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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से आज शाम यहां मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में विधायक गुरु खुशवंत साहेब के नेतृत्व में जिला सतनामी सेवा समिति राजनांदगांव के प्रतिनिधि मण्डल ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री श्री साय को प्रतिनिधिमंडल द्वारा समिति के नवनिर्वाचित पदाधिकारियो के शपथ ग्रहण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने के लिए आमंत्रण दिया गया ।
इस अवसर पर प्रतिनिधि मंडल में सर्वश्री युवराज ढिरहेर, संजीव बंजारे, करण कोसरे, कमल लहरे, गंगा बंजारे तथा ऋषि खरे आदि शामिल थे। -
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नवमी में प्रवेशित 30 छात्राओं को मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने वितरित की साइकिल
रायपुर : जशपुर जिले के ग्राम बगिया में आयोजित राज्य स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव के अवसर पर आज यहां छात्र छात्राओं के लिए खुशियों भरा दिन रहा। जहां एक ओर कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश के मुखिया और जशपुर के माटी पुत्र मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय कार्यक्रम में शामिल हुए। वही दूसरी तरफ शाला प्रवेशोत्सव में नव प्रवेशी बच्चों के अभिनंदन के साथ उन्हें उपहार देने के साथ ही मुख्यमंत्री श्री साय ने 9 वीं कक्षा में प्रवेशित छात्राओं को निःशुल्क साइकिल का वितरण किया। छात्राओं ने साइकिल मिलने की खुशी सामूहिक रूप से साइकिल की घंटी बजाकर जाहिर की और मुख्यमंत्री श्री साय का आभार जताया।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने सभी छात्राओं को अच्छे से पढ़ाई कर बेहतर परिणाम के साथ अपने माता-पिता और बगिया सहित प्रदेश का नाम रोशन करने की बात कहते हुए उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी, रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र के सांसद श्री राधेश्याम राठिया, विधायक जशपुर श्रीमती रायमुनी भगत, विधायक पत्थलगांव श्रीमती गोमती साय, विधायक आरंग गुरु खुशवंत साहेब, जिला पंचायत अध्यक्ष जशपुर श्रीमती शांति भगत, उपाध्यक्ष श्री उपेन्द्र यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
9 वीं की छात्राओं को निःशुल्क साईकिल वितरण
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा निःशुल्क साइकिल वितरण योजना से छात्राओं को मुफ्त साइकिल प्रदान की जाती हैं। इस योजना के तहत शासकीय स्कूलों में पढ़ने वाली कक्षा 9 वीं की छात्राओं को निशुल्क साइकिल प्रदान की जा रही है, ताकि संसाधनों के अभाव में और दूरी के कारण छात्राएं अपनी पढ़ाई बीच में ना छोड़े।
साइकिल मिलने से उत्साहित छात्राओं ने कहा स्कूल आने जाने में होगी सहूलियत
साइकिल मिलने पर छात्राओं के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही है। छात्राओं का कहना है कि निःशुल्क साइकिल मिलने की उन्हें काफी खुशी है और अब उन्हें अपने स्कूल तक आने-जाने में सहूलियत होगी। वे जल्दी स्कूल पहुंच सकेंगी, जिससे उनके समय की बचत होगी, साथ ही पढ़ाई पर उनका फोकस और मजबूत होगा। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
चाक पर हाथ चला और दीया बनाकर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने दिया सन्देश बच्चों के हुनर और प्रस्तुति की सराहना की
राज्य स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव में स्टॉल का किया अवलोकन
रायपुर : बच्चे तो मन के सच्चे होते हैं और यह बिल्कुल ही गीली मिट्टी की तरह होते हैं.. आप इन्हें जिस रूप में आकार देना चाहते हैं, दे सकते हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय कुम्हार की चाक पर हाथ चलाते हुए राज्य स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव में शायद यहीं संदेश दे रहे थे। जशपुर जिले में अपने गृहग्राम बगिया में मुख्यमंत्री श्री साय ने अपनी पत्नी श्रीमती कौशल्या देवी साय के साथ कार्यक्रम स्थल पर चाक पर न सिर्फ हाथ आजमाए...उन्होंने गीली मिट्टी से दीया बनाकर मौके पर उपस्थित बच्चों और अभिभावकों को अलग-अलग संदेश दिया कि गीली मिट्टी की तरह बच्चे भी कोमल होते हैं और उन्हें किसी भी रुप में ढाला जा सकता है। वहीं दीया बनाकर उन्होंने अँधेरे को दूर करने में दीये की उपयोगिता को बताने की भी कोशिश की।
इस दौरान बगिया में कार्यक्रम स्थल पर लगायें एक- एक स्टाल का मुख्यमंत्री श्री साय ने अवलोकन किया। उन्होंने बच्चों द्वारा तैयार मॉडल,सामग्रियों को देखकर उनकी सराहना की और उन्हें प्रेरित भी किया।
राज्य स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव कार्यक्रम स्थल पर अलग अलग विभागों की स्टाल लगाई गई थी। जिसमें स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा बच्चों में वैज्ञानिक नवाचार को बढ़ावा देने मॉडल, स्वास्थ्य विभाग द्वारा डायरिया के रोकथाम, आदिवासी विकास विभाग द्वारा एकलव्य आवासीय विद्यालय में अध्यापन और आदिवासी बच्चों को दी जाने वाली सुविधाएं, लाइवलीहुड कॉलेज नवगुरूकुल द्वारा आजीविका पाठ्यक्रम की जानकारी दी गई। स्टाल में पीएमश्री प्राथमिक शाला लवाकेरा के विद्यार्थियों ने बैंड से देशभक्ति धुनों की प्रस्तुति दी। मुख्यमंत्री ने बच्चों की प्रस्तुति की सराहना की। शासकीय कन्या आश्रम बगीचा, पीएमश्री विद्यालय कांसाबेल, पीएमश्री विद्यालय कडरेगा के बच्चों ने स्कूल में तैयार की गई मॉडल, वैज्ञानिक सोच और तार्किकता को बढ़ावा देने वाले मॉडल से मुख्यमंत्री का ध्यान अपनी ओर खींचा। छात्रा कु.अनामिका ,समिस्ता टोप्पो, दीपिका सिंह,दृष्टि साय, अनुष्का टोप्पो ने जादुई पिटारे सहित अन्य प्रस्तुत सामग्रियों के विषय में बताया। शासकीय कन्या पूर्व माध्यमिक शाला पत्थलगांव के विद्यार्थियों ने हुनर के पेटी,खेल सामग्री ,जादुई पिटारा,बायो गैस मॉडल के माध्यम से मुख्यमंत्री को अवगत कराया।
शासकीय विद्यालय दोकड़ा द्वारा हेल्थकेयर सेजेस जशपुर के विद्यार्थियों द्वारा रोबोट के माध्यम से यातायात के दौरान दुर्घटना से बचाव,शासकीय महारानी लक्ष्मीबाई विद्यालय जशपुर की श्रुति डहरे, सरस्वती और भूमिका डहरे ने थ्री डी प्रिंटर के माध्यम से कलात्मक प्रिंट तैयार करने, हाइट फाइंडर के माध्यम से ऊंचाई नापने की जानकारी दी।
शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल चराई डाँड़ के विद्यार्थियों ने ड्रिप सिंचाई, शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय गम्हरिया द्वारा मशरूम उत्पादन की जानकारी दी गई। स्टाल में बाँस कला, माटी कला अंतर्गत सामग्री की जानकारी भी दी गई। मुख्यमंत्री ने स्टाल में मिली जानकारी को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि बच्चों की यह प्रतिभा जीवन में आगे बढ़ने के काम आएगी। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
पहाड़ी कोरवा लाभार्थियों को चाबी सौंप साझा की खुशियां
जनपद पंचायत बगीचा के बैशाखू राम, आलू राम और सोंगलत राम को मिला पक्का आवास
तीनों लाभार्थियों ने बांस से बने टोकरी में आम, फल्ली और केला भेंटकर मुख्यमंत्री के प्रति जताया आभार
जशपुर जिले में पीएम जनमन योजना के तहत 1 हजार से अधिक आवास निर्माण की स्वीकृति
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज बगिया प्रवास के दौरान अपने निवास में आयोजित संक्षिप्त कार्यक्रम में पीएम जनमन योजना के तीन लाभार्थियों को नवनिर्मित घर की चाबी सौंपी। इस दौरान तीनों लाभार्थियों ने बांस से बनी टोकरी में आम, फल्ली और केला भेंटकर मुख्यमंत्री श्री साय के प्रति आभार व्यक्त किया। आदिवासी समुदाय के आर्थिक-सामाजिक उत्थान के लिए शुरू की गई पीएम जनमन योजना के तहत जिले के पहाड़ी कोरवा, बिरहोर लोगों को लाभ मिल रहा है।
जशपुर जिले के जनपद बगीचा के ग्राम पंचायत सुलेसा में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) अन्तर्गत 2016-23 तक कुल 90 आवास स्वीकृत किये गये थे। जिसमें 82 आवास अच्छी गुणवत्ता के साथ बनाकर पूर्ण हो गए हैं। शेष 08 आवास का कार्य प्रगति पर है। वर्ष 2023-24 में पी.एम. जनमन आवास योजना के तहत कुल 07 हितग्राहियों का आवास स्वीकृत किया गया, जिसमें 03 आवास अच्छी गुणवत्ता के साथ बनाकर पूर्ण कर दिया गया है। शेष 04 आवास की ढलाई का कार्य पूर्ण हो गया है। प्लास्टर कार्य प्रगति पर है। आगामी वर्ष में पीडब्ल्यूएल सूची के बचे सभी शेष हितग्राहियों को आवास प्रदान कर पक्का मकान बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
लाभार्थी आलू राम पहाड़ी पिता कोटेंग ने आवास बनने पर कहा कि हर एक नागरिक का सपना होता है कि उसका अपना एक पक्का मकान हो, जिसमें वह अपने परिवारजनों के साथ सुकून से जीवन यापन कर सके। लेकिन आर्थिक स्थिति के कारण हर किसी का यह सपना साकार नही हो पाता। गरीब असहाय के सपने को साकार करने के लिए प्रधानमंत्री जनमन आवास योजना वरदान साबित हो रही है। जिसके लिये हम परिवार सहित माननीय प्रधानमंत्री जी एवं माननीय मुख्यमंत्री जी के प्रति आभार व्यक्त करते हैं।
इसी तरह बगीचा जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत सुलेसा (महुआपानी) निवासी लाभार्थी श्री बैशाखू राम पिता झिंगो राम जिसकी उम्र 50 वर्ष हो चुकी है, उसके पास अपना पुश्तैनी कच्चा आवास था। जिसमें वह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ मुश्किल से जीवन यापन कर रहा था और बरसात के मौसम में उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता था। प्रधानमंत्री जनमन आवास योजना अंतर्गत वर्ष 2023-24 में पक्का आवास बनाने के लिए स्वीकृति प्रदान की गई। शासन से अनुदान में मिली राशि से अपना पक्का मकान बना कर अब वह अपने परिवार के साथ पक्के मकान में रहते हैं।
श्री बैसाखू राम ने बताया कि मेरा कच्ची दीवार वाला पुराना घर था, जिसके ऊपर पन्नी तान कर गुजर-बसर चल रहा था बरसात के दिनों में जब मूसलाधार बारिश होती थी तो मेरे घर के चारों तरफ पानी ही पानी भर जाता था। आर्थिक स्थिति ठीक नही होने के कारण घर बनवाने की दूर-दूर तक कोई उम्मीद नहीं दिख रही थी। एक दिन ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक मेरे घर आये और उन्होंने मेरा आधार कार्ड और बैंक पास बुक मांगा और मेरा मोबाईल पर पंजीयन कराया। कुछ दिनों बाद मुझे मेरा आवास स्वीकृत होने की सूचना मिली।
पहली बार में मुझे यकीन नहीं हुआ लेकिन मैंने बैंक जाकर पता किया तो मेरे खाते में पैसे आ गये थे। मैने अपना घर बनवाना शुरू कर दिया। आवास की धन राशि तथा मनरेगा की मजदूरी मिलाकर मिले पैसों से अपना आवास बनवाया। मैं सरकार का शुक्रगुजार हूँ जिन्होंने घर बनवाने के लिये धनराशि उपलब्ध कराकर मेरी अंधेरी जिन्दगी में रोशनी लाने का काम किया।
इसी तरह पीएम जनमन योजना के तहत योजना सुलेसा निवासी श्री सोंगलत राम पिता लब्जी राम को भी पक्का आवास मिला है। श्री सोंगलत बताते हैं कि गरीबी के कारण कच्चे मकान में रहना एक मजबूरी बन गयी थी। जब बरसात होती थी तो पानी टपकने से रात भर बच्चों सहित जागकर रात बितानी होती थी। परन्तु अब प्रधानमंत्री जनमन आवास योजना अन्तर्गत वर्ष 2023-24 में मेरा आवास स्वीकृत हुआ और आज हमारा पक्का मकान बन कर तैयार है। हम आभारी है माननीय प्रधानमंत्री जी एवं माननीय मुख्यमंत्री जी के जिन्होंने गरीबों को उनके सपने पूरे करने का अवसर दिया। -
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आर्थिक रूप से कमजोर दिव्यांग बच्ची के ऑपरेशन में डॉक्टर्स ने बताया डेढ़ लाख का खर्च..मुख्यमंत्री को जनदर्शन में पता चलते ही एक घंटे के अंदर मिला चेक
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के जनदर्शन में अपनी नातिन का इलाज करने की आस लेकर पहुंचे श्री दोहत राम विश्वकर्मा को आज बड़ा सहारा मिला। दरअसल मुख्यमंत्री को जानकारी मिली की जनदर्शन में एक दस साल की दिव्यांग बच्ची दिव्या विश्वकर्मा बैठी हुई है । जिसके हाथ में विकृति है । परिवार की माली हालत खराब होने की वजह से बच्ची का इलाज नहीं हो पा रहा है । जबकि डॉक्टर्स का कहना है कि उसके हाथ का ऑपरेशन करके ठीक किया जा सकता है । जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री ने तत्काल बच्ची को मंच में बुलाया , उसके परिजनों से पूरी जानकारी ली । मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तत्काल आर्थिक सहायता के निर्देश दिये और एक घंटे के भीतर मुख्यमंत्री ने स्वयं बच्ची को डेढ़ लाख रुपए का चेक सौंप दिया ।
श्री विश्वकर्मा ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से मिलकर उन्हें अपनी व्यथा बताई। श्री विश्वकर्मा ने बताया कि उनकी नातिन दिव्या विश्वकर्मा जब तीन वर्ष की थी तो उसे गेहूंआ सांप ने काट लिया था। जिससे उसका दायां हाथ गलने लगा था। जड़ी बूटियों से इलाज करने पर घाव तो सूख गया, लेकिन दायां हाथ विकृत हो गया। उसका इलाज करने के लिए वे लोग राजधानी रायपुर के निजी अस्पताल में डॉक्टर से मिले जहां डॉक्टरों ने बताया कि दिव्या का दो ऑपरेशन करना पड़ेगा। उसके हाथ की विकृति ठीक हो जाएगी पर लगभग डेढ़ से दो लाख रुपए का खर्च आएगा।
श्री दोहात राम विश्वकर्मा ने मुख्यमंत्री को बताया कि दिव्या के पिता श्री त्रिवेंद्र ग्राम कनेचूर, नयापारा, बैजनपुरी, भानुप्रतापपुर में रहते हैं। श्री त्रिवेंद्र खेती किसानी का काम करते हैं इतना बड़ा खर्च उठाने में वे असमर्थ हैं । मुख्यमंत्री ने उनकी व्यथा को संवेदनशीलता के साथ सुना और अधिकारियों को दिव्या के इलाज के लिए डेढ़ लाख रूप की सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री के निर्देश के एक घंटे के भीतर दिव्या के इलाज के लिए चेक जारी कर दिया गया।
श्री विश्वकर्मा ने नातिन के इलाज के लिए मिली त्वरित सहायता के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि उन्हें खुशी है कि अब दिव्या का हाथ ठीक हो जाएगा। मुख्यमंत्री जी को बहुत बहुत धन्यवाद। -
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’जनदर्शन में व्हीलचेयर मिलने से केवल को आगे पढ़ाई में मिलेगी मदद’
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज आयोजित जनदर्शन में दिव्यांगों की समस्याओं और मांगों से अवगत हुए। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने संवेदनशीलता से केवल की बातों को सुनकर उन्हें तत्काल व्हीलचेयर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। जिस पर तत्काल निराकरण करते हुए व्हीलचेयर उपलब्ध कराई गई। इस दौरान मुख्यमंत्री ने केवल को स्कूल जाने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि पढ़-लिखकर तरक्की करों और जीवन में एक सफल इंसान बनो।
मुख्यमंत्री से दिव्यांगजनों ने आर्थिक सहायता, इलाज के लिए सहायता संबंधी आवेदन देकर समाधान का निवेदन किया। इस दौरान जिला रायपुर के आरंग विकासखंड के दिव्यांग केवल साहू ने आर्थिक सहायता हेतु मदद मांगी। केवल ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि उसके कमर से नीचे का हिस्सा काम नही करता है, जिससे उसे चलने-फिरने में दिक्कत आती है। इन दिक्कतों के कारण उसकी पढ़ाई भी छूट गयी है। उनके पिता मजदूरी का काम करते हैं, जिससे परिवार का खर्च बहुत मुश्किल से चल पाता है।
व्हीलचेयर मिलने पर खुशी से गदगद होते हुए केवल और साथ आये उसके पिता श्री कृष्णा साहू ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया। केवल के पिता श्री कृष्णा साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता ने आज मेरे बच्चे के भविष्य को सुधारने में मील का पत्थर साबित होगा। अब मेरे बच्चे को स्कूल जाने में कोई तकलीफ नहीं होगी और वह आगे की पढ़ाई निरंतर जारी रख सकेगा। -
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मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने मुख्यमंत्री निवास परिसर में लगाया दहीमन का पौधा
एक पेड़ मां के नाम अभियान के अंतर्गत 70 लाख पौधों का रोपण
राज्य में वन एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए 3.95 करोड़ पौधों का हो रहा रोपण
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने राज्य में पर्यावरण संरक्षण एवं हरीतिमा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ‘‘एक पेड़ मां के नाम‘‘ अभियान का आज विधिवत शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस मौके पर अपने निवास कार्यालय परिसर रायपुर में दहीमन का पौधा लगाने के साथ ही प्रदेशवासियों से अपनी मां के नाम एक पेड़ लगाए जाने का आव्हान किया। इस अवसर पर मंत्री श्री लखन लाल देवांगन, विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं स्कूली बच्चे मौजूद थे। दहीमन का पौधा सरगुजा अंचल में बहुतायत रूप से मिलता है। औषधीय गुणों से भरपूर और यह कई बीमारियों के इलाज में यह उपयोगी है।
यहां यह उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने एक पेड़ मां के नाम लगाए जाने की अपील देशवासियों से की है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अपील का छत्तीसगढ़ राज्य में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में क्रियान्वयन शुरू कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ में 11 जुलाई को वन महोत्सव का राज्य स्तरीय आयोजन होगा, जिसके अंतर्गत 70 लाख पौधों का रोपण किया जाएगा।
राज्य में ‘‘एक पेड़ मां के नाम‘‘ अभियान के अंतर्गत छत्तीसगढ़ राज्य में लोग अपनी मां के नाम पौधा लगाएंगे। पौध रोपण कार्यक्रम को सफल बनाने एवं पौध रोपण क्षेत्र के संरक्षण के लिए इसे जनप्रतिनिधियों द्वारा गोद भी लिया जाएगा। इस अभियान के अंतर्गत लोग अपनी श्रद्धा और आस्था के अनुरूप देवी-देवताओं के नाम पर भी पौध रोपण कर सकेंगे। वन क्षेत्रों के अलावा सामान्य क्षेत्रों में सड़कों के किनारे भी पौध रोपण किए जाएंगे।
छत्तीसगढ़ राज्य में वन एवं पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए वन विभाग द्वारा विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत 3 करोड़ 95 लाख 85 हजार से अधिक पौधों के रोपण किया जा रहा है, जिसमें से 2 करोड़ 82 लाख 35 हजार पौधों का रोपण किसान वृक्ष मित्र योजना के अंतर्गत हो रहा है। राज्य में अब तक सवा करोड़ से अधिक पौधों का रोपण किया जा चुका है। जुलाई माह के अंत तक शत-प्रतिशत पौधों का रोपण पूरा करने का लक्ष्य है। -
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मुख्यमंत्री नोनी-बाबू मेधावी शिक्षा सहायता योजना के अंतर्गत देंगे चेक
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय गुरूवार 04 जुलाई को पंजीकृत श्रमिकों के मेधावी बच्चोें को दो-दो लाख रूपए की राशि का चेक प्रदान करेंगे। इसमें मुख्यमंत्री नोनी-बाबू मेधावी शिक्षा सहायता योजना के अंतर्गत दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि एक लाख रूपए तथा स्कूटी क्रय के लिए दी जाने वाली एक लाख रूपए का चेक मुख्यमंत्री प्रदान करेंगे।मुख्यमंत्री सवेरे 10.30 बजे अपने निवास कार्यालय में श्रम विभाग के अंतर्गत छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल अंतर्गत पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के 13 बच्चों को कुल दो-दो लाख रूपए का चेक प्रदाय करेंगे। इसमें एक लाख रूपए का चेक स्कूटी खरीदी के लिए बच्चों को दिया जाएगा। इस अवसर पर प्रदेश के श्रम मंत्री श्री लखनलाल देवांगन भी विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे।
ज्ञात हो कि योजना के अंतर्गत पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के बच्चे जो कक्षा 10वीं एवं 12वीं में शिक्षा सत्र 2023-24 में अध्ययनरत तथा छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित परीक्षा वर्ष 2023-24 में निर्माण श्रमिक के 13 बच्चे टॉप-10 सूची में है। उन्हें इस योजना के अंतर्गत लाभान्वित किया जाएगा। इनमें कक्षा 10वीं में गरियाबंद जिले से कुमारी होनिशा, महासमुंद जिले से कुमारी डेनिसा, रायगढ़ जिले से कुमारी बबीता एवं उमा, सूरजपुर जिले से आयुष कुमार, बलरामपुर जिले से कुमारी अंशिका, जशपुर जिले से कुमारी मीना यादव, राजनांदगांव जिले से कुमारी वंशिका, बालोद जिले से तोषण कुमार, खोमेन्द्र, कुमारी पद्मनि, जिज्ञासा एवं कांकेर जिले से कक्षा 12वीं की छात्रा कुमारी वीदेका का नाम शामिल है। -
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मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने बस को दिखाई हरी झंडी
मुख्यमंत्री ने पुलिस परिवार की बच्ची मारिया भतपहरी को सौंपी बस की चाबी
पुलिस कॉलोनी आवासीय समिति के सदस्यों और बच्चों ने मुख्यमंत्री और गृह मंत्री का जताया आभार
सीएसआर मद से उपलब्ध कराई गई है बस की सुविधा
रायपुर : ये आपके पापा के बॉस है और इन्हीं के प्रयासों से आप सभी को स्कूल बस मिला है। आप सभी अब आराम से और सुरक्षित ढंग से स्कूल आ जा सकेंगे। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज पुलिस परिवार के स्कूली बच्चों से चर्चा के दौरान गृहमंत्री का परिचय कराते हुए ये बातें कहीं। सभी बच्चों ने बस मिलने की खुशी में ताली बजाकर मुख्यमंत्री और गृहमंत्री को थैंक यू कहा। मुख्यमंत्री ने बच्चों से कहा कि आप सभी अच्छे से पढ़ाई करें और खूब तरक्की करें।
दरअसल आज राजधानी रायपुर के अमलीडीह स्थित पुलिस कॉलोनी में रहने वाले पुलिस परिवार के बच्चों को उनकी स्कूल बस मिल गई। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और गृहमंत्री श्री विजय शर्मा ने मुख्यमंत्री निवास परिसर में आयोजित कार्यक्रम में पुलिस परिवार की नन्हीं छात्रा मारिया भतपहरी को बस की चाबी सौंपी। उन्होंने पुलिस परिवार के सदस्यों के साथ विधिवत पूजा अर्चना कर बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि यह बड़ी अच्छी पहल है। बच्चों की परेशानी दूर हुई है और अब बच्चे सुरक्षित स्कूल आ जा सकेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे पुलिस के जवान बड़ी मुस्तैदी के साथ 24 घंटे सातों दिन अपनी सेवाएं देते हैं। इस पहल से निश्चित रूप से उनकी चिंता दूर हुई होगी। यह बस सीएसआर मद से बच्चों के लिए उपलब्ध करायी गई है। मैं अन्य औद्योगिक संस्थानों से भी आग्रह करूंगा कि वे अपने सीएसआर मद से ऐसे कार्यों में सहयोग करें और इसे बढ़ावा दें।
इसके बाद मुख्यमंत्री और गृहमंत्री ने पुलिस परिवार के बच्चों से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने बस के संचालन सहित पुलिस आवासीय कॉलोनी की सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। पुलिस परिवार के आग्रह पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द आप लोगों से मिलने और चाय के साथ ठेठरी- खुरमी भी खाने आऊंगा।
गौरतलब है कि पुलिस कॉलोनी आवासीय समिति अमलीडीह, रायपुर द्वारा उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा को पत्र लिखकर स्कूली बच्चों के लिए बस उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया था। उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने आग्रह को स्वीकार करते हुए मुख्यमंत्री को इसकी जानकारी दी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर गृहमंत्री ने तत्काल अंबुजा सीमेंट के प्रतिनिधि को सीएसआर मद से बस उपलब्ध कराने को कहा। इसी कड़ी में आज पुलिस परिवार के बच्चों के लिए 52 सीटर एसी बस उपलब्ध कराई गई है। जिसे मुख्यमंत्री और गृह मंत्री ने आज हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस पहल से पुलिस परिवार के लगभग 150 से अधिक बच्चें सुरक्षित स्कूल आ जा सकेंगे। इस मौके पर अंबुजा सीमेंट के प्रतिनिधि, पुलिस परिवार के सदस्य और स्कूली बच्चे मौजूद रहे। -
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हांगकांग में 5 से 11मई को आयोजित थी प्रतियोगिता
मुख्यमंत्री ने दी बधाई और शुभकामनाएं
श्री जे. राव ने इस प्रतियोगिता में जीते तीन कांस्य पदक : चैंपियनशिप में ओवरऑल तीसरा स्थान प्राप्त किया
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से आज यहां उनके निवास कार्यालय में एशियन मेन्स इक्विप्ड पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में तीन कांस्य पदक विजेता भिलाई के श्री जे. भागवत राव ने सौजन्य मुलाकात की। श्री राव ने 5 से 11 मई को हांगकांग में आयोजित एशियन मेन्स इक्विप्ड पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप प्रतियोगिता के 66 किलोग्राम वर्ग में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर ओवरऑल तीसरा स्थान प्राप्त किया। वे इस प्रतियोगिता के तहत आयोजित स्कॉट प्रतियोगिता में कांस्य पदक, बेंच प्रेस में कांस्य पदक और डेडलिफ्ट स्पर्धा में भी कांस्य पदक हासिल किया है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस उपलब्धि के लिए उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपकी इस शानदार उपलब्धि ने प्रदेश को भी गौरवान्वित किया है। इससे उभरते हुए खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलेगी और युवाओं में भी खेल को अपना कैरियर बनाने एक सकारात्मक संदेश जाएगा।
पावरलिफ्टर खिलाड़ी भिलाई के श्री जे. भागवत राव इंटरनेशनल और नेशनल प्रतियोगिताओं में लगातार शानदार प्रदर्शन करते आ रहे हैं। वे इससे पहले इंदौर में आयोजित फैडरेशन कप मेन्स पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक, आंध्र प्रदेश के संतपल्ली में आयोजित राष्ट्रीय सीनियर मेन्स पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक, तमिलनाडु के कोयम्बतूर में आयोजित राष्ट्रिय जूनियर मेन्स पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक के आलावा कई प्रतियोगिताओं में भी पदक हासिल कर चुके हैं। मुख्यमंत्री ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना की और आगामी प्रतियोगिताओं के लिए सुभकामनाएं भी दी। -
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त्वरित सहायता से गद्गद् नूतन के पिता आज बिटिया को लेकर पहुंचे मुख्यमंत्री आवास, मुख्यमंत्री ने बिटिया को दुलारा और भरपूर आशीर्वाद दिया
जनदर्शन में श्री काशी ठाकुर अपनी बेटी की आंख के इलाज के लिए सहायता मांगने पहुंचे थे
मुख्यमंत्री से मिलकर बताई थी अपनी व्यथा
चोट की वजह से नूतन की दाईं आंख खराब हो चुकी थी
डॉक्टरों की सलाह पर लगाई गई पत्थर की आंख, क्षतिग्रस्त आंख में इंप्लांट नहीं हो सकता
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की संवेदनशीलता से पांच वर्षीय नूतन ठाकुर की आंख का इलाज एक सप्ताह के भीतर हो गया है। नूतन की आंख में खेल-खेल में चोट लग गई थी जिससे उसका रेटिना खराब हो गया था। उसके पिता श्री काशी ठाकुर मुख्यमंत्री निवास में 27 जून को आयोजित जनदर्शन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के पास पहुंचे और उनसे नूतन की आंख का इलाज करने के लिए सहायता प्रदान करने का आग्रह किया। जिस पर मुख्यमंत्री ने तत्काल अधिकारियों को नूतन का बेहतर से बेहतर इलाज करने के निर्देश दिए ।
श्री काशी ठाकुर आज अपनी बेटी को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे। मुख्यमंत्री ने नूतन को दुलार, नाम पूछा और नूतन को अपना आशीर्वाद प्रदान किए। उन्होंने नूतन से कहा अच्छे से पढ़ाई करना। नूतन ने मुख्यमंत्री को बाल सुलभ सहजता के साथ गुलाब का फूल भेंट किया। श्री काशी ठाकुर भी बेटी के इलाज के लिए मिली त्वरित सहायता के लिए मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद देते नहीं थकते।
गौरतलब है कि नूतन के पिता दुर्ग के बोरसीभाटा में रहते हैं, वे माली का काम करते हैं। नूतन का इलाज दुर्गा के शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज में चल रहा था । आंख की स्थिति देखकर डॉक्टरों ने बताया की आंख में कोई इंप्लांट नहीं हो सकता, इसलिए नकली आंख लगानी पड़ेगी। मुख्यमंत्री श्री साय के निर्देश पर सरकारी खर्च पर नूतन की दाई आंख में पत्थर की आंख लगाइए गई है। नूतन के इलाज के लिए दुर्ग सीएमएचओ द्वारा 25000 रुपए की राशि रायपुर के जीईरोड स्थित आर्ट आई सेंटर को उपलब्ध कराई गई। यह प्रोस्थेटिक सेंटर है, जहां कृत्रिम अंग बनाए जाते हैं। यहां नूतन की दाईं आंख में पत्थर की आंख लगाई गई है। -
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मुख्यमंत्री ने उद्योग विभाग के सिंगल विंडो सिस्टम 2.0 का किया शुभारंभ
उद्योगों की स्थापना की राह हुई आसान, युवाओं को मिलेंगे रोजगार के मौके
पोर्टल पर एक बार आवदेन से ही सभी विभागों का मिलेगा क्लीयरेंस
ऑफलाइन मोड में किसी भी कार्यालय जाने की नहीं होगी आवश्यकता
उद्योग स्थापना के लिए किन विभागों से लेना होगा क्लीयरेंस, यह जानकारी पोर्टल पर उपलब्ध होगी
सिंगल क्लिक पर देखी जा सकेगी आवेदन की स्थिति
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है छत्तीसगढ़ में निवेश करने वाले और उद्योग लगाने वाले उद्यमियों को राज्य सरकार की ओर से हर संभव सहयोग प्रदान किया जाएगा। हमारी सर्वाेच्च प्राथमिकता सुशासन और भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति है।
इसी क्रम में आज निवेशकों और नए उद्योग लगाने वालों की सुविधा के लिए विभिन्न क्लीयरेंस और स्वीकृतियां त्वरित रूप से प्रदान करने के लिए सिंगल विंडो पोर्टल 2.0 का शुभारंभ किया गया है। प्रशासनिक दखल कम कर प्रक्रिया को सरलीकृत बनाने के लिए यह बड़ी पहल की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पोर्टल उद्यमियों के लिए अत्यंत आसान और उपयोग करने में सुगम होगा। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज यहां अपने राजधानी रायपुर स्थित निवास कार्यालय से सिंगल विंडो सिस्टम 2.0 पोर्टल शुभारंभ करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि प्रदेश में संसाधनों के विपुल भंडार है और औद्योगिक विकास के भी असीम अवसर उपलब्ध हैं। उद्योग विभाग की इस नई व्यवस्था से सभी सुविधाएं एक क्लिक पर उपलब्ध होगी। उद्योगों की स्थापना की प्रक्रिया आसान होने से निवेश में उनकी रुचि बढ़ेगी और युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। व्यवसायियों को आवश्यक विभागीय अनुमति-सहमति और क्लीयरेंस के लिए भटकना नहीं पड़ेगा और ना ही अलग-अलग विभागों में आवेदन करने की आवश्यकता होगी।
उन्होंने कहा कि नए पोर्टल में विभागीय अधिकारियों को भी जिम्मेदारियां दी गई है और उन पर आवेदनों के समय पर निराकरण की जवाबदेही भी होगी। मुख्यमंत्री ने उद्योग विभाग के अधिकारियों को समय-समय पर इसकी समीक्षा करने के निर्देश भी दिए। उद्योग मंत्री श्री लखनलाल देवांगन ने सभी व्यापारियों को बधाई देते हुए कहा कि इससे समय पर आवेदनों का निराकरण होगा और आवेदक सिंगल क्लिक पर अपने आवेदन की स्थिति के बारे में जान पाएंगे।
वाणिज्य और उद्योग विभाग के सचिव श्री अंकित आनंद ने सिंगल विंडो सिस्टम 2.0 के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 16 से अधिक विभागों की 100 से अधिक सुविधा इस पोर्टल के माध्यम से उपलब्ध होगी। आवेदक को एक बार ही लॉगिन करना होगा और दोबारा आवेदन करने की आवश्यकता नहीं होगी। पूरी प्रक्रिया के दौरान किसी भी विभाग द्वारा यदि कोई जानकारी मांगी जाएगी तो आवेदक लॉगिन कर इसके बारे में जान पाएंगे।
उन्होंने बताया कि अब किसी भी कार्यालय से ऑफलाइन मोड में संपर्क करने की आवश्यकता नहीं है। सचिव श्री आनंद ने बताया कि ई-चालान के माध्यम से पेमेंट की सुविधा भी मिलेगी। नई सुविधाओं की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि अब किसी भी उद्योग को लगाने से पूर्व किन-किन विभागों से अनुमति की आवश्यकता होगी, यह जानकारी भी पोर्टल में उपलब्ध कराई गई है। सभी विभागीय अधिकारियों को आईडी-पासवर्ड भी दिए गए हैं, जिससे वह समय-समय पर आवेदनों का निराकरण कर पाएंगे। अब इसकी मॉनिटरिंग आसान होगी और अनुमति के लाइसेंस के लिए समय-समय पर संबंधित विभाग अधिकारियों को अलर्ट भी भेजा जाएगा।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने विभिन्न मौकों पर कहा है कि उद्योगों की स्थापना से न केवल प्रदेश का विकास होगा बल्कि युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे। उद्योगों की स्थापना प्रक्रिया जितनी अधिक पारदर्शी और आसान होगी, उद्यमी उतने ही अधिक आकर्षित होंगे और निवेश बढ़ने से आर्थिक विकास को गति मिलेगी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर उद्योगों की स्थापना को सुगम बनाने वाणिज्य एवं उद्योग विभाग द्वारा पुराने पोर्टल को अपग्रेड करते हुए सिंगल विंडो सिस्टम 2.0 तैयार किया गया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री धीरेन्द्र तिवारी, सचिव श्री पी दयानंद और उद्योग विभाग के संचालक श्री अरूण प्रसाद सहित विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। -
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मुख्यमंत्री श्री साय राइज़ एंड शाइन विथ जया किशोरी कार्यक्रम में हुए शामिल
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज राजधानी रायपुर के दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में राइज़ एंड शाइन विथ जया किशोरी कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कथावाचक एवं यूथ मोटिवेटर सुश्री जया किशोरी के यहां आने से यहां उपस्थित सभी लोगों के चेहरे पर मुस्कुराहट है। यूट्यूब में इनके प्रेरक वीडियोज़ बहुत पसंद किए जाते हैं। जब मेरे पास कुछ व्यक्तिगत समय निकल पाता था तो यूट्यूब में इनके मोटिवेशनल और आध्यात्मिक वीडियोज़ मैं स्वयं देखता था। आप लोग इनसे प्रेरित हैं, मुझे भी जब कभी सुनने अवसर मिलता है, तो प्रेरित होता हूं। सुश्री जया किशोरी के प्रेरक व्याख्यान से युवाओं को नई ऊर्जा मिलती है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2047 तक विकसित भारत के निर्माण का लक्ष्य रखा है। यह लक्ष्य हम भारत की युवा शक्ति के दम पर हासिल करेंगे। भारत दुनिया का सबसे युवा देश है। यहां युवाओं की संख्या जनसंख्या में सर्वाधिक है। इस तारतम्य में हम विकसित छत्तीसगढ़ को दृष्टिगत रखते हुए जो विजन डॉक्यूमेंट बना रहे हैं, इसमें युवाओं की शिक्षा, प्रतिभा, रोजगार, कौशल विकास तथा स्वरोजगार आदि में युवाओं के लिए अवसर और विकास मे उनकी समग्र भागीदारी पर हमारा फोकस होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं इस कार्यक्रम में उपस्थित युवाओं से कहना चाहता हूं कि आप लोगों की ताकत और ऊर्जा से ही हम छत्तीसगढ़ का पुनर्निर्माण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सुश्री जया किशोरी ने अपने प्रेरक व्याख्यान से छत्तीसगढ़ के लोगों को लाभान्वित किया और युवाओं को प्रेरित किया। उसके लिए मैं उन्हें पुनः धन्यवाद देता हूं।
राइज़ एंड शाइन विथ जया किशोरी कार्यक्रम लल्लूराम डॉट कॉम और न्यूज 24 एमपी सीजी के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था। इस अवसर पर विधायक श्री राजेश मूणत व श्री मोतीलाल साहू भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में प्रदेश भर से बड़ी संख्या में युवाओं ने भाग लेकर कार्यक्रम का लाभ उठाया। -
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अब तक 2612 करोड़ 18 लाख रूपए की राशि हो चुकी अंतरित
रायपुर जिले में सर्वाधिक 5 लाख से अधिक महिलाओं को मिला लाभ
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की महत्वाकांक्षी योजना महतारी वंदन योजना की पांचवी किश्त महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आज जारी की गई। महिलाओं के खाते में सीधे पैसे आने से उनमें गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है। महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने राज्य की महिलाओं को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 10 मार्च 2024 को महतारी वंदन योजना की शुरूआत की गई थी। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने बटन दबाकर प्रथम किश्त की राशि जारी की थी। इस योजना के शुरू होने से प्रदेश की महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त हुई हैं। साथ ही छोटी मोटी जरूरतों के लिए उन्हें दूसरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ता है, इस बात की उन्हे खुशी है। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा मार्च से जून तक 04 माह की सहायता राशि 2612 करोड़ 18 लाख रूपए की राशि का भुगतान महिलाओं के खाते में किया जा चुका है।
आज जुलाई 2024 को कुल 69 लाख 96 हजार 556 हितग्राहियों को 653 करोड़ 85 लाख रूपए की सहायता राशि का भुगतान सीधे उनके बैंक खाते में अंतरित कर दिया गया है। इनमें से 66 लाख 16 हजार 618 हितग्राहियों को आधार लिंक खातों के आधार पर डीबीटी के माध्यम से भुगतान किया गया तथा 3 लाख 79 हजार 938 हितग्राहियों जिनके खाते आधार से लिंक नहीं है, उन्हें एनईएफटी के माध्यम से उनके खाते में भुगतान किया जा रहा है। रायपुर जिले में सर्वाधिक 5 लाख 33 हजार 511 महिलाओं के खाते में राशि अंतरित हुई है।
महतारी वंदन योजना के तहत बालोद जिले की 2 लाख 52 हजार 228 महिला हितग्राहियों को राशि अंतरित की गई है। इसी तरह बालौदाबाजार-भाटापारा जिले की 3 लाख 30 हजार 111 महिलाओं, बलरामपुर जिले की 2 लाख 14 हजार 624 महिलाओं, बस्तर जिले की 1 लाख 93 हजार 666 महिलाओं, बेमेतरा जिले की 2 लाख 54 हजार 294 महिलाओं, बीजापुर जिले की 38 हजार 471 महिलाओं, बिलासपुर जिले की 4 लाख 25 हजार 243 महिलाओं तथा दंतेवाड़ा जिले की 54 हजार 815 महिलाओं को राशि अंतरित कर दी गई है।
इसी प्रकार धमतरी जिले की 2 लाख 35 हजार 598 महिलाओं, दुर्ग जिले की 4 लाख 3 हजार 323 महिलाओं, गरियाबंद जिले की 01 लाख 83 हजार 469 महिलाओं, गौरेला-पेड्रा-मरवाही जिले की 95 हजार 922 महिलाओं, जांजगीर-चांपा जिले की 2 लाख 90 हजार 716 महिलाओं, जशपुर जिले की 2 लाख 32 हजार 375 महिलाओं, कबीरधाम जिले की 2 लाख 54 हजार 865 महिलाओं, कांकेर जिले की 01 लाख 84 हजार 779 महिलाओं, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले की 01 लाख 17 हजार 23 महिलाओं, कोंडागांव जिले की 01 लाख 40 हजार 796 महिलाओं तथा कोरबा जिले की 02 लाख 94 हजार 563 महिलाओं को के खाते में राशि अंतरित कर दी गई है।
कोरिया जिले की 59 हजार 913 महिलाओं, महासमुंद जिले की 3 लाख 25 हजार 256 महिलाओं, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले की 01 लाख 14 हजार 11 महिलाओं, मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी जिले की 82 हजार 366 महिलाओं, मुंगेली जिले की 02 लाख 13 हजार 942 महिलाओं, नारायणपुर जिले की 27 हजार 581 महिलाओं, रायगढ़ जिले की 03 लाख 5 हजार 831 महिलाओं, राजनांदगांव जिले की 02 लाख 58 हजार 126 महिलाओं तथा सक्ती जिले की 01 लाख 99 हजार 578 महिलाओं के खाते में राशि अंतरित कर दी गई है।
सांरगढ़-बिलाईगढ़ जिले की 01 लाख 90 हजार 579 महिलाओं, सुकमा जिले की 52 हजार 305 महिलाओं, सूरजपुर जिले की 02 लाख 16 हजार 657 महिलाओं तथा सरगुजा जिले की 02 लाख 32 हजार 619 महिलाओं के खाते में राशि अंतरित कर दी गई है। -
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कलेक्टर सहित विभागीय अधिकारी स्कूलों का करें सतत निरीक्षण
शिक्षकों और स्कूलों के युक्ति-युक्तकरण के लिए तैयार करें प्रस्ताव
स्कूलों में ‘‘एक पेड़ मां के नाम‘‘ अभियान के तहत बच्चों से लगवाएं पेड़
शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए नीति होगी तैयार
स्कूलों के जीर्णोद्धार कार्यों की होगी जांच
स्कूलों के अधूरे निर्माण कार्य कराएं पूर्ण
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में कहा कि शिक्षा उन्नति का मूल मंत्र है। बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जाए। यह सुनिश्चित करें कि स्कूलों में अनुशासन बना रहे। विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी मैदानी स्तर पर जाकर स्कूलों में अध्ययन-अध्यापन की गुणवत्ता की मॉनिटरिंग करें। कलेक्टर भी हर माह दो से तीन स्कूलों का दौरा कर वहां निरीक्षण करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुशासन और पारदर्शी प्रशासन हमारा लक्ष्य है। राज्य सरकार का यह प्रयास होगा कि बच्चों को स्कूल का बेहतर भवन मिले और वहां पढ़ाई-लिखाई की अच्छी व्यवस्था सुनिश्चित हो। मुख्यमंत्री ने स्कूलों के जीर्णोद्धार कार्य की धीमी गति पर कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि जर्जर स्कूलों के जीर्णोद्धार के काम में ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कलेक्टर स्कूल भवनों की सुदृढ़ता की स्वंय मानिटरिंग करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि जर्जर स्कूलों के जीर्णोद्धार के लिए प्रारंभ की गई स्कूल जतन योजना के तहत जीर्णोद्धार कार्यों की जांच की जाए तथा स्कूल जतन योजना में आबंटित राशि का उपयोग कर कार्यों को पूरा किया जाए। समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने शिक्षकों और शालाओं के युक्ति-युक्तकरण के लिए प्रस्ताव अगले कैबिनेट की बैठक में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्हांेने कहा कि इससे शालाओं में शिक्षकों की कमी दूर करने में मदद मिलेगी। बैठक में मुख्यमंत्री के सचिव श्री राहुल भगत और डॉ. बसवराजू एस., स्कूल शिक्षा सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में ‘‘एक पेड़ मां के नाम‘‘ लगाने का आव्हान किया है। बारिश के मौसम में ऐसे स्कूल जहां चार दीवारी हो, वहां बच्चों से पेड़ लगवाए जाएं। बच्चे ही पेड़ों की देखभाल करें। नीम, गुलमोहर, करंज आदि प्रजातियों के पेड़ लगाए जाएं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि शिक्षकों को रोटेशन के आधार पर प्रशिक्षण देने के लिए प्रशिक्षण नीति तैयार की जाए, ताकि सभी शिक्षकों को प्रशिक्षण प्राप्त हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूलों से बच्चों के पालकों को भी जोड़ा जाए। छत्तीसगढ़ के शासकीय स्कूलों में इस वर्ष पहली बार 6 अगस्त को प्रदेशव्यापी मेगा-पीटीएम आयोजित किया जा रहा है।
आरटीई के तहत ड्राप आउट रोकने मेंटॉर होंगे नियुक्त
छत्तीसगढ़ में आरटीई के तहत गैर अनुदान प्राप्त अशासकीय विद्यालयों में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों के ड्राप आउट पर अंकुश लगाने के लिए जिलेवार अधिकारियों को मेंटॉर के रूप में नियुक्त किया जाएगा। इस संबंध में स्कूल शिक्षा सचिव ने सभी कलेक्टरों को पत्र लिखा है। मेंटॉर के रूप में नियुक्त अधिकारी आरटीई के तहत चयनित विद्यार्थियों का प्रवेश सुनिश्चित करेंगे। बच्चों को यदि कोई समस्या आती है तो उनके पालकों, शाला प्रबंधन और प्रशासन से मिलकर उसका समाधान करेंगे और पढ़ाई जारी रखने के लिए बच्चों और उनके पालकों को प्रोत्साहित करेंगे।व्यावसायिक शिक्षा : बच्चों की स्किलिंग उद्योगों की जरूरत के मुताबिक हो
मुख्यमंत्री ने स्कूलों में व्यावसायिक पाठ्यक्रम को बेहतर गुणवत्ता के साथ संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के उद्योगों की जरूरत के मुताबिक बच्चों की स्किलिंग इस पाठ्यक्रम के माध्यम से हो, ताकि बारहवीं पास करने के बाद उन्हें वर्तमान और नए लगने वाले उद्योगों में आसानी से रोजगार के अवसर मिल सके। बच्चों को इसकी फिल्ड ट्रेनिंग भी दी जाए। गौरतलब है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत कक्षा 6 से व्यावसायिक पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे।
बैठक में जानकारी दी गई कि छत्तीसगढ़ में छात्र-शिक्षक अनुपात राष्ट्रीय स्तर से बेहतर है। राष्ट्रीय स्तर पर 26 बच्चों पर एक शिक्षक है, जबकि छत्तीसगढ़ में छात्र-शिक्षक अनुपात 21.84 है। बालवाड़ी के संबंध में जानकारी दी गई कि 5 से 6 आयु वर्ग के बच्चों के लिए प्रदेश में 9,438 बालवाड़ियां संचालित है। इस वर्ष 1132 बालवाड़ी प्रारंभ की जानी है। पीएम श्री योजना की समीक्षा के दौरान जानकारी दी गई कि प्रथम चरण में प्रदेश में यह योजना 211 स्कूलों में प्रारंभ की गई है। इस योजना के तहत प्रत्येक विकासखण्ड तथा नगरीय निकायों से एक-एक स्कूल का चयन कर उसे मॉडल स्कूल के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस योजना में 198 स्कूलों में इस योजना को प्रारंभ करने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। स्कूलों में बेहतर अधोसंरचना के साथ किचन-गार्डन, एआई रोबोटिक्स, आईसीटी लैब की सुविधा के साथ ग्रीन स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा। बैठक में बताया गया कि इस बार अधिकांश स्कूलों में समर कैम्प का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों और शिक्षकों ने उत्साह से भाग लिया।
विद्या समीक्षा केन्द्र के संबंध में बैठक में बताया गया कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा संचालित हितग्राहीमूलक योजनाओं की मॉनिटरिंग हेतु विद्या समीक्षा केन्द्र बनाया गया है। चरणबद्ध रूप से विद्यार्थियों एवं शिक्षकों की उपस्थिति की ऑनलाईन मॉनिटरिंग, विद्यार्थियों के मूल्यांकन, मध्यान्ह भोजन योजना, शिक्षकों की पदोन्नति-स्थानांतरण, अवकाश आदि की मॉनिटरिंग की जाएगी। डाटा विश्लेषण हेतु सॉफ्टवेयर तैयार करने के लिए आईआईटी भिलाई के साथ एमओयू किया गया है। बैठक में प्रबंध संचालक समग्र शिक्षा श्री संजीव झा, संचालक लोक शिक्षण श्रीमती दिव्या उमेश मिश्रा, संचालक एससीईआरटी श्री राजेन्द्र कटारा, पाठ्यपुस्तक निगम के संचालक श्री कुलदीप शर्मा भी उपस्थित थे। -
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मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने लगभग 70 लाख माताओं-बहनों के खाते में 653 करोड़ 85 लाख रुपए की राशि अंतरित की
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने महतारी वंदन योजना की पांचवीं किश्त एक जुलाई को जारी कर दी है। इस योजना अंतर्गत लगभग 70 लाख माताओं-बहनों के खाते में 653 करोड़ 85 लाख रुपए की राशि अंतरित हुई है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी के अनुरूप विवाहित माताओं-बहनों को हर महीने महतारी वंदन योजना के अंतर्गत 1000 रूपए देने का संकल्प लिया था। शपथ लेने के तीन महीने के भीतर ही इस महती योजना पर काम शुरू हो गया।
प्रशासनिक अमले ने तेजी से सर्वे का काम पूरा करते हुए हितग्राही महिलाओं से फार्म भरवाए और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 10 मार्च को महतारी वंदन योजना की पहली किश्त जारी की थी। इसके पश्चात नियमित रूप से यह किश्त जारी की जा रही है। नियमित रूप से यह राशि आने की वजह से महिलाएं काफी खुश हैं। कुछ महिलाएं अपने घरेलू बजट को इससे व्यवस्थित कर पा रही हैं, कुछ महिलाएं इस राशि को अपनी बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में खर्च कर रही हैं तथा कुछ भविष्य के लिए निवेश कर रही हैं।महतारी वंदन योजना के क्रियान्वयन में सुशासन के मूल्य स्पष्ट झलकते हैं। डीबीटी के माध्यम से राशि का अंतरण हो रहा है इससे पूरी प्रक्रिया पारदर्शी है। बीते दिनों जनदर्शन में बहुत सी महिलाएं आयी उन्होंने अपने आवेदन दिए साथ ही महतारी वंदन योजना को लेकर अपनी खुशी भी जाहिर की। इन महिलाओं ने मुख्यमंत्री से कहा कि विष्णु का सुशासन हमारे जीवन में बहुत सुख-समृद्धि लेकर आया है। इसके पहले महिलाओं को लेकर इतनी अच्छी योजना हमारे राज्य में क्रियान्वित नहीं की गई थी। इससे हमारे सपने पूरे हो रहे हैं। -
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लगभग 70 लाख माताओं-बहनों के खाते में 653 करोड़ 84 लाख रुपए अंतरित करेंगे मुख्यमंत्री
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय महतारी वंदन योजना की पांचवीं किश्त सोमवार एक जुलाई को जारी करेंगे। योजना के अंतर्गत लगभग 70 लाख माताओं-बहनों के खाते में मुख्यमंत्री श्री साय 653 करोड़ 84 लाख रुपए अंतरित करेंगे। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी के अनुरूप विवाहित माताओं-बहनों को हर महीने महतारी वंदन योजना के अंतर्गत 1000 रूपए देने का संकल्प लिया था। शपथ लेने के तीन महीने के भीतर ही इस महती योजना पर काम शुरू हो गया।प्रशासनिक अमले ने तेजी से सर्वे का काम पूरा करते हुए हितग्राही महिलाओं से फार्म भरवाए और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 10 मार्च को महतारी वंदन योजना की पहली किश्त जारी की थी। इसके पश्चात नियमित रूप से यह किश्त जारी की जा रही है। नियमित रूप से यह राशि आने की वजह से महिलाएं काफी खुश हैं। कुछ महिलाएं अपने घरेलू बजट को इससे व्यवस्थित कर पा रही हैं, कुछ महिलाएं इस राशि को अपनी बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में खर्च कर रही हैं तथा कुछ भविष्य के लिए निवेश कर रही हैं।महतारी वंदन योजना के क्रियान्वयन में सुशासन के मूल्य स्पष्ट झलकते हैं। डीबीटी के माध्यम से राशि का अंतरण हो रहा है इससे पूरी प्रक्रिया पारदर्शी है। बीते दिनों जनदर्शन में बहुत सी महिलाएं आयी उन्होंने अपने आवेदन दिए साथ ही महतारी वंदन योजना को लेकर अपनी खुशी भी जाहिर की। इन महिलाओं ने मुख्यमंत्री से कहा कि विष्णु का सुशासन हमारे जीवन में बहुत सुख-समृद्धि लेकर आया है। इसके पहले महिलाओं को लेकर इतनी अच्छी योजना हमारे राज्य में क्रियान्वित नहीं की गई थी। इससे हमारे सपने पूरे हो रहे हैं।
सोमवार को जब मुख्यमंत्री पांचवीं किश्त का अंतरण महिलाओं के खाते में करेंगे, तब स्वतः ही महिलाओं के जीवन में कुछ खुशियां और भी जुड़ जाएंगी। मातृ शक्ति को मजबूत कर प्रदेश को विकसित बनाने का जो विजन मुख्यमंत्री ने देखा है, उस विजन की राह में एक मील का पत्थर इस दिन फिर जुड़ जाएगा। -
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मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की पहल पर शुरू हुआ यह सदन
सदन में मरीजों और उनके परिजनों के रूकने और इलाज के लिए अस्पताल लाने ले जाने का भी इंतजाम
कांसाबेल की सात वर्षीय बालिका रिया पिछले दो महीने से यहां रहकर करा रही फिजियोथेरेपी
रायपुर : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर प्रदेश के दूर दराज के क्षेत्र से उपचार के लिए राजधानी रायपुर आने वाले मरीज और उनके स्वजनों की सुविधा के लिए कुनकुरी सेवा सदन शुरू किया गया है। इस सदन में विभिन्न बीमारियों से जूझ रहे मरीजों और उनके परिजनों के रहने की अच्छी व्यवस्था हैं। यहां मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा और मार्गदर्शन उपलब्ध कराया जाता है। यहां डॉक्टर सहित मेडिकल टीम और मरीजों को अस्पताल लाने ले जाने के लिए एंबुलेंस की सेवा भी निःशुल्क उपलब्ध है।
मुख्यमंत्री श्री साय पहुंचे कुनकुरी सदन: मरीजों से पूछा हालचाल
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज सवेरे कुनकुरी सेवा सदन पहुंचे और यहां रहकर स्वास्थ्य लाभ उठा रहे मरीजों और उनके परिजनों से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने मरीजों से उनकी बीमारी और चल रहे उपचार की जानकारी लेने के साथ ही कुनकुरी सदन में मिल रही सुविधा के संबंध में विस्तार से जाना। इस अवसर पर खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंकराम वर्मा और विधायक श्री पुरंदर मिश्रा भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री से चर्चा के दौरान सदन के अधिकारियों ने उन्हें बताया कि बचपन से दिव्यांग कांसाबेल से आयी सात वर्षीय बालिका रिया को पिछले दो महीने से फिजियोथेरेपी का लाभ मिलने से अब उसकी सेहत में सुधार दिखने लगा है। वहीं कुनकुरी से आयी सुश्री रीटा कायतर दुर्घटना के पश्चात चल पाने में असमर्थ थी। परंतु अब कुनकुरी सदन में रहकर डीकेएस हॉस्पिटल से निरंतर फिजियोथेरेपी कराने पर उनके स्वास्थ्य में सुधार हुआ है। दो माह पूर्व बस्तर में सड़क दुर्घटना में घायल श्री नीतिश कुमार का एक पैर काटना पड़ा। वर्तमान में उनका उपचार डीकेएस हॉस्पिटल में हो रहा है। उन्हें और उनके परिजनों को सदन में ठहरने एवं भोजन की अच्छी व्यवस्था मिल रही है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि कुनकुरी सदन में महिला एवं पुरूष डॉक्टर तथा मेडिकल स्टॉफ पदस्थ हैं, जो यहां पर सबकी सेवा कर रहे हैं। यहां दूरस्थ अंचलों से मरीज इलाज के लिए आए हुए हैं। यहां किसान से लेकर सभी वर्ग के लोग इलाज के लिए आते हैं। सभी को सदन में मार्गदर्शन भी दिया जाता है और उनका सहयोग भी किया जाता है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि मेरे विधानसभा क्षेत्र के नाम पर इस सदन का नाम कुनकुरी सदन रखा गया है। यहां पर प्रदेश भर से इलाज के लिए आए मरीजों को जिन्हें किसी मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है और शुरुआती दौर में अस्पताल में बेड अलॉट नहीं हो पाता उन्हें यहां के अधिकारी सहयोग करते हैं, मार्गदर्शन देते हैं। अस्पताल में चिकित्सकों से बात करके उनका समुचित इलाज की व्यवस्था भी करते हैं। सरकार की योजनाओं की मदद से उनका इलाज होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सार्वजनिक जीवन की शुरूआत से ही जरूरतमंद मरीजों का इलाज कराने में मेरी रूचि रही है।
गौरतलब है कि रायपुर में अंबेडकर मेडिकल कालेज, मेकाहारा, एम्स सहित निजी चिकित्सा संस्थानों में उपलब्ध सेवाओं का लाभ उठाने के लिए प्रदेश के दूरस्थ अंचलों से रोजाना सैकड़ों जरूरतमंद लोग रायपुर पहुंचते हैं। इन लोगों की जरूरत को महसूस करते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कुनकुरी सेवा सदन की शुरूआत की पहल की है। 50 बिस्तर की क्षमता वाले इस सेवा सदन का शुभारंभ इसी साल मार्च में हुआ है। अब तक हजार से अधिक लोगों को इस सदन का लाभ मिल चुका है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय मेडिकल सेवा को लेकर बहुत संवेदनशील रहे हैं। सांसद और केन्द्रीय मंत्री रहने के दौरान भी उन्होंने बीमार मरीजों की जरूरत और उनकी सहायता करने के लिए तत्परता से काम करते रहे हैं। मुख्यमंत्री के रूप में छत्तीसगढ़ का कमान संभालने के बाद, कुनकुरी सदन जशपुर सहित पूरे प्रदेश के मरीजों की आशा का नया केन्द्र बन गया है।
प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने के लिए मुख्यमंत्री साय ने कार्यकाल के पहले दिन से ही सख्ती दिखानी शुरू कर दी थी। उन्होनें शपथ लेने के बाद एंबुलेंस सेवा को सुधारने का पहला निर्देश अधिकारियों को दिया था। इसके साथ ही सभी सरकारी अस्पतालों में सस्ती जेनरीक दवा उपलब्ध कराने की व्यवस्था भी मुख्यमंत्री के पहल पर हो चुकी है।