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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बच्चों की मुस्कान कर रही है पीएमश्री स्कूल के खुशनुमा माहौल का बयान
सर्वसुविधायुक्त स्कूल का सपना हो रहा है साकार
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में राज्य में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने तथा स्कूली बच्चों के समग्र विकास के प्रयास तेजी से किए जा रहे हैं। राज्य में पीएमश्री योजना के सफल क्रियान्वयन से राज्य के 341 स्कूलों में शिक्षा और अध्ययन-अध्यापन का माहौल बेहतर हो रहा है। पीएमश्री योजना में शामिल राजनांदगांव जिले के 11 स्कूलों का न सिर्फ कायाकल्प हुआ है, बल्कि वहां अध्ययन-अध्यापन को लेकर बेहतर माहौल बना है।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई पीएमश्री योजना अंतर्गत स्कूली बच्चों के भविष्य को गढऩे एवं तराशने का कार्य किया जा रहा है। पीएमश्री योजना में शामिल राजनांदगांव जिले की डुन्डेरा शासकीय प्राथमिक शाला, इस योजना की सफलता की एक बानगी मात्र है। पीएमश्री योजना के माध्यम से इस शाला के कायाकल्प को देखकर ही सुखद अनुभूति होती है। इसका एहसास यहां के स्कूली बच्चों के चेहरे पर आई मुस्कान को देखकर सहज ही होता है।
पीएमश्री शासकीय प्राथमिक शाला डुन्डेरा में पढ़ने वाले बच्चों की मुस्कान स्कूल के खुशनुमा माहौल को बयान करती है। सर्वसुविधायुक्त स्कूल की परिकल्पना प्राथमिक शाला डुंडेरा में सार्थक हुई है, जहां न केवल बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता पर ध्यान दिया जा रहा है बल्कि बच्चों को पीएमश्री पौष्टिक आहार भी दिया जा रहा है। पीएम श्री योजना के तहत लगभग 4 लाख 15 हजार रूपए की राशि से पीएमश्री शासकीय प्राथमिक शाला डुन्डेरा का कायाकल्प किया गया है। इस स्कूल को ग्रीन स्कूल की तर्ज पर विकसित किया गया है। स्वच्छ और हरे-भरे वातावरण के लिए स्कूल परिसर में पौधे रोपित किए गए हैं। स्कूल के फर्श पर सुन्दर टाइल्स लगाए गये है। दीवारों पर ज्ञानवर्धक खूबसूरत पेटिंग बनाई गई हैं।
पीएमश्री शासकीय प्राथमिक शाला डुन्डेरा में बच्चों के लिए संगीत, विभिन्न खेल गतिविधियां तथा व्यक्तित्व विकास हेतु अन्य गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। बच्चों के लिए स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता के लिए वाटर फिल्टर लगाया गया है। बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण भी समय-समय पर कराया जाता है। स्कूल में 109 बच्चे अध्ययनरत है। यहां स्मार्ट क्लास, खेल मैदान, म्यूजिक क्लास रूम, मध्यान्ह भोजन की सुविधा है।स्कूल में पीएमश्री मुस्कान पुस्तकालय भी है, जहां दीवारों में उकेरी गई पेंटिग तथा प्रेरक पंक्तियां बच्चों को पाठ्य पुस्तकों को पढऩे के लिए प्रेरित करती हैं। लाईब्रेरी में मिसाईल मैन एवं देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की पंक्तियां एक अच्छी पुस्तक हजार दोस्तों के बराबर होती है, जबकि एक अच्छा दोस्त एक लाईब्रेरी के बराबर होता है, जैसी प्रेरणादायक पंक्तियां लिखी हुई है। स्कूल में बच्चों के लिए पर्याप्त खेल सामग्री एवं म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट उपलब्ध है। सोमवार से शनिवार तक दोपहर 1 बजे भोजन दिया जाता है, साथ ही बच्चों को खेल सामग्री भी प्रदान की जाती है। उल्लेखनीय है कि जिले में कुल 11 पीएमश्री स्कूल हैं, जहां बच्चों के सर्वागीण विकास के लिए गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में शिक्षा के क्षेत्र में अनेक नई पहल की जा रही है। राज्य में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू कर किया गया है। नई शिक्षा नीति के तहत कक्षा 5वीं तक बच्चों को स्थानीय भाषा-बोली में शिक्षा दिए जाने का प्रावधान किया गया है। प्रदेश के 341 स्कूलों में पीएमश्री योजना शुरू की गई है, जिसके तहत इन स्कूलों को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस योजना के तहत स्कूलों में स्थानीय भाषाओं के साथ-साथ रोबोटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस जैसे आधुनिक विषयों को भी पढ़ाया जाएगा। पीएमश्री स्कूल अंतर्गत आदिवासी बहुल इलाकों में भी स्कूलों को अपग्रेड किया रहा है, जिससे इन क्षेत्रों के बच्चों को भी आधुनिक, ज्ञानपरक और कौशल युक्त शिक्षा मिल रही है। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने प्रदेशवासियों को आंवला नवमी की बधाई और शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा है कि हिंदू धर्म में आंवला नवमी के दिन भगवान विष्णु और आंवले के पेड़ की पूजा की जाती है। इस दिन को अक्षय नवमी भी कहा जाता है। मान्यता है अक्षय नवमी के दिन किए जाने वाले पुण्यकार्य का अक्षय फल सभी को प्राप्त होता है और मां लक्ष्मी की कृपा होती है। मुख्यमंत्री श्री साय ने राज्य के सभी नागरिकों की सुख समृद्धि बढ़े, यह कामना की है। -
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मुख्यमंत्री ने ब्राम्हण समाज के प्रतिनिधिमंडल और तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ की मांग पर जांच के निर्देश दिएरायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने तहसीलदार कार्यालय रायपुर में सहायक ग्रेड-2 के पद पर कार्यरत् श्री प्रदीप उपाध्याय की आत्महत्या मामले की गहन जांच के निर्देश दिए है। मुख्यमंत्री के निर्देश के परिपालन में सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा इसकी जिम्मेदारी रायपुर के संभाग आयुक्त को सौंपी गई है। सामान्य प्रशासन विभाग मंत्रालय महानदी भवन द्वारा आज 8 नवम्बर को उक्ताशय का आदेश जारी कर दिया गया है।
सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा रायपुर के संभाग आयुक्त को दिवंगत शासकीय सेवक श्री प्रदीप उपाध्याय सहायक वर्ग-2 द्वारा अपने सुसाईड नोट में विभागीय अधिकारियों द्वारा प्रताड़ित किए जाने एवं छवि खराब करने के आरोपों की जांच कर तथ्यात्मक जांच प्रतिवेदन कार्रवाई की अनुशंसा सहित प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से ब्राम्हण समाज के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात कर उक्त हृदय विदारक घटना की जांच की मांग की थी। इस पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इस मामले की गहन जांच कराने और मृतक शासकीय सेवक के पात्र आश्रित को अनुकंपा नियुक्ति शीघ्र देने की घोषणा की थी। -
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रायपुर : राज्य के शासकीय हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी विद्यालयों में कक्षा 10वीं और 12वीं के बोर्ड परीक्षा परिणामों में सुधार के उद्देश्य से इस साल से प्री-बोर्ड परीक्षा का आयोजन जनवरी के अंतिम सप्ताह में किया जाएगा। शिक्षा विभाग ने यह कदम छात्रों की बोर्ड परीक्षा की तैयारी को मजबूत बनाने और उनकी सफलता की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए उठाया है।
स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल परदेशी ने सभी जिला कलेक्टर एवं जिला शिक्षा अधिकारियों को जारी निर्देश के अनुसार, प्री-बोर्ड परीक्षा प्रत्येक जिले द्वारा आयोजित की जाएगी, जिसमें छात्रों से पूरे पाठ्यक्रम से प्रश्न पूछे जाएंगे। साथ ही, 10वीं और 12वीं का पाठ्यक्रम 10 जनवरी 2025 तक पूर्ण करने के निर्देश भी दिए गए हैं ताकि छात्रों को पर्याप्त समय मिल सके।
प्रश्न पत्र निर्माण के लिए जिलों में विषय विशेषज्ञों की समितियाँ गठित की जाएंगी। इन समितियों को प्रश्न पत्र निर्माण के लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल के ब्लूप्रिंट का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, जिससे परीक्षा का स्तर बोर्ड के अनुरूप सुनिश्चित किया जा सके। छात्रों को भी इस ब्लूप्रिंट से परिचित कराया जाएगा, जिससे वे बोर्ड परीक्षा की तैयारी बेहतर तरीके से कर सकें। -
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बिहान समूह से होने वाली आय और महतारी वंदन योजना की राशि से परिवार को मिला सहारा
रायपुर : शासकीय योजनाओं से जुड़कर और इन योजनाओं का लाभ उठाकर कैसे अपने परिवार को संभाला जा सकता है। यह सीखा जा सकता है, स्मार्ट वूमेन अल्का कच्छप से। अल्का ने अपनी जागरूकता से न केवल अपने परिवार को आर्थिक संकट से उबारा बल्कि अपनी बेटियों के बेहर कैरियर के लिए भी इंतजाम कर लिया है। श्रीमती अल्का ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के सुशासन में महतारी वंदन योजना के तहत मिलने वाली आर्थिक सहायता मेरी बेटियां जब बड़ी होंगी, तब यह पैसे उनकी पढ़ाई और शादी में काम आएंगे।
अम्बिकापुर विकासखंड के छोटे-से ग्राम पंचायत- चठिरमा के आश्रित गांव बढनीझरिया की रहने वाली श्रीमती अलका कच्छप अपने बच्चों के भविष्य के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। वे बेहद स्मार्टली अपने परिवार को बेहतर सहयोग करने के लिए शासन की कल्याणकारी योजनाओं के प्रति भी जागरूक हैं। श्रीमती अलका एक आम घरेलू महिला हैं, उनके पति श्री सामुवेल कच्छप राज मिस्त्री का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि परिवार की आर्थिक स्थिति हमेशा से ही चुनौतीपूर्ण रहती है। पति की आमदनी से घर का खर्च चलाना मुश्किल होता था, इसलिए बिहान महिला समूह से जुड़कर काम कर रही हैं। जिससे अतिरिक्त आमदनी हो जाती है। उन्होंने बताया कि वह अपने बच्चों की देखभाल और उनकी पढ़ाई पर विशेष ध्यान देती हैं।
श्रीमती अल्का ने बिहान समूह से जुड़कर न केवल आमदनी का जरिया ढुंढा बल्कि अपने बेटियों के लिए महतारी वंदन योजना से मिल रही राशि को उनके सुरक्षित भविष्य के लिए सुकन्या योजना का प्रीमियम जमा किया। श्रीमती अलका ने बताया कि उनकी दो बेटियां हैं बड़ी बेटी का नाम विभा और छोटी बेटी का नाम विद्या है। विभा प्राइवेट स्कूल में कक्षा 6वीं और छोटी बेटी केजी-वन में पढ़ रही हैं। वह चाहती है कि उनकी बेटियां अच्छी पढ़ाई कर अपने सपनों को पूरा करें। श्रीमती अल्का का सपना है कि उनकी बेटियां अपनी पढ़ाई पूरी करें और अच्छे करियर का चुनाव करें। इसलिए अलका अभी से तैयारी कर रही हैं। अपनी बिहान समूह की कमाई और महतारी वंदन योजना से मिलने वाली राशि को मिलाकर सुकन्या समृद्धि योजना में दोनों बेटियों के नाम से एक-एक हजार रुपए हर महीने जमा कर रही हैं। -
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दीपावली से पूर्व महतारी वंदन योजना की राशि मिलने से महिलाओं ने दीपावली पर की खुशियों की खरीदी
महिलाओं ने अपने विष्णु भैय्या का जताया आभार
रायपुर : हमारे देश के सबसे प्रमुख त्यौहार दीपावली को हर्षोल्लास के साथ सभी मनाते हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ में इस बार दीपावली का त्यौहार महिलाओं के लिए दोगुनी खुशियाॅ लेकर आया है। यह खुशियाॅ उन्हें महतारी वंदन योजना की 9वीं किस्त की राशि से मिली है, जिसे दीपावली से पूर्व ही मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने दीपावली की खुशियों के रूप में छत्तीसगढ़ की महिलाओं के खाते में अंतरित कर दिया था।
महतारी वंदन योजना के तहत प्रदेश की लगभग 70 लाख माताओं एवं बहनों के बैंक खातों में प्रतिमाह एक-एक हजार रूपये का अंतरण किया जाता है, जिसमें बालोद जिले की 02 लाख 52 हजार से अधिक महिलाएं भी प्रतिमाह लाभान्वित हो रही हैं। दीपावली त्यौहार के अवसर पर बालोद जिले की महिलाओं ने अपने बैंक खातों में एक-एक हजार रूपए राशि अंतरित होने पर खुशी जाहिर करते हुए अपने विष्णु भैय्या के प्रति आभार व्यक्त किया है। बालोद जिले के ग्राम सिवनी की श्रीमती देवकी बाई ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हे प्रतिमाह महतारी वंदन योजना के तहत एक हजार रूपए उनके खाते में मिल रहा है, जिसे वह अपने बैंक में जमा कर रही है।
अभी दिपावली के अवसर पर इससे वह अपने घर में सभी के लिए कपड़े और जरूरी सामान खरीदी है, जिससे उन्होंने दिपावली का त्यौहार काफी खुशी से मनाया है। उसने बताया कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय उनके बड़े भाई की तरह उनका ख्याल रख रहे हैं, और इस माह दीपावली त्यौहार के पूर्व राशि अंतरित कर उन्होंने अपनी बहनों की खुशियों को दोगुना किया है, जिसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री श्री साय का आभार व्यक्त किया है। श्रीमती ईश्वरी सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने दीपावली त्यौहार के पूर्व हमें महतारी वंदन योजना की राशि उपलब्ध कराया है, इससे उन्होंने अपने लिए साड़ी ली है। इसी प्रकार श्रीमती सरिता और श्रीमती बसंती निषाद ने महतारी वंदन योजना के तहत नौंवी किश्त की राशि आने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी हमारे बडे़ भैय्या की तरह हमारा ख्याल रख रहे है।
हमें प्रतिमाह एक हजार की राशि सीधे हमारे बैंक खाते में प्रदान कर रहे है। हमारे लिए अब हर माह की शुरूआत किसी त्यौहार से कम नही होती और मोबाइल में महतारी वंदन योजना की राशि आने का मैसेज देखते ही खुशियों से हमारा आत्मविश्वास जाग जाता है। इस माह दीपावली से पूर्व ही राशि आने से हमारी दीपावली की खुशियाॅ दोगुनी हुई है, हमने इस माह की राशि का उपयोग दीपावली की खरीदी में किया है। बालोद जिले की इन महिलाओं ने महतारी वंदन योजना को सराहते हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को बहुत-बहुत धन्यवाद देते हुए उनका आभार व्यक्त किया है। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री भारतरत्न श्री लालकृष्ण आडवाणी को उनके जन्मदिन 8 नवंबर के अवसर पर उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी है। मुख्यमंत्री श्री साय ने देश के लिए श्री आडवाणी जी के योगदान को याद करते हुए कहा है कि आडवाणी जी सशक्त तथा समृद्ध भारत की संकल्पना का अटूट समर्थन करने वाले व्यक्ति के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने उपप्रधानमंत्री के पद पर आसीन रहते हुए देश को आगे ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।भारतीय संसद में सांसद के रूप में अपनी भूमिका के उत्कृष्ट निर्वहन के लिए उन्हें उत्कृष्ट सांसद पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आडवाणी जी ने श्री राममन्दिर आन्दोलन को आगे बढ़ाया और सोमनाथ से अयोध्या के लिए रथयात्रा निकाली। उनके प्रयासों का सुखद परिणाम है कि आज लगभग 500 वर्षों बाद श्रीरामलला अपने मंदिर में विराजमान हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आडवाणी जी के देश हित में उल्लेखनीय योगदान के लिए इस वर्ष उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारतरत्न से सम्मानित किया गया है।
उन्होंने अपने बधाई संदेश में श्री लालकृष्ण आडवाणी जी के दीर्घायु और स्वस्थ जीवन की कामना की है। -
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रायपुर में जुटेंगे सड़क निर्माण और सड़क सुरक्षा से जुड़े देशभर के विशेषज्ञ, वैज्ञानिक, अभियंता और अधिकारी
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने आज तकनीकी प्रदर्शनी का किया उद्घाटन
सड़क निर्माण और रखरखाव से संबंधित आधुनिक मशीनरी और उपकरणों की लगाई गई है प्रदर्शनी
रायपुर : केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी 8 नवम्बर से रायपुर में आयोजित भारतीय सड़क कांग्रेस के 83वें वार्षिक अधिवेशन का शुभारंभ करेंगे। रायपुर के साइंस कॉलेज परिसर में 8 नवम्बर से 11 नवम्बर तक इसका आयोजन किया गया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव भी 8 नवम्बर को शाम साढ़े चार बजे आयोजित अधिवेशन के शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल होंगे। चार दिनों तक चलने वाले भारतीय सड़क कांग्रेस के अधिवेशन में सड़क निर्माण और सड़क सुरक्षा से जुड़े देशभर के दो हजार से अधिक विशेषज्ञ, वैज्ञानिक, अभियंता और अधिकारी शामिल होंगे। अधिवेशन के शुभारंभ कार्यक्रम में सड़क निर्माण तकनीक और सामग्री से संबंधित तीन गाइडलाइन्स और एक मैनुअल भी जारी किए जाएंगे।
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने आज शाम साइंस कॉलेज परिसर में भारतीय सड़क कांग्रेस के 83वें वार्षिक अधिवेशन के तहत आयोजित तकनीकी प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। उन्होंने प्रदर्शनी का भ्रमण कर सड़क निर्माण, सड़क सुरक्षा, निर्माण सामग्री और सड़कों के रखरखाव से जुड़ी मशीनरी व उपकरणों की निर्माता तथा आपूर्तिकर्ता कंपनियों के प्रतिनिधियों से इनकी जानकारी ली। विभिन्न कंपनियों द्वारा यहां लगाए गए स्टॉल्स मंर सड़क निर्माण से संबंधित तकनीकी मटेरियल्स, डिजाइन, टेक्नोलॉजी इत्यादि का प्रदर्शन आगामी चार दिनों तक किया जाएगा।
उप मुख्यमंत्री श्री साव ने आज आयोजन स्थल पर प्रेस-कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बताया कि भारतीय सड़क कांग्रेस (IRC) सड़क एवं सेतु निर्माण से संबंधित मानक एवं गाइडलाइन्स निर्धारित करने वाली देश की सर्वोच्च संस्था है। आईआरसी में भारत सरकार, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, एन.एच.ए.आई.डी.सी.एल., बी.आर.ओ., मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेस, एन.आर. आई.डी.ए., ग्रामीण विकास मंत्रालय, शहरी विकास मंत्रालय, सभी राज्यों के लोक निर्माण विभाग, ग्रामीण सड़क निर्माण विभाग, पब्लिक सेक्टर, प्राइवेट सेक्टर, रिसर्च आर्गेनाइजेशन्स के इंजीनियर्स की सोसायटी आदि शामिल हैं।
श्री साव ने प्रेस-कॉन्फ्रेंस में बताया कि आईआरसी का मुख्य उद्देश्य सड़क निर्माण, सेतु निर्माण एवं यातायात से संबंधित मानकों का निर्धारण करना तथा निर्माण संबंधी गाइडलाइन्स एवं मैन्युअल तैयार करना, समय-समय पर उनका पुनरीक्षण करना, देश-विदेश में आ रही सड़क निर्माण की नई तकनीकों एवं सामग्रियों का अध्ययन कर देश में लागू करने के लिए मानक तैयार करना है। आईआरसी द्वारा जारी किए गए मानकों एवं गाइडलाइन्स के अनुसार ही भारत सरकार एवं अन्य सड़क निर्माण विभाग सड़क निर्माण करते हैं।उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के बाद पहली बार यहां आईआरसी का वार्षिक अधिवेशन हो रहा है जो कि प्रदेश के लिए गौरव का विषय है। लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता श्री के.के. पीपरी और भारतीय सड़क कांग्रेस के महासचिव श्री एस.के. निर्मल ने भी प्रेस-कॉन्फ्रेंस में अधिवेशन के बारे में जानकारी दी। लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह भी इस दौरान मौजूद थे।
आईआरसी के चार दिवसीय अधिवेशन के दौरान विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों, अभियंताओं और अधिकारियों के बीच विभिन्न बैठकों, परिचर्चाओं, तकनीकी सत्रों और दस्तावेजों पर चर्चा होगी। इस दौरान आयोजित हाइवे रिसर्च बोर्ड की बैठक में भारत सरकार, राज्य सरकार, रिसर्च इंस्टीट्यूट एवं शैक्षणिक संस्थानों, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों एवं प्राइवेट सेक्टर के प्रतिनिधि सड़क निर्माण से संबंधित अनुसंधान एवं विकास के संबंध में रोड मैप तैयार करेंगे।अधिवेशन के चारों दिन अलग-अलग तकनीकी सत्रों में विभिन्न संस्थानों, शासकीय विभागों और निजी क्षेत्र से आए इंजीनियर्स अपना प्रस्तुतीकरण देंगे। अधिवेशन के दौरान आईआरसी की बिजनेस मीटिंग और काउंसिल मीटिंग भी आयोजित है। 8, 9 एवं 10 नवम्बर को शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे। अधिवेशन में शामिल होने आए देशभर के प्रतिनधियों को छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक वैभव, पुरातत्व, पर्यटन, पौराणिक और धार्मिक महत्व से जुड़े स्थलों का भ्रमण भी कराया जाएगा -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
एक्स पर छाया रहा छत्तीसगढ़ राज्योत्सव- 2024
रायपुर : सोशल मीडिया एप एक्स पर आज छत्तीसगढ़ राज्योत्सव-2024 देशभर में दूसरे नंबर पर ट्रेंड करता रहा है। तीन दिवसीय इस राज्योत्सव का भव्य आयोजन 4 नवम्बर से 6 नवम्बर तक राज्योत्सव स्थल, नया रायपुर अटल नगर में किया गया, जहां देश के सुप्रसिद्ध कलाकारों ने छत्तीसगढ़ आकर अपनी प्रस्तुतियां दे रहे हैं। भारत के उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़, राज्यपाल श्री रमेन डेका,मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह की मौजूदगी में समापन अवसर पर राज्य अलंकरण पुरस्कार भी दिए गए ।
राज्योत्सव में हुई सभी प्रस्तुतियों की लाइव स्ट्रीमिंग देश-विदेश के लोगों ने देखा और बढ़-चढ़कर राज्योसव के सभी कार्यक्रमों का हिस्सा भी बने। आज देशभर में दिन भर सोशल मीडिया एप एक्स पर छत्तीसगढ़ राज्योत्सव-2024 ट्रेंड करता रहा।
गौरतलब है कि आज राज्य अलंकरण समारोह एवं राज्योत्सव के समापन अवसर पर उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ बतौर मुख्य आतिथ्य शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्यपाल श्री रमेन डेका ने की। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय एवं विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह कार्यक्रम में अति विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। वहीं राज्य स्थापना दिवस का उद्घाटन मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा किया गया था -
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रायपुर : नवा रायपुर अटल नगर स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी उद्योग एवं व्यापार परिसर में छत्तीसगढ़ राज्योत्सव का आज तीसरा एवं अंतिम दिन है। पृथक छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद 24 वर्षों की इस अल्पायु में ही छत्तीसगढ़ ने नवीन औद्योगिक विकास नीतियों के माध्यम से विकास के कई नए आयाम गढ़े हैं।
यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मंशानुरूप छत्तीसगढ़ राज्य में ’अमृतकालः छत्तीसगढ़ विजन / 2047’ के नवीन औद्योगिक विकास नीति 2024-30 जैसी महत्वाकांक्षी परियोजना का शुभारम्भ हो चुका है। 1 नवंबर, 2024 से प्रारंभ होकर 31 मार्च 2030 तक छत्तीसगढ़ राज्य में विभिन्न योजनाओं के माध्यम से नवीन उद्योग नीतियों को लागू कर एक छत्तीसगढ़ को विकसित राज्य बनाने की दिशा में अग्रसर है।
इस नवीन एवं महत्वपूर्ण नीति का लक्ष्य समग्र औद्योगिक विकास के माध्यम से रोजगार सृजन एवं अग्रणी औद्योगिक राज्य की परिकल्पना को साकार करना है। साथ ही वृहद उद्यमों के माध्यम से पब्लिक एवं प्राइवेट सेक्टर हेतु प्रोत्साहन देना है। -
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अबूझमाड़ के बच्चों को किया दिल्ली आमंत्रित
संसद टीव्ही में करायेंगे साक्षात्कार
वार मेमोरियल, पीएम संग्रहालय और संसद भवन भी दिखायेंगे
रायपुर : अबूझमाड़ के बच्चों ने राज्योत्सव में आज अपने मलखंभ का ऐसा शानदार प्रदर्शन किया कि कार्यक्रम देख रहे उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने पुनः मंच पर जाकर टीम के सबसे छोटे बच्चे को गोद में उठा लिया। उपराष्ट्रपति ने बच्चों को इस प्रदर्शन के लिए बधाई देते हुए कहा कि आप सभी को दिल्ली घुमाने ले जाएंगे, वहां आपको संसद भवन, वार मेमोरियल, पीएम संग्रहालय दिखायेंगे। साथ ही उन्होंने संसद टीव्ही में साक्षात्कार कराने की बात भी कही। उपराष्ट्रपति के स्नेह से बच्चे भी अभिभूत हो गए। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए बहुत खुशी का क्षण है कि हम दिल्ली जाकर देश के भव्य स्मारकों को देखेंगे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ राज्योत्सव के समापन समारोह में प्रदान करेंगे पुरस्कार और सम्मानरायपुर : उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने आज रायपुर के महंत घासीदास संग्रहालय परिसर स्थित सभागार में आयोजित प्रेस-कॉन्फ्रेंस में राज्य अलंकरण, सम्मान और पुरस्कारों के लिए चयनित व्यक्तियों और संस्थाओं के नामों की घोषणा की। राज्य शासन के 16 विभागों द्वारा 35 अलंकरण, सम्मान और पुरस्कार दिए जा रहे हैं। इसके लिए चार संस्थाओं एवं 38 व्यक्तियों का चयन किया गया है।
उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ 6 नवम्बर को नया रायपुर में राज्योत्सव के समापन समारोह में ये पुरस्कार और सम्मान प्रदान करेंगे। उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने राज्य शासन और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की ओर से राज्य अलंकरण, सम्मान एवं पुरस्कारों के लिए चयनित सभी व्यक्तियों और संस्थाओं को बधाई दी है। -
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रायपुर : राज्यपाल श्री रमेन डेका से आज राजभवन में छठ महापर्व आयोजन समिति महादेवघाट के अध्यक्ष श्री राजेश कुमार सिंह के नेतृत्व में पदाधिकारियों ने सौजन्य भेंट कर राज्यपाल को छठ महापर्व में शामिल होने के लिए न्यौता दिया। -
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विकास की सबसे बड़ी ताकत संस्कृति से मिलती है : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव सायराज्योत्सव के दूसरे दिन भी रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजनरायपुर : छत्तीसगढ़ एक युवा राज्य है और युवा अवस्था में ही इस राज्य ने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा और क्षमता का प्रदर्शन किया है। राज्योत्सव के मौके पर अपनी विरासत को सहेजने और छत्तीसगढ़ को अग्रणी राज्य बनाने का संकल्प लें। नागरिकगणों से यह अपील राज्योत्सव कार्यक्रम के दूसरे दिन मुख्य अतिथि राज्यपाल श्री रमेन डेका ने की। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने की।
इस मौके पर अपने संबोधन में श्री डेका ने कहा कि आज का दिन हम सभी के लिए गौरव का दिन है। हमारे छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना को 24 वर्ष पूरे हो चुके हैं और यह हम सबके लिए ऐतिहासिक क्षण है। इन वर्षाे में हमने एक मजबूत आधार बनाया है और अपने लक्ष्य की ओर लगातार बढ़ने का संकल्प लिया है। उन्होंने इस अवसर पर राज्य निर्माण का स्वप्न देखने वाले और इसके लिए संघर्ष करने वाले पुरखों को भी नमन किया।उन्होंने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की प्रशंसा करते हुए कहा कि राज्य शासन द्वारा जनकल्याण के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं जिसके लिए मुख्यमंत्री बधाई के पात्र हैं। छत्तीसगढ़ में कृषि एवं ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने के लिए सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं। जनजातियों, महिलाओं एवं युवाओं के उत्थान एवं कल्याण के लिए भी निरंतर पहल की जा रही है।
राज्यपाल ने कहा कि पिछले 23 वर्षों में छत्तीसगढ़ के विकास के लिए एक ठोस धरातल निर्मित हुआ है। इस दौर में राज्य की सांस्कृतिक रूप से भी एक अलग पहचान बनी है। वर्तमान में भी सांस्कृतिक समृद्धि के लिए चहुंमुखी प्रयास किये जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ में प्राकृतिक संसाधन पर्याप्त हैं, चाहे वन हो, खनिज हो या मानव संसाधन हो, सभी का उचित दोहन किया जाना अभी बाकी है। संसाधनों के दोहन के साथ ही हमें इस पर भी गहन चिंतन करना होगा कि विकास का पैमाना क्या हो। विकास की सतत् प्रक्रिया में प्रकृति के साथ संतुलन बना रहे, यह भी ध्यान रखना होगा। हम सबको आज संकल्प लेना होगा कि छत्तीसगढ़ को विकास के पथ पर ले जाने के लिए मिलजुल कर प्रयास करेंगे।
राज्य की उन्नति के लिए शांति जरूरी है, विगत कुछ वर्षों से नक्सल हिंसा से छत्तीसगढ़ का कुछ हिस्सा प्रभावित रहा है। इस हिंसा को खत्म करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा लगातार साझा प्रयास किये जा रहे हैं। आशा है कि जल्द ही इस हिंसा से राज्य को मुक्ति मिलेगी और छत्तीसगढ़ तेजी से विकास की दौड़ में आगे बढ़ेगा। राज्यपाल ने सभी नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि इस राज्य को अग्रणी राज्य बनाने के लिए अधिक से अधिक योगदान दें साथ ही आज एक संकल्प लें कि अपने प्रदेश की, शहर की सार्वजनिक संपत्तियों, सांस्कृतिक धरोहरों की रक्षा करेंगे, उसे संभालेंगे और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने राज्योत्सव समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि जिन लोगों ने संयुक्त मध्यप्रदेश के समय छत्तीसगढ़ में जन्म लिया और बड़े हुए वे लोग तब और अब के फर्क को बहुत अच्छी तरह जानते हैं। उन्हें याद होगा कि किस तरह छत्तीसगढ़ में बार-बार अकाल पड़ता था। किसानों को रोजी-रोटी के लिए पलायन करना पड़ता था। सौभाग्य से जब अटल जी प्रधानमंत्री बने तो छत्तीसगढ़ की पीड़ा को समझा और अलग राज्य का निर्माण किया। 24 साल पूरे हो गये हैं। छत्तीसगढ़ विकास की ओर तेजी से बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने कार्यक्रम में लोक कलाकारों को अधिकतम जगह दी है। इसके साथ ही छालीवुड और बालीवुड के कलाकारों को भी जगह दी है। मैं सभी कलाकारों का अभिनंदन करता हूँ। हमारी कला हमारे विचारों को अभिव्यक्त करने का माध्यम है। छत्तीसगढ़ की संस्कृति इस मामले में बहुत समृद्ध है हमारे यहां हर विधा के कलाकार हैं। छत्तीसगढ़ में लोक गायन, लोक कला एवं सभी विधाओं को हमारी सरकार प्रोत्साहित कर रही है। शिल्प ग्राम स्थापित किये गये हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम अपने तीज त्योहारों, देव स्थलों, मड़ई मेलों को भी सहेज रहे हैं। विकास के लिए सबसे बड़ी ताकत संस्कृति से ही मिलती है। संस्कृति हमें बताती है कि विकास की दिशा क्या होनी चाहिए। प्राथमिकता क्या होनी चाहिए, सोच क्या होनी चाहिए, दृष्टिकोण क्या होना चाहिए और लक्ष्य क्या होना चाहिए। प्रत्येक नागरिक का आचार-विचार और व्यवहार संस्कृति ही तय करती है और इसी के अनुरूप नीति निर्धारण के लिए सरकार को प्रेरित करती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के लक्ष्य के अनुरूप विकसित छत्तीसगढ़ के लिए विजन डाक्यूमेंट तैयार किया है उसमें संस्कृति को सबसे ज्यादा तवज्जो दी है। संस्कृति ही समाज में ताकत पैदा करती है। छत्तीसगढ़ प्राकृतिक सौंदर्य के मामले में बेहद समृद्ध है। पर्यटन की यहां बड़ी संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि किस तरह से भगवान श्रीराम से जुड़े तीर्थों का विकास किया जा रहा है। माता शबरी और माता कौशल्या के धाम को संवारा जा रहा है। राजिम, सिरपुर, मधेश्वर, भोरमदेव, बारसूर आदि अनेक ऐतिहासिक स्थल हैं, जिनका विकास किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी शिल्प कला को सहेजा जा रहा है और प्रोत्साहित किया जा रहा है। खादी के वस्त्रों पर 25 प्रतिशत की छूट देकर इसे प्रोत्साहित किया जा रहा है। इन सबके साथ ही प्रदेश के खानपान की अपनी विशेषता है। संस्कृति का संरक्षण और संवर्धन सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता में शामिल है। यह राज्य हमने बनाया है संवारा है और आगे भी इसे हम ही संवारेंगे। इस मौके पर छत्तीसगढ़ नैसर्गिक पर्यटन पत्रिका और संस्कृति विभाग की पत्रिका ‘बिहनिया‘ का विमोचन किया। इस मौके पर मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा सहित अन्य गणमान्य नागरिक एवं अधिकारीगण मौजूद थे। -
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जनसंपर्क की छायाचित्र प्रदर्शनी को देखा और सराहाकहा इससे आम लोगों को मिलती है शासन की योजनाओं और उपलब्धियों की सही जानकारीरायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने राज्योत्सव की द्वितीय संध्या को जनसंपर्क विभाग की छायाचित्र प्रदर्शनी का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर वहां मौजूद कलाकारों के पास पहुंचे और मांदर बजाकर अपनी प्रसन्नता का इजहार किया। मुख्यमंत्री श्री साय कलाकारों के साथ मांदर की थाप पर थिरकते हुए आज अलग अंदाज में नजर आए। मुख्यमंत्री का छत्तीसगढ़ी कला-संस्कृति से जुड़ाव और उनके सहज-सरल व्यवहार को देखकर लोग उनके मुरीद हो गए और तालियां बजाकर अपनी खुशी का इजहार किया। मुख्यमंत्री को इस मौके पर रिखी क्षत्रीय ने अपनी ओर से मांदर भेंट किया।
गौरतलब है कि जनसंपर्क विभाग की प्रदर्शनी में राज्य की विभिन्न योजनाओं, विकास कार्यों और जनहितकारी परियोजनाओं को प्रदर्शित किया गया है। मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी में दिखाई गई योजनाओं और उपलब्धियों की सराहना की और इसे जनता के बीच जागरूकता बढ़ाने का महत्वपूर्ण माध्यम बताया। इस अवसर पर उन्होंने वहां एलईडी टीव्ही के माध्यम से प्रसारित हो रहे पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा में हिन्दी में दिए गए भाषण को हेडफोन लगाकर सुना।
गौरतलब है 4 अक्टूबर, 1977, भारत के विदेश मंत्री के तौर पर स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी देश का प्रतिनिधित्व करते हुए उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा में हिन्दी में अपना भाषण दिया था। उन्होंने अपने भाषण में परमाणु निरस्त्रीकरण, आतंकवाद जैसे कई गंभीर मुद्दे उठाए थे। हिंदी में बोलने की वजह से ही उनका यह भाषण अविस्मरणीय और ऐतिहासिक हो गया। उन्होंने कहा कि भारत सभी देशों से मैत्री चाहता है और भारत विश्व शांति के लिए हमेशा अग्रणी भूमिका निभाएगा। उन्होंने वसुधैव कुटुंबकम की अवधारणा को विश्व मंच पर पुरजोर तरीके से रखते हुए कहा कि मैं भारत की ओर इस महासभा को आश्वासन देता हूं कि हम एक विश्व के आदर्शों की प्राप्ति और मानव के कल्याण तथा उसके गौरव के लिए त्याग और बलिदान की बेला कभी पीछे नहीं रहेंगे।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के भाषण को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह भारत को गौरवान्वित करने वाला है। मुख्यमंत्री श्री साय ने जनसंपर्क विभाग की प्रदर्शनी में प्रश्न माला कार्यक्रम में विजेता रही दानी स्कूल और काली बाड़ी स्कूल के छात्राओं को पुरस्कृत किया और उनका हौंसला बढ़ाया। छात्रा लविना वर्मा, किरण साहू सुमन, महिमा वर्मा, दीपिका धीवर ने मुख्यमंत्री को इस तरह के आयोजन समय-समय पर कराए जाने का आग्रह किया। जनसंपर्क की प्रदर्शनी में रिखी क्षत्रिय भिलाई ने छत्तीसगढ की संस्कृति को संजोकर रखने और उनका प्रचार प्रसार करने के लिए छत्तीसगढ के वाद्ययंत्रों को प्रदर्शित किया गया है। -
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रायपुर : राज्योत्सव के शुभारंभ के अवसर पर नवा रायपुर के मेला ग्राउंड में ख्याति प्राप्त कलाकारों ने रंगारंग और मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरूआत में श्री रिखी क्षत्रीय की टीम द्वारा 12 लोक नृत्य की प्रस्तुति दी गई। श्री मोहन चौहान एवं साथी द्वारा आदिवृंदम, श्री सुनील सोनी एवं टीम द्वारा क्षेत्रीय नृत्य संगीत तथा श्री विद्या वर्चस्वी द्वारा नाम रामायण की प्रस्तुति दी गई।इसके साथ ही मल्लखंभ (इंडियाज गॉट टैलेंट) तथा बॉलीवुड के प्रसिद्ध पार्श्व गायक शांतनु मुखर्जी (शानु) ने शानदार और मनमोहक प्रस्तुतियां दी। जिसका राजधानी वासियों ने देर रात तक लुत्फ उठाया। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लिया। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने उत्तर भारतीय और भोजपुरी समाज सहित समस्त प्रदेशवासियों को चार दिवसीय छठ महापर्व के शुभारंभ की बधाई और शुभकामनाएं दी है। श्री साय ने अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि छठ पूजा 5 नवम्बर से नहाय-खाय के साथ शुरू हो रही है। छत्तीसगढ़ में सूर्य उपासना और छठी मईया के पूजन का यह पर्व आगामी 4 दिनों तक धूमधाम से मनाया जायगा।नहाय-खाय के साथ शुरू होकर यह पर्व खरना, संध्या अर्घ्य, प्रात:कालीन अर्घ्य के साथ समाप्त होगा । उन्होंने छठी मइया से प्रार्थना करते हुए कहा है कि छठ पर्व सब के जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली लेकर आए। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय से आज यहां उनके निवास कार्यालय में राज्य प्रशासनिक सेवा के पदोन्नत अधिकारियों ने मुलाकात कर उनके प्रति आभार जताया। उल्लेखनीय है कि राज्य प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ सेवा वेतनमान पर कार्यरत 64 अधिकारियों को प्रवर सेवा वेतनमान पर तथा कनिष्ठ सेवा वेतनमान पर कार्यरत 25 अधिकारियों को वरिष्ठ सेवा वेतनमान पर विगत 28 अक्टूबर को पदोन्नत किया गया है।मुख्यमंत्री श्री साय ने राज्य प्रशासनिक सेवा के सभी पदोन्नत अधिकारियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर राज्य प्रशासनिक सेवा से श्री प्रणव सिंह, श्री मनीष मिश्रा, श्री नवीन कुमार ठाकुर, सुश्री अभिलाषा पैकरा, श्री विनायक शर्मा, श्री अरुण वर्मा, श्रीमती गीता दीवान, सुश्री अर्चना पांडेय, डॉ. दीप्ति वर्मा, श्रीमती मधु हर्ष, श्रीमती ऋतु हेमनानी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।