कभी बेरोजगार रही सोनाक्षी बिहान से जुड़कर कमा रही हर महीने 10 हजार
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
आत्मनिर्भरता की मिसाल बनकर लखपति दीदी बनने की ओर अग्रसर
बिलासपुर : जिले के आदिवासी बहुल कोटा विकासखंड के सुदूर गांव धनरास की रहने वाली सोनाक्षी अब अपने गांव की महिलाओं के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं। पहले जहां वह सीमित संसाधनों के बीच संघर्षमय जीवन जी रही थीं, वहीं अब बिहान योजना के माध्यम से आत्मनिर्भर बनकर लखपति दीदी बनने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रही हैं। सोनाक्षी ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का आभार जताते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन से महिलाओं की जिंदगी बदल रही है।
राज्य शासन की राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान योजना) ने सोनाक्षी के जीवन में एक नया बदलाव लाया है। उन्होंने स्वयं सहायता समूह जय मां बंजारी देवी के माध्यम से स्वरोजगार की राह पकड़ी और सिलाई-कढ़ाई जैसे कार्यों से शुरूआत की है जिससे उनकी आजीविका में वृद्धि हुई। समय के साथ उन्होंने अपने हुनर को व्यवसाय में बदला और अब वह स्थानीय बाजार में भी कपड़े, बैग बेचकर प्रतिमा 8 से 10 हजार की कमाई कर रही हैं।
सोनाक्षी बताती हैं, “पहले घर की ज़रूरतों के लिए दूसरों पर निर्भर रहना पड़ता था। परिवार की जिम्मेदारी और घर के हालात ऐसे नहीं थी कि कुछ व्यवसाय कर सकें। लेकिन तीन साल पहले बिहान योजना से जुड़ने के बाद समूह से मुझे हौसला मिला और ऋण भी जिससे मैने सिलाई मशीन खरीदी और अपना काम शुरू किया और आज मेरी पहचान एक मेहनती उद्यमी महिला के रूप में हो रही है।" सोनाक्षी की मेहनत और समर्पण को देखकर गांव की कई अन्य महिलाएं भी प्रेरित हो रही हैं और स्वयं सहायता समूह से जुड़कर अपनी आजीविका को मजबूत बना रही हैं।
सोनाक्षी अब लखपति दीदी बनने की ओर अग्रसर हैं। सोनाक्षी ने बताया कि उसे शासन की कई अन्य योजनाओं का भी लाभ मिल रहा है, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्का आवास, उज्ज्वला कनेक्शन और महतारी वंदन योजना से मिल रही राशि ने उनके जीवन को आसान बना दिया हैं ।उल्लेखनीय है कि बिहान योजना के तहत महिलाओं को प्रशिक्षण, ऋण सुविधा और विपणन का अवसर मिल रहा है। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के साथ ही विभिन्न आजीविका गतिविधियों से लखपति दीदी बनाना है ताकि वे परिवार और समाज में सम्मानपूर्वक जीवन जी सकें।
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