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द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
पुरस्कार वर्ष 2021-22 एवं 2022-23 के लिए 97 पुरस्कारग्राही खिलाड़ियों को दी जाएगी 76 लाख की पुरस्कार राशि
पदक विजेता 502 खिलाड़ियों के बैंक खाते में जाएंगे 60.33 लाख रूपए
खिलाड़ियों को मिलेंगे, 01 करोड़ 36 लाख 33 हजार रूपए
अलंकरण समारोह पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में दोपहर 12 बजे से
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय गुरूवार 29 अगस्त 2024 को राज्य खेल अलंकरण समारोह में राज्य के प्रतिभावान खिलाड़ियों को पुरस्कृत करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष डॉ.रमन सिंह करेंगे। कार्यक्रम के अतिविशिष्ट अतिथि केन्द्रीय आवास एवं शहरी विकास राज्य मंत्री श्री तोखन साहू, उपमुख्यमंत्री द्वय श्री अरूण साव और श्री विजय शर्मा तथा खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री टंकराम वर्मा होंगे। खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा राज्य खेल अलंकरण समारोह का आयोजन राजधानी रायपुर के पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में दोपहर 12 बजे से किया जाएगा।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में रायपुर सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम, वन मंत्री श्री केदार कश्यप, खाद्य मंत्री श्री दयाल दास बघेल, वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, उद्योग मंत्री श्री लखनलाल देवांगन, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, विधायक सर्व श्री राजेश मूणत, पुरन्दर मिश्रा, मोतीलाल साहू, अनुज शर्मा, इन्द्रकुमार साहू, गुरू खुशवंत साहेब होंगे।
कार्यक्रम में राज्य शासन द्वारा वर्ष 2021-22 के लिए शहीद राजीव पाण्डे पुरस्कार के लिए 06, शहीद कौशल यादव पुरस्कार के लिए 06, वीर हनुमान सिंह पुरस्कार के लिए 02, शहीद पंकज विक्रम सम्मान 11, शहीद विनोद चौबे सम्मान के लिए 05 एवं मुख्यमंत्री ट्राफी वर्ष 2021-22 के लिए 11 खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाएगा।इसी प्रकार वर्ष 2022-23 हेतु शहीद राजीव पांडेय पुरस्कार के लिए 04, शहीद कौशल यादव पुरस्कार के लिए 07, वीर हनुमान सिंह पुरस्कार के लिए 01, शहीद पंकज विक्रम सम्मान 15, शहीद विनोद चौबे सम्मान के लिए 05 एवं मुख्यमंत्री ट्राफी वर्ष 2022-23 के लिए 24 चयनित खिलाड़ियों को ट्राफी देकर सम्मानित किया जाएगा। खेल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पुरस्कार वर्ष 2021-22 एवं 2022-23 के लिए 97 पुरस्कारग्राही खिलाड़ियों को दी जाएगी 76 लाख रूपए की पुरस्कार राशि, पदक विजेता 502 खिलाड़ियों के बैंक खाते में जाएंगे 60.33 लाख रूपए की राशि इस तरह खिलाड़ियों को मिलेंगे 01 करोड़ 36 लाख 33 हजार रूपए शामिल हैं। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
बस्तर के शिल्पियों द्वारा बुने गए पीले खादी सिल्क से निर्मित किया गया है विशेष परिधान
छत्तीसगढ़वासियों के प्रेम, आस्था और समर्पण का प्रतीक है यह परिधान
रायपुर : प्रभु श्री रामलला अयोध्या मे प्राण प्रतिष्ठा के बाद अपनी सम्पूर्ण दिव्यता और आभा से सुशोभित हैं। प्राणप्रतिष्ठा के पश्चात पहली जन्माष्टमी में बस्तर के श्रमसाधकों द्वारा विशेष रूप से तैयार किए गए पीले खादी सिल्क से निर्मित शुभवस्त्र से सुशोभित प्रभु श्री रामलला की अलौकिक छटा दर्शनीय है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पुनीत अवसर पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ स्थल में श्रीरामलला को छत्तीसगढ़ में निर्मित पीली खादी सिल्क से निर्मित वस्त्र धारण कराना हमारे लिए सौभाग्य की बात है। यह वस्त्र बस्तर के शिल्पियों द्वारा निर्मित है। दंडकारण्य जहां मर्यादा पुरुषोत्तम ने अपने वनवास का अधिकांश समय व्यतीत किया, वहां से भेजा वस्त्र धारण करने का समाचार वास्तव में भावुक करने वाला है। भांचा श्रीराम की कृपा उनके ननिहाल पर बरसती रहे यही कामना है।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ जहां के लोगों ने भगवान श्रीराम और माता कौशल्या का सदैव प्रेम और आशीर्वाद पाया है, यहां की माटी में आज भी वही दिव्यता है जो भगवान राम के चरणों से पवित्र हुई है। छत्तीसगढ़ जिसे प्रभु श्री राम के ननिहाल होने का गौरव है यहां पग-पग में प्रभु श्री राम की यादें दिखाई पड़ती है। बस्तर अंचल जिसे दंडकारण्य भी कहा जाता है, जहां प्रभु राम ने वनवास काल का अधिकांश समय व्यतीत किया है, वहां के शिल्पियों द्वारा कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर उनके ननिहाल से भेजा गया विशेष परिधान धारण करना छत्तीसगढ़ के जन-जन के लिए गर्व का क्षण है। मामागांव के परंपरागत वस्त्रों में भांचा राम के सुशोभित होने से सभी छत्तीसगढ़वासियों का हृदय गर्व और असीम आनंद से परिपूर्ण है। यह अद्वितीय वस्त्र हमारी परम्पराओं और संस्कारों का प्रतीक है जो भगवान श्री राम और माता कौशल्या को छत्तीसगढ़ की भूमि से जोड़ता है। यह वस्त्र केवल एक परिधान नही, बल्कि हमारी संस्कृति, हमारी परंपरा, हमारी अडिग आस्था और भांचा राम के प्रति हमारे प्रेम एवम श्रद्धा का प्रतीक है।
भांचा राम के यह वस्त्र केवल धागे से नहीं बल्कि उनके ननिहाल के भक्तों द्वारा श्रद्धा और स्नेह से बुने गए हैं। बस्तर की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और छत्तीसगढ़ की अनुपम कला को दर्शाते ये वस्त्र छत्तीसगढ़ वासियों की आस्था और समर्पण का प्रतीक भी है। असली स्वर्ण-चूर्ण से हस्तछपाई की गई यह खादी सिल्क, उन अनगिनत घंटों की मेहनत की साक्षी है, जो बस्तर के शिल्पकारों ने भगवान राम के प्रति अपनी अनन्य भक्ति में समर्पित करते हुए बिताए हैं।
‘भांचा राम‘ के रूप में श्रीराम का प्रेम और आशीर्वाद यहाँ के लोगों के हृदय में सदैव प्रवाहित होता रहा है। छत्तीसगढ़ की पावन माटी आज भी उस स्नेह और श्रद्धा को संजोए हुए है, जिससे माता कौशल्या ने अपने पुत्र को संस्कारित किया। यह वही धरती है जहां श्रीराम ने अपने वनवास के समय अपार प्रेम और सम्मान पाया, यहाँ का एक एक कण आज भी भांचा राम और माता कौशल्या की अनुपम गाथा को संजोए हुए है।
उल्लेखनीय है कि श्री कृष्ण जन्मोत्सव का पर्व अयोध्या में अत्यंत भव्य तरीके से मनाया गया। प्रभु श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के पश्चात यह पहली जन्माष्टमी है, जिसे लेकर श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह और उमंग देखा गया। जन्मोत्सव के लिए मंदिर की रंग-बिरंगे फूलों से आकर्षक सजावट के साथ ही भोग के लिए पंजीरी, पंचामृत और अनेकों व्यंजन तैयार किये गये। इस पावन अवसर पर कीर्तन, भजन का आयोजन भी किया गया। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : जशपुर जिले के ग्राम पंचायत तामासिंघा, बंदरचुआं और आश्रित ग्रामों के पंचों तथा ग्रामीणों के वार्षिक भ्रमण में अब एक नई जगह जुड़ गई है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के गृह ग्राम बगिया के आसपास के गांवों से वार्षिक भ्रमण पर राजधानी रायपुर पहुंचे ग्रामीणों ने गांव लौटने से पूर्व यात्रा के अंतिम पड़ाव में मुख्यमंत्री निवास पहुंचकर उनसे मुलाकात की। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से अपनी यात्रा के बारे में रोचक बातें साझा की। मुख्यमंत्री ने सभी का हालचाल जाना और बारिश, खेती-किसानी सहित गांव से जुड़ी ढेर सारी बातें की। इस मौके पर ग्राम तामासिंघा के सरपंच श्री संकेत साय पैंकरा भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री श्री साय सभी से बड़ी आत्मीयता से मिले। इस मौके पर उन्होंने कहा कि इस साल अच्छी बारिश हुई है और पैदावार भी अच्छी होगी। श्री साय ने कहा कि कुनकुरी और आसपास के क्षेत्रों में पानी की समस्या रहती है, इसके लिए सिंचाई और पेयजल परियोजनाओं पर काम हो रहा है। आने वाले समय में सिंचाई के साथ अन्य समस्याएं भी दूर हो जाएगी।मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों को सामुदायिक भवन के स्वीकृति की जानकारी दी और बच्चों के खेलकूद के लिए जरूरी अधोसंरचना उपलब्ध कराने की बात कही।
ग्रामीणों ने भी मुख्यमंत्री के सामने आत्मीयता से अपनी बातें रखी। यात्रा के बारे में बताया, गांव के बारे में जानकारी दी और कुछ समस्याएं भी रखीं। ग्रामीण अपनी बात उनसे ऐसे साझा कर रहे थे, मानों गांव के अपने किसी साथी को बता रहे हों। ग्रामीणों ने बताया कि श्री साय शुरू से ही ऐसे है, वें कहीं भी रहें उनका अपने क्षेत्र और क्षेत्रवासियों से हमेशा ऐसा ही लगाव रहा है। सांसद रहते हुए भी क्षेत्र के विकास के लिए जुटे रहे और उनका यह स्वभाव आज भी नहीं बदला है। हमने उनका संघर्ष देखा है और आज जब वो प्रदेश के मुखिया है, यह बात हमें गौरव से भर देती है।
गौरतलब है कि तामासिंघा और आसपास के ग्राम पंचायत के सभी पंच अपने परिजनों के साथ प्रतिवर्ष प्रदेश के विभिन्न इलाकों के भ्रमण पर निकलते है। इसी कड़ी में पंचों के प्रतिनिधिमंडल ने अपने परिजनों के साथ इस वर्ष मां बम्लेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़, राजधानी रायपुर के मंत्रालय, शहीद वीर नारायण सिंह स्टेडियम, जंगल सफारी, राम मंदिर और पुरखौती मुक्तांगन का भ्रमण किया।इस मौके पर श्री सायनंदन राम, श्रीमती सुचिता लकड़ा, सचिव श्री अनुराग तिवारी, श्रीमती लिवावती बाई सहित अन्य जनप्रतिनिधि और ग्रामीण जन उपस्थित थे। -
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नन्हें राधा-कृष्णों की अठखेलियों से गुलजार हुआ मुख्यमंत्री निवास
पूजा के बाद मुख्यमंत्री ने अपने हाथों से दिया सभी बच्चों को प्रसाद
जन्माष्टमी पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने श्रीकृष्ण की पूजा कर प्रदेश की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की
रायपुर : कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर आज भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मुख्यमंत्री निवास में धूमधाम से मनाया गया। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इस बार जन्माष्टमी अपने निवास पर दिव्यांग बच्चों के साथ मनाई। राधा और कृष्ण का रूप धरे रायपुर के तीन दिव्यांग संस्थाओं के 25 बच्चों की अठखेलियों से आज शाम मुख्यमंत्री निवास गुलजार रहा।मुख्यमंत्री श्री साय ने इन बच्चों के साथ भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना की और प्रदेश की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की। उन्होंने पालने में बाल गोपाल के रूप में बिराजे दिव्यांग बालक रूद्र की पूजा कर झूला भी झुलाया। उन्होंने प्रदेशवासियों को कृष्ण जन्माष्टमी की बधाई और शुभकामनाएं दीं।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने पूजा के बाद सभी बच्चों को खुद अपने हाथों से प्रसाद वितरित किया। उन्होंने बच्चों को अपनी गोद में लेकर दुलारा और बातकर उनकी पढ़ाई-लिखाई के बारे में भी पूछा। रायपुर के शासकीय दृष्टि एवं श्रवण बाधितार्थ विद्यालय मठपुरैना तथा माना के अस्थिबाधित बालगृह और बहु-दिव्यांग बालगृह के बच्चे मुख्यमंत्री निवास में आयोजित कृष्ण जन्माष्टी कार्यक्रम में शामिल हुए। संवेदनशील मुख्यमंत्री श्री साय ने आज का पावन दिन इन बच्चों के साथ साझाकर उनके त्यौहार को खास बना दिया।उन्होंने इस मौके पर कहा कि इन बच्चों के साथ भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाना और उनकी पूजा करना मेरे लिए अत्यंत सुखद और गर्व का विषय है। प्रदेश के अन्य बच्चों की तरह ये बच्चे भी हमारे समाज का अभिन्न हिस्सा हैं। हम इनकी बेहतर परवरिश, शिक्षा-दीक्षा और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए सदैव प्रतिबद्ध हैं। -
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‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत पीपल के पौधे का किया रोपण
नवा रायपुर में 204.84 करोड़ रूपए के विकास कार्यों का लोकार्पण
रायपुर : केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने नवा रायपुर में निर्माणाधीन नवीन विधानसभा परिसर में ‘‘पीपुल फॉर पीपल’’ अभियान का शुभारंभ किया। उन्होंने इस मौके पर स्मार्ट सिटी योजना के तहत रेलवे स्टेशन, स्मार्ट रोड, पार्किंग एवं स्मार्ट स्कूल सहित 204.84 करोड़ रूपए की लागत से विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण किया। इस मौके पर कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने की। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉक्टर रमन सिंह, उपमुख्यमंत्री द्वय श्री अरूण साव और श्री विजय शर्मा, वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी, वन मंत्री श्री केदार कश्यप, खाद्य मंत्री श्री दयाल दास बघेल, खेल युवा कल्याण मंत्री श्री टंक राम वर्मा, सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक सर्व श्री राजेश मूणत, किरण देव, पुरंदर मिश्रा, इंद्रकुमार साहू, मोती लाल साहू सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
एक लाख पौधों का होगा रोपण
नवा रायपुर अटल नगर द्वारा ‘‘एक पेड़ मां के नाम’’ अभियान अंतर्गत ‘‘पीपुल फॉर पीपल’’ कार्यक्रम में एक लाख से अधिक स्थानीय प्रजाति के बड़े पेड़ रोपे जाएंगे। वर्तमान में 21,000 से अधिक पीपल के वृक्ष लगाये जा चुके हैं। नवा रायपुर अटल नगर का लक्ष्य है कि शहर में किसी भी स्थान पर खड़े होने पर पीपल का वृक्ष दिखाई दे।
पीपल के वृक्ष के संबंध में श्रीमद भगवद्गीता में भी भगवान श्री कृष्ण ने कहा है कि ‘‘वृक्षों में मैं पीपल हूं।’’ पीपल का वृक्ष 100 वर्षों से अधिक एवं 24 घण्टे जीवनदायिनी वायु प्रदान करने वाला वृक्ष है। कार्यक्रम अंतर्गत युवाओं को जोड़ने एवं जन सुविधा हेतु मोबाईल एप के माध्यम से ‘‘एक पेड़ मां के नाम’’ अभियान अंतर्गत ‘‘पीपुल फॉर पीपल’’ में वर्चुअल एडॉप्शन की सुविधा का उपयोग कर 2000 से ज्यादा जन सामान्य सहभागी भी बन चुके हैं।
रेलवे स्टेशन, स्मार्ट रोड, पार्किंग
नवा रायपुर अटल नगर से अन्य शहरों की कनेक्टीविटी के लिए बिछाई गई रेलवे लाईन में शहर के मध्य रेलवे स्टेशन की सुविधा उपलब्ध होगी। यह स्टेशन 75 करोड़ रूपए की लागत से तैयार की गई है। नवा रायपुर विकास प्राधिकरण द्वारा 4 रेलवे स्टेशन निर्माण का कार्य किया जा रहा है। नवा रायपुर अटल नगर में लगभग 5.3 किलोमीटर में स्मार्ट सडक एवं अन्य आवश्यक अधोसंरचना का निर्माण 35.25 करोड़ रूपए की लागत से किया गया है। 100 बस के अतिरिक्त 148 कार, टैक्सी और लगभग 250 दोपहिया वाहनों की पार्किंग की सुविधा 23.12 करोड़ रूपए की लागत से विकसित की गई है।
विश्वस्तरीय स्मार्ट स्कूल
राखी गांव में विश्वस्तरीय स्मार्ट शैक्षणिक व्यवस्था की सुविधा एवं वृहद बहुद्देशीय सभागार प्रदान करने के लिए 18 करोड़ रूपए हायर सेकेण्डरी स्कूल तैयार किया गया है। इससे 1200 से ज्यादा बच्चों को विश्वस्तरीय शिक्षा का माहौल मिलेगा। आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के बच्चों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा हेतु 11 करोड़ रूपए की लगात से भवन निर्मित किया गया है। इस स्कूल में 950 विद्यार्थी लाभान्वित होंगे। नवा रायपुर अटल नगर के 11 ग्रामों में 10.35 करोड़ रूपए की लागत से प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूलों का उन्नयन किया गया है, जिससे लगभग 4300 स्कूली बच्चों को बेहतर शैक्षणिक माहौल मिलेगा।
भू-संवर्धन एवं वृक्षारोपण
बागवानी कार्य में जल निकायों का विकास के लिए 16 करोड़ रूपए की लागत से मंत्रालय के निकट जल संवर्धन, नालों, तालाबों को पुनर्जीवित करना एवं वृक्षारोपण का कार्य किया गया है। इसके अलावा वर्षा जल की प्राकृतिक धाराओं को विकसित कर भू-जल स्तर को बढाने के लिए 16.12 करोड़ रूपए की लागत से आवश्यक कार्य एवं नये तालाबों का निर्माण तथा वृक्षारोपण कार्य किये गये है। -
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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सहकार से समृद्धि के स्वप्न को साकार करने के लिए देश की हर पंचायत में एक सहकारी समिति का गठन किया जाए
कम्प्यूटराइज़ेशन होने के साथ ही हर ‘पैक्स‘ को बना दें सीएससी, जिससे अनेक गतिविधियों का लाभ ग्रामीण जनता तक पहुंचे
कृषि उत्पाद की बिक्री के लिए ‘पैक्स‘ द्वारा नेफेड और एनसीसीएफ पोर्टल पर शत-प्रतिशत पंजीकरण हो
हर मंडी के हर व्यापारी, सभी ‘पैक्स‘ और सहकारी संस्थाओं का खाता जिला सहकारी बैंक में हो
छत्तीसगढ़ सरकार ‘पैक्स‘ के विस्तार के लिए 4 नये जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक की स्थापना करे
श्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के सभी 33 जिलों में पानी समिति के रूप में ‘पैक्स‘ का शुभारंभ भी किया
गृह एवं सहकारिता मंत्री ने ‘एक पेड़ माँ के नाम अभियान’ के तहत ‘पीपल फॉर पीपुल‘ कार्यक्रम के अंतर्गत वृक्षारोपण और छत्तीसगढ़ सरकार के विभिन्न विकास कार्याे का लोकार्पण भी किया
रायपुर : केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज छत्तीसगढ़ के रायपुर में राज्य में सहकारिता के विस्तार से संबंधित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। श्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के सभी 33 ज़िलों में पानी समिति के रूप में प्राथमिक कृषि साख समिति (Primary Agriculture Credit Society) का शुभारंभ भी किया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, केन्द्रीय सहकारिता राज्यमंत्री श्री मुरलीधर मोहोल, छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव, सहकारिता मंत्री श्री केदार कश्यप और केन्द्रीय सहकारिता मंत्रालय के सचिव डॉ. आशीष कुमार भूटानी भी उपस्थित थे। गृह एवं सहकारिता मंत्री ने ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत ‘पीपल फॉर पीपुल‘ कार्यक्रम के अंतर्गत वृक्षारोपण और छत्तीसगढ़ सरकार के विभिन्न विकास कार्याे का लोकार्पण भी किया।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के सहकार से समृद्धि के स्वप्न को साकार करने के लिए देश की हर पंचायत में एक सहकारी समिति का गठन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार को संपूर्ण जनजातीय विकास के लिए एक नई पब्लिक डेयरी योजना बनानी चाहिए, जो पैक्स, डेयरी और मात्स्यिकी सहकारी संस्था का काम करेगी।
केन्द्रीय सहकारिता मंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सभी 2058 ‘पैक्स‘ ने मॉडल बाय-लॉज़ को अपना लिया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सहकारी डेटाबेस का उपयोग छत्तीसगढ़ में ड्राई एरिया ढूंढने के लिए करना चाहिए, जिससे सहकारिता के विस्तार में मदद मिलेगी। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि कम्प्यूटराइज़ेशन होने के साथ ही हर ‘पैक्स‘ को सीएससी बना देना चाहिए, जिससे ‘पैक्स‘ द्वारा अनेक गतिविधियों का लाभ ग्रामीण जनता तक पहुंच सके।
श्री अमित शाह ने कहा कि इथेनॉल उत्पादन के लिए एनसीसीएफ, नेफेड और राज्य के बीच अनुबंध होना चाहिए जिससे किसानों को मक्के की खेती के प्रति प्रोत्साहित किया जा सके। उन्होंने कहा कि मक्के की खेती में लागत भी कम है और केन्द्र सरकार द्वारा किसानों का सारा मक्का अच्छे न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा जा रहा है। श्री शाह ने कहा कि किसानों के कृषि उत्पाद की बिक्री के लिए ‘पैक्स‘ द्वारा नेफेड और एनसीसीएफ पोर्टल पर शत-प्रतिशत पंजीकरण होना चाहिए।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि हर मंडी के हर व्यापारी, ‘पैक्स‘ और सहकारी संस्था का खाता ज़िला सहकारी बैंक में खोलना अनिवार्य है। छत्तीसगढ़ में 4 सहकारी चीनी मिलें हैं, जिनमें से सिर्फ एक मिल में इथेनॉल उत्पादन प्लांट है। श्री शाह ने कहा कि बाकी 3 सहकारी चीनी मिलों में 6 महीने के अंदर मल्टी-फीड (Multi-Feed) इथेनॉल उत्पादन प्लांट लगाए जाएं, जिससे मक्का, गन्ना आदि से इथेनॉल उत्पादन किया जा सके, इसमें केन्द्र सरकार मदद करेगी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में मक्के और दलहन की खेती को बढ़ावा देने की ज़रूरत है और इसके लिए राज्य के कृषि विभाग को पहल करनी चाहिए।
श्री अमित शाह ने कहा कि वर्तमान में छत्तीसगढ़ के 33 ज़िलों में कुल 6 ज़िला सहकारी केन्द्रीय बैंक(DCCB) हैं और निकट भविष्य में राज्य में ‘पैक्स‘ के विस्तार को ध्यान में रखते हुए कम से कम 4 और जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक की स्थापना होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के ग्रामीण और जनजातीय लोगों के आर्थिक विकास के लिए व्होल ऑफ गवर्नमेंट एप्रोच (Whole of Government Approach) के तहत राज्य सरकार के पशुपालन, कृषि, जनजातीय मामले और सहकारिता विभागों को मिलकर काम करना चाहिए। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों को कृष्ण जन्माष्टमी की बधाई और शुभकामनाएं दी है। इस अवसर पर उन्होंने सबके सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की है। मुख्यमंत्री ने अपने बधाई संदेश में कहा है कि भगवान श्रीकृष्ण हमें जीवन जीने का सही राह बताते हैं। उनके उपदेश जीवन की हर परिस्थिति के लिए प्रासंगिक है। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों विशेषकर सभी माताओं को हलषष्ठी (कमरछठ) की बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा है कि भगवान श्री कृष्ण के बड़े भाई बलरामजी के जन्मोत्सव के रूप में हलषष्ठी मनाई जाती है। छत्तीसगढ़ में यह त्यौहार कमरछठ के नाम से मनाया जाता है। इस दिन घरों और मंदिरों में तालाब के प्रतिरूप स्वरूप सगरी बनाई जाती है।महिलाएं इकट्ठा होकर पसहर चावल, काशी फूल, महुआ पत्ते, लाई अर्पित कर भगवान शिव और सगरी की पूजा-अर्चना करती हैं। इस दिन महिलाएं व्रत रखकर अपने बच्चों के स्वास्थ्य, लंबी उम्र और समृद्धि के लिए प्रार्थना करती हैं। मुख्यमंत्री ने कामना की है कि सभी माताओं की कामना पूरी हो, सभी बच्चे स्वस्थ और खुशहाल रहें। -
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मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने केन्द्रीय गृह मंत्री श्री शाह का विमानतल पर किया आत्मीय स्वागत
रायपुर : केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह छत्तीसगढ़ के तीन दिवसीय प्रवास पर आज रात राजधानी रायपुर पहुंचे। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने स्वामी विवेकानंद विमानतल पर केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह का आत्मीय स्वागत किया।इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव और श्री विजय शर्मा, केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास राज्य मंत्री श्री तोखन साहू सहित आदिम जाति विकास एवं कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री केदार कश्यप, उद्योग मंत्री श्री लखनलाल देवांगन, वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा, सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक श्री किरण देव, श्री पुरंदर मिश्रा, श्री मोतीलाल साहू, पूर्व सांसद सुश्री सरोज पांडेय सहित अनेक जनप्रतिनिधि, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा तथा वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देश पर राज्य के अधिक से अधिक किसानों को अल्पकालीन कृषि ऋण वितरण किया जा रहा है। प्रदेश में किसानों को अब तक राज्य सहकारी बैंकों के द्वारा 2058 सहकारी समितियों के माध्यम से लगभग 6281 करोड़ रूपए का अल्पकालीन कृषि ऋण वितरण किया गया है। इस वर्ष राज्य सरकार द्वारा किसानों को 7300 करोड़ रूपए ऋण वितरण का लक्ष्य रखा गया है। किसानों को उनके मांग और रकबे के अनुरूप अल्पकालीन कृषि ऋण प्रदान किया जा रहा है। जबकि पिछले वर्ष आज की स्थिति में 6 हजार 193 करोड़ रूपए के अल्पकालीन कृषि ऋण वितरित किए गए थे।
गौरतलब है कि राज्य सरकार द्वारा किसानों को खेती-किसानी की प्रारंभिक जरूरतों को पूरा करने तथा खेती-किसानी में सहूलियत प्रदान करने के उद्देश्य से किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) योजना प्रारंभ किए गए हैं। इसके अलावा किसानों को साहूकारों के चंगुलों से बचाना इसका एक प्रमुख उद्देश्य था। वर्तमान समय में इस योजना के माध्यम से प्रदेश के लाखों किसान इससे लाभान्वित हो रहे हैं। इससे किसानों को प्रारंभिक और खेती-किसानी की जरूरतों के लिए न सिर्फ राहत मिली है, बल्कि फसलों के उत्पाद में लगातार वृद्धि भी हो रही है। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने स्वेच्छानुदान मद से बलौदाबाजार भाटापारा निवासी देवा केसरवानी पिता शंकर केसरवानी के लिए 5 लाख रूपये स्वेच्छानुदान से दिया है। उक्त राशि देवा केसरवानी के गंभीर दिल के आपरेशन (हृदय संबधित) उपचार हेतु प्रदान किया गया है। आज कलेक्टर दीपक सोनी ने देवा केसरवानी को स्वेच्छानुदान की 5 लाख रूपये का चेक भेंट किया. स्वेच्छानुदान से राशि मिलने पर देवा केसरवानी ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार आभार जताया है। -
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का हर सप्ताह गुरुवार को होने वाला जनदर्शन इस गुरूवार 22 अगस्त को अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दिया गया है। -
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रायपुर : राज्यपाल श्री रमेन डेका से आज यहां राजभवन में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने सपरिवार सौजन्य भेंट की। इस अवसर पर राज्य की प्रथम महिला श्रीमती रानी डेका काकोटी, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती कौशल्या साय एवं परिजन उपस्थित थे। -
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मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने ई-आफिस प्रणाली, स्वागतम पोर्टल और मुख्यमंत्री कार्यालय ऑनलाईन पोर्टल का किया शुभारंभ
मुख्यमंत्री ने ई-ऑफिस प्रणाली लागू करने के संबंध में मुख्य सचिव को निर्देश देने संबंधी फाइल का अनुमोदन कर ई-ऑफिस प्रणाली का किया शुभारंभ
शासकीय कामकाज को पारदर्शी बनाने और व्यवस्थित करने ई-आफिस प्रणाली की शुरुआत
मंत्रालय में आमजनों के सुगम प्रवेश के लिए स्वागतम पोर्टल का शुभारंभ
रायपुर : छत्तीसगढ़ में ई-गवर्नेंस को बढ़ावा देने और शासकीय काम-काज में पारदर्शिता लाने के लिए सभी क्षेत्रों में आईटी का व्यापक पैमाने पर इस्तेमाल शुरू हो गया है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज तीन पोर्टलों ई-ऑफिस प्रणाली, मुख्यमंत्री कार्यालय ऑनलाइन पोर्टल और स्वागतम पोर्टल का शुभारंभ किया। इस पहल से सुशासन के साथ शासकीय कामकाज में दक्षता और पारदर्शिता बढ़ेगी।
मुख्यमंत्री की मंशा के अनुसार सरकारी काम-काज में अधिक से अधिक पारदर्शिता लाने के लिए अधिकाधिक क्षेत्रों में आईटी का उपयोग किया जा रहा है, ताकि भष्ट्राचार की गुंजाईश न रहे। मुख्यमंत्री श्री साय के निर्देश पर ये तीनों ऑनलाईन पोर्टल तैयार किए गए हैं, जिसका शुभारंभ आज यहां मंत्रालय महानदी भवन में बटन दबाकर मुख्यमंत्री ने किया। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री साय ने मुख्य सचिव को सभी विभागों में ई-ऑफिस प्रणाली लागू करने के निर्देश देने संबंधी फाइल का डिजिटल अनुमोदन कर ई-ऑफिस प्रणाली का शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इस अवसर पर कहा कि सुशासन के संकल्प को पूरा करने की दिशा में ई-आफिस प्रणाली और स्वागतम पोर्टल का शुभारंभ राज्य सरकार का एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस और सरकारी काम में पारदर्शिता के उद्देश्य से सभी विभागों में आईटी के उपयोग को बढ़ावा दे रही है। डिजिटल गवर्नेंस को हर स्तर पर ले जाने के लिए हम काम कर रहे है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है। आज हम लोगों ने सरकारी कामकाज में अधिक पारदर्शिता और आमजन की सुविधा के लिए एक साथ तीन-तीन ऑनलाइन प्रणाली का शुभारंभ किया है। तीनों पोर्टल का शुभारंभ प्रदेश में सुशासन स्थापित करने में मील का पत्थर साबित होगा। ई-ऑफिस प्रणाली से फाइलों के निराकरण में अनावश्यक देरी नहीं होगी। गलती की गुंजाइश कम होगी। फाइल किस स्तर पर है, इसकी ट्रेकिंग हो सकेगी।
इसी तरह मंत्रालय में मुख्यमंत्री, मंत्रीगणों और अधिकारियों से मिलने जो आंगतुक आते है, उनकी सुविधा के लिए स्वागतम पोर्टल भी शुरू किया गया है। मुख्यमंत्री श्री साय ने सीएमओ पोर्टल के शुभारंभ की जानकारी देते हुए बताया कि इसके माध्यम से सरकार की योजनाओं, कार्यक्रमों, जनहितैषी फैसलों और काम-काज की जानकारी आम लोगों को मिलेगी।
गौरतलब है कि ई-ऑफिस प्रणाली शुरुआती चरण में सामान्य प्रशासन विभाग में लागू किया गया है, जिसे क्रमशः सभी विभागों में लागू किया जाएगा। ई-आफिस प्रणाली में आफिस के दस्तावेज डिजिटल किये जाएंगे। दस्तावेज को एक आफिस से दूसरे आफिस भेजे जाने पर काफी समय लगता था, यह समय अब बच जाएगा। इसके साथ ही दस्तावेज में हेरफेर किये जाने की गुंजाईश समाप्त हो जाएगी। दस्तावेजों के खोने या गायब होने की दिक्कत नहीं रहेगी। डिजिटल माध्यम में दस्तावेज अधिक सुरक्षित रहेंगे। उन्होंने कहा कि अब तय समय-सीमा पर फाइलों का निराकरण हो सकेगा। इससे अधिकारियों के कामकाज की मॉनिटरिंग भी आसान हो सकेगी। ई-आफिस सिस्टम आने से आम जनता के लिए भी अपने आवेदनों के निराकरण की स्थिति जानने में आसानी होगी।
इसी प्रकार मंत्रालय में प्रवेश हेतु स्वागतम पोर्टल के माध्यम से आगंतुकों के प्रवेश की व्यवस्था आसान हो जाएगी। आगंतुकों से संबंधित विवरणों के संधारित हो जाने से मंत्रालय परिसर की सुरक्षा सुदृढ़ होगी। इसके साथ ही सीएमओ पोर्टल का भी आज शुभारंभ किया गया। सीएमओ पोर्टल के माध्यम से शासकीय योजनाओं की जानकारी एक क्लिक पर लोगों को मिल सकेगी। इस पोर्टल के माध्यम से छत्तीसगढ़ के कला संस्कृति इतिहास और अन्य विशेषताओं के बारे में लोग जान पाएंगे। छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों और उससे संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां इस पोर्टल पर उपलब्ध होगी।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल, विधायक श्री मोतीलाल साहू, श्री गजेंद्र यादव, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी दयानंद, श्री बसवराजू एस, सुशासन एवं अभिसरण विभाग के सचिव श्री राहुल भगत, सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव श्री मुकेश बंसल, श्री अन्बलगन पी. सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
आगामी सितम्बर माह में राज्य के 18 जिलों में होगा वृहद आयोजन
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी राज्य स्तरीय मेगा ईवेंट में होंगे वर्चुअल रूप से शामिल
प्रधानमंत्री विशेष पिछड़ी जनजाति परिवारों से करेंगे संवाद
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के पहल पर छत्तीसगढ़ में विशेष पिछड़ी जनजाति बहुल बसाहटों में राज्य और केन्द्र सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए विशेष अभियान चलेगा। आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा द्वारा राज्य के 18 जिलों में आगामी सितम्बर माह में इसके लिए मेगा ईवेंट और आईईसी कैंपेन चलाने के लिए दिशा-निर्देश दिए गए हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सितंबर 2024 के प्रथम सप्ताह में ऐसे आयोजनों में वर्चुअल रूप से शामिल होकर विशेष पिछड़ी जनजाति परिवारों के साथ संवाद करेंगे।
आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा ने बताया कि द्वारा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी पीएम जनमन योजना के तहत झारखंड में आयोजित किए जा रहे हैं राष्ट्रीय मेगा ईवेंट शामिल होंगे तथा देश के सभी पीवीटीजी बसाहट वाले जिलों को संबोधित करते हुए टू वे कनेक्टिविटी के माध्यम से संवाद स्थापित करेंगे। उन्हांेने बताया कि छत्तीसगढ़ में विशेष पिछड़ी जनजाति वाले किसी एक जिले में राज्य स्तरीय मेगा ईवेंट के लिए चिन्हित किया जाएगा।
श्री बोरा ने बताया कि मेगा ईवेंट के अतिरिक्त बाकी सभी पीएम-जनमन के जिलों में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित होंगे। इन सभी आयोजनों में झारखण्ड राज्य से प्रधानमंत्री का संबोधन और संवाद सुचारु रुप से देखने और सुनने के लिए टू-वे-कनेक्टिविटी की आवश्यक व्यवस्थाएं की जा रही है। इन आयोजनों में स्थानीय विधायकगण और अन्य जनप्रतिनिधि शामिल होंगे। कार्यक्रम में केन्द्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत विशेष पिछड़ी जनजाति को लाभान्वित किया जाएगा। इस दौरान सास्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा।
श्री बोरा ने बताया कि लाभार्थी सतृप्ति शिविरों का आयोजन 23 अगस्त 2024 से 10 सितंबर 2024 तक किया जाना है। इन शिविरों के माध्यम से आधार कार्ड, जनधन खाता, आयुष्मान कार्ड, वन अधिकार पत्र राशन कार्ड, जाति प्रमाण पत्र पीएम किसान सम्मान निधि, पीएम मातृत्व वंदना योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, सिकल सेल की जांच एव मूलभूत स्वास्थ्य सुविधाएं आदि में संतृप्ति की जानी है। इसका उद्देश्य सभी पीवीटीजी बसाहटों में तात्कालिक गतिविधियों की शत-प्रतिशत संतृप्ति की जानी है।
लाभार्थी संतृप्ति शिविर गहन रूप से सभी पीवीटीजी बसाहटों, जिलों में चलाए जाएंगे। इस लाभार्थी संतृप्ति शिविर का मुख्य फोकस यूआईडीएआई के तहत नामांकन एवं आधार कार्ड जारी करना पीएम जनधन के तहत बैंक खाता खोलना, सभी पात्र लाभार्थिया का आयुष्मान भारत कार्ड बनाना, सभी पीवीटीजी को सामुदायिक प्रमाण पत्र जारी करना वन अधिकार पत्र जारी करना तथा पीवीटीजी बसाहटों में सिकल सेल बिमारी की जांच (ैबतममदपदह) आदि कार्य किए जाएंगे। पीएम-जनमन के अंतर्गत स्वीकृत गतिविधियों जैसे प्रधानमंत्री आवास (ग्रामीण), संपर्क सड़क, मोबाईल मेडिकल यूनिट, नल से जल, विद्युतिकरण आदि की जानकारी दी जाएगी। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय श्री वामनराव लाखे की 21 अगस्त को पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया है। श्री साय ने उनके अमूल्य योगदान को याद करते हुए कहा है कि श्री लाखे ने छत्तीसगढ़ में सहकारिता के माध्यम से किसानों सहित लाखों लोगों के आर्थिक विकास की मजबूत आधारशिला रखी। उन्होंने रायपुर में सहकारी बैंक की स्थापना की।राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़ में जन-जागरण के लिए अपना अमूल्य योगदान दिया। खादी के प्रचार-प्रसार के साथ शिक्षा के विकास के लिए भी वे सक्रिय रहे। छत्तीसगढ़ में पहली मासिक पत्रिका के प्रकाशन का श्रेय भी लाखे जी को जाता है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा है कि लाखे जी आजीवन सहकारी संगठनों की मजबूती के लिए लगे रहे। उनके प्रयासों का ही परिणाम है कि आज सहकारिता के माध्यम से लाखों लोगों के रोजगार और आगे बढ़ने का सपना सच हो रहा है। सहकारिता के क्षेत्र में श्री लाखे जी का योगदान सदा याद किया जाएगा। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
एक्स पर टॉप - 2 में ट्रेंड करता रहा हमर-विष्णु-भैया
माताओं-बहनों ने मनाया रक्षाबंधन, मुख्यमंत्री का जताया आभाररायपुर : रक्षाबंधन के अवसर पर सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर ‘हमर-विष्णु-भैया‘ दिनभर ट्रेंड करता रहा। बहनों ने महतारी वंदन, पीएम आवास योजना की स्वीकृति और अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को धन्यवाद देते हुए ‘एक्स‘ पर पोस्ट किए और साय सरकार का आभार जताया। -
द न्यूज़ इंडिया समाचार सेवा
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से सपरिवार आत्मीय मुलाकात की और रक्षाबंधन एवं सावन सोमवार की बधाई व शुभकामनाएं दी।
मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के संबंध में विभिन्न विषयों पर सारगर्भित चर्चा हुई। उज्जैन सांसद श्री अनिल फिरोजिया एवं अन्य गणमान्य जन भी उपस्थित रहे।