ब्रेकिंग न्यूज़

बलरामपुर : प्रभारी सचिव ने की शासन की प्राथमिकता प्राप्त योजनाओं के संचालन तथा प्रगति की समीक्षा कुपोषण मुक्ति के लिए गंभीरता से कार्य करें: श्री पिंगुआ

 बलरामपुर : छत्तीसगढ़ शासन के प्रमुख सचिव वाणिज्य एवं उद्योग तथा वन एवं जिले के प्रभारी सचिव श्री मनोज कुमार पिंगुआ ने विभागीय अधिकारियों के साथ शासन की प्राथमिकता प्राप्त योजनाओं के संचालन तथा प्रगति के संबंध में चर्चा कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने बैठक में गिरदावरी, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, सार्वभौम पीडीएस, कोविड-19, स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी, वनाधिकार पट्टा, वन प्रबंधन, उद्यमिता विकास एवं नए उद्योगों को बढ़ावा देने हेतु शासन की योजनाओं के संबंध में विस्तृत चर्चा की।


प्रभारी सचिव श्री मनोज कुमार पिंगुआ ने कृषि अधिकरियों से पिछले वर्ष खरीदे गए धान की मात्रा, पंजीकृत किसानों की संख्या, वर्तमान खरीफ वर्ष में धान, मक्का तथा अन्य फसलों का रकबा के संबंध जानकारी ली। जिले में खाद के भंडारण के संबंध में जानकारी लेते हुए खाद की कालाबाजारी तथा जमाखोरी न हो, यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने गोधन न्याय योजना की समीक्षा करते हुए अब तक क्रय किए गए गोबर की मात्रा, उसका रखरखाव, नियमित भुगतान तथा वर्मी कम्पोस्ट निर्माण के लिए की जा रही तैयारियों की जानकारी ली। जिले में उद्योगों को बढ़ावा देने तथा सरकारी योजनाओं का बेहतर लाभ पहुंचाने के लिए उद्यमिता कार्यशाला आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्थानीय स्तर पर कौशल विकास के प्रशिक्षु युवाओं को उद्यम स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करने को कहा।

नई औद्योगिक नीति में नए उद्योगों को बढ़ावा देने तथा आन्तरप्रोन्योर के लिए अनेक प्रावधान किए गए है, इसका लाभ क्षेत्र के लोगों को मिले इस दिशा में प्रभावी कदम उठाए जाएं। उन्होंने मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देशित किया कि सुपोषण अभियान शासन की प्राथमिकता होने के साथ-साथ हमारा नैतिक दायित्व भी है। सुपोषण अभियान की उच्च स्तरीय समीक्षा की जा रही है, कुपोषण मुक्ति के लिए गंभीरता से कार्य करें, इसमें लापरवाही होने पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी। प्रभारी सचिव श्री पिंगुआ ने समस्त अनुविभागीय अधिकारी राजस्व से एक-एक कर गिरदावरी की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जितनी गंभीरता से गिरदावरी की मॉनिटरिंग की जा रही है, उतनी गंभीरता से गिरदावरी भी करें। शत-प्रतिशत त्रुटिरहित गिरदावरी का कार्य समय-सीमा में पूर्ण करें। श्री पिंगुआ ने व्यक्तिगत वन अधिकार, सामुदायिक वन अधिकार तथा वन प्रबंधन के विषय में अधिकारियों को शासन की मंशा से अवगत कराया। जिले में वन संसाधनों की बहुलता है इसलिए वन तथा वन्य जीवों के संरक्षण के लिए प्रभावी कदम उठाएं।

स्वास्थ्य सेवाओं पर बात करते हुए उन्होंने मलेरिया तथा मौसमी बीमारी के लिए की गई तैयारियों तथा प्रभावितों की संख्यात्मक जानकारी ली। उन्होंने कोरोना के लिए जिले के आइसोलेशन सेंटर तथा अस्पताल में उपलब्ध बिस्तरों के बारे में पूछा तथा कहा कि कोरोना वायरस से बचाव के मानकों का लोग पालन करें ताकि संक्रमण से बचा जा सके। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने प्रभारी सचिव को अवगत कराते हुए कहा कि शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए प्रत्येक जिलाधिकारी को 8-8 ग्राम पंचायत की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

इस दौरान मुख्य वन संरक्षक सरगुजा वन वृत्त श्री ए.बी.मिंज, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री हरीश एस0, पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू, वनमण्डलाधिकारी श्री लक्ष्मण सिंह सहित जिला/ब्लाॅक स्तरीय अधिकारी-कर्मचारीगण उपस्थित थे।

Related Post

Leave A Comment

छत्तीसगढ़

Facebook