जल जनित बीमारी पीलिया से बचाव के लिए जल शोधन संयंत्र के लैब में हो रही है पानी की टेस्टिंग
दुर्ग 12 अप्रैल 2020/नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न स्थलों के बोरवेल, हैंडपंप एवं अन्य जल स्रोतों का नमूना लेकर 77 एमएलडी जल शोधन संयंत्र में टेस्टिंग के लिए जोन के द्वारा भेजा जा रहा है। उप अभियंता अर्पित बंजारे ने बताया कि जल संशोधन संयंत्र में नियमित रूप से रॉ वाटर एवं क्लियर वाटर का दिन में तीन बार टेस्ट किया जा रहा है इसके साथ ही प्रत्येक जोन से 10-10 सैंपल की भी टेस्टिंग की जा रही है। जल की गुणवत्ता परखने जल शोधन संयंत्र के लैब में पीएच, क्लोराइड, हार्डनेस, टर्बाडिटी, टीडीएस आदि का परीक्षण किया जा रहा है। जल जनित बीमारी पीलिया से बचाव के लिए निगम भिलाई द्वारा प्रारंभिक तौर से प्रयास किए जा रहे हैं और यह भी लगातार अपील की जा रही है कि पानी को उबालकर पिए छानकर पिए एवं शुद्ध पानी का ही उपयोग करें। निगम द्वारा जन जागरूकता के तहत पंपलेट के माध्यम से जल जनित बीमारियों से बचाव के उपाय भी बताए जा रहे हैं। शहर को शुद्ध पेयजल प्रदाय करने के लिए निगम भिलाई द्वारा पाइपलाइन लीकेज की मरम्मत, बोरवेल एवं हैंडपंप के आसपास सफाई रखने ब्लीचिंग एवं चुना का छिड़काव, क्लोरीन टेबलेट का घर-घर वितरण, नियमित रूप से पानी की टेस्टिंग, पानी टैंकरो मे रबर पेंट एवं जोन के अधिकारियोंध्कर्मचारियों द्वारा जल स्रोतों का निरीक्षण आदि कार्य किया जा रहा है। जल जनित बीमारियों से बचाव के लिए आयुक्त श्री ऋतुराज रघुवंशी ने अधिकारियों की बैठक लेकर उन्हें सख्त निर्देश दिए हैं। नगर पालिक निगम भिलाई अपील करती है कि कहीं पर भी पाइप लाइन लीकेज दिखे या पेयजल स्रोतों की गुणवत्ता में खामी नजर आए तो अपने क्षेत्र के जोन कार्यालय के अधिकारियोंध्कर्मचारियों को अवगत कराएं।
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