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कसनिया-बरभाठा-ढेलवाडीह बाईपास के रास्ते जुराली की सब्जी पहुंची कटघोरा, कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने तय किया वैकल्पिक रास्ता

 

लगभग बीस किसानों ने एक दिन में छह हजार रूपये से अधिक की सब्जी बेची

कोरबा 23 अपे्रल 2020/ जुराली के सब्जी उत्पादक किसानों की एक बड़ी समस्या का निराकरण कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने कर दिया है। कसनिया-बरभाठा-ढेलवाडीह बाईपास- जेंजरा चैक होकर जुराली की सब्जी आज सुबह कटघोरा पहुंची। हाईस्कूल के लाॅजिस्टिक सेंटर में भण्डारित की गई इस सब्जी को पचास रूपये, एक सौ रूपये और दो सौ रूपये के पैकेट के रूप में मांग अनुसार कटघोरा के कोरोना प्रभावित इलाकों में लोगों को घर पहुंचाकर उपलब्ध कराया जा रहा है। आज एक ही दिन में जुराली के लगभग 20 किसानों ने छह हजार रूपये से अधिक की सब्जी बेच ली है। 

       कटघोरा के वार्ड नंबर 10 एवं 11 में कोरोना संक्रमण के कारण पूरी तरह लाॅक डाउन है। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए वार्डों की गलियों पर भी बेरिकेटिंग लगाकर आवागमन रोक दिया गया है। वार्ड नंबर दस से लगे वार्ड नंबर 13 जुराली के किसान अपनी घर बाड़ियों में बड़ी मात्रा में सब्जी उत्पादन करते हैं। जुराली की यह सब्जी वार्ड नंबर 10 के रास्ते कटघोरा शहर में बिकने को आती थी। कोरोना संक्रमण का मुख्य केंद्र बनने के बाद वार्ड नंबर 10 से सब्जियां शहर में आना बंद हो गई थी जिससे जुराली के किसानों को सब्जियां बेचने में परेशानी होने लगी थी। इस बात की सूचना मिलने और स्थानीय अखबार में प्रकाशित खबर को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने जुराली की सब्जी कटघोरा तक लाने के लिए वैकल्पिक मार्ग खोजने के निर्देश अधिकारियों को दिए। विचार विमर्श के बाद किसानों के हित में कलेक्टर ने कसनिया-बरभाठा-ढेलवाडीह बाईपास- जेंजरा चैक होकर कटघोरा तक जुराली की सब्जी लाने के लिए रास्ता तय कर दिया है। जुराली से चार पहिया वाहन में हर रोज इसी रास्ते से सब्जियां अब कटघोरा शहर आयेंगी। आज संपत लाल, दिनेश, बसंत, उत्तम, शत्रुघन, शिवकुमार, मितलाल, छोटे आदि लगभग 20 किसानों ने बैगन, खीरा, लौकी, बरबट्टी, टमाटर, भिंडी, डोड़का आदि लगभग 15 क्विंटल सब्जियां कटघोरा शहर भेजीं। इसमें से लगभग छह हजार रूपये की सब्जी एक दिन में ही बिक गई है। किसानों का कहना है कि अब रास्ता तय हो जाने से सब्जियां कटघोरा तक पहुंच जायेंगी और लाॅक डाउन की इस स्थिति में किसानों को नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा।

 

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