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मुंबई : कोरोना वायरस के खिलाफ चल रही जंग में टाटा मोटर्स के ही भाग टाटा सन्स की फाउंडेशन ने BMC, मुंबई को 20 BS6 टाटा विंगर और 100 वेन्टिलेटर दान किए हैं। टाटा ने एक कार्यक्रम आयोजित किया था, जिसमें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और टाटा सन्स के बोर्ड मेंबर्स एन. चंद्रा और मेयर किशोरी पेडनेकर मौजूद रहे। रिपोर्ट में तो यह भी बताया गया है कि सन्स ने महाराष्ट्र सरकार को 10 करोड़ रुपये दान में दिए हैं।
कंपनी का कहना है कि इस रकम का इस्तेमाल कोरोना वायरस के खिलाफ हो रही जंग में इम्यूनोलॉजी एंड वायरस इंफेक्शन रिसर्च सेंटर की मदद के लिए किया जाएगा। टाटा विंगर की इस एम्बुलेंस में काफी स्पेस है और यह बेहतर व स्मूथ राइड प्रदान करती है। इस मिनी वैन में BS-6 मानक पर आधारित 2.2-लीटर का डीजल इंजन लगा है जो 96 बीएचपी की पॉवर और 200 न्यूटन मीटर का टॉर्क जेनरेट करता है। इस इंजन के साथ सिर्फ मैन्युअल गियरबॉक्स दिया गया है।
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मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन की तबियत बेहद नाजुक है। वह कई दिन से वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं। मेदान्ता अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. राकेश कपूर बताते हैं कि राज्यपाल की तबियत नाजुक है, लेकिन नियंत्रण में है। क्रिटिकल केयर मेडिसिन के वरिष्ठ डॉक्टरों की निगरानी में राज्यपाल का इलाज चल रहा है।
मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन को 11 जून को पेशाब में दिक्कत के साथ बुखार होने पर परिजनों ने उन्हें शहीद पथ स्थित मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। जांच के दौरान राज्यपाल के लिवर में दिक्कत पाए जाने पर सीटी गाइडेड प्रोसीजर किया गया। प्रोसीजर के दौरान पेट में रक्त का स्राव बढ़ गया, जिसके चलते उनका इमरजेंसी में ऑपरेशन किया था। ऑपरेशन के बाद उनकी तबियत बिगड़ने पर फेफड़ा, दिल, गुर्दा और लिवर ठीक से काम नही कर रहे हैं। डायलिसिस करनी पड़ गई। बीच में कुछ सुधार हुआ लेकिन बाद में फिर तबियत बिगड़ गई। -
अहमदाबाद। गुजरात के जूनागढ़ में सोमवार को भारी बारिश के कारण एक पुल ढह गया है। जिसकी कुछ तस्वीरें समाचार एजेंसी एएनआई ने शेयर की हैं। इस घटना के कुछ वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहे हैं। जिसमें करीब 12 लोगों को पुल के एक कोने पर खड़े देखा जा सकता है। कुछ रिपोर्ट्स में ऐसा कहा जा रहा है कि बामनसा गांव में साबली नदी पर बना ये पुल करीब 30 साल पुराना था। पुल का इस्तेमाल ग्रामीण गांव से दूसरे स्थानों पर आने-जाने के लिए रोजाना करते थे। ऐसे में पुल का ढह जाना उनके लिए काफी बड़ी समस्या बन गया है। इस मामले में जूनागढ़ जिला विकास अधिकारी प्रवीण चौधरी का कहना है, 'पुल पहले से ही पुराना था और इसके ऊपर से भारी वाहनों को ले जाना प्रतिबंधित था। क्योंकि यह पहले से ही क्षतिग्रस्त था इसलिए एक चेतावनी का साइन यहां लगा रखा था। पुल के गिरने के बाद कोई घायल नहीं हुआ है।'
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नई दिल्ली : मशहूर क्लीनिकल वैज्ञानिक और ट्रांसलेशनल स्वास्थ्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (टीएचएसटीआई) की कार्यकारी निदेशक गगनदीप कंग ने निजी कारणों का हवाला देते हुए सोमवार को इस्तीफा दे दिया। कंग को अंतर विषयी शोध के लिए जाना जाता है और उन्होंने भारत में बच्चों में संक्रमण के संचार, विकास और रोकथाम पर काफी शोध किया है। वह पहली भारतीय महिला हैं जिन्हें रॉयल सोसायटी लंदन का फेलो बनाया गया। वह वैश्विक कंसोर्टियम कॉलिशन फॉर एपिडेमिक प्रिपेयर्डनेस से जुड़ी हुई हैं जो कोरोना वायरस का संभावित टीका विकसित कर रहा है। टीएचएसटीआई में पेशेवर विशेषज्ञ (विज्ञान संचार) सिउली मित्र ने बताया, ‘‘डॉ. कंग ने कार्यकारी निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया है।’’ मित्र ने बताया कि कंग ने पारिवारिक कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया है।
डॉ. कंग ने स्वेदशी रूप से रोटावायरस का टीका विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी। कंग वेल्लोर के क्रिस्टियन मेडिकल कॉलेज के गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल विभाग में प्रोफेसर भी हैं। उन्होंने साल 2016 में टीएचएसटीआई जॉइन किया था। हाल के दिनों में वह नोवल कोरोना वायरस की टेस्टिंग के काम से जुड़ी हुई थीं। -
नई दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ट्रॉमा सेंटर में कोरोना वायरस (कोविड-19) का इलाज करा रहे 37 वर्षीय एक पत्रकार ने सोमवार दोपहर अस्पताल की इमारत की चौथी मंजिल से कथित रूप से कूदकर आत्महत्या कर ली। मृतक एक हिंदी अखबार में पत्रकार था। अधिकारियों बताया कि पत्रकार एक हिंदी दैनिक अखबार में काम करता था। पत्रकार की पहचान तरुण सिसोदिया के रूप में की गई है। वह अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ भजनपुरा में रहता था। पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पश्चिम) देवेंद्र आर्य ने बताया कि यह घटना दोपहर लगभग दो बजे हुई, जिसके बाद उस व्यक्ति को अस्पताल के आईसीयू में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे बचाने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि 24 जून को संक्रमण की पुष्टि होने के बाद पत्रकार को ट्रामा सेंटर के कोविड-19 वार्ड में भर्ती कराया गया था।
एम्स के एक सूत्र ने कहा, “उन्हें 24 जून को एम्स ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था और बाद में ‘हाई डिपेंडेंसी यूनिट’ में भेज दिया गया था।” डॉक्टर ने कहा कि हाल ही में उनकी ब्रेन ट्यूमर की सर्जरी हुई थी। पत्रकार के परिवार के एक सदस्य ने कहा, ‘‘सिसोदिया की मां भी कोरोना वायरस से संक्रमित हैं और आरएमएल अस्पताल में भर्ती हैं। हम सभी सदमे में हैं।’’
इस घटना के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने ट्वीट किया, ‘‘मैंने एम्स निदेशक को इस मामले की आधिकारिक जांच तत्काल शुरू करने के आदेश दिए हैं, जिसके बाद एक उच्च स्तरीय समिति गठित की गई और वह 48 घंटे में रिपोर्ट जमा करेगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं मीडिया समुदाय के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं जो अपने सहकर्मी की त्रासदीपूर्ण मौत से हिल गया है।’’
एम्स ने इस घटना पर एक बयान जारी किया है जिसमें कहा गया कि पत्रकार को एम्स के जयप्रकाश नारायण अपेक्स ट्रॉमा सेंटर में 24 जून को कोरोना वायरस (कोविड-19) की वजह से भर्ती कराया गया था। उसकी हालत में सुधार हो रहा था और उसे आईसीयू से सामान्य वार्ड में स्थानांतरित किये जाने की तैयारी थी। पूर्व में इसी साल मार्च में यहां जी बी पंत अस्पताल में उसके दिमाग के ट्यूमर का ऑपरेशन हुआ था। बयान में कहा गया कि ट्रॉमा सेंटर में इलाज के दौरान उसे मानसिक दौरे आते थे जिस पर न्यूरोलॉजिस्ट और मनोचिकित्सक ने उसे देखा और दवा दी।
अस्पताल ने बयान में कहा, “परिवार के सदस्यों को उसकी हालत के बारे में लगातार जानकारी दी जाती थी। आज (सोमवार) करीब एक बजकर 55 मिनट पर वह टीसी-1 से बाहर भागा जहां वह भर्ती था। अस्पताल के कर्मचारी उसके पीछे भागे और उसे रोकने की कोशिश की। वह चौथी मंजिल पर चला गया और वहां उसने एक खिड़की का शीशा तोड़ नीचे छलांग लगा दी।” इसमें कहा गया कि पत्रकार को तत्काल एक एंबुलेंस से ट्रॉमा सेंटर के आईसीयू ले जाया गया। उसे बचाने की कोशिश की गई लेकिन दुर्भाग्य से अपराह्न तीन बजकर 35 मिनट पर उसकी मौत हो गई। हालांकि, कई पत्रकारों ने ट्विटर पर यह कहते हुए गहन जांच की मांग की कि हिंदी अखबार ‘दैनिक भास्कर’ के लिए काम करने वाले पत्रकार तरुण सिसोदिया ने व्हाट्सएप चैट में अपनी हत्या की आशंका जताई थी।
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पटना: बिहार में पिछले 10 दिनों में 147 लोगों की जान आकाशीय बिजली गिरने की वजह से जा चुकी है. रविवार को अधिकारियों ने कहा कि क्लाइमेट चेंज की वजह से इतनी जानलेवा आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं हो रही हैं और स्थिति ज्यादा खराब होने की आशंका है. अधिकारियों ने बताया कि बिहार में मार्च महीने से अबतक 215- किसान, मजदूर और चरवाहे बिजली गिरने के चलते अपनी जान गंवा चुके हैं.
बिहार के डिजास्टर मैनेजमेंट मंत्री लक्ष्मेश्वर राय ने कहा कि 'मुझे मौसम विज्ञानियों, विशेषज्ञों और अधिकारियों की ओर से बताया गया है कि बढ़ते तापमान के कारण जलवायु में हुए बदलाव के चलते इतनी ज्यादा आकाशीय बिजली गिरने की घटनाओं में तेजी आई है.' उन्होंने बताया कि अकेले शनिवार को 25 लोगों की मौत हो गई थी.
भारतीय मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में बिजली गिरने की और घटनाएं होने की चेतावनी जारी की है. बता दें कि जून से सितंबर के बीच चलने वाले मॉनसून में बिजली गिरने की घटनाएं आम हैं. लेकिन अधिकारियों का कहना है कि इस साल बिहार में अबतक बिजली गिरने की घटनाओं से जितनी मौतें हो चुकी हैं, वो पिछले कुछ सालों में इन घटनाओं में सलाना होने वाली मौतों से भी ज्यादा हो चुकी हैं. पिछले साल मॉनसून के दौरान यहां कुल 170 लोगों की मौत हुई थी, जो अभी जुलाई की शुरुआत तक ही 215 हो चुकी है.
बिहार के agrometeorologist यानी कृषि-मौसम वैज्ञानिक अब्दुस सत्तार का कहना है कि वातावरण में बड़े स्तर पर आई अस्थिरता के चलते बिजली गिरने और बादल कड़कने जैसी घटनाएं ज्यादा हो रही हैं. इसमें बढ़े हुए तापमान और बढ़ी हुई आर्द्रता के चलते और भी तेजी आई है.साभार : एनडीटीवी से -
देहरादून। मसूरी में शनिवार देर रात भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी के समधी-समधन की सड़क हादसे में मौत हो गई। मसूरी से दून लौटते वक्त एलकेडी मार्ग पर किमाड़ी के पास इनोवा कार गहरी खाई में गिर गई। हादसे में दंपत्ति की बेटी और ड्राइवर गंभीर रूप से घायल हैं। हादसे में कार के परखच्चे उड़ गए। कार सवार युवती को एसडीआरएफ और पुलिस की टीमों ने बमुश्किल कार को काटकर बाहर निकाला। दुर्घटना की सूचना पर भाजपा नेता राजीव प्रताप रूडी भी दून पहुंचे।
देहरादून कैंट थानाध्यक्ष संजय मिश्रा ने बताया कि शनिवार देर रात करीब 12 बजे किमाड़ी के पास इनोवा कार अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई। रात में ही पुलिस, एसडीआरएफ और फायर सर्विस के जवानों ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, लेकिन बारिश और कोहरे की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन नहीं हो पाया। रविवार की सुबह फिर से ऑपरेशन शुरू किया गया। करीब पांच घंटे की मशक्कत के बाद गहरी खाई से नोएडा के रहने वाले 56 वर्षीय नीरज त्यागी, उनकी पत्नी शगुन (50) के शव निकाले गए। 27 वर्षीय बेटी आरुषी और ड्राइवर अशोक (35) को गंभीर हालत में मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया। जानकारी के मुताबिक, मृतक नीरज त्यागी और उनकी पत्नी शगुन त्यागी बिहार में जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी के बहन-बहनोई थे।
एसओ राजपुर राकेश शाह के मुताबिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी मैक्स अस्पताल में आरुषी और ड्राइवर को देखने आए। शवों को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। नालापानी श्मशान घाट पर मृतक दंपत्ति का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान राजीव प्रताप रूडी और केसी त्यागी मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि नीरज त्यागी का राजपुर में मकान है और वह अपने दो रिश्तेदारों को मसूरी के बासागाड़ के पास एक होटल में छोड़ने आए थे। यहां से वह वापस देहरादून लौट रहे थ, उसी दौरान यह हादसा हो गया। -
मीडिया रिपोर्ट
कुवैत सरकार ने अपने यहाँ की नेशनल असेंबली में एक बिल पेश किया है। इस बिल के चलते कुवैत में करीब 7-8 लाख भारतीयों की नौकरियां जा सकती हैं। कुवैत की नेशनल असेंबली की कानूनी और विधायी कमेटी ने इस बिल को मंजूरी दे दी है और असेंबली से मंजूरी मिलते ही यह बिल कानून बन जाएगा।
दरअसल प्रवासी कोटा बिल के तहत कुवैत में भारतीयों की जनसंख्या कुल जनसंख्या का 15 प्रतिशत तक सीमित करने का फैसला किया गया है। गल्फ न्यूज के हवाले से यह खबर आयी है। एक जानकारी के अनुसार कुवैत में भारतीय मूल के लोग सबसे ज्यादा हैं और वहां उनकी कुल संख्या करीब 14 लाख पचास हजार है। यह बिल कुवैत में रहने वाले दुनिया के अन्य देशों के प्रवासियों को भी प्रभावित करेगा। बिल के मुताबिक मिस्त्र के लोगों की जनसंख्या कुल जनसंख्या का 10 फीसदी तय करने का फैसला किया गया है। भारत के बाद कुवैत में सबसे बड़ी संख्या मिस्त्र के लोगों की ही है।
कोरोना वायरस माहमारी फैलने के बाद कुवैत में प्रवासियों के खिलाफ माहौल बन रहा है। यही वजह है कि कुवैत सरकार ने देश में रहने वाले प्रवासियों की संख्या कम करने का फैसला किया है। गौरतलब है कि कुवैत में प्रवासियों की तादाद इतनी ज्यादा है कि वहां की कुल जनसंख्या के 70 फीसदी प्रवासी हैं। कुवैत के मूल निवासी ही अपने देश में अल्पसंख्यक हो गए हैं। -
नई दिल्ली : वर्ष 1984 के सिख विरोधी दंगा मामले में जेल की सजा काट रहे कांग्रेस के एक पूर्व विधायक की कोरोना वायरस (कोविड-19) के कारण दिल्ली के एक अस्पताल में मौत हो गई। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मंडोली जेल में संक्रमण से जान गंवाने वाले वह दूसरे कैदी है। अधिकारियों ने बताया कि महेन्द्र यादव (70) पालम विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक थे। वह मंडोली जेल की जेल संख्या 14 में बंद थे, जहां वह 10 साल की सजा काट रहे थे। यादव को 26 जून को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। एक अन्य कैदी कंवर सिंह की पिछले महीने मौत हो गई थी और वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था। सिंह भी जेल संख्या 14 में बंद था।
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, महानिदेशक (जेल) संदीप गोयल ने बताया कि यादव ने 26 जून को बेचैनी और ह्रदय से संबंधित कुछ समस्याओं की शिकायत की थी। उन्होंने बताया कि यादव को डीडीयू अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें उसी दिन एलएनजेपी अस्पताल के लिए रेफर किया गया और वहां भर्ती किया गया। इसके बाद उनके परिवार के अनुरोध पर उन्हें 30 जून को पुलिस निगरानी में द्वारका में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें सूचना मिली कि महेंद्र यादव की चार जुलाई की शाम अस्पताल में मौत हो गई है।’’ अधिकारियों ने बताया कि यादव 31 दिसम्बर 2018 से जेल में बंद थे। इस बीच, पूर्व विधायक के पुत्र और दिल्ली कांग्रेस के नेता रघुवेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि जेल अधिकारियों ने उनके पिता की देखभाल ठीक से नहीं की और उन्होंने उनके पिता को अस्पताल में भर्ती कराए जाने के बारे में परिवार को सूचना नहीं दी। -
नई दिल्ली : भारत में कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता रहा है, हर दिन हजारों मामले सामने आ रहे हैं। कोरोना वायरस महामारी के दौर में एक और बुरी खबर यह है कि भारत अब दुनिया में कोरोना वायरस (कोविड-19) से तीसरा सबसे ज्यादा प्रभावित देश बन गया है। पहले अमेरिका, ब्राजील और रूस के बाद भारत चौथे स्थान पर था, लेकिन पिछले कुछ दिनों में लगातार बड़ी संख्या में कोरोना वायरस के मामले आने के कारण भारत में रूस से अधिक मामले हो गए हैं।
पूरी दुनिया से कोरोना वायरस (कोविड-19) के आंकड़े जुटाने वाले वर्ल्डो मीटर के अनुसार, रूस में अभी तक 6,81,251 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं, वहीं ब्राजील में कोविड-19 के 15,78,376 मामले हैं और सबसे ज्यादा मामले अमेरिका में हैं जिनकी संख्या 29,54,999 है। भारत कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों की सूची में अब सिर्फ अमेरिका और ब्राजील से ही पीछे है। अमेरिका में इस ख़तरनाक बीमारी की चपेट में आने से अब तक 1 लाख 29 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। वहीं, ब्राजील में इससे 64 हज़ार से ज्यादा लोगों ने जान गंवाई है।
समाचार एजेंसी पीटीआई (भाषा) द्वारा जुटाए गए आंकड़ों के अनुसार, भारत में अभी तक 6,90,349 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं, जबकि संक्रमण से कुल 19,683 लोग की मौत हुई है। लेकिन दुनिया भर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों का संकलन कर रहे अमेरिका के जॉन हॉपकिन्स विश्वविद्यालय का कहना है कि रुस में 6,80,283 लोग संक्रमित हुए हैं जबकि भारत में 6,73,165, के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।
ये आधिकारिक आंकड़े रविवार सुबह आठ बजे तक के हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, रविवार सुबह आठ बजे तक देश में कोरोना वायरस से संक्रमण के कुल 6,73,165 मामले सामने आए हैं, वहीं देश में अभी तक 19,268 लोग की मौत हुई है। -
रायपुर : छत्तीसगढ़ में कोविड-19 के बेहतर प्रबंधन के परिणाम अब दिखने लगे हैं। प्रदेश में कोविड-19 मरीजों की रिकवरी दर सभी पड़ोसी राज्यों से बेहतर है। यहां 78.4 प्रतिशत मरीज ठीक हो गए हैं। वहीं महाराष्ट्र में यह दर 54.2 प्रतिशत, मध्यप्रदेश में 76.7 प्रतिशत, उत्तरप्रदेश में 69.1 प्रतिशत, आंध्रप्रदेश में 45.4 प्रतिशत, तेलंगाना में 48.8 प्रतिशत, ओड़िशा में 72.9 प्रतिशत और झारखंड में 76.9 प्रतिशत है। प्रदेश में अब तक कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए 3023 में से 2362 मरीज स्वस्थ हो गए हैं।
राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ सबसे अच्छे रिकवरी दर वालों राज्यों में चौथे स्थान पर है। कोविड-19 के 50 से अधिक मरीज वाले राज्यों में केवल उत्तराखंड, राजस्थान और त्रिपुरा की रिकवरी दर ही छत्तीसगढ़ से अधिक है। मृत्यु दर के मामले में भी छत्तीसगढ़ पड़ोसी राज्यों से बेहतर है। यहां मृत्यु दर का प्रतिशत केवल 0.5 है। वहीं पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में यह दर 4.4 प्रतिशत, मध्यप्रदेश में 4.2 प्रतिशत, आंध्रप्रदेश में 1.2 प्रतिशत, तेलंगाना में 1.5 प्रतिशत, ओड़िशा में 0.5 प्रतिशत और झारखंड में 0.6 प्रतिशत है।
कोविड-19 के संभावित प्रसार को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर प्रदेश में फरवरी माह के शुरूआत में ही इस पर नियंत्रण और रोकथाम की तैयारी शुरू कर दी गई थी। कोरोना वायरस जांच की सुविधा प्रारंभ में केवल एम्स रायपुर में थी। जगदलपुर, रायपुर और रायगढ़ के शासकीय मेडिकल कॉलेजों में उच्च स्तरीय लैब तैयार कर कोविड-19 की आरटीपीसीआर जांच सुविधा का विस्तार किया गया है। रायपुर के लालपुर स्थित आईआरएल लैब और निजी क्षेत्र के एसआरएल लैब में भी कोरोना वायरस की जांच की जा रही है। जांच का दायरा बढ़ाने पूल-टेस्टिंग भी की जा रही है। अभी तक प्रदेश में एक लाख 66 हजार 656 लोगों के सैंपल की जांच की जा चुकी है। पॉजिटिव पाए गए 3023 लोगों में से 2362 के ठीक हो जाने के बाद अभी सक्रिय मरीजों की संख्या 647 है।
स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने बताया कि प्रदेश के आठ क्षेत्रीय और 22 जिला स्तरीय अस्पतालों में कोविड-19 के मरीजों के इलाज की व्यवस्था की गई है। इन अस्पतालों में 3384 लोगों का उपचार किया जा सकता है। इनमें 445 आईसीयू और 296 एचडीयू (High Dependency Unit) बिस्तरों की भी व्यवस्था है। इन अस्पतालों के साथ ही 146 कोविड केयर सेंटर भी बनाए गए हैं जहां 8161 लोगों को रखा जा सकता है। सभी कोविड अस्पतालों में एन-95 मास्क, पीपीई किट, ट्रिपल लेयर मास्क, वीटीएम और जरूरी दवाईयों के पर्याप्त संख्या में इंतजाम सुनिश्चित किए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव स्टेट कोविड कंट्रोल एंड कमाड सेंटर के माध्यम से जांच और इलाज की व्यवस्थाओं की लगातार समीक्षा कर रहे हैं। विभाग द्वारा प्रदेश भर में संचालित 166 क्वारेंटाइन सेंटर्स में भी 15,835 बिस्तर हैं।
प्रदेश में बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिकों की वापसी को देखते हुए ग्राम पंचायतों और नगरीय निकायों में करीब 21 हजार क्वारेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं जिनकी क्षमता लगभग सात लाख है। विभिन्न राज्यों से प्रदेश लौटे साढ़े चार लाख श्रमिक 14 दिनों की क्वारेंटीन अवधि पूर्ण कर अपने घर पहुंच चुके हैं। स्वयं के और दूसरों लोगों के स्वास्थ्य की सुरक्षा कि दृष्टि से उन्हें दस दिनों तक होम-क्वारेंटाइन में रहने के निर्देश दिए गए हैं। -
नई दिल्ली : पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीनी सेना के बीच तनाव अब भी कम नहीं हुआ है। इसे लेकर पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ. एस वाई कुरैशी ने एक ट्वीट किया है। कुरैशी का कहना है कि अगर चीन को चिढ़ाना ही मकसद है तो ऐप बैन करने से कुछ नहीं होगा। चीनी दूतावास वाली सड़क का नाम दलाईलामा मार्ग कर दो। कुरैशी के यह ट्वीट करते ही यूजर्स उन्हें ट्रोल करने लगे और कहने लगे कि इतने संवेदनशील मसले पर आपसे ऐसी टिप्पणी की उम्मीद नहीं थी।
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ने ट्वीट कर लिखा “आज मुझे यह मिला – अगर चीन को चिढ़ाना ही मक़सद है तो दिल्ली में जहाँ चीनी दूतावास है उस रोड का नाम दलाई लामा मार्ग रख दो, यह कदम 59 ऐप को प्रतिबंधित करने से ज़्यादा भीषण प्रतिक्रिया वाला होगा।” कुरैशी के इस ट्वीट पर एक यूजर ने लिखा “हैरान होता हूँ की ऐसे ऐसे नौकरशाह भी कांग्रेस ने रखे हुए थे जो सेंसलेस बात करते हो।” एक ने लिखा “सर इतने संवेदनशील मसले पर आपसे ऐसी टिप्पणी की उम्मीद नहीं थी।” एक ने लिखा “इस पूरे प्रकरण में दलाई लामा.. जिसे भारत में शरण मिली.. इतना मान सम्मान मिला उसकी चुप्पी शर्मनाक है।”
बता दें भारत और चीन के सैनिकों के बीच पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें भारतीय सेना के 20 सैनिक शहीद हो गए थे। शुक्रवार को प्रधान मंत्री मोदी लद्दाख के निमू गए थे। यहां ओएम मोदी ने सैनिकों को संबोधित किया था। -
नई दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने धनशोधन मामले में एक मीडिया की कंपनी की 14 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की है। मामला कथित तौर पर 2600 करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी मामले से जुड़ा हुआ है। यह जानकारी शुक्रवार को जांच एजेंसी ने दी। केंद्रीय जांच एजेंसी ने कहा कि इसने पिक्सियन कंपनी समूह के खिलाफ धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत औपबंधिक आदेश जारी किया है।
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक बयान में कहा, ‘‘जब्त की गई संपत्तियां म्यूचुअल फंड, अदा परिवार न्यास और ध्रुव परिवार निजी न्यास के नाम से सूचीबद्ध कंपनियों में क्रमश: 5.95 करोड़ और 6.26 करोड़ रुपये के शेयर, विभिन्न संबंधित समूहों के नाम से 1.67 करोड़ रुपये के म्यूचुअल फंड, 45 लाख रुपये के पीपीएफ अकाउंट बैलेंस और 14.62 लाख रुपये के बैंक बैलेंस शामिल हैं।’’ कुल 14.49 करोड़ रुपये मूल्य की जब्ती की गई है।
इसने बताया कि मामला कथित धोखाधड़ी और आपराधिक षड्यंत्र से जुड़ा हुआ है जिस कारण सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को 2600 करोड़ रुपये की हानि हुई और पिक्सियन मीडिया प्राइवेट लिमिटेड, पर्ल मीडिया प्राइवेट लिमिटेड, महुआ मीडिया प्राइवेट लिमिटेड, पिक्सियन विजन प्राइवेट लिमिटेड, पर्ल स्टूडियो प्राइवेट लिमिटेड, पर्ल विजन प्राइवेट लिमिटेड, सेंचुरी कम्युनिकेशन प्राइवेट लिमिटेड और उनके निदेशक पी. के. तिवारी, आनंद तिवारी, अभिषेक तिवारी और अन्य को गलत तरीके से लाभ मिला।
सीबीआई की तरफ से आरोपियों के खिलाफ दायर प्राथमिकी का अध्ययन करने के बाद ईडी ने पीएमएलए के तहत आपराधिक मामले दर्ज किए। ईडी ने आरोप लगाए कि जांच में पाया गया कि बैंक ऋण फर्जी दस्तावेजों के आधार पर गलत तरीके से हासिल किए गए। एजेंसी ने कहा कि आरोपियों द्वारा इन कंपनियों, व्यक्तियों और परिवार के ट्रस्टों के नाम पर विभिन्न बैंकों में कई खाते खोले गए।
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जम्मू कश्मीर सरकार के विरुद्ध सोशल मीडिया पर कथित रूप से “झूठा प्रचार” करने के लिए शिक्षा विभाग के एक कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया, “सोशल मीडिया के दुरुपयोग का संज्ञान लेते हुए सोपोर पुलिस ने ऐसे कई सोशल मीडिया यूजर के विरुद्ध एक मामला दर्ज किया है जिन्होंने सरकारी आदेश की अनदेखी कर सरकार के खिलाफ झूठा प्रचार किया।”
उन्होंने कहा कि साइबर पुलिस ने ताहिर नजीर शल्ला नामक एक यूजर की पहचान की जो राज्य के शिक्षा विभाग में कार्यरत है। उन्होंने कहा कि शल्ला सोशल मीडिया का इस्तेमाल “देशद्रोही और भड़काऊ” पोस्ट लिखने के लिए करता था। प्रवक्ता ने कहा, “इसके अतिरिक्त वह सोशल मीडिया पर राष्ट्र विरोधी अभियान भी चलाता था और कश्मीर घाटी में वर्तमान में सुरक्षा स्थिति के संबंध में झूठी अफवाहें फैलाता था।” शल्ला को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे सोपोर पुलिस थाने में हिरासत में रखा गया है।
प्रवक्ता ने कहा, “घटनाओं से संबंधित तथ्यों का सही प्रतिनिधित्व हमारी साझा जिम्मेदारी है। आम जनता से अनुरोध है कि सार्वजनिक डोमेन में डालने से पहले तथ्यों को क्रॉस चेक करें और उपद्रवियों द्वारा फैलाई जा रही अफवाहों पर ध्यान न दें।” -
उत्तर प्रदेश के मेरठ में दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्रा एवं सब इंस्पेक्टर की बेटी ने फांसी लगाकर जान दे दी। वह टिकटॉक स्टार थी। टिकटॉक बैन होने के बाद से बेहद परेशान थी। खुदकुशी की वजह स्पस्ट नहीं हो पाई है। पुलिस ने मोबाइल कब्जे में लेकर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।यह मामला मेर के पल्लवपुरम थाना क्षेत्र की ग्रीन पार्क कॉलोनी का है।
हापुड़ जिले के गढ़मुक्तेश्वर थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर संजय चौहान का परिवार ग्रीन पार्क कॉलोनी में छह महीने से रह रहा है। यहां सब इंस्पेक्टर की पत्नी व बेटी रहती हैं। 22 साल की बेटी संध्या चौहान दिल्ली यूनिवर्सिटी से अध्ययनरत है। लॉकडाउन में वह घर आई हुई थी। गुरुवार शाम करीब पांच बजे उसने कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी। घटना के वक्त संध्या की मां दूसरे कमरे में मौजूद थीं।
मृतका के फुफेरे भाई पुस्पांक ने पुलिस को फोन से इसकी सूचना दी। मोदीपुरम चौकी प्रभारी विकास चौहान मौके पर पहुंचे। दरवाजा तोड़ कर छात्रा को फंदे से नीचे उतारा। उसे एसडीएस ग्लोबल अस्पताल में भर्ती कराया। यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
चौकी प्रभारी विकास चौहान का कहना है कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि युवती ने परिवारिक कलह के चलते जान दी है। पल्लवपुरम थाना प्रभारी दिग्विजयनाथ शाही ने बताया कि छात्रा के मोबाइल को कब्जे में ले लिया है। पता चला है कि वह टिकटॉक पर काफी सक्रिय रहती है। हालांकि अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि टिकटॉक बैन के चलते उसने खुदकुशी की है। कमरे से कोई सुसाइड नोट भी बरामद नहीं हुआ है। परिजनों से जानकारी हुई है कि वह पिछले दो महीने से ज्यादा डिप्रेशन में थी, लेकिन इसकी वजह पता नहीं चल पाई। पूरे केस में गहनता से जांच चल रही है।साभार : लाइव हिंदुस्तान
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नई दिल्ली : बिजली मंत्री आर के सिंह ने शुक्रवार के कहा कि भारत अब चीन जैसे देशों से बिजली उपकरणों का आयात नहीं करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) को आर्थिक दृष्टि से मजबूत बनाना जरूरी है क्योंकि ऐसा नहीं होने पर क्षेत्र व्यावहारिक नहीं होगा।
राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के बिजली और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रियों के सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही। वीडियो कांफ्रेन्सिंग के जरिए आयोजित इस सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ''प्रायर रेफरेंस कंट्री (पूर्व संदर्भित देशों) से उपकरणों की आयात की अनुमति नहीं होगी। इसके तहत हम देशों की सूची तैयार कर रहे हैं लेकिन इसमें मुख्य रूप से चीन और पाकिस्तान शामिल हैं।''
'प्रायर रेफरेंस कंट्री की श्रेणी में उन्हें रखा जाता है जिनसे भारत को खतरा है या खतरे की आशंका है। मुख्य रूप से इसमें वे देश हैं जिनकी सीमाएं भारतीय सीमा से लगती हैं। इसमें मुख्य रूप से पाकिस्तान और चीन हैं। उन्होंने राज्यों से भी इस दिशा में कदम उठाने को कहा। सिंह ने यह बात ऐसे समय कही जब हाल में लद्दाख में सीमा विवाद के बीच भारत और चीन की सेना के बीच हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए। उन्होंने कहा, ''काफी कुछ हमारे देश में बनता है लेकिन उसके बावजूद हम भारी मात्रा में बिजली उपकरणों का आयात कर रहे हैं। यह अब नहीं चलेगा। देश में 2018-19 में 71,000 करोड़ रुपये का बिजली उपकरणों का आयात हुआ जिसमें चीन की हिस्सेदारी 21,000 करोड़ रुपए है।''मंत्री ने यह भी कहा, ''दूसरे देशों से भी उपकरण आयात होंगे, उनका देश की प्रयोगशालाओं में गहन परीक्षण होगा ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं उसमें 'मालवेयर और 'ट्रोजन होर्स का उपयोग तो नहीं हुआ है। उसी के बाद उसके उपयोग की अनुमति होगी।'' -
मीडिया रिपोर्ट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लेह में शुक्रवार को जवानों को संबोधित करते हुए चीन पर निशाना साधा। उन्होंने बिना चीन का जिक्र करते हुए कहा कि मौजूदा युग विकासवाद का युग है, विस्तारवाद का युग समाप्त हो चुका है। विस्तारवाद के युग को दुनिया ने नकार दिया है। लेह में पीएम मोदी ने जवानों से कहा कि आपका यह हौसला, शौर्य और मां भारती के मान-सम्मान की रक्षा के लिए आपका समर्पण अतुलनीय है। आपकी जीवटता भी जीवन में किसी से कम नहीं है। जिन कठिन परिस्थितियों में जिस ऊंचाई पर आप मां भारती की ढाल बनकर उसकी रक्षा, उसकी सेवा करते हैं,उसका मुकाबला पूरे विश्व में कोई नहीं कर सकता है।
पीएम के भाषण के कुछ अंश
आप उसी धरती के वीर हैं, जिसने हजारों वर्षों से आक्रांताओं के हमलों और अत्याचारों का मुंहतोड़ जवाब दिया। हम वो लोग हैं, जो बांसुरी धारी कृष्ण की पूजा करते हैं तो हम वो ही लोग हैं, जो सुदर्शनधारी कृष्ण को भी आदर्श मानकर चलते हैं। इसी प्रेरणा से हर आक्रमण के बाद भारत और सशक्त होकर उभरा है। राष्ट्र, दुनिया और मानवता की प्रगति के लिए शांति और मित्रता हर कोई मानता है कि जरूरी है। लेकिन हम यह भी जानते हैं कि कमजोर शांति की पहल नहीं कर सकता। वीरता ही शांति की पहली शर्त होती है। भारत आज जल, नभ और अंतरिक्ष तक, अपनी ताकत बढ़ा रहा है तो उसके पीछे का लक्ष्य मानव कल्याण ही है। भारत आज आधुनिक शस्त्र का निर्माण कर रहा है। सेना के पास आधुनिक तकनीक लाई जा रही है, जिसके पीछे की भावना भी यही है। भारत अगर आधुनिक इंफ्रास्ट्रचर का निर्माण कर रहा है तो उसके पीछे का संदेश भी यही है।
विश्व युद्ध हो या फिर शांति की बात, जब भी जरूरत पड़ी है, दुनिया ने हमारे वीर जवानों का पराक्रम देखा है और उसे महसूस किया है। हमेशा ही मानवता के लिए काम किया है। आप सभी भारत की इस परंपरा को स्थापित करने वाले लीडर हैं। 14 कोर की जांबाजी के किस्से हर तरफ है। दुनिया ने आपका अदम्य साहस देखा है। आपकी शौर्य गाथाएं घर-घर में गूंज रही है। भारत के दुश्मनों ने आपकी फायर भी देखी है और आपकी फ्यूरी भी। -
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में गुरुवार की रात कानपुर पुलिस टीम पर घात लगाकर बदमाशों ने हमला कर दिया। हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने गई टीम में पुलिस पर बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस खतरनाक हमले में क्षेत्राधिकारी ( सीओ ) सहित 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए। पुलिसकर्मियों की शहादत के बाद योगी सरकार, विपक्ष के निशाने पर आ गई है। विपक्ष ट्वीट कर प्रदेश सरकार को घेरने की तैयारी कर रही है।
वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर कहा कि बदमाशों को पकड़ने गई पुलिस पर बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी, जिसमें यूपी पुलिस के सीओ, एसओ सहित 8 जवान शहीद हो गए। यूपी पुलिस के इन शहीदों के परिजनों के साथ मेरी शोक संवेदनाएं। यूपी में कानून व्यवस्था बेहद बिगड़ चुकी है, अपराधी बेखौफ हैं। आमजन-पुलिस तक सुरक्षित नहीं है।
इसके अलावा दूसरा ट्वीट करते हुए योगी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि कानून व्यवस्था का जिम्मा खुद सीएम के पास है। इतनी भयावह घटना के बाद उन्हें सख्त कार्यवाही करनी चाहिए। कोई भी ढिलाई नहीं होनी चाहिए। कांग्रेस से पहले समाजवादी पार्टी (सपा) ने योगी सरकार पर निशाना साधा है।























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