गुजरात हाईकोर्ट ने रद्द किया शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह चूड़ासमा का निर्वाचन, रुपाणी सरकार को तगड़ा झटका
अहमदाबाद : कोरोना की महामारी से जूझ रही गुजरात की विजय रुपाणी सरकार के शिक्षा मंत्री को हाईकोर्ट ने तगड़ा झटका दिया है. हाईकोर्ट ने रुपाणी सरकार में शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह चूड़ासमा का निर्वाचन रद्द कर दिया है. हाईकोर्ट ने मंगलवार को चूड़ासमा के विरोधी प्रत्याशी कांग्रेस के अश्विन राठौड़ की याचिका पर सुनवाई करते हुए सुनाया. चूड़ासमा के सामने साल 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अश्विन राठौड़ को प्रत्याशी बनाया था. कड़े मुकाबले में चूड़ासमा को 327 वोट से विजयी घोषित किया गया था. इस नजदीकी हार के बाद कांग्रेस उम्मीदवार रहे राठौड़ ने गुजरात हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर चूड़ासमा के निर्वाचन को चुनौती दी थी.
राठौड़ ने अपनी याचिका में मतों की गिनती के दौरान नियमों की अवहेलना और बैलेट पेपर के मतों की गिनती नहीं किए जाने का आरोप लगाया था. अपनी याचिका में राठौड़ ने कहा था कि नियमानुसार ईवीएम के मतों की गिनती से पहले बैलट पेपर के मतों की गिनती होनी चाहिए थी. उन्होंने आरोप लगाया था कि मतगणना अधिकारी ने ईवीएम के मतों की गिनती पहले की थी और बाद में बैलट पेपर के मतों की गिनती की ही नहीं गई.
राठौड़ ने कहा कि बैलट पेपर से लगभग 400 वोट पड़े थे, जिनकी गणना किए बगैर ही चूड़ासमा को विजेता घोषित कर दिया गया. चूड़ासमा को 327 वोट से विजेता घोषित कर दिया गया, जबकि बैलट पेपर के लगभग 400 मतों की गणना ही नहीं की गई. गुजरात हाईकोर्ट ने सुनवाई के बाद चूड़ासमा का निर्वाचन रद्द करने का फैसला सुनाया.
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