बलरामपुर : मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजनांतर्गत अब तक 300 जोड़ों की कराई गई शादी
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
कुप्रथाओं को रोकने, आर्थिक कठिनाइओं को दूर कर सादगीपूर्ण विवाह को बढ़ावा देने में कारगर सिद्ध हो रही है मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना
बलरामपुर : सामाजिक व्यवस्था में विवाह का प्रमुख स्थान है तथा विवाह समाज का निर्माण करने वाली सबसे छोटी ईकाई परिवार का मूल है। विवाह से जुड़ी कुप्रथाओं को रोकने के लिए शासन ने अनेक प्रावधान किये है जैसे युवक-युवतियों की आयु निर्धारित कर जहां बाल विवाह जैसी कुप्रथा को रोकने का प्रयास किया है वहीं दहेज जैसी बुरी प्रथा को रोकने के लिए कड़े नियम बनाये हैं।

मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना इन्हीं कुप्रथाओं को रोकने, आर्थिक कठिनाइओं को दूर करने तथा सादगीपूर्ण विवाह को बढ़ावा देने में कारगर सिद्ध हो रहा है। योजनांतर्गत जिले के समस्त विकासखण्डों में अब तक 300 जोड़ों की शादी कराई जा चुकी है।

महिला बाल विकास विभाग द्वारा योजना का क्रियान्वयन कर हितग्राहियों को लाभान्वित किया जाता है जिसमें युवक-युवतियों के विवाह की सम्पूर्ण व्यवस्था के साथ-साथ उपहार स्वरूप सामग्री प्रदान की जाती है।
सभी विकासखण्डों में आयोजित सामूहिक कन्या विवाह में विकासखण्ड बलरामुपर के 57, राजपुर के 50, कुसमी के 50, शंकरगढ के 33, रामचन्द्रपुर के 25 व वाड्रफनगर के 85 युवक-युवतियों की शादी कराई गई।
सामाजिक कुरीतियों तथा लड़की के परिवार जनों को होने वाली दिक्कतों को दूर करने के प्रयासों में मुख्यमंत्री सामूहिक कन्या विवाह महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विवाह जैसी महत्वपूर्ण व्यवस्था में कुप्रथा का स्थान स्वीकार्य नहीं होना चाहिए तथा अनावश्यक खर्चो से अलग सादगीपूर्ण विवाह का बढ़ावा दिया जा रहा है।
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