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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बैल दौड़ को हरी झण्डी दिखाकर कार्यक्रम का किया शुभारंभ
महोत्सव आयोजन के लिए प्रति वर्ष 5 लाख रूपए की घोषणा
कार्यक्रम स्थल पर डोम निर्माण, मड़ियापार में सामुदायिक भवन निर्माण, तथा लिटिया में जिला सहकारी बैंक की शाखा खोलने की घोषणा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज दुर्ग जिले के ग्राम मड़ियापर में आयोजित पोला महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि सम्मलित हुए। उन्होंने बैल दौड़ को हरी झण्डी दिखाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। छत्तीसगढ़ संस्कृति विभाग, छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल और शास्त्री नवयुवक मंडल मड़ियापार के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस महोत्सव में छत्तीसगढ़ की पुरातन संस्कृति एवं पारम्परिक खेलों का संगम प्रदर्शित किया गया।
समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने ग्रामवासियों को पोला तिहार की बधाई एवं शुभकामनाये दी। उन्होंने कहा कि मड़ियापार के बैल दौड़ के बारे में बहुत सुनने को मिला था आज इसे देखने का भी अवसर मिला। उन्होंने कहा कि पोला तिहार किसानों का खेती किसानी से जुड़ा सबसे बड़ा त्योहार है। यह हमारे जीवन में खेती किसानी और पशुधन का महत्व बताता है। इस दिन घरों में उत्साह से नादिया बैल और जाता पोरा की पूजा कर अच्छी फसल और घर में धन धान्य से परिपूर्ण के लिए प्रार्थना की जाती है। यह छत्तीसगढ़ की परम्परा, संस्कृति और लोक जीवन की गहराइयों से जुड़ा पर्व है। किसानों के हितों को ध्यान में रखकर केन्द्र और राज्य सरकार अनेक योजनाएं संचालित कर रही है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रदेश की 70 लाख माताएं-बहनों को तीजा-पोरा त्यौहार के मौके पर महतारी वंदन योजना के तहत सातवी किश्त की राशि महिलाओं के खातों में अंतरण किया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों के आय दोगुना करने सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी को पूरा करते हुए राज्य में 13 लाख किसानों को धान का दो वर्ष के बकाया बोनस के रूप में 3716 करोड़ का भुगतान किया गया हैं। इसके साथ ही किसानों से 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदी की गई है। इसी प्रकार तेन्दूपत्ता संग्रहण पारिश्रमिक 4 हजार से बढ़ाकर 5500 रूपए प्रति मानक बोरा किया गया है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने पारम्परिक त्योहारों का सरंक्षण एवं संर्वधन के लिए प्रदेश के अन्य स्थानों पर भी ऐसे आयोजन पर जोर दिया। इस अवसर पर उन्होंने पोला महोत्सव कार्यक्रम स्थल पर डोम निर्माण, मड़ियापार में सामुदायिक भवन निर्माण, पोला महोत्सव आयोजन के लिए प्रति वर्ष 5 लाख रूपए तथा ग्राम लिटिया में जिला सहकारी बैंक शाखा खोलने की घोषणा की।
सांसद श्री विजय बघेल कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि पोला महोत्सव से मड़ियापार को प्रदेश में पहचान मिली है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में बहुत से तीज त्योहार मनाते आ रहे है। इन त्योहारों से यहां प्रेम और सद्भावना बढ़ी है। उन्होंने पोला त्योहार की सभी को शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम को जगदलपुर विधायक श्री किरण सिंह देव, क्षेत्रीय विधायक श्री ईश्वर साहू ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर पूर्व विधायक श्री जागेश्वर साहू, श्री लाभचंद बाफना एवं श्री अवधेश सिंह चंदेल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, आयोजन समिति के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। -
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मुख्यमंत्री निवास में आयोजित विष्णु भैया संग तीजा-पोरा कार्यक्रम में मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े हुई शामिल
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने सुपोषण रथ को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
रायपुर : मुख्यमंत्री निवास में आयोजित ‘विष्णु भैया संग तीजा-पोरा’ कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास और समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े शामिल हुई। मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि विष्णु देव सरकार लगातार महिलाओं को सशक्त बनाने और किसानों को फसल का सही दाम देकर छत्तीसगढ़ को विकसित बना रही है। साथ ही मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने सखी सेंटर, नारी निकेतन, शक्ति सदन, महिला हेल्पलाइन नंबर के बारे में भी जानकारी दी।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने सुपोषण रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया एवं राष्ट्रीय पोषण माह के पोस्टर का विमोचन भी किया। सुपोषण रथ राज्य के विभिन्न गांव में भ्रमण कर लोगों को पोषण का संदेश देगा। इस रथ में सुपोषण पर केंद्रित फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा। सुपोषण रथ के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न जिलों में पोषण एवं स्वास्थ्य संबंधित ऑडियो वीडियो संदेशों का प्रसारण किया जाएगा।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि पोषण माह के दौरान इस वर्ष एनीमिया, वृद्धि निगरानी, पूरक पोषण आहार, पोषण भी और पढ़ाई भी, गुणवत्तापूर्ण सेवा प्रदाय हेतु तकनीक का प्रयोग और समग्र पोषण पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जन समुदाय तक स्वास्थ्य पोषण एवं स्वच्छता संबंधित संदेशों के व्यापक प्रचार प्रसार हेतु 1 सितम्बर 2024 से 30 सितंबर 2024 तक पोषण माह का आयोजन किया जा रहा है ताकि एक जन आंदोलन के रूप में सुपोषण की यात्रा में समुदाय की विभिन्न घटक सहभागी हो सके।
मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने बताया कि प्रदेश में 52000 से अधिक आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से गर्भवती महिलाओं, शिशुवती महिलाओं, 0 से 06 साल तक के बच्चे, किशोरी बालिकाओं को स्वास्थ्य पोषण संबंधित सेवाएं प्रदाय की जा रही हैं। सुपोषण के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए समुदाय, परिवार एवं व्यक्तिगत स्तर से सकारात्मक व्यवहार परिवर्तन भी बहुत आवश्यक है ।
मुख्यमंत्री निवास में माताओं-बहनों के लिए विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। छत्तीसगढ़ की सुप्रसिद्ध लोक कलाकार आरु साहू सहित अन्य कलाकारों ने मनमोहक प्रस्तुति पर माता-बहनों ने जमकर नाच गाकर पोरा तिहार का लुफ्त उठाया। महिलाओं के हाथों में मेहंदी बनाई जा रही थी और वहीं उन्हें लाख की चूड़ियां भी भेंट की गई।
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव, वनमंत्री श्री केदार कश्यप, राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा, रायपुर सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या देवी साय, विधायक श्री राजेश मूणत, श्री अनुज शर्मा, गुरू खुशवंत साहेब, श्री पुरंदर मिश्रा, श्री मोतीलाल साहू, श्री गजेंद्र यादव, श्री इंद्र कुमार साहू सहित अन्य अधिकारी और महिलाएं मौजूद रहे। -
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अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के प्रकल्प ज्ञानपथ, अटल मुक्ताकाशी मंच और अटल सरोवर का किया लोकार्पण
राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत विश्वविद्यालय परिसर में लगाए पौधे
रायपुर : राज्यपाल श्री रमेन डेका और मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के पंचम दीक्षांत समारोह में शामिल होने बिलासपुर पहुंचे। इस मौके पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय परिसर में स्थापित पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।इस दौरान प्रथम महिला श्रीमती रानी डेका काकोटी भी मौजूद रहीं। राज्यपाल श्री डेका और मुख्यमंत्री श्री साय ने विश्वविद्यालय के प्रकल्प ज्ञानपथ, अटल मुक्ताकाशी मंच और अटल सरोवर का लोकार्पण भी किया। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय परिसर में एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पौधे लगाये।इस अवसर पर केंद्रीय शहरी विकास राज्य मंत्री श्री तोखन साहू, उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव, विधायक श्री धरमलाल कौशिक, श्री अमर अग्रवाल, श्री सुशांत शुक्ला, अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के कुलपति श्री ए.डी. एन वाजपेयी सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, अधिकारी सहित विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। -
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मुख्यमंत्री ने आज शाम तैयारियों का जायजा लिया
रायपुर : ‘‘विष्णु भैया संग तीजा-पोरा महतारी वंदन तिहार’’ के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का रायपुर निवास सज-धज कर तैयार है। मुख्यमंत्री निवास में दो सितम्बर को पूर्वान्ह 11 बजे से 1 बजे तक तीजा-पोरा महतारी वंदन तिहार का आयोजन किया गया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज शाम अपने निवास पर तिहार की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने अतिथियों की बैठक व्यवस्था, पूजा स्थल, मंच आदि व्यवस्थाएं देखीं। इस अवसर पर वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी, मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानंद और श्री बसवराजु एस. भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री निवास की छत्तीसगढ़ की परम्परा और रीति-रिवाज के अनुसार साज-सज्जा की गई हैं। रंग-बिरंगे वंदनवारों, फूलों से आयोजन स्थल को सजाया गया है। मिट्टी के खूबसूरत नंदिया बइला और रंगीन खिलौनों से पूजा स्थल को सजाया गया है। यहां भगवान शिव और नंदिया बैला की आकर्षक प्रतिमा बनाई गई है। -
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आवव मिलके बनावन देश म पहिचान
देखो अपना देश अभियान
रायपुर : क्या आपको छत्तीसगढ़ के प्राकृतिक सौंदर्य, समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और ऐतिहासिक स्थलों पर गर्व है ?तो आपके पास मौका है, इसे पूरे देश में पहचान दिलाने का।आइए, हम सभी इस अभियान में हिस्सा लें और राज्य के पर्यटन गंतव्यों को देश का गौरव बनाएं वोट करने के लिए गूगल फॉर्म https://forms.gle/ANvrFcQqxg55EkSw7 के माध्यम से छत्तीसगढ़ के उन स्थलों के लिए वोट कर सकते हैं
वोट करने की अंतिम तिथि - 15 सितंबर 2024 -
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मुख्यमंत्री से छत्तीसगढ़ प्रदेश कान्यकुब्ज ब्राम्हण महासभा के प्रतिनिधिमंडल ने की मुलाकात
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय से उनके निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ प्रदेश कान्यकुब्ज ब्राम्हण महासभा के प्रतिनिधिमंडल ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री श्री साय का प्रतिनिधिमंडल ने राज्य में सरकार द्वारा सभी समाजों को साथ लेकर समग्र विकास के कार्यों के लिए आभार जताया। मुख्यमंत्री श्री साय को छत्तीसगढ़ प्रदेश कान्यकुब्ज ब्राम्हण महासभा के सदस्यों ने शॉल-श्रीफल व प्रतीक चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री से प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि आपके नेतृत्व में राज्य में सुशासन की सरकार है, जिसमें प्रदेश के सभी वर्गों को आगे बढ़ने का मौका मिल रहा है। शासन की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्रदेश के सभी वर्गों को मिल रहा है। प्रदेश में नई सरकार के आते ही किसानों, महिलाओं, युवाओं, आदिवासियों सहित गरीब तथा कमजोर वर्ग के लोगों के हित में अनेक फैसले लिए गए। इस तारतम्य में सरकार बनने के दूसरे ही दिन 18 लाख जरूरतमंद परिवारों को प्रधानमंत्री आवास उपलब्ध कराने तत्काल स्वीकृति देने का निर्णय लिया गया। इसी तरह राज्य में किसानों को दो साल का बकाया धान बोनस दिया गया और महतारी वन्दन योजना के तहत एक हज़ार रुपये की राशि हर माह देकर 70 लाख से अधिक महिलाओं को लाभान्वित किया जा रहा है।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ प्रदेश कान्यकुब्ज ब्राम्हण महासभा से श्री अंजय शुक्ल, अध्यक्ष श्री अरुण शुक्ल, श्री अरविंद दीक्षित, श्री श्याम शुक्ल, श्री अटल त्रिवेदी, श्री प्रदीप कुमार मिश्र, श्री सुरेश मिश्र सहित अनेक सदस्यगण उपस्थित थे। -
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छत्तीसगढ़ सरकार की अपील: "देखो अपना देश" अभियान में हिस्सा लें और राज्य के पर्यटन गंतव्यों को बनाएं देश का गौरव
रायपुर : छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य के नागरिकों से अपील की है कि वे भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय द्वारा चलाए जा रहे "देखो अपना देश" अभियान में सक्रिय भागीदारी करें। इस अभियान के तहत देशभर के नागरिकों को अपने राज्य के सर्वश्रेष्ठ पर्यटन स्थलों के लिए वोट करने का मौका मिल रहा है, और छत्तीसगढ़ के अद्वितीय और खूबसूरत गंतव्यों को इस राष्ट्रीय मंच पर प्रदर्शित करने का यह एक सुनहरा अवसर है।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा, "छत्तीसगढ़ के प्राकृतिक सौंदर्य, समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और ऐतिहासिक स्थलों को पूरे देश में पहचान दिलाने का यह एक महत्वपूर्ण कदम है। हम सभी से अनुरोध करते हैं कि वे अपने राज्य के गंतव्यों के लिए वोट करें और इस अभियान को सफल बनाने में अपना योगदान दें।"
वोट कैसे करेंवोटिंग के लिए नागरिकों को वेबसाइट https://forms.gle/ANvrFcQqxg55EkSw7 का उपयोग करना होगा। इस फॉर्म के माध्यम से लोग छत्तीसगढ़ के उन स्थलों के लिए वोट कर सकते हैं, जिन्हें वे राज्य और देश का गौरव मानते हैं। राज्य सरकार ने भी सभी से आग्रह किया है कि वे इस लिंक को अपने सोशल मीडिया पर साझा करें, ताकि अधिक से अधिक लोग इस अभियान में भाग ले सकें।
अंतिम तिथिइस अभियान में वोट करने की अंतिम तिथि 15 सितंबर 2024 है। इसके बाद, चुने गए गंतव्यों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित किया जाएगा, जिससे राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और आर्थिक विकास के नए अवसर पैदा होंगे। छत्तीसगढ़ राज्य में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, और यह अवसर हमें अपनी धरोहर, संस्कृति और प्राकृतिक सुंदरता को देशभर में फैलाने का मौका देता है। श्री साय ने सभी नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे इस अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और छत्तीसगढ़ को भारत का गौरव बनाने में मदद करें। -
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महतारी वंदन योजना की किश्त जारी करेंगे
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय 02 सितम्बर को मुख्यमंत्री निवास में आयोजित होने वाले तीजा-पोरा महतारी वंदन तिहार के मौके पर 70 लाख महतारी-बहनों को तीजा पर्व के उपहार स्वरूप महतारी वंदन योजना की सातवीं किश्त जारी करेंगे। मुख्यमंत्री श्री साय इस योजना के तहत माता-बहनों के खाते में एक-एक हजार रूपए की राशि जारी करेंगे। -
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केन्द्र सरकार की पहल से न केवल किसानों की आय में होगी वृद्धि, बल्कि कृषि उत्पादन में सुधार और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मिलेगी मजबूती
रायपुर : प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘कृषि अवसंरचना कोष’ के विस्तार को मंजूरी दी गई है। इस महत्वपूर्ण फैसले के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ की 3 करोड़ जनता की ओर से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि हाल ही में केन्द्रीय मंत्री मंडल द्वारा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘कृषि अवसंरचना कोष’ के विस्तार को मंजूरी दी है, जिससे कृषि परियोजनाओं को सुदृढ़ करने और कृषि उत्पादकता में वृद्धि को प्रोत्साहित किया जा सकेगा। यह निर्णय किसानों के हित में लिया गया है, जो देश और प्रदेश दोनों में कृषि क्षेत्र के व्यापक विकास में सहायक होगा।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि इस पहल से न केवल किसानों की आय में वृद्धि होगी, बल्कि कृषि उत्पादन में सुधार और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। यह कदम मोदी सरकार की कृषि अवसंरचना के विकास के माध्यम से किसानों की आर्थिक समृद्धि और कृषि की दीर्घकालिक स्थिरता सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। -
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मुख्यमंत्री श्री साय ने निर्माणाधीन म्युजियम का किया निरीक्षण
छत्तीसगढ़ के वीर आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को समर्पित है यह संग्रहालय
नवा रायपुर में 45 करोड़ रूपए की लागत से लगभग 10 एकड़ भूमि पर बना रहा है ‘शहीद वीर नारायण सिंह आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय‘
आदिवासी संस्कृति और सभ्यता का जीवंत केन्द्र बनकर उभरेगा संग्रहालय
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज नवा रायपुर में आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के समीप बन रहे ‘शहीद वीर नारायण सिंह आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय‘ का निरीक्षण किया। छत्तीसगढ़ के आदिवासी वीर स्वतंत्रता सेनानियों को समर्पित इस संग्रहालय का निर्माण 45 करोड़ रूपए की लागत से लगभग 10 एकड़ भूमि पर किया जा रहा है। मुख्यमंत्री के साथ आदिम जाति विकास मंत्री श्री रामविचार नेताम भी कार्य की प्रगति देखने पहुंचे। मुख्यमंत्री श्री साय ने संग्रहालय में मूर्तियों, अन्य कलाकृतियों तथा विभिन्न मॉडलों का अवलोकन किया। उन्होंने मूर्तियों का निर्माण कर रहे शिल्पकारों से चर्चा कर उनकी कला के बारे में जानकारी ली।
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर कहा कि ट्रायबल म्युजियम छत्तीसगढ़ के जनजातीय गौरव का एक प्रमुख केन्द्र बनेगा। छत्तीसगढ़ के आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के देश प्रेम की भावना, उनके शौर्य पराक्रम और बलिदानों पर केन्द्रित यह संग्रहालय छत्तीसगढ़ की गौरवशाली विरासत को सहेजने का अनुपम प्रयास है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों तथा निर्माण एजेंसी के प्रतिनिधियों को संग्रहालय के कार्यों को गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय-सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि संग्रहालय के माध्यम से हमारी युवा पीढ़ी और आने वाली पीढ़ियों को अपने इतिहास को जानने का मौका मिलेगा। यह संग्रहालय आदिवासी संस्कृति और सभ्यता को जानने मे रूचि रखने वाले लोगों के लिए भी आकर्षण का केन्द्र होगा। यहां छत्तीसगढ़ के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शहीद वीर नारायण सिंह सहित राज्य के सभी जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों को और अधिक करीब से जानने का मौका मिलेगा।
आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा ने बताया कि इस संग्रहालय में 15 गैलरियां निर्मित की जारी हैं, जिसमें छत्तीसगढ़ के महत्वपूर्ण जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम की घटनाओं- हल्बा विद्रोह, सरगुजा विद्रोह, भोपाल-पट्टनम विद्रोह, परलकोट विद्रोह, लिंगागिरी विद्रोह, कोई विद्रोह, मेरिया विद्रोह, मुरिया विद्रोह, रानी-चो-रिस विद्रोह, भूमकाल विद्रोह, सोनाखान विद्रोह, झण्डा सत्याग्रह, जंगल सत्याग्रह आदि को जीवंत मॉडलों के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा। संग्रहालय में छत्तीसगढ़ राज्य में रहने वाली जनजातीयों की जीवनशैली, पहनावें, आभूषण, संगीत, वाद्ययंत्र, आखेट में उपयोग किए जाने वाले हथियारों सहित दैनिक जनजीवन में उपयोग की जाने वाली वस्तुओं को उनके वास्तविक परिवेश में प्रदर्शित किया जाएगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सचिव श्री राहुल भगत, आयुक्त आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग श्री नरेन्द्र कुमार दुग्गा, आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के संचालक श्री पी.एस.एल्मा भी उपस्थित थे।
शहीद वीर नारायण सिंह स्मारक सह जनजातीय स्वतंत्रता सेनानी राज्य संग्रहालय में शहीद वीर नारायण सिंह की फाइबर प्रतिमा, उनका स्मारक, फांसी स्थल, एक छोटी झील और लैंडस्कैप का निर्माण किया जाएगा। संग्रहालय में वीर आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की मूर्तियां स्थापित की जाएगी। रिसेप्शन, सोविनियर शॉप, फूड कोर्ट, मल्टीमीडिया रूम, शौचालय, पार्किंग जैसी सुविधाएं विकसित की जाएंगी। परिसर की छत पर सोलर सिस्टम लगाया जाएगा तथा संग्रहालय के मुख्य प्रवेश द्वार को सुन्दर जनजातीय आर्ट वर्क से अलंकृत किया जाएगा। इस संग्रहालय में मूर्तियां और कलात्मक जनजातीय कलाकृतियां तैयार करने के लिए क्यूरेटर श्री प्रबल घोष के नेतृत्व में बड़ोदरा, कोलकाता, ओड़िसा, हैदराबाद, दिल्ली, झारखण्ड और बिहार से आये शिल्पकार काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान में लाईब्रेरी, छत्तीसगढ़ के जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम की महत्वपूर्ण घटनाओं के मॉडलों का अवलोकन भी किया। लाईब्रेरी के अवलोकन के दौरान आदिम जाति विकास मंत्री श्री रामविचार नेताम ने छत्तीसगढ़ जनजातीय लोक वा़द्य संस्कृति पर केन्द्रित पुस्तक ‘आदि नाद‘ में छपे क्यूआर कोड को मोबाइल से स्कैन किया। स्कैन करने पर वाद्ययंत्र की धुन सुनाई देती है। -
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मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की पहल पर मिली स्वीकृति राज्य सरकार ने जारी किया निविदा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की पहल पर जशपुर जिला के कुनकुरी में प्रस्तावित 220 बिस्तर की क्षमता वाले अत्याधुनिक अस्पताल के भवन निर्माण के लिए राज्य सरकार ने निविदा जारी कर दिया है। इस अस्पताल के लिए राज्य सरकार ने 32 करोड़ 9 लाख रूपये की राशि स्वीकृत की है। उल्लेखनीय है राज्य में विष्णुदेव साय सरकार ने अपने बजट में कुनकुरी में 220 बिस्तर की क्षमता वाली अत्याधुनिक अस्पताल निर्माण की घोषणा की थी। इस बजट में अस्ताल भवन निर्माण के लिए आवश्यक राशि की स्वीकृति मुख्यमंत्री श्री साय ने दी है।
आदिवासी बाहुल्य जशपुर जिले के लिए इस अस्पताल को मील का पत्थर माना जा रहा है। सरकार की मंशा आगे चल कर, इसे मेडिकल कालेज के रूप में विकसित करने की है। जानकारी के लिए बता दें कि बीते वर्ष दिसंबर माह में राज्य की बागडोर सम्हालने के बाद मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय जशपुर सहित पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य सेवा के विस्तार और इसमें गुणात्मक सुधार के लिए लगातार कार्य कर रहें हैं। उन्होनें शपथ ग्रहण करने के तत्काल बाद प्रदेश में एंबुलेंस सेवा में सुधार के लिए जिम्मेदार अधिकारियोें को सख्त निर्देश दिये थे।इस परिपालन में जरूरतमंद मरीजों या परिजनों से काल प्राप्त होने के आधा घंटे के अंदर मरीज को एंबुलेंस सुविधा उपलब्ध कराने को कहा गया था। केबिनेट की पहली बैठक में मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी सरकारी चिकित्सालयों में मरीजों के लिए सस्ती जेनरीक दवाओं को अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराने का निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिये थे। बीते 8 माह के कार्यकाल के दौरान जशपुर जिले में स्वास्थ्य सेवा के विस्तार के लिए तेजी से काम हो रहा है।
कुनकुरी में 220 बिस्तर के अस्पताल के साथ ही मरीजों की सुविधा के लिए 25 अतिरिक्त एंबुलेंस और 1 शव वाहन की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। 7 उप स्वास्थ्य केन्द्र को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का दर्जा देते हुए, आवश्यक मानव संसाधन को स्वीकृति दी जा चुकी है। जिले में 19 एमबीबीएस चिकित्सक और 7 विशेषज्ञ चिकित्सकों की पदस्थापना कर, चिकित्सकों की कमी को दूर करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। अस्पतालों में मशीनों की कमी को दूर करने के लिए 2 करोड़ 32 लाख की स्वीकृति राज्य सरकार ने दी है।इस राशि से कुनकुरी में डायलिसिस केन्द्र शुरू करने के साथ ही जशपुर, मनोरा, लोदाम, बगीचा के अस्पतालो में आवश्यक उपकरणों की खरीदी में किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की मंशा जशपुर जिले को स्वास्थ्य सेवा कर क्षेत्र में आत्म निर्भर बनाना है, ताकि मरीज और उनके स्वजनों को उपचार के लिए भटकना ना पड़े। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज केन्द्रीय कैबिनेट की बैठक में 1360 करोड़ रूपए लागत की भालुमुड़ा-सारडेगा रेल परियोजना की मंजूरी मिलने पर छत्तीसगढ़वासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में स्थित भालुमुड़ा से ओड़िसा के सारडेगा तक 37 किलोमीटर नई दोहरी रेल लाइन की मंजूरी दिए जाने से छत्तीसगढ़ में मौजूदा रेल नेटवर्क का विस्तार होने के साथ ही बड़ी संख्या में प्रदेशवासियों की देश के अन्य क्षेत्रों से कनेक्टिविटी बढ़ेगी और आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र का विकास होगा।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के भालुमुड़ा से ओडिसा के सारडेगा तक 37 किलोमीटर नई दोहरी रेल लाइन परियोजना से 25 लाख मानव दिवस का रोजगार सृजन होगा और 84 करोड़ किलोग्राम कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन में कमी आएगी जो 3.4 करोड़ वृक्षों के रोपण के तुल्य है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यह मार्ग कृषि उत्पादों, उर्वरक, कोयला, लौह अयस्क, इस्पात, सीमेंट, चूना पत्थर आदि जैसी वस्तुओं के परिवहन में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी। उन्होंने कहा कि नई रेल लाइन की स्वीकृति से छत्तीसगढ की देश के अन्य राज्यों से सीधी कनेक्टिविटी बनेगी, आवागमन में सुधार होगा तथा भारतीय रेलवे की दक्षता और सेवा संबंधी विश्वसनीयता भी बढ़ेगी।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति (सीसीईए) ने आज रेल मंत्रालय की लगभग 6,456 करोड़ रुपये की कुल अनुमानित लागत वाली तीन परियोजनाओं को मंजूरी दी है। ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ जैसे 4 राज्यों के 7 जिलों में लागू की जाने वाली तीन परियोजनाएं भारतीय रेलवे के मौजूदा नेटवर्क को लगभग 300 किलोमीटर तक बढ़ा देंगी। इन परियोजनाओं से दूर-दराज़ के इलाकों को आपस में जोड़कर लॉजिस्टिक्स दक्षता में सुधार लाने, मौजूदा लाइन क्षमता बढ़ाने और परिवहन नेटवर्क का विस्तार करने के साथ-साथ आपूर्ति श्रृंखला को सुव्यवस्थित किया जा सकेगा जिससे तेजी से आर्थिक विकास होगा। मल्टी-ट्रैकिंग प्रस्ताव परिचालन को आसान बनाएगा और भीड़भाड़ को कम करेगा, जिससे भारतीय रेलवे के सबसे व्यस्त खंडों पर बेहद जरूरी बुनियादी ढांचे का विकास होगा। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का हर सप्ताह गुरुवार को होने वाला जनदर्शन इस गुरूवार 29 अगस्त को अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दिया गया है। -
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रायपुर : नगरीय प्रशासन विभाग में एक बार फिर से बड़े पैमाने पर तबादला हुआ है. राज्य सरकार ने देर रात यह ट्रांसफर आदेश जारी किया है, जिसमें कई अधिकारियों और कर्मचारियों के नाम शामिल हैं. इस आदेश में हफ्ते भर पहले हुए ट्रांसफर में कई अधिकारियों के तबादला आदेश को निरस्त कर उसमें संसोधन किया गया है. इसके साथ ही सहायक ग्रेड–2 और सहायक राजस्व निरीक्षकों को सीएमओ का प्रभार सौंपा गया है.
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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
पुरस्कार वर्ष 2021-22 एवं 2022-23 के लिए 97 पुरस्कारग्राही खिलाड़ियों को दी जाएगी 76 लाख की पुरस्कार राशि
पदक विजेता 502 खिलाड़ियों के बैंक खाते में जाएंगे 60.33 लाख रूपए
खिलाड़ियों को मिलेंगे, 01 करोड़ 36 लाख 33 हजार रूपए
अलंकरण समारोह पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में दोपहर 12 बजे से
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय गुरूवार 29 अगस्त 2024 को राज्य खेल अलंकरण समारोह में राज्य के प्रतिभावान खिलाड़ियों को पुरस्कृत करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष डॉ.रमन सिंह करेंगे। कार्यक्रम के अतिविशिष्ट अतिथि केन्द्रीय आवास एवं शहरी विकास राज्य मंत्री श्री तोखन साहू, उपमुख्यमंत्री द्वय श्री अरूण साव और श्री विजय शर्मा तथा खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंकराम वर्मा होंगे। खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा राज्य खेल अलंकरण समारोह का आयोजन राजधानी रायपुर के पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में दोपहर 12 बजे से किया जाएगा।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में रायपुर सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम, वन मंत्री श्री केदार कश्यप, खाद्य मंत्री श्री दयाल दास बघेल, वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, उद्योग मंत्री श्री लखनलाल देवांगन, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, विधायक सर्व श्री राजेश मूणत, पुरन्दर मिश्रा, मोतीलाल साहू, अनुज शर्मा, इन्द्रकुमार साहू, गुरू खुशवंत साहेब होंगे।
कार्यक्रम में राज्य शासन द्वारा वर्ष 2021-22 के लिए शहीद राजीव पाण्डे पुरस्कार के लिए 06, शहीद कौशल यादव पुरस्कार के लिए 06, वीर हनुमान सिंह पुरस्कार के लिए 02, शहीद पंकज विक्रम सम्मान 11, शहीद विनोद चौबे सम्मान के लिए 05 एवं मुख्यमंत्री ट्राफी वर्ष 2021-22 के लिए 11 खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाएगा।इसी प्रकार वर्ष 2022-23 हेतु शहीद राजीव पांडेय पुरस्कार के लिए 04, शहीद कौशल यादव पुरस्कार के लिए 07, वीर हनुमान सिंह पुरस्कार के लिए 01, शहीद पंकज विक्रम सम्मान 15, शहीद विनोद चौबे सम्मान के लिए 05 एवं मुख्यमंत्री ट्राफी वर्ष 2022-23 के लिए 24 चयनित खिलाड़ियों को ट्राफी देकर सम्मानित किया जाएगा। खेल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पुरस्कार वर्ष 2021-22 एवं 2022-23 के लिए 97 पुरस्कारग्राही खिलाड़ियों को दी जाएगी 76 लाख रूपए की पुरस्कार राशि, पदक विजेता 502 खिलाड़ियों के बैंक खाते में जाएंगे 60.33 लाख रूपए की राशि इस तरह खिलाड़ियों को मिलेंगे 01 करोड़ 36 लाख 33 हजार रूपए शामिल हैं। -
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बस्तर के शिल्पियों द्वारा बुने गए पीले खादी सिल्क से निर्मित किया गया है विशेष परिधान
छत्तीसगढ़वासियों के प्रेम, आस्था और समर्पण का प्रतीक है यह परिधान
रायपुर : प्रभु श्री रामलला अयोध्या मे प्राण प्रतिष्ठा के बाद अपनी सम्पूर्ण दिव्यता और आभा से सुशोभित हैं। प्राणप्रतिष्ठा के पश्चात पहली जन्माष्टमी में बस्तर के श्रमसाधकों द्वारा विशेष रूप से तैयार किए गए पीले खादी सिल्क से निर्मित शुभवस्त्र से सुशोभित प्रभु श्री रामलला की अलौकिक छटा दर्शनीय है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पुनीत अवसर पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ स्थल में श्रीरामलला को छत्तीसगढ़ में निर्मित पीली खादी सिल्क से निर्मित वस्त्र धारण कराना हमारे लिए सौभाग्य की बात है। यह वस्त्र बस्तर के शिल्पियों द्वारा निर्मित है। दंडकारण्य जहां मर्यादा पुरुषोत्तम ने अपने वनवास का अधिकांश समय व्यतीत किया, वहां से भेजा वस्त्र धारण करने का समाचार वास्तव में भावुक करने वाला है। भांचा श्रीराम की कृपा उनके ननिहाल पर बरसती रहे यही कामना है।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ जहां के लोगों ने भगवान श्रीराम और माता कौशल्या का सदैव प्रेम और आशीर्वाद पाया है, यहां की माटी में आज भी वही दिव्यता है जो भगवान राम के चरणों से पवित्र हुई है। छत्तीसगढ़ जिसे प्रभु श्री राम के ननिहाल होने का गौरव है यहां पग-पग में प्रभु श्री राम की यादें दिखाई पड़ती है। बस्तर अंचल जिसे दंडकारण्य भी कहा जाता है, जहां प्रभु राम ने वनवास काल का अधिकांश समय व्यतीत किया है, वहां के शिल्पियों द्वारा कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर उनके ननिहाल से भेजा गया विशेष परिधान धारण करना छत्तीसगढ़ के जन-जन के लिए गर्व का क्षण है। मामागांव के परंपरागत वस्त्रों में भांचा राम के सुशोभित होने से सभी छत्तीसगढ़वासियों का हृदय गर्व और असीम आनंद से परिपूर्ण है। यह अद्वितीय वस्त्र हमारी परम्पराओं और संस्कारों का प्रतीक है जो भगवान श्री राम और माता कौशल्या को छत्तीसगढ़ की भूमि से जोड़ता है। यह वस्त्र केवल एक परिधान नही, बल्कि हमारी संस्कृति, हमारी परंपरा, हमारी अडिग आस्था और भांचा राम के प्रति हमारे प्रेम एवम श्रद्धा का प्रतीक है।
भांचा राम के यह वस्त्र केवल धागे से नहीं बल्कि उनके ननिहाल के भक्तों द्वारा श्रद्धा और स्नेह से बुने गए हैं। बस्तर की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और छत्तीसगढ़ की अनुपम कला को दर्शाते ये वस्त्र छत्तीसगढ़ वासियों की आस्था और समर्पण का प्रतीक भी है। असली स्वर्ण-चूर्ण से हस्तछपाई की गई यह खादी सिल्क, उन अनगिनत घंटों की मेहनत की साक्षी है, जो बस्तर के शिल्पकारों ने भगवान राम के प्रति अपनी अनन्य भक्ति में समर्पित करते हुए बिताए हैं।
‘भांचा राम‘ के रूप में श्रीराम का प्रेम और आशीर्वाद यहाँ के लोगों के हृदय में सदैव प्रवाहित होता रहा है। छत्तीसगढ़ की पावन माटी आज भी उस स्नेह और श्रद्धा को संजोए हुए है, जिससे माता कौशल्या ने अपने पुत्र को संस्कारित किया। यह वही धरती है जहां श्रीराम ने अपने वनवास के समय अपार प्रेम और सम्मान पाया, यहाँ का एक एक कण आज भी भांचा राम और माता कौशल्या की अनुपम गाथा को संजोए हुए है।
उल्लेखनीय है कि श्री कृष्ण जन्मोत्सव का पर्व अयोध्या में अत्यंत भव्य तरीके से मनाया गया। प्रभु श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के पश्चात यह पहली जन्माष्टमी है, जिसे लेकर श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह और उमंग देखा गया। जन्मोत्सव के लिए मंदिर की रंग-बिरंगे फूलों से आकर्षक सजावट के साथ ही भोग के लिए पंजीरी, पंचामृत और अनेकों व्यंजन तैयार किये गये। इस पावन अवसर पर कीर्तन, भजन का आयोजन भी किया गया। -
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रायपुर : जशपुर जिले के ग्राम पंचायत तामासिंघा, बंदरचुआं और आश्रित ग्रामों के पंचों तथा ग्रामीणों के वार्षिक भ्रमण में अब एक नई जगह जुड़ गई है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के गृह ग्राम बगिया के आसपास के गांवों से वार्षिक भ्रमण पर राजधानी रायपुर पहुंचे ग्रामीणों ने गांव लौटने से पूर्व यात्रा के अंतिम पड़ाव में मुख्यमंत्री निवास पहुंचकर उनसे मुलाकात की। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से अपनी यात्रा के बारे में रोचक बातें साझा की। मुख्यमंत्री ने सभी का हालचाल जाना और बारिश, खेती-किसानी सहित गांव से जुड़ी ढेर सारी बातें की। इस मौके पर ग्राम तामासिंघा के सरपंच श्री संकेत साय पैंकरा भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री श्री साय सभी से बड़ी आत्मीयता से मिले। इस मौके पर उन्होंने कहा कि इस साल अच्छी बारिश हुई है और पैदावार भी अच्छी होगी। श्री साय ने कहा कि कुनकुरी और आसपास के क्षेत्रों में पानी की समस्या रहती है, इसके लिए सिंचाई और पेयजल परियोजनाओं पर काम हो रहा है। आने वाले समय में सिंचाई के साथ अन्य समस्याएं भी दूर हो जाएगी।मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों को सामुदायिक भवन के स्वीकृति की जानकारी दी और बच्चों के खेलकूद के लिए जरूरी अधोसंरचना उपलब्ध कराने की बात कही।
ग्रामीणों ने भी मुख्यमंत्री के सामने आत्मीयता से अपनी बातें रखी। यात्रा के बारे में बताया, गांव के बारे में जानकारी दी और कुछ समस्याएं भी रखीं। ग्रामीण अपनी बात उनसे ऐसे साझा कर रहे थे, मानों गांव के अपने किसी साथी को बता रहे हों। ग्रामीणों ने बताया कि श्री साय शुरू से ही ऐसे है, वें कहीं भी रहें उनका अपने क्षेत्र और क्षेत्रवासियों से हमेशा ऐसा ही लगाव रहा है। सांसद रहते हुए भी क्षेत्र के विकास के लिए जुटे रहे और उनका यह स्वभाव आज भी नहीं बदला है। हमने उनका संघर्ष देखा है और आज जब वो प्रदेश के मुखिया है, यह बात हमें गौरव से भर देती है।
गौरतलब है कि तामासिंघा और आसपास के ग्राम पंचायत के सभी पंच अपने परिजनों के साथ प्रतिवर्ष प्रदेश के विभिन्न इलाकों के भ्रमण पर निकलते है। इसी कड़ी में पंचों के प्रतिनिधिमंडल ने अपने परिजनों के साथ इस वर्ष मां बम्लेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़, राजधानी रायपुर के मंत्रालय, शहीद वीर नारायण सिंह स्टेडियम, जंगल सफारी, राम मंदिर और पुरखौती मुक्तांगन का भ्रमण किया।इस मौके पर श्री सायनंदन राम, श्रीमती सुचिता लकड़ा, सचिव श्री अनुराग तिवारी, श्रीमती लिवावती बाई सहित अन्य जनप्रतिनिधि और ग्रामीण जन उपस्थित थे। -
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नन्हें राधा-कृष्णों की अठखेलियों से गुलजार हुआ मुख्यमंत्री निवास
पूजा के बाद मुख्यमंत्री ने अपने हाथों से दिया सभी बच्चों को प्रसाद
जन्माष्टमी पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने श्रीकृष्ण की पूजा कर प्रदेश की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की
रायपुर : कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर आज भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मुख्यमंत्री निवास में धूमधाम से मनाया गया। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इस बार जन्माष्टमी अपने निवास पर दिव्यांग बच्चों के साथ मनाई। राधा और कृष्ण का रूप धरे रायपुर के तीन दिव्यांग संस्थाओं के 25 बच्चों की अठखेलियों से आज शाम मुख्यमंत्री निवास गुलजार रहा।मुख्यमंत्री श्री साय ने इन बच्चों के साथ भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना की और प्रदेश की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की। उन्होंने पालने में बाल गोपाल के रूप में बिराजे दिव्यांग बालक रूद्र की पूजा कर झूला भी झुलाया। उन्होंने प्रदेशवासियों को कृष्ण जन्माष्टमी की बधाई और शुभकामनाएं दीं।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने पूजा के बाद सभी बच्चों को खुद अपने हाथों से प्रसाद वितरित किया। उन्होंने बच्चों को अपनी गोद में लेकर दुलारा और बातकर उनकी पढ़ाई-लिखाई के बारे में भी पूछा। रायपुर के शासकीय दृष्टि एवं श्रवण बाधितार्थ विद्यालय मठपुरैना तथा माना के अस्थिबाधित बालगृह और बहु-दिव्यांग बालगृह के बच्चे मुख्यमंत्री निवास में आयोजित कृष्ण जन्माष्टी कार्यक्रम में शामिल हुए। संवेदनशील मुख्यमंत्री श्री साय ने आज का पावन दिन इन बच्चों के साथ साझाकर उनके त्यौहार को खास बना दिया।उन्होंने इस मौके पर कहा कि इन बच्चों के साथ भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाना और उनकी पूजा करना मेरे लिए अत्यंत सुखद और गर्व का विषय है। प्रदेश के अन्य बच्चों की तरह ये बच्चे भी हमारे समाज का अभिन्न हिस्सा हैं। हम इनकी बेहतर परवरिश, शिक्षा-दीक्षा और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए सदैव प्रतिबद्ध हैं।