कारगिल विजय दिवस पर देशभक्ति को समर्पित कार्यक्रम: साजा कृषि कॉलेज में मनाया गया शौर्य और समर्पण का पर्व
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बेमेतरा : कुमारी देवी चौबे कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र, साजा में कारगिल विजय दिवस के अवसर पर वीर जवानों की शौर्यगाथा को नमन करते हुए देशभक्ति से ओतप्रोत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों में राष्ट्रीय गर्व, बलिदान और समर्पण की भावना जागृत करना रहा। राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रभारी डॉ. गोविन्द प्रसाद कन्नौजे ने जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि कारगिल विजय दिवस भारतीय सेना के साहस, बलिदान और राष्ट्रभक्ति का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि कैसे भारतीय सैनिकों ने दुर्गम हिमालयी क्षेत्रों में दुश्मनों को पराजित कर देश की सीमाओं की रक्षा की। वहीं डॉ. राजेश कुमार इक्का ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि यह विजय केवल युद्ध में जीत नहीं, बल्कि भारत की राष्ट्रीय अखंडता, एकता और अदम्य जज़्बे का परिचायक है।
कार्यक्रम की शुरुआत भाषण प्रतियोगिता से हुई, जिसमें विद्यार्थियों ने कारगिल युद्ध, भारतीय सैनिकों के बलिदान और उनके अद्वितीय शौर्य पर ओजस्वी विचार व्यक्त किए। ‘अगर मौत भी आई तो हंसकर गले लगाएंगे’ और ‘कारगिल के वीर – राष्ट्र की शान’ जैसे शीर्षकों ने माहौल को भावुक कर दिया। इसके पश्चात रंगोली प्रतियोगिता में छात्राओं ने कारगिल युद्ध, तिरंगा, हिमालय की चोटियाँ और भारतीय सेना के गौरव को रंगों के माध्यम से चित्रित किया। उनकी कलाकृतियों ने दर्शकों को देश के प्रति समर्पण की भावना से भर दिया।
पोस्टर प्रतियोगिता में भी छात्रों ने सैनिकों की वीरता, राष्ट्रगान के अंश और कारगिल के रणनीतिक स्थलों को चित्रों और नारों के माध्यम से प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया। हर पोस्टर देशभक्ति का जीवंत प्रमाण बना।इसके अतिरिक्त देशभक्ति गीतों की प्रस्तुतियों ने वातावरण को राष्ट्रभक्ति से सराबोर कर दिया। गीतों के माध्यम से छात्रों ने शहीदों को नमन करते हुए उनके बलिदान को स्मरण किया। इस अवसर पर संपूर्ण कॉलेज परिवार ने कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके सपनों के समृद्ध, सुरक्षित और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण का संकल्प लिया।कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ, जिसमें सभी विद्यार्थियों, प्राध्यापकों एवं अतिथियों ने भाग लिया और देश के प्रति निष्ठा और समर्पण की भावना के साथ दिवस को यादगार बना दिया।
Leave A Comment