ब्रेकिंग न्यूज़

जिला एवं तालुका स्तर के पैरालीगल वॉलिटियर की प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न

द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा

जशपुरनगर : राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के निर्देशानुसार प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश व अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जशपुर के श्री सत्येन्द्र कुमार साहू की अध्यक्षता में जिला एवं तालुका स्तर के अंतर्गत कार्यरत अधिकार मित्रों की विगत दिवस 13 अक्टूबर को जिला न्यायालय जशपुर के सभाकक्ष में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम, 1987 के अंतर्गत आमजनों एवं राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली के ध्येय वाक्य न्याय सबके लिए तथा नालसा द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत आम नागरिकों एवं जन समुदाय तक कानूनी सहायता व सलाह उपलब्ध कराये जाने तथा उनके अधिकारों के बारे में जागरूक किए जाने के प्रयोजनार्थ प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित की गई।

प्रशिक्षण कार्यक्रम में श्री सत्येन्द्र कुमार साहू द्वारा मर्यादा एवं कानून के दायरे में रहकर आमजनों एवं जनसमुदाय के मध्य विधिक सलाह एवं सहायता प्रदान करने तथा उनके अधिकारों के हितों की रक्षा करने एवं अन्य कानूनी सेवाएं प्रदाय किये जाने के संबंध में अधिकार मित्रों (पैरालीगल वॉलिंटियर्स) को सहभागिता से कार्य करते हुए जरूरतमंद व्यक्तियों को विधिक सहायता व सलाह हेतु सहभागिता से कार्य करते हुये अपनी उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया गया।

जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश (एफटीसी) श्री जनार्दन खरे द्वारा अपने उद्बोधन में कहा गया कि पैरालीगल वॉलिण्टियर का अर्थ अर्द्ध न्यायी स्वयंसेवक है। समाज के कमजोर वर्गों एवं दूरस्थ अंचलों तक न्याय की पहुंच को सुनिश्चित करने हेतु नालसा द्वारा कानूनी प्रचार-प्रसार हेतु स्वैच्छिक रूप से इच्छुक व्यक्तियों को पैरालीगल वालंटियर के रूप में कार्य करने हेतु प्रक्रिया प्रारंभ की गई है। जिलों में नियुक्त पैरालीगल वालंटियर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के प्रतिनिधि के रूप में कार्य करता है।

न्यायिक मजिस्ट्रेट वरिष्ठ श्रेणी जशपुर श्री क्रांति कुमार सिंह द्वारा अपने उद्बोधन में कहा गया कि पैरालीगल वालंटियर को जमानत प्रकरणों, पीडित क्षतिपूर्ति प्रकरणों एवं अन्य प्रकरणों में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा जारी नोटिस तामिली एवं आर्थिक प्रतिवेदन को प्राथमिकता से समय पर तामिल कर तामिली सूचना प्राधिकरण के समक्ष प्रस्तुत करना है। उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला तथा तालुका स्तर में कार्यरत 22 पैरालीगल वॉलिंटियर्स उपस्थित रहे। 

Related Post

Leave A Comment

छत्तीसगढ़

Facebook