी योजनाएं बनाते हैं, उसका जमीनी क्रियान्वयन देखने के लिए जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ आपके बीच आया हूं। हमने सरकार बनने के बाद सबसे पहले ऋण माफी का फैसला लिया। किसानों के हित में राजीव गांधी किसान न्याय योजना की शुरुआत की।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि दीवाली के पहले 17 तारीख को राजीव गांधी भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना की तीसरी किश्त आएगी।
- त्यौहार मनाने और धान की कटाई के लिए पैसे मिलेंगे, अब तक दो किश्त मिल चुके हैं, तीसरी किश्त दीवाली से पहले आप सभी को मिलेगी।- किसान नंद कुमार नायक ने बताया कि उनका ढाई एकड़ खेत है, 50 हजार का लोन लिया था, वह सरकार द्वारा माफ हो गया है।नंद कुमार ने बताया कि पिताजी का ढाई लाख का लोन माफ हुआ है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना से मिल रहे पैसे से टीवी, मोटरसाइकिल लिया। पत्नी के लिए हार, बच्ची के लिए कपड़े और साइकिल खरीदी है। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को इस योजना के लिए धन्यवाद दिया।
- ग्रामीणों की मांग पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि अब बाजार के दिन अगले मंगलवार से कांशीगढ़ में हाट बाजार क्लिनिक लगेगा उन्होंने इसके लिए कलेक्टर को जरूरी व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए।- संवाद के दौरान कांशीगढ़ की बुजुर्ग महिला शकुंतला गोस्वामी ने बताया कि उनके पास जमीन नहीं है, योजना का लाभ भी नहीं मिल रहा है उनकी समस्या सुनकर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने हल्का पटवारी को मंच पर बुलाकर योजना के लिए उनकी पात्रता की जांच करने के निर्देश दिए और पात्र होने पर तत्काल उन्हें आवेदन करवाकर योजना से लाभान्वित करने को कहा। -
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भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान आम जनता का मुख्यमंत्री से होता है सीधा संवाद
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल अपने प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात अभियान की अगली कड़ी में 12 अक्टूबर को सक्ती जिला के जैजैपुर विधानसभा क्षेत्र में भेंट-मुलाकात के लिए जा रहे हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री बघेल आमजनों से भेंट-मुलाकात कर शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी लेंगे। वहीं आमजनता की समस्याओं पर उनसे सीधे बातचीत करेंगे। गौरतलब है कि भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में आमजनता को प्रदेश के मुखिया से सीधे बातचीत करने का अवसर मिलता है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री बघेल ने अपने प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात अभियान की शुरूआत इसी वर्ष 4 मई से की थी। इस दौरान मुख्यमंत्री सरगुजा संभाग के 16, बस्तर संभाग के 12, बिलासपुर संभाग अंतर्गत गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिला के एक विधानसभा एवं रायगढ़ जिला के 4 विधानसभा में भेंट-मुलाकात के लिए पहुंच चुके हैं। इसी तरह दुर्ग संभाग के बालोद जिला के 3 विधानसभा और कबीरधाम जिला अंतर्गत 2 विधानसभाओं में जनता के बीच भेंट-मुलाकात के लिए अब तक पहुंच चुके हैं। इस क्रम को आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल 12 अक्टूबर को बिलासपुर संभाग के नवगठित सक्ती जिला अंतर्गत जैजैपुर विधानसभा में भेंट-मुलाकात करेंगे। -
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कवर्धा की वर्षो पुरानी मांग हुई पूरी, खुलेगा मेडिकल कॉलेज
चार स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल, सिंचाई परियोजना, उच्च स्तरीय पुल और सड़क निर्माण सहित कई घोषणाएं
कबीरधाम : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल अपने प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के तहत आज कबीरधाम जिले के कवर्धा विधानसभा क्षेत्र के प्रवास पर पहुंचे। मुख्यमंत्री ने इस दौरान कवर्धा के सुदूर वनांचल ग्राम झलमला और नगर पंचायत सहसपुर लोहारा में आमजनों से सीधा संवाद किया। मुख्यमंत्री ने भेंट-मुलाकात में लोगों से सीधा संवाद कर राज्य सरकार की प्राथमिकता में शामिल राजीव गांधी किसान न्याय योजना, ऋण माफी योजना, स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल, गोधन न्याय योजना, राजीव गांधी भूमिहीन ग्रामीण कृषि मजदूर न्याय योजना, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, मुख्यमंत्री हाट-बाजार योजना सहित अन्य योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी और फीडबैक लिया।
भेंट-मुलाकात के लिए झलमला पहुंचे मुख्यमंत्री ने पितराही के शिव मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की। झलमला में भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में पहुंचने पर आदिवासी नर्तक दल ने पारंपरिक लोक नृत्य के साथ मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत किया। छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा-अर्चना कर मुख्यमंत्री श्री बघेल ने भेंट-मुलाकात की शुरुआत की। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री श्री बघेल का खुमरी पहनाकर स्वागत किया। झलमला और सहसपुर लोहारा में आयोजित कार्यक्रमों में स्वास्थ्य मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव, वन मंत्री एवं कवर्धा के विधायक श्री मोहम्मद अकबर और पंडरिया की विधायक श्रीमती ममता चंद्राकर भी मौजूद थीं।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने सहसपुर लोहारा में आयोजित कार्यक्रम में जिले के विकास के लिए कई सौगातें दीं। उन्होंने जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने के साथ ही झलमला में नया ग्राम पंचायत भवन, ग्राम झलमला के हाईस्कूल और कन्या आश्रम में बाउंड्री-वॉल निर्माण, ग्राम झलमला में मंदिर से लेकर आंगनबाड़ी भवन तक और टॉवर से लेकर हाईस्कूल भवन तक सी.सी. रोड निर्माण, रेंगाखार, चिल्फी, पोंडी और नगर पंचायत पिपरिया में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल, ग्राम बोइरकछरा से गंडईखुर्द तक मार्ग निर्माण, कवर्धा पोड़ी मुख्य मार्ग से ग्राम परसहा गाड़ाघाट तक सड़क निर्माण, कुसुमघटा से बोइरकछरा मार्ग में फोक नदी पर उच्चस्तरीय पुल, ग्राम सहसपुर लोहारा ब्लॉक सहसपुर लोहारा पथरा पुल, मरपा पुल निर्माण, वार्ड नंबर 09 में नया तालाब का सौंदर्यीकरण, वार्ड 2-3 में मुक्तिधाम से बासीनझोरी सड़क एवं पुलिया निर्माण, वार्ड 11 में मुक्तिधाम के उन्नयन की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने उड़ियाखुर्द से कौहारी मार्ग पुल-पुलिया सहित ग्राम खोलवा से ग्राम कुम्हारी सिंघनपुरी तक सड़क निर्माण, ग्राम घुघरी से ग्राम मरपा तक सड़क निर्माण तथा 240 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा के लिए घटोला जलाशय के निर्माण की भी घोषणा की। -
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आदिवासी नर्तक दल ने पारंपरिक लोकनृत्य के साथ किया मुख्यमंत्री का स्वागत
झलमला में मुख्यमंत्री श्री बघेल ने की कई विकास कार्यों की घोषणा
फोक नदी पर होगा उच्चस्तरीय पुल का निर्माण
झलमला में होगा नये ग्राम पंचायत भवन का निर्माण
चिल्फी, रेंगाखार और पोड़ी में खुलेगा स्वामी आत्मानंद स्कूल
कई गांवों को जोड़ने सीसी रोड और सड़क निर्माण की भी घोषणा
कवर्धा : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज अपने भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान कवर्धा विधानसभा के सुदूर एवं दुर्गम वनांचल ग्राम झलमला पहुँचे। यहां श्री बघेल ने पचराही के शिव मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख सम्रद्धि की कामना की। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री श्री बघेल का खुमरी पहनाकर और आदिवासी नर्तक दल ने पारंपरिक लोकनृत्य के साथ स्वागत किया। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव और वनमंत्री श्री मोहम्मद अकबर, पंडरिया विधायक श्रीमती ममता चंद्राकर भी मौजूद थीं।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भेंट-मुलाकात के दौरान ग्राम झलमला में कई विकास कार्यों की घोषणा की। उन्होंने कहा कि झलमला में नया ग्राम पंचायत भवन बनाया जाएगा, वहां स्थित हाई स्कूल और कन्या आश्रम में बॉउंड्रीवाल निर्माण, मंदिर से लेकर आंगनबाड़ी भवन तक और टॉवर से लेकर हाई स्कूल भवन तक सीसी रोड निर्माण किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने चिल्फी, रेंगाखार और पोड़ी में स्वामी आत्मानंद स्कूल खोलने की घोषणा की। बोइरकछरा से गंडईखुर्द तक सड़क निर्माण, कवर्धा पोड़ी मुख्य मार्ग से ग्राम परसहा गाड़ाघाट तक सड़क निर्माण, कुसुमघटा से बोइर कछरा मार्ग में फोक नदी पर उच्चस्तरीय पुल का निर्माण की घोषणा की।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने झलमला के शासकीय प्री-मैट्रिक अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास पहुंचकर छात्रों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने बच्चों से बातचीत कर उनका हालचाल जाना और पढ़ाई-लिखाई तथा छात्रावास की विभिन्न व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली और बच्चों को मन लगाकर पढ़ाई करने की समझाइश दी।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने झलमला में आम जनता से बातचीत कर जाना कि उन तक योजनाएं पहुंच रही हैं या नहीं। मुख्यमंत्री श्री बघेल को लोहारीडीह के किसान घनश्याम साहू ने बताया कि उनका 1.50 लाख रूपये का कर्जा माफ हो गया है, जिससे उन्होंने ट्रैक्टर खरीदा है। मुख्यमंत्री ने उन्हें बधाई दी और कहा कि अब किसानों का ट्रैक्टर लोन न चुका पाने की वजह से जब्त नहीं हो रहा है। किसानों को पैसा मिल रहा है, वे समय पर अपनी किश्त पटा पा रहे हैं। 01 नवंबर से प्रदेश में धान खरीदी शुरू हो जाएगी। बारदाने की पर्याप्त व्यवस्था होगी। बारदाने के लिए कहीं भी किसान भाइयों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गौठानों में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क शुरू किए जा रहे हैं। हर रूरल इंडस्ट्रियल पार्क में वर्किंग शेड, पहुँच मार्ग, पेयजल और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए 2 करोड़ रुपये दिए जा रहे हैं ताकि ग्रामीण, महिलाएं और गांव के युवा रोजगार से जुड़ सके। उन्होंने युवाओं से कहा कि ज्यादा से ज्यादा रीपा से लाभ लें। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि क्षेत्र में पर्यटन के विकास के लिए काम करें और स्थानीय युवाओं को पर्यटन के रोजगार से जोड़ें।
मुख्यमंत्री ने लोगों से पूछा कि कितने लोगों का राशनकार्ड बना है, इस पर बड़ी संख्या में आम जनता ने हाथ उठाकर हां में जवाब दिया। चिल्फी गांव के प्रकाश अग्रवाल ने बताया कि गोधन न्याय योजना के तहत गोबर बेचकर उन्होंने 40 हजार रूपये का लाभ कमाया है। उनके घर में 10 गाय हैं। इससे गोबर बेचकर अच्छी आय हो जाती है। श्रीमती इंदिरा ध्रुवे ने बताया कि आंगनबाड़ी में गर्म भोजन, अंडा और पौष्टिक आहार मिल रहा है, जिससे उनके बच्चे की सेहत लगातार अच्छी हो रही है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कुपोषण के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं, इसलिए हमारी सरकार ने सुपोषण अभियान की शुरुआत की है।
मुख्यमंत्री ने जाति प्रमाण पत्र के बारे में पूछा इस बीच एक हितग्राही ने बताया कि उसका जाति प्रमाण पत्र नहीं बना है, जिस पर मुख्यमंत्री ने पंचायत सचिव तथा तहसीलदार से जानकारी लेते हुए कार्यक्रम खत्म होने तक वस्तुस्थिति बताने कहा। ग्रामीण गोरेलाल ने बताया कि दो साल पहले वनाधिकार मान्यता पत्र मिला, अब भूमि पर खेती कर रहा हूँ। पंजीयन करा कर समर्थन मूल्य में धान बेचा है। वेदकुंवर ने बताया कि उन्होंने 2 हजार गड्डी तेंदू पत्ता बेचा है, जिससे 8 हजार रूपये की आय हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने तेंदूपत्ता संग्रहण दर बढ़ाकर 4 हजार रुपये प्रति मानक बोरा कर दिया है। 65 प्रकार के वनोपज खरीद रहे हैं और वैल्यू एडिशन पर काम कर रहे हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार मिल सके। उन्होंने इन योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ लेने की लोगों से अपील की। -
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सहसपुर लोहारा : मुख्यमंत्री श्री बघेल सहसपुर लोहारा के साहू पारा पहुचे।श्री मोहन साहू और पूरे परिवारजनों ने मुख्यमंत्री का आत्मीय स्वागत एवं अभिनंदन किया।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने किसान मोहन के घर कांसे की थाली में छत्तीसगढ़ का पारम्परिक भोजन कर रहे हैंमुख्यमंत्री को भोजन में दाल, चावल, लाल भाजी, गुमी भाजी, भजिया कढ़ी और बड़ी, बिजौडी परोसा गयामुख्यमंत्री का एक झलक पाने लोगो की पारा में भीड़ उमड़ रही है
मुख्यमंत्री श्री बघेल के साथ कबीरधाम जिले के प्रभारी मंत्री श्री टी एस सिंहदेव, वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, पंडरिया विधायक श्रीमती ममता चंद्राकर, किसान मोहन साहू, कलेक्टर जनमेजय महोबे पारम्परिक भोजन ग्रहण कर रहे हैं।
भोजन के दौरान श्री मोहन साहू ने बताया कि वह भूमिहीन है। मुख्यमंत्री ने कलेक्टर को निर्देशित किया कि जांच करा लें, यदि भूमिहीन है और पात्रत्रा में आते है तो श्री मोहन साहू को राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना का लाभ दे। उन्होंने बताया कि इस योजना से भूमिहीन श्रमिको को प्रतिवर्ष 7 हजार रुपए की सहायता दी जाती है। -
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"गौठान, रीपा और गोधन न्याय योजना से बदल सकती है तस्वीर"
"अन्य राज्यों से नहीं आना चाहिए धान, कड़े कदम उठाएं"
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में अधिकारियों को संबोधित किया
रायपुर : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने दो दिनों तक कलेक्टर कॉन्फ्रेंस ली। इस दौरान पहले दिन जिला कलेक्टकों और पुलिस अधीक्षकों से चर्चा की। जहां जिला स्तर पर विभिन्न शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन और लक्ष्य को पूरा करने में आ रही दिक्कतों पर चर्चा हुई। वहीं पुलिस अधीक्षकों से कानून-व्यवस्था के साथ ही अपराध नियंत्रण पर चर्चा की गई। दूसरे दिन जिला कलेक्टरों के साथ ही संभाग व राज्य स्तर के अधिकारियों से कार्ययोजना पर बातचीत करते हुए योजनाओं की समीक्षा की गई। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि पौने चार साल में छत्तीसगढ़ आर्थिक रूप से सशक्त हुआ है, जबकि आज दुनिया में मंदी का असर है, ऐसे समय में छत्तीसगढ़ पूरी दुनिया को नयी राह दिखा सकता है। तस्वीर बदलने में गौठान, रीपा, गोधन न्याय योजना का महत्वपूर्ण योगदान होगा। समीक्षा बैठक के दौरान मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू व श्रीमती रेणु जी. पिल्लै, पीसीसीएफ श्री संजय शुक्ला, विभागीय सचिव समेत सभी संभागायुक्त, जिला कलेक्टर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और नगर निगमों के आयुक्त उपस्थित रहे।
कलेक्टर कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन आज मुख्यमंत्री श्री बघेल ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि, राज्य में बीते पौने चार साल के दौरान अनेक नवाचार हुए हैं, जिससे हर वर्ग को लाभ मिला है। राज्य की जनता के बीच शासन-प्रशासन को लेकर विश्वास बढ़ा है। राज्य सरकार के प्रति और प्रशासनिक अमले को लेकर लोगों की धारणा में सकारात्मक बदलाव आया है। छत्तीसगढ़ में महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज की अवधारणा को योजनाओं के जरिये लागू किया जा रहा है। हमने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए प्रयास किए हैं। गांव, गरीब, किसान, मजदूर, महिला समेत हर वंचित वर्ग को संबल बनाने का काम विगत पौने चार साल के भीतर हुआ है। कोरोना के संकट काल में जब सभी जगह काम बंद थे, लोगों के हाथों में काम नहीं था, तब भी मजदूर वर्ग के लिए आय के स्त्रोत बनाए रखने के लिए हमने मनरेगा का काम जारी रखा। आज भी पूरी दुनिया में मंदी का असर है, लेकिन छत्तीसगढ़ में इसका असर नहीं हुआ। आज छत्तीसगढ़ उस भूमिका में है कि यह पूरी दुनिया को एक नयी राह दिखा सकता है। इसमें गौठान, रूरल इंडस्ट्रियल पार्क और गोधन न्याय योजना महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं।
अन्य राज्यों से धान की आवक नहीं होनी चाहिए :
कलेक्टर कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आगामी खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी को लेकर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने जिला कलेक्टरों को निर्देशित करते हुए कहा कि, छत्तीसगढ़ में आगामी एक नवम्बर से समर्थन मूल्य धान खरीदी शुरू हो जाएगी। ऐसे में अन्य राज्यों से धान की आवक न हो। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य के अलावा राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत किसानों को धान पर आदान सहायता प्रदान की जाती है, जिससे किसानों को उनकी उपज का सही दाम मिल सके।
गौठान के रख-रखाव पर दें विशेष ध्यान :मुख्यमंत्री ने गौठान के रख-रखाव पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने धान की कटाई के बाद गौठानों में पैरादान के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने इसके पीछे अनेक लक्ष्यों की प्राप्ति की बात कही। उन्होंने कहा कि, पैरादान करने से मवेशियों के लिए पर्याप्त मात्रा में चारा की उपलब्धता होगी। वहीं पराली के रूप में पैरा जलाने से होने वाले प्रदूषण को भी रोका जा सकेगा। इसके अलावा रूरल इंडस्ट्रियल पार्क (रीपा) को लेकर बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि, रीपा का निर्माण गुणवत्तापूर्ण ढंग से होना चाहिए। रीपा निर्माण के लिए तय बिंदुओं का पालन हो। अधोसंचरना के साथ अन्य सुविधाओं व संसाधन की उपलब्धता सुनिश्चित हो।
स्वामी आत्मानंद स्कूलों में प्रवेश व भर्ती में पारदर्शिता रहे :मुख्यमंत्री ने वंचित वर्ग के बच्चों को भी बेहतर अवसर उपलब्ध कराने के लिए शुरू की गई स्वामी आत्मानंद स्कूल योजना में प्रवेश व भर्ती की प्रक्रिया में पारदर्शिता का पालन करने को कहा है। उन्होंने कहा कि, विद्यार्थियों के दाखिले और शिक्षकों की भर्ती में किसी भी तरह की गड़बड़ी की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। लॉटरी सिस्टम का सख्ती से पालन करें। स्वामी आत्मानंद स्कूलों समेत प्रदेशभर के शासकीय स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता स्तर को बनाए रखें।
समय-सीमा में हो काम, मिले राहत :मुख्यमंत्री श्री बघेल ने शासकीय कार्यालय में लंबित रहने वाले प्रकरणों पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि सभी तरह के शासकीय कार्यालयों में जनता के काम समय-सीमा में पूरे किए जाएं। जाति प्रमाण-पत्र समय पर बनाना सुनिश्चित करें। कर्मचारियों के समय पर ना पहुंचने की शिकायत पर संभाग आयुक्त और कलेक्टरों को इसका निरीक्षण करने और सख्ती बरतने के निर्देश दिए। सबसे ज्यादा शिकायत थाने स्तर पर, जनपद पंचायत, पटवारी और सीएसईबी में मैदानी अमले के कर्मचारियों की मिल रही हैं, इन पर नियंत्रण कर कड़ी कार्रवाई करें ताकि आम जनता के काम समय पर पूर्ण हों।
नरवा योजना अपने उद्देश्य में सफल हो रहा :कलेक्टर कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री ने एक प्रसंग का उल्लेख करते हुए कहा कि नरवा योजना अपने उद्देश्य में सफल हो रहा है। इससे भू-जल स्तर में बढ़ोत्तरी हो रही है। ऐसे क्षेत्र जहां सूखे की समस्या थी, भौगोलिक रूप से ऐसे क्षेत्र जहां वर्षाजल नहीं रूक रहा था, वहां अब सालभर पानी की उपलब्धता हो रही है। ऐसे में नरवा योजना का ज्यादा-से-ज्यादा प्रचार-प्रसार करने की जरूरत है, जिससे लोग इसके महत्व को समझें और उन्हें इसका लाभ मिल सके।
युवाओं को दिशा दे सकता है राजीव युवा मितान क्लब :मुख्यमंत्री ने आज यहां अधिकारियों से छत्तीसगढ़ में युवा शक्ति को सकारात्मक दिशा देने पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि, इसी उद्देश्य से राज्यभर में राजीव युवा मितान क्लब की स्थापना की गई है। छत्तीसगढ़ में पर्यटन की बेहतर संभावना है, ऐसे में राज्य के पर्यटन स्थलों पर राजीव युवा मितान क्लब से जुड़े युवाओं को प्रशिक्षण देकर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएं। -
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मुख्यमंत्री ने खराब सड़कों की शिकायतों पर जतायी नाराजगी
मुख्यमंत्री ने कहा, खराब सड़कों की मरम्मत का कलेक्टर स्वयं मॉनिटरिंग करें
"सड़क मरम्मत के लिए बजट की कोई कमी नहीं"
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में आगामी दिसंबर माह तक सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए हैं। मुख्यमंत्री ने राज्य में अनेक जगहों पर खराब सड़कों की शिकायतों पर सख्त रवैया अपनाते हुए जिम्मेदार अधिकारियों पर नाराजगी जताई। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि, सड़कों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। मुझे खस्ताहाल सड़कों को लेकर कोई शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। इसके लिए जिला कलेक्टरों को नोडल अधिकारी के रूप में काम करने को कहा है।
कलेक्टर कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन आज मुख्यमंत्री श्री बघेल ने लोक निर्माण विभाग के कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने राज्य के अनेक स्थानों पर खराब सड़कों की शिकायतों पर तल्ख रूख दिखाया। उन्होंने खराब सड़कों को शीघ्र बनाने के सख्त निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने 6181 किलोमीटर की सड़कों में तत्काल पैचवर्क करके ठीक करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कड़े शब्दों में कहा कि, दिसंबर 2022 तक राज्य की सड़कों को गड्ढा मुक्त करें। सड़क मरम्मत के लिए बजट की कोई कमी नहीं आएगी। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि, खराब सड़कों की मरम्मत का कलेक्टर स्वयं मॉनिटरिंग करें। मुख्यमंत्री ने सख्त लहजे में हिदायत देते हुए कहा कि, दौरे पर जाऊंगा तो खराब सड़कों की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। सड़क हर हाल में बनना चाहिए। सड़क किसी भी विभाग की हो, मुझे कोई बहाना नहीं चाहिए। मुख्यमंत्री ने इस विषय पर दुबारा चर्चा नहीं करने की बात की
मुख्यमंत्री ने कहा कि, सड़क निर्माण में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। सड़क निर्माण की सभी संस्थाओं को आपस में कोआर्डिनेट करने के निर्देश दिए। इस कार्य में कलेक्टर्स नोडल अधिकारी के रूप में काम करेंगे। उन्होंने कहा कि, किसी विभाग को सड़क निर्माण में दिक्कत है तो वो एनओसी दे, जिसके बाद लोक निर्माण विभाग काम करेगा। मुख्यमंत्री ने तल्ख लहजे में कहा कि, सड़कों का निर्माण प्राथमिकता है, कौन सा विभाग निर्माण करता है ये मायने नहीं रखता। -
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विभिन्न जिलों के उत्पादों का एक ही छत के नीचे प्रदर्शन
एक-दूसरे के जिलों में उत्पादित प्रोड्क्ट्स को देखकर प्रेरित होंगे अधिकारी
रायपुर : राजधानी रायपुर के न्यू सर्किट हाउस में आयोजित दो दिवसीय कलेक्टर एवं एसपी कॉन्फ्रेंस में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा प्रदेश के रूरल इंडस्ट्रियल पार्क (रीपा) एवं गौठानों में बन रहे उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई है। इस प्रदर्शनी का उद्घाटन प्रदेश के मुखिया श्री भूपेश बघेल द्वारा किया गया। इस प्रदर्शनी का उद्देश्य यह है कि विभिन्न जिलों से आए कलेक्टर एवं जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एक दूसरे के जिलों में उत्पादित प्रोड्क्ट्स को देखकर प्रेरित हों एवं अपने जिले में स्थापित होने वाले रीपा में इन उत्पादों की संभावनाओं को तलाशने और इनके उत्पादन हेतु बेहतर व्यवस्था एवं माहौल तैयार करें।
इस प्रदर्शनी में महासमुंद जिले के दूध उत्पाद, मसाले, सुगंधित अगरबत्ती, एलईडी बल्ब आदि उत्पाद हैं, वही रायपुर जिले से साबुन, कुकीज, और मोमबत्ती, जांजगीर-चांपा से कोसा सिल्क की साड़ियां, कुर्तियां, सलवार सूट का कपड़ा, जिला कोंडागांव से नारियल का कोल्ड प्रेस ऑयल, तिखुर मिल्क शेक, मसाले, बस्तर जिले से रागी, मसाले, बेल मेटल के भी उत्पाद लाए गये हैं ।
बेमेतरा से केले के रेशे से बने हुए उत्पाद, दंतेवाड़ा से कुकीज, रागी, ड्राई फ्रूट्स, अचार, कांकेर जिले से गोबर से बना हुआ पेंट, मसाले, गौठानों में तैयार किये जा रहे वर्मीकम्पोस्ट के पैकिंग हेतु प्लास्टिक बोरी आदि उत्पाद प्रमुख रूप प्रदर्शित किए गए हैं । प्रदर्शनी में सभी जिलों के कलेक्टर व अन्य अधिकारियों ने स्थानीय उत्पादों का अवलोकन किया और उनकी सराहना भी की।