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नई दिल्ली : पक्षियों की हो रही रहस्यमयी मौतों के बीच दिल्ली और महाराष्ट्र ने बर्ड फ्लू की पुष्टि की है। सात अन्य राज्यों - उत्तर प्रदेश, केरल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और गुजरात ने पहले हाल ही में हुई पक्षियों की मौतों का कारण एवियन इन्फ्लुएंजा को बताया था।
वहीं, मछली पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने रविवार को कहा कि बर्ड फ्लू के प्रसार की निगरानी के लिए गठित केंद्रीय दल देश भर के सात राज्यों में प्रभावित स्थलों का दौरा कर रहे हैं।
बताया गया है कि कृषि संबंधी संसदीय स्थायी समिति ने देश में पशु टीके की उपलब्धता की जांच करने के लिए पशुपालन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों को तलब किया है। उम्मीद है कि इसको लेकर जल्द बैठक होगी।
दिल्ली ने जीवित पक्षियों के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है और गाजीपुर के सबसे बड़े थोक पोल्ट्री बाजार को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। दिल्ली के पशुपालन विभाग ने बताया कि दिल्ली में बर्ड फ्लू की पुष्टि मृत कौवों और बत्तखों के आठ नमूनों के परीक्षण के बाद हुई। एवियन फ्लू के लिए सभी नमूनों का परीक्षण सकारात्मक रहा। -
नई दिल्ली : 16 जनवरी 2021 से देश में वैक्सीन लगने की शुरुआत होगी. सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन दी जाएगी. इनकी संख्या करीब 3 करोड़ होगी. इसके बाद 50 साल से अधिक और 50 साल के कम उम्र के को-मोरबिड लोगों को वैक्सीन दी जाएगी, जिनकी संख्या करीब 27 करोड़ के आस पास है.
पीएम मोदी ने की आज समीक्षा बैठक
पीएम मोदी ने आज कोविड टीकाकरण के लिए राज्य / केंद्र शासित प्रदेशों की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्च-स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. बैठक में कैबिनेट सचिव और स्वास्थ्य सचिव के अलावा दूसरे अधिकारियों ने भाग लिया. इस समीक्षा बैठक के बाद वैक्सीनेशन की तारीख तय की गई.
शुक्रवार को पूरे देश में दूसरी बार कोरोना वायरस की तैयारियों को परखने के लिए ड्राइ रन किया गया. इस दौरान वैक्सीनेशन की तैयारियों का जायज़ा भी लिया गया. उत्तर प्रदेश के अलावा देश हर ज़िले में ड्राई रन का आयोजन किया गया था.
11 जनवरी को मुख्यमंत्रियों के साथ पीएम की बैठक
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 जनवरी को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा करने वाले हैं, लेकिन उससे पहले ही वैक्सिनेशन की तारीख का एलान कर दिया गया है. इसके अलावा सत्तारूढ़ बीजेपी लोगों के बीच वैक्सीन से जुड़ी आशंकाओं को दूर करने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान की तैयारी कर रही है.
गौरतलब है कि देश में भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका की कोविशील्ड वैक्सीन को 3 जनवरी को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिल चुकी है. कोविशील्ड का उत्पादन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कर रही है. -
दिल्ली में बीते कुछ दिनों में 35 कौवों समेत कम से कम 50 पक्षी मर चुके हैं, जिससे बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ गया है. दिल्ली में अब तक आधिकारिक तौर पर बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं की गई है.
नई दिल्ली : शनिवार को दिल्ली में संजय झील में बत्तखों और रोहिणी सेक्टर-15 के एक पार्क से कुछ कौवों के मरे हुए पाये जाने की जानकारी रैपिड रिस्पांस टीम को मिली है. दिल्ली पशुपालन विभाग की ओर से ये जानकारी मिली है. रैपिड रिस्पांस टीम इन जगहों से सैम्पल कलेक्शन करने का काम कर रही है. एक अधिकारी ने कहा कि कि झील को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है.
जानकारी के मुताबिक संजय झील में 10 बत्तखें मरी हुई मिली थीं. इनमें से 2 बत्तखों के सैम्पल जांच के लिये लैब में भेजे जाएंगे. रोहिणी के पार्क से भी सैम्पल कलेक्शन का काम किया जा रहा है. दिल्ली में अब तक आधिकारिक तौर पर बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं की गई है, अधिकारियों को रिपोर्ट का इंतजार है.
पशुपालन विभाग के डॉक्टर राकेश सिंह ने बताया, 'हमें संजय झील में 10 बत्तक मृत मिले हैं, जिनके नमूनों को जांच के लिये प्रयोगशाला भेज दिया गया है.' दिल्ली में बीते कुछ दिनों में 35 कौवों समेत कम से कम 50 पक्षी मर चुके हैं, जिससे बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ गया है. सिंह ने इससे पहले कहा था, 'हमें द्वारका, मयूर विहार फेस-3 और हस्तसाल विलेज में कौवों के मरने की खबर मिली थी. हालांकि अभी यह पता लगाया जा रहा है कि उनके मरने का कारण बर्ड फ्लू था या कुछ और.' उन्होंने कहा कि पहली जांच रिपोर्ट सोमवार को आ जाएगी. -
एजेंसीयूपी : बुलंदशहर के सिकंदराबाद कोतवाली क्षेत्र के गांव जीतगढी में शराब ने कहर बरपा दिया। शराब का सेवन से चार लोगों की मौत हो गई जबकि 16 अन्य लोगों की भी तबीयत बिगड़ गई, जिन्हें विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
बताया जाता है कि गुरुवार की शाम गांव में ही बिक रही शराब का सेवन कुछ ग्रामीणों ने किया। बताया जाता शराब का सेवन करने के बाद ही लोगों की हालत बिगड़नी शुरू हो गई। परिजन उपचार के लिए अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन चार लोगों ने दम तोड़ दिया। मरने वालों में सुखपाल 65 वर्ष, सतीश 45 वर्ष, कलुआ 40, सरजीत 45 वर्ष शामिल हैं। वहीं अजय, ओमवीर, सुखपाल, गजे, प्रेम सिंह, पन्ना आदि की हालत गंभीर है। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई। सीओ सिकंदराबाद नम्रता श्रीवास्तव ने कहा कि मामले की जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
डीएम रविंद्र कुमार और एसएसपी संतोष कुमार सिंह गांव में पहुंचे। डीएम रविन्द्र कुमार ने बताया कि चार लोगों की शराब पीने से मौत होना बताया गया है। उनके शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए हैं, जबकि 16 लोग की हालत खराब होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती करा कर उपचार कराया जा रहा है।मामले की जांच कराई जा रही है। जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कोतवाल, चौकी इंचार्ज समेत तीन निलंबित : एसएसपी
एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि इस मामले में लापरवाही मानते हुए सिकंदराबाद कोतवाली प्रभारी निरीक्षक दीक्षित कुमार त्यागी, चौकी इंचार्ज अनोखे पुरी और बीट कांस्टेबल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। शराब बेचने का आरोपी फरार है। उसके परिवार के कुछ लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है। -
मिडिया रिपोर्ट
वॉशिंगटन: पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बुधवार को यूएस कांग्रेस पर हुए हमले के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रिपब्लिकन सांसदों को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने इस घटना को 'देश के लिए अपमान और शर्मिंदगी का क्षण' बताया. उन्होंने कहा कि 'लेकिन अगर हम कहेंगे कि यह बिल्कुल अचानक हुई घटना है, तो हम खुद से मजाक कर रहे होंगे.' उन्होंने कहा कि यह हिंसा ट्रंप ने 'भड़काई' है, जो 'जो लगातार कानूनी चुनाव को लेकर आधारहीन झूठ फैला रहे हैं.'
ओबामा ने रिपब्लिकन पार्टी और इसके मीडिया समर्थकों पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वो राष्ट्रपति चुनावों में जो बाइडेन की जीत को लेकर 'अधिकतर मौकों पर अपने समर्थकों से सच छुपाते रहे हैं.' एक बयान जारी कर ओबामा ने कहा कि 'इसका नतीजा हम इस हिंसा में देख रहे हैं.' -
राजस्व मंत्री श्री अग्रवाल ने कलेक्टर श्रीमती कौशल और अधिकारियों के साथ आज सुबह किया निरीक्षणवाटिका में चिल्ड्रन्स गार्डन, फाउंटेन सहित वाक-वे, योगा हट्स बनेंगे, चंदन के पेड़ भी लगेंगे
कोरबा : शहर के बीच स्थित अशोक वाटिका का जीर्णाेंद्धार एवं सौंदर्यीकरण आने वाले दिनो में होगा। यहां ऑक्सीजोन विकसित करने का काम भी जल्द शुरू होने के आसार हैं। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कोरबा प्रवास के दौरान हाल में ही इसके विकास के लिए घोषणा की है। इसी तारतम्य में आज सुबह राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल ने कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल, महापौर श्री राजकिशोर प्रसाद और अन्य अधिकारियों व जन प्रतिनिधियों के साथ वाटिका का निरीक्षण किया। वाटिका में 15 से अधिक प्रकार के निर्माण काम कराये जाएंगे और चंदन के पेड़ लगाये जाएँगे। ट्रांसपोर्ट नगर क्षेत्र के अंतर्गत अशोक वाटिका को सामान्य रूप से विकसित करने का काम कई दशक पहले किया गया।
वाटिका में फाउंटेन लगाने के साथ यहां कई प्रजातियों के पौधे लगाए गए हैं। आसपास के लोगों की उपस्थिति सुबह और शाम की सैर के लिए अशोक वाटिका में होती रही है। अभी खेल गतिविधियों के रूप में भी आंशिक तौर पर इसका उपयोग हो रहा है। इस अशोक वाटिका को ऑक्सीजोन रूप में विकसित करने के लिए 10 करोड़ रुपए की धन राशि की घोषणा की गई है। इस पर जल्द अमल हो इसके लिए प्रशासन हरकत में आ गया है। इस दौरान सभापति श्यामसुंदर सोनी, डीएफओ एन रघुनाथन, एसडीएम सुनील नायक, अपर आयुक्त नगर निगम अशोक शर्मा, अधीक्षण अभियंता ग्यास अहमद, कार्यपालन अभियंता अरुण शर्मा, रेंजर कर्माकर, श्रीकांत बुधिया, महेश भावनानी, सुभाष अग्रवाल, एल्डरमेन एस.मूर्ति भी मौजूद रहे।
राजस्व मंत्री ने कलेक्टर एवं अधिकारियों के साथ वाटिका की मौजूदा स्थिति देखी। वाटिका में ही संक्षिप्त बैठक में यहां व्यापक परिसर उपलब्ध होने और विभिन्न प्रकार के काम किये जाने की संभावनाएं तलाशी गई और इस बारे में अधिकारियों से बातचीत की गई। इस दौरान अधिकारियों को जल्द कार्ययोजना तैयार करने के साथ काम प्रारंभ करने को कहा गया। वाटिका के विकास से क्षेत्रवासियों को दैनिक कार्यों के लिए एक अच्छी जगह उपलब्ध हो सकेगी। आज हुई प्रारम्भिक चर्चा के दौरान अशोक वाटिका में बाउंड्रीवाल, फाउंटेन, वाटर सप्लाई, योगा हट्स का विस्तार, एक्यूप्रेशर पाथवे, चिल्ड्रन गार्डन, बटरफ्लाई, व्हालीबॉल ग्राउंड का विस्तार, चबूतरों का निर्माण, चंदन पौधों का रोपण, चेंज रूम, वाक-वे का निर्माण, पार्किंग निर्माण, अन्य सौंदर्यीकरण कार्य, चार स्थानों पर पब्लिक डॉयलेट बनाने कामों की जरूरत को चिह्नांकित किया गया है। इस वाटिका के पूर्ण विकसित हो जाने पर सुबह पांच से नौ बजे और शाम को पांच बजे से लोग निःशुल्क प्रवेश कर सकेंगे। -
लगभग 8.54 करोड़ रूपए की लागत के 39 विकास कार्यों का किया लोकार्पण-शिलान्यास
हितग्राहियों को 4.63 करोड़ रूपए की सहायता राशि के चेक और 13.59 लाख रूपए की सामग्री का किया वितरणशासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए 4.68 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित शासकीय आवासों का लोकार्पणभर्रापारा पेण्ड्रा और टीकरकला गौरेला में बनने वाले स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूलों का भूमिपूजन
गौरेला में 20 लाख रूपए की लागत से बनने वाले रविन्द्रनाथ टैगोर उपवन का शिलान्यास
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज प्रदेश के नवगठित गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले के प्रवास के दौरान मरवाही विकासखंड के ग्रामी दानीकुण्डी में आयोजित विकास कार्यों के लोकार्पण शिलान्यास समारोह में 8 करोड़ 54 लाख रूपए की लागत के 39 विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने 6 करोड़ 26 लाख रूपए की लागत के 25 विकास कार्यों का लोकार्पण और 2 करोड़ 28 लाख रूपए की लागत के 14 कार्यों का भूमिपूजन किया। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कार्यक्रम में शासन की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के अंतर्गत 337 हितग्राहियों को साढ़े तेरह लाख रूपए की सामग्री और 230 हितग्राहियों को कुल 4 करोड़ 61 लाख रूपए की सहायता और अनुदान राशि का चेक वितरित किया।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने 59 लाख रूपए की लागत से बनने वाले स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल भर्रापारा पेण्ड्रा और 45 लाख रूपए की लागत से गौरेला के टीकरकला में बनने वाले स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल, गौरेला में 20 लाख रूपए की लागत से बनने वाले रविन्द्रनाथ टैगोर उपवन का भूमिपूजन किया। श्री बघेल ने कार्यक्रम में ग्राम परासी में औषधालय भवन, मरवाही में होम्यो औषधालय भवन सहित विभिन्न गांवों में सीमेंट कांक्रीट रोड निर्माण और पहुंच मार्गों पर पुलिया निर्माण के अनेक कार्यों का भूमिपूजन भी किया।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने 4 करोड़ 68 लाख रूपए की लागत से शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए निर्मित शासकीय आवास, स्कूलों में आहाता निर्माण, धान संग्रहण केन्द्रों में चबूतरा निर्माण, सीमेंट कांक्रीट सड़क पहुंच मार्ग निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, राजस्व व जिले के प्रभारी मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल, सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत, मरवाही विधायक डॉ. के के ध्रुव सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, कलेक्टर सुश्री नम्रता गांधी, पुलिस अधीक्षक श्री सूरज सिंह परिहार सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे। -
एजेंसी
गाजियाबाद : गाजियाबाद के मुरादनगर में रविवार दोपहर श्मशान घाट के प्रवेश द्वार के साथ बने गलियारे की छत गिरने से मलबे में दबकर 24 लोगों की मौत हो गई और 15 घायल हो गए। इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें ईओ निहारिका सिंह, जेई सीपी सिंह, सुपरवाइजर आशीष शामिल हैं। ठेकेदार अजय त्यागी व अन्य अज्ञात लोगों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। यह जानकारी एसपी ग्रामीण डॉ. ईरज राजा ने दी है। उनका कहना है कि इन सभी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है इसके बाद आगे की विधिक कार्रवाई होगी। वहीं मृतकों के परिजनों शवों को सोमवार सुबह हाईवे पर रखकर जाम लगा दिया है।
आरोपियों पर निम्न धाराओं में मुकदमा दर्ज है-आईपीसी धारा 304 : गैर इरादतन हत्याआईपीसी धारा 337 : किसी व्यक्ति को खतरा पहुंचाने वाला कार्य करनाआईपीसी धारा 338 - किसी की व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरा पैदा करने वाली चोट पहुंचाने वाला कार्य करना।आईपीसी धारा 409 - धन का गबन व सरकारी कर्मचारी द्वारा विश्वास का आपराधिक हननआईपीसी धारा 427 : बुरी मंशा, जिससे आर्थिक नुकसान हो।क्या है पूरा मामलाएनडीआरएफ, पुलिस और पीएसी ने करीब पांच घंटे का रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाला। घायलों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया। श्मशान में 55 लाख की लागत से गलियारे का निर्माण हुआ था और करीब पंद्रह दिन पहले ही इसे जनता के लिए खोला गया था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे के कारणों की जांच के आदेश देते हुए रिपोर्ट तलब की है। प्रदेश सरकार ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक मदद देने और घायलों के उचित इलाज कराने की घोषणा की है।
मुरादनगर के उखलारसी गांव की संगम विहार कॉलोनी निवासी जयराम (70) का रविवार को निधन हो गया था। सुबह करीब 10:30 बजे उनकी अंतिम यात्रा घर से शुरू हुई और करीब पौने 11 बजे मुरादनगर के बंबा रोड श्मशान घाट पहुंची। अंतिम संस्कार में मोहल्ले और आसपास के इलाकों के करीब 50 लोग शामिल थे।
बारिश के कारण गलियारे में खड़े थे अधिकांश लोगअंतिम संस्कार के दौरान बारिश होने के कारण अधिकांश लोग श्मशान घाट के प्रवेश द्वार पर बने 70 फीट लंबे गलियारे में खड़े थे। अंतिम संस्कार पूरा होने के बाद करीब 11:30 बजे इस गलियारे में दो मिनट के मौन के लिए सभी लोग जमा हुए। इसी दौरान गलियारे की छत भरभरा कर गिर गई। कुछ लोग बाहर निकल गए थे, लेकिन करीब 40 लोग मलबे के नीचे दब गए। सूचना पर पहुंची पुलिस, पीएसी ने स्थानीय लोगों के साथ बचाव एवं राहत कार्य शुरू किया। इस दौरान एनडीआरएफ की टीम डॉग स्क्वॉड के साथ मौके पर पहुंची और मलबे को हटाया। मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाल कर जिला एमएमजी अस्पताल समेत कई अन्य अस्पतालों में भेजा गया। डीएम अजय शंकर पांडेय ने आधिकारिक तौर पर 24 लोगों की मौत की पुष्टि की है। डीएम ने कहा कि हादसे के कारणों की जांच कराई जा रही है। -
नई दिल्ली : देश में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामलों में लगातार कमी आ रही है। देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 19,078 नए मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं 224 लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार सुबह यह जानकारी दी।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शनिवार को जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटों में कोरोना के 19,078 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इसी के साथ देश में संक्रमण के कुल मामले 1,03,05,788 पहुंच गए हैं। वहीं पिछले 24 घंटों में कोरोना की वजह से 224 मरीजों की मौत हो गई। इसी के साथ देश में कोरोना से जान गंवाने वालों की कुल संख्या 1,49,218 हो गई हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 22,926 लोग कोरोना संक्रमण मरीज स्वस्थ हो गए हैं। देश में अब तक 99,06,387 लाख लोग कोरोना को मात देने में सफल रहे हैं। रोजाना आधार पर दर्ज होने वाले नए कोरोना केसों की तुलना में ठीक होने वाले मरीजों की संख्या अधिक है। इससे कोरोना के सक्रिय के मामलों में कमी दर्ज की जा रही है। देश में कोरोना के सक्रिय मामले घटकर 2,50,183 रह गए हैं।
बता दें कि दुनियाभर में .43 करोड़ से अधिक लोग वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं और 18.35 लाख से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। कोरोना से सर्वाधिक देशों में अमेरिका शीर्ष पर है। इसके बाद दूसरे नंबर पर भारत है। -
कल सभी राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश सरकारों द्वारा ड्राई रन का किया जाएगा. ये ड्राई रन कम से कम 3 सेशन साइटों में सभी राज्य की राजधानियों में आयोजित करने का प्रस्ताव है. वहीं कुछ राज्यों में ऐसे जिले भी शामिल होंगे जो दूर दराज इलाके में हैं.
नई दिल्ली : भारत के सभी राज्यों में सिलेक्टेड साइट्स पर कल कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन किया जाएगा. ऐसे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने आज दिल्ली में होने वाले ड्राई रन की तैयारियों का जायजा लेने के लिए वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने बताया, वैक्सीन को लेकर देश में बहुत गंभीरता से प्रयास हो रहा है और कम से कम दो वैक्सीन ने अप्रूवल के लिए ड्रग कंट्रोलर के यहां आवेदन किया है.
डॉ हर्षवर्धन ने कहा, 'पहले चरण में वैक्सीन के ड्राई रन के लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं. जैसे चुनाव के वक्त बूथ लेवल तक तैयारी की जाती है, वैसी ही तैयारी वैक्सीनेशन के लिए की है. पहले चरण में जिन लोगों को ये वैक्सीन दी जानी है, उनकी लिस्ट भी तैयार कर ली गई है. सबसे पहले वैक्सीन हेल्थ वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को दी जाएगी.'
सभी राज्यों में होगा कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन2 जनवरी को सभी राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश सरकारों द्वारा ड्राई रन का किया जाएगा. ये ड्राई रन कम से कम 3 सेशन साइटों में सभी राज्य की राजधानियों में आयोजित करने का प्रस्ताव है. वहीं कुछ राज्यों में ऐसे जिले भी शामिल होंगे जो दूर दराज इलाके में हैं.
ड्राई रन उसी तरह होगा जिस तरह वैक्सीन आने पर टीका कारण में बारे में प्लान किया गया है या जैसे वैक्सीन लगाई जाएगी. इस ड्राई रन में वैक्सीन नहीं दी जाएगी, सिर्फ लोगों का डेटा लिया जाएगा, उसे Co Win ऐप पर अपलोड किया जाएगा. माइक्रो प्लानिंग, सेशन साइट मैनेटमेंट और ऑनलाइन डेटा सिक्योर करने जैसी कई चीजों का परीक्षण होगा. इसके अलावा टीकाकरण के बाद किसी भी संभावित प्रतिकूल घटनाओं AEFI यानी एडवरस इफेक्ट फॉलोविंग इम्यूनाइजेशन के प्रबंधन पर ड्राई रन का एक महत्वपूर्ण ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
चार राज्यों में सफल रहा ड्राई रनइससे पहले देश के चार राज्य- असम, आंध्र प्रदेश, पंजाब और गुजरात में कोरोना वैक्सीनेशन का ड्राई रन सफलतापूर्वक किया जा चुका है. 28 और 29 दिसंबर को इन चारों राज्यों में कोविड-19 वैक्सीनेशन का ड्राई रन किया गया.
बता दें, देश में कोरोना वायरस का आतंक जारी है. अब कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन ने भी भारत में दस्तक दे दी है. अब तक 25 से ज्यादा लोग इस नए वायरस से संक्रमित हो चुके हैं. जिन लोगों के सैंपल नए स्ट्रेन से पॉजिटिव पाए गए हैं, उन्हें राज्य सरकारों के जरिए निर्देश दिए गए अलग कमरे में आइसोलेट किया गया है.
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केरल में अप्रत्याशित घटना के तहत केन्द्र के नए विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ राज्य की पी. विजयन सरकार की तरफ से लाए गए प्रस्ताव का विधानसभा में बीजेपी के एक मात्र विधायक ओ. राजगोपालन ने समर्थन किया. इस प्रस्ताव में केन्द्रीय कानूनों की वापसी की मांग की गई है, जिसके विरोध में हजारों की तादाद में दिल्ली बॉर्डर पर पिछले एक महीने से भी ज्यादा वक्त से किसान आंदोलन कर रहे हैं.
बीजेपी विधायक के कदम से पार्टी को हैरानी
केरल बीजेपी ने अपने विधायक ओ. राजगोपालन के इस कदम पर हैरानी जताई है. केरल बीजेपी नेता केएस. राधाकृष्णन ने कहा- "मैं नहीं समझ पा रहा हूं कि क्यों राजगोपालन जैसे व्यक्ति ने केन्द्र सरकार के खिलाफ यह कदम उठाया है जो हैरान करने वाला है. मुझे समझ नहीं आ रहा है. हर कोई जानता है कि एक सदस्य कुछ नहीं कर सकता है. लेकिन, उन्हें इस पर आपत्ति जाहिर करनी चाहिए थी. यह इच्छा और बीजेपी की भावना के खिलाफ है."
ओ. राजगोपालन बोले- कृषि कानूनों को वापस लिया जाना चाहिए
सत्र के बाद राजगोपाल ने पत्रकारों से कहा, ‘‘प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया. मैंने कुछ बिंदुओ (प्रस्ताव में) के संबंध में अपनी राय रखी, इसको लेकर विचारों में अंतर था जिसे मैंने सदन में रेखांकित किया.’’ उन्होंन कहा, ‘‘मैंने प्रस्ताव का पूरी तरह से समर्थन किया.’’
जब राजगोपाल का ध्यान इस ओर आकर्षित कराया गया कि प्रस्ताव में तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग की गई है, तब भी उन्होंने प्रस्ताव का समर्थन करने की बात कही. राजगोपाल ने कहा, ‘‘मैंने प्रस्ताव का समर्थन किया और केंद्र सरकार को तीनों कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिए.’’ उन्होंने कहा कि वह सदन की आम राय से सहमत हैं।’’ राजगोपाल ने कहा कि यह लोकतांत्रिक भावना है.
जब राजगोपाल से कहा गया कि वह पार्टी के रुख के खिलाफ जा रहे हैं तो उन्होंने कहा कि यह लोकतांत्रिक प्रणाली है और हमें सर्वसम्मति के अनुरूप चलने की जरूरत है. हालांकि, विशेष सत्र के दौरान सदन में राजगोपाल ने चर्चा के दौरान कहा था कि नए कानून किसानों के हितों की रक्षा करेंगे और बिचौलियों से बचा जा सकेगा. हालांकि, बाद में ओ. राजगोपालन ने कहा कि यह बयान कि मैं केन्द्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ हूं, यह आधारहीन है.
गौरतलब है कि केरल विधानसभा के विशेष सत्र में बृहस्पतवार को मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने प्रस्ताव रखा जिसे सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चे (एलडीएफ), विपक्षी कांग्रेस नीत संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चे (यूडीएफ) और भाजपा के समर्थन से सर्वसम्मति से पारित किया गया. -
ड्रग्स कंट्रोलर जनरल डॉक्टर वीजी सोमानी ने गुरुवार को कहा है कि ऐसी संभावना है कि नए साल की शुरुआत के साथ हमारे हाथ में वैक्सीन आ सकती है. उनका यह इशारा शुक्रवार को वैक्सीन के इमरजेंसी यूज पर होने वाली अहम मीटिंग के पहले आया है.
नई दिल्ली : देश की ड्रग कंट्रोल अथॉरिटी ने ऐसे इशारे किए हैं कि कोविड-19 के लिए स्वदेश निर्मित वैक्सीन जल्द ही आ सकती है. ड्रग्स कंट्रोलर जनरल डॉक्टर वीजी सोमानी ने गुरुवार को एक वेबिनार में कहा कि 'शायद नए साल की शुरुआत के साथ हमारे पास कुछ होगा.' उनका यह आश्वासन तब आया है, जब शुक्रवार को वैक्सीन के इमरजेंसी यूज़ की अनुमति को लेकर एक्सपर्ट पैनल की अहम मीटिंग होनी है.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ही कहा कि 'कोविड-19 के खिलाफ वैक्सीनेशन की तैयारियां आखिरी चरण में हैं. लोगों को भारत में बनाए गए वैक्सीन से वैक्सीनेट किया जाएगा.'
इसके पहले AIIMS के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने भी कहा कि भारत के पास भी जल्द ही वैक्सीन होगी. दरअसल, बुधवार को ब्रिटेन में ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के इस्तेमाल के वैक्सीन को मंजूरी मिली है. भारत में सीरम इंस्टीट्यूट भी ऑक्सफोर्ड के साथ मिलकर यही वैक्सीन विकसित कर रहा है, ऐसे में इस वैक्सीन को मंजूरी मिलने की संभावना प्रबल हो गई है.
डॉ. गुलेरिया ने न्यूज एजेंसी ANI से कहा, 'यह बहुत अच्छी खबर है कि एस्ट्राज़ेनेका को यूके के नियामक अधिकारियों द्वारा अपने टीके के लिए मंजूरी मिल गई है. उनके पास मजबूत डेटा है और भारत में वही वैक्सीन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा विकसित किया जा रहा है.' उन्होंने यह तक कहा कि भारत में वैक्सीन महीनों, हफ्तों की बजाय दिनों में उपलब्ध हो सकती है. -
नई दिल्ली : ब्रिटेन में मेडिसिन एंड हेल्थकेयर प्रोडकट्स रेगुलेटर ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी/एल्ट्राजेनेका की कोविड-19 वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। ब्रिटेन की सरकार ने कहा, 'ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी / एस्ट्राजेनेका की कोविड-19 वैक्सीन को इस्तेमाल के लिए मंजूरी देने हेतु सरकार ने आज मेडिसिन एंड हेल्थकेयर प्रोडकट्स रेगुलेटर एजेंसी की सिफारिश को स्वीकार कर लिया है।'
इस मामले में एस्ट्राजेनेका ने कहा है कि 4 और 12 हफ्तों के अंतराल पर वैक्सीन की दो डोज दिए जाने को मंजूरी मिली है। क्लिनिकल ट्रायल में वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावी पाई गई है। इसकी दूसरी डोज लेने के 14 दिन बाद तक मामला ना तो गंभीर पाया गया है और ना ही मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ी है।
इस मामले में एस्ट्राजेनेका ने कहा है कि 4 और 12 हफ्तों के अंतराल पर वैक्सीन की दो डोज दिए जाने को मंजूरी मिली है। क्लिनिकल ट्रायल में वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावी पाई गई है। इसकी दूसरी डोज लेने के 14 दिन बाद तक मामला ना तो गंभीर पाया गया है और ना ही मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ी है।
अब ऐसे में माना जा रहा है कि ये वैक्सीन अगले हफ्ते से लोगों को दी जाने लगेगी। अभी ब्रिटेन में फिजर-बायोएनटेक की वैक्सीन 600,000 लोगों को टीकाकरण अभियान के तहत लगाई जा चुकी है। एक बयान में एस्ट्राजेनेका ने कहा है कि बुधवार को वैक्सीन की पहली डोज रिलीज की जाएंगी ताकि नए साल पर जल्द की वैक्सीन लगनी शुरू की जा सके। कंपनी की ब्रिटेन से कुल 100 मिलियन डोज सप्लाई करने को लेकर डील हुई है, पहली तिमाही में लाखों की संख्या में डोज सप्लाई किए जाने का उद्देश्य है। चूंकी ये दो डोज वाली वैक्सीन है, इस लिहाज से वैक्सीन ब्रिटेन के 50 मिलियन लोगों को दी जाएगी।
ब्रिटेन की सरकार ने बताया है कि बुधवार को वैक्सीनेशन और इम्यूनाइजेशन पर जॉइंट कमिटी ने सलाह दी कि कम समय अंतराल पर वैक्सीन की दो डोज देने के बजाय सबसे पहले उन्हें वैक्सीन दी जाए जिन्हें वायरस का सबसे ज्यादा खतरा है।
लंबे समय तक वायरस से बचाव के लिए इसकी दोनों डोज लेना काफी जरूरी है। ब्रिटेन सरकार के मंत्री माइकल गोव का कहना है कि ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन को मंजूरी मिलने से देशभर में लॉकडाउन को तेजी से कम किया जा सकता है, जिसने लाखों लोगों के क्रिसमस को फीका कर दिया था।
फिलहाल लंदन और दक्षिणी इंग्लैंड में संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं, जिससे अस्पतालों पर दवाब बढ़ता जा रहा है। ब्रिटेन में मिला कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन अधिक तेजी से फैलने वाला बताया जा रहा है। जिसने उन लोगों का भी देश से बाहर निकलना मुश्किल कर दिया है, जो यहां से दूसरे स्थान पर जाना चाहते थे। -
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि भारत-ब्रिटेन के बीच उड़ानों के अस्थायी निलंबन को थोड़ा और बढ़ाना पड़ेगा.
नई दिल्ली : ब्रिटेन से भारत लौटे छह लोगों में कोरोना वायरस का नया स्वरूप (स्ट्रेन) पाया गया है. इस बीच विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि मुझे लगता है कि भारत-ब्रिटेन के बीच उड़ानों के अस्थायी निलंबन को थोड़ा और बढ़ाना पड़ेगा.
उन्होंने कहा, “अगले एक या दो दिनों में हम यह पता कर लेंगे कि क्या कोई अतिरिक्त कदम उठाने की जरूरत है अथवा मौजूदा अस्थायी निलंबन में हम कब से ढील देना शुरू कर सकते हैं.”
नागर विमानन मंत्रालय ने कोरोना वायरस का नया प्रकार (स्ट्रेन) सामने आने के मद्देनजर 23 से 31 दिसम्बर तक ब्रिटेन से भारत आने-जाने वाली उड़ानों को स्थगित कर दिया था. अब 31 दिसंबर के बाद भी उड़ानें रद्द रह सकती हैं.
बता दें कि ब्रिटेन में पाया गया कोरोना वायरस का यह नया प्रकार तेजी से फैलता है और अत्यधिक संक्रामक है.
स्ट्रेन के छह मामलेकेंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि बेंगलुरू स्थित राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं स्नायु विज्ञान अस्पताल (निमहांस) में जांच के लिए आए तीन नमूनों, हैदराबाद स्थित कोशिकीय एवं आणविक जीव विज्ञान केंद्र (सीसीएमबी) में दो नमूनों और पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) में एक नमूने में वायरस का नया स्वरूप पाया गया.
मंत्रालय ने बताया कि राज्य सरकारों ने इन सभी लोगों को चिह्नित स्वास्थ्य सेवा केंद्रों में अलग पृथक-वास कक्षों में रखा है और उनके संपर्क में आए लोगों को भी पृथक-वास में रखा गया है. उसने बताया कि इन लोगों के साथ यात्रा करने वाले लोगों, उनके परिवार के सदस्यों और उनके संपर्क में आए लोगों का पता लगाया जा रहा है. अन्य नमूनों का जीनोम अनुक्रमण किया जा रहा है.
मंत्रालय ने कहा, ‘‘हालात पर निकटता से नजर रखी जा रही है और सतर्कता बढ़ाने, संक्रमण को रोकने, जांच बढ़ाने और नमूनों को आईएनएसएसीओजी प्रयोगशालाओं में भेजने के लिए राज्यों को नियमित सलाह दी जा रही है.’’
सबसे पहले ब्रिटेन में मिला वायरस का नया स्वरूप डेनमार्क, हॉलैंड, ऑस्ट्रेलिया, इटली, स्वीडन, फ्रांस, स्पेन, स्विट्जरलैंड, जर्मनी, कनाडा, जापान, लेबनान और सिंगापुर में भी पाया गया है.
मंत्रालय ने बताया कि 25 नवंबर से 23 दिसंबर की आधी रात तक ब्रिटेन से आए करीब 33,000 यात्री विभिन्न भारतीय हवाईअड्डों पर उतरे. -
मेगास्टार रजनीकांत ने मंगलवार को घोषणा की है कि वो अपनी राजनैतिक पार्टी का ऐलान नहीं करेंगे. इसके पहले उन्होंने घोषणा की थी कि वो 31 दिसंबर को अपनी राजनैतिक पार्टी की घोषणा करेंगे.
नई दिल्ली : तमिलनाडु की राजनीति में कदम रखने की बात कर हलचल मचाने वाले 70 साल के मेगास्टार रजनीकांत ने मंगलवार को घोषणा की है कि वो अपनी राजनैतिक पार्टी का ऐलान नहीं करेंगे. इसके पहले उन्होंने घोषणा की थी कि वो 31 दिसंबर को अपनी राजनैतिक पार्टी की घोषणा करेंगे.
रजनीकांत ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए मंगलवार को घोषणा की कि वो चुनावी राजनीति में शामिल नहीं होंगे. उन्होंने कहा है कि वो चुनावी राजनीति में शामिल हुए बिना ही जनसेवा करेंगे. उन्होंने एक बयान जारी कर कहा कि 'मैं बहुत दुख के साथ कह रहा हूं कि मैं राजनीति में नहीं आ सकता. मुझे ही पता है कि यह घोषणा मैं कितने दुखी मन से कर रहा हूं. मेरे इस फैसले से मेरे फैंस और लोगों को निराशा होगी, लेकिन कृपया मुझे माफ कर दें.'
बता दें कि अभी पिछले हफ्ते ही उन्हें हाई ब्लड प्रेशर के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वो अपनी एक फिल्म की शूटिंग के लिए हैदराबाद में हैं, इसी दौरान शुक्रवार को उन्हें हाई बीपी की शिकायत हो गई थी, जिसके बाद उन्हें अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से रविवार को उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया.
अस्पताल से आने के बाद उन्होंने चुनावी राजनीति में न आने की घोषणा की है, जबकि महीने की शुरुआत में उन्होंने कहा था कि वो 31 दिसंबर तक अपनी पार्टी की घोषणा करेंगे और इसे जनवरी में लॉन्च किया जाएगा. उनकी चुनावी राजनीतिक पारी की शुरुआत की संभावना ने तमिलनाडु की राजनीति में हलचल पैदा कर दी थी. इस बात के कयास लगाए जाने लगे थे कि अगर रजनी पॉलिटिक्स में आते हैं तो गठबंधन की क्या तस्वीर होगी? क्या वो किसी पार्टी का साथ चुनेंगे या नहीं?
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ब्रिटेन से लौटने वाले छह मरीज नए म्यूटेंट कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए हैं. इन सभी लोगों को सिंगल आइसोलेशन रूम में रखा गया है. 25 नवंबर से 23 दिसंबर के बीच यूके से 33,000 लोग भारत आए थे, जिनमें से अबतक 114 संक्रमित पाए गए हैं.
नई दिल्ली : Mutant Coronavirus Strain : भारत में भी यूके वाले कोरोनावायरस के नए स्ट्रेन (Coronavirus New Strain) की एंट्री हो गई है. ब्रिटेन से लौटने वाले छह मरीज इस म्यूटेंट कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए हैं. इन सभी लोगों को सिंगल आइसोलेशन रूम में रखा गया है. इनके संपर्क में आए करीबी लोगों को भी क्वारंटाइन में रखा गया है. कुल 33,000 यात्री यूके से भारत के अलग-अलग एयरपोर्ट पर 25 नवंबर से 23 दिसंबर के बीच आए थे, जिनमें से अभी तक 114 कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. इनके सैंपल को जब जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया तो छह में नया स्ट्रेन मिला. इनमें से तीन सैंपल NIMHANS, बेंगलुरु, 2 CCMB, हैदराबाद और 1 NIV, पुणे में मिला है.
इन सभी मरीजों को उनके राज्यों में खास तौर पर तैयार हेल्थकेयर फैसिलिटी में रखा गया है. उनके करीबी लोगों को भी क्वारंटाइन किया गया है. इसके अलावा, उनके सहयात्रियों, परिवार के अन्य सदस्यों और संपर्क में आए दूसरे लोगों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जा रही है. दूसरे नमूनों की भी जीनोम सीक्वेंसिंग की जा रही है.
बता दें कि भारत के पहले नए म्यूटेंट कोरोनवायरस वाले स्ट्रेन के केस अब तक डेनमार्क, नेदरलैंड्स, ऑस्ट्रेलिया, इटली, स्वीडन, फ्रांस, स्विट्ज़रलैंड, जर्मानी, कनाडा, जापान, लेबनान और सिंगापुर जैसे देशों में सामने आ चुके हैं.
ज्यादा संक्रामक माना जा रहा म्यूटेंट वायरस
सबसे पहले यूके में मिले इस वायरस के म्यूटेंट स्ट्रेन को पहले वाले वायरस से 70 फीसदी ज्यादा संक्रामक माना जा रहा है. कोरोना का ये नया स्ट्रेन- जिसके वायरल जेनेटिक लोड में कम से कम 17 बदलाव हुए हैं- पहली बार दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड में सितंबर में पहली बार मिला था. यह स्ट्रेन- B.1.1.7 - क्लीनिकल सीवीएरिटी या मृत्यु दर में कोई बदलाव नहीं करता है, लेकिन 70 प्रतिशत अधिक संक्रमणीय है.
ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने 20 दिसंबर को घोषणा की थी कि ब्रिटेन में लंदन सहित कई इलाकों में कोरोनावायरस का नया स्ट्रेन मिला है, जो पहले से ज्यादा संक्रामक है. ब्रिटेन में पिछले कुछ दिनों में तेजी से संक्रमण बढ़ा भी था, जिसके बाद वहां तुरंत यूके के अधिकतर हिस्से में लॉकडाउन लगा दिया गया.
वायरस की जानकारी मिलने के एक दिन बाद ही भारत ने ब्रिटेन आने-जाने वाली फ्लाइट्स पर बैन लगाने की घोषणा कर दी थी. यह बैन 22 दिसंबर की रात 12 बजे से 31 दिसंबर की रात 12 बजे तक लागू किया गया है. इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने नए वायरस को देखते हुए यूके से लौट रहे लोगों के लिए स्टैंडर्ड ऑफ प्रोसिज़र भी जारी किया था. इसके तहत एयरपोर्ट पर ही यूके से लौट रहे यात्रियों का RT-PCR टेस्ट हो रहा था. पॉजिटिव पाए जाने वालों को बिल्कुल अलग आइसोलेशन में रखा जा रहा था. वहीं, इनके अंदर से मिले वायरस के जीनोम सीक्वेसिंग के लिए पुणे के नेशनल वाइरोलॉजी इंस्टीट्यूट भेजा जा रहा था. -
नई दिल्ली : Coronavirus in India: देश में कोरोना वायरस (कोविड-19) का कहर बेशक पहले से कम हुआ है लेकिन खतरा अब भी जारी है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश में बीते 24 घंटों में कोरोना वायरस के 20,021 नए मामले सामने आए हैं, इस दौरान 21,131 रिकवरी और 279 मौत भी दर्ज की गई हैं। देश में अब कुल मामलों की संख्या 1,02,07,871 हो गई है, जिसमें 97,82,669 रिकवरी, 2,77,301 सक्रिय मामले और 1,47,901 मौत शामिल हैं।
कोरोना वायरस के खातमे के लिए कई कंपनियों की वैक्सीन पर भी काम चल रहा है, जो क्लिनिकल ट्रायल के अलग-अलग चरण में हैं। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि नए साल के शुरुआत से देश में टीकाकरण अभियान शुरू हो जाएगा।
देश में बड़े स्तर पर टीकाकरण अभियान शुरू करने से पहले सरकार भी हर तरह की तैयारी कर लेना चाहती है इसलिए आज और कल यानी दो दिन के लिए चार राज्यों में ड्राई रन का आयोजन किया जा रहा है।जिसमें टीकाकरण से जुड़ी हर प्रक्रिया को किया जाएगा, ताकि इसकी कमियों और चुनौतियों का पता चल सके। ये चार राज्य आंध्र प्रदेश, पंजाब, गुजरात और असम हैं।
ड्राई रन से जुड़ी जानकारी राज्य केंद्र सरकार को देंगे, ताकि वक्त रहते जरूरी सुधार किए जा सकें। सरकार की योजना कोरोना वायरस टीकाकरण के पहले चरण में 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाने की है। दूसरी ओर देश के विभिन्न एयरपोर्ट पर भी वैक्सीन को स्टोर करने के लिए कोल्ड चेन पर काम चल रहा है।
जिसकी क्षमता बढ़ाने पर भी ध्यान दिया जा रहा है। यहां इस तरह से तैयारी की जा रही है कि ताकि वैक्सीन का परिहन और वितरण कार्य सुगमता से किया जा सके। इस तरह की तैयारी खासतौर पर पुणे एयरपोर्ट पर हो रही है, जहां सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से आने वाले समय में वैक्सीन की बड़ी खेप निकलने की संभावना है।
यहां एएआई ने भारतीय वायुसेना से एयरपोर्ट से सटी 2.5 एकड़ जमीन मांगी है, ताकि एयरपोर्ट और एयरलाइंस को वैक्सीन के हब के तौर पर इस्तेमाल किया जा सके। जमीन की अदला-बदली वाली इस योजना में बातचीत अंतिम चरण में है।
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किसान आंदोलन (Farmers Protest) का आज (शनिवार) 31वां दिन है. अपनी मांगों को लेकर किसान दिल्ली के सिंघू, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर डटे हुए हैं.
नई दिल्ली : नए कृषि कानूनों (Farm Laws) की वापसी को लेकर किसानों (Farmers Agitation) और केंद्र सरकार (Centre Govt) के बीच गतिरोध बरकरार है. किसान यूनियनों ने बातचीत के लिए सरकार की नई पेशकश पर विचार के लिए शुक्रवार को बैठक की थी. संगठनों में से कुछ ने संकेत दिया कि वे मौजूदा गतिरोध का हल खोजने के लिए केंद्र के साथ बातचीत फिर से शुरू करने का फैसला कर सकते हैं. यूनियनों ने कहा कि शनिवार यानी आज उनकी एक और बैठक होगी, जिसमें ठहरी हुई बातचीत को फिर से शुरू करने के लिए केंद्र के न्यौते पर कोई औपचारिक फैसला किया जाएगा. केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के एक अधिकारी ने भी कहा कि सरकार को उम्मीद है कि अगले दौर की बैठक दो-तीन दिनों में हो सकती है.
किसान आंदोलन से जुड़ी 10 बड़ी बातें
1. किसान आंदोलन का आज (शनिवार) 31वां दिन है. अपनी मांगों को लेकर किसान दिल्ली के सिंघू, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर डटे हुए हैं. अलग-अलग राज्यों से किसानों के धरनास्थल पर पहुंचने का सिलसिला लगातार जारी है. गाजीपुर बॉर्डर पर डटे किसानों का आरोप है कि UP और उत्तराखंड पुलिस-प्रशासन किसानों को वहां पहुंचने से रोक रहा है.
2. किसानों और सरकार के बीच अब तक 6 दौर की बैठकें हो चुकी हैं लेकिन सभी बेनतीजा रहीं. दो दिन पहले एक बार फिर सरकार ने किसानों को बातचीत का प्रस्ताव दिया था. इसी प्रस्ताव पर आज संयुक्त किसान मोर्चा की 2 बजे महत्वपूर्ण बैठक होगी. इस बैठक में देश के 40 किसान संगठन शामिल होंगे. इस मीटिंग में सरकार से बातचीत पर आखिरी फैसला होगा.
3. प्रदर्शन कर रहे किसान नेताओं ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानूनी गारंटी की उनकी मांग बनी रहेगी. उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र के पत्र पर फैसला करने के लिए शनिवार को हमारी एक और बैठक होगी. उस बैठक में, हम सरकार के साथ बातचीत फिर शुरू करने का फैसला कर सकते हैं क्योंकि उसके पिछले पत्रों से प्रतीत होता है कि वह अब तक हमारे मुद्दों को नहीं समझ पाया है.''
4. उन्होंने कहा कि सरकार के पत्रों में कोई प्रस्ताव नहीं है और यही वजह है कि किसान संगठन नए सिरे से बातचीत करने और उन्हें अपनी मांगों को समझाने का फैसला कर सकते हैं. एक अन्य नेता ने कहा, ‘‘MSP को इन तीन कानूनों को वापस लेने की हमारी मांग से अलग नहीं किया जा सकता है. इन कानूनों में निजी मंडियों का जिक्र किया गया है. यह कौन सुनिश्चित करेगा कि हमारी फसल तय MSP पर बेची जाए, अगर यह नहीं है?"
5. कई किसान यूनियनों की शुक्रवार को बैठक हुई लेकिन केंद्र के ताजा पत्र को लेकर कोई फैसला नहीं हो सका. कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय में संयुक्त सचिव विवेक अग्रवाल ने विरोध कर रहे किसान यूनियनों को बृहस्पतिवार को एक पत्र लिखा और उन्हें नए सिरे से बातचीत के लिए आमंत्रित किया.
6. अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति ने शुक्रवार को केंद्र से मांग की कि वह ट्रेनों की व्यवस्था करे, जिससे देश के विभिन्न हिस्सों से किसान दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे विरोध प्रदर्शनों तक पहुंच सकें. समिति ने कहा कि वे सभी किसानों के टिकटों के खर्च का भुगतान करने के लिए तैयार हैं.
7. पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) शुक्रवार को 'अटल संवाद' कार्यक्रम के जरिए किसानों के बीच थे. पीएम मोदी ने 'पीएम किसान सम्मान निधि' के तहत 9 करोड़ किसानों के खातों में 18,000 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए थे. इस दौरान उन्होंने अलग-अलग राज्यों के किसानों से बात की थी.
8. बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने किसानों से नए कृषि कानूनों को लेकर सवाल-जवाब किए और सभी किसानों ने इन कानूनों को उनके हित में बताया था. पीएम मोदी ने कार्यक्रम के दौरान विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियां किसानों को भ्रमित कर अपना राजनीतिक एजेंडा साध रही हैं.
9. वहीं दूसरी ओर कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग करते हुए आंदोलन कर रहे किसान शुक्रवार को यहां राजमार्ग पर खटकड़ गांव व नरवाना के बद्दो वाला के पास टोल के सामने एकत्र हुए और उन्होंने थाली बजाकर प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन का विरोध किया. किसानों ने कहा कि जब तक तीनों कृषि कानून रद्द नहीं कर दिए जाते हैं, तब तक उनका विरोध जारी रहेगा.
10. बहरहाल जिस तरह किसान तीनों कानून रद्द करने की मांग पर अड़े हैं और केंद्र सरकार इनके फायदे गिना रही है, जाहिर है किसानों और सरकार के बीच यह गतिरोध जल्द खत्म नहीं होने वाला है. दिल्ली बॉर्डर पर कई किसानों की मौत भी हो चुकी है और राजधानी में बढ़ती ठंड इसका एक बड़ा कारण है. किसान साफ कह रहे हैं कि अब वह इतना आगे आ चुके हैं और उनके पास बगैर अपनी मांगें पूरी करवाए पीछे लौटने का विकल्प नहीं है.