दुर्ग : कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य पर केंद्रित रही डीएमएफ की बैठक - नवाचारों को दी स्वीकृति
दुर्ग 19 मई : जिला खनिज संस्थान न्यास अंतर्गत विभिन्न विभागों के प्रस्तावों पर आज प्रभारी मंत्री श्री मोहम्मद अकबर की अध्यक्षता में हुई बैठक में गहन चर्चा हुई। बैठक में पीडब्ल्यूडी एवं गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, पीएचई मंत्री श्री गुरू रुद्र कुमार, विधायक दुर्ग श्री अरूण वोरा, विधायक भिलाई श्री देवेंद्र यादव ने भी हिस्सा लिया। बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हुई। बैठक में पूर्व के एजेंडा पर हुई कार्रवाई पर चर्चा की गई। बैठक में विभिन्न विभागीय प्रस्तावों पर चर्चा हुई जो इस प्रकार है।
दुर्ग शहर के लिए विधायक ने रखा चार करोड़ रुपए का प्रस्ताव- विधायक श्री अरुण वोरा ने शहर के सर्वांगीण विकास के लिए 4 करोड़ से अधिक की राशि की मांग रखी। श्री वोरा ने कहा कि कोरोना महामारी के प्रभाव से विकास कार्यों में विराम लग गया था अब शहर में विकास को गति देने के लिए डीएमएफ फंड से राशि स्वीकृत की जाए। खनिज न्यास की राशि जल संवर्धन हेतु तालाबों के गहरीकरण, सौंदर्यीकरण, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के उन्नयन व स्कूलों के संधारण में खर्च की जानी चाहिए।

उन्होंने प्रभारी मंत्री से शक्ति नगर तालाब के गहरीकरण व सौंदर्यीकरण के लिए 20 लाख, ठगड़ा बांध संवर्धन व आमोद प्रमोद केंद्र के रूप में विकसित करने 2 करोड़, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बघेरा में अतिरिक्त कक्ष निर्माण हेतु 17 लाख, शहीद चंद्रशेखर आजाद उ मा विद्यालय को मॉडल स्कूल बनाने 45 लाख, शनिचरी बाजार में नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाने 42 लाख, धमधा रोड स्थित स्वास्थ्य केंद्र के उन्नयन हेतु 54 लाख व लगभग 20 एकड़ के क्षेत्र में नगरीय वन विकसित करने 30 लाख रु की राशि डीएमएफ से स्वीकृत करने की मांग रखी। उन्होंने जिला अस्पताल में अधिकतम सुविधाएं डीएमएफ के माध्यम से कराने का प्रस्ताव रखा। इस पर परीक्षण कर उपयोगी कार्य आरंभ करने के लिए निर्णय लिया गया। विधायक भिलाई श्री देवेंद्र यादव ने नालों की चैनलिंग का प्रस्ताव रखा। उन्होंने हुडको में खेल मैदान का प्रस्ताव भी रखा।
मेड़ो पर अरहर और सीड ड्रिल लगाने के संबंध में- मेड़ों में 20 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में अरहर लगाने का प्रस्ताव आया। सीड ड्रिल, फूड स्प्रेयर आदि के लिए डीएमएफ के माध्यम से भी अतिरिक्त लक्ष्य की पूर्ति के लिए कार्य करने का प्रस्ताव आया। हर विकासखंड में तीन गौठानों में बायोगैस प्लांट लगाने का प्रस्ताव आया। गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने इसके लिए बड़े गांवों के चयन की बात कही ताकि अधिकाधिक मात्रा में पशुधन होने की वजह से ज्यादा बायोगैस का उत्पादन हो सके। इसके अलावा सामुदायिक बाड़ी एवं चारागाह में स्प्रिंकलर एवं ड्रिप सिंचाई सुविधा का प्रस्ताव भी बैठक में आया। यह बाड़ी 3 से पांच एकड़ में होगी। स्वसहायता समूहों के माध्यम से चारागाह विकास का निर्णय भी लिया गया।
प्रभारी मंत्री ने पूछा कैसे कर रहे मानिटरिंग- मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत 19 हजार हितग्राहियों को गर्म भोजन प्रदाय करने पर चर्चा हुई। प्रभारी मंत्री ने कलेक्टर से पूछा कि इसकी मानिटरिंग किस प्रकार से कर रहे हैं। कलेक्टर ने बताया कि इसके लिए फील्ड विजिट के लिए रोटेशन तय किये गए हैं। हर दिन नियत समय पर व्हाटसएप ग्रूप में फोटो डाली जाती है। इसमें उपस्थिति की जानकारी भी होती है जिसे हर दिन मानिटर किया जाता है। इसका अच्छा परिणाम रहा है और जिले के बहुत से बच्चों को कुपोषण के दायरे से बाहर लाने में मदद मिली है। जिले के 5 विद्यालयों में मेधावी बच्चों की विशेष कोचिंग के लिए व्यवस्था के संबंध में भी प्रस्ताव रखा गया। पढ़ई तुहर द्वार योजना अंतर्गत पांच लाख रुपए की लागत से स्टूडियो निर्माण का प्रस्ताव भी आया ताकि वीडियो की क्वालिटी अच्छी मिल पाये।
स्वास्थ्य पर फोकस- बैठक में प्रभारी मंत्री ने स्वास्थ्य पर विशेष फोकस करने निर्देशित किया। कलेक्टर ने बताया कि विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति विशेष जरूरतों के लिए की जाएगी। इनका वेतनमान पांच साल की सेवा पूरी कर चुके शासकीय चिकित्सकों के समकक्ष होगा। उन्होंने कहा कि जहां लैब टेक्नीशियन और स्टाफ नर्स की जरूरत है और पद नहीं है वहां इन्हें रखने का प्रस्ताव भी रखा गया है। गृह मंत्री ने निकुम स्वास्थ्य केंद्र और पीएचई मंत्री ने अहिवारा स्वास्थ्य केंद्र में सुविधाएं और बढ़ाने की बात कही।
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