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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
डोंगरगढ़-कबीरधाम-मुंगेली-कटघोरा रेलमार्ग के लिए 300 करोड़ स्वीकृतरायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में आज उनके निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ खनिज विकास निधि सलाहकार समिति की 20वीं बैठक आयोजित हुई। बैठक में विभिन्न खनिज परियोजनाओं एवं अधोसंरचना हेतु राशि स्वीकृत की गई। बैठक में मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के सचिव द्वय श्री पी. दयानंद, श्री राहुल भगत, सचिव वित्त श्रीमती शारदा वर्मा, संचालक खनिज श्री सुनील जैन, संयुक्त संचालक खनिज श्री अनुराग दीवान एवं खनिज संचालनालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने बैठक में अधिकारियों से खनिज विकास निधि सलाहकार समिति के पूर्व निर्णय सहित राशि के उपयोग के संबंध में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने निधि में उपलब्ध राशि को दृष्टिगत रखते हुए प्रदेश में वृहद अधोसंरचना निर्माण की परिकल्पना पर विचार किए जाने के निर्देश दिए।
बैठक में चर्चा उपरांत छत्तीसगढ़ रेलवे कॉरपोरेशन को डोंगरगढ़-कबीरधाम-मुंगेली-कटघोरा रेलमार्ग हेतु भू-अर्जन एवं प्रारंभिक निर्माण कार्य के लिए 300 करोड़ रुपए की राशि दिए जाने की स्वीकृति प्रदान की गई। संचालनालय भौमिकी एवं खनिकर्म के खनिज अन्वेषण, खनिज ब्लॉक नीलामी, खानों के आईटी आधारित नियमन हेतु 83 करोड़ रुपए राशि की स्वीकृति प्रदान की गई।
बैठक में राज्य में खनिज राजस्व में और वृद्धि की संभावनाओं के अध्ययन कार्यवाही तथा खनन क्षेत्र में सुधार हेतु विशेषज्ञ संस्थाओं की सेवाएं लेने हेतु 20 करोड़ रुपए के अतिरिक्त राशि दिए जाने का निर्णय लिया गया।
गौरतलब है कि खनिज विभाग द्वारा प्रतिवर्ष प्राप्त होने वाले कुल खनिज राजस्व की 5% राशि खनिज विकास निधि मद अंतर्गत आरक्षित रहती है। उक्त निधि से सलाहकार समिति के अनुशंसा अनुसार संचालनालय भौमिकी एवं खनिकर्म, सीएमडीसी, रेल एवं सड़क परिवहन तथा खनन क्षेत्र में आवश्यक अधोसंरचना निर्माण के लिए राशि प्रदान की जाती है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
सेल द्वारा आयोजित खेल प्रतियोगिता का शुभारंभरायपुर : प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने आज स्टील अथारिटी ऑफ इंडिया द्वारा नारायपुर में आयोजित स्कूली बच्चों की पांच दिवसीय खेल प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। इस खेल प्रतियोगिता में 40 स्कूलों की टीमे भाग ले रही है। प्रतियोगिता के शुभारंभ अवसर पर रामकृष्ण आश्रम के बच्चों ने जिमनास्टिक का शानदार प्रदर्शन किया। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता भिलाई इस्पात संयंत्र के प्रभारी कार्यकारी महानिदेशक श्री अनिर्वाण दासगुप्ता ने की। खेल मंत्री श्री वर्मा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बस्तर अंचल में खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने के लिए बस्तर ओलंपिक का आयोजन किया गया।राज्य सरकार के द्वारा खेल अधोसंरचना को तेजी से विकसित किया जा रहा है। प्रदेश के 31 जिलों में खेलो इंडिया कार्यक्रम के माध्यम से खेल गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। खिलाड़ियों के बेहतर प्रशिक्षण के लिए कोच तथा प्रशिक्षण शिविर भी आयोजित किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि बस्तर संभाग के युवा अब राष्ट्रीय स्तर के खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने के साथ-साथ एजुकेशन के मामले में भी आगे बड़ रहे है। आईएएस और आईपीएस भी बन रहे हैं।
खेल मंत्री श्री वर्मा ने स्कूली बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि खेल में हार-जीत तो लगा रहता है। जीवन भी इसी प्रकार एक खेल है। खेल से खिलाड़ियों में खेल भावना का विकास होता है और अनुशासन सीखने को मिलता है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय द्वारा खिलाड़ियों के लिए ओलंपिक में स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले को 3 करोड़, रजत पदक प्राप्त करने वाले को दो करोड़ और कांस्य पदक प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों के लिए एक करोड रुपए का पुरस्कार देने की घोषणा की गई है।मंत्री श्री वर्मा ने कार्यक्रम के अंत में 1500 मीटर की दौड़ में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले रामकृष्ण मिशन आश्रम के नरसिंह दुग्गा, द्वितीय स्थान स्थान प्राप्त करने वाले आदर्श विद्यालय गरांजी के रस्सूराम और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले एकलव्य आदर्श विद्यालय अंतागढ़ के अभिषेक को पुरस्कार प्रदान किया। कार्यक्रम में सर्व आदिवासी समाज के संरक्षक रूपसाय सलाम, जिला पंचायत के उपाध्यक्ष देवनाथ उसेंडी, जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष नरेन्द्र मेश्राम, रामकृष्ण मिशन आश्रम के स्वामीजन सहित कोच, रेफरीगण एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थिति थे। -
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रायपुर : जनसंपर्क संचालनालय और छत्तीसगढ़ संवाद के अधिकारी-कर्मचारियों ने आयुक्त और छत्तीसगढ़ संवाद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री मयंक श्रीवास्तव को उनके स्थानांतरण पर आज शाम नवा रायपुर स्थित छत्तीसगढ़ संवाद कार्यालय में भावभीनी विदाई दी।
विदाई समारोह में आयुक्त श्री मयंक श्रीवास्तव ने कहा कि जनसंपर्क आयुक्त के रूप में उनका कार्यकाल यादगार रहा। जनसंपर्क संचालनालय और छत्तीसगढ़ संवाद के अधिकारियों ने श्री मयंक श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में किए कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें अपनी शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर जनसंपर्क के संचालक श्री अजय अग्रवाल, अपर संचालक श्री जे.एल. दरियो, श्री उमेश मिश्रा, श्री संजीव तिवारी, श्री आलोक देव, श्री संतोष मौर्य सहित जनसंपर्क संचालनालय और छत्तीसगढ़ संवाद के सभी अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे। -
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मुख्यमंत्री ने विद्या भारती के क्षेत्रीय संस्कृति महोत्सव का किया शुभारंभसरस्वती शिशु मंदिर रोहिणीपुरम में आवश्यक संसाधनों के लिए 50 लाख रूपए की घोषणारायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज रायपुर के रोहिणीपुरम स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में आयोजित क्षेत्रीय संस्कृति महोत्सव 2024 का शुभारंभ करते हुए कहा कि नई पीढ़ी को संस्कारवान् बनाने और भारतीय संस्कृति से जोड़ने में विद्या भारती द्वारा महत्वपूर्ण कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस तीन दिवसीय संस्कृति महोत्सव में नई पीढ़ी के बच्चे अपने सांस्कृतिक गौरव से परिचित होंगे। साथ ही वे संस्कारवान् भी बनेंगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने नई शिक्षा नीति 2020 के सफल क्रियान्वयन के लिए सरस्वती शिशु मंदिर रोहिणीपुरम में आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था के लिए 50 लाख रुपए की राशि स्वीकृति की घोषणा की।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
375 कनिष्ठ यंत्रियों को नियुक्ति पत्र, आगे भी कर्मियों की कमी नहीं होने देंगेबिजली कर्मियों का दीवाली पूर्व 12 हजार रुपए बोनस की घोषणाकेशलेस हेल्थ स्कीम के लिए 3 वर्षों का एम.ओ.यू.रूफटॉप सोलर एक्सप्लोरर एप का विमोचनरायपुर : छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनी मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने चयनित कनिष्ठ यंत्रियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया। उन्होंने विद्युत कर्मियों को 12 हजार रूपये तक बोनस/एक्सग्रेसिया दीपावली के पूर्व देने की घोषणा की। साथ ही ‘मेरा घर-पीएम सूर्यघर‘ जनजागरण अभियान की शुरूआत की । प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के तहत प्रदेश में वर्ष 2027 तक 5 लाख घरों में रूफटाप सोलर प्लांट लगाने का लक्ष्य दिया।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि दीपावली का यह त्यौहार रोशनी का त्यौहार है, रोशनी बांटने का त्यौहार है, और विद्युत कर्मियों से बढ़कर भला ‘‘रोशनी बांटने वाला’’ कौन हो सकता है। उन्होंने कहा कि मैं जानता हूं कि दीपावली के समय आप लोगों का काम बहुत बढ़ जाता है, लेकिन आपने हर ऐसे अवसर पर बहुत सुंदर तरीके से अपने दायित्वों का निर्वहन किया है। इस बार भी मुझे आपसे यही आशा है।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के विकसित भारत के आव्हान के अनुरूप हमने भी विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण का संकल्प लिया है। हमें राज्य की अधोसंरचना को मजबूत करते हुए एक सुदृढ़ अर्थव्यवस्था का निर्माण करना है। आने वाले दिनों में राज्य के कृषि और उद्योग के क्षेत्रों में तेज प्रगति होगी। ऐसे में हमें और भी अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होगी।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय 23 अक्टूबर को ‘‘राष्ट्रीय किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी’’ का करेंगे शुभारंभ
रायपुर : इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर द्वारा चार दिवसीय एग्री कार्नीवाल-2024 ‘‘राष्ट्रीय किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी’’ का आयोजन किया जा रहा है, जिसकी शुरूआत 22 अक्टूबर को युथ कॉन्क्लेव के साथ शुरू हुआ। यह आयोजन 25 अक्टूबर तक चलेगा। राष्ट्रीय किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी का शुभारंभ प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय कल 23 अक्टूबर को अपरान्ह 03 बजे करेंगे। उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता प्रदेश के कृषि विकास एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी मंत्री श्री रामविचार नेताम करेंगे। राष्ट्रीय किसान मेला के दौरान प्रत्येक दिन कृषकों, छात्रों एवं आम नागरिकों को विश्वविद्यालय के अनुसंधान प्रक्षेत्र में उगाई जा रही फसलों एवं कृषि प्रदर्शनी का भ्रमण करवाया जाएगा।
प्रथम दिवस 22 अक्टूबर को रोजगार मेला का आयोजन किया जाएगा, जिसमें 2000 से अधिक विद्यार्थी शामिल होंगे। इस अवसर पर 20 से अधिक निजी कम्पनियों जो कि बीज, कृषि रसायन, उर्वरक के क्षेत्र में कार्य कर रही है, द्वारा चयनित विद्यार्थियों को रोजगार प्रदान किया जाएगा साथ ही रोजगार प्राप्ति की दिशा में उनके प्रतिनिधियों द्वारा मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा। 22 अक्टूबर को ही ‘‘इंडस्ट्रीज़ एकेडेमिक मीट’’ के साथ ‘‘इंटरनेशनल एजूकेशन फेयर’’ का भी आयोजन किया जाएगा। जिसमें विशेषज्ञों द्वारा विद्यार्थियों को विदेश में शिक्षा प्राप्त करने की दिशा में मार्गदर्शित किया जाएगा। ‘‘यूथ कानक्लेव’’ के दौरान आयोजित ‘‘स्व-रोजगार एवं स्टार्टअप’’ कार्यक्रम में कृषि छात्र-छात्रायें, स्टार्टअप्स, नवोदित एवं आकांक्षी उद्यमी, छत्तीसगढ़ प्रदेश के इन्क्यूबेटर्स, उद्योग जगत के प्रतिनिधिगण, नवाचार, उद्यमिता और कृषि क्षेत्र में परिवर्तन की दिशा में नए आयाम खोलने के लिए समर्पित युवा शामिल होंगे।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उन संभावित क्षेत्रों को पहचानना और प्रोत्साहित करना है, जो कि युवा उद्यमी और स्टार्टअप्स कृषि में नवाचार और प्रगति के लिए सार्थक हो सकें। इस कार्यक्रम में स्टार्टअप विशेषज्ञों एवं छात्रों के बीच नवाचार एवं उद्यमिता से संबंधित ज्ञान का आदान-प्रदान हो सकेगा। इस अवसर पर इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को स्टार्टअप विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण, मार्गदर्शन एवं स्टार्टअप स्थापित करने हेतु मिलने वाली अनुदान के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की जा रही है।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक में प्रगतिरत् कार्यो को शीघ्र पूर्ण करने के दिए निर्देश
मुख्यमंत्री ने सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण अंतर्गत् बजट की राशि 50 से बढ़ाकर 75 करोड़ की
मयाली में पर्यटन को बढ़ावा देने 10 करोड़ की राशि देने की घोषणा की
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज जशुपर जिले के मयाली में सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक ली। प्राधिकरण के सदस्यगणों तथा प्रमुख विभागों के सचिवों के उपस्थित में मुख्यमंत्री ने प्राधिकरण अंतर्गत् स्वीकृत कार्यो की समीक्षा की और निर्देशित किया कि अप्रारंभ कार्यो को निरस्त कर प्रगतिरत् कार्यो को शीघ्र पूर्ण किया जाए।
मुख्यमंत्री ने प्राधिकरण के सदस्यों से वन-टू-वन चर्चा कर उनके क्षेत्र से जुड़ी समस्याओं और मांगों की जानकारी लेते हुए प्रस्ताव देने की अपील की। उन्होंने बैठक में सदस्यों द्वारा बताई गई समस्याओं का संबंधित विभाग के माध्यम से निराकरण के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने विधायक श्रीमती रेणुका सिंह की मांग पर सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बजट राशि को 50 करोड़ से बढ़ाकर 75 करोड़ करने की घोषणा की। उन्होंने मयाली में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 10 करोड़ की राशि देने की घोषणा भी की।
प्राधिकरण की बैठक संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के समय से ही प्रदेश का चहुमुखी विकास किया जा रहा है। उन्होंने आदिवासी क्षेत्र में विकास के लिए प्राधिकरण का गठन कर संसाधन उपलब्ध कराए। वर्तमान में छत्तीसगढ़ में पांच प्राधिकरण है। हमारी सरकार चाहती है कि बस्तर से लेकर सरगुजा क्षेत्र तक का विकास हो। इसके लिए बजट में राशि नहीं होने पर प्राधिकरण के माध्यम से आवश्यक कार्य कराए जाएंगे। भारत सरकार और राज्य सरकार चाहती है कि प्रदेश के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग सहित सभी वर्गो का विकास हो। प्राधिकरण के माध्यम से इन क्षेत्रों में संसाधन की व्यवस्था कर विकास की गति को और आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेद्र मोदी ने पीएम जनमन और धरती आबा ग्राम उत्कर्ष योजना के माध्यम से विशेष पिछड़ी जनजाति बाहुल्य और आदिवासी क्षेत्रों में विकास हेतु बजट का प्रावधान किया है। उनकी इन योजनाओं से राज्य के सभी क्षेत्रों में विकास कार्यो को गति मिलेगी।
मुख्यमंत्री श्री साय ने आगे कहा कि उनकी सरकार ने बजट में आदिवासी क्षेत्र के विकास के लिए फोकस किया है। हमारी सरकार बस्तर और सरगुजा संभाग क्षेत्र के विकास के लिए वचनवद्ध होकर कार्य करेगी। मुख्यमंत्री ने जशपुर जिले के मयाली में प्राधिकरण की बैठक को लेकर जिला प्रशासन द्वारा की गई तैयारी की सरहाना की और कहा कि जशपुर जिले में खनिज संसाधनों का भण्डार होने के साथ ही वन एवं वनोपज की उपलब्धता है। यहॉ के वनोपज, महत्वपूर्ण उत्पादों का वैल्यू एडिशन कर ग्रामीणों एवं किसानों को आगे बढ़ाया जा सकता है। मुख्यमंत्री श्री साय ने प्राधिकरण की बैठक अपने गृह जिले तथा मयाली में करने के पीछे यहॉ के पर्यटन को बढ़ावा देने की बात कहते हुए राजधानी रायपुर से बैठक में शामिल वरिष्ठ अधिकारियों से अपील की कि वे यहॉ के उत्पादों को देखे, इसका उपयोग करे और इन्हें बढ़ावा देने के साथ ही जशपुर जिले के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल को भी बढ़ावा दे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने बैठक में प्राधिकरण के सदस्यों द्वारा बताए गए समस्याओं को निराकरण करने की बात कही। उन्होंने लुण्ड्रा-बतौली क्षेत्र में गन्ना खरीदी केन्द्र को प्रारंभ करने की मांग का परीक्षण करने, विद्युत विहीन क्षेत्रों में विद्युत पहुंचाने की दिशा में कार्य करने, हाथी से जनहानि रोकने की दिशा में आवश्यक कदम उठाने, क्षति की राशि को बढ़ाने की दिशा में विचार करने की बात कही। मुख्यमंत्री ने एकल बत्ती कनेक्शन सहित अन्य लोगों को अधिक बिजली बिल मिलने की शिकायत पर ऊर्जा सचिव श्री रोहित यादव को निर्देशित किया कि बिजली बिल संबंधी शिकायतों का परीक्षण कर निराकरण कराए। उन्होंने खाद्य विभाग के सचिव को जशपुर जिले के कुछ स्थानों पर राशन की कमी संबंधित शिकायतों का निराकरण करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कुनकुरी में जल संसाधन संभाग के संभागीय कार्यालय का लोकार्पण रिमोट का बंटन दबाकर किया।
बैठक में उपस्थित उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव ने कहा कि सरगुजा और बस्तर क्षेत्र का विकास हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता का विषय है। प्राधिकरण अंतर्गत् आज की बैठक में शामिल होकर मुख्यमंत्री ने इस क्षेत्र की विकास की प्रतिबद्धता और संकल्प को दोहराया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्राधिकरण के माध्यम से सरगुजा संभाग के लोगों की जीवन में परिवर्तन लाकर उनके जीवन को सुलभ बनाने का काम हमारी सरकार करेगी। उप मुख्यमंत्री ने बैठक में बताया कि उन्होंने अपने अधीनस्थ लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, लोक निर्माण विभाग और नगरी प्रशासन विकास विभाग बैठक लेकर महत्वपूर्ण कार्यो को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। शहर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने एवं अन्य कार्यो के लिए राशि जारी की है। पीडब्ल्यूडी अंतर्गत् सड़कों के मरम्मत के आदेश दिए गए हैं और तेज गति से कार्य करते हुए नवम्बर माह तक कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन अंतर्गत् कार्यो की समीक्षा कर घर-घर नल और जल पहुंचाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आकांक्षाओं को पूरा करने की दिशा में काम किया जा रहा है। इस योजना में दोषी पाए जाने पर संबंधित के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार छत्तीसगढ़ के विकास के लिए ‘‘हमने बनाया है हम ही संवारेगें‘‘ की दिशा में कार्य कर रही है।
प्राधिकरण की उपाध्यक्ष एवं पत्थलगांव विधायक श्रीमती गोमती साय ने जशपुर जिले में पर्यटन की अपार संभावना होने की बात कहते हुए प्राधिकरण की बैठक मयाली में होना सौभाग्य बताया। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण के माध्यम से उत्तर क्षेत्र सरगुजा संभाग से विकास कार्यो की शुरूआत छत्तीसगढ़ को विकास की ओर ले जाएगा।
कृषि विकास एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी मंत्री श्री रामविचार नेताम ने कहा कि प्राधिकरण का बैठक मयाली में आयोजित करने का उददेश्य इस क्षेत्र की समस्याओं को चिन्हित कर निराकृत करना और पर्यटन को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि गांव को ईकाई बनाकर विकास कार्यो की शुरूआत कर प्रदेश का विकास किया जा सकता है। उन्होंने सरगुजा संभाग के महत्वपूर्ण उत्पादों की जानकारी देते हुए इसे बढ़ावा देने पर जोर दिया। मंत्री श्री नेताम ने प्राधिकरण के सदस्यों से अपील की कि वे अपने क्षेत्र के आश्रम-छात्रावासों की समस्याओं से भी अवगत करावें, ताकि उन समस्याओं का समाधान किया जा सके।
बैठक में उद्योग, वाणिज्य एवं श्रम मंत्री श्री लखन लाल देवांगन ने प्राधिकरण की पहली बैठक आयोजित करने पर मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि बैठक के माध्यम से सरगुजा संभाग में महत्वपूर्ण कार्य आसानी से हो पाएंगे।
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, राजस्व मंत्री श्री टंक राम वर्मा, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, सांसद रायगढ़ श्री राधेश्याम राठिया, सांसद सरगुजा श्री चिन्तामणी महराज, विधायक जशपुर श्रीमती रायमुनी भगत, विधायक लुण्ड्रा श्री प्रमोद मिंज, विधायक प्रतापपुर श्रीमती शकुंतला सिंह पोर्त, विधायक अंबिकापुर श्री राजेश अग्रवाल, विधायक भरतपुर सोहत श्रीमती रेणुका सिंह, श्री भैया लाल राजवाड़े तथा जिला पंचायत अध्यक्षों द्वारा अपने-अपने क्षेत्र से संबंधित समस्याओं की जानकारी देकर निराकरण की मांग की गई। मुख्यमंत्री ने सभी मांगों की समाधान करने के निर्देश दिए हैं।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक प्रारंभ मुख्यमंत्री ने प्राधिकरण के सदस्यों से मांगे सुझाव प्राधिकरण अंतर्गत नए काम जनप्रतिनिधियों से सलाह लेकर स्वीकृत करने के निर्देश दिए गए। पुराने काम जो अभी तक प्रारंभ नहीं हुए हैं, उन्हें निरस्त करने के भी दिए गए निर्देश
सीएम ने कहा कि छोटे छोटे काम को शीघ्र पूर्ण करें। कार्य पूर्ण होने में विलंब नहीं होना चाहिए। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने प्राधिकरण की बैठक में सदस्य की मांग पर सरगुजा जिले में गन्ना उत्पादन के घटते रकबे पर चिंता जाहिर करते हुए उत्पादन बढ़ाने का प्रयास करने के निर्देश दिए l
सदस्य द्वारा बताया गया कि लुण्ड्रा में सब्जी की बहुत खेती होती है, लोग निजी बाज़ार से महंगे में पौधे खरीदते हैं, इस समस्या को सुनकर मुख्यमंत्री ने सरकारी स्तर पर नर्सरी लगाकर सस्ते में पौधे उपलब्ध कराने की बात कही, उन्होंने बंद नर्सरी शुरू करने के निर्देश दिए। साथ ही सदस्यों को उनकी मांग के सन्दर्भ में पत्र प्रस्ताव देने की बात कही lद न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय खड़सा व्यू प्वाइंट से नौका विहार करते मयाली नेचर कैंप बैठक स्थल तक पहुंचे
सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की मयाली में हो रही है बैठक
पारंपरिक वाद्य यंत्रों और बांस की टोपी व जंगली फल पत्तियों की माला से हुआ स्वागत
रायपुर : प्रकृति की गोद से आज सरगुजा क्षेत्र में विकास की नई इबारत लिखी जाएगी। जशपुर जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मयाली में आज मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक आयोजित है। जिसमें शामिल होने खड़सा व्यू प्वाइंट पहुंचने पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय एवं सभी अतिथियों का कर्मा नृत्य और पारंपरिक वाद्य यंत्रों ढांक एवं नगाड़े की धुनों के बीच परम्परागत बांस की टोपी और डुंबर के फल और आम की पत्तियों की माला पहना कर स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय खड़सा व्यू प्वाइंट से बैठक में शामिल होने मयाली डैम में बोट से सभी अतिथियों के साथ मयाली नेचर कैंप की खूबसूरती को निहारते हुए बैठक स्थल तक पहुंचे।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के साथ बैठक में शामिल होने स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, राजस्व मंत्री श्री टंक राम वर्मा, उपाध्यक्ष सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण श्रीमती गोमती साय, सांसद रायगढ़ श्री राधेश्याम राठिया, विधायक जशपुर श्रीमती रायमुनी भगत, श्री राम प्रताप सिंह, श्री कृष्ण कुमार राय, मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी दयानंद, कमिश्नर श्री जी आर चुरेंद्र, आईजी श्री अंकित गर्ग, कलेक्टर डॉ रवि मित्तल, एसपी श्री शशिमोहन सिंह भी पहुंचे।
जिले का प्रमुख पर्यटन स्थल मयाली स्वदेश दर्शन योजना में शामिल, 10 करोड़ से होगा कायाकल्प
नेचर कैंप से एक ओर डैम की खूबसूरती तो दूसरी ओर विशालतम प्राकृतिक शिवलिंग मधेश्वर पहाड़ का विहंगम दृश्य और दिखाई पड़ता है। चारों ओर फैली हरियाली इसकी सुंदरता और बढ़ जाती है। मयाली नेचर कैंप को स्वदेश दर्शन योजना में शामिल करने के साथ ही पर्यटन विभाग ने मयाली के विकास के लिए 10 करोड़ रूपये की स्वीकृति प्रदान की गई है।
मयाली नेचर कैंप- प्रकृति का अनुपम उपहार
जशपुर की सुरम्य पहाड़ियों की गोद में स्थित है प्रकृति का अनुपम उपहार मयाली। यहां मयाली नेचर कैंप जिले के कुनकुरी ब्लॉक में चराईडांड़ बगीचा स्टेट हाईवे के करीब स्थित है। डेम के किनारे, हरियाली से भरे हुए प्राकृतिक स्थल पर परिवार के साथ भारी संख्या में पर्यटक आते हैं। वीकेंड के दिनों में मयाली में लोगों की भीड़ ज्यादा जुटती है। मयाली नेचर कैंप में बोटिंग की भी सुविधा है।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
उप मुख्यमंत्री ने की लोक निर्माण विभाग के कार्यों की समीक्षा
परफॉर्मेंस गारंटी वाली सड़कों पर पूरी जानकारी प्रदर्शित करते हुए डिस्प्ले बोर्ड लगाने के निर्देश
सड़कों के संधारण के लिए निर्धारित एसओपी का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने को कहा
रायपुर : उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने आज सरगुजा संभागीय मुख्यालय अंबिकापुर में लोक निर्माण विभाग के सरगुजा संभाग में कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने अंबिकापुर विश्रामगृह में आयोजित बैठक में अधिकारियों को परफॉर्मेंस गारंटी वाली सड़कों का निरीक्षण करने और विभागीय अभियंताओं को फील्ड में भेजकर रिपोर्ट लेने के निर्देश दिए। उन्होंने परफॉर्मेंस गारंटी वाली सड़कों पर पूरी जानकारी प्रदर्शित करते हुए डिस्प्ले बोर्ड लगाने को कहा। उन्होंने सड़कों की नियमित रिपोर्टिंग के लिए पुख्ता कार्यप्रणाली विकसित करने के साथ ही सड़कों के संधारण के लिए निर्धारित एसओपी का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। लोक निर्माण विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह और प्रमुख अभियंता श्री के.के. पीपरी भी समीक्षा बैठक में शामिल हुए।
उप मुख्यमंत्री तथा लोक निर्माण मंत्री श्री अरुण साव बैठक में कहा कि सड़कों का रखरखाव शासन की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। राज्य में सड़कों के संधारण के लिए राशि स्वीकृत करने से लेकर निविदा स्तर तक की पूरी कार्यवाही हो चुकी है। जल्दी ही सड़कों के संधारण से प्रदेश में सड़कों की स्थिति में सकारात्मक बदलाव आएगा। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को बेहतर कार्य पद्धति अपनाते हुए आज की जरूरतों के अनुरूप अपग्रेड होने को कहा। उन्होंने काम को व्यवस्थित कर अपने नियंत्रण में रखने के निर्देश दिए जिससे समय पर काम पूर्ण होंगे और लोगों को लाभ मिलेगा।
उप मुख्यमंत्री श्री साव ने बैठक में अधिकारियों को खुद फील्ड में जाकर परफॉर्मेंस गारंटी वाली सड़कों के निरीक्षण के निर्देश दिए। उन्होंने सड़कों की स्थिति की वास्तविक जानकारी के लिए ऐसी कार्यप्रणाली विकसित करने को कहा जिससे नियमित रूप से सड़कों की स्थिति की रिपोर्टिंग मिलती रहे। श्री साव ने सड़कों के संधारण के लिए राज्य शासन द्वारा निर्धारित एसओपी का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस कार्य में लापरवाही नहीं होनी चाहिए, अन्यथा शासन की छवि खराब होती है। उन्होंने सड़क मरम्मत के कार्यों में पूर्ण गुणवत्ता सुनिश्चित करने को कहा। इसमें किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने संधारण के बाद गड्ढामुक्त सड़कों की जानकारी पब्लिक फोरम पर प्रदर्शित करने को कहा।
श्री साव ने अधिकारियों को सभी कार्यों को समय-सीमा में पूर्ण करने की हिदायत देते हुए कहा कि लंबित कार्यों से काफी नुकसान उठाना पड़ता है। उन्होंने ठेकेदारों पर नियंत्रण रखने के साथ ही लापरवाह और लेट-लतीफ कार्य करने वाले ठेकेदारों पर कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए। श्री साव ने वर्षा ऋतु के बाद सड़कों और सेतु के संधारण की कार्ययोजना, वार्षिक कार्ययोजना, विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत सड़क, सेतु एवं भवन निर्माण कार्य की प्रगति तथा लंबित भू अर्जन प्रकरणों की भी समीक्षा की।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में 22 अक्टूबर को जशपुर जिले के कुनकुरी विकासखण्ड स्थित मयाली में सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक दोपहर 12 बजे से होगी। जारी कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री श्री साय इस बैठक में शामिल होने के लिए रायपुर से हेलीकॉप्टर से 22 अक्टूबर को सुबह 10.30 बजे मयाली जाएंगे।मयाली में दोपहर 12 बजे से संध्या 5 बजे तक सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक में भाग लेेंगे। मुख्यमंत्री इसके पश्चात वहां से अपने गृह ग्राम बगिया जाएंगे और निज निवास में रात्रि विश्राम करेंगे।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
पुलिस और सुरक्षाबलों के कारण देश में कायम है कानून और शांति व्यवस्था- मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय
पुलिस स्मृति दिवस परेड में हुए शामिल राज्यपाल और मुख्यमंत्री
रायपुर : राज्यपाल श्री रमेन डेका और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज चौथी वाहिनी छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल माना रायपुर के प्रांगण में पुुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर आयोजित परेड कार्यक्रम में शामिल हुए। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेशवासियों की ओर से पुलिस के शहीद वीर जवानों को नमन करते हुए शहीद स्मारक में पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने शहीद पुलिस अधिकारियों एवं जवानों के परिजनों से मुलाकात कर अपनी संवेदना व्यक्त की और उनके साथ सदैव खड़े रहने का विश्वास दिलाया। उन्हें शाल, श्रीफल व स्मृति चिन्ह भेंट किए।
इस अवसर पर राज्यपाल श्री डेका ने अपने श्रद्धांजलि उद्बोेधन में कहा कि पुलिस का काम अत्यंत जवाबदेही का होता है। आम जनों से आग्रह है कि पुलिस कर्मियों के प्रति मानवीय दृष्टिकोण रखें और उनके कार्यो मेें मदद करें। उन्होंने कहा कि एक तरफ वे कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए शासन के निर्देशों के अनुरूप कार्य करते हैं। दूसरी तरफ उनकी जिम्मेदारी होती है कि समाज में व्यवस्था बनी रहें और नागरिकों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। राज्यपाल ने कहा कि पुलिस के जवान भी अपने परिवार को छोड़ कर कार्य कर रहे हैं। उनसे परिवार के एक सदस्य की भांति व्यवहार करें, उन्हें सम्मान दें। आपके दो मीठे बोल, उनके व्यवहार में सकारात्मक परिवर्तन लाएगा। यह सद्व्यवहार उनकी सारी थकान दूर कर देगी और वे अपनी ड्यूटी भी दोगुने जोश से करेंगे।
राज्यपाल ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ जैसे राज्य में जहां नक्सली समस्या एक गंभीर चुनौती रही है, वहां हमारी पुलिस ने जिस प्रकार से साहस, धैर्य और निष्ठा के साथ इस समस्या का सामना किया, वह सराहनीय है। पुलिस की तत्परता और कर्त्तव्यनिष्ठा के कारण आज नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा और शांति के लिए एक सकारात्मक बदलाव देखा जा रहा है। नक्सली गतिविधियों से निपटने के लिए पुलिस और सशस्त्र बलों ने न केवल सख्त रणनीति अपनाई बल्कि स्थानीय समुदायों के साथ बेहतर समन्वय और संवाद स्थापित किया है। जिससे उन क्षेत्रों में विश्वास और सुरक्षा की भावना बढ़ी है और आने वाले समय में नक्सल समस्या का पूर्ण रूप से उन्मूलन होगा।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि पुलिस और सुरक्षा बलों के योगदान का स्मरण करने और उन्हें नमन करने का दिन है। यह पुलिस और सुरक्षा बलों की महान परंपराओं को आगे बढ़ाते रहने का संकल्प लेने का भी दिन है। उन्होंने कहा कि पुलिस स्मृति दिवस हमारे पुलिस बलों के शौर्य, पराक्रम, बलिदान, देश-प्रेम, सजगता और इतिहास की याद दिलाता है। इनके चौकन्नेपन के कारण ही देश में कानून व्यवस्था कायम रहती है और विकास के नए आयाम स्थापित होते है। श्री साय ने कहा कि पुलिस जवान नक्सल पीड़ित क्षेत्रों के विकास और दुर्गम क्षेत्रों तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचाने में अपना योगदान दें रहें है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पुलिस और सुरक्षा बल के जवानों को अधिक से अधिक संसाधन और सुविधाएं उपलब्ध कराने के हमारे प्रयासों में भारत सरकार का भरपूर सहयोग और समर्थन मिल रहा है । हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी तथा गृह मंत्री श्री अमित शाह के ऊर्जावान नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई बहुत मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है। छत्तीसगढ़ ने आने वाले दो वर्षों के भीतर प्रदेश से नक्सलवाद के पूर्ण उन्मूलन का लक्ष्य रखा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे विश्वास है कि हमारे पुलिस और सुरक्षा बल के जवानों के शौर्य, पराक्रम और कौशल से हम निर्धारित समय में इस लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे। पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा ने भी श्रद्धांजलि उद्बोधन दिया। उन्होंने कहा कि अपराध एवं अपराधियों की रोकथाम के लिए पुलिस सदैव तत्पर है। वीर जवानों का बलिदान कभी व्यर्थ नहीं जायेगा।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव श्री मनोज पिंगुआ, श्री अरूण देव गौतम, महानिदेशक होमगार्ड, नागरिक सुरक्षा एवं फायर ब्रिगेड सेवा, श्री हिमांशु गुप्ता, महानिदेशक जेल एवं सुधारात्मक सेवाएं एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी, पुलिसकर्मी व शहीद जवानों के परिजन उपस्थित थे।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन 97 गोल्ड मेडल के साथ प्रथम स्थान पर
38 गोल्ड के साथ केरल दूसरा और 38 गोल्ड के साथ मध्यप्रदेश ने तीसरा स्थान प्राप्त किया
मनु भाकर आल इंडिया स्पोर्ट्स मीट के समापन समारोह में हुई शामिल
खेल व्यक्तित्व विकास के लिए अहम: विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह
देशभर से 2920 से अधिक खिलाड़ियों ने लिया हिस्सा
अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता समापन
रायपुर : अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ ने पहला स्थान प्राप्त कर ओवरऑल चैम्पियन बना। समापन समारोह में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने विजेता खिलाड़ियों को ट्रॉफी प्रदान की। इस मौके पर राज्यपाल श्री रमेन डेका ने अपने वीडियो संदेश में खिलाड़ियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम में सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक सर्वश्री राजेश मूणत, पुरन्दर मिश्रा विशेष रूप से उपस्थित थे।
प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 97 गोल्ड, 44 सिल्वर, 33 कांस्य पदक के साथ कुल 731 प्वाइंट्स लेकर रिकॉर्ड जीत हासिल की और पहला स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम में ओलम्पिक मेडलिस्ट मनु भाकर ने भी खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। प्रतियोगिता में दूसरे स्थान पर केरल ने 38 गोल्ड, 37 सिल्वर, ब्रोंज 27, कुल अंक 389 के साथ दूसरा स्थान प्राप्त किया। तीसरा स्थान मध्यप्रदेश ने 38 गोल्ड, 27 सिल्वर और 26 कांस्य पदक के साथ कुल अंक 363 प्राप्त किया।
समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने खेल के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि खेल व्यक्तित्व विकास के लिए अहम होता है उन्होंने सभी खिलाड़ियों का बधाई दी। समारोह की अध्यक्षता कर रहे वन मंत्री श्री केदार कश्यप ने आयोजन की सफलता के लिए वन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई दी। कार्यक्रम में उत्तराखंड के वनमंत्री श्री सुबोध उनियाल ने आगामी अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता उत्तराखण्ड में किए जाने की घोषणा की।
समारोह में नोडल ऑफिसर श्रीमती शालिनी रैना ने उत्तराखंड के वनमंत्री श्री सुबोध उनियाल को प्रतियोगिता के ध्वज का हस्तांतरण किया। उल्लेखनीय है कि अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन 1992 से हो रहा है और यह छत्तीसगढ़ में तीसरी बार संपन्न हुआ। यह प्रतियोगिता वनों के संरक्षण पर आधारित है और इसमें वनरक्षक से लेकर विभाग के अधिकारियों ने भी भाग लिया।
समारोह में वन बल प्रमुख श्री श्रीनिवास राव ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और वन मंत्री श्री केदार कश्यप के मार्गदर्शन में इस खेल प्रतियोगिता का सफल आयोजन किया गया है। विभिन्न राज्यों से आए खिलाड़ियों ने खेल भावना और मेहमान नवाज़ी की प्रशंसा की। प्रतियोगिता के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से राज्य की संस्कृति, परम्परा और स्थानीय गीत-संगीत से प्रतिभागियों को रूबरू कराया गया। राज्य की संस्कृति और खान-पान की विशेषताएँ सभी के लिए आकर्षण का केंद्र रही।
समारोह में बॉलीवुड सिंगर सुवर्णा तिवारी के गीतों ने समां बांधा। इसके अलावा सुप्रसिद्ध बस्तर बैंड और छत्तीसगढ़ की लोकगाथा लोरिक चन्दा की शानदार प्रस्तुति दी गई। समापन समारोह में मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा, अपर मुख्य सचिव वन श्रीमती ऋचा शर्मा, केन्द्रीय वन महानिरीक्षक, वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन श्री के.बी. सिंह और छत्तीसगढ़ ओलंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री विक्रम सिसोदिया सहित विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
अंचल में विकास के नये आयाम खुलेंगे : राज्यपाल श्री रमेन डेका
सरगुजा क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक क्षण : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय
विकसित भारत 2047 की दिशा में एक अहम कदम
रायपुर : देश का दूरस्थ आदिवासी बहुल अंचल छत्तीसगढ़ का सरगुजा ज़िला अब हवाई सेवा से जुड़ चुका है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज वाराणसी से मां महामाया एयरपोर्ट, दरिमा, अम्बिकापुर का वर्चुअल उद्घाटन कर सरगुजा और इसके आसपास के जिलों को हवाई यात्रा की सुविधा का तोहफा दिया। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ की जनता को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारत के एयरपोर्ट में विकसित की जा रही आधुनिक से आधुनिक सुविधाएं अब दुनिया में चर्चा का विषय बन गई हैं। सरगुजा अंचल में इस नए एयरपोर्ट के शुभारंभ से विकास के साथ-साथ रोजगार के भी नए अवसर खुलेंगे।
इस मौके पर छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री रमेन डेका, मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री राममोहन नायडू, छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव, केन्द्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री श्री तोखन साहू, सहित छत्तीसगढ़ के मंत्रिमंडल के सदस्य, सांसद एवं विधायक उपस्थित थे।
यह हवाई सेवा सरगुजा और इसके आस-पास के जिलों जैसे जशपुर, सूरजपुर, बलरामपुर, कोरिया, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के लाखों लोगों के जीवन में एक नया अध्याय लेकर आएगी। इससे लोगों को आसानी से देश के बड़े शहरों तक हवाई यात्रा की सुविधा मिलेगी, जो पहले के मुकाबले किफायती और समय की बचत वाला विकल्प होगा। इससे न केवल आवागमन में सुगमता आएगी, बल्कि इस क्षेत्र की आर्थिक और सामाजिक प्रगति में भी एक नई रफ्तार जुड़ेगी। इस क्षेत्र के लोग इस नई सेवा के जरिए दिल्ली, कोलकाता, रायपुर, बिलासपुर और अन्य प्रमुख शहरों से सीधा जुड़ सकेंगे। हवाई सेवा की शुरुआत सरगुजा अंचल की बहुप्रतीक्षित मांग थी, जो अब पूरी हो चुकी है।
राज्यपाल श्री रमेन डेका ने कहा कि मां महामाया एयरपोर्ट के प्रारंभ होने से इस अंचल में विकास के नये आयाम खुलेंगे। एयरपोर्ट के माध्यम से सरगुजा क्षेत्र के नागरिकों और उद्योगपतियों के लिये एक बेहतर एयर कनेक्टिविटी स्थापित होगा। बस्तर के बाद सरगुजा प्रदेश का दूसरा बड़ा आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है, जहां यह सुविधा प्रारंभ हो रही है। उन्होंने आगे कहा कि यह उड़ान छत्तीसगढ़ को विकास की नई ऊंचाईयों की ओर ले जायेगी।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने इस अवसर पर कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा “मां महामाया एयरपोर्ट का उद्घाटन सरगुजा क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। यह केवल हवाई यात्रा को सुगम बनाने का प्रयास नहीं है, बल्कि हमारे आदिवासी समुदाय और दूरदराज के क्षेत्रों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे क्षेत्र के लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य, और रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। हमें गर्व है कि हम अपने प्रदेश को विकसित भारत 2047 के सपने की ओर बढ़ाने में योगदान दे रहे हैं। एयर कनेक्टिविटी न केवल यात्रा को आसान बनाएगी, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करेगी।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की मंशा के अनुरूप देश में हवाई चप्पल पहनने वालों का हवाई जहाज के सफर का सपना साकार हो रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का विज़न देश में बेहतर विमानन सेवा की स्थापना करना और देश के सभी हिस्सों को इससे जोड़ना है। केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री श्री तोखन साहू, उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव, कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम, स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहार जायसवाल, सरगुजा सांसद श्री चिंतामणी महाराज ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।
अम्बिकापुर के दरिमा स्थित मां महामाया एयरपोर्ट में एयर स्ट्रीप का उन्नयन भारत सरकार की रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के अंतर्गत किया गया है। यह एयरपोर्ट 365 एकड़ में फैला हुआ है। इसे 80 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया है। यह एयरपोर्ट 3 सीवीएफआर कैटिगरी का है। इसमें 72 सीटर विमान लैंड कर सकते हैं। टर्मिनल बिल्डिंग का विस्तार सालाना 5 लाख यात्रियों की अनुमानित क्षमता के अनुसार किया गया है। कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, राज्य युवा आयोग के अध्यक्ष विश्वविजय सिंह तोमर, लुण्ड्रा विधायक प्रबोध मिंज, अम्बिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल, सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो, संचालक, एविएशन संजीव झा भी उपस्थित थे।
एयर कनेक्टिविटी : विकसित भारत 2047 के सपने की ओर एक कदम
सरगुजा की हरी-भरी वादियों में बसे आदिवासी अंचल के लोग जब भी बड़े शहरों की ओर रुख करते, तो लंबी और थका देने वाली यात्रा का ख्याल उन्हें परेशान कर देता। इस दूरस्थ इलाके की खास पहचान तो उसकी प्राकृतिक सुंदरता है, पर यहां के लोगों के लिए देश के दूसरे हिस्सों से जुड़ना हमेशा एक चुनौती रहा है। लेकिन अब चीजें बदलने वाली हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज वर्चुअल माध्यम से मां महामाया एयरपोर्ट, अंबिकापुर का उद्घाटन कर यह सुनिश्चित किया कि सरगुजा का यह क्षेत्र देश की विकास यात्रा का एक अभिन्न हिस्सा बने।
प्रधानमंत्री श्री मोदी का यह संकल्प केवल एक एयरपोर्ट की शुरुआत नहीं, बल्कि एक बड़े सपने को साकार करने की दिशा में एक कदम है। यह हमारे ‘विकसित भारत 2047’ के संकल्प का प्रतीक है।” जब उन्होंने छत्तीसगढ़ को यह सौग़ात दी तो , अंबिकापुर के लोगों के चेहरे पर एक नई उम्मीद की चमक थी। यह एयरपोर्ट न केवल सरगुजा बल्कि आसपास के जिलों जशपुर, सूरजपुर, बलरामपुर, कोरिया, और मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के लाखों लोगों के लिए देश की मुख्यधारा से जुड़ने का एक जरिया बन गया है।
सरगुजा की बढ़ती संभावनाएं
मां महामाया एयरपोर्ट के शुरू होने से सरगुजा के लोग सीधे रायपुर, दिल्ली, कोलकाता, जबलपुर, और अन्य बड़े शहरों से जुड़ सकेंगे। इस पहल से यहां के छात्रों को बेहतर शिक्षा के लिए बाहर जाने का मौका मिलेगा, व्यापारी अपने व्यापार को फैलाने के लिए नए बाजारों तक पहुंच सकेंगे और सबसे महत्वपूर्ण, मरीजों को इलाज के लिए बेहतर सुविधाओं तक आसानी से पहुंच मिल सकेगी।
अंबिकापुर के एक युवा उद्यमी राजेश बताते हैं, “अब हमें अपने उत्पादों को दूसरे शहरों तक पहुंचाने में आसानी होगी। पहले सड़क मार्ग से यह सफर लंबा और महंगा होता था, लेकिन अब हम अपने स्थानीय उत्पादों को सीधे दिल्ली और कोलकाता जैसे शहरों तक पहुंचा सकते हैं।” यह एयरपोर्ट सरगुजा की आर्थिक गतिविधियों को नई दिशा देगा, और यहां के छोटे-बड़े व्यापारी भी इस बदलाव को लेकर उत्साहित हैं।
पर्यटन के लिए नए रास्ते
सरगुजा की खूबसूरत घाटियाँ, मैनपाट का हिल स्टेशन, और रामगढ़ की ऐतिहासिक गुफाएं यहां के प्रमुख पर्यटन स्थलों में गिनी जाती हैं। अब इस एयरपोर्ट के शुरू होने से पर्यटकों के लिए यहां आना आसान हो जाएगा। पर्यटन से जुड़े लोगों का मानना है कि इससे सरगुजा का आकर्षण और बढ़ेगा। स्थानीय गाइड शंकर कहते हैं, “पहले पर्यटकों को यहाँ आने के लिए घंटों की सड़क यात्रा करनी पड़ती थी, पर अब वे सीधे फ्लाइट से आ सकते हैं। इससे हमारा पर्यटन व्यवसाय बढ़ेगा और स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा।”
आर्थिक विकास और निवेश की संभावनाएं
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इस मौके पर सरगुजा के आर्थिक विकास की बात पर जोर देते हुए कहा कि यह एयरपोर्ट न केवल आवागमन को सरल बनाएगा बल्कि क्षेत्र में निवेश को भी आकर्षित करेगा। हवाई सेवा से यहां के स्थानीय उद्योगों को नए बाजार मिलेंगे, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। यहां के छोटे व्यवसाय, जैसे हस्तशिल्प, कुटीर उद्योग, और कृषि उत्पाद, अब देश के दूसरे हिस्सों में आसानी से पहुंच सकेंगे।
सरगुजा के कृषि उत्पादों की देशभर में मांग है, और अब यहां के किसान भी अपने उत्पादों को सीधे दिल्ली या कोलकाता के बाजारों तक पहुंचा सकते हैं। यह न केवल उनकी आय में वृद्धि करेगा बल्कि क्षेत्र की आर्थिक स्थिति को भी मजबूत बनाएगा।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने मां महामाया एयरपोर्ट दरिमा का किया रिमोट दबाकर वर्चुअल उद्घाटन
प्रधानमंत्री का विज़न, देश में बेहतर विमानन सेवा की स्थापना करना:-राज्यपाल श्री रमेन डेका
हवाई सेवा के नक्शे में अंबिकापुर हुआ शामिल, क्षेत्रवासियों के बरसों का सपना हुआ साकार :- मुख्यमंत्री श्री साय
आमजन का हवाई जहाज से सफर करने का सपना होगा साकार
रायपुर : प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मां महामाया एयरपोर्ट दरिमा, अंबिकापुर का वाराणसी से रिमोट दबाकर वर्चुअल शुभारंभ किया। वे शाम 5 बजे से बनारस से लाइव जुड़े थे। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि पहले देश में 70 एयरपोर्ट थे, अब 150 से ज्यादा एयरपोर्ट हैं। जो पुराने एयरपोर्ट हैं, उनका भी रिनोवेशन हो रहा है। श्री मोदी ने कहा कि कनेक्टिविटी से स्वास्थ्य, शिक्षा, व्यवसाय, पर्यटन आदि को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा विगत दस सालों में निवेश से नागरिक सुविधाओं में बढोत्तरी हुई है, अधोसंरचना विकास के साथ नवजवानों को नए नौकरी के अवसर भी मिले हैं। इस अवसर पर एयरपोर्ट स्थल से सांकेतिक रूप से 19 सीटर विमान ने रायपुर के लिए उड़ान भरी।
राज्यपाल श्री रमेन डेका ने कार्यक्रम में उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन हमारे लिये एक महत्वपूर्ण क्षण है, मां महामाया एयरपोर्ट से विमान अपनी गति प्राप्त करेगा और उड़ान भरेगा, जिससे सरगुजा संभाग में विकास के नये आयाम खुलेंगे। एयरपोर्ट के माध्यम से इस क्षेत्र के नागरिकों और उद्योगपतियों के लिये एक बेहतर संचार सिस्टम स्थापित होगा। बस्तर के बाद सरगुजा प्रदेश का दूसरा बड़ा आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है। एयरपोर्ट सेवा से यहां के अंचल का विकास होगा। उन्होंने आगे कहा कि यह उड़ान छत्तीसगढ़ को नई दिशा की ओर ले जायेगी, सरगुजा प्रदेश ही नहीं अपितु पूरे देश में विकास की एक नई उड़ान तय करेगा। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का विज़न, देश में बेहतर विमानन सेवा की स्थापना करना है और देश के सभी हिस्सों को इससे जोड़ना है।
एयरपोर्ट लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए कहा कि क्षेत्रवासियों का बरसों का सपना अब साकार हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा था कि देश मे हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई जहाज का सफर करेगाl यह सपना साकार हो रहा है, हवाई सेवा के नक्शे में अंबिकापुर को शामिल करने के लिए उन्होंने प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा आमजन के हवाई जहाज से सफर करने का सपना साकार हुआ है जिससे उनका आर्थिक दर्जा भी बढ़ेगा। मां महामाया एयरपोर्ट ना केवल राज्य की राजधानी को बल्कि अन्य राज्य को जोड़ने का कार्य भी करेगी।
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने अपने संबोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ में रायपुर, बिलासपुर, जगदलपुर के बाद आज अंबिकापुर में हवाई सेवा का शुभारंभ हो रहा है। आम नागरिक भी उड़ान के अपने सपनों को साकार कर सकेंगें। एयरपोर्ट से कनेक्टीविटी की सुविधा में विस्तार होगा जिससे पर्यटन, व्यापार इत्यादि में क्षेत्र के स्थानीय लोगों और व्यापरियों को लाभ होगा।
कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम ने अपने उद्बोधन में कहा कि उड़ान योजना के तहत देश के 100 एयरपोर्ट को चिह्नित कर देशवासियों के आवश्यकता अनुरूप अंबिकापुर को भी इसमें शामिल किया गया। जिससे सरगुजा संभाग के क्षेत्रवासियों रोजगार को मिलेगा और क्षेत्र के पर्यटन में विकास होगा।
स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि कई सालों के बाद यह अवसर आया है। प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के माध्यम से छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर को एयरपोर्ट की सौगात प्राप्त हुआ है। जिससे क्षेत्र के लोगों के लिये रोजगार की संभावनाएं बढ़ेगी आर्थिक विकास की रफ्तार में तेज़ी आयेगी।
कार्यक्रम में सरगुजा सांसद श्री चिंतामणी महाराज ने उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए कहा कि आज अंबिकापुर मे नया इतिहास लिखा जा रहा है, आराध्य देवी माँ महामाया के नाम से एयरपोर्ट को जाना जायेगा। शीघ्र ही यहां से हवाई सेवा की शुरुआत होगी। शासन के सार्थक प्रयास से क्षेत्र को हवाई सेवा की सौगात मिली है। यहां से विमान सेवा शुरू होगी, जिससे निःसंदेह यहां के क्षेत्रवासियों को लाभ होगा।
माँ महामाया एयरपोर्ट दरिमा, अम्बिकापुर लगभग 365 एकड़ में फैला हुआ है, एयरपोर्ट के सिविल एवं विद्युतीकरण कार्य हेतु राशि रू. 48.25 करोड़ की स्वीकृति प्रदान की गई है। जिसमें रनवे सुधार एवं विस्तार व एप्रन तथा टैक्सी-वे निर्माण कार्य हेतु राशि रू. 35.19 करोड, ड्रेनेज निर्माण कार्य हेतु राशि रू. 1.80 करोड, बाउण्ड्रीवाल के कार्य हेतु राशि 1.98 करोड़ , टर्मिनल बिल्डिंग का उन्नयन कार्य हेतु राशि रू. 1.15 करोड़ , फायर स्टोर व ट्रेनिंग सेंटर, मौसम विभाग एवं ग्राउण्ड स्टॉफ,पेनल रूम व सी.सी.आर. रूम एंटी हाईजेकिंग रूम हेतु राशि 0.61करोड़ , एप्रोच रोड हेतु राशि . 0.61 करोड़,सी.एन.ए सत्र, एटीसी स्टोर, 6 नग वॉच टॉवर, फायर शेड रिपेयर एवं पापी लाईट केबलिंग हेतु राशि 0.91 करोड एवं अन्य विद्युतीकरण कार्य हेतु राशि 2.14 करोड़ की स्वीकृति प्रदान की गई है। उपरोक्त सभी कार्य डीजीसीए (DGCA) मानक अनुरूप कराया गया है। मां महामाया एयरपोर्ट का उन्नयन वर्ष 2012-13 में उड़ान योजना अंतर्गत लिया गया, जिसके तहत हवाई अड्डे का विकास 3 सीवीआरएफ (CVFR) के मानक के अनुरूप किया गया। विशेष रूप से रनवे की लम्बाई 1500 मीटर से बढ़ाकर 1800 मीटर किया गया है। टर्मिनल भवन का उन्नयन 72 यात्रियों के अनुरूप कराया गया। हवाई अड्डे में लगभग 100 वाहन की पार्किंग की व्यवस्था के साथ टर्मिनल भवन तक फोरलेन सड़क का निर्माण कराया गया। एयरपोर्ट में उच्च गुणवत्ता एटीसी, मेट ऑफिस, एंटी हाइजैक रूम, फायर स्टोर एंड ट्रेनिंग सेंटर जीडी इलेक्ट्रिक पेनल रूम का निर्माण किया गया है। सरगुजा संभाग में एयरपोर्ट के संचालन से अंचल वासियों को सीधा लाभ मिलेगा। हवाई सेवा प्रारंभ होने से संभाग की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी , यहां के पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा एवं स्थानीय लोगों को रोजगार का पर्याप्त अवसर मिलेगा। मां महामाया एयरपोर्ट बनकर तैयार है, जहां से शीघ्र ही नागरिक उड़ान का आनंद ले पायेंगे।
लोकार्पण एवं वर्चुअल शुभारंभ पर आयोजित समारोह में महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, विधायक लुण्ड्रा श्री प्रबोध मिंज, विधायक अम्बिकापुर श्री राजेश अग्रवाल, विधायक सीतापुर श्री रामकुमार टोप्पो, प्रेमनगर विधायक श्री भूलन सिंह मराबी, अध्यक्ष राज्य युवा आयोग छत्तीसगढ़ श्री विश्वविजय सिंह तोमर एवं संचालक विमानन छ.ग. शासन श्री संजीव झा, सरगुजा संभागायुक्त जीआर चुरेंद्र, आईजी अंकित गर्ग, कलेक्टर विलास भोसकर व पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक तथा संबंधित अधिकारी गण उपस्थित थे।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
मुख्यमंत्री श्री साय ने किया क्षेत्रीय उद्यमी सम्मेलन 2024 का किया शुभारंभ
लघु उद्योग भारती के लिए भूमि एवं एमएसएमई मंत्रालय के अधीन स्थापित करने का आश्वासन
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज अग्रसेन भवन खुर्सीपार में आयोजित क्षेत्रीय उद्यमी सम्मेलन 2024 का शुभारंभ दीप प्रज्जवलित कर किया। इस अवसर पर उद्योग मंत्री श्री लखनलाल देवांगन, लघु उद्योग के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य श्री पुरूषोत्तम पटेल, प्रदेश अध्यक्ष श्री ओमप्रकाश सिंघानिया, लघु उद्योग भारती के म.प्र. अध्यक्ष श्री राजेश मिश्रा सहित अन्य उद्यमी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने उद्यमी सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि उद्यमिता के विकास और प्रदेश में नये निवेशकों को आकर्षित करने के लिए लघु उद्योग भारती द्वारा सम्मेलन का आयोजन एक महत्वपूर्ण पहल है।
उन्होंने कहा कि लघु उद्योग भारती, सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों के हित में काम करने वाला एक विशाल संगठन है। देश में इस संगठन की करीब 1000 इकाईयां और 65000 सदस्य होना सचमुच गौरव की बात है। सरगुजा और बस्तर जैसे जनजातीय क्षेत्रों में भी संगठन ने अपना विस्तार किया है। इससे निश्चित ही इन क्षेत्रों में भी लघु और सूक्ष्म उद्योगों को ताकत मिल रही है और उद्यमिता का विकास हो रहा है। हमारे प्रदेश में खनिज सम्पदा का भंडार है। यहां का 44 प्रतिशत भू-भाग वनों से आच्छादित है। हमारे प्रदेश में मेहनतकश किसान है, इसलिए छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है। यहां पर उद्योग की बहुत अच्छी संभावना है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने आगे कहा कि आगामी माह नवम्बर में प्रदेश की नई उद्योग नीति 2024-29 लांच करने की तैयारी है। इस नीति में छोटे और मझोले उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष रूप से प्रावधान किये जा रहे हैं। उद्यमियों की मांग पर मुख्यमंत्री श्री साय ने लघु उद्योग भारती के लिए नया रायपुर में भूमि एवं मध्यप्रदेश के समान छत्तीसगढ़ में भी एमएसएमई (माइक्रो एंड स्माल मिडियम इंटरप्राइजेस) मंत्रालय के अधीन स्थापित करने का आश्वासन दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय एवं उद्योग मंत्री श्री लखनलाल देवांगन ने लघु उद्योग भारती की ’छत्तीसगढ़ उद्योग दर्पण 2024’ पुस्तक का विमोचन किया।
उद्योग मंत्री श्री लखनलाल देवांगन ने कहा कि हमारी सरकार उद्योग को आगे बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। उद्योगों की स्थापना की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए सिंगल विंडो प्रणाली 2.0 लागू की गई है। उद्यमियों को अब विभिन्न विभागों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। सभी आवश्यक अनुमतियां और लाइसेंस इसी पोर्टल के माध्यम से प्राप्त होंगे। उद्योगों में उत्पादित होने वाले माल की बिक्री हेतु विदेश से एमओयू किया गया है। श्री देवांगन ने कहा कि उद्योगों के विस्तार के लिए कार्य किया जा रहा है। सरकार द्वारा इस्पात उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कई नीतियां लागू की जा रही है, जो इस उद्योग को गति देगी।
इस अवसर पर दुर्ग शहर विधायक श्री गजेन्द्र यादव, दुर्ग ग्रामीण विधायक श्री ललित चंद्राकर एवं अन्य जनप्रतिनिधि तथा कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी, पुलिस अधीक्षक श्री जितेन्द्र शुक्ला, संयुक्त कलेक्टर श्री हरवंश मिरी सहित बड़ी संख्या में म.प्र.एवं छत्तीसगढ़ के उद्यमी उपस्थित थे।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
स्थानीय स्तर पर होने वाली घटनाओं पर रहे पुलिस की पैनी नजर
सूचना तंत्र को और अधिक मजबूत बनाएं
अवैध शराब और नशे के कारोबार पर कड़ाई से लगाया जाए अंकुश
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज मुख्यमंत्री निवास में आयोजित बैठक में प्रदेश में कानून और व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री श्री साय ने बैठक में अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि अपराधियों और असामाजिक तत्वों पर सख्ती से कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि हर हाल में कानून और व्यवस्था बहाल रखना चाहिये। पुलिस त्वरित कार्यवाही करे और चौकन्ना रहे। बैठक में उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री श्री विजय शर्मा भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय स्तर पर होने वाली घटनाओं पर पुलिस की पैनी नजर होनी चाहिए और इन घटनाओं के संभावित परिणाम पर भी विचार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अपराधों को रोकने के लिए नशे के अवैध व्यापार पर अंकुश लगाया जाए। गांजा, अवैध शराब, ड्रग्स की तस्करी पर मुस्तैदी से कार्यवाही हो। श्री साय ने कहा कि नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों में रात्रि में पुलिस की गश्त नियमित रूप से होनी चाहिए। पुलिस के आला अफसर भी अनिवार्य रूप से पेट्रोलिंग करें। रेल्वे स्टेशन, बस स्टैण्ड, हवाई अड्डों के साथ ही संवेदनशील इलाकों में नियमित रूप से पुलिस की पेट्रोलिंग होती रहनी चाहिए। नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में शॉपिंग मॉल, दुकानों, होटलों आदि रात्रि के समय पर निर्धारित समय पर बंद होनी चाहिए।
बियर बार एवं होटल निर्धारित समय पर बंद हो ऐसे होटल जहां शराब की अवैध बिक्री की शिकायत मिलती है उन पर सख्त कार्यवाही की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सायबर क्राईम को रोकने के लिए तत्परता से प्रभावी कार्यवाही की जाए। इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन,अपर मुख्य सचिव गृह श्री मनोज कुमार पिंगुआ, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा, मुख्यमंत्री के सचिव श्री राहुल भगत सहित गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज यहां नवा रायपुर के एक निजी होटल में आयोजित आईएफएस ऑफिसर्स एसोसिएशन के कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान छत्तीसगढ़ में आयोजित 27 वीं अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता में बतौर खिलाड़ी हिस्सा ले रहे देश भर से आए वन विभाग के अधिकारियों से मुलाकात की और उनका हौसला बढ़ाया।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मैं विभिन्न प्रदेशों से हमारे वन विभाग के अधिकारीगण जो बतौर खिलाड़ी आये हैं उन सभी का छत्तीसगढ़ प्रदेश में बहुत-बहुत स्वागत करता हूं। यह छत्तीसगढ़ के लिए सौभाग्य का विषय है कि राष्ट्रीय स्तर का यह 27वीं अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता का हमारे छत्तीसगढ़ में आयोजन हुआ है।इसके लिए मैं केंद्रीय वन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव और पूरे विभाग को आभार देता हूँ। मैं उम्मीद करता हूँ कि छत्तीसगढ़ में आकर आप सभी को बहुत अच्छा लगा होगा। छत्तीसगढ़ बहुत सुंदर प्रदेश है। यहां पर 44% वन है और कई जलप्रपात और गुफाओं सहित अनेक दर्शनीय स्थल हैं। इस खेलकूद प्रतियोगिता के माध्यम से हमारे देशभर के आईएफएस अधिकारियों के साथ-साथ वन विभाग के जितने खिलाड़ी हैं सबसे मिलने का यह अवसर यहां पर मिला है।
आईएफएस ऑफिसर्स एसोसिएशन के कार्यक्रम वन मंत्री श्री केदार कश्यप, स्वामी श्री राजीव लोचन महाराज, आईएफएस एसोसिएशन छत्तीसगढ़ के संरक्षक श्री व्ही श्रीनिवास राव और अध्यक्ष सुश्री संजीता गुप्ता सहित अनेक अधिकारीगण उपस्थित थे।