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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
छत्तीसगढ़ के सफल नक्सल ऑपरेशन पर केंद्रीय गृह मंत्री ने की तारीफ
देश के नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की हुई बैठक
हथियार छोड़ मुख्यधारा से जुड़े युवा - केंद्रीय गृह मंत्री श्री शाह
रायपुर : देश के नक्सल प्रभावित राज्यों में जारी नक्सलवाद के खिलाफ चल रहे अभियानों पर एक अहम बैठक आज नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने की, जिसमें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और अन्य नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने हिस्सा लिया।
इस महत्वपूर्ण बैठक का केंद्र बिंदु छत्तीसगढ़ का हाल ही में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ नक्सल विरोधी ऑपरेशन था, जिसमें राज्य की पुलिस ने 31 नक्सलियों को ढेर किया। इस ऑपरेशन में छत्तीसगढ़ पुलिस की कुशल रणनीति और राज्य सरकार की योजनाओं की सफलता पर विशेष चर्चा की गई। बैठक में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री श्री नित्यानंद राय तथा छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा भी उपस्थित थे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस ऑपरेशन में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और उनकी टीम के प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इस वर्ष जनवरी से लेकर अब तक छत्तीसगढ़ के सुरक्षा बलों ने लगभग 194 नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराए हैं। वहीं 801 नक्सली गिरफ्तार हुए एवं 742 नक्सलियों ने आत्म समर्पण किया है। उन्होंने कहा आज भी जो युवा नक्सलवाद में लिप्त है उनसे आग्रह है कि हथियार छोड़ कर मुख्य धारा से जुड़े। सभी राज्यों ने आपके पुनर्वास के लिए बेहतर योजनाएं बनाई हैं उसका फायदा लीजिए।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बैठक में नक्सल ऑपरेशन की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैसे राज्य पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने महीनों की मेहनत और प्लानिंग के बाद इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। ऑपरेशन में करीब 1000 जवान शामिल थे, जिन्होंने 15 किलोमीटर के दायरे में स्थित गवाड़ी पहाड़ को घेरकर 31 नक्सलियों को ढेर किया। इस ऑपरेशन में कई बड़े नक्सली नेता मारे गए, जिनमें 16 पर कुल 1 करोड़ 30 लाख का इनाम घोषित था। मुठभेड़ में 18 पुरुष और 13 महिला नक्सली मारे गए।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने प्रेजेंटेशन में बताया कि कैसे राज्य की पुलिस फोर्स ने सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया।
मुख्यमंत्री ने बैठक में केवल ऑपरेशन की सफलता पर ही नहीं, बल्कि राज्य में चल रहे विकास कार्यों पर भी विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि “नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास कार्यों की गति बढ़ाई गई है। हम निरंतर गाँवों तक बुनियादी सुविधाएँ पहुंचा रहे हैं, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, और महिला सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।” श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के लगातार मिल रहे मार्गदर्शन में हमने माओवादियों के कोर को तोड़ा। ऐसे एरिया में हमने 32 नये कैम्प स्थापित किये हैं, जिसे वो अपनी राजधानी तक कहते थे। उनकी बटालियन के कमांडर हिड़मा के गाँव में भी हमने कैंप स्थापित किया और उसकी माँ को भी स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध कराई।
भविष्य की योजनाओं और लक्ष्य की दी जानकारी
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ सरकार की आगे की योजनाओं पर भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार का मुख्य लक्ष्य नक्सलियों के बचे हुए गढ़ों को समाप्त करना और इन इलाकों में स्थाई शांति और विकास सुनिश्चित करना है। निकट भविष्य में, दक्षिण बस्तर में 29 नए सुरक्षा कैंपों की स्थापना की जाएगी, ताकि नक्सलियों के प्रभाव को खत्म किया जा सके।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा केंद्र हरसंभव सहायता के लिए प्रतिबद्ध
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में हुए सफल ऑपरेशन की तारीफ करते हुए अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों से आग्रह किया कि वे भी छत्तीसगढ़ की खुफिया तकनीकी और आपसी समन्वय के आधार पर अपने अपने राज्यों में ऑपरेशन को अंजाम दे सकते हैं। गृह मंत्री ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ सहित अन्य नक्सल प्रभावित राज्यों को हर संभव सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध है और राज्य में विकास कार्यों में तेजी लाने के लिए पूरा समर्थन देगी। -
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108 जल संरचनाओं से एकत्र जल का किया अर्पण
प्रदेश के सुख समृद्धि और खुशहाली की कामना की
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज जल जगार महोत्सव में गंगरेल बांध की विशाल जलराशि के बीच भगवान शिव की प्रतिमा में जल अभिषेक किया। उन्होंने 108 चयनित जल संरचनाओं से लाए गए पानी को शिव जी की प्रतिमा पर अर्पण किया। इसके माध्यम से 108 जल संरचनाओं के पानी को महानदी में मिलाया गया। इससे जल बचाव एवं प्रकृति संरक्षण का संदेश दिया गया।जल अभिषेक संकेत के रूप में वर्षा जल जो जहाँ भी गिरे और जब भी गिरे, उसे इकट्ठा करने और भूमिगत जल तालिकाओं और नदियों को फिर से भरने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। जिले में पिछले कुछ वर्षों में, सामूहिक रूप से कई संरक्षण संरचनाएँ बनाई गई हैं। जल जगार महोत्सव में रूद्राभिषेक कार्यक्रम अंतर्गत जिले में चारों विकासखंडों में जल संरक्षण हेतु निर्मित किये गये 108 जल संरचनाओं, जिसमें अमृत सरोवर, जलाशय, पारम्परिक एवं ऐतिहासिक तालाब, परकोलेशन टैंकों से जल लाकर गंगरेल बांध में भगवान शिवजी की प्रतिमा में अभिषेक किया गया।ताकि जल को धार्मिकता से जोड़ते हुए लोगों को जल संरक्षण हेतु जागरूक व प्रोत्साहित किया जा सके। इसके पश्चात मुख्यमंत्री श्री साय ने महानदी की महाआरती भी की। पंडितो ने विधि विधान से महानदी की आरती करने में सहयोग किया। जीवन देने वाली महानदी की वंदना एवं अनुष्ठान प्रकृति को जीवित रखने वाली नदियों की रक्षा और उनका संवर्धन करने की सामूहिक प्रतिज्ञा का प्रतीक है। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने नवरात्रि के पावन अवसर पर आज विधि विधान के साथ पूजा-अर्चना कर नवा रायपुर में नवनिर्मित नए मुख्यमंत्री निवास में गृहप्रवेश किया। मुख्यमंत्री ने अपनी धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या देवी साय के साथ मंत्रोच्चार और शंख ध्वनि के बीच पूजा-अर्चना की। उन्होंने अपनी माता श्रीमती जसमनी देवी से आशीर्वाद ग्रहण कर गृह प्रवेश किया।
इस अवसर पर राज्यपाल श्री रमेन डेका उनकी धर्मपत्नी श्रीमती रानी डेका काकोटी, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम, वन मंत्री श्री केदार कश्यप, खाद्य मंत्री श्री दयाल दास बघेल, उद्योग मंत्री श्री लखन लाल देवांगन, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े,राजस्व मंत्री श्री टंक राम वर्मा, सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, पूर्व राज्यपाल श्री रमेश बैस सहित अनेक विधायक और जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। गृहप्रवेश कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों ने मुख्यमंत्री को बधाई और शुभकामनाएं दी। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से आज यहाँ नवा रायपुर सेक्टर 24 स्थित निवास में रायपुर रास 2024 के आयोजकों ने सौजन्य मुलाकात की। उन्होंने मुख्यमंत्री को 08 एवं 09 अक्टूबर को बलबीर सिंह जुनेजा इंडोर स्टेडियम में आयोजित दो दिवसीय रास गरबा के लिए आमंत्रित किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने आयोजकों को आमंत्रण के लिए धन्यवाद दिया एवं आयोजन के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर श्री सार्थक शर्मा, श्री भावेश शर्मा एवं आयोजकगण भी उपस्थित रहे। -
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विदेशी मेहमानों को खूब पसंद आया जल सुधार की ई-बाल तकनीक
रायपुर : धमतरी में जल-जगार महा उत्सव के दौरान आयोजित अंतरास्ट्रीय जल सम्मेलन में छत्तीसगढ़ में बने जल शुद्धिकरण की जैविक तकनीक ई-बाल को मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने सराहा। उन्होंने जल शुद्धिकरण की इस अभिनव तकनीक को आज की आवश्यकता बताया। साथ अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में आये विदेशी जल विशेषज्ञों को खूब पसंद आया, उन्होंने इस तकनीक को बारीकी से समझा और इस पर काम करने में दिलचस्पी दिखाई। जल जगार महोत्सव में पानी शुद्धिकरण की इस तकनीक का जीवंत प्रदर्शन महोत्सव स्थल पर किया गया था जहां पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय एवं अतिथियों ने भी इस तकनीक को समझा और सराहा।
क्या है ई-बाल तकनीक
ई-बाल बैक्टीरिया और फंगस का मिश्रण है जिसे लाभदायक सूक्ष्मजीवों के द्वारा कैलिशयम कार्बोनेट के कैरियर के माध्यम से जैव-प्रौद्योगिकी वैज्ञानिक डॉ प्रशान्त कुमार शर्मा के द्वारा 13 वर्षो के अनुसंधान के बाद बनाया गया है। ई-बाल 4.0 से 9.5 पीएच और 10 से 45 डिग्री सेल्शियस तापमान पर सक्रिय होकर काम करता है। ई-बाल में मौजूद लाभदायक सूक्ष्मजीव नाली या तालाब के प्रदूषित पानी में जाते ही वहां उपलब्ध ऑर्गेनिक अवशिष्ट से पोषण लेना चालू कर अपनी संख्या में तेजी से वृद्धि करते है तथा पानी को साफ करने लगते है।
एक ई-बाल करीब 100 से 150 मीटर लंबी नाली को साफ कर देती है औसतन एक एकड़ तालाब के जल सुधार के लिए 800 ई-बाल की आवश्यकता होती है। खास बात यह है कि ई-बाल के प्रयोग से पानी मे रह रहे जलीय जीवों पर इसका कोई भी साइड इफ़ेक्ट नही होता है, इसके प्रयोग से पानी के पीएच मान, टीडीएस और बीओडी स्तर में तेजी से सुधार होता है। वर्तमान में छत्तीसगढ़ समेत मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, उत्तरप्रदेश, झारखंड, पंजाब, राजस्थान और दिल्ली के कई तालाबों में इसका सफल प्रयोग चल रहा है। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने दंतेवाड़ा प्रवास के दौरान सर्किट हाऊस परिसर में एक पेड़ मां के नाम अभियान के अंतर्गत केसर आम का पौधा लगाया। इस दौरान छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. रमनसिंह ने आम एवं वन मंत्री श्री केदार कश्यप ने नारियल का पौधा लगाया। इस अवसर पर सांसद बस्तर श्री महेश कश्यप ने बादाम एवं विधायक श्री चैतराम अटामी द्वारा कटहल का पौधा लगाया गया।
उल्लेखनीय है कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर एक पेड़ माँ के नाम अभियान के अंतर्गत लगातार पौधरोपण किया जा रहा है। इसी क्रम में दंतेवाड़ा जिले में अब तक 12 लाख से अधिक पौधे लगाए गए हैं। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने नारायणपुर-दंतेवाड़ा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में सुरक्षाबल के जवानों की नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में बड़ी संख्या में नक्सलियों के मारे जाने पर पुलिसबल के जवानों को मिली सफलता के लिए बधाई दी है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि जवानों को मिली यह बड़ी कामयाबी सराहनीय है। उनके हौसले और अदम्य साहस को मैं नमन करता हूं। नक्सलवाद के खात्मे के लिए शुरू हुई हमारी लड़ाई अब अपने अंजाम तक पहुंचकर ही दम लेगी, इसके लिए हमारी डबल इंजन की सरकार दृढ़ संकल्पित है। प्रदेश से नक्सलवाद का खात्मा ही हमारा लक्ष्य है। नक्सलवाद के खात्मे तक हमारी यह लड़ाई जारी रहेगी।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि आज नारायणपुर-दंतेवाड़ा की सीमा में स्थित अबूझमाड़ क्षेत्र में हमारे सुरक्षा बलों के जवानों और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई है, सर्चिंग में अभी तक 28 नक्सलियों के मारे जाने की जानकारी प्राप्त हुई है। सर्चिंग में एके-47 सहित कई हथियार मिले हैं । मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मैं समझता हूं कि छत्तीसगढ़ में यह अब तक का सबसे बड़ा नक्सल ऑपरेशन हुआ है। इसके लिए मैं अपने जवानों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं और उनके साहस को मैं नमन करता हूं ।
उन्होंने कहा कि हम पहले से ही माओवादियों को कहते आए हैं कि वे हिंसा का रास्ता छोड़ दें और विकास की मुख्य धारा से जुड़ें। अब हम लोग डबल इंजन सरकार के कारण मजबूती से नक्सलियों से लड़ रहे हैं। माओवाद अपनी अंतिम सांस गिन रहा है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आज मैं बीजापुर के दौर पर था, जहां नक्सल हिंसा पीड़ित लोगों से मुलाकात की। आज इस घटना के बाद शायद उनका विश्वास और अधिक बढ़ गया होगा। निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ में माओवाद समाप्ति की ओर अग्रसर है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह विगत 9 महीने में नक्सलवाद की समीक्षा हेतु दो बार छत्तीसगढ़ आ चुके हैं और उनका संकल्प है कि मार्च 2026 तक पूरे देश से नक्सलवाद समाप्त हो जाए। उनकी सोच के अनुरूप हमारे जवान छत्तीसगढ़ में भी माओवादियों से मुकाबला कर रहे हैं। -
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रायपुर : धमतरी के गंगरेल जलाशय में 5 एवं 6 अक्टूबर को जल जगार महोत्सव आयोजन होगा। समारोह के शुभारंभ अवसर पर 5 अक्टूबर को आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय मुख्य अतिथि होंगे। मुख्यमंत्री श्री साय इस मौके पर 87 करोड़ 25 लाख 77 हजार रूपये की लागत वाले कुल 49 कार्यों का लोकार्पण एवम भूमिपूजन करेंगे। इनमें 65 करोड़ 84 लाख 91 हजार रूपये के 33 कार्यों का लोकार्पण और 21 करोड़ 40 लाख 86 हजार रूपये के 16 कार्यों का शिलान्यास शामिल है।
मुख्यमंत्री द्वारा लोकार्पित किए जाने वाले कार्यों में नगरपालिक निगम धमतरी के तहत 30 करोड़ 94 लाख 49 हजार रूपये के 4 कार्य, लोक निर्माण विभाग के तहत 26 करोड़ 39 लाख 33 हजार रूपये के 4 कार्य, विद्युत विभाग के 4 करोड़ 20 लाख 8 हजार रूपये के 2 कार्य, स्वास्थ्य विभाग के तहत एक करोड़ 52 लाख 73 हजार रूपये के 6 कार्य, जनपद पंचायत नगरी के तहत एक करोड़ 39 लाख 88 हजार रूपये के 9 कार्य, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग के तहत एक करोड़ 13 लाख 40 हजार रूपये के 5 कार्य और जनपद पंचायत धमतरी के तहत 25 लाख रूपये की लागत के 3 कार्य शामिल हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय द्वारा 21 करोड़ 40 लाख 86 हजार रूपये के 16 कार्यों का शिलान्यास किया जाएगा,जिनमें लोक निर्माण विभाग के तहत 7 करोड़ 41 लाख 96 हजार रूपये के 2 कार्य, नगरपालिक निगम धमतरी के अंतर्गत 6 करोड़ 37 लाख 14 हजार रूपये के 3 कार्य, जल संसाधन संभाग धमतरी कोड 90 के तहत 4 करोड़ 40 लाख 62 हजार रूपये के 2 कार्य, हाउसिंग बोर्ड के तहत एक करोड़ 86 लाख 53 हजार रूपये के एक कार्य, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग के तहत 93 लाख 48 हजार रूपये के 4 कार्य, जनपद पंचायत धमतरी के 25 लाख रूपये के 3 कार्य और क्रेडा के तहत 16 लाख 13 हजार रूपये की लागत वाला एक कार्य शामिल है। -
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स्पष्ट लक्ष्य के साथ कामयाब व्यक्तित्व विकास के लिए करें पढ़ाई: वित्त मंत्री श्री चौधरी
प्रयोगशाला निर्माण हेतु 20 लाख एवं पुस्तकों के लिए 2 लाख रुपये की घोषणा
प्रतियोगी परीक्षाओं एवं शासन की छात्रोपयोगी योजनाओं से संबंधित कैरियर मार्गदर्शिका पुस्तक का किया वितरण
रायपुर : वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी आज रायगढ़ प्रवास के दौरान विकास खंड पुसौर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के औचक निरीक्षण में पहुंचे। वित्त मंत्री श्री चौधरी ने स्कूल का भ्रमण कर विद्यालय के मूलभुत सुविधाओं की जानकारी ली। यहां उन्होंने विद्यालय में प्रयोगशाला निर्माण के लिए 20 लाख रूपये तथा पुस्तकालय के पुस्तकों हेतु 2 लाख रुपये की घोषणा की।
वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आने वाले चार से पांच वर्ष आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। अपने लिए स्पष्ट लक्ष्य बनाकर कामयाबी हासिल करने के लिए पढ़ाई करें, ताकि आपका भविष्य बन सके। उन्होंने कहा कि आज के दौर प्रतिस्पर्धा का दौर है, शुरूआती असफलताओं से निराश और हताश न होकर अपने लक्ष्य पर ध्यान केन्द्रित करें। बड़ी सोच और रणनीति बनाकर पढ़ाई करें, तभी लक्ष्य की प्राप्ति होगी। उन्होंने कहा कि आज भारत विकासशील से विकसित राष्ट्र की ओर अग्रसर हो रहा है।
यहां अलग-अलग क्षेत्र में कैरियर के विभिन्न अवसर तैयार हो रहे है। आपको उस अवसर को प्राप्त करने के लिए तैयार होना होगा। उन्होंने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों पर चर्चा कर करते हुए टिप्स के साथ ही कैरियर के विभिन्न विकल्प की जानकारी भी दी। उन्होंने विद्यार्थियों से अपने जीवन के संघर्ष एवं अनुभव भी साझा किए। इस अवसर पर श्री भरत षडंगी, श्री विलीस गुप्ता, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी पुसौर श्रीमती ए.बी. केरकेट्टा, सहित पुसौर नगर पंचायत के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
कैरियर मार्गदर्शिका का किया वितरण
वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने उच्च शिक्षा, छात्रवृत्ति, शासकीय नौकरी के लिए आयोजित प्रतियोगी परीक्षाओं एवं शासन की छात्रोपयोगी योजनाओं से संबंधित कैरियर मार्गदर्शिका पुस्तक का वितरण किया। उन्होंने कहा कि कैरियर मार्गदर्शिका आपको उच्च शिक्षा से संबंधित जिज्ञासा के साथ सामान्य ज्ञान को पूर्ण करने में सहायक होगी। -
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मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ हरित शिखर सम्मेलन का किया शुभारंभ
एक पेड़ मां के अभियान के तहत छत्तीसगढ़ ने पूरा किया 4 करोड़ पेड़ लगाने का लक्ष्य
जलवायु परिवर्तन से निपटने छत्तीसगढ़ में हो रहा है बेहतर काम
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि पर्यावरण संकट और जलवायु परिवर्तन वर्तमान में राष्ट्रीय चिंतन का विषय बन गया है। जलवायु परितर्वतन हाल के वर्षों में दुनिया की सबसे बड़ी चुनौती बनकर उभरी है। हम सभी को मिलकर इस समस्या से निपटने के लिए सहभागिता निभानी होगी। मुख्यमंत्री आज राजधानी रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय सभागार में आयोजित प्रथम संस्करण छत्तीसगढ़ हरित शिखर के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने पर्यावरण शोध पर आधारित संक्षेपिका का विमोचन भी किया।मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने जलवायु परिवर्तन पर अपनी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इस वर्ष देश में गर्मी ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। राजधानी दिल्ली में तापमान 52.3 डिग्री तक पहुंच गया था। जलवायु परिवर्तन ने भारत ही नहीं वन पूरे दुनिया में दस्तक दी है। दुबई जैसे रेगिस्तानी इलाके में अत्यधिक बारिश होने से पूरा शहर बाढ़ की चपेट में आ गया। उन्होंने कहा कि आज क्लाइमेट चेंज दुनिया में सबसे बड़ी चुनौती है और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत पहले से ही इस समस्या के बारे में वैश्विक जगत को आगाह किया था।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश का 44 प्रतिशत हिस्सा वनाच्छादित है और हम इसे सहेजने का काम गंभीरता के साथ कर रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत 4 करोड़ वृक्ष लगाने का जो लक्ष्य रखा गया था, वह हमने पूरा कर लिया है। हाल ही में हमने गुरु घासीदास-तमोर पिंगला को टाइगर रिजर्व बनाने की पहल की है। इसके माध्यम से वन्यजीवों के संरक्षण और पर्यावरण के संवर्धन में भी बड़ी मदद मिलेगी और यह देश का तीसरा सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में रिन्यूएबल एनर्जी की दिशा में भी हम लगातार काम कर रहे हैं। भारत में 200 गीगावॉट रिन्यूएबल एनर्जी का उत्पादन हो रहा है। वर्ष 2030 तक इसे बढ़ाकर 500 गीगावॉट करने की योजना है, इस लक्ष्य को पाने के लिए प्रदेश भी सहभागी होगा।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए छत्तीसगढ़ में अनेक कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। वृक्षारोपण को बढ़ावा देने के लिए हम किसान वृक्ष मित्र योजना, ग्रीन क्रेडिट योजना का क्रियान्वयन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने नवा रायपुर में पीपल फॉर पीपल अभियान की शुरुआत की है, जिसके तहत हजारों पीपल के पेड़ लगाए गए हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे सम्मेलनों के आयोजन से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कार्य तेजी से आगे बढ़ेंगे और विषय विशेषज्ञों की मदद से स्वच्छ पर्यावरण के लक्ष्य को प्राप्त करने में हम कामयाब होंगे।
वन मंत्री श्री केदार कश्यप ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि दुनिया ने बहुत तरक्की कर ली है। हर क्षेत्र में हम आगे बढ़े लेकिन प्रकृति से हमने दूरी बना ली। हमने प्रकृति का साथ छोड़ा है, हम विकृति की ओर बढ़ने लगे हैं। श्री कश्यप ने कहा कि हमने साधनों का दुरुपयोग करना शुरू कर दिया है और अपने अस्तित्व को चुनौती देने का काम कर रहे हैं। वन मंत्री श्री कश्यप ने जलवायु परिवर्तन सहित पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन के उद्देश्य से राज्य शासन की आगामी कार्य योजनाओं और प्रयासों की जानकारी दी।
प्रज्ञा प्रवाह के अखिल भारतीय संयोजक श्री जे. नन्दकुमार ने कहा कि भारतीय संस्कृति को आरण्यक संस्कृति कहा गया है। भारतीय संस्कृति का आदर्श रूप वनवासियों के जीवन में हमें दिखता है। हमारे लोक जीवन और लोक परंपराओं में प्रकृति और मानव के बीच संबंध के अनेक सुंदर उदाहरण देखने को मिलते हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में ग्रीन समिट का मोटो परस्पर जीना अर्थात सह अस्तित्व होना चाहिए। हमें पंचभूत को अपना मानकर इसकी रक्षा करनी चाहिए। भारतीय परंपरा में इन्हें ईश्वर का दर्जा भी दिया गया है। उन्होंने कहा कि हमें पेड़ लगाना, पानी बचाना, वायु को दूषित न करना और पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने के लिए कार्य करना चाहिए, यह हम सब की जिम्मेदारी है।पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के राष्ट्रीय समन्वयक श्री गोपाल आर्य ने कहा कि छत्तीसगढ़ की समृद्ध जैव विविधता और पर्यावरण के प्रति जागरूकता के लिए छत्तीसगढ़ ग्रीन समिट महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी ने प्रकृति और पर्यावरण के मध्य संबंधों को प्रभावित किया है। हमें संबंधों को परस्पर जीने के उद्देश्य से पुनः स्थापित करना है।
कार्यक्रम में वन बल प्रमुख श्री व्ही. श्रीनिवास राव ने स्वागत उद्बोधन दिया। एमिटी यूनिवर्सिटी के कुलपति श्री पीयूषकांत पांडे ने आभार व्यक्त किया। कर्याक्रम में बोटेनिकल सर्वे ऑफ इंडिया के निदेशक डॉ. असीसो माओ, एनआईटी रायपुर के डायरेक्टर श्री एन व्ही रमन्ना राव, पद्मश्री जागेश्वर यादव, एमिटी वाटर वूमेन ऑफ इंडिया सुश्री क्षिप्रा पाठक सहित गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। -
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दुर्घटना होने पर चलने-फिरने में थे असमर्थ, ट्राई सायकल मिलने पर राह हुई आसान
रातु राम ने मुख्यमंत्री का जताया आभार
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की पहल पर जशपुर जिले के कुनकुरी निवासी श्री रातु राम को तत्काल ट्राई सायकल प्रदान किया गया है। श्री रातु राम पांच साल पहले एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए थे, तब से वे चलने-फिरने में असमर्थ थे। दुर्घटना के बाद से उनकी जिंदगी कठिन हो गई थी और वे अपने रोजमर्रा के कामों को करने में असमर्थ थे। इस समस्या के समाधान के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय, बगिया में जाकर मुख्यमंत्री श्री साय से गुहार लगाई थी।
श्री रातु राम ने अपनी समस्या रखते हुए मुख्यमंत्री से मदद की अपील की, जिस पर सीएम कैंप कार्यालय बगिया ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें ट्राई सायकल प्रदान करने के निर्देश दिए। ट्राई सायकल मिलने के बाद श्री रातु राम अब आसानी से अपने दैनिक कार्यों को पूरा कर पा रहे हैं और उनका जीवन फिर से सामान्य हो रहा है।उन्होंने इस मदद के लिए मुख्यमंत्री श्री साय के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि उनकी सहायता ने उन्हें एक नई उम्मीद दी है। इस पहल से स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री जनता की समस्याओं को सुनने और उनका समाधान करने के प्रति गंभीर हैं। इस घटना से जरूरतमंद लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिलने का भरोसा और भी मजबूत हुआ है। -
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मुख्यमंत्री भगवान महाराजा अग्रसेन जयंती महोत्सव-2024 में हुए शामिल
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज यहां राजधानी रायपुर के छोकरा नाला स्थित श्री अग्रसेन धाम में भगवान महाराजा अग्रसेन जयंती महोत्सव-2024 में शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराजा अग्रसेन ने समानता और भाईचारे के साथ समाज को आगे बढ़ाने का महान कार्य किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने अग्रसेन जयंती के अवसर पर श्री अग्रसेन धाम के द्वितीय तल का लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सभी को महाराजा अग्रसेन जयंती और नवरात्रि पर्व की बहुत-बहुत बधाई। अग्रवाल समाज हर क्षेत्र में अग्रणी रहने वाला समाज है। चाहे वह सेवा का क्षेत्र हो या शिक्षा और व्यापार की बात हो, हर क्षेत्र में अग्रवाल समाज ने महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि कोई भी समाज अपनी संस्कृति और अपनी अर्थव्यवस्था के बल पर आगे बढ़ता है। इन दोनों के संतुलन से ही वास्तविक उन्नति होती है। महाराजा अग्रसेन जी ने यही शिक्षा हम सभी को दी है। उन्होंने जहां व्यापार और आर्थिक विकास के सिद्धांत हमें दिए, वहीं वैदिक धर्म, संस्कृति और आदर्शों का पालन करते हुए समाज के सभी वर्ग के लोगों की उन्नति के लिए समान अवसरों के निर्माण पर भी उन्होंने जोर दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराजा अग्रसेन ने समाज में समानता, भाईचारे और न्याय की स्थापना के लिए जो आदर्श प्रस्तुत किए, वे आज भी हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। उनके आदर्शों पर चलते हुए अग्रवाल समाज के लोगों ने अपने व्यापार-व्यवसाय में ऊंची सफलता हासिल करते हुए देश के आर्थिक विकास में भी अपना उत्कृष्ट योगदान दिया है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मेरा यह सौभाग्य रहा कि अपने सार्वजनिक जीवन मे मुझे हमेशा अग्रवाल समाज के लोगों के बीच रहने का मौका मिला। केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में कार्य करते हुए मैंने देखा कि उद्योग-धंधों से जुड़े जिन लोगों से मिलने का अवसर मिलता था, उनमें अधिकांश लोग अग्रवाल समाज से होते थे।
अग्रवाल समाज एक परोपकारी समाज है। इस समाज द्वारा सभी के परोपकार के लिए बहुत से कार्य किये जाते हैं । चाहे वह धर्मशाला निर्माण हो या स्कूल-अस्पताल बनवाना, सेवा के हर कार्य में अग्रवाल समाज अग्रणी रहता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार को कार्य करते हुए अभी 9 महीने हुए हैं। उद्योग-धंधों का विकास हमारी प्राथमिकता है। छत्तीसगढ़ राज्य हर मामले में बहुत समृद्ध है, यहां उद्योगों की बहुत सम्भावना है। अग्रवाल समाज से मेरा आग्रह है कि वे उद्योगों के विकास के लिए अपना पूरा योगदान दें। उद्योगों के विकास से रोजगार सृजन में तेजी आएगी। प्रदेश के युवाओं को उद्योगों के हिसाब से स्किल डेवलपमेंट कर रोजगार से जोड़ने की दिशा में हम आगे बढ़ रहे हैं। हमारी सरकार द्वारा नई उद्योग नीति के माध्यम से अधिक से अधिक सहूलियत उद्योगों को प्रदान की जा रही है। हम सिंगल विण्डो सिस्टम द्वारा उद्योग-धंधों को बढ़ावा दे रहे हैं। अग्रवाल समाज को इनका लाभ उठाना चाहिए।
सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि अग्रवाल समाज का भारत की प्रगति में उल्लेखनीय योगदान है। अग्रवाल समाज धर्म की रक्षा और परिवार-व्यवस्था के लिए जाना जाता है। अग्रवाल समाज द्वारा समाजसेवा के कई कार्य किये जाते हैं। समाज की सेवा करना बहुत जरूरी है। आज परिवार को जोड़ कर चलने की जरूरत है। ये संस्कार नई पीढ़ी तक पहुंचाना जरूरी है।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले अग्रवाल समाज के लोगों को सम्मानित किया। उन्होंने महाराजा अग्रसेन की जीवनगाथा का विमोचन किया।
इस अवसर पर रायपुर सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, बसना के विधायक श्री सम्पत अग्रवाल, श्री निर्मल अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में अग्रवाल समाज के लोग उपस्थित रहे। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के राजपुर में धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान के शुभारंभ के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मंच से कई प्रमुख घोषणाएं की -
- नरसिंहपुर से मरकाडाड़ के मध्य महान नदी में पुल निर्माण की घोषणा।
- हायर सेकंडरी राजपुर के लिए नवीन भवन निर्माण की घोषणा।
- राजपुर ब्लॉक की ग्राम पंचायत उफिया में चन्दर मुसखोर नाला में पुलिया निर्माण की घोषणा।
- राजपुर में अपर कलेक्टर लिंक कोर्ट प्रारंभ करने की घोषणा।
- पंडो जनजाति के लिए 50-50 सीटर बालक बालिका छात्रावास निर्माण की घोषणा।
- बिलासपुर और सरगुजा संभाग में प्रतिवर्ष कर्मा महोत्सव आयोजन कराने की घोषणा।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में बताया कि आज रायपुर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर आयोजित स्वच्छता ही सेवा अभियान 2024 के तहत स्वच्छता पखवाड़ा के समापन और खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी के अवसर पर उन्होंने खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के खादी वस्त्रों पर 02 अक्टूबर से 31 मार्च 2025 तक 25 प्रतिशत डिस्काउंट की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि भगवान बिरसा मुण्डा की जयंती के अवसर पर 15 नवंबर को प्रदेश के सभी जिलों में जनजातीय गौरव दिवस मनाया जाएगा।
- नरसिंहपुर से मरकाडाड़ के मध्य महान नदी में पुल निर्माण की घोषणा।
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धरती आबा से छत्तीसगढ़ के जनजातीय समुदाय होंगे लाभान्वित: मुख्यमंत्री श्री सायधरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान शुरू करने पर पीएम को दिया धन्यवादमुख्यमंत्री ने लोगों से स्वच्छता को अपनाने की अपील कीबलरामपुर-रामानुजगंज जिले के विकास के लिए 192 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का किया लोकार्पण एवं शिलान्यास
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि महात्मा गांधी का सपना था कि जनजातीय समुदाय विकास की मुख्य धारा में शामिल हो और तरक्की करें। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, महात्मा गांधी के इन्हीं सपनों को पूरा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने उक्त बातें धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के शुभारंभ अवसर पर वर्चुअली जुड़कर कही।यहां यह उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आज महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर झारखण्ड के हजारीबाग से देश के जनजातीय इलाकों एवं जनजातियों के उत्थान के लिए धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान का शुभारंभ किया गया। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय इस कार्यक्रम में बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के राजपुर से वर्चुअली शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर उक्त अभियान के देशव्यापी शुभारंभ पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को छत्तीसगढ़ के जनजातीय समुदाय की ओर से धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि इससे छत्तीसगढ़ के जनजातीय समुदाय भी लाभान्वित होंगे और उनके जीवन में नया बदलाव आएगा।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के माध्यम से 80 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान कर 65 हजार से ज्यादा गाँव और 5 करोड़ से अधिक जनजातीय लोगों के कल्याण के लिए कदम बढ़ाया है। इससे छत्तीसगढ़ के 32 जिलों के 138 विकासखण्ड़ों में स्थित 6691 गाँवों में रहने वाली 47 लाख की आबादी को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि आज छत्तीसगढ़ और जशपुर जिले के लिए गौरव का दिन है कि जशपुर जिले के बगीचा ब्लॉक की आदिवासी महिला मानकुंवर बाई को प्रधानमंत्री ने बातचीत के लिए अपने कार्यक्रम में आमंत्रित किया है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त 2014 को स्वच्छ भारत मिशन की घोषणा की और घर-घर शौचालय निर्माण कराया। उन्होंने इसे महिलाओं के सम्मान से जोड़ा। इन शौचालयों को कई राज्यों में इज्जत घर के रुप में जाना जाता है। उन्होंने कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल विहारी बाजपेयी ने जनजातीय समाज के विकास के लिए अलग राज्य का निर्माण किया और अलग से जनजाति मंत्रालय का गठन और अनुसूचित जनजाति आयोग का गठन किया।मुख्यमंत्री श्री साय ने हम सभी स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के माध्यम से 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक अभियान से जुड़े रहे। उन्होंने लोगों से स्वच्छता को आदत में शामिल करने की अपील की और कहा कि हमें अपने आसपास वातावरण को भी स्वच्छ रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने अति पिछड़े विशेष पिछड़ी जनजाति की चिंता की और प्रधानमंत्री जनमन योजना के माध्यम से जनजातीय इलाकों में मूलभूत सुविधाएं जैसे सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा सहित अन्य कल्याणकारी योजनाओं से लोगों को लाभान्वित किया जा रहा है।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारी सरकार ने शपथ लेते ही अगले दिन से राज्य के गरीबों के कल्याण के लिए काम प्रारंभ कर दिया। प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत 18 लाख आवास की स्वीकृति प्रदान की जिसकी राशि अब हितग्राहियों के खाते में आने लगी हैं और घर निर्माण प्रारंभ हो गया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने 3100 रुपये में क्विंटल में प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी, दो साल का धान के बकाया बोनस की राशि, तेंदूपत्ता प्रति मानक बोरा को 4 हजार से बढ़ाकर 5500 रुपये कर दिया। प्रदेश की 70 लाख महिलाओं के खाते में महतारी वंदन योजना से राशि दी जा रही है। विगत 9 माह के भीतर मोदी की गारंटी की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किए गए।सांसद श्री चिंतामणि महाराज ने अपने संबोधन में कहा कि यहां आदिवासी समाज के साथ ही विशेष पिछड़ी जनजाति समाज के लिए पीएम जनमन योजना के तहत मुख्यमंत्री उनके उत्थान के लिए कार्य कर रहे हैं। सरकार जनजाति उत्थान के लिए सकारात्मक कदम उठा रही है। कार्यक्रम को सामरी विधायक श्रीमती उद्देशवरी पैकरा ने भी सम्बोधित किया। इस दौरान जिले की प्रभारी एवं महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, विधायक श्री प्रबोध मिंज, श्री राजेश अग्रवाल, श्रीमती शकुंतला पोर्ते, युवा आयोग के अध्यक्ष श्री विश्व विजय सिंह तोमर सहित अन्य जनप्रतिनिधि तथा आम नागरिकगण उपस्थित थे।192 करोड़ रूपए के विकास कार्याें का लोकार्पण-शिलान्यासमुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने बलरामपुर-रामानुजगंज के राजपुर में आयोजित कार्यक्रम में 192 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाले विकास एवं निर्माण कार्यों का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। इस मौके पर उन्होंने हितग्राहियों को पीएम आवास की चाबी, श्रम पंजीयन कार्ड अंतर्गत हितग्राहियों को चेक, वन अधिकार पट्टा, आपदा पीड़ितों को सहायता राशि, टीबी मुक्त घोषित 3 ग्रामों को प्रमाण पत्र, ट्रैक्टर, पशुधन विकास विभाग अंतर्गत दो हितग्राहियों को चेक प्रदान किया गया।राजपुर में लिंक कोर्ट सहित कई घोषणाएंमुख्यमंत्री श्री साय ने सांसद एवं विधायकगणों के आग्रह पर बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के लिए अनेक विकास कार्यों की घोषणा की। उन्होंने नरसिंहपुर से मरकाडाड़ के मध्य महान नदी में पुल निर्माण, हायर सेकंडरी स्कूल राजपुर के लिए नवीन भवन का निर्माण, राजपुर ब्लॉक में उफिया में चन्दर मुसखोर नाला में पुलिया निर्माण तथा राजपुर में अपर कलेक्टर लिंक कोर्ट प्रारंभ करने की घोषणा की।बिलासपुर और सरगुजा संभाग में कर्मा महोत्सवमुख्यमंत्री ने क्षेत्र में पंडो जनजाति की बहुलता को देखते हुए पंडो जनजाति के लिए 50-50 सीटर बालक-बालिका छात्रावास निर्माण की घोषणा की और बिलासपुर और सरगुजा संभाग में प्रतिवर्ष कर्मा महोत्सव का आयोजन कराए जाने की घोषणा की। -
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कुसमी-सामरी मार्ग का 33.10 करोड़ रूपए की लागत से होगा उन्नयन
राजपुर ग्राम नवापारा और वाड्रफनगर में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के नवीन भवन का भूमिपूजन
नवापारा में 33.95 करोड़ रूपए और वाड्रफनगर में 28.96 करोड़ रूपए की लागत से होगा एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के नवीन भवन का निर्माण
16.41 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित होगी बांकी नदी व्यपवर्तन योजना
पीवीटीजी की 9 बसाहटों में पीएम जनमन योजना में बनेंगे बहुउद्देशीय केन्द्र भवन
बलरामपुर जिला चिकित्सालय में पीडियाट्रिक केयर यूनिट का लोकार्पण
बलरामपुर (तामेश्वर नगर) हवाई पट्टी का 4.07 करोड़ रूपए की लागत से होगा उन्नयन
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय द्वारा आज बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के राजपुर में आयोजित ‘धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान’ के शुभारंभ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में 192 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत के 108 विकास कार्यों का भूमिपूजन, शिलान्यास एवं लोकार्पण किया गया। उन्होंने जिलेवासियों को विकास कार्याे के लिए शुभकामनाएं दी। विकास कार्याे में 97 लाख 57 हजार रुपए के 5 कार्यों का लोकार्पण तथा 191 करोड़ 63 लाख रुपए के 103 कार्यों का भूमिपूजन शामिल है।मुख्यमंत्री ने जिले से गुजरने वाली प्रमुख सड़कों के मजबूतीकरण, राजपुर के नवापारा और वाड्रफनगर में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के नवीन भवन, स्कूल और छात्रावास के नवीन भवन के निर्माण कार्य, छात्रावास आश्रमों में अतिरिक्त कक्ष के निर्माण, जलाशयों के जीर्णोद्धार, आंगनबाड़ी भवनों के निर्माण, बलरामपुर तामेश्वर नगर हवाई पट्टी के उन्नयन के कार्यों का भूमिपूजन किया।मुख्यमंत्री ने जिन कार्यों का भूमिपूजन किया, उनमें 33.10 करोड़ रूपए की लागत से कुसमी-सामरी तक 16.60 किलोमीटर सड़क के उन्नयन एवं मजबूतीकरण का कार्य, 33.95 करोड़ रूपए की लागत से राजपुर ग्राम नवापारा में और 28.96 करोड़ रूपए की लागत से वाड्रफनगर में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के नवीन भवन का निर्माण कार्य, 14.18 करोड़ रूपए की लागत से बसंतपुर रामनगर मार्ग में 14 किलोमीटर सड़क उन्नयन का कार्य, बलरामपुर-रामानुजंगज के लरंगसाय चौक से रिंगरोड एवं पावर हाऊस से जय स्तंभ चौक, 3.81 करोड़ रूपए की लागत से भारत माता चौक से रेस्ट हाऊस एवं जय स्तंभ तक 5.825 किलोमीटर मार्ग का मजबूतीकरण, 13.16 करोड़ रूपए की लागत से जिले में अम्बिकापुर धनवार-वाराणसी मार्ग पर 11.60 किलोमीटर सड़क का उन्नयन, 4.07 करोड़ रूपए की लागत से बलरामपुर (तामेश्वर नगर) हवाई पट्टी का उन्नयन एवं सुधार कार्य, 2.16 करोड़ रूपए की लागत से बलरामपुर-रामानुजगंज के महाराजगंज-पचावल 4 किलोमीटर मार्ग का मजबूतीकरण के कार्य प्रमुख हैं।इसी प्रकार मुख्यमंत्री ने 1.21 करोड़ रूपए की लागत से बरियों में हायर सेकेण्डरी स्कूल भवन के निर्माण, 67-67 लाख रूपए की लागत से नीलकंठपुर और लुरगीखुर्द शासकीय माध्यमिक शाला भवन के निर्माण कार्य, 3 करोड़ रूपए की लागत से छात्रावास-आश्रमों में अतिरिक्त कक्ष निर्माण के 29 कार्य, 60-60 लाख रूपए की लागत से पीवीटीजी बसाहटों में पीएम जनमन योजना अंतर्गत 9 बहुउद्देशीय केन्द्र भवन के निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया। पीवीटीजी बसाहटों - शंकरगढ़ विकासखण्ड के आमाकोना ग्राम पोंड़ीखुर्द, कुसमी विकासखण्ड के ढोढ़ाचॉपी ग्राम पंचायत भुलसीखुर्द, महुआटोली ग्राम चरहु, खासपारा ग्राम पेंडारडीह, भुताही ग्राम पुन्दाग, रजुआढोढ़ी ग्राम पोंडीखुर्द, पतरापारा ग्राम भोंदना, जम्होर और शंकरगढ़ विकासखण्ड के दशनी कोरवापारा ग्राम खैरडीह में बनने वाले एक-एक बहुउद्देशीय केन्द्र भवन का भूमिपूजन किया।इसी प्रकार मुख्यमंत्री ने 2.75 करोड़ रूपए की लागत से शंकरगढ़ के धारानगर हायर सेकेण्डरी स्कूल में बालक छात्रावास निर्माण, 1.86-1.86 करोड़ रूपए की लागत से सामरी और बरियों के हायर सेकेण्डरी स्कूल में बनने वाले 50-50 सीटर बालक छात्रावास निर्माण कार्य, 39.01 करोड़ रूपए की लागत से बदौली जलाशय, करवां जलाशय, मुरका जलाशय, जगिमा जलाशय, झिक्की व्यपवर्तन योजना, खर्रा जलाशय, श्रीकोट व्यपवर्तन योजना, कोरंधा जलाशय, उलियाबांध एवं नहर के जीर्णोद्धार तथा बांकी नदी व्यपवर्तन योजना के निर्माण का भूमिपूजन किया। बांकी नदी व्यपवर्तन योजना का निर्माण 16.41 करोड़ रूपए की लागत से किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने सामरी रामानुजगंज और प्रतापपुर 4.79 करोड़ रूपए की लागत से 41 नवीन आंगनबाड़ी भवनों के निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया।
स्वास्थ्य सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए 5 कार्यों का लोकार्पण
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए 97 लाख रूपए की लागत के 5 कार्यों का लोकार्पण किया। इन कार्यों में 24 लाख रूपए की लागत से कुसमी विकासखण्ड के हर्री में निर्मित नवीन उप स्वास्थ केन्द्र भवन, जिला चिकित्सालय बलरामपुर में 25 लाख रूपए की लागत से निर्मित पीडियाट्रिक केयर यूनिट, विकासखण्ड रामानुजगंज के ग्राम बुद्धुटोला में 23 लाख रूपए की लागत से निर्मित शहरी हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर भवन, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शंकरगढ़ में 13 लाख रूपए की लागत से निर्मित 10 बिस्तरीय अतिरिक्त वार्ड और जिला चिकित्सालय बलरामपुर में 9 लाख रूपए की लागत से निर्मित मितानिन शेल्टर शामिल है।इस अवसर पर आदिमजाति कल्याण मंत्री श्री रामविचार नेताम, महिला एवं बाल विकास मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, सांसद श्री चिंतामणि महराज, विधायकगण श्री राजेश अग्रवाल, श्री प्रबोध मिंज, श्रीमती उद्देश्वरी पैकरा, श्रीमती शकुन्तला पोर्ते भी उपस्थित थीं। -
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बलरामपुर-रामानुजगंज के राजपुर में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय होंगे शामिल
राजपुर में 192 करोड़ 60 लाख रुपये के विभिन्न निर्माण कार्यों का करेंगे लोकार्पण एवं भूमिपूजन
रायपुर : प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी देश में जनजातीय बहुल गांवों के समग्र विकास के लिए 02 अक्टूबर को ‘धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान‘ का झारखण्ड के हजारीबाग से शुभारंभ करेंगे। इस मौके पर छत्तीसगढ़ के बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के राजपुर में राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और अन्य अतिथिगण शामिल होंगे। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी राजपुर में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल हांेगे।
जिला प्रशासन द्वारा प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के सीधा प्रसारण दिखाने की व्यवस्था विकासखण्ड राजपुर के शासकीय हायर सेकेण्डरी स्कूल ग्राउंड बूढ़ा बगीचा में की जा रही है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय इस मौके पर वे राजपुर में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय शिलान्यास सहित जिले में 192 करोड़ 60 लाख रूपये के 108 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन करेंगे। इस मौके पर श्री साय विभिन्न हितग्राही मूलक योजनाओं में सामग्री तथा सहायता राशि का भी वितरण करेंगे और विभिन्न विभागों द्वारा लगाई जा रही योजनाओं पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन करेंगे।
धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान में देश में आदिवासी बहुल क्षेत्रों के 63,000 गांव शामिल किया गया है, जिससे 5 करोड़ से अधिक जनजातीय लोगों को लाभ होगा। इसमें 30 राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों के जनजातीय बहुल 549 जिले और 2,740 ब्लॉक के गांव शामिल होंगे। छत्तीसगढ़ में इस अभियान के क्रियान्वयन के लिए 32 जिलों के 138 विकासखण्डो के 6691 आदिवासी बहुल गांव का चयन किया गया है। चयनित गांव में बुनियादी सुविधाओं के विकास के साथ-साथ सामाजिक, आर्थिक, उन्नति के कार्य किए जाएंगे।
धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान में 25 कार्यक्रम शामिल हैं। यह योजना केन्द्र और राज्य सरकार के सहयोग से क्रियान्वित की जाएगी। प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान का उद्देश्य भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य, शिक्षा, आजीविका के क्षेत्र से जनजातीय परिवारों को जोड़कर उनके समग्र और सतत विकास को सुनिश्चित करना है। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय द्वारा सूरजपुर में आयोजित राज्य स्तरीय सियान सम्मान कार्यक्रम में की गई घोषणाएं
- ग्राम पंचायत शिवनन्दनपुर को नगर पंचायत का दर्जा देने की घोषणा।
- ग्राम बिहारपुर में खुलेगी सहकारी बैंक की शाखा।
- पहाड़ गांव को पर्यटन का दर्जा दिलाने की घोषणा।
- सूरजपुर जिला अस्पताल में सीटी स्कैन की व्यवस्था करने की घोषणा।
- भैयाथान-सूरजपुर में सड़क निर्माण की घोषणा।
- सूरजपुर महाविद्यालय में सिंथेटिक ग्राउंड बनाने की घोषणा।
- प्राथमिक शाला गोपालपुर में नवीन भवन निर्माण की घोषणा।
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रायपुर : अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय सियान सम्मान कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने मंच से समाज कल्याण विभाग के अंतर्गत हितग्राहियों को 200 श्रवण यंत्र, 100 व्हीलचेयर, 7 हजार से अधिक छड़ी, एवं 150 नग ट्राइपॉड बेस्ड छड़ी का वितरण किया।
इसी तरह स्वास्थ्य विभाग के हितग्राहियों में पांच-पांच हितग्राहियों को व्योवृद्ध कार्ड और आयुष्मान कार्ड का वितरण भी किया गया। मुख्यमंत्री ने कृषि विभाग के पांच हितग्राहियों को किसान क्रेडिट कार्ड एवं पांच ग्राम के हितग्राहियों को सामुदायिक वन संसाधन अधिकार पत्र का वितरण किया गया।