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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
शिक्षा, स्वास्थ्य, अधोसंरचना के विकास के लिए एक रोडमैप बनाकर लगातार किया जा रहा है कार्य
रायपुर : जशपुर जिले के लोगों के लिए एक उत्सव की तरह था श्री विष्णु देव साय का मुख्यमंत्री बनना। इससे यहां के लोगों के चेहरे में एक चमक आने के साथ उनसे उम्मीद भी बढ़ गई। लोग उन्हें अपने सपनों को साकार करने वाले नायक के रूप में भी देखते हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय उनकी आशाओं पर लगातार खरे उतर रहे हैं। अपनी व्यस्तता के बीच भी वे अपने गृहग्राम जशपुर जिले के ग्राम बगिया में समय निकालकर आते रहते हैं। वे रायपुर स्थित अपने मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में लोगों से मिलते रहते हैं और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए लगातार तत्पर रहते हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने बगिया में भी मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय की स्थापना की है। यहां पर जशपुर जिले के अलावा प्रदेश भर से पूरी आशा के साथ लोग आ रहे हैं और उनकी स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, पानी या अन्य समस्याओं का समाधान त्वरित गति से किया भी जा रहा है। मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय ने हेल्पलाईन नंबर 0774-250061,0774-250062 नंबर जारी की है। प्रदेश के जरूरतमंद नागरिक कॉल करके इससे लाभान्वित भी हो रहे हैं।जशपुर जिले के लगभग 250 ग्राम पंचायत हाथी विचरण क्षेत्र है। कैंप कार्यालय का लक्ष्य इन हाथी प्रभावित इलाके में विद्युत व्यवस्था को और भी दुरूस्त करने की है। जानकारों की माने तो रोशनी होने पर हाथियों की बस्ती में घुसपैठ होने आशंका कम रहती है। हाथी को दूर से देखा जा सकता है। विद्युत व्यवस्था को और भी सुदृढ़ बनाने के लिए कुनकुरी क्षेत्रों में क्षेत्रीय कार्यालयों में नवीन पदास्थापना किया जा रहा है। विद्युत विभाग द्वारा पिछले लगभग 9 महीने में जशपुर जिलें में 600 से ज्यादा ट्रांसफार्मर बदले गए हैं और 130 से ज्यादा नया ट्रांसफार्मर लगाया गया है। इसके साथ ही विद्युत उपकेंद्र स्थापित किए गए हैं। विद्युत प्रवाह निर्बाध गति से प्रवाहित रहे इसके लिए विभाग द्वारा नई लाईन बिछाने, केबल, ग्रिप चेंज आदि कार्य भी सतत रूप से किया जा रहा है।स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के लिए मुख्यमंत्री श्री साय की पहल पर जशपुर जिले में 18 एबीबीएस और 7 विशेषज्ञ चिकित्सकों को नियुक्ति की जा चुकी है। इसके अलावा नवीन स्वास्थ्य केंद्रों की स्थापना की स्वीकृति के साथ ही मेडिकल उपकरणों की खरीदी और अन्य कर्मचारियों की नियुक्ति की जा रही है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के निर्देशानुसार जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त प्रयास से जिले में स्वास्थ्य मितान हेल्पलाइन का संचालन किया जा रहा है। इसकी मदद से अब तक 1025 से अधिक मरीजों को स्वास्थ्य लाभ मिल चुका है। इसके लिए सर्वप्रथम आवेदक बगिया कैंप कार्यालय में आवेदन प्रस्तुत करते हैं। आवेदन प्रस्तुत होने के पश्चात तत्काल 5 मिनट के अंदर कार्यवाही की जाती है। मुख्यमंत्री की पहल पर कुनकुरी 32 करोड़ की अधिक की लागत से 220 बिस्तरा सर्वसुविधायुक्त अस्पताल की स्वीकृति दी गई है।इसी तरह मुख्यमंत्री श्री साय की पहल पर ही जिले में एक मजबूत अधोसंरचना निर्माण के लिए लगातार सड़क मार्गों, पुल-पुलिया भवन निर्माण की स्वीकृति दी जा रही है। दूरस्थ गांवों और शहरों में सड़क, पुल-पुलिया निर्माण कराया जा रहा है। किसानों की सुविधा के लिए जिले में एनीकट योजना के निर्माण, व्यपवर्तन योजना के निर्माण, जीर्णाेद्धार एवं लाईनिंग कार्य, जलाशय योजना के नहर मरम्मत एवं सी.सी.लाईनिंग कार्य, मुख्य एवं शाखा नहर के मरम्मत, पुराने पक्के कार्याे का सुधार, तालाब योजना के तहत् निर्माण, जलाशय योजना, जलाशय मध्यम परियोजना के सर्वेक्षण कार्य की प्रशासकीय स्वीकृति मिली है। इन कार्याे के होने से जिले के किसानों को और अधिक सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होगी। इसके साथ ही मत्स्य पालक मच्छली पालन भी कर सकेंगे। इससे कृषकों को अतिरिक्त आमदनी होगी। साथ ही जिले में जल स्त्रोत में भी वृद्धि होगी।इसी तहत जिले में खेलों के बेहतर महौल और खिलाड़ियों की सुविधा के लिए राज्य सरकार खेल मैदानों सहित अन्य अधोसंरचना का निर्माण कर रही है। बगीचा में बैडमिंटन कोर्ट निर्माण के लिए 2 करोड़ 83 लाख रूपए की राशि स्वीकृत की गई है। राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों को ओलंपिक में गोल्ड मैडल जितने पर 3 करोड़ रूपए, सिल्वर मैडल जितने पर 2 करोड़ और ब्रान्ज मैडल जितने पर 1 करोड़ रूपए की राशि दिए जाने की घोषणा की है। इससे खिलाड़ियों को एक बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा।अविभाजित मध्यप्रदेश के समय से प्रतियोगी परीक्षाओं के चयन में जशपुर अंचल की विशेष पहचान रही है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की सुविधा जशपुर जिले के छात्रों को भी मिले इसके लिए मुख्यमंत्री श्री साय की पहल पर रायपुर की नालंदा परिसर लाईब्रेरी की तर्ज पर जशपुर नगर में 500 सीटर और कुनकुरी में 200 सीटर लाइब्रेरी की स्वीकृति प्रदान की गई है। इसी तहत पीएम जनमन योजना के तहत जिले में विशेष पिछड़ी जनजाति इलाकों में विकास के लिए कार्य किए जा रह हैं। इस योजना से इन क्षेत्रों के विकास में तेजी आई है। -
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कहा - हमारा लक्ष्य प्रदेश के खिलाड़ी ओलंपिक में खेलें और मेडल जीत कर लाएं
छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ की विशेष आमसभा में हुआ पदाधिकारियों का निर्वाचन
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को आज छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ का निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया। राजधानी रायपुर के न्यू सर्किट हाउस में आयोजित छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ की विशेष आमसभा की बैठक में रिटर्निंग ऑफिसर श्री अशोक कुमार अग्रवाल ने उनके निर्विरोध अध्यक्ष चुने जाने की घोषणा की। इसी तरह मंत्री श्री केदार कश्यप, सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल और श्री विजय बघेल सहित कुल 10 लोग छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के उपाध्यक्ष के रूप में निर्विरोध निर्वाचित हुए। रिटर्निंग ऑफिसर श्री अशोक कुमार अग्रवाल ने मुख्यमंत्री को अध्यक्ष चुने जाने का प्रमाण पत्र सौंपा।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के सभी नव निर्वाचित पदाधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में खेल को आगे ले जाने के लिए हम सभी पूरी टीम भावना के साथ काम करेंगे। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है। हमारी सरकार राज्य में खेल को बढ़ावा देने के साथ ही अधोसंरचना विकास और खिलाड़ियों के हित में लगातार फैसले ले रही है। श्री साय ने कहा कि हमारा लक्ष्य होना चाहिए कि प्रदेश के खिलाड़ी ओलंपिक में खेलें और मेडल जीत कर लाएं। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि संघ के सभी पदाधिकारियों को एक-एक जिले की जिम्मेदारी दी जाए और उस अंचल में जो खेल लोकप्रिय हैं, उसे बढ़ावा देने की दिशा में काम हो। श्री साय ने आगे कहा कि नवनिर्वाचित सभी पदाधिकारी किसी ने किसी रूप में खेल और इसकी प्रशासनिक व्यवस्था से जुड़े हैं, ऐसे में आप सभी के दीर्घ अनुभव का लाभ प्रदेश के खिलाड़ियों को मिलेगा।यहाँ देखें विडियो :-<iframe width="560" height="315" src="https://www.youtube.com/embed/0U-dYqFGhzk?si=lP_-rJrakJ_5SnBz" title="YouTube video player" frameborder="0" allow="accelerometer; autoplay; clipboard-write; encrypted-media; gyroscope; picture-in-picture; web-share" referrerpolicy="strict-origin-when-cross-origin" allowfullscreen></iframe>
सांसद और छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के नव निर्वाचित उपाध्यक्ष श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश में प्रतिभावान खिलाड़ियों की कमी नहीं है, हमें उन्हें बेहतर अधोसंरचना, सुविधाएं और प्रशिक्षण उपलब्ध कराने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व वाली सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम कर रही है। श्री अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बड़ी पहल करते हुए राजधानी रायपुर में स्काउट गाइड के राष्ट्रीय जंबूरी 2025 के आयोजन की सहमति जताई। श्री अग्रवाल ने कहा कि खिलाड़ी हमारे एंबेसडर होते हैं, जो प्रदेश को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाते हैं। उन्हें आगे बढ़ाने के लिए छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ भी अपना प्रयास करें। इस अवसर पर ऑब्जर्वर श्री दिग्विजय सिंह भी मौजूद रहे।
गौरतलब है कि छतीसगढ़ ओलम्पिक संघ की विशेष आमसभा में आज मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया। इसी क्रम में उपाध्यक्ष हेतु सर्व श्री बृजमोहन अग्रवाल, केदार कश्यप, विजय बघेल, हिमांशु द्विवेदी, संजय पिल्ले, गजराज पगारिया, शरद शुक्ला, रमेश कुमार श्रीवास्तव और श्री सुनील कुमार अग्रवाल तथा महासचिव के पद पर श्री विक्रम सिंह सिसोदिया निर्वाचित हुए। इसी तरह संयुक्त सचिव सर्वश्री राम जाखड़, आर. राजेन्द्रन, मोहम्मद अकरम खान, मनीष श्रीवास्तव, प्रशांत सिंह रघुवंशी, मनोज कुमार अग्रवाल और श्री समीर खान को निर्विरोध चुना गया। श्री संजय मिश्रा संघ के कोषाध्यक्ष चुने गए। इसके साथ ही ओलंपिक संघ के कार्यकारिणी सदस्य के रुप में 12 लोगों को भी र्निविरोध चुना गया । -
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मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने जनप्रतिनिधियों के साथ सुनी मन की बात
रायपुर : ग्रामीण अंचलों में लोग अपनी कला-संस्कृति, परम्पराओं और अमूल्य विरासत को सहेजने में अपने सामर्थ्य के अनुरूप योगदान दे रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी अपने मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से गर्व के साथ इसे देश-दुनिया के सामने रखते हैं। इससे हम देश के अलग-अलग हिस्सों में होने वाले ऐसे सभी प्रयासों और नवाचारों के बारे में जान पाते हैं और प्रेरित होते है।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज अपने निवास कार्यालय में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम सुनने के पश्चात प्रतिक्रिया देते हुए यह बातें कही। इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, विधायक श्रीमती गोमती साय, विधायक श्री भैया लाल राजवाड़े, युवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष श्री कमलचंद्र भंजदेव, पद्मश्री सुनील जोगी सहित अन्य गणमान्य नागरिक भी मौजूद रहे।गौरतलब है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम में आज उन्होंने अपने अमेरिका प्रवास, एक पेड़ मां के नाम अभियान से प्रेरित होकर रोज एक पेड़ लगाने का संकल्प लेने वाले तेलंगाना के श्री के एन राजशेखर, संथाली भाषा को सहेजने के लिए श्री रामजीत टुडू के प्रयासों, औषधीय पौधों को संरक्षित करने के लिए मदुरै की रहने वाली शिक्षिका शुभाश्री के योगदान का जिक्र किया।उन्होंने आधुनिक समय में प्रतिदिन परिवर्तित हो रहे नेचर ऑफ़ जॉब का जिक्र करते हुए गेमिंग एनीमेशन, फ़िल्म मेकिंग, पोस्टर मेकिंग, बैंड्स और कम्युनिटी रेडियो से जुड़े युवाओं को भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की पहल 'क्रिएट इन इंडिया' से जुड़ने की अपील की। इससे इन विधाओं से जुड़े लोग अपनी क्रिएटिविटी सभी के सामने ला सकेंगे। क्रिएट इन इंडिया के तहत 25 विविध चैलेन्ज इसमें शामिल किये गए हैं। -
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मुख्यमंत्री विस्तार न्यूज शिक्षा सम्मान समारोह में शामिल हुए
बच्चों के बाल सुलभ सवालों के जवाब में अपने बचपन की यादों को दोहराया
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के हाथों बारहवीं की बोर्ड परीक्षा के टॉपर विद्यार्थियों का आज सम्मान किया गया। विद्यार्थियों के सम्मान के लिए आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने बच्चों के बाल सुलभ सवालों का जवाब देते हुए बताया कि कक्षा में वे हमेशा मेधावी छात्र रहे। उनकी सभी विषयों में अच्छी पकड़ थी।
गणित रहा प्रिय विषय
मुख्यमंत्री ने कहा कि गणित उनका प्रिय विषय रहा है। गणित, फिजिक्स, अंग्रेजी, संस्कृत आदि विषयों में उनके बहुत अच्छे अंक आते थे। उन्होंने बताया कि उनकी मैट्रिक तक की शिक्षा कुनकुरी में हुई। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी हैंड राईटिंग इतनी सुन्दर थी कि शिक्षक इसे बच्चों को उदाहरण स्वरूप दिखाते थे।
मुख्यमंत्री ने आज इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कृषक सभागार में आयोजित शिक्षा सम्मान समारोह में बारहवीं बोर्ड के टॉपर बच्चों को सम्मानित किया। उन्होंने छत्तीसगढ़ स्टेट टॉपर महक अग्रवाल को पुरस्कार स्वरूप स्कूटी की चाबी सौंपी। विस्तार न्यूज द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में विधायक श्री पुरन्दर मिश्रा, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार श्री पंकज झा, प्रेस अधिकारी श्री आलोक सिंह, जनसंपर्क आयुक्त श्री मयंक श्रीवास्तव, विस्तार न्यूज के चेयरमैन श्री मुकेश श्रीवास्तव उपस्थित थे। कार्यक्रम में बच्चों के साथ विस्तार न्यूज के एक्जीक्यूटिव एडीटर श्री ज्ञानेन्द्र तिवारी ने भी प्रश्न पूछे।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि शिक्षा विकास का मूल मंत्र है। शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है। केवल रोजगार ही नहीं व्यापार, समाजसेवा, राजनीति, कृषि सहित सभी क्षेत्रों में सफलता के लिए शिक्षा जरूरी है। उन्होंने नई शिक्षा नीति 2020 सहित प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में रोजगारपरक शिक्षा और बच्चों को नवाचारों के साथ रूचिकर ढंग से शिक्षा प्रदान करने पर जोर दिया गया है। राज्य सरकार द्वारा स्कूलों को बेहतर बनाने और अच्छी से अच्छी सुविधाएं उपलब्ध कराने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश के 341 स्कूलों में पीएम श्री स्कूल योजना लागू की गई है। जहां बच्चों के लिए स्मार्ट क्लास, कम्प्यूटर, सुसज्जित लैब और अच्छी अधोसंरचनाएं विकसित की गई हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के गठन के समय प्रदेश में एक मेडिकल कॉलेज था, आज 14 मेडिकल कॉलेज हो गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के कार्यकाल के दौरान आईआईटी सहित राष्ट्रीय स्तर के सभी शैक्षणिक संस्थान छत्तीसगढ़ में स्थापित किए गए।
एक प्रश्न के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि जब वे 10 वर्ष के थे, उनके सर से पिता का साया उठ गया था। परिवार की सारी जिम्मेदारी उन पर आन पड़ी थी। पढ़ाई के साथ-साथ खेती-बाड़ी और सामाजिक दायित्वों को भी उन्होंने अपने बाल्यकाल से निभाया। वे गुरूजनों का बड़ा सम्मान करते थे।
शुरू से ही कक्षा नायक चुने जाते रहे
पढ़ाई के अलावा उनकी रूचि के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें शुरू से ही कक्षा का नायक चुना जाता था। उनकी चिंता यह रहती थी कि कक्षा को कैसे व्यवस्थित रखूं। पढ़ाई के साथ-साथ खेती-बाड़ी में आज भी रूचि है। उन्होंने कहा कि आज भी जब भी समय मिलता है खेतों में अवश्य जाता हूं। बैल वाले नागर और ट्रैक्टर से भी उन्होंने खेती की है। मेरी सामाजिक कार्यों में भी गहरी रूचि रही है।
जरूरतमंद मरीजों की मदद और इलाज मेरा जुनून रहा
मुख्यमंत्री ने कहा - इसे मेरी हॉबी कहें या जूनून जरूरतमंद मरीजों का इलाज करना मेरी रूचि रही है। अपने सार्वजनिक जीवन में मुझे हजारों मरीजों का इलाज कराने का सौभाग्य मिला। छत्तीसगढ़ के तत्कालीन मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री राहत कोष से भी इसके लिए मदद लेता रहा। उन्होंने कहा कि राजधानी रायपुर में जशपुर के जरूरतमंद मरीजों की मदद के लिए कुनकुरी सदन प्रारंभ किया गया है, यहां बड़ी संख्या में मरीज अपना इलाज कराने के लिए पहुंचते हैं, जहां मरीजों के रहने की व्यवस्था की गई है और अस्पतालों में इलाज कराने के लिए सभी जरूरी सहयोग प्रदान किया जाता है।
सालभर की मेहनत से परीक्षा का भय नहीं रहा
एक छात्रा ने पूछा कि बोर्ड परीक्षा की तैयारी आप कैसे करते थे। परीक्षा से आपको भय लगता था क्या। इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा - हमारे फिजिक्स और इंग्लिश के शिक्षक इतने रोचक तरीके से पढ़ाते थे कि बात दिमाग में बैठ जाती थी। इंग्लिश पढ़ाने के लिए टीचर हमें ग्राउण्ड और बगीचे में ले जाते थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे सालभर गंभीरता से पढ़ाई करते थे और अच्छे से नोट्स तैयार करते थे। कहीं कठिनाई होने पर शिक्षकों से पूछने में नहीं हिचकते थे, चूंकि सालभर मेहनत होती थी, इसलिए परीक्षा से भय नहीं लगता था।
गंभीर और कम बोलने वाले छात्र रहे
बेस्ट फ्रेंड और दोस्तों के साथ शरारत के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने बताया कि वे गंभीर और कम बोलने वाले छात्र थे। कुनकुरी के अनेक मित्रों को याद करते हुए उन्होंने कहा कि उनके सभी मित्र मेधावी थे। इनके अलावा राजनीति में मेरे अनेकों मित्र हैं। कार्यक्रम में टॉपरों के साथ विशेष रूप से सुकमा के नक्सल प्रभावित परिवार के 12वीं के छात्र सुनील कोर्राम का मुख्यमंत्री ने सम्मान किया। जिसने अपनी लगन और मेहनत से 58 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की है। छत्तीसगढ़ी लोक गायिका आरू साहू और लोक कलाकार आकाशी व्यास को भी मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में सम्मानित किया। -
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मुख्यमंत्री ने दुर्ग नगर निगम क्षेत्र के लिए 23 करोड़ रुपए की लागत के विकास कार्यों का किया भूमिपूजन
इंदिरा मार्केट में मल्टीलेवल पार्किंग निर्माण, साईंस कॉलेज से दुर्ग रेलवे स्टेशन केनाल रोड सड़क चौड़ीकरण, चण्डी मंदिर से नया पारा चौक तक सड़क चौड़ीकरण की घोषणा
शहर के प्रमुख चौराहों पर होगा पिंक शौचालय का निर्माण
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज दुर्ग नगर के वार्ड नंबर-03 मठपारा में आयोजित विकास कार्यों के भूमिपूजन कार्यक्रम में दुर्ग के इंदिरा मार्केट में मल्टीलेवल पार्किंग निर्माण, साईंस कॉलेज से रेलवे स्टेशन केनाल रोड सड़क चौड़ीकरण, चण्डी मंदिर से नया पारा चौक तक सड़क चौड़ीकरण की घोषणा की। उन्होंने नगर के प्रमुख चौराहों में महिलाओं के लिए पिंक शौचालय के निर्माण की भी घोषणा की। सांसद एवं स्थानीय विधायक की मांग पर मुख्यमंत्री ने ये घोषणाएं की। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में दुर्ग नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत 22 करोड़ 97 लाख रूपए की लागत के विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन किया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार गांवों के साथ-साथ शहरों के विकास के लिए दृढ़ संकल्पित है। आज दुर्ग नगर निगम क्षेत्र में एक साथ लगभग 23 करोड़ रूपए की लागत के कार्यों का एक साथ भूमिपूजन किया गया, यह विकास के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता की झलक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी पर विश्वास करके आम जनता ने हमें सरकार बनाने का मौका दिया। जनता ने हमें जो आशीर्वाद दिया है, मैं उनके प्रति धन्यवाद ज्ञापित करने के लिए आया हूं।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि बीते 9 माह पर नजर डाले तो राज्य सरकार ने किसानों, महिलाओं और युवाओं के लिए कम समय में बहुत से उल्लेखनीय काम किए हैं। उन्होंने कहा कि जरूरमंद परिवारों के लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत 18 लाख घरों का निर्माण किया जाएगा। महिला सशक्तिकरण को ध्यान में रखते हुए महतारी वंदन योजना के तहत लगभग 70 लाख महिलाओं को प्रतिमाह 1000 हजार रूपए की दर से वार्षिक 12 हजार रूपए आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। तेंदूपत्ता संग्रहण दर को 4000 रुपए प्रति मानक बोरा से बढ़ाकर 5500 रूपए प्रति मानक बोरा किया गया है। प्रदेशवासियों को रामलला दर्शन योजना के तहत अयोध्या धाम यात्रा करायी जा रही है। जिसका लाभ छत्तीसगढ़ के श्रद्धालु उठा रहे हैं।यहाँ देखें विडियो :-<iframe width="560" height="315" src="https://www.youtube.com/embed/iOSnc1rsGh8?si=KXs7PTlnWiczLxRA" title="YouTube video player" frameborder="0" allow="accelerometer; autoplay; clipboard-write; encrypted-media; gyroscope; picture-in-picture; web-share" referrerpolicy="strict-origin-when-cross-origin" allowfullscreen></iframe>
कार्यक्रम की अध्यक्षता उपमुख्यमंत्री श्री अरूण साव ने की। सांसद श्री विजय बघेल, विधायक श्री गजेन्द्र यादव एवं विधायक श्री रिकेश सेन विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम में उपस्थित थे।उपमुख्यमंत्री श्री अरूण साव ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि आज का यह अवसर बहुत इन्तजार के बाद आया है। प्रदेश में नगरों के विकास के लिए पैसे की कोई कमी नहीं होगी। 43 करोड़ 67 लाख के 167 कार्य पहले ही स्वीकृत हो गये हैं। उन्होंने कहा कि आज दुर्ग वासियों को बहुत बड़ी सौगात मिली है। इसके लिए उन्होंने दुर्ग वासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में सरकार बनी है, तब से सभी काम सांय-सांय हो रहा है। सरकार के नेतृत्व में नगरीय विकास कार्यों के लिए राशि जारी की जा रही है। सबका साथ, सबका विकास के ध्येय के साथ बिना भेदभाव से योजना बनाकर उनका क्रियान्वयन किया जा रहा है। हमारा प्रदेश स्वच्छ व सुंदर बने इस दिशा में लगातार कार्य किया जा रहा है।
सांसद श्री विजय बघेल ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में कहा कि दुर्ग शहर के लिए यह सौभाग्य की बात है कि आज मुख्यमंत्री द्वारा लगभग 23 करोड़ रूपए की लागत के विभिन्न विकास कार्यो का भूमिपूजन किया गया। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए सौभाग्य का क्षण है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की सरकार छत्तीसगढ़ में लगातार विकास के कार्य कर रही है। उनकी सराहना करते हुए हम गदगद हो जाते हैं। इस अवसर पर उन्होंने दुर्ग एवं भिलाई नगर में ऑडिटोरियम निर्माण एवं महिलाआंे के लिए पिंक सुलभ शौचालय की मांग की। स्थानीय विधायक श्री गजेन्द्र यादव ने अपने स्वागत उद्बोधन में नगर के विकास की रूपरेखा प्रस्तुत की। साथ ही इंदिरा मार्केट में मल्टीलेवल पार्किंग और र्साइंस कालेज के पीछे केनाल रोड निर्माण की ओर मुख्यमंत्री जी का ध्यान आकृष्ट किये। उन्होंने आज विकास कार्यों के भूमिपूजन के लिए नगरवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री द्वारा विकास कार्यों का भूमिपूजन
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने दुर्ग नगर क्षेत्र में लगभग 23 करोड़ रूपए की लागत के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण किया। इन कार्यों में 1 करोड़ 98 लाख 39 हजार रूपए लागत के उरला में खेल मैदान का विकास कार्य, 88 लाख 47 हजार रूपए लागत केेे सड़क सुरक्षा हेतु राजेन्द्र पार्क चौक में विकास कार्य, 1 करोड़ 66 लाख 02 हजार रूपए लागत के विभिन्न स्थानों में वृक्षारोपण कार्य, 1 करोड़ 35 लाख 41 हजार रूपए लागत के विभिन्न वार्डों में 8 स्थानों पर डामरीकरण व 1 स्थान पर पेवर ब्लॉक, 1 करोड़ 99 लाख 43 हजार रूपए लागत के गया नगर 33 के.वी. पावर स्टेशन के पास डॉ. बी.आर. अम्बेडकर सर्वसमाज मांगलिक भवन निर्माण कार्य, 49 लाख 98 हजार रूपए लागत के वार्ड क्रमांक 15 सतनाम भवन आयुर्वेदिक अस्पताल के पीछे सांस्कृतिक भवन निर्माण कार्य, 8 करोड़ 33 लाख रूपए लागत के शहर के विभिन्न वार्डों में कुल 59 कार्य (सड़क, नाली पुलिया निर्माण), 2 करोड़ 72 लाख 37 हजार रूपए लागत के वार्ड क्रमांक 32 शिक्षक नगर में वाटर सप्लाई पार्ट ए एवं बी, 25 लाख रूपए लागत के राजेन्द्र पार्क चौक पर भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा स्थापना, 50 लाख रूपए लागत के गोंडवाना भवन के प्रथम तल में अतिरिक्त हॉल निर्माण कार्य, 2 करोड़ 14 लाख रूपए लागत के विधायक निधि अंतर्गत विभिन्न विकास कार्य तथा 65 लाख रूपए लागत के प्रभारी मंत्री निधि अंतर्गत विभिन्न विकास कार्य का भूमिपूजन शामिल है।
इस अवसर पर पूर्व विधायक श्री लाभचंद बाफना, नगर पालिक निगम दुर्ग के महापौर श्री धीरज बाकलीवाल, सभापति श्री राजेश यादव, पूर्व सभापति श्री दिनेश देवांगन, वरिष्ठ समाजसेवी श्री जितेन्द्र वर्मा, पार्षद श्री दीपक साहू, श्रीमती सत्यवती वर्मा, सुश्री जमुना साहू, श्री अजय वर्मा, श्री नरेन्द्र बंजारे, श्रीमती लीना देवांगन, श्रीमती उषा ठाकुर एवं अन्य जनप्रतिनिधि तथा संभागायुक्त श्री सत्यनारायण राठौर, आईजी श्री रामगोपाल गर्ग, कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी, एसपी श्री जितेन्द्र शुक्ला, दुर्ग निगम आयुक्त श्री लोकेश चन्द्राकर एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज दुर्ग नगर के वार्ड नंबर 03 में आयोजित भूमिपूजन कार्यक्रम में 22 करोड़ 97 लाख रूपए की लागत के विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन किया। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री श्री अरूण साव, सांसद श्री विजय बघेल, विधायक श्री गजेंद्र यादव और श्री रिकेश सेन, दुर्ग महापौर श्री धीरज बाकलीवाल सहित अनेक जनप्रतिनिधि और प्रबुद्ध नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने जिन कार्यों का भूमिपूजन किया उनमें 1 करोड़ 98 लाख 39 हजार रूपए की लागत सेे उरला में खेल मैदान का विकास कार्य, 88 लाख 47 हजार रूपए लागत सेे सड़क सुरक्षा हेतु राजेन्द्र पार्क चौक में विकास कार्य, 1 करोड़ 66 लाख 02 हजार रूपए लागत से विभिन्न स्थानों में वृक्षारोपण कार्य, 1 करोड़ 35 लाख 41 हजार रूपए लागत से विभिन्न वार्डों में 8 स्थानों पर डामरीकरण व 1 स्थान पर पेवर ब्लॉक, 1 करोड़ 99 लाख 43 हजार रूपए लागत से गयानगर 33 के.वी. पावर स्टेशन के पास डॉ. बी.आर. अम्बेडकर सर्वसमाज मांगलिक भवन निर्माण कार्य, 49 लाख 98 हजार रूपए लागत से वार्ड क्रमांक 15 सतनाम भवन आयुर्वेदिक अस्पताल के पीछे सांस्कृतिक भवन निर्माण कार्य, 8 करोड़ 33 लाख रूपए लागत से शहर के विभिन्न वार्डों में कुल 59 कार्य (सड़क, नाली पुलिया निर्माण),2 करोड़ 72 लाख 37 हजार रूपए लागत से वार्ड क्रमांक 32 शिक्षक नगर में वाटर सप्लाई पार्ट ए एवं बी, 25 लाख रूपए की लागत से राजेन्द्र पार्क चौक पर भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा स्थापना, 50 लाख रूपए की लागत से गोंडवाना भवन के प्रथम तल में अतिरिक्त हॉल निर्माण कार्य, 2 करोड़ 14 लाख रूपए लागत से विधायक निधि अंतर्गत विभिन्न विकास कार्य तथा 65 लाख रूपए लागत से प्रभारी मंत्री निधि अंतर्गत विभिन्न विकास कार्य का भूमिपूजन शामिल है। -
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छत्तीसगढ़ में पर्यटन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रतिवर्ष राज्योत्सव में मिलेगा पुरस्कार
छत्तीसगढ़ में पर्यटन को बढ़ावा देने पर है विशेष जोर
मुख्यमंत्री विश्व पर्यटन दिवस पर सेंट्रल इंडिया कनेक्ट मार्केटप्लेस कार्यक्रम में हुए शामिल
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज यहां नवा रायपुर के एक निजी होटल में विश्व पर्यटन दिवस पर आयोजित सेंट्रल इंडिया कनेक्ट मार्केटप्लेस कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री साय ने छत्तीसगढ़ में पर्यटन को बढ़ावा देने और इस क्षेत्र में अच्छा कार्य करने वाले लोगों को प्रोत्साहित करने आगामी वर्ष से राज्य में पर्यटन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्ति अथवा संस्था को प्रतिवर्ष राज्योत्सव के अवसर पर पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की। सेंट्रल इंडिया कनेक्ट मार्केटप्लेस कार्यक्रम का आयोजन छत्तीसगढ़ टूरिस्म बोर्ड और छत्तीसगढ़ ट्रेवल ट्रेड एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि देश के पर्यटन विभाग का सूत्रवाक्य अतिथि देवो भवः है। इस कार्यक्रम में जुटे सभी अतिथियों का मैं इसी भाव से अभिनंदन करता हूँ। विश्व पर्यटन दिवस के मौके पर आज छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड एवं छत्तीसगढ़ ट्रैवल ट्रेड एसोसिएशन द्वारा सेंट्रल इंडिया कनेक्ट मार्केट प्लस कार्यक्रम का सुंदर आयोजन किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी ने इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अपने सुंदर विचार रखे। छत्तीसगढ़ में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए आए आपके उपयोगी सुझावों पर विचार कर हम इन्हें अमल में लाएंगे।यह हमारे लिए बहुत गौरव की बात है कि भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने इस साल देश के सर्वश्रेष्ठ पर्यटक गांवों की सूची में हमारे बस्तर के डूडमारास गांव को एडवेंचर टूरिज्म तथा चित्रकोट गांव को कम्युनिटी बेस्ट गांव की सूची में पहला स्थान दिया। सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव की सूची में सरोधादादर को जगह मिली है।
विश्व पर्यटन संगठन द्वारा इस वर्ष की थीम, पर्यटन एवं शांति निर्धारित की गई है। वैश्विक स्तर पर संघर्ष और विभाजन के माहौल में इस थीम की बहुत प्रासंगिकता है। शांति के साथ सतत विकास की दिशा में सामाजिक और सांस्कृतिक समझ को बढ़ावा देने में पर्यटन की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता।
पूरी दुनिया में सतत एवं रिस्पांसिबल टूरिज्म पर जोर दिया जा रहा है ताकि हम पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी निरंतर ठोस कदम बढ़ा सकें। बस्तर में टूरिज्म बढ़ेगा तो प्राकृतिक सुंदरता को भी सहेजने में मदद मिलेगी। इनसे हजारों लोगों के आजीविका का अवसर भी पैदा होगा।
हमारा राज्य ऐतिहासिक, पुरातात्विक, धार्मिक और प्राकृतिक धरोहरों के साथ गौरवशाली प्राचीन लोक संस्कृति का भी अद्वितीय उदाहरण है। देश के ऐसे बहुत कम राज्य हैं जो कि प्रकृति द्वारा इतने समृद्ध हैं जितना कि हमारा छत्तीसगढ़।
छत्तीसगढ़ राज्य का एक बड़ा भाग सघन वनों से घिरा हुआ है। शानदार जलप्रपातों से लेकर मुग्ध कर देने वाले वन्यजीव अभयारण्य, राष्ट्रीय उद्यान तक आप जिस भी आकर्षण के बारे में सोचेंगे वह सब आपको छत्तीसगढ़ में देखने को मिलेगा।
राज्य में पर्यटन गतिविधियों के बढ़ने से स्थानीय समुदाय को रोजगार के अवसर प्राप्त हो रहे हैं। हमारी कोशिश है कि पर्यटन को स्थानीय गतिविधियों और अनुभव के साथ जोड़कर रोजगार के अवसरों को और अधिक विस्तारित किया जाए। छत्तीसगढ़ राज्य में प्राकृतिक रुप से वाइल्ड लाइफ टूरिज्म, एग्री टूरिज्म, मेडिकल टूरिज्म, रुरल टूरिज्म, एडवेंचर टूरिज्म, वॉटर टूरिज्म आदि की अपार संभावनाएं हैं।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में तीर्थ स्थलों के जीर्णाेद्धार एवं अधोसंरचना विकास के लिए लाई गई प्रसाद योजना के माध्यम से मां बम्लेश्वरी का तीर्थ डोंगरगढ़ नये सिरे से सज संवर रहा है।
ट्राइबल टूरिज्म सर्किट के अंतर्गत तेरह टूरिस्ट डेस्टिनेशन में ईको एथनिक पर्यटन की थीम पर पर्यटन सुविधा विकसित की गई है।छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के द्वारा चित्रकोट बस्तर में वन विभाग के सहयोग से नेचर ट्रेल का विकास किया गया है। इसका संचालन स्थानीय महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा किया जा रहा है। इससे उन्हें आजीविका भी मिल रही है।
हम राज्य में पांच शक्तिपीठ को जोड़ते हुए सर्किट विकसित कर रहे हैं। स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के तहत बिलासपुर और जगदलपुर डेस्टिनेशन के पर्यटन स्थलों का विकास होगा।
केंद्र सरकार की स्वदेश दर्शन योजना से पर्यटन स्थलों में पर्यटकों के लिए सुविधाएं बढ़ेंगी। इस योजना के तहत देश के चयनित मुख्य स्थलों में जशपुर जिले के मयाली लोकेशन का भी चयन किया गया है।मुझे पूरा विश्वास है कि इस आयोजन में आप सबकी सहभागिता से छत्तीसगढ़ राज्य के पर्यटन विकास की दिशा में एक नया अध्याय जुड़ेगा और हमारा राज्य वैश्विक पर्यटन के मानचित्र में अपना विशेष स्थान दर्ज करेगा।
कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ टूरिस्म बोर्ड द्वारा हिंदी भाषा में प्रकाशित कॉफी टेबल का विमोचन किया गया।छत्तीसगढ़ में पर्यटन को बढ़ावा देने आईआरसीटीसी और छत्तीसगढ़ टूरिस्म बोर्ड के मध्य एमओयू भी संपादित किया गया तथा डाक विभाग द्वारा पोस्ट कार्ड का विमोचन किया गया। मुख्यमंत्री श्री साय ने कलिंगा यूनिवर्सिटी में आयोजित फोटोग्राफी, लेखन, क्विज और रील्स प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया।
सेंट्रल इंडिया कनेक्ट मार्केटप्लेस कार्यक्रम में खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंकराम वर्मा, पर्यटन विभाग के सचिव श्री अन्बलगन पी, छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक श्री विवेक आचार्य, निदेशक डाक सेवाएं छत्तीसगढ़ सर्कल श्री दिनेश मिस्त्री, छत्तीसगढ़ ट्रेवल ट्रेड एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री कपिल जैन सहित मध्य भारत के पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र से जुड़े लोग उपस्थित रहे। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय खेल एवं युवा कल्याण विभाग के कार्यों की कर रहे हैं समीक्षा मुख्यमंत्री प्रदेश में मौजूद खेल अधोसंरचनाओं की ले रहे है जानकारी प्रदेश में खिलाड़ियों के प्रतिभा निखारने खेल सुविधाओं के विस्तार पर हो रही है चर्चा
मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में आयोजित बैठक में राजस्व एवं खेल मंत्री श्री टंकराम वर्मा, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, राजस्व विभाग के सचिव श्री अविनाश चंपावत, खेल एवं युवा कल्याण विभाग के सचिव श्री हिमशिखर गुप्ता, मुख्यमंत्री के सचिव द्वय श्री पी. दयानंद व श्री राहुल भगत और अन्य अधिकारी मौजूद -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के कार्यों की कर रहे हैं समीक्षा राजस्व विभाग की योजनाओं और विभागीय गतिविधियों की ले रहे हैं जानकारी राजस्व विभाग द्वारा नागरिक सुविधाओं को बढ़ाने डिजिटल नवाचारों पर हो रही है चर्चा
मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में आयोजित बैठक में राजस्व एवं खेल मंत्री श्री टंकराम वर्मा, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, राजस्व विभाग के सचिव श्री अविनाश चंपावत, मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानंद, श्री राहुल भगत, आयुक्त भू अभिलेख श्री रमेश शर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद -
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रायपुर : छत्तीसगढ़ के देश के सबसे कम बेरोजगारी दर वाले राज्यों में पांचवा स्थान प्राप्त करने पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि राज्य सरकार द्वारा रोजगार सृजन के क्षेत्र में किए गए ठोस प्रयासों का यह सकारात्मक परिणाम है। उन्होंने कहा है कि आज हमने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। छत्तीसगढ़ ने देश में सबसे कम बेरोजगारी दर वाले राज्यों में पांचवां स्थान प्राप्त किया है। यह सर्वेक्षण भारत सरकार के सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण संगठन (NSSO) द्वारा किया गया है।
हमारी सरकार ने प्रदेश में युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए कई ठोस कदम उठाए हैं। खासतौर पर ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में रोजगार सृजन पर ध्यान केंद्रित किया है। जिसके कारण हमारा छत्तीसगढ़ अब बड़े राज्यों को भी पीछे छोड़ चुका है, जो कम बेरोजगारी दर के मामले में राज्य की बड़ी सफलता को दर्शाता है। निश्चित ही यह प्रदेश के लिए गौरवान्वित करने वाला पल है। समस्त छत्तीसगढ़वासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज जशपुर जिले के मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय बगिया में एकात्म मानववाद के प्रवर्तक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया है। श्री साय ने कहा है कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय एक ऐसे युगदृष्टा थे, जिनके विचारों व सिद्धांतों ने देश को एक प्रगतिशील विचारधारा देने का काम किया। श्री साय ने कहा कि उनकी विचारधारा राष्ट्र के पुनर्निर्माण और भारत के गौरव को पुनः स्थापित करने के लिए थी। उन्होंने जन समुदाय को सशक्त बनाने की दिशा में आजीवन काम किया।
उनका मानना था कि जब तक समाज के अंतिम व्यक्ति का विकास नहीं होता, तब तक समाज का समग्र विकास संभव नहीं है। इस विचारधारा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के चलते उनके जन्मदिन को अंत्योदय दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन भारतीय समाज में गरीबों और वंचितों के उत्थान के प्रति समर्पण को दर्शाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके अंत्योदय सिद्धांत पर चलकर हम समस्त जनमानस का जीवन स्तर बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। वे सदैव हमारे प्रेरणास्त्रोत रहेंगे। -
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विशेष कैंप लगाकर संभावित लक्षणों के मरीजों का किया जा रहा चिन्हांकन
रायपुर : स्वास्थ्य जीवन की पूंजी है। इसी विश्वास के साथ छत्तीसगढ़ के विष्णुदेव सरकार सभी नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। विष्णु के सुशासन से छत्तीसगढ स्वस्थ हो रहा है। स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदेशभर में सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन हेतु विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है कि छत्तीसगढ़ से सिकल सेल बीमारी को विदा करना है और इसके लिए हम सब मिलकर प्रयास करेंगे। इस अभियान का उद्देश्य राज्य को सिकल सेल जैसे बिमारी से मुक्त कराना और लोगों में इसके प्रति जागरूकता बढ़ाना है।
इस अभियान के तहत् राज्य में पंचायत, ब्लॉक और जिला स्तर पर विशेष कैंप आयोजित कर 40 वर्ष तक के लोगों को संभावित लक्षणों के आधार पर पहचान कर आवश्यक उपचार और दवाई उपलब्ध कराई जा रही है। साथ ही साथ प्रत्येक गर्भवती महिलाओं की सिकल सेल जांच सुनिश्चित की जा रही है। जिससे की जन्म लेने वाले प्रत्येक शिशु स्वस्थ्य और सिकल सेल मुक्त हो।
गौरतलब है कि सिकल सेल एक अनुवांशिक रक्त विकार है। इससे अनेक स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न होती है। जिसमें लाल रक्त कणिका के सामान्य आकार में परिवर्तन होकर हसिया के आकार का हो जाता है। रक्त कणिकाओं का हसिया आकार होने के कारण इसकी ऑक्सीजन वहन क्षमता कम हो जाती है और ये कणिकाएं रक्त वाहिकाओं में चिपकने लगती है। इसके कारण शरीर के सभी अंगों को ऑक्सीजन आपूर्ति में समस्या आती है, जिससे पीड़ित व्यक्ति को शरीर में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, बुखार जैसे समस्या उत्पन्न होती है। उन्होंने कहा कि सिकल सेल वाहक और सिकल सेल रोगी दो प्रकार के होते हैं। सिकल सेल वाहक में गंभीर लक्षण नहीं होते पर यह विकार को अगली पीढ़ी में बढ़ाते हैं। -
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लोग अपनी समस्याओं और मांगो को लेकर मुख्यमंत्री से मिले
मुख्यमंत्री श्री साय ने उचित कार्यवाही के लिए अधिकारियों का निर्देशित किया
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव आज शाम जशपुर जिले में अपने गृह ग्राम बगिया के प्रवास पर पहुंचे। बगिया स्थित निवास कार्यालय में उनसेे मिलने के लिए आम लोगों का ताता लगा रहा। लोग अपनी समस्याओं के निराकरण और मांगों से संबंधित आवेदन लेकर मुख्यमंत्री से मिले। इसके साथ ही लोगों ने मौखिक रूप से मुख्यमंत्री श्री साय के समक्ष अपनी मांगों और समस्याओं को रखा।
मुख्यमंत्री श्री साय ने सभी मांगों और समस्याओं को गंभीरतापूर्वक सुना और उचित कार्यवाही के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। मुख्यमंत्री से मिलकर लोग काफी खुश थे। उन्होंने बताया की मुख्यमंत्री एक अभिभावक की तरह सबकी मांगों और समस्याओं के निराकरण के लिए तत्पर रहते हैं। उन्होंने बताया की श्री विष्णु देव साय के मुख्यमंत्री बनने से इस क्षेत्र के विकास को गति मिली है। मुख्यमंत्री श्री साय हमेशा क्षेत्र के लोगों की समस्याओं का समाधान करते आए हैं।
मुख्यमंत्री ने मिलने वालों से कहा की हमारी सरकार मोदी जी की अधिकांश गारंटियां पूरी कर दी गई हैं। हमारी सरकार राज्य के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि आप सब शासन की योजनाओं के संबंध में जानकारी लेकर इसका अधिक से अधिक लाभ ले। -
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मुख्यमंत्री श्री साय ने आदित्य को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीयोग और पर्यावरण के क्षेत्र में सबसे कम उम्र के पीएचडी धारक के रूप में छत्तीसगढ़ के आदित्य राजे का नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्जरायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से आज यहाँ उनके निवास कार्यालय में बाल पर्यावरण मित्र और लिटिल योगा चैम्पियन आदित्य राजे सिंह ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने आदित्य को आज उनके जन्मदिन के अवसर पर केक काटकर बधाई दी। मुख्यमंत्री ने योग और पर्यावरण के क्षेत्र में सबसे कम उम्र के पीएचडी धारक के रूप में छत्तीसगढ़ के आदित्य राजे का नाम गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज होने पर प्रमाण पत्र भी प्रदान किया और इस उपलब्धि की सराहना की।आदित्य ने इस खास मौके पर मुख्यमंत्री को पौधा भेंटकर उनका आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री को आदित्य ने पर्यावरण, योग, खेल, समाजिक विकास जैसे क्षेत्रों में किये जा रहे रचनात्मक कार्यों से अवगत कराया। मुख्यमंत्री श्री साय ने आदित्य को इतनी कम उम्र में इन उपलब्धियों पर शुभकामनाएँ देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।इस अवसर पर आदित्य के पिता श्री अखिलेश सिंह ने मुख्यमंत्री से चर्चा में बताया कि नई दिल्ली स्थित कांस्टीट्यूशन क्लब ऑफ़ इण्डिया में पर्यावरण और योग के क्षेत्र में मैरीलैंड स्टेट युनिवर्सिटी, यूएसए द्वारा पीएचडी की मानद उपाधि से भी सम्मानित किया गया है। उन्होंने बताया कि आदित्य महज 5 वर्ष की उम्र से पर्यावरण, योग और जन-जागरूकता के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं। उन्हें राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न पुरस्कारों से भी नवाजा गया है।आदित्य आयुष मंत्रालय द्वारा प्रमाणित योग स्वयं सेवक भी हैं। वे अपने कोडिंग कौशल के माध्यम से पर्यावरण संबंधित एप पर भी काम कर रहे हैं। मुलाक़ात के दौरान श्री संजय श्रीवास्तव, आदित्य के दादा श्री कमला पति सिंह, माँ श्रीमती नम्रता सिंह,बहन आस्था सिंह, गोल्डन बुक ऑफ़ वल्ड रिकॉर्ड की प्रतिनिधि श्रीमती सोनल शर्मा भी मौजूद रहीं। -
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लगा रहा तांतालोग अपनी समस्याओं और मांगो को लेकर मुख्यमंत्री से मिलेमुख्यमंत्री श्री साय ने उचित कार्यवाही के लिए अधिकारियों का निर्देशित कियारायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव आज शाम जशपुर जिले में अपने गृह ग्राम बगिया के प्रवास पर पहुंचे। बगिया स्थित निवास कार्यालय में उनसेे मिलने के लिए आम लोगों का ताता लगा रहा। लोग अपनी समस्याओं के निराकरण और मांगों से संबंधित आवेदन लेकर मुख्यमंत्री से मिले। इसके साथ ही लोगों ने मौखिक रूप से मुख्यमंत्री श्री साय के समक्ष अपनी मांगों और समस्याओं को रखा।मुख्यमंत्री श्री साय ने सभी मांगों और समस्याओं को गंभीरतापूर्वक सुना और उचित कार्यवाही के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। मुख्यमंत्री से मिलकर लोग काफी खुश थे। उन्होंने बताया की मुख्यमंत्री एक अभिभावक की तरह सबकी मांगों और समस्याओं के निराकरण के लिए तत्पर रहते हैं। उन्होंने बताया की श्री विष्णु देव साय के मुख्यमंत्री बनने से इस क्षेत्र के विकास को गति मिली है। मुख्यमंत्री श्री साय हमेशा क्षेत्र के लोगों की समस्याओं का समाधान करते आए हैं।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के सुशासन में दूरस्थ अंचल के लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिल रहा है। हर एक व्यक्ति का सपना होता है कि उनका अपना एक पक्का मकान हो, जिसे पूरा करने के लिए वह आजीवन परिश्रम करता है लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्ति के लिए स्वयं का पक्का मकान बना पाना एक सपने ही रह जाता है। ऐसे में उनके सपने साकार प्रधानमंत्री आवास योजना कर रहा है।
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत् जशपुर जिले के हितग्राहियों को लाभान्वित हो रहे है। इनमें दिसम्बर 2023 से 22 सितम्बर 2024 तक कुल 10 हजार 706 हितग्राहियों का आवास निर्माण कराया जा चुका है।
ऐसी ही एक कहानी जशपुर जिले के जनपद पंचायत मनोरा के ग्राम पंचायत करदना (छतौरी) के हितग्राही श्रीमती करमी बाई का है, जो राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहलाने वाले विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा से हैं। ये जनजाति ज्यादातर घने जंगलो में पेड़, पत्ते एवं छाल से झोपड़ी बनाकर निवास करते थे जिन्हें बरसात के मौसम में टपकते छत एवं सांप-बिच्छू की समस्या रहती थी। जिसके कारण उन्हें जीवन-यापन करना एक चुनौती थी। इनके लिए प्रधानमंत्री आवास योजना एक वरदान साबित हुई है। मुख्यमंत्री के सार्थक प्रयास से विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा के सपने भी पूरे हो रहे हैं। हितग्राही ने पक्का मकान मिलने से मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया है।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
स्वयं सेवकों ने जगाई सेवा की अलख
एनएसएस की राज्य इकाई को कार्यक्रमों के आयोजन के लिए 50 लाख रूपए की घोषणा
मुख्यमंत्री राष्ट्रीय सेवा योजना के राज्य स्तरीय स्थापना दिवस एवं सम्मान समारोह में शामिल हुए
रायपर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवक राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। स्वयं सेवको ने ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों में भी सेवा की अलख जगाई है। स्वच्छता अभियान, साक्षरता अभियान सहित शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में रचनात्मक योगदान देकर एक मिसाल प्रस्तुत की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नशामुक्ति के कार्य में स्वयं सेवकों को सक्रिय भूमिका निभाना चाहिए।
मुख्यमंत्री श्री साय आज इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कृषक सभागार में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना के राज्य स्तरीय स्थापना दिवस एवं सम्मान समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना की राज्य इकाई को विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन के लिए 50 लाख रूपए की मंजूरी की घोषणा की। उन्होंने कहा कि राज्य इकाई के कार्यक्रमों के आयोजन के लिए 13 लाख रूपए की राशि दी जाती थी, जिसे बढ़ाकर 50 लाख रूपए किया जा रहा है।
इस अवसर पर उच्च शिक्षा विभाग के सचिव श्री प्रसन्ना आर., इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल, उच्च शिक्षा विभाग के आयुक्त श्री जनक प्रसाद पाठक, राज्य एनएसएस अधिकारी डॉ. नीता बाजपेयी भी उपस्थित थीं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सेवा कार्याें में उत्कृष्ट योगदान देने वाले युवा स्वयंसेवियों, कार्यक्रम अधिकारियों और संस्थाओं को सम्मानित किया तथा एनएसएस की पत्रिका समर्पण का विमोचन किया। उन्होंने उपस्थित लोगों को स्वच्छता की शपथ दिलाई।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना की शुरूआत राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की सौवीं जयंती पर हुई थी। पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे. कलाम को याद करते हुए कहा कि वे अक्सर कहते थे कि अपने लिये मत जियो, ऐसे जियो कि आने वाली पीढ़ी को तुम पर गर्व हो। आने वाली पीढ़ी आप पर गर्व तभी करेगी जब आप अपने रचनात्मक योगदान से समाज को कुछ देकर जाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारे राष्ट्र निर्माताओं ने जो मशाल हमें सौंपी है, उसे हमें आगे ले जाने में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर नई दिल्ली में कर्तव्य पथ में आयोजित परेड में हमारे राज्य की राष्ट्रीय सेवा योजना की आठ छात्राओं ने हिस्सा लिया। यह हम सबके लिए गर्व का विषय है। यह परेड नारी शक्ति को समर्पित थी और हमारी छात्राओं ने इसमें हिस्सा लेकर प्रदेश का मान बढ़ाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार युवाओं के लिए बड़े काम कर रही है। नई शिक्षा नीति के माध्यम से युवाओं को रोजगारोन्मुखी शिक्षा प्रदान की जा रही है। युवाओं को स्किल ट्रेनिंग दी जा रही है। नये जमाने के ट्रेड्स से उन्हें परिचित कराया जा रहा है। युवा आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, रोबोटिक्स का कौशल सीख सकते हैं। युवाओं को प्रोफेशनल पढ़ाई के लिए मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा योजना के माध्यम से ब्याज मुक्त ऋण की सुविधा दी जा रही है। विभिन्न विभागों में बड़ी संख्या में भर्ती निकल रही है। उद्यम के क्षेत्र में जाने के इच्छुक युवा छत्तीसगढ़ उद्यम क्रांति योजना का लाभ उठा सकते हैं। इसमें 50 प्रतिशत सब्सिडी पर ब्याज मुक्त ऋण दिया जाता है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा युवाओं को उद्योग जगत में अवसर प्रदान करने इंटर्नशिप योजना आरंभ की गई है। इसमें देश की शीर्ष 500 कंपनियों में एक करोड़ युवाओं को काम सीखने का मौका मिलेगा और इसके लिए भत्ता भी मिलेगा। आप सभी इसका भी समुचित प्रचार-प्रसार करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानंद कहते थे कि मुझे 100 ऊर्जावान युवा मिल जाएं तो मैं देश की दशा और दिशा बदल सकता हूँ। छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय सेवा योजना से एक लाख छह हजार स्वयंसेवक जुड़े हैं। इस विशाल संख्या और आप लोगों के उत्साह और ऊर्जा को देखकर मैं पूरी तरह आश्वस्त हूँ कि हम विकसित भारत और विकसित छत्तीसगढ़ के लक्ष्य को अवश्य प्राप्त करेंगे।
उच्च शिक्षा विभाग के सचिव श्री प्रसन्ना आर. ने कहा कि एनएसएस के माध्यम से प्रदेश में 7 से 8 लाख युवा वालेंटियर तैयार किए गए हैं, वर्तमान में एनएसएस के एक लाख से अधिक वालेंटियर हैं, जो रचनात्मक कार्याें में योगदान दे रहे हैं। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल, उच्च शिक्षा विभाग के आयुक्त श्री जनक प्रसाद पाठक ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। राज्य एनएसएस अधिकारी डॉ. नीता बाजपेयी ने स्वागत भाषण दिया। कार्यक्रम को संचालन एनएसएस के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. आर.पी. अग्रवाल ने किया। इस अवसर पर प्रदेश भर से आए एनएसएस से जुड़े विद्यार्थी, अधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
आम जनता को न्यायपालिका से शीघ्र व निष्पक्ष न्याय की उम्मीद
न्यायाधीशगण अपने न्यायिक कर्तव्य का निर्वहन न्यायपूर्ण तरीके से निडरता के साथ करें
कानून उत्पीड़न का साधन नहीं बल्कि न्याय प्रदान करने का उपकरण है माननीय मुख्य न्यायाधिपति श्री न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा
रायपुर : रायपुर के न्यू सर्किट हाउस के सभागार में आज 22 सितम्बर को रायपुर संभाग के जिले रायपुर, धमतरी, बलौदाबाजार एवं महासमुंद के न्यायिक अधिकारियों का डिवीजनल सेमीनार छ.ग.राज्य न्यायिक अकादमी के तत्वाधान में आयोजित किया गया। इस डिवीजनल सेमीनार का उद्घाटन छत्तीसगढ उच्च न्यायालय के माननीय मुख्य न्यायाधिपति श्री न्यायमूर्ति रमेश सिन्हा द्वारा दीप प्रज्जवलन के साथ किया गया।माननीय मुख्य न्यायाधिपति महोदय ने अपने उद्बोधन में न्यायिक कार्य के महत्व व चुनौती के बारे में बताते हुए कहा कि न केवल हाईकोर्ट बल्कि जिला न्यायपालिका में विविध प्रकार के समसामयिक महत्व के विवाद आते रहते हैं जो न्यायाधीशगण को न्याय प्रशासन में अपना अवदान देने व स्वयं को साबित करने का अवसर होते हैं।माननीय मुख्य न्यायाधिपति महोदय ने न्यायिक अधिकारियों को उनके कर्तव्य की महत्ता को याद दिलाते हुए कहा कि ’’न्यायाधीश उन कुछ भाग्यशाली लोगों में हैं जिन्हें लोगों को न्याय प्रदान करने का अवसर प्राप्त होता है। न्यायिक सेवा अन्य सामान्य शासकीय सेवा की तरह नहीं हैं बल्कि न्यायाधीशगण लोक विश्वास का पद धारित करते हैं और न्यायिक व्यवस्था की विश्वसनीयता न्यायाधीश का पद धारित करने वाले व्यक्तियों पर निर्भर है। इसलिए न्यायाधीश को सीजर की पत्नी की तरह सभी संदेहों से ऊपर होना चाहिए।माननीय मुख्य न्यायाधिपति महोदय ने साधारण व्यक्ति की न्यायपालिका से क्या अपेक्षाएं हैं इस संबंध में बताया कि एक साधारण व्यक्ति न्यायपालिका से निष्पक्ष व त्वरित न्याय की उम्मीद करता है और इसके लिए न्यायाधीश को अपने कर्तव्यों का निर्वहन सत्यनिष्ठा , निष्पक्षता , ईमानदारी व प्रतिबद्धता के साथ करना चाहिए।माननीय मुख्य न्यायाधिपति महोदय ने कहा कि जिस समाज में हम रहते हैं वह समाज गतिशील है व समय के साथ बदलता रहता है और जो विधि समाज के साथ व्यवहरित करती है वह भी बदलती रहती है। ऐसी दशा में न्यायपालिका समाज को स्फूर्त बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है।माननीय मुख्य न्यायाधिपति महोदय ने समय के साथ विधि के क्षेत्र में आने वाले बदलाव पर भी ध्यान केन्द्रित करने के लिए कहा और आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस, फारेंसिक साईंस आदि के संबंध में न्यायाधीशगणों को अद्यतन रहने को कहा और यह भी व्यक्त किया कि इस तरीके के सेमीनार न्यायिक अधिकारियों को सामूहिक विचार-विमर्श व अनुभवों का आदान प्रदान का अवसर प्रदान करते हैं।माननीय मुख्य न्यायाधिपति महोदय ने बलात्कार पीड़िता के गर्भ समापन को एक जटिल व संवेदनशील विषय बताया और कहा कि जिन मामलों में न्यायालय की अनुमति की आवश्यकता नहीं है, उन मामलों में भी रेप पीड़िताओं को गर्भ समापन के लिए उच्च न्यायालय आना पड़ रहा है जबकि चिकित्सकीय गर्भ समापन अधिनियम में बलात्कार पीड़िताओं के संबंध में विधि के प्रावधान स्पष्ट हैं। माननीय मुख्य न्यायाधिपति महोदय ने विश्वास व्यक्त किया कि आज का सेमीनार उक्त के संबंध में विधि की समझ को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर होगा।माननीय मुख्य न्यायाधिपति महोदय ने प्रकरणों के निराकरण में होने वाले विलंब पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पक्षकार शीघ्र न्याय चाहता है और कई बार प्रकरण के निराकरण में में विलंब कारित करने के लिए कुछ पक्षकार विलंबकारी युक्तियंा अपनाते हैं , ऐसे युक्तियों से निपटने में न्यायिक अधिकारी की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है और त्वरित व साहसी निर्णय तथा उदारतापूर्व स्थगन प्रदान करने से बचकर ऐसे विलंबकारी युक्तियों को हतोत्साहित किया जा सकता है।माननीय मुख्य न्यायाधिपति महोदय ने न्यायिक अधिकारियों से आह्वान किया कि वे अपने न्यायिक कर्तव्यों का निर्वहन न्यायपूर्ण तरीके से निर्भीकता के साथ करें और विधि को उत्पीड़न का साधन नहीं बनने देना चाहिए बल्कि विधि को न्याय प्रदान करने के उपकरण के रूप में उपयोग किया जाना चाहिए। मुख्य न्यायाधिपति महोदय ने न्यायाधीशगण को आश्वस्त किया कि शीघ्र व निष्पक्ष न्याय प्रदान करने के लिए उठाए गए कदमों को उच्च न्यायालय का पूर्ण समर्थन प्राप्त होगा।इस संभागीय सेमीनार में छत्तीसगढ उच्च न्यायालय के माननीय श्री न्यायमूर्ति पार्थ प्रतीम साहू द्वारा संबोधित किया गया । डिवीजनल सेमीनार में स्वागत भाषण प्रधान जिला न्यायाधीश रायपुर श्री अब्दुल जाहिद कुरैशी के द्वारा और परिचयात्मक उद्बोधन श्री सिराजुद्दीन कुरैशी डायरेक्टर छत्तीसगढ ज्यूडिशियल एकेडमी के द्वारा दिया गया। इस डिवीजनल सेमीनार में रायपुर, धमतरी, बलौदाबाजार एवं महासमुंद जिले के कुल 111 न्यायाधीशगण प्रतिभागी के रूप में सम्मिलित हुए। इस सेमीनार में पीसीपीएनडीटी अधिनियम, गर्भ का चिकित्सकीय समापन अधिनियम, सिविल ला, फारेंसिक साईंस, आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस आदि विषयों पर प्रतिभागियों द्वारा प्रस्तुति दी गई।