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बलरामपुर : कलेक्टर ने कृषि विज्ञान केन्द्र का किया औचक निरीक्षण
किसानों को उन्नत कृषि प्रणाली अपनाने हेतु प्रोत्साहित करनेश्के दिये निर्देष

बलरामपुर : कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने कृषि विज्ञान केन्द्र जाबर का औचक निरीक्षण कर उन्नत कृषि प्रणाली के विकास के लिए किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की।
 
कृषि विज्ञान केंद्र जाबर में उन्होंने रागी तथा धान के बीज उत्पादन क्षेत्र, कुक्कुट पालन, पषुपालन तथा डेयरी, अमरूद, शकरकंद उत्पादन क्षेत्र का अवलोकन किया।
 
कलेक्टर ने अंजीर, इमली तथा आम की खेती के लिए तैयार नर्सरी का निरीक्षण कर विभिन्न प्रजातियों की उत्पादकता के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र के प्रमुख को पूरे परिसर में पहुंच मार्ग बनाने के निर्देष दिये।

कलेक्टर ने अधिक से अधिक किसानों को कृषि विज्ञान केंद्र से जोड़कर उन्नत कृषि प्रणाली अपनाने हेतु प्रोत्साहित करने को कहा ताकि उत्पादकता बढ़ने से किसानों की आय में वृद्धि हो।
 
कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रमुख ने कलेक्टर को अवगत कराते हुए कहा कि केन्द्र में विभिन्न प्रजातियों के 31 हजार पौधे तैयार किये गये हैं तथा 17 सौ किसानों से हमारा सत्त सम्पर्क बना हुआ है, जिसे और बढ़ाया जा रहा है।

कलेक्टर श्री श्याम धावड़े विकासखण्ड बलरामपुर के जाबर स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र का निरीक्षण कर कृषि एवं कृषकों के विकास के लिए किए जा रहे कार्यों और प्रयोगों की जानकारी ली।
 
कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रमुख एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक श्री व्ही. एन गौतम ने उन्हें बताया कि इमली, पपीता, आम, अंजीर, सेमियालता, और जामुन की नर्सरी तैयार की जा रही जिन्हें किसानों को प्रदान किया जाएगा। डाॅक्टर गौतम ने बताया कि छत्तीसगढ़-दो किस्म की रागी बीज उत्पादन कार्यक्रम के अन्तर्गत लगायी गयी है।

साथ ही आम के मल्लिका, दषहरी, बाम्बे ग्रीन, चैसा जैसे किस्मों की ग्राफ्ंिटग कर तैयार पौधे किसानों को दिये जाएंगे। कृषि विज्ञान केन्द्र प्रमुख ने कलेक्टर को बताया कि मधुमक्खी पालन ईकाई विस्तार करने के साथ ही बटन मषरूम के खेती की तैयारी की जा रही है जिसे जल्द प्रारंभ किया जायेगा। कलेक्टर ने मछली पालन के लिए बनाये गये बायोफ्लाॅक यूनिट, हाई यील्ड पषुओं के लिए अंकुरित मक्के से तैयार विषेष आहार के बारे में जानकारी लेते हुए इसके गुण तथा फायदो के बारे में जाना।

इसके पष्चात कलेक्टर श्री धावड़े ने अमरूद के मातृ वाटिका का अवलोकन करते हुए उत्पादन के तकनीकी पहलुओं के बारे में पूछा तथा इसके मांग एवं आपूर्ति के संबंध में भी जानकारी ली। कृषि वैज्ञानिकों ने उन्हें बताया कि व्हीएनआर प्रजाति के अमरूद की गुणवत्ता अच्छी हैं तथा खाने में भी स्वादिष्ट है, इसकी मातृ वाटिका में अच्छी पैदावार हुई है।
 
कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने कुक्कुट पालन तथा डेयरी ईकाई का अवलोकन कर कड़कनाथ के प्रजनन तथा इसकी संख्या बढ़ाने के लिए किये जा रहे प्रयासों की जानकारी ली। डेयरी ईकाई के निरीक्षण के दौरान उन्होंने गिर, साहिवाल जैसे प्रजातियों की दुग्ध उत्पादन की क्षमता तथा रख रखाव के संबंध में पूछा। कलेक्टर ने परिसर को व्यवस्थित करने तथा विभिन्न ईकाई तक पहुंच के लिए मार्ग बनाने के निर्देष दिये।

इस दौरान डिप्टी कलेक्टर श्री बालेष्वर राम,  कृषि वैज्ञानिक श्री पाण्डु राम पैंकरा सहित कृषि विज्ञान केन्द्र के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

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