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एजेंसीबिहार : देश के अन्य राज्यों की तरह बिहार कोरोना वायरस माहमारी से जूझ रहा है। अब बिहार को बाढ़ से भी जूझना पड़ रहा है। बता दें कि बिहार के 14 जिले इन दिनों बाढ़ से जूझ रहे हैं। राज्य के करीब 40 लाख लोग बाढ़ की समस्या से प्रभावित हैं। वहीं 11 लोगों की बाढ़ से संबंधित घटनाओं में जान जा चुकी है। इनमें से आठ लोग दो नाव हादसों में अपनी जान गंवा चुके हैं।
बाढ़ से राहत के लिए सरकार ने 19 राहत केंद्र बनाए हैं, जिनमें करीब 26 हजार लोग ठहरे हुए हैं। इसके साथ ही करीब 7 लाख लोगों को हर दिन खाना मुहैया कराने के लिए सरकार ने करीब 1193 कम्यूनिटी किचन बनाए हैं, जहां से जरुरतमंदों को खाना पहुंचाया जा रहा है।
लोगों को बाढ़ से बचाने और प्रभावित इलाकों को खाली कराने के लिए सरकार ने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 22 टीमें तैनात की हुई हैं। इसके अलावा भारतीय वायुसेना भी राहत सामग्री पहुंचाने का काम कर रही है।
वहीं बिहार के गोपालगंज जिले में 24 घंटे के भीतर दो नाव हादसों में 8 लोगों की जान चली गई है। घटना बैकुंठपुर के परसौनी मलाही की बतायी जा रही है। इस हादसे में 6 लोग डूबे हैं। जिनमें से 3 के शव मिल चुके हैं और 3 की तलाश की जा रही है। मरने वालों में तीन बच्चियां थी और बाकी किशोर युवक-युवती थे।
इससे पहले बुधवार को जादोपुर थाने के रामनगर गांव में कम्यूनिटी किचन से बाढ़ प्रभावितों के लिए खाना लेकर जा रहे युवकों की नाव पलट गई थी। इसमें दो युवकों की डूबकर मौत हो गई थी।
इन हादसों के अलावा बाढ़ में डूबने से अभी तक 13 लोगों की मौत हुई है। जिनमें से उत्तर बिहार में 10, भागलपुर में तीन लोगों की मौत हुई है। पश्चिमी चंपारण में तीन, मधुबनी में एक, पूर्वी चंपारण में दो, सीतामढ़ी में दो, समस्तीपुर में दो और भागलपुर के मधेपुरा में एक, कटिहार में दो लोगों की जान चली गई है।
बिहार में सभी बाढ़ पीड़ितों के बैंक खाते में 6 हजार रुपए की सहायता राशि 10 अगस्त से पहले भेजने का सरकार ने ऐलान किया है। अभी तक सरकार बिहार के 1,42,192 परिवारों के खाते में 85.32 करोड़ रुपए की राशि भेज चुकी है।साभार jansatta -
पुंछ: पाकिस्तानी ने एक बार फिर अपनी नापाक हरकत को दोहराते हुए जम्मू-कश्मीर के राजौरी सेक्टर में एलओसी पर सीजफायर का उल्लंघन किया। गोलीबारी में रोहिन कुमार नाम का भारतीय सेना का एक जवान शहीद हो गया है। पाकिस्तान की तरफ से लगातार गोलीबारी का भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब दे रही है।
जानकारी मुताबिक रोहिन कुमार दुश्मन की कायराना हरकत का जवाब देते हुए घायल हो गए। घायल जवान को तुरंत सैन्य अस्पताल ले जाया गया परंतु जख्मों का ताव न सहते हुए जवान ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। सिपाही रोहिन कुमार एक बहादुर, बेहद प्रेरित और एक ईमानदार सैनिक थे। उनके सर्वोच्च बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा।
रोहिन अपने माता पिता का इकलौता बेटा था जोकि देश की रक्षा की खातिर शहीद हो गया। उसकी एक बड़ी बहन है जिसकी शादी हो चुकी है। वही अढ़ाई साल पहले पंजाब रेजीमेंट में भर्ती हुए शहीद रोहन की 2 माह बाद शादी थी। जिसके लिए रोहन के घर छूटी आना था। वही शहीद रोहन के माता पिता बेटे की शादी की तैयारियों में जुटे थे वही अब बेटे के शहीद होने की खबर सुनकर शहीद के माता पिता बेसुध पड़े हैं। वही शहीद रोहन की पार्थिव देह आज शाम तक घर पहुंचने की उम्मीद है तथा रविवार को शहीद का अंतिम संस्कार होने की उम्मीद है। -
अतिरिक्त लेवी के रूप में केन्द्र के पास जमा 4140 करोड़ रूपए की राशि राज्य सरकार को देने की मांग
एलीफेंट कॉरीडोर तथा सघन वन क्षेत्रों में स्थित कोयला खदानों को आगामी नीलामी से अलग रखने के प्रस्ताव पर केन्द्रीय कोयला मंत्री ने दी सहमति
कोल इंडिया राज्य सरकार की एजेन्सी के माध्यम से राज्य के लघु उद्योगों को उपलब्ध कराएगा आवश्यकता अनुसार कोयला
खाली कोयला खदानों में जमा पानी के उपयोग और फ्लाईऐश के डिस्पोजल के लिए केन्द्र और राज्य के अधिकारियों के संयुक्त दल गठन कर सहमति
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के साथ केन्द्रीय कोयला मंत्री श्री प्रहलाद जोशी की आज यहां मुख्यमंत्री निवास में आयोजित बैठक में छत्तीसगढ़ में कोयला उत्पादन एवं खान के विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने बैठक में एलीफेंट कॉरीडोर तथा सघन वन क्षेत्रों में स्थित कोयला खदानों को कोल ब्लॉक्स की आगामी नीलामी से अलग रखने का प्रस्ताव रखते हुए इन खदानों के स्थान पर राज्य में स्थित अन्य कोयला क्षेत्रों को चिन्हित करने का सुझाव रखा, जिस पर केन्द्रीय कोयला मंत्री श्री जोशी ने सहमति व्यक्त की।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने वर्ष 2014 के पूर्व सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार उद्योगपतियों द्वारा एडीशनल लेवी के रूप में जमा की गई 4140 करोड़ रूपए की राशि, जो केन्द्र सरकार के पास जमा है। उसे राज्य को देने की मांग की। जिस पर केन्द्रीय कोयला मंत्री ने सहमति व्यक्त करते हुए यह बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट में उक्त राशि के डिस्पोजल हेतु आवेदन लगाया गया है, उसके आधार पर जल्द ही निर्णय लिया जायेगा।बैठक में मुख्यमंत्री ने सुप्रीम कोर्ट के कॉमन कॉस प्रकरण में दिए गए निर्णय अनुसार जुर्माने की राशि 10 हजार 129 करोड़ रूपए राज्य को देने की मांग रखी। श्री बघेल ने गारे पेल्मा खदानों में एसईसीएल को तत्काल उत्पादन बढ़ाने हेतु निर्देशित करने, साथ ही कोयला खदानों में जमा पानी का उपयोग जनहित में पेयजल एवं सिंचाई प्रयोजन के लिए करने, खनन प्रक्रिया समाप्ति पश्चात् अनुपयोगी जमीन राज्य को वापस करने तथा फ्लाई-ऐश के डिस्पोजल हेतु एसईसीएल की बंद पड़ी खदानों के संबंध में त्वरित कार्यवाही की मांग रखी। जिस पर केन्द्रीय मंत्री द्वारा सीएमपीडीआईएल, एसईसीएल और राज्य के अधिकारियों का संयुक्त दल गठन कर तत्काल निर्णय लेने पर सहमति व्यक्त की गई।मुख्यमंत्री द्वारा बैठक में रखे गए छत्तीसगढ़ के स्थानीय लघु उद्योगों को कोयला उपलब्ध कराने हेतु एक निश्चित मात्रा उपलब्ध कराने के प्रस्ताव पर चेयरमेन कोल इण्डिया द्वारा सहमति व्यक्त करते हुए राज्य सरकार को एजेंसी नियुक्त करने हेतु आग्रह किया गया। जिसके माध्यम से कोयला राज्य के लघु उद्योगों को उपलब्ध कराया जा सकेगा।केन्द्र सरकार के खान मंत्रालय से संबंधित विषयों पर चर्चा करते हुए राज्य सरकार द्वारा लौह अयस्क की रॉयल्टी दरों में संशोधन करने के संबंध में भी आग्रह किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि नेशनल एक्सप्लोरेशन मिनरल ट्रस्ट (एनएमईटी) मद में छत्तीसगढ़ राज्य ने लगभग 300 करोड़ रूपये केन्द्र सरकार के पास जमा किए हैं। श्री बघेल ने इस राशि के उपयोग हेतु राज्य सरकारों को खनिज अन्वेषण हेतु खनिजों का चयन करने की अधिकारिता देने तथा इस राशि के उपयोग हेतु नियमों के सरलीकरण करने की ओर केन्द्रीय मंत्री का ध्यान आकृष्ट किया, जिस पर केन्द्रीय मंत्री श्री जोशी द्वारा सहमति दी गई।भारत सरकार के कोयला मंत्रालय के सचिव द्वारा दिए गए प्रस्तुतिकरण में जानकारी दी गई कि भारत में लगभग 150 बिलियन टन कोयला के भंडार होने के बावजूद देश में कोयले का आयात आस्ट्रेलिया, इण्डोनेशिया एवं अन्य देशों से किया जा रहा है। अतः देश में उपलब्ध कोयले के पर्याप्त दोहन हेतु सही प्लानिंग कर कोयले के मामले में भारत को आत्मनिर्भर बनाने की जरूरत है।प्रस्तुतिकरण में जानकारी दी गई कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश उपरांत देश में निरस्त किये गये 204 कोल ब्लॉक्स अंतर्गत राज्य के निरस्त किये गये 41 कोल ब्लॉक्स में से 16 कोल ब्लॉक्स पुनः आबंटित किये गये थे। जिसमें से वर्तमान में ऑपरेशनल 08 ब्लॉक्स को छोड़कर शेष कोल ब्लॉक्स में भी तत्काल खनन प्रारंभ करने के लिए राज्य सरकार द्वारा लंबित आवश्यक कार्यावाही तत्काल करने का अनुरोध केन्द्रीय अधिकारियों द्वारा किया गया। केन्द्रीय सचिव द्वारा यह भी जानकारी दी गई कि राज्य में स्थित शासकीय उपक्रम एसईसीएल द्वारा भी आने वाले दो से चार वर्षों में कोयला उत्पादन बढ़ाया जाएगा, जिससे राज्य शासन को वर्तमान में कोयले से प्राप्त होने वाले राजस्व में दोगुना वृद्धि होगी। राज्य को लगभग 6000 करोड़ रूपए का राजस्व मिलेगा। इसके अतिरिक्त वर्ष 2023-24 तक कोल माईन्स स्पेशल प्रोविजन्स एक्ट (सीएमएसपी एक्ट) के तहत् वर्तमान में आबंटित तथा नवीन खदानों को मिलाकर लगभग 25 अन्य कोल खदानों से भी राज्य को 8700 करोड़ रूपए अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होगा। इस प्रकार आगामी 04 से 05 वर्षों में राज्य को कोयले से प्राप्त होने वाला राजस्व लगभग 14 हजार 500 करोड़ रूपए होने की संभावना है। इन सभी कोयला खदानों से लगभग 02 लाख लोगों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार भी प्राप्त होगा। इसके साथ ही आगामी चार सालों में राज्य के अंदर कोयले से संबंधित कोल अधोसंरचना विकास में लगभग 48 हजार 95 करोड़ का निवेश भी होगा।बैठक में कोयला मंत्रालय के सचिव श्री अनिल कुमार जैन, कोल इंडिया लिमिटेड के चेयरमेन श्री प्रमोद अग्रवाल, एसईसीएल के सीएमडी श्री ए. पी. पण्डा, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, प्रमुख सचिव वन श्री मनोज पिंगुआ, मुख्यमंत्री के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल परदेशी, खनिज विभाग के सचिव श्री अन्बलगन पी., पीसीसीएफ श्री राकेश चतुर्वेदी और संचालक खनिज श्री समीर विश्नोई सहित केन्द्र और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को ईद-उल-जुहा पर्व की मुबारकबाद दी है। उन्होंने कहा है कि ईद-उल-जुहा का पर्व ईश्वर के प्रति समर्पण एवं त्याग का प्रतीक है। इससे ईश्वर के प्रति प्रेम और समाज में भाईचारा एवं एकजुटता की भावना बढ़ती है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लोगों से सोशल-फिजिकल डिस्टेंसिंग एवं बचाव के उपायों का पालन करते हुए पर्व को मनाने की अपील की है।
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एजेंसीनई दिल्ली : आंध्र प्रदेश में कथित रूप से सैनिटाइजर पीने से कम से कम 9 लोगों की मौत हो गई है. इस बात की जानकारी प्रकासम जिले के एसपी सिद्धार्थ कौशल ने दी है. कुरिचेडू मंडल के मुख्यालय का दौरा करने आए एसपी ने बताया कि मृतक कई दिनों से सैनिटाइजर को पानी या किसी अन्य पेय पदार्थ में मिलाकर पी रहे थे. एसपी ने कहा कि इस बात की जांच की जा रही है कि इन सैनिटाइजर में कोई अन्य जहरीला चीज मिलाकर तो नहीं पी जा रही थी. एसपी ने बताया कि उनके परिवार के लोगों का कहना है कि ये सभी मृतक बीते 10 दिनों से सैनिटाइजर पी रहे थे.आपको बता दें कि जिस इलाके में यह घटना हुई है वो इस समय कंटेनमेंट जोन में आता है. यहां पर कोरोना वायरस के कई मरीज पाए गए हैं. लॉकडाउन के चलते इलाके में शराब की दुकानें भी बंद कर दी गई हैं. बताया यह भी जा रहा है कि शराब के लती लोग सैनिटाइजर पी रहे थे क्योंकि उसमें भी एल्कोहल की मात्रा पाई जाती है. एक स्थानीय मंदिर के पास दो भिखारी इस घटना के सबसे पहले शिकार बने हैं. वहीं एक तीसरे की मौत सरकारी अस्पताल में हुई है. ये तीनों मौतें गुरुवार की हुई थीं. वहीं बाकी 6 की मौत शुक्रवार की सुबह हुई है. इन सभी की भी हालत सैनिटाइजर पीने के बाद बिगड़ गई थी.
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एजेंसीरांची : रिम्स में लालू प्रसाद यादव की सुरक्षा में तैनात एएसआई कामेश्वर रविदास की अपराधियों ने हत्या कर दी. राजधानी रांची के तुपुदाना ओपी में पदस्थापित एएसआई कामेश्वर रविदास की अपराधियों ने हत्या कर उनके शव को फेंक दिया था. स्थानीय लोगों ने मामले की जानकारी पुलिस को दी. सूचना मिलने पर एएसपी विनीत कुमार, तुपुदाना ओपी प्रभारी समेत कई पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
स्थानीय लोग एएसआई कामेश्वर रविदास की हत्या से काफी आक्रोशित हैं. बताया जा रहा है कि वे रिम्स में ड्यूटी में थे. बेरमाद स्कूल के समीप हत्या कर शव को अपराधियों ने खदान में फेंक दिया था. पुलिस की मानें, तो एएसआई की हत्या के बाद अपराधियों ने घटनास्थल पर गिरे खून को भी पानी से धोकर सबूत मिटाने का किया प्रयास किया है. मौके पर पहुंची पुलिस जांच में जुट गयी है.
एएसआई कामेश्वर रविदास की हत्या के कारणों का पता अब तक नहीं चल सका है कि आखिर किस वजह से अपराधियों ने इनकी हत्या की है. पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है.
एसआईटी के गठन की मांगरिम्स में लालू प्रसाद यादव की सुरक्षा में तैनात एएसआइ कामेश्वर रविदास की हत्या कर दी गयी. वे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की सुरक्षा में तैनात थे. एसआइटी का गठन कर हत्या की जांच की मांग की जा रही है. बताया जा रहा है कि अपराधियों ने थाना से 500 मीटर की दूरी पर ले जाकर एएसआई की हत्या की है. -
एजेंसीनई दिल्ली : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कोरोना वायरस से संक्रमित हैं और वह अस्पताल में भर्ती हैं, जहां उनका इलाज चल रहा है। लेकिन इस बीच मुख्यमंत्री की जान को खतरा बताने वाले डॉक्टर राजन सिंह को गुरुवार दोपहर गिरफ्तार कर लिया गया है। क्राइम ब्रांच की टीम ने डॉक्टर को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल डॉक्टर ने कहा था कि मुख्यमंत्री की जान को खतरा है, जिसके बाद उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी।
डॉक्टर ने शिकायत की थी कि उसके सीने में दर्द है, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन क्राइम ब्रांच की टीम को इसकी जानकारी मिल गई। पुलिस की ओर से अस्पताल प्रबंधन को फोन करके डॉक्टर के बार में जानकारी दी गई, जिसके बाद डिस्चार्ज होते ही डॉक्टर को क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी डॉक्टर ने एक वीडियो जारी किया था, जिसमे डॉक्टर ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अस्पताल में भर्ती किए जाने पर सवाल उठाया था।
इस पूरे मामले में भोपाल क्राइम ब्रांच ने डॉक्टर राजन के दावे को भ्रामक और गलत बताया था। जिसके बाद डॉक्टर के खिलाफ पुलिस ने अफवाह फैलाने का केस दर्ज कर लिया था। क्राइम ब्रांच की ओर से इस बाबत एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की गई थी। डॉक्टर राजन ने जो वीडियो जारी किया था उसमे उसने कहा था कि शिवराज सिंह चौहान की जान को खतरा है, यही नहीं डॉक्टर ने मुख्यमंत्री को लेकर आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया था। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। -
एजेंसीपटना : बिहार में कोरोना और बाढ़ के बाद आकाशीय बिजली का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार को बिजली गिरने से कुल 8 लोगों की मौत हो गई। जमुई जिले में 5 लोगों की मौत हो गई जबकि शेखपुरा जिले में तीन लोगों को जान गंवानी पड़ी। जमुई जिले के अलग-अलग जगहों पर 5 लोगों ने दम तोड़ा है, जिसमें दो बच्चे और एक महिला शामिल है। वहीं शेखपुरा जिले में तीन लोगों की मौत के अलावा दो लोगों के घायल होने की भी खबर है।
गुरुवार को अचानक से मौसम में बदलाव हुआ फिर बिजली गिरने से जमुई जिले के चंद्रदीप थाना क्षेत्र के दिननगर में दो बच्चों की मौत हो गई। इसके अलावा नागोडीह गांव में खेत में काम कर रहे किसान रामाशीष यादव की भी मौत वज्रपात की चपेट में आने से हो गई। वज्रपात की दूसरी घटना सिकंदरा थाना इलाके के धधौर गांव की है, जहां पर धान की रोपनी करने वाली एक महिला की मौत हो गई, जिसकी पहचान जनता देवी के रूप में हुई है।
बरहट थाना क्षेत्र के लकरा गांव में बिजली गिरने से एक युवक की मौत हो गई। वहीं 17 वर्षीय युवक विशाल पासवान की उस वक्त मौत हो गई जब वह छत पर कपड़ा लेने गया था। वज्रपात में हुई इन मौत के बाद स्थानीय प्रशासन पीड़ित परिजनों से मिलकर घटना की जानकारी लेने के बाद सरकारी मदद के लिए कवायद शुरू कर दी है। शेखपुरा जिले के चेवाड़ा प्रखंड के करंडे और एकरामा गांव में वज्रपात से तीन लोगों की मौत हो गयी। साथ ही दो अन्य लोग घायल हो गए। करंडे गांव में एक ही परिवार के दो लोगों की मौत हो गयी। घटना में करंडे गांव के महादलित कारू मांझी की पत्नी और उसके पुत्र की मौत हुई है। जबकि, कारू स्वयं और एक अन्य पुत्र भी घायल हैं। आपदा विभाग ने आकाशीय बिजली गिरने को लेकर अलर्ट जारी किया है। बेगूसराय के भगवानपुर, बीहट, चेरिया बरियारपुर, खोदावंदपुर, छौड़ाही, गढ़पुरा, नावकोठी और बखरी में अलर्ट जारी किया है. इधर खगड़िया, दरभंगा सदर, कुशेश्वर स्थान , समस्तीपुर के रोसड़ा, हसनपुर, बिथान, विभूतीपुर, हसनपुर और सिंघिया में अलर्ट जारी करते हुए लोगों से घरों से बाहर नहीं निकलने की अपील की है। -
एजेंसीराजस्थान : राजस्थान में सियासी संग्राम के बीच विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर एक बार फिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है। सीएम अशोक गहलोत का कहना है कि सत्र तय होते ही विधायकों का भाव आसमान छूने लगा है।
गहलोत का कहना है कि पहले विधायकों की कीमत 10-15 से लेकर 20 से 25 करोड़ थी। लेकिन, अब सत्र की तारीख तय होते ही भाव आसमान छू गया है और विधायकों को मुंह मांगा पैसा देने की बात सामने आ रही है।
सीएम अशोक गहलोत का कहना है कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का इस्तीफा अब तक नहीं होना अचरज भरा है। वहीं, बसपा सुप्रीमो मायावती को भी उन्होंने आड़े हाथों लिया है और कहा कि बसपा सुप्रीमो मायावती भी भाजपा से मिली हुई है। इसके साथ ही यह लोग हमें ईडी व इनकम टैक्स का डर दिखा रहे हैं।
भाजपा के दबाव पर कांग्रेस नेता विधायकों का ठेका लेकर बैठे थे, उनके माध्यम से हॉर्स ट्रेडिंग की हो रही थी। गहलोत ने आरोप लगाया कि मोदी ने लोकतंत्र की धज्जियां उड़ा दी है। सरकारों को अस्थिर किया जा रहा है। गहलोत ने कहा कि राजस्थान में इन लोगों को मुंह की खानी पड़ेगी। यहां हम एकजुट है और सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी।
पायलट को लेकर कहागहलोत ने कहा कि सचिन पायलट की नाराजगी है तो वह एआईसीसी में जाकर बैठते। पीसीसी आकर बात करते। लेकिन वे भाजपा की गोद में जाकर क्यों बैठे हैं? साथ ही पायलट खेमें के लिए कहा कि पता नहीं कितने नेताओं ने पहली किस्त ले ली है। हो सकता है कुछ ने पहली किस्त नहीं ली हो। ऐसे नेताओं से चाहूंगा कि वह वापस आ जाएं। -
एजेंसीमुंबई: निजी क्षेत्र के यस बैंक लिमिटेड ने मुंबई में अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप के मुख्यालय भवन 'रिलायंस सेंटर' को जब्त कर लिया है। कभी दुनिया से छठे सबसे अमीर रहे अनिल अंबानी को हेडऑफिस अब उनका नहीं रहा। यस बैंक ने 2,892 करोड़ रुपए का बकाया कर्ज नहीं चुकाने की वजह से अनिल अंबानी समूह के उपनगर सांताक्रूज के मुख्यालय को अपने कब्जे में ले लिया है। बिल्डिंग का कब्जा 22 जुलाई को सिक्योरिटाइजेशन एंड रिकंस्ट्रक्शन ऑफ फाइनेंशियल एसेट्स एंड एनफोर्समेंट ऑफ सिक्योरिटी इंटरेस्ट एक्ट के तहत हुआ।
'रिलायंस सेंटर' पर यस बैंक ने किया कब्जा यस बैंक की ओर से बुधवार को अखबार में दिए गए नोटिस के अनुसार बैंक ने रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर द्वारा बकाये का भुगतान नहीं करने के चलते दक्षिण मुंबई में नागिन महल में दो फ्लैटों का कब्जा भी अपने हाथ में ले लिया है। अनिल धीरूभाई अंबानी समूह (एडीएजी) की लगभग सभी कंपनियां सांताक्रूज कार्यालय 'रिलायंस सेंटर' से परिचालन कर रही हैं। यस बैंक ने कब्जे का कदम तब उठाया है जब अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप बैंक का 2,892 करोड़ का बकाया चुकाने में विफल रहा है।
अनिल अंबानी के ग्रुप पर यस बैंक का कुल 12,000 करोड़ का बकाया यस बैंक ने कहा कि उसने छह मई को रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर को 2,892.44 करोड़ रुपए का बकाया चुकाने का नोटिस दिया था। 60 दिन के नोटिस के बावजूद समूह बकाया नहीं चुका पाया। जिसके बाद 22 जुलाई को उसने तीनों संपत्तियों का कब्जा ले लिया। बैंक ने आम जनता को आगाह किया है कि वह इन संपत्तियों को लेकर किसी तरह का लेनदेन नहीं करे। अनिल अंबानी के ग्रुप पर यस बैंक का कुल 12,000 करोड़ रुपए बकाया है।
हेडक्वार्टर सांताक्रूज (मुंबई) में 21,432 स्क्वायर फीट में फैला है एडीएजी समूह पिछले साल इसी मुख्यालय को पट्टे पर देना चाहता था ताकि वह कर्ज चुकाने के लिए संसाधन जुटा सके। यह मुख्यालय 21,432 वर्ग मीटर में है। दो अन्य संपत्तियां दक्षिण मुंबई के नागिन महल में हैं। ये दोनों फ्लैट क्रमश: 1,717 वर्ग फुट और 4,936 वर्ग फुट के हैं। अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप की स्थापना अनिल अंबानी ने 10 जुलाई, 2006 में की थी। इसका हेडक्वार्टर सांताक्रूज (मुंबई) में 21,432 स्क्वायर फीट में फैला है।
बिल्डिंग में इन कंपनियों का है ऑफिस यह बिल्डिंग रिलायंस पावर, रियालंस इन्फ्रास्ट्रक्चर, रिलायंस कैपिटल, रिलायंस एंटरटेनमेंट, रिलायंस हेल्थ और रिलायंस मीडियावर्क्स जैसी सभी कंपनियों का हेडक्वार्टर है। बता दें कि, यस बैंक के डूबे कर्ज की एक बड़ी वजह एडीएजी समूह की कंपनियों को दिया गया कर्ज है। गैर निष्पादित आस्तियों (एनपीए) के ऊंचे स्तर की वजह से भारतीय स्टेट बैंक की अगुवाई वाले बैंकों के गठजोड़ ने बैंक में 10,000 करोड़ रुपये की पूंजी डालकर उसे संकट से बाहर निकाला है। -
एजेंसीमुंंबई: कोरोना महामारी के दौर में महाराष्ट्र के अमरावती (Amravati) में लैब टेक्नीशियन (Lab technician) का शर्मनाक कारनामा सामने आया है. इस लैब टेक्नीशियन ने कोरोना टेस्ट (Corona Test) के लिए 24 साल की युवती के प्राइवेट पार्ट से सैपल (swab) लिया. युवती की शिकायत पर बडनेरा पुलिस ने बलात्कार का मामला दर्ज आरोपी को गिरफ़्तार कर लिया है. आरोपी लैब टेक्नीशियन का नाम अल्पेश अशोक देशमुख बताया गया है.जानकारी के मुताबिक,युवती सर्विस स्टोर में काम करती है, वहां का एक कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाया गया था, ऐसे में ऐहतियात बरतते हुए 28 जुलाई को बाकी सभी कर्मचारियों का टेस्ट सरकारी लैब में कराया गया था. उस लैब के टेक्नीशियन ने मौके का फयदा उठाते हुए युवती के साथ शर्मनाक कृत्य किया.
गौरतलब है कि तमाम प्रयासों के बावजूद देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. देश में कोरोना के केस बढ़ते हुए 15 लाख के पार पहुंच चुके हैं, इसमें एक्टिव केसों की संख्या पांच लाख 28 हजार 242 है. महाराष्ट्र राज्य कोराना संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित है, यहां कोरोना के केसों की संख्या चार लाख के करीब है, इसमें एक लाख 46 हजार एक्टिव मामले हैं. -
छत्तीसगढ़ में कोरोना पीड़ितों का रिकवरी दर बेहतर, मृत्यु दर काफी कम, हम अनेक राज्यों से बेहतर कर रहे है
मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता को किया संबोधित
मुख्यमंत्री ने ईद-उल-जुहा और रक्षाबंधन की बधाई देते हुए लोगों से घर-परिवार में ही पर्व मनाने की अपील की
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि हमें कोरोना संक्रमण को रोकने के लिये शहरों में लॉकडाउन का निर्णय लेना पड़ा है। आप सभी इस लॉकडाउन को गंभीरता से ले। लॉकडाउन से लोगों को कठिनाई का सामना करना पड़ता है, लेकिन अगर लोग सुरक्षा और बचाव के लिये नियमों का पालन नहीं करेंगे तो लॉकडाउन की स्थिति से बचा नहीं जा सकता है। यह समय मेरे लिये, आपके लिये चिंतित होने, बीमारी से सावधान रहने और बचाव के उपायों को गंभीरता से लेने का समय है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज प्रदेश की जनता को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज मैं अपने प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति को लेकर आपके समक्ष आया हूँ। छत्तीसगढ़ में कोरोनो संक्रमण अन्य राज्यों के मुकाबले नियंत्रण में जरूर है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से संक्रमित व्यक्तियों की संख्या में क्रमशः बढ़ोत्तरी हो रही है। यह सब अनलॉक के दौरान सावधानी और बचाव के उपाय नहीं अपनाने के कारण हुआ है। छत्तीसगढ़ में कोरोना पीड़ितों का रिकवरी दर बेहतर है और मृत्यु दर काफी कम है। श्री बघेल ने कहा कि हम देश के अनेक राज्यों से बेहतर कर रहे है। आपके सहयोग से कोरोना संक्रमण से बचाव की दिशा में और बेहतर करेंगे। फिलहाल राज्य में रोजाना पांच हजार से अधिक सैंपलों की जांच हो रही है। शीघ्र ही इसे बढ़ाकर दस हजार तक करने का लक्ष्य है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे राज्य में चिकित्सक पूरे समर्पण से कोरोना मरीजों का ईलाज कर रहे है। इलाज के बाद अब तक बड़ी संख्या में मरीज स्वस्थ होकर अपने घरों को लौट चुके है। राज्य के आठ क्षेत्रीय और 22 जिला स्तरीय अस्पतालों में कोविड-19 के मरीजों के इलाज की व्यवस्था की गई है। सभी कोविड अस्पतालों में मास्क, पीपीई किट, ट्रिपल लेयर मास्क, वीटीएम और जरूरी दवाईयों के पर्याप्त संख्या में इंतजाम सुनिश्चित किए गए हैं। मैंने अधिकारियों को आक्सीमीटर की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के बारे में भी निर्देशित किया है। मेरा आप सब से आग्रह है कि सभी अनिवार्य रूप से मास्क पहने, बार बार हाथ धोते रहे, लोगों से दूरी बनाये रखे, भीड़भाड़ करने से बचे। अगर हम यह सब करेंगे तो कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने में सफल होंगे। राज्य शासन, हमारे सारे विभाग, चिकित्सक, सफाईकर्मी, पुलिस आदि कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने और उपचार में लगे है। लेकिन अगर आप सावधानी नहीं रखेंगे, बचाव के उपायों का पालन नहीं करेंगे तो फिर कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम मुश्किल होगी। श्री बघेल ने कहा कि मुझे जानकारी मिली है कि कुछ स्थानों पर लोग सैम्पल लेने जा रहे स्वास्थ्य कर्मियों के दल का विरोध कर रहे है, उन्हें जाँच करने से रोक रहे । मेरा आपसे निवेदन है कि आप स्थिति की गंभीरता को समझे। ये सब आपके और आपके परिवार के स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए है। हमें स्वास्थ्य कर्मियों का सहयोग करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ईद और रक्षाबंधन के पर्व समीप आ रहंे है। आप सबको इन पर्व की शुभकामनाएं। पर्व को मनाते समय यह ध्यान रखे की हम केवल अपने घर, परिवार के लोगों के साथ ही यह पर्व मनाये। कोरोना से बचाव के लिये ऐसा करना जरूरी है। हमें अपने सामाजिक दायित्व का पालन करते हुए भीड़भाड़ करने से बचना होगा। मुझे पूरा विश्वास है कि हम सब स्थिति की गंभीरता को समझेंगे और कोरोना संक्रमण को रोकने में सहयोग देंगे। -
एजेंसीनई दिल्ली : कांग्रेस नेता और वायनाड सांसद राहुल गांधी लगातार केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोल रहे हैं। कभी चीन के सीमा विवाद तो कभी बेरोजगारी, राहुल लगातार पीएम मोदी पर निशाना साध रहे हैं। राहुल ने गुरुवार को एक बार फिर ट्वीट कर सरकार पर हमला बोला।
राहुल ने ट्वीट कर कहा, 'मोदी देश को बर्बाद कर रहे हैं। नोटबंदी, जीएसटी, कोरोना महामारी में दुर्व्यवस्था, अर्थव्यवस्था और रोजगार का सत्यानाश। उनकी पूंजीवादी मीडिया ने एक मायाजाल रचा है। ये भ्रम जल्द ही टूटेगा।'
इससे पहले, राहुल गांधी ने राफेल विमानों के भारत आने पर भारतीय वायुसेना को बधाई दी थी। साथ ही विमानों की खरीद को लेकर सरकार से सवाल पूछे थे। उन्होंने ट्वीट कर पूछा था, 'राफेल विमान के लिए आईएएफ को बधाई। लेकिन क्या सरकार इन सवालों के जवाब देगी। 1)प्रत्येक विमान की कीमत 526 करोड़ की बजाए 1670 करोड़ क्यों दी गई? 2) 126 की बजाए सिर्फ 36 विमान ही क्यों खरीदे? 3) एचएएल की बजाए दिवालिया अनिल अंबानी को 30 हजार करोड़ का कांट्रैक्ट क्यों दिया गया?'
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मध्यप्रदेश : मध्यप्रदेश के देवास जिले में एक महिला ने शासकीय भूमि पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान खुद को आग लगाकर आत्मदाह का प्रयास किया। बताया गया है कि महिला 20 फीसदी झुलस गई। उसे इलाज के लिए इंदौर रेफर किया गया है।
देवास के अपर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि हम वहां से अतिक्रमण हटाने गए थे, लेकिन महिला ने इसका विरोध करते हुए खुद को आग लगा ली। महिला को इस घटना में चोटें आई हैं और उसे अस्पताल रेफर कर दिया गया है।
वहीं, महिला के पति ने आरोप लगाया है कि अधिकारियों द्वारा उसकी जमीन से सड़क निकालने का प्रयास किया जा रहा था, जिसे लेकर विरोध किया गया। दूसरी तरफ, राजस्व और पुलिस विभाग की टीम पर हुए हमले में पटवारी घायल हो गए हैं।
इस घटना के संबंध में पुलिस ने शासकीय कार्य में बाधा डालने सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। इस मामले में 11 लोगों को आरोपी बनाया गया है। -
एजेंसीनई दिल्ली : दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने बुधवार को राजधानी के बापरोला इलाके से एक सीरियल किलर को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी बीएएमएस डॉक्टर देवेंद्र शर्मा पर साथियों के साथ मिलकर दर्जनों टैक्सी चालकों को अगवा कर हत्या करने के बाद उनका शव यूपी के कासगंज स्थित जी हजारा नहर में मगरमच्छ के आगे फेंकने का आरोप है। बताया जाता है कि आरोपी इस तरह की करीब 40 हत्याओं में शामिल है। इसके साथ ही वह कई प्रदेशों में किडनी रैकेट चलाने के मामले में भी आरोपी है। बहरहाल पुलिस उससे पूछताछ कर उसके पूरे आपराधिक रिकॉर्ड को खंगाल रही है।
देवेंद्र शर्मा वर्ष-2004 में पर्दाफाश हुए किडनी ट्रांसप्लांट कांड में जयपुर, बल्लभगढ़ और गुरुग्राम के केस में आरोपी था। इस पर करीब 125 से ज्यादा किडनी ट्रांसप्लांट कराने का आरोप है। बीएएमएस डॉक्टर से सीरियल किलर बने इस आरोपी के खिलाफ हत्या के केस में सजा भुगतने के दौरान पैरोल जंप करने के लिए जयपुर में मुकदमा दर्ज किया गया था। आरोपी और इसके साथियों पर 2002-2004 के बीच दर्जनों ट्रक/टैक्सी ड्राइवर की हत्या का आरोप लगा था। हत्या के बाद वह टैक्सी बेच देता था या मेरठ में कटवा देता था। पुलिस के मुताबिक आरोपी जयपुर सेंट्रल जेल में हत्या के आरोप में आजीवन कारावास की सजा भुगत रहा था। इसी दौरान पैरोल पर वह बाहर आया था, लेकिन वापस जेल नहीं लौटा।
कई मामलों में मिल चुकी थी सजाहत्यारा देवेंद्र शर्मा पैरोल पर फरार होने के बाद गुपचुप तौर पर शादी कर के दिल्ली में छिपकर रह रहा था। देवेंद्र शर्मा पर उत्तर प्रदेश में नकली गैस एजेंसी खोलने के भी 2 केस दर्ज हुए थे। देवेंद्र शर्मा 2004 के कुख्यात किडनी ट्रांसप्लांट कांड में जयपुर, बल्लभगढ़ और गुरुग्राम के मामलों में गिरफ्तार हुआ था। उसपर 125 से ज्यादा किडनी ट्रांसप्लांट कराने के आरोप लगे थे। उसके खिलाफ अपहरण और हत्या के दर्जनों मामले दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान में 2002 के बाद दर्ज हुए थे, जिनमें कई केस में उसे आजीवन कारावास की सजा हुई थी।
ऐसे पकड़ा गया आरोपीक्राइम ब्रांच के डीसीपी राकेश पावरिया ने बताया कि वांछित अपराधियों के बारे में जानकारी एकत्र की जा रही थी। गुप्त सूचना मिली कि हत्या के मामले में जयपुर के सेंट्रल जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा देवेंद्र कुमार शर्मा जनवरी महीने में जयपुर जेल से 20 दिनों के लिए पैरोल पर बाहर आया था लेकिन तभी से फरार चल रहा है। वह पिछले कुछ समय से गुप्त रूप से दिल्ली के बापरोला के इलाके में रह रहा है। सूचना के आधार पर राम मनोहर के नेतृत्व में पुलिस एक टीम को उसके पीछे लगाया गया। इस टीम ने बपरौला इलाके में गली नंबर- 10 में एक घर में रह रहे देवेंद्र शर्मा को गिरफ्तार कर लिया।
पहले अस्पताल चलाता था बदमाशपूछताछ में आरोपी देवेंद्र शर्मा ने खुलासा किया कि उसने बिहार के सीवान से बीएएमएस में स्नातक किया है और 1984 से 11 साल तक जयपुर के बांदीकुई में जनता अस्पताल और डायग्नोस्टिक्स के नाम से एक क्लिनिक चलाया। उसने वर्ष 1982 में शादी कर ली। वर्ष-1994 में बदमाश ने गैस डीलरशिप के लिए 11 लाख रुपए का निवेश किया लेकिन जिस कंपनी में उसने रकम जमा कराई थी, वह लोगों को ठग कर फरार हो गई। उसे गंभीर आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा। इसके बाद वर्ष 1995 में यूपी के छारा गांव में भारत पेट्रोलियम की एक नकली गैस एजेंसी चलाने लगा।
शुरुआत में उसने लखनऊ से कुछ सिलेंडरों में रसोई गैस लाना शुरू किया। इस दौरान वह राज, उदयवीर और वेदवीर नाम के तीन व्यक्तियों के संपर्क में आया, जो चोरी और डकैती करते थे। इन व्यक्तियों ने ड्राइवर की हत्या करके एलपीजी सिलिंडर ले जाने वाले ट्रकों को लूटना शुरू कर दिया। ये देवेंद्र शर्मा की फर्जी गैस एजेंसी में ट्रक को खाली कर देते थे। डेढ़ साल के बाद देवेंद्र को नकली गैस एजेंसी चलाने के लिए गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद वर्ष 2001 में उसने एक बार फिर अमरोहा में नकली गैस एजेंसी शुरू की, लेकिन फिर से उसके खिलाफ पीएस कोतवाली में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया।
किडनी रैकेट में केस दर्जवर्ष 1994 में भारी वित्तपोषण के नुकसान के बाद देवेंद्र शर्मा जयपुर, बल्लभगढ़, गुरुग्राम और अन्य स्थानों में चल रहे अंतरराज्यीय अवैध किडनी प्रत्यारोपण रैकेट में शामिल हो गया। अवैध किडनी प्रत्यारोपण के बारे में इन तीन स्थानों पर दर्ज आपराधिक मामलों में वह शामिल था। उसे देश में किडनी रैकेट का सरगना कहे जाने वाले डॉ अमित द्वारा संचालित नर्सिंग होम में 2004 में गुरुग्राम किडनी रैकेट मामले में गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में कई डॉक्टरों को भी गिरफ्तार किया गया था। उसने 1994 से 2004 तक 125 से अधिक किडनी प्रत्यारोपण अवैध रूप से किए गए थे जिसके लिए प्रति मामले में 5 से 7 लाख रुपए मिले।
मार्च से दिल्ली में रह रहा थादेवेंद्र जयपुर के एक हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। 16 साल जेल में रहने के बाद वह जनवरी के महीने में 20 दिन की पैरोल पर रिहा किया गया था। उसकी करतूतों का खुलासा होने के बाद पत्नी और बच्चों ने वर्ष 2004 में ही उसे छोड़ दिया था। पैरोल के बाद वह अपने पैतृक गांव में रुका और फिर मार्च की शुरुआत में दिल्ली आ गया। इसके बाद वह बापरोला गया, जहां एक विधवा महिला से शादी की और गुप्त रूप से रहने लगा। जयपुर के लालकोठी की पुलिस को गिरफ्तारी के बारे में सूचित कर दिया गया है।साभार livehindustan -
एजेंसीराजस्थान : देश में कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर हाहाकार मचा है। साल 2020 सभी के लिए जीने का मरने का साल बना हुआ है। दुनिया भर के वैज्ञानिक इस पर नियंत्रण करने और दवा बनाने में लगे हैं, लेकिन बीजेपी के एक सांसद कह रहे हैं, कि राम मंदिर बनते ही यह वायरस चला जाएगा।
पांच अगस्त को अयोध्या में पीएम मोदी राम मंदिर के लिए भूमि पूजन करेंगे लेकिन इससे पहले अलग-अलग नेताओं के बयान आ रहे है। एक ओर कोई मुहूर्त को लेकर सवाल उठा रहा है, तो वहीं कोई मोदी के भूमि पूजन में शामिल होने पर सवाल उठा रहा है लेकिन राजस्थान के दौसा से बीजेपी सांसद को लगता है कि अयोध्या में राम मंदिर बनने के बाद देश में कोरोना वायरस का संक्रमण खत्म हो जाएगा। बीजेपी सांसद जसकौर मीणा के इस विवादित बयान की हर तरफ चर्चा हो रहा है। वहीं कांग्रेस ने सांसद को अपने निशाने पर लिया है।
बीजेपी में जसकौर मीणा पहली ऐसी नेता नहीं है, जिसने कोरोना को लेकर चौंकाने वाला बयान दिया है। इससे पहले एमपी विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने कहा था कि राम मंदिर का निर्माण शुरू होते ही कोरोना का खात्मा होना शुरू हो जाएगा। धीरे-धीरे कोरोना का सफाया हो जाएगा। पांच दिन पहले रामेश्वर शर्मा ने दावा किया था कि जल्द ही कोरोना का विनाश होना शुरू होगा।
पांच अगस्त को पीएम करेंगे भूमि पूजनप्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी 5 अगस्त को राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन करेंगे। सोमवार को सरयू तट पर 21 हजार दीप प्रज्वलित कर मंदिर के भूमि पूजन उत्सव की शुरुआत हुई। -
एजेंसीबिहार में चोरों ने इस बार थाने के अंदर घुस कर हाथ साफ किया है। चोरों का मनोबल इतना बढ़ गया है कि उन्होंने दारोगा की पिस्टल ही उड़ा ली है। चोरी की यह घटना उजागर होने के बाद यहां हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि यह मामला राज्य के अररिया जिले के फारबिसगंज थाने से जुड़ा हुआ है। दरअसल इस थाना कैंपस के अंदर ही सरकारी क्वार्टर बनाया गया है। फारबिसगंज थाने में पदस्थापित दारोगा विमल मंडल इसी सरकारी क्वार्टर में रहते हैं।
बताया जा रहा है कि सुबह जब विमल मंडल सो कर उठे तब उनके कमरे का दरवाजा खुला था और उनकी सर्विस पिस्टल नदारद थी। जल्दी ही इस बात का पता चल गया कि दारोगा की पिस्टल पर चोरों ने हाथ साफ कर दिया है। दारोगा विमल मंडल वर्ष 2011 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। बताया जा रहा है कि उनकी पिस्टल मैगजीन से लोड थी और चोर मैगजीन सहित उनका पिस्टल ले उड़े हैं।
थाना कैंपस के अंदर से दारोगा की पिस्टल चोरी होने की वारदात सामने आने के बाद यहां लोगों के बीच तरह-तरह की बातें हो रही हैं। सवाल उठने लगे हैं कि जब थाने के अंदर घुस कर चोर दारोगा की पिस्टल गायब कर सकते हैं तब आम आदमी का क्या होगा?
बहरहाल थाने में चोरी की खबर मिलने के बाद फारबिसगंज के SDPO मनोज कुमार भी मौके पर पहुंचे। एसडीपीओ का कहना है कि दारोगा की पिस्टल को बरामद करने और चोर को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार कोशिश कर रही है। कई जगहों पर छापेमारी भी की गई है।
फारबिसगंज थाना के पीछे ही पुलिस का सरकारी क्वार्टर है जहां दारोगा के साथ-साथ थानाध्यक्ष भी रहते हैं। इस घटना के बाद यहां पुलिस-प्रशासन सकते में पड़ा है और चोर को पकड़ने की सभी कोशिशें की जा रही हैं।
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एजेंसीछतरपुर : छतरपुर के सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत महोबा रोड पर स्थित कोविड-19 सेंटर पर कोरोना पॉजिटिव युवक ने फांसी लगा ली। इसके बाद स्थानिया लोगों व प्रशासन में हड़कंप मच गया। समीर खान नाम के इस युवक ने यह कदम क्यों उठाया इसके कारण अज्ञात है। मौके पर पहुंचे छतरपुर पुलिस ने जांच शुरु कर दी है। मौत पर प्रशासनिक व्यवस्था पर कई सवाल उठ रहे हैं।
यह घटना कोतवाली थाने के महोबा रोड़ पर स्थित शासकीय उत्कर्ष सीनियर छात्रावास में घटित हुई है। सूचना मिलने के बाद पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और मृतक के शव को फंदे से उतारा। कोरोना पॉजिटिव युवक समीर अहमद ने फांसी लगाई है। सूत्रों के मुताबिक मृतक ने डिप्रेशन में आकर फांसी लगाई है। वहीं फांसी लगाने के कारणों पुलिस और प्रशासनिक पुष्टि नहीं हो सकी अब तक कारण अज्ञात है। पुलिस ने बताया कि मृतक तीन दिन पहले ही कोविड केंद्र में भर्ती हुआ था। हालांकि ये घटना प्रशासन की लापरवाही दिखाती है। फिलहाल पुलिस जांच में लगी हुई है।
बताया जा रहा है कि कोविड-19 सेंटर का मुआयना करने देर रात्रि 10:00 बजे कमिश्नर और कलेक्टर भी कोविड-19 सेंटर का मुआयना करने पहुंचे थे। आखिर वहां ऐसा क्या हुआ कि समीर को आत्महत्या करनी पड़ी। समीर खान की मौत पर प्रशासनिक व्यवस्था पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। जो कि छतरपुर जिले की स्वास्थ्य, प्रशासनिक, और कोविड-19 व्यवस्था पर कई सवाल खड़े करते हैं।
इससे पहले 25 जुलाई को छतरपुर के कंटेनमेंट एरिया में युवक ने बैरिकेड्स के पास लगे टेंट के पाइप पर लटककर आत्महत्या कर ली थी और हाल ही में कोरोना पॉजिटिव की सागर जाते समय एम्बुलेंस में ऑक्सीजन खत्म होने पर जिला अस्पताल वापस एम्बुलेंस आने पर मौत हो गई थी।























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