कोरबा : क्वारेंटाइन सेंटर से निकलकर प्रवासियों को चैदह दिन रहना होगा होम आइसोलेशन में
क्वारेंटाइन सेंटरों में लापरवाही बरतने और प्रवासियों के अनाधिकृत तरीके से सेंटर छोड़ने पर होगी प्रभारी पर भी कार्रवाई
समय सीमा की साप्ताहिक समीक्षा बैठक में कलेक्टर श्रीमती कौशल ने दिए निर्देश, अन्य विभागीय योजनाओं की भी समीक्षा की
कोरबा 03 जून : कोरबा जिले में अन्य प्रांतों से लौटे प्रवासी श्रमिकों और लोगों को 14 दिन के क्वारेंटाइन में विभिन्न क्वारेंटाइन सेंटरों में रखा गया है। इन प्रवासियों के कोरोना जांच कराई जा रही है। चैदह दिन की अवधि पूरी होने और जांच की रिपोर्ट नेगेटिव प्राप्त होने के बाद ही प्रवासियों को उनके घर जाने के लिए क्वारेंटाइन सेंटरों से रिलीज किया जा रहा है। सेंटरों से रिलीज किये गये ऐसे सभी लोगों को आने वाले 14 दिनों तक अपने घरों में होम आइसोलेशन में रहना होगा। होम आइसोलेशन की अवधि में स्वास्थ्य विभाग, राजस्व विभाग सहित जिला प्रशासन की टीम ऐसे लोगों की निगरानी करेगी। ऐसे सभी लोगों के घरों के बाहर होम आइसोलेशन के स्टिकर भी चस्पा किये जायेंगे। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज वीडियोकांफें्रसिंग के माध्यम से समय सीमा की साप्ताहिक बैठक में क्वारेंटाइन सेंटरों के संचालन सहित अन्य शासकीय योजनाओं और कार्यक्रमों की समीक्षा की। इस बैठक में अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी श्री संजय अग्रवाल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री कुंदन कुमार, नगर निगम आयुक्त श्री एस.जयवर्धन सहित अपर कलेक्टर श्रीमती प्रियंका महोबिया और सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी भी मौजूद रहे। सभी जनपद कार्यालयों और एसडीएम कार्यालयों से मैदानी अमला भी इस वीडियो कांफें्रसिंग से जुड़ा रहा।
बैठक में कलेक्टर ने निर्देशित किया कि क्वारेंटाइन सेंटर में रखे गये सभी प्रवासियों के आरटीपीसीआर टेस्ट कराये जायें। टेस्ट के लिए सभी प्रवासियों के सेम्पल भेजने के बाद उस क्वारेंटाइन सेंटर को फ्रीज कर और अतिरिक्त लोगों को न रखा जाये। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि किसी भी प्रवासी को क्वारेंटाइन सेंटर से कम से कम 14 दिन की अवधि पूरी होने और टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद ही छोड़ा जाये। कलेक्टर ने यह भी निर्देशित किया कि क्वारेंटाइन सेंटर में आखिरी प्रवासी के आने की तिथि या उस सेंटर में कोरोना पाजिटिव केस मिलने की तिथि से आगे 14 दिन क्वारेंटाइन अवधि की गणना की जाये और उसी आधार पर लोगों को सेंटरों से रिलीज किया जाये। कलेक्टर ने यह भी निर्देशित किया कि सेंटरों से रिलीज होने वाले लोगों की पूरी जानकारी संबंधित जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, तहसीलदार, पटवारी, सचिव, सरपंच और खंड चिकित्सा अधिकारी को अनिवार्यतः दी जाये ताकि आगे होम क्वारेंटाइन अवधि में इन लोगों की कोरोना संबंधी निगरानी की जा सके। कलेक्टर ने किसी भी व्यक्ति को प्राधिकृत अधिकारी की अनुमति के बिना क्वारेंटाइन सेंटर से रिलीज करने की मनाही की है। नगर निगम कोरबा क्षेत्र में आयुक्त श्री एस.जयवर्धन को, सभी अनुभागों में संबंधित एसडीएम को और पाली तहसील में तहसीलदार को क्वारेंटाइन सेंटर से लोगों को रिलीज करने के लिए अनुमति देने अधिकृत किया गया है।
क्वारेंटाइन सेंटरों में भोजन, पानी, साफ-सफाई, सेनेटाइजेशन, बिजली, शौचालय जैसी सभी जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश श्रीमती कौशल ने पहले ही अधिकारियों को दिए हैं। आज की बैठक में उन्होंने क्वारेंटाइन सेंटरों को समूह में बांटकर जोनल अधिकारी नियुक्त करने के भी निर्देश दिए हैं। सभी जोनल अधिकारी अपने-अपने कार्यक्षेत्र में बने क्वारेंटाइन सेंटरों का निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं के संबंध में अगले चार दिनों में संपूर्ण प्रतिवेदन प्रस्तुत करेंगे। क्वारेंटाइन सेंटरों में अव्यवस्था, लापरवाहीपूर्ण संचालन और सेंटर में रह रहे प्रवासियों के अनाधिकृत रूप से बाहर जाने जैसी घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए बैठक में श्रीमती कौशल ने सेंटर के प्रभारी अधिकारी सहित स्वास्थ्य एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों के विरूद्ध भी कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी योजना के तहत सामुदायिक चारागाह एवं बाड़ी विकास के नये प्रस्ताव अगले दो दिनों में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। श्रीमती कौशल ने पहले और दूसरे चरण के अधूरे पड़े सभी गौठानों के काम अगले 15 दिनों में पूरा कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने पढ़ाई तुंहर द्वार कार्यक्रम के तहत शिक्षकों को विद्यार्थियों के घर-घर जाकर मूल्यांकन करने के निर्देश दिए। लाॅक डाउन के कारण एक से तीन वर्ष के छोटे बच्चों और शिशुवती माताओं को किए जा रहे सूखे राशन वितरण का भी निरीक्षण करने के निर्देश कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों को दिए। श्रीमती कौशल ने जिले के सभी लोक सेवा केंद्रों को पूरी तरह सक्रिय कर लोगों को सभी उपलब्ध सेवाएं देने के निर्देश दिए। बारिश के मौसम को देखते हुए सभी शासकीय भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम निर्मित कराने के निर्देश भी कलेक्टर ने बैठक में दिये। श्रीमती कौशल ने कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर और चेहरे पर मास्क लगाकर सभी शासकीय अधिकारी-कर्मचारियों को शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन में जुट जाने के लिए भी निर्देशित किया।
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