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जेनेवा : कोरोना वायरस (COVID-19) का नया स्ट्रेन सामने आने के बाद दुनिया दहशत में है। यूरोप के आठ देशों में अब तक कोरोना का नया स्ट्रेन पाया गया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसकी जानकारी दी है। संगठन ने कहा कि वह स्थिति पर नजर बनाए हुए है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के यूरोप के क्षेत्रीय निदेशक हंस क्लूगे ने कहा कि ने कहा कि ऐसा लग रहा पिछले स्ट्रेन के विपरित नया स्ट्रेन युवाओं में तोजी से फैल रहा है। एहतियात बरतना काफी महत्वपूर्ण है। इसके प्रभाव के बारे में पता लगाने के लिए अनुसंधान जारी है।
पिछले हफ्ते, ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के बारे में पहली बार जानकारी मिली थी। विशेषज्ञों के अनुसार, इस प्रकार का संक्रमण अन्य SARS-CoV-2 वैरिएंट की तुलना में अधिक संक्रामक है। नए स्ट्रेन के आने के बाद, कई देशों ने ब्रिटेन की यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। डब्ल्यूएचओ ने 11 मार्च को कोरोना वायरस (COVID-19) को वैश्विक महामारी घोषित किया था।
दुनियाभर में कोरोना के 7.98 करोड़ मामले
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार दुनियाभर में कोरोना के 7.98 करोड़ मामले सामने आ गए हैं। वहीं 17.4 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। अमेरिका इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। यहां अभी तक कोरोना के एक करोड़ 87 लाख से ज्यादा मामले सामने आ गए हैं।
वहीं तीन लाख 30 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। भारत इस मामले में दूसरी नंबर पर है। यहां अभी तक एक करोड़ 47 लाख से ज्यादा मामले सामने आ गए हैं। एक लाख 47 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है।
इसके अलावा ब्राजील में 74 लाख, रूस में 29 लाख, फ्रांस में 26 लाख। ब्रिटेन में 22 लाख, तुर्कि में 21 लाख, इटली 20 लाख, स्पेन में 18 लाख, जर्मनी में 16 लाख मामले सामने आ गए हैं। -
दिल्ली की सीमाओं पर किसान तीन कृषि कानूनों को रद्द किए जाने की मांग को लेकर पिछले चार हफ्तों से प्रदर्शन कर रहे हैं. सरकार का दावा है कि ये तीनों कानून किसानों के हित में हैं.
नई दिल्ली : नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर एक महीने से किसानों का प्रदर्शन जारी है. इस बीच पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की अगली किस्त वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एक बटन दबाकर जारी कर दी. देश के 9 करोड़ से ज्यादा किसान लाभार्थियों के खातों में 18,000 करोड़ रुपये तत्काल रूप से ट्रांसफर हो गए. इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने छह राज्यों के किसानों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बातचीत भी की.
अरुणाचल के किसान के साथ संवाद करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'कुछ लोग ऐसा भ्रम फैला रहे हैं कि आपकी फसल का कोई कांट्रैक्ट करेगा तो जमीन भी चली जाएगी. इतना झूठ बोल रहे हैं.'
"किसानों की खुशी में ही मेरी खुशी"देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'किसानों के जीवन मे खुशी, हम सभी के जीवन में खुशी बढ़ा देती है. आज का दिवस तो बहुत ही पावन भी है. किसानों को आज जो सम्मान निधि मिली है, उसके साथ ही आज का दिन कई अवसरों का संगम बनकर भी आया है.'
पीएम मोदी ने आगे कहा, 'मुझे आज इस बात का अफसोस है कि पश्चिम बंगाल के 70 लाख से अधिक किसान भाई-बहनों को इसका लाभ नहीं मिल पाया है. बंगाल के 23 लाख से अधिक किसान इस योजना का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर चुके हैं. लेकिन राज्य सरकार ने वेरिफिकेशन की प्रक्रिया को इतने लंबे समय से रोक रखा है.'
विपक्ष पर हमला करते हुए मोदी ने कहा, 'स्वार्थ की राजनीति करने वालों को जनता बहुत बारीकी से देख रही है. जो दल पश्चिम बंगाल में किसानों के अहित पर कुछ नहीं बोलते वो दल यहां किसान के नाम पर दिल्ली के नागरिकों को परेशान करने में लगे हुए हैं, देश की अर्थनीति को बर्बाद करने में लगे हुए हैं. जो लोग 30-30 साल तक बंगाल में राज करते थे, एक ऐसी राजनीतिक विचारधारा को लेकर उन्होंने बंगाल को कहां से कहां लाकर खड़ा कर दिया है, ये सारा देश जानता है.'
"केरल में आंदोलन करके वहां तो APMC चालू करवाओं.."पीएम मोदी अपने संबोधन के दौरान विपक्ष पर जमकर बरसे हैं. उन्होंने कहा, 'मैं इन दलों से पूछता हूं कि यहां फोटो निकालने के कार्यक्रम करते हो, जरा केरल में आंदोलन करके वहां तो APMC चालू करवाओं. पंजाब के किसानों को गुमराह करने के लिए आपके पास समय है, केरल में यह व्यवस्था शुरू कराने के लिए आपके पास समय नहीं है. क्यों आप लोग दोगली नीति लेकर चल रहे हो.'
पीएम मोदी ने आगे कहा, "किसानों के नाम पर अपने झंडे लेकर जो खेल खेल रहे हैं, अब उनको सच सुनना पड़ेगा. ये लोग अखबार और मीडिया में जगह बनाकर, राजनीतिक मैदान में खुद के जिंदा रहने की जड़ी- बूटी खोज रहे हैं. ये वही लोग हैं जो वर्षों तक सत्ता में रहें. इनकी नीतियों की वजह से देश की कृषि और किसान का उतना विकास नहीं हो पाया जितना उसमें सामर्थ्य था. पहले की सरकारों की नीतियों की वजह से सबसे ज्यादा बर्बाद छोटा किसान हुआ."
पीएम मोदी के संबोधन की अन्य बातें-
आप न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी पर अपनी उपज बेचना चाहते हैं? आप उसे बेच सकते हैं. आप मंडी में अपनी उपज बेचना चाहते हैं? आप बेच सकते हैं. आप अपनी उपज का निर्यात करना चाहते हैं ? आप निर्यात कर सकते हैं. आप उसे व्यापारी को बेचना चाहते हैं? आप बेच सकते हैं.
हमने इस लक्ष्य पर भी काम किया की देश के किसान के पास खेत में सिंचाई की पर्याप्त सुविधा हो. हम दशकों पुरानी सिंचाई योजनाओं को पूरा करने के साथ ही देशभर में Per Drop-More Crop के मंत्र के साथ माइक्रो इरीगेशन को भी बढ़ावा दे रहे हैं.
हम इस दिशा में भी बढ़े कि फसल बेचने के लिए किसान के पास सिर्फ एक मंडी नहीं बल्कि नए बाजार हो. हमने देश की एक हजार से ज्यादा कृषि मंडियों को ऑनलाइन जोड़ा. इनमें भी एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का कारोबार हो चुका है.
इन कृषि सुधार के जरिए हमने किसानों को बेहतर विकल्प दिए हैं. इन कानूनों के बाद आप जहां चाहें जिसे चाहें अपनी उपज बेच सकते हैं. आपको जहां सही दाम मिले आप वहां पर उपज बेच सकते हैं.
आपको बता दें, पीएम-किसान योजना के तहत हर साल तीन किस्तों में किसानों के खातों में 6000 रुपये भेजे जाते हैं. 2,000 रुपये की राशि तीन किस्तों में भेजी जाती है. इसी योजना के तहत आज पीएम मोदी ने 9 करोड़ किसानों के खाते में 18 हजार करोड़ रुपये ट्रांसफर किए. यह कार्यक्रम ऐसे समय हुआ, जब दिल्ली की सीमाओं पर किसान तीन कृषि कानूनों को रद्द किए जाने की मांग को लेकर पिछले कुछ हफ्तों से प्रदर्शन कर रहे हैं. सरकार का दावा है कि ये तीनों कानून किसानों के हित में हैं. -
नई दिल्ली : भारत में कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन को देश-विदेश से भी बड़े स्तर पर समर्थन मिल रहा है। किसानों को मिल रहे समर्थन से केंद्र की मोदी सरकार पर लगातार दबाव बढ़ता जा रहा है, इसी बीच अब अमेरिका में भी किसानों के आंदोलन को लेकर हलचल शुरू हो गई है।
मिली जानकारी के मुताबिक अमेरिका के सात प्रभावशाली सांसदों ने विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ को पत्र लिख भारतीय विदेश मंत्रालय के समक्ष किसान आंदोलन का मुद्दा उठाने की अपील की है। माइक पोम्पिओ को पत्र लिखने वाले संसदों में भारतीय-अमेरिकी महिला सांसद प्रमिला जयपाल भी शामिल हैं।
किसान आंदोलन को लेकर अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ को लिखे खत में सांसदों ने कहा, 'भारत में किसान आंदोलन का मुद्दा अमेरिका में रह रहे सिखों से भी जुड़ा हुआ है। वह पंजाब से संबंध रखते हैं, एक महीने से जारी किसान आंदोलन से भारतीय-अमेरिकी लोगों पर प्रत्यक्ष तौर पर असर पड़ रहा है, क्योंकि उनके परिवार को लोग इस आंदोलन से जुड़े हुए हैं।
अमेरिका में रहने वाले सिख भारत में अपने परिवार वालों को लेकर चिंतित हैं। इस गंभीर मुद्दे पर ध्यान केंद्रित करते हुए हम आपसे आग्रह करते हैं कि इस मामले को भारतीय समकक्ष के समक्ष उठाया जाए।' किसानों ने यह भी कहा कि वह मौजूदा कानून के अनुपालन में राष्ट्रीय नीति निर्धारण के लिए भारत सरकार के अधिकार का सम्मान करते हैं।
बता दें कि अमेरिकी सांसदों से पहले किसान आंदोलन को लेकर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी कुछ सप्ताह पहले टिप्पणी की थी। जस्टिन ट्रूडो और अमेरिकी सांसदों की प्रतिक्रिया पर भारत सरकार ने स्पष्ट शब्दों में कहा था कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है और ये उसका आंतरिक मामला है।
भारत सरकार ने पहले ही विदेशी नेताओं और राजनैतिकों के बयान का जवाब देते हुए इसे गलत सूचित और अनुचित बताया था। -
नई दिल्ली : भारत में निर्मित कोरोना वायरस की वैक्सीन 'कोवैक्सीन' वैश्विक तौर पर सबका ध्यान आकर्षित कर रही है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने यह जानकारी दी है।इस सिलसिले में आइसीएमआर की तरफ से एक ट्वीट किया गया है। इसमें उन्होंने लिखा, 'कोरोना वायरस के खिलाफ आइसीएमआर और भारत बायोटेक के सहयोग से तैयार की गई स्वदेशी कोवैक्सीन को उल्लेखनीय उपलब्धि मिल रही है।'
ICMR ने कहा, 'पहले चरण और दूसरे चरण में COVAXIN परीक्षण परिणामों ने तीसरे चरण के परीक्षणों के लिए प्रोत्साहित किया है, जो वर्तमान में 22 साइटों पर चल रहा है।'गुरुवार को नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) ने स्वदेशी रूप से विकसित COVID-19 वैक्सीन 'कोवाक्सिन' के तीसरे चरण के नैदानिक परीक्षण के लिए वॉलंटियर्स को आमंत्रित किया। जिन 22 साइटों पर परीक्षण चल रहा है उनमें से एक एम्स भी है।
एम्स ने एक विज्ञापन में कहा, 'एम्स, नई दिल्ली COVAXIN के तीसरे फेज के क्लिनिकल ट्रायल के लिए एक साइट है। यह इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और भारत बायोटेक द्वारा प्रायोजित वैक्सीन है।' AIIMS के एक डॉक्टर डॉ. संजय के राय ने विज्ञापन के माध्यम से बताया कि पहले और दूसरे चरण का परीक्षण (सुरक्षा और प्रतिरक्षण) पहले ही पूरा हो चुका है। -
देशभर की नगरपालिकाओं में डोंगरगढ़ का प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ
एक जनवरी 2021 को दिए जाएंगे पुरस्कार
सर्वश्रेष्ठ आवास बनाने वाले हितग्राही भी पुरस्कृत होंगे
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में आवासहीनों को आवास उपलब्ध कराने की दिशा में छत्तीसगढ़ शासन को मिली उपलब्धियों की भारत सरकार ने सराहना की है।
प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अंतर्गत छत्तीसगढ़ के मोर जमीन मोर मकान योजना के समावेशी मॉडल की प्रशंसा करते हुए राज्य को पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है। साथ ही सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली नगरपालिकाओं की श्रेणी में डोंगरगढ़ को पुरस्कृत किया जाएगा। पुरस्कार एक जनवरी 2021 को दिया जाएगा।
भारत सरकार द्वारा आज प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के बहुप्रतीक्षित सम्मान समारोह की घोषणा की गयी। एक जनवरी, 2021 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की उपस्थिति में वर्चुअल समारोह का आयोजन किया जाएगा, जिसमें छत्तीसगढ़ राज्य को स्पेशल कैटेगॉरी में पुरस्कृत किया जाएगा।
समारोह में आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री, भारत सरकार श्री हरदीप सिंह पुरी भी उपस्थित रहेंगे। समारोह में मोर ज़मीन मोर मकान योजना के अंतर्गत सर्वश्रेष्ठ आवास बनाने वाली छत्तीसगढ़ के हितग्राही श्रीमती अंजू साहू (धमतरी), श्रीमती मुमताज़ बेगम (धमतरी) एवं श्रीमती ममता वर्मा (कवर्धा) को भी सम्मानित किया जाएगा।मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी ने राज्य की जनता, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग एवं सभी नगरीय निकायों को बधाई देते हुए सभी बेघर व्यक्तियों को पक्का आवास उपलब्ध कराए जाने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है।नगरीय प्रशसान एवं विकास विभाग के मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए विभाग, नगरीय निकायों एवं सम्मानित किए जा रहे हितग्राहियों को बधाई दी है। उन्होंने आगे भी इसी प्रकार का प्रदर्शन जारी रखने की उम्मीद जताई है। -
नई दिल्ली : नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों और केंद्र सरकार के बीच गतिरोध जारी। इस बीच कांग्रेस ने सरकार को इस मुद्दे पर घेरने की योजना बनाई है। राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और अधीर रंजन चौधरी ने कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मुलाकात की।उन्हें कानूनों के खिलाफ दो करोड़ हस्ताक्षर का ज्ञापन सौंपा। इस मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने सरकार से संसद का संयुक्त सत्र बुलाकर नए कानूनों को वापस लेने की बात कही।
इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा व रणदीप सुरजेवाला समेत 64 कांग्रेसी नेताओं को गुरुवार सुबह हिरासत में ले लिया गया। सभी को कुछ घंटे तक मंदिर मार्ग थाने में रखकर बाद में छोड़ दिया गया। बता दें कि मार्च के लिए दिल्ली पुलिस ने इजाजत नहीं दी थी और राष्ट्रपति से तीन नेताओं को मिलने की अनुमति मिली थी।
इसके बाद भी राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस नेता कृषि कानूनों के खिलाफ राष्ट्रपति को दो करोड़ हस्ताक्षर का ज्ञापन सौंपने जा रहे थे। कांग्रेस नेताओं के हिरासत में लिए जाने पर राहुल गांधी ने कहा कि भारत में लोकतंत्र नहीं बचा है। यह आपकी कल्पना में हो सकता है, लेकिन वास्तविकता में नहीं है।
विपक्षी दल किसानों और मजदूरों के साथ
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मिलने के बाद राहुल गांधी ने कहा, ' मैंने राष्ट्रपति से कहा कि ये कृषि कानून किसान विरोधी हैं। देश ने देखा है कि किसान इन कानूनों के खिलाफ खड़े हुए हैं। मैं पीएम को बताना चाहता हूं कि ये किसान तब तक घर वापस नहीं जाने वाले हैं, जब तक इन कृषि कानूनों को रद नहीं किया जाता।
सरकार को संसद का संयुक्त सत्र बुलाना चाहिए और इन कानूनों को वापस लेना चाहिए। विपक्षी दल किसानों और मजदूरों के साथ खड़े हैं। केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने यह भी कहा कि पीएम मोदी पूंजीपतियों के लिए पैसे बना रहे हैं। किसान हो, मजदूर हो या मोहन भागवत ही क्यों ना हों, जो भी उनके खिलाफ खड़ा होने की कोशिश करेगा, उसे आतंकी कहा जाएगा।
किसान हटेगा नहीं- राहुल
इस दौरान राहुल गांधी ने कहा, 'मैं एडवांस में चीज बोल देता हूं, मैंने कोरोना के बारे में बोला था कि नुकसान होने जा रहा है। उस समय किसी ने बात नहीं सुनी। आज मैं फिर से बोल रहा हूं किसान, मजदूर के सामने कोई भी शक्ति खड़ी नहीं हो सकती। मैं प्रधानमंत्री से कहना चाहता हूं कि किसान हटेगा नहीं, प्रधानमंत्री को ये नहीं सोचना चाहिए कि किसान, मजदूर घर चले जाएंगे।'
चीन ने भारत की हजारों किलोमीटर जमीन छीन ली- राहुल
राहुल ने यह भी कहा, ' चीन ने भारत की हजारों किलोमीटर जमीन छीन ली है, प्रधनमंत्री उसके बारे में कुछ क्यों नहीं कहते? आप सिस्टम को तोड़ रहे हैं, किसान,मजदूर को मार रहे हैं और बाहर से ताकतें देख रही हैं और कह रही हैं कि नरेंद्र मोदी हिंदुस्तान को कमजोर कर रहे हैं, हमारे लिए अच्छे अवसर बनने जा रहे हैं।' उन्होंने आगे आरोप लगाया कि केवल तीन-चार लोग सिस्टम चला रहे हैं और कहा कि पार्टी इससे लड़ रही है।
किसानों की शिकायत सुनना और निवारण करना सरकार की जिम्मेदारी- प्रियंका
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि यह सरकार काफी अभिमानी है। वह केवल अपनी राजनीति कर रही है और किसानों और जवानों का सम्मान नहीं करती है। किसानों का सम्मान करने की जरूरत है, उन्हें देश विरोधी बताना अपराध है। किसानों की शिकायत सुनना और उनकी शिकायतों का निवारण करना सरकार की जिम्मेदारी है।
राष्ट्रपति भवन तक मार्च करने की अनुमति नहीं मिली
दिल्ली पुलिस के एडिशनल डीसीपी दीपक यादव ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि कांग्रेस नेताओं के राष्ट्रपति भवन तक मार्च करने की अनुमति नहीं दी गई है। हालांकि, तीन नेताओं को राष्ट्रपति भवन जाने की अनुमति दी गई है। किसान संगठन केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 29 दिन से दिल्ली की सीमाओं पर धरने पर बैठे हैं। पिछले महीने 26 नवंबर से ही उनका प्रदर्शन जारी है।
राष्ट्रपति से पहले भी मिल चुके हैं राहुल
कांग्रेस के सांसद के सुरेश ने समाचार एजेंसी एएनआइ के साथ बातचीत में कहा कि राहुल गांधी ने पहले भी विपक्षी नेताओं के साथ राष्ट्रपति से मुलाकात की थी और किसानों के मुद्दे को हल करने के लिए ज्ञापन सौंपा था, लेकिन राष्ट्रपति और सरकार की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई।
सरकार और किसानों के बीच कई दौर की बातचीत
बता दें कि गतिरोध को सुलझाने के लिए केंद्र सरकार ने रविवार को किसान नेताओं को नए दौर की बातचीत के लिए आमंत्रित किया। नए कृषि कानूनों के लेकर सरकार ने किसानों के साथ अब तक कई दौर की बातचीत की है। आठ दिसंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किसान यूनियनों के 13 प्रतिनिधियों के साथ बैठक की थी। हालांकि, एक दिन बाद, किसान नेताओं ने केंद्र द्वारा भेजे गए एक प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था। -
नई दिल्ली : अगले साल की शुरुआत से भारत में भी कोरोना वायरस संक्रमण का टीका लगने की संभावना के बीच दिल्ली में भी सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार ने तैयारी तेज कर दी है।मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार को एक अहम बैठक बुलाई गई, जिसमें कोरोना वायरस के टीकाकरण को लेकर तैयारी के संबंध में चर्चा हुई।इसके बाद दोपहर में आयोजित डिजिटल पत्रकार वार्ता में अरविंद केजरीवाल ने जानकारी दी कि दिल्ली में 50 लाख से अधिक लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएगी, जिनमें तीन लाख लोग फ्रंटलाइन वर्कर होंगे।इनमें डॉक्टर, नर्स और अन्य स्वास्थ्यकर्मी शामिल हैं। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अब टीका आने का इंतजार है, हमारी ओर से पूरी तैयारी हो चुकी है। उन्होंने कहा कि हेल्थ केयर और फ्रंट लाइन वर्कर को पहले चरण में टीका उपलब्ध कराया जाएगा। इसके बाद 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी। कुलमिलाकर 50 लाख से अधिक लोगों को टीका लगाया जाएगा।
डिजिटल पत्रकार वार्ता में अरविंद केजरीवाल ने जानकारी दी है कि दिल्ली में कोरोना वैक्सीन को लेकर पूरी तैयारी है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में जल्द ही 1.15 करोड़ कोरोना वैक्सीन के डोज के स्टोरेज की व्यवस्था हो जाएगी। टीका लगाने के लिए स्टाफ का भी चयन कर लिया गया है, जिन्हें ट्रेनिंग दी जा रही है। टीका लगाने के बाद अगर किसी में दिक्कत आई तो इसका भी इंतजाम किया जा रहा है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के तकरीबन 51 लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन का टीका लगाया जाएगा। इनमें हेल्थकेयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स के वो लोग भी शामिल हैं, जिन्हें प्रथम चरण में टीका लगाया जाना है।
बृहस्पतिवार को हुई बैठक में स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने भी शिरकत की। इससे पहले दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बुधवार को प्रेस वार्ता में कहा था कि दिल्ली में सरकार ने टीके को रखने एवं उसे बांटने के लिए सभी तरह का प्रबंध कर लिया है। उन्होंने बताया कि टीका आने का मतलब यह नहीं है कि वायरस का खतरा पूरी तरह खत्म हो गया है।
उन्होंने कहा कि पिछले दो हफ्तों में ब्रिटेन से दिल्ली आने वाले सभी यात्रियों का पता लगाया जा रहा है। हम उन सभी यात्रियों की पहचान व जांच शुरू कर चुके हैं। उन्होंने मंगलवार को ब्रिटेन से आए यात्रियों में से पांच के संक्रमित होने के बारे में बताते हुए कहा कि दिल्ली सरकार जागरूक है और हम हर जरूरी इंतजाम कर रहे हैं।अगर हम नियमों का पालन करेंगे, तो हमें वायरस के किसी भी स्वरूप से घबराने की आवश्यकता नहीं है। दिल्ली में कोरोना मरीजों के लिए उपलब्ध बेड के सवाल का जवाब में उन्होंने कहा कि फिलहाल सिर्फ 2,800 बेड पर ही मरीज हैं और लगभग 50 फीसद आइसीयू बेड भी उपलब्ध हैं।गौरतलब है कि मंगलवार को संक्रमण दर आठ महीनों में सबसे कम रही है। साथ ही लगातार चार दिनों से एक हजार से कम नए मामले आए हैं। दिल्ली सरकार प्रतिदिन 80 हजार टेस्ट कर रही है। उन्होंने बताया कि देशभर में सबसे कम संक्रमण दर दिल्ली में है। -
नई दिल्ली : ब्रिटेन में आई कोरोना की नई स्ट्रेन का असर फिलहाल भारत पर नहीं दिख रहा है। देश में ब्रिटेन में मिले कोरोना की नई स्ट्रेन का अब तक एक भी मामला सामने नहीं आया है। भारत की बात करें तो यहां कोरोना वायरस महामारी की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है। देश में बीते 24 घंटों में कोरोना वायरस के 24 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं। इस दौरान देश में 300 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश में कोरोना वायरस के अब तक 1 करोड़ 1 लाख 23 हजार 778 मामले सामने आ चुके हैं। हालांकि, इसमें से करीब 97 लाख लोग ठीक हो चुके हैं। भारत में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या भी घट रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में कोरोना के एक्टिव केस फिलहाल 2 लाख 83 हजार 849 है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। देश में फिलहाल कोरोना से 96 लाख 93 हजार 173 लोग ठीक हो चुके हैं। देश में कोरोना से मौत का आंकड़ा 1 लाख 46 हजार 756 हो गया है।
सक्रिय मामलों में लगातार गिरावट
देश में कोरोना से सक्रिय मामले लगातार कम हो रहे हैं। देश में बीते 24 घंटों में कोरोना के 5,391 एक्टिव केस कम हुए हैं। इससे एक्टिव केस की दर 2.80% हो गई है। इसके साथ रिकवरी भी बढ़ रही है। पिछले 24 घंटों में देश में कोरोना से 29,791 लोग ठीक हुए हैं। इससे रिकवरी दर बढ़कर 95.75% हो गया है। भारत की कोरोना मृत्यु दर फिलहाल 1.45% है।
देश में साढ़े 16 करोड़ से ज्यादा कोरोना टेस्ट
देश में कोरोना की जांच का आंकड़ा भी बढ़ रहा है। देश में साढ़े 16 करोड़ से ज्यादा सैंपलों की कोरोना जांच की जा चुकी है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (Indian Council of Medical Research, ICMR) की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में बुधवार(23 दिसंबर) तक 16,53,08,366 सैंपलों की जांच हो चुकी है, जिनमें से 10,39,645 टेस्ट कल किए गए हैं। -
नई दिल्ली : नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों और केंद्र सरकार के बीच गतिरोध जारी। इस बीच कांग्रेस ने सरकार को इस मुद्दे पर घेरने की योजना बनाई है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी आज पार्टी के प्रतिनिधिमंडल के साथ विजय चौक से राष्ट्रपति भवन तक मार्च करने वाले हैं, जिसके लिए उन्हें अनुमति नहीं मिली है।
पार्टी की योजना मार्च निकालने के बाद सुबह 10.45 बजे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को किसानों के समर्थन में दो करोड़ हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन सौंपेने की है। दिल्ली पुलिस के केवल तीन नेताओं को राष्ट्रपति से मिलने के लिए अनुमति दी गई है। राहुल पार्टी मुख्यालय पहुंच गए हैं। उनके साथ प्रियंका गांधी भी हैं। यहां पहुंचकर उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और सांसदों से मुलाकात की।
दिल्ली पुलिस के एडिशनल डीसीपी दीपक यादव ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि कांग्रेस नेताओं के राष्ट्रपति भवन तक मार्च करने की अनुमति नहीं दी गई है। हालांकि, तीन नेताओं को राष्ट्रपति भवन जाने की अनुमति दी गई है। किसान संगठन केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 29 दिन से दिल्ली की सीमाओं पर धरने पर बैठे हैं। पिछले महीने 26 नवंबर से ही उनका प्रदर्शन जारी है।
कांग्रेस के सांसद के सुरेश ने समाचार एजेंसी एएनआइ के साथ बातचीत में कहा कि राहुल गांधी ने पहले भी विपक्षी नेताओं के साथ राष्ट्रपति से मुलाकात की थी और किसानों के मुद्दे को हल करने के लिए ज्ञापन सौंपा था, लेकिन राष्ट्रपति और सरकार की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई।
बता दें कि गतिरोध को सुलझाने के लिए केंद्र सरकार ने रविवार को किसान नेताओं को नए दौर की बातचीत के लिए आमंत्रित किया। नए कृषि कानूनों के लेकर सरकार ने किसानों के साथ अब तक कई दौर की बातचीत की है। आठ दिसंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किसान यूनियनों के 13 प्रतिनिधियों के साथ बैठक की थी। हालांकि, एक दिन बाद, किसान नेताओं ने केंद्र द्वारा भेजे गए एक प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था। -
नई दिल्ली : कोरोना वायरस के दैनिक मामलों में मंगलवार को आई गिरावट के बाद बुधवार को एक बार फिर बढ़ोत्तरी देखने को मिली। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने बुधवार को कोरोना वायरस से संबंधित आंकड़े जारी करते हुए बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान देश में संक्रमण के 23950 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 333 लोगों की मौत हुई है।इन नए मरीजों के बाद कोरोना वायरस के कुल केस बढ़कर 1,00,99,066 हो गए हैं। हालांकि कोरोना का संक्रमण बढ़ने के साथ ही ठीक होने वाले मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक, देश के अलग-अलग राज्यों में अभी तक कोरोना वायरस के 96,63,382 मरीज ठीक हो चुके हैं, जिसके बाद एक्टिव केस 2,89,240 बचे हैं। देश में मरीजों का रिकवरी रेट भी बढ़कर 95 फीसदी के पार पहुंच गया है।स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि औसत तौर पर देखा जाए तो पिछले 7 हफ्तों में कोरोना वायरस के दैनिक मामलों में गिरावट देखने को मिली है, जो एक राहत की बात है। करीब साढ़े पांच महीने के बाद कोरोना वायरस के एक्टिव केस भी 3 लाख से कम हो गए हैं।
इन राज्यों में कोरोना वायरस के केस सबसे ज्यादा
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि फिलहाल जिन राज्यों में कोरोना वायरस के ज्यादा केस मिल रहे हैं, उनमें मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और केरल शामिल है। वहीं, देश में कोरोना वायरस की टेस्टिंग बड़े पैमाने पर जारी है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अभी तक कोरोना वायरस के कुल 16,42,68,721 सैंपल टेस्ट हो चुके हैं, जिनमें से 10,98,164 सैंपल टेस्ट पिछले 24 घंटों के भीतर हुए हैं। आपको बता दें कि देश में कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर भी बड़े पैमाने पर तैयारी चल रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक जनवरी में कोरोना वायरस वैक्सीन देने का पहला चरण शुरू किया जा सकता है। -
एजेंसी
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को Aligarh Muslim University के शताब्दी समारोह में हिस्सा लिया और इस मौके पर कोरोना काल में मदद के लिए यूनिवर्सिटी की ओर से की गई मदद के लिए सराहना की. पीएम ने कहा कि 'अभी कोरोना के इस संकट के दौरान भी AMU ने जिस तरह समाज की मदद की, वो अभूतपूर्व है. हजारों लोगों का मुफ्त टेस्ट करवाना, आइसोलेशन वार्ड बनाना, प्लाज्मा बैंक बनाना और पीएम केयर फंड में बड़ी राशि का योगदान देना, समाज के प्रति आपके दायित्वों को पूरा करने की गंभीरता को दिखाता है.' पीएम ने इस मौके पर एक विशेष डाक टिकट भी जारी किया. पांच दशक में यह पहला मौका था, जब देश के कोई प्रधानमंत्री एएमएयू के किसी समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए. मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए समारोह में हिस्सा लिया.
1.पीएम मोदी ने एएमयू के शताब्दी समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि इस विश्वविद्यालय से निकले छात्र भारत की संस्कृति का प्रतिनिधित्व करते हैं. बीते 100 वर्षों में AMU ने दुनिया के कई देशों से भारत के संबंधों को सशक्त करने का भी काम किया है.
2. प्रधानमंत्री मोदी ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को ''छोटा भारत'' बताते हुए विश्वविद्यालय की विरासत का बखान भी किया. उन्होंने कहा कि 'उर्दू, अरबी और फारसी भाषा पर यहां जो रिसर्च होती है, इस्लामिक साहित्य पर जो रिसर्च होती है, वो समूचे इस्लामिक वर्ल्ड के साथ भारत के सांस्कृतिक रिश्तों को नई ऊर्जा देती है. उन्होंने छात्रों से अपील की कि एएमयू के कैंपस में ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की भावना दिनोंदिन मजबूत होती रहे, इसके लिए मिलकर काम करें.'
3.पीएम ने कहा कि देश आज उस मार्ग पर बढ़ रहा है जहां किसी मत, मजहब के भेद के बिना हर वर्ग तक योजनाएं पहुंच रही हैं. सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, यह मंत्र इसका मूल आधार है. देश की नियत नीतियों में यही संकल्प झलकता है. पीएम ने ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास' को केंद्र सरकार की नीतियों का मूल आधार बताते हुए कहा कि जो देश का है, वह हर देशवासी का है और उसका लाभ हर देशवासी को मिलना चाहिए.
4.कोरोना संकट में मदद के लिए आगे आए विश्वविद्यालय की सराहना करते हुए पीएम ने कहा कि 'अभी कोरोना के इस संकट के दौरान भी AMU ने जिस तरह समाज की मदद की, वो अभूतपूर्व है. हजारों लोगों का मुफ्त टेस्ट करवाना, आइसोलेशन वार्ड बनाना, प्लाज्मा बैंक बनाना और पीएम केयर फंड में बड़ी राशि का योगदान देना, समाज के प्रति आपके दायित्वों को पूरा करने की गंभीरता को दिखाता है.'
5. पीएम ने अपने तीन तलाक के कानून का जिक्र करते हुए कहा कि समाज से तीन तलाक नामक कुप्रथा खत्म हो गई है. उन्होंने यह भी कहा कि मुस्लिम छात्राओं के बीच पढ़ाई छोड़ने की दर में गिरावट आई है.
6.PM ने शिक्षा के क्षेत्र में किए गए कामों को गिनाते हुए कहा कि सरकार उच्च शिक्षा में एनरोलमेंट की संख्या बढ़ाने और सीटें बढ़ाने के लिए भी लगातार काम कर रही है. 'वर्ष 2014 में हमारे देश में 16 IITs थीं, आज 23 IITs हैं. वर्ष 2014 में हमारे देश में 9 IIITs थीं, आज 25 IIITs हैं. वर्ष 2014 में हमारे यहां 13 IIMs थे, आज 20 IIMs हैं.
7.Medical education को लेकर भी बहुत काम किया गया है. 6 साल पहले तक देश में सिर्फ 7 एम्स थे, आज देश में 22 एम्स हैं.' पीएम ने कहा कि शिक्षा चाहे Online हो या फिर Offline, सभी तक पहुंचे, बराबरी से पहुंचे, सभी का जीवन बदले, हम इसी लक्ष्य के साथ काम कर रहे हैं.'
8.उन्होंने कहा, ‘बिना किसी भेदभाव के 40 करोड़ से ज्यादा गरीबों के बैंक खाते खुले, दो करोड़ लोगों को घर मिले, आठ करोड़ से ज्यादा महिलाओं को गैस कनेक्शन मिला. बिना किसी भेदभाव के कोरोना वायरस संक्रमण के दौर में 80 करोड़ देशवासियों को मुफ्त अनाज सुनिश्चित किया गया. आयुष्मान योजना के तहत 50 करोड़ लोगों को पांच लाख रूपये तक का मुफ्त इलाज संभव हुआ.'
9. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘देश की समृद्धि के लिए उसका हर स्तर पर विकास होना आवश्यक है. आज देश भी उस मार्ग पर बढ़ रहा है, जहां प्रत्येक नागरिक को बिना किसी भेदभाव के देश में हो रहे विकास का लाभ मिले. देश आज उस मार्ग पर बढ़ रहा है, जहां पर प्रत्येक नागरिक संविधान से मिले अपने अधिकारों को लेकर निश्चिंत रहें, भविष्य को लेकर निश्चिंत रहें.'
10.प्रधानमंत्री ने इस मौके पर एक विशेष डाक टिकट जारी किया. पांच दशक में यह पहला मौका था, जब प्रधानमंत्री एएमएयू के किसी समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए. आखिरी बार, 1964 में बतौर प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री एएमयू के एक समारोह में शामिल हुए थे. उनसे पहले पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नहेरू ने चार बार एएमयू का दौरा किया था. नेहरू पहली बार 1948 में और इसके बाद 1955, 1960 और 1963 में एएमयू गए थे. -
असदुद्दीन ओवैसी ने अपने ट्वीट में लिखा, "यह सरकार जो कहती है, सच हमेशा उसके विपरीत होता है. बिजली बिल के जरिये क्रॉस सब्सिडी से दूर करने का प्रस्ताव है."
नई दिल्ली : केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के साथ-साथ किसान बिजली कानून (Electricity Laws) में प्रस्तावित संशोधन का विरोध कर रहे हैं. किसानों को डर है कि प्रस्तावित संशोधन से बिजली पर उन्हें मिलनी वाली सब्सिडी खत्म हो जाएगी. विपक्ष भी बिजली कानून में संशोधन का विरोध कर रहा है. AIMIM के प्रमुख और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने आरोप लगाया है कि सरकार किसानों से रियायती दर पर बिजली का हक छीनना चाहती है.
ओवैसी ने मंगलवार को अपने ट्वीट में लिखा, "यह सरकार जो कहती है, सच उसके विपरीत होता है. बिजली बिल के जरिये क्रॉस सब्सिडी से दूर करने का प्रस्ताव है. कई राज्य किसानों को मुफ्त बिजली दे रहे हैं, यह बिल इसे बदलना चाहता है और किसानों को बिजली के लिए अधिक भुगतान करवाना चाहता है."
उन्होंने अगले ट्वीट में कहा, "मौजूदा वक्त में गरीब परिवार रियायती दरों पर भुगतान कर रहे हैं और इसकी लागत की वसूली औद्योगिक/वाणिज्यिक उपयोक्ताओं से की जा रही है. अब बीजेपी चाहती है कि किसान, गरीब लोग और अन्य घरेलू उपयोक्ता भी बड़े कारोबारियों की तरह ही भुगतान करें."
दरअसल, किसानों की चिंता सता रही है कि बिजली कानून में संशोधन के जरिये बिजली सब्सिडी की मौजूदा व्यवस्था में बदलाव की योजना है. सरकार ने सोमवार को कहा कि संशोधन को लेकर किसानों की चिंता का कोई कारण नहीं है.
बिजली मंत्री आर के सिंह ने एनडीटीवी को सोमवार को बताया, "बिजली संशोधन विधेयक को लेकर किसानों का डर निराधार है. बिल में किसानों को दी जाने वाली बिजली सब्सिडी की मौजूदा व्यवस्था में बदलाव का कोई प्रावधान या प्रस्ताव नहीं है. किसानों को अब की तरह मिल रही बिजली सब्सिडी मिलना जारी रहेगी."
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ब्रिटेन में सामने आए कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन को देखते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ब्रिटेन से आने वाली सभी फ्लाइट्स पर रोक लगाने की मांग की है. बता दें कि ब्रिटेन में कोरोना वायरस के एक नए प्रकार (स्ट्रेन) से संक्रमण की दर अचानक से बढ़ गई है.
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार से अपील की है कि ब्रिटेन से आने वाली सभी फ्लाइट्स पर तुरंत रोक लगाई जाए. मुख्यमंत्री केजरीवाल ने यह ट्वीट ब्रिटेन में कोरोना का नया स्ट्रेन सामने आने के बाद किया है. इस नए स्ट्रेन को सुपर स्प्रेडर माना जा रहा है.
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्वीट किया, "यूके में कोरोना के नए म्यूटेशन का पता चला है जो कि सुपर स्प्रेडर है. मैं केंद्र सरकार के अपील करता हूं कि यूके से आने वाली सभी फ्लाइट्स पर तुरंत रोक लगाई जाए.''
ब्रिटेन में कोरोना वायरस के एक नए प्रकार (स्ट्रेन) से संक्रमण की दर अचानक से बढ़ गई है. जिसे देखते हुए रविवार से सख्त पाबंदियों के साथ लॉकडाउन लागू किया गया है. फिलहाल अचानक से बढ़ी कोरोना संक्रमण की दर के कारण बेल्जियम और नीदरलैंड ने रविवार को यूके से उड़ानें निलंबित कर दीं है.
70 प्रतिशत तेजी से फैल रहा नया स्ट्रेनः बोरिस जॉनसन
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का कहना है कि कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन पहले के मुकाबले 70 प्रतिशत ज्यादा तेजी से फैल रहा है. वहीं स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार कोरोना संक्रमण की दर नियंत्रण से बाहर हो रही है. हालांकि अभी इस बात का पता नहीं लगाया जा सका है कि कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन पहले से ज्यादा खतरनाक है या नहीं और हाल ही में जारी हुई कोरोना वैक्सीन इस पर आसरदार होगी या नहीं. फिलहाल नीदरलैंड, डेनमार्क, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका में भी कोरोना वायरस के तेजी से फैल रहे नए स्ट्रेन का पता चला है.
क्रिसमस पर लगाया गया लॉकडाउन
यूनाइटेड किंगडम के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने नए स्ट्रेन पर चर्चा करने के लिए सोमवार को अपने संयुक्त निगरानी समूह की तत्काल बैठक बुलाई है. यूके में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के कारण वहां संक्रमण दर में वृद्धि हुई है. ब्रिटिश स्वास्थ्य सचिव मैट हैनकॉक ने रविवार को कहा कि कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन नियंत्रण से बाहर है इसलिए सरकार ने लंदन और दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड में एक सख्त क्रिसमस लॉकडाउन लगाया है. इसके चलते यूरोपीय देशों ने यूनाइटेड किंगडम के यात्रियों के लिए अपनी सीमाओं को बंद करना शुरू कर दिया है.
वैक्सीन से मिल सकती है मदद
हैनकॉक ने चेतावनी दी कि कोरोना वैक्सीन के पूरी तरह से प्रभावी साबित होने तक इंग्लैंड की आबादी के लगभग एक तिहाई हिस्से को प्रभावित करने वाले सख्त नियम तब तक बने रह सकते हैं. हैनकॉक ने स्काई न्यूज को बताया "कोरोना के नए स्ट्रेन के सामने आने के बाद घर पर बने रहने का आदेश सही है. क्रिसमस पर परिवारिक समारोहों पर प्रतिबंध और गैर-आवश्यक दुकानों को बंद करने के लिए कहा गया है. दुर्भाग्य से नया स्ट्रेन नियंत्रण से बाहर है. हमें इसे नियंत्रण में रखना होगा." -
नई दिल्ली : देश में कोरोना वायरस के दैनिक मामलों में एक बार फिर गिरावट देखने को मिली है। सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने बताया कि पिछले 24 घंटों के भीतर देश में कोरोना वायरस के 24337 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 25709 मरीज ठीक हुए हैं।
इन नए मामलों के साथ देश में कोरोना वायरस के कुल केस बढ़कर 1,00,55,560 हो गए हैं। हालांकि राहत की बात ये है कि देश में कोरोना वायरस के मरीजों का रिकवरी रेट लगातार बढ़ रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक अभी तक 96,06,111 मरीज ठीक हो चुके हैं और एक्टिव केस केवल 3,03,639 बचे हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस से संबंधित आंकड़े जारी करते हुए बताया कि पिछले 24 घंटों के भीतर देश में कोरोना वायरस के कारण 333 मरीजों की मौत हुई है, जिसके बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 1,45,810 हो गई है। वहीं, देश में कोरोना वायरस की टेस्टिंग भी लगातार जारी है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के मुताबिक अभी तक देशभर में कोरोना वायरस के 16,20,98,329 टेस्ट हो चुके हैं, जिनमें से 9,00,134 टेस्ट पिछले 24 घंटों के भीतर किए गए हैं।
जनवरी से शुरू हो सकता है टीकाकरण अभियान'
आपको बता दें कि देश में कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीन को लेकर भी तैयारी चल रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि टीकाकरण अभियान को लेकर केंद्र सरकार पिछले चार महीनों से राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम कर रही है।डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि उम्मीद है कि जनवरी के महीने से टीकाकरण अभियान का पहला चरण शुरू हो जाएगा। पहले चरण के तहत स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स सहित उन लोगों को वैक्सीन दी जाएगी, जिन्हें कोरोना वायरस से संक्रमित होने का खतरा सबसे ज्यादा है।
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तिरुवनंतपुरम : केंद्र द्वारा पारित कृषि कानूनों के खिलाफ केरल में भी सियासत शुरू हो गई है। कृषि कानूनों के खिलाफ प्रस्ताव पारित करने के लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जाएगा।
सोमवार को हुई कैबिनेट बैठक में बुधवार को विधानसभा का एक विशेष सत्र बुलाने का फैसला लिया गया है। कृषि कानूनों का माकपा के नेतृत्व वाले वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (LDF) और कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चे विरोध कर रहे हैं।
कैबिनेट के फैसले की पुष्टि करते हुए केरल के वित्त मंत्री थॉमस इसाक ने कहा, 'केरल कैबिनेट ने विवादास्पद कृषि कानूनों पर चर्चा करने और इसे खारिज करने के लिए निर्धारित बजट सत्र से पहले 23 दिसंबर को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने का फैसला किया गया है। केरल सरकार संघर्ष कर रहे किसानों के साथ एकजुटता से खड़ी है।
बता दें कि कैबिनेट द्वारा विशेष विधानसभा बुलाने की सिफारिश राज्यपाल को की जाएगी। लघु अवधि विधानसभा सत्र केवल कृषि कानूनों पर चर्चा करने के लिए सीमित होगा और केरल विधानसभा का पूर्ण बजट सत्र 8 जनवरी से होगा।
गौरतलब है कि किसान कृषि कानूनों को वापस लेने पर अड़े हुए हैं। इसको लेकर आंदोलन कर रहे किसानों ने आज से भूख हड़ताल का ऐलान किया है। इस बीच किसानों से फिर बातचीत के लिए कृषि मंत्रालय ने किसान संगठनों को चिट्ठी लिखी है, जिसमें सरकार की ओर से बातचीत की का न्यौता दिया गया है। अबतक सरकार और किसान संगठनों के बीच 6 दौर की बातचीत को कोई नतीजा नहीं निकल सका है। -
पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा की तैयारियों का जायजा लेने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री एवं पार्टी के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह दो दिवसीय दौरे पर कोलकाता पहुंचे.कोलकाता : पश्चिम बंगाल में टीएमसी नेताओं के पार्टी छोड़ने के हाई वोल्टेज नाटकीय राजनीतिक घटनाक्रम के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने, चार महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा की 200 सीटों की जीत के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए अपनी दो दिवसीय पश्चिम बंगाल यात्रा आज शुरू की है. अपनी यात्रा की शुरुआत में सबसे पहले उन्होंने सुबह 10.30 बजे रामकृष्ण आश्रम जाकर स्वामी विवेकानंद, रामकृष्ण परमहंस और शारदा देवी को पुष्पांजलि अर्पित की. इसके बाद वो स्वामी विवेकानंद के पैतृक घर पहुंचे.
पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव (West Bengal Assembly Election 2o21) से पहले BJP की तैयारियों का जायजा लेने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री एवं पार्टी के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह शुक्रवार देर रात करीब एक बजे के बाद कोलकाता के अपने दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे थे. कोलकाता पहुंचने के बाद उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘मैं गुरुदेव टेगौर, ईश्वर चंद्र विद्यासागर और श्यामा प्रसाद मुखर्जी की इस पावन धरती को नमन करता हूं.''
कयास लगाए जा रहे हैं कि तृणमूल कांग्रेस और राज्य मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री का पद छोड़ने वाले प्रभावशाली नेता शुभेंदु अधिकारी और शीलभद्र दत्ता तथा जितेंद्र तिवारी जैसे तृणमूल कांग्रेस के कुछ असंतुष्ट नेता, शाह के बंगाल दौरे के दौरान भाजपा में शामिल होंगे. शाह शनिवार को मिदनापुर में एक जनसभा को संबोधित करेंगे जहां तृणमूल कांग्रेस के कई नेता भाजपा में शामिल हो सकते हैं. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि शाह और पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा विधानसभा चुनाव होने तक हर महीने प्रदेश के दौरे पर आएंगे. -
भारत में कोरोना वायरस संक्रमितों का आंकड़ा एक करोड़ के पार पहुंचा गया है और मरने वालों की संख्या 1.45 लाख है। इस मुद्दे पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और मौजूदा सांसद राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है।राहुल गांधी ने कहा है कि देश में कोरोना वायरस का आंकड़ा एक करोड़ के पार हो गया है। इसका साफ मतलब है कि पीएम नरेंद्र मोदी के 21 दिनों का लगाया गया लॉकडाउन फेल हो गया है।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ''लगभग 1.5 लाख मौत और एक करोड़ कोविड-19 के मामले। पीएम नरेंद्र मोदी ने 21 दिनों के लॉकडाउन को लेकर जो दावा किया था वो विफल हो गया है। लेकिन इसने देश के लाखों लोगों को बर्बाद किया है।''
राहुल गांधी केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर कोरोना वायरस और लॉकडाउन में बरती गई लापरवाही पर हमेशा ही पीएम मोदी को घेरा है। ट्वीट के जरिए राहुल गांधी हमेशा से पीएम नरेंद्र मोदी की नीतियों की आलोचना करते आए हैं।पिछले दिनों राहुल गांधी ने कोरोना वैक्सीन को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी से सवाल पूछा था कि आखिर देश को वैक्सीन कब तक मिलेगी, इसका जवाब पीएम मोदी देश की जनता को कब देंगे।भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक भारत में कोरोना के कुल मामले बढ़कर एक करोड़ हो गए हैं, जिसमें से एक लाख 45 हजार लोगों की मौत हो गई है। हालांकि देश में कुल एक्टिव मरीजों की संख्या 3.08 लाख है। कोरोना वायरस का कुल पॉजिटिविटी रेट अब 6.25 फीसदी है। -
नई दिल्ली : कोविंड -19 ने पूरी दुनिया में कहर मचाया और अभी भी कई देशों में यह बीमारी काफी तेजी से लोगों को संक्रमित कर रही है। वहीं, भारत में भी कोरोना वायरस के मामले 1 करोड़ को पार कर गए हैं।
हालांकि, भारत में पिछले समय में कोरोना की रफ्तार धीमी हुई है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के मुताबिक भारत में अब 1,00,04,825 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। वहीं, देश में 1, 45, 171 लोगों की मौत भी हो चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक ठीक होने वाले लोगों की कुल संख्या एक्टिव मामलों से करीब 30 फीसद अधिक है। नए मामलों में कमी आने के साथ कोरोना मरीजों के ठीक होने की संख्या लगातार बढ़ रही है।
मंत्रालय के मुताबिक देश में बीते कुछ हफ्तों में कोरोना वायरस के औसत दैनिक पॉजिटिविटी रेट में लगातार गिरावट आ रही है। हालांकि, भारत में फिलहाल 3,08,751 सक्रिय मामले हैं। अब तक 95,50,712 यानी करीब 95. 45 फीसद संक्रमित लोग स्वस्थ हो चुके हैं।
बता दें कि भारत में कोविड-19 का पहला मामला इस साल 30 जनवरी को केरल में सामने आया था। तीन फरवरी तक यह संख्या बढ़ कर तीन हो गयी थी। ये सभी छात्र थे और चीन के वूहान से आए थे। मालूम हो कोरोना वायरस पूरी दुनिया में वूहान से ही फैला था। जहां फिर मार्च के बाद संक्रमितों की संख्या में इजाफा होने लगा।
ऐसे बढ़े भारत में मामले
10 जुलाई-10 लाख
6 अगस्त-20 लाख
22 अगस्त-30 लाख
4 सितंबर-40 लाख
15 सितंबर-50 लाख
27 सितंबर-60 लाख
10 अक्टूबर-70 लाख
28 अक्टूबर-80 लाख
19 नवंबर-90 लाख
19 दिसंबर-1 करोड़ का आंकड़ा पार
भारत में कोरोना से पहली मौत 13 मार्च को 76 साल के एक व्यक्ति की हुई थी, जो सऊदी अरब से लौटा था। भारत सरकार ने इसके बाद कोरोना के खतरे को देखते हुए तमाम फैसलों को जमीन पर लाया गया।
कोरोना से होने वाली मौतें भारत में सबसे कम
देश - मौत प्रतिशत
अमेरिका -18
इटली- 5.52
इरान- 4.68
यूके- 3.42
स्पेन- 2.7
ब्राजील- 2.61
फ्रांस- 2.46
पाकिस्तान- 2.02
रूस- 1.80
भारत- 1.45
भारत में अब तक कुल मौतों में सबसे ज्यादा नुकसान महाराष्ट्र को उठाना पड़ा है। वहां इस बीमारी से 48,499 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा कर्नाटक में 11,981, तमिलनाडु में 11,942 और दिल्ली में 10,182 लोगों की मौत हुई है। बंगाल में 9,235, उत्तर प्रदेश में 8,136, आंध्र प्रदेश में 7,069 और पंजाब में 5,150 लोगों को जान गंवानी पड़ी।
दुनिया पर नजर
भारत में कोराना संक्रमण के स्थिति स्थिर दिखाई दे रही है, लेकिन दुनिया में कई जगह कोरोना संक्रमण पहले की तुलना में और अधिक तेजी से फैल रहा है। दुनिया में लगातार तीसरे दिन सात लाख से ज्यादा कोरोना केस दर्ज किए गए हैं। कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा असर अमेरिका, भारत और ब्राजील में देखने को मिला है। बीते दिन दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका में सबसे ज्यादा मौत हुई है। इसके बाद जर्मनी, ब्राजील, मैक्सिको, इटली, रूस, ब्रिटेन, पोलांड, फ्रांस, भारत में मौत के सबसे ज्यादा मामले आए।
दुनिया में कुल कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा सात करोड़ 59 लाख के पार पहुंच गया है। वहीं, इस बीमारी से 16 लाख 80 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, पांच करोड़ 32 लाख लोग इस बीमारी से ठीक भी हो गए हैं। बताया गया कि फिलहाल दो करोड़ 10 लाख मामले सक्रिय हैं।
अन्य देशों के हाल
अमेरिका: कोरोना मामले- 17,885,299, मौत- 320,825
ब्राजील: कोरोना मामले- 7,163,912, मौत- 185,687
रूस: कोरोना मामले- 2,791,220, मौत- 49,762
फ्रांस: कोरोना मामले- 2,442,990, मौत- 60,229
यूके: कोरोना मामले- 1,977,167, मौत- 66,541