बलरामपुर : कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने उपस्वास्थ्य केन्द्र, धान खरीदी केन्द्र तथा चाय के खेती लिए चिन्हित स्थल का किया अवलोकन
दुर्गम पाट क्षेत्र के ग्रामीणों से बात कर आत्मीयता के साथ उनकी बात सुनी
बलरामपुर : बलरामपुर जिले के भौगोलिक क्षेत्र का एक भाग पाट प्रदेश का हिस्सा है जिसमें सामरी पाट, जोकापाट, लहसुन पाट, जमीरा पाट मुख्य रूप से शामिल हैं। पाट क्षेत्रों की विशेष भौगोलिक तथा जलवायुवीय दशा के कारण यहां जीवन सामान्य क्षेत्रों की तुलना में थोड़ा कठिन है।

शासन-प्रशासन की अंतिम व्यक्ति तक पहुंच तथा जनकल्याणकारी योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के आंकलन के लिए दुर्गम पाट पंचायतों के भ्रमण पर निकले कलेक्टर श्री श्याम धावड़े तथा पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू लहसुनपाट तथा जोकापाट पहुंचे।

भ्रमण के दौरान उन्होंने उपस्वास्थ्य केन्द्र, धान खरीदी केन्द्र तथा चाय की खेती के लिए चिन्हित स्थल का अवलोकन किया एवं ग्रामीणों से बात कर आत्मीयता के साथ उनकी समस्याएं सुनी।
विकासखण्ड शंकरगढ़ के ग्राम लहसुनपाट पहुंचकर कलेक्टर ने ग्रामीणों से आंगनबाड़ी में गर्मभोजन, रेडी-टू-ईट तथा मध्यान्ह भोजन का सूखा राशन मिलता है या नहीं इसकी जानकारी ली। उन्होंने पेयजल की उपलब्धता तथा रोजगार गारंटी के अंतर्गत संचालित कार्यों के बारे में पूछा।
कलेक्टर श्री श्याम धावड़े तथा पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू ने लहसुनपाट पहुंचकर गांव की आबादी तथा मूलभूत सुविधाओं की जानकारी ली। ग्रामीणों ने उन्हें बताया कि आंगनबाड़ी केन्द्र में गर्म भोजन, रेडी-टू-ईट तथा कुपोषित बच्चों को अंडा प्रदान किया जा रहा है। लेकिन रोजगार गारंटी के अन्तर्गत वर्तमान में कोई कार्य संचालित नहीं है।
कलेक्टर श्री धावड़े ने रोजगार गारंटी के अंतर्गत दो तलाबों का निर्माण कार्य शीघ्र प्रारम्भ करने की बात कही। वृद्धा पेंशन न मिलने की सूचना प्राप्त होने पर उन्होंने कहा कि जल्द ही शिविर आयोजित कर इसका निराकरण किया जाएगा। इसके पश्चात कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक ने जोकापाट के उपस्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण किया।
उन्होंने महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता से बात कर प्रतिदिन ओपीडी, दवाइयों की उपलब्धता व संस्थागत प्रसव की जानकारी ली तथा प्रसव कक्ष का अवलोकन किया। कलेक्टर ने उपस्वास्थ्य केन्द्र में संस्थागत प्रसव पर प्रसन्नता जाहिर की तथा परिसर को व्यवस्थित करने के निर्देश एसडीएम कुसमी श्री दीपक निकुंज को दिए।
चाय बागान के लिए जोकापाट में चिन्हित 101 एकड़ भूमि का अवलोकन कर शीघ्र खेती का कार्य प्रारम्भ करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चाय की खेती प्रारम्भ होने से स्थानीय लोगों को रोजगार तथा क्षेत्रीय जलवायु का आर्थिक लाभ मिल पाएगा। ज्ञात है कि जोकापाट की जलवायु चाय की खेती के लिए अनुकूल है तथा इस दिशा में कलेक्टर श्री श्याम धावड़े द्वारा पहल करते हुए खनिज न्यास निधि मद से चाय की खेती का कार्य प्रारम्भ किया जा रहा है।
इस दौरान उन्होंने धान खरीदी केन्द्र जोकापाट का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया तथा धान विक्रय करने आये कृषकों से बात भी की। कलेक्टर ने समिति प्रबंधक से चर्चा करते हुए अब तक खरीदे गए धान की मात्रा के बारे में जानकारी ली और कहा कि गुणवत्ता मानकों के अनुरूप धान खरीदी करें तथा बिचैलियों व कोचिये का धान न खरीदा जाए।
उन्होंने कृषकों से बात करते हुए पूछा कि उन्हें धान भुगतान समय पर हो रहा है या नहीं तथा समिति कर्मियों द्वारा कृषकों को सहयोग के संबंध में जानकारी ली। इस अवसर पर विकासखण्ड स्तरीय अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
Leave A Comment