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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री ने 4.27 करोड़ की लागत से बने महाविद्यालय भवन का किया लोकार्पण
महाविद्यालय परिसर के समतलीकरण, स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल के नवीन भवन के निर्माण सहित शहीद नंद कुमार पटेल की मूर्ति स्थापना की घोषणा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज यहां शहीद नंद कुमार पटेल शासकीय महाविद्यालय के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि 4 करोड़ 27 लाख रुपए की लागत से निर्मित इस नवीन भवन से क्षेत्र में उच्च शिक्षा के प्रसार में महाविद्यालय की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि आज नवरात्रि का दूसरा दिन है। कॉलेज के नए भवन का शुभारंभ हो रहा है। उन्होंने सभी विद्यार्थियों, प्राध्यापकों, अभिभावकों और बीरगांव के लोगों को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि इस कॉलेज की स्थापना वर्ष 2017 में हुई थी, लेकिन भवन के अभाव में यह कॉलेज अब तक रावांभाठा के प्राइमरी स्कूल के भवन में संचालित हो रहा था।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार किसानों, मजदूरों, महिलाओं, युवाओं सहित सभी वर्गाे के हित के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा की शहीद नंदकुमार पटेल की स्मृति को अक्षुण्य रखने के लिए राज्य सरकार ने रायगढ़ में विश्वविद्यालय, बीरगांव में महाविद्यालय और नया रायपुर में चौक का नामकरण उनके नाम पर किया है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस अवसर पर बीरगांव महाविद्यालय परिसर का समतलीकरण, स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल के लिए भवन तथा महाविद्यालय में शहीद पटेल की मूर्ति स्थापना की घोषणा की। उन्होंने कहा की शिक्षा की गुणवत्त्ता में समझौता नही किया जाएगा। बच्चों को इस तरह शिक्षित करें कि देश में यहां की शिक्षा के बारे में चर्चा हो। मुख्यमंत्री ने कॉलेज के सभी प्राध्यापकों की प्रशंसा करते हुए कहा कि असुविधाओं के बीच भी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने में उन्होंने लगातार मेहनत की। इसी का परिणाम है कि इस कॉलेज में विद्यार्थियों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हुई और आज यह संख्या लगभग 1000 तक पहुंच गई है। इस महाविद्यालय में छात्रों की तुलना में छात्राओं की संख्या ज्यादा है। यह खुशी की बात है कि लड़कियां और उनके अभिभावक उच्च शिक्षा को लेकर जागरूक हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस भवन में स्वामी आत्मानंद स्कूल का भी संचालन हो रहा है। इस तरह इस भवन का दोहरा लाभ क्षेत्रवासियों को मिल रहा है। उन्होंने इस महाविद्यालय में विभिन्न सुविधाओं के निर्माण में स्थानीय उद्योगों के सीएसआर मद से मिले सहयोग की सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाविद्यालय में अहाता निर्माण के लिए डीएमएफ से 13.56 लाख रूपए की स्वीकृति भी दी गई है। स्वामी आत्मानंद विद्यालय में फर्नीचर, लैब और लाइब्रेरी के लिए 24.87 लाख रुपए भी डीएमएफ मद से जिला शिक्षा अधिकारी को उपलब्ध कराए गए हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में इस कॉलेज और स्कूल परिसर में और भी सुविधाओं का विकास तेजी से कराया जाएगा। इस अवसर पर महाविद्यालय की पत्रिका प्रेरणा का विमोचन किया गया। राजीव युवा मितान क्लब को प्रथम किस्त 25 हजार रुपए का चेक भी प्रदान किया गया।
उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल ने कहा कि राज्य में भवन विहिन महाविद्यालय के लिए प्राथमिकता से भवन बनाए जा रहे है। उन्होंने कहा कि राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में नया आयाम गढ़ना है। विधायक श्री सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि बच्चों के पढ़ने के लिए बड़े सुंदर भवन का आज लोकार्पण हुआ है। क्षेत्र के लोगों को पानी, बिजली और अन्य सुविधाएं आज सहज उपलब्ध हो रहा है।
इस अवसर पर राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिरीश देवांगन, महापौर श्री नंद लाल देवांगन, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के अध्यक्ष श्री पंकज शर्मा, कुलपति श्री केशरी लाल वर्मा, कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे, पार्षद गण, जनप्रतिनिधिगण, अभिभावक, छात्र-छात्राएं एवं बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
छत्तीसगढ़ के पर्यटन को विश्व मानचित्र पर लाने के लिए सरकार लगातार कर रही है प्रयासः मुख्यमंत्री
विश्व पर्यटन दिवस पर टूरिज्म कान्क्लेव 2022 में शामिल हुए मुख्यमंत्री
रायपुर : एक समय था जब छत्तीसगढ़ का नाम लेते हुए लोगों के जेहन में सिर्फ खनिज संसाधन और नक्सलियों का ख्याल आता था, लंबे समय तक छत्तीसगढ़ का पर्यटन उपेक्षित रहा और नया राज्य बनने के बाद भी पूरा ध्यान सिर्फ नक्सल समस्या पर ही था। जबकि छत्तीसगढ़ में इतना सब कुछ है कि सिर्फ प्रकृति से मिले उपहारों को ही हम व्यवस्थित कर लें तो यह स्थान पर्यटकों की पहली पसंद बन जाएगा और हमारी सरकार इसी बात पर निरंतर काम कर रही है। यह उद्बोधन मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर रायपुर में आयोजित टूरिज्म कान्क्लेव 2022 के आयोजन के दौरान कही।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने एक बड़ी घोषणा करते हुए राजीव गांधी मितान क्लब के सदस्यों को पर्यटन संबंधी प्रशिक्षण दिलाने की बात कही है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के युवा जब पर्यटन के प्रति जागरूक होंगे तो प्रदेश के पर्यटन को और ज्यादा बढ़ावा मिलेगा। मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा है कि छत्तीसगढ़ एक ऐसा प्रदेश है जिसकी गैर मौजूदगी में रामायण जैसी पौराणिक कथा भी अधूरी रह जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्री राम ने अपने वनवास का अधिकतर समय छत्तीसगढ़ में ही गुजारा और यहीं पर उनकी मां कौशल्या निवास करती थीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरी दुनिया में छत्तीसगढ़ ही एक मात्र ऐसा राज्य है जहां देवताओं को भी सजा देने का प्रावधान है, लिहाजा छत्तीसगढ़ के बारे में पूरी दुनिया को बताने की जरूरत है ताकि लोग यहां की सभ्यता और संस्कृति को जानें।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं । कोरोना काल होने के बाद भी उनकी सरकार ने छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थलों तक पहुंचने और वहां ठहरने के इंतजाम में बढ़ोत्तरी की है ताकि पर्यटकों को ज्यादा से ज्यादा सहूलियत मिल सके। मुख्यमंत्री ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के समृद्ध परंपरा को दुनिया के मानचित्र में लाने की जरूरत है और इसके लिए छत्तीसगढ़ के पास सब कुछ है जिसे अपनाते हुए पर्यटन को बढावा देने के लिए वर्तमान सरकार निरंतर काम कर रही है।
इस मौके पर राज्य के पर्यटन मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति प्रकृति से जुड़कर रहना चाहता है और छत्तीसगढ़ पर्यटन विभाग इसी दिशा में काम कर रहा है। श्री साहू ने कहा कि कोरोना संकट होने के बाद भी छत्तीसगढ़ में ट्राइबल टूरिज्म सर्किट तैयार किया गया और मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर राम वन गमन परिपथ पर भी काम शुरू किया गया। संसदीय सचिव श्री चिंतामणि सिंह से मिले सुझाव को स्वीकार करते हुए पर्यटन मंत्री श्री साहू ने प्रदेश की सबसे ऊंची चोटी गौरलाटा को भी पर्यटन के लिहाज से विकसित करने के लिए ध्यान देने की बात कही है।
पर्यटन मंडल के अध्यक्ष श्री अटल श्रीवास्तव ने टूरिज्म कान्क्लेव में अपनी बात रखते हुए कहा कि आज युवा वर्ग की मांग को ध्यान देने की आवश्यकता है क्योंकि ज्यादातर युवा पर्यटन को पसंद करने लगे हैं। श्री श्रीवास्तव ने कहा है कि पर्यटन मंडल द्वारा छत्तीसगढ़ में एग्रो टूरिज्म को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है ताकि लोग गांव और किसानों से भी जुड़ सकें।
इस मौके पर संसदीय सचिव श्री चिंतामणि सिंह, पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष श्री शैलेष नितिन त्रिवेदी, खनिज न्यास बोर्ड के अध्यक्ष श्री गिरिश देवांगन, छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल की उपाध्यक्ष श्रीमती चित्रलेखा साहू, पर्यटन विभाग के सचिव श्री अनबलगन पी, पर्यटन विभाग के एमडी श्री अनिल साहू भी उपस्थित थे। -
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मोबाईल मेडिकल यूनिट से घर के पास ही मिल रही निःशुल्क इलाज की सुविधा
धन्वंतरी मेडिकल स्टोर पर उच्च गुणवत्ता की जेनेरिक दवा सस्ती दर पर उपलब्ध
रायपुर : छत्तीसगढ़ में नागरिकों को आसानी से स्वास्थ्य सुविधायें मुहैया कराने के छत्तीसगढ़ शासन के प्रयासों से अब नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधायें मिल रही हैं। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देशन में नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा जहां मुख्यमंत्री स्वास्थ्य स्लम योजना के माध्यम से शहरी तंग बस्तियों में पहुंचकर मोबाईल मेडिकल यूनिट द्वारा लोगो का इलाज किया जा रहा है। वहीं श्री धन्वंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर योजना के तहत आम नागरिकों को उच्च गुणवत्ता की जेनेरिक दवाओं के क्रय करने पर 50 प्रतिशत से ज्यादा की भारी छूट दी जा रही है। इससे इलाज का खर्च कम हो गया है। अब ज्यादा संख्या में लोग ईलाज करा पा रहे है।
शहरी क्षेत्र में निवासरत नागरिकों को उनके चौखट पर ही स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए 01 नवम्बर 2020 से मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना प्रारंभ की गई। प्रथम चरण में सभी 14 नगर निगमों में 60 मोबाइल मेडिकल यूनिट एंबुलेंस के जरिए डॉक्टरों द्वारा सेवाएं प्रदान की गई। इसके तहत आम नागरिकों को मेडिकल कैंप के माध्यम से मुफ्त में परामर्श, उपचार, दवाइयां और टेस्ट की सुविधा प्रदान की जा रही है। मुख्यमंत्री दाई दीदी क्लीनिक भी इसी योजना की कड़ी है। इसमें संपूर्ण महिला स्टॉफ के साथ मोबाइल मेडिकल यूनिट गरीब बस्तियों की महिलाओं के इलाज हेतु उनकी बस्तियों में जा रही है।
द्वितीय चरण में नगर पालिकाओं एवं नगर पंचायतों हेतु 60 मोबाईल मेडिकल यूनिट का संचालन 31 मार्च 2022 से प्रारंभ किया गया है। अब 120 मोबाईल मेडिकल यूनिट के माध्यम से शहरी ईलाकों की बस्तियों में निःशुल्क परामर्श, ईलाज, दवाईयों एवं पैथोलॉजी लैब की सुविधा समस्त नगरीय निकायों में उपलब्ध है। अब तक करीब 39 हजार शिविर आयोजित किये जा चुके हैं, करीब 24 लाख मरीजों का निःशुल्क ईलाज किया गया है। इसी तरह से दाई-दीदी क्लीनिक योजना के अंतर्गत रायपुर, बिलासपुर एवं भिलाई नगर निगमों में मोबाइल मेडिकल यूनिट द्वारा 1600 कैम्प लगाकर एक लाख 18 हजार से अधिक महिला मरीजों का निःशुल्क इलाज किया गया है।
आम नागरिको को उच्च गुणवत्ता की रियायती दवा उपलब्ध कराने हेतु श्री धन्वंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर योजना प्रारंभ की गई है। योजना अंतर्गत राज्य के समस्त 169 नगरीय निकायों में श्री धन्वंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर खोले गए हैं। इस हेतु नगरीय निकायों द्वारा लगभग 194 दुकानों का चिन्हांकन किया गया, जिसमें से 190 दुकाने प्रारंभ की जा चुकी हैं। इन दुकानों में 329 प्रकार की जेनेरिक दवाएं, 28 सर्जिकल आइटम रियायती दर पर उपलब्ध हैं। इससे अब आम नागरिकों को जेनेरिक दवाई आसानी से उपलब्ध होने लगी हैं। शासकीय चिकित्सकों हेतु पर्ची पर जेनेरिक दवाई लिखना अनिवार्य किया गया है। दवा की गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु इन दुकानों में देश की ख्याति प्राप्त कंपनियों की जेनरिक दवाइयां उपलब्ध कराने की शर्त रखी गई है। उपलब्ध दवाइयों में सर्दी, खांसी, बुखार, ब्लड प्रेशर, इंसुलिन के साथ ही साथ गंभीर बीमारियों की दवा, एंटीबायोटिक, सर्जिकल आइटम भी न्यूनतम 50 प्रतिशत की भारी छूट के साथ उपलब्ध हैं। राज्य सरकार द्वारा श्री धन्वंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर संचालक को 2 रू प्रति वर्गफुट की आकर्षक दर पर नगर पालिक निगम द्वारा किराये पर दुकानें उपलब्ध कराई गयी हैं साथ ही अन्य योजनाओं मे इन मेडिकल स्टोर्स से दवाई खरीदने हेतु प्रावधान किया गया। इस योजना का शुभारंभ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा 20 अक्टूबर 2021 को किया गया था। इस दिन प्रदेश के निकायों में लगभग 87 दुकानों का शुभारंभ किया गया। अब 190 से ज्यादा धनवंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर संचालित किए जा रहे है। आगामी चरण में इन दुकानों से घर पहुंच दवा डिलीवरी की भी व्यवस्था की जाएगी। -
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मुख्यमंत्री भिलाई में अग्रसेन जयंती के कार्यक्रम में हुए शामिल
दुर्ग : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज भिलाई में अग्रसेन जयंती के अवसर पर आयोजित अग्रवाल समाज के कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने अग्रसेन जयंती की बधाई दी और कहा कि हमने किसानों, वनवासियों और श्रमिकों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं बनाई, इससे न केवल उनकी जेब में पैसा आया और इसका सीधा असर छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था में देखने को मिल रहा है।मुख्यमंत्री ने कहा कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना सहित अन्य योजनाओं के जरिए किसानों, वनवासियों और श्रमिकों को सीधे उनके खातों पर भुगतान किया जा रहा है। यह राशि अंततः बाजार में आया और इसका लाभ व्यापार और उद्योग जगत को मिल रहा है। दीपावली को देखते हुए हमने निश्चय किया कि 15 अक्टूबर को हम राजीव गांधी किसान न्याय योजना की अगली किश्त दे देंगे ताकि किसानों की भी दीवाली अच्छी हो और व्यापारियों की भी।
मुख्यमंत्री ने अग्रसेन महाराज के योगदान की चर्चा करते हुए कहा कि वे व्यापार और निर्माण पर जोर देते थे। कुरुक्षेत्र के युद्ध में पांडवों के भंडार की देखरेख का जिम्मा आपके पूर्वजों का था। मुख्यमंत्री ने कोरोना काल में अग्रवाल समाज द्वारा किये गए कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस कार्य से समाज के बड़े वर्ग को लाभ पहुंचा। अपने संबोधन में विधायक श्री देवेंद्र यादव ने कहा कि भिलाई में समाज सेवा में अग्रवाल समाज की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण रही है। महापौर श्री नीरज पाल ने भी सम्बोधन दिया। इस मौके पर विधायक श्री अरुण वोरा, पूर्व विधायक श्री प्रदीप चौबे, अंत्यावसायी निगम की उपाध्यक्ष श्रीमती नीता लोधी एवं समाज के गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
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मुख्यमंत्री के निर्देश-स्वास्थ्य व शिक्षा संबंधी उपकरणों के लिए विभागीय बजट का किया जाए उपयोग, अति आवश्यक सेवाओं के लिए हो डीएमएफ का इस्तेमाल
डीएमएफ मद के आय-व्यय के सोशल ऑडिट के लिए राज्य स्तरीय प्रकोष्ठ का किया गया गठन
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में खनिज न्यास मद की राज्य स्तरीय निगरानी समिति की बैठक संपन्न
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आज उनके निवास कार्यालय में खनिज न्यास मद की राज्य स्तरीय निगरानी समिति की बैठक आयोजित हुई। मुख्यमंत्री ने डीएमएफ मद से उच्च और सामान्य प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए मितव्ययिता पर विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा है कि जिले में आयोजित होने वाले मेला आदि समारोह में डीएमएफ की राशि का उपयोग नहीं किया जाए. इस बैठक में डीएमएफ मद के आय-व्यय के सोशल ऑडिट के लिए राज्य स्तरीय प्रकोष्ठ का गठन भी किया गया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि खनिज मद की राशि का आवंटन प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष प्रभावित जिलों में निर्धारित अनुपात के आधार पर किया जाए। इसमें नवगठित 5 जिलों के लिए भी राशि का आवंटन सुनिश्चित किया जाए, ताकि विकास कार्यों को प्राथमिकता के साथ समय पर पूर्ण हो सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य व शिक्षा संबंधी उपकरणों की खरीदी के लिए विभागीय बजट का उपयोग किया जाए। इसके लिए डीएमएफ मद का उपयोग ना हो. उन्होंने कहा कि स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालयों के लिए इस मद से उपकरणों की खरीदी की अनुमति रहेगी। इसी प्रकार खनिज न्यास मद से कार्यालयीन उपयोग के लिए वाहनों की खरीदी प्रतिबंधित रहेगी, लेकिन स्वास्थ्य जैसी अति आवश्यक सेवाओं के लिए एंबुलेंस और शव वाहन खरीदे जा सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा है कि गरियाबंद जिले के हीरा खदान में न्यायालय द्वारा लगाए स्टे आर्डर को वापल लेने के लिए आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करें ताकि वहां के हीरा खदान विधिवत रूप से संचालित करने के लिए आवश्यक प्रक्रिया की जा सके. बैठक में मुख्यमंत्री ने पिछली बैठक के निर्देश में किए गए कार्य और व्यय का अनुमोदन भी किया।
मुख्यमंत्री के सचिव श्री कोमल सिद्धार्थ सिंह परदेशी ने जानकारी दी कि जिला खनिज न्यास के गठन से लेकर अब तक 70 हजार कार्यों के लिए 10 हजार करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई है। जिसमें से 43 हजार कार्य पूर्ण हो चुके हैं।
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव, कृषि एवं जल संसाधन मंत्री श्री रविंद्र चौबे, वन एवं परिवहन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.
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मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर कैबिनेट में हुआ था छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक का फैसला
दलीय एवं एकल श्रेणी में 14 तरह के पारम्परिक खेल शामिल
गिल्ली डंडा, पिट्टूल, लंगड़ी दौड़, बांटी (कंचा), बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा की प्रतियोगिता
छह स्तरों में होंगे आयोजन, महिला व पुरुष के होंगे अलग वर्ग
बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक बन सकेंगे छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक के प्रतिभागी
पंचायत एवं ग्रामीण विकास और नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग पर आयोजन का दायित्व
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर बीते 6 सितम्बर को कैबिनेट में लिए गए निर्णय के बाद छत्तीगढ़िया ओलम्पिक का खाका तैयार कर लिया गया है। इस संबंध में खेल एवं युवा कल्याण विभाग ने पूरी कार्ययोजना बना ली गई है, जिसे आज जारी कर दिया गया है। छह स्तरों में होने वाले छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक के आयोजन का दायित्व पंचायत एवं ग्रामीण विकास और नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग को सौंपा गया है। छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक की शुरुआत आगामी 6 अक्टूबर 2022 से शुरू होगी, जिसका समापन राज्य स्तर पर 6 जनवरी 2023 को होगा। दलीय एवं एकल श्रेणी में 14 तरह के पारम्परिक खेलों में फिलहाल शामिल किया गया है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री बघेल के विजन के अनुरूप छत्तीसगढ़ में पारम्परिक खेल गतिविधियों को ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में प्रोत्साहित करने के लिए पहल की गई है। छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक से प्रतिभागियों को एक ओर जहां मंच मिलेगा। वहीं उनमें खेलों के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और खेल भावना का विकास होगा। छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक के आयोजन को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग एवं नगरीय क्षेत्रों में नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग को नोडल विभाग बनाया गया है।
दो श्रेणी में 14 तरह के खेल होंगे :
छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक को लेकर जारी मार्गदर्शिका व कार्ययोजना के अनुसार छत्तीसगढ़ के पारम्परिक खेल प्रतियोगिता दो श्रेणी में होंगे। इसमें खेल विधाओं के लिहाज से दलीय व एकल श्रेणी निर्धारित किया गया है। छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक 2022-23 में 14 प्रकार के पारम्परिक खेलों को शामिल किया गया है। इसमें दलीय श्रेणी गिल्ली डंडा, पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी और बांटी (कंचा) जैसी खेल विधाएं शामिल की गई हैं। वहीं एकल श्रेणी की खेल विधा में बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़ एवं लम्बी कूद शामिल है।
गांव के क्लब से लेकर राज्य तक छह स्तरों पर होंगे आयोजन :
छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक में छह स्तर निर्धारित किए गए हैं। इन स्तरों के अनुसार ही खेल प्रतियोगिता के चरण होंगे। इसमें गांव में सबसे पहला स्तर राजीव युवा मितान क्लब का होगा। वहीं दूसरा स्तर जोन है, जिसमें 8 राजीव युवा मितान क्लब को मिलाकर एक क्लब होगा। फिर विकासखंड/नगरीय क्लस्टर स्तर, जिला, संभाग और अंतिम में राज्य स्तर खेल प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी।
इन तिथियों में होंगे विभिन्न स्तरों के आयोजन :
छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक में सबसे पहले राजीव युवा मितान क्लब स्तर के आयोजन 6 अक्टूबर से 11 अक्टूबर 2022 तक होंगे। वहीं जोन स्तर के आयोजन 15 अक्टूबर से 20 अक्टूबर 2022 तक खेले जाएंगे। विकासखंड स्तर पर खेल 27 अक्टूबर से 10 नवम्बर तक आयोजित किए जाएंगे। जिला स्तर पर 17 नवम्बर से 26 नवम्बर तक प्रतियोगिताएं होंगी। संभाग स्तर पर आयोजन 5 दिसम्बर से 14 दिसम्बर के बीच होगा। वहीं राज्य स्तर पर छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक का अंतिम चरण 28 दिसम्बर 2022 से 6 जनवरी 2023 तक खेला जाएगा।
बच्चों से बुजुर्ग तक ले सकेंगे हिस्सा :
छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक में आयु वर्ग को तीन वर्गों में बांटा गया है। इसमें प्रथम वर्ग 18 वर्ष की आयु तक, फिर 18-40 वर्ष आयु सीमा तक, वहीं तीसरा वर्ग 40 वर्ष से अधिक उम्र के लिए है। इस प्रतियोगिता में महिला एवं पुरुष दोनों वर्ग में प्रतिभागी होंगे। -
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रायपुर : न हींग लगे न फिटकरी फिर भी काम चोखा.. जैसे कहावत को चरितार्थ कर रहा है मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मितान योजना। किसी भी प्रकार के दस्तावेज बनवाने में अब लोगों को न ही दफ्तर तक जाने की का झंझट, साथ ही समय और पैसे की भी हो रही बचत। बस एक कॉल 14545 पर मितान आपके घर पहुंच जाएगा और आपको जो भी प्रमाण-पत्र चाहिए उसे बनवाकर प्रदाय करेगा। वाकई आज छत्तीसगढ़ शासन की सभी योजनाएं लोगों के लिए लाभदायक साबित हो रही है।
मितान योजना के माध्यम से आज लोगों को 13 प्रकार की सेवा उपलब्ध हो रही है। योजना के शुरू होने से सरकारी काम और आसान हो गया है। मितानों के जरिये लोगों को घर बैठे नागरिक सेवाओं का लाभ तय समय-सीमा में पूरी पारदर्शिता के साथ उनके डोर-स्टेप पर मिल रहा है। मितान योजना की विश्वसनीयता का प्रमाण है कि अब तक शहर के लोगों ने प्रमाण पत्र बनवाने के लिए टोल फ्री नम्बर 14545 पर काल किया और 720 लोगों को घर पहुँचकर मितान ने प्रमाण पत्र दिया।
नगर निगम अंतर्गत शहर के समस्त वार्डो में घर-घर जाकर जन्म, मृत्यु (जन्म-मृत्यु सुधार प्रमाण-पत्र) गुमास्ता, विवाह, निवास, जाति, आय, नकल भूमि, भूमि जानकारी प्रमाण-पत्र बनाने के लिए हर रोज टोल फ्री नम्बर 14545 में 50 से ज्यादा शहरवासी छत्तीसगढ़ शासन से नियुक्त मितान पर कॉल करते हैं। इसमें से जिनके पास चाहे गए प्रमाण पत्र के लिए दस्तावेज पूर्ण होते हैं उनके घर मितान पहुंचते हैं। मितान उनके मांग अनुरूप प्रमाण-पत्र हेतु दस्तावेज संलग्न कर ऑनलाइन फॉर्म फिलअप करता है साथ ही 10 दिनों के अंदर पुन: हितग्राही के घर आकर प्रमाण-पत्र देते हुए फोटो लेकर ऑनलाइन अपडेट कर प्रक्रिया क्लोज करता है। वर्तमान में इस योजना का क्रियान्वयन नगर पालिक निगम रायगढ़ के माध्यम से किया जा रहा है। 01 मई 2022 श्रमिक दिवस को इस योजना का शुभारंभ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा किया गया। प्रारंभ से लेकर 1112 हितग्राहियों से अपॉइंटमेंट लिया गया तथा 915 हितग्राहियों के घर मितान पहुंच चुके है, वही अब तक 720 हितग्राहियों को जन्म-मृत्यु एवं अन्य प्रमाण पत्र मितान द्वारा दिये जा चुके है। छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना का लाभ शहरवासियों को नियमित रूप से मिल रहा है।
मितान योजना शुभारंभ का मुख्य उद्देश्य सरकारी सेवाओं की पहुंच नागरिकों के घर तक सुनिश्चित करना है। जिसका सीधा लाभ छतीसगढ़ के नागरिकों को मिल रहा है। इस योजना के माध्यम से सरकार द्वारा 13 प्रकार के सरकारी सेवाओं को नागरिकों के घर तक पहुंचाया जा रहा है, जिसमें आवेदक दस्तावेज घर बैठे प्राप्त कर रहे है। अब प्रदेश के नागरिकों को कोई भी दस्तावेज बनवाने के लिए अपने ब्लॉक, नगर निगम परिषद, तहसील या अन्य सरकारी कार्यालय में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ रही है। इससे आवेदकों का समय और पैसे दोनों की बचत हो रही है। इसके अंतर्गत सरकार द्वारा सहायक मित्रों को तैनात किया गया है।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को 7 करोड़ 4 लाख रूपए का किया भुगतान
गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को 335.36 करोड़ का हो चुका है भुगतान
महिला समूहों को हो चुकी 81.84 करोड़ रूपए की आय
गौठानों में अब तक 35,346 लीटर गौमूत्र की खरीदी
8000 लीटर ब्रम्हास्त्र और जीवामृत के विक्रय से 3.85 लाख की आय
रायपुर : गोधन न्याय योजना से किसानों की जेब में पैसा आया है और उनका आत्मविश्वास बढ़ा है। पहले किसान खेती से विमुख होकर मजदूरी या अन्य काम करने लगते थे। लेकिन अब किसानों के साथ युवा भी खेती की तरफ बढ़ रहे हैं। उक्त बातें मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों के खाते में राशि अंतरित करते समय कहीं।मुख्यमंत्री ने वर्चुअल कार्यक्रम में पशुपालक ग्रामीणों, गौठानों से जुड़ी महिला समूहों और गौठान समितियों को 7 करोड़ 4 लाख रूपए की राशि ऑनलाइन जारी की। जिसमें 1 सितंबर से 15 सितंबर तक गौठानों में पशुपालक ग्रामीणों, किसानों, भूमिहीनों से क्रय किए गए 2.03 लाख क्विंटल गोबर के एवज में 4.06 करोड़ रूपए भुगतान, गौठान समितियों को 1.77 करोड़ और महिला समूहों को 1.21 करोड़ रूपए की लाभांश राशि शामिल हैं। गोधन न्याय योजना के तहत राज्य में अब तक हितग्राहियों को 335 करोड़ 36 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है, जिसमें 18 करोड़ रूपए की बोनस राशि भी शामिल है। 5 सितंबर को 7.04 करोड़ के भुगतान के बाद यह आंकड़ा 352 करोड़ 40 लाख रूपए हो जाएगा।मुख्यमंत्री ने कहा कि भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में प्रदेश भर में ये देखने में आया है कि इस साल फसल अच्छी हुई है। समय पर बारिश होने से किसान खुश हैं। सरकार 1 नवम्बर से धान खरीदी करने जा रही है। श्री बघेल ने कहा कि जो गौठान समितियां अच्छा काम कर रही हैं और वर्मी कम्पोस्ट बना रही हैं वहां शेड बनाये जाएंगे।
गोधन न्याय योजना के तहत छत्तीसगढ़ राज्य के गौठानों में 2 रूपए किलो की दर से गोबर तथा 4 रूपए लीटर की दर से गौमूत्र की खरीदी की जा रही है। गौठानों में 31 अगस्त तक खरीदे गए 79.12 लाख क्विंटल गोबर के एवज में ग्रामीणों को 160.94 करोड़ रूपए का भुगतान भी किया जा चुका है। 21 सितंबर को गोबर विक्रेताओं को 4.06 करोड़ रूपए का भुगतान होने के बाद यह आंकड़ा बढ़कर 165 करोड़ रूपए हो जाएगा। गौठान समितियों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को अब तक 156.42 करोड़ रूपए राशि की भुगतान किया जा चुका हैं। गौठान समितियों तथा स्व-सहायता समूह को बुधवार को 2.98 करोड़ रूपए के भुगतान के बाद यह आंकड़ा बढ़कर 159.41 करोड़ रूपए हो गया। स्वावलंबी गौठानों द्वारा अब तक 19.12 करोड़ रूपए का गोबर स्वयं की राशि से क्रय किया गया है। राज्य के 81 गौठानों में गौमूत्र की खरीदी की जा रही है। अब तक गौठानों में 35 हजार 346 लीटर क्रय किए गए गौमूत्र से 16,500 लीटर कीट नियंत्रक ब्रम्हास्त्र और वृद्धिवर्धक जीवामृत तैयार किया गया है, जिसमें से 8400 लीटर ब्रम्हास्त्र और जीवमृत की बिक्री से 3.85 लाख रूपए की आय हुई है।गौठानों में महिला समूहों द्वारा 17.80 लाख क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट तथा 5.30 लाख क्विंटल से अधिक सुपर कम्पोस्ट एवं 18,924 क्विंटल सुपर कम्पोस्ट प्लस खाद का निर्माण किया जा चुका है, जिसे सोसायटियों के माध्यम से क्रमशः 10 रूपए, 6 रूपए तथा 6.50 रूपए प्रतिकिलो की दर पर विक्रय किया जा रहा है। महिला समूह गोबर से खाद के अलावा गो-कास्ट, दीया, अगरबत्ती, मूर्तियां एवं अन्य सामग्री का निर्माण एवं विक्रय कर लाभ अर्जित कर रही हैं। गौठानों में महिला समूहों द्वारा इसके अलावा सब्जी एवं मशरूम का उत्पादन, मुर्गी, बकरी, मछली पालन एवं पशुपालन के साथ-साथ अन्य आय मूलक विभिन्न गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है, जिससे महिला समूहों को अब तक 81.84 करोड़ रूपए की आय हो चुकी हैं। राज्य में गौठानों से 11,187 महिला स्व-सहायता समूह सीधे जुड़े हैं, जिनकी सदस्य संख्या 83,874 है। गौठानों में क्रय गोबर से विद्युत उत्पादन की शुरुआत की जा चुकी है।
राज्य में गोधन के संरक्षण और संर्वधन के लिए गांवों में गौठानों का निर्माण तेजी से कराया जा रहा है। गौठानों में पशुधन देख-रेख, उपचार एवं चारे-पानी का निःशुल्क बेहतर प्रबंध है। राज्य में अब तक 10,624 गांवों में गौठानों के निर्माण की स्वीकृति दी गई है, जिसमें से 8408 गौठान निर्मित एवं 1758 गौठान निर्माणाधीन है। गोधन न्याय योजना से 2 लाख 78 हजार से अधिक ग्रामीण, पशुपालक किसान लाभान्वित हो रहे हैं। गोबर बेचकर अतिरिक्त आय अर्जित करने वालों में 46 प्रतिशत महिलाएं है।
कार्यक्रम में कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे, संसदीय सचिव श्री शिशुपाल सोरी, छत्तीसगढ़ राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिरीश देवांगन, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल परदेशी, गोधन न्याय मिशन के प्रबंध संचालक डॉ. अयाज तंबोली, उद्यानिकी संचालक श्री माथेश्वरन व्ही. सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। -
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मुख्यमंत्री ने बालोद में नवनिर्मित इंडोर स्टेडियम का किया शुभारंभ
मुख्यमंत्री ने मलखम्ब में जिम्नास्ट और योग के साधकों की सराहना की
बालोद : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज बालोद में नवनिर्मित इंडोर स्टेडियम का शुभारंभ किया और खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने इंडोर स्टेडियम पहुँचकर मलखम्ब में जिमनास्ट और योग कर रहे प्रतिभागियों के कलाकृतियों और अभ्यास को देखकर उनके हौसले की सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भारत की प्राचीन विधा है। मलखम्ब से साधक मजबूत और तंदुरुस्त बनने के साथ ही तन और मन से स्वस्थ होते हैं। उन्होंने यहां प्रशिक्षण ले रहे प्रतिभागियों को अपना आशीर्वाद और शुभकामनाएं देते हुए नियमित अभ्यास करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने प्रशिक्षकों को जिमनास्ट और योग की बारीकियों से अवगत कराने और इसे बढ़ावा देने का सुझाव दिया।
मुख्यमंत्री ने यहां नेशनल खिलाड़ी दीप्ति साहू, चंचल साहू, प्रेरणा साहू, करुण नायक, राजकुमार मुथाई , वीरेंद्र कुमार, उषा चौधरी से भेंट की । उन्होंने तीन सगी बहने दीप्ति, चंचल और प्रेरणा साहू के जज्बे और हुनर की सराहना की । दीप्ति साहू नेशनल गेम में अनेक मेडल जीतकर जिले का नाम रोशन किया है । इंडोर स्टेडियम में कलारी पट्टू, उशु, मुथाई, किक बॉक्सिंग, जूडो खेल का भी प्रशिक्षण दिया जाता है। यह इंडोर स्टेडियम में पूर्व सैनिक सेवा संघ द्वारा निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है।
पूर्व सैनिक सेवा संघ के अध्यक्ष श्री राजकुमार साहू ने बताया कि यहां अभी 70 युवाओं को सैनिक, अर्धसैनिक बल में भर्ती के लिए जरूरी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पूर्व सैनिक श्री किशोर नाथ योगी, हेमंत मारगिया, कन्हैया लाल, उमेश साहू द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है । यहां सन 1962 और 1965 के युद्ध में अपनी वीरता का परिचय देने वाले 70 वर्षीय श्री विमल कुमार दास युवाओं को प्रशिक्षण दे रहे हैं।
मलखम्ब दो शब्दों मल्ल और खंभा से मिलकर बना है। जिसका अर्थ क्रमशः जिम्नास्ट और पोल होता है। इसका शाब्दिक अर्थ जिम्नास्ट पोल है । जिम्नास्ट द्वारा उपयोग किए जाने वाले पारंपरिक प्रशिक्षण के लिए उपयोग किया जाता है । मलखम्ब की उत्पत्ति 12 वीं शताब्दी में भारत के महाराष्ट्र राज्य में हुई थी । मलखम्ब एक ऐसा खेल है, जो पूरे शरीर को व्यायाम और कसरत करा कर स्वस्थ रखता है। यह जितना आसान दिखता है, वास्तव में इतना आसान नहीं होता है। इसके लिए मांसपेशियों में ताकत होनी चाहिए। इसको सीखने के लिए बहुत मेहनत व लगन की आवश्यकता होती है। मलखम्ब एक ऐसा खेल है, जिसमें एक सीधा खंभा होता है, जिस पर चढ़कर योग के साथ जिम्नास्ट भी किया जाता है। यह भारत के पुराने खेलों में से एक है। मलखम्ब के खंभे को शीशम और सहवान की लकड़ी से बनाया जाता है। जिसके ऊपर तेल लगाया जाता है। इसके बाद इसको जमीन में गाड़ दिया जाता है, और फिर कलाकृति की जाती है। -
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रायपुर : मुख्मयंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप राज्य के नागरिकों को घर पहुंच शासकीय सेवाओं का लाभ मुहैया कराने के उद्देश्य से शुरू की गई मुख्यमंत्री मितान योजना लोगों के बीच काफी लोकप्रिय होते जा रही है। इस योजना के माध्यम से अल्प अवधि में ही 14 हजार 545 से अधिक शासकीय दस्तावेज लोगों को मितानों द्वारा घर पहुंचाकर उपलब्ध कराये गए है।
गौरतलब है कि यह योजना राज्य में एक मई 2022 को श्रम दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने लांच की थी। अभी इस योजना को शुरू हुए पांच महीने भी नहीं बीते है। नगर निगम क्षेत्रों में बड़ी संख्या में लोग इस योजना का लाभ उठाने लगे हैं। इस योजना के माध्यम से नागरिकों को वर्तमान में 14 नगर निगमों में 13 प्रकार की सेवाएं राजस्व और नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा उपलब्ध करायी जा रही है, जिसमें मूल निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाणपत्र, आय प्रमाण पत्र, दस्तावेज़ की नकल, गैर-डिजिटाइज्ड (भूमि रिकॉर्ड आदि की प्रति), मृत्यु प्रमाण पत्र, विवाह पंजीकरण और प्रमाणपत्र, जन्म प्रमाणपत्र, दुकान और स्थापना पंजीकरण, जन्म प्रमाणपत्र सुधार, मृत्यु प्रमाणपत्र सुधार, विवाह प्रमाणपत्र सुधार आदि सेवाएं शामिल हैं।इस योजना के माध्यम से निकट भविष्य में नागरिकों को लगभग 100 प्रकार की शासकीय सेवाएं घर बैठे उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। यह योजना सभी नगरीय निकायों तक विस्तारित होगी।
मुख्यमंत्री मितान योजना के अंतर्गत अब तक लगभग 30,000 से अधिक नागरिकों को दस्तावेज संबंधी जानकारी कॉल के माध्यम से प्राप्त हुई है, वहीं लगभग 14 हजार 545 से अधिक नागरिकों ने घर बैठे अपने शासकीय दस्तावेज प्राप्त किए हैं। राज्य भर में लगभग 20,800 अप्वाइंटमेंट आज तक बुक किए जा चुके हैं। इस योजना के जरिए नागरिकों को एक कॉल पर सभी शासकीय दस्तावेज उपलब्ध करवाने हेतु अपॉइनमेंट बुक करने की सुविधा उपलब्ध हो रही है। इसका लाभ उठाने के लिए नागरिकों को टोल फ्री नंबर 14545 पर कॉल करना होता है। मितान योजना का एकमात्र उद्देश्य है राज्य के नागरिकों को सहजता से घर बैठे शासकीय सुविधाएं प्रदान करना है। यह योजना शासन और नागरिकों के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित हो रही है। इस योजना के माध्यम से शासन के प्रति नागरिकों का विश्वास सुदृढ़ हुआ है। -
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मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रेस वार्ता में कहा-
बालोद : जिले में भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान तीनों विधानसभा में आम जनता से मुलाकात की।. बालोद के पत्रकारों से पुराना, गहरा और मित्रवत संबंध, पुराने दुर्ग जिले का हिस्सा होने के कारण भी मैं आपके बहुत करीब हूँ।. सबने अपने अनुभव साझा किए। जो दिक़्क़त हुई, उसे भी बताया। लोगों ने बहुत आनंद लिया।. कुकुरदेव मंदिर आया। ऐतिहासिक धरोहर सहित देवताओं के दर्शन किये-भेंट मुलाकात कार्यक्रम 4 मई से शुरू हुआ। इसका अनुभव शानदार रहा।. लोगों की आय में कैसे वृद्धि हो, इस सोच से हमने काम किया। कोरोना के बावजूद भी हम काम करते रहे. हर स्तर में आय में वृद्धि हुई। छत्तीसगढ़ में वो सपना पूरा हुआ।. आर्थिक उन्नति के साथ रोजगार के अवसर भी बढ़े।. ऐसा मॉडल हमारा मॉडल है जो गांधी जी की सोच पर चलता है। वैश्विक संकट के इस दौर में हमने पूरे देश को राह दिखाई है।-जर्जर स्कूलों के लिए 500 करोड़, ग्रामीण औद्योगिक पार्क के लिए 600 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है । बारिश के बाद सड़कों का संधारण और स्कूलों की मरम्मत का काम शुरू होगा।-मुख्यमंत्री ने एक प्रश्न के जवाब में कहा -जब किसान सुखी दिखते हैं तो गौरव का क्षण, बच्चे अंग्रेजी बोलते हैं तो सुख का क्षण। दुख का क्षण तब आया जब कुसुमकसा के एक किसान ने कहा कि पड़ोसी कृषक को फसल बीमा का लाभ मिला। मुझे नहीं मिला। यह नहीं होना था।इस तरह की शिकायत को तुरंत ठीक करने निर्देश दिए हैं।-बालोद के ऎतिहासिक महत्व पर बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि -बहादुर कलारिन ने सत्य के लिए अपने बेटे की हत्या की। वफादार कुत्ते का स्मारक आपके ही यहां है।महापाषाण स्मारक आपके यहाँ हैं।इन सभी को सहेजेंगे-जनता से मिले फीडबैक पर मुख्यमंत्री ने कहा-सभी योजनाओं पर अच्छा काम हो रहा है। मैं लोगों से पूछता हूँ तो वे प्रसन्नता से बताते हैं तो मुझे लगता है कि योजनाएं धरातल पर सार्थकता से उतर रही हैं।-मुख्यमंत्री ने सुप्रसिद्ध हास्य कलाकार श्री राजू श्रीवास्तव के निधन पर शोक जताया। पत्रकार वार्ता के बीच ही मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सबका उन्होंने बहुत मनोरंजन किया। देश के लिए और कला जगत के लिए यह बड़ा नुकसान है। राजू श्रीवास्तव एक बहुत अच्छे कलाकार थे । उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। हम सभी को हंसाते हंसाते हुए वे सभी को रुला कर चले गए।
मुख्यमंत्री ने बालोद जिले में हुनरमंद युवाओं के प्लेसमेंट के लिए चलाए जा रहे जिजीविषा कार्यक्रम की प्रशंसा की। कहा हर जिले में ऐसे कार्यक्रम चल रहे हैं।-अवैध शराब बिक्री के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में सख्ती से कार्रवाई के निर्देश समीक्षा बैठक में दिए गए हैं।-पत्रकार संघ ने भवन की मांग की।मुख्यमंत्री ने कहा कि जमीन हेतु प्रक्रिया से नियमानुसार सोसायटी के माध्यम से आवेदन करें। -
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बालोद में अधिकारियों की लेंगे समीक्षा बैठक
बालोद को विकास कार्यों की देंगे सौगात
बालोद : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल 21 सितम्बर को राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी ‘गोधन न्याय योजना’ के तहत हितग्राहियों को राशि का अंतरण करेंगे और समीक्षा बैठक लेंगे। यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में शाम 6 बजे से आयोजित है।मुख्यमंत्री श्री बघेल 21 सितम्बर को पूर्वान्ह 10 बजे बालोद में अधिकारियों की समीक्षा बैठक लेंगे और कलाकेन्द्र तथा मल्लखंभ अकादमी का उद्घाटन सहित विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण करेंगे। वे इसके पश्चात पूर्वान्ह 11.50 बजे कॉलेज मैदान हेलीपेड बालोद से हेलीकॉप्टर द्वारा प्रस्थान कर दोपहर 12.20 बजे पुलिस ग्राउण्ड हेलीपेड रायपुर वापस लौट आएंगे। -
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हथेलियों पर सजाकर आई थी " मोर मयारू कका" नाम की मेहंदी
सीएम बोले- मोर से बिकट मया करथस का नोनी
बालोद : ग्राम जगन्नाथपुर की रहने वाली 3 साल की बच्ची वैष्णवी यादव को जब भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल स्वयं इस बच्ची के पास आए और उसे पहचानते हुए कहा, अच्छा यही है वैष्णवी। उन्होंने बच्ची के परिजनों से बातचीत भी की और वैष्णवी द्वारा दिए गए फ्रेम तोहफे को स्वीकार किया। वैष्णवी अपने "कका" से मिलने के इंतजार में काफी देर तक बैठी हुई थी। कका से मिलने के लिए भीड़ इतनी थी कि लोग धक्का-मुक्की कर रहे थे। ऐसे में वह निराश होकर रोने भी लगी थी, जिसे देखते हुए कका ने तत्काल उसे दुलारते हुए उनके पिता दीपक यादव की गोद से उठाकर अपनी गोद में ले लिया और उसे दुलार किया । इस दौरान मुख्यमंत्री की नजर वैष्णवी की हथेली पर पड़ी, जिस पर मेहंदी सजी थी, जिस पर लिखा था मोर मयारू कका भूपेश बघेल। मेहंदी देखकर उन्होंने कहा- वाह! बढ़िया मेहंदी सजाई हो। मोर से बिकट मया करथस का नोनी? यह सुनकर आसपास खड़े लोग ठहाके मारकर हंस पड़े।
मुख्यमंत्री के गांव पहुंचते ही उत्साहित थी बेटी, बार-बार मिलने के लिए पिता का हाथ खींचती रही
जैसे ही मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर गांव पहुंचा वैष्णवी उनसे मिलने के लिए आतुर हो रही थी। वह बार-बार पिता के हाथ खींचते हुए मंच की ओर बढ़ने का इशारा करती थी। जब मुख्यमंत्री पहुंचे तो उसकी आतुरता और बढ़ गई, लेकिन मुलाकात नहीं हो पा रही थी। वह इंतजार में ही बैठी थी, फिर कार्यक्रम के अंत में स्वयं मुख्यमंत्री वैष्णवी से मिलने के लिए उनके पास पहुंचे और उसे पहचान भी गए। इस दौरान विधायक संगीता सिन्हा ने मुख्यमंत्री से वैष्णवी को मिलवाते हुए कहा कि यह वही बेटी है।
पिता ने भेंट किया सीएम को फ्रेम, लिखा था पहुना ल मया के पाती, साथ मे दिया एक अनूठा पत्रइस दौरान पिता दीपक ने मुख्यमंत्री को बेटी वैष्णवी की ओर से एक फोटो फ्रेम भेंट किया जिसमें "पहुना ल मया के पाती" के साथ कका के लिए छत्तीसगढ़ी में शायरी लिखा था। इसके अलावा उन्होंने एक पत्र भी दिया जिसमें बेटी है तो कल है के उद्देश्य को बतलाया गया था। उन्होंने इस पत्र के जरिए मुख्यमंत्री से अपेक्षा भी की कि दिवाली पर लक्ष्मी पूजन दिवस पर बेटी तिहार के रूप में भी मनाया जाना चाहिए। जैसे बेटियों के सम्मान में जगन्नाथपुर में मिट्टी के दीपक जलाए जाते हैं वैसे हर गांव और शहर में होना चाहिए। उन्होंने पत्र के जरिए बताया कि समाज में बेटी बेटा के प्रति भेदभाव दूर होना चाहिए।
मुख्यमंत्री से वैष्णवी को उपहार के तौर पर मिला फ्रॉक, गुल्लक और पहाड़ा
मुख्यमंत्री के भेंट मुलाकात के दौरान वैष्णवी को तोहफा भी मिला, जिसमें फ्रॉक, गुल्लक और पहाड़ा था। घर आते ही उसने वही फ्रॉक पहनकर सबको बताती रही कि उनके कका ने यह गिफ्ट दिया है। -
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बालोद : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल भेंट- मुलाकात के लिए बालोद विधानसभा क्षेत्र के जगन्नाथपुर पहुंचे। हाथ लहराकर किया मौजूद लोगों का अभिवादन।-छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र पर पूजन अर्चन किया। राजगीत के बाद भेंट-मुलाकात शुरू की
-साथ में जिले के प्रभारी मंत्री श्री उमेश पटेल, स्थानीय विधायक श्रीमती संगीता सिन्हा मौजूद
-मुख्यमंत्री को पारम्परिक खुमरी पहनाकर किया गया स्वागत।
-मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से कहा कि हमने शपथ लेते ही अन्नदाता से किए वायदे को पूरा किया।
-मुख्यमंत्री ने कहा की ग्राम जगन्नाथपुर मे भागीराम के यंहा कर्मोत्ता भाजी,चेंच भाजी खाने का अवसर मिला।
-इस अवसर पर उन्होंने मोहन एवं मुरारी मामा लक्समन भैया का भी स्मरण किया।
-मुख्यमंत्री ने कहा हमारी सरकार बनने के बाद कैबिनेट के पहली बैठक मे १९ लाख किसानो का कर्ज माफी, तथा २५ रुपय मे धान खरीदी करने ऐतिहासिक निर्णय लिया ।
मुख्यमंत्री ने ग्राम जगन्नाथपुर में शिव मन्दिर में पूजा कर छत्तीसगढ़ की सुख समृद्धि की कामना की। उन्होंने मन्दिर परिसर में पीपल का पौधा रोपा
-मुख्यमंत्री श्री बघेल के पूछने पर ग्राम परसाही के सुरेश साहू ने बताया एक एकड़ जमीन है। धान बेचने पर दो किश्त की राशि मिल गई है। बिजली विभाग में मीटर रीडिंग का काम करता हूं। राजीव युवा मितान क्लब का सदस्य भी हूं।
-किसान् सुरेश कुमार साहू ,हुकुम चंद साहू से कर्ज माफी एवं राजीव गाँधी किसान न्याय योजना से मिले राशि के उपयोग के सबंध मे जानकारी दी।- हुकुम चंद साह ने बताया 1लाख 76 हजार ऋण माफ हुआ है। 25 हजार रुपये राजीव गांधी किसान न्याय योजना से हर क़िस्त में मिलता है। -श्री हुकुमचंद साहू ग्राम चारवाही ने कहा राजीव गांधी किसान न्याय योजना से मिले पैसे को बच्चों के नाम से बैंक में जमा कर दिया हूं।
-ग्राम गंगाटोला की योगेश्वरी सिन्हा ने बताया, एक लाख की ऋणमाफी हुई है। अभी धान खरीदी के बाद बहुत आर्थिक लाभ मिला, परिवार सबल हुआ। योगेश्वरी सिन्हा ने राजीव गाँधी किसान न्याय योजना से मिले राशि का उपयोग बच्चों की पढ़ाई लिखाई तथा शौचालय निर्माण करने की जानकारी दी।- कमलेश निषाद सिवनी ने बताया, पैरा ओलंपिक खेलने पाकिस्तान गया। टोकियो ओलंपिक में प्रतिनिधत्व करने सहयोग मांगा। मुख्यमंत्री ने एक हाथ से दिब्याग कमलेश को स्वेच्छानुदान से 4 लाख रुपये टाटा एस गाड़ी खरीदने के लिए देने की घोषणा की।
-मिलन सिन्हा, ग्राम घुमका ने बताया कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत दो किश्त के रुप में 14,700 रूपये मिले। यहां बुनियादी प्रशिक्षण केन्द्र खुलवाया जाय।
-भूमिहीन श्रमिक न्याय योजना के लाभ संबंध में किसून साहू ने बताया 3 किश्त की राशि मिल गई है।-चमेली देवदास पोंगाटोला ने बताया, फोकट के चावल और नमक मिलत हे सोसायटी ले।
मुख्यमंत्री ने राशन कार्ड धारिओं से चर्चा की। ग्राम कोहका की श्रीमती चमेली देवदास टोला ने शक्कर 17 रूपए किलो के बजाय 20 रूपये में मिलने की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने इसे गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच कराने के निर्देश फ़ूडइंस्पेक्टर को दिए।मुख्यमंत्री ने गोधन न्याय योजना के सबंध मे जानकारी ली। ग्राम बरही निवासी पशुपालक नरेंद्र सिन्हा ने कहा की गोधन न्याय योजना को अपने लिए बहुत ही लाभप्रद साबित हुआ है। साथ ही गोठान तथा चरागाह निर्माण होने से उनके पशुओं के लिए समुचित चारा मिल रहा है।दिव्याराम धुर्वे ग्राम बरही ने बताया कि पूरे डेढ़ एकड़ फ़सल में जैविक खाद इस्तेमाल कर रहे। इस पर मुख्यमंत्री ने दिव्याराम धुर्वे को बधाई दी।श्री साहू ने कॉलेज में एलएलएम कोर्स के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया।कोहोंगाटोला निवासी श्री देवांगन ने गांव के हाई स्कूल को हायर सेकंडरी स्कूल में उन्नयन की मांग की।प्रशांत बघेल सांकरा ने महाविद्यालय में कॉलेज खोलने की मांग रखी।मुख्यमंत्री ने उपस्थित लोंगो से बात-चीत कर मुख्यमंत्री हाट बाजर क्लिनिक योजना, मुख्यमंत्री सुपोषण योजना के क्रियानवयन के सबंध मे चर्चा की। -
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बालोद : आम जनता की आर्थिक स्थिति में सुधार हो, यह प्राथमिकता हैआम जनता से जुड़ी चीजों में कटौती नहीं करेंगेकिसान के पास पैसा आया तो व्यापार भी बढ़ाशिक्षा और छत्तीसगढ़ी संस्कृति को बढ़ावा दिया गयामुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि आप लोगों से बात की, अच्छा लगा। आप लोगों को सभी योजनाओं का सुंदर लाभ मिल रहा है। सभी योजनाओं के हितग्राहियों से बातचीत की। मैं संतुष्ट हूँ।मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि कहीं त्रुटि भी मिली, उसे ठीक कर लेंगे। आम जनता की आर्थिक स्थिति में सुधार हो, यह प्राथमिकता है।कोरोना काल में भी हम लोग सक्रियता से कार्य करते रहें। कोरोना काल में 6 राज्यों में 30 प्रतिशत वेतन कटौती हुई। मुझे भी कहा गया।हमने कहा कि आम जनता से जुड़ी चीजों में कटौती नहीं करेंगे। हर स्तर पर मितव्ययिता की और हम इसका सामना करने में सफल हुए।किसान के पास पैसा आया तो व्यापार भी बढ़ा। लोगों के जेब में पैसे आये।वनोपज खरीदे। संग्राहकों के हित में कार्य किया। अस्पताल बढ़िया किये।स्वास्थ्य में क्रांतिकारी परिवर्तन हुए। बड़ी बीमारियों में 20 लाख रुपये तक राशि देने का निर्णय हुआ।अंग्रेजी स्कूल को बढ़ावा मिला।700 से अधिक इंग्लिश स्कूल के माध्यम से शिक्षा को बढ़ावा मिला। संस्कृति को बढ़ावा दिया गया।20 साल हो गया था। कोई राज्यगीत नहीं था। तीज त्योहार पर अवकाश नहीं था। मुख्यमंत्री निवास में त्योहार में गरवा लेकर जाते हैं त्योहार में। जब पहली बार शास्त्री चौक तक हरेली में बैलगाड़ी से गए तो शहरी लोगों को पता चला कि हरेली में ऐसा होता है।मई दिवस के दिन तो अमेरिका में भी बसे भारतीय लोगों ने फेसबुक पोस्ट डाले और लिखा हमने बोरे बासी का टेस्ट किया। तेजी से विकसित हो रहे टूरिस्ट स्थल ओनाकोना का टूरिज्म के दृष्टिकोण से होगा विकास। मुख्यमंत्री की बड़ी घोषणा। -
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ग्लोबलाइजेशन का लाभ उठाने फर्राटे से अंग्रेजी बोलते छत्तीसगढ़िया बच्चे
स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में संवर रहा बच्चों का भविष्य
कोई देश कितना विकसित है, इसके तीन पैमानों में स्वास्थ्य, आर्थिक खुशहाली के साथ शिक्षा भी शामिल हैं। कोई देश यदि शिक्षा में निवेश करता है, तो भविष्य में उसे अपने निवेश पर कई गुना लाभ प्राप्त होता है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के उज्ज्वल भविष्य के लिए स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल के रूप में ऐसा निवेश कर दिया है, जिसका लाभ आने वाली अनेक पीढ़ियों को सुखद भविष्य के रूप में मिलता रहेगा। एक राजमर्मज्ञ आने वाले समय की नब्ज को पहचानता है। दुनिया तेजी से ग्लोबल विलेज बन रही है और यह प्रक्रिया तेजी से गति ले रही है। जो समय की नब्ज को पकड़कर उसके साथ कदमताल कर लें वो विजेता होगा। ग्लोबल विलेज की भाषा है अंग्रेजी। हमारे छत्तीसगढ़ के बच्चों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं, लेकिन अंग्रेजी में चूक जाते हैं। माता-पिता चाहते हैं कि वो भी उच्च वर्ग और उच्च-मध्यम वर्ग की तरह बच्चों को अच्छी अंग्रेजी शिक्षा दे पाएं, लेकिन पब्लिक स्कूल की मोटी फीस वहन करना उनके लिए संभव नहीं था।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस बाधा को तोड़ दिया। केवल अंग्रेजी की पढ़ाई ही नहीं, उच्च गुणवत्ता के साथ अंग्रेजी की पढ़ाई। अंग्रेजी की पढ़ाई केवल रायपुर जैसे महानगर में न हो बल्कि ग्रामीण और वनांचल क्षेत्रों में भी हो। गांव का बच्चा क्यों अंग्रेजी शिक्षा से वंचित रहे, इसका दायरा गांव तक फैल गया। लाइब्रेरी की सुविधा नामी-गिरामी निजी स्कूल तक ही सीमित क्यों रहे, सर्वसुविधायुक्त लाइब्रेरी हमारे हर आत्मानंद स्कूल में भी है। यही नहीं आत्मानंद स्कूल में सुंदर खेल परिसर हैं, जहां से नामचीन खिलाड़ी भी निकल सकते हैं। आधुनिक सुविधाओं वाले प्रैक्टिकल लैब हैं, जहां इस पीढ़ी के सीवी रमन तैयार होंगे। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल हमेशा कहते हैं कि प्रतिभा तो है संसाधन नहीं दोगे तो यह कैसे उभरेगी। मुख्यमंत्री ने स्कूलों को संसाधनों से समृद्ध किया है। मुख्यमंत्री चाहते हैं कि हमारी पीढ़ी अंग्रेजी भाषा के साथ-साथ हमारी संस्कृति से भी जुड़ी रहे इसलिए अंग्रेजी माध्यम के साथ-साथ हिंदी माध्यम के आत्मानंद स्कूल भी खोले जा रहे हैं। साथ ही स्थानीय बोलियों को पाठ्यक्रम से जोड़ा गया है, इससे हमें अपनी संस्कृति, परम्पराओं और स्थानीयता पर भी गर्व होगा और अपने ग्लोबल पहचान के प्रति भी हम जागरूक होंगे।
प्रदेश में स्वामी आत्मानंद स्कूल की शुरूआत सबसे पहले 03 जुलाई 2020 को हुई। इसी वर्ष अलग-अलग शहरों में 52 स्कूल खोले गए। उस समय यहां प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या कम थी। फिर भी प्रथम वर्ष में आवेदन की संख्या 20 हजार से अधिक थी। धीरे-धीरे स्कूल की गुणवत्ता की चर्चा होने के साथ यहां आवेदन की संख्या बढ़ती गई। वर्ष 2022-23 में दो लाख 76 हजार से अधिक आवेदन मिले हैं। परिस्थितियों को देखते हुए स्कूलों की संख्या भी बढ़ाई गई। इस समय प्रदेश में 279 स्कूल संचालित हैं, जिसमें अंग्रेजी माध्यम के 247 और हिन्दी माध्यम के 32 स्कूल हैं। यही नहीं आने वाले शैक्षणिक सत्र में 439 हिन्दी माध्यम के स्वामी आत्मानंद स्कूल खोलने की योजना है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा थी कि छत्तीसगढ़ में ऐसे शिक्षण संस्थान हो जहां निजी स्कूल जैसी उत्कृष्ट सुविधाएं हो, वहां मध्यम और निर्धन वर्ग के पालक अपने बच्चों को पढ़ा सकें। इसे मूर्त रूप देने पुराने सरकारी स्कूलों को ही चिन्हित किया गया। इन स्कूलों में सबसे पहले आधारभूत संरचना को मजबूत किया गया। पुरानी बिल्डिंग का पुनरूद्धार किया गया। क्लास रूम को नया रूप प्रदान किया गया जहां पर कभी पुराने ब्लैक बोर्ड थे, वहां पर ग्रीन बोर्ड लगाए गए, कुछ जगह स्मार्ट बोर्ड ने जगह ले ली। पुराने बैंच-टेबल की जगह नए कम्फर्ट बैच-डैस्क की व्यवस्था की गई। साइंस के आधुनिक साज-सामानों के साथ नये प्रैक्टिकल लैब बनाए गए। एक्स्ट्रा कैरिकुलम एक्टिविटी को बढ़ावा दिया गया।
शिक्षण संस्था के लिए सबसे महत्वपूर्ण शिक्षक की जरूरतें पूरी की गई। अन्य स्कूलों से प्रतिनियुक्ति पर अंग्रेजी माध्यम के शिक्षक लिए गए। यहीं नहीं संविदा में विषय-विशेषज्ञ शिक्षकों की भर्ती की गई। शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए। बच्चों को पढाने के लिए स्मार्ट बोर्ड का उपयोग किया गया। इससे बच्चे ऑडियो-विजुअल पद्धति से अध्ययन करने लगे, जिससे उन्हें विषय को समझने में आसानी हुर्ह, उनकी ग्रहण क्षमता बेहतर हुई।
विद्यार्थियों की दर्ज संख्या की बात करें, तो इसमें बेहतरीन परिणाम सामने आए। राजधानी रायपुर के बीपी पुजारी स्कूल में शुरूआत में जहां पूर्व में बच्चों की संख्या सिर्फ 100 के आस-पास थी, वहां अब 1000 से अधिक हो गई। बिलासपुर जिले के आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल तारबाहर की बात करें तो वहां तत्कालीन स्कूल में दर्ज संख्या करीब 124 थी, वहीं आत्मानंद स्कूल में परिवर्तित होने के बाद विद्यार्थियों की संख्या बढ़कर लगभग 800 हो गई। हर वर्ग से बच्चों के स्कूल में प्रवेश की निरंतर मांग आने लगी। इसे देखते हुए स्कूल प्रबंधन को लाटरी सिस्टम की मदद लेनी पड़ी। विद्यार्थियों की दर्ज संख्या वर्ष 2021-22 में जो एक लाख 41 हजार 745 थी। वह अब 2022-23 में बढ़कर 2 लाख 31 हजार 403 हो गई।
स्वामी आत्मानंद स्कूल योजना ने छत्तीसगढ़ में शैक्षणिक वातावरण ही बदल दिया है। यहां अध्ययनरत छात्र-छात्राएं महसूस कर रहे है कि उन्हें आगे बढ़ने के वह सारे अवसर मिल रहे हैं जो एक महानगर की सर्वसुविधायुक्त गुणवत्तायुक्त प्राइवेट स्कूलों में है, वह भी निःशुल्क। इनके परिणाम इतने सकारात्मक हैं कि मुख्यमंत्री भेंट-मुलाकात अभियान के दौरान वे जिन-जिन स्थानों पर जा रहे है, वहां जनता ने इस स्कूल के लिए धन्यवाद दिया। साथ ही नए स्कूलों की मांग भी की। स्वामी आत्मानंद छत्तीसगढ़ की महान विभूति थे, जिन्होंने आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा की अलख जगायी, जो मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के प्रयासों से छत्तीसगढ़ के कोने-कोने में पहुंच गई है। निश्चित ही प्रदेश सरकार द्वारा किया गया यह प्रयास छत्तीसगढ़ को शिक्षा के क्षेत्र में देश में उच्च स्थान पर स्थापित करेगी।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
दल्लीराजहरा में 100 बिस्तर अस्पताल निर्माण की घोषणा
अम्बेडकर लाईब्रेरी के लिए 30 लाख रूपए दी की मंजूरी
दल्लीराजहरा में विभिन्न समाज एवं संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात
दल्लीराजहरा : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज दल्लीराजहरा में विभिन्न समाज के प्रमुखों एवं सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के दौरान राज्य में एक नवम्बर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू किए जाने की घोषणा की। इस मौके पर उन्होंने दल्लीराजहरा में 100 बिस्तर अस्पताल के निर्माण तथा अम्बेडकर लाईब्रेरी के लिए 30 लाख रूपए की स्वीकृति भी दी। राज्य में समर्थन मूल्य में धान खरीदी और छत्तीसगढ़ सरकार की न्याय योजना की प्रशंसा करते हुए किसान संघ के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री का आभार जताया और कहा कि आपकी किसान हितैषी नीतियों के चलते राज्य में खेती-किसानी और किसान समृद्ध हो रहे है।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर विभिन्न समाज एवं संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर सामाजिक गतिविधियों एवं उनकी समस्या के संबंध में विस्तार से चर्चा की। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा समाज के सभी वर्गों की बेहतरी के लिए कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है। स्वास्थ्य, शिक्षा एवं रोजगार के क्षेत्र को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने सभी समाज के लोगों को शासकीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों का लाभ समाज के जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाने में सक्रिय भागीदारी निभाने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि सभी समाज एवं वर्ग के लोगों को आगे बढ़ने का मौका मिले और वह सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो, यह हमारी प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान साहू समाज ने दिल्ली राजहरा में मेडिकल कॉलेज और ओबीसी छात्रावास निर्माण की मांग की। मसीही समाज द्वारा सामुदायिक भवन के लिए राशि दिए जाने के आग्रह पर मुख्यमंत्री ने कहा कि भूमि का आबंटन करा लें, भवन निर्माण के लिए शासन की ओर से राशि दी जाएगी। कमार जाति के लोगों ने स्थायी जाति प्रमाण पत्र मिलने की दिक्कत बताई और वनाधिकार पट्टे की मांग की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सब समस्या हल करेंगे। हल्बा समाज के प्रतिनिधि मण्डल ने मुख्यमंत्री द्वारा समाज के हित में किए जा रहे कार्यो के लिए उनका आभार जताया और सामाजिक अधिवेशन में शामिल होने के लिए आमंत्रण दिया। गेंद सिंह मेमोरियल में अतिरिक्त कक्ष की मांग पर मुख्यमंत्री ने सहमति जताई। मुख्यमंत्री ने आंध्रा समिति के लोगों की मांग पर भवन के जीर्णोद्धार के लिए भी राशि स्वीकृत की। सतनामी समाज के भवन विस्तार के लिए 10 लाख रुपये स्वीकृति दी गई।मुख्यमंत्री ने सिख समाज के मांग पर स्कूल में 5 अतिरिक्त कक्ष का निर्माण कराए जाने के साथ ट्रांसपोर्ट नगर की स्थापना के लिए प्रक्रिया शुरू कराए जाने की बात कही। मुख्यमंत्री ने बंग समाज की मांग पर सामाजिक भवन के जीर्णोद्धार के लिए राशि स्वीकृत किए जाने तथा जमात खाना, कलार समाज तथा सेन समाज के भवन निर्माण के लिए 10-10 लाख रूपए दिए जाने की स्वीकृति दी। मरार समाज की मांग पर शाकम्बरी बोर्ड में एक महिला सदस्य को शामिल किए जाने के प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री ने सहमति जताई। मुख्यमंत्री ने रैदास समाज के भवन विस्तार के लिए आवश्यक मदद तथा कुम्हार समाज को इलेक्ट्रिक चाक दिए जाने के निर्देश दिए।
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बालोद : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल प्रदेशव्यापी भेंट मुलाकात कार्यक्रम में विधानसभा के ग्रामीण और वनांचलों में पहुंचकर अपनी योजनाओं के बारे में लोगों को जानकारी दे रहे हैं। साथ ही जानकारी भी ले रहे हैं या यूं कहें फीडबैक वे स्वयं ले रहे हैं। भेंट मुलाकात कार्यक्रम एक खुला मंच है जिसमें संवेदना की बयार बहती है, वही समस्याओं के समाधान के लिए पहल भी निकल कर आता है ।साथ ही समृद्धि के दृश्य और सफलता की कहानियां का अनूठा संग्रह भी इस भेंट मुलाकात कार्यक्रम में दृश्यमान होता है।
आज बालोद जिले के डौंडी ब्लाक में भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कुसुमकासा में लोगों से आत्मीय बातचीत की। इस दौरान संवेदना की बयार भी प्रवाहित हुई। जब एक 70 वर्षीय बुजुर्ग जिसकी बेटियों की शादी हो गई है और अकेले रहती है, रोकर अपनई कहानी सुनाई, जिस पर मुख्यमंत्री ने 1 लाख रुपये की सहायता तत्काल दे दी। मुख्यमंत्री ऐसे मुद्दों को संवेदनशीलता के साथ समाधान करते हैं। उसके पश्चात् उस बुजुर्ग महिला की आंखों में आंसू के बजाय खुशी झलक रही थी। इसी तरह एक युवा महिला खिलाड़ी को खेल में आगे बढ़ने के लिए पैसों की दरकार थी। जिसे मुख्यमंत्री ने 4 लाख रुपये की सहायता देकर उनकी उम्मीदों को उड़ान भरने दी और सपनों को पूरा करने के लिए अवसर दिया।
इस मंच पर संवेदनाओं के साथ-साथ समृद्धि के दृश्य भी दिखे। यहां उपस्थित कई महिलाओं ने कहा कि शासन द्वारा चलाए जा रहे योजनाओं से उनके जीवन में आमूलचूल बदलाव आए हैं। उन्होंने बताया कि गोबर बेचकर कैसे स्कूटी खरीदी, किसी ने कहा कि इमली की चपाती बनाकर उन्होंने लाभ कमाया और अपने घर में पिकअप खरीद ली। कई किसान साथियों ने कहा कि किसान न्याय योजना से मिलने वाली राशि से उनके समृद्धि के द्वार खुले हैं। एक महिला ने कहा कि वह मुख्यमंत्री को धन्यवाद देना चाहती हैं और आभार प्रकट करना चाहते हैं क्योंकि जो साइकिल चलाने की नहीं सोच पाती थी अब स्कूटी से महिला समूह द्वारा बनाए गए सामान की मार्केटिंग कर रही है।
भेंट मुलाकात कार्यक्रम में दोनों तरफ से संवाद होता है इससे समस्याओं के समाधान के लिए एक उचित मंच मिल जाता है, जिसका गवाह कार्यक्रम में मौजूद हजारों लोग होते हैं। किसी किसान ने फसल बीमा नहीं मिलने की जानकारी दी इस पर तत्काल जानकारी मंगाई गई और अधिकारियों को सही तथ्य प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए। इस तरह भेंट मुलाकात में संवेदना व समृद्धि की झलक मिलती है वहीं समस्याओं के समाधान के लिए एक रास्ता भी खुलता है। भेंट मुलाकात कार्यक्रम अनवरत जारी है और संवेदना, संवाद का सिलसिला भी जारी है।